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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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कुछ मेडिकल इमर्जेंसी की वजह से इन दिनों व्यस्त हूं दोस्तो और परेशान भी 🥲
समय मिलने पर अपडेट दिया जायेगा और सभी को सूचित किया जाएगा ।
तब तक के लिए क्षमा प्रार्थी हूं
🙏

 
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Deepaksoni

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Anuj or ragini bajar jate h kuch saman lene but ragini ko pesab lag ati h to wo anuj se bolti bete mujhe bht der se pesab lagi h kya karu to anuj bolta h mummy ab mai kya batau to ragini bolti ki mujhse to ab bardash nhi ho rha h or wo wahi ek khet dekh kr ghus jati h or mutne lagti or anuj usko ko ese dekh leta h or land masalne lagta h
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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UPDATE 182 A

राज के घर

मेहंदी का प्रोग्राम खतम हुआ और सारे लोग खानाआ खा रहे थे मगर शिला के लिए dildo ना मिलना एक परेशानी बनी हुई थी क्योकि जैसा उसको रज्जो ने समझाया था कि निशा dildo रखने वापस जायेगी तो पकड़ी जायेगी ।
मगर उसको तो इसकी फ़िकर ही नही थी ।

वही खाने के बाद सारे लोग अपने कमरे जाने लगे तो ध्यान आया कि आज फिर जंगीलाल को अकेले उपर सोना पड़ेगा मगर रागिनी को ये पसंद नही आया

रागिनी - ऐसा करिये देवर जी आप अपने भैया के साथ गेस्ट रूम मे सो जाईये और मै दीदी लोगो के साथ अपने रूम मे सो जाऊंगी यहा वाला बेड बडा है तीन लोगो को दिक्कत नही होगी

रागिनी के प्रस्ताव से रंगी का मुह उतर गया वही जंगी को भी आशा था कि कल रात के जैसे रज्जो को आज रात भी चोद पाता ।

खैर ये ऐसा मानवता भरा निर्णय था जिसे कोई टाल नही सकता था और सारे लोग अपने अपने तय कमरे मे चले गये ।

रंगी-जंगी

दोनो भाई बिस्तर पर आ चुके थे , चुकि गेस्ट रूम मे शिला और रज्जो ही रह रही थी और सोने का प्रोग्राम अचानक से बना था तो उन्हे मौका नही मिला था अपने कमरे सहेजने का

कमरे मे जाते ही दोनो भाई अपने कपडे निकाल कर बनियान और जान्घिये मे आ गये । जैसे ही बिसतर पर तकिया सेट करने लगे एक कोने मे उन्हे 44 साइज़ की पैंटी दिखाई दी ।

जंगी ने खिंच कर वो पैंटी बाहर निकालता हुआ - भैया ये कच्छी किसकी होगी

रंगी - इस कमरे मे शिला दीदी और रज्जी जीजी रहती है उन्ही मे से किसी का होगा

जंगी मुस्कुरा कर पैंटी का लेबल देखता है और उसे हथेली मे भर कर सूंघता है - आह्ह भैया ये रज्जो भाभी की चूत की खुस्बु मस्त है ।

रंगी उससे पैंटी छिन कर एक ओर फेक देता है - पागल है क्या तु, अगर शिला जीजी की हुई तो !

जंगी खीझकर - अरे शिला दीदी की कैसे होगी उनकी तो बाथरूम मे ...

जंगी बोल्ते बोलते चुप हो गया और रंगी भी अपनी बहन की पैंटी पर खुद के छोटे भाई से बाते करने मे असहज होने लगा ।

कुछ पल बाद रंगी मुस्कुरा कर - चल छोड आजा सोते है
जंगी - कहा इतनी जल्दी नीद आने वाली है भैया ,

रंगी - क्यू तु थका नही दो दो बार करके हाहहह

जंगी - क्या भैया इन्सब से भला कोई थकता है और जब रज्जो भाभी जैसी जबरदस्त गाड़ हो अह्ह्ह आज तो मजा ही आगया

रन्गी - हा मजे तो तुने अकेले ही लिये हिहिहिही

जंगी हस कर - हा तो गाली भी सबसे ज्यादा मुझको ही मिली

रंगी कुछ सोचता हुआ - ना जाने ये औरतो को चुदते हुए बहिन की गाली देने मे क्या मजा आता है यार समझ नही आया

जंगी - पता नही भैया लेकिन जो भी हो सुन कर जोश भी बहुत आता है

रंगी उसकी पर आहे भरता हुआ - हा भाई , हमने तो कभी अपनी बहन को गलत नजरो से देखा नही होता है और ये औरते एक चुदाई मे बहिनचोद बना देती है

जंगी हस कर - क्या भैया झुठ ना बोलो , अभी शाम को बाथरूम मे दीदी को देख कर आपको कुछ कुछ हुआ नही था , हाहहह

