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Adultery मेरे अंतरंग हमसफ़र-दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

deeppreeti

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मेरे अंतरंग हमसफ़र -

मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया



दोस्तों आप मेरी कहानी पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे और मेरे अंतरंग हमसफर पढ़ ही रहे हो

मेरी कहानी पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे मे मेरे विवाह की कहानी में मेरे दोस्तों आमिर , रजनी, ब्रेडी, और मोंटू का जिक्र हुआ है

आमिर और ब्रेडी के बारे में आप उसकी कहानी मजे - लूट लो जितने मिले में पढ़ ही रहे हैं

इस अध्याय में आपको अपने अन्य दोस्त रजनीश के के बारे में बता रहा हूँ की कैसे उसके साथ हमने रंगरलिया मनाई

आनद लीजिये

दीपक कुमार

INDEX


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अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया: INDEX
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 01मेरे ठरकी दोस्त रजनी के साथ रंगरलियाErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 02रंगरलिया- तुम कौमार्य भंग कर दोExhibitionist & Voyeur
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 03साहब आप अपने कपड़े क्यों उतार रहे हैंFirst Time
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 04इसने आपको बहुत तंग किया है और भगाया हैFirst Time
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 05पूरा मज़ा ले लोFirst Time
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 06अपनी पुरानी इच्छा पूरी करोErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 07रजनीकांत और तनु द्वारा संचालित अकादमीErotic Couplings
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 08अकादमी में नयी छात्रायेFirst Time
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 09नयी छात्राओं का स्वागतBDSM
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 10स्वांगधारी का स्वागतBDSM
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 11स्वांगधारी अनूप का स्वागतBDSM
अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 12निशा द्वारा अनूप का स्वागतBDSM
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अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 14शीना का नीरा की जीभ से परिचयLesbian Sex
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अंतरंग हमसफ़र - रंगरलिया 17एक काम करोगे-मेरी चोट वाली जगह चूमोErotic Couplings
 
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deeppreeti

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मेरे अंतरंग हमसफ़र -

मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 01



जब मैं राजमाता से बात कर रहा था तो मुझे अपने फ़ोन पर स्कूल कॉलेज के दोस्त रजनीश का एक संदेश मिला, मैंने उसे अपनी शादी में आने का निमत्रण दिया था . उसने मुझे अपने घर आने के लिए आमंत्रित किया गया था।

इससे उसके घर की मेरी पिछली यात्रा की सुखद यादें ताजा हो गईं।

करीब 24 महीने पहले रजनीश का ऐसा ही एक पत्र मिला था जिससे मेरी पुरानी यादे ताजा हो गयी। कहानी के ये अध्याय उन्ही सुनहरी यादो का है । पहले मैं आपको उसके बारे में कुछ बता दूं। हम सब दोस्त उसे रजनी कहते थे। क्योंकि वह फिल्मस्टार रजनीकांत के बहुत बड़ा प्रशंसक है और उनकी तरह ही दीखता है लेकिन उसकी चमड़ी का रंग अभिनेता रजनीकान्त से काफी बेहतर था और स्कूल में नाटको में अक्सर उनकी नकल करता था और हमने अपना हाई स्कूल दिल्ली से एक साथ किया था। रजनी लखनऊ के एक सफल व्यवसायी का लम्बा, पतला और सुन्दर पुत्र था जिनका दिल्ली में भी घर था।

मैं पढाई करने लंदन चला गया था और उसने कालेज की पढाई भारत में ही की थी कॉलेज में पढ़ाई से ज्यादा वह लड़कियों के पीछे लगा रहता था। लड़कियाँ भी उसे पसंद करती थीं। वह पैसे और मस्ती से भरा और दिलफेंक था। लड़कियों उसे उसके लुक्स और मनेरिज्म के लिए पसंद करती थी और वह उन पर काफी पैसा भी खर्च करता था। चारों ओर कई कहानियाँ चल रही थीं कि उसने इस लड़की या किसी और को चोद दिया है। लेकिन रजनी के मुताबिक कुछ बाते सच थीं और कुछ अफवाहें थीं।

अपने रोमांटिक और दिलफेंक मिजाज के बावजूद कॉलेज के दिनों में , वह तान्या (तनु) नामक एक लड़की के साथ रोमांस कर रहा था। तनु पास के गर्ल्स कॉलेज की छात्रा थी। तनु बहुत सुंदर, 5' 5" लंबी, छरहरी, पतली और बड़े स्तन और चमकती काली आँखों वाली थी। जब मैंने पहली बार उसे देखा, तो मेरा लंड सख्त हो गया था और मैं उसे चोदना चाहता था। कॉलेज के दिनों में एक दिन मैंने रजनी से पूछा कि क्या उसने उसे चोदा है।

' नहीं यार, इसकी कुंवारी चुत तो इससे शादी के बाद मैं अपनी सुहागरात को हो फाड़ूंगा उसने हंसते हुए जवाब दिया था ।

उन्ही दिनों जब मैं एक बार लंदन से आया था तो रजनीश से मिलने गया था तो वहाँ रजनीश के साथ तनु से भी मिला था और तनु के साथ उसकी एक सहेली रेखा मिली थी जो बहुत सुंदर और कुंवारी थी और उसे पटाने और चोदने में तनु और रजनीश ने मेरी मदद की थी। तब से हमारी दोस्ती बहुत गहरी हो गयी थी।

कॉलेज के बाद वह अपने पैतृक शहर चला गया हम कभी-कभार कार्ड पत्र या फिर फ़ोन के द्वारा संपर्क में रहते थे। उसने मुझे तनु के साथ अपनी शादी में आमंत्रित किया था लेकिन दुर्भाग्य से मैं नहीं जा सका था । उसने मुझे लिखा था कि शादी के बाद तनु ने एक कॉलेज में टीचर के तौर पर ज्वाइन किया है। उनका सन्देश पाकर मैं समय में वापस चला गया था और तनु का ख्याल आते ही उसे चोदने की इच्छा मुझमें फिर से जाग उठी। मैं भी तनु को फिर से देखने के लिए उत्सुक था। सन्देश में रजनी ने मुझे एक लंबी यात्रा पर आने के लिए आमंत्रित किया था। संदेश क्या ये एक प्रकार का सम्मन था कि मैं जल्द से जल्द लखनऊ पहुँचू । सम्मन की अत्यावश्यकता और तनु से मिलने की इच्छा ने भी मुझे एक सप्ताह के लिए उनसे मिलने जाने के लिए लखनऊ तुरंत जाने के लिए प्रेरित किया। मेरे साथ में मेरी हमसफर बेहद खूबसूरत भगवान की बनाई हुई लाजवाब मूर्ति के जैसी, गोरी, गुलाबी गालों वाली रूबी भी थी । हालाँकि रोजी हमेशा मेरे साथ रहती थी पर उसका कोई पेपर था इसलिए वह साथ नहीं जा सकती थी तो मैंने बड़े-बड़े सुडौल स्तनो वाली रूबी को ले लिया । चुकी उसके सन्देश से मुझे अंदेशा हुआ की शायद कोई मेडिकल जरूरत न हो तो ऐसे में देखभाल के लिए रूबी उचित रहेगी ।

मैंने उससे मोबाइल पर जल्दी का कारण पुछा था तो उसने कहा बस तुम जल्दी से आ जाओ । बाकी बाते आने पर करेंगे ।

रजनी मुझे एयरपोर्ट पर मिला था और मेरे साथ आयी खूबसूरती के मुजस्मे रूबी को घूरता ही रहा था l उसका हाथ अनायास ही उसके लंड पर चला गया, जो की मुझे कड़ा होता हुआ महसूस हुआल और उसकी पेण्ट में तम्बू बन गया था . मैंने उसका परिचय रूबी अपनी सहायिका और प्रशिक्षित नर्स के तौर पर करवाया और फिर वह मुझे अपने घर ले गया था । रास्ते में उसने मुझसे कहा कि उसने नया घर बना लिया है। घर पहुँचने पर तनु ने मुस्कुराते हुए मेरा अभिवादन किया था ।

आपको याद होगा मेरी चारो पहली हमसफर लड़कियों के बारे में, रोजी एक आयुर्वेदिक डॉक्टर है और रूबी एक प्रशिक्षित नर्स है, मोना एक योग्य फैशन डिजाइनर है और टीना एक प्रशिक्षित ब्यूटीशियन है।

' तुम जाओ और तरोताजा हो जाओ। मैं तुम्हारे लिए नाश्ते की व्यवस्था करती हूँ, उसने मेरा स्वागत करने के बाद कहा। मैंने कहा इस काम में रूबी तुम्हारी मदद कर देगी तो तनु बोली उसकी जरूरत नहीं है इस काम के लिए और रूबी से बोली वह भी तरोताजा हो जाए ।

उसने माफ़ी मांगी कि वह हमारे साथ नाश्ते में शामिल नहीं हो पाएगी क्योंकि उसे तुरंत अपने कॉलेज जाना है और जल्द लौट आएगी लेकिन इस दौरान उसकी नौकरानी नीरा हमारी देखभाल करेगी।

तनु आज भी बेहद खूबसूरत लग रही थी। समय के साथ उसकी ख़ूबसूरती में कोई कमी नहीं आयी थी समय ने उससे कुछ भी नहीं लिया और उसमे कोई बदलाव नहीं आया था आज भी कॉलेज जाने वाली लड़की ही लगती थी। ये बात अलग है कि वह अब पढ़ने नहीं पढ़ाने जाती थी। समय ने केवल उसके आकर्षण में इजाफा ही किया था। उम्मीद के मुताबिक उसे देखते ही मेरा लंड सख्त हो गया और उसे चोदने की इच्छा फिर से ताजा हो गई।

उनकी नौकरानी ने हमें नाश्ता परोसा। नीरा लगभग 18 वर्ष की थी, दुबली-पतली, लंबी, छोटे लेकिन दृढ़ और सेक्सी स्तनों के साथ और उसकी आँखों में एक शरारती चमक थी।

जब मैं रजनी के साथ अकेला था, तो मैंने कहा, 'रजनी, तुम यक़ीनन पक्के ठरकी हो। तनु के काम पर जाने पर आपके पास अपने लंड को खुश रखने के लिए तुमने बिलकुल सही आइटम रखी हुई है।'

और फिर उत्साहित होकर बोला साले कम तो तू नहीं-नहीं है बड़ा मस्त पटाका लेकर साथ घूम रहा है और मुझे ठरकी बोल रहा है और दोनों हसने लगे । तूने उसे कहाँ से पटाया?

