ये केसी अनुभुती
अपडेट - २१
फीर नेनु मुजे चीपकके सो गइ पता नही कब हमारी आंख लग गइ जब सुबह ५
बजेका नेनु की घडी का आलाराम बजा तो नेनु उठ गइ ओर उठतेही मुजे चुमके उठाने
लगी तो मेभी उठके नेनु को अपनी बाहोंमे भर लीया ओर उसको चुमने लगा तो नेनु ने
कहा....अब आगे
नेनु : (हसके) बस बाबु ओर नहीं, आज हमे पुजामे बैठना हे, समजा करो
में : अरे नेनु अेक बार प्यार करने दोनां, कुछ नहीं होगा
नेनु : (हसके) क्या कुछ नहीं होगा, मेरा तो खयाल रखीये में कंटड्ढोल नही कर सकती
चलो हटो ओर नहाके आजाउ बादमें उन दोनो को भी जगाना हे
कहेके नेनु मुजसे छुटकर बाथरुम में भाग गइ, जब वो नहाके बहार आइ तो मुजे
हाथ पकडके बाथरुम के पास लेगइ ओर मुजे बाथरुम में धका मारके अंदर धकेल दीया
ओर हसने लगी फीर वो तैयार होने लगी आज नेनु ने अपने बाल खुले रखेथे आज वो
बीलकुल कामदेवकी मुरत लग रही थी जेसे में बहार आया तो नेनु मुजे धोती ओर कुर्ता
दे दीया ओर कहेने लगी
नेनु : जानु आज आपको पुजा तक यही कपडे पहेनना हे आप तैयार हो जाओ तब तक
में उन दोनो को उठाके आती हुं कहेके जाने लगी तो मेने उसका हाथ पकडलीया ओर
उसे आयनेके सामने ले गया फीर मेने डड्ढोअर मेंसे डबी नीकाली ओर उसकी मांग में
सींदुर भर दीया तो वो फोरन जुकके मेरे पैर छु लीये ओर मुजसे लीपटकर कहा
नेनु : जानु अच्छा हुआ आपको याद आगया वरना में तो आज भुलही गइ थी, चलो
आप फटाफट तैयार हो जाओ में आती हुं
कहेके नेनु अंजु ओर सोनु को जगाने गइ तो दोनो सोनु के बैड पे नंगी होकर
पडी थी तो नेनु उसको देखते ही हस पडी ओर वहां जाके दोनो के कुले पर अेक अेक
जापट लगादी ओर कहेने लगी
नेनु : अरे कमीनीओ अब तो उठ जाओ, केसे बेसर्मोकी तराह पडी हे,
दोनो को पीछे जोरोसे मार पडी तो दोनो हडबडाते उठ गइ ओर नेनु की ओर
देखने लगी तो अंजु बोली
अंजु : अरे वाह सोनु हमारी सौतन को तो देख अेक दम पटाखा लग रही हे
नेनु : अरे बेसर्म कहीकी तुजे में पटाखा लगती हुं पहेले तुम दोनो अपनी हालत देखो
केसे नंगी पडी थी लगता हे रात में दोनो ने कुछ कांड कीया हे
अंजु : तु रात भर चीलाती रहेती थी तो हम अपने आपको खाक कंटड्ढोल करती कमीनी
केसे चीला चीला के चुदवा रही थी ओर हमे कहेती हे बेसर्म
नेनु इतना सुनते ही सरमाके मुह उधर करके मंद मंद मुस्कराने लगी ओर अंजु के
पास बेड पर बैठ गइ ओर अंजु से पुछने लगी
नेनु : क्या वाकइ मेरी आवाज यहां तक आती थी, सच बोलना कमीनी नहींतो पीटुंगी
सोनु : ओर नहींतो क्या दी आप केसे चीला रही थी दो बार तो हम नीचे देखने भी
आगइ लेकीन आपने कीहोल बंध करदीया था तो हम देख नहीं पाइ आपका लाइव सो
नेनु : मुजे मालुम था तुम दोनो अपनी हरकतसे बाज नहीं आओगी इसीलीये बंध कीया
था
अंजु : अगर खुला रखती तो हम कहा तेरे भाग छीनने आजाती कमीनी कहीकी फीर
भी हमे मालुम तो पडही गया तुम क्या कर रही थी हें..हें..हें..
नेनु : ठीक हे ठीकहे चलो दोनो फटाफट तैयार होकर नीचे आजाओ ६ बजे पुजारीजी
हाजीर हो जायेंगे ओर सोनु तु सीमाको भी फोन करके जगा दे उसका भी हमारे जेसा
ही हाल होगा
ये कहेके नेनु हसती हुइ नीचे जाने लगी, ओर अपने रुम में चली गइ तो राज पुरी
तराह तैयार होके बेठा था, नेनु को देखतेही कहेने लगा
में : वो दोनो उठ गइ क्या, वेसे नेनु आज तो तुम कयामत लग रहीहो अेसा लगता हे
कलही तुम्हारी सादी हुइ हे, जरा इधर आओनां थोडा प्यार करलु
नेनु : (हसके) ना बाबा नां, अभी कुछ नहीं रात भर में चीलाती रही ओर वो दोन
कमीनी ने सुन लीया तो मुजे अभी उपर केह रहीथी कम चीलाने को मुजे तो बहुत सरम
आइ राज क्या में इतने जोरोसे चीला रही थी?
में : कोइ बात नहीं आज उनमेसे अेक की बारी हे, तुम भी मजे लेके सुनना ओर देखनां
नेनु : अरेहां राज आप कुछ अेसा करीयेनां की में देख सकु, आपने तो हमारी फस्टनाइट
का सुटींग कीया था तो सोनु का भी करीयेनां मुजे देखना हे
में : (चोंकते) क्या तुजे मालुमथा की मेने सुटींग कीया हे, तो मुजे बताया क्यु नहीं?
नेनु : जी मेरे भोले पतीदेवजी मुजे सब मालुम हे, पत्नी हुं आपकी, ओर आपही से सब
सीखा हे मेने, ओर क्या बताती में मुजे भी तो देखना था हमारी सुहागरात केसी रही
ओर आपने मेरी हालत केसे की थी हें..हें..हें..
में : वाकइ तुम दोन बहेने खतरनाक हो, मुजे आप दोनोसे बचके रहेना पडेगा
नेनु : (हसके) अब आप हम दोनोसे बचके कहां जायेगे, आपकी बडी तम्मना थीनां
दोनो बहेन से सादी करनेकी तो अब जेलो हम दोनोको, ओर अब तो आपको दो के
पर अेक फ्रि भी मील गइ, क्या स्कीम पाइहे आपने (हसने लगी) हें..हें..हें..
में : हे भगवान बचाके रखना इन तीन महारानीओसे, (हसने लगा) हें..हे..हें..
तभी बहारसे आवाज आइ तो हमने देखा तो अंजु ओर सोनु हमारे रुम में आके
हमारे पास बैठ गइ ओर नेनु को छेडने के लीये नेनु का हालचाल पुछने लगी
अंजु : अब केसी हे तेरी तबीयत नेनु?
