ये केसी अनुभुती
अपडेट - ५४
फीर हम सब ने लंच फीनीस कीया ओर आंटी के पास जाकर बैठ गया तो नेनु भी आके बेठ गइ ओर उसने मुजे महेश को फोन करने को कहा तो मेने महेशको फोन लगा दीया तो नेनु ने अंजु को बुलाकर अपने पास बीठा दीया ओर में बात करने लगा....अब आगे
में : हेलो महेश केसे हो ओर घर पर मम्मी पापा केसे हे सब मजे में?
महेश : अरे जीजु आप, हम सब मजेमे हे आप बताइअे वहा आप ओर मेरी सब बहेने केसी हे
में : सब मजे में हे, सुन कल हम कल हमारी फेक्टरीमें पुजा रखी हे तो सब आ रहे हे ओर आप सबको भी कल आना हे
महेश : श्योर जीजु, हम सब जरुर आयेगे, क्या कर रही हे अंजु दीदी
में : यही हे मेरे पास, ले बात कर अपनी दीदी से
कहेके मेने अंजुको फोन पकडा दीया तो अंजु बात करने लगी ओर बात करते करते रो पडी तो नेनुने उसकी पीठ सहेलाके उसे सांत कीया फीर नेनुने महेशसे बात की ओर हम सब कल आ रहे हे कहा फीर उसने बात खतम करदी ओर फोन कट करदीया
नेनु : जानु आप पुजारीसे बात करलो, नहीतो महेशको बोलके राजकोटसे अेरेन्ज करलो
अंजु : में महेश को कहे दुगी, आप सगुन को फोन करदो वो भी राजकोट ही हे ओर नेनु दी आप अजय भैयासे कहेकर वहा सब अेरेन्ज कनेको कहेदे ओर उसकी फेमीली को भी बुला लीजीये कमला तो इधर ही हे, चलो में धारासे मीलकर मेइल करती हुं
कहेके अंनु उठकर चली गइ तो नेनु हसने लगी ओर कहेने लगी
नेनु : (हसकर) भाभी देखा सीर्फ मायके बात करनेसे कीतना पावर आगया महारानी केसे सबको ओर्डर करके चली गइ
तो आंटी ताराभाभी ओर में हसने लगे फीर नेनु उठकर चली गइ ओर आंटी ओर ताराभाभी भी आराम करने जाने लगी फीर में मेरे रुम में आके सो गया साम चार बजे मुजे नेनु जगाने आगइ तो मेने उसे अपने उपर खीच लीया ओर चुमने लगा तो नेनु गरम होने लगी फीर मुजेसे दुर होगइ तो उसकी सासे तेज चलने लगी ओर कहा
नेनु : आपने मुजे गरम ही कर दीया अब रात तक केसे वेइट करुगी में भी आपके साथ ओफीस चलती हुं अब चलीये चार बज गये हे
कहेके वो बहार चली गइ ओर में बाथरुम मे जाके फ्रेस होगया ओर बहार आके डाइनींग पर बेठ गया तभी धारा अंजुभी आगये ओर मेरे साथ बेठ गये तो मेने कहा
में : महारानी भी आ रही हे
अंजु : (धीरेसे) जरुर आपने उसे छेडा होगा, वो अब रुकने वाली नही हे
धारा : (हसकर) दि हम वहा काम करने जा रही हे जरा बतादो उनको
अंजु : (धीरेसे हसके) आने दे उसको वरना ये हम दोनो की कुटाइ कर देगे
धारा : (धीरेसे हसकर) तब तो आने दो हम तो बच जायेगी
तब नेनु दोनो को घुसर पुसर करके देखते कहेने लगी
नेनु : क्यु री दोनो क्या खुसर पुसर कर रही हो कमीनी में नही आने वाली समजी
अंजु : ओ बापरे लगता हे सुनलीया उसने, अरे नेनुदी हम तो पार्टी की बात कर रही थी
नेनु : (आके हमारे पास बेठते) मुजे पताहे कीस पार्टीकी बात कर रही थी चुडेल कहीकी
धारा : दी हम वाकइ आपकी बात नही कर रही थी आप चलीये अब तो में आपको कसम देकरभी लेजाउगी
नेनु : बस बस कसम मत दे तु जानती हे मुजे, ठीक हे चलती हुं, धारा तु अच्छी लडकी हे ये चुडेलकी बात मत मानलीया कर तुजे भी बीगाड देगी
अंजु : ओये मेने क्या कीया मेतो उल्टा तुजे लेजानेको केह रही हु पुछ धारासे
धारा : हां नेनुदी अंजु दी वोही केह रही थी, अब छोडो सब आप फटाफट तैयार होकर आजाओ हम चाइ पीकर नीकलते हे
तो नेनु बडबडाती हुइ अंजु के पीठ में मुका मारके रुममें तैयार होने चली गइ तो हम तीनो हसने लगे तभी दिवु ओर जसु भी आगइ तभी कमला ओर सोनु चाइ नास्ता लेकर आगइ ओर कमलाने आंटी ओर ताराभाभीको दो प्लेट पकडादीये तो सोनुने नेनुको आवाज देकर बुलाया तो नेनु तैयार होके दोडकर बहार आगइ ओर मेरे साथ बेठ गइ तो
सोनु : लो ये महारानी कीधर चली तैयार होकेर
अंजु : हमारे साथ ओफीस आ रही हे
सोनु : लो जी होलीया काम उधर
तो सब हसने लगे तो नेनु सोनु पर भडक गइ ओर उसे गालीया देने लगी
नेनु : कमीनी अब तुजे क्या प्रोबलेम हे, में ओफीस नही जा सकती क्या?