तो मैंने कहा ये मेरे साथ कई सालो से है और उसे अपनी और रूबी की कहानी बतायी जिसे आप मेरी कहानी अंतरंग हमसफर भाग 1-4 में पढ़ सकते हैं । तो रजनी बोला यार बहुत बढ़िया वह कुंवारी नहीं है तो फिर तो बता मैं उसे कब चोद सकता हूँ?

मैंने कहा जब तेरा मन करे तब चोद लेना । मैं उसे बता दूंगा तू उसे चोदना चाहता है । और रजनी अब बता ये नीरा का क्या किस्सा है तूने उसे चोदा या नहीं?

'काश ऐसा होता,' उसने उदास होकर जवाब दिया।

'क्या! मुझे मत बताना कि तुमने अभी तक उसकी मनमोहक योनी वाली हसीना को चोदा नहीं है?' मैंने कहा।

'नहीं मेरे दोस्त, मैंने उसे अभी तक नहीं चौदा है लेकिन मैं उसे चोदना चाहता हूँ। तुम देखो, मेरी शादी के बाद से मुझे तनु के अलावा और कोई औरत नहीं चाहिए थी, लेकिन जब से तीन महीने पहले ये यहाँ काम पर आयी है, मैं उसे चोदना चाहता हूँ,' रजनी ने कहा और आज रूबी को देख कर भी मन मचल गया है ।

'तो फिर तुम्हे क्या रोक रहा है? चोदा क्यों नहीं उसको अभी तक या अभी तक तुम्हारी शादी की कसमें तुम्हे परेशान कर रही हैं?' मैंने मुस्कुराते हुए पूछा था ।

'नहीं, ऐसा नहीं है। मैं आपको पूरी बात बताता हूँ। अपनी शादी की रात में, मैंने तनु से कहा कि मैंने जितनी भी लड़कियों की चुदाई की थी, उन सबमे से मुझे उसकी तंग योनी सबसे ज्यादा पसंद आयी है और मुझे तुम्हारे हो साथ सबसे ज्यादा मजा आया है और मैंने तनु से कहा कि वह पहली कुंवारी है जिसे मैंने चौदा है। तनु ने मुझे बताया कि शादी से पहले उसने भी दूसरी लड़कियों और मेरे बारे में कई किस्से सुने थे।'

'उसने यह भी कहा कि उसे मेरे और दूसरी लड़कियों को चोदने से अब भी कोई फर्क नहीं पड़ता, जब तक कि मैं किसी कुंवारी लड़की का कौमार्य भंग नहीं करता क्योंकि वह मेरे जीवन में एकमात्र कुंवारी रहना चाहती थी। उसने भी मेरे प्रति वफादार रहने का वादा किया। दोस्त, मैंने उसे अपना वचन दिया। दोस्त अब आप समझ सकते हो हैं कि नीरा अभी तक कुंवारी क्यों है,' रजनी ने कहा।

'आप कैसे जानते हैं कि वह कुंवारी है? हो सकता है वह यहाँ आने से पहले चुदाई करवा चुकी हो। उसकी उम्र की कई लड़कियाँ आजकल जल्दी चुदाई करने लग जाती हैं, तुम्हें कैसे पता है,' मैंने कहा।

'मुझे पता है कि वह कुंवारी है। जब वह पहली बार हमारे लिए काम करने आई, तो तान्या ने उसका पूरी तरह से मेडिकल चेकअप कराया था। मैंने रिपोर्ट देखी है जिससे ये स्पष्ट है कि वह एक कुंवारी है। इसी कारण से मैंने आपको आमंत्रित किया है,' रजनी ने कहा, ' मैं चाहता हूँ की तुम नीरा का कौमार्य भंग कर दो। फिर मैं तनु से किया हुआ अपना वादा तोड़े बगैर इसे चोद सकता हूँ।


कहानी जारी रहेगी
 
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deeppreeti

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मित्रो और पाठको को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाये

कहानी जल्द आगे बढ़ाने का पूरा प्रयास रहेगा
 

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मेरे अंतरंग हमसफ़र -

मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 02
'



मैंने सोचा था कि यह हमारी दोस्ती थी जिसके कारण आपने आमंत्रित किया,' मैंने गुस्से का नाटक करते हुए कहा।

'वह तो है ही , वह भी मेरे दोस्त ,' रजनी ने जल्दी से जोड़ा।

'बताओ, क्या तुम उसे मेरी खातिर चोदोगे और मेरे लिए ' उसका छेद' खोलोगे,' रजनी ने कुछ मिनटों के बाद मुझसे पूछा।

'अपने प्यारे दोस्त के लिए कुछ भी करूंगा ', मैंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, 'तनु ?'

'मुझे यकीन है कि उसे अंदेशा है कि मैं नीरा को चोदना चाहता हूं लेकिन उसे ये भी भरोसा है कि मैं अपना वादा नहीं तोड़ूंंगा । उसे इस बात का कोई आभास नहीं है कि मैंने आपको क्यों आमंत्रित किया है। वह सोचती है कि यह आपकी एक सामान्य यात्रा है, 'रजनी ने कहा।

'क्या नीरा मान जाएगी? मुझे बताओ उसका परिवार ? एक बात मुझे स्पष्ट कर देनी चाहिए कि मैं उसके साथ जबरदस्ती नहीं करूँगा ,' मैंने कहा।

'इसके बारे में चिंता मत करो। वह एक अनाथ है और वह बो बहुत कामुक है। वह ना नहीं कहेगी। मैं इसकी गारंटी देता हूं। मैं तुम्हें कुछ दिखाता हूँ , ' रजनी ने कहा।

उसने नीरा को बुलाया और कहा, 'हम एक-एक घंटे के लिए तहखाने में जा रहे हैं और हमें परेशान नहीं करना ।'

मैं नीरा को शिकारी की तरह देख रहा था जिसके कारण मेरा लंड बड़ा हो गया था । मैंने देखा उसकी आँखे मेरे लंड पर टिकी और आँखें चमक उठीं। तहखाने में पहुँच कर मैं यह देखकर चकित रह गया कि यह एक छोटे से सिनेमा हॉल की तरह सज्जित था । लेकिन पारंपरिक कुर्सियों के बजाय इसे बड़े कुशन वाले बिस्तरों से सुसज्जित किया गया था।

'रजनी, यह सब क्या है?' मैंने हैरान हो कर पुछा ।

रजनी ने हंसते हुए कहा, 'तनु और मुझमें एक कॉमन शौंक है। हमें पोर्न फिल्मे देखना बहुत पसंद है। मेरे पास हजार से अधिक बेहतरीन पोर्न फिल्मों का संग्रह है और मैं इस संग्रह में उन सभी नवीनतम पोर्न फिल्मों को जोड़ता रहता हूं . यह हॉल, जो विज्ञान पेश कर सकता है, उस सभी नवीनतम सुविधाओं और विशेषताओं से सुसज्जित है । आपने नीचे के रास्ते में सीढ़ी में डायवर्जन देखा। यह प्रक्षेपण कक्ष की ओर जाता है। आप दीवार में प्रोजेक्शन के लिए स्थान को देखिये ।'

रजनी ने रिमोट कंट्रोल कंसोल पर कुछ बटन दबाए। कमरे में अंधेरा हो गया और एक पोर्न फिल्म चलने लगी। दस मिनट के बाद रजनी मेरा हाथ पकड़ कर मुझे हॉल के पीछे ले गया । अपने होठों पर उंगली रखते हुए उसने मुझे प्रोजेक्शन रूम के अंदर झाँकने के लिए कहा। मैंने देखा कि नीरा की आंखें स्क्रीन पर चिपकी हुई हैं और उसका दाहिना हाथ उसकी चुत पर तेजी से घूम रहा है। उसकी आँखों में चमक का कारण अब मुझे स्पष्ट हो गया था।



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'तनु और मैंने उसे कई मौकों पर ऐसा करते देखा है। वह नहीं जानती कि हम उसका ये राज जानते हैं। यही कारण है कि मुझे यकीन है कि वह मान जाएगी। वो एक गर्म योनी वाली लड़की है । मुझे यकीन है कि उसकी चुत चुदाई के लिए तरस रही है और मैं अपने वादे से बंधा हुआ हूँ' वह फुसफुसाया और उसने फिल्म बंद कर दी ।

मैंने पुछा तो दोस्त फिर प्लान क्या है? तुमने क्या सोचा है ये काम मुझे कब और कैसे करना है?

