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Fantasy ब्रह्माराक्षस

VAJRADHIKARI

Hello dosto
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Bahot pyaara update tha bhai ekdamm mast. Par thora lamba karo naa bhai. Feeling bas aate aate reh jaati hain bhai. Please bura mat manna thora saa lamba kardo naa bhai 😊👍👍👍
Ok bro me pura try kar raha hu big updates ke liye
 
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VAJRADHIKARI

Hello dosto
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अध्याय दसवां

अभी मे अपने कमरे में पहुंचा ही था कि मेरे पैर कमरे के दरवाजे पर ही रुक गए अंदर का नजारा ही कुछ ऐसा था अंदर शांति बेड पर बिल्कुल एक दुल्हन की तरह बैठी थी हुई थी

और उसने अपने साड़ी के पल्लू को घूंघट की तरह ओढ़ रखा था जिसे देख कर के मुस्कराते हुए उसके पास पहुंचा और हल्के से उसके घूंघट को उतार दिया

और जब मेरी नजर उसके चेहरे पर पडी तो मे उसकी सुंदरता में खो सा गया और जब शांति ने मुझे ऐसे खुदको घूरते देखा तो उसने शर्म के मारे अपने गर्दन को झुका दिया

शांति :- (शर्माते हुए) अब बस देखते रहोगे क्या

शांति की आवाज सुन कर मैं होश में आ गया और जब मुझे उसकी कहीं बात का मतलब समझ आया तो मैंने उसके चेहरे को उठाकर अपने होंठों को उसके होठों पर रख दिया

और फिर हम दोनों एक-दूसरे को पूरी शिद्दत से किस करने लगे जिस वजह से शांति के पूरे जिस्म में चीटियां सी रेंगने लगी उसकी धड़कन बहुत तेज हो गई थी

क्युकी आज शांति के जीवन की पहली किस जो थी अभीं हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को दोनों को पता भी नहीं चला कि

कब दोनों के शरीर से ज्यादातर कपड़े उतर चुके थे अभी शांति केवल ब्लाउज और पेटीकोट मे ही थी और मेरा भी शर्ट उतर चुका था मेरे शरीर पर अभी सिर्फ पैंट ही थी

जिसे देख कर शांति अब शर्मा रही थी लेकिन जब शांति ने मेरी बॉडी देखी तो वह दंग रह गई थी वो तो जैसे मेरी बॉडी देखकर कहीं खो गई थी उसे अपनी आँखों पर बिश्वास ही नहीं हो रहा था तो वही मे शांति के चेहरे को देखकर मुस्करा रहा था

में :- चाहो तो छु कर देख लो

मेरी बात सुनकर शांति होश मेई आई और आगे बढ़कर मेरे सीने को छू कर देखने लगी जिससे अब वो मेरे जिस्म की गर्मी को महसुस करके और मदहोश हो गई

जिससे वो मेरे पूरे बॉडी पर हाथ चलाने लगी फिर हर जगह चुमने लगी मेरे पूरे सीने पर अपने चुम्बन की बरसात कर दी जिससे मे भी मदहोश होते चला गया कि तभी शांति मेरे सीने को चुमते हुए अपने होठों को मेरे होंठो से मिला दिया

जिससे अब मे शांति के नाजुक होंठो को दीवानों की तरह चूसने लगा जिससे अब शांति भी दीवानी होकर मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूसने लगी थी कि तभी मेने उसका ब्लाउज खोल दिया

और उसके जिस्म से अलग कर दिया पर किस को टूटने नहीं दिया जैसे ही मेंने ब्लाउज को उतारा मुझे एक और झटका लगा और वो ये था की शांति ने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसे देख कर मेने शांति को किस करते हुए अपने सीने से चिपका लिया

और उसकी पीठ सहलाने लगा तो वही शांति को अपने नंगे चुचो पर किसी मर्द के नंगे सीने का दबाव बहुत ही मनमोहक लग रहा था

कि तभी मेरे हाथ जो उसकी पीठ सहला रहे थे वो शांति के गांड पर पहुंच गए और मे उन रुई जैसे मुलायम चुतडों को महसूस कर के उन्हें मसलने लगा जिससे शांति भी अपने कमर को उपर उठा कर मेरा साथ देती

जिसके बाद मेने उसका पेटी कोट भी उतार दिया शांति ने पेंटि भी नहीं पहनी नहीं थी तो वही शांति ने भी अपने हाथों से मेरे पैंट और कच्छा एक झटके में उतार कर मेरे शरीर से अलग कर दिया जिससे मेरा तना हुआ लंड एकदम से उछल के उनके सामने आ गया

जिसे देख वो हैरान रह गए क्यूँकी मेरा लंड जितना बडा और मोटा था उतना ही गोरा भी था तो वही मेरे लंड को घूरते हुए वो मेरे करीब आ गई और अब मेरा लंड उसके मुह के सामने था

कि तभी शांति ने एक बार मेरे लंड को गोर से देखा और अचानक से ही लंड के सुपडे को अपनी जीभ से चाट लिया और जैसे ही मेने अपने लंड के सुपडे पर गर्म और खुरदरी जीस का एहसास हुआ तो मेरी पूरी बॉडी में एक सनसनी सी दौड़ गई

और जब मेंने शांति की और देखा तो वो मेरे लंड के पास बैठकर उसे अपनी जीभ से चाट रही थी और जब उसका मन चाटने से भर गया तो उसने लंड के सुपडे को अपने मुह मे भर लिया

और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी जिससे मे एक अलग ही दुनिया में गुम हो गया था और जब होश आया तो

मेंने देखा कि शांति मेरा लंड छोड़ कर बेड पे लेट गई थी और अपनी टांगे खोल कर मुझे देख रही थी तो मे भी शांति के उपर आ गया और उसके होंटों को चूसने लगा

तो वही मेरे ऐसे उसके उपर आने से शांति के मोटे मोटे स्तन मेरे फ़ौलादी छाती से दब रहे थे तो वही शांति की चुत के बराबर मेरा लंड रगड़ने लगा था जिससे हम दोनों इस चुंबन मे और डूबते जा रहे थे

फिर कुछ देर ऐसे ही शांति के होंटो को चूसने के बाद मेने उन्हें छोड़ दिया और उसकी गर्दन को चुंबन करने लगा जिससे शांति अब मचलने लगी थी

फिर ऐसे ही कुछ देर गर्दन को चुमने के बाद मेने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें दबाने लगा जिससे शांति को भी मस्ती चढ़ने लगी थी

मे :- शांति तुम्हारे स्तन कितने नर्म है ऐसा लग रहा है कि मे गुब्बारों को दबा रहा हू

शांति :- (सिसकारी लेते हुए) आआह भद्रा दबाओ मेरे चुचो को बहुत मजा आ रहा है आह आह

शांति की बात सुनकर मेने उसके चुचो को छोड दिया और दायें निप्पल पर अपनी गिलि और कुरुदरी जिब को गोल गोल घुमाने लगा अब शांति भी जोश में अपना सर इधर उधर घुमाने लगी थी

