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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

TharkiPo

Dramatic Entrance
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UPDATE 134

पिछले अपडेट मे आपने पढ़ा कि निशा की मस्ती कैसे उसी पर भारी पड गयी ,,भाई को रिझाने के चक्कर मे बाप भी लाईन मे आ गया । वही राज के जीवन मे रौनक लौट आई है क्योकि रोहन के जाने के बाद अब वो फिर से काजल भाभी से नजदीकिया बढाने के मूड मे है । देखते आगे क्या होता है क्योकि फिलहाल तो अभी निशा अपनी गीली चुत लेके राहुल के पास जा रही है ।


अब आगे


लेखक की जुबानी

निशा की चुत वो कहानी पढने के बाद रसने लगी । उसका मन हो रहा था कि अभी राहुल आये और उसे हचक के चोद दे । मगर इतना आसान था कहा उसने खुद ही अपनी खुशियो पर बंदीसे लगा रखी थी ।
वो कुछ सोच कर राहुल के कमरे मे जाती है और दरवाजा पर हल्का सा खटखट करती है ताकी मम्मी पापा को आवाज ना जाये ।

अन्दर राहुल अपनी दीदी की उसी पैंटी के साथ खेल रहा था जिसे उसने शाम को अरगन से उतारा था और उसे सूंघते हुए अपना लण्ड हिला रहा था ।
दरवाजे पर खट खट से वो समझ गया कि दीदी ही आई होगी ।

उसने वो पैंटी वापस से लोवर मे रख ली और अपना लण्ड सीधा करके लोवर मे टेन्ट बनाते हुए दरवाजा खोला ।

राहुल की नजरे सीधे निशा के कड़े निप्प्ल पर गयी जो उसके ढीले टीशर्ट मे भी बाहर की ओर तने हुए थे ।

निशा ने एक नजर राहुल के तने हुए लण्ड पर मारा और उसकी चुत कुलबुलाने लगी ।
पैंटी ना पहनने की वजह से उसके चुत का रस उसकी जांघो पर रिसने लगा था ।

तभी निशा की नजर राहुल के लोवर की जेब से झाकती उसकी पैंटी पर गयी और उसे बात करने का एक मुददा मिला गया । उसके जहन मे वाप्स से अमर और रेखा की मस्तिया याद आई
राहुल मुस्कराता हुआ - दीदी मोबाइल देने आई हो क्या ?

निशा ने नशीली आंखो से राहुल को निहारा - ना

राहुल की धडकनें तेज हो रही थी
" त त तो क्याआआ देने आई हो ", राहुल ने कापते हुए स्वर मे कहा

निशा मुस्कुरा कर राहुल की जेब से झाकती पैंटी की ओर इशारा करके बोला - मै वो लेने आई हू

पहले तो राहुल की आंखे चमकी की निशा उसके लण्ड की ओर इशारा कर रही है ,,लेकिन जल्द ही उसकी गलतफहमी दुर हो गयी जब निशा ने लपक कर राहुल के जेब से अपनी पैंटी खिच ली

फिर उसे राहुल के सामने फैलाकर देखते हुए - इसमे दाग तो नही लगाया ना

राहुल - नहीं दीदी

निशा - हम्म्म और मेरी ब्रा दे चल।
राहुल ने उसे भी दुसरी जेब से निकाल कर निशा के दिया ।
निशा उसे भी चेक करते हुए - इतना ही मन होता है तो किसी को पटा क्यू नही लेता ।

राहुल मुस्कुरा कर - पटा तो रहा हू लेकिन आप भाव ही नही दे रहे हो हिहिहिही

निशा हस्ते हुए - अच्छा वो कब ट्राई किया तुने मुझे तो पता ही चला कि तु मुझपे लाईन मार रहा था ।

राहुल ने उसके सामने ही अपना लण्ड भीचते हुए अपने होठो पर जीभ फिराने लगा ।

निशा हसकर राहुल के कान के पास चपट लगाते हुए - कमीने इसे हवस कहते है प्यार नही , सुधर जा सुधर जा

राहुल आंखे निशा के चुचो पर गिराते हुए - कैसे सुधरु दीदी कोई चाह्ता ही है कि मै बिगडा रहू

