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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Ajju Landwalia

Well-Known Member
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#92.

इस सन्नाटे को तोड़ा अल्बर्ट की आवाज ने- “ब्लैक थंडर’ और ‘सुप्रीम’ की कहानी में बहुत सी चीज़े कॉमन हैं। जैसे उड़नतस्तरी का दिखना, भंवर का बनना, ब्लू व्हेल का दिखना, जहाज से यात्रियो का गायब होना, द्वीप पर भयानक मुसीबतों का सामना करना, हरे कीड़े का दिखना, देवी का मंदिर मिलना आदि। जबकि ब्लैक थंडर आज से 16 साल पहले इस द्वीप पर आया था और हम 16 साल बाद यहां आये हैं। इसका मतलब यहां जो भी घटनाएं घटती हैं यह सब किसी के द्वारा क्रिएट की जाती हैं।"

“प्रोफेसर।" ब्रेंडन ने कहा-
“जो भी हो, पर इस डायरी के माध्यम से हमें हमारे कई सवालो के जवाब मिल गये। जैसे ‘सुप्रीम’ के सामने भंवर कैसे बनी? जहाज से गायब हो रहे लोगो को हरे कीड़े ही ले जा रहे थे और शायद सुप्रीम को भी पानी के नीचे से ‘प्लिसियोसारस’ ने ही तोड़ा हो।"

“सही कहा ब्रेंडन.... ।" सुयश ने ब्रेंडन की बात का समर्थन किया।

“पर कैप्टन कुछ बातें और भी हैं, जो हमारे लिये आगे खतरा बन सकती हैं।" तौफीक ने कहा-
“जैसे प्लिसियोसारस और ड्रेगन टाइप के दैत्यआकार जीव भी हमारे आसपास हैं और यह जंगल भी भयानक जंगली जानवारों से भरा पड़ा है। अब रही बात इस द्वीप पर रहने वाले जंगली लोगो की तो वो भी किसी प्रकार से हमारे दोस्त की श्रेणी में नहीं आते।"

“इसका मतलब हम जिन जंगलियो को अपनी जिंदगी समझकर ढूंढ रहे हैं, वह हमारे लिये मौत भी साबित हो सकते हैं।" जॉनी ने डर से कांपते हुए कहा।

“कैप्टन... हमें हरे कीडो को भी नहीं भूलना चाहिये। जब वह 16 साल पहले इस द्वीप पर थे तो आज तो उनकी संख्या लाखों में भी हो सकती है।" क्रिस्टी ने अपने विचार व्यक्त किये।

“मेरे हिसाब से कैप्टन... हमें अब जंगल में भागने की जगह कोई एक सुरक्षित स्थान देखकर वहां अपना डेरा जमा लेना चाहिये। कम से कम कुछ दिन और जिंदा तो रहेंगे।" जैक ने कहा।

“देखिये आप सबके विचार अपनी जगह बिल्कुल सही हैं।" सुयश ने सबको समझाते हुए कहा- “पर इस कहानी में बहुत सी सकारात्मक चीज भी हैं। जैसे जंगल के लोगो ने किसी को मारा नहीं था और इस प्रकार की चमत्कारी देवी की पूजा करने वाले बेवकूफ नहीं हो सकते। हम उन्हें समझा सकते हैं और यह भी हो सकता है कि पिछले 16 साल में वह खुद भी सभ्य बन गये हो और सबसे बड़ी बात यह है कि इस जंगल में कोई तो ऐसा भाग है, जहां पर कोई खतरा नहीं है और वहां से हम भी उस्मान की तरह से इस द्वीप से निकल सकते हैं।"

सुयश की बात सभी को सही लगी। इसिलये अब किसी ने कोई सवाल नहीं किया और सभी आगे की ओर बढ़ गये।

चैपटर-11

अद्भुद्द तकनीक:

आज से 3 दिन पहले....(6 जनवरी 2002, रविवार, 16:30, सामरा राज्य, अराका)

युगाका त्रिकाली के साथ सामरा महल की छत पर टहल रहा था।

“देखो त्रिकाली ।" युगाका ने त्रिकाली को देखते हुए कहा- “तुम जानती हो कि अराका पर सामरा और सीनोर दोनों ही रहते हैं और हमारे बीच की प्रतिस्पर्द्धा, हज़ारों साल पहले ही दुश्मनी में परिवर्त्तित हो गयी थी। अब हम रहते तो एक ही द्वीप पर हैं, पर दोनों ही जातियों के लक्ष्य बिल्कुल अलग-अलग हैं।

जहां सीनोर जाति के लोग मकोटा के जाल में फंसकर, अपनी ताकत बढ़ाने के लिये, अंधेरी शक्ति के देवता जैगन को जगाने में लगे हैं। वहीं पर सामरा जाति के लोग तिलिस्मा को तोड़कर, देवी ‘क्लिटो’ को मुक्त कराकर, काला मोती से शक्ति प्राप्त करना चाहते हैं। अब देवता पोसाईडन के श्राप के अनुसार कोई मनुष्य ही तिलिस्मा में प्रवेश कर उसे तोड़ सकता है।

तिलिस्मा को तोड़ने वाला मनुष्य मस्तिष्क से बहुत शक्तिशाली होगा। देवता पोसाईडन नहीं चाहते थे कि हर तुच्छ मानव तिलिस्मा में प्रवेश करे। इसिलये उन्होंने तिलिस्मा के पहले मायावन का निर्माण किया। तिलिस्मा का रास्ता मायावन से होकर जाता है। चूंकि तिलिस्मा मायावन से 100 गुना ज़्यादा खतरनाक है इसिलये तिलिस्मा में प्रवेश करने के पहले हर मनुष्य को मायावन की परीक्षा को पार करना आवश्यक है।

