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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

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Rekha rani

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#89.

व्योम धीरे से पानी से बाहर निकला और चलता हुआ उस ब्लू-व्हेल के चेहरे के पास पहुंच गया।

ब्लू-व्हेल बिल्कुल भी हिल नहीं रही थी।

थोड़ा और पास जाने पर व्योम को उस ब्लू-व्हेल का पेट एक जगह से कटा हुआ दिखाई दिया। जहां पर एक दरवाजा लगा हुआ था।

“यह क्या? यह तो नकली व्हेल है.... नहीं नहीं शायद यह कोई पंडुब्बी है जो ब्लू-व्हेल की शकल में है। पर यह तो बिल्कुल सजीव जैसी दिख रही है। अब तो श्योर हो गया कि यह पृथ्वी की टेक्नोलॉजी नहीं है।

शायद यह कोई एलियन का ‘सब स्टेशन’ है, जो वह इंसानो की नजर से छिपाने के लिये इस प्रकार बना कर रखे हैं। पर ... पर यहां पर मैं साँस ले पा रहा हूं। यानी कि यहां पर पर्याप्त ऑक्सीजन है और ऐसा तभी हो सकता है, जब कि यहां रहने वाला भी साँस लेने में ऑक्सीजन का ही प्रयोग करता हो। तो फिर क्या एलियन भी ऑक्सीजन लेते हैं?"

ऐसा लगा जैसे कि व्योम के दिमाग में प्रश्नो की लाइब्रेरी खुल गयी हो।

अब व्योम का ध्यान उन सुरंग की ओर गया। कुछ देर सोचने के बाद व्योम एक सुरंग में दाख़िल हो गया।

वह सुरंग जिस जगह निकली, उसे देखकर व्योम हैरान रह गया।

वह न्यूयॉर्क शहर की डमी लग रहा था और वहां मौजूद बहुत से लोग स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का निर्माण कर रहे थे।

व्योम कुछ देर सोचता रहा और फ़िर पास से जा रही एक लड़की को रोककर पूछा- “यह कौन सी जगह है?"

लड़की ने व्योम को ऊपर से नीचे तक देखा और फ़िर बोली-

“क्या तुम अपना प्रोग्राम डिलीट कर बैठे हो?"

व्योम को कुछ समझ में नहीं आया, पर उसने धीरे से हां में सिर हिला दिया।

“तो जाकर उस मशीन से अपने को रीबूट कर लो।"
इतना कहकर उस लड़की ने व्योम को एक मशीन की तरफ इशारा किया और आगे बढ़ गयी।

“प्रोग्राम, डिलीट,रीबूट...क्या बोल गयी वह लड़की? कहीं...कहीं मैं किसी कंप्यूटर प्रोग्राम में तो नहीं आ गया।"

अब व्योम की निगाहें उस मशीन की ओर थी, जिसकी तरफ उस लड़की ने इशारा किया था।

व्योम चलते हुए उस मशीन के पास पहुंच गया। मशीन पर काफ़ी बटन लगे हुए थे।

कुछ सोचने के बाद व्योम ने एक बटन को दबा दिया। उस बटन के दबाते ही सामने लगी स्क्रीन रोशन हो गयी और उसमें लगभग 18 साल की आयु वाले एक लड़के की फोटो दिखाई दी।

“कैस्पर आपका न्यूयॉर्क शहर प्रोग्राम में स्वागत करता है। मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकता हूं?" मशीन से आवाज आयी।

“मैं इस शहर के बारे में जानना चाहता हूं?" व्योम ने कहा।

“ये ‘तिलिस्मा प्रोजेक्ट 3.2‘ का न्यूयॉर्क शहर है, यहां पर स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का निर्माण किया जा रहा है।"

“ये ‘तिलिस्मा प्रोजेक्ट क्या है?" व्योम ने दोबारा पूछा।

“माफ कीजियेगा, मगर इस प्रश्न का जवाब देने के लिये मुझे आपका सुरक्षा कोड जानना होगा।" कैस्पर ने कहा।

“अच्छा वो छोड़ो। ये बताओ कि तुम कौन हो?" व्योम ने प्रश्न को बदलते हुए पूछा।

“मेरा नाम कैस्पर है, मैं इस तिलिस्मा के सारे कंप्यूटर का संचालन करता हूं।" कैस्पर ने कहा।

“क्या यहां पर मौजूद सभी इंसान रोबोट हैं?" व्योम ने पूछा।

“नहीं। यह सब तिलिस्मा प्रोग्राम का हिस्सा हैं। प्रोग्राम के ख़तम होते ही यह सब भी गायब हो जाएंगे।" कैस्पर ने कहा।

“तुम्हारा निर्माण किसने किया?" व्योम ने पूछा।

“मेरा निर्माण किसी ने नहीं किया। मैंने अपना निर्माण स्वयं किया है।" कैस्पर ने कहा- “और आपके प्रश्न पूछने की अवधि अब समाप्त होती है।"

इतना कहने के बाद उस मशीन पर लगी स्क्रीन ऑफ हो गयी।

व्योम केवल इतना समझ पाया कि यह द्वीप किसी दूसरे ग्रह के वासिओ का अड्डा है, जहां की तकनीक बहुत ज़्यादा विकसित है और यह लोग किसी तिलिस्मा नाम के प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहे हैं।

उस स्थान से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था, इसलिये व्योम उस सुरंग के रास्ते ब्लू-व्हेल वाले रास्ते पर पहुंच गया।

