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Adultery तेरे प्यार मे.... (Completed)

kamdev99008

FoX - Federation of Xossipians
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Ab jake lag raha h ki story me raaj khulane shuru ho gaye h.

150 वी रहस्य रोमांचकारी किस्त बहुत बहुत मुबारक हों..... और रहस्य है कि खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं 🤔🤔... मुसाफिर तू सी ग्रेट हो... 😍 कबीर निशा संग अब तो सभी पर्दे उठेंगे.. कई चेहरों से नकाब उतरेगा कई जो कि एक ही हम्माम मे नंगे थे अब बची खुची इजत भी उतर जाएगी.c..
देखते हैं कि बंजारों की बस्ती क्या गुल खिलती है 😍...
मैंने पहले ही कहा था........... जब तक लाशें नहीं बिछाएगा कबीर, तब तक कोई राज नहीं खुलने वाला............
कबीर तो पहले भी चूतिया था, अब भी महाचूतिया है............ रूड़ा को भी मारने नहीं देता, वही सवाल पूंछने का चूतियापा :banghead:

वो तो भला हो निशा का जिसने इस चूतियापे पर पानी फेरते हुये रूड़ा की खोपड़ी फोड़कर सोने पर बलि चढ़ाने का शुभारंभ कर दिया.............
नब्ज और धड़कन तो चेक कर ली? मरने कि गारंटी होनी चाहिए

अगला नंबर अंजू, राय साहब, अभिमानु किसका होगा........... नंदिनी, चाची और चम्पा तो अभी घर पर छोड़ी हुई हैं...............
ये सब के सब मरने चाहिये ................ सब के सब झूठे और धोखेबाज हैं
 
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HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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मित्रों आपको reply नहीं दे पा रहा इसके लिए माफी चाहूँगा, नयी जगह पर बसे है काम चल रहा है कुछ मरम्मत है कुछ तार बंदी, बिजली लगा ली है बाकी काम भी हो जाएंगे उम्मीद है कि आपका सहयोग रहेगा.
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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मित्रों आपको reply नहीं दे पा रहा इसके लिए माफी चाहूँगा, नयी जगह पर बसे है काम चल रहा है कुछ मरम्मत है कुछ तार बंदी, बिजली लगा ली है बाकी काम भी हो जाएंगे उम्मीद है कि आपका सहयोग रहेगा.
भाई जी आप काम करवाए, और इसी तरह बीच बीच में अपडेट भी से दीजिए, सवाल जवाब आपस में ही कर लेंगे फिलहाल

हम लोग....
 

Tiger 786

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#150



“क्या कहा था उसने मरने से पहले ”निशा ने चीखते हुए रुडा के सर पर लट्ठ मारा . चीखती रही वो मारती रही. बरसो से उसके मन में भरा दर्द आज क्रोध बन कर बह रहा था . मेरे सामने वो कत्ल कर रही थी पर मैंने उसे रोका नहीं, ये दर्द, ये गम बह जाना चाहिए था .निशा जब थमी तो मैंने उसे अपने सीने से लगा लिया. कुवे पर आकर मैंने उसे खून साफ़ करने को कहा. मैंने अपने जख्म को देखा. ऐतिहत के लिए मैंने उस पर पट्टी बाँध ली. घर जाने को अब समय भी नहीं था . हम लोग वही पर सो गए.



“उठ भी जाओ , चाय लो ” निशा ने मुझे जगाते हुए कहा. मैंने कप लिया उसके हाथ से और बाहर कुवे की मुंडेर पर आकर बैठ गया . महावीर का कातिल, खंडहर के कमरों का रहस्य खुल गया था . पर अभी भी काफी सवाल बाकी थे. कहानी में रुडा का पक्ष जान लिया था अब बारी थी राय साहब के नकाब उतारने की. जब मैं जानता था की महावीर वो आदमखोर नहीं था तो फिर भैया-भाभी-अंजू ने क्यों जोर देकर कहा की महावीर ही था इस बात की पुष्टि करनी थी . अब किसी पर भी यकीन नहीं करना था ये साले सब एक दुसरे से जुड़े थे , सब झूठे थे.



“क्या सोच रहे हो ” निशा ने मेरे पास बैठते हुए कहा.