में : अरे चुप होजाओ सब, जानु तु बीलकुल आ सकती हे अब तो तुजे में रोज लेकर जाउगा
नेनु : (खुस होकर मुजे नास्ता खीलाते) थेन्कयु जानु, देखा अेक मेरा पती ही मुजे समजता हे, कमीनी कहीकी
दिवु : जीजु आज में नही आउगी आप सबही जाओ, वेसे भी मेरा काम खतम होगया हे
फीर हम सब चाइ नास्ता फीनीस करके घरसे नीकल गये ओर ओफीस पहींच गये तो सीर्फ हमारा पीयुन राजु ओर सीक्युरीटी वाले ही थे अजय हमे दीखाइ नही दीया तो हम ओफीस मे आगये अंजु धारा की ओफीसमें चली गइ ओर दोनो काम करने लगी जसु अपना काम देखने लगी में ओर नेनु हमारी ओफीस में आगये तो नेनु को मेने अंजुकी चेर पर बीठादीया
तो नेनु खुस होने लगी फीर मेने अजय को फोन कीया की कहा हे वो तो मुजे कहेने लगा महेशभैया का फोन आयाथा तो में सब यहा अेरेन्ज करने आया हुं ओर भाइ ने यहा पंडीत की भी व्यवस्था करदी हे में सब नीपटाके रात को आजाउगा फीर हम कल साथ में ही चलेगे ओके फीर मेने फोन कट करदीया तभी नेनु ने मुजे कहा
नेनु : जानु क्या मुजे भी नही बतायेगे आप कीतने में डील फाइनल करने वाले हो
में : नही नेनु मेने सब के लीये सरप्राइज रखा हे आप राजकोट तो आही रही हे में वहां पहेले तुमको बता दुंगा मेरा यकीन करो
नेनु : (हसकर) ठीक हे ठीक हे, अब चलो अंदर मुजसे कंटड्ढोल नही हो रहा हे
कहेके नेनु मेरा हाथ पकडकर लगभग खीचके मुजे अंदर ले गइ ओर दरवाजा लोक करदीया फीर वो फटाफट अपने कपडे नीकालने लगी ओर पुरी नंगी हो गइ फीर मेरे भी कपडे नीकाल दीये ओर मुजे बेड पर धका मार दीया तो में सीधा लेट गया ओर नेनु मेरे उपर चड गइ ओर जुककर मुजे पागलोकी तराह चुमने लगी
तो मे उसके बुब्सको पकडके मसलने लगा तो नेनु सीत्कार करने लगी ओर वो नीचे की ओर चली गइ फीर उसने मेरा लंड अपने मुहमें लेलीया ओर लोलीपोप की तरह चुसने लगी थोडी देर चुसनेके बाद वो मेरी कमर पर आके बैठ गइ ओर लंड चुतमें फसाके बेठ गइ तो पुरा लंड चुतमें लेलीया ओर अख बंध करके थोडी देर बेठी रही ओर कहा
नेनु : हास..जानु कीतना सुकुन मीला अंदर लेकर, ओर आपहेकी मुजे प्यारही नही करते
में : अरे जानु सीर्फ अेक दीन ही तुमसे दुर रहा फीर भी, तुम जानती हो में कीतना प्यार करता हुं तुजे इसीलीये तो तुजे यहा लेकर आगया
फीर हम दोनो प्यार करने लगे मेने नेनु को अलग अलग तरीकेसे दो बार चोदलीया ओर अेक बार बाथरुम में नहाते समय उसके खडे खडे ही चोद लीया फीर हम दोनो बहार आकर कपडे पकेनकर तैयार होगये ओर हम दोनो बहार ओफीस में आगये तो अंजु ओर धारा हमारा वेइट करके बेठी थी तो हमे बहार नीकते ही दोनो नेनु की ओर देखकर हसने लगी तो नेनु उसपे भडक गइ ओर कहा
नेनु : क्युरे आजकल तुम दोनोको बहुत हसी आ रही हे, जानु आप दोनोसे मेरा बदला लेना
में : ठीक हे डार्लींग तुम जेसा कहो वेसा करुगा बस, अब आइसक्रिम खाओगी की नही?
नेनु : हां मंगवालो, ओर कल आपने जानेका क्या इन्तजाम कीया हे सब को लेकर जाना हे
में : वो मेने टड्ढवेल्स ओफीस में मीनी बस का इन्तजाम करलीया हे आप टेन्सन मत लो
धारा : राज कुछ काम की बात हे, हमने मेइल कीया तो नीरज का फोन आया था वो लोग तो इतने उतावले हे की दो दीन में राहुलजी पुरी डेलीगेसन के साथ आ रहे हे लगता हे वो डील फाइनल करके ही जायेगे
में : तो अच्छी बात हेनां, तुम सब पेपर रेडी रखना हम ये सब जल्द नीपटाना चाहते हे
अंजु : तो हमको वहां दो दीन रुकना पडेगा हमारे पास सब तैयार करनेके लीये टाइम बहुत कम हे
में : तो क्या हुआ बाकी सब राजकोट घुम लेगे ओर हम काम नीपटा देगे में वहा अजय को कहेके अेक होटेल में तीन रुम बुक करवा लेता हुं
धारा : उसकी क्या जरुरत हे हमारी फेक्टरीमें ही अेक छोटा गेस्ट हाउस बनाया हे हां अगर हमे वो डेलीयेसन के लीये कोइ अच्छी होटेल बुक करवानी पडेगी
में : ठीक हे आप नीरजसे बात करलेना सब हो जायेगा में अजय से कहे दुगा
तभी आइसक्रिम आगइ ओर हम सबने आइसक्रिम खाली तभी जसु कुछ चेक लेकर साइन करवाने आगइ तो अंजु ने देखकर साइन करदी ओर जसु चली गइ तब तक धारा उसे देखती रही फीर उसने मेरी तरफ देखकर स्माइल करदी तो नेनु ने नोटीस करलीया ओर धाराको हसकर मुका मारदीया ओर हम सब ७ बजे नीकल गये
ओर सीधे मंदिर चले गये वहां सबने दर्शन कीये ओर हम घर आगये हम सब फ्रेस होकर सोफे पर बेठ गये तब धारा ओर जसु कीचन में चली गइ तब मेने सब को सुबह ६ बजे तैयार रहेने को कहा ओर सब कपडेभी ले लेना अेसा कहा फीर हम सबने डीनर कीया ओर सब सोने चले गये
आज धारा भी हमारे साथ सोने वाली थी कमला भी यही रुक गइ थी उसने राजन को फोन करदीया था सुबह जाने के लीये तो राजननें भी दो दीन की छुटी ले रखी थी उपर दिवु जसु ओर कमला सो गइ थी ओर ताराभाभी आंटी भी सो चुकी थी तब सोनु ने कहा
सोनु : हं.. आज पुरी टीम हे जानु आपकेतो जलसे हे, नेनु दी मेने सुना हे आप सब कार्यक्रम करके आइ हो तो आज आपकी लास्टमें बारी हे
नेनु : तो कमीनी तु क्यु जलती हे तुजे भी आना चाहीयेनां ये दोनो तो हमारे पती का ध्यान ही नही रखती वहा सीर्फ काम ही करती हे
अंजु : तो चुडेल हम वहां काम करने जाती हे चुदने नही समजी
ये सुनके धारा सरमाके हस रही थी तब सब नंगी होगइ तो धारा अेसे ही बेठी रही
सोनु : अब तुजे क्या हुआ? तु क्या हमारा लाइवसो देखने आइ हे? चल कपडे नीकाल
धारा : ना रे बाबा मुजे तो बहुत सरम आती हे केसे सब गंदी बात करती हो
अंजु : धारा तु मत गभरा सुरुआतमें में भी तेरी तराह थी अब तो रात में अेक बार इनका नही लेलेती तब तक हमे नींदही नही आती क्यु जानु?