यहां से निकलने का रास्ता ढूंढने के लिये व्योम अब सुरंग के दूसरे रास्ते में प्रविष्ट हो गया।

दूसरी जगह एक ऐसे स्थान पर जाकर खुली, जो इस ग्रह का वातावरण ही नहीं लग रहा था।

पूरा वातावरण लाल रंग से निर्मित था। वहां पर एक लगभग 500 फुट ऊंची मूर्ति का निर्माण चल रहा था। वह मूर्ति किसी विशाल योद्धा की लग रही थी, जिसके 7 सिर थे और हर एक सिर किसी जानवर का था।

“बाप रे.......... ये कौन सा योद्धा है, इसका एक सिर शेर का, एक घोड़े का, एक बंदर, एक हाथी, एक गाय, एक गरुड़ और एक मगरमच्छ का है। ऐसे योद्धा का तो वर्णन भी नहीं सुना किसी किताब में। मुझे यह जगह बहुत ज़्यादा खतरनाक दिख रही है। मुझे तुरंत यहां से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढना होगा।"

व्योम उस जगह से भी निकलकर वापस सुरंग में आ गया और सुरंग के एक नये रस्ते पर चल दिया।

वह रास्ता एक महल में निकल रहा था।

महल के बीचोबीच एक शानदार पानी का फव्वारा चल रहा था। उस फव्वारे के चारो ओर बहुत से कमरे बने थे, पर वहां पर कोई भी नजर नहीं आ रहा था। व्योम ने जल्दी-जल्दी झांक कर अलग-अलग कमरो में देखना शुरू कर दिया।

कोई कमरा बेडरूम जैसा लग रहा था, तो कोई किचन जैसा। एक कमरे में तो किताबें ही किताबें भरी हुई थी।

वहां देखकर साफ पता चल रहा था कि इस क्षेत्र में कोई एक ही आदमी रहता है और वो भी इस समय यहां से कहीं गया है।

एक कमरे में जैसे व्योम ने झांका, वह हैरान रह गया। उस कमरे में चारो तरफ स्क्रीन ही स्क्रीन लगी थी। हर स्क्रीन पर अलग वीडियो चलती दिख रही थी। अधिकतर वीडियो जंगलो के थे।

ऐसा लग रहा था कि किसी जंगल में हजारों वीडियो कैमरे लगे हुए हो।
एक तरफ व्योम को वह दृश्य भी दिखाई दिये, जिसे अभी वह देख कर आया था।

तभी व्योम की नजर एक वीडियो पर जाकर अटक गयी, उस वीडियो में कुछ इंसान जंगल में जाते हुए दिखाई दे रहे थे।

“कहीं ये ‘सुप्रीम’ के लोग तो नहीं क्यूं कि सभी के कपड़े गंदे दिख रहे हैं और जिस प्रकार ये चल रहे हैं, उससे साफ दिख रहा है कि ये लोग इस जंगल से अंजान हैं।"

चूंकि उस वीडियो से आवाज नहीं आ रही थी, इसिलये व्योम यह नहीं जान पाया कि वह क्या बात कर रहे हैं?

तभी व्योम को एक किनारे रखी हुई एक आदमकद मशीन दिखाई दी। उस मशीन पर एक छोटा सा प्लैटफ़ॉर्म बना था।

उसके सिर वाली जगह पर कोई कैमरे जैसी चीज बिल्कुल किसी स्नानघर के शावर की तरह लग रही थी। उस मशीन पर बहुत से अलग-अलग रंग के बटन भी लगे थे।

व्योम उस मशीन के प्लैटफ़ॉर्म पर चढ़कर उसे ध्यान से देखने लगा। देखते-देखते व्योम ने उस मशीन पर लगे एक नीले बटन को दबा दिया।

बटन को दबाते ही ऊपर लगे कैमरे जैसे यंत्र से एक नीले रंग की तेज रोशनी निकलकर व्योम के ऊपर गिरी।

उस रोशनी के गिरते ही व्योम को अपना शरीर लाखों टुकडो में बंटता हुआ सा महसूस हुआ। उसे ऐसा लगा जैसे उसका शरीर किसी अंधे कुएं में गिर रहा हो।

चैपटर-10 (असलम का रहस्य)

(9 जनवरी 2002, बुधवार, 12:30, मायावन, अराका द्वीप)

चलते-चलते दोपहर का समय हो गया था। सुयश ने एक नजर अपने साथियों पर डाली। एलेक्स और क्रिस्टी को छोड़कर सभी के चेहरे उतरे हुए लग रहे थे।

ड्रेजलर की मौत के बाद अब 11 लोग बचे थे। सुयश भी आदमखोर पेड़ से मरते-मरते बचा था।

इस समय सभी छोटे-छोटे पौधो वाले स्थान से गुजर रहे थे।

“ये कैप्टन हमको जंगल में घसीटे जा रहा है। आखिर हमें तलाश किसकी है?" जॉनी ने धीरे से जैक के कान में फुसफुसा कर कहा।

“कैप्टन हमें नहीं घसीट रहा बेवकूफ।" जैक ने भी धीमे स्वर में कहा- “हम खुद उसके पीछे-पीछे चल रहे हैं और हमें इंसानों की तलाश है। शायद इस जंगल के दूसरी ओर कोई कबीला हो? और हमें वहां से किसी तरह की मदद मिल जाए?"

