ये केसी अनुभुती
अपडेट - ११०
फीर हमारे बीच वापस चुदाइ सुरु होगइ ओर इस बार नीराली मुजसे बडी जोसमे चुदवाने लगी ओर हमारे बीच धमासान चुदाइ हुइ ओर दोनो जड गये उस रात मे ओर नीराली ४ बजे तब चुदाइ करते रहे ओर हमने तीन बार चुदाइ की तो वो थकके चकनाचुर होगइ फीर मे उसे बाथरुम मे लेगया ओर दोनो साथमें नहाने लगे तब वो अेक बार फीर मेरी बाहोमें आके खडी रही तब मेने उसे खडे खडेभी चोद लीया तब उसकी चुत सुजके लाल हो चुकी थी फीर मेने उसकी सीकाइ करदी फीर दोनो बहार आगये ओर उसे कीस करके में दादीके साथ सोगया ओर वोभी नाइटी पहेनकर सो गइ..अब आगे
दादी : बीटु उठ, ओ बीटु उठजा कीतनी देर सोता रहेगी उठ आठ बज गये हें दोनो कीतनी देर बाते कर रहेथे वोभी सोइ पडी हें
तब मेने आंख खोली ओर सुनाकी चाची सोइ पडी हेतो मेने दादीका आथ पकडकर अपने उपर खीच लीया तो वो आकर मुजपे गीर गइ तो मेने कसके दादीको बाहोमें भरलीया तो दादी हसती हुइ छुटनेकी कोसीस करने लगी ओर कहेने लगी
दादी : क्या कर रहा हें छोड दे वो कभीभी जाग सकती हें तो क्या सोचेगी बीटु समजता ही नही हे तु छोड मुजे हम बादमें मोका मीलातो देखेगे
में : केशु वोतो सोइ पडी हें कुछ नही होगा ओर रातमेभी आप घोडे बेचके सो गइ थी
दादी : (हसकर) अरे मेतो थक गइ थी तो नींद आगइ अब तो छोड वो जाग जायेगी
में : क्या केशु तुमभी उससे डरती हो देखना अेक दीन उसके सामने तुजे चोदुगा
दादी : बदमास केसा बोलता हें तु सरम नही आती, उसके सामने करेगा तो उसकी क्या हालत होगी, फीर तुजे उसेभी ठोकना पडेगा वोभी बरसोसे प्यासी हे जबसे मेरा बेटा मर गया तबसे प्यासी हे तो वो नही रेह पायेगी ओर तुमसे चुदवा लेगी
में : केशु अगर आप कहोगीतो उसेभी चोद लुगा तो फीर आपको बुरा नही लगेगा?
दादी : राज तु ओरतोका दुखतो भली भांती जानताही हें उसमे बुरा क्या लगना वेसेभी वो खुबसुरत हे अभीभी जवान दीख रही हें कहेतो बात करु हें..हें..हें..
में : क्या केशर सुबह सुबह मजाक कर रही हो चलो मुजे आपसे प्यार करना हें
दादी : अभी नही वो १० बजे सोपींग के लीये जाने वालीहें तब प्यार कर लेना, वरना हमारा दो दीनका हनीमुनतो हेही तब सारी कशर पुरी कर लेना तब तो मेभी तुजे छोडने वाली नही हुं हें..हें..हें..
फीर में उठ गया ओर दादीको बाहोमे भरके होंठ चुम लीया ओर नहाने चला गया फीर आके तैयार होगया तब तक दादीने चाचीकोभी उठादीया था तो वोभी नहाने चली गइ थी फीर हम होलमें आके सोफे पर बेठ गये तब चाची कीचनमें चाइ नास्ता बनाने लगी तब दादी मेरे साथ बेठ गइ ओर मेरी ओर देखकर हस रही थी
में : दादी फीर आपने क्या डीसाइड कीया इधर रुकना हेकी इन्डीया चले जाना हें
दादी : हम इन्डीया ही चले जाते हें वहा कोइ होटेलमें रुक जायेगे
में : दादी वो मेने अेरेन्ज करके रखा हें वोभी अेक सरप्राइज हें
दादी : चलो तब ठीक हें में नीरालीसे कहेकर टीकीट बुक करवालुगी
में : दादी में चाचीसे बात करके बताता हुं कहाकी टीकीट बुक करनी हें
तभी चाची चाइ नास्ता लेआइ ओर हम तीनो चाइ नास्ता करने लगे तब चाची मेरी ओर देखकर सरमाके हस रही थी
में : चाची कल सुबहकी हमारी बोम्बेकी टीकीट बुक करलो
नीराली : पर आपकोतो सीधे गुजरात जाना हेना तो अहेमदाबादकी क्यु नही करनी
में : चाची महाराष्टड्ढमें हमारी तीन फेक्टरीया हें तो वहा हमारे पार्टनरको बुला लीया हें उसे मीलकर हम सीधे वहीसे राजकोट चले जायेगे
नीराली : ठीकहें में बोम्बेकी बुक करती हुं, मामी मेभी इधर अकेली बोर होजाती हु सोचतीहुं अब इन्डीया आजाउ क्या कहेती हें आप? (मेरी ओर देखके कातील स्माइल करने लगी)
दादी : तो मेतो कबसे केह रहीथी की आजा पर तुही नही मानती थी आजा वो तेराही धर हें भलेही मेरा बीटु वहाके राजा हे पर तेरे लीये वो हमेसा राजही होगा क्यु बीटु?
में : हां दादी वो महेलपे आजभी चाचीकाही हक हें भलेही सब मेरे नाम करदीया असली हकदार आप ओर भाइही हें
नीराली : (नम आंख करके) मामी आपने सचमे सही हाथोमें महेलकी कमान दी हे मुजेतो लगताही नहीकी ये आपकी बहेनका पोता हें मुजेतो मेरा देवरही लगता हें जेसे इसने आपकी कोखसे जन्म लीयाहो, राज आप मुजे चाची नही भाभी कहोगे तोभी चलेगा
दादी : (हसकर) हां ये तेरा देवरही हें ओर तेरे साथ मजाक भीतो देवर जेसा करता हें देखा नही तुजसे सादी करना चाहता हें हें..हें..हें..
नीराली : (हसते) तो मामी करदोना मेरी सादी इनसे, अेक बीवी ओर सही हें..हें..हें..
दादी : तबतो तुजे उधर उनके साथ रहेनेके लीये आना पडेगा तोमें सादी करा दुगी हें..हें..हें..
में : क्या दादी देखना ये सचमुच आजायेगी फीर मेरी सब बीवीया क्या कहेगी हें..हें..हें..
दादी : तो क्या हुआ तेरी सब बीवीयाभी तेरे बारेमे सब जानती हें ओर तुजे आज तक कीसीने मना कीया हे क्या? जो इसे मना करेगी हें..हें..हें..
नीराली : (मोका देखकर हसते) तबतो मामी मेरी सादीकी तैयारी करही दो में सचमें आजाउगी हें..हें..हें..
दादी : (नीरालीका हाथ पकडते) तो आजानां में वादा करतीहुं सचमें करा दुगी, ओर में मजाक नही कर रही हुं नीरु तु चाहेगी तो सचमें राजसे सादी कर दुगीतो तेरीभी जींदगी मीराकी तराह सवर जायेगी बोल करेगी मेरे बीटुसे सादी
नीराली : (सीरीयस होते) मामी मेतो मजाक कर रही हुं आपतो सीरीयस होगइ
दादी : हां नीरु मुजसे तेरा ये अकेलापन नही देखा जा रहा बेटी तु आजा में सच केह रही हुं ओर तेरी सादीभी इनसे करवा दुगी मेरा बीटु तेरा बहुत खयाल रखेगा प्लीज.. मानजा में सचमें सादी करा दुगी (मेरी ओर देखके) बोल बीटु करेगाना मेरी इस बच्चीसे सादी? मे मेरी इस बेटीका हाथ तुजे देना चाहती हुं प्लीज हां कहेदे..
