• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

xforum

Welcome to xforum

Click anywhere to continue browsing...

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,892
22,281
189
हो जाइए तैयार
आगामी अपडेट्स के लिए

राज - अनुज और रागिनी
Hard-core threesome
बहुत जल्द

Gsxfg-IAX0-AAa-Jnh
(सिर्फ पनौती न लगे बस 😁)
 
Last edited:

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,892
22,281
189
UPDATE 69


मै अपना बैग लेके सुबह 9 बजे घर पहुचा तो दुकान मे अनुज बैठा हुआ था

अनुज - नमस्ते भैया
मै मुस्कुरा कर - क्या भाई क्या हाल है छोटे

अनुज - ठीक हू भैया
मै - आज स्कूल नही गया
अनुज - भैया स्कूल तो एक हफ्ते के लिये बन्द है
तीन दिन बाद होली है ना

मै हस कर ओहो फिर तो मौज ही होगे आपके जनाब
अनुज शर्मा कर - कहा मौज मेरे तो कोई दोस्त ही नही है
मै - मै हू ना , वैसे मा कहा है

अनुज - वो छत पर गयी है नहाने
मै - ठीक है मै जरा अपना सामान रख लू
फिर मै छत पर आया तो किचन मे बर्तन की ख्त्पट सुनाई दे रही थी

मै बेडरूम मे अपना बैग सोफे पर रखा और घुमा ही था की सामने से दीदी एक मैकसी पहने अपने भिगे बालो को खोलते हुए कमरे मे आ गई ।

वो शायद अभी नहा कर आई थी
मुझे देख्ते ही वो खुशी से उछल कर मेरे बाहो मे आ गई
मै उसे गले लगाते हुए कहा- मुझे याद किया मेरी जान

दीदी - बहुत ज्यादा भाई
मै उसको साइड कर झट से दरवाजा बंद कर उसके होठो को चूसने लगा और उसके बदन को मसलने लगा ।

उसके बदन को छुने पर पता चला कि उसने अनदर कुछ नही पहने जिससे और उत्तेजित कर उसके चुतडो को मसलने लगा ।

हम दोनो एक दूसरे के लिए बहुत ही ज्यादा तडप रहे थे और मुझ्से रहा नही गया और मै सब कुछ जल्दी मे कर लेना चाहता था तो
मैने दीदी की चुत को भी सामने से हाथ लगा कर रगड़ना शुरु कर दिया जिससे सोनल मेरे होठो को और जोर से चुसने लगी ।


मै झट से उसको बिस्तर पर लिटा कर एक झटके मव उसकी मैक्सी को कमर तक चढा दिया और वो मदहोश होकर तेज सांसे लेते हुए मेरी हरकतो को देखने लगी
मेरे अन्दर हवस हावी हो चुका था और मैने झुक कर दो तीन बार उसकी गोरी मास्ल जांघो को चूमा और दीदी की झाटो से भरी चुत मे मुह लगा दिया और लपालप चाटना शुरू कर दिया
मेरे जीभ को अपनी चुत पर रेगता पाकर सोनल उछल पड़ी और इधर उधर पैर मारने लगी

मै उसकी जांघो को थाम कर उसके चुत मे दाने को झाटो सहित मुह मे चूब्लाने लगा

सोनल मुह पर हाथ रखे जल बीन मछली जैसे फड़फडाती रही , उसने अपने कन्धे झटकने शुरू कर दिये और कमर उचकाने लगी थी
उसकी चुत के होठ के दाने की फड़कन मेरे होठो को पता चल रही थी । जिसे मै अपने उपरी होठ के फलक से टच कर रहा था ।

और कुछ ही देर मे मुह पर उसकी चुत ने पिचकारी छोडनी शुरू की और 10 12 बार सोनल अपनी कमर को झटका देते हुए मेरे मुह पर झड़ कर चित पड़ गयी और हल्की सिस्किया लेने लगी ।

वही मै उसकी चुत को अच्छे से चाट कर मस्त हो गया ।
लेकिन मेरा लण्ड अभी भी खड़ा था और सोनल उस हाल मे नही दिख रही थी कि मेरे लण्ड को शांत कर पाये क्योकि ये उसका पहला स्खलन था ।