फिर कुछ देर राइट निप्पल को ऐसे ही चूसने के बाद मे लेफ्ट निप्पल के तरफ बढ़ा और फिर उसके लेफ्ट निप्पल को मुह मे लेके चुस्ने लगा और दुसरे चुचे को दबाने लागा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे नीचे होते हुए उसकी चुत तक पहुंच गया और जैसे ही मेने उसकी चुत को अपनी जीभ से चांटना शुरू किया तो वो तो जैसे पागल ही होने लगी और जोरों से से सिसकियाँ लेने लगी

शांति :- भद्रा ऐसे ही करो प्लीज मुझे कुछ हो रहा है प्लीज कुछ करो बहुत खुजली हो रही है

शांति की बात सुन कर मे और गरम हो गया था जिससे मेने तुरंत ही अपना सर उसके चुत पर रख दिया और उसकी चुत को चूसने और चाटने लगा

जिस वजह से शांति बेकाबू होकर अपना सर बेड पे पटकने लगी और अपनी चुत को मेरे मुह पर दबाने लगी फिर जब शांति की चुत पानी छोड़ने लगी

तो मेंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और एक धक्का मारा जिससे मेरे लंड का सूपड़ा शांति की चुत को चीरते हुए andar घुस गया जिससे उसकी जोदार चिक निकली

लेकिन मेने जल्दी ही उनके होठों को चूसने लगा जिससे उनकी चिक मेरे मुह मे गुल हो गई तो वही शांति दर्द से झटपटाने लगी जिसके बाद में कुछ देर वैसे ही रुक गया

और जब वह नॉर्मल हुई तो मेने एक और जोरदार झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे जड़ टक घुस गया जिससे उसकी आँखों से आंसू और चुत से खून निकलने लगा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और जब वो थोडा नॉर्मल हुई तो मेने उनके होंठों को आजाद कर दिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी

शांति :- आह आह भद्रा धीरे करो दर्द हो रहा है.

लेकिन मे उनकी बात को अनसुना कर के पूरे जोर से धक्के मारने लगा जिससे अब उन्हें भी मजा आने लगा

और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाकर खुद मेरे उपर आके अपनी कमर को उपर नीचे करने लगी जिससे हम दोनों भी अलग दुनिया में पहुँच गए थे और जल्द ही अपने चरम पर पहुंच गए

