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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

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Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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बढ़िया अपडेट, शायद अब आप कहानी को थ्रिलर से फैंटेसी की ओर ले जा रहे हैं।

शेफाली ने जैसा बताया कि कत्ल करने के मकसद से दो लोग थे वहां, लेकिन मेरे खयाल से दोनों अलग न होकर एक ही टीम का हिस्सा होंगे।
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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बढ़िया अपडेट, शायद अब आप कहानी को थ्रिलर से फैंटेसी की ओर ले जा रहे हैं।

शेफाली ने जैसा बताया कि कत्ल करने के मकसद से दो लोग थे वहां, लेकिन मेरे खयाल से दोनों अलग न होकर एक ही टीम का हिस्सा होंगे।
भाई मुझे भी ऐसा ही लगता है की दोनो एक ही टीम के सदस्य हो सकते है,🤔 रही बात कहानी की तो ये सुरू से ही फैंटेसी थी, बस आप सब ने मुझे कनफ्यूज कर दिया था । :yes1: पर अब सब क्लियर है:declare: रिकी भाई आपके रिव्यू ओर सपोर्ट के लिए बोहोत-2 आभार 🙏🏼
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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parkas

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# 14.
“कातिल के बारे में तो नहीं बता सकती। पर हां उसकी एक आदत के बारे में जरूर बता सकती हूं।“ शैफाली की बात सुनकर, एक बार फिर सभी का ध्यान शैफाली की तरफ गया। “अंकल, जो पहली गोली चली थी। वह चलाने वाला मेरे 6 मीटर पीछे था। उस हिसाब से गोली चलने के 5 सेकेण्ड के बाद, बारूद की खुशबू, मुझ तक पहुंचनी चाहिए थी। पर बारुद की खुशबू मात्र 3 सेकेण्ड में मुझ तक पहुंच गई थी।“

“क्या मतलब हुआ इसका ?“ सुयश ने व्यग्र स्वर में पूछा।

“इसका साफ मतलब निकलता है, कि गोली चलाने वाली की आदत, गोली चलाने के बाद, रिवाल्वर की नाल से निकलते हुए धुंए को फूंक मारने की है। और ऐसा वही आदमी करता है, जो बहुत अच्छा निशानेबाज होता है और रिवाल्वर हमेशा अपने साथ रखता है।“ शैफाली एक के बाद एक धमाका कर रही थी।

“वेरी गुड!“ सुयश ने शैफाली के तर्कों की तारीफ करते हुए कहा- “क्या दिमाग पाया है!“ सुयश कुछ रुक कर फिर बोला –

“बेटे आप कुछ ऐसा, मर्डर के बारे में बता सकती हो। जिससे हमें कातिल को पकड़ने में कुछ हेल्प मिल सके।“

“यस अंकल! मैं एक बात मर्डर के बारे में और बताना चाहती हूं।“ शैफाली ने धीरे से सांस लेते हुए कहा।

अब सभी का ध्यान सिर्फ और सिर्फ शैफाली की बातों को सुनने में लगा था। पर उन्हें यह एहसास नहीं था, कि कोई दरवाजे के बाहर खड़ा, इन सारी बातों को सुन रहा था।

“अंकल, मेरे पास गोली चलने के बाद, एक अजीब सी खुशबू और आई। जैसे कपड़े पर जब बहुत गर्म प्रेस कर दिया जाता है तो कपड़े से एक अजीब सी, सोंधी सी खुशबू आती है। वह खुशबू ठीक वैसी ही थी। कहने का मतलब यह है कि जिसने भी मेरे पीछे से पहले गोली चलाई थी, उसने रिवाल्वर की नाल पर जरूर कोई कपड़ा रखा था, जो कि निश्चित रूप से को ई रुमाल रहा होगा। जब गोली चली, तो रिवाल्वर की नाल गर्म हो गई होगी, जिससे रुमाल भी हल्का सा जल गया होगा। वह खुशबू जरुर उसी की रही होगी। और उसके साथ में रुमाल से किसी संदल की स्मेल वाले सेंट की, बहुत ही खूबसूरत खुशबू आई।“ यह कहकर शैफाली 1 मिनट के लिए रुकी और फिर बोलना शुरु किया-

“आपने हॉल में खड़े सभी लोगों के रुमाल जमा करवा लिए थे। आप उन सभी रुमालों को ध्यान से देखिए। क्या किसी पर जले का निशान है? और उन सभी रूमालों में से किसमें से संदल स्मेल वाले सेंट की खुशबू आ रही है? इससे आपको कातिल को ढूंढने में आसानी होगी।“

“एक्सीलेंट!“ सुयश ने माइकल की ओर देखते हुए कहा- “आपकी बच्ची बहुत समझदार है। मैंने अपनी पूरी जिंदगी में इतना तेज दिमाग वाला इंसान आज तक नहीं देखा।“

“और हाँ अंकल।“ शैफाली ने पुनः बोलना शुरु किया- “जो व्यक्ति, मेरे 8.5 मीटर बांए था, उसी ने गोली चलाने के बाद, अपनी रिवाल्वर जमीन पर फेंकी थी।“

