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Incest मेरे अंतरंग हमसफ़र

deeppreeti

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मेरे अंतरंग हमसफ़र




परिचय

दोस्तों मैं दीपक कुमार, मेरे अंतरंग हमसफर मेरी सबसे पहली कहानी है और इसके पहल्रे 3 भाग आप पढ़ सकते हैं "अंतरंग हमसफर" के नाम से जो मेरे कॉलेज के दोस्त आमिर ने पोस्ट किये हैं .

आगे के सभी भाग आपको इस फोरम पर मिलेंगे और मेरी कोशिश है आप इसे काफी कामुक पाएंगे और आपको पढ़ कर मजा भी आएगा

मैं अठारह साल की उम्र तक पढ़ाई में ही डूबा रहाl मैं हमेशा पढ़ने लिखने में होशियार, एक मेधावी छात्र थाl उस समय तक पढाई में ही डूबे रहने के कारण मेरे कोई ख़ास दोस्त भी नहीं थे और मैं स्कूल में भी अपने अध्यापकों के ही साथ अपनी पढ़ाई में ही लगा रहता थाl

आपका

दीपक कुमार




मेरे अंतरंग हमसफ़र

INDEX

प्रथम अध्याय

सेक्स से मेरा परिचय और पहला सम्भोग
भाग 1 से
भाग 3
भाग 4
भाग 5 - रूबी के साथ सेक्स, उसके बाद समूह सेक्स-
भाग 6 - टीना के साथ सेक्स-
भाग 7 - साथियो की अदला बदली.

द्वितीय अध्याय
परिवार से मेलजोल

भाग 1/ भाग 2/भाग 3/भाग 4/भाग 5/भाग 6
भाग 7/भाग 8/भाग 9/भाग 10/भाग 11/भाग 12

भाग 13


तृतीय अध्याय
खूबसूरत युवा सहेलिया

भाग 1/
भाग 2/भाग 3/भाग 4/भाग 5/भाग 6
भाग 7/भाग 8/भाग 9/भाग 10/भाग 11/भाग 12
भाग 13/ भाग 14/भाग 15 भाग 16/भाग 17/भाग 18/ भाग 19
भाग 20

चतुर्थ अध्याय
लंदन जाने की तयारी


भाग 1 -
भाग 16/
भाग 17- भाग 21/भाग 22/भाग 23/भाग 24/
भाग 25-भाग 31/भाग 32/ भाग 33-भाग 41
/भाग 42/भाग 43/भाग 44/
भाग 45

पांचवा अध्याय
लंदन की हवाई यात्रा

भाग 1-
भाग 12/

छठा अध्याय

लंदन में पढ़ाई और मस्तिया


भाग 1- भाग 15
भाग 16-नियंत्रण
भाग 17-सुंदर और अध्भुत सम्भोग का आनंद
भाग 18- अध्भुत सम्भोग का आनंद और शक्ति का संचार
भाग 19-अरबपति की ट्रॉफी पत्नी
भाग 20-टिटियन प्रकार की लड़की !
भाग 21-लड़की या कोई हूर परी !
भाग 22-चार प्रेमिकाओ के साथ सामूहिक सम्भोग
भाग 23-कामुक पागलपन
भाग 24-कामुक आजाद ख्याल
भाग 25-कामुक दृश्यम

भाग 26-रात का आखिरी पहर
भाग 27 -सुबह-सुबह टहलना - कुछ- बहुत कुछ
भाग 28-सुबह-सुबह - बहुत कुछ
भाग 29-समारोह की प्रक्रिया
भाग 30-सेक्स और सुंदरता की उपासक पुजारिने
भाग 31- मैं ही क्योे


सातवा अध्याय

लंदन का प्यार का मंदिर





astra1


भाग 1 -काफिला
भाग 2/भाग 3/भाग 4/भाग 5/भाग 6/भाग 7/भाग 8
भाग 9/
भाग 10/भाग 11/
भाग 12/
भाग 13/
भाग 14 विशेष समारोह आरंभ-प्रारम्भकर्ता या माध्यम, पहलकर्ता
भाग 15 विशेष समारोह की मालिशकर्ता
भाग 16 महायाजक
भाग 17 महायाजक द्वारा सशक्तिकरण
भाग 18 पुजारिणो द्वारा सशक्तिकरण

भाग 19 सशक्तिकरण
भाग 20 दावत कक्ष
भाग 21 मार्टिनी ग्लास में लड़की
भाग 22 दावत का समय
भाग 23- भाग 55
भाग 56 - सुगंध
भाग 57 - सुंदर सम्भोग का आनंद
भाग 58 - सुंदर आनंद
भाग 59 - नयी राजकुमारी का प्रेम परिचय

भाग 60 - भाग 62
भाग 63- हवेली
भाग 64 - जनून
भाग 65 - स्टड
भाग 66 - आज्ञा
भाग 67 - पारिश्रमिक
भाग 68 - असर
भाग 69 - अनुष्ठान का अंत