रंगी उस पल को याद करता हुआ अपना मुसल मसलकर - अरे वो तो बस अचानक से नजर चली गयी और दीदी को भी तो चाहिये ना दरवाजा बन्द कर ले । ना कमरे का दरवाजा बंद था और ना ही बाथरूम का ।

रंगी - उपर से डीजे की आवाज मे पता ही नही चला कि बाथरूम मे कोई है और हम लोगो को भी जल्दी से नहाना भी था ।

जंगी - हा भैया कभी कभी ऐसे ऐसे संजोग हो जाते है जीवन मे वहा क्या कहा जाये समझ ही नही आता और मन को तो डाट बोल कर समझा भी लो लेकिन इसको कोई क्या समझाए कि गलती से बहन नंगी गाड़ दिख भी जाये तो खड़ा नही होते हहहाहा


रन्गी उसकी बाते सुन्कर हसता हुआ - हाहाहाहा , सही कह रहा है भाई और दीदी की गाड़ ऐसी है कि .....


जंगी अपने भाइ के अचानक चुप हो जाने से समझ गया कि वो शिला को लेके असहज हो रहा है ।
जंगी - क्या भैया बोलो ना खुल के , वैसे भी कौन सा हम लोग सच मे कुछ करने वाले हैं बताओ ना दीदी के बारे मे


रंगी ने गहरी सास ली - क्या बताऊ भाई दीदी की गाड़ जबसे देखी , अजीब सा हो रहा है जिस्म मे

जंगी अपना मुसल मसल कर - कैसा भैया
रंगी - भाई दीदी की गाड़ का सुराख देखा था तुने कैसे गुलाबी था , मन तो कर रहा था कि बस जीभ लगा कर चाट लू

जन्गी - सीईई भैया सच कह रहे हो , और आपने देखा दीदी कैसे कसे कसे कपडे पहनती है

रंगी अपना मुसल मसलते हुए - हा भाई , मुझे तो समझ नही आता इसके ससुराल वालो का क्या हाल होता है उनकी बडी बड़ी गाड़ देख कर

जंगी - हा भैया शादी के बाद से तो दीदी और भी गदरा गयी है उह्ह्ह्ह

रंगी - हा भाई लगता है जीजा खुब लेता होगा हुम्च कर

जंगी थोडा चुप रहा और कुछ देर बाद हिचकता हुआ - भैया एक बात आ रही है दिमाग मे अगर बुरा ना मानो तो कहू

रंगी - अरे बोल ना भाई अब मुझसे क्या छिपाना

जन्गी तेज धडकते दिल के साथ - भैया आपको नही लगता कि दीदी ने ससुराल एक से ज्यादा लन्ड ली होगी ।

अपने भाई की बात सुनकर रन्गी का शरिर सिहर उठा वो भी थोडा झिझक कर - हा लेकिन जीजा के अलावा और किसका लेगी

जंगी - क्या पता छोटे जीजा का
रंगी - हा हो सकता है भाई , अब तु ही देख ना दीदी और हम लोगो की शादी मे बहुत समय का अन्तर नहीं था । मगर हमारी बिवियो के चुतड देख और दीदी के

जंगी - हा भइया मै तो शालिनी को रोज ही पेलता हु और आप भी भाभी को ? सॉरी बुरा मत मानना भैया

रंगी हस कर - हा भाई रोज ही मगर दीदी जैसी तरक्की नही हुई हाहहहह

जंगी - हा भैया हाहहह
रंगी कुछ सोच कर - वैसे एक बात पूछू छोटे
जंगी - हा भैया बोलो ना
रंगी - अगर मौके मिले ती क्या तु दिदी को चोदना चाहेगा
अपने बडे भाई की बात सुनकर जंगी का सीना जोरो से धडकने लगा और उस्का मुसल पुरा तना हुआ था - क्यू आप नही चाहोगे क्या
रंगी - मन तो मेरा बचपन से रहा है छोटे , याद है स्कूल से आने के बाद कैसे हम लोग दीदी के उपर लद जाते थे , मुझे उनकी गाड़ पर सोना बहुत पसंद था
जंगी - हा भैया , उस समय भी दीदी की चर्चा होती थी गाव मे कि स्कूल का मास्टर उन्को खुब मिजता था ।

रंगी अपना मुसल मसलता हुआ - हा भाई मगर तब भरोसा करना मुश्किल लगता था और अब लग्ता है कि वो सारी बाते सच ही थी ।

जंगी - क्या !
रन्गी - यही कि अपनी दीदी एक नम्बर की रंडी है चुदवाने मे
जंगी अपने भाई की बात सुनकर जोर से अपना मुसल भिचा और फचफचाकर ढेर साला माल उसके हाथ मे आ गया और उसकी सासे उखड़ने लगी