“यानि की लॉरेन का मर्डर तुम्हारे 6 मीटर पीछे वाले व्यक्ति ने किया है।“ सुयश ने शैफाली की नीली-नीली आँखों में झांकते हुए कहा।

“जी हाँ अंकल! मैं भी यही कहना चाह रही हूं।“ शैफाली ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा- “और मैं बस इतना ही जानती हूं।“

“थैंक्स बेटा !“ सुयश ने शैफाली को आभार प्रकट करते हुए कहा-

“मैं तुम्हारा ये हेल्प हमेशा याद रखूंगा।“ यह कहकर सुयश ने माइकल और मारथा को भी थैंक्स बोला और फिर वहां से जाने के लिए मुड़ा। तभी शैफाली ने उसे फिर से टोक दिया।

“कैप्टेन अंकल! वैसे आपको अगर ब्रूनो की जरूरत पड़े तो आप जरूर बताइएगा। क्यों कि यह भी आपकी काफी मदद कर सकता है।“

“ठीक है बेटे! अगर हमें ब्रूनो की जरूरत पड़ी, तो हम अवश्य बताएंगे।“ यह कहकर सुयश सभी के साथ दरवाजे की ओर बढ़ा। उधर दरवाजे के बाहर खड़ी आकृति, सभी को बाहर आता देख, धीरे से सरक कर गैलरी में गायब हो गई। सुयश के दरवाजे के बाहर निकलते ही, एक सिक्योरिटी का आदमी भागा भागा वहां पहुंचा और बोला-

“माफी चाहता हूं कैप्टन, पर आपको इसी समय तुरंत कंट्रोल रूम में चलना होगा। वहां शायद कुछ गड़बड़ है?“

सुयश यह सुनते ही, सभी के साथ तेज कदमों से कंट्रोल रूम की ओर चल दिया। लेकिन उसका दिल पुनः किसी अंजानी आशंका से तेजी से धड़क रहा था।

चैपटर-5
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 03:00; कंट्रोल रूम के बाहर, सिक्योरिटी के आदमियों और शिफ्ट में काम करने वाले लोगों की भीड़ लगी थी। कुछ लोग कंट्रोल रुम का दरवाजा खुलवाने की कोशिश कर रहे थे।

“क्या हुआ?“ सुयश ने वहां पहुंचकर तेज आवाज में, वहां खड़े लोगों से पूछा।

“पता नहीं कैप्टेन!“ उस भीड़ में से एक व्यक्ति ने आगे निकलकर, सुयश को जवाब दिया - “जब हम लोग शिफ्ट चेंज करने के लिए यहां पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसा इसके पहले कभी नहीं हुआ था। हम लोग लगभग 20 मिनट से दरवाजे पर नॉक कर रहे हैं, पर ना तो कोई अंदर से जवाब दे रहा है और ना ही दरवाजा खोल रहा है।“

“तुरंत कंट्रोल रूम का इमरजेंसी डोर खोलो।“ सुयश ने लारा की तरफ मुड़ते हुए, उसे आर्डर दिया।

“यस कैप्टेन!“ लारा तुरंत साइड में लगे इमरजेंसी डोर के कंप्यूटर पर पासवर्ड लगाने लगा।

कुछ ही देर में कंट्रोल रूम का इमरजेंसी डोर खुल चुका था। डोर खुलते ही सुयश ने तेजी से कंट्रोल रूम में प्रवेश किया। उसके साथ लारा भी था। अंदर का नजारा ही कुछ और था।

रोजर व असलम सहित चालक दल के सभी सदस्य, नशे की हालत में धुत इधर-उधर पड़े थे। शराब की कई बोतलें भी फर्श पर बिखरी हुई थीं। लारा ने अंदर आते ही, तुरंत आगे बढ़कर कंट्रोल रूम का मेन दरवाजा खोल दिया

सुयश ने एक नजर पूरे कंट्रोल रुम पर मारी और फिर आगे बढ़ कर रोजर का कॉलर पकड़कर उसे उठाने की कोशिश करने लगा-

“रोजर-रोजर!......उठो। मैंने तुम लोगों को ड्यूटी टाइम में ड्रिंक करने से मना किया था। फिर भी तुम लोगों ने ड्रिंक किया।“

अभी सुयश रोजर को झकझोर ही रहा था, कि तभी कंट्रोल बोर्ड पर लगी, एक लाल बत्ती तेजी सेणस्पार्क करने लगी। जो इस बात का संकेत थी कि ट्रांसमीटर पर कोई मैसेज है। सुयश तुरंत रोजर को छोड़, उस ट्रांसमीटर सेट की ओर भागा और तुरंत वहां रखे हेडफोन को अपने कानों पर चढ़ा कर एक बटन ऑन कर दिया।

“हैलो ! ब्लू क्रॉस कालिंग ‘सुप्रीम’।“ उधर से महीन आवाज सुनाई दी- “कोई हमारी बात सुन रहा है।“

“हैलो ! सुप्रीम कॉलिंग ब्लू क्रॉस।“ मैं सुप्रीम से कैप्टन सुयश बोलरहा हूं।“ सुयश ने कहा।