नेनु : अरे मुजे क्या हुआ हे, मेतो बीलकुल ठीक हुं
अंजु : अभी तो उपर आके केह रही थी की चीलाते चीलाते गला दुखने लगा हे
ये सुनतेही नेनु अंजु को मारनेके लीये उसके पीछे भागी तो अंजु हसती हुइ
कीचन में भाग गइ तो नेनु सोनु की ओर पलटी ओर अंजु का गुसा सोनु पर नीकालने
लगी
नेनु : अब तुजे कुछ कहेना हे मुजे, तो बोल बंदरीया ताकी में तेरा इलाज कर सकु
सोनु : (हसके) अरे मेरे पर क्यु गुसा कर रही हो मेने कुछ कहा, में बोलने वालोमेंसे
नही हुं (धीरेसे) देखने वालोमे से हुं
नेनु : क्या बोली धीरेसे जरा जोरोसे बोलके दीखा मुजे कुछ सृुनाइ नहीं दीया फीरसे
बोलतो
सोनु : अरे कुछ नहीं दी आज घरमें पुजा हे तो आपको गुसा नही करना चाहीये येकहा था
नेनु : हंम.. ठीक हे अभी तो तुम दोनो को छोड देती हुं पर याद रखना जब तुम्हारी
बारी आयेगीना तब में तुम दोनो की क्या हालत करती हुं देख लेना
में : (हसके) अरे महारानीजी जाने दीजीयेना बच्चीकी जान लेगी क्या
नेनु : बच्ची नही हे वो आपकी बीवी हेवो, अब आप भी चलीये बहार अभी पुजारीजी
आते होगे
कहेके नेनु बहार चली गइ तो सोनु मुजसे चीपक कर बैठ गइ ओर मुजे हग कर
लीया
सोनु : आज नेनु बहुत भडकी हुइ हे आप जरा सम्हालना में तो चली दादी के पास आप
को आना हे तो चलो
में : अरे सुन सोनु में भी चलता हुं आज खास दीन हेतो मीलके आशीर्वाद लेते हे चल
कहेके में सोनु को लेकर दादीके रुम में चला गया तो वहां नेनु भी थी ओर वो
पुजा कर रही थी हम जाके सीधे नेनु के पास हाथ जोडके खडे हो गये ओर जब नेनु
की पुजा खतम हुइ तो वो बहार जाने लगी तो मेने उसका हाथ पकडके रोक लीया ओर
तीनोने मीलकर अेक साथ दादी का आशीर्वाद लीया तो नेनु की आंखसे दो आंसु गीरे
तो मेने अपने हाथसे पोछे तो नेनु मुजसे लीपटकर रोने लगी फीर सोनु ने उसे सांत
कीया ओर पुछा
सोनु : दी क्या हुआ अेसे खुसीके दीन आप क्यु रो रही हे चुप हो जाइअे
नेनु : तुजे केसे बताउ गुडीया आज मम्मी पापाकी बहुत याद आ रही हे
में : नेनु में हुनां अब तेरे साथ तो तु क्यु चीन्ता करती हे, रो के उसकी आत्माको हम
दुखी करते हे हमे तो उनका आशीर्वाद लेना चाहीये ताकी वो जहांभी हो खुस रहे
नेनु : ठीक कहा आपने में अब नहीं रोउंगी, आप जो हमारे साथ हे
तब दादीने इसारा करते नेनु को पास बुलाया फीर मुजे भी बुलाया पहेले दादीने
नेनुके सर पर हाथ रखा फीर उसका हाथ पकडके मुजे बुलाया ओर उसका हाथ मेरे हाथ
में रख दीया ओर नेनु को चीन्ता ना करनेका इसारा कीया तो नेनु ने दादीका सर
चुमलीया ओर इसारोमें हां केह दीया फीर हम तीनो बहार सोफे पर आके बैठ गये तो
नेनु नीचे सर करके अभी भी कुछ सोचमें डुबी हुइ थी तो मेने उसके सर पर टपली मारदी
ओर कहा
में : अभी भी क्या सोच रही हे, तेरी सब जीम्वेवारी अब खतम देखा नहीं दादीने तुुम्हे
मुजे सोंप दीया हे तो अब तुम सबकी मेरी जीम्वेवारी हे तु क्यु चीन्ता करती हे
तो नेनु ने हसके हां मे गरदन हीलाइ ओर मेरे कंधे पर सर रखदीया फीर मुजे हग
करलीया तो मेरे उनके सरको चुम लीया तभी हमे बहार कुछ आवाज सुनाइ दी तो सोनु
उठके दरवाजा खोलने लगी तो सीमा ओर अजय अंदर आगये सीमातो आतेही सोनु से
लीपट गइ ओर अजय हमारे पास आके बैठ गया ओर नेनुसे पुछने लगा
अजय : केसी हे हमारी तीनो बहेने, ओर हमारे जीजाजी
में : जीजाजीके बच्चे तु सीर्फ मेरा सालाही नहीं बहेनोइभी हे ओर तुम सचमुचमे साले हो
थे सुनते ही सब हसने लगे, ओर अंदरसे अंजु बहार आगइ ओर कहेने लगी
अंजु : आओ अजय भैया तुम तुम्हारे जीजाजीसे कभी बहेस मत करना आज तक हम
जीत नही पाइ तो तुम क्या चीज हो, बोलो चाइ पीओगेनां?
अजय : जी अंजु दी, हम तो नास्ता भी करेगे तैयार होके हम सीधे ही चले आये हे
नेनु : अजय काका कब आ रहे हे उसको मीले कीतना टाइम होगया हे तुम्हारे जीजाजी
तो मीलने जाते हे कभी हमे नही लेगये
अजय : दी वो कल आजायेंगे, मेने उसे फेक्टरीकी पुजाकी बात की तो कहेने लगे हम
पुजामें नहीं पहोंच पायेगे, ओर रही बात पापा से मीलने की तो अबतो वोही आपका
मायका हे आप कभी भी आ जा सकती हे
सीमा : हां दी आप कभी भी आ सकती हे वेसे मे भी कभी भी अपनी भाभी को मीलने
आ सकती हुं (कहेके सोनु की तरफ देखके हसने लगी)
सोनु : हां भाभी से मीलने भाभी तो आही सकती हे क्यु अजय भैया?