वैसे पड़े पडे कोमल थक कर सो गयी और मैने उसकी मैक्सि को ठीक किया और अपना लण्ड सेट करके बाहर आया तो देखा किचन मे कोई नही था फिर मै छत पर गया तो बाथरूम से मा के नहाने का पता चला ।

मै मा को दुपहर मे भोगने का सोच कर हाथ मुह धुल के दुकान मे किनारे बैठ गया औए मोबाईल चलाने लगा ।
दुकान मे अनुज अब भी मेन गद्दी पर था ।


कुछ समय बिता ही था कि एक लडकी दुकान मे कुछ सामान लेने आई और अनुज उससे बाते करते हुए शर्मा रहा था । वही उस लडकी की बात से लग रहा था कि वो अनुज को जानती हो ।

तभी उसने अनुज को अंडरगार्मेट दिखाने को बोले तो वो मुझे आवाज दिया

मै भी उसके पास पहुचा

मै - हा क्या हुआ अनुज
अनुज - भैया आप लाली को सामान दिखा दो मै पानी पीके आता हू

मै समझ गया कि वो शर्मा रहा था
फिर वो उपर चला गया
मै - ये तुम्हारे साथ ही पढता है क्या लाली
लाली - जी भैया , बहुत मुहदब्बू है किसी से कुछ बोलता ही नही और शर्माता ऐसे है कि दुल्हन हो हिहिहिही

मै हस कर - अच्छा कोई बात नही तब क्या दू तुम्हे
लाली - भैया मुझे एक 30 नं की ब्रा देदो और फुल वाली पैंटी दिखा दो

मै उसका मज़ा लेते हुए - मै थोडी ना पहनता हुआ फुल वाली पैंटी जो दिखा दू हिहिही
लाली हस कर शर्माते हुए - धत्त भैया वो मै कह रही थी कि मेरे लिए 32 नं का दिखाओ

मै लाली के साइज़ जानकर आश्चर्य हुआ की इस उम्र मे ही उसके अंग खिल चुके थे और कैफ्री मे उसके गोल मुलायम चुतडो के उभार देख कर मुझे मामा की लड्की गिता की याद आ गई ।

फिर मैने उसे ब्रा पैंटी दिखाई लेकिन मेरे पास 30 की ब्रा न्ही थी

मै - लाली मेरे पास 30 की ब्रा नही है 32 देदू
लाली - नही भैया वो ढिला होगा ना मुझे

मै उसके चुचे निहार कर - नही लाली हो जायेगा
लाली शर्मा के - बक्क नही होता है भैया मैने मेरे दीदी का ट्राई किया था

मै - ओहह फिर ये न्यू फ्री साइज़ वाला लेलो ये स्ट्रेच वाला कपदा है कोई भी पहन सकता है घर मे

लाली मुस्कुरा कर - ठीक है भैया देदो
मै लाली को समझ गया था कि वो एक अच्छी और फ़िकरमन्द लड्की है और शायद मेरे अनुज से इसकी दोस्ती हुई तो वो उसे थोडा मोटीवेशन देके समझा बुझा सकती है । क्योकि समय के साथ अनुज को समाज से मिलना जुलना भी जरुरी था और मैं तय कर लिया कि जल्द ही अनुज से फिर बात करूँगा ।

फिर वो चली गयी और मै अपने काम मे लग गया
दोपहर के खाने के बाद मा और मैने विमला के यहा की बातो पर चर्चा की और मौका देख कर मैने मा को पीछे के कमरे मे जाने का इशारा किया ।

मा मुस्करा कर - नही पागल त्योहार का समय है और ग्राहक आते जा रहे है ।
मै मुह बना कर - क्या मा वैसे ही 3 4 दिन आपसे दुर रहा हू आपको मन नही होता

मा परेशान होकर- मेरा भी बहुत मन है बेटा लेकिन अभी समझ तू

तभी दुकान पर ग्राहक आ गये
मै समझ गया कि यहा कुछ हाथ आने वाला है नही तो थोडा देर सर खपाने के बाद याद आया क्यू ना थोडा सब्बो के यहा घूम आऊ ।

