ये केसी अनुभुती
अपडेट - ६७
सब केन्टीनमं चले गये ओर खानेका ओर्डर देदीया तो वेइटर फटाफट सबको डीस रखके खाना देने लगे ओर हम सब खाने लगे फीर सबने लंच फीनीस कीया तो फ्लाइटभी आगइ फीर अेनाउन्स होतेही सब अंदर जाने लगे तब नेनु अंजु ओर सोनु मेरे पास आके मेरे साथ चलने लगी आखीर हम सब अंदर चले गये..अब आगे
सब अपनी अपनी जगाह पर बेठ गये तो मेरे साथ नेनु ओर सोनु बेठ गइ ओर हमारी फ्लाइट टेकओफ कर गइ तो अेक घंटेमे हम हिमाचलही पहोंच गये तब तकरीबन ३.४५ बजनेको आयेथे फीर हम सब हमारा सामान लेके बहार आयेतो चार आदमी ओर डड्ढाइवर हमारा सामान लेके बसमें रखने लगे
फीर हम सब बेठ गये ओर सीधे होटेलकी ओर नीकल गये मेरे साथ नेनु सोनु अंजु ओर धारा थी ओर हम पहोंच गये तो बहारसे होटेल देखतेही अंजु धारा ओर सोनु वाव..कहते खुस होगइ ओर हम सीधे पीछे कोटेजमें ही चले गये ओर सब उतर गये
नेनु : तो सोनु हम आगये हमारी होटेलमें ओर ये सब हमारे कोटेज हें हम यही रहेने वाले हे
सोनु : दी येतो बहुत बडी होटेल हें ओर ये कोटेजभी छोटे छोटे बंगलो जेसे हें
में : अभी सब फ्रेस होजाओ हम यहा दोदीन रुकने वाले हेंतो सब आरामसे देख लेनां
तभी हमारे मेनेजर दोडके आया ओर हमे नमस्ते करके सबको अपना कोटेज दिखाने लगे तभी दिवुभी आगइ तो मेनेजरने उसे देखकर कहा
मेनेजर : मेम आपने कहा था वो कोटेज यही हे उसमें हमने अेक साथ तीन बेड लगवा दीये हे
दिव्या : थेन्कयु, अब हम सब साम छे बजे तक आराम करेगे आप जाइअे अब
फीर वो चला गया तो दिवुने मेरी ओर हसते कहा जानु ये रहा आपका कोटेज उसी मेंही मेने सब अेरेन्ज कीया हे तब मेने दीवुको गले लगाकर गालपे कीस करदीया तो सोनु जसु ओर दिवु हसने लगी ओर हम सब अंदर चले गये तो लास्ट में सोनुथी तो अंदर आतेही उसनें दरवाजा बंध करलीया तब दो दो करके सब बाथरुम में जाके फ्रेस होने लगी ओर लास्टमें में ओर अंजु चले गये तब अंजु कहेने लगी
अंजु : जानु चलोनां हम प्यार कर लेते हे मेरी तो बारी ही नही आती
कहेके अंजु ने मुजे बाहोंमें कसके पकडलीया ओर मुजे चुमने लगी तो हम दोनो गरम होने लगे तभी अंजु नीचे बेठ गइ ओर मेरा लंड मुहमें लेलीया ओर जोरोसे चुसने लगी फीर वो घोडी बन गइ तब मेने उसकी कमर पकडकर पीछेसे लंड चुतमें डालकर अंजुको जोरोसे पेलने लगा तब अंजु मदहोस होकर चुदवाने लगी
उसको दो बार जडाके फीर हम दोनो साथमें जड गये फीर उसने मेरा लंड ओर उसकी चुत साफ करली तब मेने उसको फीरसे कमरमें हाथ डालकर खीचलीया ओर उसकी अेक टांग उची करके खडे खडे ही पेलनें लगा तब अंजुभी कामुक होकर मुजे देखती रही ओर चुदवाती रही
फीर मेने उसकी चुत पुरी भरदी तो वोभी साथमें जडके चुमने लगी ओर मुजे नहेलाने लगी फीर हम दोनो नहाके बहार आगये तब धारा ओर नेनु सो चुकी थी फीर अंजु भी कपडे पहेनकर लेट गइ तब सोनु मेरे पास आके लेट गइ ओर मेरे सीने में सर रखकर कहेने लगी
सोनु : जानु अब हम कब प्यार करेगे? अबतो मुजेभी बहुत इच्छा होने लगी हें
में : डार्लींग अब रात तो में आपके साथ ही रहेता हुं सब हम रातमें ही करलेगे दिन मेंतो सब होते हे तो यहा पोसीबल नही हें
सोनु : चलोनां अेक हप्ता हम दोनो कही चले जाते हें खुब मजा करेगे हम बहार ही नही नीकलेगे, पर क्या करु नेनु दी आपके बगैर नही रेह सकती आपकी बहुत फीकर रहेती हें उन्हे, भलेही हमे कम प्यार देना पर उसे कभी अलग मत करना आप
में : नही सोनु में सबको बराबर का पयार करुगा, रही बात नेनु की तो अेक दिन में तुम ओर नेनु साथ मेंही जायेगे बस
तो सोनु खुस होगइ ओर मेरे होठ चुमलीया फीर उसकी सलवार खोलके नीचे करली ओर हमने नीकर नीकाल दीया ओर मुजसे कहा
सोनु : जानु डालदो अंदर आज मुजे आप ओर नेनुकी तराह डालके सोना हें
फीर मेने सोनुको खीचके उसकी चुतमें लंड उतारदीया तो वो उसनें मुजे जोरोसे बाहोमें भीचलीया ओर मुजसे चीपक गइ फीर हम दोनो सोगये
साम चार बजे तब धारा ओर नेनु जाग गइ तो मुजे ओर सोनुको अेसे देखकर दोनो हसने लगी तभी बहार दरवाजा खटाके दिवुनें आवाज लगाइ तो धाराने कहा
धारा : नेनु दी आप दोनो को जगाओ दिवु आइ हे ओर साथमें जसु भी होगी तो दोनोको अेसे देखलेगी तो क्या सोचेगी
नेनु : तो गभरा क्यु रही हें वोभी इनकी पत्नी ही हे दोनो भी देख लेगी की ये सब करना पडेगा तो सरम काहेकी जा दरवाजा खोलदे में दोनो पर चदर डाल देती हुं
कहेके नेनु ने मेरी ओर सोनु पर चदर डालदी तब धाराने दरवाजा खोलातो साथमें सच मुच जसुभी थी दोनो अंदर आगइ तो धाराने दरवाजा बंध करलीया ओर वो बाथरुम में चली गइ तब दिवुनें देखाकी में ओर सोनु चीपकर सोयेहे तो हसने लगी पर जसु बहुत सरमाइ ओर मुह उधर करके हसने लगी अंजु थी थक कर अभी सो रही थी तब दिवुने कहा
दिव्या : दी इसको उठना नही हे क्या केसे पडे हे दोनो
कहेके दिवुने चदर खीचली तो हमे देखकर सोक हो गइ तो नेनु जोरोसे हसने लगी तब दिवु भी कामुक नजरसे हसते हुअे नेनु को देखती रही ओर जसुकीतो हालतही खराब होने लगी ओर वो मुह घुमाके हसने लगी तब नेनु ने कहा
नेनु : तुम दोनो आयेतो मेने चदर डालदी तो तुने उसेही खीच लीया देखले अबतो तुम दोनोको ये रोज दीखने वाला हें, ओर अेक दीन तुम दोनोभी अेसेही पडी होगी
जसु : छीं.., दी वाकइ सब बेसरम ही हें में कभी अेसे नही सोउगी
दिव्या : जसु बेटा ज्यादा मत सरमा तुभी अेसीही हो जायेगी, कास सोनुकी जगाह में होती हें..हें..हें..