“आदिवासी कबीला!" जॉनी यह सुनकर खुश हो गया- “फ़िर तो वहां पर शराब भी मिल जायेगी। सुना है कबीले वालों के पास बहुत अलग तरह की शराब होती है।"

“अबे नशेड़ी।" जैक ने झुंझलाते हुए कहा- “यहां सबकी जान पर बन आयी है और तुझे शराब की चिंता हो रही है।"

“मुझे कहां चिंता......।" कुछ कहते-कहते जॉनी अचानक किसी आवाज को सुन चुप हो गया।

जॉनी ने मुंह पर उंगली रखकर जैक को भी चुप रहने का इशारा किया।

“खड़-खड़-खड़"

तभी एक आवाज पुनः आयी। अब सभी का ध्यान आवाज की दिशा की ओर गया।

“यह तो सूखी पत्तियो के कुचलने की आवाज है।" शैफाली ने धीरे से कहा।

तभी सब को सामने से आता हुआ एक भयानक जंगली सुअर दिखायी दिया।

जंगली सुअर के नुकीले और लंबे दाँत उसके मुंह से बाहर निकले हुए थे। वह सुअर साइज में काफ़ी बड़ा था। उसके दाँतो की धार बहुत तेज नजर आ रही थी।

“कोई भागना नहीं।" अल्बर्ट ने धीमे स्वर में कहा- “सभी अपनी जगह पर रहें और हिलने डुलने की कोशिश ना करें।"

ऐमू की नजरें भी सुअर पर थी, पर ऐमू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखायी।
किसी के भी शरीर में तो कोई हरकत नहीं हो रही थी, पर सभी के दिल बहुत तेजी से धड़क रहे थे।

धीरे-धीरे वह जंगली सुअर उनके पास आता जा रहा था। तौफीक और ब्रेंडन ने चाकू निकालकर अपने हाथ में ले लिया था।

तभी डर की वजह से असलम के हाथ से उसका काला लेदर बैग छूटकर जमीन पर गिर गया।

खटके की आवाज सुन अब उस जंगली सुअर का ध्यान पूरी तरह से असलम पर हो गया।

सुअर ने असलम को देखते हुए एक तेज आवाज अपने मुंह से निकाली और दौड़ते हुए असलम की ओर झपटा।



जारी रहेगा________✍️
Superb quality update
 

KEKIUS MAXIMUS

Supreme
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romanchak update the teeno ..Vega ka saamna 2 khatarnak jeevo se ho gaya jaha par usko uski watch ne bacha liya .
Vyom ko ek sunahare manav ne bachaya aur wo jinda rehne ke liye machali aur nariyal ka sahara le raha hai .
Aakhir kar vyom aise jagah pahuch gaya hai jiske baare me usne suna tak nahi aur naa hi waisi technology dekhi hai .
tilisma me aur kya kya raaz chupe hai dekhte hai .
Kya wakai me ye koi alien ka adda hai ,ya kuch aur ..
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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अब आप कह रहे हैं तो मान लेता हूं.... मानना ही पड़ेगा :declare:
क्योंकि आपकी कहानी मेरे सिलेबस से ऊपर की है :D

फौजी भाई HalfbludPrince
की गांव देहात की जमींदारी, राजनीति, बदले, साज़िश की कहानियों का तो असल जिंदगी में भी भुक्तभोगी रहा हूं , तो उनकी तो कभी हरगिज नहीं मानी 😂 😆
मैंने हमेशा से कहा है कहानिया हमारे आसपास हमारे गली मोहल्ले मे ही घटित होती रहती है बस नजर चाहिए देखने की. शहर मे लोग जी ले उतना ही काफी है, शहरो मे हादसे होते है कहानिया आज भी गाँव की गलियों मे लिखी जा सकती है.
 

Napster

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#88.

तिलिस्मा का निर्माण

आज से 4 दिन पहले.....
(5 जनवरी 2002, शनिवार, 14:00, सामरा राज्य का समुद्र तट, अराका द्वीप)

व्योम को होश आ गया। सूरज बिल्कुल सिर पर चमक रहा था। व्योम ने एक बार अपनी आँखे खोली, फ़िर तेज रोशनी की वजह से वापस बंद कर ली।

व्योम ने पहले अपनी आँखो को दोनों हाथो से रगड़ा और फ़िर धीरे-धीरे उसे खोल दिया।
वह इस समय समुद्र के किनारे पानी पर पड़ा था।

लहरें बार-बार आकर उसके शरीर को चूम रही थी, जिसकी वजह से उसके कपड़े अभी भी गीले थे। समुद्र की लहरो के उसके शरीर पर टकराने की वजह से उसके कपड़ो में काफ़ी ज़्यादा रेत लगी हुई थी।

व्योम धीरे से खड़ा हुआ और अपने शरीर पर लगी रेत को अपने हाथो से झाड़कर साफ करने लगा।

कपड़े पर लगी रेत साफ करके व्योम ने पहले एक नजर समुद्र की लहरो पर मारी और फ़िर उस रहस्यमय द्वीप पर मौजूद जंगल की ओर देखा।

व्योम ने एक गहरी साँस ली और फ़िर अपने सफर के बारे में याद करना शुरू कर दिया कि कैसे किसी ने असलम को मारकर झरने में फेंक दिया था। फ़िर कुछ दिन बाद असलम ने न्यूयॉर्क बंदरगाह पर आकर स्मिथ के सामने अपने बारे में बताया, जिसकी वजह से व्योम हेलीकाप्टर के द्वारा बारामूडा त्रिकोण के रहस्यमय क्षेत्र में पहुंचा।