अब जो भी जहाज इस क्षेत्र में फंस कर आ जाता है, हमारी कोशिश उनके यात्रिओं को तिलिस्मा में भेजने की रहती है, जबकि सीनोर के लोग उसको मारकर उसकी लाश को अंधेरे के देवता जैगन को जगाने के लिये प्रयोग करते हैं।"

“भाई, फ़िर तो लुफासा का अब कुछ करना पड़ेगा?" त्रिकाली ने युगाका को देखते हुए कहा- “वह मकोटा के जाल में फंसकर लगातार लाशो को पिरामिड में भेज रहा है। यहां तक कि वह अपनी शक्तियों का भी खुलकर प्रदर्शन कर रहा है।
अगर वह ऐसे ही हरे कीडो के द्वारा लोगो को मारता रहा तो तिलिस्मा तक तो कोई पहुंच नहीं पायेगा और अगर तिलिस्मा नहीं टूटा तो ना तो देवी क्लिटो को कभी मुक्ति मिलेगी और ना ही हम कभी शक्तिशाली हो पायेंगे। तो भाई, फ़िर इससे पहले कि लुफासा ‘सुप्रीम’ के सारे लोगो को मारकर पिरामिड में भेजे, हमें उन सारे मनुष्यो को बचाकर मायावन तक लाना ही होगा।"

युगाका, त्रिकाली की बात सुनकर विचलित हो गया और छत पर इधर-उधर टहलने लगा।

“मैं जानता हूं त्रिकाली कि तुम क्या कहना चाहती हो, पर तुम जानती हो कि हम लुफासा जितने शक्तिशाली नहीं है और हम अभी लुफासा का सामना नहीं कर सकते। क्योंकि तुम्हारे पास केवल रूप बदलने की शक्ति है और मेरे पास रूप बदलने के अलावा केवल वृक्ष को नियंत्रण करने की शक्तियां हैं।

जबकि लुफासा के पास इच्छाधारी शक्ति है। वह इस शक्ति से किसी भी जानवर का रूप धारण कर सकता है। इसके अलावा हम देवी शलाका के द्वारा बनाए गये नियमों के हिसाब से युद्ध करते है, जबकि लुफासा किसी नियम को नहीं मानता। इसिलये हमें जब तक बाबा का आदेश नहीं मिल जाता, तब तक हम सीधे-सीधे लुफासा से युद्ध नहीं कर सकते और तुमने देखा कि कल हम रोजर और लॉरेन बन कर जहाज पर गये भी थे, पर क्या हम लोथार को वहां से ला पाये।

एक बार फ़िर लुफासा जीत गया। यहां तक कि मैं तो तौफीक की गोलियों से घायल भी हो गया था। ये तो कहो बाबा ने समय रहते मेरी जान बचा ली। नहीं तो मेरा तो अंत ही हो गया था। अब यह साफ हो गया है कि हम सुप्रीम के सारे लोगो को एक साथ मायावन नहीं ला सकते। इसिलये हमें लुफासा के अगले कदम का इंतजार करना पड़ेगा और उसके हिसाब से ही कोई प्लान करना पड़ेगा।"

लेकिन इससे पहले कि त्रिकाली कोई और जवाब दे पाती, युगाका को आसमान में कुछ काले बादल अराका द्वीप से निकलकर कहीं और जाते हुए दिखाई दिये।

“ये तो मकोटा के तिलिस्मी बादल है और इनका प्रयोग वो तभी करता है, जब उसे कुछ बड़ा करना होता है। कहीं वह सुप्रीम को डुबाकर सारे यात्रिओं को एक साथ मारने की तो नहीं सोच रहा? जरूर ऐसा ही है ... त्रिकाली... तुरंत मेरे साथ चलो।"
युगाका चीखकर बोला और तेजी से महल की छत पर बने एक कमरे की ओर भागा।

त्रिकाली भी उसके पीछे थी।

युगाका कमरे में प्रविष्ट हो गया। कमरा काफ़ी बड़ा था। कमरे में सबकुछ लकड़ी से ही बना हुआ था।
कमरे की दीवार और छत भी लकड़ी की ही थी। कमरे में बहुत से अजीब-अजीब तरह के लकड़ी के उड़ने वाले वाहन भी रखे थे।

उनमें से कुछ वाहन हेलीकाप्टर, कुछ ड्रोन की भांती के थे, फर्क केवल इतना था कि वह सब वाहन लकड़ी के बने थे और उनके ऊपर की ओर किसी पारदर्शी ऊर्जा की छत लगी थी।

युगाका और त्रिकाली एक वाहन में बैठ गये। वह वाहन छोटा, परंतु आकार में गोल एक ड्रोन की भांती था। जिसके ऊपर लकड़ी के 4 छोटे- छोटे पंखे लगे हुए थे।

वाहन के अंदर 2 आरामदायक सीट भी थी और बहुत से रंग- बिरंगे बटन भी लगे थे।

वाहन में बैठने के बाद युगाका ने कमरे के छत की ओर देखा। युगाका के देखते ही लकड़ी की छत सरक कर एक किनारे हो गयी।

युगाका ने लकड़ी के ड्रोन को एक दिशा की ओर इशारा किया और वह ड्रोन तेजी से उड़कर उस दिशा में चल दिया, जिधर वो काले बादल गये थे।

कुछ देर उड़ने के बाद उन्हें ‘सुप्रीम’ दिखना शुरु हो गया। वह काले बादल अभी सुप्रीम से कुछ दूरी पर थे।

“केमोफ्लाज।" युगाका ने ड्रोन के अंदर बैठे-बैठे ही बोला।

युगाका के यह बोलते ही ड्रोन का रंग आसमान के रंग से इस कदर मैच हो गया कि बहुत ध्यान से देखने पर ही अब ड्रोन दिख रहा था। एक तरीके से वह अदृश्य हो गया था।