निशा - छीईई कितना कमीना है रे तु , कहा से सिख रहा है ये सब हम्म्म बोल

राहुल बेशरम होकर निशा के चुचो की ओर इशारा करके - बता दू तो ये दिखाओगे

निशा की दिल की धडकनें तेज हो गयी । जी तो उस्का भी यही चाह रहा था कि अभी अपना टीशर्ट खोल कर अपनी चुचिया राहुल के हवाले कर दे ।

निशा आंखे उठा कर - तु तो ऐसे कह रहा है ,,जैसे तुने इन्हे देखा ही नही हो


राहुल निशा की बाते सुन कर अपना सुपाडा मुठियाने लगा , उसकी सासे गहरी होने लगी और दाँत पिसते हुए बोला - कहा दीदी , कभी नसीब ही नही हुआ

निशा इतराइ- मुझे तो लगा कि जब तु मुझे लाईन मार ही रहा है तो तुने चोरी छिपे इन्हे देख ही लिया होगा

राहुल की हालात खराब हो रही थी और वो नशे मे डुबा जा रहा था उसके हाथ खुद निशा के चुचो की ओर बढने लगे - काश दीदी मै इन्हे अह्ह्ह्ह

निशा खिल्खिला के फौरन हट गयी - हिहिहिही पहले बता कहा से सिख रहा है ये फलर्टबाजी हम्म्म फिर

राहुल मुस्कुरा कर - वही तो बता रहा हू दीदी इधर आओ तो
उसने निशा के हाथ पकड कर अपने पास खीचा और उसके कमर से हाथ को सरकाते हुए उसके कूल्हो पर फिराने लगा ।

निशा आंखे बन्द कर गहरी सासे लेने लगी और एक कसमसाहट थी उसकी सिस्कियो मे उसके चुचे अब और फुलने लगे थे ।
राहुल निशा के कूल्हो को सहलाते हुए - दीदी इसको हिलता देखता हू ना तो सब कुछ अपने आप मन मे चलाने लगता है और

निशा - उम्म्ंम्म्ं सीईईई लेकिन कैसेहह अम्म्म्ंं

राहुल निशा के करीब होकर उसके कान के पास जाकर उसके चुतडो को स्कर्ट के उपर से सहलाता हुआ - दीदी ये जो आपकी गाड़ है ना

निशा ऐसे खुले शब्द सुन कर थोडा शर्मायी और राहुल के सीने पर मुक्का मारते हुए - धत्त बेशरम ,,

राहुल थोडा मुस्कुरा कर निशा को अपने करीब खिचकर उसके चुतडो को सहलाते हुए - सुनो ना दीदी पहले ,, ये जो आपके गाड है ना इनको हिलते देखता हू ना तो मेरा वो खड़ा हो जाता है ।

निशा का दिल जोर से धड़का- क क क्याआआ

राहुल के निशा के हाथ को पकड कर अपने लण्ड पर लोवर के उपर से रख दिया - यही मेरा लण्ड

निशा ने फौरन अपना हाथ खिच लिया और राहुल के बाहो से छिटकने लगी ।
राहुल ने वापस उसे खिचते हुए उसका हाथ वापस से अपने खडे लण्ड पर रखते हुए - सुनो ना दीदी , जब ये मेरा लण्ड खड़ा हो जाता है ना तो अपने आप से सारी बाते दिमाग मे आने लगती है ।

निशा को राहुल का लण्ड अपने हथेली मे महसुस हो रहा था ,,उसे यकीन ही नही था कि सब कुछ ऐसे हो जायेगा ,,,कहा वो राहुल तडपाना चाह रही थी लेकिन अभी खुद तडप रही थी ।
उसने राहुल के लण्ड को पकड कर भीचना शुरु कर दिया ।

निशा - क्या बाते आती है राहुल उम्म्ंम्ं

राहुल समझ गया कि अब निशा उसके लिए तैयार है तो उसने उसे कमरे के अन्दर खिचकर दरवाजा बंद कर दिया और निशा को पीछे से दबोच लिया

राहुल उसके दोनो चुचो को मसलता हुआ - मेरे मन मे आता है ना दीदी

निशा अपने चुचो पर राहुल के स्पर्श पाकर पागल होने लगी ,,वही उसके चुतडो पर राहुल अपना लण्ड भी चुबा रहा था ।
निशा - क्याआह्ह्ह आता है उम्म्ंम्म्ं बोल ना राहुल

