• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,895
22,292
189
कुछ मेडिकल इमर्जेंसी की वजह से इन दिनों व्यस्त हूं दोस्तो और परेशान भी 🥲
समय मिलने पर अपडेट दिया जायेगा और सभी को सूचित किया जाएगा ।
तब तक के लिए क्षमा प्रार्थी हूं
🙏

 
Last edited:

Rinkp219

DO NOT use any nude pictures in your Avatar
3,639
5,288
158
UPDATE 178 B

लेखक की जुबानी


सोनल के कमरे मे अभी तक कोई सोया नही था ।
तीनो की हसी ठिठोली जारि थी । एक ओर जहा निशा रीना के मायके और शादी के टाईम की बाते उगलवा रही थी वही सोनल भी इनसब की बाते सुनती हुई अमन से व्हाट्सअप पर मैसेज से बाते कर रही थी ।
कल शाम को मेहंदी का प्रोग्राम था और कल सुबह मे ही अमन के यहा से दो जन आने वाले थे रागिनी के लिए सगुन की साड़ी लेके । वही साड़ी पहन कर रागिनी शादी वाले दिन सारे काम करने वाली थी ।
ये एक तरह रिवाज था उनके यहा । इसलिए सोनल अमन से जिद कर रही थी कि वो भी आये ।

ऐसे मे अमन ने मौका देख कर फरमाईसे शुरु कर दी और सोनल से विडियो काल पर चुचिया दिखाने की सिफारिस करने लगा ।
सोनल के दुविधा की स्थिति आ खड़ी हुई थी क्योकि आज तक वो अमन को सिर्फ निशा के चुचो की तस्वीरे साझा करती आई थी और ये सब निशा और उसकी मिलीभगत मे हो रहा था , मगर अब वीडियो काल पर और रीना के सामने कैसे वो अमन को दिखा सकती थी ।

ऐसे मे अमन ने अपने तगड़े लण्ड की एक तस्वीरे सोनल के मोबाइल पर भेजी जिसको देखते ही सोनल की आंखे फैल गयी और उसका शारिर कांप उठा । उसके निप्प्ल तन गये और टॉप को फ़ाड कर मानो बाहर आ जायेंगे ।


बेचैन परेशान सोनल मजबूरी भरे मैसेज अमन को कह रही थी कि रीना और निशा यही साथ मे है ।
वो बिल्कुल नही दिखा पायेगी मगर अमन के लण्ड ने उसे बेकाबू किया हुआ था और उसने डिरेक्ट वीडियो काल करना शुरु कर दिया ।

मजबुरी मे सोनल को विडियो काल उठाना , ईयरबड्स उसके कानो मे पहले से ही कनेक्ट थे ।

ऐसे मे सोनल अपना मोबाइल छिपा कर वीडियो काल उठाया ।

20230811-133129
वही विडियो काल उठते ही अमन की आंखे चमक उठी और उसका मुसल फौलादी हो गया ।
वो सोनल के सामने बड़ी बेशरमी सेअप्ने हाथो मे मुसल को सहला कर उसकी चमडी खोलता हुआ सोनल के तने हुए मोटे निप्प्ल को देख रहा था जो उसका टॉप फाडने को आतुर हुए जा रहे थे ।

बिना ब्रा की टॉप मे उसके हिलते चुचे और सोनल की शरारत भरी मुस्कान अमन को और बेचैन किये जा रही थी ।

वो request भरे भाव मे टॉप उपर कर अपने पपिते जैसे चुचो के दरशन करवाए
मगर सोनल ने बैक कैमरा करके पास मे लेटी निशा और रीना को बाते करते हुए दिखाया ।

मगर अमन की डिमांड कहा रुकने वाली थी ।
उसने जिद कर ली कि सोनल बाथरूम मे जाकर एक बार दिखा दे ।
सोनल के लिए सम्स्या गम्भीर थी और उसने तय किया कि क्यू ना आज अमन को चुचो के बजाय अपनी गाड़ का गुलाबी छेद के दरशन करवा दू ।

बस यही सोच कर सोनल चहकती हुई उठी - भाभी मै जरा उपर से फ्रेश होकर आती हु ।
रीना हस कर - हा हा जाओ जाओ , नंदोई जी का भी मूड फ्रेश कर देना हिहिहिहिही

सोनल शर्म से हस्ती हुई कमरे से बाहर निकल गयी और अमन को डांटती हुई - देखा तुम्हारी वजह से भाभी क्या बोल रही थी ।

फिर सोनल उपर जीने की ओर चल दी मगर उसे वहा दरवाजा बन्द मिला ।
फिर वो वापस आकर बाल्किनी की ओर चली गयी ताकी अपने आशिक से प्यार भरी बाते ही कर ले अकेले मे ।


इधर सोनल के जाते ही निशा ने वापस रिना को पकड लिया

निशा हस कर - तब भाभी , आपकी ननद तो गयी अब बताओ शादी से पहले आपके भी आशिक जरुर रहे होन्गे हिहिहिहिही

रीना कुछ सोचकर - हम्म्म बताउन्गी लेकिन तुम्हे भी मुझे अपने यार से मिलवाना पड़ेगा ।

निशा उसकी बात को हवा मे उड़ाती हुई - ह्ह , मेरा यार !!

