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Incest आंधी (नफ़रत और इन्तकाम की)

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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UPDATE 11


धीरेन्द्र की हवेली में आज उसकी बहन का पूरा परिवार आ गया था जहां सभी का हसी खुशी फूल माला से स्वागत किया जा रहा था जहां धीरेन्द्र उसका बेटा राघव एक एक करके के घर लोगो को माला पहना रहे थे जिसमें राजेश (बड़े पाप) , रनवीर (पापा) , धीरज (चाचा) , सुमंत सिंह (फूफा) और हेमंत (फूफा) सबका स्वागत के साथ हवेली के अन्दर आ गए सभी इस वक्त सभी एक दूसरे से हस के बाते कर रहे थे वहीं निधि और रचना अपनी तीनों भाभी रीना (बड़ी मां) , सुमन (मा) , सुनैना (चाची) से गले लग के स्वागत किया साथ ही सरला की दोनों बेटियां अमृता और सुनीता से गले लग के स्वागत किया जिसके बाद उन सभी की बेटियों से मिली इसके साथ सोनम , पूनम , खुशी , अवनी , कविता , शिवानी , सुरभि , शबनम और पायल ये लोग आपस में मिल के बाते करने लगे साथ ही राघव की छोटी बेटी को गोद उठा के मस्ती करने लगे...

सोनम – (शिवानी , सुरभि , शबनम और पायल से) कैसी हो तुम सब बड़े दिनों बाद मिलना हुआ यार अपना....

पूनम – हा यार कितने बदल गए हो यार तुम सब....

कविता – आप सब को याद नहीं आती थी क्या हमारी जो इतने दिनों तक मिलने तक ना आए और ना काल किया...

खुशी और अवनी एक साथ – (हस्ते हुए) बड़े लोगों की बड़ी बाते होती है दीदी....

शिवानी – अरे नहीं यार ऐसी बात नहीं है पढ़ाई का इतना प्रेशर रहता है इसीलिए टाइम नहीं मिल पाया यार...

सुरभि – और वैसे भी यार मुझे तो बहुत खुशी हो रही है यहां आके आज कितने सालों बाद यहां आई हुई मै...

पायल – हा दीदी लास्ट टाइम जब आए थे हम तब वो कमीना कातिल भी था यहां पर उसके बाद से आना नहीं हुआ अपना....

शबनम – हा यार उस कातिल की वजह से मा का मन नहीं होता था कही जाने का बस मार्केट भी मुश्किल से जाती थी हमारे साथ ये तो शादी थी इसीलिए यहां आ पाए हम सब....

सोनम – तो मतलब तब से आप सब आए नहीं क्या यहां पर...

शिवानी – हा यार ये सब उस कातिल के कारण हुआ यार...

पूनम – (हस्ते हुए) जाने दो ना यार क्यों उस कातिल के बारे में बात करके अपना मन खराब करे हम...

पायल – अच्छा मैने सुना वो भी यही आया हुआ है क्या सच है ये....

सोनम – हा वो यही आया हुआ है शायद दादा ने उसकी औकात देख के उसको काम करने के लिए बुलाया है पड़ा होगा वो कुत्ता कही कोने में मुफ्त की रोटी तोड़ते हुए...

शबनम – चुप करो यार उसके बारे में बात मत करो तुम सब अगर मा ने सुन लिया तो क्लास लगा देगी सबकी...

पूनम – ऐसा क्यों बोल रही है तू...

शिवानी – पता नहीं यार जब भी उस कातिल के बारे में बात होती थी तो मा गुस्सा करती थी हम पे बोलती थी एक शब्द अगर बोला उसके लिए तो जान ले लूंगी सबकी...

सोनम – ऐसा क्यों बोलती थी बुआ भला...

शिवानी – पता नहीं यार मा के गुस्सा देख हिम्मत नहीं होती थी पूछने की...

पूनम – (कविता से जो इतनी देर से चुप बैठी थी) तुझे क्या हुआ कविता तू शांत क्यों बैठी है आज...

खुशी – हा दीदी जाने क्या बात है अभी तो बाते कर रही थी और अभी तो चुप हो गई क्या हुआ कविता दीदी...

कविता – (जो अपनी सोच में थी) कुछ नहीं बस आप सब की बाते सुन रही थी....

शिवानी – देख कविता मानते है तेरा भाई है वो लेकिन इसमें तेरी क्या गलती है यार जो किया उसने किया इसमें तेरा कोई कुसूर नहीं है समझी तू मत सोचा कर उस कातिल के बारे में देख सब तेरे साथ है अगर हमारे दिल में ऐसा कुछ होता तो क्या हम बात करते एक दूसरे से...

सोनम – हा कविता तू बिना वजह अपने आप को उस कातिल से कंपेयर मत कर तू हमारी बहन है तेरा उस कातिल से कोई मतलब नहीं है मरने दे उसे जहां मर रहा है वो दिखे ही ना वो हमें तो ज्यादा अच्छा होगा उसके लिए....

इतनी देर से ये लोग हवेली के दरवाजे में खड़े होके एक दूसरे से बाते कर रहे थे इस बात से अंजान हवेली के अन्दर गेट के एक तरफ होके दादी चुप चाप सारी बाते सुन रही है इन सबकी जबकि गेट के बाहर की तरफ कमल , साहिल और सविता भी एक तरफ होके इनकी बाते सुन रहे थे तब....

कमल – (साहिल से धीरे से) यकीन नहीं होता यार बड़े तो बड़े साथ मे उनके बच्चे भी छोडूंगा नहीं इनको...

बोल के कमल आगे जाता उससे पहले...

साहिल – (कमल का हाथ पकड़ के) जाने दे भाई क्या मतलब पड़ा है अपने को उनसे...

जबकि सारी लड़कियां बाते करते करते अन्दर चली गई तभी इनके सामने दादी आ गई जिन्हें देख सारी लड़कियों की बोलती बंद हो गई तब...

दादी – (सभी लड़कियों को देख) बहुत बड़े हो गए हो तुम सब और बाते उससे भी बड़ी यही संस्कार मिले है तुम सब को...

लड़कियां कुछ बोलने जा रही थी तभी...

दादी – (तभी साहिल पर नजर पड़ते ही लड़कियों को हाथ आगे दिखा के उनको बोलने से रोकते हुए) कमरे में जाओ अपने सभी...

बोल के दादी वहा से हट गई तब सभी लड़किया आगे जाके सीडीओ से ऊपर जाने लगी तभी बच्ची कविता की गोद उतर के भाग के हवेली के दरवाजे से आते हुए साहिल की गोद में चली गई ये नजारा देख....

पूनम – (साहिल को देख के) वाओ क्या बंदा है यार...

सोनम – (साहिल को देख) कितना हैंडसम है ये कौन है ये यार...

जिसके बाद सभी ने देखा साहिल की तरफ...

शिवानी – पता नहीं यार लेकिन मस्त लग रहा है ये बन्दा तो...

सुरभि – क्या तो पर्सनालिटी है इसकी मन तो करता है बॉयफ्रेंड बना लू इसे कौन है यार ये जानते हो तुम लोग...

खुशी – पता नहीं दीदी मैने आज पहली बार देखा है इसे...

जबकि कविता इन सब से अलग खड़ी साहिल को एक तक देखे जा रही थी जो राघव की बेटी के साथ बाते कर रहा था हस्ते हुए तभी वहां दादी आ गई उनको देख साहिल ने उनके पैर छुआ गले लग गया जिसके बाद साहिल हस्ते हुए आगे बढ़ाने लगा सभी लड़कियों के पास से इग्नोर करते हुए अपने कमरे में चला गया कमरे में आते ही साहिल ने देखा दरवाजा खुला पड़ा है कमरे का जिसपे ध्यान ना देके बाथरूम में चला गया तभी एक चीख गूंजी जिसे सुन हवेली के सब लोग साहिल के कमरे की तरफ आ गए आते ही सबने चाटो कि आवाज सुनी जो साहिल को पड़े थे...

औरत – कुत्ते कमीने घटिया इंसान तू गिरा हुआ था ये पता था लेकिन इतना गिरा हुआ होगा पता नहीं था हरामजादे...

जी हा ये कोई और नहीं बल्कि रीना थी साहिल की बड़ी मां मतलब ताई जी क्योंकि साहिल को बाथरूम जाना था लेकिन उसे पता नहीं था कि बाथरूम में कोई है और वो कोई और नहीं रीना थी जो बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ के नंगी होके शॉवर ले रही थी तभी सब साहिल के कमरे में आ गए आते है...

राजेश (बड़े पाप) – (अपनी बीवी रीना से) क्या हुआ रीना...

रीना – (गुस्से में) पूछिए इस नीच इंसान से क्या करने आया था ये यहां पर जब मैं नहा रही थी...

राजेश – (रीना की बात सुन गुस्से में साहिल से) तुम इतने गिरे हुए बन गए हो सोचा नहीं था मैने...

बोल के चाटा मारा साहिल के गाल पर जबकि साहिल तो अचानक से हुए इन सब बातों से शॉक हो गया था उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो रहा है उसके कमरे से रीना आई कैसे तब...

राजेश – मैने सोचा कि तुझे घर लेके आयेगे हम लेकिन तूने साबित कर दिया तू किसी लायक नहीं है...

तभी इन बाते के बीच रणवीर आ गया आते ही साहिल के गाल में चाटा मार के...


रनवीर – कुत्ते शर्म आती है मुझे तुझे अपना बेटा कहते हुए तू एक नंबर का...

कमल – (बीच में आके चिल्ला के) बस बहुत हो गया अब एक शब्द नहीं मेरे भाई के खिलाफ...

रणवीर – वर्ना क्या बोल क्या करेगा तू...

साहिल – (अब जो सम्भल चुका था कमल के कंधे पे हाथ रख के) रुक तू अब मुझे बात करने दे (रनवीर के सामने जाके) क्या बोल रहे है आप मुझसे बात करो कमल से नहीं...

रनवीर – तुझ जैसे दो टके के लौंडे से बात करना अपनी बेइज्जती समझता हूँ...

साहिल – तो सामने किस लिए खड़े हो आप जाओ फिर (राजेश से) क्या बोल रहे थे आप मुझे घर लाने के लिए किस खुशी में वो भी बता दो आप लेकिन बाद में ये सब पहले जरा असली बात पे आता हु मै (रीना से) हा तो आप क्या बोल रही थी तमीज नहीं है अच्छा तो अपनी तमीज बताइए आप कितनी है आपमें कमरे का दरवाजा भी खुला साथ में बाथरूम का दरवाजा भी खुला जहां आप नंगी होके नहा रही है कौन करता है ऐसा बताओ जरा मुझे लेकिन ये सब तो बाद में पहले तो आप ये बताए आप इस कमरे में कर क्या रही है ये कमरा तो मुझे दिया गया है और आप इसमें कैसे आ गई...

रीना – बाते तो बहुत जल्दी पलटने में माहिर हो गए हो तुम लेकिन हरकत से उससे भी ज्यादा नीच हो तुम (राजेश से) 2 दिन पहले मेरी बहन ने रोते हुए मुझे बताया था इस (साहिल) की नीच हरकत के बारे में...

बोलते बोलते साहिल को अचानक से चाटा मारके...

रीना – ये कमीना मेरी बहन को अपनी मर्दानगी दिखाने वाला था (साहिल से) क्यों यही बोला था तूने मेरी बहन को (राजेश से) मेरी बहन ने रोते हुए मुझे सब बता दिया इस कमीने की करतूत के बारे में इसका सबूत भी है उसके पास...

बोल के रोने लगती है रीना जिसे देख राजेश गुस्से में...

राजेश – (जेब से अपना फोन निकाल के) बहुत हो गया अब पुलिस आएगी वहीं सबक सिखाएगी इसे अच्छे से...

धीरेन्द्र – (गुस्से में चिल्ला के) अपना फोन अपनी जेब में रख लो राजेश ये शहर नहीं मेरा घर है और इस घर में आज तक पुलिस ने कदम नहीं रखा और ना आज रखेगी...

रनवीर – (धीरेन्द्र से) बुलाने दीजिए पुलिस को मामा जी ताकि इसे (साहिल) इसकी असली औकात पता चल जाय शहर में रहते हुए बहुत नीच बन गया है ये...

तभी पीछे से एक हाथ आया जो साहिल के गाल में पढ़ने जा रहा था और ये हाथ था सुमन का तभी उसे किसी ने रोक दिया...

निधि – (सुमन से) बस भाभी अब किसी ने भी हाथ उठाया साहिल पर तो मै भूल जाऊंगी सबसे रिश्ते नाते...

रीना – ये तू क्या कर रही है निधि इस नीच इंसान के लिए तू सबसे दुश्मनी कर रही है...

निधि – (गुस्से में) साहिल कैसा है ये आप सबसे ज्यादा अच्छे से जानती हु मै बड़ी भाभी 5 साल से पढ़ा रही हूँ मै साहिल को जबकि आप सब तो 5 मिनिट के लिए भी मिलने नहीं आए साहिल से अरे मिलना तो छोड़ो हाल चाल जाने तक नहीं जाना आपने और आज उसी पर हाथ छोड़ा जा रहा है (सुमन से) और आप भाभी आप तो मा हो अपने भी हु जाने दीजिए भाभी मै भी किस्से बात कर रही हूँ जिसे अपनो से ज्यादा दूसरों पर यकीन हो (रीना से) वैसे बड़ी भाभी आप यहां क्या कर रही है इस कमरे में ये तो साहिल का कमरा है आप कैसे यहां आई...

तभी...

साहिल – (मुस्कुरा के अपना हाथ निधि के कंधे पे रख के) शांत हो जाइए बुआ आप इस वक्त असली बात ये नहीं की ये मेरे कमरे में कैसे आई है असली बात ये है के इन्होंने सबूत की बात की है जरा देखूं तो उस सबूत को (रीना से) सबूत के बिना पर अपने इल्जाम लगाया है मुझपे कहा है वो सबूत...