राहुल - दिदीईई मेरे मन मे आता है कि मै ऐसे ही आपकी ये चुचिया मिजू और

निशा अपने जिस्म को राहुल के उपर ढिला छोडती हुई - उम्म्ंम और क्याआह्ह राहुल

राहुल ने झटके मे निशा को सामने किया और झुककर टीशर्ट के उपर से ही उसके निप्प्ल को मुह मे भर लिया

निशा - अह्ह्ह्ह सीई उम्म्ं ओह्ह्ह भाईई उम्म्ंम

राहुल थोडा उपर से चुचियो को चुसा और अगले ही पल एक झटके मे निशा के टीशर्ट निकाल दिये और उसे बिस्तर पर गिरा दिया ।

निशा आधी नंगी बिस्तर पर थी और तकिये से अपनी चुचिया छिपा ली

राहुल ने यहा एक एक करके अपने सारे कपडे निकाल दिया और लण्ड मसल्ता हुआ बिस्तर पर आने लगा

निशा मुस्कुराते हुए उसे देख रही थी - ये क्या कर रहा है तू ,,,इसे क्यू निकाला

राहुल निशा के टांगो को फैलाते हुए अपनी ओर किया और जांघो को खोलकर उसके उपर आ गया

राहुल- अभी ब्ताता हू ना दीदी ,,पहले इन्हे चुस तो लू

राहुल ने निशा की दोनो चुचिता थाम ली और निप्प्ल को मुह मे भर लिया ।


निशा कसमसाने लगी ।
दोनो को देख कर लग ही नही रहा था कि ये उनके बिच पहली बार हो रहा था , किसी के मन मे कोई झिझक ना थी और दोनो ही एक दुसरे को पाने के लिए बेकरार हुए जा रहे थे ।
राहुल अपना लण्ड निचे के जांघो पर घिसता हुआ निशा की चुचिया पी रहा था ,,वही निशा उसके बालो मे हाथ फेर रही थी ।

निशा - राहुल सुन ना भाई ,अह्ह्ज सीईई सुन ना

राहुल ने नजरे उठा कर निशा को देखा
निशा मुस्कुरा कर - वो निचे डाल कर चुस ना इसे

राहुल का लण्ड तन गया और वो निशा के होठो को चुसने लगा और वही निशा अपनी स्कर्ट उथाने लगी ।

राहुल उठा और निशा की जांघो को खोला और लण्ड को अपनी दीदी की चुत पर लगाते हुए - दीदी तैयार हो ना ,, दर्द होगा थोडा

निशा मुस्कुराइ और मन मे बडबड़ाई - अरे तू डाल, तेरी दीदी ने इससे बड़ा वाला लिया है ।

निशा - आराम से डाल ना भाई उम्म्ंम अह्ह्ह ऐसे ही ओह्ह्ह्ह धिरे धीरे अह्ह्ह हाआ हा सीईईई उफ्फ्फ्फ

राहुल निशा के चेहरे के हाव भाव देखता हुआ बहुत ही आराम से लंड को अपनी दीदी की चुत मे डाल रहा था ,,हालकी उसे उतनी दिक्कत हो नही रही लण्ड घुसाने मे जितना निशा दिखा रही थी ।

राहुल ने जब पुरा लण्ड घुसा दिया तो वो निशा के उपर आकर उसकी चुचिया मिजता हुआ- अब पेलू दीदी
निशा ने एक गहरी सास ली और मुस्कुरा कर हा मे सर हिलाया

राहुल ने हल्के हल्के धक्के लगाने शुरु किया और वही निशा ने भी सिसकिया लेना शुरु कर दिया ।
राहुल - उम्म्ं दीदी थैंक्स अह्ह्ह्ह बहुत मजा आ रहा है हम्म्म्म ओह्ह्ह कितना गरम है

निशा - हम्म्म हा तेरा लण्ड भी तो गरम है भाईई अह्ह्ह चोद मुझे उम्म्ंम सीईई अह्ह्ह्ह थोडा कसके कर ना उम्म्ंम्ं