आठवा अध्याय
हवेली नवनिर्माण


भाग 1 -
नवनिर्माण
भाग 2-भाग 45


नौवा अध्याय
डॉक्टरी की पढ़ाई

भाग 1 -भाग 45


दशम अध्याय
भाग 1-भाग 55

अंतरंग हमसफ़र भाग: INDEX
अंतरंग हमसफ़र भाग 001अंतरंग जीवन की पहली हमसफ़र रोज़ी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 002पहली हमसफ़र - शारीरक सुखो से मेरा पहला परिचय.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 003अंतरंग जीवन की पहली हमसफर रोज़ी के साथ पहले सम्भोग की कहानी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 004अंतरंग जीवन की पहली हमसफर रोज़ी के साथ मानसिक सेक्स.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 005रूबी के साथ संसर्ग, उसके बाद समूह सेक्स.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 006टीना एक नयी कुंवारी युवती के साथ तालाब में पहला संसर्ग.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 007साथियो की अदला बदली.Group Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 008सुन्दर युवती से मुलाकात.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 009फूफेरी बहन से प्रेम का इजहार.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 010रूबी और रोजी.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 011रूबी और रोजी.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 012रोजी, रूबी के साथ सेक्स.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 013जेन के साथ सेक्स.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 014जेन के साथ मुखमैथुन और सेक्स.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 015जेन के साथ सेक्सIncest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 016अलका की पहली चुदाईFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 017अलका की पहली चुदाईIncest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 018दूसरी फूफेरी बहन के साथ सम्भोग.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 019फूफेरी बहन के साथ सम्भोग से पहले चाटना चूमना.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 020कुंवारी फूफेरी बहन की धुआंधार चुदाई.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 021कमसिन फूफेरी बहनो की धुआंधार चुदाई.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 022नयी लड़किया और तालाब पर छुप कर मस्तियो के नज़ारे.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 023लड़कियों की तालाब पर मस्ती के मादक कामुक नज़ारे.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 024तुम ने पुकारा और हम चले आये- लड़कियों के साथ तालाब पर मस्ती.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 025नग्न सामूहिक कामुक खेल और मुख मैथुन.Group Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 026सौतेली बहने.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 027सौत बनी साथी.Loving Wives
अंतरंग हमसफ़र भाग 028बॉब की रुखसाना के लिए बेकरारी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 029सेक्स का आरंभिक ज्ञान.How To
अंतरंग हमसफ़र भाग 030चुदाई के नज़ारे.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 031प्यार का असली सबकErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 032कजिन के सहेली के साथ मेरे फूफेरे भाई की आशिक़ी.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 033रुखसाना की पहली चुदाईFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 034रुखसाना की चुदाई की कहानी जारी हैErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 035हुमा की पहली चुदाईFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 036दुल्हन की लाल रंग की पोशाक में खूबसूरत हुमा.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 037चुदाई से पहले की चूमा चाटी.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 038चिकनी संकरी और छोटी से चूत वाली हुमा की पहली चुदाई.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 039हुमा की पहली चुदाई.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 040हुमा की आनंदभरी चुदाई.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 041हुमा के साथ मस्तिया जारी हैं.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 042हुमा बहुत नाराज हो गयी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 043सेक्सी मेजबान की टांग में क्रैम्प.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 044सेक्सी मेजबान के साथ पहली बार संसर्ग.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 045मेजबान के साथ संसर्ग.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 046लिली की योनि में मेरे लंड का प्रथम प्रवेश.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 047लिली ने सम्भोग का नया तरीका सिखाया.How To
अंतरंग हमसफ़र भाग 048सरप्राइज़.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 049सोई हुई परम् सुंदरीErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 050परम् सुंदरी का प्रभाव.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 051वूमेन ऑन टॉप.How To
अंतरंग हमसफ़र भाग 052नकली गुस्सा असली प्यार.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 053भाग्यशाली.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 054लिली की बहन मिली से पहली मुलाकात और आलिंगन.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 055चलती कार में चुदाई.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 056सामने चुदाई करते हुए देखना.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 057तीन गर्म बहनो की चुदाई का क्रम.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 058तीन गर्म बहनो की चुदाई का क्रम.Incest/Taboo
अंतरंग हमसफ़र भाग 059मिली का सौंदर्य अवलोकन.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 060मिली की सहायिका सपना की ख़ूबसूरती.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 061सपना के नग्न सौंदर्य का निरीक्षण कर उसे सराहा.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 062हुमा का निरिक्षण.BDSM
अंतरंग हमसफ़र भाग 063हुमा को सजा.BDSM
अंतरंग हमसफ़र भाग 064मिली निकली उस्ताद.How To
अंतरंग हमसफ़र भाग 065मिली ने दिया पहला सेक्स ज्ञान.How To
अंतरंग हमसफ़र भाग 066लिली के साथ मजे.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 067लिली ने की लंड चुसाई.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 068घट कंचुकी.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 069एमी और तीनो कुंवारी लड़कियों ने पहली बार चुदाई साक्षात देखी.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 070हुमा ने की लंड चटाईErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 071अगले सत्र की तयारी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 072मैं तरोताजा महसूस कर रहा था.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 073ज्यादातर पशु किस आसन में सेक्स करते हैं.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 074चॉकलेट खाने का सही तरीका.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 075मिली खुद चुदी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 076चकाचक माल की दावत.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 077सपना का कौमार्य भंगFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 078पहली चुदाई के बाद का दुलार.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 079सपना चुपके से मेरे कमरे में मेरे पास आयी और मेरे से लिपट गयी.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 080वीसा साक्षात्कारRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 081पहली डेटRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 082सूर्यास्तRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 083चाँद की धीमी रोशनी, नदी में नाव में हमFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 084मुखमैथुन के नए पाठFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 085कुंवारी योनि का दुर्लभ अवलोकन.First Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 086कौमार्य भंगFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 087दोबारा करेंगे तो बेहतर लगेगाErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 088मैं पूरी कोशिश करूँगाGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 089लंदन की हवाई यात्रा-1Romance
अंतरंग हमसफ़र भाग 090जहाज के सफर में मनोरंजनRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 091हवाई यात्रा में छोटा ब्रेकErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 092एयरलाइंस की वो परिचारिकाErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 093एयरलाइंस परिचारिका के साथ कार मेंFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 094एयरलाइंस परिचारिका के साथ कार मेंFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 095एयरलाइंस परिचारिका का पहला अनुभवFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 096नायाब एयरलाइंस परिचारिकाFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 097आगे का सफर नए साथी के साथRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 098नए साथी के साथ खेलErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 099हवाई यात्रा मे हस्तमैथुनToys & Masturbation
अंतरंग हमसफ़र भाग 100इन-फ्लाइट मनोरंजनExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 101लंदन में पढ़ाई और मस्तियो की शुरुआतExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 102लंदन का ख़ास पैराडाइस मनोरजन क्लबGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 103साथी का चयनFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 104भोजन, संगीत और प्रेम का इजहारRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 105प्रेम और मस्तियाFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 106प्रेम आलिंगन और नृत्यGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 107सार्वजानिक और खुले तौर पर सम्भोगExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 108चुदाई के दौरान बिस्तर ने हवा उछाल दियाExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 109बिस्तर में लगे ताकतवार स्प्रिंगों का स्प्रिंगिंग एक्शनExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 110लंदन में पढ़ाई और मस्तिया कामुकता और ऐयाशीExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 111लंदन में पढ़ाई और मस्तिया सामूहिक ऐयाशीExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 112लंदन में पढ़ाई और मस्तिया, नफीसा का स्वागतGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 113सुंदरता, सेक्स की देवी की पुजारिन.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 114सेक्स की देवी की पुजारिन.Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 115लंदन में पढ़ाई और मस्तिया, पुजारिन के ख़ुशी के आंसू!Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 116लंदन में पढ़ाई और मस्तिया नियंत्रणMind Control
अंतरंग हमसफ़र भाग 117सुंदर और अध्भुत सम्भोग का आनंदCelebrities & Fan Fiction
अंतरंग हमसफ़र भाग 118अध्भुत सम्भोग का आनंद और शक्ति का संचार.Group Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 119लंदन में पढ़ाई और मस्तिया अरबपति की ट्रॉफी पत्नीGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 120लंदन में मस्तिया टिटियन प्रकार की लड़कीExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 121लड़की या कोई हूर परी!Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 122चार प्रेमिकाओ के साथ सामूहिक सम्भोगExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 123लंदन में पढ़ाई और मस्तिया कामुक पागलपन .Exhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 124कामुक ख्यालGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 125लंदन में मस्तिया कामुक दृश्यमExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 126लंदन में मस्तिया और उस रात का आखिरी पहरGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 127सुबह-सुबह टहलना-कुछ-बहुत कुछExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 128सुबह-सुबह-बहुत कुछGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 129समारोह की प्रक्रियाHow To
अंतरंग हमसफ़र भाग 130सेक्स और सुंदरता की उपासक पुजारिनेExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 131मैं ही क्योे?Romance
अंतरंग हमसफ़र भाग 132काफिलाExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 133पुजारिन के उद्धारकर्ता की जयNon-English
अंतरंग हमसफ़र भाग 134प्यार का मंदिर प्रेम भरी प्राथनाRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 135स्नानागारErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 136शुद्धिकरण स्नानGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 137ऐयाशी - जब रात हैं ऐसी मतवाली तो फिर सुबह का आलम क्या होगा!Group Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 138जनाना स्नान्नगारLesbian Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 139प्यार की देवीNon-English
अंतरंग हमसफ़र भाग 140स्नान और सम्भोगGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 141सफाई और स्नानGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 142विशेष समारोह आरंभGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 143विशेष समारोह शुद्धिकरण दुग्ध स्नानGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 144विशेष समारोह - दुग्ध स्नानGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 145विशेष समारोह-प्रारम्भकर्ता या माध्यम, पहलकर्ताGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 146विशेष समारोह की मालिशकर्ताGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 147विशेष समारोह महायाजकGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 148महायाजक द्वारा सशक्तिकरणGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 149पुजारिणो द्वारा सशक्तिकरणGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 150सशक्तिकरणGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 151दावत कक्षGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 152मार्टिनी ग्लास में नर्तकीExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 153दावत - 13. मुख्य व्यंजन - 1. जूस, 2 फल. 3 स्नैक्स 4. सूपGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 154दावत - 13. मुख्य व्यंजन - 5. ऐपेटाइज़र, 6. सलादGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 155दावत - 13. मुख्य व्यंजन 6- सलादGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 156दावत - 13. 7 - तालू की सफाई के लिए वाइन. स्तन निरीक्षणErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 157दावत - 13. 8 मुख्य व्यंजनExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 158दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 8- मुख्य व्यंजनGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 159दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 9 शैंपेन से मुख शुद्धि -Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 160दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 10 अगली मुख्य डिशGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 161दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 10- एक बार फिरGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 162दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 11 -मजेदार आनद का अनुभवGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 163दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 11 - सामूहिक आनद का अनुभवGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 164दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन 11 - मजेदार अनुभवGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 165दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन -12- मजेदार मीठाFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 166असुविधा को दूर करने का प्रयासFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 167दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन -12- मीठा त्यार हैFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 168दावत - 13 प्रकार के मुख्य व्यंजन -12- मीठा परोस दिया हैGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 169मालिशGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 170सैंडविच मालिशGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 171जुड़वाँ बहनो के साथ मालिश और सम्भोगGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 172बेकरार महायाजकFetish
अंतरंग हमसफ़र भाग 173समारोह की तयारीNonConsent/Reluctance
अंतरंग हमसफ़र भाग 174उद्घाटन समारोह शुरू करेंErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 175दाता को प्रेम, सेक्स और सम्भोग से सशक्त करनाErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 176मुख्य पुजारिन की दीक्षाCelebrities & Fan Fiction
अंतरंग हमसफ़र भाग 177सेक्सी और खूबसूरत मुख्य पुजारिन की दीक्षाFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 178सेक्सी और खूबसूरत मुख्य पुजारिन की कामुकताFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 179सेक्सी अपना कौमार्य अर्पित कर दोErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 180मुख्य पुजारिन का कौमार्य भंगErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 181कौमार्य भंग करने के साथ प्रथम सम्भोगFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 182नयी मुख्य पुजारिन का प्रथम सम्भोगNon-English
अंतरंग हमसफ़र भाग 183शक्ति का स्थापनErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 184नई प्रधान महायाजकErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 185मंदिर में दीक्षा के दौरान माहौल का प्रभावExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 186सर्वदा तैयार, पुनःErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 187प्रथम गुदा प्रवेशAnal
अंतरंग हमसफ़र भाग 188लंदन का प्यार का मंदिर और कुंवारी की सुगंधErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 189प्रशिक्षु महायाजक पुजारिन के साथ सुंदर सम्भोग का आनंद.Erotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 190सुंदर आनंदFirst Time
अंतरंग हमसफ़र भाग 191नयी राजकुमारी का प्रेम परिचयNonConsent/Reluctance
अंतरंग हमसफ़र भाग 192राजकुमारी का प्रेमErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 193रसGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 194उपहारGroup Sex
अंतरंग हमसफ़र भाग 195हवेलीRomance
अंतरंग हमसफ़र भाग 196लंदन का मंदिर, महायाजक का प्यार का जनूनErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 197स्टडErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 198प्रेम की देवी की आज्ञा और हम सब पुजारिणो की ओर से उपहारErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 199पारिश्रमिक- रेशमी लबादे में लिपटी सुन्दरियाErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 200सुंदर स्वागत योग्य रमणीय स्त्रीत्वErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 201अनुष्ठान का अंतExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 202आठवा अध्याय हवेली नवनिर्माणErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 203हवेली नवनिर्माण इंस्तांबुल टर्की हरम की यात्राExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 204टोपकापी पैलेस के हरम की योजना का विस्तारExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र भाग 205उत्कृष्ट वासना का सत्रErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 206हाहाकारी चुदाई का एक उत्कृष्ट नमूनाErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र भाग 207विशेष सेविका कैपरीInterracial Love
अंतरंग हमसफ़र भाग 208चालाक संदेहInterracial Love
अंतरंग हमसफ़र भाग 209मेरे लिए इनामNovels and Novellas
अंतरंग हमसफ़र भाग 210फूफा या मामू का परिवारIncest/Taboo
 
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी

भाग -13

चलती कार में चुदाई


आपने "मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 12 में पढ़ा:

मैंने किश करते हुए फिर अपने दाए हाथ को उसकी कमर के सामने की ओर घुमाते हुए, मैंने साहसपूर्वक उसके स्तनों को सहलाया, फिर दबाया और एक उंगली को उसके निप्पल को छेड़ा और फिर, अपना हाथ उसकी टांगो पर ले जाकर उसकी छोटी स्कर्ट और ऑफर उसकी नंगी और चिकनी जांघों को सहलाया। अब, मेरा लंड लोहे की छड़ की तरह हो गया था, एक बार वह थोड़ा पीछे हट गई और मानो मुझे रोकने के लिए प्रयासरत हुई लेकिन मैंने उसे वापस अपनी ओर खींच लिया और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस हुए।

इस पर वह मेरी छाती पर चिपक गई, मेरी गर्दन में उसने उसकी बाहें डाल दी और यह देखकर कि उसका प्रतिरोध समाप्त हो गया था, मैंने उसके फांक के गर्म नम होंठों को विभाजित किया और उसके भगशेफ की तलाश की और कोमल और लगातार रगड़ से जल्द ही उसका भगशेफ मिल गया जो आक्रमणकारी से लड़ने के लिए खड़ा और कठोर था।