रीना मुस्कुरा कर - अब हमसे ना छिपाओ निशा रानी , ये दूध बिना मिजे नही लटके है उम्म्ंम्ं हिहिहिही

निशा चहक कर - हिहिहिही अच्छा तो ये बताओ रमन भैया को कैसे दूध पिलाई थी आप ? उठे हुए या फिर लटके हुए हिहिहिही

रीना हस कर - अब तुमसे क्या छिपाना निशा , गाव की हालत ऐसी होती है कि अगर यार ना मिले तो भौजाई ही मरद बन कर नंदो के दूध गारने लगती है

निशा उसकी बात सुनकर हसने लगी - क्या सच मे ?
रीना - हा तो !
निशा - तो क्या आपकी भाभी ने आपकी ?
रीना खिल्खिलाह्त भरी हसी से - हा भाई और क्या ?
निशा आंखे नचा कर थोडा शब्दो मे दिलचसपी बढ़ाती हुई - तो बात सिर्फ़ दूध तक ही थी या फिर मलाई तक भी गयि थी , उम्म्ंम ।

रीना निशा की बात समझते ही अपने होठ सिकोड़े मगर उसके गुलाबी गाल हल्की शर्म और हसी से लाल हो कर खिलखिला उठे ।

निशा - हम्म्म और कुछ भीतर भी लिया ही होगा फिर ?

रिना चहक कर आंखे घुमाती हुई - हा वो भी हिहिहुही
निशा आंखे बड़ी कर रीना के पास आती हुई बड़ी चंचलता भरी जिज्ञासा करती हुई - क्या ?

रीना थोडा झिझक कर - अह पता नही तुम्हे अच्छा लगेगा या नही लेकिन भाभी और मै किचन मे साथ रहा करते थे तो ?

निशा अपनी हड़बड़ाहट जाहिर करती हुई - ओहो यानी की बैगन गाजर उम्म्ंम
रीना - धत्त नही रे !
निशा भौहे सिकोड़ कर वापस से कुछ नये जवाब की आतुरता मे रीना को देखती हुई - फिर ?
रीना लाज मे मुस्कुराती हुई - बेलन !!! हिहिहिही

निशा अपनी आंखे फैला कर वापस अपनी जगह बैठ कर मुस्कुराते हुए कुछ कल्पना करने लगी कि कैसे किचन की सिंक पर रीना अपनी जान्घे खोलकर बैठी होगी और उसकी भाभी बेलन पर तेल लगा कर उसकी चुत मे हचर हचर पेल रही होंगी ।


रीना निशा को चुप देख कर - क्या हुआ क्या सोच रही ।

निशा हस कर - क कुछ नही हिहिहिहिही
रीना मुस्कुरा कर - अब तेरी बारी है चल बोल
निशा शर्मा कर - अब मै क्या बोलू , आप तो जान और देख ही रही हो हमारे घर की स्थिति । तो आपको लगता है कि कोई बाहर का इतना जल्दी हमे पटा लेगा और हम वो सब करने के लिए मिलने जा पायेंगे ।


रिना हस कर - तो क्या तुमने वो सब नही किया
निशा रीना को ना मे सर हिला कर हसने लगी ।
रीना को समझते देर ना लगी कि घर या नात रिश्तेदार मे ही है जिसने निशा के जवानी को हवा दी है ।

रीना - ओहो इसका मतलब इस लन्का का भेदी भी घर का ही है उम्म्ंम्ं

निशा - उम्म्ं हमम ऐसा ही कुछ समझो ! हिहिहिही

रीना - तो कोई रिशतेदार का है या इसी घर मे .... कही वो नटख्ट राज तो नही ?
राज का नाम सूनते ही निशा के चेहरे के भाव बदल गये और रिना ने भी उसकी चोरी पकड़ ली ।

रीना - हमम तो मेरा देवर भी बहिनचोद निकला हिहिहिही

निशा - सीई भाभी चुप रहो आप .
रीना - अरे अरे इसमे कोई बुराई नही है ... चाचा मौसी मामा के लड़के से करवाने मे उलटा मजा और आता है जिसको पुरे समय भैया भैया बोलो उसी से अकेले सैन्या सैन्या हिहिहिही

निशा आंखे तिरछी कर रीना को देखती हुई - मतलब इस मामले मे आप भी पीछे नही है हम्म्म ? तो कौन सा है चाचा मामा मौसी बुआ हिहिहिही

रीना - हाय एक हो तब तो बताऊ हिहिहिही

निशा खिल कर - अरे !! मतलब कितने हिहिहुही

रीना - सबसे पहले तो भाभी के बुआ का लड़का
निशा चौक कर - सच मे ? तो क्या इसका इन्तेजाम भाभी ने ही ?