नीराली : मामी प्लीज, रुपेश काम्या क्या सोचेगे, मेभी उधर आना चाहती हुं पर ये दोनोको क्या कहुगी?
दादी : अब वो दोनो बडे ओर समजदार होगये हें ओर में उन दोनोको जवाब देदुगी वो दोनो भलेही इधर रहे कमसे कम तेरी जींदगीतो सवर जायेगी तु अब अपनी सोच दुसरोकी नही, क्या अेकबारभी तुजसे पुछा हेंकी तु क्या चाहती हें ओर देखा नही में यहा आइतो केसे चला गया मानो उसको हमारी कोइ पडीही नही हे उसे बस अपने कामकी पडी हें ओर उसे सीर्फ पेसा बनाना हें ओर कुछ नही, नीरु ज्यादा मत सोच थामले मेरे राजका हाथ मुजे पता हें वो अेक बार तेरा हाथ थाम लेगातो जींदगीभर नही छोटेगा, ओर क्या पता उसकी १६ रानीओमेंसे अेक तुभी हो
नीराली : तो क्या अब तक १६ रानी नही आइ?
दादी : नही कुछ बाकीभी हे जो उसकी जींदगीमें अभी तक नही आइ, तु अेक बार सोचले
नीराली : मामी इस बारेमे हम बादमें बात करेगे मुजे थोडा टाइम चाहीये, अब आप बाते करो में दो घंटेमें सब सोपींग करके आती हुं, राज क्या आपको चलना हें साथ?
दादी : हां हां लेजा उसको, वोभी सब यहाकी सीस्टम देख लेगा
में : (दादीकी ओर देखकर) दादी पर..
दादी : (मुजे इसारा करते) अरे जाना में केह रहीहुना चल जा में इधर ही हुं
तब नीराली कीचनमें बर्तन रखने चली गइ तब दादीने धीरेसे कहा
दादी : रे जाना में केह रही हुं हमतो हनीमुन मनानेही वालेहे तो इसके साथ बात करना ओर उसे बात करके पटाले में केह रही हुना जा (हसते हुअे आंख मारदी)
में : (हसते) ठीक हें दादी जा रहा हुं
फीर में ओर नीराली कारमें आके बेठ गये ओर कार जाने दी तब मेने नीरालीकी ओर देखातो वो मेरेही सामने देखकर मु्सकरा रहीथी जेसेही हमारी आंखे मीली हम दोनो जोरोसे हसने लगे फीर दोनोने लीप कीस कर लीया तब नीरालीने कहा
नीराली : क्यु पतीदेव हो गइना सेटींग, केसे मामीको लपेटलीया, वेसे मामी बहुत भोली हें उसको क्या मालुम उसकी बहु उसके पोतेके साथ सुहागरातभी मना चुकी हें, वेसे राज रातमें बहुत मजा आया वो मेरी जींदगीकी बेस्ट अेक यादगार हसीन रात थी में इसे कभी नही भुलुगी थेन्कस मजनुजी हें..हें..हें..
में : नीरु मुजे लगता हें अब हमारे रीस्तेको छुपानेकी जरुरत नही पडेगी ओर तुअब खुलके मेरी जींदगीका हीसा बनेगी तु देखना मेरी सब बीवीयाही हमारी सादी करवायेगी
नीराली : (हसकर) क्या सचमें? आप ये यकीनसे केसे केह सकतेहो?
में : दादीकी वजहसे वो जातेही पहेले नेनुसे बात करेगी अगर नेनुने परमीशन देदीतो समजलो सबने परमीशन देदी फीर वोही सब हमारी सादी करा देगी, ओर होसकता हें नेनुका फोनभी आपको आयेतो उसे बात करलेना ओर बुहत ना नुकुर मत करना समजी रानीसाहेबा हें..हें..हें..
नीराली : (हसते) ठीक हें, में बात करुगी राज मेरा सपनातो फटाफट पुरा होजाता हें में सोचती हुं ओर होजाता हें पहेले आपको देखा तो प्यार होगया ओर आपने मेरा प्यार स्वीकार करलीया फीर कल रात आपने सादीकी बात कीतो मेने सोचाकी कीतना अच्छा होगा मेरी सादी आपसे हो ओर आज मामीसे सामनेसे केह दीया आइ अेम सो हेपी में बहुत खुस हुं लव यु राज लव यु सो मच मु..हां..
में : (हसकर) लव यु टु बेबी, बस अेक बार उधर आजा, फीर तुभी मेरी रानी होगी ओर हमारा बच्चाभी होगा
नीराली : (सरमाके हसते) क्या..? बच्चाभी होगा? क्या वो सब अब मुमकीन हें?
में : में इस बारेमे ज्यादा नही कहुगा, तुजे पताहें मीरा तेरीही उमरकीहें ओर सीइस प्रेगनेन्ट
नीराली : (हसकर) व्होट.. क्या सचमें?
फीर मेंने इनको बाबा वाली सारी बातइकी मेरी जींदगीमें कीतनी ओरते आयेगी सबकुछ बता दीया तो सुनकर हसते हुअे बडी हेरान होगइ फीर उसने मुजसे पुछलीया
नीराली : (हसकर) तो अब तक आपने कीतनी ओरतोको प्रेगनेन्ट कीया हे?
में : (हसकर) नेनु जसु धारा मीरा ओर अंजु पांच मेरी बीवीया ओर सात दुसरी ओरत
तब नीराली जोरोसे हसने लगी, तब मोलभी आगया तो दोनो कार पार्क करके अंदर चले गये ओर नीराली घरका सब जरुरी सामान लेने लगी तब में अंडर गारमेन्टकी सोपपे चला गया ओर नीरालीके लीये दो टड्ढान्सपरन्ट ब्रा पेन्टीका सेट लेलीया फीर अेक घुटने तककी टड्ढान्परन्ट नाइटी लेली
ओर सब पेक करवाके अेक सारीके सोरुममें घुस गया ओर दो मेरी पसंदकी महेंगी सारी खरीद ली फीर बहार आगया फीर मेने अेक सोनेकी रींगभी खरीदली जो मेने जेबमें रखली फीर बहार आयातो नीराली मुजे ढुंढ रही थी मुजे देखतेही मेरी ओर दोड पडी ओर मेरे हाथमें इतनी बेग देखकर कहेने लगी
नीराली : इतनी सारी सोपींग कीसके लीये की?
में : मेरी होने वाली बीवीके लीये ताकी वो खुसीसे मुजसे सादीके लीये हां कहेदे
नीराली : (हसते) कोन मुर्खहे जो आपसे सादीके लीये ना कहेगी हें..हें..हें..
में : हे अेक अकडु जो अभी मेरी दादीसे ना केह रही थी
नीराली : (हसकर) अेय में अकडु नही हुं समजे, ओर नाही मेने मना कीया हें वोतो मामीको मनानेके लीये थोडा नखरा कर रही थी, क्या ये मेरे लीये हें?
में : हां सीर्फ मेरी इस खुबसुरत सेक्सी बीवी केलीये मेरी ओर से गीफ्ट
कहेके मेरे सब नीरालीको देदीया तो नीरालीने घर जाके देखनेको कहा तो मेने अकेलेमे देखनेको कहा तो वो सरमा गइ ओर गरदन हीलाके हां कहेने लगी फीर हम अेक रेस्टोरामें गये ओर दोनोने आइसक्रिम मंगाली तो मे उसे मेरी स्टाइलसे खीलाने लगा ओर सोनु ओर मेरी स्टोरी सुनादी तो उसके हस हसके आंसु नीकल आये फीर उसनेभी मुजे अेसेही खीलाया फीर हम घरकी ओर नीकल गये तब कार चलाते मेरी ओर देखकर हसतेही जा रही थी तब उसने कहा
नीराली : राज में चाहती हुं मामीको आजही बतादुकी में राजसे प्यार करती हु ओर सादीके लीये राजी हुं
में : क्यु अचानक क्या हुआ? तुजेतो कुछ सोचनेका टाइम चाहीये थानां?