रीना – दिखाऊंगी सबको दिखाऊंगी में वो सबूत...

धीरेन्द्र – ठीक है दस मिनिट में सब हाल में आ जाओ वहीं सबके सामने सबूत देखेंगे हम सब...

साहिल – उसके बाद आएगा एक और सबूत मेरे बेगुनाह होने का जिसको दिखाने वाला खुद आएगा आपके सामने (रीना से) चाटा मारा है ना मुझे आपने अब इस चाटे कि गूंज मै सुनाऊंगा आपको जिसे आप कभी भूल नहीं पाओगे...

साहिल निकलने लगा कमरे से तभी दरवाजे पे खड़ी अपनी मां सुमन और अपनी बहन कविता को देख एक पल रुक गया जिसके बाद साहिल ने उनके बगल में खड़ी दादी का हाथ पकड़ के सीढ़ियों से नीचे जाने लगा उसके पीछे पीछे कमल भी आने लगा साथ में सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था जबकि पीछे से साहिल के कमरे से सब लोग अपने कमरे में जाने लगे तब हाल में...

साहिल – (कमल से) तेरा काम का क्या हुआ...

कमल – वो तो मैने कल रात ही कर दिया था यार बाकी का थोड़ी देर पहले अब कोई दिक्कत नहीं होगी तुझे तगड़ा सबूत है अपने पास...

दादी – (जो इतनी देर से बाते सुन रही थी लेकिन समझ कुछ नहीं आ रहा था उनके) किस बारे में बात कर रहे हो तुम दोनों और (साहिल से) ये सब क्या हो रहा है मुझे बुलाना ही नहीं चाहिए था तुझे पता होता ये सब होगा तो...

साहिल – (मुस्कुरा के) अरे मेरी प्यारी दादी मा आप क्यों इतना सेंटी हो रही हो कुछ नहीं होगा मुझे देखना आपका बेटा क्या करता है इनके साथ बस देखती जाना आप आपको सब पता चल जाएगा...

तभी राघव भी आ गया हाल में चुप चाप खड़ा था एक जगह जिसे देख दादी एक पल के लिए डर गई तभी एक एक करके सभी हाल में इक्कठे होने लगे जिसमें रनवीर भी शामिल था लेकिन तभी उसके फोन में किसी का कॉल आने लगा उसे उठा के बात करने लगा तब...

रनवीर – (धीरेन्द्र से) मामा जी एक अर्जेंट काम आ गया है मुझे जाना होगा फैक्ट्री में वापस जल्द ही काम निपटा के आऊंगा...

बोल के साहिल को घूर के जाने लगा उसके जाते ही रीना अपने हाथ में लैपटॉप लेके आई धीरेन्द्र के पास जिसे देख....

साहिल – अरे वाह लैपटॉप भी लाए हो आप (हस्ते हुए) शादी में आए हो या बिजनेस करने जो लैपटॉप लाना पड़ा आपको...

बोल के साहिल और कमल हसने लगे तभी दादी ने आंख दिखाई दोनों को जिसे देख चुप हो गए दोनों तब...

रीना – (धीरेन्द्र से) इसमें वीडियो है जिसे आपकी बहू रागिनी ने रिकॉर्ड किया था...

बोल के वीडियो चला दिया जिसमें रसोई में जो हुआ उसकी रिकॉर्डिंग थी जिसमें साहिल ने मर्दानगी वाली बात बोली थी जिसे बोल के वो चला गया तभी फिर से वापस आके रागिनी को जबरदस्ती गले लगा के बोला...

साहिल – चुप चाप वो कर जो बोलता हु मै वर्ना तेरी बेटी के साथ क्या होगा सोच भी नहीं सकती है तू...

जिसके बाद अचानक से बीच में दादा जी की आवाज आई जिसमें वो साहिल को बुला रहे है जिसके बाद साहिल चला गया वहां से...

इसके साथ वीडियो बंद हो गई तभी...

साहिल – (हस्ते हुए धीरेन्द्र से) दादा जी आपने बताया नहीं कि आपके घर में कैमरे लगे हुए है वो भी इतनी हाइ लेवल के जिसमें आवाज तक रिकॉर्ड हो जाती है...

बोल के साहिल और कमल फिर से हंसने लगे जबकि बाकी सभी का वीडियो देख के खून खोल रहा था तभी राघव की बहन पीछे से आके साहिल को एक चाटा मारा...

रचना – थू है तुझ जैसे इंसान पे अच्छा हुआ जो तुझे घर से निकाल दिया गया तू इस लायक ही नहीं है कि तुझे परिवार मिले वर्ना तू उन्हें भी अपनी हवस का शिकार बनाने लग जाता अब निकलजा मेरे घर से तेरे जैसे गटर छाप...

राघव – (बीच में चिल्ला के) बस बहुत बोल लिया तुमने रचना और बहुत सुन लिया मैने...

बोल के चलते हुए आगे आने लगे साथ अपनी बेल्ट खोलने लगे तभी चट चट की आवाजे आने लगी इसके साथ ही रागिनी की चीख गूंज रही थी दर्द भरी लेकिन राघव बिना रुके बस मारे जा रहा था रागिनी को और गालियां दिए जा रहा था साथ में तभी बीच में रीना आके रोकने लगी...

रीना – (राघव से) दिमाग तो नहीं खराब हो गया है तुम्हारा अपनी बीवी पे हाथ उठा रहे हो तुम वो भी इस गंदी नाली के कीड़े के लिए...

इतना बोलना था कि एक पड़ा चाटा रीना के गाल पे जिसे राघव ने मारा था...

राघव – चुप कर साली कूतीया तुम दोनों बहनों से ज्यादा गिरा हुआ इंसान मैने अपनी जिंदगी में नहीं देखा...

राजेश – (गुस्से में राघव से) तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बीवी को गली देने उसपे हाथ उठाने की...

राघव – बड़े भइया इन्होंने जो किया है ना अगर आपको पता होता तो आप वही करते जो मै कर रहा हूँ...

राजेश – क्या मतलब है तेरा...

राघव – मतलब साफ है बड़े भईया इस सारे खेल का रचयिता कोई और नहीं आपकी बीवी है जिसने अपनी बहन रागिनी को ये सब करने को कहा साहिल को फसाने के लिए जानते है क्यों...

राजेश – (हैरानी से) क्यों...

राघव – आपको याद है जब पिता जी आपके घर आए थे शादी का न्योता देने तब आपने ही कहा था कि साहिल को अपने घर में वापस लाने के लिए बस ये बात आपकी बीवी ने सुन ली थी और उसी दिन आपकी बीवी ने रागिनी को कॉल करके इस खेल की तैयारी की अरे मुझे तो पता भी नहीं चलता इन सब बातों का लेकिन कल रात मै खेतों से होते हुए हवेली वापस आ रहा था पीछे के रस्ते से तभी रसोई की खिड़की से मैने कुछ आवाजे सुनी पास आके देखा तो पता चला रागिनी किसी से फोन पे बात कर रही थी...

रागिनी – (कॉल पे) दीदी आधा काम हो गया है मैने रिकॉर्डिंग कर ली है आपको भेज रही हूँ बाकी की रिकॉर्डिंग करके भेजती हूँ दीदी अब साहिल कभी आपके घर नहीं आ पाएगा...

जब मैने रागिनी की ये बाते सुनी तब मुझे समझ आया कि ये अपनी बड़ी बहन रीना से बात कर रही है लेकिन साहिल का नाम और घर में ना लाने वाली बात मै समझ नहीं पा रहा था कि आखिर बात क्या है लेकिन इससे पहले मै कुछ करता तभी रागिनी ने अपना मोबाइल एक तरफ रखा तब एक लड़का आया जिसे देख के मुझे ताजुब हुआ क्योंकि वो लड़का मेरे गांव का है लेकिन उसके कपड़े उसके बाल उसको इस लुक में देख के हैरान था एक पल के ले मुझे लगा साहिल है ये और तभी उसने रागिनी को गले लगाया बिल्कुल जैसा सबने इस वीडियो में देखा वही सब बोला गया लेकिन बात मेरे हजम नहीं हो रही थी रागिनी को इस तरह किसी के गले लगते देख गुस्सा मुझे बहुत आ रहा था तभी रागिनी ने उस लड़के के पीछे से अपना मोबाइल लेके कुछ बटन दबाए उसके बाद उस लड़के को पैसे दिए और वो लड़का वहां से चला गया कुछ देर बाद रागिनी ने अपने मोबाइल से रिकॉर्डेड भेजी अपनी बहन को और मुस्कुरा के वहां से चली गई काफी देर तक गुस्से की आग में मै जलता रहा उसी खिड़की के बाहर नीचे बैठ के जाने कितनी देर तक तब तक हवेली में अंधेरा हो गया था मै उठ के हवेली में जाने ही वाला था तभी मैने देखा कि रसोई की लाइट चालू हो गई और वहां पर मैने कमल को देखा जो दीवार के कोने में लगे कैमरे को उतार रहा था और तभी कमल खिड़की की तरफ आया वहा से भी कैमरा निकालने लगा तब कमल की नजर मुझपे पढ़ी तब...

राघव – ये सब क्या हो रहा है यहां पर कमल...

कमल – चाचू सब कुछ बताऊंगा आप अन्दर आइए...

मेरे अन्दर आते ही कमल ने मुझे सारी बाते बताना शुरू की जब से साहिल और कमल गांव आए तब से लेके कल रात तक जो हुआ सब बता दिया मुझे तब मुझे समझ आया इस खेल का लेकिन कमल ने मुझे चुप रहने को कहा था क्योंकि कमल का कहना था कि साहिल को लग रहा था कि ये शायद उसका वहम हो और शायद ऐसा कुछ ना हो तब मै कमल की बात मान के चुप रहा लेकिन उस वक्त कमल को नहीं पता था कि रसोई में जो हुआ मै देख चुका हु अपनी आंखों से और आज सुबह जब मै रागिनी के साथ बाजार गया था तब बीच में मैने रागिनी से बात की इधर उधर की इसी बीच मैने साहिल की बात छेड़ दी ये बोल के कि साहिल जब अपने घर जाएगा तब क्या होगा क्या रह पाएगा साहिल उस घर में जाने कैसा व्यवहार होगा उसके साथ उस घर में...

मै ये सब बाते बोल ही रहा था तभी रागिनी ने एक बात बोल दी जिसके बारे में सिर्फ मै और निधि जानते थे क्योंकि तब रागिनी बच्चे को सुलाने गई थी कमरे में तब ये बात पिता जी ने हम दोनों भाई बहन को बताई थी...

रागिनी – हा जब पिता जी गए थे न्योता देने तभी राजेश भैया ने बात कही थी साहिल को घर लाने की तब रीना दीदी ने चुपके से सुन ली थी बात तब मुझे बताया उन्होंने दो दिन पहले कॉल करके...

राघव – बस तब मुझे समझ आ गई पूरी बात क्योंकि जब ये बात हुई उसके अगले दिन ही साहिल आया था गांव में और ये सारी बात मै बिना सबूत के नहीं बोल रहा हूँ वीडियो है मेरे पास जो कमल ने अभी हवेली आते ही मुझे दे दी थी कल रात की...

बोल के राघव ने अपने मोबाइल से वीडियो दिखाने लगा सभी को....

जैसे ही वीडियो खत्म हुई तुरंत पूरे हॉल में एक चाटे कि आवाज गूंजी ये चाटा पड़ा था रीना को जिसे मारा था उसके पति सुरेश ने जिसके बाद...

सुरेश – (गुस्से में) नीच कमीनी इस हद तक तू गिर गई एक बच्चे के साथ इतना घिनौना खेल खेला तूने शर्म नहीं आई तुझे ऐसा करते हुए सिर्फ इसीलिए की मैने साहिल को वापस घर लाने का सोचा था बस...

बोल के चुप हो गया सुरेश तभी राघव अपने कमरे से बैग लेके आया आते ही...

राघव – (अपनी बीवी रागिनी से) ले तेरा सारा सामान और निकल जा मेरे घर से इसीवक्त मेरा वकील आएगा तेरे पास तलाक के कागज लेके दस्खत कर देना हमारा रिश्ता इसी वक्त से खत्म होता है...

इसके साथ नहीं की एक तेज चिल्लाने की आवाज आई रागिनी की जिसके बाद रागिनी वही जमीन में बेहोश हो गई जबकि रीना अपनी बहन को बेहोश होता देख उसे संभालने लगी और तभी...

सुरेश – (गुस्से में रीना से) तू भी अपनी तैयारी कर ले नागिन तलाक के कागजात पहुंच जाएंगे तेरे पास अब एक पल के लिए भी बर्दाश नहीं कर सकता हूँ तुझे अपने घर में...

इसके बाद रीना का अपनी बहन रागिनी से भी बुरा हाल हों गया असलियत सामने आते ही वैसे भी बोलने को बचा नहीं था रीना के पास ऊपर से सुरेश की कही तलाक की बात से रीना का शरीर कांपने लगा सिवाय आंख से आंसू निकालने के कुछ नहीं कर पा रही थी रीना उसी के साथ रीना की दोनों बेटियां सोनम और पूनम रोए जा रही थी तभी कमल ने साहिल के कंधे पे हाथ रखा जिसे साहिल ने देखा कमल की तरफ जो दादी को देख रहा था तब साहिल की नजर अपनी दादी की तरफ गई जिसकी आंख में आंसू थे जो सोनम और पूनम को देख रही थी तब साहिल की नजर गई सोनम और पूनम पर उनके साथ खड़ी सुमन और कविता पर जिनकी आंख में आंसू थे के तभी सुमन ने आंख में आंसू लिए साहिल को देखा दोनों की नजर आपस में एक दूसरे से मिली तभी ना जाने साहिल ने क्या सोचा और....