“कैप्टन! मैं फ्लोरिडा आईलैंड से ‘स्टीफेन‘ बोल रहा हूं।“ दूसरी तरफ से फिर से आवाज आयी-

“थैंक गॉड कि आपने मेरा कॉल रिसीव किया। इससे पहले भी मैंने 4 बार आप लोगों से सम्पर्क स्थापित करने की कोशिश की। पर किसी ने भी हमारा कॉल रिसीव नहीं किया । वहां सब कुछ ठीक तो है ना ? ओवर।“

सुयश ने यह सुनकर एक नजर वहां बेहोश पड़े लोगों पर मारी फिर बोला –


“यस स्टीफेन! एक छोटी सी प्राब्लम थी, पर अब सब ठीक है। आप बताइये आप ने क्यों कॉल किया ? ओवर“

“कैप्टेन! आपका शिप बारामूडा त्रिकोण के डेंजर जोन की ओर, गलत रास्ते पर जा रहा है।“ आवाज पुनः आयी।

“बारामूडा त्रिकोण!“ सुयश के शरीर में बारामूडा त्रिकोण का नाम सुन कर एक झुरझुरी सी हुई। उधर लारा, अब रोजर व असलम सहित बाकी सभी लोगों को होश में ला चुका था। जो अब सिर झुकाये खड़े थे। सुयश ने भी रोजर को खड़ा होते देख, हेडफोन को हटाकर, फोन कॉल को अब स्पीकर मोड पर डाल दिया, जिससे अब सभी लोग इस वार्तालाप को ध्यान से सुनने लगे। अब स्टीफेन की आवाज बिल्कुल साफ कमरे में गूंज रही थी-

“यस कैप्टेन! बारामूडा त्रिकोण, जो कि पृथ्वी का सबसे डेंजर जोन कहलाता है। आपको मालूम भी है, कि आपका शिप, अपने वास्तविक रूट से 30 डिग्री नॉर्थ ईस्ट में, 80 नॉटिकल माइल, गलत दिशा में जा चुका है। और अब आप की वास्तविक स्थिति 56 डिग्री पश्चिमी देशांतर रेखाओं के मध्य है। इसके आगे आज तक जो भी शिप गया है, वह बारामूडा त्रिकोण के भयानक जोन में फंसकर गायब हो गया है और उसके वापस आने की संभावना लगभग ना के बराबर रही है। आप समझ रहे हैं ना मैं क्या कह रहा हूं? ओवर।“

“जी हां ! मैं आपकी बातों का मतलब समझ रहा हूं। ओवर।“ सुयश ने तेजी से रोजर के हाथ से कॉपी-पेन लेते हुए शिप की वास्तविक स्थिति को तुरंत कॉपी पर नोट किया।

“कैप्टेन, तुरंत शिप को मोड़िये। जल्दी करिये कहीं ऐसा ना हो कि आप का शिप भी......... खट्......खट्.........खटाक।“

फ्लोरिडा का संदेशवाहक अभी अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाया था, कि उसका संपर्क ‘सुप्रीम’ से टूट गया

“हैलो -हैलो ! .................।“ सुयश पुनः संपर्क स्थापित करने के लिए, तेजी से बटनों से जूझने लगा । लेकिन अभी इससे पहले कि यह लोग कुछ समझ पाते। पूरा शिप एक अजीब सी नीली रोशनी से भर गया और एक बहुत तेज विचित्र सी ध्वनि सुनाई दी।

“जन्न.....न्..........न्ऽऽऽऽऽऽऽऽऽ।“ ऐसा लगा जैसे शिप के ऊपर से कोई चीज बहुत तेजी से, नीली किरणें बिखेरती हुई निकली है। उस चीज की आवाज, सुपर सोनिक जहाज की तरीके से तेज, परंतु महीन थी। उसकी स्पीड इतनी ज्यादा थी, कि उसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल था कि वह चीज क्या थी ?

“धड़ाम ........धड़ाम .......फटाक ....किर्र ..... किर्र ....खटाक।“

तभी सुप्रीम में लगे सभी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र ‘धड़ाम-धड़ाम‘ की आवाज करते हुए ब्लास्ट हो गए। यहां तक कि पूरे शिप की लाइट भी चली गई। सभी लोग हक्के-बक्के से खड़े रह गए।

तभी ‘खटाक‘ की आवाज के साथ कंट्रोल रुम की इमरजेंसी लाइट ऑन हो गयी। किसी की भी ये समझ में नहीं आया कि यह क्या हो रहा है? यहां तक कि इनका दिशा सूचक यंत्र भी खराब हो गया । सभी लोग डरकर इधर-उधर देख रहे थे। एका एक सुयश को जैसे होश आया। उसने तुरंत आर्डर जारी किया ।

“तुरंत शिप को रोक दिया जाए। ये इस समय जहां पर है, इससे आगे नहीं बढ़ना चाहिए।“ सुयश की आवाज में बेचैनी और घबराहट साफ नजर आ रही थी। इस बार सुयश, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर ब्रेव फोर्ड की ओर मुड़ा और उनसे बोला-

