कहानी- किस्सा एक अनहोनी का
रचनाकार- Shetan महोदया
कहानी हॉरर जैनर पर लिखने की कोशिश की गई है। वर्तमान समय में आज भी शादी के समय गांव देहात में इस बात का बहुत ध्यान रखा जाता है। इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि इसमें सत्यता जरूर होती है।
कोमल भले ही अहमदाबाद में रहती थी लेकिन उसे गांव से बहुत लगाव था। उसकी बहन नेहा की शादी में शामिल होने के लिए जब वो अपने गांव आती है तो उसे बहुत अप्रत्याशित चीज देखने को मिलती है जिसपर उसे विश्वास नहीं होता। नेहा के शरीर में छल्लों की आत्मा ने प्रवेश कर लिया था जब वो अपने होने वाले पति से बात करते हुए श्मशान में चली गई थी।
दादी ने बहुत चालाकी से नेहा छल्लों की आत्मा को नेहा के शरीर से निकाल कर कैद कर लिया।
आपने कहानी बढ़िया लिखी है लेकिन वर्तनी की गलती बहुत ज्यादा है। मात्राओं का ध्यान नहीं रखा गया है। देवनागरी लिपि में वर्तनी की थोड़ी सी गलती अर्थ का अनर्थ कर देती है। इसमें सुधार की बहुत जरूरत है, क्योंकि प्रतियोगिता में ऐसी गलतियां आपको परितोष से वंचित कर सकती हैं।
रचनाकार- Shetan महोदया
कहानी हॉरर जैनर पर लिखने की कोशिश की गई है। वर्तमान समय में आज भी शादी के समय गांव देहात में इस बात का बहुत ध्यान रखा जाता है। इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि इसमें सत्यता जरूर होती है।
कोमल भले ही अहमदाबाद में रहती थी लेकिन उसे गांव से बहुत लगाव था। उसकी बहन नेहा की शादी में शामिल होने के लिए जब वो अपने गांव आती है तो उसे बहुत अप्रत्याशित चीज देखने को मिलती है जिसपर उसे विश्वास नहीं होता। नेहा के शरीर में छल्लों की आत्मा ने प्रवेश कर लिया था जब वो अपने होने वाले पति से बात करते हुए श्मशान में चली गई थी।
दादी ने बहुत चालाकी से नेहा छल्लों की आत्मा को नेहा के शरीर से निकाल कर कैद कर लिया।
आपने कहानी बढ़िया लिखी है लेकिन वर्तनी की गलती बहुत ज्यादा है। मात्राओं का ध्यान नहीं रखा गया है। देवनागरी लिपि में वर्तनी की थोड़ी सी गलती अर्थ का अनर्थ कर देती है। इसमें सुधार की बहुत जरूरत है, क्योंकि प्रतियोगिता में ऐसी गलतियां आपको परितोष से वंचित कर सकती हैं।
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