और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे जिसके बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए

~~~~~~~~~~~~~~~~~~
आज के लिए इतना ही

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park

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अध्याय दसवां

अभी मे अपने कमरे में पहुंचा ही था कि मेरे पैर कमरे के दरवाजे पर ही रुक गए अंदर का नजारा ही कुछ ऐसा था अंदर शांति बेड पर बिल्कुल एक दुल्हन की तरह बैठी थी हुई थी

और उसने अपने साड़ी के पल्लू को घूंघट की तरह ओढ़ रखा था जिसे देख कर के मुस्कराते हुए उसके पास पहुंचा और हल्के से उसके घूंघट को उतार दिया

और जब मेरी नजर उसके चेहरे पर पडी तो मे उसकी सुंदरता में खो सा गया और जब शांति ने मुझे ऐसे खुदको घूरते देखा तो उसने शर्म के मारे अपने गर्दन को झुका दिया

शांति :- (शर्माते हुए) अब बस देखते रहोगे क्या

शांति की आवाज सुन कर मैं होश में आ गया और जब मुझे उसकी कहीं बात का मतलब समझ आया तो मैंने उसके चेहरे को उठाकर अपने होंठों को उसके होठों पर रख दिया

और फिर हम दोनों एक-दूसरे को पूरी शिद्दत से किस करने लगे जिस वजह से शांति के पूरे जिस्म में चीटियां सी रेंगने लगी उसकी धड़कन बहुत तेज हो गई थी

क्युकी आज शांति के जीवन की पहली किस जो थी अभीं हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को दोनों को पता भी नहीं चला कि

कब दोनों के शरीर से ज्यादातर कपड़े उतर चुके थे अभी शांति केवल ब्लाउज और पेटीकोट मे ही थी और मेरा भी शर्ट उतर चुका था मेरे शरीर पर अभी सिर्फ पैंट ही थी

जिसे देख कर शांति अब शर्मा रही थी लेकिन जब शांति ने मेरी बॉडी देखी तो वह दंग रह गई थी वो तो जैसे मेरी बॉडी देखकर कहीं खो गई थी उसे अपनी आँखों पर बिश्वास ही नहीं हो रहा था तो वही मे शांति के चेहरे को देखकर मुस्करा रहा था

में :- चाहो तो छु कर देख लो

मेरी बात सुनकर शांति होश मेई आई और आगे बढ़कर मेरे सीने को छू कर देखने लगी जिससे अब वो मेरे जिस्म की गर्मी को महसुस करके और मदहोश हो गई

जिससे वो मेरे पूरे बॉडी पर हाथ चलाने लगी फिर हर जगह चुमने लगी मेरे पूरे सीने पर अपने चुम्बन की बरसात कर दी जिससे मे भी मदहोश होते चला गया कि तभी शांति मेरे सीने को चुमते हुए अपने होठों को मेरे होंठो से मिला दिया

जिससे अब मे शांति के नाजुक होंठो को दीवानों की तरह चूसने लगा जिससे अब शांति भी दीवानी होकर मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूसने लगी थी कि तभी मेने उसका ब्लाउज खोल दिया

और उसके जिस्म से अलग कर दिया पर किस को टूटने नहीं दिया जैसे ही मेंने ब्लाउज को उतारा मुझे एक और झटका लगा और वो ये था की शांति ने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसे देख कर मेने शांति को किस करते हुए अपने सीने से चिपका लिया

और उसकी पीठ सहलाने लगा तो वही शांति को अपने नंगे चुचो पर किसी मर्द के नंगे सीने का दबाव बहुत ही मनमोहक लग रहा था

कि तभी मेरे हाथ जो उसकी पीठ सहला रहे थे वो शांति के गांड पर पहुंच गए और मे उन रुई जैसे मुलायम चुतडों को महसूस कर के उन्हें मसलने लगा जिससे शांति भी अपने कमर को उपर उठा कर मेरा साथ देती

जिसके बाद मेने उसका पेटी कोट भी उतार दिया शांति ने पेंटि भी नहीं पहनी नहीं थी तो वही शांति ने भी अपने हाथों से मेरे पैंट और कच्छा एक झटके में उतार कर मेरे शरीर से अलग कर दिया जिससे मेरा तना हुआ लंड एकदम से उछल के उनके सामने आ गया

जिसे देख वो हैरान रह गए क्यूँकी मेरा लंड जितना बडा और मोटा था उतना ही गोरा भी था तो वही मेरे लंड को घूरते हुए वो मेरे करीब आ गई और अब मेरा लंड उसके मुह के सामने था

कि तभी शांति ने एक बार मेरे लंड को गोर से देखा और अचानक से ही लंड के सुपडे को अपनी जीभ से चाट लिया और जैसे ही मेने अपने लंड के सुपडे पर गर्म और खुरदरी जीस का एहसास हुआ तो मेरी पूरी बॉडी में एक सनसनी सी दौड़ गई

और जब मेंने शांति की और देखा तो वो मेरे लंड के पास बैठकर उसे अपनी जीभ से चाट रही थी और जब उसका मन चाटने से भर गया तो उसने लंड के सुपडे को अपने मुह मे भर लिया

और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी जिससे मे एक अलग ही दुनिया में गुम हो गया था और जब होश आया तो

मेंने देखा कि शांति मेरा लंड छोड़ कर बेड पे लेट गई थी और अपनी टांगे खोल कर मुझे देख रही थी तो मे भी शांति के उपर आ गया और उसके होंटों को चूसने लगा

तो वही मेरे ऐसे उसके उपर आने से शांति के मोटे मोटे स्तन मेरे फ़ौलादी छाती से दब रहे थे तो वही शांति की चुत के बराबर मेरा लंड रगड़ने लगा था जिससे हम दोनों इस चुंबन मे और डूबते जा रहे थे

फिर कुछ देर ऐसे ही शांति के होंटो को चूसने के बाद मेने उन्हें छोड़ दिया और उसकी गर्दन को चुंबन करने लगा जिससे शांति अब मचलने लगी थी

फिर ऐसे ही कुछ देर गर्दन को चुमने के बाद मेने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें दबाने लगा जिससे शांति को भी मस्ती चढ़ने लगी थी

मे :- शांति तुम्हारे स्तन कितने नर्म है ऐसा लग रहा है कि मे गुब्बारों को दबा रहा हू

शांति :- (सिसकारी लेते हुए) आआह भद्रा दबाओ मेरे चुचो को बहुत मजा आ रहा है आह आह

शांति की बात सुनकर मेने उसके चुचो को छोड दिया और दायें निप्पल पर अपनी गिलि और कुरुदरी जिब को गोल गोल घुमाने लगा अब शांति भी जोश में अपना सर इधर उधर घुमाने लगी थी

फिर कुछ देर राइट निप्पल को ऐसे ही चूसने के बाद मे लेफ्ट निप्पल के तरफ बढ़ा और फिर उसके लेफ्ट निप्पल को मुह मे लेके चुस्ने लगा और दुसरे चुचे को दबाने लागा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे नीचे होते हुए उसकी चुत तक पहुंच गया और जैसे ही मेने उसकी चुत को अपनी जीभ से चांटना शुरू किया तो वो तो जैसे पागल ही होने लगी और जोरों से से सिसकियाँ लेने लगी

शांति :- भद्रा ऐसे ही करो प्लीज मुझे कुछ हो रहा है प्लीज कुछ करो बहुत खुजली हो रही है

शांति की बात सुन कर मे और गरम हो गया था जिससे मेने तुरंत ही अपना सर उसके चुत पर रख दिया और उसकी चुत को चूसने और चाटने लगा

जिस वजह से शांति बेकाबू होकर अपना सर बेड पे पटकने लगी और अपनी चुत को मेरे मुह पर दबाने लगी फिर जब शांति की चुत पानी छोड़ने लगी