साहिल – (हाथ से ताली बजाने लगा तभी सबकी नजर साहिल पर गई जो ताली बजा रहा था तब) एक कहावत है कि इतिहास अपने आप को दोहराता है आज बिल्कुल वही हो रहा है यहां पर आज से 12 साल पहले भी यही हुआ था जिसका शिकार हुआ था एक बच्चा और आज 12 साल बाद फिर से वही हो रहा है लेकिन इस बार शिकार 1 नहीं बल्कि 4 बच्चे होगे जिसमें पहले राघव चाचा की छोटी बेटी और मिस्टर सुरेश के 3 बच्चे है (सुरेश से) क्यों मिस्टर सुरेश सोचा है आपने की आपके इस फैसले से आपके तीनों बच्चों पर क्या असर पड़ेगा अरे आपकी दोनों बेटियां एक बार फिर भी सम्भल जाएगी लेकिन आपका बेटा उसका क्या वो बेचारा तो सिर्फ शरीर से बड़ा हुआ है लेकिन अकल से आज भी वो बच्चा है कैसे रहेगा वो अपनी मां के बिना सोचा है आपने वैसे सोचा तो अपने 12 साल पहले भी नहीं था इस बारे में (सुमन को देख) और बाकी किसी ने भी नहीं...

सुरेश – उस वक्त मै नहीं था साहिल सच में मै नहीं था उस वक्त...

साहिल – (मुस्कुरा के) अच्छा उस वक्त नहीं थे आप ना , उसके बाद कहा थे आप क्या किया था उसके बाद आपने याद है नहीं ना मै बताऊं कुछ नहीं किया था आपने उसके बाद भी लेकिन आज आप कर सकते हो लेकिन नहीं आज भी आप कुछ नहीं करना चाहते बस थोप दिया अपना फैसला अपने बच्चों के सिर पर (राघव से) और आप राघव चाचा आपने सोचा क्या असर पड़ेगा आपके इस फैसले से आपकी छोटी सी बेटी पर (तब अपनी मां सुमन को देखते हुए गुस्से में) जब बच्चा सो के उठेगा तब अपनी मा को ढूंढेगा तो क्या जवाब होगा आपका क्यों मिस सुमन जवाब है आपके पास जब बच्चे को भूख लगेगी तब मा को पुकारेगा तब कहा होगी वो मा जब खेलते वक्त उसे चोट लगेगी तब मा पुकारे गा वो तब कहा होगी उसकी मां और जब रात में सपने से डर के जागेगा तब मा पुकारे तब कहा होगी उसकी मां (गुस्से में अपनी मुट्ठी बंद कर चिल्ला के) है जवाब इसका आपके पास...

बोलते बोलते साहिल की गुस्से में आंखे लाल हो गई जिसे देख के कमल उसके पास आने लगा जैसे ही साहिल के पास आया कमल तभी साहिल के सामने खड़ी सुमन के आंख से आंसू तेजी से निकलने लगे थे तब सुमन ने साहिल के सामने हाथ जोड़ के उसके पैर में बैठने जा रही थी उसी वक्त कमल ने साहिल के कंधे पे हाथ रखा जिसके बाद साहिल गिरने लगा जिसे कमल ने सम्भाल लिया तभी...

दादी – (साहिल को गिरता देख चिल्ला के) साहिल...

जो इस वक्त कमल के गोद में बेहोश पड़ा था जिसे देख के कमल ने तुरंत साहिल को अपनी गोद में उठा के बगल के सोफे पे लेटा दिया तब...

सुमन – (साहिल को इस तरह देख) क्या हुआ साहिल को कमल क्या हुआ साहिल को...

कमल – साहिल को फिर से अटैक आया है...

दादी – फिर से का क्या मतलब...

कमल – गांव आने से 3 दिन पहले आया था गांव आने के बाद कल रात में आया था जब साहिल रसोई से निकला था चाची से बात करके गुस्से में और आज साहिल को इस महीने तीसरी बार अटैक आया है , दादी हमें यहां नहीं आना चाहिए था...

दादी – (चौक के) क्या तीसरी बार अटैक...

बोल के साहिल के बगल में बैठ गई साहिल का हाथ पकड़ के तभी घर के बाकी लोग भी सोफे के चारों तरफ आ गए आते ही...

सुमन – कैसा अटैक साहिल को और कब से आ रहा है ये अटैक...

कमल –12 सालों से आता रहा है अटैक साहिल को इससे पहले लगातार आते थे लेकिन पिछले 5 सालों से महीने में एक बार आता था लेकिन अब फिर से लगातार आने लगे है...

सुमन – तो डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाया...

दादी – (बीच में) क्यों पूछ रही हो तुम साहिल के बारे में सुमन 12 सालों से तो किसी ने जानने की कोशिश नहीं की साहिल के बारे में (लड़कियों को देख के) हा उसे नफरत करने और गाली जरूर दी सबने आवारा , गली का कुत्ता मुफ्त की रोटी तोड़ते वाला यही शब्द बोलते रहते है सब...

दादी की बात सुन खुशी , अवनी , शिवानी , शबनम , सुरभि , पायल और कविता के सिर नीचे हो गए शर्म के मारे दादी के सामने तब...

सुमन – (दादी की बात पे ध्यान न देके) आपको जो बोलना है बोल लीजिए मा लेकिन प्लीज बता दीजिए साहिल को अटैक क्यों आते है...

दादी – (सुमन को एक नजर देख के) थोड़ी देर में पता चल जाएगा तुम सबको क्यों आते है अटैक मेरे बच्चे को , जो पिछले 12 सालों से सजा भुगत रहा है बिना कुछ किए...

इन सब के बीच सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था जो इतनी देर से सिर्फ देख रही इन नजारों को साहिल के बेहोश होने के बाद वो भी साहिल के पास आ गई आते ही उसने भी देखा साहिल बेहोश है तब सामंथा ने कुछ सोचा और साहिल के सिर पर हाथ रखा जैसे ही सामंथा ने साहिल के सिर पर हाथ रखा तभी सामंथा ने अपनी आंखे बंद की देखने लगी तब सामंथा को दिखा कि साहिल अपने दादा प्रताप के बगल में खड़ा था तभी एक तरफ से एक साया आता है जिसका चेहरा नहीं दिख रहा था वो गुस्से में कुछ बोलता है प्रताप से जो सेमेंथा को सुनाई नहीं देता और तभी वो साया जेब से बंदूक निकालता है और गोली चला देता है लेकिन इससे पहल वो गोली साहिल को लगती तभी प्रताप उसके सामने आ जाता है और गोली प्रताप के सीने से पार हो जाती है और प्रताप गिर जाता है लेकिन इससे पहले प्रताप गिरता जमीन पर जो गोली प्रताप का सीना पार करके निकली थी उसके साथ प्रताप की पीठ से खून के छीटे साहिल के चेहरे पे पड़ गए उसी वक्त साहिल के पैर जैसे जमीन में जम से गए एक बुत की तरह खड़ा रहा साहिल उसी जगह पर इसके साथ साहिल की आंख खुल गई और सामंथा को झटका लगा वो दूर हो गई...

साहिल – (होश में आके चिल्ला के) दादा जी उसने मार दिया दादा जी को मार दिया उसने वो मुझे मार देगा वो...

सोफे के चारों तरफ खड़े सभी घर वालों की आंखे बड़ी हो गई साहिल की ये हालत देख साथ उसकी बात सुन के उस पल सभी को जैसे एक झटका सा लगा इस बात से तब...

दादी – (साहिल को गले लगा के) कुछ नहीं बेटा कोई कुछ नहीं करेगा तुझे बेटा मै हूँ ना तेरे साथ कोई तुझे नहीं मरेगा...

बोल के साहिल को गले लगाए रही दादी जबकि साहिल बार बार लंबी सास लेके बस एक ही बात बोले जा रहा था...

साहिल – (डर से) उसने दादा जी को मार दिया वो मुझे भी मार देगा...

तब....

सुरेश – (हैरानी से दादी से) मा ये सब क्या है और साहिल ये सब क्या बोल रहा है...

दादी – (बीच में सुरेश को हाथ दिखा चुप रहने का इशारा करके) दूर रहो सब मेरे बच्चे से अपने बच्चे को संभालने के लिए किसी की जरूरत नहीं है मुझे 12 सालों से अकेले करती आ रही हूँ आगे भी मै सम्भाल लूंगी अपने बच्चे को किसी की झूठी तसली , प्यार की जरूरत नहीं है मेरे बच्चों को...

उसके बाद दादी की कही इन बातों से चाह के भी कोई कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर पाया...
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जारी रहेगा✍️✍️
Great update and mind blowing going on maximum:claps::claps::claps::claps:
 

parkas

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UPDATE 11


धीरेन्द्र की हवेली में आज उसकी बहन का पूरा परिवार आ गया था जहां सभी का हसी खुशी फूल माला से स्वागत किया जा रहा था जहां धीरेन्द्र उसका बेटा राघव एक एक करके के घर लोगो को माला पहना रहे थे जिसमें राजेश (बड़े पाप) , रनवीर (पापा) , धीरज (चाचा) , सुमंत सिंह (फूफा) और हेमंत (फूफा) सबका स्वागत के साथ हवेली के अन्दर आ गए सभी इस वक्त सभी एक दूसरे से हस के बाते कर रहे थे वहीं निधि और रचना अपनी तीनों भाभी रीना (बड़ी मां) , सुमन (मा) , सुनैना (चाची) से गले लग के स्वागत किया साथ ही सरला की दोनों बेटियां अमृता और सुनीता से गले लग के स्वागत किया जिसके बाद उन सभी की बेटियों से मिली इसके साथ सोनम , पूनम , खुशी , अवनी , कविता , शिवानी , सुरभि , शबनम और पायल ये लोग आपस में मिल के बाते करने लगे साथ ही राघव की छोटी बेटी को गोद उठा के मस्ती करने लगे...

सोनम – (शिवानी , सुरभि , शबनम और पायल से) कैसी हो तुम सब बड़े दिनों बाद मिलना हुआ यार अपना....

पूनम – हा यार कितने बदल गए हो यार तुम सब....

कविता – आप सब को याद नहीं आती थी क्या हमारी जो इतने दिनों तक मिलने तक ना आए और ना काल किया...

खुशी और अवनी एक साथ – (हस्ते हुए) बड़े लोगों की बड़ी बाते होती है दीदी....

शिवानी – अरे नहीं यार ऐसी बात नहीं है पढ़ाई का इतना प्रेशर रहता है इसीलिए टाइम नहीं मिल पाया यार...

सुरभि – और वैसे भी यार मुझे तो बहुत खुशी हो रही है यहां आके आज कितने सालों बाद यहां आई हुई मै...

पायल – हा दीदी लास्ट टाइम जब आए थे हम तब वो कमीना कातिल भी था यहां पर उसके बाद से आना नहीं हुआ अपना....

शबनम – हा यार उस कातिल की वजह से मा का मन नहीं होता था कही जाने का बस मार्केट भी मुश्किल से जाती थी हमारे साथ ये तो शादी थी इसीलिए यहां आ पाए हम सब....

सोनम – तो मतलब तब से आप सब आए नहीं क्या यहां पर...

शिवानी – हा यार ये सब उस कातिल के कारण हुआ यार...

पूनम – (हस्ते हुए) जाने दो ना यार क्यों उस कातिल के बारे में बात करके अपना मन खराब करे हम...

पायल – अच्छा मैने सुना वो भी यही आया हुआ है क्या सच है ये....

सोनम – हा वो यही आया हुआ है शायद दादा ने उसकी औकात देख के उसको काम करने के लिए बुलाया है पड़ा होगा वो कुत्ता कही कोने में मुफ्त की रोटी तोड़ते हुए...

शबनम – चुप करो यार उसके बारे में बात मत करो तुम सब अगर मा ने सुन लिया तो क्लास लगा देगी सबकी...

पूनम – ऐसा क्यों बोल रही है तू...

शिवानी – पता नहीं यार जब भी उस कातिल के बारे में बात होती थी तो मा गुस्सा करती थी हम पे बोलती थी एक शब्द अगर बोला उसके लिए तो जान ले लूंगी सबकी...

सोनम – ऐसा क्यों बोलती थी बुआ भला...

शिवानी – पता नहीं यार मा के गुस्सा देख हिम्मत नहीं होती थी पूछने की...

पूनम – (कविता से जो इतनी देर से चुप बैठी थी) तुझे क्या हुआ कविता तू शांत क्यों बैठी है आज...

खुशी – हा दीदी जाने क्या बात है अभी तो बाते कर रही थी और अभी तो चुप हो गई क्या हुआ कविता दीदी...

कविता – (जो अपनी सोच में थी) कुछ नहीं बस आप सब की बाते सुन रही थी....

शिवानी – देख कविता मानते है तेरा भाई है वो लेकिन इसमें तेरी क्या गलती है यार जो किया उसने किया इसमें तेरा कोई कुसूर नहीं है समझी तू मत सोचा कर उस कातिल के बारे में देख सब तेरे साथ है अगर हमारे दिल में ऐसा कुछ होता तो क्या हम बात करते एक दूसरे से...

सोनम – हा कविता तू बिना वजह अपने आप को उस कातिल से कंपेयर मत कर तू हमारी बहन है तेरा उस कातिल से कोई मतलब नहीं है मरने दे उसे जहां मर रहा है वो दिखे ही ना वो हमें तो ज्यादा अच्छा होगा उसके लिए....

इतनी देर से ये लोग हवेली के दरवाजे में खड़े होके एक दूसरे से बाते कर रहे थे इस बात से अंजान हवेली के अन्दर गेट के एक तरफ होके दादी चुप चाप सारी बाते सुन रही है इन सबकी जबकि गेट के बाहर की तरफ कमल , साहिल और सविता भी एक तरफ होके इनकी बाते सुन रहे थे तब....