नीराली : (हसकर) सोचलीया अब कोइ टाइम वेस्ट करना नही चाहती में जल्दसे जल्द आपसे सादी करना चाहती हुं, अब आपसे दुर रहेना मुस्कील होगा लव यु जानु
में : लव यु टु नीरु, जाके बतादे दादीको हम दोनो अेक दुसरेसे प्यार करते हें
फीर दोनो घर आगये ओर सब सामान लेके अंदर आगये तब नीराली मेरी दीहुइ बेग लेके अपने रुममें चली गइ फीर दोनो फ्रेस होके दादीके पास आगये तब दादीने कहा
दादी : बीटु यहाकी मार्किट देख आया सब केसा हें हमारे जेसाहे की अलग हें?
में : दादी अब वहाभी अेसाही हें आप कभी उधर मोलमें नही गइनां इसलीये आपको अलग लगता हें, (हसकर) हां अेक फायदा हुआ, आकी बहुने मुजे आइसक्रिम जरुर खीलाया
दादी : अरे मेरी बहु अपने पती..आइमीन, अपने देवरके लीयेतो इतना तो करेगीनां
में : दादी आपसे अेक बात करनी थी, मेरे ओर नीरुके के बारेमें
दादी : (खुस होके) हां हां बोल क्या बात करनी हें?
में : दादी में आज आपकी नीरुका हाथ मांगता हुं में ओर आपकी बहु, अेक दुसरेसे प्यार कर बेठे हें क्या आप सचमें हमारी सादी करवा देगी?
नीराली : हां मामी, मुजे सचमें राजसे प्यार होगया हें ओर में इनसे सादीके लीये राजी हुं
दादी : (खुस होके) अरे मेतो कबसे केह रही हुंकी सादी करलो तु नखरे कर रहीथी मेतो कहेतीहुं तु हमारे साथही चल वहा जातेही तुम दनोकी सादी करवा दुगी
कहेके खडी होगइ ओर नीरालीको गले लगालीया फीर मुजेभी साथमें गले लगा लीया ओर दोनोके सरको चुम लीया फीर दोनोके हाथ पकडकर सोफेपे बेठ गइ ओर हम दोनोकोभी आस पास बीठा दीया ओर दादीने नीरालीसे कहा
दादी : बेटा आज तुने मुजे इतनी खुसी दीहेकी क्या कहु, बोल कब आरही हें इन्डीया?
नीराली : (सरमाके हसते) मामी आप अेक बार नेनु से बात करलो वो कहेगी तो में आजाउगी, अब देर नही करुगी ओर फीर उधर सब आपकोही बात सम्हालनी हें
दादी : अरे तु इसकी फीकर मत कर में सब सम्हाल लुगी बस तु आजा, ओर सुन आजसे मे तेरी मामी नही हुं समजी, तुजे में बहु नही मेरी बेटी बनाके रखुगी अब मेही तेरी मम्मी हुं अेक मेरी मीरा ओर दुसरी तु, मेने मीराकोभी गोद लीया हें ओर मे तेरी सादी हमारे पुर्खोके मंदिर मेही करा दुगी बस तु अेक बार वहा आजा
फीर क्या था में नीरालीके सामने नीचे घुटनेके बल बेठ गया ओर नीरालीका हाथ पकडकर जेबसे अंगुठी नीकाली ओर उसकी उंगली में पहेना दीया तब नीरालीकी आंख नम होगइ तब उसनेभी हसके अपने पीछेसे अेक डीबी नीकाली ओर उसमेसे अंगुठी नीकालकर मुजे पहेना दीया तो मेने उसे खडा कर दीया
ओर दोनोने दादीके पाव छुअे तो दादीभी आंखे नम करके दोनोको आशीर्वाद दीया ओर खडी होके दोनोको सीनेसे लगा लीया ओर बारी बारी दोनोके गाल चुम लीये फीर कहा
दादी : अच्छा तो दोनो पुरी तैयारी करके ही आये हो हें..हें..हें..
नीराली : नही मामी..ओह.. सोरी.., नही मम्मी मेने इनको ज्वेलरी सोपमें अंगुठी खरीदते देख लीया तबही में समज गइथी ओर फीर इनके नीकलतेही मेनेभी खरीद ली हें..हें..हें..
दादी : बीटु अब मेरी इस बेटीका खयाल रखना आजसे इनकी सब जीम्वेवारी तेरी हें
में : हां दादी, वेसे थेन्कस, इतनी खुबसुरत ओर सेक्सी बेटी देनेके लीये हें..हें..हें..
दादी : (हसकर मुजे मुका मारके) बदमास, मेरी बेटीको सेक्सी केह रहा हें मारुगी तुजे
तब नीरालीभी सरमाके मेरी ओर तीरछी नजरसे देखकर हसने लगी फीर सरमाके
नीराली : (सरमाके हसते) मम्मी में जा रही हुं खाना बनाने आप दोनो बाते करो
कहेके वो मेरी ओर देखकर हसते हुअे कीचनमें चली गइ फीर में ओर दादी सोफेपे साथमें बेठ गये तब दादी मेरी ओर देखकर हसने लगी ओर मेरे पैरपे हाथ रखकर कहा
दादी : राज तु खुसतो हेना? क्या में नेनुसे बात करलु की उधर जाके बताउ?
में : नही दादी अभी नही, पहेले में बात करुगा फीर आप कर लेना, वेसे दादी नीरुके मम्मी पापाभी उधरही हेना, वोतो कुछ नही कहेगेनां?
दादी : नही बीटु जब मेरा बेटा इनको लेके इधर चला आया तब वो तेरे दादासे खुब जगडा करके गये फीर उसने हमसे ओर नीरुसे सब रीस्ता तोड दीया ओर आज तक हमारे सबंध नही हें, इसी लीयेतो नीरु मुजे मां मानती हें अब तु बेठ में बाथरुम जाके आती हुं
में : (हसते) दादी मेभी साथ चलु, चलोना दोनो अंदर अेक राउन्ड करके आते हें हें..हें..हें..
दादी : (धीरेसे) बदमास.., कोइ जरुरत नही हें, राज नीरुके सामनें कभी गलती कत करना
कहेके वो उठके बाथरुम में चली गइ तो मेभी उठके कीचनमें चला गया तो नीराली आटा गुद रहीथी तोमे पीछे जाके उससे दोनो हाथ कमरमें डालके पीछेसे बाहोमें भरलीया ओर उसके कंधेपे सर रखकर उसके गाल चुम लीया तब उसने अेक हाथ उपर उठाकर मेरे सरको सहेला दीया तो आटा मेरे सरमें चीपक गया वो मुजे पताही नही चला
नीराली : हाये..मेरा बेबी..प्यार करना हें मुजसे? अभी नही मम्मी देख लेगी आप रातको जी भरके प्यार कर लेना आजभी मम्मीको सुला दुगी हें..हें..हें.., पर आप इधर क्यु आये मम्मी होलमें नही हें क्या?
में : नही डार्लींग वो बाथरुम गइ हें तो सोचा मेरी बीवीसे थोडा प्यार करलु, ओर अबतो उससे क्या डरना उसके सामनेही हमने सगाइ करली हें तो तु डर मत समजी
नीराली : डर नही रही हुं, पर उसके सामने बहुत सरम आरही हें हम बादमें प्यार करेगेनां मेरा अच्छा बेबी हें..हें..हें..