तो मेंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और एक धक्का मारा जिससे मेरे लंड का सूपड़ा शांति की चुत को चीरते हुए andar घुस गया जिससे उसकी जोदार चिक निकली

लेकिन मेने जल्दी ही उनके होठों को चूसने लगा जिससे उनकी चिक मेरे मुह मे गुल हो गई तो वही शांति दर्द से झटपटाने लगी जिसके बाद में कुछ देर वैसे ही रुक गया

और जब वह नॉर्मल हुई तो मेने एक और जोरदार झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे जड़ टक घुस गया जिससे उसकी आँखों से आंसू और चुत से खून निकलने लगा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और जब वो थोडा नॉर्मल हुई तो मेने उनके होंठों को आजाद कर दिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी

शांति :- आह आह भद्रा धीरे करो दर्द हो रहा है.

लेकिन मे उनकी बात को अनसुना कर के पूरे जोर से धक्के मारने लगा जिससे अब उन्हें भी मजा आने लगा

और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाकर खुद मेरे उपर आके अपनी कमर को उपर नीचे करने लगी जिससे हम दोनों भी अलग दुनिया में पहुँच गए थे और जल्द ही अपने चरम पर पहुंच गए

और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे जिसके बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए

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आज के लिए इतना ही

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Nice and superb update....
 

parkas

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अध्याय दसवां

अभी मे अपने कमरे में पहुंचा ही था कि मेरे पैर कमरे के दरवाजे पर ही रुक गए अंदर का नजारा ही कुछ ऐसा था अंदर शांति बेड पर बिल्कुल एक दुल्हन की तरह बैठी थी हुई थी

और उसने अपने साड़ी के पल्लू को घूंघट की तरह ओढ़ रखा था जिसे देख कर के मुस्कराते हुए उसके पास पहुंचा और हल्के से उसके घूंघट को उतार दिया

और जब मेरी नजर उसके चेहरे पर पडी तो मे उसकी सुंदरता में खो सा गया और जब शांति ने मुझे ऐसे खुदको घूरते देखा तो उसने शर्म के मारे अपने गर्दन को झुका दिया

शांति :- (शर्माते हुए) अब बस देखते रहोगे क्या

शांति की आवाज सुन कर मैं होश में आ गया और जब मुझे उसकी कहीं बात का मतलब समझ आया तो मैंने उसके चेहरे को उठाकर अपने होंठों को उसके होठों पर रख दिया

और फिर हम दोनों एक-दूसरे को पूरी शिद्दत से किस करने लगे जिस वजह से शांति के पूरे जिस्म में चीटियां सी रेंगने लगी उसकी धड़कन बहुत तेज हो गई थी

क्युकी आज शांति के जीवन की पहली किस जो थी अभीं हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को दोनों को पता भी नहीं चला कि

कब दोनों के शरीर से ज्यादातर कपड़े उतर चुके थे अभी शांति केवल ब्लाउज और पेटीकोट मे ही थी और मेरा भी शर्ट उतर चुका था मेरे शरीर पर अभी सिर्फ पैंट ही थी

जिसे देख कर शांति अब शर्मा रही थी लेकिन जब शांति ने मेरी बॉडी देखी तो वह दंग रह गई थी वो तो जैसे मेरी बॉडी देखकर कहीं खो गई थी उसे अपनी आँखों पर बिश्वास ही नहीं हो रहा था तो वही मे शांति के चेहरे को देखकर मुस्करा रहा था

में :- चाहो तो छु कर देख लो

मेरी बात सुनकर शांति होश मेई आई और आगे बढ़कर मेरे सीने को छू कर देखने लगी जिससे अब वो मेरे जिस्म की गर्मी को महसुस करके और मदहोश हो गई

जिससे वो मेरे पूरे बॉडी पर हाथ चलाने लगी फिर हर जगह चुमने लगी मेरे पूरे सीने पर अपने चुम्बन की बरसात कर दी जिससे मे भी मदहोश होते चला गया कि तभी शांति मेरे सीने को चुमते हुए अपने होठों को मेरे होंठो से मिला दिया

जिससे अब मे शांति के नाजुक होंठो को दीवानों की तरह चूसने लगा जिससे अब शांति भी दीवानी होकर मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूसने लगी थी कि तभी मेने उसका ब्लाउज खोल दिया

और उसके जिस्म से अलग कर दिया पर किस को टूटने नहीं दिया जैसे ही मेंने ब्लाउज को उतारा मुझे एक और झटका लगा और वो ये था की शांति ने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसे देख कर मेने शांति को किस करते हुए अपने सीने से चिपका लिया

और उसकी पीठ सहलाने लगा तो वही शांति को अपने नंगे चुचो पर किसी मर्द के नंगे सीने का दबाव बहुत ही मनमोहक लग रहा था

कि तभी मेरे हाथ जो उसकी पीठ सहला रहे थे वो शांति के गांड पर पहुंच गए और मे उन रुई जैसे मुलायम चुतडों को महसूस कर के उन्हें मसलने लगा जिससे शांति भी अपने कमर को उपर उठा कर मेरा साथ देती

जिसके बाद मेने उसका पेटी कोट भी उतार दिया शांति ने पेंटि भी नहीं पहनी नहीं थी तो वही शांति ने भी अपने हाथों से मेरे पैंट और कच्छा एक झटके में उतार कर मेरे शरीर से अलग कर दिया जिससे मेरा तना हुआ लंड एकदम से उछल के उनके सामने आ गया

जिसे देख वो हैरान रह गए क्यूँकी मेरा लंड जितना बडा और मोटा था उतना ही गोरा भी था तो वही मेरे लंड को घूरते हुए वो मेरे करीब आ गई और अब मेरा लंड उसके मुह के सामने था

कि तभी शांति ने एक बार मेरे लंड को गोर से देखा और अचानक से ही लंड के सुपडे को अपनी जीभ से चाट लिया और जैसे ही मेने अपने लंड के सुपडे पर गर्म और खुरदरी जीस का एहसास हुआ तो मेरी पूरी बॉडी में एक सनसनी सी दौड़ गई

और जब मेंने शांति की और देखा तो वो मेरे लंड के पास बैठकर उसे अपनी जीभ से चाट रही थी और जब उसका मन चाटने से भर गया तो उसने लंड के सुपडे को अपने मुह मे भर लिया

और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी जिससे मे एक अलग ही दुनिया में गुम हो गया था और जब होश आया तो

मेंने देखा कि शांति मेरा लंड छोड़ कर बेड पे लेट गई थी और अपनी टांगे खोल कर मुझे देख रही थी तो मे भी शांति के उपर आ गया और उसके होंटों को चूसने लगा

तो वही मेरे ऐसे उसके उपर आने से शांति के मोटे मोटे स्तन मेरे फ़ौलादी छाती से दब रहे थे तो वही शांति की चुत के बराबर मेरा लंड रगड़ने लगा था जिससे हम दोनों इस चुंबन मे और डूबते जा रहे थे

फिर कुछ देर ऐसे ही शांति के होंटो को चूसने के बाद मेने उन्हें छोड़ दिया और उसकी गर्दन को चुंबन करने लगा जिससे शांति अब मचलने लगी थी

फिर ऐसे ही कुछ देर गर्दन को चुमने के बाद मेने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें दबाने लगा जिससे शांति को भी मस्ती चढ़ने लगी थी

मे :- शांति तुम्हारे स्तन कितने नर्म है ऐसा लग रहा है कि मे गुब्बारों को दबा रहा हू