जंगी की हालत देख कर रंगी हस्ता हुआ - हट बहिनचोद यही हिला लिया क्या रे । जा साले धूल के आ
जंगी - सोअओरी भैयाआ अब कहा जाऊ धूलने उपर जाना पड़ेगा, ये कच्छी मे ही पोछ लू क्या

रन्गी ने हस के हामी भर दी

जंगी वही 44 साइज़ की पैंटी से अपना वीर्य साफ करता हुआ - अगर हुआ भी दीदी का तो अब काहे का टेनसन हिहिहीहि


सोनल - निशा - रीना

सोनल - यार भाभी कब तक ये मेहंदी हटेगी , 3 घन्टे हो गये

रीना सोनल को छेड़ती हुई - अरे रात भर रहेगी हिहिहिही

निशा भी दो चूड़ी कस कर - और तुझे क्या करना है , देख अब आज मेहँदी लग गयि है तो तुझे जीजू के सामने शादी तक नही जाना है , क्यू भाभी ?

रीना - हा हा और क्या ? ये वीडियो काल और ये बातचीत बन्द करो ।

सोनल - क्या बात भी नही कर सकती
रीना निशा को हस्ती हुई देख कर सोनल के मजे लेते हुई - हा और क्या , अरे दोनो तड़पे रहोगे तभी तो सुहागरात मे बिस्तर टूटेगा हाअह्हहा

रिना ने हस कर निशा को ताली दी हिहिहिही
निशा - हा और क्या ? अब से तेरा मोबाइल मेरे पास रहेगा

ये बोलकर निशा ने सोनल का मोबाइल ले लिया जिसमे पहले से ही अमन के काफी सारे मैसेज आ रहे रखे थे ।
सेक्सी pics और वीडियो काल के लिए मिन्नते पढी गयी थी ।

निशा - देखो देखो भाभी क्या मैसेज आया है हिहिहिही ,

सोनल निशा की ओर लपकी तो रीना ने उसे डाटा- हेईई बैठो वैसे ही मेहंदी खराब हो जायेगा

सोनल खीझ कर - निशा कमीनी देदे मेरा मोबाइल

निशा दुर हट कर - देखो तो भाभी , मेहंदी की तस्वीरे मागी गयी है हिहिहिही

रीना - अच्छा जी , जरा लगा तो नंदोई जी के पास फोन लेती हु खबर इनकी

सोनल की सांसे अटकी - क्या भाभी !! नही नही प्लीज ना

रीना - लगा ना तु निशा

निशा चहककर फोन का डिस्प्ले रीना को दिखाती हुई - रिन्ग जा रही है हिहिहिही
इधर फोन पिकअप हुआ

अमन - क्या बेबी इतनी देर से वेट कर रहा हु , कहा थी यार

अमन की बात सुनकर रिना और निशा खिलखिलाई , वही सोनल की शर्मिन्दी भरी बेचैनियाँ बढने लगी ।

रीना हस के - अरे नंदोई जी बस दो रात का और इन्तजार कर लो, फिर तो दुल्हनिया लेके ही जा रहे हो ना

अमन को समझते देर नही लगी कि उसे इस नये सम्बोधन से रीना के अलावा कोई और नही बुलाने वाला था तो अमन झेप सा गया और हसकर - अरे भाभी जी नमस्ते , कैसी है आप

रीना - मै तो ठिक हु लेकिन आप बड़े बेकरार लग रहे है , हिहिहीहि

अमन शर्मा कर - अरे नही वो तो बस , और बताईये खाना पीना हुआ

रीना - हा हो गया और आपका
अमन - अभी ज्स्ट मेरा भी हुआ
रीना - अच्छा ये बताईये , अपनी दुल्हनिया की मेहंदी की तस्वीरे क्यू माग रहे है आप हम्म्म

अमन समझ गया कि जरुर उसका मैसेज पढा जा चुका है - अरे बस देखने के लिए

रीना - देखीये नंदोई जी अगर आपकी कोई अपनी पसंदीदा जगह हो तो ब्ता दो वहा भी मेहंदी रख देंगे हिहिहीहि लेकिन देखने को मिलेगा तो सुहागरात पे ही

निशा और रीना ने एक साथ ठहाके लगाये ।
अमन और सोनल शर्म से लाल हुए जा रहे थे ।
अपने पति की खिचाई देखकर सोनल से रहा नही गया और वो भी बोल पड़ी- क्या जी आप क्या शर्मा रहे है आपकी सरहज है बोल दीजिये कि भाभी जी अपनी नाभि पर मेहंदी रख कर विदा करियेगा अपनी ननद को हहाह्हा