फ़िर जब धुंध ने उसका हेलीकाप्टर खराब कर दिया, तो उसने हेलीकाप्टर को पानी पर उतारकर बोट बना लिया। तभी उसे एक सुनहरी रोशनी दिखाई दी। जब उसका ध्यान रोशनी की ओर था, तभी पीछे से समुद्र की लहरें अचानक ऊपर उठी और उसकी बोट पर आकर गिर गयी।

बोट टूट गयी, पर व्योम ने समय रहते पानी में छलांग लगा कर अपनी जान बचा ली। पानी में गोता लगाते ही उसे पानी के अंदर एक चमकीली रोशनी बिखेरती उड़नतस्तरी दिखाई दी। यह देख उस पर बेहोशी सी छा गयी। बेहोश होने के पहले उसने केवल इतना देखा कि वह एक सुनहरे मानव के हाथो में है।

“बड़ा ही अजीब और रहस्यमयी क्षेत्र है यह तो।" व्योम मन ही मन बुदबुदाया- “पता नहीं कौन था वह सुनहरा मानव? जिसने मुझे बचाया। यह तो अच्छा हुआ कि मैं इस द्वीप के पास था, वरना मुझे समुंदर की लहरो में खो जाना था।"

अब व्योम की नजर अपनी अपनी बेल्ट में फंसे एक बैग की ओर गयी। उसने बैग से सारा सामान निकालकर वहीं जमीन पर बिखेर दिया और उसे चेक करने लगा।

बैग में जरूरत का वह सारा सामान था जो दुर्घटना के पहले ही व्योम ने अपने पास रख लिया था।

बैग में एक वॉटरप्रूफ रिवॉल्वर, उसकी कुछ गोलियां, एक धारदार बड़ा चाकू, एक लाइटर, एक शक्तिशाली पेंसिल-टॉर्च, पतली मगर बेहद मजबूत नायलोन की रस्सी, एक छोटा कैमपास, एक छोटी मगर शक्तिशाली दूरबीन, एक नोटबुक और एक बॉल पेन था।

व्योम ने सबकुछ चेक करने के बाद वापस अपने बैग में डाल लिया। व्योम ने खड़े होकर एक बार फ़िर उस रहस्यमयी द्वीप की ओर देखा। अब उसके दाँत गुस्से से भींच गए।

“अब मैं इस रहस्यमयी द्वीप का रहस्य जानकर ही रहूँगा।" व्योम मन ही मन बुदबुदाया और उठकर जंगल की ओर चल दिया।

व्योम को जंगल काफ़ी घना दिखाई दे रहा था।

व्योम के पैरो के नीचे से अब रेत ख़तम होने लगी थी। घास और झाड़ियां उसके पैर के नीचे आने लगी थी।

तभी अचानक व्योम किसी अदृश्य चीज से जोर से टकरा कर गिर गया।

“ये क्या था?" व्योम ने अपनी नजरों को इधर-उधर दौड़ाकर देखा, पर उसे अपने आस-पास कोई चीज दिखाइ नहीं दी।

व्योम उठकर खड़ा हुआ और उसने फ़िर अपने कदम को बढ़ाकर जंगल के अंदर जाना चाहा, पर इस बार व्योम सतर्क था।

व्योम का शरीर फ़िर किसी अदृश्य वस्तु से टकराया। चूंकि इस बार व्योम सतर्क था इसिलये इस बार वह गिरा नहीं।

व्योम ने तुरंत अपने बैग से चाकू निकालकर अपने दाहिने हाथ में ले लिया।

इस बार व्योम ने खुद आगे ना बढ़कर अपना बांया हाथ आगे बढ़ाकर देखा। उसका हाथ किसी अदृश्य दीवार से टकराया।

व्योम ने उस दीवार को टटोलकर देखा, वह अदृश्य दीवार उसे किसी सख्त धातु की बनी दिखाई दी।

व्योम को समझ नहीं आया कि यह कौन सी धातु है, जो इस कदर पारदर्शी है कि उसके आर-पार की हर वस्तु बिल्कुल साफ दिखाई दे रही है।

व्योम ने चाकू की मूठ से उस अदृश्य दीवार पर एक चोट करके देखा। कोई आवाज तो नहीं हुई पर व्योम का हाथ जरूर इस वार से झनझना उठा।

इस बार व्योम ने थोड़ा और आगे बढ़कर जंगल में घुसने की कोशिश की, पर वहां भी वह अदृश्य दीवार थी।

आधे घंटे के अंदर व्योम ने बहुत सी स्थानो से जंगल में घुसने की कोशिश की। मगर सब व्यर्थ गया, अदृश्य दीवार हर जगह मौजूद थी।

“यह कैसी दीवार है, ऐसी दीवार के बारे में तो मैने कभी सुना भी नहीं। पता नहीं कौन सी तकनीक का प्रयोग करके इस दीवार को बनाया है?"

व्योम मन ही मन बुदबुदाया- “ऐसे तो मैं जंगल में घुस ही नहीं पाऊंगा। अगर मैं जंगल में प्रवेश नहीं कर पाया तो मैं खाऊंगा-पीयूंगा क्या?"