राहुल मुस्कुरा कर अपनी गती बढाता हुआ - ओह्ह्ह दीदीईई येलो और तेज्ज्झ्ह्ह अह्ह्ह्ह उम्म्ंम और कस के पेलू उम्म्ं

निशा - हा भाई खुब तेज चोद ना उम्म्ंम अह्ह्ह ओह्ह्ह ऐसे ही हा बहुत खुजली हो रही थी उम्म्ंम अह्ह्ह

राहुल - आह्ह दीदी मै हू ना ,,मै पेल पेल के सारी खुजली मिटा दूँगा उम्म्ंम

निशा मुस्कुराइ और बोली - क्यू तु अकेले ही मजे लेगा ,,अनुज को नही बुलायेगा

राहुल जहा था वही रुक गया
निशा मुस्कुरा के - मुझे पता है तुम दोनो मेरे पीछे हो

राहुल निशा को मुस्कुराता देखा तो उसका डर थोडा कम हुआ और वो वापस से हल्के हल्के धक्को से शुरुवात करने लगा - लेकिन आपको कैसे पता

निशा मुस्कुरा कर - तु मेरे मोबाइल मे क्या देख रहा क्या नही मुझे नही पता चलेगा उम्म्ंम ,अब चोद ना रुक क्यू गया

राहुल समझ गया कि दीदी ने ब्राऊजर से देख लिया होगा और वो धक्के लगाते हुए ।
निशा अब झटके खाते हुए - उम्म्ंम सीईई अह्ह्ह तो बता अनुज के साथ तेरा क्या प्लान है हम्म्म

राहुल थोडा मुस्कुरा कर धक्क लगाता हुआ - वो दीदी ,,,उसका कोई प्लान नही है लेकिन मैने उससे शर्त लगाई कि मै उसके सामने आपको चोदूंगा

निशा राहुल की बातो से उत्तेजित हो गयी और वो लण्ड अपने चुत मे कसते हुए बोली - तु सच मे बहिनचोद है रे ,,,कमीन कही का दुसरे के सामने अपनी दीदी को पेलेगा हम्म्म

राहुल अपना ध्क्का तेज करता हुआ - अह्ह्ह दीदी मान जाओ ना उम्म्ं प्लिज्ज

निशा मुस्कुरा कर - तु तो अनुज को दिखा कर शर्त जीत जायेगा ,,लेकिन मेरा क्या फायदा उम्म्ंम बोल

राहुल थोडा हिचक कर - आप चाहो तो अनुज से भी चुद लेना , हम दोनो मिल कर चोदेंगे दीदी बहुत मजा आयेगा आपको भी

निशा एक साथ दो लण्ड से चुदने का सोच्कर कर पागल सी होने लगी ,,लेकिन अब इत्नी जल्दी इसके लिए राजी नही हो सकती थी ।

निशा - नही मै नही अह्ह्ह सीईई मै नही अनुज से चुदुंगी उम्म्ंम अह्ह्ह
राहुल - अह्ह्ह दीदी प्लीज ना ,,देखो जैसे अभी मै आपको चोद रहा हू ना वैसे अनुज भी चोदेगा

निशा - न्हीई राहुल उम्म्ं अह्ह्ह
राहुल अब कस कस कर धक्के लगाने लगा और मिन्ंते करता हुआ - प्लीज ना दीदी ,,आह्ह प्लीज

निशा अब झड़ने के करीब थी तो उसने सिस्कते हुए हामी भर दी वही राहुल और जोश मे आ गया और तेजी से लण्ड गचागच निशा की चुत मे डाले जा रहा था।

निशा झड़ चुकी थी तो अपनी चुत का छ्लला राहुल के लण्ड पर कसने लगी ।
राहुल बार बार निशा से कबुलवा रहा था अनुज के साथ चुदवाने के लिए उसे एक जबरदस्त उत्तेजना मिल रही थी और वही निशा मुस्कुरा कर ना मे सर हिला रही थी । जिससे राहुल की चरम पर जाने गति और बढने लगी ।

राहुल - दिदीईई अह्ह्ह बोलो ना चुदोगी ना अनुज से भीई अह्ह्ह प्लिज्ज्ज सीईईई बोलो ना दीदी चुदवाओगी ना हम दोनो भाई से