मैं- हमें शहर जाना होगा अंजू के घर .

निशा- वहां पर क्यों

मैं- अंजू के बारे में तुम कितना जानती हो. कल रात के बाद अब लगता है की उसकी सकशियत सिर्फ ये नहीं है की वो अमीर जमींदार की बेटी है . वो कुछ और भी है . राय साहब ने महावीर और अंजू को अपने संरक्षण में लिया तो क्यों लिया , आखिर क्यों चाहते थे वो की ये दोनों बच्चे बड़े हो जिए इस दुनिया में .

निशा- जहाँ भी चलना है चल पर अबसे मैं तुझे एक पल भी अकेला नहीं छोडूंगी

मैं-हाय मेरी जान

मैंने निशा को अपनी बाँहों में उठाया और कमरे में लेकर घुस गया .

घर पहुंचे तो भाभी आँगन में ही थी. हमें देख कर बोली- कहाँ थी जोड़ी रात भर .

मैं- कुवे पर थे . हमको ये घर कहाँ रास आता है .

भाभी- बता कर जाया करो जहाँ भी जाना हो .

मैं- नाहा कर आता हूँ

भाभी- निशा यहाँ आओ

भाभी निशा को लेकर अन्दर चली गयी . मैं जब नहा कर आया तो देखा की चाची, निशा और भाभी बाते कर रही थी ..

चाची- कबीर, वो मालूम कर न सरला क्यों नहीं आ रही . मैंने कल भी बुलावा भेजा था पर वो आई नहीं.

मैं-वो नहीं आएगी उसने काम करने से मना कर दिया . ब्याह वाले दिन जो हुआ उसके बाद डर गयी वो.

चाची- समझती हूँ . पर ये मंगू भी न जाने कहाँ गायब है न घर पे आया न यहाँ पे आया. कोई बताता भी नहीं किस काम गया है वो . पता नहीं क्यों ऐसा लगता है की सब कामचोर हो गए है .

मैं- आ जायेगा चाची, वैसे भी कई कई दिन वो गायब रहता है गया होगा यही कहीं, खैर, मैं मालूम करूँगा.

मैं- अंजू न दिख रही .

भाभी- वो तो कल ही शहर लौट गयी.

चोबारे में आईने के सामने खड़ा मैं कपडे बदल रहा था मेरे सीने में लटकता चांदी का लाकेट झूल रहा था .माहवीर का ये लाकेट कुछ तो कहना चाहता था मुझसे. अंजू के अनुसार उसने गोलिया मारी थी उसे. अक्सर हम उन चीजो से दूर भागते है जिनके लिए हमारे मन में पश्चाताप होता है , हम पश्चाताप की कोई निशानी नहीं रखते तो फिर क्या वजह थी जो अंजू इस लाकेट को पहनती थी जो हर पल उसे महावीर की याद दिलाता अपने किये कर्म की याद दिलाता. क्या कारण था फिर अंजू का ये लाकेट पहनने का.

क्या था ये लाकेट, क्या कहानी थी इसकी. इस लाकेट ने मुझे खंडहर के छिपे कमरे दिखाए थे क्या पता ये लाकेट कुछ ऐसा भी जानता हो जो छिपा हो.

“सच बड़ा अनोखा होता है , सच बड़ा घिनोना होता है ” रुडा के कहे शब्द मैंने सीने में उतरते महसूस किये. महावीर इसलिए मरा की वो कुछ जान गया था , सच पर कैसा सच किसका सच. मैंने कपडे पहने और तुरंत निचे आया और भाभी के पास गया सीधा- मैं भैया की गाडी चाहिए मुझे

भाभी- इसमें पूछने की क्या जरुरत .

मैं- आज तक उसे कभी हाथ नहीं लगाया न

भाभी- चाबी खूँटी पर होगी वैसे कहाँ जाने का सोचा है .

मैं- निशा को घुमा कर लाना चाहता हूँ

भाभी- एक मिनट रुको जरा

भाभी अन्दर गयी और नोटों की गड्डी लेकर आई.

मैं- इसकी जरुरत नहीं

भाभी- रख लो.