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आपने मेरी कहानी " मेरे अंतरंग हमसफ़र " में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। अचानक वह दर्द से चिल्लाने लगी और बोली, मेरे पैरों में ऐंठन आ गयी है। मैंने उसके गाउन को ऊपर उठाते हुए और उसकी प्यारी पिंडलियों को अपने हाथों से सहलाया, और नरम और गुलाबी त्वचा पर चुंबन कर दिया। उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद मैं उठा तो मैंने देखा हुमा भी नींद की आगोश में थी और पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने नहीं ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'



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कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये।

अब आगे:-

मिली वास्तव में बेहद खूबसूरत महिला थी, जिसे अपने पिता के कद के साथ-साथ अपनी माँ की सुंदरता विरासत में मिली थी। उसके बदन की आकृति सबसे कामुक थी और वह उसे प्रदर्शित करना पसंद करती थी। उसकी माँ के तरह मिली सुनहरे बालों और बिल्लोरी आँखों के साथ एक आकर्षक गोरी थी, जिसने मुझे काफ़ी आकर्षित किया था

उसकी लम्बाई 5' 4" थी, उसके कमर तक उसके लंबे रेशमी बाल गिर रहे थे, जिसे वह अक्सर बाँधती थी। उसका गोल चेहरा था, चौड़ा माथा, लंबी नुकीली नाक, पतली भौहें और गहरी नीली बिल्लोरी आँखें। उसके मोटे होंठ प्राकृतिक गुलाबी रंग में थे और उसके सफेद दांत मोतियों की तरह चमकते थे। वह बहुत गोरी थी और त्वचा का रंग सफेद और गुलाबी (गुलाबी) रंग का मिश्रण था। उसके लम्बे पतले हाथ और उसकी कमर संकीर्ण थी और उसकी कमर की तुलना में उसके उभरे हुए नितम्ब गोल थे। उसके बड़े स्तन गोल आकार में ऊपर की ओर खड़े थे और नुकीले निपल्स लाल और भूरे रंग के मिश्रित रंग के थे और स्तनों के ऊपर और निप्पल के चारो और गुलाबो रंग के घेरे थे।

मेरे हाथ में मिली के बूब्स थे और मेरे होंठ मिली के होठों में दब गए थे। इस क्षण भर की अनपेक्षित कार्यवाही से सब कुछ बदल गया, एक सनसनी और करंट दोनों के शरीर में बह गयी।


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उसने मुझे कस कर अपने आलिंगन में खींच लिया और मैंने उसको गालों को चूमा और अंत में उसके होंठो पर अपने गर्म होंठ रख दिए मैंने मिली के होठों को अलग किया और अपनी जीभ उसके मुँह के भीतर डाल उसकी दांतो की जांच की। मेरी जीभ ने उसकी जीभ को छुआ और मिली के गालो की दीवार को छुआ। हम दोनों की लार मिश्रित हो गई और हमारे शरीर में एक अजीब-सी सनसनी फैल गई। हम दोनों ने एक दूसरे की लार का स्वाद चखा जो स्वर्ग में मिलने वाले अमृत के समान थी और हमने उस रस को निगल लिया।

मैं उसके द्वारा पहने गए टॉप्स के नीचे उसके निपल्स को सख्त महसूस कर रहा था। मैं उसके दोनों स्तनों को निचोड़ने से ख़ुद को अब रोक नहीं सका। मैं उसके ऊपर झुक गया और उसके बड़े उभरे हुए स्तनों को देखा। वे दोनों गोल आकार में थे और लाल-भूरे रंग छोटे गुलाबी घेरे से घिरे हुए छोटे निप्पल उसकी पारदर्शी ब्रा से बिलकुल स्पष्ट दिख रहे थे। वे चबाने और चखने के लिए छोटी चेरी के समान थे। मैंने उनको उसके टॉप और ब्रा के ऊपर से ही चूमा और उसकी छोटी-सी गुलाबी निप्पल के चारों ओर अपनी जीभ घुमा का उसकी चाटा और अपनी उंगली से दबाया और सहलाया। वे सख्त हो गए और थोड़े बड़े हो गए। मैंने एक से दूसरे निप्पल पर स्विच किया और उसके दो स्तनों के बीच अपना सिर आगे-पीछे करते हुए स्तनों को चूमा और चाटा।

जैसे ही मैंने अपने हाथ से जो मिली की स्कर्ट में घुसा हुआ था उससे मिली के भगशेफ को छेड़ा तो मिली कराह उठी और बोली लिली दीपक तो आपने जितना बताया था उसे बहुत तेज और उतावले हैं देखो एक पल के लिए मैंने इन्हे आलिंगन किया तो ये कहाँ तक पहुँच गए हैं ।

उसकी बात सुन मैंने अब एक पल के लिए अपना हाथ हटा दिया और अपनी पैंट के सामने के हिस्से में ज़िप को खोला तो मेरा पत्थर जैसा कठोर ही चूका लंड उछाल कर बाहर निकल आया और मैंने मिली का हाथ पकड़ लिया और उसे धड़कते हुए लंड पर रख दिया तो मिली ने मेरे लंड को अपनी हथेली में पकड़ कर महसूस किया और फिर का कर पकड़ा और धीरे-धीरे अपने हाथ को लंड की लंबाई से ऊपर और नीचे रगड़ना शुरू कर दिया।


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मेरी कामुक संवेदनाओं के केंद्र पर-पर उसके कोमल और नाज़ुक हाथ के अचानक चुंबकीय स्पर्श और फिर उसके द्वारा मेरे प्यार के औजार को उसकी नरम और कोमल उंगलियों की हरकत ने और हमारे चुम्बन और उसके स्तनों के स्पर्श और हमारी कामुकता को जानूं की हद तक बढ़ाने की साज़िश रची और उस कामुक जुनून में मैंने उसे अपनी ओर खींचा और अपनी उंगली को उसकी योनि के अंदर घुसा दिया जिससे उसे थोड़ा दर्द हुआ और वह कराह उठी और जल्दी से मुझसे दूर हो गया और कार के दुसरे कोने की तरफ़ बैठ गयी और कराहने लगी।

उसका आग के अंगारे की तरह गर्म हाथ मेरे धड़कते और उसे हुई लंड से हट गया था और जैसे ही मैंने उसकी आँखों में आंसू बहते हुए देखा, मैंने ख़ुद को अंदर से कोसते हुए, जल्दी से माफी मांगी उसने उसे बताया कि उसने मुझे कितना उत्तेजित कर दिया था । मेरी कामुक प्रकृति, आदि के बारे में उसे बताया। फिर कुछ पल के बाद मैंने उसे फिर से मेरी तरफ़ खींच लिया और उसके ओंठो को चूमने लगा और उसने फिर से उसकी मुलायम गोरी उंगलियों में मेरे कड़े लिंग को कस लिया।

इस बार मैंने पहले की तरह नहीं किया, बल्कि उसका टॉप उतार दिया और उसकी ब्रा को खोल दिया और उसके स्तनों को चूमा और धीरे से उसकी स्कर्ट के नीचे फिर से मेरे हाथ फिसला और मेरे हाथ की उंगलिया उसकी भगशेफ को पुनः सहलाने लगी।

कुछ पलों के लिए मैंने उसे नाज़ुक ढंग से सहलाया और फिर उसके बूब्स को निचोड़ा और फिर उसके छोटे कांपती हुए योनि के नम होंठों को अलग किया और उसके खड़े भगशेफ को सहलाया, लेकिन तभी मुझे ऐसा महसूस हो रहा था कि उसके हाथ की मीठी सिकुड़न और हरकते मुझे चर्म पर जल्द ले जाएंगी तो मैंने धीरे से उसके हाथ को हटा दिया और उसे मेरी गोद में खींच दिया और उसकी छोटी स्कर्ट को-को उसकी कमर के ऊपर धकेल दिया और उसे चूमता रहा।

उसने अब मुझे अपनी इच्छा पूरी करने की अनुमति दी और अपने खड़े लंड के सिर को उसके योनि के होठों के रखकर, मैंने उसे धीरे-धीरे उस पर बिठा दिया और उसे अपनी बाहों में मजबूती से पकड़ लिया, अब हमने वासना भरी चुदाई शुरू कर दी । मानो उस समय सब कुछ अनुकूल हो गया सड़क में कुछ खडडे थे जिनमे कार ने हिचकोले खाये और मिली उन के साथ मेरे लंड पर ऊपर नीचे हुई और पूरा लंड उनकी योनि की जड़ में समा गया ।

'ओह, ओह, ओह, आह-ह-ह!' उसने सांस ली, 'ऐसा है, ये बहुत बढ़िया है ओह, ओह, ओह। वह धीरे-धीरे मेरे लंड पर ऊपर नीचे होती रही और आगे सड़क भी समतल नहीं थी इसलिए झटके लगने जारी रहे। ओह, कितना प्यारा है; ओह, ओह, ओह, आह, मैं जा रहा हूँ... ओह-ह-ह-ह!' और उसने मेरे तूफानी छड़ी के सिर पर अपने रसों की धार बरसा दी।

मैंने भी अपना चरम उत्कर्ष महसूस किया, मैंने लंड को बाहर नहीं निकाला और उसे अपनी बाहों में उठा लिया और उसे कार के कुशन पर उसकी पीठ पर लिटा कर, कुछ गहरे और जोरदार धक्के मारता रहे और उसकी-उसकी कोमल और चिपकी हुई योनि के भीतर आत्मा-उत्तेजक फुहारे मार दी ।


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हम फिर घनिष्ठ आलिंगन में लेटे सुखद संयोग के मधुर परिणाम का आनंद लेते रहे उसकी योनि ने, मेरे लंड को कसकर जकड़ा हुआ था।

मैंने उसकी जांघों के बीच रूमाल रखा और उसके होठों को चूमता रहा।

रास्ते भर मिली यही बोलती रही "उह! इसे अंदर ले आओ! ऊओह, तुम्हारा बहुत बड़ा है, तुम बहुत अच्छी तरह से चोद रहे हो! मम्म, तुम मुझे तो मुझेमार ही डालोगे! अघ्ह! अब मुझे चोदना बंद मत करो; मैं तुम्हारे लिए कब से तड़प रही थी, अगर तुम मुझे नहीं चोदोगे तो मैं मर जाऊंगी!"