निशा अब राहुल को पूरी तरह से अपने कब्जे मे ले चुकी थी और मुस्कुरा कर बडी अदा से राहुल की बातो को नकार रही थी लेकिन राहुल को उत्तेजना ही मिल रही थि और फीर उसने अपना लण्ड बाहर खीचा- अह्ह्ह दीदीईई अह्हीई ओह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह माआअह्ह उम्म्ह्ह्ह्ह सीईई दीदीईई आई लव युउउउऊ अह्ह्ह्ह

राहुल निशा के पेड़ू पर झड़ने लगा था उसके वीर्य के कुछ छीटे निशा के स्त्नो तक गये थे । फिर वो ढह कर वही लेट गया ।

निशा मुस्कुरा कर उठी और अपने जिस्मो को साफ किया फिर कपडे पहन कर चली गयी अपने कमरे मे ।
राहुल वही उसी हालत मे सो गया ।


अगली सुबह निशा उठी और अपने अपने कामों में लग गयी और जब किचन मे आई तो उसकी मा ने फिर से उसे टोका ।

शालिनी - ये क्या है , तु अब बडी हो गयी है , कम से कम दुपट्टा लेके तो रहा कर

निशा - क्या मा एक इत्नी गर्मी है और उपर से दुपट्टा । घर मे पापा और राहुल ही तो है ना कोई बाहर का तो नही है ना

शालिनी - हा तभी तो कल रात तेरे पापा ने बोला कि तुझे टेप लाकर देदू ,,

निशा चौकी - मतल्ब
शालिनी को लगा कि अगर निशा को उसके पापा के नाम पर थोडा डरायेगी तो शायद वो अपनी आदत सुधार ले और थोडा शालीनता से ढंग के कपड़े मे रहे ।

शालिनी झूठ का गुस्सा दिखाते हुए - और क्या कल तेरे पापा मुझपर गुस्सा हो रहे थे कि निशा के पास अन्दर वाले कपडे नही है क्या जो ऐसे घुमाती है ।

निशा का कालेज धक्क करके रह गया कि उसके पापा ने उसके हिलते चुचो को देख लिया ,,क्या सोच रहे होगे उसके बारे मे ।

निशा - सॉरी मम्मी लेकिन सच मेरे पास फुल टेप नही है और अब से मै ख्याल रखूंगी ।

शालिनी एक विजयी मुस्कुराहट के साथ - अच्छा वो तेरा नम्बर बता मै आज राज के यहा से लेते आऊंगी

निशा थोडा मुस्कुरा कर - वो 34 नम्बर का मम्मी , व्हाईट मे लेना काटन वाला

शालिनी - अच्छा ठिक है और जरा अभी तु मुझे अपनी ब्रा दिखाना तो वो जो तु लाई थी राज के यहा से , वो आरामदायक है ना तुझे


निशा हस्कर - हा मा बहुत कम्फोर्तेबल है ,,लेकिन एक ही है मेरे पास

शालिनी - थिक है मुझे दिखाना उसी माडल मे मै भी लूंगी ,,,, ये मेरी वाली चुबती है सोने पर

निशा - अरे मा तो आप ब्रा पहन के क्यू सोती हो , ब्रा पहन कर नही सोना चाहिये

शालिनी हस कर - अगर मै ना पहनू तो तेरे पापा रोज हिहिही.....।

निशा को शर्म आने लगी - धत्त मम्मी आप भी ना हिहिहिही ....।

शालिनी हस कर - और क्या देखना शादी के बाद तु पहन कर ही सोयेगी ,,,क्योकि इन मर्दो को रात भर टटोलने की आदत होती है हिहिहिही और तेरे पापा तो ....

निशा हसकर शर्म से लाल होती हुई - माआ बस भी करो हिहिहिही मुझे शर्म आ रही है ,,,,,हा नही तो ।


शालिनी - अरे मुझसे क्या शर्माना , बेटी जब बडी हो जाये तो उसकी मा उसकी दोस्त बन जाती है

निशा हस कर - रहने दो मा ,, आपको मेरी दोस्ती मह्गी पड़ जायेगी हिहिहिही

शालिनी - अच्छा वो भल क्यू

निशा - अरे आपसे दोस्ती कर ली तो पापा को जीजू कह के बूलाना पडेगा ना हिहिहिही

ये बोल कर निशा किचन से खिलखिलाकर भागी और शालिनी उसके जवाब सुन के उसके पीछे भागी - रुक बेशर्म कही की ,,, अपने पापा को जीजू बनायेगी हिहिहिही