“मिस्टर ब्रेव फोर्ड, कंट्रोल रुम की इमरजेंसी लाइट तो अपने आप ऑन हो गयी है, पर पूरे शिप पर, अभी भी अंधेरा है। आप तुरंत पूरे शिप की इमरजेंसी लाइट को ऑन करवा दीजिए।“

“और आप मिस्टर जेम्स हुक!“ सुयश का इशारा इस बार फॉल्ट फाइंडिंग इंजीनियर जेम्स हुक की ओर था- “आप तुरंत अपनी पूरी टीम के साथ जुट जाइये, और ये देखिये कि शिप को कितना नुकसान हुआ है और इसे सही करने की कोशिश कीजिए।“

उधर खतरे को भांप, रोजर ने शिप को रुकवा दिया था। उनका नशा अब पूरी तरह से हिरण हो चुका था। ब्रेव फोर्ड भी आर्डर मिलते ही बाहर निकल गया। जेम्स हुक अपनी पूरी इंजीनियर्स की टीम के साथ, शिप के सारे कंट्रोल्स को चेक करने में लग गया। तभी पूरे शिप की इमरजेंसी लाइट ऑन हो गई। सुयश तुरंत दौड़कर, माइक के पास पहुंच गया।

“दोस्तों ! मैं शिप का कैप्टन, सुयश बोल रहा हूं।“ सुयश ने माइक संभालते हुए, पूरे शिप पर अनाउन्स करना शुरू कर दिया-

“कुछ तकनीकी खराबी आ जाने के कारण, कुछ देर के लिए, हमारी इलेक्ट्रिक लाइन में बाधा आ गई थी। मैं आप सब से इस चीज के लिए माफी मांगता हूं। अब स्थिति सामान्य है अतः कृपया आप लोग अपने-अपने स्थान पर जा कर आराम करें। इनकन्वीनियंस इज रिग्रेटेड।“

सुयश अनाउन्समेंट के बाद अब धीरे-धीरे नॉर्मल हो रहा था। अब उसने शिप की स्थिति पर ध्यान देना शुरू कर दिया। सफाई कर्मचारी तेजी से कंट्रोल रूम में बिखरे कांच को साफ करने में जुटे थे। सुयश इस बार कुछ कहने के लिए लारा की ओर घूमा। पर इससे पहले कि वह उससे कुछ कह पाता, कंट्रोल रूम में भागते हुए, अलबर्ट डिसूजा दाखिल हुए।

“कैप्टेन-कैप्टेन!“ आपने देखा अभी शिप के ऊपर से कोई यान-नुमा चीज, नीली रोशनी बिखेरती हुई, बहुत तेजी से निकली है। क्या वह कोई उड़न तश्तरी थी ?“अलबर्ट ने घबराए अंदाज में सुयश को देखते हुए कहा।

अलबर्ट की बातें सुनकर, सुयश की आंखें सोचने वाली मुद्रा में सिकुड़ गईं। सुयश ने पहले अलबर्ट के पसीने से लथपथ चेहरे को देखा और फिर बोला-

“मिस्टर अलबर्ट, जो भी चीज अभी शिप के ऊपर से निकली है, हम उसके बारे में बाद में बात करेंगे । पर पहले आप यह बताइए कि आपने उस चीज को देखा कहां से?“

“वो....वो...मैं डेक पर खड़ा था। तभी मैंने देखा, कि नीली रोशनी बिखेरता एक तश्तरी नुमा यान, बहुत तेजी से शिप की ओर आया। उसकी स्पीड इतनी तेज थी, कि वह लगभग 1 सेकेण्ड में, शिप के ऊपर से होता हुआ, तेजी से मेरी नजरों से ओझल हो गया। मुझे एक पल के लिए ऐसा लगा, जैसे मेरे सिर के ऊपर से कई सुपर सोनिक यान निकल गए हों। उसके शिप के ऊपर से निकलते ही पूरे शिप की लाइट भी ऑफ हो गई। मैं एकदम से बहुत डर गया। अभी तक मेरे पूरे शरीर के रोंये रोमांच की वजह से खड़े हैं।“

“वो सब तो ठीक है।“ सुयश के माथे पर उभरी सिकुड़न, इस बात का सबूत थी, कि वह कोई चीज, बहुत तेजी से सोच रहा है-

“पर पहले आप यह बताइए, कि आज न्यू ईयर की रात है। रात के लगभग 3:30 बज रहे हैं। शिप पर एक मर्डर भी हो चुका है और आपकी तो आज मैरिज एनिवर्सरी भी है। ऐसी स्थिति में तो आपको इस समय अपने रूम में होना चाहिए था, पर आप इस समय डेक पर क्या कर रहे थे?“

“वो....वो....मैं....सिगरेट पीने के लिए डेक पर गया था।“ अचानक इस तरह का प्रश्न पूछ लेने पर, अलबर्ट थोड़ा हड़बड़ा से गए। पर सुयश को यह महसूस हुआ कि अलबर्ट झूठ बोल रहे हैं। पर क्यों ?.....पता नहीं।






जारी रहेगा.………✍️
Bahut hi shaandar update diya hai Raj_sharma bhai....
Nice and lovely update....
 