ये दोनोका जगडा देखके हम हसने लगे तभी घर के अंदर पुजारी जी के साथ चार
ओर ब्राह्मन आगये तो हम सब खडे होकर उनका आशीर्वाद लेने लगे फीर पुजारीजी ने
पुजा कहा करनी हे पुछा तो मेने होल मेंही पुजा करवाना मुनासीब माना ताकी हम चारो
आरामसे बैठ सके फीर सब ब्राह्मन सामान नीकालके तैयारी करने लगे थोडीही देर में
सब तैयार होगया आसन भी बीछा दीया
तब तक चाइ भी बनके आगइ पहेले अंजु ने सब महाराज को चाइ दी बादमें
हमको दी तो सब चाइ पीके रेडी हो गये तब अजय मेरी इजाजत लेके बहार जाने लगा
ओर महाराजसे पुछने लगा की पुजा कीतनी देर चलेगी ताकी वो खाना टालमपे हाजीर
कर सके फीर वो सब जानकारी लेके चला गया ओर सीमा कीचन में चली गइ फीर
अेक साइडमे में बैठ गया मेरे साथ नेनु बैठ गइ फीर सोनु ओर लास्टमें अंजु बैठ गइ
साथमे सब ब्राह्मन भी
अपनी अपनी जगाह पर बैठ गये ओर मंदिर के पुजारीजी मेरी साइडमें मेरे बाजु
में बैठ गये फीर अेक लकडेका छोटा बाजोठ नीकाला उसके उपर लाल कपडा बीछाया
फीर उसके उपर वो यंत्र रखा जो चार दीन तक मेने उसकी पुजा की थी फीर
पुजारीजीने पुजा आरेंभ की लगातर अेक घंटे पुजा करवाने के बाद उसने अेक हवन
कुंड रखा उसकी पुजा हुइ
बादमे उसने हवनको चालु कीया फीर हम सबको आहुती डलवाते रहे तकरीबन
साडे चार घंटे पुजा हुइ तब जाके पुजा समाप्त हुइ फीर आरती की ओर हम सबको खडा
करदीया ओर अेक साथ दोनो हाथ आगे अेकठा करने को कहा तो पहेले मेने अपने
दोनो हाथ आगे करके रखा मेरे हाथ के उपर नेनु ने उसके उपर सोनु ने ओर लास्टमें
अंजु ने हाप रखा तो पुजारीजी ने वो यंत्र हमारे हाथोमे रख दीया ओर कहा
पुजारीजी : राज बेटा अब तुम चारो जाके इस यंत्र को तुम्हारी तीजोरी में स्थापीत करके
आजाओ
फीर हम नेनु के रुम में रखी हुइ तीजोरीके पा जाने लगे ओर नीचे मेरा हाथ था
तो मेने तीजोरी खोलदी ओर यंत्रको तीजोरीमें रख दीया फीर मेने तीजोरी बंध करदी
ओर चाबी नेनु को देदी फीर हम वापस आके अपनी जगाह पर बैठ गये तो पुजारीजी
हमे कहेने लगे
पुजारीजी : बेटा बाबाने कहा हे की कमसे कम महीने में अेक दीन यंत्रको बहार
नीकालके उसका अभीसेक पुजा कर लेना फीर वापस तीजोरीमें रख देना अब आपकी
आपकी पुजा पुरी हुइ तुम सब अपना फास्ट तोड सकते हो ओर कलभी इसी तराह
करना हे अब राज बेटा तुम्हे कपडे बदलने हे तो बदल सकते हो
फीर हम सब खडे हो गये ओर बारी बारी सबके पैर छुके आशीर्वाद लीया फीर
मेने अजय को फोन कीया
में : अजय यहां पुजा पुरी हुइ हे तुम कहा पहोंचे?
अजय : बस भैया आगया हुं आप फोन रखीये में हाजर हुं
अभी मेने फोन रखा ही थाकी अजय सब खानेका सामान लेके आगया ओर
जाके सीधा कीचन में देदीया सब लेडीझ ने फटाफट खाना नीकाला तब तक नेनु बहार
आके जमीन पर बैठनेका आसन बीछा दीया ओर सब ब्राह्मनको भोजन करने बैठने
कहा सब बैठ गये फीर सोनु ओर सीमाने सबको भोजन परोसा तबतक में ओर अजय
सोफे पर बैठ गये मेने सबको आग्रह कर करके भोजन करवाया आखीर सब भोजन
करलीये
तो मेने नेनु को बुलाया फीर में ओर नेनु ने मीलकर सबको दक्षीणाका कवर दीया
फीर वो सब हमे आशीर्वाद देके नीकल गये लास्टमें पुजारीजी भी मुजे कल टाइमपे
आजायेंगे कहेके नीकल गये अब हम सीर्फ फेमीली मेम्बरही थे सोनु ओर सीमाने
मीलकर सब आसन वगेरे नीपट लीया फीर डाइनींग पर अंजु ओर नेनु खाना रखने
लगी तब में नेनु के रुम में गया तो नेनु भी मेरे पीछे आ गइ ओर मुजसे कहेने लगी
नेनु : जानु आप बाथरुम में जाके फटाफट फ्रेस हो जाओ तब तक आपके कपडे में
रखती हुं ओर तैयार होके आप लंच के लीये आजाओ
फीर में फ्रेस होके चेन्ज करलीया ओर आके डाइनींग पर बैठ गया सोनु ओर
सीमाने सबको सर्व कीया फीर सब लंच करने बैठ गये ओर फीर हम सब लंच करने लगे
लंच के दौरान मेने अजयको कलका प्रोगौम के बारेमें तैयारी करनेको बोला फीर उसको
सामके लीये भी कुछ जरुरी सुचनाअे दी ओर रातका डीनर के लीये भी कहा
हम सब लंच फीनीस करके सोफे पर जाके बैठ गये ओर चारो लेडीज घर का सब
काम समेटने लगी तो मेने अजय को बेड सणगार के लीये जरुरी सामान लाना ओर
नेनु ओर अंजु को इसमें हेल्प करने को कहा थोडीही देरमें सब लेडीज आके हमारे पास
बैठ गइ तो नेनु ने सबको कहा
नेनु : सुनीये सब, आजकी पुजातो होगइ कल का सारा प्रोगौम फेक्टरीपे होगा तो
सीमा तुम आजकी तराह सीधे घर परही आजाना हम सब साथमें जायेंगे, अभी
कीसीको आराम करना हे तो करलो
मेने सोनु की तरफ देखातो वो मुजे ही घुर रही थी तो मेने उसे इसारेसे उपर जाने
को कहा ओर में अभी आया कहेके उपर मेरे रुम में चला गया तो पीछे सोनु भी आगइ
ओर आकर पहेले उसने हमारा दरवाजा बंध कीया ओर दोडके आकर मुजसे लीपट गइ
ओर मुजे चुमने लगी मेंने भी सोनु को अपनी बाहोंमे भीच लीया ओर उसे बाहोंमे ही
उठाके बेड पर लीटा दीया ओर उसके उपर जुकके उसको चुमने लगा थोडी ही देर अेसे
चुमने के बाद मेने सोनु से कहा
में : सोनु तु तैयार होजाना हम दोनो बहार घुमके आते हे
सोनु : हम कहां घुमने जायेंगे घर पे ये सब आयेहे तो, बाकी जेसे आप कहो
में : वो सब यहीं बैठेंगे मेने नेनु से बात करली हे, ओर सुन आज तु मेरी पसंदका
कपडा पहेनेगी हम चार बजे नीकलेंगे
सोनु : जेसे हमारे जानु की मरजी, बोलो में कोनसे कपडे पहेनुं
में : तुंम नेनु के पास चली जाना मेने उसे सब बता दीया हे ओके
सोनु : अब में आपके बगैर नही रहे सकती हम कब तक अेसे प्यार करते रहेंगे मुजे
आप पुरी तराह अपनी पत्नी बनालो
में : अरे जानु मुजे पता हे बस दो दीन इन्तजार करलो हमरी फेक्टरी सुरु होतेही में फ्रि
हो जाउंगा मेरी सारी टेन्सन खतम फीर में मेरी सोनुको खुब प्यार करुगा अब खुस?