मै खुश हुआ और निकल गया सब्बो के मुहल्ले मे
टहलते हुए उसके घर गया तो वहा उसकी मा रुबीना मिली

मै - और काकी कैसी हो

रुबिना हस कर - अरे छोटे सेठ आप, कहा दर्शन दे दिये मालिक

मै रुबिना से मस्ती भरे अंदाज ने लण्ड को पैंट के उपर से सहलाते हुए - दर्शन देने नही करने आया हू काकी

रुबीना - बेटा सब्बो तो सोनू को लिवा कर बडे शहर गयी है कुछ दवा लेना था ।

मै अचरज से - क्या हुआ काकी सब ठीक है ना
रुबीना - अब आपसे क्या छूपाना छोटे सेठ , दरअसल बात ये है कि सब्बो के जांघ मे खुजली हो रही है जिससे धंधे मे दिक्कत हो रही है और आप तो जान्ते हो ये बडे सेठो के नखरे

मै - अरे ये सब तो नोर्मल है गर्मी का दिन आ रहा है ना काकी तो उतना होता रहता है
रुबीना - हा छोटे सेठ
मै एक कातिल मुस्कान से - तब काकी कुछ होगा की सुखा सुखा जाना पडेगा

रुबीना मेरे लण्ड को पैंट के उपर से सहलाते हुए - कभी ऐसा हुआ है क्या छोटे सेठ

मै रुबीना की मोटी चुचियो को सूत के उपर से मस्ल्ते हुए - तो चलो ना कमरे मे काकी और रहा नही जाता

रुबीना मेरे लण्ड को निचे से पकड कर कमरे की तरफ ले जाने लगी और उसकी 44 की हैवी थिरकते गाड़ देख कर उत्तेजित होने लगा

रुबिना - लग रहा है बहुत ज्यादा ही फड़क रहा है ये छोटे सेठ

मै - तुम्हारी तरबूज जैसी भारी गाड़ देखकर इससे रहा नही जा रहा है

रुबीना कमरे मे जाकर तो आजाद कर दो ना उसको
मै - अब ये भी मै ही करू हा

रुबीना एक कातिल मुस्कान के साथ मेरे कदमो मे झुकने लगी ।

मै उसे रोकते हुए - ऐसे नही
मै यहा बैठ रहा हू तुम सारे कपडे निकालो आज तुम्हारी जवानी का एक एक गदराया हिस्सा देखना की क्या सच मे तुम्हारे बारे मे जो सुना है वो सही है ।


रुबिना एक कातिल मुस्कान से थोडा पीछे हत कर खड़ी हो गयी और मै वही उसके सामने एक सोफे पर बैठ कर पैंट के उपर से लण्ड सहलाने लगा

वही रुबीना के पहले मेरे सामने झुक कर अपने 40 साइज़ के हैवी चुचो को हाथो मे लेके सूत के उपर से ही पकड कर उनकी घाटी और गहरा करते हुए मुझे दिखाया और वापस से सूत को निकाल दिया
सूत निकलते ही ब्रा मे कैद उसके चुचे बाहर की तरफ फैल गये ।
मै अपनी जुबान से होठ को गिला करता हुआ रुबीना को आगे बढ़ने का इशारा करता हू और वो मेरी तरफ घूम के अपने भारी भरकम चुतडो को बाहर निकाल कर सल्वार का नाड़ा खोल देती है जिससे उसकी मोटे मोटे तरबूज जैसे चुतडो के पाटे नंगे होकर एक काली पैंटी मे दिखने लगते है ।

उसकी जांघो के पास के हल्के काले और भूरे धब्बे उसकी गाड़ के गोरेपन को और निखार रहे थे ।

उसकी रसभरी चर्बीदार गाड़ देख कर मै थूक गटकने लगा और वो घुमकर थिरकते हुए मेरे पास आई और मेरा टीशर्ट निकाला और मेरे सामने रुबिना के गोरे मुलायम चुचो की घाटी हिलती हुई नजर आई और मैने उसको लपक कर कमर मे हाथ डाल कर उसके एक मोटे चुचे को पकड कर काटने लगा ।