कमल – (साहिल से धीरे से) यकीन नहीं होता यार बड़े तो बड़े साथ मे उनके बच्चे भी छोडूंगा नहीं इनको...

बोल के कमल आगे जाता उससे पहले...

साहिल – (कमल का हाथ पकड़ के) जाने दे भाई क्या मतलब पड़ा है अपने को उनसे...

जबकि सारी लड़कियां बाते करते करते अन्दर चली गई तभी इनके सामने दादी आ गई जिन्हें देख सारी लड़कियों की बोलती बंद हो गई तब...

दादी – (सभी लड़कियों को देख) बहुत बड़े हो गए हो तुम सब और बाते उससे भी बड़ी यही संस्कार मिले है तुम सब को...

लड़कियां कुछ बोलने जा रही थी तभी...

दादी – (तभी साहिल पर नजर पड़ते ही लड़कियों को हाथ आगे दिखा के उनको बोलने से रोकते हुए) कमरे में जाओ अपने सभी...

बोल के दादी वहा से हट गई तब सभी लड़किया आगे जाके सीडीओ से ऊपर जाने लगी तभी बच्ची कविता की गोद उतर के भाग के हवेली के दरवाजे से आते हुए साहिल की गोद में चली गई ये नजारा देख....

पूनम – (साहिल को देख के) वाओ क्या बंदा है यार...

सोनम – (साहिल को देख) कितना हैंडसम है ये कौन है ये यार...

जिसके बाद सभी ने देखा साहिल की तरफ...

शिवानी – पता नहीं यार लेकिन मस्त लग रहा है ये बन्दा तो...

सुरभि – क्या तो पर्सनालिटी है इसकी मन तो करता है बॉयफ्रेंड बना लू इसे कौन है यार ये जानते हो तुम लोग...

खुशी – पता नहीं दीदी मैने आज पहली बार देखा है इसे...

जबकि कविता इन सब से अलग खड़ी साहिल को एक तक देखे जा रही थी जो राघव की बेटी के साथ बाते कर रहा था हस्ते हुए तभी वहां दादी आ गई उनको देख साहिल ने उनके पैर छुआ गले लग गया जिसके बाद साहिल हस्ते हुए आगे बढ़ाने लगा सभी लड़कियों के पास से इग्नोर करते हुए अपने कमरे में चला गया कमरे में आते ही साहिल ने देखा दरवाजा खुला पड़ा है कमरे का जिसपे ध्यान ना देके बाथरूम में चला गया तभी एक चीख गूंजी जिसे सुन हवेली के सब लोग साहिल के कमरे की तरफ आ गए आते ही सबने चाटो कि आवाज सुनी जो साहिल को पड़े थे...

औरत – कुत्ते कमीने घटिया इंसान तू गिरा हुआ था ये पता था लेकिन इतना गिरा हुआ होगा पता नहीं था हरामजादे...

जी हा ये कोई और नहीं बल्कि रीना थी साहिल की बड़ी मां मतलब ताई जी क्योंकि साहिल को बाथरूम जाना था लेकिन उसे पता नहीं था कि बाथरूम में कोई है और वो कोई और नहीं रीना थी जो बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ के नंगी होके शॉवर ले रही थी तभी सब साहिल के कमरे में आ गए आते है...

राजेश (बड़े पाप) – (अपनी बीवी रीना से) क्या हुआ रीना...

रीना – (गुस्से में) पूछिए इस नीच इंसान से क्या करने आया था ये यहां पर जब मैं नहा रही थी...

राजेश – (रीना की बात सुन गुस्से में साहिल से) तुम इतने गिरे हुए बन गए हो सोचा नहीं था मैने...

बोल के चाटा मारा साहिल के गाल पर जबकि साहिल तो अचानक से हुए इन सब बातों से शॉक हो गया था उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो रहा है उसके कमरे से रीना आई कैसे तब...

राजेश – मैने सोचा कि तुझे घर लेके आयेगे हम लेकिन तूने साबित कर दिया तू किसी लायक नहीं है...

तभी इन बाते के बीच रणवीर आ गया आते ही साहिल के गाल में चाटा मार के...


रनवीर – कुत्ते शर्म आती है मुझे तुझे अपना बेटा कहते हुए तू एक नंबर का...

कमल – (बीच में आके चिल्ला के) बस बहुत हो गया अब एक शब्द नहीं मेरे भाई के खिलाफ...

रणवीर – वर्ना क्या बोल क्या करेगा तू...

साहिल – (अब जो सम्भल चुका था कमल के कंधे पे हाथ रख के) रुक तू अब मुझे बात करने दे (रनवीर के सामने जाके) क्या बोल रहे है आप मुझसे बात करो कमल से नहीं...

रनवीर – तुझ जैसे दो टके के लौंडे से बात करना अपनी बेइज्जती समझता हूँ...

साहिल – तो सामने किस लिए खड़े हो आप जाओ फिर (राजेश से) क्या बोल रहे थे आप मुझे घर लाने के लिए किस खुशी में वो भी बता दो आप लेकिन बाद में ये सब पहले जरा असली बात पे आता हु मै (रीना से) हा तो आप क्या बोल रही थी तमीज नहीं है अच्छा तो अपनी तमीज बताइए आप कितनी है आपमें कमरे का दरवाजा भी खुला साथ में बाथरूम का दरवाजा भी खुला जहां आप नंगी होके नहा रही है कौन करता है ऐसा बताओ जरा मुझे लेकिन ये सब तो बाद में पहले तो आप ये बताए आप इस कमरे में कर क्या रही है ये कमरा तो मुझे दिया गया है और आप इसमें कैसे आ गई...

रीना – बाते तो बहुत जल्दी पलटने में माहिर हो गए हो तुम लेकिन हरकत से उससे भी ज्यादा नीच हो तुम (राजेश से) 2 दिन पहले मेरी बहन ने रोते हुए मुझे बताया था इस (साहिल) की नीच हरकत के बारे में...

बोलते बोलते साहिल को अचानक से चाटा मारके...

रीना – ये कमीना मेरी बहन को अपनी मर्दानगी दिखाने वाला था (साहिल से) क्यों यही बोला था तूने मेरी बहन को (राजेश से) मेरी बहन ने रोते हुए मुझे सब बता दिया इस कमीने की करतूत के बारे में इसका सबूत भी है उसके पास...

बोल के रोने लगती है रीना जिसे देख राजेश गुस्से में...

राजेश – (जेब से अपना फोन निकाल के) बहुत हो गया अब पुलिस आएगी वहीं सबक सिखाएगी इसे अच्छे से...

धीरेन्द्र – (गुस्से में चिल्ला के) अपना फोन अपनी जेब में रख लो राजेश ये शहर नहीं मेरा घर है और इस घर में आज तक पुलिस ने कदम नहीं रखा और ना आज रखेगी...

रनवीर – (धीरेन्द्र से) बुलाने दीजिए पुलिस को मामा जी ताकि इसे (साहिल) इसकी असली औकात पता चल जाय शहर में रहते हुए बहुत नीच बन गया है ये...

तभी पीछे से एक हाथ आया जो साहिल के गाल में पढ़ने जा रहा था और ये हाथ था सुमन का तभी उसे किसी ने रोक दिया...

निधि – (सुमन से) बस भाभी अब किसी ने भी हाथ उठाया साहिल पर तो मै भूल जाऊंगी सबसे रिश्ते नाते...

रीना – ये तू क्या कर रही है निधि इस नीच इंसान के लिए तू सबसे दुश्मनी कर रही है...

निधि – (गुस्से में) साहिल कैसा है ये आप सबसे ज्यादा अच्छे से जानती हु मै बड़ी भाभी 5 साल से पढ़ा रही हूँ मै साहिल को जबकि आप सब तो 5 मिनिट के लिए भी मिलने नहीं आए साहिल से अरे मिलना तो छोड़ो हाल चाल जाने तक नहीं जाना आपने और आज उसी पर हाथ छोड़ा जा रहा है (सुमन से) और आप भाभी आप तो मा हो अपने भी हु जाने दीजिए भाभी मै भी किस्से बात कर रही हूँ जिसे अपनो से ज्यादा दूसरों पर यकीन हो (रीना से) वैसे बड़ी भाभी आप यहां क्या कर रही है इस कमरे में ये तो साहिल का कमरा है आप कैसे यहां आई...

तभी...

साहिल – (मुस्कुरा के अपना हाथ निधि के कंधे पे रख के) शांत हो जाइए बुआ आप इस वक्त असली बात ये नहीं की ये मेरे कमरे में कैसे आई है असली बात ये है के इन्होंने सबूत की बात की है जरा देखूं तो उस सबूत को (रीना से) सबूत के बिना पर अपने इल्जाम लगाया है मुझपे कहा है वो सबूत...

रीना – दिखाऊंगी सबको दिखाऊंगी में वो सबूत...

धीरेन्द्र – ठीक है दस मिनिट में सब हाल में आ जाओ वहीं सबके सामने सबूत देखेंगे हम सब...

साहिल – उसके बाद आएगा एक और सबूत मेरे बेगुनाह होने का जिसको दिखाने वाला खुद आएगा आपके सामने (रीना से) चाटा मारा है ना मुझे आपने अब इस चाटे कि गूंज मै सुनाऊंगा आपको जिसे आप कभी भूल नहीं पाओगे...

साहिल निकलने लगा कमरे से तभी दरवाजे पे खड़ी अपनी मां सुमन और अपनी बहन कविता को देख एक पल रुक गया जिसके बाद साहिल ने उनके बगल में खड़ी दादी का हाथ पकड़ के सीढ़ियों से नीचे जाने लगा उसके पीछे पीछे कमल भी आने लगा साथ में सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था जबकि पीछे से साहिल के कमरे से सब लोग अपने कमरे में जाने लगे तब हाल में...

साहिल – (कमल से) तेरा काम का क्या हुआ...

कमल – वो तो मैने कल रात ही कर दिया था यार बाकी का थोड़ी देर पहले अब कोई दिक्कत नहीं होगी तुझे तगड़ा सबूत है अपने पास...

दादी – (जो इतनी देर से बाते सुन रही थी लेकिन समझ कुछ नहीं आ रहा था उनके) किस बारे में बात कर रहे हो तुम दोनों और (साहिल से) ये सब क्या हो रहा है मुझे बुलाना ही नहीं चाहिए था तुझे पता होता ये सब होगा तो...

साहिल – (मुस्कुरा के) अरे मेरी प्यारी दादी मा आप क्यों इतना सेंटी हो रही हो कुछ नहीं होगा मुझे देखना आपका बेटा क्या करता है इनके साथ बस देखती जाना आप आपको सब पता चल जाएगा...

तभी राघव भी आ गया हाल में चुप चाप खड़ा था एक जगह जिसे देख दादी एक पल के लिए डर गई तभी एक एक करके सभी हाल में इक्कठे होने लगे जिसमें रनवीर भी शामिल था लेकिन तभी उसके फोन में किसी का कॉल आने लगा उसे उठा के बात करने लगा तब...

रनवीर – (धीरेन्द्र से) मामा जी एक अर्जेंट काम आ गया है मुझे जाना होगा फैक्ट्री में वापस जल्द ही काम निपटा के आऊंगा...

बोल के साहिल को घूर के जाने लगा उसके जाते ही रीना अपने हाथ में लैपटॉप लेके आई धीरेन्द्र के पास जिसे देख....

साहिल – अरे वाह लैपटॉप भी लाए हो आप (हस्ते हुए) शादी में आए हो या बिजनेस करने जो लैपटॉप लाना पड़ा आपको...

बोल के साहिल और कमल हसने लगे तभी दादी ने आंख दिखाई दोनों को जिसे देख चुप हो गए दोनों तब...

रीना – (धीरेन्द्र से) इसमें वीडियो है जिसे आपकी बहू रागिनी ने रिकॉर्ड किया था...

बोल के वीडियो चला दिया जिसमें रसोई में जो हुआ उसकी रिकॉर्डिंग थी जिसमें साहिल ने मर्दानगी वाली बात बोली थी जिसे बोल के वो चला गया तभी फिर से वापस आके रागिनी को जबरदस्ती गले लगा के बोला...

साहिल – चुप चाप वो कर जो बोलता हु मै वर्ना तेरी बेटी के साथ क्या होगा सोच भी नहीं सकती है तू...

जिसके बाद अचानक से बीच में दादा जी की आवाज आई जिसमें वो साहिल को बुला रहे है जिसके बाद साहिल चला गया वहां से...

इसके साथ वीडियो बंद हो गई तभी...

साहिल – (हस्ते हुए धीरेन्द्र से) दादा जी आपने बताया नहीं कि आपके घर में कैमरे लगे हुए है वो भी इतनी हाइ लेवल के जिसमें आवाज तक रिकॉर्ड हो जाती है...

बोल के साहिल और कमल फिर से हंसने लगे जबकि बाकी सभी का वीडियो देख के खून खोल रहा था तभी राघव की बहन पीछे से आके साहिल को एक चाटा मारा...

रचना – थू है तुझ जैसे इंसान पे अच्छा हुआ जो तुझे घर से निकाल दिया गया तू इस लायक ही नहीं है कि तुझे परिवार मिले वर्ना तू उन्हें भी अपनी हवस का शिकार बनाने लग जाता अब निकलजा मेरे घर से तेरे जैसे गटर छाप...

राघव – (बीच में चिल्ला के) बस बहुत बोल लिया तुमने रचना और बहुत सुन लिया मैने...

बोल के चलते हुए आगे आने लगे साथ अपनी बेल्ट खोलने लगे तभी चट चट की आवाजे आने लगी इसके साथ ही रागिनी की चीख गूंज रही थी दर्द भरी लेकिन राघव बिना रुके बस मारे जा रहा था रागिनी को और गालियां दिए जा रहा था साथ में तभी बीच में रीना आके रोकने लगी...