जसु : कीतनी कमीनी हो, अभीसे उतावली हो रही हे
नेनु : जसु बस, तुजे जल्दी नही हें क्या? बतादु दिवु को
जसु : (सरमाके हसते) जी नही..दी..वो..वो..तो मेने अेसेही बात की थी
दिव्या : कमीनी तो तु हे, मुजे तो तुने नही बताया, बडी छुपी रुस्तम हें तु, चल कोइ बात नही माफ कीया तुजे तु भी क्या याद रखेगी, नेनु दी अब सबको उठादो सब फ्रेस होकर बहार आजायें फीर सब चाइ नास्ता करेगे, चल जसु हम चलते हे की तुजे ओर देखना हे? हें..हें..हें..
तब जसुने हसके दिवुको मुका मारदीया ओर दोनो बहार चली गइ फीर नेनु ने तीनोको जगा दीया ओर में बाथरुम मे चला गया तब तक धारा तैयार हो रही थी फीर में नहा रहाथा तभी बाथरुम में अंजु आगइ ओर वो भी नहाने लगी ओर हम दोनो नहाके बहार आगये तब सोनु मुजे लेकर बाथरुम में चली गइ
ओर अंदर जाके मुजसे खडे खडे पेलवाने लगी उसने दोनो पैर मेरी कमरमें डालदीये थे तो में उसे उछाल उछालकर पेलता रहा आखीर दोनो साथमें जड गये फीर हम दोनोने नहालीया ओर बहार आगये फीर तैयार होने लगे तब अंजु नेनुके बालकी चोटी बना रही थी
फीर हमने कपडे पहेनलीये ओर चारोने मुजसे फीर मांग भरवाइ ओर सबने मुजे कीस दी ओर हम सब बहार आगये ओर सबके साथ जाके बैठ गये तब ताराभाभीने नेनु को अपने पास बुलाया तो नेनु उसके पास जाके बठ गइ तब कहा
तारा : नेनुदी आपसे अकेलेमें अेक बात कहेनी हे जब सब चले जाये तब हम यही बेठेगे
नेनु : हां भाभी वेसेभी हमने होटेलतो देखही लीया हे तो सबको जाने दो
तभी चाइ नास्ता आगया ओर तीन वेइटर सबको देने लगा तो मेने अेक प्लेट लेली ओर नेनुको इसारा कीया तो मेरे पास आगइ ओर हम दोनो साथमें खाने लगे तब दिवु ओर जसु मेरे सामने देखकर हसती रहेती थी तो मेने नेनुसे पुछ लीया
में : नेनु आज दोनो कुछ ज्यादाही खुस लग रही हें देखो केसे हस रही हें
नेनु : (हसते) कुछ नही जानु आपको ओर सोनुको सोते हुअे देखलीया हें दोनो ने हें..हें..हें..
में : ओह..तो ये बात हें, ठीक हें कोइ बात नही, वेसे क्या केह रही थी भाभी
नेनु : (हसकर) कुछ नही लताभाभी अभी फ्रेस होते वक्त उल्टीया कर रही थी तो उसनें कहा सब चले जायेगी मेरे साथ आना हम दोनो लताको लेकर डोक्टरको दीखाके आते हें उसको कुछ सकांये हे की कही वो पेटसे तो नही हें, तो मेने मना करदीया की मेरे पास टेस्ट कीट हे सुबह आप उसे टेस्ट करवानां तो पता चल जायेगा अगर पोजीटीव आया तो हम सुबाह उसे दीखा देगे
में : तेरे पास कीट हें, तु यहाभी लेके आइ हे क्या?
नेनु : (सहते मेरे कानमें) जानु अब आप रोज सबको दो दो तीन तीन बार पेलोगेतो कीटतो रखना पडेगानां वरना सबकी सब कमीनी छे महीनेमें पेट फुलाके घुमती रहेगी
में : वेसे नेनु तुने धाराके बारेमें क्या सोचा हें कुछ कहा उसने
नेनु : जानु उसने आपसे दो सालके बाद कहा था पर अब उसे जल्दी हे, आप देदो उसे अेक बच्चा करदो भांजा पेदा, हें..हें..हें..
में : (हसकर) क्या नेनु तुमभी, इस बातसे तो बेचारी बहुत अपसेट हें चलो कोइ बात नही में उसे समजाउगा वेसे तुने सबको बताया की नही?