तब सोनु ने धारा के सब कपडे जबरदस्तीसे नीकाल दीये तो धारा खुब सरमाइ ओर अपनी चुत पर हाथ रखकर छुपाने लगी ओर हसती जा रही थी तो नेनु ने कहा
नेनु : जानु कमीनी बहुत सरमाती हे आज पहेले इनकी ही बारी लेलो हम इसकी चीखे सुनना चाहती हे
अंजु : कीतनी कमीनी हे अभी वो बच्ची हे कुछ तो सरम कर बहार आंटी सुनलेगी तो दोडके इधर आजायेगी
में : अब तुम सब चुप हो जाओ पुरी रात जगडा करती रहोगी क्या, भुल गइ हमे सुबह ६ बजे रेडी रहेना हे चल सोनु तु पहेले आजा फीर अंजु ओके आज कोइ फोर प्लेय नही
तब सोनु आगइ ओर लेट गइ पैर फेलाके लेट गइ तो में उसकी चुत के पास बेठके अपना लंड चुतमें फसाया ओर धका मारदीया तो सोजु हल्का चीख पडी फीर में धका मारने लगा तो सोनु भी गरम होकर मेरा साथ देने लगी तब धारा हमे तीरछी नजरसे देख रही थी ओर वो गरम होने लगी तो नेनुने उसे खीचकर लीटादीया
ओर उसके उपर चड गइ ओर उसको कीस करने लगी तो धारा सरमके मारे हसे जा रही थी में सोनु जोरोसे पेलने लगा तो सोनु मदहोस होकर बडबडाने लगी सोनु को मेने दो बार पेला ओर हम दोनो साथ में जड गये तो सोनु बहुत थक गइ ओर फीर साइडमें जाके लेट गइ
तब अंजु आगइ तो मेने उसे भी अेक बार पेलदीया तब तक धाराको नेनु ने बहुत गरम ओर कामुक कर दीया था तब अंजु अेक ही बार करवाके हट गइ फीर मेने धारा को बुलाया तो वो आसानीसे आकर लेट गइ ओर कहा
धारा : जानु धीरेसे करना
फीर मे धारा को कीस करने लगा ओर तो धाराकी चुत पानी छोडने लगी ओर मेने उसके उपर लेटे लेटे ही लंड सेट करके धका मारदीया तो धारा हल्केसे चीख पडी फीर में हल्केसे धका मारने लगा तो धारा कामुक होकर मुजे साथ देने लगी तो नेनु ने उसका बुब्स अपने मुहमें लेलीया ओर उसे चुसने लगी तो धाराने नेनुका सर पकडके उसके बुब्स पर दबाने लगी फीर मेने अपनी स्पीड बढादी
तो धारा मदहोस होकर उछलने लगी ओर बडबडाने लगी तो नेनु उसे होंठं पर कीस करने लगी तभी धारा अकडने लगी ओर मुजे बाहोमें भरकर भीचलीया ओर वो जड गइ फीर भी मेने पेलना जारी रखा थोडी देर बाद फीर अेक बार वो उतेजीत होगइ ओर उछलने लगी हमारे बीच जोरदार चुदाइ होने लगी ओर आखीर हम दोनो साथमें जड गये ओर में धारा के उपर लेट गया तो धारा बहुत सरमा रही थी ओर मुजे नजर मीलाके इधर उधर देखने लगी ओर मुस्कराने लगी तो नेनु ने कहा
नेनु : वाह धारा तुने तो हमारे पती को जल्दी जडादीया
में : नेनु बहुत गरम भठी जेसा लग रहा हे में धारा के साथ ओर करना चाहता हुं
नेनु : लगे रहो जानु वेसे भी मेने दीनमे ही अपना कोटा पुरा करलीया हे
फीर हम दोबारा चुदाइ करने लगे इस बार धारा थोडा खुलके चुदवाने लगी ओर नेनु को कीस करने लगी ओर हमारे बीच धमासान चुदाइ हुइ धारा दो बार जड चुकी थी ओखीर हम दोनो साथ में जड गये फीर में धारा को लेकर बाथरुम में चला गया ओर हम दोनो अेक दुजे को साफ करने लगे तो मे धाराकी चुत हाथ लगाकर साफ कर रहा था तो धारा कामुक नजरसे मुजे देखकर सीत्कार करने लगी ओर उसेने मेरा लंड पकड लीया ओर मुजे कीस करने लगी
तो मेने धारा को दीवालके सहारे अेक टांग उची करके पकड लीया ओर खडे खडे ही अपना लंड उसकी चुतमें घुसा दीया ओर हम दोनो चुदाइ करने लगे अेक फीर हमारे बीच धमासान चुदाइ हुइ ओर हम साथ में जड गये फीर हम दोनो नहाकर बहार आये ओर धारा साइडमें लेटी रही तो नेनु मेरे पास आगइ ओर मेरा लंड चुसने लगी ओर फीर मेने नेनु की अेक बार बजादी ओर हम जड गये फीर अेसे ही हमे नींद आगइ
सुबह जब मुजे धारा ने जगाया तो सोनु अंजु ओर धारा तैयार हो गइ थी ओर नेनु बाथरुम में नहा रही थी फीर मेने धारा को अपने उपर खीचलीया ओर उसे चुमने लगा तो कीस करके कहेने लगी
धारा : बाबु अब उठजाओ हम बादमें प्यार करेगे हमे पुजामें बेठना हे समजा करो
फीर में उठ गया तभी नेनु नहाकर बहार नीकली ओर मुजे कीस करके गुडमोर्नींग वीस कीया फीर में बाथरुम में घुस गया जब नहाकर बहार आया तो मेरी चारो बीवीया मेरा बेड पर बेठके वेइट कर रही थी तो में फटाफट तैयार होगया फीर सबकी मांग भरदी तब सबने बारी बारी मेरा पैर छुलीया
ओर सब बहार चलने लगी ओर में भी बहार आगया तो सब बहार रेडी बेठे थे तभी अजय काकी ओर सीमाको लेकर आगया तो मेने उसे काका का पुछा तो कहा पापा सीधे राजकोट आयेगे तभी राजन भी आगया फीर सब चाइ नास्ता करने लगे हम पांचोको नही करना था हमारा जो फास्ट था तभी अजय ने कहा
अजय : भाइ ये बस अभी तक नही आइ अेक बार फोन करदु में
फीर अजय ने फोन लगाया तभी हमे बहार होर्न सुनाइ दीया तो अजय बहार दोडा फीर आके हमे बस आगइ की सुचना दी तभी ताराभाभी ने नेनु से कहा
तारा : देवरानी सब अच्छी तराहसे बंध करना ओर हो सके तो जोखम साथ में लेलो
नेनु : भाभी सब लेलीया हे हम वहा दो दीन रुकने वालेहे तो हम जोखीम नही उठा सकते वेसे भी यहां सीक्युरीटी बुलाली हे वो दो दीनरात यही रहेगे आप टेन्सन मत लो, (मेरी तरफ देखकर) हां जानु में वो यंत्र लेलु ताकी उसकी भी पुजा हो जाये
में : अरेहां नेनु लेलो लेलो अच्छा याद दीलाया तुने देखा भाभी, केसी बीवी मीली हे मुजे
आंटी : हां तो बहु कीसकी हे, मेरा राज चुन चुनके लाया हे, हें..हें..हें..