लगभग 2 घंटे की मेहनत के बाद व्योम समझ गया कि जंगल के अंदर घुसने का कोई रास्ता नहीं है। इसिलये उसने अब अपना लक्ष्य परिवर्तन कर दिया।

उसने एक बड़ी सी लकड़ी के नीचे अपने चाकू को बांधकर मछलियों का शिकार करना शुरू कर दिया।

व्योम ने आग जलाकर कुछ मछलियों को पका लिया। खाने की समस्या तो हल हो गयी थी, अब बची थी पीने की समस्या। तो व्योम ने देखा कि कुछ नारियल के पेड़ समुद्र किनारे पर भी थे।

व्योम ने नारियल को तोड़ उसका पानी भी लिया। दिन ख़त्म हो गया। व्योम ने वहीं समुद्र के किनारे पर आग जलाकर रात बिताई।

अब व्योम की यही रोज की दिनचर्या बन चुकी थी। वह रोज पहले कुछ देर तक उस जंगल में अंदर घुसने का रास्ता ढूंढता, फ़िर मछलियों का शिकार करके उन्हें पकाकर खाता।

धीरे-धीरे ऐसे करते हुए दिन बीतने लगे। आज व्योम को होश आये 4 दिन बीत चुके थे।

व्योम एक पत्थर पर बैठकर अपने चाकू पर धार लगा रहा था कि तभी उसे समुद्र के पानी में एक
ब्लू-व्हेल दिखाई दी।

“यह कैसे पॉसीबल है? ब्लू-व्हेल तो समुद्र के गहरे पानी में रहती है। यह इस द्वीप के इतने किनारे तक कैसे आ गयी? किसी भी द्वीप के किनारे पर तो काफ़ी कम पानी होता है। ऐेसे में ब्लू-व्हेल इतने कम पानी में कैसे तैर सकती है?"

यह विचार दिमाग में आते ही व्योम ने अपने बैग को चेक किया और तुरंत पानी में छलांग लगा दी।
व्योम पानी के अंदर ही अंदर तैर रहा था।

थोड़ी ही देर में पानी के अंदर द्वीप की जमीन दिखाई देना बंद हो गयी।

“यह कैसे संभव है? यह द्वीप की जमीन इतनी जल्दी कैसे ख़त्म हो गयी?"

अब व्योम एक बार पानी के ऊपर आया और अपने फेफड़ो में जोर की हवा भरकर, उसने दोबारा डाइव मार दी।

अब वह कम से कम 25 मिनट तक पानी के अंदर रह सकता था। पानी के अंदर अब कहीं भी व्योम को ब्लू-व्हेल नहीं दिखाई दे रही थी।

व्योम धीरे-धीरे पानी के नीचे और नीचे जा रहा था।

समुद्र का पानी अंदर से साफ था, इसिलये अंदर का नजारा बिल्कुल साफ दिखाई दे रहा था।

तभी नीचे का नजारा देखकर व्योम हैरान रह गया क्यों कि वह द्वीप समुद्र की तली से जुड़ा हुआ नहीं था। वह पानी पर तैर रहा था।

“यह कैसे संभव है? यह द्वीप तो पानी पर तैर रहा है। और....और नीचे से देखने पर यह द्वीप किसी विशालकाय पानी के जहाज के जैसा लग रहा है। थोड़ा और पास चलकर देखता हूं।"

यह सोचकर व्योम ने थोड़ा और पास जाकर नीचे से द्वीप की सतह को देखा। नीचे से द्वीप की सतह किसी सुनहरी धातु की बनी दिख रही थी।

“यह तो किसी धातु का बना कोई कृत्रिम द्वीप लग रहा है। इतने विशालकाय कृत्रिम द्वीप को किसने बनाया होगा? मुझे तो यह कोई ‘एलियन’ की टेक्नोलॉजी लग रही है? मनुष्य अभी इतना विकसित नहीं हुआ कि इस प्रकार की कोई रचना कर सके? कहीं यह एलियन का कोई बहुत बड़ा अंतरिक्ष-यान तो नहीं?"

व्योम के दिमाग में ऐसे ही अजीब-अजीब से विचार आ रहे थे।

तभी व्योम को उस ब्लू-व्हेल का ख़याल आया। उसने चारो तरफ नजर दौड़ा कर देखा, पर ब्लू-व्हेल उसे कहीं दिखाई नहीं दी।

व्योम को पानी के नीचे आये हुए 10 मिनट बीत चुके थे।

व्योम अभी इसी उलझन में फंसा था कि तभी द्वीप के एक निचले हिस्से से, एक काँच की लगभग 10 फुट लंबी, आदमकद कैप्सूलनुमा ट्यूब गोली की रफ़्तार से निकली और पानी में कहीं जाकर गायब हो गयी।

व्योम तेजी से तैरकर उस जगह पहुंच गया, जहां से वह काँच की ट्यूब निकली थी।

द्वीप में उस जगह पर एक दरवाजा दिखाई दे रहा था, जो कि धीरे-धीरे बंद हो रहा था।

व्योम बिना समय गंवाए उस रास्ते में प्रविष्ट हो गया। व्योम के अंदर घुसते ही वह दरवाजा स्वतः ही बंद हो गया।

ये एक बहुत चौड़ी सुरंग थी, जिसमें पानी भरा हुआ था। व्योम लगातार तैरते हुए आगे बढ़ रहा था।

लगभग 10 मिनट तक तैरने के बाद व्योम को पानी में वही ब्लू-व्हेल खड़ी हुई दिखाई दी। ऐसा लग रहा था जैसे ब्लू-व्हेल वहां सो रही हो। ऊपर पानी की सतह पर उजाला भी दिख रहा था।