रीना और निशा चौकी ये भी बोल पड़ी ।

रीना - हाय हाय देखो तो कैसे पति को बचाने कुद पड़ी अभी तक तो जुबान सिली हुई थी
सोनल हस कर - हा तो मै कम थोड़ी हु आपसे हिहिहीहि बोलिए रखेंगी मेहंदी वहा पे , आपके नंदोई जी की ख्वाईश है

उधर अमन बस कालिंग पर ननद भौजाई की चटपटी नोकझोक सुन्कर हस रहा था ।
रीना तुन्ककर - ठिक है रख दूँगी लेकिन तुम्हे भी एक जगह लगवाना पडेगा

सोनल - कहा
रीना ने बिना आवाज के सोनल से होठो के इशारे से बोली - अपनी बुर पर

सोनल की आंखे फैल गयी और वो हस्ती हुई ना मे सर हिलाने लगी ।
रीना ने हा मे सर हिला रही थी ।
कुछ पल की चुप्पी पर अमन को समझ नही आ रहा था तो उसे लगा कोई नेटवर्क इसू होगा तो उसने फोन काट दिया ।

फोन कटते ही रीना खुलकर - अब पलटो मत रखवाना तो पडेगा ही

सोनल - क्या भाभी नही नही प्लीज !!
रीना - मै तो नंदोई जी की ख्वाईश पूरी करने वाली , निशा अभी तु मेरी नाभि पर मेहंदी लगा देना

निशा हस कर - जी भाभी ,
रीना - मगर ननद रानी तुम्हारी चुत पर गुलाब की पंखुडियां मै ही खिलाउन्गी हिहिहीहि

सोनल - धत्त नही भाभी प्लीज मुझे शरम आयेगी

रीना - निशा जल्दी कोन ला और तुम अच्छे से लेट जाओ नही जबरजस्टि करने से बाज नही आने वाली मै

सोनल अपने हाथ पाव मे लगी मेंह्दी से मजबुर थी और रीना से शर्त लगाना भी महगा पड़ रहा था उसे

मजबुर होकर सोनल को लेटना लड़ा और रीना ने सोनल के क्रॉपटॉप का लहगा उपर करने लगी ।


राज - कमलनाथ

राज - क्या बात है मौसा बड़े खुश लग रहे हो , कुछ काण्ड तो नही ना कर दिया मेरे पीठ पीछे हिहिहीहि

कमलनाथ - यहा कहा कुछ मिल रहा है
राज - अरे मौसी की बात कर रहा हु मै
कमलनाथ - अरे उसे फ़ुरसत कहा है काम से इधर-उधर भागी भागी फिरती है
राज - अरे तो कोई फ़ुरसत वाली तालाश लो हिहिहिहू

कमलनाथ - मतलब
राज - मतलब आप सब समझ रहे हो मौसा बस दिखावा नही कर रहे हो

कमलनाथ - अब तुझसे क्या छिपाना बेटा, आज शाम के प्रोग्राम मे एक से एक हसिन औरते आई ती , एक वो जो तेरे दोस्त की मम्मी थी उसके चुचे तो रज्जो से भी भारी थे

राज हस कर - हम्म्म रजनी दीदी है वो
कमलनाथ - एक बार मरतबा तो हमारी नजरे भी टकराई और उसने मुझे देखा भी कि मै उसके चुचे निहार रहा हु ।

राज - फिर
कमलनाथ- क्या फिर ! अरे घर पर आये मेहमानो को असहज ना लगे तो मैने ध्यान नही दिया । फिर वो एक औरत थी उसने सिन्दर नही लगाया था उसकी आंखे बड़ी कटीली थी साली ने ऐसी अदा से देखा दो चार बार लन्ड खडा हो गया । पक्का चोदू माल है वो

राज खिलखिलाकर हसता हुआ - अरे वो विमला मौसी है उनका भी घर नाना के घर के पास ही है

कमलनाथ - अच्छा और वो भी तो कड़क थी जो उठ कर चली गयी थी , उसे देखकर लगता है कि जैसे उसके चुचे किसी ने मिजे ही ना हो , कितने तने हुए थे कड़क एकदम , उतना तो उस हरी साडी वाली के नही थी जो सोनल बिटिया को मेह्न्दी रख रही थी

राज - हमम्म तो सास बहू दोनो के दूध पकड़ लिये आप हिहिहीहि
कमलनाथ - कहा कोई मिल रहा है यार बस देखो और लन्ड मिजो

राज - अच्छा और किसको किसको ताड़ा आपने
कमलनाथ अब असहज होने लगा क्योकि अब जितने थे सब राज के खास और घर के लोग थे । रागिनी निशा शिला और शालिनी ।

राज - बोलो ना मौसा बेझिझ्क , अच्छा मेरी चाची कैसी लेगी , है ना एकदम फीट

कमलनाथ - हा बेटा वो तो बहुत जवाँ है अभी लगता है निशा उनकी बेटी है दोनो बहाने लगती है