अंजु : बस आंटी ज्यादा उसकी तारीफ मत करो वरना हमारे सर पर बेठ जायेगी
काकी : अब ये दोनो यहां रुकी हेतो मुजे भी बुलाना चाहीयेना में भी आजाती
आंटी : रमा में अब यहांही रहेने वाली हु तो आजाया करना मुजे कंपनी मीलेगी
तब राजन ओर अजय सब सामान बहार लेजाने लगा तो में भी दोडके कुछ सामान लेलीया ओर हम बस की डीकीमें रखने लगे तभी नेनु यंत्र लेकर आइ ओर आंटीके हाथ में देदीया ओर उसे नीचे नही रखनेकी सुचना देदी फीर हम सब बहार आगये तो नेनुने घरको ताला मारदीया
ओर सीक्युरीटीके पास जाकर उसे कुछ सुचनाअे देने लगी तब अजय ने भी फेक्टरी पर फोन करके राजु ओर सीक्युरीज्ञीसे बात करली फीर हम सब बेठ गये ओर बस चलने लगी राजन ओर अजय आगे डड्ढाइवरके पास बेठे थे फीर में अंदर आगया तो सब सीट फुल थी तो सब मुजे अपने पास बुलाने लगे
सोनु ओर अंजु मुजे इनके पास बेठनेको कहे रहे थे तभी धारा ओर नेनु मुजे अपने पास बेठाना चाहती थी तो में दिवु के पास जाके बेठ गया तो सबने मुह बनालीया इस पर हम हसने लगे तो दिवु ओर जसु बेठीथी में वहां बेठ गया तो दोनो ने हसकर मुजे जगा देदी तो देखकर ताराभाभी खुस होगइ
तो इसने इसारेसे मुजे अपने पास बुलाया तो में जाके सीधे उनकी गोदमें बेठ गया तो सब हसने लगे तो भाभी के पैर दुखने लगे तो मुजे धका मारके खडा करदीया फीर मेरी पीठमें मुका मारदीया तो वापस दिवु मे पास बेठ गया हम अेसेही मस्ती करते राजकोट फेक्टरी पर पहोंच गये जो फेमस इन्डस्टड्ढीज अेरीया में थी
तकरीबन २५ अेकर में थी पापाने इसे बहुत पहेले खरीदकर रखाथा जब यहां इन्डस्टड्ढीज भी नही थी अंदर में पहेली बार आया था तो मे देखकर दंग रहे गया हमारी फेक्टरीसे कइ गुना ज्यादा थी अंदर कोर्पोरेट खोफीस की पुरी अेक बील्डींग ही अलग थी फीर साइड में अेक दस रुमका लकजरी गेस्ट हाउस था ओर सामने बहुत ही वीसाल फेक्टरी का बील्डींग था मेइन गेट पर दोनो तरफ अलग सीक्युरीटी खोफीस था जो अंदर आने जाने वालोके लीये पहेचान ओर कोन्टेक्ट नंबर लीखकर अेन्टड्ढी अेक्सीट करवाता था में सक देख रहाथा तो दिव्या ओर धारा मेरे पास आइ ओर कहा
धारा : क्यु जानु केसी हे हमारी फेक्टरी आप पहेलीबार ही आये हेनां इधर
दिव्या : क्या..जीजु आप पहेले कभी नही आये इधर? मेंतो हेरान हुं
में : नही दिवु ये सब पापाने ही कीया हे में बीजनेसमें अभी अभी आया हुं
दिव्या : लगता तो नही हे, आप बीजनेसमें नये हो जीस तराह आपने जयपुरकी फेक्टरी ओर हमारी होटेलकी डील की तो में माननेको तैयार नही हुं आप नये हो
धारा : दिवु राज बीलकुल ठीक केह रहे हे लगता हे घर जाकर पहेले मुजे इनकी सारी फेक्टरीयोकी जानकारी देनी पडेगी तभी इनको पता चलेगा अभी तो अहेमदाबादकी फेक्टरी देखी ही नही देखकर बीलकुल पागल हो जायेगे
दिव्या : पर मेने सुना हे की रहेनेके लीये राजकोट बेस्ट हे
में : हां दिवु हम यही बंगलो बनायेगे हमारा डड्ढीम हाउस
दिव्या : (हसकर) आपतो राजा हे आपकोतो इधर महेल बनाना चाहीये
हम हसने लगे तभी अजय आकर हमे बुला गया ओर हम गेस्ट हाउसकी ओर जाने लगे अंदर जाके देखा तो सब रुम लकजरी ओर बडे थे अंदर सब रुम में सब सुवीधाथी सबमें टेबल खुरशीया सोफे बेड सब चीज थी सब लोग रुम में दो दो तीन तीन करके अेडजेस्ट हो गये ओर सब फ्रेस होने चले गये
तभी दो पंडीतजी आगये ओर साथमें अंजुकी फेमीलीभी थी तो अंजु दोडकर सबको गले मीली फीर में नेनु धारा सोनु अंजुके माता पीता के पैर छुअे तो दोनो ने खुसी खुसी सबको आशीर्वाद दीया तब काजल ओर महेश आके मुजे गले लग गये ओर मेरी आंखोमें देखकर कहा
काजल : जीजु आखीर आप आही गये आपने बहुत वेइट करवाया मुजे
में : अरे काजु जीछोटा मत कर अब तो दो दीन हम यही रुकने वाले हे ओर तेरी अंजुदी तेरे घर रुकने वाली हे
महेश : तो जीजु आप सभी चलीयेना वहां बहुत जगाह हे पुर्खोका घर हे तो बडी जगह हे
में : नही महेश दो दीन हमे यहां बहुत काम हें फीर आपके लीये अेक सरप्राइज हे जो तुजे पुजाके बाद बताउगा
काजल : महेश तुजे पता हे जीजु सरप्राइजके बादसाह हे सबको सरप्राइज बाटते फीरते हे
नेनु : (तभी आकर) केसे हो महेशभैया आपतो गये तबसे वापस दीखेही नही
महेश : हां दीदी मे ठीक हुं मां कहेती हे बहेन के घर बहुत नही जाते
में : क्या यार महेश कोनसा जमाने में जीरहा हे उनको पता भी नही चलेगा तुम दोनो सुबहसे साम आरामसे आजा सकते हो
नेनु : हां भैया हम काजल को बहुत मीस करते हे आपकी सास से मीलेकी नही
महेश : बस अभी जा रहे हे ओर दिव्या बुआको भी मीलतेहेनां
फीर सब गेस्टहाउसके नीचे बहुत बडा केन्टीन था अंदर जाके देखातो बहुत बडा डाइनींग टेबल था हम सब वहां आकर बेठ गये तब हमारे लीये चाइ नास्ता आगया तो सबनें चाइ पीया तब नेनु सबके लीये सीर्फ चाइ लेकर आगइ फीर पंडीतजी ने सीर्फ दुध पीया ओर महेशको यजमानको भेजदो कहेकर चले गये
सबनें चाइ नास्ता फीनीस कीया ओर सब फेक्टरीकी ओर जाने लगे अंदर गये तो बहुत सारी अलग अलग मशीनरी थी अंदर जाते वक्त अेक छोटासा मंदिर भी था तो हम वहां नमन करके अंदर चले गये अजय ओर महेशनें बहुत अच्छा लन्तजाम कीया था सब चेर पर जाके बेठ गये पुजाके स्थान पर गदे बीछाये थे तो हम वही चले गये
ओर जाके बेठ गये तो नेनु ने धारा को फीर सोनुको बादमें अंजु ओर फीर खुद बेठ गइ हमारे पीछे दिवु काजल जसु कमला बेठ गये तभी सगुन ओर उसका हसबन्ड आगये वो सबको मीले फीर सगुनभी हमारे पीछे बेठ गइ तभी आंटी हमे यंत्र देगइ तो पंडीतने अलग स्थापन करके उसपे रखदीया फीर पुजा आरंभ करदी