एक बार तो व्योम ब्लू-व्हेल को वहां देखकर डर सा गया, पर फ़िर वह ब्लू-व्हेल से थोड़ी दूरी बनाकर पानी की सतह पर निकला।

बाहर का नजारा देखकर वह पूरी तरह से हैरान रह गया। वह एक बहुत बड़ा विशालकाय कमरा था। उसे देखकर ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी पहाड़ को अंदर से खोखला करके उस कमरे को बनाया गया हो या फ़िर वह कोई विशालकाय पिरामिड हो।

उस कमरे में किनारे-किनारे पत्थरो से फ़्लोर बनाया गया था। एक नजर में वह कोई बहुत बड़ा स्वीमिंग पूल जैसा नजर आ रहा था। कमरे में चारो तरफ सुरंग जैसे कई रास्ते बने थे।

वहीं एक किनारे पर ब्लू-व्हेल सो रही थी।

“यह जगह तो किसी इंसान द्वारा बनायी गयी लग रही है या फ़िर एलियन द्वारा?"



जारी रहेगा______✍️
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अत्यंत रोमांचकारी अपडेट है भाई मजा आ गया
 

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व्योम धीरे से पानी से बाहर निकला और चलता हुआ उस ब्लू-व्हेल के चेहरे के पास पहुंच गया।

ब्लू-व्हेल बिल्कुल भी हिल नहीं रही थी।

थोड़ा और पास जाने पर व्योम को उस ब्लू-व्हेल का पेट एक जगह से कटा हुआ दिखाई दिया। जहां पर एक दरवाजा लगा हुआ था।

“यह क्या? यह तो नकली व्हेल है.... नहीं नहीं शायद यह कोई पंडुब्बी है जो ब्लू-व्हेल की शकल में है। पर यह तो बिल्कुल सजीव जैसी दिख रही है। अब तो श्योर हो गया कि यह पृथ्वी की टेक्नोलॉजी नहीं है।

शायद यह कोई एलियन का ‘सब स्टेशन’ है, जो वह इंसानो की नजर से छिपाने के लिये इस प्रकार बना कर रखे हैं। पर ... पर यहां पर मैं साँस ले पा रहा हूं। यानी कि यहां पर पर्याप्त ऑक्सीजन है और ऐसा तभी हो सकता है, जब कि यहां रहने वाला भी साँस लेने में ऑक्सीजन का ही प्रयोग करता हो। तो फिर क्या एलियन भी ऑक्सीजन लेते हैं?"

ऐसा लगा जैसे कि व्योम के दिमाग में प्रश्नो की लाइब्रेरी खुल गयी हो।

अब व्योम का ध्यान उन सुरंग की ओर गया। कुछ देर सोचने के बाद व्योम एक सुरंग में दाख़िल हो गया।

वह सुरंग जिस जगह निकली, उसे देखकर व्योम हैरान रह गया।

वह न्यूयॉर्क शहर की डमी लग रहा था और वहां मौजूद बहुत से लोग स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का निर्माण कर रहे थे।

व्योम कुछ देर सोचता रहा और फ़िर पास से जा रही एक लड़की को रोककर पूछा- “यह कौन सी जगह है?"

लड़की ने व्योम को ऊपर से नीचे तक देखा और फ़िर बोली-

“क्या तुम अपना प्रोग्राम डिलीट कर बैठे हो?"

व्योम को कुछ समझ में नहीं आया, पर उसने धीरे से हां में सिर हिला दिया।

“तो जाकर उस मशीन से अपने को रीबूट कर लो।"
इतना कहकर उस लड़की ने व्योम को एक मशीन की तरफ इशारा किया और आगे बढ़ गयी।

“प्रोग्राम, डिलीट,रीबूट...क्या बोल गयी वह लड़की? कहीं...कहीं मैं किसी कंप्यूटर प्रोग्राम में तो नहीं आ गया।"

अब व्योम की निगाहें उस मशीन की ओर थी, जिसकी तरफ उस लड़की ने इशारा किया था।

व्योम चलते हुए उस मशीन के पास पहुंच गया। मशीन पर काफ़ी बटन लगे हुए थे।

कुछ सोचने के बाद व्योम ने एक बटन को दबा दिया। उस बटन के दबाते ही सामने लगी स्क्रीन रोशन हो गयी और उसमें लगभग 18 साल की आयु वाले एक लड़के की फोटो दिखाई दी।

“कैस्पर आपका न्यूयॉर्क शहर प्रोग्राम में स्वागत करता है। मैं आपकी किस प्रकार मदद कर सकता हूं?" मशीन से आवाज आयी।

“मैं इस शहर के बारे में जानना चाहता हूं?" व्योम ने कहा।

“ये ‘तिलिस्मा प्रोजेक्ट 3.2‘ का न्यूयॉर्क शहर है, यहां पर स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी का निर्माण किया जा रहा है।"

“ये ‘तिलिस्मा प्रोजेक्ट क्या है?" व्योम ने दोबारा पूछा।

“माफ कीजियेगा, मगर इस प्रश्न का जवाब देने के लिये मुझे आपका सुरक्षा कोड जानना होगा।" कैस्पर ने कहा।

“अच्छा वो छोड़ो। ये बताओ कि तुम कौन हो?" व्योम ने प्रश्न को बदलते हुए पूछा।

“मेरा नाम कैस्पर है, मैं इस तिलिस्मा के सारे कंप्यूटर का संचालन करता हूं।" कैस्पर ने कहा।