तभी सुप्रीम को एक झटका लगा और वह मुड़ना शुरु हो गया।

बादल बहुत तेजी से सुप्रीम की ओर बढ़ने लगे।

अब तो घनघोर काले बादलों के बीच कड़कती हुई बिजली भी सभी को साफ दिख रही थी। बादल के गरजने का शोर भी थोड़ा-थोड़ा सुनाई देने लगा था।

काले बादलों ने अब सुप्रीम को किसी बूमरैंग की तरह घेरना शुरु कर दिया।

युगाका और त्रिकाली को अंधेरा हो जाने की वजह से अब आसमान से साफ दिखाई नहीं दे रहा था। इसिलये युगाका ने अपने लकड़ी के ड्रोन को सुप्रीम से थोड़ा दूर आकर पानी की लहरों पर उतार लिया।

ना जाने कौन सी तकनीक थी। अब ड्रोन का रंग पानी के रंग से मिलने लगा था।

पारदर्शी ऊर्जा के कारण हवा और बारिश की बूंदे ड्रोन के अंदर नहीं आ रही थी।

अब हवाएं भी बहुत तेज हो चुकी थी। समुद्र की लहर सैकडो फुट ऊपर उछल रही थी। रह-रहकर अजीब सी फ़्लैशलाइट बिखेरती बिजली बादलों में कड़क रही थी।

घने काले बादलों की वजह से चारों ओर घोर अंधकार हो गया था। अब जहाज तेजी से अराका द्वीप की ओर बढ़ने लगा।

बादल जहाज के काफ़ी पास आ गए थे। हवा में ऊंचे-ऊंचे उछलती समुद्र की लहरों से इतना भयानक शोर हो रहा था, मानो आज प्रलय निश्चित हो।

कुछ देर में सुप्रीम से नौकाओं को पानी में उतारा जाने लगा।

अराका अब शनैः-शनैः पास आता जा रहा था।

बादल अब जहाज के ऊपर तक आ गये थे। बिजली की तेज चमक व गड़गड़ाहट दूर तक सुनाई दे रही थी।
सुप्रीम लहरों का सामना नहीं कर पा रहा था। वह किसी कागज के जहाज की भांती लहरों पर डोल रहा था।

तभी युगाका की तेज निगाहों ने समुद्र की लहरों के बीच एक विशालकाय ऑक्टोपस को देखा।

“सावधान रहना त्रिकाली, लुफासा विशालकाय ऑक्टोपस का रूप लेकर आ चुका है। हमें अब पानी के नीचे जाना होगा।"

इतना कहकर युगाका ने ड्रोन में लगा नीले रंग का बटन दबा दिया। ड्रोन एक झटके से पानी के अंदर आ गया।

तभी ऑक्टोपस ने पानी के नीचे से अपनी विशालकाय भुजाओं से ‘सुप्रीम’ को पकड़ लिया।

सुप्रीम को एक तेज झटका लगा, पर वह ऑक्टोपस के हाथों से फिसल गया।

इस बार ऑक्टोपस ने अपनी सभी भुजाओं से सुप्रीम को जोर से पकड़ लिया। सुप्रीम को इस बार और तेज झटका लगा।

अब ऑक्टोपस ने अपने शरीर से एक गाढ़े काले रंग का द्रव्य सुप्रीम के प्रोपेलर के पास लगे कैमरे पर उगल दिया, जिससे सुप्रीम के क्रू सदस्यों को बाहर का दृश्य ना दिखाई दे।

हल्की-हल्की बूंदे भी गिरना शुरु हो गई थी । काले भयानक बादल पूरे जहाज के ऊपर छा गये थे।

बादल बहुत जोर से गरजकर पूरे आसमान को कंपाए दे रहे थे।

तभी आसमान से एक बिजली कड़क कर युगाका के ड्रोन के पास जा गिरी। युगाका का ड्रोन लहराया। युगाका बाल-बाल बचा था।

समुद्र की लहरों ने अब विकराल रूप ले लिया था।

तभी युगाका को पानी के अंदर उड़नतस्तरी आती हुई दिखाई दी।

उड़नतस्तरी पानी के काफ़ी नीचे चल रही थी इसिलये उसकी हलचल ऊपर महसूस नहीं हो रही थी।

इसी के साथ उडनतस्तरी से हजारों हरे कीडो ने निकलना शुरु कर दिया।

तभी युगाका को 2 गोताखोर पानी में आते दिखाई दिये, जो कि सुप्रीम के प्रोपेलर की ओर जा रहे थे।

कुछ हरे कीड़े यह देख उनकी ओर लपके और इससे पहले कि दोनों गोताखोर कुछ समझ पाते हरे कीडो ने उन दोनो को कई जगह पर काट लिया।

दोनो गोताखोरों की लाश पानी में तैरने लगी।

हरे कीडो को सब तरफ फैलते देख युगाका ने अपने ड्रोन को सुप्रीम से थोड़ा दूर कर लिया।

अब ऑक्टोपस ने सुप्रीम को पानी के अंदर खेंचना शुरु कर दिया था।

बहुत से लोग पानी पर तैरने की कोशिश कर रहे थे।

तभी युगाका को एक मोटरबोट सुप्रीम से दूर जाती हुई दिखाई दी। चूंकि हरे कीडो की वजह से युगाका सुप्रीम के पास कुछ नहीं कर पा रहा था। इसिलये वह मोटरबोट के पीछे-पीछे पानी के अंदर ही अंदर चल पड़ा।

अब जहाज टूटकर बड़ी तेजी से पानी में समाने लगा। मौत का ऐसा भयानक तांडव शायद ही किसी ने देखा हो।

बादल भी उनकी मौत पर जोर-जोर से चीख रहे थे।

कुछ ही क्षण में भयानक आवाज करता हुआ ‘सुप्रीम’ पानी के अंदर समा गया।

तभी एक भयानक धमाका समुद्र के अंदर हुआ। आग जहाज के ईंधन टैंक तक पहुंच गयी थी।

इस भयानक धमाके की वजह से ऑक्टोपस का शरीर चिथड़े-चिथड़े होकर पानी में बिखर गया।

लुफासा का एक रूप और मारा गया था।

“बहुत अच्छा!" युगाका यह देखकर खुशी से झूम उठा- “एक रूप और ख़तम हुआ लुफासा का।"

