आदरणीय मित्रों
avsji SANJU ( V. R. ) Rajesh Ajju Landwalia KEKIUS MAXIMUS prakash Vickyabhi आदि मेरे सभी मित्रों
अपनी जीवन की मनोदशा लिख रहा हूँ संक्षिप्त में, मेरे जीवन में एक शुन्य स्थान हो गया है जिसकी पूर्ति लगभग असंभव है l मैंने एक गहरे मित्र को खो दिया है l उसके साथ मेरी मित्रता पच्चीस वर्ष की थी l पहले हम कलकत्ता में RRB exam के दौरान धर्मताला के एक स्कुल में हुआ था l मुलाकात बहुत ही यादगार था क्यूंकि दोनों ही धर्मताला बस स्टैंड में पेशाब करते हुए पोलिस के द्वारा पकड़े गए थे और फाइन भरे थे l फिर हमारी मुलाकात सिकंदराबाद RRB exam के दौरान स्टेशन पर मुलाकात हुई थी l बीते मुलाकात की याद को ताजा कर दोनों बहुत हँसे थे l खैर तीसरी बार हमारी मुलाकात उस इंटरव्यू में हुई थी जिस के बाद हमें नौकरी मिली थी l एक PSU में l उसके बाद दोनों का मेडिकल चेकअप एक ही दिन हुआ और जॉइनींग भी एक ही दिन हुई l कमाल की बात यह रही कि हमारी पोस्टिंग एक ही एरिया में हुई l थर्मल पावर प्लांट में l
हाँ यह बात और है कि उसकी शादी पहले हुई और मेरी शादी तीन साल बाद l दोनों की क्वार्टर अगल-बगल में मिली हुई थी l बाद में जब बड़ी क्वार्टर मिली तो मैं सेक्टर वन में रह गया और वह सेक्टर तीन को चला गया l
मैं स्वभाव से थोड़ा आलसी हूँ, वह हमेशा मॉर्निंग वॉक और इवनींग वॉक के लिए मुझे जबरदस्ती घर से लेकर जाता था l प्लांट में दोनों की जब भी एरिया में मुलाकात होती थी तब हमारे बीच हमेशा स्लैंग लैंग्वेज ईस्तेमाल किया करते थे l हम किसी ना किसी तरह प्लान कर के हर रविवार को A शिफ्ट ड्युटी पर आ जाते थे l दोनों एक एरिया में ड्युटी डलवा कर उस दिन थोड़ी शराब और मटन की रसोई किया करते थे l यह सिलसिला बाइस सालों तक चलता रहा l फिर कुछ हफ्ते पहले उसे ब्रेन हमरैज हुआ और ऑपरेशन टेबल पर ही चल बसा l बाइस साल की रेगुलर रुटीन अब पुरी तरह से डिस्टर्ब हो गया है l अब मैं ड्यूटी स्पॉट पर खामोश ही रहता हूँ l अब मैंने अपना ऑफ भी बदलवा दिया है l पहले शुक्र वार था अब संडे को ले लिया है l
ऐसी मेरी स्थिति थी यार l इसलिए पेज पर बड़ी मुश्किल से ही आ पा रहा था l
खैर शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
कोशीश में हूँ खुद को फिर से पटरी पर लाने की l बहुत जल्द आ जाऊँगा l