मिली की कामुक आकृति ने मेरे को उत्तेजित कर दिया था और मुझे एक चरमोत्कर्ष पर ले आयी थी । उसके बाद वह मेरे लंड को अपनी चूत के हल्के फुल्के होंठों में भरने की कोशिश कर रही थी। उस दोपहर मेरे लंड से निकलने वाली गर्म, चिपचिपी बाढ़ ने उसकी ख्वाहिशों को आग लगा दी थी, और वह चाहती थी कि वह पहले मौके पर उसे ठीक से चोद दे।

वह पूरी तरह से कापं रही थी, उसकी नब्ज पागलों की तरह धड़क रही थी और उसका हाथ मेरे लंड पर चला गया और उसने उसे धीरे से बाहर निकाला और अपने हाथ में पकड़ लिया और वह तेजी से अपना हाथ अधीरता से लुंड के ऊपर नीचे और इधर-उधर घुमाती रही, और कराहती हुई पागलपन में मुझे मेरे होंठो पर चुंबन करती रही। उसके सहलाने से मेरा लंड जल्द ही सख्त हो गया और उसे एक बार फिर से सीट पर लिटा कर, मैंने उसे फिर से उसके भीतर डुबो दिया, वह बोली चोदो, दीपक चोदो! ख़ूब चोदो! और थोड़ी-सी फुसफुसाहट और ख़ुशी भरी कराहो के साथ उसने अपनी कमर का एक पागल क्रंदन शुरू कर दिया, जो कार की गति से उछलने के साथ-साथ, लण्ड बुर में काफ़ी रगड़ते हुए जा रहा था। जिससे मेरा मज़ा ही कुछ और था और मिली भी झूम-झूम कर चूतड़ हिला रही थी और बुर लण्ड की दोस्ती गच-गच की धुन पैदा कर रही थी। लण्ड गच-गच गच गच की धुन बुर को सुना रहा था और बुर चुभ-चुभ फ़ुच फ़ुच कर लण्ड के गीत का स्वागत कर रही थी।

जिसने हमे बहुत ही जल्द झड़ने की कगार पर ला दिया मैंने अपने लण्ड की अंदर बाहर करने की रफ़्तार बढ़ा ली, लग रहा था उसकी रेशमी झांटों वाली बुर उछ्ल-उछ्ल कर लण्ड का स्वागत कर रही हो और लण्ड फच-फच कर स्वागत करवा रहा हो। पूरी गति से लण्ड का प्रहार बुर पर जारी था और तभी मिली की योनि ऐसी चिपकी जैसे लण्ड को निगल जाएगी और उसका बदन काम्पा और वह झड़ गई। और लण्ड ने भी अपना गरम लावा फेंक कर बुर को पूरा भर दिया।



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मिली बोली वाह-वाह दीपक! ग़ज़ब चोदा तुमने मेरी बुर को! अन्दर तक हिला दिया! वाह मज़ा आ गया। मैंने मिली से कहा-मिली वाकई तुम बेहतरीन और कमाल की हसीना हो और तुम्हारी योनि तो तोहफा ही है।

वो बोलीं-आपका लण्ड भी कम नहीं है, बड़ा ही मस्त है। मैं आज की चुदाई कभी नहीं भूलूंगी इस छोटे से सफ़र में जीवन का वह आनन्द प्राप्त हुआ है कि मैं व्यक्त नहीं कर सकती।

कार की आगे की सीटों पर लिली और सपना को ये शब्द स्पष्ट रूप से सुनाई दे रहे थे और उन्हें पता था कि उनका क्या मतलब है; लिली ने इसे पहले ही देख लिया था। मिली की आसमानी नीली आंखें और मक्के के रेशमी बाल में वो फरिश्ता लग रही थी, वहीं बगल की सीट पर बैठी लड़की सपना कुछ अलग थी।

इस समय तक हम लगभग लिली के घर पहुँच चुके थे और अपने वस्त्रों को ठीक करते हुए, हम एक-दूसरे की बाँहों में चिपक कर बैठ गए।

जारी रहेगी

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मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी

भाग -14

चुदाई करते हुए देखना



आपने "मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 13 में पढ़ा::

मिली बोली वाह-वाह दीपक! ग़ज़ब चोदा तुमने मेरी बुर को! अन्दर तक हिला दिया! वाह मज़ा आ गया। मैंने मिली से कहा-मिली वाकई तुम बेहतरी और कमाल की हसीना हो और तुम्हारी योनि तो तोहफा ही है।

वो बोलीं-आपका लण्ड भी कम नहीं है, बड़ा ही मस्त है। मैं आज की चुदाई कभी नहीं भूलूंगी इस छोटे से सफ़र में जीवन का वह आनन्द प्राप्त हुआ है कि मैं व्यक्त नहीं कर सकती।

कार की आगे की सीटों पर लिली और सपना को ये शब्द स्पष्ट रूप से सुनाई दे रहे थे और उन्हें पता था कि उनका क्या मतलब है; लिली ने इसे पहले ही देख लिया था। मिली की आसमानी नीली आंखें और मक्के के रेशमी बाल में वो फरिश्ता लग रही थी , वहीं बगल की सीट पर बैठी लड़की सपना कुछ अलग थी।

इस समय तक हम लगभग लिली के घर पहुँच चुके थे और अपने वस्त्रों को ठीक करते हुए, हम एक-दूसरे की बाँहों में चिपक कर बैठ गए।

आपने मेरी कहानी " मेरे अंतरंग हमसफ़र में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। अचानक वह दर्द से चिल्लाने लगी और बोली, मेरे पैरों में ऐंठन आ गयी है। मैंने उसके गाउन को ऊपर उठाते हुए और उसकी प्यारी पिंडलियों को अपने हाथों से सहलाया, और नरम और गुलाबी त्वचा पर चुंबन कर दिया। उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद मैं उठा तो मैंने देखा हुमा भी नींद की आगोश में थी और पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने नहीं ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से हजार के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

अब आगे:-

जब हम कार से बाहर निकले तो बैठक में एमी और साथ में उसकी सहायिका और बाल सखी शबनम, लिली की सहायिका डेज़ी, हुमा और रोज़ी ने हमारा स्वागत किया । रोज़ी को हुमा ने बुलवा लिया था।

एमी अपनी बहनों में सबसे छोटी ब्रिटिश मूल की बेहद आकर्षक मीठी प्यारी स्वीट, नज़ाकत भरी सुंदर तरुण युवती थी जिसे देख्नते हो बाँहों में प्यार से पकड़ने; कोमलता से गले लगाने, सहलाने और चूमने ही इच्छा होती है, जो सबको बहुत प्यारी है और उत्सुक और घबराई हुई लग रही थी।

लिली और मिली दोनों अपनी छोटी बहन एमी से आलिंगन कर मिली और एमी और उन्होंने मेरा परिचय एमी और शबनम से करवाया।

फिर मिली ने अपनी छोटी बहनों के साथ एक अर्थपूर्ण मुस्कराहट का आदान-प्रदान किया, दोनों बहने मिली की लगभग सटीक प्रतियाँ थीं, सिवाय इसके कि उनमें से न तो उनके समान स्पष्ट बस्टलाइन थी और न ही उनके नितम्ब मिली जितने बड़े थे। उसने मौन के इशारे में अपने होठों पर अपने हाथ की तर्जनी राखी और शयनकक्ष की ओर इशारा किया और मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।



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अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए और फिर ओह माई गॉड, दीपक, तुम मुझे फिर से झड़ने की कगार पर ले जा रहे हो! उहह तुम एक बेकाबू घोड़े हो और तुम्हारा लंड तो कमाल का है, क्या तुम चुदाई बंद नहीं कर सकते! ओउव! उन्न्ग्घ्ह! रुकना मत लगे रहो और ज़ोर से चोदो, चोदो ... ओह्ह! आहहह! मज़ा आ गया! "

हम दोनों एक दुसरे में इतने खोये हुए थे की हमे ये भी होश नहीं था कि हमारे पीछे-पीछे बाक़ी दोनों बहने, तीनो सहायिकाएँ, हुमा और रोज़ी भी आ गयी थी और चुपचाप खड़ी हमारी चुदाई देख रही थी।

इनमे से सेबल छोटी एमी ने पाया कि एक जोड़े को अपने सामने चुदाई करते हुए देखना वास्तव में इसके बारे में पढ़ने या किताबों में अत्यधिक स्पष्ट, विस्तृत चित्रों को देखने से कहीं अधिक रोमांचक था।

एमी ने इससे पहले अपनी कुछ सहेलियों से ली कुछ पोर्न पुस्तकों या किताबो में विस्तृत चित्रों को देखा था तो उसकी तरुण कुंवारी योनि में खुजली और दर्द हुआ था, लेकिन यह उस बिजली की तुलना में कुछ भी नहीं था जिसे उसने अपने पैरों के बीच महसूस किया था जब उसने अपनी सबसे बड़ी बहन मिली को बिस्तर पर इधर-उधर उछलते हुए और मेरे साथ चुदाई करते हुए देखा था।

हालाँकि हुमा। रोज़ी और लिली भी मुझ से चुदाई करवा चुकी थी और उनकी हालत और भी बुरी थी और बाक़ी शबनम, डेज़ी और सपना का हाल भी एमी से कोई बहुत ज़्यादा अलग नहीं था।

उसकी बहन मिली की कराहे और भी तेज हो गयी क्योंकि उसका जुनून चरम पर पहुँच गया था-एमी अकेली नहीं थी जिसने महसूस किया कि क्या हो रहा था-और सब लड़कियों बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गयी थी। जल्द ही हम दोनों झड़े और फिर मैंने कपड़े पहने और वापस अपने कमरे में चला गया और फिर एमी ने देखा कि मिली बिस्तर पर पड़ी थी और उसकी योनि से वीर्य बह रहा था और उसकी जांघों और उसके पेट के ऊपर मेरे अत्यधिक प्रचुर मात्रा में वीर्य फैला हुआ था-मिली ने अपनी उंगलिया अपनी योनि में घुसा रखी थी और जब उसने उंगलिया बाहर निकाली तो मेरे वीर्य और उसके चुतरस से सनी हुई थी उसने उन उंगलियों को चाटा-जब वह थोड़ी स्थिर हो गयी तो उसने कमरे में एमी और अन्य लडकियोंको देखा और बेड पर से चादर को ऊपर खींच लिया अपने कपड़े उठाये और जितनी जल्दी हो सका बाथरूम की और भाग गयी।