रुबिना के अंडरआर्म से किसी नशीले अत्र की खुस्बु आ रही थी और मै मादकता मे आकर उसको ऊचे उठे कूल्हो को सहलाने लगा और उसको चुचियो को बेहिसाब काटने लगा ।

रुबीना मेरे बालो को सहलाते हुए सिसकिया लेने लगी
रुबीना के बदन की खुशबू और उसके उठे हुए मुलायम कुल्हे मुझे गजब का सुख दे रहे थे।
वही रुबीना मेरा सर पकड कर अपने चुचो की घाटी मे दरना चालू कर दी । मै उसके चुतडो के पाट फैलाना शुरु कर दिया।
जल्द ही रुबीना मेरे जांघो पर बैठ कर अपनी चुत के निचले हिस्से को मेरे लंड के उपर रगड़ना शुरु कर दी और साइड से अपने ब्रा के स्ट्रिप निकाल कर चुचो को आजाद कर दिया ।
मै रुबीना के भारी चुचो मे से एक को दोनो हाथो से पकड कर उसका बडे काले घेरे वाला निप्प्ल अपने सामने कर मुह मे भर लेता हू ।
मून्क्के से भी ब्ड़ी घुंडीयो वाली रुबीना के निप्प्ल बहुत मुलायम थे और मेरे गुलाबी खुरदुरे जीभ ने उसकी दानेदार निप्प्ल पर अपनी धार लगाना चालू कर दी ।
रुबीना - ओह्ह्ह सेठ क्या करते हो उम्म्ंम्ंं छिल जायेगा मेरा दूध अह्ह्ह्ं मा इस्स्स्स
रुबीना जोश मे आकर अपने चुतड के गद्देदार पाटो को सख्त कर और भी ज्यादा मादकता से मेरे लंड के उपर रगड़ने लगी । जिससे पैंट मे कैद मेरे लण्ड दर्द सुरु होने लगा और मै उनको आजाद करना चाहता था ।


कुछ देर तक रुबीना के चुचो से खेलने के बाद मै उसे निचे जाने को बोलतो वो मुस्कुरा कर मुझसे हट हाती है और मै एक गहरी सास लेके खुद की ठीक करता हू ।
वही रुबीना घुटनो के बल आकर मेरे पैंट खोलकर उसे पुरा बाहर निकाल देती है और उसकी नजर जब मेरे मोटे तने हुए लन्द पर जाती है तो

रुबीना लंड को बिच से पकड कर उसकी चमडी को उपर निचे करते हुए - अरे वाह सेठ ये तो पिछ्ली बार से काफी मोटा दिख रहा है

वही मै रुबीना के हाथो का स्पर्श पाकर और उत्तेजित होने लगा और रुबीना का सर पकड कर सीधा सुपाडे पर ले गया और वो मुह खोल्के उसे गले तक घोट गयी ।
मै कमर उचका कर थोडी देर तक उसे गले की घंटी पर अपना सुपाडा रगड़ता रहा और वो गुउउउऊ गुउऊ करके मेरे लण्ड पर लार के ढेर छोडती रही जब रुबीना को बरदास्त न हुआ तो अपना सर पीछे लेते हुए ढेर सारा थूक मेरे सुपाडे पर छोड कर म्लने लगी ।
उसके मुलायम हाथो ने मेरे लण्ड को कसना शुरू किया और वापस चमडी को निचे ले जाकर रुबीना मे मेरे सुपाडे को मुह मे भर लिया और जीभ से मेरे लण्ड के सुराख मे हलचल करने लगी ।
मै रुबीना के अंदाज से मज़े मे आ गया और सिसिक्ते हुए बोला - ओह्ह्ह काकी इतना मस्त लण्ड चूसना कब सिखा इह्ह्ह बहुत ही मज़ा है अह्ह्ह

रुबीना लण्ड को मुह से निकाल कर - सबका कोई ना कोई गुरू होता है सेठ
मै थोडा रौब दिखा कर - तो क्या अपनी मा से सिख कर आई है सालि बता ना अह्ह्ह्ह उफ्फ्फ और घुमा जीभ सुपाडे पर आह्ह मज़ा आ रहा है काकी उह्ह्ह