तभी कुछ आहट हुइतो में दोडके बहार भागके सोफे पर बेठ गया तो नीराली जोरोसे हसने लगी ओर मेरे सामने देखके अपनी जीभ नीकालके मुजे दीखाने लगी तभी दादी आगइ ओर मेरे साथ बेठ गइ ओर जेसेही मेरे सामने देखा जोरोसे हसने लगी
दादी : बदमास में थोडी देर अंदर गइ तो मेरी बेटीसे प्यार कर आया हें..हें..हें..
में : (हडबडाके) नही दादी मेतो इधरही बेठा हुं कही नही गया, पुछलो अपनी लाडली को
तब दादीने मेरे बालोमें हाथ डालकर आटा साफ कर दीया फीर हाथ मुजे दीखाके हसने लगी तो में खुब सरमाया ओर हसने लगा तब नीरालीभी सब तमासा देखकर सरमाके हसने लगी तभी नेनुका फोन आगया तो मेने उठालीया ओर बात करने लगा
में : अरे डार्लींग अपने पतीकी याद आखीर आही गइ, बोल केसीहे तु ओर तेरी सब सौतने
नेनु : ठीक हुं जानु अभी अभी में दिवु जसु ओर मायादी सब साइट देखने गयेथे फीर बाबाके पासभी गये थे, अब वापस आके फोन कर रही हुं, जानु अंजुका फोन आया था उसके बापुजीनें दो दीनसे खाना पीना छोड दीया हें तो हम सब कल जा रही हें ओर आपभी आके सीधे उधरही चले आना इधर माधवी ओर मनीषाको सब समजा दीया हें ओर दादा भीतो इधर हें तो सब सम्हाल लेगे ओर बाबा नेभी कहाकी उसका टाइम खतम होगया हें ओर कुछ दुसरी बातभी की तो आपको फोन कर दीया
में : तो बाबाने ओर क्या कहा कुछ कहा क्या? ओर धारा आ रही हेकी नही
नेनु : हां आ रही हें माधुने कहाकी अपी कोइ धुमने फीरनेमे दीकत नही हें, दादी कहा हेें उसे मेरी बात करवाओ मुजे उनसे कुछ कहेना हें (फीर फोन दादीको दीया तो)
दादी : हां बोल बेटी, क्या समधीजीकी तबीयत बहुत खराब हें?
नेनु : हां दादी हम सब कल जारहे हें, ओर सुनो में बाबासे मीलके अभी आइ हुं तो उसने मुजे कहाकी अब अेक ओर रानी मील गइ हें ओर तेरे पतीके संपर्कमेभी आगइ हें जो १६ मेसे हें, दादी क्या आपको मालुम हे, वो कीसी लडकीसे मीले हें? कोन हें वो ओर केसी हें?
दादी : (हसकर) अरे सांत बेटी सांत, हां वो उनसे मील गइ हे ओर बहुतही अच्छी हें बीलकुल तेरे जेसी, ओर कुछ नही बताउगी तेरे लीये ओर सबके लीये सरप्राइज हें
नेनु : (हसकर) दादी प्लीज बताओनां कोन हें वो, क्या वो युके से ही हें?
दादी : (हसते) हां वो यहाकी हें, ओर कुछ नही बताउगी वो जब उधर आयेगी तब देख लेना हें..हें..हें..
नेनु : ठीक हे दादी उसे कहीये जल्द आजाये हम सब देखनेके लीये वेइट करेगे अब आपके बेटेको दीजीये ओर हां हमसब कल राजकोट जा रही हें ओर इधर माधु ओर मनु रहेगी
दादी : ठीक हे वेसे दिवानजी हेतो कोइ दीकत नही ले बात कर बीटुसे (दादीने फोन दीया)
में : हां नेनु बोल क्या कहेना हें
नेनु : जानु प्लीज आप बताइअेना वोकोन हें, मेरे अच्छे बाबु होना आप प्लीज..प्लीज..
में : नही मतलब नही दादीने क्या कहा सुना नही? तु मुजे दादीसे मार खीलवायेगी, चल रखता हुं ओर हम दो दीन बाद सीधे वही आयेगे ओके मुं..हां...
कहेके फोन रखदीया तो दादी हसने लगी तब अंदरसे नीरालीकी आवाज आइ
नीराली : मम्मी कीसका फोन था कही नेनु दीदीका तो नही था?
दादी : हां उसीका फोनथा ओर सुन तेरे लीये खुस खबर हे, उसनेभी हां केहदी हें ओर नीरु तुजे पता हें बाबाको तेरे बारेमें वहा बेठकर पता चल गया हें ओर तु इनकी १६ रानीओ मेसे अेक हें
नीराली : (हसते) क्या..वहा उसे केसे पता चल गया? ये वही बाबा हेने जो आप बता रहेथे
में : हां नीरु ये वही बाबा हें तु चल हमारी सादीके बाद इनकाभी हमे आशीर्वाद लेना हें ओर अबतो नेनुने हा केहदी हे तो तुमभी चलोना हमारे साथ
नीराली : हां अबतो आनाही पडेगा वेसे में सब रुपेश काम्यासे सब सोपके फीर उसे बात करके आउगी बस अेक हप्ता वेइट करलो फीर हमेसाके लीये आपके साथ आजाउगी
दादी : ठीक हें पर तु रुपेश काम्याको इस बारेमें अभी बात मत करना वरना बखेडा हो जायेगा जब उधर जाके दोनोकी सादी करदु फीर तु बता देना समजी फीर कहा कभी इधर आना हें सीर्फ घुमने आना अपनी पतीके साथ हें..हें..हें..
नीराली : (सरमाके हसते) क्या मम्मी आपभी.., चलो जाओ दोनो फ्रेस होकर आओ में खाना लगाती हुं
दादी : अरे बीटु चल देख तेरी होने वाली बीवीनेतो फटाफट खाना बनालीया हें..हें..हें..
फीर दोनो फ्रेस होगये ओर हम तीनो खानेपे बेठ गये तब दादीनें मुजे नीरुके साथ बीठाया तब नीरालीने सबको परोसा ओर हम खाने लगे तब मेने पहेले दादीको फीर नीरालीको खीलाया तब नीराली बहुत सरमाइ फीर दादीके कहेने पर उसनेभी मुजे खीलाया तब दादीने हमारे खानेकी पुरी कहानी बतादी
की केसे हम अेक दुसरेको खीलाते हें तो सुनके नीराली खुस होगइ फीर हमने खाना फीनीस कीया तब दादी अपने रुममें आराम करने चली गइ तब नीराली सब काम करने लगी तब तक में उसे देखता रहा तब वोभी हसते हुअे मुजे देखकर बाते कर रही थी फीर मेरे साथ आके बेठ गइ
नीराली : राज प्लीज आप कुछ दीन ओर रुक जाइअेना फीर हम दोनो साथमें इन्डीया चले जायेगे प्लीज में मेरे होने वाले पतीके साथ जाना चाहती हु
में : नही नीरु तु जानती हें वहा अंजुके पीता यानी मेरे ससुरने खाना पीनाभी छोड चुके हें
नीराली : ये वही अंजुदी हेना जो आपकी टीचरथी ओर ये प्रोजेक्टभी आपको उसीने दीयाथा नां?