नेनु : नही जानु मोकाही नही मीलता, यहा सबको बताउगी वरना सब कहेगी हमसे छुपाया ओर आंटीके पास भी अेक डायरी नीकली तो उसे अंकलकी पर्सनल चीठी थी उसमें उसने उलेख कीया था ओर धारासे ना बतानेकी बात कही थी वो डायरी आंटीने अपने पासही रखी हें उसमें अंकलमें सब कुछ लीखा हें वो सीर्फ मुजे ही बतायेगी अभी थोडा पढना बाकी रेह गया हें तो वो यहा पढ लेगी फीर मुजे दे देगी पढनेके लीये
में : अंकलतो बहुत रहस्यभरे आदमी नीकले कीतने राज छुपाया हें उसने, चलो जो भी हो हमे दोनो को सम्हालना हें तुम उसका अयाल रखनां
फीर हमनें नास्ता फीनीस कीया ओर सब बाते करनेमें बीजी होगये तब दिवुने कीसीको फोन करके बात करली तो थोडीही देरमें अेक ब्युटीफुल लेडी आइ ओर आके दिवुसे फीर नेनुसे सेकहेन्ड कीया ओर गले मीली तब दिवु ओर नेनु उसे बाते करने लगी तब वो बीच बीचमें सोनु धारा अंजु जसु सबको देखकर मुस्कराती थी फीर तीनो सब लेडीसके पास आगइ ओर सबसे हाथ मीलाया ओर सबको गले मीली तब लास्टमें दिवुने उसका परीचय करवाया
दिव्या : ओर ये हे हिमाचलकी बेस्ट ब्युटीसीयन मनीषा जो इस होटेलका ब्युटीपार्लर सम्हालती हें ओर ये भी हमारे गांवकी ही हे
तब सोनुने खडी होकर अेक बार ओर हाथ मीलाया तो सब हसने लगे ओर वोभी हसने लगी फीर सबको कहा
मनीषा : चलीये सब में आपको हमारी पुरी होटेल दिखाती हुं दिव्या मेमने उसीके लीये मुजे बुलाया हे ओर हमारी खास फ्रेन्डभी हें
तो सब खुस होकर खडे होगये तब नेनुने दिवुसे कुछ बात करके ताराभाभीके साथ बैठ गइ तो काकीने आंटीको जबरदस्तीसे अपने साथ बुलालीया तो वो भी देखने चली गइ तब ताराभाभी ओर नेनु टहेलनेका कहेकर दोनो बाते करने लगी ओर हमसे दुर जाने लगी तभी सुनील करण मेरे पास आके बेठ गये तो दुसयंत महेश राजन अजय काका सब जेन्ट्सको लेकर होटेल दिखाने ले गया तब सुनीलनें कहा
सुनील : भाइ अब हम सब यहातो आगये आगे क्या करना हें आपकी सादी अभी करवादे या राजतीलक के बाद हम सब तैयारी करके ही आये हे
में : भाइ वो में दादीसे बात करके बता दुगा अबतो सब कुछ उन्हे बताकेही करना पडेगा
करण : तो अेक काम करोनां भाइ भाभी ओर आप नेनुदी भी यही हेतो दादीको मीलकर ही आयेनां उसेभी अच्छा लगेगाकी मेरा पोता आकेही मुजे मीलने आया फीर उसको बता देना की आप होटेलमें दो दीन रुकके सबके साथ इधर आजायेगे
सुनील : करण बात तो तेरी सही हे वेसे अभी कुछ कामभी नही हें क्या कहेते हो भाइ
में : बात तो सही हे भाइ, आप रुको वो दोनो आती ही हे हम उन्हेभी पुछ लेते हे अगर वो कहेगी तो हम चारो नीकलते हे
तभी ताराभाभी ओर नेनु हमारे पास आके बेठ गइ तो सुनीलनें तारासे बात की तो ताराभाभी नें कहा
तारा : येतो अच्छा हे क्या केहती हो नेनु दी?
नेनु : हां शुभदिन में देरी क्यु, हम क्यु दो दीन टाइम खराब करे कमसे कम हम सब यहा बेठकर कुछ प्लानींगतो कर सकेगे चलो, ओर करणभैया कीसीको बताना मत हम सबको आकर सरप्राइज देगे ओके
फीर करणने फोन करदीया तो अेक मर्सीडीज आगइ ओर हम चारो नीकल गये हम कोइ खबर देने बगैरही नीकल गये नेनु ने दादीसे बात करने को कहा तो मेने उसे रोकलीया की हम दादीको सरप्राइज देगे गांवमेंभी कीसीको नही मालुम था हम सीधेही गेट पर गये तो उसके चोकीदारने हमे रोका तो सुनीलनें कारका पुरा ग्लास खोलदीया तो मुजे ओर नेनु को देखकर चोक गया
ओर हमे जुक कर सलाम करके फटाफट गेट खोलदीया तो हम अंदर जाने लगे तब चोकीदार फोन पर बात करने लगा जेसेही हम अंदर जाके रुकें तो दिवानजी सहीत चार आदमी हमारी तरफ दोडके आरहे थे ओर आके फटाफट हमारी कारका दरवाजा खोलदीया तो हमसब उतर गये तब दिवानजीने सबको जुक कर सन्मान दीया ओर कहा
दिवानजी : महाराज अचानक ना कोइ खबर ना कोइ बात सब ठीक तो हेंनां
में : अरे दिवानजी गभराइअे नही हम आजही आये हे ओर हम दादीको सरप्राइज देना चाहते थे इसीलीये अचानक आगये
दिवानजी : (हसकर) जी महाराज, पर आपको डांट जरुर पडेगी, चलीये अंदर
फीर हमे वो आदर भाव से अंदर लेजाने लगे हम अंदर गये तो दादी अकेली सोफे पर बेठकर कुछ पढ रहीथी ओर हमे देखतेही वो खडी होगइ तो में उसकी ओर दोड पडातो तो उसने खुस होकर अपना हाथ फैलाया ओर मुजे जोरोसे लीपट गइ
फीर मेरे सरको चुमकर उसने नेनुको हग करलीया फीर ताराभाभी ओर सुनीलसे हाथ जोडके नमस्ते कीया फीर मुजे ओर नेनु को पकडकर अपने पास बीठा दीया फीर हसकर मेरा कान पकडलीया ओर कहा
दादी : बदमास फोन करके नही आ सकता था केसे सबको दोडाया तुने
नेनु : दादी में फोन कर रही थी पर इसने मना करदीया की हम दादीको सरप्राइज देगे
दादी : बीलकुल पागलहे ये, नेनु बेटा इसको मारके सुधार दे तु बहुत बदमासीया करता हें बीलकुल तेरे दादा जेसाही हे, वो भी अेसेही थे, वेसे कब आये आप सब, ओर मेरी वो छुटकी कहा हें?
में : दादी हम आज दो पहरकोही आये सब होटेलमें हे हम सबसे छुपकेसे आये हे सब होटेल देखनेमें बीजी थे तो हम आपसे मीलने चले आये फीर परसो हम सब आजायेगे हम बहुत लोग आयेहे
दादी : तो अच्छा हेनां, यहा बहुत जगाह हे सबको लेआ सबको इधरही रुकना हें समजे
मे : जी दादी, पहेले ये बताइअे आपकी तबीयत केसी हे? ओर क्या हुआ था?
दादी : (हसते) कुछ नही हुआ था, वरना तु अभी थोडी आता, आता दो दीन बाद सब बीवीको घुमाके, तु सरारत कर सकता हे तो में नही कर सकती? हें..हें..हें..
में : (हसकर) क्या दादी, हमतो केसे टेन्सनमें आ गये थे, पता हें वरना अहेमदाबाद दो दीन ओर रुकने वाले थे तो हम सब जल्दी आगये
दादी : कोइ बात नही, कहो तारा केसी हो तुम सब ठीक हेनां, नेनु बेटी इसका ससुरभी यहा सरपंच थे फीर सब चले गये, इधर हवेली रेह गइ हे, बेटा जरा इसको रीनोवेशनतो करवाले
में : दादी सुनीलभैया अब यही रहेने वाले हे, वो हमेसाके लीये इधर आगये हे ओर सब बीजनेस दोनो छोटे भाइको सोंपदीया हे अब इधर मंदिरकी सेवा करेगे ओर मेराभी हाथ बटायेगे,
दादी : येतो बहुत ही बढीया समाचार दीया तुने कोन कोन आ रहे हे इधर
में : वो ओर उनकी दोनो बीवीया बस
दादी : दुसरी बीवी? तुने कब की दुसरी सादी?