शांति :- (सिसकारी लेते हुए) आआह भद्रा दबाओ मेरे चुचो को बहुत मजा आ रहा है आह आह

शांति की बात सुनकर मेने उसके चुचो को छोड दिया और दायें निप्पल पर अपनी गिलि और कुरुदरी जिब को गोल गोल घुमाने लगा अब शांति भी जोश में अपना सर इधर उधर घुमाने लगी थी

फिर कुछ देर राइट निप्पल को ऐसे ही चूसने के बाद मे लेफ्ट निप्पल के तरफ बढ़ा और फिर उसके लेफ्ट निप्पल को मुह मे लेके चुस्ने लगा और दुसरे चुचे को दबाने लागा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे नीचे होते हुए उसकी चुत तक पहुंच गया और जैसे ही मेने उसकी चुत को अपनी जीभ से चांटना शुरू किया तो वो तो जैसे पागल ही होने लगी और जोरों से से सिसकियाँ लेने लगी

शांति :- भद्रा ऐसे ही करो प्लीज मुझे कुछ हो रहा है प्लीज कुछ करो बहुत खुजली हो रही है

शांति की बात सुन कर मे और गरम हो गया था जिससे मेने तुरंत ही अपना सर उसके चुत पर रख दिया और उसकी चुत को चूसने और चाटने लगा

जिस वजह से शांति बेकाबू होकर अपना सर बेड पे पटकने लगी और अपनी चुत को मेरे मुह पर दबाने लगी फिर जब शांति की चुत पानी छोड़ने लगी

तो मेंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और एक धक्का मारा जिससे मेरे लंड का सूपड़ा शांति की चुत को चीरते हुए andar घुस गया जिससे उसकी जोदार चिक निकली

लेकिन मेने जल्दी ही उनके होठों को चूसने लगा जिससे उनकी चिक मेरे मुह मे गुल हो गई तो वही शांति दर्द से झटपटाने लगी जिसके बाद में कुछ देर वैसे ही रुक गया

और जब वह नॉर्मल हुई तो मेने एक और जोरदार झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे जड़ टक घुस गया जिससे उसकी आँखों से आंसू और चुत से खून निकलने लगा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और जब वो थोडा नॉर्मल हुई तो मेने उनके होंठों को आजाद कर दिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी

शांति :- आह आह भद्रा धीरे करो दर्द हो रहा है.

लेकिन मे उनकी बात को अनसुना कर के पूरे जोर से धक्के मारने लगा जिससे अब उन्हें भी मजा आने लगा

और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाकर खुद मेरे उपर आके अपनी कमर को उपर नीचे करने लगी जिससे हम दोनों भी अलग दुनिया में पहुँच गए थे और जल्द ही अपने चरम पर पहुंच गए

और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे जिसके बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए

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आज के लिए इतना ही

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Bahut hi badhiya update diya hai VAJRADHIKARI bhai.....
Nice and beautifl update....
 

kas1709

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अध्याय दसवां

अभी मे अपने कमरे में पहुंचा ही था कि मेरे पैर कमरे के दरवाजे पर ही रुक गए अंदर का नजारा ही कुछ ऐसा था अंदर शांति बेड पर बिल्कुल एक दुल्हन की तरह बैठी थी हुई थी

और उसने अपने साड़ी के पल्लू को घूंघट की तरह ओढ़ रखा था जिसे देख कर के मुस्कराते हुए उसके पास पहुंचा और हल्के से उसके घूंघट को उतार दिया

और जब मेरी नजर उसके चेहरे पर पडी तो मे उसकी सुंदरता में खो सा गया और जब शांति ने मुझे ऐसे खुदको घूरते देखा तो उसने शर्म के मारे अपने गर्दन को झुका दिया

शांति :- (शर्माते हुए) अब बस देखते रहोगे क्या

शांति की आवाज सुन कर मैं होश में आ गया और जब मुझे उसकी कहीं बात का मतलब समझ आया तो मैंने उसके चेहरे को उठाकर अपने होंठों को उसके होठों पर रख दिया

और फिर हम दोनों एक-दूसरे को पूरी शिद्दत से किस करने लगे जिस वजह से शांति के पूरे जिस्म में चीटियां सी रेंगने लगी उसकी धड़कन बहुत तेज हो गई थी

क्युकी आज शांति के जीवन की पहली किस जो थी अभीं हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को दोनों को पता भी नहीं चला कि

कब दोनों के शरीर से ज्यादातर कपड़े उतर चुके थे अभी शांति केवल ब्लाउज और पेटीकोट मे ही थी और मेरा भी शर्ट उतर चुका था मेरे शरीर पर अभी सिर्फ पैंट ही थी

जिसे देख कर शांति अब शर्मा रही थी लेकिन जब शांति ने मेरी बॉडी देखी तो वह दंग रह गई थी वो तो जैसे मेरी बॉडी देखकर कहीं खो गई थी उसे अपनी आँखों पर बिश्वास ही नहीं हो रहा था तो वही मे शांति के चेहरे को देखकर मुस्करा रहा था

में :- चाहो तो छु कर देख लो

मेरी बात सुनकर शांति होश मेई आई और आगे बढ़कर मेरे सीने को छू कर देखने लगी जिससे अब वो मेरे जिस्म की गर्मी को महसुस करके और मदहोश हो गई

जिससे वो मेरे पूरे बॉडी पर हाथ चलाने लगी फिर हर जगह चुमने लगी मेरे पूरे सीने पर अपने चुम्बन की बरसात कर दी जिससे मे भी मदहोश होते चला गया कि तभी शांति मेरे सीने को चुमते हुए अपने होठों को मेरे होंठो से मिला दिया

जिससे अब मे शांति के नाजुक होंठो को दीवानों की तरह चूसने लगा जिससे अब शांति भी दीवानी होकर मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूसने लगी थी कि तभी मेने उसका ब्लाउज खोल दिया

और उसके जिस्म से अलग कर दिया पर किस को टूटने नहीं दिया जैसे ही मेंने ब्लाउज को उतारा मुझे एक और झटका लगा और वो ये था की शांति ने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसे देख कर मेने शांति को किस करते हुए अपने सीने से चिपका लिया

और उसकी पीठ सहलाने लगा तो वही शांति को अपने नंगे चुचो पर किसी मर्द के नंगे सीने का दबाव बहुत ही मनमोहक लग रहा था

कि तभी मेरे हाथ जो उसकी पीठ सहला रहे थे वो शांति के गांड पर पहुंच गए और मे उन रुई जैसे मुलायम चुतडों को महसूस कर के उन्हें मसलने लगा जिससे शांति भी अपने कमर को उपर उठा कर मेरा साथ देती

जिसके बाद मेने उसका पेटी कोट भी उतार दिया शांति ने पेंटि भी नहीं पहनी नहीं थी तो वही शांति ने भी अपने हाथों से मेरे पैंट और कच्छा एक झटके में उतार कर मेरे शरीर से अलग कर दिया जिससे मेरा तना हुआ लंड एकदम से उछल के उनके सामने आ गया

जिसे देख वो हैरान रह गए क्यूँकी मेरा लंड जितना बडा और मोटा था उतना ही गोरा भी था तो वही मेरे लंड को घूरते हुए वो मेरे करीब आ गई और अब मेरा लंड उसके मुह के सामने था