में : हां नीरु ये वही हें, ओर मेरी खास तीन रानीयाथी जो इनके साथही ये मंदिरकी प्रतीस्ठा होने वाली हे उनमेसे अेक अंजुभी हें
नीरु : हां इसके बारेमे हमने बहुत कुछ सुनाथा, ओर आखीर वो राजा आपही नीकले, राज में बहुत खुस हुं क्यु पता हे? मेभी उसी राजाकी रानी हुं आइ लव यु राज
में : लव यु बेबी, नीरु तेरे बारेमें बताना तु कब चाचाके सम्पर्कमें आइ ओर तु सब माधवी ओर मनीषाके बारेमें केसे जानती हें क्या वो तुजे सब पहेचनती हें
नीराली : पता नही पहेचानती हेकी नही, पर जहा तक मेरी बात हे में अक्सर वेकेशनकें मामाके घर जाती थी ओर मामा मामी मुजे बहुत प्यारसे रखते थे वहा स्टेटकी वजहसे हम बहारके सम्पर्कमें कमही रहेते थे तब सारादीन दानेसके साथ टाइम स्पेन्ड करती थी ओर हम दोनो नजदीक आने लगे ओर पताही नही चला दोनो अेक दुसरेसे कब प्यार कर बेठे अेक दीन बातो बातोमें दानेसने मुजे प्रपोज कीया तो मेने हां केह दीया ओर
तब मेरी जींदगीका पहेला कीस करलीया (थोठी देर रुकके)
नीराली : ओर दुसरे दीन दानेस ने जबरदस्तीसे मेरे साथ सरीरसबंध बना लीया फीरतो वहा बहुत कमरे थे ओर ज्यादा तर खालीही रहेते थे तो हम गार्डनमें पीछेसे कीसीभी कमरेमें घुस जातेथे ओर फीजीकल होजाते थे अब हम दोनो कोलेजके फस्ट यरमें थे तब अेक दीन मुजे उल्टीया होने लगीतो मम्मीने देख लीया फीर मुजे सीमला कीसी होस्पीटलमें ले गये ओर सब चेक करवाया तो पता चला में प्रेगनेन्ट होगइ फीर मम्मीके बहुत पुछनेपे मेने सब कुछ सच बतादीया फीर मम्मीने वही हमारा बच्चा गीरा दीया फीर मुजे कभी मामाके घर नही भेजा पर हम दोनो प्यार करतेथे तो कोलेजमें छुप छुप कर मीलते रहे
में : तो चाचु वो दोनोके संपर्कमें कब आये?
नीराली : पकडे गये तबसे मेने दानेसको कभी हाथ तक नही लगाने दीया तो वो सेक्सके बीना पागल होगया था तभी इनके संपर्कमें सुलक्षणादेवी ओर मंजरीदेवी आइ ओर अपनी प्यास उसीसे बुजाने लगा वो बात उसने मुजसे छुपाइ तब उसकी सब हरकत मामाकी नजरमें आगइ ओर उसे लंडन पढनेके लीये भेजनेकी तैयारी करने लगे तब दानेशभी सबसे छुपकर मेरा सब पेपर तैयार करने लगा ओर उसकी टीकीट आइतो साथमें मेरीभी टीकीट उसने बुक करली फीर क्या दोनो इधर चले आये ओर तबसे में इधरही हुं तबतक मुजे पता नही चलाकी वो वहा दो ओरतोकी जींदगीसे खीलवाड करके आया हें
में : तो आपको पता केसे चलाकी वो दो ओरतोकी जींदगीसे खीलवाड करके आये हे?
नीराली : मेने अेक दो बार घरपे मम्मीसे बात करनेकी कोसीसकी तब उसने मुजे बता दीयाकी तु ओर मेरे मायके वाले यानी मेरे मामासे सब रीस्ते तोड दीया हें ओर तु अब हमारे लीये मर चुकी हें तबसे लेकर आज तक मेने कीसीसे बाततक नहीकी बस मामी ओर मामाका फोन आता था ओर अेक दीन मामीने मुजे दानेशकी करतुतके बारेमें बता दीया तभी मुजे दानेकी करतुतके बारेमें पता चला फीर कुछ समय बाद मामा मामीने हमारे रीस्तेको कबुल कर लीया था
में : हं तो ये बात हे तो फीर चाचा केसे गुजर गये ओर वोभी इतनी कम उमरमें
नीराली : राज प्लीज येबात मम्मीको मत बताना वरना उसे बहुत दुख होगा उसको कुछ बीमारी नही थी उसका मर्डर होगया हें क्युकी वो बहुतही घटीया आदमीथा हमारी सरवंट तकको नही छोडता था इतन ठरकी था ओर उसका बहुतके साथ सेक्सयुल रीलेसन था उसके कइ दोस्तथे ओर कीसीभी दोस्तकी बीवीको नही छोडा ओर उसके अेक दोस्तनेही उसका खुन कर दीया
में : तब तु उसे कुछ नही कहेती थी
नीराली : क्या कहेती मेने उसे बहुत समजाया ओर इसे लेकरतो आयेदीन हमारे बीच जगडे होने लगे तब मेरा रुपेशधी ६ सालका होगया था तो में उसे छोडभी नही सकती थी ओर मेरे घर वालोने भी मुजसे रीस्ता तोड दीयातो में बच्चेको लेके कहा जाउ फीर तो आयेदीन मुजपे हाथभी उठाने लगा ओर कइ ओरतोको घर लाने लगा हदतो तब होगइ जब मेरेही सामने दुसरी ओरतोको ठोकने लगा ओर मे उसकी नोकरानी हुं इसी तराह पेस आने लगा में जाउतोभी कहा जाउ, कीसीको फरीयादभी नही कर सकती थी
कहेके वो आंसु बहाने लगी तब मेने उसे बेठेही हग कर लीया तो मेरे सीनेमें सर रखकर रोने लगी तब मेने उसे रोने दीया फीर उसके आंसु पोछ दीये ओर मेरे सीनेसे लगा लीया तब दोनो थोडी देर अेसे ही बेठे रहे फीर मेने उसके चहेरेको दोनो हाथसे पकडा ओर उसकी आंखोमें देखकर कहा
में : नीरु आइ अेम सोरी मुजे नही पताथा की तुने इतने दुख जेले हें हमतो वही समजतेथे की तुमसब इधर बहुत वेलसेट हो सुखी हो, अब तेरे रोनेके दीन खतम में तुजे इतना प्यार दुगाकी तु तेरा सारा गम भुल जायेगी इतना वादातो में तुजे कर सकता हु जा अब हुलीया ठीक करले वरना दादीने देख लीयातो मुस्कील होजायेगी उसकोतो पताही नहीकी उसका बेटा कीतना कमीना था
तब नीराली उठके पलट गइ ओर जेसेही पीछे मुडीतो दादीको हमारे पीछे खडा पाया ओर उसकी आंखसेभी आसु बेह रहेथे तो नीराली वीचलीत होगइ ओर मम्मी.. इतनाही बोल पाइ तब दादीने उसे जोरोसे सीनेसे लगा लीया ओर दोनो फुट फुटकर रोने लगी तब मेने दोनोको सम्हाला ओर दोनोके आंसु पोछ दीये फीर दोनोको बाथरुम में लेजाकर दोनोका हुलीया ठीक करवाया फीर हम तीनो वापस सोफेपे बेठ गये
दादी : नीरु तुने बहुत गलत कीया आज मुजे पता चला तु मुजे कीतना प्यार करती हें
नीराली : सोरी मम्मी, मेने क्या गलत कीया?