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एमी आगे बढ़ी और बिस्तर की जांच करने के लिए ऊपर की शीट को वापस खींच लिया। निश्चित रूप से, नीचे की शीट के बीच में एक गीला स्थान था। एमी ने इसे देखा था और महसूस किया था कि कामुक शक्ति का एक शक्तिशाली उछाल के साथ मिली की योनि हिल रही थी और मैं पंप करता जा रहा था ... फिर मेरा लिंग बहार निकलका तो कुछ पिचकारियाँ मिली के पेट और जांघो पर पड़ी । इसी समय लिली ने अपनी छोटी बहन को मौके का महत्त्व समझाया और दोनों उसे सूंघने लगी। वीर्य की तीखी गंध, मज़बूत और मांसल, अधिक मेहनती योनी की अतिरिक्त सुगंध के साथ, उस सुगंध को महसूस किया यह पहली बार था जब एमी डेज़ी और शबनम से किसी आदमी के वीर्य की गंध को महसूस किया था-और उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की।

" वाह, वे पल भर के लिए बिस्तर के चारों ओर खड़े रही, सबकी निगाहें उस गीले धब्बे वाली जगह पर टिकी रहीं। यह जानते हुए कि हमारे सम्भोग और झड़नेका दृश्य उनकी कोमल युवा चूतों को गर्म और अधिक संवेदनशील बना रहा था; वे सब उस चुदाई के दृश्य को फिर से जी रही थी और अपनी बड़ी बहन या सखी को चुदाई के मजे लेते हुए अपनी योनी को ऊपर फेंकते हुए देख रही थी और फिर उनकी बहन अपनी भावुक उत्तेजना की गहराई से कराह रही थी।

लिली बिस्तर की चौकी के खिलाफ झुकी हुई थी और बड़े पैमाने पर लकड़ी के स्तंभ पर अपने प्यार के टीले को रगड़ रही थी।

अंत में वह इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसने बड़े करीने से चादर को ऊपर खींच लिया। फिर वह अपनी छोटी बहन और अपने कपड़े उतारने लगी।

और शीघ्र ही सब लड़किया नग्न हो गयी। युवा एमी को अपनी बेहतर विकसित बहन के सामने अपनी नग्नता प्रदर्शित करने में थोड़ी शर्म महसूस हुई; उसके प्रत्येक निप्पल के पीछे केवल माध्यम आकार के स्तन थे, पर उसके गुलाबी चूचक आश्चर्यजनक रूप से संवेदनशील थे और उसकी चूत का मांस पूरी तरह से नग्न था।



BACK-KIS1
"यार, वह वास्तव में बहुत कुछ शूट करता है" लिली बोली। "यह लगभग कोल्ड क्रीम जैसा दिखता है" एमी ने सांस ली, एमी की योनी के ऊपर और नीचे लिली की उंगली काम कर रही थी; हालाँकि उसके चारों ओर का मांस उसके पेट की तरह बालों से रहित था, फिर भी वह अपनी कोमल युवा योनी से उस गर्म, मांसल स्नेहक का एक मनभावन प्रवाह उत्पन्न कर सकती थी, और लिली की उंगली उस झुनझुनी खांचे के ऊपर और नीचे आसानी से फिसल रही थी।

"वह सब निगलने की कल्पना करो!" लिली बोली .

जारी रहेगी
 
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी

भाग -15

तीन गर्म बहनो की चुदाई का क्रम.


आपने "मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 14 में पढ़ा::

और शीघ्र ही सब लड़किया नग्न हो गयी। युवा एमी को अपनी बेहतर विकसित बहन के सामने अपनी नग्नता प्रदर्शित करने में थोड़ी शर्म महसूस हुई; उसके प्रत्येक निप्पल के पीछे केवल माध्यम आकार के स्तन थे, पर उसके गुलाबी चूचक आश्चर्यजनक रूप से संवेदनशील थे और उसकी चूत का मांस पूरी तरह से नग्न था।

"यार, वह वास्तव में बहुत कुछ शूट करता है" लिली बोली। "यह लगभग कोल्ड क्रीम जैसा दिखता है" एमी ने सांस ली, एमी की योनी के ऊपर और नीचे लिली की उंगली काम कर रही थी; हालाँकि उसके चारों ओर का मांस उसके पेट की तरह बालों से रहित था, फिर भी वह अपनी कोमल युवा योनी से उस गर्म, मांसल स्नेहक का एक मनभावन प्रवाह उत्पन्न कर सकती थी, और लिली की उंगली उस झुनझुनी खांचे के ऊपर और नीचे आसानी से फिसल रही थी।

"वह सब निगलने की कल्पना करो!" लिली बोली.

आपने मेरी कहानी " मेरे अंतरंग हमसफ़र" में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। अचानक वह दर्द से चिल्लाने लगी और बोली, मेरे पैरों में ऐंठन आ गयी है। मैंने उसके गाउन को ऊपर उठाते हुए और उसकी प्यारी पिंडलियों को अपने हाथों से सहलाया, और नरम और गुलाबी त्वचा पर चुंबन कर दिया। उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद मैं उठा तो मैंने देखा हुमा भी नींद की आगोश में थी और पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने नहीं ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए।

अब आगे:-

इतने में मिली वाशरूम से बाहर आ गयी और बोली मेरी बहनो किसी भी कोल्ड क्रीम, या किसी अन्य चिकनाई युक्त पदार्थ में या मानव के द्वारा बनाये गए पदार्थ में एक पुरुष के वीर्य के गुण नहीं होते हैं। लिली नेअपनी बड़ी बहन मिली और छोटी बहन एमी को बतया की कल मैं उस समय मैं कितना अधीर था और कल हमारी पहली मुलाकात में जब वह मेरे लंड को संभालने की कोशिश कर रही थी और उस मेरे द्वारा जल्दी स्खलन हो गया और वीर्य की मात्रा, वह कितना चिपचिपा और चिकना था ये सब बताया और उसने बार-बार इसका वर्णन किया।

उसके बाद हमने जल्दी खाना खाया और फिर लिली ने शरमाते हुए मुझ से पुछा दीपक आपका क्या इरादा है और मिली दीदी अगर आप लम्बी यात्रा के बाद थकी हुई नहीं हैं तो फिर हम कुछ देर बाद मिलते हैं! '


ALANA

मैं बोला तुम तीनो बहनो की नग्न सुंदरता को सराहने और देखने की संभावना और तुम्हारी बाहो में परमानंद प्राप्त करना सभी थकान को दूर करने के लिए पर्याप्त होगा और वैसे भी मुझे कोई थकान नहीं है इसलिए हम अवश्य मिलेंगे! ' मैंने जवाब दिया और उसने मुझे हर्षातिरेक के साथ चूमा।

फिर मिली एमी को लेकर चली गयी तो मैंने लिली से कहा मिली तुम बिना शृंगार के इतनी सुंदर लगती हो। शृंगार के पश्चात तो तुम बिल्कुल अप्सरा लगोगी।

लिली बोली मैं इतनी सुंदर कहाँ हूँ!

मैंने कहा लिली तुम नहीं जानती तुम कितनी सुंदर और चंचल हो। तुम्हारी चाल मुझे बहुत अच्छी लगती है।

लिली यह सब सुन कर शर्मा रही थी और मुस्कुरा रही थी अपनी तरफ किसे अच्छी नहीं लगती है तो उसे भी अच्छा लग रहा था।

'क्या एमी के कौमार्य को आज शाम या रात में ही भंग किया जाना है? आप का क्या प्रस्ताव है या फिर वह आज लम्बे सफर से थकी हुई है इसलिए हमे कल तक के लिए रुकना चाहिए और हम आज रात का उपयोग उसे आपके और लिली द्वारा थोड़ा शिक्षित करने के लिए कर सकते हैं? आपको क्या लगता है, लिली?' मैंने पूछ लिया।

'दीपक! वो थोड़ी थकी हुई और घबराई हुई लग रही है इसलिए मैंने और मिली दीदी ने इस पर विचार कर सोचा है कि हम इसे आप पर छोड़ देते हैं।' उसने जवाब दिया, 'हमारा विचार है कि आपको चुनने का अधिकार होना चाहिए।'

मैंने उसे अपने करीब खींच लिया। तो ठीक है। प्रिय लिली फिर हम एमी के कौमर्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखेंगे और मैं आज रात मैं खुद को आपको और मिली को समर्पित कर दूंगा। लेकिन हम आज रात हम एमी के सामने नग्न हो जाएंगे और हमारे प्यार भरे मज़ाक से उस कुंवारी को उत्साहित और उत्तेजित करेंगे और मैं उसे वह प्यार भरी राहत देने के विशेषाधिकार का उपयोग करूंगा जो उसे बहुत पसंद आएगा। अब प्रिय लिली, बस एक बात और आप बुरा तो नहीं मानेोगी यदि मेरे पास पहले मिली आये है और फिर आप!


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'बिल्कुल नहीं, दीपक,' लिली ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया-' मुझे लगता है कि आपको ये ही करना चाहिए, खासकर यदि मिली दीदी भी यही चाहती है।

'मुझे यकीन है कि वह यही चाहेगी, क्योंकि मुझे लगता है वह मेरे से मिलने को बहुत ज्यादा उत्सुक और पागल है!' मैंने कहा 'मेरी बाहों में मिली की देख परमानंद से कांपती हुई एमी उत्तेजना से पागल हो जाएगी! इसके अलावा, लिली, एमी के लिए यह बेहतर होगा की जब वह पहली बार चुदाई देखे तो वह आपके साथ हो!' लिली ने ये सुन कर मुझे हर्षातिरेक से चूमा।

'मैं जल्द ही सारी चीजे व्यवस्थित करती हूँ, आप मिली के साथ सेक्स करना फिर हम एमी के साथ थोड़ा खेलेंगे और हमें उत्साहित करने के लिए नग्नता के आकर्षण का उपयोग करेंगे-और प्रिय, आप और मैं एक लंबी चुदाई करेंगे!' और फिर से मिली मुझे दुबारा हर्षातिरेक से चूमा।

मैं अब चलती हूँ लेकिन मैं जल्द ही सब कुछ व्यवस्थित करके आपके पास वापस आ जाऊंगी और फिर हम सब मिल कर मधुर समय बिताएंगे!



