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Shayari गुफ्तगू

Mr. Perfect

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Gajab bhai______

बड़ा सुकून था जब न थी मोहब्बत हमें,
तूमसे इश्क क्या हुआ दिल बेचैन रहने लगा...
:heart::heart::heart:
 
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Aakash.

ᴇᴍʙʀᴀᴄᴇ ᴛʜᴇ ꜰᴇᴀʀ
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ये हुनर भी है मुझ में कि तुझे तेरी बेवफाई का एहसास दिला दूं,
तोड़ दूं मसल दूं दिल तेरा और तुझे फूल बता दूं,
काटने को तेरी एक एक डाली काट सकता हूं,
मगर तू मेरी जिंदगी है मेरी जान तुझे कैसे वीरान बना दूं....

:heart::heart::heart:
 

VIKRANT

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ये हुनर भी है मुझ में कि तुझे तेरी बेवफाई का एहसास दिला दूं,
तोड़ दूं मसल दूं दिल तेरा और तुझे फूल बता दूं,
काटने को तेरी एक एक डाली काट सकता हूं,
मगर तू मेरी जिंदगी है मेरी जान तुझे कैसे वीरान बना दूं....
:heart::heart::heart:
Greattt bro. Such a mind blowing. :applause::applause::applause:
 

Mr. Perfect

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ये हुनर भी है मुझ में कि तुझे तेरी बेवफाई का एहसास दिला दूं,
तोड़ दूं मसल दूं दिल तेरा और तुझे फूल बता दूं,
काटने को तेरी एक एक डाली काट सकता हूं,
मगर तू मेरी जिंदगी है मेरी जान तुझे कैसे वीरान बना दूं....
:heart::heart::heart:
Waahh fantastic bhai______
 
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Aakash.

ᴇᴍʙʀᴀᴄᴇ ᴛʜᴇ ꜰᴇᴀʀ
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बिसराये ना बिसरे.....तेरे प्रीत भरे अहसास,
धड़कन - धड़कन तुम बसे .....दूर रहो या पास...
 
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दोस्तो, माॅडरेटर्स और एडमिन,

आज शहीद दिवस पर किसी की दो लाइन लिखकर मैं उन शहीदों को नमन करना चाहता हूँ जिन्होंने अपना कल हमारे आज के लिए बलिदान कर दिया।

मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाना नहीं है, अत: आशा करता हूँ कि इसे सिर्फ और सिर्फ फिरंगियों से भारत प्रायदीप की आजादी को लेकर देखा जाऐ।

धन्यवाद।

झुकेगा सर बस उनकी इबादत में,
हुऐ शहीद जो अपनी हिफाजत में।

jhukega sir bas unki ibaadat main,
hue shaheed jo apni hifaazat main.


images.md.jpg
 
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फ़लक तक पहुँच कर भी तुझ तक न पहुँची सदाएँ मेरी,
देख हर ज़र्रे में ख़ुद को खाक़ कर बैठे हैं...
:heart::heart::heart:

सदाऐं देते हुऐ और खाक उडा़ते हुऐ,
मैं अपने आपसे गुजरा हूँ तुझ तक आते हुऐ।

फिर भी उसके बाद अता हो गई मुझसे 'आकाश',
मैं रो पडा़ था किसी को गज़ल सुनाते हुऐ।
 
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मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना,
मेरे चेहरे पे किसी के इश्क का इलज़ाम लिखा है !

कोई चुरा लेगा अल्फ़ाज़ मेरे, मेरी अदा चुरा ले जाएगा।
चुरा लेगा चाहे किस्मत मेरी, मेरी वफ़ा कहाँ से लाएगा।
 
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