हरे कीड़े इस समय पानी के अंदर डूबे जहाज से लाशो खींचकर उड़नतस्तरी के अंदर ले जा रहे थे।

थोड़ी देर में मोटर बोट के लोग वापस वहां जाने लगे, जहां सुप्रीम डूबा था। शायद उन्हें किसी जिंदा व्यक्ती की तलाश थी।

युगाका थोड़ा सा दूरी बनाकर मोटरबोट पर नजर रख रहा था।

तभी मोटरबोट के लोगो ने बोट पर किसी को चढ़ाया, जो कि दूरी अधिक होने की कारण युगाका व त्रिकाली को दिखाई नहीं दिया।

हरे कीडो ने तब तक पानी के अंदर की सभी लाशो को उड़नतस्तरी के अंदर पहुंचा दिया था और अब वो सब लहरों पर तैर रही लाशो की ओर झपटे।

युगाका ने अपना ड्रोन उस मोटरबोट और हरे कीडो के बीच कर लिया।
यह देख हरे कीडो ने गुस्से में युगाका के ड्रोन पर हमला कर दिया।

“बेड़ा गर्क।" युगाका ने गुस्से से झल्लाकर कहा- “ये तो अब हमारे पीछे पड़ गये।"

युगाका के ड्रोन से इतने कीड़े चिपक गये, कि विंड-स्क्रीन से बाहर कुछ नजर ही नहीं आ रहा था। युगाका के पास कोई ऐसा हथियार नहीं था, जिससे कि वह उन कीडो को मार सकता।

हरे कीडो ने अब ड्रोन को पानी में खींचना शुरु कर दिया।

“इससे पहले कि लुफासा फ़िर से रूप बदलकर आये या फ़िर ये हरे कीड़े हमें खींचकर उड़नतस्तरी तक ले जाएं, हमें अपने बचाव का कोई उपाय तो देखना ही पड़ेगा।" युगाका के चेहरे पर थोड़ी सी घबराहट नजर आने लगी।

यह देख त्रिकाली का हाथ गुस्से से हवा में लहराया।

इसी के साथ समुद्र का पानी आश्चर्यजनक रूप से नुकीले भालों में बदल गया और सारे हरे कीडो के शरीर में जाकर धंस गया। अब उनके ड्रोन पर एक भी हरा कीड़ा नहीं बचा था।

यह देख आसपास के सारे हरे कीड़े वहां से भाग खड़े हुए। युगाका और त्रिकाली भी इस घटना से हैरान हो गये।

“ये....ये....कैसे किया तुमने?" युगाका ने आश्चर्य से कहा।

“म....मुझे भी नहीं पता, मैंने तो बस गुस्से में ऐसे ही हाथ हिलाया था, पर यह पानी बर्फ़ कैसे बना, यह मुझे नहीं पता?" त्रिकाली ने उलझे-उलझे स्वर में कहा।

“लगता है कोई ना कोई शक्ति तुम्हारे अंदर भी है, पर इसका तुम्हें स्वयं ज्ञान नहीं है। बाबा से इसके बारे में पूछना पड़ेगा।" युगाका ने त्रिकाली की ओर देखते हुए कहा।

उधर मौके का फायदा उठाकर, वह मोटरबोट अराका तक पहुंच गयी थी।

तब तक हरे कीडो ने लहरों पर तैर रही बाकी बची लाशो को भी पानी में खींच लिया था।

अब वहां रूके रहने का कोई फायदा नहीं था। इसिलये युगाका और त्रिकाली भी वहां से अराका की ओर चल दिये।



जारी रहेगा_______✍️

Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai

Yugaka aur Trikali hi Suyash and party ko bach sakte he .....

Lufasa se vo log direct ladai to nahi lad sakte, lekin suyash and party ko bachakar vo tilsima jarur todenge......

Keep rocking Bro
 

dhalchandarun

[Death is the most beautiful thing.]
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#92.

इस सन्नाटे को तोड़ा अल्बर्ट की आवाज ने- “ब्लैक थंडर’ और ‘सुप्रीम’ की कहानी में बहुत सी चीज़े कॉमन हैं। जैसे उड़नतस्तरी का दिखना, भंवर का बनना, ब्लू व्हेल का दिखना, जहाज से यात्रियो का गायब होना, द्वीप पर भयानक मुसीबतों का सामना करना, हरे कीड़े का दिखना, देवी का मंदिर मिलना आदि। जबकि ब्लैक थंडर आज से 16 साल पहले इस द्वीप पर आया था और हम 16 साल बाद यहां आये हैं। इसका मतलब यहां जो भी घटनाएं घटती हैं यह सब किसी के द्वारा क्रिएट की जाती हैं।"

“प्रोफेसर।" ब्रेंडन ने कहा-
“जो भी हो, पर इस डायरी के माध्यम से हमें हमारे कई सवालो के जवाब मिल गये। जैसे ‘सुप्रीम’ के सामने भंवर कैसे बनी? जहाज से गायब हो रहे लोगो को हरे कीड़े ही ले जा रहे थे और शायद सुप्रीम को भी पानी के नीचे से ‘प्लिसियोसारस’ ने ही तोड़ा हो।"

“सही कहा ब्रेंडन.... ।" सुयश ने ब्रेंडन की बात का समर्थन किया।

“पर कैप्टन कुछ बातें और भी हैं, जो हमारे लिये आगे खतरा बन सकती हैं।" तौफीक ने कहा-
“जैसे प्लिसियोसारस और ड्रेगन टाइप के दैत्यआकार जीव भी हमारे आसपास हैं और यह जंगल भी भयानक जंगली जानवारों से भरा पड़ा है। अब रही बात इस द्वीप पर रहने वाले जंगली लोगो की तो वो भी किसी प्रकार से हमारे दोस्त की श्रेणी में नहीं आते।"

