सीन 6
पहले मुझे लगा था, सरदार को मारकर जब मैं वापस आऊंगा तो तुम मुझे प्रहरी का गलेंटरी अवॉर्ड दिलवा दोगी।
तुमने तो किताब चोर बना दिया। खैर, तुमने जो मुझे इस किताब तक पहुंचाने रिस्क लिया और मुझ पर भरोसा जताया उसके लिए तहे दिल से शुक्रिया। मैं तुम्हारे भरोसे को टूटने नहीं दूंगा। एक दिन यह किताब खोलकर रहूंगा।"
पलक:- सब लोग यहां है, चलो उस पुस्तक को चुरा लेंगे, और फिर 7 दिन बाद सबको सरप्राइज देंगे।
तो पलक रानी ने अपनी चाल चल ही दी है मगर वो भूल गई की जिसके साथ चाल चल रही है वो खुद ऐसे शतरंज के खेल का निर्माण करता है। ये प्रहरी वो पुस्तक नही खोल पाए इसलिए वो आर्य को मोहरा बना रहे है पर आर्य तो खुद इस खेल को नियंत्रित कर रहा है।
मगर एक बात जो चौकाने वाली थी वो ये कि पलक उस गुप्त प्रहरी संस्था, जो सरदार खान के किले पर रंगरलियां मानता था, उसकी सदस्य है मगर नम्रता नही और शायद राजदीप भी नही क्योंकि आर्य पलक की भावनाओ को नही पढ़ पता मगर नम्रता की भावनाओ को पढ़ पा रहा था। तो ये उज्ज्वल, सुकेश, अक्षरा और मीनाक्षी क्या गेम खेल रहे है।
तो क्या पलक भी आर्य के साथ नाटक कर रही है और ये प्यार, लगन सब एक धोखा है या फिर आर्य को जान कर पलक के दिल में सच में कुछ भावनाएं जागी है? वैसे भी कहानी में अगले दो महीनो में बहुत कुछ होने वाला है तो देखते है
nain11ster भाई क्या कांड करवाते है अगले अपडेट में।
एक बहुत ही इंटरेस्टिंग बात ये है कि आर्य के 4 के पैक में 3 तो भाई बहन ही है।
nain11ster भाई जब एक टू अल्फा किसी बीस्ट अल्फा को मारता है तो क्या उस बीस्ट अल्फा की पावर उस ट्रु अल्फा को मिलती है या नही?