रुबिना - वो मै नही बता सकती तुमको मागता है तो करवाओ

मै समझ गया कि ये ऐसे नही मानेगी इसको पहले अपने कन्ट्रोल मे लेना पडेगा

मै उसका चेहरा उठा के उसे बिस्तर पर जाने को बोला
वो मुस्कुरा कर बिस्तर पर बैथ गयी और मै खड़ा होकर उसके सामने आया और उसे लिटा दिया ।
रुबिना ने अपनी जान्घे खोल दी और मैने पहले अपना लण्ड उसकी मुलायम जांघो मे रगड़ना शुरु किया और दुसरे हाथ से उसकी चुत को सहलाते हुए उसको उत्तेजित करने लगा ।

जल्द ही रुबिना अपनी पाव सी फुली हुई चुत पर मेरे हाथो के स्पर्श से गनगना गयी और कसमसाने लगी ।
वही मै अपना लण्ड अब रुबीना के चुत पर रख कर निचे गाड़ की तरफ रगड़ना शुरु किया जिससे रुबीना के भोस्दे पर मेरा पुरा लंड पैंटी के उपर से रगड़ खाने लगा ।
वही रुबिना मेरे अंदाज से मदहोश होकर अपनी मोती चुचिया खुद मुह मे लेके चूसने लगी ।
फिर मै निचे बैठ गया और दो तीन बार रुबिना के भोसड़े पर चपत लगा कर उसके चुत के दाने वाले हिस्से पे पैन्ती के उपर से ही हथेली लगा कर मिज्ना शुरु कर किया जिससे रुबीना सिसिकते हुए गाड़ पटकने लगी ।

एक बार मैने रुबिना के चुत को सूंघ और पैंटी के उपर से ही उसकी चुत को काटने लगा
और अपना मुह उसके जांघो और चुत के उपर रगड़ने लगा ।
रुबिना ने मेरे सर को पकड कर अपनी चुत मे दबाना शुरु कर दी
फिर मैने उसकी पैंटी निकाल दी जिसकी अन्दर की तरफ चुत के हिस्से वाले कपड़े पर उसके भोस्दे का सफेद पानी का दाग लगा था

मै एक बार हल्के हाथो से उसकी चीकानी बारीक झाटो वाली चुत पर हाथ फेरते हुए बोला - आह्ह काकी क्या मस्त चीकना किया है अपने भोस्दे को उम्म्ंम्ं

और जीभ लगा कर सटासट चात्ना शुरु कर दिया
रुबिना - अह्ह्ह आह्ह मा उफ्फ्फ हय्य मर गई रे अह्ह्ह सेठ उफ्फ्फ और चाट लो सेठ अह्ह्ह मा और और

मै थोडी देर चुत चाटने के बाद रुबिना के बगल मे आकर लेट गय और उसको मोटे होठो को चुस्ते हुए उसके मुह उसकी चुत का स्वाद दे दिया ।
फिर वापस उसके एक चुचे को मुह मे लेके उसकी फौलादी भारी जांघो को खोलकर चुत के दाने और उपर की चमडी को तेजी से सहलाने लगा ।
रुबिना मेरे दोहरे अटैक से झनझना गयी और मदहोशि मे पागल होने लगी ।

मै उस्के कान मे जाकर - कहो तो लण्ड घुसेड़ दू काकी आपकी भतीयान मे
रुबीना तडप भरे शब्दो मे - हा सेठ डाल दो ना
मै मुस्कुर उसके उपर जा जाता हू और अपना लण्ड उसके चुत पर लगाने लगा और उसकी चुचियो को दोनो हाथो से मिजने लगा ।

रुबीना - आह्ह सेठ रहम करो चोद दो मुझे अजज तक इत्ना गर्म नही हुई मै आह्ह हय्य मा

मै उसकी तपते चुत मे लण्ड के सुपाडे को घुसाते हुए बोला - पहले मै जो पुछा वो बताओ कहा से सिखा ये लण्ड चूसना काकी

रुबिना मेरे गर्म मोटे सुपाडे को उसकी चुत की दिवारो मे घिसता मह्सूस पाकर के अपनी गाड़ उचका कर और गहराई मे लेना चाह रही थी ।