बीच बीच में केटरींग वाले सबको कुछना कुछ खाना पीना दे रहे थे ओर हमारी पुजा फीर हवन का कार्यक्रम ३.३० घंटे तक चला फीर पुजा खतम हुइ तो हम उठ गये हम सब पहेले पुजारीजी फीर मेरे सास ससुरको पैर छुअे तभी काकाभी आगये
तो हम उसको पैर छुअे आंटी ताराभाभी ओर काकीने मुजे पैर छुने नही दीये क्युकी सबको में पेल चुकाथा आखीर हम पांचो चेन्ज करने चले गये फीर चेन्ज करके वापस आगये फीर में जाके सगुनके हसबन्ड कामेश को मीला तो वो मुजे बहुत गर्म जोसीसे मीला ओर कहेने लगा
कामेश : अरे वाह राजजी जैसा आपके बारेमें सुना था उससे बहेतर नीकले आप, सगुनतो आपकी तारीफ करते थकती ही नही थी तो मुजे भी आपसे जलन होने लगी लेकीन वो ठीक कहे रही थी
में : अरे कामेशजी अेसा कुछ नही हे वो तो मेरी भतीजीका प्यार हे, आप क्यु नही आये हिमाचल हम सब ने वहां बहुत अेन्जोय कीया
कामेश : कास में आपाता छुटीका प्रोबलेम था पर आपकी वहां सादी होने वाली हे तब में जरुर आउगा मेने अभीसे अेप्लीकेशन देदीया हे ओर अबतो में भुजसे इधर आगया हुं
में : स्योर में तो कहेता हुं घरके सभी मेम्बरको लेकर आजाओ वहां सब अेरेन्ज हो चुका हे
कामेश : कोसीस करुगा लानेकी सीर्फ मम्मीही हे ओर आज कल वोभी बडे भाइके साथ रहेने चली गइ हे, लेकीन हम दोनोका तो पका ही हे
तभी राजन आगया ओर मुजसे कहेने लगा
राजन : भाइ दोनो पंडीत को मेने ब्रह्मभोजन के लीये बीठा दीया हे फीर आप ओर दीदी उसको जोभी दक्सीणा हे दे दीजीयेगा फीर हम सबकी तैयारी करते हे
कहेके वो चला गया तभी हमारे पास सगुन काजल दिव्या ओर साथमें धारा नेनु भी आगइ तो कामेशने नेनु के पाव छुअे फीर दिव्या के पाव छुअे सबने उसकी खबर पुछी ओर हम सब बाते करने लगे तब सगुन बार बार मुजे देखती रहेती थी फीर में जाके मेरे सास ससुर के पास बेठ गया जो वहां महेश ओर अंजु बेठे थे तभी मेरी सासुमाने कहा
बा : बेटा आप सब दोदीन रुकने वालेहे तो हमारे घर पर भी आइअे सब
में : बा अभी तो हम बीजनेसके लीये रुके हे ओर हां महेश तुजे कहाथाने तेरे लीये सरप्राइज हे तो सुन हम सब यही राजकोट सीफ्ट हो रहे हे तो सीटी ओर हमारी फेक्टरी के बीचमें कोइ अेसी जगाह ढुंढले जो हमे दोनो तरफ आने जाने में आसानी रहे
महेश : जीजु आप कीतनी बडी जगाह लेना चाहते हे मुजे कुछ बजेटभी बताये
में : कमसे कम ५०० से ६००० यार्ड तक चलेगा ओर बजेट की कोइ चीन्ता नही हे
महेश : क्या जीजु इतनी बडी जगाह, कोइ महेल बनवाना हे या कोइ फार्म हाउस बनवाना हे
में : (हसकर) यही सोचले अब तेरी बहेनको छोटी जगाह पसंद नही आती
अंजु : (हसकर मुजे मुका मारते) आप मेरा नाम क्यु ले रहे हे मेने थोडी कहा हे
बा : (हसकर) अरे वो मजाक कर रहे हे, मेरे सामने मेरे जमाइ को मत मारा कर समजी
अंजु : (हसकर) क्या बा आप भी, जमाइ मील गया तो बेटीको भुल गये
बा : अरे तुतो हमारी लाडली हे तुजे केसे भुल सकते हे, देख तेरे बापुजी केसे खुस होकर हस रहे हे जब से तु मील गइ ओर तुम्हारे यहां आकर आये तबसे हमारे घर में रोनक ही आगइ सब मेरी काजलकी वजह से हुआ
में : बा आपको पता हे आपकी बेटीने वहां अेक घरभी खरीद लीया हे अपने पैसोसे वो कोलेजमें प्राफेसर थी ओर में उनका स्टुडन्ट था
बा : (हसकर) हां सब पता हे मेरी नेनु बीटीयाने मुजे सब बता दीया हे उधर
तभी काजलभी आके हमारे पास बेठ गइ तो बाने उसके सर पर हाथ रखातो अंजुने कहा
अंजु : बा मुजे तो कभी अेसा प्यार नही दीया
तभी आंटी ओर ताराभाभी फीर काकी वहां आगइ तो आंटीने सुनकर कहा
आंटी : अब तु मेरी बेटी हे तो हम तुजे प्यार देगे समजी आजा मेरी बच्ची
कहेके आंटीने अंजुको अपने सीनेसे लगा लीया ये देखकर बा की आंख नम होगइ तो काजलने अपने रुमालसे उसके आंसु पोछे तो ताराभाभी कहेने लगी
तारा : समधनजी भुल जाइअे सब, अब तो आपके जीवनमें खुसीयाही खुसीया हे हमारे राजाजी ने बाबासे बात करके सब अेरेन्ज करदीया हे आपको वहांसे आनेके बाद खुसखबरी मीलने वाली हे क्यु देवरजी
तब काजल सरमा गइ ओर नीचे मुह करके मुस्कराने लगी ओर ये सुनके बा ओर महेशभी खुस होने लगे तब ताराभाभी मेरी ओर देखकर मुस्कराने लगी
बा : लगता हे भगवानने हमारे घरकी ओर देखा हे अेकके बाद अेक खुसीया भेज रहा हे
आंटी : (बाका हाथ पकडते) समधनजी उसके घरमें देर हे अंधेर नही अब आपके दीनभी बदलने वाले हे हम सबके बदल गये हे जबसे हमे हमारे बेटेने अपनाया हे ओर आपतो इनके सास ससुर हे इसकी कीस्मतही अेसी हे जीसके संपर्कमें आता हे उसके आधा दुख तो वही चला जाता हे उसको बाबाका बहुत बडा आशीर्वाह हे
बा : में तो धन्य होगइ अेसा दामाद पाकर
में : (हसकर) बा अेसा कुछ नही हे आंटी खामखा मुजे चनेके जाड पर चडा रही हे
आंटी : (हसकर मेरा कान पकडके) अच्छा में तुजे चनेके जाड पर चडा रही हुं तो पुछले तेरी इस बीवी को वो जुठ कभी नही बोलती क्यु अंजु
अंजु : हां बा आंटी सही कहे रही हे हमारे पती बीलकुल अेसे ही हे
में : (खडे होकर) तो आप लोगोने मुजे यहांसे भगानेका प्लान करलीया हे में चला
कहेके में वहांसे जाने लगा तो आंटी ने हसकर मुजे आवाज दी फीर भी में वहांसे जाकर काका के पास बेठ गया ओर कहा
काका : तो बेटा देखलीया सब, आपके पापाने केसा बनाया हे
में : काका मुजे पहेले मालुम होता की यहा सबकुछ हे तो हम पहेलेही यहां आजाते
काका : मे तो कहेता हुं हमारे यहां हे सब नीकालकर आप यहां ही आजाओ
में : नही काका वो घर ओर फेक्टरी पापाकी पहेली नीसानी हे में दोनो कभी नही बेचुगा ओर हां हम सब यहां सीफ्ट हो रहे हे ओर आपभी
काका : ये तो बहुतही अच्छा हे पर हम क्यु?