'मैंने सोचा है कि आज रात के खाने के बाद आप इस सभागार में आ जाओ। मैं किसी बहाने नीरा को तुम्हारे पास भेज दूँगा। फिर आप ये नवीनतम फिल्म शुरू करें,, इसे नीरा ने अभी तक नहीं देखा है और उसके लिए एक नाटक करे बाकी तुम एक्सपर्ट हो , 'रजनी ने अपनी योजना की व्याख्या करते हुए कहा।

' इस के रिमोट नियंत्रणों को कैसे संचालित करना है मुझे नहीं मालूम है ,' मैंने कहा।

'चिंता न करो वे बहुत सरल हैं मैं तुम्हे कुछ ही पलो में सीखा दूंगा ,' रजनी में मुझे नियंत्रणों को संचालित करने का तरीका दिखाते हुए कहा और फिर मुझे इस्तेमाल करने को कहा तो मैं उसे आसानी से चला पाया ।

मुझे अभी भी पूरी बात पर संदेह था। 'तनु ? क्या वह जानती है कि आप क्या योजना बना रहे हो ?' मैंने पूछ लिया,

'नहीं, लेकिन चिंता मत करो, मैं उसे संभाल लूंगा। तुम बस उस कामुक सुंदरी को चोदो और उसका कौमार्य भंग कर उसकी चुत को मेरे लिए सुलभ बनाओ। मैं हमेशा आपका आभारी रहूंगा, 'रजनी ने मुझ से विनती की।

मैंने सोचा एक कोशिश कर सकता हूं, अगर मैं सफल हुआ तो मुझे एक कुंवारी मिलती है, अगर नहीं तो शायद तनु मुझे घर से बाहर निकाल देगी। लाभ हानि से कहीं अधिक आकर्षक था, तो क्यों नहीं?

'अच्छा, आखिर दोस्त किस लिए होते हैं? जैसा आप कहेंगे, मैं वैसा ही करूँगा,' मैंने पुष्टि करते हुए कहा।

'धन्यवाद दोस्त, मुझे पता था कि मैं आप पर भरोसा कर सकता हूं,' रजनी ने खुशी से कहा।

उस रात रात के खाने के बाद रजनी ने नीरा को तहखाने में हम सभी के लिए कॉफी परोसने का निर्देश दिया। तनु हैरान दिखी लेकिन चुप रही। नीरा चौंक गई।

'क्या! आप तीनों के लिए एक साथ?' उसने कहा, जरूरत से थोड़ा जोर से।

रजनी ने को नीरा डांटा, 'जो मैंने तुमसे कहा है, वही करो।' मैं अपने कमरे में कपड़े बदलने के लिए चला गया।

(नोट: - पाठकों, मैं तनु और रजनी के बीच निम्नलिखित बातचीत के दौरान उपस्थित नहीं था। रजनी ने मुझे इसके बारे में बाद में बताया । मैंने इसे यहां डाला है ताकि कथा का क्रम न टूटे। आपको बाद में आपको कई जगह इसी तरह के विवरण मिलेंगे। )

मेरे जाने के बाद तनु ने पूछा, 'रजनी, क्या चल रहा है?'

'कुछ भी तो नहीं। आपका दिन कैसा बीता?' रजनी ने विषय बदलने की कोशिश करते हुए कहा।

'रजनी, झूठ मत बोलो! बात मत बदलो ! मुझे पता है कि कुछ चल रहा है,' तनु ने कहा, ' सच बोलो ।'

'ठीक है, मैं कबूल करता हूँ ,' उसने सर झुकाते हुए कहा।

तनु मुस्कुराई, ' तो फिर दीपक यहाँ इसीलिए आया हैं ?'

'प्रिय, मैंने तुम्हारे लिए एक लाइव ब्लू फिल्म की व्यवस्था की है। फिल्म का शीर्षक है, "नीरा का कौमार्य हरण " रजनी ने बेशर्मी से कहा।

तनु ने मुस्कुराते हुए कहा, 'तो, दीपक तुम्हारे लिए उसकी योनि की चुदाई का रास्ता खोलने वाला है,' मुझे पता था कि तुम नीरा को चोदना चाहते हो। मैं सोच रही थी था कि आप अपना वादा तोड़े बिना कैसे करोगे ।'

'तुम्हें कोई ऐतराज तो नहीं है?' रजनी ने कहा, 'तुम्हें पता है कि जब से वह आई है, मैं उसे चोदना चाहता हूं। यही एकमात्र तरीका है जिसके बारे में मैं सोच पाया ।'

'बेशक मुझे कोई आपत्ति नहीं है, नीरा को अपना कौमार्य खोते हुए देखना मजेदार होगा। जब तुम उसे चोदोगे तो मैं क्या करुँगी ?' उसने सवाल किया।

'आप भी ऐसा कर सकती हैं। अगर तुम चाहो तो। पता है।मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी,' रजनी ने झिझकते हुए कहा।

'ओह ठीक है। तो तुम चाहते हो कि मैं दीपक के साथ चुदाई करूँ ?"' उसने पूछा।

रजनी ने उससे कहा, 'केवल अगर तुम चाहती हो, अन्यथा नहीं।

'क्यों नहीं, यह मजेदार हो सकता है। मुझे बताओ कि तुमने दीपक को क्या बताया है ?' तनु ने पूछा।

'मैंने उसे नीरा और अपने वादे के बारे में बताया है लेकिन तुम्हारे और उसके बारे में कुछ नहीं। मैंने उसे आपके बारे में इसलिए नहीं बताया क्योंकि मुझे नहीं पता था कि आप कैसे प्रतिक्रिया दोगी , 'रजनी ने स्पष्ट किया,' क्या आप दीपक के साथ सेक्स करने की योजना बना रही हो , '

'देखती हूँ क्या और कैसे होता है । चलो चलते हैं और कपड़े बदल लेते हैं। हमें अपनी नन्ही कुंआरी को अपना कौमार्य खोने के लिए अब और अधिक प्रतीक्षा नहीं करवानी चाहिए,' वह हंस पड़ी।

उनके कमरे में, रजनी जल्दी से नहाया और तैयार हो गया , लेकिन तनु अपनी योनी को शेव करने में व्यस्त थी। 'आप क्या कर रही हो?' रजनी ने पूछा।

'मेरी योनी की सफाई करके बाल हटाकर सुंदर और आकर्षक बना रही हूँ । क्या आप चाहते हैं कि आपका मित्र यह समझे कि आपकी सुंदर पत्नी की योनि बदसूरत है?' तनु ने हंसते हुए कहा, " बेशक तब अगर मैं उसे यह दिखाने का फैसला करती हूं।'



shaving

एक शॉवर के बाद एक पारदर्शी नाइटी और एक सेक्सी नाइटगाउन पहने हुए, उसने घोषणा की, 'मैं तैयार हूं।' जब वे प्रोजेक्शन रूम में आए तो मैं हाथ में ड्रिंक लिए बार में नीरा के आने का धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहा था।

मुझे लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा। कुछ मिनट बाद ही नीरा कॉफी और कुछ बिस्कुटों से लदी एक ट्रे के साथ अंदर आई। मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि उसने अपने कपड़े बदल लिए थे । वह अब अपने सामान्य सलवार कमीज के बजाय एक स्कर्ट और ब्लाउज पहने हुए थी। हो सकता है कि उसने इस अवसर के लिए खुद को तैयार किया गया था, अपना कौमार्य खोने के लिए नहीं, बल्कि अपनी योनी के साथ अधिक आसानी से खेलने में सक्षम होने के लिए। जब उसने ट्रे मेरे सामने मेज पर रखी तो मैंने दरवाज़ा बंद कर दिया।

'आप ने दरवाजा क्यों बंद कर दिया? ' नीरा ने पूछा।

'मैं तेरे साथ अकेले मैं फिल्म देखना चाहता हूं' मैंने उससे कहा।

'मैं गंदी फिल्में नहीं देखती,' उसने जवाब दिया।

'तुझे कैसे मलूम की फिल्म गंदी है? मैंने हंसते हुए कहा।

मैंने बत्ती बुझा दी और फिल्म शुरू कर दी। 'इधर आ कर मेरे पास बैठा। बहुत मज़ा आएगा 'मैंने उसे आमंत्रित किया। उसने मना किया।





F1
फिल्म में एक सुंदर सुनहरे बालो वाली गोरी को एक काले आदमी द्वारा एक बड़े लंड के साथ चोदते हुए दिखाया गया था।