मै हस कर - ना ना पहले बताओ तभी आगे जायेगा काकी

रुबिना - मै अपने ग्राहको के बारे मे नही बता सकती सेठ समझो और मुझ पे रहम करो

मै उसकी चुत मे पुरा लण्ड उतार कर 10 12 बहुत तेजी से शुरुवाती धक्के लगा कर रुक जाता हू
रुबीना हाफते हुए हस रही थी - अह्ह्ह सेठ रोक क्यू दिया करो ना बहुत मज़ा आ रहा है ओह्जहह सेठ मै मान जाओ ना

मै मुस्कुरा - ऐसे चूदवाना है तो बताओ ना कहा से सिखा , वादा है मै किसी को नही कहूंगा

और एक बार फिर 8 10 धक्के तेजी से रुबीना के चुत मे मार कर रुक गया जिससे रुबीना हिल गयी

रुबिना अब बोलने को तैयार हो रही थी तो मैने अब हल्का हल्का मदकता से भरे ध्क्के लगाते हुए बोला - बताओ ना काकी

रुबिना नशे मे - वो मैने ये सब ठकुराईन से सिखा है सेठ अह्ह्ह

मै एक जोर का धक्का रुबिना के चुत मे डाल कर - पुरा बताओ ना

रुबीना सिहरते हुए - मै काफी समय से संजीव ठाकुर के यहा जाती रही हू और कभी कभी उनकी पत्नी के साथ मिल कर ठाकुर साहब को खुश किया है उसी दौरान उन्होने मुझे सिखाया ।

मै उसके जवाब से खुश हो गया था ।
और उसकी जांघो को अपने कंधो पर लाकर लण्ड को उसके चुत मे गहराई मे ले जाते हुए लम्बे लम्बे धक्के लगाने लगा ।

रुबिना आंखे और गला फाडे सिस्कने लगी ।

मै - तब तो ठकुराइन एक नं की चुद्क्क्ड होगी काकी

रुबीना मेरे तेज धक्को को सम्भाते हुए कांख के जवाब देती है - अह्ह्ह उम्म्ंम्म्ं हा सेठ ठकुराइन बहुत गरम औरत है और वो तो बडे ठाकुर ( राजीव ठाकुर) से भी चुदवाति है

मै रुबीना के चुत से लण्ड निकाल कर उसको कुतिया बनने का इशारा किया और वो एक कातिल हसी के साथ अपने गाड़ को फैला कर कुतिया बन गयी और उसकी चर्बीदार गाद को सह्लाते हुए वाप्स से लण्ड उसकी चुत मे उतार दिया और कूल्हो को पकड कर पहले से भी तेज गति से चोदने लगा ।

मै उसकी गाड़ के भुरे मोटे सुराख को देख कर ललचा रहा था और मैं उसके गाड़ की सुराख मे अपने थुक से गिला करना शुरु कर दिया

और धीरे धीरे कमर चलाते हुए अपना बाया अंगथा उसके गाड़ के मोटे होल मे घुसा दिया जो बड़ी आसानी से अन्दर चला गया ।

अब चुत के साथ साथ मैने रुबिना की गाड़ मे भी मेरे अंगूठे को अन्दर ले रही थी

मुझ्से रहा नही गया रुबीना तो झड़ चुकी थी और मेरा लण्ड उसकी गाड़ का सुराख देख कर और कडक हुए जा रहा था
मै झट से उसकी चुत से अपना गिला लण्ड निकाला और उसकी गड़ से अंगूठा निकाल कर लण्ड को घुसेड़ दिया

रुबिना चिख्ते हुए - ऐईईई मा उफ्फ्फ्फ सेठ क्या किया हे हुय्य्य्य मर गई अह्ह्ह

मै उसके कूल्हो को थाम कर उसके लचकते चुतडो पर हाथ फेरते हुए एक जोर का धक्का देकर उसकी गाड़ मे जड़ तक लण्ड को उतार दिया और उसकी मुलायम गाड़ के पात मेरे जांघो मे फैल गये ।