निशा अन्तत: शालिनी के पकड मे थी ।
निशा हस्ते हुए - क्या मम्मी अब सहेली का पति को जीजू ही कहुन्गी ना हिहिही

शालिनी हस दी - धत्त पागल ,,,तुझसे तो बात ही करना बेकार है

शालिनी किचन मे जाने लगी तो निशा उसके बगल मे आकर उसके कन्धे पर हाथ रख कर - यार शालिनी , जीजू बड़े स्मार्ट लगते है ,,नम्बर देदे ना

शालिनी हस्कर गुस्सा दिखाते हुए निशा के कान ऐंठते हुए -बहुत बोल रही है तू ,,थोडी छूट क्या दी ह्म्म्ं ,,अप्ने बाप को लाईन मारेगी

निशा दर्द मे हस्ते हुए - अरे नही माआ सॉरी ना हिहिहिही प्लीज छोड दो वो तो मै मेरे जीजू का नम्बर माग रही थी हिहिहिह्जी पापा का थोडी

शालिनी वापस से उसके कान खीचते हुए - क्या बोली

निशा हसते हुए माफी मागने लगी - हिहिहिही सॉरी मम्मी प्लीज छोड दो अह्ह्ह दर्द हो रहा ,, नही कहूँगी अब

शालिनी ने उसके कान छोड दिये और निशा हस कर भागते हुए - देखना मै जीजू का नम्बर लेके रहूँगी हिहिहिही

ये बोलकर निशा अपने कमरे मे भाग गयी और शालिनी उसकी चंचलता और बचकानी हरकतो पर हसने लगी । ये सोच कर कि अभी कुछ सालो के लिए ही तो यहा पर है फिर अपने ससुराल चले ही जायेगी । शालिनी ने थोडा अपनी नम होती आंखो को आंचल से पोछा और किचन मे खाना ब्नाने चली गयी ।



राज की जुबानी

रोज की तरह आज भी मै दुकान पर बैठा हुआ था ।
शादियो का सीजन खतम हो गया और काफी सारे स्टॉक्स कम हो गये थे ।
अनुज भी मेरी हैल्प कर रहा था ,हमने सामानो की पर्ची बनानी शुरु की ।

फिर फोन पे ही ओर्डेर दे दिया
क्योकि ज्यादा सामानो के लिए मुझे अब बडे शहर नही जाना होता था । ऑर्डर कर देने पर अगले ही दिन सारा सामान और बिल आ जाता ।
नेक्स डे पर मै बैंक से पेमेंट करवा देता था ।

दोपहर तक हमने पर्ची बनाई और फिर अनुज खाने के लिए घर निकल गया ।

अभी भी मै कुछ बचे खुचे समान पर नजरे मार रहा था कि मेरे मोबाइल की घंटी बजी । ये निशा ही थी ।


दुकान मे कोई ग्राहक था नही तो मै भी मस्ती मे

मै - और जानेमन क्या हाला है ,,,कहातक बात पहुची
निशा हस कर - बिस्तर तक हिहिहिही
मै चहक कर - कर लिया ,,लेकिन कब और कैसे? अभी तो दो ही दिन हुए ना बताये ???
निशा - अब क्या करती वो जो कहानी पढ रही थी मै । उसी ने मेरे जज्बातो को बहला दिया और मै खुद को रोक नही पाई

मै हस कर - तब कितने राउंड हुए कल हम्म्म्म
निशा - धत्त एक ही तो ,,उसका पहली बार था और पता है उसने अनुज से शर्त लगायी है कि वो उसके सामने मुझे .....हिहिहिहिही

मै निशा को छेड़ता हुआ - उंहू एक साथ दो दो हा ...। मजे ले रही हो जानेमन

निशा - धत्त मै नही ऐसा कुछ करने वाली ...।
मै - अरे कर लो ना जान,,ट्राई करने मे क्या है अब ऐसे अपने छोटे भाई का दिल दुखाना अच्छा नही है ।

निशा - ओहोहोहो और मेरा वो दुखेगा तो ,,राहुल का तो एक हिसाब से तुमसे छोटा था पता नही अनुज का कैसा होगा । नही बाबा नही एक साथ दो नही ।