9-39-4
मैंने कहा अब आप एमी और मिली को बताओ कि हमने क्या व्यवस्था की है शायद आप उसे यह भी बताएंगी कि वह आज रात आराम कर सकती है और उसे कल के लिए त्यार होना है और हम आज रात का इस्तेमाल एमी को उत्तेजित और थोड़ा शिक्षित करने के लिए करने के लिए करेंगे।

फिर लिली को ओंठो को लम्बे समय तक चुंबन करने के बाद, मुझे एमी के साथ छोड़कर मिली जल्द ही लिली के साथ गायब हो गई। एमी जो पहले बहुत शर्मीली और घबराई हुई थी-लेकिन जब उसे मालूम हुआ की आज उसका कौमार्य भंग नहीं किया जाना है तो वह सामान्य महसूस करने लगी।

जारी रहेगी

दीपक कुमार

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मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी

भाग -16

तीन गर्म बहनो की चुदाई का क्रम.


आपने "मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 15 में पढ़ा:

मैंने कहा अब आप एमी और मिली को बताओ कि हमने क्या व्यवस्था की है शायद आप उसे यह भी बताएंगी कि वह आज रात आराम कर सकती है और उसे कल के लिए त्यार होना है और हम आज रात का इस्तेमाल एमी को उत्तेजित और थोड़ा शिक्षित करने के लिए करने के लिए करेंगे।

फिर लिली को ओंठो को लम्बे समय तक चुंबन करने के बाद, मुझे एमी के साथ छोड़कर मिली जल्द ही लिली के साथ गायब हो गई। एमी जो पहले बहुत शर्मीली और घबराई हुई थी-लेकिन जब उसे मालूम हुआ की आज उसका कौमार्य भंग नहीं किया जाना है तो वह सामान्य महसूस करने लगी।

आपने मेरी कहानी " मेरे अंतरंग हमसफ़र " में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। अचानक वह दर्द से चिल्लाने लगी और बोली, मेरे पैरों में ऐंठन आ गयी है। मैंने उसके गाउन को ऊपर उठाते हुए और उसकी प्यारी पिंडलियों को अपने हाथों से सहलाया, और नरम और गुलाबी त्वचा पर चुंबन कर दिया। उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद मैं उठा तो मैंने देखा हुमा भी नींद की आगोश में थी और पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने नहीं ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी ।

अब आगे:-

रात का खाना समय पर हुआ और फिर चारो ने मिल कर थोड़ा संगीत सुना और कुछ गप्पे मारी और सबसे मजेदार बात ये थी की एमी ने कुछ चुटकले सुनाये जी इस बात का आभास दे रही थी की अब एमी सहज थी और साथ-साथ वह खिलखिला रही थी । उसके बाद बिस्तर पर जाने का समय हो गया और सब लोग अपने कमरो में चले गए और एमी की सहायिका और बाल सखी शबनम, मिली की सहायिका सपना और लिली की सहायिका डेज़ी और रोजी भी लिली के साथ व्यवस्था करने के लिए चली गयी।

मैं हाल में आरामदायक कुर्सी पर बैठ गया और इस तीन बहनो से मुलाकात, लिली की पहली चुदाई और फिर मिली की चुदाई और खाने की मेज पर सुंदर पोशाक में तीन महिलाओं को याद किया और रात्रि भोज के दौरान मेरी आँखें उनके उन्नत स्तनों पर टिकी हुई थी और वे तीनो सहजता से अपने रूप का प्रदर्शन कर रही थी और मेरा लंड इस विचार से धड़क रहा था है कि बहुत जल्द मैं उन तीनो बहनो को एक साथ नग्न और उनके स्तनों को खुला देखूंगा और मुझे उनकी नग्न सुंदरता को सराहने और देखने अवसर मिलने वाला है I


back

फिर मेरे विचार अपने आसपास के शयनकक्षों और उसमे रहने वालीयो पर चला गया और मैं ये सोचने लगा की तीनो अब क्या कर रही होंगी । मैंने कल्पना की के लिली अपने कपड़ों को उत्साह से निकाल नग्न हो गयी है और अपने एकमात्र रात को पहने जाने वाले वस्त्र को पहनने से पहले खुद को आईने में निहार रही है । फिर मैंने मिली की कल्पना की के मिली ने आज रात की चुदाई के लिए-लिए उसने सावधानी से खुद को तैयार किया था और ये विचार आते ही की उसकी अब जोरदार चुदाई होने वाली है वह अपने स्तनों को दबा रही थी और अपनी योनि को सहला रही थी । वह स्पष्ट रूप से चुदाई के लिए तरस रही थी और फिर मैंने एमी को त्यार होतव हुए देखने की कल्पना की जो पहले नग्न हुई और फिर घबराहट से उसने फटाफट अपनी नाइटी पहनी और मेरे सामने आने के लिए तैयार हो गयी थी।

एमी रात के खाने के बाद वह प्रसन्नतापूर्वक बातें कर रही थी और एक निश्चित दबी हुई उत्तेजना को छोड़कर बिलकुल सहज लग रही थी क्योंकि मुझे लगा कि उसे बताया गया था कि उसकी पहली चुदाई परीक्षा अगली रात के लिए स्थगित कर दी गई थी और इसलिए उसे मुख्य रूप से दर्शक, सहायिका और प्रशिक्षु की भूमिका निभानी थी।

वहीँ लिली की साथ गयी शबनम, सपना डेज़ी और रोजी मिल कर बैठने लेटने, खाने पीने की व्यवस्था कर रही थी और जरूरी सामान को व्यवस्थित कर रही थी।

अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा, हॉल की बत्ती बुझाई और चुपचाप प्रकाश की एक पतली रेखा जो की मिली के कमरे की तरफ ईशार कर रही थी उस और चल दिया । दरवाजा खुला था और मैं कमरे में प्रबेश कर गया।



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लिली और एमी वहाँ एक साथ बैठी हुई थीं, लिली की बांह एमी की कमर में थी। दोनों ने बेहद सुंदर और उत्तेजक नाइटी पहनी हुई थी जो मैंने पहले कभी नहीं देखि थी। जैसे ही मैं उनके पास पहुँचा वे दोनों उठ खड़ी हुई। लील ने अपने बाहे खोल कर मेरा स्वागत किया और मुझे उससे लिपट कर कहा, 'यहाँ आपका स्वागत है, दीपक!' और मुझे चूमने लगी और उसके बाद बोली एमी को मेरी पास धकेलते हुए बोली अब एमी! तो शरमाते हुए प्यारी एमी ने अपने बाहे मेरे गले में दाल दी और एमी ने अपने चेहरे को इस तरह से आयोजित किया जिससे मैं उसे आसानी से चूम सकू।

मैंने एमी को अपनी बाहों में ले लिया और उसे अपने पास खेंच कर कास आकर आलिंगन में लिया जिससे उसके स्तन मेरी छाती पर डाब गए और मैंने उसके होंठ पर गर्म चुंबन की वर्षा तब तक की तक वह सांस के लिए हाफने नहीं लगी, और उसकी मीठी साँसों की खुशबू को में तब तक चूसता रहा, जब तक कि वह उत्तेजित हो कर कांपने नहीं लगी। फिर जब मैंने अपनी पकड़ को ढीला किया तो वह शर्माती हुई फिर से लिली की बगल में चली गयी।

मैंने पुछा क्या हुआ एमी क्या आपको मेरा चुम्बन अच्छा नहीं लगा । मेरे ऐसा कहने से वह मेरी तरफ घूमी और उसके चेहरे का गुलाबी रंग गहरे सुर्ख लाल में बदल गयाl । मैं बोला एमी मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ और मैं आगे बढ़ा और उसको दुबारा किस करने लगा। एमी बहुत धीरे से बोली जब आप ऐसे मुझे किस करते हो तो मुझे कुछ होता है।


b2
5 sided die

तभी मिली भी आ गयी, और उसने बहुत आकर्षक नाइटी पहनी हुई थी-क्योंकि वह अर्ध-पारदर्शी थी। उसने सब को बारी-बारी से चूमा, उसकी बहन लिली की तरफ देखा और मिली ने मुझसे पूछा। क्या आप आज रात लिली और मेरे साथ संतुष्ट होंगे और एमी को देखने दीजिये कि ये खेल कैसे खेला जाता है; कल हम एमी को तुम्हारे हवाले कर देंगी! ' मिली ने एमी की कमर के चारों ओर अपना हाथ डाला क्योंकि शरमाती हुई लड़की उसके करीब होकर सुरक्षित महसूस कर रही थी।

'निश्चित रूप से, मिली!' मैंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया और एमी को और देखा 'लेकिन मुझे लगता है कि एमी हर उस चीज में हिस्सा लेने को तैयार है जिसे हम खेल सकते हैं?'

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दीपक कुमार
 
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मेरे अंतरंग हमसफ़र

चतुर्थ अध्याय

लंदन जाने की तयारी

भाग -17

मिली का सौंदर्य अवलोकन



आपने "मेरे अंतरंग हमसफ़र चतुर्थ अध्याय भाग 16 में पढ़ा

मैंने पुछा क्या हुआ एमी क्या आपको मेरा चुम्बन अच्छा नहीं लगा? मेरे ऐसा कहने से वह मेरी तरफ घूमी और उसके चेहरे का गुलाबी रंग गहरे सुर्ख लाल में बदल गयाl । मैं बोला एमी मैं आपको बहुत पसंद करता हूँ और मैं आगे बढ़ा और उसको दुबारा किस करने लगा। एमी बहुत धीरे से बोली जब आप ऐसे मुझे किस करते हो तो मुझे कुछ होता है।

तभी मिली भी आ गयी, और उसने बहुत आकर्षक नाइटी पहनी हुई थी-क्योंकि वह अर्ध-पारदर्शी थी। उसने सब को बारी-बारी से चूमा, उसकी बहन लिली की तरफ देखा और मिली ने मुझसे पूछा। क्या आप आज रात लिली और मेरे साथ संतुष्ट होंगे और एमी को देखने दीजिये कि ये खेल कैसे खेला जाता है; कल हम एमी को तुम्हारे हवाले कर देंगी! ' मिली ने एमी की कमर के चारों ओर अपना हाथ डाला क्योंकि शरमाती हुई लड़की उसके करीब होकर सुरक्षित महसूस कर रही थी।

'निश्चित रूप से, मिली!' मैंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया और एमी को और देखा 'लेकिन मुझे लगता है कि एमी हर उस चीज में हिस्सा लेने को तैयार है जिसे हम खेल सकते हैं?'