मै वाप्स से लण्ड को खिच कर सटास्त उसकी खुली गाड़ मे पेलना शुरु किया
रुबीना - अह्ह्ह्ह सेठ और और चोदो मेरी गाड़ औउउउर्र्र आह्ह बहुत जोरदार चोदते हो अह्ह्ज मा उफ्फ़फ्च मज़ा रहा है

मै रुबिना के बातो से बहुत उतेजीत हो गय था और पहले से तेज धक्के लगाने ल्गा जिस्से उसके गद्देदार गाड़ के मुलायम पात मेरी जांघो को उछाल देते और वाप्स रुबीना की गाड़ मे उतरने का म्ज़ा दुगना होने लगा
जल्द ही मैने झडने के करीब था और मेरा सुपाड़ा उसकी गाड़ मे फुलने लगा और रुबीना भी निचे हाथ ले जाकर अपनी गाड़ मेरे लण्ड पर फेकते हुए चुत के दाने को मसलते हुए चिल्ला रही थी ।

मै चरम पर था और आखिरी धक्को के साथ के लण्ड को गाड़ की जड़ो मे ले जाकर रोक दिया और अन्दर ही मेरा लण्ड झटके खाते हुए झडने लगा ।
मुझे परमानंद की प्राप्ति हो गयी थी और मेरे चेहरे पर एक सुखद मुस्कान थी वही रुबिना अपनी चुत रगड़ के दुबारा झड़ चुकी थी और पेट के बल बिस्तर पर लेती थी और मै उसके उपर निढ़ाल हुए सो गया ।

थोडी देर बाद सांसे बराबर हुई और मै वहा से निकल गया ।
मै उस गली से गुजर रहा था कि पीछे से मेरी चाची की आवाज आई और जब मेरी नजर उनसे मिली तो मेरी सिटीपिटी घूम हो गयी ।

देखते है दोस्तो आगे क्या नया हंगामा होने वाला है
पढ कर अपना रेवियू जरुर दे ।

अपडेट देरि के लिए सॉरी दोस्तो
बदलते मौसम ने तबीयत खराब कर दी है
तो अपडेट लिख न्ही पाया था ।
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,892
22,281
189
Nice but humme to bapbeti ka intezar hai
Bhai next update kab tak ayega
जबरदस्त गरमा गर्म अपडेट है बेचारे मनोज ने भी अपनी मां की भी चूदाई कर ली
Fantastic update waiting for next
Mast update bhai
Bahot hi ummda likh rahe aap...
sabhi ko lag to raha hai ki yahan tak as a
reader, meri point of view se bhi ki mahesh aur Anita sudhar gaye hai... aur unhe apni ki gayi galtiyo ka pachhtava bhi hai.... agar sach mein sudhar gaye hai to unke pariwar ke liye hi achha hai sath hi Vimla aur uske bachho ke liye bhi.. kyunki khud ke pariwar mein bair ya dusmani nahi ralhni chahiye.. agar is dusmani ke chalte faida bhi ho to bhi mann ko kabhi shaanti nahi milti..
ek jut hoke rahenge tabhi khush reh payenge..
Agar mahesh sudhar gaya hai to Shayad jald hi suresh bhi sudhar jaayega.... I think jald hi mahima jiya ko leke apne pati ke paas laut aayegi..
Waise ye achha kiya jo us court aur property wali baat nahi batayi unlogo ko Vimla ne...
chalo Vimla ke dukh dur kar diye Raj ke pita ne... badle mein holi khelne wala hai Vimla sang holi mein :D budha tharki hai :D
Khair... baaki update charam pe tha..
Kirdaar bhi garam the...
shaandar update, shaandar lekhni shaandar shabdon ka chayan aur sath hi dilkash kirdaaro ki bhumika bhi..
Let's see what happens next
Brilliant update with awesome writing skills :applause: :applause:
Waiting bhai
Raj ab Anita ko fasayega aisa lagta hai Vimla ke jariye. Pratiksha agle update ki
aaj update aayega
Aj ka update kab tak ayega
Bahut hi dhamakedar update diya bhai...maza aa gaya...bas ab holi me kapde fatne ka intzar kar rahe... waiting for next update


Update posted
Read and review my story
Keep supporting and enjoy story
 
Top