दादी : अरे अेक बार फोन करके मुजे नही बता सकतीथी तो तुजे इस नर्कसे में खुद आके लेजाती मेरा बेटातो नालायक था ओर तु उनके गुनाहो पर पडदा डालती रही अेकबारभी मुजे बतानेकी हीमत नहीकी, भागके सादी कीतो क्या हुआ मुजे बता नही सकतीथी की मेरा बेटा इतना दुख देता हे
नीराली : प्लीज मम्मी माफ करदो आपकोभी पता हें हम कीतने लोगोको नाराज करके यहा आयेथे तो में कीस मुहसे उधर आती क्या में वहा अकेली रेह पाती? ओर आपको अब इस उमरमें सब बताके ओर दुख देना नही चाहती थी ओर अबभी नही बताती येतो आपने सब पीछेसे सुन लीया सोरी मम्मी
दादी : मेतो देखने आइथी मेरा बेटा मेरी बेटीको कीतना चाहता हें वो बाते करते हेकी नही तब मुजे पता चलाकी दोनो अपना सुख दुख बाट रहे हे ओर मेरे बेटेकी सब करतुत सुनली बडा कमीना थावो अच्छाकीया उसे मार दीया वरना में खुद उसे मार देती ओर अेक ये बेटा हें जो मेरी बहेनका पोता होनेके बावजुद अेक बेटेसेभी बढकर प्यार देता हें ओर मेरी इस बेटीकी जींदगी सवारनेके लीये तैयार हे ओर वो नालायक..
नीराली : मम्मी अब छोडीये इन सब बातोको जो हुआ उसे भुल जाइअे मेभी सब भुलना चाहती हुं अब कोइ फायदा नही उसे याद करनेका
दादी : नीरु तु अब चल, हमारे साथही चल मे तुजे अब यहा अकेली नही छोड सकती
नीराली : मम्मी प्लीज, अब यहा अेसा कुछभी नही हें, राज समजाइअेना मम्मीको में अेक हप्तेमे आजाउगी बस में प्रोमीस करती हुं ओर कहोतो मेरी कसम खाती हुं
में : अेय खबरदार कसम खाइतो, तुजे इतना पीटुगाकी तु याद रखेगी ओर कभी कसम नही खायेगी
नीराली : (हसकर) देखो मम्मी आपका बेटा मुजे धमकी दे रहा हें हें..हें..हें..
दादी : (हसते उसके चहेरेको सहेलाते) तुजे प्यारभी तो बहुत करता हें, नीरु तुजे पता हें इसने आज तक उसकी कीसीभी बीवीके सामने उची आवाजमें बात तक नहीकी
नीराली : (मेरी ओर देखके हसते) मम्मी इसलीयेतो आपके इस बेटेसे प्यार कर बेठी, ये मेरे हीरो हें, मम्मी मेरे आने तक इस हीरेको सम्हालके रखीयेगा
तब में दोनोके बीच बेठाथा तो मेने अपने हाथ फेलाके दोनोकी गरदनमें डालके मेरी ओर खीचलीया तो दोनोही मेरे सीनेसे लग गइ तब नीराली मेरे सीनेपे हाथ फेरती रही
दादी : देखा नीरु प्यार करनेका अेकभी मोका नही छोडता, अगर मेभी देरसे पैदा हुइ होती तो ये मुजसेभी सादी कर लेता, हें..हें..हें..
नीराली : (जोरोसे हसते) क्या मम्मी आपका बेटा हे ये, ओर आप इससे सादी करती? कोइ बात नही मीरादी ओर मायादीने भीतो वही कीया हे हें..हें..हें..
दादी : तुभीतो इनकी चाचीथी ओर इसनेतो अपनी बहेनोसेही सादी कीहें तुजे कल उसने बतायातो थाकी ये सब रीस्ते नाते प्यारके आगे कुछ नही हे ओर तुभीतो दानेशकी बहेनही थी फीरभी सबसे बगावत करके सादी करली, तो कहा रीस्ते नाते आये
नीराली : सही कहा मम्मी, प्यारके आगे रीस्तेका कोइ मायना नही हें ओर नाही उमर का
दादी : नीरु तुजे नही पता हमारे खानदानमें पीछले चार पीढीसे यही चलता आरहा हें सबने अपनी बहेनसेही सादी कीहें इनके दादा ओर यानी मेरा भाइ ओर इनकी दादी यानी मेरी बहेन दोनो भाइ बहेनहीथे फीर इनके मम्मी पापाभी भाइ बहेनथे ओर अबये ओर नेनु सोनुभी वहीहें तु ओर दानेशभी वहीहें अब बोल अगर में इनसे सादी करलुतो क्या गलत हें ओर अबतो मेभी इन रीस्तेनातेको नही मानती मेरे इस बेटेने मेरी सोच तक बदलदी हें
नीराली : मम्मी आप सच केह रही हें, सायद इसेही प्रकृतीका अेक हीसा मानते हें
में : हं..तो हो गया दोनोका, तो नीरु मेरी ओर मेरी इस बीवीकी टीकीटका क्या हुआ बुक करली की नही
दादी : (हसते मुजे पेटमे मुका मारते) बदमास कमीने में तेरी बीवी हुं नालायक कुछभी बोलता हें हें..हें..हें..
नीराली : (हसके) मम्मी आपहीनेतो कहाथा की में इसे सादी करलेती तो क्या गलत कहा? ओर मेरे हीरोको मत मारो समजी हें..हें..हें..
दादी : लो आगइ अपने प्यारकी तरफदारी करने वाली बीटु तेरीतो नीकल पडी हें..हें..हें..
तब सरमाके नीराली मेरे सीनेमे सर छुपाके हसने लगी तो मे ओर दादी उसके सरको सहेलाने लगे फीर वो खडी होगइ ओर हमारी टीकीट बुक करने लगी ओर उसने यहासे सीधे बीम्बेकी टीकीट बुक करली फीर दो दीनेके बादकी खुदकी टीकीटभी बुक करली फीर हमारे साथ बेठ गइ ओर मेरी ओर देखकर मुस्कराके कहेने लगी
नीराली : जानु अबतो खुस हेना दोनो, मेने मेरी टीकीटभी बुक करली हें अब दोनो तैयार होजाओ घुमने नही जाना क्या?
दादी : नही नीरु मुजे नही आना तुम दोनोही चले जाओ में घरपे ही रहुगी
में : रहेनेदो नीरु मेराभी मुड नही हें तुम यही बेठो में ओर दादी जानेसे पहेले तुजे जीभरके देखकर आंखोमें बसालेना चाहते हें क्यु दादी?
दादी : देखा अबतो तेरे पीछे लटु होगया हें बेठ इधर कही नही जाना
फीर नीराली बेठ गइ ओर हम तीनोने बहुत सारी बातेकी मेने ओर दादीने नीरालीको सब कुछ बता दीया मेरे बचपसे लेके आज तक सारी स्टीरी बतादी फीर सुनीलकी फेमीली फीर धाराकी फेमीली सबकी बात बताइ ओर जसुके बारेमेभी सब बता दीया ओर हम साम तक बाते करते रहे इसीबीच हमने चाइ नास्ताभी कीया फीर नीरु उठके डीनर बनाने चली गइ ओर में दादी वही बेठे रहे
तब में दादीकी गोदमें सर रखकर लेट गया तो दादी मेरे सरको सहेलाती रही ओर नीरु कीचनमें रसोइ बनाती रही तभी मुजे अेक सरारत सुजी ओर मेने दादीका ब्लाउस उचा कर दीया ओर उसके बुब्स चुसने लगा तो दादीभी गरम होगइ ओर उसने दुसरी ओर ब्लाउस उचा कर दीया तो में बारी बारी दोनो बुब्स चुसने लगा तब दादी बार बार पीछे नीरुकी ओर देख लेती थी ओर अपने बुब्स चुसवाती रही
दादी : (धीरीसे जुकके) राज तुने तो मुजे गरम करदीया देख मेरे दुधु लाल करदीये तुने
में : केशर ये सब कलकी तैयारीया कर रहा हुं कल हमारा हनीमुन सुरु होजायेगा
दादी : कलकी छोड अभीका सोच, मुजे बहुत इच्छा हो रही हें चलना अंदर, कुछ करना
में : (खडा होके) चलोना दादी हम यहाका टेरेसपे जाके माहोल देखते हें यहा कीतना सुहाना मोसम हें
नीराली : राज कुछ टोपी जेकेट डालके दोनो जाना इधर ठंड बहुत हें कभी भी बर्फ गीरने लगता हें अभी ठहेरो में देती हुं
कहेके नीरालीनें हम दोनोको कुछ ओढनेके लीये दीया तो में ओर दादी उपर जाने लगे ओर नीराली वापस कीचनमें चली गइ फीर दोनो उपरके मालेमें अेक रुममे घुस गये तब दादी दरवाजा बंध करके जटसे पैर फेलाके लेट गइ ओर मेनेभी अपनी पेन्ट नीचे करके दादीके पैरके बीच बेठ गया ओर दादीकी चुतमें लंड उतार दीया तब दादीने राहतकी सांसली फीर दोनोके बीच ताबडतोड धमासान चुदाइ हुइ
जब दोनो साथमें जड गये तब सांत हुअे फीर दादीको घोडी बनाके पेलने लगा ओर उस १५ मीनीट तक पेलता रहा तब दादी थक गइ तब मेने दादीको अेक बार मेरी स्टाइलमें दादीको खडे खडेभी चोद लीया ओर दोनो साथमें जडके खडे होगये ओर लंड ओर चुतको साफ करके दोनो सही होगये फीर नीचे आके बाथरुममें घुसकर फ्रेस होगये ओर बहार आके होलमें बेठ गये
नीराली : आ गये दोनो केसा माहोल हें?