रीना – (राघव से) दिमाग तो नहीं खराब हो गया है तुम्हारा अपनी बीवी पे हाथ उठा रहे हो तुम वो भी इस गंदी नाली के कीड़े के लिए...

इतना बोलना था कि एक पड़ा चाटा रीना के गाल पे जिसे राघव ने मारा था...

राघव – चुप कर साली कूतीया तुम दोनों बहनों से ज्यादा गिरा हुआ इंसान मैने अपनी जिंदगी में नहीं देखा...

राजेश – (गुस्से में राघव से) तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बीवी को गली देने उसपे हाथ उठाने की...

राघव – बड़े भइया इन्होंने जो किया है ना अगर आपको पता होता तो आप वही करते जो मै कर रहा हूँ...

राजेश – क्या मतलब है तेरा...

राघव – मतलब साफ है बड़े भईया इस सारे खेल का रचयिता कोई और नहीं आपकी बीवी है जिसने अपनी बहन रागिनी को ये सब करने को कहा साहिल को फसाने के लिए जानते है क्यों...

राजेश – (हैरानी से) क्यों...

राघव – आपको याद है जब पिता जी आपके घर आए थे शादी का न्योता देने तब आपने ही कहा था कि साहिल को अपने घर में वापस लाने के लिए बस ये बात आपकी बीवी ने सुन ली थी और उसी दिन आपकी बीवी ने रागिनी को कॉल करके इस खेल की तैयारी की अरे मुझे तो पता भी नहीं चलता इन सब बातों का लेकिन कल रात मै खेतों से होते हुए हवेली वापस आ रहा था पीछे के रस्ते से तभी रसोई की खिड़की से मैने कुछ आवाजे सुनी पास आके देखा तो पता चला रागिनी किसी से फोन पे बात कर रही थी...

रागिनी – (कॉल पे) दीदी आधा काम हो गया है मैने रिकॉर्डिंग कर ली है आपको भेज रही हूँ बाकी की रिकॉर्डिंग करके भेजती हूँ दीदी अब साहिल कभी आपके घर नहीं आ पाएगा...

जब मैने रागिनी की ये बाते सुनी तब मुझे समझ आया कि ये अपनी बड़ी बहन रीना से बात कर रही है लेकिन साहिल का नाम और घर में ना लाने वाली बात मै समझ नहीं पा रहा था कि आखिर बात क्या है लेकिन इससे पहले मै कुछ करता तभी रागिनी ने अपना मोबाइल एक तरफ रखा तब एक लड़का आया जिसे देख के मुझे ताजुब हुआ क्योंकि वो लड़का मेरे गांव का है लेकिन उसके कपड़े उसके बाल उसको इस लुक में देख के हैरान था एक पल के ले मुझे लगा साहिल है ये और तभी उसने रागिनी को गले लगाया बिल्कुल जैसा सबने इस वीडियो में देखा वही सब बोला गया लेकिन बात मेरे हजम नहीं हो रही थी रागिनी को इस तरह किसी के गले लगते देख गुस्सा मुझे बहुत आ रहा था तभी रागिनी ने उस लड़के के पीछे से अपना मोबाइल लेके कुछ बटन दबाए उसके बाद उस लड़के को पैसे दिए और वो लड़का वहां से चला गया कुछ देर बाद रागिनी ने अपने मोबाइल से रिकॉर्डेड भेजी अपनी बहन को और मुस्कुरा के वहां से चली गई काफी देर तक गुस्से की आग में मै जलता रहा उसी खिड़की के बाहर नीचे बैठ के जाने कितनी देर तक तब तक हवेली में अंधेरा हो गया था मै उठ के हवेली में जाने ही वाला था तभी मैने देखा कि रसोई की लाइट चालू हो गई और वहां पर मैने कमल को देखा जो दीवार के कोने में लगे कैमरे को उतार रहा था और तभी कमल खिड़की की तरफ आया वहा से भी कैमरा निकालने लगा तब कमल की नजर मुझपे पढ़ी तब...

राघव – ये सब क्या हो रहा है यहां पर कमल...

कमल – चाचू सब कुछ बताऊंगा आप अन्दर आइए...

मेरे अन्दर आते ही कमल ने मुझे सारी बाते बताना शुरू की जब से साहिल और कमल गांव आए तब से लेके कल रात तक जो हुआ सब बता दिया मुझे तब मुझे समझ आया इस खेल का लेकिन कमल ने मुझे चुप रहने को कहा था क्योंकि कमल का कहना था कि साहिल को लग रहा था कि ये शायद उसका वहम हो और शायद ऐसा कुछ ना हो तब मै कमल की बात मान के चुप रहा लेकिन उस वक्त कमल को नहीं पता था कि रसोई में जो हुआ मै देख चुका हु अपनी आंखों से और आज सुबह जब मै रागिनी के साथ बाजार गया था तब बीच में मैने रागिनी से बात की इधर उधर की इसी बीच मैने साहिल की बात छेड़ दी ये बोल के कि साहिल जब अपने घर जाएगा तब क्या होगा क्या रह पाएगा साहिल उस घर में जाने कैसा व्यवहार होगा उसके साथ उस घर में...

मै ये सब बाते बोल ही रहा था तभी रागिनी ने एक बात बोल दी जिसके बारे में सिर्फ मै और निधि जानते थे क्योंकि तब रागिनी बच्चे को सुलाने गई थी कमरे में तब ये बात पिता जी ने हम दोनों भाई बहन को बताई थी...

रागिनी – हा जब पिता जी गए थे न्योता देने तभी राजेश भैया ने बात कही थी साहिल को घर लाने की तब रीना दीदी ने चुपके से सुन ली थी बात तब मुझे बताया उन्होंने दो दिन पहले कॉल करके...

राघव – बस तब मुझे समझ आ गई पूरी बात क्योंकि जब ये बात हुई उसके अगले दिन ही साहिल आया था गांव में और ये सारी बात मै बिना सबूत के नहीं बोल रहा हूँ वीडियो है मेरे पास जो कमल ने अभी हवेली आते ही मुझे दे दी थी कल रात की...

बोल के राघव ने अपने मोबाइल से वीडियो दिखाने लगा सभी को....

जैसे ही वीडियो खत्म हुई तुरंत पूरे हॉल में एक चाटे कि आवाज गूंजी ये चाटा पड़ा था रीना को जिसे मारा था उसके पति सुरेश ने जिसके बाद...

सुरेश – (गुस्से में) नीच कमीनी इस हद तक तू गिर गई एक बच्चे के साथ इतना घिनौना खेल खेला तूने शर्म नहीं आई तुझे ऐसा करते हुए सिर्फ इसीलिए की मैने साहिल को वापस घर लाने का सोचा था बस...

बोल के चुप हो गया सुरेश तभी राघव अपने कमरे से बैग लेके आया आते ही...

राघव – (अपनी बीवी रागिनी से) ले तेरा सारा सामान और निकल जा मेरे घर से इसीवक्त मेरा वकील आएगा तेरे पास तलाक के कागज लेके दस्खत कर देना हमारा रिश्ता इसी वक्त से खत्म होता है...

इसके साथ नहीं की एक तेज चिल्लाने की आवाज आई रागिनी की जिसके बाद रागिनी वही जमीन में बेहोश हो गई जबकि रीना अपनी बहन को बेहोश होता देख उसे संभालने लगी और तभी...

सुरेश – (गुस्से में रीना से) तू भी अपनी तैयारी कर ले नागिन तलाक के कागजात पहुंच जाएंगे तेरे पास अब एक पल के लिए भी बर्दाश नहीं कर सकता हूँ तुझे अपने घर में...

इसके बाद रीना का अपनी बहन रागिनी से भी बुरा हाल हों गया असलियत सामने आते ही वैसे भी बोलने को बचा नहीं था रीना के पास ऊपर से सुरेश की कही तलाक की बात से रीना का शरीर कांपने लगा सिवाय आंख से आंसू निकालने के कुछ नहीं कर पा रही थी रीना उसी के साथ रीना की दोनों बेटियां सोनम और पूनम रोए जा रही थी तभी कमल ने साहिल के कंधे पे हाथ रखा जिसे साहिल ने देखा कमल की तरफ जो दादी को देख रहा था तब साहिल की नजर अपनी दादी की तरफ गई जिसकी आंख में आंसू थे जो सोनम और पूनम को देख रही थी तब साहिल की नजर गई सोनम और पूनम पर उनके साथ खड़ी सुमन और कविता पर जिनकी आंख में आंसू थे के तभी सुमन ने आंख में आंसू लिए साहिल को देखा दोनों की नजर आपस में एक दूसरे से मिली तभी ना जाने साहिल ने क्या सोचा और....

साहिल – (हाथ से ताली बजाने लगा तभी सबकी नजर साहिल पर गई जो ताली बजा रहा था तब) एक कहावत है कि इतिहास अपने आप को दोहराता है आज बिल्कुल वही हो रहा है यहां पर आज से 12 साल पहले भी यही हुआ था जिसका शिकार हुआ था एक बच्चा और आज 12 साल बाद फिर से वही हो रहा है लेकिन इस बार शिकार 1 नहीं बल्कि 4 बच्चे होगे जिसमें पहले राघव चाचा की छोटी बेटी और मिस्टर सुरेश के 3 बच्चे है (सुरेश से) क्यों मिस्टर सुरेश सोचा है आपने की आपके इस फैसले से आपके तीनों बच्चों पर क्या असर पड़ेगा अरे आपकी दोनों बेटियां एक बार फिर भी सम्भल जाएगी लेकिन आपका बेटा उसका क्या वो बेचारा तो सिर्फ शरीर से बड़ा हुआ है लेकिन अकल से आज भी वो बच्चा है कैसे रहेगा वो अपनी मां के बिना सोचा है आपने वैसे सोचा तो अपने 12 साल पहले भी नहीं था इस बारे में (सुमन को देख) और बाकी किसी ने भी नहीं...

सुरेश – उस वक्त मै नहीं था साहिल सच में मै नहीं था उस वक्त...

साहिल – (मुस्कुरा के) अच्छा उस वक्त नहीं थे आप ना , उसके बाद कहा थे आप क्या किया था उसके बाद आपने याद है नहीं ना मै बताऊं कुछ नहीं किया था आपने उसके बाद भी लेकिन आज आप कर सकते हो लेकिन नहीं आज भी आप कुछ नहीं करना चाहते बस थोप दिया अपना फैसला अपने बच्चों के सिर पर (राघव से) और आप राघव चाचा आपने सोचा क्या असर पड़ेगा आपके इस फैसले से आपकी छोटी सी बेटी पर (तब अपनी मां सुमन को देखते हुए गुस्से में) जब बच्चा सो के उठेगा तब अपनी मा को ढूंढेगा तो क्या जवाब होगा आपका क्यों मिस सुमन जवाब है आपके पास जब बच्चे को भूख लगेगी तब मा को पुकारेगा तब कहा होगी वो मा जब खेलते वक्त उसे चोट लगेगी तब मा पुकारे गा वो तब कहा होगी उसकी मां और जब रात में सपने से डर के जागेगा तब मा पुकारे तब कहा होगी उसकी मां (गुस्से में अपनी मुट्ठी बंद कर चिल्ला के) है जवाब इसका आपके पास...

बोलते बोलते साहिल की गुस्से में आंखे लाल हो गई जिसे देख के कमल उसके पास आने लगा जैसे ही साहिल के पास आया कमल तभी साहिल के सामने खड़ी सुमन के आंख से आंसू तेजी से निकलने लगे थे तब सुमन ने साहिल के सामने हाथ जोड़ के उसके पैर में बैठने जा रही थी उसी वक्त कमल ने साहिल के कंधे पे हाथ रखा जिसके बाद साहिल गिरने लगा जिसे कमल ने सम्भाल लिया तभी...

दादी – (साहिल को गिरता देख चिल्ला के) साहिल...

जो इस वक्त कमल के गोद में बेहोश पड़ा था जिसे देख के कमल ने तुरंत साहिल को अपनी गोद में उठा के बगल के सोफे पे लेटा दिया तब...

सुमन – (साहिल को इस तरह देख) क्या हुआ साहिल को कमल क्या हुआ साहिल को...

कमल – साहिल को फिर से अटैक आया है...

दादी – फिर से का क्या मतलब...

कमल – गांव आने से 3 दिन पहले आया था गांव आने के बाद कल रात में आया था जब साहिल रसोई से निकला था चाची से बात करके गुस्से में और आज साहिल को इस महीने तीसरी बार अटैक आया है , दादी हमें यहां नहीं आना चाहिए था...

दादी – (चौक के) क्या तीसरी बार अटैक...

बोल के साहिल के बगल में बैठ गई साहिल का हाथ पकड़ के तभी घर के बाकी लोग भी सोफे के चारों तरफ आ गए आते ही...

सुमन – कैसा अटैक साहिल को और कब से आ रहा है ये अटैक...

कमल –12 सालों से आता रहा है अटैक साहिल को इससे पहले लगातार आते थे लेकिन पिछले 5 सालों से महीने में एक बार आता था लेकिन अब फिर से लगातार आने लगे है...

सुमन – तो डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाया...

दादी – (बीच में) क्यों पूछ रही हो तुम साहिल के बारे में सुमन 12 सालों से तो किसी ने जानने की कोशिश नहीं की साहिल के बारे में (लड़कियों को देख के) हा उसे नफरत करने और गाली जरूर दी सबने आवारा , गली का कुत्ता मुफ्त की रोटी तोड़ते वाला यही शब्द बोलते रहते है सब...

दादी की बात सुन खुशी , अवनी , शिवानी , शबनम , सुरभि , पायल और कविता के सिर नीचे हो गए शर्म के मारे दादी के सामने तब...