नेनु : दादी कलही हमने करदी उसकी दुसरी सादी दोनो बचपन सेही अेक दुसरेकोे प्यार करते थे, तो ताराभाभीने करवादी सादी
दादी : चलो अच्छा कीया वेसे तारा तुने बडा पुन्यका काम कीया, कोन हे वो लडकी
नेनु : वो भी हमारी सोनुकी तराह ही हे इनकी छोटी बहेन जो तलाक सुधा हें
दादी : (हसकर) हो क्या रहा हें, जीसे देखो बहेन सेही सादी कर करहा हें, मुजे बाबासे पुछना पडेगा, इस गांवसे जुडे ज्यादातर लोगोने यही कीया हें, चलो अच्छा कीया सुनील तुने, अेक लडकीको सहारातो मील गया जो भी हो, कीधर हे वो यहा आइ हे?
तारा : जी दादी वो सब होटेल मेंही हे, परसो सब आजायेगे तब आपसे मीलवाउगी
सुनील : दादी वेसे आपसे अेक खास बात करने आये हें ओर आपकी सलाह भी
दादी : अरे बेटा बोलो तुभी तो मेरा बेटा हे बोल क्या पुछना हे?
सुनील : दादी मेने मेरी सबसे छोटी बहेनको गोद लीया हें अेक वो ओर दुसरी इनकी अेकाउन्ट हे वो हम दोनोकी सादी राजभैयासे करवाना चाहते हे आपतो जानती हे इनकी कइ बीवीया होगी तो हम पुछने आये हे की सादी कब रखे, अभी करदे की राजतीलक के बाद करे हम थोडे उलजनमें थे तो पुछने आगये ओर ये महासय केह रहे हे अब सब दादी कहेगी वोही हम करेगे
दादी : (खुस होकर) अरे मेरा बेटा इतना दादीको प्यार करता हें, चलो अच्छा हुआ मुजे पुछलीया राजतीलकमें में इनकी सब बीवीओको बगीमें साथ बीठाना चाहती हुं ताकी सबको पता चले राज परीवार क्या होता हें, में चाहती हुं सादी राजतीलकसे पहेले ही होजाये वोभी इधर करेगे लेकीन सब महेमान लीमीटेडमें, अेकतो आप सब आये वो ओर में कुछ गीनेचुने ही महेमान को बुलाउगी क्या कहेना हे नेनु बीटीया?
नेनु : दादी जो आप कहे वही सही हें हम सब भी यही चाहते हे
दादी : राजतीलक का मुहुर्त में अभी ११ दीन बाकी हें तो में आजही पंडीतको बुलाकर मुहुत नीकलवाती हुं,
में : दादी वो पुजारीजी इधर आगये हें क्यु ना हम उसे ही कहे
दादी : हां वोही तो आयेगा अब इसका बाप तो बहुत बुढा होगया हें, ओर तेरे पास भीतो नंबर हें लगादे फोन ओर बुलाले शुभकाममें देरी क्यु
फीर मेने पुजारीजीको फोन करके बताया की में राज महेलसे बोल रहा हुं राजमाताने अभीका अभी आपको पंचाग लेके बुलाया हे तो वो जी जी करके अभी आया कहेकर फोन रखदीया तो में हसने लगा तो दादीनें कहा
दादी : क्यु बेचारीकी टांग खीच रहा हें अभी बेचारा दोडके आयेगा
थोडी ही देरमें पुजारीजी दोडके आये ओर दादीको प्रणाम कीया फीर जेसेही हम सब पर नजर गइ तो खुस होगया ओर कहा
पुजारीजी : अरे महाराज आप कब आये
में : (उठके उसके पैर छुकर) दादा अभी आया ओर ये महाराज महाराज क्या लगा रखा हें में आपके लीये वही ही हुं ओर वही रहुगा
नेनु : जी दादा प्रणाम ये सही केह रहे हे हम आपके बेटे बेटी ही रहेगे चाहे हम कही रहे
पुजारीजी : बेटा वोतो सही हें पर मायसाबके सामने तो मत कहो
दादी : पंडीतजी वो आपसे बहुत प्यारजो करता हें हमें कोइ अेतराज नही हें, अब आपके बेटेकी सादीका मुहुर्त नीकलवाना हें हम चाहते हे राजतीलकसे पहेलेही इनकी दोनो रानीया आजानी चाहीये
पुजारीजी : वहां मेरी नेनु बीटीयासे बात हुइ थी बस आपको पुछनेकी ही देर थी में अभी नीकालता हुं
कहेके पुजारीजी हम तीनोका नाम लीखकर कुछ केलक्युलेशन करने लगे ओर लीखते गये फीर सब काम नीपटाके पेपर पढकर हमे कहेने लगे
पुजारीजी : माइसा अेक मुहुत तीन दीनके बादका हे ओर अेक सात दीन बाद हे अब आप ही कहीये कोनसा दीन तैय करना हे
फीर दादी नेनु से ओर ताराभाभीसे बात करने लगी की सातदीन बाद बहुत देर हो जायेगी फीर राजतीलककी तैयारी भी करनी हें इनमें आसपासके सब गांवके भोजन उत्सव सब होने वाला हे तो तीन दीन बाद ही ठीक रहेगा फीर उसने कहा
दादी : पंडीतजी आप तीन दीनके बादकी सब तैयारी सुरु करदो ओर सादी यही महेल मेंही होगी तब ये लोगभी सब आजायेगे में यहा सब तैयारी करवालुगी दिवानजी पंडीतजीको जो कुछ चाहीये सब इन्तजाम कर दीजीये तीन दीन बाद मेरे पोतेकी सादी हे इधर
में : दादा वेसे बबलु कहा हें, आप इसे कलही हमारी होटेलमें भेज दीजीये उसका सब इन्तजाम होगया हे आप अब उसकी फीकर मत करना हमारा पुरा आइसक्रिम डीपार्टमेन्ट वोही सम्होगा
पुजारीजी : बेटा बडी महेरबानी की हम पर वो कल पहींच जायेगा, अब मुजे इजाजत दीजीये मुजे सब तैयारी भी करनी हें
फीर सुनील ओर नेनुने दादा को दक्षीणा दीतो मना करने लगे तब दादीने लेनेको कहा तब लेलीया ओर वो चले गये तब दादीने मेरे सरमें हाथ घुमाके प्यारसे कहा
दादी : अरे वाह मेरा बेटातो बहुतही दयालु हे अच्छा कीया उसे नोकरी पर रख लीया
में : दादी आपको पता हें, उसका बेटा कीतना बडा आइसक्रिमका कारीगर हें अेसा आइसक्रिमतो हमारी होटेल मेंभी नही मीलता होगा सब फ्लेवर बना लेता हें
दादी : अच्छा? इतना बडा कारीगर हे, तो फीर सादीमें उसेही बुला लेते हें मेभी तो चखु की केसा बनाता हे
फीर दादी नेनु ओर ताराभाभीसे बाते करने लगी ओर तीनोने सब प्रोग्राम फीक्स करलीया फीर हम सब परसो सुबह ही आजायेगे कहेकर दादीसे वीदाय लेलीया ओर हम होटेलकी ओर नीकल गये तब रातके ८ बज गये थे हम २० मीनीट मेंही होटेल पहोंच गये तो सब हमारा वेइट करते घेरा बनाके गपे मार रहे थे जेसेही हम गाडीसे उतरे सब हमे खाजाने वाली नजरसे देखने लगे तो हमारी हसी छुट गइ तब दिवु ओर सोनु मुजे ओर नेनु को मुका मारने लगी फीर कहेने लगी
दिव्या : हमे अंदर भेजकर चारो मजे करने नीकल गये हमे बताके नही जा सकते थे, ओर पापा मम्मी आपभी इनके साथ चले गये ये दोनो तो बेसरम हे पर आप भी?