नीरा फिल्म को गौर से देख रही थी। मैंने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह मुझसे बच के एक तरफ चली गई। हर बार जब वह मेरे बढ़े हुए हाथों से बचती रही और मैंने उसे बुलाने के लिए इशारा किया तो उसने अपनी जीभ बाहर निकाल दी ।


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फिर मैं अपने कपड़े उतारने लगा।

कहानी जारी रहेगी
 
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मेरे अंतरंग हमसफ़र -

मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 03



'अरे साहब आप अपने कपड़े क्यों उतार रहे हैं? ,' नीरा ने मुझ से पूछा।

'मैं अपने कपड़े उतारने के बाद तेरे कोवैसे ही चोदूंगा जैसी फिल्म मैं वो आदमी उस लड़की को चोद रहा है ' मैंने जवाब दिया।




F1

जब मैं नंगा हुआ तो मेरा लंड अपनी पूरी शान से बाहर निकल कर उछला। प्रोजेक्शन रूम में तनु ने जोर से सांस ली और कहा, 'माई गॉड रजनी! दीपक केपास एक दुर्जेय हथियार है। वह नीरा को अपने इस लंड से मार डालेगा।'

'चिंता मत करो, मुझे पता है कि दीपक ने नीरा जैसी कई लड़कियों का कौमार्य भंग किया है। सभी सुरक्षित हैं और सबने उसके साथ चुदाई का आनंद लिया है और लेने को लालायित रहती हैं ।'

तनु ने अपने आप से धीरे से कहा, 'उसके बड़े लंड से चुदना एक सुखद और ययादगार अनुभव रहेगा ।'

मैं नीरा का पीछा कर रहा था, मेरा लंड ऊपर-नीचे उछल रहा था, उसे पकड़ने की कोई कोशिश किए बिना। मैं उसके स्तनों को कूदते हिलते और नाचते हुए देखना चाहता था। उसके स्तन बिलकुल ढलके हुए नहीं थे इसलिए बहुत कम उछाल ले रहे थे . फिर मुझे अचानक इस बात का अहसास हुआ कि उसने ब्रा नहीं पहनी हुई है।




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'उसने शायद पैंटी भी नहीं पहनी है और उसकी स्कर्ट के नीचे पूरी तरह से नग्न है,' मैंने सोचा।



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'नीरा, तू चुदने की पूरी तय्यारी कर के आई है। तूने ब्रा नहीं पहिनी हुई है। मैं दावा के साथ कहता हूं की तूने पेंटी भी नहीं पहनी हुई है,' मैं हँसा।

'नहीं, आप गलत हो,' नीरा ने शरमाते हुए जवाब दिया।

तो ठीक है अपनी स्कर्ट उठाओ और मुझे अपनी पैंटी दिखाओ. ' मैंने उसे चुनौती दी।

उसका चेहरा चुकंदर की तरह लाल हो गया लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। वह स्क्रीन पर लगी देखते हुए मुझसे सफलतापूर्वक बचती रही। वह मदद के लिए चिल्लाने लगी, 'बाबूजी, दीदी, मुझे बचाओ। दीपक साहब मेरी कुंवारी छुट फाड़ना चाहते हैं

मैं एक पलंग से दूसरे पलंग पर उसका पीछा करता रहा और वह मदद के लिए चिल्लाती हुई भागती रही। जैसे शेर अपने शिकार के साथ खेलता है वैसे ही मैं नीरा के साथ खेल रहा था औरमुझे इस खेल में मजा आ रहा था .

प्रोजेक्शन रूम में तनु ने अधीरता से कहा, 'रजनी ये दीपक इस सेक्सी पटाका लड़की को पकड़ क्यों नहीं रहा , उसे पकड़ कर उसके कपड़े फाड़ दे और अपने बड़े लंड को जल्दी से उसकी कुंवारी योनी में डाल क्यों नहीं रहा है ।'

'दीपक ने मुझसे कहा था कि वह उसकी सहमति मिलनेके बाद से ही इस लड़की को चोदेगा। वह उसका रेप नहीं करेगा। शायद यही कारण है, 'रजनी ने कहा।

'तब हम यहां पूरी रात इंतजार नहीं कर सकते हैं कि वह उसे चोदें। मुझे लगता है कि हमें उसकी मदद करनी होगी। चलो अपने कपड़े उतारो। तुम पहले जाओ, मैं बाद में चलूंगी,' तनु ने योजना को अपने ऊपर लेते हुए कहा।

जब नीरा ने दरवाजा खुलने की आवाज को सुना तो उसने सोचा कि मदद आ गई है और दरवाजे की तरफ भागी। दरवाजे के आधे रास्ते में उसने देखा कि रजनी पूरी तरह से नग्न छत की ओर इशारा करते हुए , अपने सीधे लंड को पकडे हुए प्रवेश कर रहा है। धीरे से रोते हुए वह सुरखा के लिए वापस भाग गई।

हम दोनों हंस पड़े। रजनी ने कहा, 'नीरा, आज तेरी चुदाई तौ होनी ही है। प्यार से मान जा ।

जवाब देने के बजाय वह फिर मदद के लिए चिल्लाई, 'दीदी, मुझे बचाओ। बाबूजी भी मुझसे चुदवाने के लिए कह रहे हैं ।

उसके रोने के जवाब में तनु चिल्लाई, 'नीरा, मैं अभी आती हूं। घबराओ मत सब ठीक हो जाएगा ।'

इससे उसे अपना कौमार्य बचाने की उम्मीद हुई और उसने राहत की सांस ली।

तनु की आवाज सुनकर मैं हैरान रह गया। 'रजनी, क्या चल रहा है? तनु को तो हमारी योजना के बारे में कुछ भी नहीं मालूम था,' मैंने पूछा।

'आप सही कह रहे हैं लेकिन जब मैंने नीरा को नीचे सभागार में जाने के लिए बोलै तो उसे शक हुआ। मैं उससे झूठ नहीं बोलना चाहता था और मैंने सब कुछ कबूल कर लिया। चिंता मत करो सब नियंत्रण में है,' रजनी ने उत्तर दिया, 'तनु तुम्हारे लंड के आकार पर मोहित है। मुझे लगता है कि वह तुमसे चुदवाना चाहती है।'

इससे पहले कि मैं कुछ कहता तनु अपने बर्थडे सूट में ऑडिटोरियम में दाखिल हुई। जब नीरा ने देखा कि तनु भी नग्न है, तो वह पीछे हट गई और रोने लगी।

'दीदी, आप भी इनके साथ मिली हुई हो,' उसने रोते हुए कहा।




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उस दिन मैंने तनु को पहली बार नग्न देखा। उनके स्तन दिखने में जितने बड़े थे, उससे कहीं ज्यादा बड़े थे। वे बहुत कम या बिना शिथिलता के कठोर थे। उनके हल्के भूरे रंग के निप्पल जो गुलाबी लगते थे सख्त और तने हुए थे। उसके पूरे शरीर पर किसी भी तरह का एक भी धब्बा नहीं था। उसकी योनी उसके चेहरे की तरह सुंदर थी। उसकी योनि पूरी तरह से बालों से रहित थी, और एक अच्छी तरह से विकसित और सीधा कठोर भगशेफ उसकी योनी होंठों के बीच दिखाई दे रहा था।

इस नजारे ने मेरे लंड को पहले से सख्त और थोड़ा और बड़ा कर दिया। मेरे लंड से प्री-कम की एक बूंद निकली । मेरा लंड अब तनु को चोदने के लिए उत्सुक हो गया । इस समय अगर मुझे नीरा की कुंवारी चुत और तनु की परिपक्व योनी के बीच चुनाव दिया जाता तो मैं निसंकोच तनु की चुदाई के लिए चुनता।

बिना कोई जवाब दिए तनु सीधे नीरा के पास गई और उसे आगोश में लेकर उसे गले से लगा लिया। नीरा शांत हो गई और रोना बंद कर दिया। तनु ने उसके आंसू पोंछे और धीरे से बोली, 'डरने की कोई बात नहीं है। यह दिन हर लड़की के जीवन में आता है। आपको बहादुर बनना होगा। चुदाई में एक लड़की को अपनी योनि रगड़ने से कहीं अधिक आनंद का अनुभव होता है।' और हमसब नंगो के बीच में तुम इतने कपडे क्यों पहने हुए हो ?