रीना ने हा मे सर हिलाती हुई मुस्कुराआई और फिर - हम्म और फिर बगल के ताऊ का छोरा ... 11वीं मे था तब उसकी सील तो भाभी ने खुद तोड़ी थी और फिर जुठन मुझे परोसा हिहिहिहिही फिर मामा का लड़का ।

निशा आंखे फैलाते हुए अपनी उंगलियो से लण्ड की संख्या गिनती हुई - तीन पहले और अब एक रमन भैया टोटल चार ? वाऊ भाभी मजे है आपके हिहिहिही

" वैसे 4 के बराबर अकेले राज ने मेहनत की उपर भी और यहा निचे भी " , रिना ने निशा के चुतड मसलते हुए कहा ।

निशा - अच्छा भाभी आपने कभी वो ट्राई किया है हिहिहिही

रीना उत्सुकता भरे लहजे मे - क्या!!
निशा - वो जो आता है नकली रबर वाला लण्ड!!
रीना हस कर - जब असली गर्म और तगडा मिल रहा है तो नकली क्यू और किसे चाहिये ? तुने लिया है क्या ?

निशा - अरे नही !! वो अभी शाम को जब मै सोनल के ड्रेस छिपाने गयी थी ना तो ....।

फिर निशा ने रीना को शिला बुआ के बैग से निकला हुआ बड़े से लण्ड का पुरा विवरण दिया ।
निशा - मुझे लग रहा है भाभी वो 9 से 10 इंच का होगा ।
रीना हस कर - हमम तभी बुआ की गाड़ ऐसे उठी हुई है हिहिहिही

निशा थोडा हिचक कर - मै क्या कह रही हु भाभी !!!
रीना - हा बोल ना

निशा - क्यू ना एक बार हम लोग भी ट्राई करे उसे ,
रिना हस कर - क्यू राज का बड़ा नही है क्या ? हिहिहिही

निशा - अरे नही वो बात नही उसका तो अंदाज ही अलग है एक बार आप उससे अपनी मुनिया चुसवा लो मा कसम भाभी पागल कर देगा । लेकिन वो उतना बड़ा मुसल भला कीसी का होगा । बस एक बार ट्राई करते है ना


निशा ने एक ही बार मे अपनी बात कह दी और रिना के जहन मे भी इस नये हथियार के लिए उत्सुकता बढ़ गयी ।

रीना - लेकिन कैसे और कहा ?
निशा कुछ सोच कर - हो जायेगा भाभी ।

रीना - लेकिन कहा ?
निशा - मेरे घर पर
रीना - कहा बाजार वाले ? अरे मै वहा कैसे ? मम्मी(रज्जो) और पापा (कमलनाथ) को क्या बोलूंगी ।

निशा - अरे उसकी चिंता ना करो मुहल्ले मे करीम चाचा रहते है उन्के यहा से मम्मी का हल्दी मे पहनने के लिए ब्लाउज लेना है और मै भी एक कपड़ा फिटींग करवाने के बहाने आपको लेके चली जाऊंगी क्योकि सोनल को तो अब शादी तक बाहर निकलना नही है ।

रीना खुश हुई और दोनो चहक कर गले लग गये ।
फिर दोनो बिस्तर पर लेटते हुए ।

रीना - वैसे ये कुछ ज्यादा देर तक नही फ्रेश हो रही है हिहिहिही

निशा - अरे उसको छोड़ो ना भाभी आप बताओ ना आपकी भाभी आपके साथ और क्या क्या करती थी ।

एक बार फिर दोनो की रस भरी बाते छिड़ गयी ।


राज की जुबानी

बन्द कमरे मे मेरी और मौसा जी की हालत कुछ खास ठिक नही थी ।
घर मे जबरजस्त माल भरे पड़े हैं मगर मजबूरी ऐसी कि एक भी हाथ नही आने वाली थी ।
कल रात को शालिनी चाची को चोद लिया था मगर दिल मे शिला हुआ की गाड़ की खुशी और सोनल के बिछड़ने का गम था ।
शादी के दिनो मे दुल्हन पर सबकी नजर होती है तो कहा उसके साथ मिलन हो पाता वही संयोग और स्थिति ऐसी थी कि मम्मी के साथ भी कुछ गठजोड नही हो पा रहा था ।