सोनु : ओर नही तो क्या अंजु दी ओर धारा कातो खयाल रखते दोनो केसे गाली दे रही थी आपको मेतो सुन भी नही सकती थी
अंजु : कमीनी हमनें कब गालीया दी जुठ बोल रही हें
धारा : हां हमने कुछ नही कहाहें हमे क्यु फसाती हें, ये दोनोतो लफंगे हे हमे क्यु बनाती हें
ये सब चल रहाथा तो सब हसतेही रहते थे सुनील ओर ताराभाभी भी हस रहे थे तब मेने कहा
में : (जोरोसे) चुप..., हो गया चारोका, तो बेठजाओ नेनु कुछ कहेने वाली हें सब चुप
तब सब सांत होगये तो दिवु ओर सोनुभी अपनी जगह पर बेठ गइ फीर हम चारो अेक सोफे पर बेठ गये तब नेनु ने सब बताना चालु कीया ओर सब कुछ बता दीया की क्या क्या प्रोग्राम हे तो सब सुनके जोरोसे तालीया बजाने लगे तब दिवु ओर जसु सरमाने लगी ओर आखीर दोनो उठके हाथ पकडकर कोटेजमें भाग गइ तो सब हसने लगे तो कमलाभाभी ओर राजनभी भावुक होगये की बहेनकी सादी महेलमें होगी
तब नेनु ने देखलीया तो वो फटाकसे उसके पास चली गइ ओर कमलाभाभीको गले लगा लीया तब राजन नेनुके सामनें हाथ जोडकर खडा रहातो नेनुने उसके हाथ पकडलीये ओर दोनो को सांत कीया बडा भावुक माहोल हो गयाथा तब तारा ओर सारीकाके आंसु भी बेह रहे थे तब काकी ओर आंटीने दोनाको सांत कीया तब अजय ओर महेश सबके लीये पानी लाया तब काकाने कहा
काका : चलो सब अब फ्रेस हो जाइअे डीनर नही करना क्या वेइटर हमे दो बार पुछके गया हें चलो चलो फीर हम बादमें रोनेका प्रोग्राम रखेगे
तो काका की बात सुनके सब हसने लगे ओर खडे होकर अंदर फ्रेंस होने जाने लगे तो में ओर नेनु भी साथ चलने लगे तब सोनु मेरे पास दोडके आइ ओर दोनो को सोरी सोरी कहेने लगी तब नेनु ने उसे हग करके कहा
नेनु : गुडीया तुजे छोडके हम घुमने जासकते हे क्या? चल कोइ बात नही नीकालदे दीमागसे वेसे दादी तुजे बहुत याद कर रही हे
सोनु : सच? में अब दादीके साथही रहुगी
हम अंदर गये तो दिवु ओर जसु हमारे कोटेजमें थी जेसेही हम अंदर गये दोनो दोडके हम दोनोसे लीपट गइ फीर दिवुने नेनु को सोरी कहा तो नेनु मेरी तरफ देखकर हसने लगी तो दिवुने देखलीया ओर जसुसे कहेने लगी
दिव्या : भाग जसु इधर खतरा हें (जसुका हाथ पकडकर भाग गइ)
तब नेनु जोरोसे हसने लगी तभी धारा अंजु ओर सोनु फ्रेस होकर बहार आगइ तो नेनु मुजे हाथ पकडके बाथरुम में ले गइ तो बहार अंजु कहेने लगी
अंजु : चल धारा सोनु महारानीतो इसे लेगइ अब सब प्रोग्राम करकेही आयेगी हम चलते हे
तब में ओर नेनु अेक दुसरेके सामने देखकर हसने लगे तब मेने नेनुको कमरसे पकडकर खीच लीया तो नेनु मुजसे चीपक गइ ओर होंठ पर कीस करने लगी फीर हम दोनोने कपडे नीकाल दीये ओर मेने नेनुकी चुतमें खडे खडे ही लंड उतार दीया तो नेनु कामुक होगइ ओर सीसकारी करने लगी फीर वो खुद मुजे कमर हीलाके सोट मारने लगी ओर हमारे बीच धमासान चुदाइ हुइ
फीर दोनो सामें जड गये मेने नेनुकी पुरी चुत अपने कामरस से भरदी फीर जब लंड नीकाला तो रस नेनुकी चुतसे बहेकर पैर पर उतरने लगा तो नेनु नें उंगलीसे लेलीया ओर सुंघने लगी तो वो मदहोस हो गइ फीर उसने चाटलीया ओर मेरी ओर देखकर हसने लगी फीर हम दोनोने नहालीया
ओर कपडे पहेनकर बहार आके तैयार होगये फीर नेनु मेरे हाथमें हाथ डालकर मेरे साथ चलने लगी आज वो बहुत खुस हो रही थी फीर हम दोनो सबके साथ जाके बेठ गये तब सुनील ओर ताराभाभी सारीकाभाभी आरहे थे वो थी आके साथमें बेठ गये तो नेनु नें धीरेसे कहा
नेनु : जानु कल सारीका प्यासी रेह गइ अब तक सुनीलभाइ इसे वायेग्रा खाके पेलते थे अब डोक्टरने मना करदीया तो कल उसका खडाही नही हो रहा था, बेचारी बडा अफसोस कर रही थी की अब क्या होगा? उसने तो कल भाइसे केहभी दीया की तुम कुछभी करो मुजे बच्चा चाहीये तब भाइने देखते कहेके बात टालदी तो उसने सब ताराभाभीको बता दीया
में : लेकीन भाइको डोक्टरने क्यु मना कीया बताया नही उसने
नेनु : नही बताया पर ताराभाभी जानती हें उसे कुछ बीमारीहे तो अब वो नही लेसकते
में : तो होगया कबाडा, भाइको मुजेतो बताना चाहीये था खामखा सारीकाभाभीकी हमने जींदगी खराब करदी अगर मालुम होता तो में कभी उसकी सादी नही करवाता
नेनु : (हसकर) कोइ बात नही तो आप बच्चा दे देना उसे, वेसेभी अेकबार तो आप
पेलही चुके हो अेक बार ओर सही
में : तुजे सरम नही आती कमालकी बीवीहो मेरी, कीतनोका कोंन्टड्ढाक्ट लीया हे तुने?