मै हस कर - कोई बात नही जैसी तुम्हारी मर्जी ,,वैसे अब रातो मे तडपना नही पडेगा

निशा शर्मा कर - हा लेकिन तुम्हारी कमी वो नही पूरी कर सकता ना

मै - कोई नही कभी मौका लगा तो मै भी हाथ साफ कर ही लूंगा


मै निशा से बात कर ही रहा था कि मेरे मोबाइल पर मैसेज बिप हुआ , जो काजल भाभी का था । मै मुस्कराया और निशा से बाद मे बात करने का बोल कर जल्दी से WhatsApp खोला

काजल - hey good morning
मै - are dophar ho gayi hai bhaabhi 😁
काजल - 😄😄 Ha ji
काजल - achcha suno ek kaam tha
मै - Ha kahiye na bhaabhi
काजल - wo kal mera ek parcel aayega le loge kya
मै चहक कर - isbaar kya hai
काजल - Wo kapde hi hai aur kya
मै - lekin pichli baar box bada tha , kya tha usme ? 🤔
काजल - 😄 kapde hi the ji
मै - lekin mai us din us box par item details padha tha to
मै - usme koi complete gadgets set ke baare me likha tha .

काजल थोडा रुक कर रिप्लाई की ...

काजल - Nahi to , aisa kuch nahi tha ... aur tum mere samaano ki jaasusi karate ho kya
मै -😄 are nahi nahi wo box bada tha to aise hi man hua dekh lu .
काजल - hmmm
मै - lekin Jab maine uska Barcode scan kiya to 😁 saare aujaar dikhe mujhe jo ap magwayi thi

काजल ने मैसेज देखा और थोडा देर चुप रही ....
मै - aap tensn na lo . Mai kisi ko nahi kahunga , bas mere kuch sawaal hai
काजल - kya ??
मै - wo mai kal parcel leke aaunga to btaaunga abhi bye
काजल - ok bye


मै समझ गया कि काजल भाभी की फट चुकी है और उसकी धडकनें इस समय तेज होगी । वो तो इस समय ये सोच रही होगी कि मुझसे सामना कैसे करेगी और मेरे सवाल क्या होने वाले है ।

जारी रहेगी
Behatareen update bhai Nisha aur Rahul ki kahani to aage badh chali ab aage dekhte hain kya kya hone wala hai..
 

Incestlover

Member
194
418
78
बेहतरीन अपडेट ,
पर राहुल और निशा का बहुत फास्ट हो गया पर जगीलाल और निशा में थोड़ा slow seduction रखना तभी मजा आएगा और लोग उसे रिलेट कर पाएंगे जल्दबाजी में उतना मजा नही आता ।
 

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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17,801
174
बेहतरीन अपडेट ,
पर राहुल और निशा का बहुत फास्ट हो गया पर जगीलाल और निशा में थोड़ा slow seduction रखना तभी मजा आएगा और लोग उसे रिलेट कर पाएंगे जल्दबाजी में उतना मजा नही आता ।
शुक्रिया दोस्त
लेकिन ये तो महज किसी बडे इवेंट की प्रस्तावना लिखी जा रही है :D लीड फैमिली की स्टोरी पर ही फोक्स रहता है। बस कुछ छोटे-मोटे संयोग बना रहा हूँ ताकी इस कहानी का मेगा इवेंट स्ताईबिलिस हो सके ।

और तब कही जाकर इस छोटे इवेंट को वहा रिलेट कर पाओगे :approve:
 

Bhaiji

Banned
145
182
43
I am reading sex stories since 2005 and I can say this one of the top 5 family stories

Normally log bhai bahen ko hi rakhte hain ya maa bete ko

Is story mein baap beti ka bhi hai wo seduction ke sath

Full family hai aur friends ke sath sister swapping


I can only say wowwwwww you r Jem bro
 

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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I am reading sex stories since 2005 and I can say this one of the top 5 family stories

Normally log bhai bahen ko hi rakhte hain ya maa bete ko

Is story mein baap beti ka bhi hai wo seduction ke sath

Full family hai aur friends ke sath sister swapping


I can only say wowwwwww you r Jem bro
:thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you::thank_you:
 
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