“इसका मतलब हम जिन जंगलियो को अपनी जिंदगी समझकर ढूंढ रहे हैं, वह हमारे लिये मौत भी साबित हो सकते हैं।" जॉनी ने डर से कांपते हुए कहा।

“कैप्टन... हमें हरे कीडो को भी नहीं भूलना चाहिये। जब वह 16 साल पहले इस द्वीप पर थे तो आज तो उनकी संख्या लाखों में भी हो सकती है।" क्रिस्टी ने अपने विचार व्यक्त किये।

“मेरे हिसाब से कैप्टन... हमें अब जंगल में भागने की जगह कोई एक सुरक्षित स्थान देखकर वहां अपना डेरा जमा लेना चाहिये। कम से कम कुछ दिन और जिंदा तो रहेंगे।" जैक ने कहा।

“देखिये आप सबके विचार अपनी जगह बिल्कुल सही हैं।" सुयश ने सबको समझाते हुए कहा- “पर इस कहानी में बहुत सी सकारात्मक चीज भी हैं। जैसे जंगल के लोगो ने किसी को मारा नहीं था और इस प्रकार की चमत्कारी देवी की पूजा करने वाले बेवकूफ नहीं हो सकते। हम उन्हें समझा सकते हैं और यह भी हो सकता है कि पिछले 16 साल में वह खुद भी सभ्य बन गये हो और सबसे बड़ी बात यह है कि इस जंगल में कोई तो ऐसा भाग है, जहां पर कोई खतरा नहीं है और वहां से हम भी उस्मान की तरह से इस द्वीप से निकल सकते हैं।"

सुयश की बात सभी को सही लगी। इसिलये अब किसी ने कोई सवाल नहीं किया और सभी आगे की ओर बढ़ गये।

चैपटर-11

अद्भुद्द तकनीक:

आज से 3 दिन पहले....(6 जनवरी 2002, रविवार, 16:30, सामरा राज्य, अराका)

युगाका त्रिकाली के साथ सामरा महल की छत पर टहल रहा था।

“देखो त्रिकाली ।" युगाका ने त्रिकाली को देखते हुए कहा- “तुम जानती हो कि अराका पर सामरा और सीनोर दोनों ही रहते हैं और हमारे बीच की प्रतिस्पर्द्धा, हज़ारों साल पहले ही दुश्मनी में परिवर्त्तित हो गयी थी। अब हम रहते तो एक ही द्वीप पर हैं, पर दोनों ही जातियों के लक्ष्य बिल्कुल अलग-अलग हैं।

जहां सीनोर जाति के लोग मकोटा के जाल में फंसकर, अपनी ताकत बढ़ाने के लिये, अंधेरी शक्ति के देवता जैगन को जगाने में लगे हैं। वहीं पर सामरा जाति के लोग तिलिस्मा को तोड़कर, देवी ‘क्लिटो’ को मुक्त कराकर, काला मोती से शक्ति प्राप्त करना चाहते हैं। अब देवता पोसाईडन के श्राप के अनुसार कोई मनुष्य ही तिलिस्मा में प्रवेश कर उसे तोड़ सकता है।

तिलिस्मा को तोड़ने वाला मनुष्य मस्तिष्क से बहुत शक्तिशाली होगा। देवता पोसाईडन नहीं चाहते थे कि हर तुच्छ मानव तिलिस्मा में प्रवेश करे। इसिलये उन्होंने तिलिस्मा के पहले मायावन का निर्माण किया। तिलिस्मा का रास्ता मायावन से होकर जाता है। चूंकि तिलिस्मा मायावन से 100 गुना ज़्यादा खतरनाक है इसिलये तिलिस्मा में प्रवेश करने के पहले हर मनुष्य को मायावन की परीक्षा को पार करना आवश्यक है।

अब जो भी जहाज इस क्षेत्र में फंस कर आ जाता है, हमारी कोशिश उनके यात्रिओं को तिलिस्मा में भेजने की रहती है, जबकि सीनोर के लोग उसको मारकर उसकी लाश को अंधेरे के देवता जैगन को जगाने के लिये प्रयोग करते हैं।"

“भाई, फ़िर तो लुफासा का अब कुछ करना पड़ेगा?" त्रिकाली ने युगाका को देखते हुए कहा- “वह मकोटा के जाल में फंसकर लगातार लाशो को पिरामिड में भेज रहा है। यहां तक कि वह अपनी शक्तियों का भी खुलकर प्रदर्शन कर रहा है।
अगर वह ऐसे ही हरे कीडो के द्वारा लोगो को मारता रहा तो तिलिस्मा तक तो कोई पहुंच नहीं पायेगा और अगर तिलिस्मा नहीं टूटा तो ना तो देवी क्लिटो को कभी मुक्ति मिलेगी और ना ही हम कभी शक्तिशाली हो पायेंगे। तो भाई, फ़िर इससे पहले कि लुफासा ‘सुप्रीम’ के सारे लोगो को मारकर पिरामिड में भेजे, हमें उन सारे मनुष्यो को बचाकर मायावन तक लाना ही होगा।"

युगाका, त्रिकाली की बात सुनकर विचलित हो गया और छत पर इधर-उधर टहलने लगा।

“मैं जानता हूं त्रिकाली कि तुम क्या कहना चाहती हो, पर तुम जानती हो कि हम लुफासा जितने शक्तिशाली नहीं है और हम अभी लुफासा का सामना नहीं कर सकते। क्योंकि तुम्हारे पास केवल रूप बदलने की शक्ति है और मेरे पास रूप बदलने के अलावा केवल वृक्ष को नियंत्रण करने की शक्तियां हैं।