Raj_sharma

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Shetan

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Raj_sharma

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Deewali bad aage badhungi...
Koi baat nahi kabbo ji, hume aap per poora bharosha hai, aap hamara saath nahi chodenge :declare: Is liye jab marji ho aap apne keemti sabdo ko kharch kar sakti ho:good:
 

Rekha rani

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# 14.
“कातिल के बारे में तो नहीं बता सकती। पर हां उसकी एक आदत के बारे में जरूर बता सकती हूं।“ शैफाली की बात सुनकर, एक बार फिर सभी का ध्यान शैफाली की तरफ गया। “अंकल, जो पहली गोली चली थी। वह चलाने वाला मेरे 6 मीटर पीछे था। उस हिसाब से गोली चलने के 5 सेकेण्ड के बाद, बारूद की खुशबू, मुझ तक पहुंचनी चाहिए थी। पर बारुद की खुशबू मात्र 3 सेकेण्ड में मुझ तक पहुंच गई थी।“

“क्या मतलब हुआ इसका ?“ सुयश ने व्यग्र स्वर में पूछा।

“इसका साफ मतलब निकलता है, कि गोली चलाने वाली की आदत, गोली चलाने के बाद, रिवाल्वर की नाल से निकलते हुए धुंए को फूंक मारने की है। और ऐसा वही आदमी करता है, जो बहुत अच्छा निशानेबाज होता है और रिवाल्वर हमेशा अपने साथ रखता है।“ शैफाली एक के बाद एक धमाका कर रही थी।

“वेरी गुड!“ सुयश ने शैफाली के तर्कों की तारीफ करते हुए कहा- “क्या दिमाग पाया है!“ सुयश कुछ रुक कर फिर बोला –

“बेटे आप कुछ ऐसा, मर्डर के बारे में बता सकती हो। जिससे हमें कातिल को पकड़ने में कुछ हेल्प मिल सके।“

“यस अंकल! मैं एक बात मर्डर के बारे में और बताना चाहती हूं।“ शैफाली ने धीरे से सांस लेते हुए कहा।

अब सभी का ध्यान सिर्फ और सिर्फ शैफाली की बातों को सुनने में लगा था। पर उन्हें यह एहसास नहीं था, कि कोई दरवाजे के बाहर खड़ा, इन सारी बातों को सुन रहा था।

“अंकल, मेरे पास गोली चलने के बाद, एक अजीब सी खुशबू और आई। जैसे कपड़े पर जब बहुत गर्म प्रेस कर दिया जाता है तो कपड़े से एक अजीब सी, सोंधी सी खुशबू आती है। वह खुशबू ठीक वैसी ही थी। कहने का मतलब यह है कि जिसने भी मेरे पीछे से पहले गोली चलाई थी, उसने रिवाल्वर की नाल पर जरूर कोई कपड़ा रखा था, जो कि निश्चित रूप से को ई रुमाल रहा होगा। जब गोली चली, तो रिवाल्वर की नाल गर्म हो गई होगी, जिससे रुमाल भी हल्का सा जल गया होगा। वह खुशबू जरुर उसी की रही होगी। और उसके साथ में रुमाल से किसी संदल की स्मेल वाले सेंट की, बहुत ही खूबसूरत खुशबू आई।“ यह कहकर शैफाली 1 मिनट के लिए रुकी और फिर बोलना शुरु किया-

“आपने हॉल में खड़े सभी लोगों के रुमाल जमा करवा लिए थे। आप उन सभी रुमालों को ध्यान से देखिए। क्या किसी पर जले का निशान है? और उन सभी रूमालों में से किसमें से संदल स्मेल वाले सेंट की खुशबू आ रही है? इससे आपको कातिल को ढूंढने में आसानी होगी।“

“एक्सीलेंट!“ सुयश ने माइकल की ओर देखते हुए कहा- “आपकी बच्ची बहुत समझदार है। मैंने अपनी पूरी जिंदगी में इतना तेज दिमाग वाला इंसान आज तक नहीं देखा।“

“और हाँ अंकल।“ शैफाली ने पुनः बोलना शुरु किया- “जो व्यक्ति, मेरे 8.5 मीटर बांए था, उसी ने गोली चलाने के बाद, अपनी रिवाल्वर जमीन पर फेंकी थी।“

“यानि की लॉरेन का मर्डर तुम्हारे 6 मीटर पीछे वाले व्यक्ति ने किया है।“ सुयश ने शैफाली की नीली-नीली आँखों में झांकते हुए कहा।

“जी हाँ अंकल! मैं भी यही कहना चाह रही हूं।“ शैफाली ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा- “और मैं बस इतना ही जानती हूं।“

“थैंक्स बेटा !“ सुयश ने शैफाली को आभार प्रकट करते हुए कहा-

“मैं तुम्हारा ये हेल्प हमेशा याद रखूंगा।“ यह कहकर सुयश ने माइकल और मारथा को भी थैंक्स बोला और फिर वहां से जाने के लिए मुड़ा। तभी शैफाली ने उसे फिर से टोक दिया।

“कैप्टेन अंकल! वैसे आपको अगर ब्रूनो की जरूरत पड़े तो आप जरूर बताइएगा। क्यों कि यह भी आपकी काफी मदद कर सकता है।“