कि तभी शांति ने एक बार मेरे लंड को गोर से देखा और अचानक से ही लंड के सुपडे को अपनी जीभ से चाट लिया और जैसे ही मेने अपने लंड के सुपडे पर गर्म और खुरदरी जीस का एहसास हुआ तो मेरी पूरी बॉडी में एक सनसनी सी दौड़ गई

और जब मेंने शांति की और देखा तो वो मेरे लंड के पास बैठकर उसे अपनी जीभ से चाट रही थी और जब उसका मन चाटने से भर गया तो उसने लंड के सुपडे को अपने मुह मे भर लिया

और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी जिससे मे एक अलग ही दुनिया में गुम हो गया था और जब होश आया तो

मेंने देखा कि शांति मेरा लंड छोड़ कर बेड पे लेट गई थी और अपनी टांगे खोल कर मुझे देख रही थी तो मे भी शांति के उपर आ गया और उसके होंटों को चूसने लगा

तो वही मेरे ऐसे उसके उपर आने से शांति के मोटे मोटे स्तन मेरे फ़ौलादी छाती से दब रहे थे तो वही शांति की चुत के बराबर मेरा लंड रगड़ने लगा था जिससे हम दोनों इस चुंबन मे और डूबते जा रहे थे

फिर कुछ देर ऐसे ही शांति के होंटो को चूसने के बाद मेने उन्हें छोड़ दिया और उसकी गर्दन को चुंबन करने लगा जिससे शांति अब मचलने लगी थी

फिर ऐसे ही कुछ देर गर्दन को चुमने के बाद मेने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें दबाने लगा जिससे शांति को भी मस्ती चढ़ने लगी थी

मे :- शांति तुम्हारे स्तन कितने नर्म है ऐसा लग रहा है कि मे गुब्बारों को दबा रहा हू

शांति :- (सिसकारी लेते हुए) आआह भद्रा दबाओ मेरे चुचो को बहुत मजा आ रहा है आह आह

शांति की बात सुनकर मेने उसके चुचो को छोड दिया और दायें निप्पल पर अपनी गिलि और कुरुदरी जिब को गोल गोल घुमाने लगा अब शांति भी जोश में अपना सर इधर उधर घुमाने लगी थी

फिर कुछ देर राइट निप्पल को ऐसे ही चूसने के बाद मे लेफ्ट निप्पल के तरफ बढ़ा और फिर उसके लेफ्ट निप्पल को मुह मे लेके चुस्ने लगा और दुसरे चुचे को दबाने लागा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे नीचे होते हुए उसकी चुत तक पहुंच गया और जैसे ही मेने उसकी चुत को अपनी जीभ से चांटना शुरू किया तो वो तो जैसे पागल ही होने लगी और जोरों से से सिसकियाँ लेने लगी

शांति :- भद्रा ऐसे ही करो प्लीज मुझे कुछ हो रहा है प्लीज कुछ करो बहुत खुजली हो रही है

शांति की बात सुन कर मे और गरम हो गया था जिससे मेने तुरंत ही अपना सर उसके चुत पर रख दिया और उसकी चुत को चूसने और चाटने लगा

जिस वजह से शांति बेकाबू होकर अपना सर बेड पे पटकने लगी और अपनी चुत को मेरे मुह पर दबाने लगी फिर जब शांति की चुत पानी छोड़ने लगी

तो मेंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और एक धक्का मारा जिससे मेरे लंड का सूपड़ा शांति की चुत को चीरते हुए andar घुस गया जिससे उसकी जोदार चिक निकली

लेकिन मेने जल्दी ही उनके होठों को चूसने लगा जिससे उनकी चिक मेरे मुह मे गुल हो गई तो वही शांति दर्द से झटपटाने लगी जिसके बाद में कुछ देर वैसे ही रुक गया

और जब वह नॉर्मल हुई तो मेने एक और जोरदार झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे जड़ टक घुस गया जिससे उसकी आँखों से आंसू और चुत से खून निकलने लगा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और जब वो थोडा नॉर्मल हुई तो मेने उनके होंठों को आजाद कर दिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी

शांति :- आह आह भद्रा धीरे करो दर्द हो रहा है.

लेकिन मे उनकी बात को अनसुना कर के पूरे जोर से धक्के मारने लगा जिससे अब उन्हें भी मजा आने लगा

और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाकर खुद मेरे उपर आके अपनी कमर को उपर नीचे करने लगी जिससे हम दोनों भी अलग दुनिया में पहुँच गए थे और जल्द ही अपने चरम पर पहुंच गए

और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे जिसके बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए

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आज के लिए इतना ही

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Nice update....
 

big king

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अध्याय दसवां

अभी मे अपने कमरे में पहुंचा ही था कि मेरे पैर कमरे के दरवाजे पर ही रुक गए अंदर का नजारा ही कुछ ऐसा था अंदर शांति बेड पर बिल्कुल एक दुल्हन की तरह बैठी थी हुई थी

और उसने अपने साड़ी के पल्लू को घूंघट की तरह ओढ़ रखा था जिसे देख कर के मुस्कराते हुए उसके पास पहुंचा और हल्के से उसके घूंघट को उतार दिया

और जब मेरी नजर उसके चेहरे पर पडी तो मे उसकी सुंदरता में खो सा गया और जब शांति ने मुझे ऐसे खुदको घूरते देखा तो उसने शर्म के मारे अपने गर्दन को झुका दिया

शांति :- (शर्माते हुए) अब बस देखते रहोगे क्या

शांति की आवाज सुन कर मैं होश में आ गया और जब मुझे उसकी कहीं बात का मतलब समझ आया तो मैंने उसके चेहरे को उठाकर अपने होंठों को उसके होठों पर रख दिया

और फिर हम दोनों एक-दूसरे को पूरी शिद्दत से किस करने लगे जिस वजह से शांति के पूरे जिस्म में चीटियां सी रेंगने लगी उसकी धड़कन बहुत तेज हो गई थी

क्युकी आज शांति के जीवन की पहली किस जो थी अभीं हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को दोनों को पता भी नहीं चला कि

कब दोनों के शरीर से ज्यादातर कपड़े उतर चुके थे अभी शांति केवल ब्लाउज और पेटीकोट मे ही थी और मेरा भी शर्ट उतर चुका था मेरे शरीर पर अभी सिर्फ पैंट ही थी

जिसे देख कर शांति अब शर्मा रही थी लेकिन जब शांति ने मेरी बॉडी देखी तो वह दंग रह गई थी वो तो जैसे मेरी बॉडी देखकर कहीं खो गई थी उसे अपनी आँखों पर बिश्वास ही नहीं हो रहा था तो वही मे शांति के चेहरे को देखकर मुस्करा रहा था

में :- चाहो तो छु कर देख लो

मेरी बात सुनकर शांति होश मेई आई और आगे बढ़कर मेरे सीने को छू कर देखने लगी जिससे अब वो मेरे जिस्म की गर्मी को महसुस करके और मदहोश हो गई

जिससे वो मेरे पूरे बॉडी पर हाथ चलाने लगी फिर हर जगह चुमने लगी मेरे पूरे सीने पर अपने चुम्बन की बरसात कर दी जिससे मे भी मदहोश होते चला गया कि तभी शांति मेरे सीने को चुमते हुए अपने होठों को मेरे होंठो से मिला दिया

जिससे अब मे शांति के नाजुक होंठो को दीवानों की तरह चूसने लगा जिससे अब शांति भी दीवानी होकर मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूसने लगी थी कि तभी मेने उसका ब्लाउज खोल दिया