“क्या यहां पर मौजूद सभी इंसान रोबोट हैं?" व्योम ने पूछा।

“नहीं। यह सब तिलिस्मा प्रोग्राम का हिस्सा हैं। प्रोग्राम के ख़तम होते ही यह सब भी गायब हो जाएंगे।" कैस्पर ने कहा।

“तुम्हारा निर्माण किसने किया?" व्योम ने पूछा।

“मेरा निर्माण किसी ने नहीं किया। मैंने अपना निर्माण स्वयं किया है।" कैस्पर ने कहा- “और आपके प्रश्न पूछने की अवधि अब समाप्त होती है।"

इतना कहने के बाद उस मशीन पर लगी स्क्रीन ऑफ हो गयी।

व्योम केवल इतना समझ पाया कि यह द्वीप किसी दूसरे ग्रह के वासिओ का अड्डा है, जहां की तकनीक बहुत ज़्यादा विकसित है और यह लोग किसी तिलिस्मा नाम के प्रोजेक्ट का निर्माण कर रहे हैं।

उस स्थान से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था, इसलिये व्योम उस सुरंग के रास्ते ब्लू-व्हेल वाले रास्ते पर पहुंच गया।

यहां से निकलने का रास्ता ढूंढने के लिये व्योम अब सुरंग के दूसरे रास्ते में प्रविष्ट हो गया।

दूसरी जगह एक ऐसे स्थान पर जाकर खुली, जो इस ग्रह का वातावरण ही नहीं लग रहा था।

पूरा वातावरण लाल रंग से निर्मित था। वहां पर एक लगभग 500 फुट ऊंची मूर्ति का निर्माण चल रहा था। वह मूर्ति किसी विशाल योद्धा की लग रही थी, जिसके 7 सिर थे और हर एक सिर किसी जानवर का था।

“बाप रे.......... ये कौन सा योद्धा है, इसका एक सिर शेर का, एक घोड़े का, एक बंदर, एक हाथी, एक गाय, एक गरुड़ और एक मगरमच्छ का है। ऐसे योद्धा का तो वर्णन भी नहीं सुना किसी किताब में। मुझे यह जगह बहुत ज़्यादा खतरनाक दिख रही है। मुझे तुरंत यहां से बाहर निकलने का रास्ता ढूंढना होगा।"

व्योम उस जगह से भी निकलकर वापस सुरंग में आ गया और सुरंग के एक नये रस्ते पर चल दिया।

वह रास्ता एक महल में निकल रहा था।

महल के बीचोबीच एक शानदार पानी का फव्वारा चल रहा था। उस फव्वारे के चारो ओर बहुत से कमरे बने थे, पर वहां पर कोई भी नजर नहीं आ रहा था। व्योम ने जल्दी-जल्दी झांक कर अलग-अलग कमरो में देखना शुरू कर दिया।

कोई कमरा बेडरूम जैसा लग रहा था, तो कोई किचन जैसा। एक कमरे में तो किताबें ही किताबें भरी हुई थी।

वहां देखकर साफ पता चल रहा था कि इस क्षेत्र में कोई एक ही आदमी रहता है और वो भी इस समय यहां से कहीं गया है।

एक कमरे में जैसे व्योम ने झांका, वह हैरान रह गया। उस कमरे में चारो तरफ स्क्रीन ही स्क्रीन लगी थी। हर स्क्रीन पर अलग वीडियो चलती दिख रही थी। अधिकतर वीडियो जंगलो के थे।

ऐसा लग रहा था कि किसी जंगल में हजारों वीडियो कैमरे लगे हुए हो।
एक तरफ व्योम को वह दृश्य भी दिखाई दिये, जिसे अभी वह देख कर आया था।

तभी व्योम की नजर एक वीडियो पर जाकर अटक गयी, उस वीडियो में कुछ इंसान जंगल में जाते हुए दिखाई दे रहे थे।

“कहीं ये ‘सुप्रीम’ के लोग तो नहीं क्यूं कि सभी के कपड़े गंदे दिख रहे हैं और जिस प्रकार ये चल रहे हैं, उससे साफ दिख रहा है कि ये लोग इस जंगल से अंजान हैं।"

चूंकि उस वीडियो से आवाज नहीं आ रही थी, इसिलये व्योम यह नहीं जान पाया कि वह क्या बात कर रहे हैं?

तभी व्योम को एक किनारे रखी हुई एक आदमकद मशीन दिखाई दी। उस मशीन पर एक छोटा सा प्लैटफ़ॉर्म बना था।

उसके सिर वाली जगह पर कोई कैमरे जैसी चीज बिल्कुल किसी स्नानघर के शावर की तरह लग रही थी। उस मशीन पर बहुत से अलग-अलग रंग के बटन भी लगे थे।

व्योम उस मशीन के प्लैटफ़ॉर्म पर चढ़कर उसे ध्यान से देखने लगा। देखते-देखते व्योम ने उस मशीन पर लगे एक नीले बटन को दबा दिया।

बटन को दबाते ही ऊपर लगे कैमरे जैसे यंत्र से एक नीले रंग की तेज रोशनी निकलकर व्योम के ऊपर गिरी।

उस रोशनी के गिरते ही व्योम को अपना शरीर लाखों टुकडो में बंटता हुआ सा महसूस हुआ। उसे ऐसा लगा जैसे उसका शरीर किसी अंधे कुएं में गिर रहा हो।