में : काका अब हम यही कोर्पोरेट ओफीस बनायेगे ओर आप सब यहीसे हेंन्डल करेगे
काका : तबतो तुमने अहेमदाबादकी फेक्टरी देखी ही नही हे वोतो इनसे भी बडी हे
में : भीरभी काका हम तो यही रहेगे राजकोट में बडी सांती हे इतना सोर बकोरभी नही हे
काका : हां येबात हे वहां गर्मीभी बहुत ज्यादा रहेती हे रातमें भी आप अेसीके बगैर सो नही पाते ओर इधर तो साम होतेही वातावरणमें ठंडक होजाती हे ओर रातमें तो घुमनेका अलगही मजा हे
में : में यहा बहुत बडी जगाह ले रहा हुं आपका घर भी अंदर बनवा लुगा
काका : बेटा इसकी कोइ जरुरत नही हे में वो घर बेच दुगा ओर इधर अेक छोटासा मकान लेलुगा
में : बेसक वो बेच दीजीये पर रहेगे हमारे साथ ही समजे ये फुल अेन्ड फाइनल हे आप वहां फेक्टरी चलानेके लीये कोइ मेनेजर या मीस्त्री जो भी रखना चाहे रखकर उसे सोंप दीजीये
काका : जेसे तुक्हारी मर्जी, वो सबतो में देखलुगा अंजु ओर धारा बीटीयासे बात करके अेरेन्ज करलुगा तुम टेन्सन मत लेना आप सीर्फ अपना होटेलके बीजनेस के बारे में सोचो वो भी बहुत बडा कारोबार हे
में : वो सब तो हो गया राजन ओर कमला १५ दीनमें वही सेटल हो रहे हे ओर सब वो दोनो सम्हाल लेगे हम तो फ्रि ही हे
काका : बेटा ये बहुत अच्छा कीया आपका दीमागभी आपके पापा जेसा चलने लगा हे
तभी राजन मुजे बुलाने आया तो मेने नेनु धारा अंजु ओर सोनु को साथ आने को कहा फीर हम पांचो चले गये ओर पंडीतजी को दक्सीणाये दी ओर सबने उसके पैर छुअे तो हम सबको आशीर्वाद देकर वो दोनो नीकइ गये तभी राजन सबको बुलाके लाया ओर सब लंचके लीये आगये
तो मेने अजयसे कहेकर पांच डीस तैयार करके फेक्टरीमें पहोचानेको कहा ओर में उधर जाने लगा तो ताराभाभी काकी ओर आंटी बहार नीकल रहीथी तो मेने तीनोको रोक कर मेरे सास ससुर के साथ बेठने को कहा ओर पांचोका खानेका इन्तजाम वही करदीया तो पांचो खुस हो गये ओर में केन्टीनकी ओर जाने लगा तो राजन ओर महेश पांच डीस लेकर मुजे सामने मीलेतो मेने अंदरकी तरफ इसारा कीया
ओर केन्टीनमें चला गया तो सब बडे डाइनींग पर बेठे थे सीर्फ हम पांच पती पत्नी ओर दिव्या जसु कमला सीमा ही रुके थे तो सबने कहा बहुत जगाह बाकी हे आपभी बेठ जाओ तभी राजन ओर महेश भी आगये ओर हमे जबरदस्तीसे बीठादीया तभी केटरींग वाले परोसने लगे ओर हम सब खाने लगे
अजय : भाइ हम तीनो बादमें खालेगे वहां उन पांचोका भी खयाल रखना हे तो आप टेन्सन मत लो ओर आराम से खालो
फीर हम सबने लंच फीनस कीया ओर सब फेक्टरीकी ओर चल पडे हम भी सब के साथ जाके बेठ गये तभी कामेश ओर सगुन मेरे पास आकर बेठ गये तो कामेशने कहा
कामेश : चाचु फेक्टरीतो बहुत बढीया हे आपकी कीतनी फेक्टरीया हे?
में : (हसकर) सच कहु.., मुजे नही पता यहांभी में पहेलीबार ही आया हुं वो सब मेरी बीवी धारा ओर हमारे काका को ही पता हे, ये सब अेम्पायर पापानेही खडा कीया हे
कामेश : (सगुन ओर कामेश हसने लगे) कमाल हे लोग पहेले छोटामोटा धंधा करता हे फीर बडेकी सोचते हे, ओर आपने तो आतेही चोके छके मारना सुरु करदीया आपतो होटेलके बीजनेसमें भी जा रहे हो बहुत अच्छा हे
सगुन : चाचु ये सब छोडो आप सब हमारे घर कब आ रहे हो मेरी सब चाचीओको लेकर
में : सगुन तु चीन्ता मत कर हम सब जल्द ही यहां सीफ्ट होने वाले हे फीर तो हमारा आना जाना लगा रहेगा
सगुन : (खुस होकर) सच..सच केह रहे हो? चाचु तब तो मजा आजायेगा
में : हां तेरे बडे जीजाजी को केह दीया हे जगाह ढुंढने को वो जल्दही कुछ अेरेन्ज करने वाला हे अभी तक हमारे ससुर के घरभी नही गये वहां भी जाना हे
कामेश : तो हम उसके पास वाली सोसायटीमें ही रहेते हे सब आजाओ
में : ठीक हे तो आजायेगे उधरभी, वेसे कोनसी बेंक में हो आप
कामेश : में अेस.बी.आइ. में हुं ब्रान्च मेनेजर की पोस्ट पर
में : ग्रेट अच्छा हे
तभी अजय राजन ओर महेश सबके लीये आइसक्रिम लेकर आया ओर सबको देने लगे तभी काजल जसु ओर दिव्या भी हमारे पास आके बेठ गइ ओर हम आइसक्रिम खाने लये तब काजलने कहा
काजल : जीजु सब लेडीस हमारे घर आ रही हे हम उसे लेकर जाते हे
में : में ठीकहे लेकीन कल मुजे दिवु अंजु ओर धारा की जरुरत पडेगी वो डेलीगेशन आरहा हे
काजल : तो वो तीनो को में आप फोन करना भेज दुगी में तो कहेती हु आप सीर्फ तीन चार जेन्ट्स ही हे तो आप भी आजाओ हमारे वहां बहुत जगाह हे
में : चल देखता हुं हमे कामेश के घर भी जाना हे तो हम दोपहर तक सब नीपटाके इधर आजायेगे ओर हम बस लेकरही आये हे तो सब उसीमें आजायेगे ओके
फीर सब लोग धीरे धीरे करके जाने लगे तब राजन ओर महेश आगये ओर कहा
राजन : भाइ इधर सब कंपलीट हो गया हे अब क्या करना हे?