सोनु : हंम.. चलो ठीक हे, पर सीर्फ दो दिन, नहींतो में आपसे बात नहीं करुगी
में : प्रोमीस जानु, ओर तुम अेसे रुठा मत करो नहीतो मुजे मुस्कील हो जायेगी
तभी बहार से आवाज आती हे सोनु उठके दरवाजा खोलती हे तो सीमा थी सोनु
नें उसे अंदर बुलालीया सीमा हमारे पास आके बैठ गइ ओर कहेने लगी
सीमा : सोरी भैया मेने आप लोगोको डीस्टब तो नहीं कीया हें..हें..हें..
में : नही रे पगली बहेन कभी भाइ को डीस्टर्ब करतीहे क्या, हां अगर तेरी भाभी हुइहे
तो पता नहीं
सोनु : (सरमाके) क्या आप भी इनके साथ सुरु हो गये, मुजे तो बडी सरम आती हे
सीमा : ओये ओये बडी आइ सरमाने वाली, अेक तो मुजसे सबकुछ छुपाके आपसे
सादी करली, अगर मुजे पता होता तो में आपकी सादीमें आजाती
में : सीमा तेरी भाभीसे तु बादमें जगडा करलेना पहेले अेक बात बताओ, क्या तुम्हारे
घर में तुम दोनो का रीस्ता लेके कोइ आता हे की नहीं
सीमा : अरे भैया बहुत आते हे, कभी वो लोग मना करते हे अगर उनको पसंद आजाये
तो हम मना कर देते हे, हम दोनो कब तक मना करते रहेते अब आपही कुछ कीजीये
में : तु अेक काम कर सीमा तु तेरी मम्मी को कहेना की राजभैया अेक पंडीतजी को
जानते हे हमारी जन्म पत्रीका उनको दीखानी चाहीये, इतना कहेना बाकी में सब
संभाल लुंगा
सीमा : ठीक हे भैया मम्मी तो तुरंत मान जायेगी ये सब बातोमें वो बहुत मानती हे ओर
पप्पा भी मानते हे
में : ठीक हे तु अेक बार बात तो कर बाकी सब में संभाल लुंगा ओके
सोनु : अगर आप दोनो भाइ बहेन की बात हो गइ होतो अब हम चले थोडा आराम कर
लेते हे चल सीमा मेरे रुम में
कहेके सोनु ओर सीमा अपने रुम में चली गइ, ओर मेरी भी आंख लग गइ ओर
में सोगया सामको ४ बजे मुजे अंजु उठाने आइ तो आतेही उसने दरवाजा बंध करलीया
ओर आके मेरी बाजु में बैठके मुजे जगाने लगी जब मेने आंख खोलके देखा तो अंजु
को मेरे पास पाया मेने अंजुकी कमरमें हाथ डालके खीच लीया ओर मेरे उपर सुलादीया
तो अंजु कहेने लगी
अंजु : अरे राज क्या कर रहे हो कोइ आजायेगा उठो नीचे सोनु तैयार होके रेडी हो गइ हे
में : क्या अंजु थोडा प्यार तो कर लेने दो तुमसे अकेलेमे मीलही नही पाता हुं
अंजु : (जुठका गुसा करके) अगर प्यार करना हे तो आजाते मेरे रुम में, क्यु जुठी
तसली देते हो
में : ये तेरी दोनो सौतन मुजे छोडे तो तेरे पास आउ अेक बार सादी होजाने दे फीर तुजे
लेके में भाग जाउंगा अेक हप्ते तक हम खुब प्यार करेंगे
अंजु : (सरमाके) बस बस अब कीतनी उमीद देते हो, भगवान जाने वो दिन कब
आयेगा
में : अच्छा तु कहे तो अभी तुजे प्यार करलु, ताकी तुजे यकीन हो जाये
अंजु : ना बाबा नां अभी नही कल करलेना अभी नीचे तुम््हारी सब राह देखते हे चलो
जल्दी फ्रेस होकर आजाओ नीचे
कहेके अंजु मुजसे छुटके नीचे चली गइ ओर में फ्रेस होकर तैयार होगया ओर नीचे
चला गया जातेही में नेनु के रुम में चला गया तो नेनु सोनु को तैयार करके बैठी थी
जेसे ही मेरी नजर सोनु पर गइ तो सोनु दुल्हनकी तराह सजी हुइ बैठी थी मेरे अंदर
जाते ही नेनु ने मुजे सींदुर की डीबी पकडा दी मेने सोनु की मांग में सींदुर लगाया तो
सोनु मेरे पैर में जुक गइ तो मेने उसको खडा कीया ओर कहेने लगा
में : अब तुम भी नेनु की तराह करने लगी अरे बाबा अेसे पैरमे मत पडा करो
नेनु : आपतो चुपही रहीये अे हमारा पत्नी धर्म हे, अब हम आपकी बहेन नहीं हे समजे
में : (हाथ जोडके) ठीक हे जानु में समज गया अब नहीं कहुंगा ओके, चलो सोनु हम
नीकले
मेरा इतना कहेते ही सोनु बहार नीकलने लगी तो नेनु ने मुजे इसारा करके रोक
लीया ओर कहा
नेनु : देखोजी आप दोनो ठीक ८ बजे आजानां फीर हम यही केक काटेगे फीर डीनर
करेंगे तब तक में आपका रुम रेडी करदुंगी
में : ओके जानु अब में चलु
कहेके मेने नेनु के होंठ चुम लीये ओर बहार जाने लगा तो मुजे सीमा ओर अंजु ने
थम्सअप वाला साइन कीया तो में हसके बहार चला गया बहार सोनु हमारी कारके पास
खडी थी में जाके कारमें बैठ गया ओर सोनु भी आके मेरे साइड में बैठ गइ ओर
सरमाके मुजे तीरछी नजरसे देखके कहेने लगी
सोनु : तो आज मेरे पतीदेव मुजे कहां घुमने ले ना रहे हे
में : सोनु हम पहेले मंदिर दर्शन करने जायेंगे, फीर तु कहेना तुजे कहां घुमना हे
इतना कहेके मेने कार मंदिरकी ओर लेजाने लगा थोडी देर के बाद हम वहां पहोंच
गये ओर हम मंदिर के अंदर जाने लगे वहां सोनुने अपना सर ढकलीया ओर साथमें
हमने दर्शन कीया फीर हम बाबा के आशीर्वाद लेने उनके पास चले गये तो बाबाने हम
दोनो को आशीर्वाद दीया ओर कहा
बाबा : तो बेटा आज पुजा अच्छी तराह होगइ हे, कमसे कम महीने में अेक बार उसे
बहार नीकालके पुजा करते रहेनां जीसे तुमारी प्रगती दीनभर दीन आगे बढती रहे
में : ठीक हे बाबा, कल सामको में मेरी तीनो पत्नीओके साथ आउंगा, आगे आपके
मंदिर की स्थापना के बारे में आपसे चर्चा करनी हे
बाबा : ठीक हे बेटा आजानां में यहीं तुम्हारा इन्तजार करुंगा
फीर हम बाबाके पैर छुके बहार कार में जाके बैठ गये ओर मेने सोनु की ओर
देखके कहां
में : हं.. तो रानीसाहीबा अब कीधर जानां हे?