जब तनु नीरा से बात कर रही थी, इस बीच उसने नीरा के ब्लाउज को खोल दिया और उसके स्तनों को धीरे से दबाया।

नीरा कराहने लगी ।

हम नीरा के छोटे सख्त स्तन देख रहे थे, नीरा के निप्पल ऐसे खड़े थे जैसे दो बंदूकें हमारी ओर इशारा कर रही हों। तनु ने उसका ब्लाउज उतार दिया और उसकी स्कर्ट के बन्धन खोल दिए। स्कर्ट उसके पैरों के चारों ओर फर्श पर गिर गई, जिससे उसकी कुंवारी योनी हमारी दृष्टि में आ गई। जैसा कि मैंने अनुमान लगाया कि उसने पेंटी नहीं पहनी हुई थी।




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सहज भाव से नीरा ने अपनी योनी के सामने अपना हाथ हमारी निगाहों से छिपाने के लिए रख दिया। तनु ने हाथ हटाते हुए कहा, 'अपनी चूत को क्यों छुपा रही हो । ये बहुत ही प्यारी है। देखने दे इनहैं ।

नीरा की योनी पर एक भी बाल नहीं था। उसके योनी होठों को आपस में कसकर चिपके हुए थे । नन्ही सी भगशेफ, उत्तेजना से सख्त और सीधी, उसके योनी के होठों से झाँक रही थी। तनु ने अपनी उंगलियों से नीरा के क्लिट को हल्के से दबाया। खुशी का एक छोटी सी कराह नीरा के मुह से निकल गयी ।




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कुछ मिनटों तक योनी को सहलाने के बाद, तनु ने घोषणा की, 'नीरा, अब तेरी चूत चुदाई के लिए तैयार हो गई है' और उसे बिस्तर की ओर ले जाकर लेटा दिया।

फिर उसकी टांगों को मोड़कर अलग करते हुए बोली, 'लड़कों, देखो नीरा का प्यारा सा योनि का छेद , जबकि यह अभी भी छोटा है . ।'

नीरा की चुदाई का छेद वाकई बहुत छोटा था। उसे देखने से लग रहा था कि मेरी छोटी उंगली भी उसमें प्रवेश नहीं करेगी। तनु लड़की के बगल में बैठ गई, फिर भी अपनी उंगली को योनी के होठों के बीच धीरे-धीरे घुमा रही थी। नीरा अपनी आँखें बंद करके लेट गई, हांफ रही थी और थोड़ा कांप रही थी, अपनी कुंवारी योनी लंड के हमले की प्रतीक्षा कर रही थी।

'दीपक, वहा खड़े खड़े क्या देख रहे हो ? यहाँ आओ और नीरा का कौमार्य भंग करो आओ इसकी योनि फाड़ दो ' तनु ने कहा।

इन आदेशों को सुनकर नीरा ने अपनी आँखें खोलीं। 'नहीं दीदी, दीपक साहब नहीं। उन का लौड़ा बहुत बड़ा है। बाबूजी से कहो वो मेरी चूत फाड़े, नीरा ने उत्तेजित स्वर में विनती की और उठने लगी।

तनु ने उसे बिस्तर पर पीछे धकेल दिया और हंस पड़ी, 'पगली, बेवकूफ लड़की, अगर बाबूजी ने ही तेरी चूत फाड़नी होती तो वो तेरी चूत उसी दिन न फाड़ देते जिस दिन तू यहां काम करने आई थी। नहीं ये काम दीपक साह्ब ही करेंगे।



कहानी जारी रहेगी
 

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मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 04


दीपक जी, इसने आपको बहुत तंग किया है और भगाया है इसकी चूत आप एक ही झटके में फाड़ देना ,' ये बोलते हुए तनु के होंठों पर एक क्रूर मुस्कान आयी ।

तब तक रूबी भी वहां आ गयी थी .उसे देख रजनी के चेहरे पर चमक आ गयी जो तनु से छुपी नहीं रही और उसने इशारे में रजनी को उसके पास जाने की अनुमति दे दी . रूबी को मैंने ही थोड़ी देर बाद हॉल में आने के लिए कहा था और वो अपने साथ शराब ले कर आयी और सबको जाम बना कर दिए और बोली नीरा दीपक को जितनी वों पी सके, उतनी पिलाओ और उनकी सब बात मानो"l फिर वह गयी और एक ट्रे में कुछ शराब के बोतल, केक नमकीन कुछ फल मिठाई इत्यादि ले आयीl मेरे पास आ कर, दो गिलासों में शराब डाल कर, मुझे एक छोटी बोतल देते हुए बोली मेरे कान में फुसफुसाई, "आप नीरा को शराब में इस ख़ास देसी दवा की कुछ बूंदे डाल दें और आपके गिलास में भी मैंने कुछ बूँद डाल दी है इससे आपका आनंद बढ़ जाएगाl फिर मजे करिये", और उसके बाद रजनी ने रूबी को पकड़ लिया और रजनी रूबी को चूमने लगा l



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मैं नीरा के पास पहुंचा और उसे अपनी बाहों में ले लिया। वह अभी भी डर से कांप रही थी। फिर एक टेबल को बिस्तर का पास खींचा, और नीरा को बिस्तर पर ले गयाl उसके पास बैठ कर, मैंने पहले नीरा के साथ बिना कोई स्वतंत्रता लिए,आगे धीरे- धीरे आगे बढ़ने का फैसला किया, और अपने सभी प्रयास आराम से करने का प्रयास कियाl मैं उसकी प्रशंसा करने लगा मैं उसे कहा," तुम बेहद सुन्दर हो , तुम मुझे बहुत अच्छी लगीl तुम बहुत अच्छी हो!"

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तो उसने शर्माते हुए पुछा, "आप को मुझ में क्या अच्छा लगा?", तो मैंने कहा, "तुम्हारे रस भरे ओंठ, मन करता है, बस इन्हें चूसता रहूँl"

फिर मैंने धीरे से उसके ओंठों पर अपने ओंठ रख दिए, और मैंने उसके रस भरे ओंठों पर चुम्बन कर दियाl मैंने उसके चेहरे, उसकी आँखों और मुँह को बहुत कोमलता से चूमा। इससे वह थोड़ी शांत हुई। ऐसे ही उसकी तारीफ करता रहा, और उसका पूरा चेहरा, गाल, नाक, माथा, और आँखे, धीरे-धीरे सब चूमते-चूमते चाट गया


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मैंने नीरा को शराब का गिलास दिया, तो वह बोली मैं शराब नहीं पीती, तो मैंने उसे एक घूँट पीने को कहा तो उसने पी लीl

नीरा बोली अब आप पीओ, तो मैं पहले शराब का घूँट भरता फिर अपने होंठ उसके ओंठों से लगा कर, उसे अपने ओंठों से शराब पिलाने लगाl इस तरह मैंने उसको कुछ गिलास शराब पिलाई और उसके साथ मैंने ख़ुद भी शराब पीl

कुछ देर बाद ख़ास उत्तेजक दवा और दारू का दोनों पर असर हो गयाl अब वो थड़ी खुलने लगीl
मैंने उसकी कमर और गर्दन के चारों ओर अपनी बाँहों को रखा, और उसकी छाती को अपने छाती के पास दबाने लगा, और एक हाथ उसकी छाती पर फिराते हुए, उसके मुलायम बदन को महसूस करने लगा, और उसके गोल-गोल बूब्स को सहलाने लगाl




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फिर मैंने उसके खड़े निपल्स को चूमा और चूसा। फिर मसला दबाया, और चूस-चूस कर दोनों स्तन लाल कर दिए l वाह! क्या गोल सुडौल स्तन थे नीरा जोर-जोर से चिल्लाई। अब मैंने अपना ध्यान उसकी योनि की ओर लगा मैंने अपना हाथ उसकी जाँघ पर तब तक सरकाया, जब तक कि मेरी उंगलियाँ उसकी कुंवारी चुत के द्वार पर नहीं पहुँच गई। उसके मुँह से इस्सस! निकली और मेरे ओंठ जोर से चूमने लगी.

नीरा की चूत बिलकुल सफाचट थीl बालों का नामों निशान नहीं था, बिलकुल मुलायम, चिकनी और नरमl जब मैंने हाथ फिराया, पहले मैंने उसे किस किया और फिर उसे अपने होठों के बीच ले जाकर चूसा। 'ओह, यह प्यारा लगता है,' नीरा जोर से कराह उठी।



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मैंने उसकी योनि के होंठों के बीच उँगली की नोक डालते हुए, उसकी चूत के दाने को ढूँढ लियाl मैंने उसे इतनी अच्छी तरह से छेड़ा कि वह अपनी जगह पर उछलने लगी, और बोली अब इंतज़ार नहीं होता प्लीज अब कुछ करोl मैं इसे अब बर्दाश्त नहीं कर सकती । मेरा लंड फुल टाइट हो गया था।

मेरी आँखे के सामने नीरा के गोल सुदृढ़ सुडौल स्तन, गोरा कमसिन बदन, पतली बल खाती कमर, सपाट पेट, तीखे नैन नक्श, मीठी आवाज़, चंचल आँखे, गुलाबी होंठ, लम्बे काले बाल, नरम चूतड़ और तीखी नाक, बड़े गोल नितम्ब, लंबी सुगढ़ टाँगे और सुन्दर हाथ, सब कुछ बेहद सुन्दरl पूरा शरीर सांचे में ढला हुआ था. उसके गोल बूब्स को मैं दबाने लगा, तो कभी चूमने लगा, फिर उसके निपल्स को मुँह में ले कर चूसने लगाl उसे इस हालात में देख कर मैं सब भूल कर उसे जोर से काटने लगा तो वह ओह! आह! करने लगीl



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उसकी ऐसे हालत देख मेरे भी लंड का तनाव इतना ज्यादा हो गयाl मैंने उसे पकड़ कर अपने शरीर से चिपका लियाl मैं उसका पूरा बदन महसूस कर रहा थाल दवा का असर नीरा पर हो रहा था और वो भी अब कामाग्नि में जल रही थी l मैंने अपने हाथों से उसे अपने छाती पर दबायाl उसके स्तन कठोर हो मेरी छाती में चूभ रहे थेl उसने भी अपने हाथों से मेरी पीठ को अपने स्तनों पर दबा दिया थाl तो मैं उसकेओंठों की किश करने लगा और मेरे हाथ उसके उसकी कमर पर फिसलते हुए रोज़ी के नितंबो की अपनी और दबाने लगेl ऐसा लग रहा था दोनों एक दूसरे में समां जाना चाहते होल

आकर्षित, उससे चिपका हुआ उसके नग्न शरीर को महसूस करते हुए मैंने उसे प्यार भरे चुंबन कियेl मैं पूर्ण उन्माद में थाl

दीपक, वहा खड़े खड़े क्या देख रहे हो ? नीरा का कौमार्य भंग करो ' तनु ने कहा।

उसके शरीर को मेरा करने के लिए, मैंने कांपती हुई नीरा को अपनी बाँहों में उठाया और उसे बिस्तर पर ले गया।



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मैंने आराम करने के लिए एक तकिया उसकी शानदार गोल गांड, नितम्बो के नीचे रखकर लेटा दिया। मैंने उसकी जाँघों को चौड़ा किया और लंड पूरा खड़ा था तो उसने एक बार अपना हाथ लंड पर फेरा, तो लंड जैसे उसके हाथ के छुअन से पूरा भड़क गयाl

दूसरी तरफ रजनी रूबी को चूमता हुआ उसके स्तन दबा रहा था .