राज समझ गया कि कमलनाथ ने निशा को भी परखा था ।
राज - और बुआ

कमलनाथ शिला के नाम पर थोडा खटका - आह उन्के बारे मे क्या बोलू , तु तो खुद ही जान रहा है मतलब

राज - अरे बोलो ना मौसा
कमलनाथ- सच कहू तो मुझे तेरी बुआ ही सबसे मसत लगी आज , और उनका पिछवाड़ा सीईई

राज - हम्म वो तो है , बुआ की गाड़ मस्त है हिहिहीहि लेकिन आपको मिलेगी नही

कमलनाथ मन मे बडबडाया - अरे बेटा तुझे क्या पता कितनी बड़ी चुद्क्कड है तेरी बुआ , कैसे खुद से खोलकर बैठ गयी थी

राज कमलनाथ को चुप देख कर - क्या हुआ मौसा , सपने ना देखो बुआ के हिहिहिही

कमलनाथ - हाह्हहा ऐसी कोई बात नही है

राज - हम्म सब लोग तो हो गये अब बची मेरी मम्मी !

कमलनाथ - क्या तेरी मम्मी ?
राज - हा ! क्यू ? ऐसा तो होगा नही कि उनके मटकते पिछवाड़े पर आपकी नजर ना गयि हो ।

कमलनाथ - नही वो बात नही है , लेकिन सच मे बेटा कसम से मैने तेरी मा पर ध्यान ही नही दिया एक भी बार

राज - हा बेचारी बिजी जो इतना है

कमलनाथ चुप रहा ।
राज - अब बस आखिरी
कमलनाथ - कौन
राज - अरे रीना भाभी आपकी बहू उम्म्ं

कमलनाथ - उसको तो रोज देखता हु मै
राज - अरे रोज देखते हो तब बात और थी मगर अब जब आप ये जान रहे हो कि आपका बेटा आपकी बिवी चोद रहा है और आपका भी तो हक होता है ना कि अपने बेटे की बीवी चोदो

कमलनाथ - क्या नही नही ! बेचारी बहू को क्यू लाना इनसब मे , मै तो ये बात आपस मे ही रखने वाला हु ।

राज - हम्म्म ठिक है आपकी मर्जी , वैसे छोटा परिवार है आपका । हसी खुशी चारो लोग एक साथ रहो क्या हर्ज है ।

कमलनाथ थोडा सोच मे था
राज - अगर मै आपकी जगह होता और मेरे सामने ये सिचुएशन आती तो मै कुछ ना कुछ करके रमन भैया के साथ मिल कर मौसी को जरुर पेलता

राज की बाते सुनकर कमलनाथ मुसल तन गया कि कैसे वो अपने बेटे के साथ अपनी बीवी चोदेगा

राज - और फिर रीना भाभी को शामिल कर अदला-बदली कर रोज चुदाई करता

कमलनाथ - आह बेटा सोचना आसान है मगर करना मुश्किल

राज - अरे मौसा आप बस रमन भैया को शामिल करो , फिर आगे का आईडिया खुद मिल जायेगा आपको , सोचो ना एक ही कमरे मे एक ही बिस्तर पर आप अपनी बहु को चोद रहे हो और आपका बेटा आपके सामने अपनी मा को पेल रहा होगा

कमलनाथ - ऊहह बेटा मजा आ जायेगा अगर ऐसा हुआ तो
राज - आप बस यहा से जाने के बाद पहले मौसी को रमन भैया के लिए मनाना , सारे प्लान एक साथ मत बता देना । नही तो शायद मौसी मना कर दे ।

कमलनाथ राज की बाते सुनकर रज्जो का उसकी बहू के पोजिसिवनेस याद आया कि कैसे रज्जो इस मामले सख्त थी ।
मगर रमन को शामिल करने के बाद ये सब सच मे आसान हो ही जायेगा और बहू तो हो ही चुकी है उसके लन्ड की दीवानी ।

ये सब सोच कर कमलनाथ ने मुस्कुरा कर - हामी भर दी


रागिनी - रज्जो - शिला

शिला - हम्म्म तो भैया ने अपनी साली के तबसे दीवाने थे
रागिनी हस कर - अरे आपके भैया तो शादी के पहले से ही आपके चुतडो के दीवाने है हिहिहीहि

रज्जो - अरे जब घर मे इतनी गदराई माल रहे तो कोई नामर्द ही होगा जिसके सुपाडे मे खुजली ना उठे

रागिनी - हा और क्या , एक बार मैने हसी हसी मे चुदते समय बहिनचोद क्या बोला , उस रात जो चुदाई हुई अह्ह्ह दीदी क्या बताऊ