सोनु : जी पहेले वहां ले चलीये जहां हमारे प्यारकी सुरुआत हुइ थी
में : ठीक हे तो फीर चलो हमारे आइसक्रिम पार्लर
इतना कहेके मेने कार आइसक्रिम पार्लर लेली ओर हम वोही केबान में जाके बैठ
गये तभी वेटर आया ओर हमार ओर्डर ले गया ओर हमें अेक बडा कप दे गया तो हम
दोनोनें अपना चम्मच साइडमें रखदीया ओर अेक दुसरोके सामने देखकर हसने लगे
फीर हम हाथ की उंगलीसे अेक दुजेको खीलाने लगे तो सोनु ने कहां
सोनु : हमने अेक बोयफ्रेन्ड गर्लफ्रेन्ड का खेल कीयाथा ओर आज सब सच होगया पता
नहीं क्यु में आपको बचपनसे ही बहुत लाइक करती थी तब मुजे पता भी नहींथा की
पती ओर पत्नी क्या होता हे में तो बस आपके पीछे पागल ही थी
में : हां सोनु जेसे तेरी फीलींग्स थी वेसेही मेरी भी फीलींग्स थी, मुजे तो लगता हे सब
कुदरतका खेल ही था जो आज सच हो गया हमे इेशर संकेत देती हे सायद हम उसको
पहेचान नहीं पाते
हम दोनो अेसी बाते करते काफी वक्त बेठे रहे इसी दोरान हमने दो कप ओर खा
लीये फीर हम बील पेय करके वहांसे कारमें जाके बैठ गये फीर मेने पुछा
में : तो मेडमजी अब कहां चलना हे आपको फील्म देखने जायें
सोनु : नहीं मेरा फील्म देखनेका मुड नहीं हे चलो कहीं गार्डन में जाते हे
फीर मेने कार अेक दुरकी जगापर गार्डन था वहां लेगया तो गार्डन में इके दुके
लोग ही बैठे थे हम भी अेक पेडके नीचे जाके बैठ गये ओर बाते करने लगे
में : सोनु में जल्दही सीमा ओर अजयकी सादी उनके माता पीताके द्वारा करवांउगा
सोनु : हां आपने इसका मीलन करवाके बहुत अच्छा कीया सीमा तो इतनी खुसथी की
आपका शुक्रिया कहेते थकती ही नही ओर आपने उसको बहेन बनाया तो अंदर कीचन
में आके खुसीके मारे खुब रोइ में ओर अंजुदी तो गभरा गये थे इसे क्या हुआ, आपने
हम सबकी प्रोबलेम सोल्व करदी
में : अरे तुम्हारी सहेली हे में इतना तो करतानां, ओर वेसे देखा जायेतो आप तीनोको
भी भाइ मील गया ओर अंजु तो बहुत टाइमसे अपने फेमीलीसे वंचीतथी
सोनु : अरे हां याद आया आप उनसे कब सादी कर रहे हे बेचारीको ओर मत तडपाना
में : जेसे हमने नेनु को सरप्राइज दीयाथा वेसे हम कल उसको सरप्राइज देंगे तुम उसको
बोलना नहीं ओर तो हमारे बीजनेसकी सुरुआत होगी ओर दुसरा इसकी जींदगीकी नइ
सुरुआत होगी, में उसको कल सुबह अपनी पत्नी बनाउंगा तुम याद कराना घर जाते
टाइम दो फुल मालाअे लेते जाना हे तुम इसे सबसे छुपाके कहीं रख देना ओर अपना
पंडीत वाला फर्ज नीभाना हें..हें..हें..
सोनु : (हसके) मुजसे आप मुफ्तमें पंडीतका काम करवा रहे हो दक्सीणा तो देते नहीं
में : वो भी मील जायेगी मुजे पता हे तुम्हे क्या दक्सीणा चाहीये, वो भी तुम्हारे लीये
सरप्राइज हे
सोनु : आपतो सरप्राइज के बादसाह हो हमको तो पता भी नही लगता आप कब क्या
करते हो हें..हें..हें..
फीर में सोनु की गोदमें अपना सर रखकर लेटते हुअे काफी देर बैठे रहे ओर प्यार
भरी बाते करते रहे ओर बीच बीच में हम दोनो अेक दुसरेको चुमते रहे फीर मेने घडीमें
देखातो ७ बज गये थे ओर हम नीकल पडे अपने घर की ओर रास्तेमे मुजे चमेलीके
फुलका गजरा दीखा तो मेने तीनो के लीये ले लीये ओर दो फुलोकी मालाये भी लेली
ओर कागज मे पेक करके मेने पीछली सीटमे रख दीये फीर हम घर आगये
(नया परीचय) विक्रम- उमर ४६ वर्ष अमीतजी के बचपनके दोस्त पेसेसे वकील
अमीतजीने ही उनकी पढाइका खर्च ओर उनकी सादीका खर्च उठाया था वे अमीतजीको
अपना बडा भाइ मानते थे ओर उनके सारे बीजनेसके लीगल अेडवाइजर थे उनकी
सादी के ८ साल बाद उनकी बीवीकी डीलेवरी में मोत होगइ लेकीन उसने अेक बच्ची
को जनम दीया था वो बच गइ उसके बाद अमीतजी के बहुत समजाने के बाद उसने
दुसरी सादी करली ओर वो अेक अेसी लडकी थी जो कभी मां नही बन सकती थी ओर
अमीतजी के फेमीलीके काफी करीब थे ये बात हम आगे कर चुके हे में कहानीमें उसे
अंकल लीखुगा
मीरा - ये हे अमीतजी की पत्नी उमर ३९ वर्ष सरीर अेवरेज हाइट ५. ७ फीट
दिखने में काफी आकर्सक ओर होट दीखती हें लंबे बाल ओर रंग अेकदम गोरा उसे
देखतेही लंड खडा हो जाये मानो देखनेमे में बीलकुल कामदेवकी मुरत, विक्रम महेता से
पहेले उनकी सादी पहेले दुसरी जगह हुइथी लेकीन बच्चा नां होनेकी वजहसे उनका