जबकि लुफासा के पास इच्छाधारी शक्ति है। वह इस शक्ति से किसी भी जानवर का रूप धारण कर सकता है। इसके अलावा हम देवी शलाका के द्वारा बनाए गये नियमों के हिसाब से युद्ध करते है, जबकि लुफासा किसी नियम को नहीं मानता। इसिलये हमें जब तक बाबा का आदेश नहीं मिल जाता, तब तक हम सीधे-सीधे लुफासा से युद्ध नहीं कर सकते और तुमने देखा कि कल हम रोजर और लॉरेन बन कर जहाज पर गये भी थे, पर क्या हम लोथार को वहां से ला पाये।

एक बार फ़िर लुफासा जीत गया। यहां तक कि मैं तो तौफीक की गोलियों से घायल भी हो गया था। ये तो कहो बाबा ने समय रहते मेरी जान बचा ली। नहीं तो मेरा तो अंत ही हो गया था। अब यह साफ हो गया है कि हम सुप्रीम के सारे लोगो को एक साथ मायावन नहीं ला सकते। इसिलये हमें लुफासा के अगले कदम का इंतजार करना पड़ेगा और उसके हिसाब से ही कोई प्लान करना पड़ेगा।"

लेकिन इससे पहले कि त्रिकाली कोई और जवाब दे पाती, युगाका को आसमान में कुछ काले बादल अराका द्वीप से निकलकर कहीं और जाते हुए दिखाई दिये।

“ये तो मकोटा के तिलिस्मी बादल है और इनका प्रयोग वो तभी करता है, जब उसे कुछ बड़ा करना होता है। कहीं वह सुप्रीम को डुबाकर सारे यात्रिओं को एक साथ मारने की तो नहीं सोच रहा? जरूर ऐसा ही है ... त्रिकाली... तुरंत मेरे साथ चलो।"
युगाका चीखकर बोला और तेजी से महल की छत पर बने एक कमरे की ओर भागा।

त्रिकाली भी उसके पीछे थी।

युगाका कमरे में प्रविष्ट हो गया। कमरा काफ़ी बड़ा था। कमरे में सबकुछ लकड़ी से ही बना हुआ था।
कमरे की दीवार और छत भी लकड़ी की ही थी। कमरे में बहुत से अजीब-अजीब तरह के लकड़ी के उड़ने वाले वाहन भी रखे थे।

उनमें से कुछ वाहन हेलीकाप्टर, कुछ ड्रोन की भांती के थे, फर्क केवल इतना था कि वह सब वाहन लकड़ी के बने थे और उनके ऊपर की ओर किसी पारदर्शी ऊर्जा की छत लगी थी।

युगाका और त्रिकाली एक वाहन में बैठ गये। वह वाहन छोटा, परंतु आकार में गोल एक ड्रोन की भांती था। जिसके ऊपर लकड़ी के 4 छोटे- छोटे पंखे लगे हुए थे।

वाहन के अंदर 2 आरामदायक सीट भी थी और बहुत से रंग- बिरंगे बटन भी लगे थे।

वाहन में बैठने के बाद युगाका ने कमरे के छत की ओर देखा। युगाका के देखते ही लकड़ी की छत सरक कर एक किनारे हो गयी।

युगाका ने लकड़ी के ड्रोन को एक दिशा की ओर इशारा किया और वह ड्रोन तेजी से उड़कर उस दिशा में चल दिया, जिधर वो काले बादल गये थे।

कुछ देर उड़ने के बाद उन्हें ‘सुप्रीम’ दिखना शुरु हो गया। वह काले बादल अभी सुप्रीम से कुछ दूरी पर थे।

“केमोफ्लाज।" युगाका ने ड्रोन के अंदर बैठे-बैठे ही बोला।

युगाका के यह बोलते ही ड्रोन का रंग आसमान के रंग से इस कदर मैच हो गया कि बहुत ध्यान से देखने पर ही अब ड्रोन दिख रहा था। एक तरीके से वह अदृश्य हो गया था।

तभी सुप्रीम को एक झटका लगा और वह मुड़ना शुरु हो गया।

बादल बहुत तेजी से सुप्रीम की ओर बढ़ने लगे।

अब तो घनघोर काले बादलों के बीच कड़कती हुई बिजली भी सभी को साफ दिख रही थी। बादल के गरजने का शोर भी थोड़ा-थोड़ा सुनाई देने लगा था।

काले बादलों ने अब सुप्रीम को किसी बूमरैंग की तरह घेरना शुरु कर दिया।

युगाका और त्रिकाली को अंधेरा हो जाने की वजह से अब आसमान से साफ दिखाई नहीं दे रहा था। इसिलये युगाका ने अपने लकड़ी के ड्रोन को सुप्रीम से थोड़ा दूर आकर पानी की लहरों पर उतार लिया।

ना जाने कौन सी तकनीक थी। अब ड्रोन का रंग पानी के रंग से मिलने लगा था।

पारदर्शी ऊर्जा के कारण हवा और बारिश की बूंदे ड्रोन के अंदर नहीं आ रही थी।

अब हवाएं भी बहुत तेज हो चुकी थी। समुद्र की लहर सैकडो फुट ऊपर उछल रही थी। रह-रहकर अजीब सी फ़्लैशलाइट बिखेरती बिजली बादलों में कड़क रही थी।

घने काले बादलों की वजह से चारों ओर घोर अंधकार हो गया था। अब जहाज तेजी से अराका द्वीप की ओर बढ़ने लगा।

बादल जहाज के काफ़ी पास आ गए थे। हवा में ऊंचे-ऊंचे उछलती समुद्र की लहरों से इतना भयानक शोर हो रहा था, मानो आज प्रलय निश्चित हो।

कुछ देर में सुप्रीम से नौकाओं को पानी में उतारा जाने लगा।

अराका अब शनैः-शनैः पास आता जा रहा था।

बादल अब जहाज के ऊपर तक आ गये थे। बिजली की तेज चमक व गड़गड़ाहट दूर तक सुनाई दे रही थी।
सुप्रीम लहरों का सामना नहीं कर पा रहा था। वह किसी कागज के जहाज की भांती लहरों पर डोल रहा था।