नीरा बोली आपका लंड तो काफ़ी बड़ा है मेरी चूत फट जायेगी तो मैंने कहा 'चिंता मत करो, मुझे मैंने तुम्हारे जैसी कई लड़कियों का कौमार्य भंग किया है। सभी सुरक्षित हैं और सबने उसके साथ चुदाई का आनंद लिया है और लेने को लालायित रहती हैं । चाहे तो रूबी से पूछ लो इसकी बहन रोजी की योनि मैंने सबसे पहली फाड़ी थी । '

अपना नाम सुन कर रूबी पास आयी और बोली नीरा चिंता मत करो थोड़ा सा दर्द होगा फिर तुम्हे दीपक के साथ चुदाई में बहुत मजा आएगा .

तनु अधीर हो रही थी, उसने कहा, 'दीपक जी , चूमा चाटी बहुत हो गयी अब नीरा की कोरी चूत एक झटके से फाड़ दो।'

मैं तनु की बात मानने के लिए आगे बढ़ा और नीरा के ऊपर चढ़ गया और नीरा की चुत के छोटे से प्रवेश द्वार और चूत को हाथो से सहलाया चूत के दाने को लंड से मसला, फिर उंगलियों की मदद से योनि के ओंठो को फिर अलग किया, तो रूबी ने भी हाथ से मेरा लंड पकड़कर उसे नीरा की चूत के छोटे से छेद अपने लंड को जोर से लगा दिया। तनु ने फिर दोहराया, 'याद रहे दीपक, एक झटके से।

मैंने नीरा को मजबूती से पकड़ लिया और जोर से धक्का दिया। 'आयआयययययययीईईईईई दीदी बहुत दर्द हो रही है यह इतना बड़ा नीरा चिल्लायी मेरा लंड उसके कुंवारी योनि के अंदर गया और उसकी कौमार्य की सुरक्षा कर रही झिल्ली को बीच से फाड़ कर लंड चूत के झिली को चीरता हुआ नीरा का कुंवारापण भंग करता हुआ अंदर चला गयाl और अपने आप को उसके अंदर गहराई से दर्ज कर दिया और जिसके कारण अब वो अब वो कुंवारी नहीं रही थी । इस तरह नीरा की चूत की गुफा में मेरे लंड के लिए रास्ता बन गया थाl मैंने थोड़ा-सा लंड पीछे किया और फिर एक ज़ोर दार शॉट लगा कर पूरा लंड जड़ तक अंदर पैबस्त कर दिया

नीरा ने मुझे हटाने को कोशिश की लेकिन मैं उसके लिए बहुत अनुभवी और उससे अधिक ताकतवार था । वह हो रहे दर्द के मारे, रोती चीखता और जोर से चिल्लाती हुई अपने दांतों के बीच बिस्तर की चादर रखते हुए, इस दर्द को सहने का पूरा प्रयास कर रही थी. उसने चेहरे से ही लग रहा था कि उसे बहुत दर्द हो रहा हैl मैंने नीरा को धीरे-धीरे चूमना और सहलाना शुरू कर दिया, तनु ने मेरे नितम्ब दबा कर मुझे चुदाई जारी रखने का इशारा किया और फिर मैं अपना लंड उसकी योनी के अंदर और बाहर पंप करता रहा। तनु ने नीरा का हाथ अपने हाथ में लिया और उसे आश्वस्त करते हुए उसे दबाया।

कहानी जारी रहेगी
 

Adirshi

Royal कारभार 👑
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Hello everyone.

We are Happy to present to you The annual story contest of XForum


"The Ultimate Story Contest" (USC).

Jaisa ki aap sabko maloom hai abhi pichhle hafte hi humne USC ki announcement ki hai or abhi kuch time pehle Rules and Queries thread bhi open kiya hai or Chit Chat thread toh pehle se hi Hind section mein khula hai.

Well iske baare mein thoda aapko bata dun ye ek short story contest hai jisme aap kisi bhi prefix ki short story post kar sakte ho, jo minimum 700 words and maximum 7000 words (Story ke words count karne ke liye is tool ka use kare — Characters Tool) . Isliye main aapko invitation deta hun ki aap is contest mein apne khayaalon ko shabdon kaa roop dekar isme apni stories daalein jisko poora XForum dekhega, Ye ek bahot accha kadam hoga aapke or aapki stories ke liye kyunki USC ki stories ko poore XForum ke readers read karte hain.. Aap XForum ke sarvashreshth lekhakon mein se ek hain. aur aapki kahani bhi bahut acchi chal rahi hai. Isliye hum aapse USC ke liye ek chhoti kahani likhne ka anurodh karte hain. hum jaante hain ki aapke paas samay ki kami hai lekin iske bawajood hum ye bhi jaante hain ki aapke liye kuch bhi asambhav nahi hai.

Aur jo readers likhna nahi chahte woh bhi is contest mein participate kar sakte hain "Best Readers Award" ke liye. Aapko bas karna ye hoga ki contest mein posted stories ko read karke unke upar apne views dene honge.

Winning Writer's ko well deserved Awards milenge, uske alawa aapko apna thread apne section mein sticky karne ka mouka bhi milega taaki aapka thread top par rahe uss dauraan. Isliye aapsab ke liye ye ek behtareen mouka hai XForum ke sabhi readers ke upar apni chhaap chhodne ka or apni reach badhaane kaa.. Ye aap sabhi ke liye ek bahut hi sunehra avsar hai apni kalpanao ko shabdon ka raasta dikha ke yahan pesh karne ka. Isliye aage badhe aur apni kalpanao ko shabdon mein likhkar duniya ko dikha de.

Entry thread 7th February ko open hoga matlab aap 7 February se story daalna shuru kar sakte hain or woh thread 25th February tak open rahega is dauraan aap apni story post kar sakte hain. Isliye aap abhi se apni Kahaani likhna shuru kardein toh aapke liye better rahega.

Aur haan! Kahani ko sirf ek hi post mein post kiya jaana chahiye. Kyunki ye ek short story contest hai jiska matlab hai ki hum kewal chhoti kahaniyon ki ummeed kar rahe hain. Isliye apni kahani ko kayi post / bhaagon mein post karne ki anumati nahi hai. Agar koi bhi issue ho toh aap kisi bhi staff member ko Message kar sakte hain.



Story se related koi doubt hai to iske liye is thread ka use kare — Chit Chat Thread

Kisi bhi story par apna review post karne ke liye is thread ka use kare — Review Thread

Rules check karne ke liye is thread ko dekho — Rules & Queries Thread

Apni story post karne ke liye is thread ka use kare — Entry Thread

Prizes
Position Benifits
Winner 1500 Rupees + Award + 30 days sticky Thread (Stories)
1st Runner-Up 500 Rupees + Award + 2500 Likes + 15 day Sticky thread (Stories)
2nd Runner-UP 5000 Likes + 7 Days Sticky Thread (Stories) + 2 Months Prime Membership
Best Supporting Reader Award + 1000 Likes+ 2 Months Prime Membership
Members reporting CnP Stories with Valid Proof 200 Likes for each report



Regards :- XForum Staff
 

deeppreeti

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मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 05



' आयआयययययययीईईईईई! ओह्ह! दीदी बहुत दर्द हो रही है नीरा चिल्लायी मैंने तनु की तरफ देखा। उसकी आँखों में चमक थी, उसका चेहरा उत्साह से दमक रहा था। उसके होठों पर एक क्रूर मुस्कान थी। जाहिर तौर पर उसने नीरा की दर्द भरी चीख-पुकार का आनंद लिया था। मैंने महसूस किया कि उसके अंदर एक सैडिस्ट स्ट्रीक है।

मैंने नीरा की चूचियाँ पकड़ लीं।

तनु हँसते हुए बोली-दीपक आराम से करो और आज इसका पूरा मज़ा ले लो!