दादी : अरे बाबा बहुत ठंड हें हमतो यहाकी थोडी ठंडभी बहुत लगती हें पता नही तुम सब केसे रहेते हो
नीराली : मम्मी अबतो हमे आदत होगइ हें हमे आप दोनोके जीतनी ठंड नही लगती चलीये दोनो आजाइहे फ्रेस होके खाना तैयार हें
फीर हमने डीनर कीया तो आज नीराली सुरुसेही मुजे खीलाने लगी ओर मेनेभी उसे खीलाया फीर खाना खतम कीया तब नीराली सब समेटकर आगइ ओर हमने बहुत बाते की फीर वो मेरी ओर देखके हसती हुइ दुध लेने चली गइ ओर आजभी दादीके दुधमें नींदकी गोली डालदी ओर थोडी देरमे ही दादीको जोरोसे नींद आने लगी तो वो सोने चली गइ थोडी देर बााद में उसके रुममें गया तो दादी गहेरी नींद कर रही थी
तब नीराली मुजे हाथ पकडकर अपने बेड रुममें लेगइ ओर दरवाजा बंध कर दीया फीर मुजे बेड पे बीठाके वो केरी बेग लेके आगइ ओर मेरे पास बेठके वो मेरी गीफ्ट देखने लगी उसको दोनो सारी बहुत पसंद आइ ओर देखकर मुजे कीस कर लीया फीर उसने दुसरा बोक्ष खोलातो उसमें दो सेट ब्रा पेन्टी ओर नाइट गाउन देखा तो खुब सरमाइ ओर हसने लगी फीर मेरी ओर देखकर कहेने लगी
नीराली : आपको मेरी ब्रा का नंबर केंसे पता चला?
में : कयु कल मेने तुम्हारी ब्रा पेन्टी नही नीकाली थी तभी देख लीया था
नीराली : वेरी स्मार्ट ये नाइटी बहुत अच्छी लाये, पर में उसे पहेनुगी केसे वहातो सब होगे
में : बेबी तुजे कहा बहार पहेनके धुमना हें वहा सब तेही बहेनेही होगी ओर वोभीतो यही सब पहेनती हें मेरी नेनु सोनु सबको मेने दी हें ओर सब यही पहेनती हें तो फीकर मत कर
नीराली : वेसे लायेहो मस्त मुजेतो बहुत पसंद आइ
में : जानु मुजे मेरी सब बीवीओके लीये कुछ लेजाना हें क्या लेजाउ ओर यहा क्या मीलता हें
नीराली : जानु आप बोम्बे जारहे हे ओर रास्तेमे सींगापोर पे होल्ट आयेगा तब आप वहाके फ्रि ड्युटी सोपपे खरीद लीजीयेगा सब यही करते हें यहा तो सब बहुत महेन्गा मीलता हें ओर इधर कुछ खास मीलताभी नही हें मुजेभी मेरी सब बहेनोके लीये खरीदना हें मेभी वहीसे लुगी, वेसे में माधवी ओर मनीषाके लीये कुछ लुगी तो मेरी गीफ्ट अेक्सेप्ट तो करेगीनां?
में : तु उसकी चीन्ता मत कर में दोनोको समजा दुगा दोनो बहुत समजदार हें
नीराली : जानु पता हे दो दीन पहेले मुजे पताही नही थाकी मेरा जीवन अचानक बदल जायेगा ओर मेरे जीवनमे आप खुसीओकी भरमार लेके आयेगे, आइ लव यु सो मच, राज में आपसे बहुत प्यार करने लगी हुं बहुत बहुत हदसेभी ज्यादा मुं..हां..
में : नीरु मुजेभी कहा पता था मेरी इस चाचीही मेरी मासुका बन जायेगी लव यु टु बेबी
फीर हम दोनोके बीच प्यारकी बाते हुइ ओर धीरे धीरे दोनोके सरीरसे कपडे नीकलने लगे ओर दोनोही अेक दुसरेमे समाजानेके लीये बेताब होगये ओर थोडीही देरमें दोनो प्यारके महासागरमें गोते लगाने लगे इस रात नीराली अपनी पुरी जींदगी जीलेना चाहती थी क्युकी आज उसकी मेरे साथ सगाइ होचुकी थी ओर वो अपने होनेवाले पतीको मनही मन पती मानके पुरी तराह समर्पीत होना चाहती थी
ओर अपनी आने वाली जींदगीके बारेमें सोचके बहुतही उत्साहीत थी ओर वही उत्साहमें ना जाने हम दोनो कीतनी बार प्यारके महासागरमें गहेराइ तक गोते लगा चुके थे ओर दोनो सुबह ४ बजे तक लगातार प्यार करते रहे ओर आखीर दोनो साथमें जाके नहालीये ओर साथमें चीपककर सो गये
दादी : नीरु बेटा उठ, अब कीतनी देर सोयेगी, देख राज सुबह सुबह कीधर चला गया हें दीखाइ नही देता कही तेरे साथतो नही था?
तब नीरालीनें फटाफट उठके गाउन पहेन लीया ओर मेरे उपरभी चदर डालदी ओर उसने दरवाजा खोल दीया ओर बहारसेही बात करने लगी
नीराली : मम्मी आप रातमें सोगइ थी ओर उसको नींद नही आरहीथी तो मरे रुममें आगये थे ओर दोनो देर रात तक बाते करते रहे फीर यही सोगये में अभी इसे जगाती हुं आप बेठीये
दादी : नीरु तु जगा इसे हमे कब जाना हें तबतक में नहाके आती हुं
कहेके दादी नहाने चली गइ तो नीरुनें वापस दरवाजा बंध करके मुजे जगा दीया तो मेने उसे मेरे उपर खीचके बाहोमें भर लीया ओर उसे कीस करने लगा तो नीरुभी थोठी देर मेरा साथ देने लगी फीर अचानक मुजसे छुटनेकी कोसीस करने लगी
नीराली : राज क्या कर रहे हें अभी मम्मी आजायेगी, बाबा अब जोभी करना हे सादीके बाद करना मेरा अच्छा बेबी चलो उठ जाओ में नहाने जाती हुं
कहेके वो उठके बाथरुममें दोडके भाग गइ ओर मेंभी कपडे पहेनकर दादी वाले रुम में चला गया थोडी देर बाद दादी आइतो उसे हग करके कीस कर लीया तो दादीनें मुजे बाथरुम में धकेल दीया फीर मेभी नहाके तैयार होगया ओर बहार दादीके पास जाके बेठ गया तब नीराली हमारे लीये चाइ नास्ता बना रहीथी तब दादी मेरे पास सरकके आगइ
दादी : बीटु तु इनके साथ सोयाथा तो कुछ कीयाकी नही, कीतना अच्छा मोका था बीवीसे प्यार करनेका कुछ करलेना चाहीयेथानां की करलीया? मेरी बेटी मस्त हेनां?