भाभी ने मेरे सर पर हलके से हाथ मारा और बोली- नई शुरुआत है जिन्दगी की रात को समय से लौट जाया करो.

मैंने निशा को इशारा किया और हम लोग गाँव से बाहर निकल गए.

निशा- कहाँ

मैं- वहां जहा बहुत पहले जाना चाहिए था .बंजारों के डेरे पर.

निशा- डेरा तो बरसो पहले तबाह हो गया.

मैं- तबाही के निशान ही तो देखने है सरकार. अभी भी कुछ ऐसा है जो छिपा है

निशा- तू छोड़ क्यों नहीं देता ये जिद, तू कहे तो हम यहाँ से दूर चले जाएँगे . एक छोटा सा घर कहीं और बसा लेंगे जहाँ कोई नहीं होगा. कोई अतीत नहीं , होगा तो बस आने वाला खूबसूरत कल.

मैं- यहाँ से कहाँ जायेंगे सरकार. इस मिटटी में जिए है इसी में मरेंगे . तेरे कहने से गाँव छोड़ दूंगा पर दिल से कैसे निकाल पाऊंगा इसको . किसान हूँ यहाँ की मिटटी को पसीने से सींचा है . जहाँ भी जायेंगे इस मिटटी की महक साथ रहेगी .

निशा-क्यों है तू ऐसा.

मैं- नियति जाने .


मैंने गाड़ी की रफ़्तार और तेज कर दी. जल्दी से जल्दी हम उस जगह पर जाना चाहते थे जहाँ डेरा होता था कभी और जब हम वहां पर पहुंचे तो .......................
Lazwaab update
 

kamdev99008

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मित्रों आपको reply नहीं दे पा रहा इसके लिए माफी चाहूँगा, नयी जगह पर बसे है काम चल रहा है कुछ मरम्मत है कुछ तार बंदी, बिजली लगा ली है बाकी काम भी हो जाएंगे उम्मीद है कि आपका सहयोग रहेगा.

भाई जी आप काम करवाए, और इसी तरह बीच बीच में अपडेट भी से दीजिए, सवाल जवाब आपस में ही कर लेंगे फिलहाल

हम लोग....
फौजी भाई हम कोई कबीर थोड़े ही हैं जो सवाल का जवाब मांगते रहें.............. :confused:
हम तो अपडेट से ही गुजारा कर लेंगे :D
 

Riky007

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फौजी भाई हम कोई कबीर थोड़े ही हैं जो सवाल का जवाब मांगते रहें.............. :confused:
हम तो अपडेट से ही गुजारा कर लेंगे :D
और क्या?

पता नही सवाल का जवाब ढूंढते ढूंढते चंद्र प्रकाश जी हम में से किसी का पेट ही फाड़ दें किसी दिन?

सियार भी नही है किसी के पास इधर तो कि....
 

ASR

I don't just read books, wanna to climb & live in
Divine
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मित्रों आपको reply नहीं दे पा रहा इसके लिए माफी चाहूँगा, नयी जगह पर बसे है काम चल रहा है कुछ मरम्मत है कुछ तार बंदी, बिजली लगा ली है बाकी काम भी हो जाएंगे उम्मीद है कि आपका सहयोग रहेगा.
मुसाफिर तू सी रेपलाई 😁🙄😎 की चिंता न करो... जस्ट अपडेट को देने मे अपनी इस मज़ेदार गति को बनाये रखे 💓 😍...
साधुवाद 🙏
 

Sagar sahab

New Member
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मित्रों आपको reply नहीं दे पा रहा इसके लिए माफी चाहूँगा, नयी जगह पर बसे है काम चल रहा है कुछ मरम्मत है कुछ तार बंदी, बिजली लगा ली है बाकी काम भी हो जाएंगे उम्मीद है कि आपका सहयोग रहेगा.
रहेगा, बिल्कुल रहेगा हमारा सहयोग,
पास में होते तो मदद भी करते..!!!
 

Moon Light

Prime
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WHY QUESTION MARK??????? FROM CO OWNER (yOUR hONOR :budhabudhi:
निशा लट्ठ मारती रही
लट्ठ मारने से खून निकला

जरूरी नहीं मरे हुए व्यक्ति का खून हो 😛😛😛
 
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