में : राजन कल दोपहर तक डेंलीगेशन आजायेगा तो उसे अच्छी तराहसे होटेल में पहोचा देना आप अजय ओर महेश को भी साथ लेकर जाना आज हम महेश के घर जा रहे हे
महेश : जीजु में ओर राजन जा रहे हे घर में सब अेरेन्ज करके रखते हे आप सब आरामसे आजाइअे काजल आपके साथ ही आ रही हे ओर अजयनें हमारा घर देखाहे तो वो डड्ढाइवरको रास्ता दीखायेगा
में : ठीक हे पर आराम से जाना इधर टड्ढाफीक बहुत हे यार
फीर वो दोनो चले गये तभी काका भी आगये ओर मुजे वापस अहेमदाबाद जाने की बात करने लगे की अभी उधर दो दीन का काम बाकी हे फीर में अजय को बुला लुगा सब मशीन चेक करले कहेके वो राजन ओर महेश के साथ चले गये तभी कामेश ओर सगुन भी उठ गये ओर हमे अेक बार फीर घर आनेको कहेकर नीकल गये फीर हम सब बचे तो सब मेरे पास आकर बेठ गये
तब अजय सबका सामान लेकर आगये ओर सब अच्छी तराहसे लोक करके हमे जाने के लीये कहा तो हम सब बसमें बेठ गये ओर हम अंजुके माता पीता के घर आगये तो हमारे सास ससुर भी साथ थे देखातो उसका घर अेक बडी हवेली जेसा था उसमें बहुत सारे कमरे थे जो उसने सब पहेलेसे ही साफ सफाइ करके रखा था तभी काजल हाथमें पानी का लोटा लेकर आइ ओर अंजु के उपर घुमाने लगी फीर उसने अंजु को घरमें प्रवेस करवाया
तो पीछे हम सब आगये घरतो बहुत बडाथा पुर्खोका जोथा पर महेश की आमदानी उतनी नही थी जो इसे मेइनटेन कर शके फीर भी उनका दील बहुत बडाथा जो सबको यहां रहेने को आग्रह कर रहा था तभी अंजु सबको अंदर घर दीखाने लेगइ तब ताराभाभी मेरे पास आकर बेठ गइ ओर मुजसे बात करने लगी
तारा : राज आपने मेरी बहुत अच्छेसे खातीरदारी की आपका शुक्रिया अब में यहांसे सीधी अहेमदाबाद चली जाउगी मेने हम दोनोकी तस्वीरवाली लोकेटभी पहेनली हे
में : (हसके धीमेसे) तारा मेने अभी कहा अच्छेसे तेरी खातेरदारीकी अभीतो बाकी हे भाग दोडमें टाइम ही नही मीला तो सोरी, ओर लोकेटका भ्यान रखना कीसीके हाथमें ना आजाये
तारा : तो कोइ बात नही आप हमारे घरतो आही रहे हे वरना हम सब तो हिमाचलमें हे ही आप वहा कसर पुरी करलेना अबतो मेभी आपको छोडने वाली नही हुं इसे सम्हालके रखुगी
में : मत जाओ तारा दो दीन रुक जाइओ फीर हम सबके साथ ही नीकल जाना
तारा : ठीक हे आप इतने प्यारसे केह रहे हे तो रुक जाती हुं समज गयेनां
में : (खुस होकर) जी समज गया आप ओर आंटी को तो फेक्टरीके गेस्टहाउसमें ही रुक जाना चाहीये था खामखा इधर आगइ
तारा : (कामुक आवाजमें) तो आपको पहेले बोलना चहीयेना हम जरुर रुक जाते कोइ बात नही हमें ओर कोइ मोका मीलजायेगा वेसे आपसे अेक बात कहेनी थी
में : हां हां बोलोनां क्या बात हे
तारा : आपके भाइका फोन आयाथा हमारी जो बात हुइथी इसके कारण सारीका डिवोर्स ले रहीहे वो तो बहुत खुस हे ओर आपका शुक्रियाभी अदा कीया हे ओर हमारी दिवुकी भी बात उसने की हम हिमाचल जाके आप दोनोकी सादी बडी धुमधामसे करना चाहते हे
में : (हसकर) चलो अच्छा हुआ अब आप तीनोकी जींदगी केसे सवर जायेगी देखनां
तारा : बस अब जल्दीसे आप काजल लता ओर सगुन का कल्याण करदे
में : बस तारा सीर्फ अेक महीना रुकीजा फीर सब ठीक हो जायेगा हमे सीर्फ वहां जानेकी देर हे जेसे हम वहां पहोंचे सब हो जायेगा
तारा : राज अब आपके बगैर रहेना मुस्कील लगता हे में ओर मीराभाभी यहां लास्ट वाले कमरे में हे टाइम मीलेतो आजाइयेगा
में : क्या तारा अगर हमे कीसीने देखलीया तो कबाडा हो जायेगा जरा सबर करले
तभी मेरी सासुमा हमारे पास आकर बेठ गइ ओर कहेने लगी
बा : देवर भाभी क्या बात कर रहे हो
में : कुछ नही बा भाभी अभी अहेमदाबाद जानेकी बात कर रही हे तो में उसे दो दीन बाद जानेका केह रहा हुं
बा : हां तो इसको कोन जाने देगा इसे अभी यहां कुछ दीन ओर रोक देगे
तारा : (हसकर) अरे दो दीन बहुत हे समधनजी मुजे भी वहां कुछ काम नीपटाना हे
तभी सब घर देखकर वापस होलमें आगये ओर सब बेठ गये तभी अंजु आइ ओर मुजे हाथ पकडकर लेगइ फीर मुजे सब दीखाने लगी फीर मुजे अेक कमरेमे ले गइ ओर दरवाजा बंध करके मुजसे लीपट गइ फीर मुजे पागलोकी तराह चुमने लगी फीर मुजसे अलग होकर कहा
अंजु : जानु हम सब यहां सोयेगे में अभी दो बेड साथमें लगवा देती हुं
में : रहेने दो अंजु यहां इसकी कोइ जरुरत नही हे हम अेडजेस्ट कर लेगे
अंजु : (हसकर) जरुरत क्यु नही हे आपको नही पर हमे तो हे अब तो आदत पड गइ हे हम आपके बीना नही सो सकती हां इधर आप हमारी चीखे मत नीकलवाना वरना सब दोडके आजायेगे (कहेकर हसने लगी)
