क्षेत्रपालों और उसके पालतू कुत्तों के लिए विश्व ने कानूनन सजा सोच रखा है। जबकि इन हरामजादों के कर्म ऐसे हैं कि एक एक का वो हाल कर दिया जाए कि इन्हें जीवन से बेहतर मौत लगने लगे पर मौत इन्हे नसीब न हो पाए।
वैदेही के साथ जघन्यतम क्रूरतापूर्ण व्यवहार , सज्जन पुरुष उमाकांत जी की हत्या , देव तुल्य जयंत सर की हत्या और एक मासूम बच्चे श्रीनु की दर्दनाक हत्या के लिए मन तो यही कहता है कि इन सभी राक्षसों को रंगमहल के मगरमच्छों और लकड़बघ्घों के सामने छोड़ दिया जाए !
विश्व के साथ हुए जुल्म की बात मै नही कहता ! लोग खुद पर हुए जुल्म को एक बार के लिए भुल भी जाए लेकिन जिन्हें हम दिलो जान से प्रेम करते हैं , उनके साथ हुए जुल्म कभी भुल नही पाते।
मेरी दिली ख्वाहिश है कि रोणा , शनिया और नागेंद्र को जरूर मगरमच्छ का ग्रास बनना चाहिए।
इस अपडेट मे वैदेही और विश्व का मिलन भाव विह्वल था।
एक और अद्भुत अपडेट बिज्जू भाई।
बहुत बहुत खुबसूरत अपडेट।
संघर्ष होगा द्वंद भी होगा पर विश्व से किसीकी हत्या नहीं होगी यही सत्य है
पर जिसको भी जैसी सजा मिलेगी उम्मीद है सब पाठकों को उससे संतुष्टि अवश्य मिलेगी
विश्व की प्रमुख टार्गेट भैरव सिंह ही है और दुसरे उसके चलते बलि भी चढ़ेंगे
अभी इन सब झोल में मत भूलिए विश्व रुप की मिलन भी है
इसलिये थोड़ा वक़्त ले रहा हूँ
भावनात्मक कहानी में किसी भी पात्र से कोई अन्याय ना हो इसके लिए प्रयत्नशील भी हूँ
बहुत से पाठक कुछ बातों में सही अनुमान लगाया है और अब समय आ गया है कि उससे पर्दा उठाया जाए इसलिए भी समय लाग रहा है