डिवोर्स हो गयाथा जो बादमें उसने विक्रम महेता से सादी करली अब उनकी बेटी को वो
अपनीही बेटी मानती हे ओर उसे खुब प्यार करती हे विक्रम महेता ज्यादातर बहार ही
रहेता हे इस लीये उसको सेक्स की चाहत बहुत होती हे ओर उसका अपनी बेटी जो
सौतेली हे उसके साथ उनका लेसबीयन सबंध हे में कहानी में उसे अभी आंटी लीखुगा
बादमें उसे मीरा लीखुगा
धारा - विक्रम महेताकी लडकी उमर २२ वर्ष नैन नख्स अेकदम तीखे रंग
अेकदम गोरा था कामदेव को रीजादे अेसा उसका मुख था अेक दम पतली ओर हाइट
पुरी ५.११ फीट थी ओर वो भी अपने पापाकी तराह वकील थी जो अब अपने पापाके
साथ ही काम करती थी उनकी सादी होगइ थी लेकीन उसके हसबन्डने पहेले छुपकेसे
दुसरी सादी करली थी
इसी लीये उनसे सादीके अेक हप्तेके बादही तलाक लेके अब वो उनके पापा यानी
विक्रम महेता के घर पर ही रहेती हे वो खुदको अपनी मम्मी की मोत की जीमेदार
मानती हे इस लीये उसने आज तक अपना बर्थडे नही मनाया वो बहुत कामुक हे क्युकी
सादीके बाद उसको सेक्स की जरुरत बढ गइ थी तो उसने अपनी सौतेली मां ओर
अपनी सहेली जस्मीनसे लेसबीयन सबंध स्थापीत कर लीये
जस्मीन - धारा की सहेली उमर २३ वर्ष लंबे बाल ओर अेकदम पतला फीगर,
उसके बालभी नेनुकी तराह लंबे घुटने तक हें रंग गोरा चहेरा कीसी हीरोइनसे कम नही
देखतेही उसे प्यार हो जाये स्वभाव अेकदम सांत, उसकी सादी होगइ थी ओर बहुत
कामुक ओरत थी अब वो विधवा हे ओर अपने भाइ भाभी के साथ रहेती हे
इसकी भी कोइ सारीरीक जरुरत थी तो उसने धाराके साथ लेसबीयन रीस्ता
बनालीया ताकी उसको कोइ खतरा ना रहे उसको बच्चे की बडी चाहत थी जो अब
मुमकीन नही था क्गु की वो मांगलीक थी तो उसने अब दुबारा सादी ना करनेका
फैसला लेलीया था में कहानी में उसको जसु लीखुंगा
राजन - जस्मीन का भाइ उमर २८ वर्ष अेक होटेलमें मेनेजर का काम सम्हालता हे
उसको अभी कोइ सन्तान नही हे ओर वो बच्चे के लीये देसी दवाओके पीछे पडा रहेता
हे कही डोक्टरसे दीखाके ठीकसे अपना इलाज नही करवाता उसने अपनीही होपेलकी
रीसेपनीस्टसे प्यार करके सादी करली हे
कमला - जस्मीन की भाभी उमर २४ वर्ष अपने पती के साथ ही रीसेपनीस्ट
काउन्टर सम्हालती हे ओर इतनी खुबसुरतहेकी इसे देखतेही कोइभी पुरुष अपने
आपको कंटड्ढोल नही करपायेगा अेकदम पतली ओर हाइटभी पुरी ओर रंगभी गोरा लंबी
चोटी जेसे कामदेवकी मुरत, ओर बच्चे के लीये तरसती हे पर अपने पती को कहे नही
पाती बहुत ही मोर्डन जेसे दीखती हे
हम कार पार्क करके अंदर जाने लगे तो पुरे घरमें अंधेरा था ओर बीलकुल सनाटा
छाया हुआ था ना कोइ आवाज ना कोइ हलचल जेसे हम अंदर गये तो बीलकुल अंधेरा
होनेकी वजहसे सोनुने मेरा हाथ पकडलीया ओर कहा
सोनु : लगता हे लाइट चली गइ हे इसको भी अभी जाना था
इतना बोलतेही सब लीइट जल गइ ओर अंदर म्युजीक बजने लगा ओर सब
सामने लाइमें खडे ताली बजाते नजर आये ओर सब सोनु को बर्थडे गीत सुनाने लगे ये
देखकर सोनु मुजसे लीपटकर रोने लगी तो नेनु हमारे पास आगइ ओर उसने सोनु को
अपनी बाहोंमे लेलीया ओर कहा
नेनु : हेप्पी बर्थ डे बेबी, अरे मेरी बच्ची रो मत देख कीतने महेमान आये हे तुजे वीस
करने
कहेके नेनुने सोनु के आंसु पोछ दीये फीर मेने महेमान की ओर नजर घुमाइ तो
महेता अंकल उसकी वाइफ ओर उनकी बेटी आये थे तो में सीधे जाके महेता अंकलके
पैर छुअे बादमें उसकी वाइफके पैर छुने लगातो उसने मना करके मुजे बाजुओसे
पकडलीया ओर खडा करके मुजे हग करलीया फीर मेने उसकी बेटीसे हाथ मीलाया ओर
उसे देखतेही में उसे पहेचान गया ओर मेरी स्माइल नीकइ गइ तो उसने कहा
धारा : हाय राज केसे हो पहेले अपने पापाके साथ बहुत आते थे अबतो दीखना ही बंध
करदीया तुमने (तब मुजे सब पुराने दिन याद आगया)
में : क्या धारा तब में छोटा था जबसे पापा गये तबसे मेने सीर्फ पढाइमेही ध्यान दीया
तो में काफी लोगोको भुल गया था येतो नेनु सबको पहेचानती हे तो में कोसीस कर
रहां हु पापाके सारे जानकार को अपनी फेमीलीके साथ वापस मीलादु
धारा : अरे वाह येतो अच्छी बात हे चलो इसी बहाने अब तुम लोगोसे मुलाकात होती
रहेगी वेसे हम भी अकेले बोर होगये थे हें..हें..हें..