और उसके जिस्म से अलग कर दिया पर किस को टूटने नहीं दिया जैसे ही मेंने ब्लाउज को उतारा मुझे एक और झटका लगा और वो ये था की शांति ने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसे देख कर मेने शांति को किस करते हुए अपने सीने से चिपका लिया

और उसकी पीठ सहलाने लगा तो वही शांति को अपने नंगे चुचो पर किसी मर्द के नंगे सीने का दबाव बहुत ही मनमोहक लग रहा था

कि तभी मेरे हाथ जो उसकी पीठ सहला रहे थे वो शांति के गांड पर पहुंच गए और मे उन रुई जैसे मुलायम चुतडों को महसूस कर के उन्हें मसलने लगा जिससे शांति भी अपने कमर को उपर उठा कर मेरा साथ देती

जिसके बाद मेने उसका पेटी कोट भी उतार दिया शांति ने पेंटि भी नहीं पहनी नहीं थी तो वही शांति ने भी अपने हाथों से मेरे पैंट और कच्छा एक झटके में उतार कर मेरे शरीर से अलग कर दिया जिससे मेरा तना हुआ लंड एकदम से उछल के उनके सामने आ गया

जिसे देख वो हैरान रह गए क्यूँकी मेरा लंड जितना बडा और मोटा था उतना ही गोरा भी था तो वही मेरे लंड को घूरते हुए वो मेरे करीब आ गई और अब मेरा लंड उसके मुह के सामने था

कि तभी शांति ने एक बार मेरे लंड को गोर से देखा और अचानक से ही लंड के सुपडे को अपनी जीभ से चाट लिया और जैसे ही मेने अपने लंड के सुपडे पर गर्म और खुरदरी जीस का एहसास हुआ तो मेरी पूरी बॉडी में एक सनसनी सी दौड़ गई

और जब मेंने शांति की और देखा तो वो मेरे लंड के पास बैठकर उसे अपनी जीभ से चाट रही थी और जब उसका मन चाटने से भर गया तो उसने लंड के सुपडे को अपने मुह मे भर लिया

और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी जिससे मे एक अलग ही दुनिया में गुम हो गया था और जब होश आया तो

मेंने देखा कि शांति मेरा लंड छोड़ कर बेड पे लेट गई थी और अपनी टांगे खोल कर मुझे देख रही थी तो मे भी शांति के उपर आ गया और उसके होंटों को चूसने लगा

तो वही मेरे ऐसे उसके उपर आने से शांति के मोटे मोटे स्तन मेरे फ़ौलादी छाती से दब रहे थे तो वही शांति की चुत के बराबर मेरा लंड रगड़ने लगा था जिससे हम दोनों इस चुंबन मे और डूबते जा रहे थे

फिर कुछ देर ऐसे ही शांति के होंटो को चूसने के बाद मेने उन्हें छोड़ दिया और उसकी गर्दन को चुंबन करने लगा जिससे शांति अब मचलने लगी थी

फिर ऐसे ही कुछ देर गर्दन को चुमने के बाद मेने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें दबाने लगा जिससे शांति को भी मस्ती चढ़ने लगी थी

मे :- शांति तुम्हारे स्तन कितने नर्म है ऐसा लग रहा है कि मे गुब्बारों को दबा रहा हू

शांति :- (सिसकारी लेते हुए) आआह भद्रा दबाओ मेरे चुचो को बहुत मजा आ रहा है आह आह

शांति की बात सुनकर मेने उसके चुचो को छोड दिया और दायें निप्पल पर अपनी गिलि और कुरुदरी जिब को गोल गोल घुमाने लगा अब शांति भी जोश में अपना सर इधर उधर घुमाने लगी थी

फिर कुछ देर राइट निप्पल को ऐसे ही चूसने के बाद मे लेफ्ट निप्पल के तरफ बढ़ा और फिर उसके लेफ्ट निप्पल को मुह मे लेके चुस्ने लगा और दुसरे चुचे को दबाने लागा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे नीचे होते हुए उसकी चुत तक पहुंच गया और जैसे ही मेने उसकी चुत को अपनी जीभ से चांटना शुरू किया तो वो तो जैसे पागल ही होने लगी और जोरों से से सिसकियाँ लेने लगी

शांति :- भद्रा ऐसे ही करो प्लीज मुझे कुछ हो रहा है प्लीज कुछ करो बहुत खुजली हो रही है

शांति की बात सुन कर मे और गरम हो गया था जिससे मेने तुरंत ही अपना सर उसके चुत पर रख दिया और उसकी चुत को चूसने और चाटने लगा

जिस वजह से शांति बेकाबू होकर अपना सर बेड पे पटकने लगी और अपनी चुत को मेरे मुह पर दबाने लगी फिर जब शांति की चुत पानी छोड़ने लगी

तो मेंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और एक धक्का मारा जिससे मेरे लंड का सूपड़ा शांति की चुत को चीरते हुए andar घुस गया जिससे उसकी जोदार चिक निकली

लेकिन मेने जल्दी ही उनके होठों को चूसने लगा जिससे उनकी चिक मेरे मुह मे गुल हो गई तो वही शांति दर्द से झटपटाने लगी जिसके बाद में कुछ देर वैसे ही रुक गया

और जब वह नॉर्मल हुई तो मेने एक और जोरदार झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे जड़ टक घुस गया जिससे उसकी आँखों से आंसू और चुत से खून निकलने लगा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और जब वो थोडा नॉर्मल हुई तो मेने उनके होंठों को आजाद कर दिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी

शांति :- आह आह भद्रा धीरे करो दर्द हो रहा है.

लेकिन मे उनकी बात को अनसुना कर के पूरे जोर से धक्के मारने लगा जिससे अब उन्हें भी मजा आने लगा

और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाकर खुद मेरे उपर आके अपनी कमर को उपर नीचे करने लगी जिससे हम दोनों भी अलग दुनिया में पहुँच गए थे और जल्द ही अपने चरम पर पहुंच गए

और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे जिसके बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए

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आज के लिए इतना ही

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Bahot bariya update tha bhai maja aa gaya ekdamm mast. Next update ka intajaar rahegaa bhai 👍👍👍👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
 

dhparikh

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अध्याय दसवां

अभी मे अपने कमरे में पहुंचा ही था कि मेरे पैर कमरे के दरवाजे पर ही रुक गए अंदर का नजारा ही कुछ ऐसा था अंदर शांति बेड पर बिल्कुल एक दुल्हन की तरह बैठी थी हुई थी

और उसने अपने साड़ी के पल्लू को घूंघट की तरह ओढ़ रखा था जिसे देख कर के मुस्कराते हुए उसके पास पहुंचा और हल्के से उसके घूंघट को उतार दिया

और जब मेरी नजर उसके चेहरे पर पडी तो मे उसकी सुंदरता में खो सा गया और जब शांति ने मुझे ऐसे खुदको घूरते देखा तो उसने शर्म के मारे अपने गर्दन को झुका दिया

शांति :- (शर्माते हुए) अब बस देखते रहोगे क्या

शांति की आवाज सुन कर मैं होश में आ गया और जब मुझे उसकी कहीं बात का मतलब समझ आया तो मैंने उसके चेहरे को उठाकर अपने होंठों को उसके होठों पर रख दिया

और फिर हम दोनों एक-दूसरे को पूरी शिद्दत से किस करने लगे जिस वजह से शांति के पूरे जिस्म में चीटियां सी रेंगने लगी उसकी धड़कन बहुत तेज हो गई थी