सुमन – (दादी की बात पे ध्यान न देके) आपको जो बोलना है बोल लीजिए मा लेकिन प्लीज बता दीजिए साहिल को अटैक क्यों आते है...

दादी – (सुमन को एक नजर देख के) थोड़ी देर में पता चल जाएगा तुम सबको क्यों आते है अटैक मेरे बच्चे को , जो पिछले 12 सालों से सजा भुगत रहा है बिना कुछ किए...

इन सब के बीच सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था जो इतनी देर से सिर्फ देख रही इन नजारों को साहिल के बेहोश होने के बाद वो भी साहिल के पास आ गई आते ही उसने भी देखा साहिल बेहोश है तब सामंथा ने कुछ सोचा और साहिल के सिर पर हाथ रखा जैसे ही सामंथा ने साहिल के सिर पर हाथ रखा तभी सामंथा ने अपनी आंखे बंद की देखने लगी तब सामंथा को दिखा कि साहिल अपने दादा प्रताप के बगल में खड़ा था तभी एक तरफ से एक साया आता है जिसका चेहरा नहीं दिख रहा था वो गुस्से में कुछ बोलता है प्रताप से जो सेमेंथा को सुनाई नहीं देता और तभी वो साया जेब से बंदूक निकालता है और गोली चला देता है लेकिन इससे पहल वो गोली साहिल को लगती तभी प्रताप उसके सामने आ जाता है और गोली प्रताप के सीने से पार हो जाती है और प्रताप गिर जाता है लेकिन इससे पहले प्रताप गिरता जमीन पर जो गोली प्रताप का सीना पार करके निकली थी उसके साथ प्रताप की पीठ से खून के छीटे साहिल के चेहरे पे पड़ गए उसी वक्त साहिल के पैर जैसे जमीन में जम से गए एक बुत की तरह खड़ा रहा साहिल उसी जगह पर इसके साथ साहिल की आंख खुल गई और सामंथा को झटका लगा वो दूर हो गई...

साहिल – (होश में आके चिल्ला के) दादा जी उसने मार दिया दादा जी को मार दिया उसने वो मुझे मार देगा वो...

सोफे के चारों तरफ खड़े सभी घर वालों की आंखे बड़ी हो गई साहिल की ये हालत देख साथ उसकी बात सुन के उस पल सभी को जैसे एक झटका सा लगा इस बात से तब...

दादी – (साहिल को गले लगा के) कुछ नहीं बेटा कोई कुछ नहीं करेगा तुझे बेटा मै हूँ ना तेरे साथ कोई तुझे नहीं मरेगा...

बोल के साहिल को गले लगाए रही दादी जबकि साहिल बार बार लंबी सास लेके बस एक ही बात बोले जा रहा था...

साहिल – (डर से) उसने दादा जी को मार दिया वो मुझे भी मार देगा...

तब....

सुरेश – (हैरानी से दादी से) मा ये सब क्या है और साहिल ये सब क्या बोल रहा है...

दादी – (बीच में सुरेश को हाथ दिखा चुप रहने का इशारा करके) दूर रहो सब मेरे बच्चे से अपने बच्चे को संभालने के लिए किसी की जरूरत नहीं है मुझे 12 सालों से अकेले करती आ रही हूँ आगे भी मै सम्भाल लूंगी अपने बच्चे को किसी की झूठी तसली , प्यार की जरूरत नहीं है मेरे बच्चों को...

उसके बाद दादी की कही इन बातों से चाह के भी कोई कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर पाया...
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.
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जारी रहेगा✍️✍️
Bahut hi badhiya update diya hai DEVIL MAXIMUM bhai....
Nice and beautiful update....
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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DEVIL MAXIMUM भाई अच्छी कहानी लिखी है।

साहिल का नया परिवार उस पर बहुत ज्यादती कर रहा है।

वैसे कुछ चीजें जो समझ के परे हैं, और कुछ बात कन्फ्यूजन बढ़ा रही है।

१. 5 6 साल का बच्चा कैसे कातिल हो सकता है, और कैसे लोग इस बात पर विश्वास कर लेंगे? मान लेते हैं कि गोली बच्चे के हाथ में बंदूक होते भी चली, फिर भी ये एक एक्सीडेंट ही माना जाएगा, न कि हत्या। फिर ऐसी क्या बात हुई कि पूरा परिवार साहिल को हत्यारा मानने लगा?

२. पात्रों का बहुत कन्फ्यूजन है, रिक्वेस्ट है कि जरूरत से ज्यादा कैरेक्टर मत रखा करो। एक अपनी बहन और चार चचेरी बहन ही पर्याप्त है।

३. ये परी वाला क्या चक्कर है, और अगर जो ये परी सुनंदा है तो अच्छी बात है।

४. कई जगह कैरेक्टर का नाम में घाल मेल हो गया है। जैसे राजेश कहीं सुदेश हो गया है और सुमन कहीं रागिनी।

बाकी कहानी का प्लॉट अच्छा है, और थोड़ा punctuation पर ध्यान दो। जरूरत की जगह पर , और । लगाना मत भूलो।
 

Sushil@10

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UPDATE 11


धीरेन्द्र की हवेली में आज उसकी बहन का पूरा परिवार आ गया था जहां सभी का हसी खुशी फूल माला से स्वागत किया जा रहा था जहां धीरेन्द्र उसका बेटा राघव एक एक करके के घर लोगो को माला पहना रहे थे जिसमें राजेश (बड़े पाप) , रनवीर (पापा) , धीरज (चाचा) , सुमंत सिंह (फूफा) और हेमंत (फूफा) सबका स्वागत के साथ हवेली के अन्दर आ गए सभी इस वक्त सभी एक दूसरे से हस के बाते कर रहे थे वहीं निधि और रचना अपनी तीनों भाभी रीना (बड़ी मां) , सुमन (मा) , सुनैना (चाची) से गले लग के स्वागत किया साथ ही सरला की दोनों बेटियां अमृता और सुनीता से गले लग के स्वागत किया जिसके बाद उन सभी की बेटियों से मिली इसके साथ सोनम , पूनम , खुशी , अवनी , कविता , शिवानी , सुरभि , शबनम और पायल ये लोग आपस में मिल के बाते करने लगे साथ ही राघव की छोटी बेटी को गोद उठा के मस्ती करने लगे...

सोनम – (शिवानी , सुरभि , शबनम और पायल से) कैसी हो तुम सब बड़े दिनों बाद मिलना हुआ यार अपना....

पूनम – हा यार कितने बदल गए हो यार तुम सब....

कविता – आप सब को याद नहीं आती थी क्या हमारी जो इतने दिनों तक मिलने तक ना आए और ना काल किया...

खुशी और अवनी एक साथ – (हस्ते हुए) बड़े लोगों की बड़ी बाते होती है दीदी....

शिवानी – अरे नहीं यार ऐसी बात नहीं है पढ़ाई का इतना प्रेशर रहता है इसीलिए टाइम नहीं मिल पाया यार...

सुरभि – और वैसे भी यार मुझे तो बहुत खुशी हो रही है यहां आके आज कितने सालों बाद यहां आई हुई मै...

पायल – हा दीदी लास्ट टाइम जब आए थे हम तब वो कमीना कातिल भी था यहां पर उसके बाद से आना नहीं हुआ अपना....

शबनम – हा यार उस कातिल की वजह से मा का मन नहीं होता था कही जाने का बस मार्केट भी मुश्किल से जाती थी हमारे साथ ये तो शादी थी इसीलिए यहां आ पाए हम सब....

सोनम – तो मतलब तब से आप सब आए नहीं क्या यहां पर...

शिवानी – हा यार ये सब उस कातिल के कारण हुआ यार...

पूनम – (हस्ते हुए) जाने दो ना यार क्यों उस कातिल के बारे में बात करके अपना मन खराब करे हम...

पायल – अच्छा मैने सुना वो भी यही आया हुआ है क्या सच है ये....

सोनम – हा वो यही आया हुआ है शायद दादा ने उसकी औकात देख के उसको काम करने के लिए बुलाया है पड़ा होगा वो कुत्ता कही कोने में मुफ्त की रोटी तोड़ते हुए...

शबनम – चुप करो यार उसके बारे में बात मत करो तुम सब अगर मा ने सुन लिया तो क्लास लगा देगी सबकी...

पूनम – ऐसा क्यों बोल रही है तू...

शिवानी – पता नहीं यार जब भी उस कातिल के बारे में बात होती थी तो मा गुस्सा करती थी हम पे बोलती थी एक शब्द अगर बोला उसके लिए तो जान ले लूंगी सबकी...

सोनम – ऐसा क्यों बोलती थी बुआ भला...

शिवानी – पता नहीं यार मा के गुस्सा देख हिम्मत नहीं होती थी पूछने की...

पूनम – (कविता से जो इतनी देर से चुप बैठी थी) तुझे क्या हुआ कविता तू शांत क्यों बैठी है आज...

खुशी – हा दीदी जाने क्या बात है अभी तो बाते कर रही थी और अभी तो चुप हो गई क्या हुआ कविता दीदी...

कविता – (जो अपनी सोच में थी) कुछ नहीं बस आप सब की बाते सुन रही थी....

शिवानी – देख कविता मानते है तेरा भाई है वो लेकिन इसमें तेरी क्या गलती है यार जो किया उसने किया इसमें तेरा कोई कुसूर नहीं है समझी तू मत सोचा कर उस कातिल के बारे में देख सब तेरे साथ है अगर हमारे दिल में ऐसा कुछ होता तो क्या हम बात करते एक दूसरे से...

सोनम – हा कविता तू बिना वजह अपने आप को उस कातिल से कंपेयर मत कर तू हमारी बहन है तेरा उस कातिल से कोई मतलब नहीं है मरने दे उसे जहां मर रहा है वो दिखे ही ना वो हमें तो ज्यादा अच्छा होगा उसके लिए....

इतनी देर से ये लोग हवेली के दरवाजे में खड़े होके एक दूसरे से बाते कर रहे थे इस बात से अंजान हवेली के अन्दर गेट के एक तरफ होके दादी चुप चाप सारी बाते सुन रही है इन सबकी जबकि गेट के बाहर की तरफ कमल , साहिल और सविता भी एक तरफ होके इनकी बाते सुन रहे थे तब....

कमल – (साहिल से धीरे से) यकीन नहीं होता यार बड़े तो बड़े साथ मे उनके बच्चे भी छोडूंगा नहीं इनको...

बोल के कमल आगे जाता उससे पहले...

साहिल – (कमल का हाथ पकड़ के) जाने दे भाई क्या मतलब पड़ा है अपने को उनसे...

जबकि सारी लड़कियां बाते करते करते अन्दर चली गई तभी इनके सामने दादी आ गई जिन्हें देख सारी लड़कियों की बोलती बंद हो गई तब...

दादी – (सभी लड़कियों को देख) बहुत बड़े हो गए हो तुम सब और बाते उससे भी बड़ी यही संस्कार मिले है तुम सब को...

लड़कियां कुछ बोलने जा रही थी तभी...

दादी – (तभी साहिल पर नजर पड़ते ही लड़कियों को हाथ आगे दिखा के उनको बोलने से रोकते हुए) कमरे में जाओ अपने सभी...

बोल के दादी वहा से हट गई तब सभी लड़किया आगे जाके सीडीओ से ऊपर जाने लगी तभी बच्ची कविता की गोद उतर के भाग के हवेली के दरवाजे से आते हुए साहिल की गोद में चली गई ये नजारा देख....

पूनम – (साहिल को देख के) वाओ क्या बंदा है यार...

सोनम – (साहिल को देख) कितना हैंडसम है ये कौन है ये यार...

जिसके बाद सभी ने देखा साहिल की तरफ...

शिवानी – पता नहीं यार लेकिन मस्त लग रहा है ये बन्दा तो...

सुरभि – क्या तो पर्सनालिटी है इसकी मन तो करता है बॉयफ्रेंड बना लू इसे कौन है यार ये जानते हो तुम लोग...

खुशी – पता नहीं दीदी मैने आज पहली बार देखा है इसे...

जबकि कविता इन सब से अलग खड़ी साहिल को एक तक देखे जा रही थी जो राघव की बेटी के साथ बाते कर रहा था हस्ते हुए तभी वहां दादी आ गई उनको देख साहिल ने उनके पैर छुआ गले लग गया जिसके बाद साहिल हस्ते हुए आगे बढ़ाने लगा सभी लड़कियों के पास से इग्नोर करते हुए अपने कमरे में चला गया कमरे में आते ही साहिल ने देखा दरवाजा खुला पड़ा है कमरे का जिसपे ध्यान ना देके बाथरूम में चला गया तभी एक चीख गूंजी जिसे सुन हवेली के सब लोग साहिल के कमरे की तरफ आ गए आते ही सबने चाटो कि आवाज सुनी जो साहिल को पड़े थे...

औरत – कुत्ते कमीने घटिया इंसान तू गिरा हुआ था ये पता था लेकिन इतना गिरा हुआ होगा पता नहीं था हरामजादे...

जी हा ये कोई और नहीं बल्कि रीना थी साहिल की बड़ी मां मतलब ताई जी क्योंकि साहिल को बाथरूम जाना था लेकिन उसे पता नहीं था कि बाथरूम में कोई है और वो कोई और नहीं रीना थी जो बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ के नंगी होके शॉवर ले रही थी तभी सब साहिल के कमरे में आ गए आते है...

राजेश (बड़े पाप) – (अपनी बीवी रीना से) क्या हुआ रीना...

रीना – (गुस्से में) पूछिए इस नीच इंसान से क्या करने आया था ये यहां पर जब मैं नहा रही थी...

राजेश – (रीना की बात सुन गुस्से में साहिल से) तुम इतने गिरे हुए बन गए हो सोचा नहीं था मैने...