चैपटर-10 (असलम का रहस्य)

(9 जनवरी 2002, बुधवार, 12:30, मायावन, अराका द्वीप)

चलते-चलते दोपहर का समय हो गया था। सुयश ने एक नजर अपने साथियों पर डाली। एलेक्स और क्रिस्टी को छोड़कर सभी के चेहरे उतरे हुए लग रहे थे।

ड्रेजलर की मौत के बाद अब 11 लोग बचे थे। सुयश भी आदमखोर पेड़ से मरते-मरते बचा था।

इस समय सभी छोटे-छोटे पौधो वाले स्थान से गुजर रहे थे।

“ये कैप्टन हमको जंगल में घसीटे जा रहा है। आखिर हमें तलाश किसकी है?" जॉनी ने धीरे से जैक के कान में फुसफुसा कर कहा।

“कैप्टन हमें नहीं घसीट रहा बेवकूफ।" जैक ने भी धीमे स्वर में कहा- “हम खुद उसके पीछे-पीछे चल रहे हैं और हमें इंसानों की तलाश है। शायद इस जंगल के दूसरी ओर कोई कबीला हो? और हमें वहां से किसी तरह की मदद मिल जाए?"

“आदिवासी कबीला!" जॉनी यह सुनकर खुश हो गया- “फ़िर तो वहां पर शराब भी मिल जायेगी। सुना है कबीले वालों के पास बहुत अलग तरह की शराब होती है।"

“अबे नशेड़ी।" जैक ने झुंझलाते हुए कहा- “यहां सबकी जान पर बन आयी है और तुझे शराब की चिंता हो रही है।"

“मुझे कहां चिंता......।" कुछ कहते-कहते जॉनी अचानक किसी आवाज को सुन चुप हो गया।

जॉनी ने मुंह पर उंगली रखकर जैक को भी चुप रहने का इशारा किया।

“खड़-खड़-खड़"

तभी एक आवाज पुनः आयी। अब सभी का ध्यान आवाज की दिशा की ओर गया।

“यह तो सूखी पत्तियो के कुचलने की आवाज है।" शैफाली ने धीरे से कहा।

तभी सब को सामने से आता हुआ एक भयानक जंगली सुअर दिखायी दिया।

जंगली सुअर के नुकीले और लंबे दाँत उसके मुंह से बाहर निकले हुए थे। वह सुअर साइज में काफ़ी बड़ा था। उसके दाँतो की धार बहुत तेज नजर आ रही थी।

“कोई भागना नहीं।" अल्बर्ट ने धीमे स्वर में कहा- “सभी अपनी जगह पर रहें और हिलने डुलने की कोशिश ना करें।"

ऐमू की नजरें भी सुअर पर थी, पर ऐमू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखायी।
किसी के भी शरीर में तो कोई हरकत नहीं हो रही थी, पर सभी के दिल बहुत तेजी से धड़क रहे थे।

धीरे-धीरे वह जंगली सुअर उनके पास आता जा रहा था। तौफीक और ब्रेंडन ने चाकू निकालकर अपने हाथ में ले लिया था।

तभी डर की वजह से असलम के हाथ से उसका काला लेदर बैग छूटकर जमीन पर गिर गया।

खटके की आवाज सुन अब उस जंगली सुअर का ध्यान पूरी तरह से असलम पर हो गया।

सुअर ने असलम को देखते हुए एक तेज आवाज अपने मुंह से निकाली और दौड़ते हुए असलम की ओर झपटा।



जारी रहेगा________✍️
बहुत ही सुंदर लाजवाब खतरनाक और जबरदस्त अपडेट हैं भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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मैंने हमेशा से कहा है कहानिया हमारे आसपास हमारे गली मोहल्ले मे ही घटित होती रहती है बस नजर चाहिए देखने की. शहर मे लोग जी ले उतना ही काफी है, शहरो मे हादसे होते है कहानिया आज भी गाँव की गलियों मे लिखी जा सकती है.
Baat to aapki sahi hai mitra:approve:
Maine bhi kitni baar tag kiya, per aap aaye hi nahi:noo:
 

Raj_sharma

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romanchak update the teeno ..Vega ka saamna 2 khatarnak jeevo se ho gaya jaha par usko uski watch ne bacha liya .
Vyom ko ek sunahare manav ne bachaya aur wo jinda rehne ke liye machali aur nariyal ka sahara le raha hai .
Aakhir kar vyom aise jagah pahuch gaya hai jiske baare me usne suna tak nahi aur naa hi waisi technology dekhi hai .
tilisma me aur kya kya raaz chupe hai dekhte hai .
Kya wakai me ye koi alien ka adda hai ,ya kuch aur ..
Alien 👽nahi bhai :nope:
wo kuch or hi hai, ya ye kah sakte hain ki wo अती मानवीय है। ओर दैवीय सहायता से कुछ भी संभव है।:declare:व्योम का संघर्ष चालू हो चुका है। आगे ओर भी रहस्य और रोमांच आप की प्रतीक्षा कर रहा है मित्र। :approve:
Thank you very much for your wonderful review and support :hug:
 

Raj_sharma

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बहुत ही सुंदर लाजवाब और अत्यंत रोमांचकारी अपडेट है भाई मजा आ गया
Thank you very much for your valuable review bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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बहुत ही सुंदर लाजवाब खतरनाक और जबरदस्त अपडेट हैं भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
Thank you very much for your valuable review and support bhai, agla update kal milega :thanx:
 
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