तभी युगाका की तेज निगाहों ने समुद्र की लहरों के बीच एक विशालकाय ऑक्टोपस को देखा।

“सावधान रहना त्रिकाली, लुफासा विशालकाय ऑक्टोपस का रूप लेकर आ चुका है। हमें अब पानी के नीचे जाना होगा।"

इतना कहकर युगाका ने ड्रोन में लगा नीले रंग का बटन दबा दिया। ड्रोन एक झटके से पानी के अंदर आ गया।

तभी ऑक्टोपस ने पानी के नीचे से अपनी विशालकाय भुजाओं से ‘सुप्रीम’ को पकड़ लिया।

सुप्रीम को एक तेज झटका लगा, पर वह ऑक्टोपस के हाथों से फिसल गया।

इस बार ऑक्टोपस ने अपनी सभी भुजाओं से सुप्रीम को जोर से पकड़ लिया। सुप्रीम को इस बार और तेज झटका लगा।

अब ऑक्टोपस ने अपने शरीर से एक गाढ़े काले रंग का द्रव्य सुप्रीम के प्रोपेलर के पास लगे कैमरे पर उगल दिया, जिससे सुप्रीम के क्रू सदस्यों को बाहर का दृश्य ना दिखाई दे।

हल्की-हल्की बूंदे भी गिरना शुरु हो गई थी । काले भयानक बादल पूरे जहाज के ऊपर छा गये थे।

बादल बहुत जोर से गरजकर पूरे आसमान को कंपाए दे रहे थे।

तभी आसमान से एक बिजली कड़क कर युगाका के ड्रोन के पास जा गिरी। युगाका का ड्रोन लहराया। युगाका बाल-बाल बचा था।

समुद्र की लहरों ने अब विकराल रूप ले लिया था।

तभी युगाका को पानी के अंदर उड़नतस्तरी आती हुई दिखाई दी।

उड़नतस्तरी पानी के काफ़ी नीचे चल रही थी इसिलये उसकी हलचल ऊपर महसूस नहीं हो रही थी।

इसी के साथ उडनतस्तरी से हजारों हरे कीडो ने निकलना शुरु कर दिया।

तभी युगाका को 2 गोताखोर पानी में आते दिखाई दिये, जो कि सुप्रीम के प्रोपेलर की ओर जा रहे थे।

कुछ हरे कीड़े यह देख उनकी ओर लपके और इससे पहले कि दोनों गोताखोर कुछ समझ पाते हरे कीडो ने उन दोनो को कई जगह पर काट लिया।

दोनो गोताखोरों की लाश पानी में तैरने लगी।

हरे कीडो को सब तरफ फैलते देख युगाका ने अपने ड्रोन को सुप्रीम से थोड़ा दूर कर लिया।

अब ऑक्टोपस ने सुप्रीम को पानी के अंदर खेंचना शुरु कर दिया था।

बहुत से लोग पानी पर तैरने की कोशिश कर रहे थे।

तभी युगाका को एक मोटरबोट सुप्रीम से दूर जाती हुई दिखाई दी। चूंकि हरे कीडो की वजह से युगाका सुप्रीम के पास कुछ नहीं कर पा रहा था। इसिलये वह मोटरबोट के पीछे-पीछे पानी के अंदर ही अंदर चल पड़ा।

अब जहाज टूटकर बड़ी तेजी से पानी में समाने लगा। मौत का ऐसा भयानक तांडव शायद ही किसी ने देखा हो।

बादल भी उनकी मौत पर जोर-जोर से चीख रहे थे।

कुछ ही क्षण में भयानक आवाज करता हुआ ‘सुप्रीम’ पानी के अंदर समा गया।

तभी एक भयानक धमाका समुद्र के अंदर हुआ। आग जहाज के ईंधन टैंक तक पहुंच गयी थी।

इस भयानक धमाके की वजह से ऑक्टोपस का शरीर चिथड़े-चिथड़े होकर पानी में बिखर गया।

लुफासा का एक रूप और मारा गया था।

“बहुत अच्छा!" युगाका यह देखकर खुशी से झूम उठा- “एक रूप और ख़तम हुआ लुफासा का।"

हरे कीड़े इस समय पानी के अंदर डूबे जहाज से लाशो खींचकर उड़नतस्तरी के अंदर ले जा रहे थे।

थोड़ी देर में मोटर बोट के लोग वापस वहां जाने लगे, जहां सुप्रीम डूबा था। शायद उन्हें किसी जिंदा व्यक्ती की तलाश थी।

युगाका थोड़ा सा दूरी बनाकर मोटरबोट पर नजर रख रहा था।

तभी मोटरबोट के लोगो ने बोट पर किसी को चढ़ाया, जो कि दूरी अधिक होने की कारण युगाका व त्रिकाली को दिखाई नहीं दिया।

हरे कीडो ने तब तक पानी के अंदर की सभी लाशो को उड़नतस्तरी के अंदर पहुंचा दिया था और अब वो सब लहरों पर तैर रही लाशो की ओर झपटे।

युगाका ने अपना ड्रोन उस मोटरबोट और हरे कीडो के बीच कर लिया।
यह देख हरे कीडो ने गुस्से में युगाका के ड्रोन पर हमला कर दिया।

“बेड़ा गर्क।" युगाका ने गुस्से से झल्लाकर कहा- “ये तो अब हमारे पीछे पड़ गये।"

युगाका के ड्रोन से इतने कीड़े चिपक गये, कि विंड-स्क्रीन से बाहर कुछ नजर ही नहीं आ रहा था। युगाका के पास कोई ऐसा हथियार नहीं था, जिससे कि वह उन कीडो को मार सकता।