बोल के चाटा मारा साहिल के गाल पर जबकि साहिल तो अचानक से हुए इन सब बातों से शॉक हो गया था उसे समझ नहीं आ रहा था कि ये सब क्या हो रहा है उसके कमरे से रीना आई कैसे तब...

राजेश – मैने सोचा कि तुझे घर लेके आयेगे हम लेकिन तूने साबित कर दिया तू किसी लायक नहीं है...

तभी इन बाते के बीच रणवीर आ गया आते ही साहिल के गाल में चाटा मार के...


रनवीर – कुत्ते शर्म आती है मुझे तुझे अपना बेटा कहते हुए तू एक नंबर का...

कमल – (बीच में आके चिल्ला के) बस बहुत हो गया अब एक शब्द नहीं मेरे भाई के खिलाफ...

रणवीर – वर्ना क्या बोल क्या करेगा तू...

साहिल – (अब जो सम्भल चुका था कमल के कंधे पे हाथ रख के) रुक तू अब मुझे बात करने दे (रनवीर के सामने जाके) क्या बोल रहे है आप मुझसे बात करो कमल से नहीं...

रनवीर – तुझ जैसे दो टके के लौंडे से बात करना अपनी बेइज्जती समझता हूँ...

साहिल – तो सामने किस लिए खड़े हो आप जाओ फिर (राजेश से) क्या बोल रहे थे आप मुझे घर लाने के लिए किस खुशी में वो भी बता दो आप लेकिन बाद में ये सब पहले जरा असली बात पे आता हु मै (रीना से) हा तो आप क्या बोल रही थी तमीज नहीं है अच्छा तो अपनी तमीज बताइए आप कितनी है आपमें कमरे का दरवाजा भी खुला साथ में बाथरूम का दरवाजा भी खुला जहां आप नंगी होके नहा रही है कौन करता है ऐसा बताओ जरा मुझे लेकिन ये सब तो बाद में पहले तो आप ये बताए आप इस कमरे में कर क्या रही है ये कमरा तो मुझे दिया गया है और आप इसमें कैसे आ गई...

रीना – बाते तो बहुत जल्दी पलटने में माहिर हो गए हो तुम लेकिन हरकत से उससे भी ज्यादा नीच हो तुम (राजेश से) 2 दिन पहले मेरी बहन ने रोते हुए मुझे बताया था इस (साहिल) की नीच हरकत के बारे में...

बोलते बोलते साहिल को अचानक से चाटा मारके...

रीना – ये कमीना मेरी बहन को अपनी मर्दानगी दिखाने वाला था (साहिल से) क्यों यही बोला था तूने मेरी बहन को (राजेश से) मेरी बहन ने रोते हुए मुझे सब बता दिया इस कमीने की करतूत के बारे में इसका सबूत भी है उसके पास...

बोल के रोने लगती है रीना जिसे देख राजेश गुस्से में...

राजेश – (जेब से अपना फोन निकाल के) बहुत हो गया अब पुलिस आएगी वहीं सबक सिखाएगी इसे अच्छे से...

धीरेन्द्र – (गुस्से में चिल्ला के) अपना फोन अपनी जेब में रख लो राजेश ये शहर नहीं मेरा घर है और इस घर में आज तक पुलिस ने कदम नहीं रखा और ना आज रखेगी...

रनवीर – (धीरेन्द्र से) बुलाने दीजिए पुलिस को मामा जी ताकि इसे (साहिल) इसकी असली औकात पता चल जाय शहर में रहते हुए बहुत नीच बन गया है ये...

तभी पीछे से एक हाथ आया जो साहिल के गाल में पढ़ने जा रहा था और ये हाथ था सुमन का तभी उसे किसी ने रोक दिया...

निधि – (सुमन से) बस भाभी अब किसी ने भी हाथ उठाया साहिल पर तो मै भूल जाऊंगी सबसे रिश्ते नाते...

रीना – ये तू क्या कर रही है निधि इस नीच इंसान के लिए तू सबसे दुश्मनी कर रही है...

निधि – (गुस्से में) साहिल कैसा है ये आप सबसे ज्यादा अच्छे से जानती हु मै बड़ी भाभी 5 साल से पढ़ा रही हूँ मै साहिल को जबकि आप सब तो 5 मिनिट के लिए भी मिलने नहीं आए साहिल से अरे मिलना तो छोड़ो हाल चाल जाने तक नहीं जाना आपने और आज उसी पर हाथ छोड़ा जा रहा है (सुमन से) और आप भाभी आप तो मा हो अपने भी हु जाने दीजिए भाभी मै भी किस्से बात कर रही हूँ जिसे अपनो से ज्यादा दूसरों पर यकीन हो (रीना से) वैसे बड़ी भाभी आप यहां क्या कर रही है इस कमरे में ये तो साहिल का कमरा है आप कैसे यहां आई...

तभी...

साहिल – (मुस्कुरा के अपना हाथ निधि के कंधे पे रख के) शांत हो जाइए बुआ आप इस वक्त असली बात ये नहीं की ये मेरे कमरे में कैसे आई है असली बात ये है के इन्होंने सबूत की बात की है जरा देखूं तो उस सबूत को (रीना से) सबूत के बिना पर अपने इल्जाम लगाया है मुझपे कहा है वो सबूत...

रीना – दिखाऊंगी सबको दिखाऊंगी में वो सबूत...

धीरेन्द्र – ठीक है दस मिनिट में सब हाल में आ जाओ वहीं सबके सामने सबूत देखेंगे हम सब...

साहिल – उसके बाद आएगा एक और सबूत मेरे बेगुनाह होने का जिसको दिखाने वाला खुद आएगा आपके सामने (रीना से) चाटा मारा है ना मुझे आपने अब इस चाटे कि गूंज मै सुनाऊंगा आपको जिसे आप कभी भूल नहीं पाओगे...

साहिल निकलने लगा कमरे से तभी दरवाजे पे खड़ी अपनी मां सुमन और अपनी बहन कविता को देख एक पल रुक गया जिसके बाद साहिल ने उनके बगल में खड़ी दादी का हाथ पकड़ के सीढ़ियों से नीचे जाने लगा उसके पीछे पीछे कमल भी आने लगा साथ में सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था जबकि पीछे से साहिल के कमरे से सब लोग अपने कमरे में जाने लगे तब हाल में...

साहिल – (कमल से) तेरा काम का क्या हुआ...

कमल – वो तो मैने कल रात ही कर दिया था यार बाकी का थोड़ी देर पहले अब कोई दिक्कत नहीं होगी तुझे तगड़ा सबूत है अपने पास...

दादी – (जो इतनी देर से बाते सुन रही थी लेकिन समझ कुछ नहीं आ रहा था उनके) किस बारे में बात कर रहे हो तुम दोनों और (साहिल से) ये सब क्या हो रहा है मुझे बुलाना ही नहीं चाहिए था तुझे पता होता ये सब होगा तो...

साहिल – (मुस्कुरा के) अरे मेरी प्यारी दादी मा आप क्यों इतना सेंटी हो रही हो कुछ नहीं होगा मुझे देखना आपका बेटा क्या करता है इनके साथ बस देखती जाना आप आपको सब पता चल जाएगा...

तभी राघव भी आ गया हाल में चुप चाप खड़ा था एक जगह जिसे देख दादी एक पल के लिए डर गई तभी एक एक करके सभी हाल में इक्कठे होने लगे जिसमें रनवीर भी शामिल था लेकिन तभी उसके फोन में किसी का कॉल आने लगा उसे उठा के बात करने लगा तब...

रनवीर – (धीरेन्द्र से) मामा जी एक अर्जेंट काम आ गया है मुझे जाना होगा फैक्ट्री में वापस जल्द ही काम निपटा के आऊंगा...

बोल के साहिल को घूर के जाने लगा उसके जाते ही रीना अपने हाथ में लैपटॉप लेके आई धीरेन्द्र के पास जिसे देख....

साहिल – अरे वाह लैपटॉप भी लाए हो आप (हस्ते हुए) शादी में आए हो या बिजनेस करने जो लैपटॉप लाना पड़ा आपको...

बोल के साहिल और कमल हसने लगे तभी दादी ने आंख दिखाई दोनों को जिसे देख चुप हो गए दोनों तब...

रीना – (धीरेन्द्र से) इसमें वीडियो है जिसे आपकी बहू रागिनी ने रिकॉर्ड किया था...

बोल के वीडियो चला दिया जिसमें रसोई में जो हुआ उसकी रिकॉर्डिंग थी जिसमें साहिल ने मर्दानगी वाली बात बोली थी जिसे बोल के वो चला गया तभी फिर से वापस आके रागिनी को जबरदस्ती गले लगा के बोला...

साहिल – चुप चाप वो कर जो बोलता हु मै वर्ना तेरी बेटी के साथ क्या होगा सोच भी नहीं सकती है तू...

जिसके बाद अचानक से बीच में दादा जी की आवाज आई जिसमें वो साहिल को बुला रहे है जिसके बाद साहिल चला गया वहां से...

इसके साथ वीडियो बंद हो गई तभी...

साहिल – (हस्ते हुए धीरेन्द्र से) दादा जी आपने बताया नहीं कि आपके घर में कैमरे लगे हुए है वो भी इतनी हाइ लेवल के जिसमें आवाज तक रिकॉर्ड हो जाती है...

बोल के साहिल और कमल फिर से हंसने लगे जबकि बाकी सभी का वीडियो देख के खून खोल रहा था तभी राघव की बहन पीछे से आके साहिल को एक चाटा मारा...

रचना – थू है तुझ जैसे इंसान पे अच्छा हुआ जो तुझे घर से निकाल दिया गया तू इस लायक ही नहीं है कि तुझे परिवार मिले वर्ना तू उन्हें भी अपनी हवस का शिकार बनाने लग जाता अब निकलजा मेरे घर से तेरे जैसे गटर छाप...

राघव – (बीच में चिल्ला के) बस बहुत बोल लिया तुमने रचना और बहुत सुन लिया मैने...

बोल के चलते हुए आगे आने लगे साथ अपनी बेल्ट खोलने लगे तभी चट चट की आवाजे आने लगी इसके साथ ही रागिनी की चीख गूंज रही थी दर्द भरी लेकिन राघव बिना रुके बस मारे जा रहा था रागिनी को और गालियां दिए जा रहा था साथ में तभी बीच में रीना आके रोकने लगी...

रीना – (राघव से) दिमाग तो नहीं खराब हो गया है तुम्हारा अपनी बीवी पे हाथ उठा रहे हो तुम वो भी इस गंदी नाली के कीड़े के लिए...

इतना बोलना था कि एक पड़ा चाटा रीना के गाल पे जिसे राघव ने मारा था...

राघव – चुप कर साली कूतीया तुम दोनों बहनों से ज्यादा गिरा हुआ इंसान मैने अपनी जिंदगी में नहीं देखा...

राजेश – (गुस्से में राघव से) तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बीवी को गली देने उसपे हाथ उठाने की...

राघव – बड़े भइया इन्होंने जो किया है ना अगर आपको पता होता तो आप वही करते जो मै कर रहा हूँ...

राजेश – क्या मतलब है तेरा...

राघव – मतलब साफ है बड़े भईया इस सारे खेल का रचयिता कोई और नहीं आपकी बीवी है जिसने अपनी बहन रागिनी को ये सब करने को कहा साहिल को फसाने के लिए जानते है क्यों...

राजेश – (हैरानी से) क्यों...

राघव – आपको याद है जब पिता जी आपके घर आए थे शादी का न्योता देने तब आपने ही कहा था कि साहिल को अपने घर में वापस लाने के लिए बस ये बात आपकी बीवी ने सुन ली थी और उसी दिन आपकी बीवी ने रागिनी को कॉल करके इस खेल की तैयारी की अरे मुझे तो पता भी नहीं चलता इन सब बातों का लेकिन कल रात मै खेतों से होते हुए हवेली वापस आ रहा था पीछे के रस्ते से तभी रसोई की खिड़की से मैने कुछ आवाजे सुनी पास आके देखा तो पता चला रागिनी किसी से फोन पे बात कर रही थी...

रागिनी – (कॉल पे) दीदी आधा काम हो गया है मैने रिकॉर्डिंग कर ली है आपको भेज रही हूँ बाकी की रिकॉर्डिंग करके भेजती हूँ दीदी अब साहिल कभी आपके घर नहीं आ पाएगा...

जब मैने रागिनी की ये बाते सुनी तब मुझे समझ आया कि ये अपनी बड़ी बहन रीना से बात कर रही है लेकिन साहिल का नाम और घर में ना लाने वाली बात मै समझ नहीं पा रहा था कि आखिर बात क्या है लेकिन इससे पहले मै कुछ करता तभी रागिनी ने अपना मोबाइल एक तरफ रखा तब एक लड़का आया जिसे देख के मुझे ताजुब हुआ क्योंकि वो लड़का मेरे गांव का है लेकिन उसके कपड़े उसके बाल उसको इस लुक में देख के हैरान था एक पल के ले मुझे लगा साहिल है ये और तभी उसने रागिनी को गले लगाया बिल्कुल जैसा सबने इस वीडियो में देखा वही सब बोला गया लेकिन बात मेरे हजम नहीं हो रही थी रागिनी को इस तरह किसी के गले लगते देख गुस्सा मुझे बहुत आ रहा था तभी रागिनी ने उस लड़के के पीछे से अपना मोबाइल लेके कुछ बटन दबाए उसके बाद उस लड़के को पैसे दिए और वो लड़का वहां से चला गया कुछ देर बाद रागिनी ने अपने मोबाइल से रिकॉर्डेड भेजी अपनी बहन को और मुस्कुरा के वहां से चली गई काफी देर तक गुस्से की आग में मै जलता रहा उसी खिड़की के बाहर नीचे बैठ के जाने कितनी देर तक तब तक हवेली में अंधेरा हो गया था मै उठ के हवेली में जाने ही वाला था तभी मैने देखा कि रसोई की लाइट चालू हो गई और वहां पर मैने कमल को देखा जो दीवार के कोने में लगे कैमरे को उतार रहा था और तभी कमल खिड़की की तरफ आया वहा से भी कैमरा निकालने लगा तब कमल की नजर मुझपे पढ़ी तब...