क्युकी आज शांति के जीवन की पहली किस जो थी अभीं हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को दोनों को पता भी नहीं चला कि

कब दोनों के शरीर से ज्यादातर कपड़े उतर चुके थे अभी शांति केवल ब्लाउज और पेटीकोट मे ही थी और मेरा भी शर्ट उतर चुका था मेरे शरीर पर अभी सिर्फ पैंट ही थी

जिसे देख कर शांति अब शर्मा रही थी लेकिन जब शांति ने मेरी बॉडी देखी तो वह दंग रह गई थी वो तो जैसे मेरी बॉडी देखकर कहीं खो गई थी उसे अपनी आँखों पर बिश्वास ही नहीं हो रहा था तो वही मे शांति के चेहरे को देखकर मुस्करा रहा था

में :- चाहो तो छु कर देख लो

मेरी बात सुनकर शांति होश मेई आई और आगे बढ़कर मेरे सीने को छू कर देखने लगी जिससे अब वो मेरे जिस्म की गर्मी को महसुस करके और मदहोश हो गई

जिससे वो मेरे पूरे बॉडी पर हाथ चलाने लगी फिर हर जगह चुमने लगी मेरे पूरे सीने पर अपने चुम्बन की बरसात कर दी जिससे मे भी मदहोश होते चला गया कि तभी शांति मेरे सीने को चुमते हुए अपने होठों को मेरे होंठो से मिला दिया

जिससे अब मे शांति के नाजुक होंठो को दीवानों की तरह चूसने लगा जिससे अब शांति भी दीवानी होकर मेरा साथ देते हुए मेरे होंठो को चूसने लगी थी कि तभी मेने उसका ब्लाउज खोल दिया

और उसके जिस्म से अलग कर दिया पर किस को टूटने नहीं दिया जैसे ही मेंने ब्लाउज को उतारा मुझे एक और झटका लगा और वो ये था की शांति ने अंदर ब्रा नही पहनी थी जिसे देख कर मेने शांति को किस करते हुए अपने सीने से चिपका लिया

और उसकी पीठ सहलाने लगा तो वही शांति को अपने नंगे चुचो पर किसी मर्द के नंगे सीने का दबाव बहुत ही मनमोहक लग रहा था

कि तभी मेरे हाथ जो उसकी पीठ सहला रहे थे वो शांति के गांड पर पहुंच गए और मे उन रुई जैसे मुलायम चुतडों को महसूस कर के उन्हें मसलने लगा जिससे शांति भी अपने कमर को उपर उठा कर मेरा साथ देती

जिसके बाद मेने उसका पेटी कोट भी उतार दिया शांति ने पेंटि भी नहीं पहनी नहीं थी तो वही शांति ने भी अपने हाथों से मेरे पैंट और कच्छा एक झटके में उतार कर मेरे शरीर से अलग कर दिया जिससे मेरा तना हुआ लंड एकदम से उछल के उनके सामने आ गया

जिसे देख वो हैरान रह गए क्यूँकी मेरा लंड जितना बडा और मोटा था उतना ही गोरा भी था तो वही मेरे लंड को घूरते हुए वो मेरे करीब आ गई और अब मेरा लंड उसके मुह के सामने था

कि तभी शांति ने एक बार मेरे लंड को गोर से देखा और अचानक से ही लंड के सुपडे को अपनी जीभ से चाट लिया और जैसे ही मेने अपने लंड के सुपडे पर गर्म और खुरदरी जीस का एहसास हुआ तो मेरी पूरी बॉडी में एक सनसनी सी दौड़ गई

और जब मेंने शांति की और देखा तो वो मेरे लंड के पास बैठकर उसे अपनी जीभ से चाट रही थी और जब उसका मन चाटने से भर गया तो उसने लंड के सुपडे को अपने मुह मे भर लिया

और उसे किसी लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी जिससे मे एक अलग ही दुनिया में गुम हो गया था और जब होश आया तो

मेंने देखा कि शांति मेरा लंड छोड़ कर बेड पे लेट गई थी और अपनी टांगे खोल कर मुझे देख रही थी तो मे भी शांति के उपर आ गया और उसके होंटों को चूसने लगा

तो वही मेरे ऐसे उसके उपर आने से शांति के मोटे मोटे स्तन मेरे फ़ौलादी छाती से दब रहे थे तो वही शांति की चुत के बराबर मेरा लंड रगड़ने लगा था जिससे हम दोनों इस चुंबन मे और डूबते जा रहे थे

फिर कुछ देर ऐसे ही शांति के होंटो को चूसने के बाद मेने उन्हें छोड़ दिया और उसकी गर्दन को चुंबन करने लगा जिससे शांति अब मचलने लगी थी

फिर ऐसे ही कुछ देर गर्दन को चुमने के बाद मेने उसके स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें दबाने लगा जिससे शांति को भी मस्ती चढ़ने लगी थी

मे :- शांति तुम्हारे स्तन कितने नर्म है ऐसा लग रहा है कि मे गुब्बारों को दबा रहा हू

शांति :- (सिसकारी लेते हुए) आआह भद्रा दबाओ मेरे चुचो को बहुत मजा आ रहा है आह आह

शांति की बात सुनकर मेने उसके चुचो को छोड दिया और दायें निप्पल पर अपनी गिलि और कुरुदरी जिब को गोल गोल घुमाने लगा अब शांति भी जोश में अपना सर इधर उधर घुमाने लगी थी

फिर कुछ देर राइट निप्पल को ऐसे ही चूसने के बाद मे लेफ्ट निप्पल के तरफ बढ़ा और फिर उसके लेफ्ट निप्पल को मुह मे लेके चुस्ने लगा और दुसरे चुचे को दबाने लागा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे नीचे होते हुए उसकी चुत तक पहुंच गया और जैसे ही मेने उसकी चुत को अपनी जीभ से चांटना शुरू किया तो वो तो जैसे पागल ही होने लगी और जोरों से से सिसकियाँ लेने लगी

शांति :- भद्रा ऐसे ही करो प्लीज मुझे कुछ हो रहा है प्लीज कुछ करो बहुत खुजली हो रही है

शांति की बात सुन कर मे और गरम हो गया था जिससे मेने तुरंत ही अपना सर उसके चुत पर रख दिया और उसकी चुत को चूसने और चाटने लगा

जिस वजह से शांति बेकाबू होकर अपना सर बेड पे पटकने लगी और अपनी चुत को मेरे मुह पर दबाने लगी फिर जब शांति की चुत पानी छोड़ने लगी

तो मेंने अपना लंड उसकी चुत पर सेट किया और एक धक्का मारा जिससे मेरे लंड का सूपड़ा शांति की चुत को चीरते हुए andar घुस गया जिससे उसकी जोदार चिक निकली

लेकिन मेने जल्दी ही उनके होठों को चूसने लगा जिससे उनकी चिक मेरे मुह मे गुल हो गई तो वही शांति दर्द से झटपटाने लगी जिसके बाद में कुछ देर वैसे ही रुक गया

और जब वह नॉर्मल हुई तो मेने एक और जोरदार झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी चुत मे जड़ टक घुस गया जिससे उसकी आँखों से आंसू और चुत से खून निकलने लगा

जिसके बाद मे धीरे-धीरे धक्के मारने लगा और जब वो थोडा नॉर्मल हुई तो मेने उनके होंठों को आजाद कर दिया और अपनी स्पीड बढ़ा दी

शांति :- आह आह भद्रा धीरे करो दर्द हो रहा है.

लेकिन मे उनकी बात को अनसुना कर के पूरे जोर से धक्के मारने लगा जिससे अब उन्हें भी मजा आने लगा

और फिर उन्होंने मुझे बेड पर लिटाकर खुद मेरे उपर आके अपनी कमर को उपर नीचे करने लगी जिससे हम दोनों भी अलग दुनिया में पहुँच गए थे और जल्द ही अपने चरम पर पहुंच गए

और फिर हम दोनों एक साथ झड़ने लगे जिसके बाद हम दोनों वैसे ही एक दूसरे के बाहों में नंगे ही सो गए

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आज के लिए इतना ही

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