हरे कीडो ने अब ड्रोन को पानी में खींचना शुरु कर दिया।

“इससे पहले कि लुफासा फ़िर से रूप बदलकर आये या फ़िर ये हरे कीड़े हमें खींचकर उड़नतस्तरी तक ले जाएं, हमें अपने बचाव का कोई उपाय तो देखना ही पड़ेगा।" युगाका के चेहरे पर थोड़ी सी घबराहट नजर आने लगी।

यह देख त्रिकाली का हाथ गुस्से से हवा में लहराया।

इसी के साथ समुद्र का पानी आश्चर्यजनक रूप से नुकीले भालों में बदल गया और सारे हरे कीडो के शरीर में जाकर धंस गया। अब उनके ड्रोन पर एक भी हरा कीड़ा नहीं बचा था।

यह देख आसपास के सारे हरे कीड़े वहां से भाग खड़े हुए। युगाका और त्रिकाली भी इस घटना से हैरान हो गये।

“ये....ये....कैसे किया तुमने?" युगाका ने आश्चर्य से कहा।

“म....मुझे भी नहीं पता, मैंने तो बस गुस्से में ऐसे ही हाथ हिलाया था, पर यह पानी बर्फ़ कैसे बना, यह मुझे नहीं पता?" त्रिकाली ने उलझे-उलझे स्वर में कहा।

“लगता है कोई ना कोई शक्ति तुम्हारे अंदर भी है, पर इसका तुम्हें स्वयं ज्ञान नहीं है। बाबा से इसके बारे में पूछना पड़ेगा।" युगाका ने त्रिकाली की ओर देखते हुए कहा।

उधर मौके का फायदा उठाकर, वह मोटरबोट अराका तक पहुंच गयी थी।

तब तक हरे कीडो ने लहरों पर तैर रही बाकी बची लाशो को भी पानी में खींच लिया था।

अब वहां रूके रहने का कोई फायदा नहीं था। इसिलये युगाका और त्रिकाली भी वहां से अराका की ओर चल दिये।



जारी रहेगा_______✍️
Nice! Nice! Nice!!! Well-done brother.

Jab lagta hai ye update sabse better hai usse aur better ek episode aa jata hai.

Supreme ka destroy hona aur logo ka marna aapne bahut achhe se likha hai.

Par ye toh pata hai ki ab jo bhi ho Lufasha ko uske kiye ki saja milni chahiye usne itne logo ki jaan le liya hai ki usko maaf nahi kiya ja sakta hai kabhi wo shaitani takat Jegan ka sath de raha hai apni powers ko badhane ke liye. 💕 ❤️ 🌺
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Bhut hi jabardast update
To vo locket kud hi udakar jenith ke pass chala gaya jrur isme bhi koi rahasya hoga jo aage ujagar hoga

Vahi usman ali ki diary padne ke baad pata chala ki black thunder jahaj ne bh supreme ki hi tarah sab kuch jhela tha or kuch hi log us island tak pahuch paye the or usman akela hi vapas lot pane me safal huva tha
Vahi usman ke dost gilford ke sath kya huva hoga
Kya use kabile ke logo ne maar diya hoga ya vah aaj bhi island par jinda hoga
Locket ka raaj jaldi hi saamne aa jayega ki wo jenith ke paas kyu gaya :shhhh: Black thunder bhi Supreme ki hi tarah waha pahuncha tha, lekin usme se 2 aadmi hi baxh kar dweep par pahuche the:declare:Lekin wapas ek hi ja paya,, Gilford ka kya hua ye baad me batata hu:yes2:
Thank you very much for your wonderful review and support bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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Bhut hi badhiya update
To yugaka or trikali ne hi in bache huye logo ko hare kido se bachaya tha or tilisam ko todne ke liye mayavan me inki priksha le rahe hai
Dekte hai ki inme se kon hoga jo tilisam ko todega
Yahi raaj hai inke bachne ka:shhhh:Kyonki aapne dekha tha ki kaise koi bhi us dweep par jinda nahi pahunch pa raha tha. Yugaka and Trikaali ne hi un sabko bachaya tha:yes2:Thanks for your valuable review and support bhai :thanx: And meri usc wali story ka review bhi dena ho sake to:?:
 

Raj_sharma

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Reviews dalna shuru karunga na abhi to apne ek aur story par kaam kar raha hu ,use bhi post kar du fir reviews likhne bhidhunga
Avasya mitra :approve:
Waise maine suna is baar ju ki story ne dhamaal machaya hai udhar:happyjump:
 

Raj_sharma

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Bahut hi shandar update he Raj_sharma Bhai

Yugaka aur Trikali hi Suyash and party ko bach sakte he .....

Lufasa se vo log direct ladai to nahi lad sakte, lekin suyash and party ko bachakar vo tilsima jarur todenge......

Keep rocking Bro
Aap kah to sahi rahe ho mitra :approve: Wo dono Suyash and party ki madad to kar sakte hain, per karenge nahi:shhhh:Iske peeche bhi karan hai. Haan ye kah sakte ho ki hamari hi duniya ke log tilishma ko todenge :yes2: Thanks for your valuable review and support bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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Nice! Nice! Nice!!! Well-done brother.

Jab lagta hai ye update sabse better hai usse aur better ek episode aa jata hai.

Supreme ka destroy hona aur logo ka marna aapne bahut achhe se likha hai.

Par ye toh pata hai ki ab jo bhi ho Lufasha ko uske kiye ki saja milni chahiye usne itne logo ki jaan le liya hai ki usko maaf nahi kiya ja sakta hai kabhi wo shaitani takat Jegan ka sath de raha hai apni powers ko badhane ke liye. 💕 ❤️ 🌺
Thank you so much for your amazing review and superb support bhai :hug:
Lufasa uske kiye ki saja to milkar rahegi :approve: Kab aur kaise? Ye dekhne wali baat hogi:?:
Ab aage jald hi taufeek per bhi focus karunga:D: Sala jenith ke sath ....
 

Raj_sharma

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