शिला - धत्त अब बस भी करो ना
रज्जो - अरे दीदी अब तो ले चुकी हो अपने राजा भैया का लन्ड, अब काहे ही शर्म हाहहहा

शिला - हा लेकिन मै तुम दोनो जैसी बेशर्म नही हु ना ,

रागिनी - ओहोहो , देखो तो कैसे सती सावित्री बन रही है दीदी , अरे जीजी(रज्जो) जब मै गाव गयि थी राखी पर तो फोन करके मुझे सुना सुना कर अपनी गाड़ मे उनका मुसल ले रही थी

रज्जो - वैसे जमाई बाबू देते तो जोर का ही है सीईई आह्ह साली चुत कुलबुलाने लगी सोच कर

शिला - कहिये तो बुला दू भैया को हिहिही

रागिनी- हा हा खुब समझ रही हु जीजी के बहाने आपको अपनी बुर की खुजली मिटानी है हाहहह

शिला - बोल तो ऐसे रही हो कि भैया आयेन्गे और हम दोनो को चोदेगे तो तू भल चुप चाप देखोगी ही उम्म्ंम

शिला की बात पर तीनो हस पडे

रागिनी बात बदलती हुई - अच्छा वो छोड़ो, अरे कल और मेहमान आयेंगे । बाउजी भी कल आने वाले हैं उनके लिए क्या किया जाये । फिर शादिमे सुना है समधन और उसकी ननद भी आ रही है । उनका स्वागत कुछ खास होना चाहिए ना

रज्जो - अरे क्यू नही आने दो ऐसी रगड़ रगड़ के गालिया मिलेंगी ना कि उसी से पेट और भोस्डा दोनो भर देंगे उनके
शिला - हा और क्या , वैसे भी संधन पर 6-6 यार नही 900गदहे चढाने पड़ेन्गे हहहाहा
शिला की बात पर सब हस पड़े और सारे लोग रोमान्स छोड़ शादी पर बाते करने लगे ।

शालिनी - अनुज - राहुल

बन्द कमरे की बत्ती बुझी हुइ थी , और संजोग की बात थी कि किसी के पास टॉर्च या मोबाइल जैसा कुछ भी नही था ।

तीनो एक साथ सोये हुए थे ।
अनुज और राहुल की योजना शुरु करने का वक्त हो गया था ।

अनुज - राहुल भाई मै बाहर सोने जा रहा हु , मुझे यहा दिक्कत हो रही है

शालिनी - क्या हुआ बेटा जगह कम हो रही है क्या

अनुज - हा चाची , मुझे अकेले सोने की आदत है तो , आप लोग आराम करो मै बाहर हाल के सोफे पर सो जाता हु

शालिनी - लेकिन बाहर बेटा मच्छर लगेंगे

अनुज - अरे ये चादर लेके जा रहा हु मै

राहुल - अच्छा ठिक है दरवाजा खुला ही रहेगा , अगर दिक्कत होगी तो वापस आजाना भाई

अनुज - हा भाई

फिर अनुज चुपचाप कमरे से बाहर निकल गया और हाल मे आके गैलरी और हाल की लाईट भी बुझा दी ।
कमरे मे सोई शालिनी को हल्के खुले दरवाजे से बाहर की बन्द होती बत्ती दिखी तो

राहुल सफाई देता हुआ - अरे उसे लाईट मे सोने की आदत नही है ना इसीलिए

शालिनी - हम्म चल सो जा

राहुल लपक कर अपनी मा से चिपक गया - क्या मा सो जाऊ , चलो ना कुछ करते है प्लीज

शालिनी - नही पागल दरवाजा खुला है

राहुल अपनी मा के चुचे मसलता हुआ उसके होठ पर होठ रख दिया और उन्हे चुसने लगा

बेटे के सख्त मुसल को अपने जान्घो पर घिसावट और चुचो पर रग्डाई ने शालिनी को झटके मे सिस्कने पर मजबुर कर दिया था ।

शालिनी - ऊहह बेटा मान जाआह्ह्ह ना

राहुल - मम्मी रहा नही जा रहा है उम्म्ंम प्लीज करने दो ना

शालिनी - उम्म्ंम सीई आह्ह्ह कर ले फिर उह्ह्ह लेकिन कुछ बोलना नही

राहुल - हम्म्म
फिर राहुल ने अपनी मा को मिजना शुरु कर दिया ।

अमन के घर

रात के साढ़े 10 बजने को हो रहे थे और मुरारी अपने कमरे मे सोने की तैयारी कर रहा था ।

ममता भी किचन मे अमन के लिए दूध तैयार करने के बाद उपर जाने को हुई कि उसकी नजर हाल की घड़ी पर गयी जहा पहले से ही साढ़े 10 बजने वाले थे । उस्के जहन मे भोला से किया वादा याद आया और उसकी बुर कुलबुला उठी ।