ऐसे मे मौसा जी जिन्हे पहले ही मौसी ने थकावट का बहाना बनाकर मना कर दिया था वो भी मेरी समझ मे शिला बुआ के ही ख्याल मे गुम थे ।
बेचैनी भरी करवटे और गहरी लम्बी आहें मेरी भी ख्यालो को बिसराये जा रही थी ।

मै - क्या हुआ मौसा , परेशान हो ?
मौसा - अह क्या बताऊ बेटा दो दिन से वहा अकेला था , बहु साथ आने वाली थी तो बगल के कमरे मे रमन ने दो रात देर देर तक लगा रहता और मै बेबस उन्ही आन्हे और सिसकिया सुनकर रह जाता था । यहा आया तो लगा कि रज्जो से कुछ बात बन जाये मगर वो भी मना कर रही हौ ।

मै उनकी हालत पर मुस्कुराता हुआ - अगर ऐसी बात है तो मौसी ना सही तो कोई और सही !

मौसा ने करवट सीधी कर मेरी ओर गरदन घुमा कर देखा -कोई और मतलब?

मै हस कर - क्या मौसा घर पुरा हसिनाओ से भरा पड़ा है और आप हो कि शिकायते किये जा रहे हो । हिहिहिही

मौसा - अरे तु कहना क्या चाहता है कि मै अपने ही रिश्तेदार के घर की औरतों से

मै चहक कर - अरे मै कहा कह रहा हु कि सेक्स ही करना है , अरे मजे लो ताडो निहारो और क्या कर सकते है घर में हिहिहिही

मौसा कुछ पल चुप रहे
मै - अब देखो जब वो सब अपना इठलाना और कुल्हे हिला कर , तैयार होकर हमे परेशान कर सकती है तो हमे भी उनकी तारिफ कर उन्के साथ समय बिता कर थोडा मनोरंजन कर ही लेना चाहिए ।

मौसा - हमम बात तो तेरी ठिक है मगर देख कर अकेले आहे भरने से क्या होगा

राज - अरे हम दोनो रहेंगे ना साथ देख एक दुसरे से दिल की बाते साझा करेंगे हिहिहिही

मौसा खिलउठे - ये हुए ना बात , अब कुछ अच्छा लग रहा है

राज - और कल दुपहर मे मौसी के साथ मै प्रोग्राम भी फिक्स कर दूंगा हिहिहिह

मौसा - सच मे ! कहा ?
मै - देखता हु क्योकि तलब तो मुझे भी है ना

फिर ऐसे ही बाते करते हुए हम लोग सो गये ।


लेखक की जुबानी

"भाभी जी जरा वो मेरा पजामा देंगी , वो आपके पीछे " , जन्गीलाल ने इशारे से रज्जो को कहा ।


रज्जो ने गरदन घुमा कर देखा तो पजामा बाथरूम की दिवाल पर कुछ फीट दुर हैन्गर पर टंगा था ।

मगर रज्जो ने मन मे जन्गीलाल के इस बरताव पर बिजली कौंधी और मामला हाथ से दुर जाता दिखा ।
ऐसे मे उसे एक शरारत सुझी और जन्गीलाल की ओर घूम गयी वही से हाथ बढ़ा कर पजामा उतारने के बजाय उसको सरका कर निचे फर्श पर गिरा दिया जहा पहले ही शॉवर चालू होने की वजह से पानी जमा हुआ था ।

फर्श पर पजामा गिरते ही जन्गीलाल बेचैन होकर दो कदम आग बढ़ा - अररे !!

रज्जो उसकी ओर अपनी नंगी पीठ किये हुए अपनी नंगी खुली हुई चर्बीदार गाड़ फैला कर आगे की ओर पजामा उठाने को झुकी ।

Efsr6-NWXYAABJKL
इस वक़त जन्गीलाल के बढते पाव और गले से आवाज दोनो थम गयि और उसकी आंखे रज्जो के भारी भरकम फैली हुई भीगी गाड़ पर जम गयी
रज्जो ने कुछ पल होल्ड किया और जब जन्गीलाल से कोई प्रतिक्रिया नही मिली तो वैसे ही झुकी हुए पजामा को उठा कर उसको निचोडने लगी ।

बस यही वो पल था जब जंगीलाल के भीतर कुछ हिम्मत जगी और वो एक कदम आगे बढ कर अपना तना हुआ मुसक रज्जो के चुतड पर स्पर्श करा दिया ।

19839184
जन्गीलाल के तने हुए मुसल के तपते सुपाड़े की गर्मी से रज्जो सिहर उठी और उसने अपनी गाड़ और बाहर की फेंकती हुई लण्ड को अपने गाड़ की दरारो मे फसाती हुई निचे चुत तक ले गयी और खडी हो गयी