नीरा ने एक कामुक अंगड़ाई ली और बोली-उसकी दोनों संतरे जैसी चूचियाँ बाहर आ गई थीं जिन्हें मैं पागल की तरह दबाने लगा।





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तनु मुझे रोकते हुए बोली-इतने उतावले क्यों हो रहे हो? लो, साथ-साथ मेरे चुचूकों को चूसो! और मेरे मुँह में अपनी चूची की घुण्डी घुसा दी। एक बच्चे की तरह मैं उसकी चूची चूसने लगा। उसकी चूची चूसने में मुझे मज़ा आ रहा था। मैं उसकी चूची पीते-पीते उसके चुचूक पर काट रहा था और हाथो से नीरा की चूचिया दबा रहा था और साथ में मैं अपना लंड उसकी योनी के अंदर और बाहर पंप करता उसे चोद रहा था। मैंने अपने दोनों हाथ उसकी चूचियों पर टिका दिए और उसके सुन्दर हलके भूरे चुचूक नोच और मसल रहा था। उसकी चूत मेरे लण्ड के झटके खा रही थी, तनु मज़े लेते हुए नीरा का हाथ सहला रही थी। तनु ने मेरा सर अपनी चूचियों में छिपा लिया मैंने उसकी चूचिया चाटने और चूसने लगा और-और वह दुसरे हाथ से मेरे बाल सहलाने लगी।

उधर रजनी पूरा सीन देख कर मुठ मार रहा था उससे बर्दाश्त नहीं हुआ नंगी नीरा और तनु उसके लण्ड में आग लगाए हुई थी। उसका लण्ड पूरा टनटना रहा था।





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रजनी पलंग पर बैठा और तनु के मुँह पर अपना लण्ड लगा दिया। तनु ने बड़े प्यार से धीरे-धीरे 3-4 बार रजनी का लण्ड चूसा और उसके लण्ड के अग्र भाग पर जीभ फिराने लगी। रजनी की उत्तेजना चरमसीमा पर थी, उससे रहा नहीं जा रहा था, वह बोला-तनु अब चूत मारने दो! अब रहा नहीं जा रहा है।

तनु मुँह से लण्ड निकालते हुए बोली-मरे पति देव, मेरे राजा मेरी चूत तो आपकी गुलाम है। लो राजा मार लो! तनु अभी भी नीरा का हाथ पकडे हुए थी और नीरा के बगल में लेट गई और चिल्लाई, 'रजनी, मुझे चोदो। मेरी चुत राहत जल्दी दे। मुझे इतना चोदो जितना तुमने मुझे पहले कभी नहीं चोदा।' रजनी ने बिना देर किये उसकी कमर पकड़ कर उठाया और एक तेज झटके में लण्ड को चूत में दे मारा, सफलता मिली और लण्ड चूत में था। तनु बोली वाकई एक अनोखा मज़ा आया! और रजनी ने तनु के चूतड़ पकड़ लीये और उसे तेज स्ट्रोक के साथ चोदना शुरू कर दिया।

अब मैं एक तरफ नीरा के ऊपर चढ़ा हुआ था। और दुसरे तरफ रजनी खड़ा हुआ तनु की चूत में लंड घुसा कर उसे चोद रहा था और मैं नीरा की चूची दबाते हुए और तनु की चूचिया चूसते हुए नीरा को चोद रहा था।

रजनी की चुदाई के प्रहार की लय में तनु की टाँगें हिल रही थीं और साथ में मेरी चुदाई की ले में नीरा का पूरा बदन हिल रहा था। ' अहह ओह्ह हाय! मुझे चोदो रजनी और जोर से। दीपक, उसे और तेज चोदो। आह मजा आ गया! आह नीरा! मेरी तरह से अपने चूतड़ हिलाओ वह चिल्लायी और साथ में अपनी चूतड़ ऊपर को उछालने लगी नीरा ने तनु की हरकतों को देखा और अपने कूल्हों को वैसे ही हिलाने लगी जैसे तनु ने उसे निर्देशित लिया था।

तनु नीरा को चूतड़ हिलाते और उछालते देख चिल्लाई, ' ओह्ह्ह! नीरा, कैसा लग रहा है? मजा आ रहा है इसका आनंद लो!


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अहह दीदी, बहुत अच्छा लग रहा है नीरा चूतड़ उछाल कर कराहते हुए बोली। हांफते हुए गुरु और मैं अब उन्हें सिंक्रोनाइज़्ड स्ट्रोक से चोद रहे थे और वह दोनों उसी तरह अपने चूतड़ उछाल-उछाल कर चुदवा रही थी।

थोड़ी देर में हम चारो पूरे मज़े ले रहे थे, नीरा चिल्ला रही थी-ऊह आह! मज़ा आ गया! क्या मेरी चूत मारी है दीपक जी आपने! आज से आप मेरी चूत का राजा बन गए हो! सच अब आपसे चुदने का मज़ा आ रहा है! चोदो मेरी चूत को! साली बहुत तंग करती है। मैं भी जोर-जोर से नीरा को चोदने में लगा हुआ था।

पाँच मिनट की तुज चुदाई के बाद तनु चिल्लाई, 'रजनी मैं झड़ने वाली हूँ, मुझे और तेजी से चोदो'। मैं भी आने ही वाला था और महसूस किया कि नीरा भी अपने चरमोत्कर्ष पर है। रजनी भी चरम के आस पास ही था। 'चलो हम सब एक साथ करते हैं,' मैं चिल्लाया।

'हाँ, चलो,' रजनी ने उत्तर दिया।

कुछ और झटके के बाद, हम चारों एक साथ जोर से झड़ गए, 'आआह्ह्ह' और उस अनुभूति का आनंद लेते हुए निष्क्रिय पड़े रहे जिसे हमने अभी-अभी अनुभव किया था। मैंने नैपकिन ले कर नीरा की चूत और लंड पर लगे खून के साफ़ किया। नीरा भी मुझसे चिपक गई। चिपके-चिपके हम एक दूसरे की चूची, चूत चुचकों और लण्ड से खेल रहे थे। मैं नीरा को चिपकाते हुए बोला-नीरा रानी, तुमने मस्त कर दिया!

नीरा ने मेरे हाथ अपने हाथो से पकड़ के अपने बूब्स पर रख लिए और खुद ही नीचे हाथ डाल के मेरे लौड़े को अपने हाथो से पकड़ के मसल रही थी।


कहानी जारी रहेगी
 

deeppreeti

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मेरे दोस्त रजनी के साथ रंगरलिया

UPDATE 06


'ओह रजनी, तुम बहुत अच्छे हो । मैं इस तरह पहले कभी नहीं झड़ी , 'तनु ने हांफते हुए कहा।

हम दोनों लड़कियों की योनी से हट गए और वीर्य से टपकते अपने लंड के साथ खड़े हो गए। तनु ने रजनी को उसकी ओर इशारा किया और उसका लंड तब तक चूसा जब तक कि वह फिर से खड़ा नहीं हो गया। उसकी देखा देखि नीरा भी मेरा लंड और वीर्य चाट गयी .

' रजनी, अब नीरा को चोदो और अपनी पुरानी इच्छा पूरी करो, 'तनु हंस पड़ी।

रजनी नीरा के पास गया जो फिर से अपनी आँखें बंद करके बिस्तर पर लेटी हुई थी। रजनी ने उसकी टखनों को पकड़ लिया और अपने पैरों को अपने कंधों पर रखकर अपना लंड उसकी चुत में ठोक दिया। नीरा हैरान रह गई।

'आयआयययययीईईईईईईई ', वह जोर से चिल्लाई। तनु की आँखों में फिर से एक जंगली चमक नज़र आ गई। उसने मुझे मेरे लंड से पकड़ लिया और मुझे अपने पास खींच लिया। बस उसके स्पर्श ने मेरे लंड को फिर से खड़ा कर दिया ।

'दीपक, अब जितना हो सके मुझे चोदो,' तनु चिल्लाई।

मैं इस पल का सालों से इंतजार कर रहा था। " उसने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और अपने होंठों पर जीभ फ़िरायी।

तनु ने मुझे खींच कर अपने सीने से लगा लिया और मेरे होंठों पर अपने गुलाबी नरम होंठ रख दिये। मेरी जीभ उसके होंठों को एक दूसरे से अलग कर तनु के मुँह में प्रवेश कर गयी। मैं इसके मुँह का कोई कोना अपनी जीभ फिराये बिना नहीं छोड़ना चाहता था। एक हाथ से मैं उसके बदन को अपने सीने पर भींचे हुए था और दूसरे हाथ को उसकी पीठ पर फेर रहा था। अचानक मैंने उसके चूत्तड़ों को पकड़ कर जोर से दबा दिया और अपने से सटा लिया। मैंने लंड को उसकी चूत के ऊपर सटा हुआ दिया । उसने मुझे पल भर के लिये छोड़ा मैंने उसके दोनों बूब्स को पकड़ कर जोर से मसल दिया। इतनी जोर से मसला कि उसके मुँह से "आआआआहहहह" निकल गयी। और निप्पलों को पकड़ कर जोर-जोर से मसलने लगा। "ऊओफफफफ प्लीज़ज़ज़.... प्लीज़ धीरे करो” तनु ने दर्द से तड़पते हुए कहा।