“ठीक है बेटे! अगर हमें ब्रूनो की जरूरत पड़ी, तो हम अवश्य बताएंगे।“ यह कहकर सुयश सभी के साथ दरवाजे की ओर बढ़ा। उधर दरवाजे के बाहर खड़ी आकृति, सभी को बाहर आता देख, धीरे से सरक कर गैलरी में गायब हो गई। सुयश के दरवाजे के बाहर निकलते ही, एक सिक्योरिटी का आदमी भागा भागा वहां पहुंचा और बोला-

“माफी चाहता हूं कैप्टन, पर आपको इसी समय तुरंत कंट्रोल रूम में चलना होगा। वहां शायद कुछ गड़बड़ है?“

सुयश यह सुनते ही, सभी के साथ तेज कदमों से कंट्रोल रूम की ओर चल दिया। लेकिन उसका दिल पुनः किसी अंजानी आशंका से तेजी से धड़क रहा था।

चैपटर-5
1 जनवरी 2002, मंगलवार, 03:00; कंट्रोल रूम के बाहर, सिक्योरिटी के आदमियों और शिफ्ट में काम करने वाले लोगों की भीड़ लगी थी। कुछ लोग कंट्रोल रुम का दरवाजा खुलवाने की कोशिश कर रहे थे।

“क्या हुआ?“ सुयश ने वहां पहुंचकर तेज आवाज में, वहां खड़े लोगों से पूछा।

“पता नहीं कैप्टेन!“ उस भीड़ में से एक व्यक्ति ने आगे निकलकर, सुयश को जवाब दिया - “जब हम लोग शिफ्ट चेंज करने के लिए यहां पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसा इसके पहले कभी नहीं हुआ था। हम लोग लगभग 20 मिनट से दरवाजे पर नॉक कर रहे हैं, पर ना तो कोई अंदर से जवाब दे रहा है और ना ही दरवाजा खोल रहा है।“

“तुरंत कंट्रोल रूम का इमरजेंसी डोर खोलो।“ सुयश ने लारा की तरफ मुड़ते हुए, उसे आर्डर दिया।

“यस कैप्टेन!“ लारा तुरंत साइड में लगे इमरजेंसी डोर के कंप्यूटर पर पासवर्ड लगाने लगा।

कुछ ही देर में कंट्रोल रूम का इमरजेंसी डोर खुल चुका था। डोर खुलते ही सुयश ने तेजी से कंट्रोल रूम में प्रवेश किया। उसके साथ लारा भी था। अंदर का नजारा ही कुछ और था।

रोजर व असलम सहित चालक दल के सभी सदस्य, नशे की हालत में धुत इधर-उधर पड़े थे। शराब की कई बोतलें भी फर्श पर बिखरी हुई थीं। लारा ने अंदर आते ही, तुरंत आगे बढ़कर कंट्रोल रूम का मेन दरवाजा खोल दिया

सुयश ने एक नजर पूरे कंट्रोल रुम पर मारी और फिर आगे बढ़ कर रोजर का कॉलर पकड़कर उसे उठाने की कोशिश करने लगा-

“रोजर-रोजर!......उठो। मैंने तुम लोगों को ड्यूटी टाइम में ड्रिंक करने से मना किया था। फिर भी तुम लोगों ने ड्रिंक किया।“

अभी सुयश रोजर को झकझोर ही रहा था, कि तभी कंट्रोल बोर्ड पर लगी, एक लाल बत्ती तेजी सेणस्पार्क करने लगी। जो इस बात का संकेत थी कि ट्रांसमीटर पर कोई मैसेज है। सुयश तुरंत रोजर को छोड़, उस ट्रांसमीटर सेट की ओर भागा और तुरंत वहां रखे हेडफोन को अपने कानों पर चढ़ा कर एक बटन ऑन कर दिया।

“हैलो ! ब्लू क्रॉस कालिंग ‘सुप्रीम’।“ उधर से महीन आवाज सुनाई दी- “कोई हमारी बात सुन रहा है।“

“हैलो ! सुप्रीम कॉलिंग ब्लू क्रॉस।“ मैं सुप्रीम से कैप्टन सुयश बोलरहा हूं।“ सुयश ने कहा।

“कैप्टन! मैं फ्लोरिडा आईलैंड से ‘स्टीफेन‘ बोल रहा हूं।“ दूसरी तरफ से फिर से आवाज आयी-

“थैंक गॉड कि आपने मेरा कॉल रिसीव किया। इससे पहले भी मैंने 4 बार आप लोगों से सम्पर्क स्थापित करने की कोशिश की। पर किसी ने भी हमारा कॉल रिसीव नहीं किया । वहां सब कुछ ठीक तो है ना ? ओवर।“

सुयश ने यह सुनकर एक नजर वहां बेहोश पड़े लोगों पर मारी फिर बोला –

“यस स्टीफेन! एक छोटी सी प्राब्लम थी, पर अब सब ठीक है। आप बताइये आप ने क्यों कॉल किया ? ओवर“

“कैप्टेन! आपका शिप बारामूडा त्रिकोण के डेंजर जोन की ओर, गलत रास्ते पर जा रहा है।“ आवाज पुनः आयी।