नेनु : (हसकर) तो क्या हुआ आपकेभी तो मजे हे ओर हमे क्या फर्क पडने वाला हे हें..हें..हें..
तभी वेइटर आगया ओर हमे सर्व करने लगा तो हम दोनो चुप होगये नेनुने अेकही डीसमें सब डलवाया ओर खाली डीस वापस देदी फीर हम दोनो अेकही डीससे खाने लगे तब नेनु मुजे खीलाने लगी तो में नेनु को खीलाने लगा तब मायाभाभी ओर लताभाभी हमारी ओर देखकर हसते जा रहे थे तभी मेरी बाजुमें सोनु थी तो वो भी मुजे खीलाने लगी तब मेने उसकोभी खीलाया फीर मेने सोनुसे पुछा
में : जानु आप सबने हमारा होटेल देखलीया? केसा लगा आपको?
सोनु : (खाना खाते) पुछोही मत, हमारी कल्पनासे बहुत बढीया हें ओर हमारी ब्युटीसीयनतो दिवु की पकी सहेली नीकली बहुतही सरल ओर हसमुख स्वभावकी हें उसने मुजे सुबह ही बुलाया हें
में : चलो सबको पसंदतो आया, दिवु कीधर हे वो दीख नही रही हे
सोनु : वो रही आज जसुको लेकर हमसे दुर बेठी हे, कही आपने कुछ कहा तो नही?
में : नही में क्या कहुगा मुजसेतो कोइ बातभी नही हुइ
फीर हमने डीनर फीनीस कीया ओर फीर सब बेठ गये तब नेनु ने मुजे इसारेसे बुलाया तो में वहा चला गया तबतो वहा दिवु जसु आगइ तब नेनुनें मेरी सब बीवीओको बुलाया ओर हम टहेलने लगे तो मेने कहा
में : क्यु दिवु जसु आज हमसे दुर क्यु बेठी थी मुजसे कोइ गलती होगइ क्या ?
तब दिवु अचानक चलते रुक गइ ओर अेक नजरसे मुजे देखने लगी फीर मेरे पास आके साथ चलने लगी ओर उसने दोनो हाथसे मेरी बाजुको पकडके चलते हुअे कहा
दिव्या : जानु आपने अेसा सोचभी केसे लीया, हम आपसे नाराज हो सकती हें क्या? आइन्दा अेसी बात कीनां तो मुजसे बुरी कोइ नही होगी, हमे पता हें हम दोनो को आप कीतना चाहते हो फीरभी आपके दीमागमें अेसी बात आइ ही क्यु?
जसु : ये तो आज हम दोनो इनसे दुर बेठे थेनां इसलीये क्यु जानु?
में : देख इन्हे, केसे जानलीया उसने, हां इसीलीये पुछा आपको
दिव्या : अरे बाबा आज लताभाभी ओर कमलाभाभीने जबरदस्तीसे अपने पास बीठा दीया इसलीये समजे, आइन्दा कभी नही बेठेगे प्रोमीस,
में : चलो ठीक हें, ये तो सोनु ने कहा की दोनो आपसे नाराज हे इसलीये पुछा
दिव्या : (सोनुको मुका मारते) क्युरी तुजे कब लगा हम नाराज हें? कमीनी कहीकी
सोनु : देखा जानु मुजे गाली दे रही हे, बहुत बीगड गइ हें, जसु इनसे दुर रहा कर
जसु : तो सहीतो केह रहीहे सरम नही आती हमारेही खीलाफ हमारे पतीको भडकाती हो?
सोनु : लोजी ये भी गइ कामसे, जानु अब आपही देखलेनां में कुछ नही कहुगी
में : सोनु तु फीकर मत कर में सब काम कर दुगा तेरा बस अब खुस
तब सोनु खुस होकर दोनो को अपनी जीभ दीखाने लगी तो हम सब हसने लगे तब दिवु ओर जसुकी भी हसी नीकल गइ तब दिवुनें सोनुको हग करलीया ओर उसके गालको चुमलीया फीर कहा
दिव्या : बीलकुल छोटी बच्चीकी तराह ही हे, लव यु सोनु,
तब सोनु भी दोनो को गले मीली ओर सोरी कहा ओर हम चलते आगे नीकल गये तब मेने दिवुसे कहा
में : दिवु हमारी होटेलसे आइसक्रिम कहासे आता हें पता हे तुजे
दिव्या : नहीजी लगता हे कीसी कंपनीसे मंगवाते हे फीरभी मेनेजरको पुछना पडेगा, क्यु?
नेनु : दिवु तुने अहेमदाबादमें हमारी होटेलमें ओर वो पार्लरमें भी आइसक्रिम खाया हें तो बता तुजे कहाका आइसक्रिम अच्छा लगा?
दिव्या : हं....सच कहुतो मुजे वहाका आइसक्रिम अच्छा लगा इनफेक्ट वो राजकोट जेसाही था जो मेने आज तक कभी नही खाया हें, पर ये सब क्यु पुछ रहे हो?
हम बाते कर रहेथे तब जसु हसतीही जा रही थी तो नेनुने उसे इसारेसे चुप कराया
में : तो दिवु हमारे जेसा आइसक्रिम इधर मीलेतो केसा रहेगा वो भी हमारा स्पेसीयल
दिव्या : जानु तब तो हमारी होटेलको चार चांद लग जायेगा लोग स्पेसीयल यही खाने आयेगे इधर, आपका कुछतो प्लान हे वरना इतनी इन्कवाइरी नही करते बोलो सही हुंना?