रज्जो की इस हरकत ने जन्गीलाल को गनगना दिया और वो एक गहरी सास लेता है ।

अभी भी उसका लण्ड रज्जो की गदराई जांघो के बीच मे चुत ने निचे फसा हुआ फड़क रहा था और उसपे रज्जो की बुर भी अपना गर्म रस बहा रही थी ।

रज्जो ने कोई प्रतिक्रिया नही की और वो पजामा साफ पानी वाले बालटी मे डाल दिया । फिर अपने तन का गम्छा भी उतार कर उसको निचोडते हुए - रुकिये इसको भी धूल ही दे रही हु

जन्गीलाल ने मौका देखकर अपनी बनियान भी निकाल कर रज्जो को देदी - हा भाभी इसको भी धूल दो और मै जरा नहा लू , वैसे भी तेल तेल लग रहा है सब


रज्जो ने जन्गीलाल के हाथ बनियान ली और उससे अलग होकर वही सामने खडे खडे ही झुक कर वापस से अपनी गाड़ फैलाते हुए बालटी मे थोडा सा सरफ घोलकर सारे कपडे खन्गालने लगी ।


वही जंगीलाल शॉवर के निचे खड़ा होकर नहाते हुए रज्जो की खुली नंगी चर्बीदार गाड़ देख कर अपना जिस्म साफ करते हुए बिच बिच मे अपना लण्ड भी रगड़ रहा था ।

फिर शॉवर से थोडा आगे रज्जो के पास होकर उसने शैम्पू की बोतल उठाई और ढेर सारा झाग करके उसको बालो मे लगाने के बाद लण्ड के पास लगाने लगा ।
जिससे शैम्पू के झान्ग के छींटे रज्जो की गाड़ पर जाने लगे ।


रज्जो - ओहो आराम से नहायिये हिहिहिही आप भी ना बच्चो जैसे नहा रहे

जन्गीलाल रज्जो की प्रतिक्रिया पर मस्ती मे शैम्पू की बोतल खोलकर रज्जो की गाड़ पर शैम्पू गिराने लगा

28861169


और जब शैम्पू धीरे धीरे करके रज्जो के गाड़ की दरारो मे रिसने लगा तो झटके से उठ खडी हुई और अपना पीछवाड़े पर हाथ लगा कर देखा तो उसके हाथ मे ढेर सारा शैम्पू आ गया ।

रज्जो हस कर शोवर के निचे आ गयी और अपनी गाड़ पर शॉवर का पानी चालू करके उसको धुल्ती हुई - क्या आप भी ना ,हिहिहिही अभी तो कै नहाई हु

29103720
ये बोलकर रज्जो उसके सामने अपनी गाड़ की दरारो मे पंजे घुसा घुसा कर चुतड से शैम्पू साफ कर रही थी ।
और जन्गीलाल भी उस्के सामने ही अपना मुसल पर साबुन को लिपे जा रहा था ।
फिर खुद भी आगे बढ़ कर शॉवर के निचे आ गया और अपना लण्ड रज्जो के गाड़ से सटा कर उसकी दरारो पर रगड़ने लगा ।

29681761
जल्दी ही तेज पानी की धार ने दोनो को साफ कर दिया मगर दोनो अभी भी उसी पोजिसन मे लगे रहे


जंगीलाल ने उसी पोजीशन मे अपना मुसल सरका कर निचे चुत के पास लाया और अगले ही पल सटाक से लण्ड को रज्जो के भीगी चुत मे घुसेड़ दिया

एक ही बार आधे से ज्यादा लण्ड रज्जो अपने बुर अचानक से घुसा पाकर चिहुकी और आन्खे बड़ी कर सिसकी - उह्ह्ह ये क्याह्ह उम्म्ं ओह्ह


जन्गीलाल - बस भाभी अब और नही रहा जायेगा प्लीज करने दो ना

ये बोलकर उसने रज्जो को आगे की ओर दिवाल पकड कर झुकाया और अपना लण्ड सेट करते एक और करारा धक्का रज्जो को चुत मे ल्गाया ,

रज्जो ने लण्ड के टोपे को अपनी चुत की तपती गलियारो मे रगड़ता पाकर एक संतुष्टि भरी शरारती मुस्कान उसके चेहरे पर छा गयी । वो खुश थी कि उसकी योजना सफल हुई और नये लण्ड की रगड़ से उसकी आंखे उलटने लगी और उसने तेज कामुक सिसकिया लेने लगी ।

20230811-133510
रज्जो - उह्ह्ह ओह्ह्ह उम्म्ं माअह्ह्ह उफ्फ्फ मोटा है उह्ह्ह सीईई फ़क मीईईइह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह येस्स्स्स एस्स

जंगीलाल उसकी मादक सिसकिया सुनते ही और जोश मे आ गया और उसके बाल पकडते हुए हचक ह्च्क कर उसके चुत मे लण्ड भरने लगा