फिर वो कुछ सोच कर दुध का गिलास किचन मे रखा और कमरे मे चली गयी ।

कमरे मे देखा तो मुरारी बत्ती बुझा कर सोया हुआ था और ममता ने बत्ती जलाई तो मुरारी ने करवट लेके अपने आंखो पर हाथ रख कर तीखी रोशनी लेके सर छिपा कर सोने की कोसिस करने लगा ।

ममता उसको देख कर मुस्कुराई और कमरे से लगे बाथरूम मे ना जाकर वही कमरे मे एक ओर खडी होकर अपने सीने से दुप्प्टा उतार दिया ।

फिर खुद को आईने मे देखा तो थोडा शर्माइ और भोला की बाते याद कर उसके जिस्म मे सुरसुरी उठने लगी ।
उसे भोला की फरमाईशे गुदगुदा रही थी और वो मुस्कुराये जा रही थी । इस बात से बेफिकर की उसी कमरे मे उसका पति भी सोया हुआ है ।

ममता ने आईने मे अपने सलवार का नाड़ा खोला और उसको सरका दिया ।
मगर उसकी गुदाज गाड़ को सूट ने घुटनो तक छिपा रखा था , साइड से उसकी फुल कवर वाली पैंटी उसके चुतड़ो पर चढ़ी हुई थी ।

ममता ने उसको भी खिंच कर निचे कर दिया ।


वही मुरारी जो सोने की कोसिस कर रहा था जब उसने पाया कि काफी समय से कमरे मे एकदम शान्ति सी है और कमरे की लाईट बुझी नही

तो उसने करवट सीधी की और ममता को बत्ती बुझाने को बोलने वाला था कि उसकी नजर अपनी बीवी के बड़ी सी फैली हुई नंगी गाड़ पर गयी ।

ममता अब तक अपना सूट भी उपर कर चुकी थी । वो सिर्फ ब्रा मे आईने के सामने खडी थी ।

अपनी बीवी को यू अचानक से नंगा देख कर मुरारी का लन्ड तन गया और उसने जान्घिये के उपर से अपना लन्ड मसलते हुए खड़ा हो गया ।

उसने ममता को भनक लगे दिये बिना ही अपना लन्ड खडा करके ममता के पीछे खड़ा होकर अपना मुसल उसकी गाड़ के दरारो मे घुसेड़ता हुआ उसको पीछे से दबोच लिया और ममता अपने सपनो से बाहर आती हुई चिहुक उठी ।

उसे समझते देर नही लगी कि उसका पति अभी सोया नही है ।
ममता ने कसमसाते हुए मुरारी का हाथ छुड़ाती हुई - हुह छोडिए ना , आप तो सो गये थे ना

मुरारी अपना लन्ड ममता की गाड़ मे रगड़ता हुआ - तुमने तो नीद हुई भागा दी अमन की मा सीई अह्ह्ह

ममता - धत्त छोडिए , मुझे अभी उपर जाना है अमन को दूध देना है और दीदी के बात करनी है

मुरारी चौक कर - क्या ! तो फिर तुम कपडे क्यू निकाली हो

ममता हस कर - वो तो ये अंडरगार्मेन्ट तंग हो गये है और देखीये ना कैसे ये निशान हो जा रहे है तो रात मे सोने मे दिक्कत होती है

मुरारी - अरे तो नये लेलो ना
ममता - यहा मिलता कहा है मेरे नाप का

मुरारी - अरे अब तो समधि जी कि दुकान है उनसे बोल दो वो मगा देंगे ना

मुरारी की बात सुनते ही ममता को वो पल याद आया जब उस्की समधन मे जबरजस्ती उसकी एक पैंटी लेके गयि थी ये बोलकर वो उसके नाप के अंडरगारमेन्ट देगी

ममता - धत्त क्या आप भी , अब मै क्या उनको अपना साइज़ बताऊ

मुरारी उसके नरम नरम चुतड मसल कर - अरे तुम्हे बताने की क्या जरुरत है वो तो तुम्हे देख कर ही साइज़ बता देंगे ।ये दुकान वाले बॉडी देख कर साइज़ बता देते है ।

ममता ये सोच कर शर्म से लाल होने लगी कि रंगीलाल के सामने वो कई बार गयी है तो क्या वो उसका साइज़ जानता होगा ।

ममता उसको हटा कर अलग हुई और अपना सलवार पहनने लगी - बस करिये आप और सो जाईये । मै अभी दीदी से मिल कर आती हु

मुरारी ने सारे अरमान पल भर मे मुरझाने लगे और वो उम्मीद भरी नजरो से अपना मुसल हिलात हुआ - और इसका क्या कसुर है जो इसे सजा देके जा रही हो।