फिर मैं उसकी एक छाती को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा , मैं उसके शरीर के नीचे के हिस्सों पर हाथ फिरा रहा था। कभी उसके चूत्तड़ों पर चिकोटी काटता तो कभी चूत के ऊपर हाथ फेरता। फिर ,मैंने एक झटके से अपनी दो मोटी-मोटी अँगुलियाँ उसकी चूत में डाल दीं और तनु को चिहुँक उठने को मजबूर कर दिया। उसकी चूत बिलकुल गीली थी पहली बार मैं उसके बदन से खेल रहा था वो पहले से गर्म थिए और अब उसका और भी शरीर गरम होने लगा।

मैंने उसे बिस्तर पर पटक दिया और चूत के होंठों के बीच लंड की सटा दिया . फिर मैंने धीरे -धीरे तनु की चूत पर दबाव डाला। मगर मेरा लंड इतना मोटा था कि अंदर ही नहीं घुस पा रहा था। उसकी चूत से बह रहे रस और कुछ गुरु के रस से वो जगह चिकनी हो रही थी। दबाव बढ़ता गया मगर बार-बार लंड फ़िसल जाता था।

"तेल लाऊँ" रूबी जो सब देख रही थी उसने पूछा। " तेल लगाने से तो आराम से अंदर चला जायेगा। फिर क्या मजा आयेगा। मैं तो इसे भी चींखते हुए देखना चाहता हूँ।" मैंने बिस्तर की चादर से तनु की चूत को साफ किया । एक अँगुली में चादर का कोना पकड़ कर चूत के अंदर भी साफ़ कर दिया। अब तनु की चूत सूखी हो गयी। इस बार अपनी अँगुलियों से चूत के मुँह को फैला कर अपने लंड के टोपे को वहाँ लगाया और अपने शरीर का पूरा वजन तनु के ऊपर डाल दिया। अब लंड मेरी चूत के दीवारों को छीलता हुआ अंदर जाने लगा। तनु जोर-जोर से चींखने लगी "ओह्हहहह उहहहहऊऊऊऊऊ..... माँआआआआआ... मर गयीईईईईईई मुझे कोईईईईईई बचाओओ ऊऊऊऊऊऊऊहहहहह नहींईंईंईंईं!" मैंने उसे उसे चोदना शुरू कर दिया था ।

'ओओओओ , वह कराह उठी, दीपक, तुम्हारा बहुत बड़ा है । मुझे ऐसा लग रहा है जैसे तुम फिर से मेरी सील फाड़ रहे हो ।'

मेरा लंड इतना मोटा था कि तनु की चूत की चमड़ी मेरे लंड पर चिपक सी गयी थी। कुछ देर तक इसी तरह रहने के बाद जैसे ही मैं अपने लंड को बाहर खींचने लगा तो तनु छटपटाने लगी। मैंने देखा कि रजनी नीरा को चोद रहा था । फिर मैं तेज-तेज धक्के मारने लगा। उसके हर धक्के से तनु की जान निकल रही थी। लेकिन कुछ ही देर में दर्द खतम हो गया और मुझे भी मजा आने लगा। तनु भी नीचे से अपनी कमर उछालने लगी। आधे घंटे तक इस तरह से चोदता रहा। इस बीच तनु एक बार झड़ गयी ।

मैं भी तेजी से आगे बढ़ने लगा और जल्द ही तनु चिल्ला उठी, ' चोदो !जोर से करो ! बहुत अच्छा है। मुझे तेज तेज चोदो'।

हमारे स्ट्रोक की लय में दोनों लड़कियों के कूल्हे हिलने लगे। देखने लायक नजारा था। जल्द ही तनु फिर से झड़ गई और जोर से चीखने लगी 'दीपक, मैं गई ! कंमींणणगगगगगग '।

लेकिन अगले पाँच मिनट में मेरा बदन सख्त हो गया।मेरे हाथ उसकी चूँचियों पर गड़ गये। मैंने उसके निप्पलों को पकड़ कर अपनी और खींचा। वो मेरे सीने पर लेट गयी। मैंने उसके होंठ पर अपने होंठ रख दिये और कुछ और झटके के बाद मैंने तनु की योनी में अपना बीज डाल दिया और गर्म गर्म धार उसके अंदर मार दी अब हम दोनों एक दूसरे से लिपटे लेटे हुए थे। मेरा पूरा बदन पसीने से भीगा हुआ था।

मैंने देखा कि दोनों रजनीकान्त और नीरा भी झड़ चुके थे और झड़ने के बाद जोश से एक दूसरे को किस कर रहे थे।

जल्द ही हम बिना किसी रोक-टोक के लड़कियों के अंगो को छेड़ने लगे और कुछ जलपान के लिए बार की ओर चल पड़े।

रजनी ने उसे ड्रिंक ऑफर की।

मैंने पहले कभी नहीं पी कहकर नीरा ने ऑफर ठुकरा दी तो उसे जूस का गिलास पकड़ा दिया ।

मैंने कहा तनु तुम में सैडिस्ट स्ट्रीक है

'तुम सही हो दीपक । मैं खुद हैरान हूं। मुझे खुद इसके बारे में पता नहीं था। जब नीरा चिल्लाई तो मेरी चूचियां गर्म हो गयी थी । जब रजनी ने मुझे चोदा और मैं ऐसे झड़ी जैसे मैं पहले कभी नहीं झड़ी थी ' मेरा तुमसे चुदने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन जब रजनी ने अपना लंड नीरा की चुत में घुसा दिया और जब वह फिर से चिल्लाई, तो मैं अपने आप को नियंत्रित नहीं कर पायी और मुझे तुम्हे तुरंत चोदने के लिए आमंत्रित करना पड़ा
'

'यह मेरी खुशकिस्मती है की मैं तुम्हे चोद पाया । दरअसल जिस दिन से मैंने तुम्हें पहली बार देखा था, उसी दिन से मैं तुम्हें चोदना चाहता था। आज न केवल रजनी की इच्छा पूरी हुई है, बल्कि मेरी भी पूरी हुई है, 'मैंने मुस्कुराते हुए कहा।

तनु हंस पड़ी, 'हां, मैंने हमेशा महसूस किया था कि तुम मुझे चोदना चाहते हो।

'सच ?' मैं हँसा।

'दीपक, तैयार हो जाओ तुम्हें अभी नीरा की गांड भी चोदनी है,' तनु ने कहा।

'तनु, वह इंतजार कर सकती है। आज के लिए नीरा को चुत चुदाई का मजा लेने दो ,' रजनी ने कहा।

' हां, सही है। मैं किसी भी दिन नीरा की गांड चोद दूँगा ' मैंने कहा। नीरा कृतज्ञता से मुस्कुरा दी ।

नीरा को मैंने अपना लंड चूसने को कहा उसने तुरंत मान लिया। मेरे बाद उसने रजनी का भी लंड चूसा। उसने बिना किसी बड़बड़ाहट के हमारा वीर्य निगल लिया। रुचि ने पूछा, 'कैसा लगा?

वह मुस्कुराई और बोली, 'अच्छा था। दीदी! आप की चूत चाटू ?

ठीक है नीरा , अब तू अपनी दीदी की चूत चाट! मैंने कहा। तनु आपने राधा की जीभ देखी है? बहुत ही मजा आएगा एक बार चटवा कर देखो । नीरा ने अपनी जीभ बाहर निकाल ली। उसकी जीभ पतली और बहुत लंबी थी . मैंने तनु से कहा कि बहुत सी औरतें इस की जुबान के लिए सब कुछ दे देंगी . तनु मेरी बात मान कर इसे आजमाने के लिए तैयार हो गयी । वह लेट गई नीरा बिस्तर पर उसके घुटनों के बल तनु की टाँगों के बीच झुकी और उसकी चुत चाटने लगी । मिनटों में तनु खुशी से कराहने ने लगी और नीरा के सिर पर हाथ रखकर उसे उसके सुख स्थलों की ओर निर्देशित करने लगी ।


नीरा ने तनु की चुत में अपनी जीभ डाली। तनु जोश से पागल हो गई और चिल्लायी , दीपक ये यहाँ महीनों से है और मैंने ऐसा पहले क्यों नहीं किया इसकी जीभ तो बहुत मजे देती है


यह नजारा देखकर और सुनकर रजनी और मेरा लंड खड़ा हो गया। ' भाई नीरा को चोद दे ' मैंने नीरा के चूत की ओर इशारा करते हुए कहा। रजनी ने तुरंत पीछे से उसकी चूत में लंड घुसा दिया और जब हो ऊपर हुई तो मैंने तनु की चूत में लंड घुसा डाला और जब तक मैंने समाप्त किया, तनु कई बार झड़ चुकी थी। 'बस, अब और नहीं ! मैं मर जाऊंगी,' रुचि ने हांफते हुए कहा।

तनु और रजनीकांत अपने कमरे में चले गए और साथ में रूबी को भी ले गए क्योंकि तनु ने तो बस कर दी थी और मैं नीरा को अपने साथ ले गया। हमने सोने से पहले एक बार और चुदाई की और रजनी ने सोने से पहले रूबी को एक बार चौदा ।


कहानी जारी रहेगी
 
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