“बारामूडा त्रिकोण!“ सुयश के शरीर में बारामूडा त्रिकोण का नाम सुन कर एक झुरझुरी सी हुई। उधर लारा, अब रोजर व असलम सहित बाकी सभी लोगों को होश में ला चुका था। जो अब सिर झुकाये खड़े थे। सुयश ने भी रोजर को खड़ा होते देख, हेडफोन को हटाकर, फोन कॉल को अब स्पीकर मोड पर डाल दिया, जिससे अब सभी लोग इस वार्तालाप को ध्यान से सुनने लगे। अब स्टीफेन की आवाज बिल्कुल साफ कमरे में गूंज रही थी-

“यस कैप्टेन! बारामूडा त्रिकोण, जो कि पृथ्वी का सबसे डेंजर जोन कहलाता है। आपको मालूम भी है, कि आपका शिप, अपने वास्तविक रूट से 30 डिग्री नॉर्थ ईस्ट में, 80 नॉटिकल माइल, गलत दिशा में जा चुका है। और अब आप की वास्तविक स्थिति 56 डिग्री पश्चिमी देशांतर रेखाओं के मध्य है। इसके आगे आज तक जो भी शिप गया है, वह बारामूडा त्रिकोण के भयानक जोन में फंसकर गायब हो गया है और उसके वापस आने की संभावना लगभग ना के बराबर रही है। आप समझ रहे हैं ना मैं क्या कह रहा हूं? ओवर।“

“जी हां ! मैं आपकी बातों का मतलब समझ रहा हूं। ओवर।“ सुयश ने तेजी से रोजर के हाथ से कॉपी-पेन लेते हुए शिप की वास्तविक स्थिति को तुरंत कॉपी पर नोट किया।

“कैप्टेन, तुरंत शिप को मोड़िये। जल्दी करिये कहीं ऐसा ना हो कि आप का शिप भी......... खट्......खट्.........खटाक।“

फ्लोरिडा का संदेशवाहक अभी अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाया था, कि उसका संपर्क ‘सुप्रीम’ से टूट गया

“हैलो -हैलो ! .................।“ सुयश पुनः संपर्क स्थापित करने के लिए, तेजी से बटनों से जूझने लगा । लेकिन अभी इससे पहले कि यह लोग कुछ समझ पाते। पूरा शिप एक अजीब सी नीली रोशनी से भर गया और एक बहुत तेज विचित्र सी ध्वनि सुनाई दी।

“जन्न.....न्..........न्ऽऽऽऽऽऽऽऽऽ।“ ऐसा लगा जैसे शिप के ऊपर से कोई चीज बहुत तेजी से, नीली किरणें बिखेरती हुई निकली है। उस चीज की आवाज, सुपर सोनिक जहाज की तरीके से तेज, परंतु महीन थी। उसकी स्पीड इतनी ज्यादा थी, कि उसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल था कि वह चीज क्या थी ?

“धड़ाम ........धड़ाम .......फटाक ....किर्र ..... किर्र ....खटाक।“

तभी सुप्रीम में लगे सभी इलेक्ट्रॉनिक यंत्र ‘धड़ाम-धड़ाम‘ की आवाज करते हुए ब्लास्ट हो गए। यहां तक कि पूरे शिप की लाइट भी चली गई। सभी लोग हक्के-बक्के से खड़े रह गए।

तभी ‘खटाक‘ की आवाज के साथ कंट्रोल रुम की इमरजेंसी लाइट ऑन हो गयी। किसी की भी ये समझ में नहीं आया कि यह क्या हो रहा है? यहां तक कि इनका दिशा सूचक यंत्र भी खराब हो गया । सभी लोग डरकर इधर-उधर देख रहे थे। एका एक सुयश को जैसे होश आया। उसने तुरंत आर्डर जारी किया ।

“तुरंत शिप को रोक दिया जाए। ये इस समय जहां पर है, इससे आगे नहीं बढ़ना चाहिए।“ सुयश की आवाज में बेचैनी और घबराहट साफ नजर आ रही थी। इस बार सुयश, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर ब्रेव फोर्ड की ओर मुड़ा और उनसे बोला-

“मिस्टर ब्रेव फोर्ड, कंट्रोल रुम की इमरजेंसी लाइट तो अपने आप ऑन हो गयी है, पर पूरे शिप पर, अभी भी अंधेरा है। आप तुरंत पूरे शिप की इमरजेंसी लाइट को ऑन करवा दीजिए।“

“और आप मिस्टर जेम्स हुक!“ सुयश का इशारा इस बार फॉल्ट फाइंडिंग इंजीनियर जेम्स हुक की ओर था- “आप तुरंत अपनी पूरी टीम के साथ जुट जाइये, और ये देखिये कि शिप को कितना नुकसान हुआ है और इसे सही करने की कोशिश कीजिए।“

उधर खतरे को भांप, रोजर ने शिप को रुकवा दिया था। उनका नशा अब पूरी तरह से हिरण हो चुका था। ब्रेव फोर्ड भी आर्डर मिलते ही बाहर निकल गया। जेम्स हुक अपनी पूरी इंजीनियर्स की टीम के साथ, शिप के सारे कंट्रोल्स को चेक करने में लग गया। तभी पूरे शिप की इमरजेंसी लाइट ऑन हो गई। सुयश तुरंत दौड़कर, माइक के पास पहुंच गया।