में : (हसकर) हां दिवु जीस पार्लरमें में आप सब को आइसक्रिम खाने लेगया था उनका मेइन कारीगर कोन हे पता हें? हमारे पुजारीजी का लडका वोही सब फ्लेवर बनाता हे यहां
अंजु : व्होट.. वो उनका लडका हे? तब तो जानु आप उसे इधर बुलाही लो, अब उसकी सब फेमीली इधर आगइ हे तो वो वहा अकेला क्या करेगा
नेनु : (हसते) बुलालीया हें ओर वो इधर ही गांवमें हे कल आरहा हें, हमारे पती ओर ये जसुने तैय कीया हे आइसक्रिमका पुरा डीपार्टमेन्ट उसको सोंप देगे, उसका नाम बबलु हे
दिव्या : बाबु येतो सरप्राइज हे, ओर ये जसुडीने मुजे बताया तक नही, कमीनी कहीकी
जसु : (हसते) मुजे क्यु गाली देती हे इन्होनेही मना कीया था बताने को आप सबको सरप्राइज देना चाहेते थे तो केसे बताती, कमीनी मुजे गाली देती हे
में : (हसकर) चलो अब ठीक हें जसुभी सीख गइ गाली देना, साबास जसु
तब सब हसने लगे फीर मेने दिवुसे कहा की हम अभी मेनेजरको मीलकर बात कर लेगे तो दिवुने कहा जानु सबकी हाजरीमेंही बात करना सबको सरप्राइज मीलेगा फीर हम बाते करते सबके साथ बैठ गये तो करणने सबके लीये आइसक्रिम मंगालीया तब सब बाते करते सादीकी चर्चा करने लगे
तभी आइसक्रिम आगइ ओर वेइटर सबको देने लगे तब दिवुनें उन्हे सुचना दी की मेनेजर साहब जब फ्रि हो जाये तो इधर भेजना फीर हम आइसक्रिम खाने लगे तो इस बार दिवु ओर मेरी सब बीवी बराबर टेस्ट करने लगी तभी सोनु ने कहा
सोनु : सुनीये आप बबलुको बुलाही लीजीये हमारा आइसक्रिम कणीदार ओर मलाइ वाला होता हें ये अेकदम पालीस जेसा लग रहा हे
धारा : सही हे सोनु वोही बेस्ट हे ओर ज्यादातर यही मीलता हे
तभी मेनेजर आगये ओर आके हमारे पास बडी अदबसे खडे हो गये तब दिवु ओर सुनीलभाइनें उनसे कुछ बात करली फीर वो चला गया तब सुनीलभैयाने कहा
सुनील : भाइ येतो हमारी गुजरातकी कंपनीका माल हें ये लोग वहीसे मंगवाते हें मेने उसे कहेदीया हे की कल जो लडका आयेगा आप उसकी पुरी रीक्वायरमेन्ट सुनलो फीर हम अेरेन्ज कर लेगे उनकोभी पुछना पडेगाकी तुजे क्या क्या चाहीये तभीतो वोही क्वालीटी बना पायेगा
में : हां सही हे हम कल देख लेगे
फीर सबने आइसक्रिम फीनीस कीया तब मेने अंजुसे बा बापुजीका पुछा तो महेशने कहा सब ठीक हे वो तो ये होटेल देखकर ही खुस हो रहे थे फीर हम सब बाते करने लगे ओर ११ बज गये तब अेक अेक करके सब अपने कोटेजमें जाने लगे तब काका ओर काकी हमारे पास आके बेठ गये तो आंटी ताराभाभी नेनु ही बेठे रहे सारीकाभाभी ओर सुनीलभैयाभी चले गये तब काकाने कहा
काका : बेटा होटेलतो तुमने बहुत बडा लीया हे, मेतो सबजा कोइ छोटी मोटी होटेल होगी येतो फाइवस्टार हे सब सुवीधाये हे
में : (हसकर) काका अंदर बार भी हे देखाकी नही
काका : (हसते) अरे देखा? में ओर सुनीलभाइतो उद्घाटनभी करके आये हें..हें..हें..
काकी : हो गया कबाडा, आप इधरभी सुरु हो गये?
आंटी : तो क्या हुआ यहा अेन्जोय नही करेगे तो कहा करेगे तुभीतो पीती हे
कहेकर ताराभाभी ओर आंटी जोरोसे हसने लगे तो काकीने कहा
काकी : मेने कब पीया कभी देखा हे हमे जुठ बोलती हे
तारा : रहेने दे रमा तुने सचमुचमें पीया हे, इनफेक्ट सबने पीया हे समजी हें..हें..हें..
काकी : हम सबने? कब पीया? हमेतो पता ही नही सच बताइतो कब पीलाया हमे
आंटी : सादीके अगली रात तारा वो थम्सअप लाइ थी भुल गइ आप इसमें मीक्स करके ही लाइ थी ओर सबको पीलादीया हें..हें..हें..
काकी : हे..भगवान तभी में सोचु अंदर जातेही नींद केसे आगइ ओर सीधे सुबहही उठे
तब मे ओर काका जोरोसे हसने लगे फीर नेनु काकी भी हसने लगी फीर थोडी देर बात करके काका काकी ओर ताराभाभी भी जाने लगी तब हम तीन ही बचे थे तब नेनुने कहा
नेनु : कहो आंटी क्या बात हे, क्या कहेनां हे आपको
आंटी : (हसकर) तुम दोनो समज बहुत जाते हो, में सोच रही थी में यहा नही राजकोट मेंही रहु उधर हम घरभी खाली नही रख सकतेनां आप लोगतो आते जाते रहोगे (सरमाते हसने लगी)
में : लेकीन आंटी आपको तो हमारे साथ ही रहेना हे, तो उधर क्यु रहेनां
नेनु : आंटी सही केह रही हे, आप नही समजोगे अब बच्चा होगातो यहा कोइ पुछेगा नही फीर दादी भीतो जाने वालीहे वो चली जाये तब हम आंटीको इधर ले आयेगे क्यु आंटी
में : अरे वाह नेनु, अबतो तुभी प्लान बनानेमें अेक्सपर्ट हो गइ हे, चलो कोइ बात नही
नेनु : जानु, यहां हमारी सादी होतेही हम तीनो नीकल जायेगे, अेक दीन हम आंटीके फ्लेटका सोदा करेगे फीर दुसरे दीनतो ये मेरी सोतन हो जायेगी हें..हें..हें..
तब आंटी सरमाके हसने लगी, तभी सोनुने हमे आवाज दी तो हम तीनो उठ गये ओर हमारे कोटेजमें चले गये तब नेनु ने दरवाजा बंध करलीया ओर देखातो तीनो नंगी होकर लेटी थी तब नेनुने भी फटमफट कपडे नीकालदीये फीर मेरे कपडेभी मीकालदीये फीर कहा
नेनु : चलो जानु सुरु होजाओ हम लास्टमें करेगे,ओर हां धारा अब तु आइपील लेना छोड दे
धारा : दी दोदीनसे छोडदी हे वेसेभी अब पीरीयडके बाद ही होगा टाइम नीकल गया हे
अंजु : फीकर मत कर पर तु ओर पंद्रह दीन बाद करना तो बेटर रहेगा
सोनु : नेनु दी अंजुदी के पास इस बारेमें काफी नोलेज हे आप इसको भी बोलोनां बच्चा पेदा करले
अंजु : क्युरी ताकी तुम आरामसे मजे कर सको, में कोइ बुध्धु नही हुं समजी चल लेट जा ताकी दुसरोकी बारी आये जानु सुरु हो जाओ ओर आज इसेही बच्चा डालदो
सोनु : हां डाल दुगी जब मेरे जानु कहेगे समजी, क्यु जानु?