फीर अजय ने बीचमें केक सजाके रखदी ओर सोनु को केक काटने को कहा तो
सोनु मुजे हाथ पकडके केक के पास लेगइ ओर उसने केक काटा तो अेक बार फीर
सबने सोनु के लीये बर्थडे सोन्ग गाया बादमें सोनु को पहेले नेनु ने केक खीलाया
बादमें मेने फीर अंजुने ओर सबने सोनु को मुह मीठा कराया तो सामने सोनु नेभी
सबको केक खीलाया
फीर नेनु ने मुजे अेक ज्वेलरी बोक्षका डबा पकडा दीया तो मेने नेनु ओर अंजु को
बुलाके सोनु को मेरी ओर नेनु की पसंदका वो गीफ्ट दीया जो में ओर नेनु शोपींगके
टाइम लेके आये थे फीर सबने सोनु को गीफ्ट दीया सोनु हमार गीफ््ट देखके उछल पडी
ओर मुजेसे लीपट गइ ओर बाद में नेनु के गले लग गइ फीर अंजु के गले लगकर
सबको थेन्कयु बोली
तभी अजयने सबको आइसक्रिम सर्व करवाया फीर कोल्ड डिड्ढन्क ओर बादमें लाट
डान्स म्युजीक लगाया सबने बारी बारी म्युजीकपर कपल डांस कीया फीर में जाके
महेता अंकलके पास जाके बैठ गया तो अंकल ने कहा
महेता : राज बेटा दादी कहां हे मुजे उनसे मीलना हे
फीर में अंकलको लेके दादी के पास गया तो दादी विक्रम अंकलको देखके आंसु
बहाने लगी फीर अंकलने उसके आंसु पोछे फीर उनके पैर छुअे ओर दादी का खबर
अंतर पुछा तो तब पीछे पीछे उनकी वाइफ ओर उनकी बेटी भी आगये उसने भी दादी
के पैर छुअे दादी उनको देखके खुस होगइ बादमें वो अंकलको मेरी तरफ इसारा करके
मेरा ध्यान रखने को कहेने लगी तो अंकल बोल पडे
महेता : मांइ आप बीलकुल चींन्ता नां करे राज अब मेरा बेटा हे में हमेंसा उसके साथ
रहुंगा ओर उसको बीजनेस मे भी हेल्प करुगा अब में यहां आता जाता रहुंगा आप
नीस्चीत रहीये
फीर दादीने हाथ खडा करके मेहता अंकलके सर पर रख दीया ओर आशीर्वाद
दीया फीर हम सब वापस बहार सोफे पर आके बैठ गये तो आंटी बोली
मीरा : राज दादी की हालत मुजे काफी नाजुक लग रही हे तुम खयाल रखना
में : हां आंटी अभी कुछ दिन में वो काफी कमजोर हो गइ हे अब तो वो खाना भी
ठीकसे नहीं खाती तो हम उनको जबरदस्तीसे खीला देते हे
महेता अंकल की आंखोसे पानी बहेने लगा ओर मुजसे कहेने लगे
महेता : राज तुजे नहीं मालुम माइ मुजे जबरदस्तीसे खाना खीलाती थी उसने मुजेमे
ओर तुम्हारे पापामे कोइ फर्क नहीं कीया जब तुम्हारे पापा गुजर गये उससे पहेले में ये
सहेर छोड चुका था ओर पीछे तुम्हारे पापा हमको छोडके चले गये जब तुम लोगोको मेरी
सबसे झयादा जरुरत थी तब ही में यहां नही था ओर मेरी उलजनमे फसा हुआ था बेटा
मुजे माफ करदे
में : अरे अंकल आप क्या कहे रहे हे ये सब किस्मतका खेल था जीनकी वजहसे हम सब
स्टड्ढोन्ग होगये मेतो यही मानता हुं अंकल जोभी इेशर करता हे अच्छेके लीये ही करता हे
मीरा : तुम सही कहे रहे हो राज ये बात तो में भी मानती हुं
में : आंटी मुजे आपसे अेक रीकवेस्ट करनी हे
मीरा : अेक जापड लगाउगी, आंटी भी कहेते हो ओर रीकवेस्टभी करते हो अरे पागल ये
मेरा ससुराल हे, मुजे रीकवेस्ट नही जो काम हे वो सीधा ओर्डर करो समजे
में : सोरी.. दरसल बात ये हे की कल हम सब फेक्टरी में पुजामें बीजी होेंगे तो यहां
दादी अकेली होगी हम सीमाको यहां रोकने वालेथे लेकीन में चाहता हुं की आप दादीसे
काफी परीचीत हे ओर आपकी सास भी हेतो क्या आप दादीके पास रुक सकती हे
मीरा : (खुस होके) क्यु नहीं मुजे भी मेरी सासकी सेवा करनेका मौका मीलेगा जरुर
रहुंगी
इसी दौरान धारा नेनुसे घुलमील गइ थी ओर बार बार मेरी ओर देख रही थी,
तभी अजय ने सबको घर के बहार आनेको कहा तो हम सब उठके बहार गये तो बहार
की साइड अजय ने बुफे का बहुतही अच्छा इन्तजाम कीया था मेने सबको डीस लेनेका
आग्रह कीया तो सबने खाना लेना सुरु कर दीया महेता फेमीली ओर साथमें सोनु की
सहेली भी थी जीसे नेनु ने सोनुसे छुपके इनवाइट कीया था तभी महेता अंकल डीस
लेके मेरे साथ आके खडे होगये ओर मुजे पुछने लगे
महेता : राज बेटा ये लडका कोन हे जो ये सब अेरेन्ज करता हे
में : अरे अंकल आपने नहीं पहेचानां, ये हमारे रामुकाका का लडका हे, ओर इन्जीनीयर
हे अब वो भी हमारे साथ काम करेगा
फीर मेने अजयको बुलाके महेता अंकलसे परीचय करवाया फीर सब डीनर करके
नीकलने लगे थोडी देर बाद में नेनु अंजु ओर सोनु अेक साथ खडे सबको विदाइ दे रहे
थे तब महेता अंकल अपनी फेमीली के साथ आये ओर जाने की इजाजत मांगी तब
अांटी बोली
मारा : राज अब तुम सब हमारे घर कब आ रहे हो अेक बार तुम सब आओ तो हमे भी
घर मे कुछ रोनक लगे मेरा तो ये ससुरालही हे मेंतो अब कभी भी आ सकती हुं
नेनु : अरे आंटी इस घर मे आने के लीये आपको पुछने की जरुरत ही नही हे क्यु राज
में : अपने घरमें आनेके लीये इजाजत की जरुरत नहीं होती आप कभी भी आ सकती
हे ओर हां कल फेंक्टरी में पुजामें आप सब टाइम पे पहोंच जाना
फीर महेता अंकल मुजसे हाथ मीलाके आगे नीकल गये बादमें मीरा आंटीने भी
मुजसे अेक कातील स्माइलके साथ हाथ मीलाया ओर लास्टमें धारा नेनु अंजु ओर सोनु
से हग करके मुजसे आके हाथ मीलाने लगी तो मेने कहा
में : येतो बहुत नाइन्साफी हे उन तीनोको तुम गले मीली ओर मुजसे सीर्फ हाथ मीलाया
धारा : (हसके) लो इनमे कोनसी बडी बात हे
कहेके मुजे हग कीया ओर मेरे कान में धीरे से कहा
धारा : डफर कभी हमारे घर पे आया करो, पहेले तो बहुत आते थे मुजसे मीलने अपने
पापाके साथ क्या तुम हमारी दोस्ती भुल गये?
में : (उसके कानमें) तुम इतने प्यारसे बुलाया करोतो हम हाजीर हो जायेंगे, ओर सच
कहुतो मुजे अब सब याद आने लगा हें
तो वो सरमाके मुजसे स्माइल देके जाने लगी बाद में सबकी वीदाय के बाद
अजयने वहां टेबल लगवाये फीर हम सब डीनर करने बेठ गये केटरींग के आदमीयोने
हमे खाना परोसा फीर हम डीनर करने लगे नेनु ने अजयकी तारीफ की
नेनु : अरे वाह अजय तुमने तो बहुत अच्छा अेरेन्ज कीया हे लगता हे अब सारे फेमीली
फंक्शनका कोंन्टड्ढाक्ट तुमको देना पडेगा हें..हें..हें..