ममता इतरा कर अपना ब्रा खोलती हुई साइड रख दी और फिर सूट पहनती हुई बोली
ममता हस के - चलो साथ आप भी दीदी से इसका भी इलाज पुछ लूंगी हिहिहीहि

मुरारी झेपता हुआ मुस्कुरा दिया ।
ममता ने आईने ने खुद को देखा और एक नजर सूट मे झलकती बड़ी बड़ी छातियो के मुनक्के को देखकर इतराते हुए - बोलो च्लोगे


मुरारी उसको पीछे से हग करता हुआ उसके कन्धे पर अपने चेहरे को टिका कर सामने आईने मे उसे निहारता हुआ - ठिक है चलूंगा लेकिन एक शर्त है

ममता - क्या बोलो ना
मुरारी - इलाज तुम ही करोगी वो भी दीदी के सामने हाह्हा बोलो मंजूर है

ममता समझ गयी कि वो मुरारी बस तुक्का फेक रहा है मगर ममता ने उसको और उलझाने के लिए मुस्कुरा कर बोली - ठिक है , मुझे कोई प्रोब्लम नही है अगर आपको अपनी दिदी के सामने अपना जांघिया उतारना सही लग रहा है तो

ममता के जवाब से मुरारी झेप गया , उसे लगा कि ममत शर्मायेगी या फिर इंकार करेगी मगर वो तो तैयार हो गयी ।

ममता मे मुरारी को खोया खोया देख कर उसके मजे लेते हुए बोली - अरे आपके लिए कौन सी नयी बात है बचपन मे तो कई बार नंगे हुए ही होगे क्यू ? एक बार और सही ।

ममता की बात पर मुरारी हस दिया - तुम ना एक न्म्बर की बेशर्म हो , चलो जाओ

ममता हस कर - ओहोहो , खुद बोलो तो ठिक और मै बोलू तो बेशर्म

मुरारी- हा तो अब दीदी के सामने मै कैसे नंगा हो जाऊ , अच्छा थोडी ना लगेगा

ममता एक और टोंट मारती हुई - बात अच्छा या बुरा लगने की नही है हिहिही वो तो नियत की बात है ।

मुरारी - मतलब
ममता - अरे मै और आप दोनो मेरी छिनार ननदिया को अच्छे से जानते है , खड़ा लन्ड देखा नही कि झपट पड़ेगी । क्यू इसी का डर है ना आपको हहाहहा

मुरारी - क्या!!! नहीईई! और तुम ये सब .. मजा ले रही हो मेरा अब

ममता खिलखिला कर - नही मै सोच रही हु कि आपको मजा दिला दू , अभी जा रही हु उपर और बोलती हु दीदी को कि आपके भैया थोडा परेशान है , वो जरुर आयेगी हिहिही

ये बोलकर ममता हस कर निकल गयी और
मुरारी उसकी शरारत पर मुस्कुराता हुआ अपना मुसल जान्घिये मे घुसा कर बिस्तर पर लेट गया ।

इधर ममता किचन मे वापस आई और उपर जाने से पहले अपने सीने से दुपट्टा हटा दिया ये सोच कर कि नंदोई जी को रिझाने मे थोडा मजा आयेगा ।

उसने दूध के दो ग्लास लिये
एक ग्लास अमन के लिए और दुसरा नंदोई के लिए

खुद के भीतर उमड़ते जज्बातो को शान्त करती हुई और चेहरे की बेचैनी को मुस्कुराहट मे बदलती हुई ममता जीने से उपर गयी और पहले नंदोई के कमरे मे घुसती है

जारी रहेगी ।
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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Mast upadte maja aa gya..

Romanchak. Pratiksha agle rasprad update ki

Mst hai bhai... Abhi bhi bahut log bache hain.. Jinka kaam nhai hua abhi tak..

Super Hot update 🔥🔥

Super Update Bhai ❤️❤️❤️❤️❤️ Waiting for next update ❤️❤️❤️❤️ Awesome amazing amazing wonderful ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️🥵🔥⏩🙏 Both Brother going fuck Their elder sister keep it up

Is post credit ke chakkar me kitna intzar karna pdega

Shandar update Bhai.. waiting more RANGI JANGI SONAL ..

Are bhai rahul anuj or salini chachi kha h unka bhi koi update do

ginkas


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Ab ye mehndi me kis kis ko kaha kaha mehndi lagegi

Bahut hi mazedar update

Sexy update


Koi Bhai is story ko English font me likh sakta he ya wrriter khud likh de q k story ki bhut tarif dhekne ko mil Raha he lakin afsoos Hindi samajh nai ati yr 😭😭😭

Intezar rahega agle update ka

Bhai DP kiski hai?

Bhaiya update kab tak aaega

Awesome update 👌👌👌
NEW UPDATE IS POSTED
 
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