में : हां सोनु अभी नही चल आजा आजतो तुजे जी भरके पेलुगा
कहेके मेने सोनुकी चुतमें लंड डालदीया ओर उसे जोरोसे पेलने लगा तो सोनु मदहोस होकर उछल उछल कर चुदवाने लगी सोनु को मेने लगातार तीन बार पेला फीर सोनु थक कर चकनाचुर होगइ फीर मेने नहाते वक्त भी सोनुको घोडी बनाके पेला ओर हम नहाकर बहार आगये तो सोनु आज बहुत खुस लग रही थी फीर मुने चुमकर सोगइ तब धाराने कहा
धारा : जानु मुजे करना हे आज मुजे रगड डालो, नीचोड दो फीर में मम्मीके पास जाके सो जाउगी क्यु तुम समज गयेनां
में : हां आजा तुजे उसेभी ठंडा करना पडेगा जानता हुं में आजा
फीर मे धाराको जबकर पेलने लगा उसेभी सोनुकी तराह आज नीचोड दीया ओर मुजसे दो बार पेलवाकेही भाग गइ तब अंजु मुजे लीटाकर मेरी सवारी करने लगी फीर मेरे उपर लेटकर मुजे सोट मारने लगी जब वो जड गइ तो मेरे नीचे लेट गइ फीर मेने उसकी दोनो टांग अपने कंधे पर रखकर जमके पेलने लगा
तो वो चीलाने लगी तब नेनु उसे कीस करके उसकी आवाज दबाने लगी आज मेने अंजुको भी तीन बार पेला फीर मेने उसको बाथरुम में भी खडे खडे चोदलीया तो वो पसीनेसे लथबथ हो गइ फीर हमने अेक दुसरोको नहेलाया ओर मुजे कीस करते बहार आगइ ओर सोनुके पास लेट तइ तब में नेनु के पास लेट गया तो कहा
नेनु : जानु हमारी दीनमें कब बारी आयेगी अबतो बहुत मुस्कील हे कोइना कोइ होता ही हे तो में आपसे दीनमें प्यार नही कर सकती
में : नेनु महेलमें बहुत कमरे हे बस मुजे इसारा करदेना ओर अेक कमरा हमारा सीक्रेट रखना में जीसे चाहु वहा लेजाकर प्यार कर सकु अब वहां तुजेही अेरेन्ज करना पडेगा
नेनु : अरे बाह आइडीया तो अच्छा हे पर ये बात सीर्फ हम ही जानेगे ओर कोइ नही समजे ओर आज तो मुजे सारी रात करना हे फीर आपकी तीन चार दीन की छुटी आने वाली हे
में : समज गया रानी क्या अेक महीना होगया पताही नही चला, अब मेरा क्या होगा डार्लींग
नेनु : आप फीकर मत करो मेने आपकी खास दुसरी रानीको तैयार करलीया हें वो आपका पुरा खयाल रखेगी मेने उसको सब समजा दीया हे
में : अच्छा कोन हे वो?
नेनु : (हसते) आपने कीतनीको खास जगाह दीहे? वोही हे
में : ओह.. जसु, पर हमारीतो सादी तक नही हुइ नेनु
नेनु : पता हे इसीलीयेतो में पीरीयड लेटकी गोली लेती हुं वरना मेतो चार दीन पहेले ही हो जाती
में : नेनु यही बात मुजे अच्छी नही लगती तु मतलब के बीना क्गु गोलीया खाती रहेती हे भलेही में अेसे रहु मेरी तीन बीवीया ओर भीतो हे, में उनसेभी बहुत प्यार करता हुं में उसीसे काम चला लेता अब दुबारा अेसा कभी कत करना ओर सबको भी बोल देना कोइ अेसे ना करे मुजे अच्छा नही लगता तु कलही सब गोलीया फेक दे समजी
नेनु : सोरी जानु मे समजी मेरा जानु मेरे बगैर नही रेह सकता तो..सोरी, अब नही खाउगी
नेनु : कोइ बात नही, ओर सोरी बोलनेकी जरुरत नही हे, आजही तेरा पीरीयड सुरु करवाता हुं चल लेट जा आजतो तुजे जमकर पेलुगा फीर तु कभी नही खायेगी
कहेके मेने नेनु को लीटाकर मेरा लंड सीधेही उसकी चुतमें उतार दीया ओर में नेनु को जोरोसे पेलने लगा तो नेनु हल्का हल्का चीखती रही फीर बीच बीच में वो भी उछलकर मुजसे चुदवाने लगी, आजमें नेनु की चुतमें जडतक घुसाके उसे पेलने लगा तो लंड बार बार उसकी बच्चेदानीसे टकराता था जीसकी वजह से नेनु चीखती रही मेने नेनु को तीन बार जडादीया फीर हम साथमें जड गये ओर में नेनुके उपर ढेर हो गया तब नेनु मेरे बालको सहेलाने लगी फीर मुजसे बात करने लगी
नेनु : जानु आज आप अलगही मुडमें हे अच्छा हे आप अपना गुसा हमको पेलके नीकालते हे
में : सोरी नेनु जब तुने गोली खानेकी बात की तो मे बहुत अपसेट हो गया था, तुजे कुछ हुआतो नही, पर क्या करु तुमसे बहुत प्यार करता हुं तो मुजसे सहन नही होता
नेनु : (हसकर) जानती हुं जानु, पर मुजे मजाभीतो बहुत आया सोचतीहुं कभी कभी आपको गुसा दीलाउ ताकी हमतो मजा कर सके हें..हें..हें..
में : नेनु अेसा मत करना देखा नही उसदीन अंजु ओर सोनुकी केसी हालत हो गइ थी बादमें मुजेही पछताना पडता हें, अरे हां नेनु हम सादीके बाद वही नाइट मनायेगे या इधर कोटेजमें आयेगे
नेनु : उधर कोटेजमेही मनायेगे
में : तैयार रहीयो तीनो, आपकी पीछेका उद्घाटन होने वाला हें अभीसे तीनो तेल लगाकर उंगलीसे प्रेक्टीस सुरु करदो ताकी उस दीन ज्यादा दर्द ना हो
नेनु : वो दोनो कमीनीने तो कबका सुरु करदीया हे बस मेने नही कीया क्युकी में वो दर्द जेलना चाहती हुं जो मेरा जानु देगा वो जींदगीका लम्हा में हमेसा याद कर सकु भलेही मुजे चारदीन आराम करना पडे
में : लेकीन नेनु में तेरा दर्द नही देख सकता प्लीज, अेसा मत कर वरना में करुगाही नही
नेनु : (मुजे बाहोमें भीचते) जानु आपको करना पडेगा ये हमाराभी सपना हें समजो
में : ठीक हे, फीर मुजे कुछ मत कहेनां, चलो अब बहुत बाते हुइ
कहेके में नेनु को दुबारा जोरोसे पेलने लगा में नेनु को आज चार बार पेला हम ४.३० बजे तक करते रहे फीर में नेनु को बाहोमें भरके उठालीया ओर उसे बाथरुम में ले गया तो नेनु ने मुजे अेक बार खडे खडे चुदवा लीया फीर हम नहाकर बहार आके हमेसाकी तराह चुतमें लंड फसाके दोनो चीपकर नींदकी आगोसमें चले गये
कन्टीन्यु.......