तभी दरवाजा खटखटा तो अंजु ने दरवाजा खोलदीया तो नेनु ओर दिवु थी दोनो अंदर आगइ तो नेनु हसकर कहेने लगी
नेनु : क्या आप दोनो इधर सुरु हो गये ध्यान रखना सब बहार हे
दिव्या : जीजु कभी हमारी दीदी की बात मान लीया करो, थोडा कंटड्ढोल करलो
में : चुप कर बंदरीया जब तेरी बारी आयेगीनां तब ये भासण देना
दिव्या : (सरमाके) क्या जीजु आपभी कुछभी बोलते हे
कहेके वो बहार दोडके भाग गइ तोहम तीनो हसने लगे तब नेनुभी मुजसे लीपटकर कीस करने लगी फीर हम अलग होगये ओर बहार आके सबके साथ बेठ गये तो दिवु मुजे देखकर सरमाके हसे जा रही थी ओर मुजसे नजरे चुराने लगती थी तभी राजन ओर महेश सबके लीये नास्ता लेकर आगया तो अंदरसे सोनु कमला ओर काजल चाइ लेकर आगइ सब ने चाइ नास्ता कीया फीर धारा अंजु ओर दिव्या मीलकर मीटींग की पुरी तैयारीया करने लगी तभी सुनीलजीका फोन आगया तो में उसे बात करने लगा
में : हां बडेभैया केसे हो आप
सुनील : भाइ मेंतो ठीक हुं सुना हे कल डेलीगेशन आ रहा हे डील फाइनल करने
में : जी भाइ इसीलीये हम सब आज राजकोट फेक्टरीमें आये हे हमे पुजा भी करनी थी ओर कल सब आ रहे हे तो फाइनल कर देगे
सुनील : इसीलीये फोन कीया हे आपको कोइ अनुभव हे पहेले कभी अेसा कीया हे?
में : नही भाइ दिव्या ओर धारा हे तो थोडी आसानी रहेगी वो सब तैयारीया कर रही हे
सुनील : पता हे दिवुका ही अभी फोन आयाथा इसीलीये आपको फोन कीया, अेक काम करो में अभी नीकलता हुं हम कल सुबह आपसमें चर्चा कर लेगे अगर आपको अेतराज ना होतो, में साथ रहुगा तो आसानी रहेगी उसको हेन्डल करने में
में : मुजे क्या अेतराज हो सकता हे आप तो हमारे बडे भाइ हो ओर येतो खुसी की बात हे आप आजाइअे फटाफट हम अभी आपके समधीजी के यहां रुके हे
सुनील : (हसकर) मेरे ससुरजी नही केह सकते थे? ठीक हे में अभी अेक घंटेमें यहांसे गाडी लेकर नीकलता हु ओर रीटर्न में आपकी भाभी को भी साथ लेजाना हे ओके
फीर उसने फोन काट दीया ओर दिवु के पास चला गया जो वहां तीनो मीलकर महेश के पी.सी. पर काम कर रही थी तो मुजे देखकर दिवु कहेने लगी
दिव्या : जीजु अब आप अेक लेपटोप लेलो
में : पहेले हमारे ओफीस में कुछ देखा हे वहां हेकी नही
अंजु : हां हमने सब देखलीया हे यहा हमे सबकुछ नया लेना पडेगा
में : ठीक हे में अभी जाके लेके आता हुं पांच लेपटोप लेलु ओर तीन प्रीन्टर
दिवु : आमदानी अठनी ओर खर्चा रुपैया, कोइ जरुरत नही हे अभी सीर्फ दो लेपटोप ओर अेक ही प्रीन्टर चाहीये समजे
में : जी साहीबा, डांट तो अेसे रही हे जेसे मेरी बीवी हो
इतना कहा तो सब हसने लगी तो दिवुने सरमाके हसदीया ओर मुजे मुका मार दीया फीर में वहांसे चला गया ओर बहार महेश के पास जाके कहा
में : महेश चल मेरे साथ कुछ सामान लेना हे लेपटोप ओर प्रीन्टर
महेश : हां चलो जीजु मेरा फे्रन्ड ही बेचता हे हम वही चलते हे
फीर में ओर महेस बाइक लेकर सीटी में आये फीर हमने सब खरीद लीया ओर महेश सब लेकर रीक्सामें बेठ गया ओर हम वापस घर आगये ओर सब लेकर में वो तीनो के पास चला गया तो तीनो देखकर खुस हो गइ तो मेने दिवु को थेन्कस कहा तो उसने कहा
दिव्या : अब मेने क्या कीया जीजु जो मुजे आप थेन्कस केह रहे हे
में : सुनीलभैया अभी अहेमदाबादसे नीकल रहे हे तुने बात कीथीनां उसे इसीलीये
दिव्या : व्होट.. पापा आ रहे हे, तो जीजु समजो आपका डील कल पका फाइनल होकर ही रहेगा आप उसे सब समजा देना कीतने में फाइनल करनी हे वगेरे ओके, अभी नीकलेगे तो रात १० बजे तक आजायेगे तब तक हम भी सब पेपर तैयार करके रखते हे
तभी काजल मुजे बुलाने आगइ तो में उसके साथ जाने लगा फीर वो सब काम करने लगी में काजल के पीछे जा रहा था तो मुजे वो अेक रुम में ले गइ ओर उसने दरवाजा बंध करलीया ओर आके मुजसे लीपट गइ ओर कहेने लगी
काजल : जीजु आपने बहुत तडपाया हे मुजे आप अपना वादा भुल तो नही गये
में : नही काजु हम सब हिमाचल जाके वो काम करेगे ओके में कुछ नही भुला
फीर काजलने मेरे होंठ चुमलीये फीर हम दोनो वापस तुरंत बहार आगये फीर में होलमें जाके बेठ गया फीर रात को सबनें डीनर कीया फीर थोडी देर बेठके में बहार आया तो राजन महेश ओर अजय बेठे थे फीर हम चारो लटार मारने नीकल गये जब वापस आये तब सुनीलभैया आ चुके थे वो मुजे गले मीले फीर हमने थोडी बात चीत की ओर हम कल फेक्टरी जायेगे कहेकर सोने चले गये फीर सब सोने जाने लगे तभी अंजु मुजे लेकर अेक रुम लेगइ तो वहां दो बेड जोडकर अेक बडा बेड था मेरी सब बीवीया उधर ही लेटी थी फीर में सबके साथ अेक अेक राउन्ड लगाके सो गया
कन्टीन्यु.......