में : केशु जबतु सोगइ तो में क्या करता, फीर तु नहीतो तेरी बेटीही सही मुजे तो प्यार करना था, वेसे मस्त हे तेरी बेटी बीलकुल तेरे जेसी गदराये बदनकी मालीक
दादी : जा जुठा कहीका अबतो में बुढी होगइ हुं ओर वो अभी भी जवान हें
में : क्या केशु तु कहासे बुढी हें अभीतो तेरी उमरही क्या हें तुभी जवान दीखती हें
दादी : (सरमाके हसते) में ५८ वर्ष की हुइ हुं ओर तुजे जवान दीखती हुं? हें..हे..हें..
में : हां केशु डार्लींग तेरी उमर भलेही ५८ हें पर अभीभी तु ४५ की लगती हें जोभी हो तु मेरेलीये परफेक्ट हें ओर येबात तुजे इन्डीया जाके पता चल जायेगी मेरी सरप्राइज देखके
दादी : (हसकर खुस होते) बस अबतो बतादे, जबसे आइहुं तबसे केह रहा हें कब देगा सरप्राइज मुजे
में : (हसकर) इन्डीया जाके दुगा, बस इतना केह सकता हुं वो तेरी जींदगीका बहेतरीन तोहफा होगा ये बात पकी हें
नीराली : (हमारे पास आते) सुबह सुब मा बेटा क्या बाते कर रहे हें चलो चाइ नास्ता रेडी हें
दादी : आजा बेटी, कीतने बजेकी फ्लाइट हे हमारी?
नीराली : मम्मी १ बजे अेयरपोर्ट पहोचना हें आप उधर सुबह ६ बजे पहोच जायेगे बीचमें दो घटा सींगापोरमें होल्टभी हें ओर मेभी इसी फ्लाइट में आ रही हुं ओर हां में बोम्बेसे कहा आउ हीमाचल आउकी सीधी राजकोट आउ आप लोग कहा होगे?
में : नीरु जब तु इधरसे नीकल तब मुजे कोल कर देना तब तुजे बताउगा हम अभीसे कुछ केह नही सकते सीचुअेशन देखके डीसाइड करेगे
नीराली : ठीक हें आपही मुजे लेने आना वरना में वापस इधर आजाउगी हें..हें..हें..
में : देखा दादी तेरी बेटीतो अभीसे नखरा कर रही हें
दादी : अेय..मेरी बेटीको कुछ नही कहेना वो सहीतो केह रही हें वहा उसे पहेचनाताभी कोन हें तेरे सीवा तो तुजेही लेने जाना पडेगानां
में : (हसकर) मां शेर तो बेटी सवाशेर, ठीक हें बाबा मेही आउगा बस हें..हें..हें..
नीराली : (खुस होके) हां अब ठीक हें चलीये नास्ता कीजीये बहुत बाते करली
फीर हम तीनो नास्ता ओर चाइ करने लगे ओर बाते करते रहे फीर में ओर नीराली दोनो अेक दुसरेका हाथ पकडके पेदल बहार घुमने नीकल गये ओर दोनो प्यारभीरी बाते करते रहे उसने मुजसे नेनु सोनु अंजु सबके बारेमें पुछ पुछ कर सारी जानकारीया लेली तब मायाके बारेमें सुनके वो थोडी आस्चर्यमें पड गइ
नीराली : क्या आप दोनो इस जन्ममें पहेली ही बार मीले हो ओर ये आपने अनुभुतीकी बात की, आइ कान्ट बीलीव, क्या इस जमानेमें अेसा चमत्कारभी हो सकता हें?
में : नीरु बस अेक बार आजा, फीर सब तेरी आखोसे देखलेना, देख क्या तु खुद अनुभुती करलेना तबतो यकीन करेगीनां?
नीराली : कमालहे राज अबतो मुजे बाबासे भी मीलना हें इनकी सब बाते सच होरही हें नेनुदीको वहा बेठेही मेरे बारेमें बता दीया अबतो मुजेभी यकीन होने लगा हें आजभी इस दुनीयामें अेसे साधु महात्मा होते हें, ओर आपको सेक्स पावरकी जडीबुटी भी दी इसका मतलब वो सब आपके बारेमें पहेलेसे ही सब जानते थे तबभी में सोचुकी आप लगातार मुजे सुबह तक बीना बहार नीकाले केसे सेक्स कर लेते हें अब पता चलाकी सब उस जडीबुटीका कमाल हें
में : नीरु तेरे साथ बीताये दो दीनके हसीन पलको में कभी नही भुल सकता चल अब घरकी ओर चलते हें दादी हमारा वेइट करती होगी ओर हमें नीकलनाभी हें तोतु फटाफट लंच बनाले ताकी हम टाइमपे पहोच जाये
नीराली : हां बाबा चलो आप फीकर मत करो में आपको टाइमपे पहोचा दुगी
फीर में ओर नीराली वापस घर आगये तब दादी टीवी देख रही थी हमारे आतेही टीवी बंध कर दीया ओर नीराली लंच बनाने लगी फीर हम तीनोने लंच कीया ओर हमारे सब कपडे हमने पेक करलीये ओर होलमें आगये तब नीराली दादीको गले लग गइ तो दादीने उसका सर चुम लीया फीर मेरी बाहोमें आगइ तो मेने उसे कसके बाहोमें भर लीया ओर दोनो काफी देर खडे रहे
फीर जब दोनो अलग हुअे तो नीरु रो रही थी तो मेने हसकर उसके आंसु पोछ दीये ओर उसके होंठ चुमलीये तो वो सरमाके हसने लगी ओर मुजे सीनेमें मुका मार दीया तब दादीभी हसने लगी फीर मेने हमारा सामान उठा लीया ओर बहार आके कारमें बेठ गये ओर हमारी कार अेयरपोर्टकी ओर चलने लगी
नीराली : जानु कल रुपेश ओर काम्या आरहे हें तो में उनसे बात करके उनको सब सोंपके दो दीनमेही नीकल जाउगी अब ओर आपसे जुदा नही रेह सकती
दादी : हां तो आजा हम तब राजकोट ही होगे तु सीधी बोम्बेसे राजकोट ही आजाना फीर हम साथमें हिमालय आजायेगे क्यु बीटु?
में : हां नीरु हमेभी अेक दो दीन बोक्बेमें लग सकते हें फीर हमभी वही चले जायेगे
ओर हम बाते करते अेयरपोर्ट पहोच गये ओर नीरुनें सब फोर्मालीटी पुरी करवाइ ओर हम अंदर जानेसे पहेले अेक बार फीर नीरुके गले मीले तब दादी ओर नीरुकी आंखे नम थी ओर मेने नीरालीको अेक बार फीर कीस कीया ओर हम जटसे अंदर चले गये वो हमे जाते देखती रही ओर हम फ्लाइटमें आगये ओर हमारी सीटमें बेठ गये तब दादी मेरे कंधे पे सर रखके कहेने लगी (अब में इस कहानीमें जरुरत पडने पर दादी जगाह इसका नामभी लीखुगा उसका नाम केशर हें )
कन्टीन्यु......