इधर रज्जो की चुत भलभला झड़नी शुरु हो गयि और वो झतके से अलग हुई और निचे बैठ कर जन्गीलाल का लण्ड मुह मे लेके चुसने लगी ।

जन्गीलाल अपने सुपाड़े पर रज्जो की लपल्पाती जीभ का स्पर्श पाते ही सिहर उठा और वो उसके बालो मे हाथ फिराने लगा
देखते ही देखते रज्जो ने उसका लण्ड मुह मे भर लिया और उसकी आंखो मे देखते हुए लण्ड को घोंटने लगी ।

20230811-133730
जंगीलाल रज्जो की कामुक अदा देखकर सिहर उठा - ऊहह भाभीई आप तो कमाल की हो उम्म्ंम्ं और चुसो उह्ह्ह जबसे आपको देखा था तबसे आपको उह्ह्ह्ह ओह्ह्ह

बगल मे शॉवर अभी भी चालू था और उनको इसमे मजा हि आ रहा था ।
जन्गीलाल ने उसको खड़ा किया और उसके होठो से अपने होठ जोड़ लिये । फिर उसके हाथ रज्जो की गदराइ गाड़ का मुआयना करने लगी
उसकी गाड को पकड कर जन्गीलाल फैलाते हुए शॉवर के निचे भीग रहा था ।

उसने पीछे दिवाल का सहारा लिया और रज्जो के घुटनों के बीचे जगह बनाते हुए अपना तना हुआ मोटा मुसल उसके चुत के निचे निचे जाघो के बिच घुसा कर बाहर निकाल दिया और रज्जो को कस कर खुद से चिपका लिया ।

11410469
लण्ड की घिसट से रज्जो भी सिहर कर उससे लिपट लगी और जन्गीलाल ने अब रज्जो को पकड कर उसकी चुत के फाको अपनी लण्ड की सतह से दरते हुए सुपाड़े को उसकी गाड़ के सुराख पर तक घिसने लगा

रज्जो इस नयी पेलाई से फिर से पनीयाने लगी और जन्गीलाल उसके कुल्हे थामे हुए कस कस के लण्ड को जांघो के बिच पेलरहा था
रज्जो सिस्कती हुई जन्गीलाल के कंधो पर जोर देके उसको निचे फर्श पर बैठने के लिए इशारा करती है और जंगीलाल मुस्कुरा कर उसकी आंखो मे देखता हुआ निचे फरश पर पैर फैला कर बैठ जाता है और रज्जो उसके कमर के दोनो ओर टाँगे फेक कर खडी थी
जंगीलाल अपना मुसल मसल कर तैयार कर रहा था रज्जो शॉवर के निचे खडी थी पानी उसके जिस्म से अभी भी तेजी से रिस कर जन्गिलाल पर गिर रहा था और ये चीज दोनो को उत्तेजित किये जा रही थी ।

रज्जो मुस्कुराई और अपनी गाड़ उठाती हुई चुत को लण्ड करीब ले जाकर लण्ड को चुत के मुहाने पर लगाने को होती है

जंगीलाल - भाभी पीछे लेलो ना
रज्जो मुस्कुराई और अपने कुल्हे आगे कर लन्ड को पकड कर अपनी गाड़ के सुराख मे रखते हुए मसमसाते हुए बैठ गयि और देखते ही देखते जंगीलाल का लण्ड की कसी हुई गाड़ मे घुस गया ।

जन्गिलाल ने अपने पाव फ़ोल्ड किये और रज्जो को अपनी ओर खींचा और उसके रसिले भिगे हुए मीठे निप्प्ल को मुह मे भरते हुए निचे से कमर उछाते हुए फचर फचर चोदने लगा

19640178
पानी की धार अभी रज्जो के भारी चुतडो पर गिर रही थी और जंगीलाल उसकी चुची मुह मे भरे हुए सटासट लण्ड को उसकी गाड़ मे चोदे जा रहा था
रज्जो - ऊहह येस्स्स फ़क मी और तेज ऊहह मजा आ रहा है ओह्ह्ह

जन्गीलल - हा भाभी आपकी गाड़ मस्त है उह्ह्ह और ऐसे भीगते हुए पहली बार किसी को चोद रहा हु उम्म्ंम

रज्जो मुस्कुराते हुए - मै भी उह्ह्ह सीई ओह्ह

जन्गीलाल - ओह्ह भाभी आह्ह आयेगा आयेगा उह्ह्ह उह्ह्ह

ये बोलते ही लण्ड को झटके से बाहार निकाल और लण्ड की पिचकारी रज्जो की गाड़ और पीठ पर गिरने लगी ।