आपने मेरी कहानी " मेरे अंतरंग हमसफ़र " में अब तक पढ़ा:

मैं अपनी पत्नी प्रीती को अपनी अभी तक की अंतरंग हमसफर लड़कियों के साथ मैंने कैसे और कब सम्भोग किया। ये कहानी सुनाते हुए बता रहा था की, किस तरह मेरी फूफरी बहन की पक्की सहेली हुमा की पहली चुदाई जो की मेरे फूफेरे भाई टॉम के साथ होने वाली थी। टॉम को बुखार होने के बाद मेरे साथ तय हो गयी। फिर सब फूफेरे भाई, बहनो और हुमा की बहन रुखसाना तथा मेरी पुरानी चुदाई की साथिनों रूबी, मोना और टीना की मेरी और हुमा की पहली चुदाई को देखने की इच्छा पूरी करने के लिए सब लोग गुप्त तहखाने में बने हाल में ले जाए गए। मैं दुल्हन बनी खूबसूरत और कोमल मखमली जिस्म और संकरी चूत वाली हुमा ने अपना कौमर्य मुझे समर्पित कर दिया उसके बाद मैंने उसे सारी रात चोदा और यह मेरे द्वारा की गई सबसे आनंदभरी चुदाई थी। उसके बाद सब लोग घूमने मथुरा आगरा, भरतपुर और जयपुर चले गए और घर में एक हफ्ते के लिए केवल मैं, हुमा और रोज़ी रह गए। जाते हुए रुखसाना बोली दोनों भरपूर मजे करना। उसके बाद मैं और हुमा एक दूसर के ऊपर भूखे शेरो की तरह टूट पड़े और हुमा को मैंने पहले चोदा और फिर उसके बाद बहुत देर तक चूमते रहे।

उसके बाद मैं फूफा जी के कुछ जरूरी कागज़ लेकर श्रीमती लिली से मिलने गया पर इस कारण से हुमा नाराज हो कर चली गयी । लिली वास्तव में बहुत सुंदर थी और उसका यौवन उसके बदन और उसके गाउन से छलक रहा था। उसके दिव्य रूप, अनिन्द्य सौन्दर्य, विकसित यौवन, तेज। कमरे की साज सज्जा, और उसके वस्त्र सब मुझ में आशा, आनन्द, उत्साह और उमंग भर रहे थे। अचानक वह दर्द से चिल्लाने लगी और बोली, मेरे पैरों में ऐंठन आ गयी है। मैंने उसके गाउन को ऊपर उठाते हुए और उसकी प्यारी पिंडलियों को अपने हाथों से सहलाया, और नरम और गुलाबी त्वचा पर चुंबन कर दिया। उसके अतुलनीय अंग अनुपम रूप से सुशोभित थे। मैंने लिली की जांघो और उसकी टांगो को चूमा और सहलाया फिर उसकी योनि के ओंठो को चूमा, चूसा और फिर मेरी जीभ ने उसके महीन कड़े भगशेफ की खोज की, मैंने उसे परमानंद में चूसा, और उसने मेरा मुँह अपने चुतरस से भर दिया।

लिली ने लंड को पकड़ लंडमुड से भगनासा को दबाया और योनि के ओंठो पर रगड़ा और अपनी जांघो की फैलाते हुए योनि के प्रवेश द्वार पर लंड को लगाया और उसने अपने नितंबों को असाधारण तेज़ी और ऊर्जा के साथ ऊपर फेंक दिया। मेरा कठोर खड़ा हुआ लंड लिली की टाइट और कुंवारी चूत के छेद में घुस गया और मैंने लिली को आसन बदल कर भी चोदा। मैं पास के कमरे में गया वहां हुमा थीं। हम दोनों एक दूसरे की बांहो जकड़ कर जन्नत के आनंद का मज़ा लिए और मैंने ढेर सारा वीर्य उसकी योनि में छोड़ा।

कुछ देर बाद मैं उठा तो मैंने देखा हुमा भी नींद की आगोश में थी और पर्दा हटा कर मैंने लिली के कक्ष में झाँका और मैंने वहाँ बिस्तर पर गहरी नींद में सोई हुई प्यारी परम् सुंदरी लिली को देखा। मैं अपने उत्तेजित और झटकेदार उपकरण के सिर और बिंदु को उसके निचले आधे हिस्से के बिल्कुल सामने नहीं ले आया और फिर मैंने एक झटके में ही लंड मुंड को अंदर कर दिया! मेरा लंड एक बार फिर झड़ने के बाद कठोर ही रहा और उसे देख लिली थोड़ा आश्चर्यचकित हुई और मैंने उसने अपने ऊपर आने के लिए उत्साहित किया। हुमा भी घण्टे की आवाज़ से जग गयी थी और मुझे ढूँढते हुए लिली के कमरे में पता नहीं कब आ गयी थी लिली की चुदाई देखने के बाद हुमा भी मेरे साथ चिपक गयी। फिर मैंने हुमा और लिली की रात भर चुदाई की। अगले दिन लिली बोली अब तुम्हे मेरी दोनों बहने भी चाहती हैं और तुम्हे उन्हें भी चोदना होगा। दीपक मैं आपको विश्वास दिलाती हूँ कि मेरी बहनें मिली सबसे बेहतरीन महिला हैं और एमी बहुत कमसिन है। मैंने उसके हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उत्तर दिया मैं अपने आप को पूरी तरह से आपको समर्पित करता हूँ और आपकी सेवा में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा और हमने उसकी कार से हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान किया।'

कार में मैं मिली की बगल में बैठा उसे निहार रहा था और यह वास्तव में बहुत सुंदर थी, मैंने उसकी पतली कमर ने अपनी बाहों डाल कर उसे कसकर गले से लगा लिया, उसे चूमा और अपना हाथ उसकी जांघों के बीच में धकेल दिया और मुझे उसकी झांटों के बीच योनि के नंगे होंठ महसूस किये। मैंने मिली को एयरपोर्ट से घर के रास्ते के बीच में ही चोद दिया।

घर में मिली मुझे खींच कर अपने कमरे में ले गयी।अगले कुछ ही पलो में हम दोनों चुंबन करते हुए नग्न हो गए और बिस्तर में एक दुसरे के साथ गुथम गुथा हो गए। उसके बाद तय हुआ एमी के कौमार्य भंग करने का कार्यक्रम कल रात के लिए रखा गया और आज रात मैं लिली और मिली को समर्पित की जायेगी।

अंत में जब तय समय हो गया तो मैं उठा और मिली के कमरे में गया और फिर मिली, लिली और एमी को चुंबन किया।

अब आगे:-

मिली ने एमी की ओर रुख किया। 'मेरी लाड़ली छोटी बहन एमी! तुम क्या कहती हो,?' उसने प्यार से पूछा।

मिली की बात सुन एमी एक पल के लिए झिझकीं, उसके चेहरे का रंग शर्म के मारे और लाल हुआ और उसने शर्माते हुए धीमी आवाज में जवाब दिया 'हाँ दीदी, जैसा आप ठीक समझो।'

'दीपक आशा है तुम्हे जवाब मिल गया है!' मिली ने मुस्कान के साथ कहा। 'मास्टर, आपकी दासियाँ के लिए अब आपकी क्या आज्ञा है?'

मैंने कहा सबसे पहले तीनो मेरे पास आओ और फिर सबसे पहले मिली मेरे पास आयी तो मैंने उसके आकर्षक बदन का सर्वेक्षण किया। उसकी पतली, लगभग पारदर्शी पोशाक ने उसके दो बड़े स्तनों को बड़ी मुश्किल से छुपाया हुआ था। जैसा कि आजकल की सभी लड़कियों के साथ आम है उसकी पोशाक बहुत छोटी थी, उसके नंगे और चमकदार जिस्म की इस झलक पर, मैंने महसूस किया कि मेरा लंड उग्र हो रहा था। फिर मैंने उसे पास खींचा और अपने आलिंगन में लिया और उसके बदन पर हाथ फेरते हुए मैंने उसे चूमा।



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जैसे ही हम अलग हुए लिली मेरे से लिपट गयी और मेरे हाथ कामुक लिली की कमर पर घूमते रहे, उसके गोल युवा स्तनों को मैंने दबाया और उसने अपनी आँखें बंद कर लीं, आनंद की एक गर्म चमक महसूस कर रही थी। फिर मैंने उसे अपनी बाहो में लिया और उसे प्यार से कुछ देर तक चूमा ।

और जब हम लग हुए तो तब तक एमी को भी समझ आ चूका था अब उसकी बारी है और वह झिझकते हुए सब आँखे नीचे किये हुए हमे चुंबन करते हुए देख रही थी । एमी की पतली, छोटी पोशाक उसके दो नाजुक माध्यम आकार के गोल स्तनों की सही आकृति को एक पतली चोली द्वारा कसकर पकड़े हुए थी और इन दो आकर्षक नाजुक स्तनों को देख कर मेरा मन उन्हें छूने और दबाने के लिए ललचाया, लेकिन यह जानते हुए की एकदम से बहुत आगे बढ़ने से मैं इस सुकुमारी तरुणा को डरा सकता था इसलिए मैंने खुद को संयमित किया और उसके आकर्षक तरुण जिस्म का एक गुप्त सर्वेक्षण किया।

'एमी डियर, अब तुम आओ और मेरे घुटने पर बैठ जाओ,' मैंने कहा। तो एमी ने झिझकते हुए अपनी मिली दीदी की बाजू को छोड़ दिया और धीरे से मेरे घुटनों पर इस तरह से बैठ गई की वह अपनी बड़ी बहनो लिली और मिली का सामना कर रही थी। अपनी जांघो पर उसके नरम वजन को महसूस करना और उसके द्वारा स्पंदित होने वाले छोटे-छोटे झटकों को अनुभव करना बहुत सुखद और उत्तेजक अनुभूति थी, क्योंकि वह अब उत्तेजना से-से कांप रही थी। मैंने अपने बाएँ हाथ को उसकी कमर में डाल कर उसे पकड़ा। उसकी पतली कमर में अपनी बाहों को दबाते हुए उसे कसकर गले से लगा लिया। उसने मुझे किस करने के लिए अपने होंठ प्रेस करने की अनुमति दी और मैंने प्यार से उसे चूमा। और उसे भी मेरे द्वारा इस प्रकार चूमे जाने पर मजा आया हालाँकि जब मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में डाली तो उसे यह बहुत अजीब लगा क्योंकि उसे इस तरह से पहले किसी ने नहीं चूमा था।

'मिली, क्या अब आप हमें अपने आप को दिखाओगी?' मैंने कहा-'डियर लिली कृपया अपनी बहन को पूरी तरह से नंगा कर दो और फिर उसे मेरे पास यहाँ लाओ!'