राघव – ये सब क्या हो रहा है यहां पर कमल...

कमल – चाचू सब कुछ बताऊंगा आप अन्दर आइए...

मेरे अन्दर आते ही कमल ने मुझे सारी बाते बताना शुरू की जब से साहिल और कमल गांव आए तब से लेके कल रात तक जो हुआ सब बता दिया मुझे तब मुझे समझ आया इस खेल का लेकिन कमल ने मुझे चुप रहने को कहा था क्योंकि कमल का कहना था कि साहिल को लग रहा था कि ये शायद उसका वहम हो और शायद ऐसा कुछ ना हो तब मै कमल की बात मान के चुप रहा लेकिन उस वक्त कमल को नहीं पता था कि रसोई में जो हुआ मै देख चुका हु अपनी आंखों से और आज सुबह जब मै रागिनी के साथ बाजार गया था तब बीच में मैने रागिनी से बात की इधर उधर की इसी बीच मैने साहिल की बात छेड़ दी ये बोल के कि साहिल जब अपने घर जाएगा तब क्या होगा क्या रह पाएगा साहिल उस घर में जाने कैसा व्यवहार होगा उसके साथ उस घर में...

मै ये सब बाते बोल ही रहा था तभी रागिनी ने एक बात बोल दी जिसके बारे में सिर्फ मै और निधि जानते थे क्योंकि तब रागिनी बच्चे को सुलाने गई थी कमरे में तब ये बात पिता जी ने हम दोनों भाई बहन को बताई थी...

रागिनी – हा जब पिता जी गए थे न्योता देने तभी राजेश भैया ने बात कही थी साहिल को घर लाने की तब रीना दीदी ने चुपके से सुन ली थी बात तब मुझे बताया उन्होंने दो दिन पहले कॉल करके...

राघव – बस तब मुझे समझ आ गई पूरी बात क्योंकि जब ये बात हुई उसके अगले दिन ही साहिल आया था गांव में और ये सारी बात मै बिना सबूत के नहीं बोल रहा हूँ वीडियो है मेरे पास जो कमल ने अभी हवेली आते ही मुझे दे दी थी कल रात की...

बोल के राघव ने अपने मोबाइल से वीडियो दिखाने लगा सभी को....

जैसे ही वीडियो खत्म हुई तुरंत पूरे हॉल में एक चाटे कि आवाज गूंजी ये चाटा पड़ा था रीना को जिसे मारा था उसके पति सुरेश ने जिसके बाद...

सुरेश – (गुस्से में) नीच कमीनी इस हद तक तू गिर गई एक बच्चे के साथ इतना घिनौना खेल खेला तूने शर्म नहीं आई तुझे ऐसा करते हुए सिर्फ इसीलिए की मैने साहिल को वापस घर लाने का सोचा था बस...

बोल के चुप हो गया सुरेश तभी राघव अपने कमरे से बैग लेके आया आते ही...

राघव – (अपनी बीवी रागिनी से) ले तेरा सारा सामान और निकल जा मेरे घर से इसीवक्त मेरा वकील आएगा तेरे पास तलाक के कागज लेके दस्खत कर देना हमारा रिश्ता इसी वक्त से खत्म होता है...

इसके साथ नहीं की एक तेज चिल्लाने की आवाज आई रागिनी की जिसके बाद रागिनी वही जमीन में बेहोश हो गई जबकि रीना अपनी बहन को बेहोश होता देख उसे संभालने लगी और तभी...

सुरेश – (गुस्से में रीना से) तू भी अपनी तैयारी कर ले नागिन तलाक के कागजात पहुंच जाएंगे तेरे पास अब एक पल के लिए भी बर्दाश नहीं कर सकता हूँ तुझे अपने घर में...

इसके बाद रीना का अपनी बहन रागिनी से भी बुरा हाल हों गया असलियत सामने आते ही वैसे भी बोलने को बचा नहीं था रीना के पास ऊपर से सुरेश की कही तलाक की बात से रीना का शरीर कांपने लगा सिवाय आंख से आंसू निकालने के कुछ नहीं कर पा रही थी रीना उसी के साथ रीना की दोनों बेटियां सोनम और पूनम रोए जा रही थी तभी कमल ने साहिल के कंधे पे हाथ रखा जिसे साहिल ने देखा कमल की तरफ जो दादी को देख रहा था तब साहिल की नजर अपनी दादी की तरफ गई जिसकी आंख में आंसू थे जो सोनम और पूनम को देख रही थी तब साहिल की नजर गई सोनम और पूनम पर उनके साथ खड़ी सुमन और कविता पर जिनकी आंख में आंसू थे के तभी सुमन ने आंख में आंसू लिए साहिल को देखा दोनों की नजर आपस में एक दूसरे से मिली तभी ना जाने साहिल ने क्या सोचा और....

साहिल – (हाथ से ताली बजाने लगा तभी सबकी नजर साहिल पर गई जो ताली बजा रहा था तब) एक कहावत है कि इतिहास अपने आप को दोहराता है आज बिल्कुल वही हो रहा है यहां पर आज से 12 साल पहले भी यही हुआ था जिसका शिकार हुआ था एक बच्चा और आज 12 साल बाद फिर से वही हो रहा है लेकिन इस बार शिकार 1 नहीं बल्कि 4 बच्चे होगे जिसमें पहले राघव चाचा की छोटी बेटी और मिस्टर सुरेश के 3 बच्चे है (सुरेश से) क्यों मिस्टर सुरेश सोचा है आपने की आपके इस फैसले से आपके तीनों बच्चों पर क्या असर पड़ेगा अरे आपकी दोनों बेटियां एक बार फिर भी सम्भल जाएगी लेकिन आपका बेटा उसका क्या वो बेचारा तो सिर्फ शरीर से बड़ा हुआ है लेकिन अकल से आज भी वो बच्चा है कैसे रहेगा वो अपनी मां के बिना सोचा है आपने वैसे सोचा तो अपने 12 साल पहले भी नहीं था इस बारे में (सुमन को देख) और बाकी किसी ने भी नहीं...

सुरेश – उस वक्त मै नहीं था साहिल सच में मै नहीं था उस वक्त...

साहिल – (मुस्कुरा के) अच्छा उस वक्त नहीं थे आप ना , उसके बाद कहा थे आप क्या किया था उसके बाद आपने याद है नहीं ना मै बताऊं कुछ नहीं किया था आपने उसके बाद भी लेकिन आज आप कर सकते हो लेकिन नहीं आज भी आप कुछ नहीं करना चाहते बस थोप दिया अपना फैसला अपने बच्चों के सिर पर (राघव से) और आप राघव चाचा आपने सोचा क्या असर पड़ेगा आपके इस फैसले से आपकी छोटी सी बेटी पर (तब अपनी मां सुमन को देखते हुए गुस्से में) जब बच्चा सो के उठेगा तब अपनी मा को ढूंढेगा तो क्या जवाब होगा आपका क्यों मिस सुमन जवाब है आपके पास जब बच्चे को भूख लगेगी तब मा को पुकारेगा तब कहा होगी वो मा जब खेलते वक्त उसे चोट लगेगी तब मा पुकारे गा वो तब कहा होगी उसकी मां और जब रात में सपने से डर के जागेगा तब मा पुकारे तब कहा होगी उसकी मां (गुस्से में अपनी मुट्ठी बंद कर चिल्ला के) है जवाब इसका आपके पास...

बोलते बोलते साहिल की गुस्से में आंखे लाल हो गई जिसे देख के कमल उसके पास आने लगा जैसे ही साहिल के पास आया कमल तभी साहिल के सामने खड़ी सुमन के आंख से आंसू तेजी से निकलने लगे थे तब सुमन ने साहिल के सामने हाथ जोड़ के उसके पैर में बैठने जा रही थी उसी वक्त कमल ने साहिल के कंधे पे हाथ रखा जिसके बाद साहिल गिरने लगा जिसे कमल ने सम्भाल लिया तभी...

दादी – (साहिल को गिरता देख चिल्ला के) साहिल...

जो इस वक्त कमल के गोद में बेहोश पड़ा था जिसे देख के कमल ने तुरंत साहिल को अपनी गोद में उठा के बगल के सोफे पे लेटा दिया तब...

सुमन – (साहिल को इस तरह देख) क्या हुआ साहिल को कमल क्या हुआ साहिल को...

कमल – साहिल को फिर से अटैक आया है...

दादी – फिर से का क्या मतलब...

कमल – गांव आने से 3 दिन पहले आया था गांव आने के बाद कल रात में आया था जब साहिल रसोई से निकला था चाची से बात करके गुस्से में और आज साहिल को इस महीने तीसरी बार अटैक आया है , दादी हमें यहां नहीं आना चाहिए था...

दादी – (चौक के) क्या तीसरी बार अटैक...

बोल के साहिल के बगल में बैठ गई साहिल का हाथ पकड़ के तभी घर के बाकी लोग भी सोफे के चारों तरफ आ गए आते ही...

सुमन – कैसा अटैक साहिल को और कब से आ रहा है ये अटैक...

कमल –12 सालों से आता रहा है अटैक साहिल को इससे पहले लगातार आते थे लेकिन पिछले 5 सालों से महीने में एक बार आता था लेकिन अब फिर से लगातार आने लगे है...

सुमन – तो डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाया...

दादी – (बीच में) क्यों पूछ रही हो तुम साहिल के बारे में सुमन 12 सालों से तो किसी ने जानने की कोशिश नहीं की साहिल के बारे में (लड़कियों को देख के) हा उसे नफरत करने और गाली जरूर दी सबने आवारा , गली का कुत्ता मुफ्त की रोटी तोड़ते वाला यही शब्द बोलते रहते है सब...

दादी की बात सुन खुशी , अवनी , शिवानी , शबनम , सुरभि , पायल और कविता के सिर नीचे हो गए शर्म के मारे दादी के सामने तब...

सुमन – (दादी की बात पे ध्यान न देके) आपको जो बोलना है बोल लीजिए मा लेकिन प्लीज बता दीजिए साहिल को अटैक क्यों आते है...

दादी – (सुमन को एक नजर देख के) थोड़ी देर में पता चल जाएगा तुम सबको क्यों आते है अटैक मेरे बच्चे को , जो पिछले 12 सालों से सजा भुगत रहा है बिना कुछ किए...

इन सब के बीच सेमेंथा जिसे कोई देख नहीं सकता था जो इतनी देर से सिर्फ देख रही इन नजारों को साहिल के बेहोश होने के बाद वो भी साहिल के पास आ गई आते ही उसने भी देखा साहिल बेहोश है तब सामंथा ने कुछ सोचा और साहिल के सिर पर हाथ रखा जैसे ही सामंथा ने साहिल के सिर पर हाथ रखा तभी सामंथा ने अपनी आंखे बंद की देखने लगी तब सामंथा को दिखा कि साहिल अपने दादा प्रताप के बगल में खड़ा था तभी एक तरफ से एक साया आता है जिसका चेहरा नहीं दिख रहा था वो गुस्से में कुछ बोलता है प्रताप से जो सेमेंथा को सुनाई नहीं देता और तभी वो साया जेब से बंदूक निकालता है और गोली चला देता है लेकिन इससे पहल वो गोली साहिल को लगती तभी प्रताप उसके सामने आ जाता है और गोली प्रताप के सीने से पार हो जाती है और प्रताप गिर जाता है लेकिन इससे पहले प्रताप गिरता जमीन पर जो गोली प्रताप का सीना पार करके निकली थी उसके साथ प्रताप की पीठ से खून के छीटे साहिल के चेहरे पे पड़ गए उसी वक्त साहिल के पैर जैसे जमीन में जम से गए एक बुत की तरह खड़ा रहा साहिल उसी जगह पर इसके साथ साहिल की आंख खुल गई और सामंथा को झटका लगा वो दूर हो गई...

साहिल – (होश में आके चिल्ला के) दादा जी उसने मार दिया दादा जी को मार दिया उसने वो मुझे मार देगा वो...

सोफे के चारों तरफ खड़े सभी घर वालों की आंखे बड़ी हो गई साहिल की ये हालत देख साथ उसकी बात सुन के उस पल सभी को जैसे एक झटका सा लगा इस बात से तब...

दादी – (साहिल को गले लगा के) कुछ नहीं बेटा कोई कुछ नहीं करेगा तुझे बेटा मै हूँ ना तेरे साथ कोई तुझे नहीं मरेगा...

बोल के साहिल को गले लगाए रही दादी जबकि साहिल बार बार लंबी सास लेके बस एक ही बात बोले जा रहा था...

साहिल – (डर से) उसने दादा जी को मार दिया वो मुझे भी मार देगा...

तब....

सुरेश – (हैरानी से दादी से) मा ये सब क्या है और साहिल ये सब क्या बोल रहा है...

दादी – (बीच में सुरेश को हाथ दिखा चुप रहने का इशारा करके) दूर रहो सब मेरे बच्चे से अपने बच्चे को संभालने के लिए किसी की जरूरत नहीं है मुझे 12 सालों से अकेले करती आ रही हूँ आगे भी मै सम्भाल लूंगी अपने बच्चे को किसी की झूठी तसली , प्यार की जरूरत नहीं है मेरे बच्चों को...

उसके बाद दादी की कही इन बातों से चाह के भी कोई कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर पाया...
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जारी रहेगा✍️✍️
Nice update
 
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