रज्जो भी उसके उपर ही अपने जिस्म को मसल्ते हुए उसके होठो को चूमे जा रही थी ।

अगले कुछ देर तक दोनो ऐसे ही एक दुसरे पर लिपटे हुए सान्से बराबर करते रहे जबतक की पानी की टंकी खाली होकर शॉवर से पानी आना बन्द ही होगा ।

शॉवर बन्द होते ही रज्जो - उफ्स !! अब सुबह सुबह हंगामा होगा हिहिहिही टंकी खाली हो गयि ।

जन्गीलाल - अरे हा , कोई बात नही लेकिन मजा बहुत आया

रज्जो - हमम चलिये उठिए बहुत हुआ मजा , निचे कैसे जायेन्गे

जन्गीलाल - अरे आपकी मैक्सि सुख गयी होगी
बत्त्ती बुझा कर बाहर चलते है

रज्जो - और आप
जंगीलाल - अरे मेरा जांघिया भी सुख ही गया होगा नही तो थोडा ऐसे ही टहल लूंगा हहहाहा

फिर दोनो बाहर आये और रज्जो ने मैकसी देखी जो अभी भी गीली थी मगर उसे निचे पहुचना था क्योकि शिला भी उसके इंतजार मे थी ।

फिर वो वैसे ही मैकसी डाल कर निचे चली गयी , जहा शिला उसके इन्तेजार करते करते सो चुकी थी क्योकि रात के करीब स्वा 12 बज रहे थे ।
रज्जो भी थकी हुई दरवाजा बन्द करके सो गयी ।


जारी रहेगी
Awesome update Bhai... humme sonal ka intezar hai kab tak apne papa chacha........ Bhai ...... sasur...etc... waiting
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,895
22,292
189
UPDATE 179 A

लेखक की जुबानी

जन्गीईईईई !!

मुम्मीईईईई !!

अरे सुनते होओओओ !!


महज कुछ 10 15 सेकेंड के अन्तराल पर तीन जन पाखाने मे बैठे बैठे चिख पडे

शिला उपर छत वाले से
राज अपने कमरे वाले से
रागिनी अपने कमरे वाले से


शान्त और ठंडी सुबह की बेला अभी सूरज की हल्की लाली उठ रही थी और सुबह के 6 बजने वाले थे ।
लेकिन तीनो की तेज चिख मानो सुबह का कोई बड़ा घन्टा बज उठा हो जिससे पुरा का पुरा घर चौक कर उठ खड़ा हुआ ।

छत पर सोया जंगीलाल अपनी बड़ी बहन की आवाज सुनते ही भाग कर उसके पास पहुचा

राज के कमरे मे सोया कमलनाथ चौक कर उठते हुए बाथरुम का दरवाजा पूरी तरह से संसय से भरा हुआ राज की फिकर मे पीटने लगा


रंगीलाल ने भी लपक कर बाथरूम मे झाका


शिला , राज और रागिनी - अरे पानी नही आ रहा है ।

प्रतियुत्तर सुनते ही जन्गी रंगी और कमलनाथ मन ही मन बड़ब्डाए और माथा पीट लिया - अरे यारर!!

लेकिन तब तक उपर के सारे लोग निचे हाल मे आ उतरे क्योकि निचे से दो बार आवाजे आई थी ।

दोनो कमरो के दरवाजे पिटे जाने लगे
मगर इनसब मे कोई बेफिकर था तो वो थी रज्जो जो चिख सुनने के बाद भी बेफिकर टाँगे फैलाये सोई हुई ये सोच कर कि ये तो होना ही था ।
निचे हाल मे अलग ही कौतूहल मचा हुआ था आखिर रज्जो को उठना ही पड़ा जब शालिनी और निशा उसको उठाने शिला के कमरे मे आये

रज्जो ने भी अंजान होने का दिखावा किया और सबसे बाते करने लगी ।
ऐसे माहौल मे निशा ने यही मौका देखा कि dildo की चोरी कर ली जाये ।
फिर क्या वो सरकते चुपचाप शिला के कमरे मे घुस गयी और उसने फटाक से बैग खोला मगर उसे वहा सिर्फ बेल्ट मिली मगर dildo नही मिला ।

फिर उसने आलमारी मे खोजने लगी और अचानक उसकी नजर तकिये की बिगड़ी हुई स्थिति पर गयि
जैसे ही उसने तकिया हटाया उसके निचे ही dildo उसे दिखाई दिया ।

उसने लपक कर dildo उठाया और उसे कहा रखे ये सोचने लगी ।

फिर उसने अपना लोवर आगे से फैलाया और आधा dildo निचे और आधा ऊपर रखते हु लास्टीक मे फसा दिया फिर टीशर्ट निचे कर चुपचाप कमरे से ऐसे निकल आई कि जैसे कुछ हुआ ही ना हो ।