ओह! दीपक! नहीं-नहीं ऐसा मत करो! 'उग्र रूप से निस्तब्ध मिलि ने अचानक विरोध किया। लेकिन लिली ने खुशी-खुशी उसे पकड़ लिया।' प्लीज खड़ी हो जाओ, दीदी! ' लिली फटाफट मिली की नाइटी को खोलने के लिए तैयार हो गई और मेरे और देख कर रोजी भी आगे हो गयी और साथ-साथ एमी की सहायिका शबनम, मिली की सहायिका सपना और लिली की सहायिका डेज़ी ने उसे घेर लिया तो धीरे-धीरे और अनिच्छा से मिली ने मेरी आज्ञा का अनुपालन किया। जल्दी से लिली ने मिली की नाइटी को मिली के ऊपर से खींच लिया और उसे साइड पर फेंक दिया और अब मिली हमारे सामने नग्न खड़ी थी, उसका एक हाथ उसके स्तनों के सामने था जबकि दूसरे हाथ से उसने अपनी योनी को ढँक लिया।

मुझे महसूस हुआ-हुआ अपनी बहन मिली को इस हाल में देख कर मेरे घुटने पर बैठी एमी रोमांचित थी। मैंने उसकी तरफ देखा-उसके गाल गुलाबी लाल थे, लेकिन उसकी निगाहें अपनी मिली दीदी की नग्न आकृति पर टिकी हुई थीं। लिली अपनी बहन के पास ही खड़ी रही, मानो मेरे अगले आदेश की प्रतीक्षा कर रही हो। मैंने देखा लिली भी दबी हुई उत्तेजना से कांप रही थी।

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'लिली, अपनी बहन के हाथों को दूर खींचो और उनके सिर के पीछे उन्हें एक साथ जकड़ लो-और रोजी और सपना आप दोनों मिली को फिर यहाँ लाओ!' मैंने आज्ञा दी।

'नहीं, दीपक! नहीं!' मिली, जो जाहिर तौर पर हमारी निगाहों के सामने अपनी योनी को बेनकाब करने के लिए अनिच्छुक थी और शर्मा रही थी। लेकिन लिली उसके पीछे गई, उसकी कलाई को अपनी मजबूत युवा बाहों में पकड़ लिया और उन्हें पीछे की ओर खींचकर उसे वांछित स्थिति में मेरे सामने नग्न कर दिया और फिर लिली जल्दी से एमी और मेरे साथ आ कर मेरी कुर्सी के पीछे खड़ा हो गयी। अपनी बहन की इस हालत में लजाते हुए देख कर उसकी आँखें वासना से चमक रही थीं।

हम तीनों ने मिली को देखा। दोनों लड़कियों की टूटी हुई सांसें उनके दबे हुए उत्साह को छुपा नहीं पा रही थीं। लजाती हुई मिली का नग्न रूप एक रोमांचकारी नजारा था। उसका दमकता हुआ चेहरा, उसकी शानदार आकृति, उसकी लजाने के अदाए, उसके अद्भुत स्तन, उसकी शानदार गोल जांघें और टाँगे, उसके भव्य गोल और बड़े कूल्हे और नितम्ब और घुंघराले रेशमी बालों का आकर्षक जंगल जिसने उसकी योनी को छुपाया हुआ था।

'दीपक! दी कितनी सुंदर शानदार और गौरवशाली है!' प्रशंसा में लिली फुसफुसाई। मेंने सिर हिलाया। 'मिली को धीरे-धीरे घुमाओ, ताकि हम उसे सभी बिंदुओं से और कोनो से देख सकें!' मैंने रोजी को धीरे से बोला जिसे सुन एक त्वरित लाली मिली के चेहरे पर आयी, जिसने मुझे बताया कि मिली ने मेरा ये आदेश सुना था। और प्रतिक्रिया स्वरुप उसका एक हाथ दुबारा उसके स्तनों के सामने था जबकि उसके दूसरे हाथ से उसने अपनी योनी को ढँक लिया और थोड़ी टेडी हो कर खड़ी हो गयी।

मैंने कहा सपना! और सपना ने आगे बढ़ मिली के हाथ पकडे, तो मिली ने मेरी बात का आशय समझ हाथ हटा लिए 'कृपया, मिली!' मैंने धीरे से कहा-'बहुत धीरे से, कृपया!' अनिच्छा से मिली ने मेरी आज्ञा का अनुपालन किया और घुमते हुए हमें उसके शानदार नग्न आकर्षणों का दीदार प्रदान किया।

जब वह हमारे सामने थी तो मैंने उसे स्थिर होने का इशारा किया इस स्थिति में उसका नजारा बस अद्भुत था। मिली जब खड़ी हुई थी तो उसने अभी भी अपनी टाँगे जोड़ी हुई थी और एक घुटना थोड़ा-सा मोड़ा हुआ था औऱ वह लजा रही थी । उसकी कमानदार पीठ और नितम्बो को गोलाई, उसके गोल सुदृढ़ गर्वित स्तनों के साथ तीखे निप्पल और सुनहरे बालों ने मुझे मोहित कर दिया और मैं महसूस कर सकता था कि मेरा लंड सख्त हो रहा था। मुझे आश्चर्य होने लगा कि क्या एमी ने ऐसा नजारा पहले देखा है! कुछ देर तक उसे ऐसे ही देखने के बाद मैंने मिली को अपनी परिक्रमा जारी रखने का इशारा किया तो वह फिर घूमने लगी लेकिन उसके शानदार नितंबों और उसकी कमान दार पीठ और उसकी मोटी जांघों को देखने के लिए मैंने उसे फिर से रोक दिया। और फिर शुरू करते हुए मैंने उसे चक्कर पूरा करने दिया और उसने फिर से हमारा सामना किया। अब मिली आशंका और शर्म से कांप रही थी।


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जब सबने वाह! कहा और मैंने कहा मिली आप सच में बहुत सुंदर खूबसूरत औऱ आकर्षक है तो वह शर्मा कर फिर अपने हाथो से अपने स्तन और योनि को छुपाने लगी ।

मैंने कहा मिली, अगर तुम अब भी अपने हुस्न की इस शानदार विशेषताओं को छुपाना चाहती हो तो मेरी छाती में छुपा सकती हो और अपने दोनों बाजुओं को फैला दिया ।

मानो मिली इस आदेश का इन्तजार कर रही थी और एक दम से लपक कर मेरे से लिपट गयी। वहीं लिली और एमी पूरी नंगी मिली के नंगे बदन को सहला रही थीं ताकि वह थोड़ी सामान्य हो सके। फिर लिली फुसफुसाई मिली दीदी आपका शरीर कितना सुन्दर है, बिल्कुल तराशा हुआ, हाथी दांत की तरह चिकना स्वच्छ और सुन्दर है और उस पर आपकी योनि पर हल्के बाल आपको बहुत कामुक बनाते हैं । मैंने आपको कितनी बार नग्न देखा है और आपको अपनी योनि को सहलाते हुए और कई बार सम्भोग करते हुए भी देखा है । आप खुद दीपक को कितना चाहती हैं और आज जब वह आपके सामने हैं तो आप इतना शर्मा क्यों रही हो?

इन कामुक बातों से दोनों उत्तेजित होने लगी और उनकी सांसे तेज चलने लगी। लिली उत्तेजनावश अपना एक हाथ मिली की चूची पर लेजाकर उसे दबाने लगी और अपनी एक उंगली से उसके चूचूकों को रगड़ने लगी। जिससे मिली ओर उत्तेजित और हो गयी और अचानक फुर्ती से मेरे से अलग हो लिली को अपनी ओर खींच कर उससे चिपक गयी और लिली को गले लगा कर अपने स्तन से उसके स्तन को रगड़ने लगी। फिर दोनों एक दूसरे से आलिंगनबद्ध हो गयी ।

लिली थोड़ा घूमी और फिर मिली को बीच में ले आयी और मैं बोला चलो लड़कियो मिली को चूमो। हुमा, एमी, रोजी, सपना, शबनम, डेजी और लिली एक साथ मिली की और लपकी और उसे घेर कर चूमने लगी। सभी सात लड़कियों ने मिली के चेहरे पर चुंबनों की बारिश कर दी । फिर जिसको मिली के बदन में जहाँ जगह मिली वहाँ चुंबन करने लगी। और फिर मैं भी इस समूह में शामिल हो गया औऱ उसके ओंठो को चुंबन करने लगा औऱ इस उत्साहित और उत्तेजित लड़कियों से मिली को बचाने के लिए उसे अपने पास खींच लिया और नंगी मिली को अपनी घुटनों पर बिठा कर उसके कांपते हुए ओंठो पर चुंबन किया। जबकि मेरे हाथ उस समय उसके शानदार स्तनो को दबा रहे थे। फिर भी सभी लड़किया हमारे पास आ गयी और मिली तो जहाँ तहाँ चूमने लगी।

जारी रहेगी

दीपक कुमार

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