“दोस्तों ! मैं शिप का कैप्टन, सुयश बोल रहा हूं।“ सुयश ने माइक संभालते हुए, पूरे शिप पर अनाउन्स करना शुरू कर दिया-

“कुछ तकनीकी खराबी आ जाने के कारण, कुछ देर के लिए, हमारी इलेक्ट्रिक लाइन में बाधा आ गई थी। मैं आप सब से इस चीज के लिए माफी मांगता हूं। अब स्थिति सामान्य है अतः कृपया आप लोग अपने-अपने स्थान पर जा कर आराम करें। इनकन्वीनियंस इज रिग्रेटेड।“

सुयश अनाउन्समेंट के बाद अब धीरे-धीरे नॉर्मल हो रहा था। अब उसने शिप की स्थिति पर ध्यान देना शुरू कर दिया। सफाई कर्मचारी तेजी से कंट्रोल रूम में बिखरे कांच को साफ करने में जुटे थे। सुयश इस बार कुछ कहने के लिए लारा की ओर घूमा। पर इससे पहले कि वह उससे कुछ कह पाता, कंट्रोल रूम में भागते हुए, अलबर्ट डिसूजा दाखिल हुए।

“कैप्टेन-कैप्टेन!“ आपने देखा अभी शिप के ऊपर से कोई यान-नुमा चीज, नीली रोशनी बिखेरती हुई, बहुत तेजी से निकली है। क्या वह कोई उड़न तश्तरी थी ?“अलबर्ट ने घबराए अंदाज में सुयश को देखते हुए कहा।

अलबर्ट की बातें सुनकर, सुयश की आंखें सोचने वाली मुद्रा में सिकुड़ गईं। सुयश ने पहले अलबर्ट के पसीने से लथपथ चेहरे को देखा और फिर बोला-

“मिस्टर अलबर्ट, जो भी चीज अभी शिप के ऊपर से निकली है, हम उसके बारे में बाद में बात करेंगे । पर पहले आप यह बताइए कि आपने उस चीज को देखा कहां से?“

“वो....वो...मैं डेक पर खड़ा था। तभी मैंने देखा, कि नीली रोशनी बिखेरता एक तश्तरी नुमा यान, बहुत तेजी से शिप की ओर आया। उसकी स्पीड इतनी तेज थी, कि वह लगभग 1 सेकेण्ड में, शिप के ऊपर से होता हुआ, तेजी से मेरी नजरों से ओझल हो गया। मुझे एक पल के लिए ऐसा लगा, जैसे मेरे सिर के ऊपर से कई सुपर सोनिक यान निकल गए हों। उसके शिप के ऊपर से निकलते ही पूरे शिप की लाइट भी ऑफ हो गई। मैं एकदम से बहुत डर गया। अभी तक मेरे पूरे शरीर के रोंये रोमांच की वजह से खड़े हैं।“

“वो सब तो ठीक है।“ सुयश के माथे पर उभरी सिकुड़न, इस बात का सबूत थी, कि वह कोई चीज, बहुत तेजी से सोच रहा है-

“पर पहले आप यह बताइए, कि आज न्यू ईयर की रात है। रात के लगभग 3:30 बज रहे हैं। शिप पर एक मर्डर भी हो चुका है और आपकी तो आज मैरिज एनिवर्सरी भी है। ऐसी स्थिति में तो आपको इस समय अपने रूम में होना चाहिए था, पर आप इस समय डेक पर क्या कर रहे थे?“

“वो....वो....मैं....सिगरेट पीने के लिए डेक पर गया था।“ अचानक इस तरह का प्रश्न पूछ लेने पर, अलबर्ट थोड़ा हड़बड़ा से गए। पर सुयश को यह महसूस हुआ कि अलबर्ट झूठ बोल रहे हैं। पर क्यों ?.....पता नहीं।






जारी रहेगा.………✍️
Superb update,
शेफाली ने अपनी तीव्र बुद्धि से सुयश की जितनी हो सकती थी उतनी मदद की, और साथ ही ब्रूनो का ऑप्शन भी रखा मदद के लिए
लेकिन सुयश सब जानकारी के बाद कातिल को ढूंढता उससे पहले शिप पर एक मुसीबत और आ गई है
अब कैसे इससे निपटा जाएगा इंटरस्टिंग रहेगा
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Superb update,
शेफाली ने अपनी तीव्र बुद्धि से सुयश की जितनी हो सकती थी उतनी मदद की, और साथ ही ब्रूनो का ऑप्शन भी रखा मदद के लिए
लेकिन सुयश सब जानकारी के बाद कातिल को ढूंढता उससे पहले शिप पर एक मुसीबत और आ गई है
अब कैसे इससे निपटा जाएगा इंटरस्टिंग रहेगा
Ye waali musibat us se bohot badi hai sarkaar, usme to ek jaan gai hai, yaha to sabki jaan pe ban aai hai,
Thank you so much for your wonderful review Rekha rani ji :thanx:
 
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