में : साला कीसका हे, ग्रेट अजय तुमने बहुत अच्छा अेरेन्ज कीया हे
नेनु : सीर्फ साला नहीं आपका बहेनोइ भी हे, वेसे अजय कल तुम कीतने बजे आओगे
इधर ही आजाना हम सब साथमेंही नीकलेंगे
अजय : जी दी आप बोलो में कीतने बजे आउ आपके टाइमसे पहेले आ जाउंगा
में : तु आज आये इतने बजेही आजाना तुमको अेक कल सरप्राइज भी मीलने वाली हे
ये सुनके नेनु ओर सोनु हसने लगी ओर अंजु भी हसनेका प्रयत्न करने लगी
लेकीन खुलकर हस नहीं पाइ यही सब बाते करते हमने डीनर खतम कीया फीर अजय
सब काम नीपटाके सीमाके साथ हमारी इजाजत लेके नीकल गया फीर हम सब अंदर
जाके सोफे पर बैठे थे तो नेनु कहा
नेनु : सुनेये जी आप को धारा क्या कहे रही थी
में : अरे कुछ नहीं कहे रही थी सबको लेके घर पर आओ तो कुछ खाने पीने का प्राग्राम
करे
सोनु : सच कहे रहेहे ना आप, नेनु दी हमारे पती पर नजर रखनी पडेगी में अब ओर
सौतन नही लाना चाहती (हसने लगी) हें..हें..हें..
में : (हसके) चुपकर बंदरीया मुजे तो तुम तीनोसे भी प्यार करनेकी फुरसत नही मीलती
तो चौथी को कहांसे लाउंगा
नेनु : (हसके) नां नां लाओनां हम कहा मना करते हे उसको भी पता तो चले दो दीनमें
भाग जाती हे के नहीं
ये सुनतेही हम सब जोरोसे हसने लगे तभी नेनु नें अंजुसे कुछ इसारा कीया तो
अंजु खडी होगइ ओर सोनु का हाथ पकडके उपर ले गइ जब वो दोनो उपर गइ तो नेनु
जटसे उठी ओर मुजे दोडके अपने रुम में ले गइ ओर दरवाजा बंध कीये बगेर मुजे
बाहोंमे लेके चुमने लगी मेभी उसको चुमने लगा फीर मुजसे अलग होतेही कहेने लगी
नेनु : जान मेरी सोनु का खयाल रखना ओर धीरे से ओर प्यार से करना अब मुजसेभी
कंटड्ढोल नहीं होता आप कब मेरे पास आयेंगे
में : अरे डार्लींग तुम चीन्ता मत करो आज सोनु ओर कल तेरी सहेली बस इसके बाद
हम सब अेक साथ सोयेंगे अब खुस
नेनु : आप नही जानते आपकी नेनु आपसे दो घंटा भी दुर रहेना नही चाहती ओर आप
दो दीन कहे रहे हे, अेक काम करे मेरे लीये हम कल फीर जंगलमें जायेंगे वहां दो राउन्ड
लगाके आजायेंगे अब कमसे कम मुजे दीनमें अेक बार तो आपका प्यार मीलना ही
चाहीये
में : ठीक हे डार्लींग मेने तुजे प्रोमीस कीया हेतो नीभानातो पडेगा, वेसे हम कल
जंगलमें नही यही सबकी हाजरीमें ही तुजे लेके हमारे रुम में आजाउंगा अब सौतनसे
केसी सर्म
नेनु : (सरमाके) मुजे तो बडी सरम आयेगी अेक बार मेरी दुसरी सौतन को मेरे सामने
करलो ताकी मेरी सरम दुर होजाये, कल हम जंगलमे ही जायेंगे
में : ठीक हे जेसे तेरी मरजी बोल कीसको तेरे सामने पेलु
नेनु : (सोचके) आप सोनु कोही पेल दीजीये मुजे उनसे ही ज्यादा सरम आती हे
में : ठीक हे कल अंजु की बारी हे अेसे ही अंजु का रुम भी तुमको तैयार करना पडेगा
ओर परसो सोनु को रुम खुला रखकर ही पेलुंगा तुम दोनो देखने आजानां बस अब
खुस
थेन्कयु कहेके नेनु मुजे चुमने लगी तभी बहार आवाज आइ तो हम अलग होकर
बहार आके सोफे पर बैठ गये तब अंजु हमारे पास आके बैठ गइ ओर मेरी तरफ देखकर
मुस्कराने लगी फीर कहेने लगी
अंजु : नेनु सब तैयार हे हमारी सौतन को रेडी करके आइ हुं ओर सब सामान भी रख
दीया हे (फीर मेरी ओर देखके) राज जरा आहिस्तासे सोनु हम दोनोसे छोटी हे
संभालनां
में : में ही संभालुंगा आप दोनो बहार मत खडे रहेना नहीतो मुजे बहार आना पडेगा
आपको ठंठा करने
अंजु : (हसके) नां बाबा नां हम नहीं आयेंगे क्यु नेनु? हें..हें..हें..
नेनु : क्यु नहीं कमीनीओ मेरा बहुत लाइव सो देखा हे आप दोनोनें मेंतो आउंगी देखने
में : अेक काम करनां तुम भी चल मेरे साथ अगर सोनु नही जेल पाइ तो तुमतो रहोगी
नेनु : नहीं में नहीं आउंगी कहेके वो अपने रुममें भाग गइ ओर अपने रुम का दरवाजा
बंध कर लीया तो मेने अंजु को पकडके खडा करदीया ओर उसको बाहोंमे लेके चुमने
लगा तो अंजु मुजसे छुटनेकी कोसीस करने लगी ओर कहेने लगी
अंजु : नहीं राज आज नहीं सादी तक ठहेर जाओ आज सोनु की बारी हे बादमें में तुजे
छोडुंगी भी नही समजा करो ओर चलो जाओ हमारी सौतन तुम्हारा इन्तजार कर रही हे
फीर में अंजु की कमर में हाथ डालके उसे उपर लेजाने लगा तो अंजु मुजे मेरे
कमरेमें लेगइ ओर हम दोनो को बेस्टओफ लक कहेके बहार चली गइ फीर में दरवाजा
बंध करके देखा तो पुरा कमरा फुलोसे सजा था ओर हमारा बेड तो फुलोके मंडप की
तराह सजाया था बेडके बीच सोनु घुंघट डालके बैठी थी तो में अपनी अलमारीसे गीफ्ट
नीकाली ओर सोनु के पास चला गया वह टेबल पर दुधके ग्लास रखेथे ओर कुछ सोनु
की फेवरीट चोकलेट भी थी
कन्टीन्यु......