मगर वो इस बात बेखबर थी कि रज्जो की तेज निगाहो ने उसे कमरे से बाहर आते हुए देख लिया था ।

इधर रन्गीलाल ने भी ह्न्गामा शान्त किया और मोटर चालू कर टंकी मे पानी चढा दिया ।


जल्द ही सारे लोग अपनी दैनिक क्रिया मे लग गये ।
इधर रागिनी ने बीती रात चुदाई और नीद अच्छे से पूरी की थी तो उसने आज के दिन रज्जो और शिला को किचन के काम से फ़ुरसत दे दी थी ।
वो और शालिनी ने नासता तैयार कर रहे थे ।

वही उपर के कमरे मे निशा और रीना तैयार होकर अपना एक झोला लेके मार्केट जाने के लिए तैयार होकर निकलने वाले थे ।
राज और कमलनाथ की भी आज मस्ती करने की अपनी तैयारी थी । तो आज बिना अंडरवियर के लण्ड मसलने का मूड भी बना चुके थे ।

हाल मे जंगीलाल और रन्गीलाल एक साथ अगल-बगल ही सोफे पर बैठे थे और नासता कर रहे थे ।
उन्की चर्चा आज दोपहर मे अमन के यहा से सगुन का सामान लेके आने वाले मेहमानो की विदाई मे क्या क्या रिटर्न गिफ्ट दिया जाये इसपे हो रहा था ।
इस चर्चा मे हाल के साथ किचन मे काम कर रहे लोग भी शामिल थे ।
रज्जो जो कि किचन मे काम तो नही कर रही थी , मगर शालिनी के छाने हुए चिप्स और पापड़ की सर्विंग आज वही हाल और बाकी लोगो तक पहुचा रही थी ।

रज्जो चिप्स की भरी प्लेट रन्गी-जंगी के सामने रख कर उसमे एक चिप्स का टुकड़ा लेके अपने दाँतो से नोचते हुए ठिक उन्के सामने बैठ हुए एक पाव को सोफे पर रखते हुए बोली - अरे इसमे बहुत अधिक क्या सोचना है , कपडे और नेग दिया जाता है वही दे देंगे । अभी आने ती दीजिये आयेन्गे कुछ पल बैठेंगे फिर कोई जाके बाजार से लेते आयेगा जो देना होगा ।


1677176282-890-Leaked-xnxx-Indian-aunty-sex-pics

रज्जो अपनी धुन मे बड़बड़ाती गयी इस बात से बेखबर की उसकी काटन की मैस्की उसके वैठने की स्थिति के कारण किसी झरोखे के जैसे सामने बैठे दोनो भाईयो के लिए खुली हुई थी और उस झरोखे से उसकी चिकनी गदराई जांघो के साथ साथ उसकी चुत की चिकनी लकीरें भी साफ साफ दिख रही थी ।


इधर जैसे ही दोनो भाईयो की नजरे रज्जो की ओर गयी दोनो के मुह मे चिप्स और गले मे थुक अटक गयी और आंखे वो जम ही गयी ।

मगर कबतक ऐसे होल्ड रहा जा सकता था , मन का स्वभाव है वो चंचल होता है ।
हुआ भी वही इस दृश्य को देखने के बाद दोनो भाई समझ गये थे ये झरोखे से दिख रही गहरी चिकनी वादी दोनो साफ साफ दे रहे थे ।
अब ऐसे गम्भीर परिस्थिति मे जब दोनो की गरदन एक दुसरे की ओर घूमी तो पहले आंखे मुस्कुराई और फिर होठ ।


जंगी रन्गी के करीब होकर धीमी आवाज मे मुस्कुराता हुआ - भैया !!

रन्गी मुस्कुरा कर - हम्म्म क्या है !!
जन्गी अपनी छ्टपटाती हसी हो पेट मे ही रोकता हुआ - अरे भाभी को बोलो तो ,, मतल्ब वो पैर सही कर लें ।

रंगी दुविधा भरे लहजे मे - अब म मै कैसे यार ? खामखा शर्मिंदा हो जायेंगी वो !!
जन्गी आवाज को पिसते हुए -तो क्या हम ऐसे ही !!

रन्गी - क्यू क्या दिक्कत है ? उधर ना देखो

जंगी - क्या भैया समझो ना , ऐसे चीजो से नजरे नही हटती है और वो उठने लगता है ।

रन्गी अपने भाई की बात पर मुस्कुराता हुआ अपने सर उठाते लण्ड मसल कर - अब क्या ही कर सकते है इसके लिये इग्नोर कर भाई !!

रज्जो उठ खड़ी होती हुई - अरे क्या आप लोग खुसरफुसुर कर रहे है , रुकिये मै और लाती पापड़

रज्जो को उठता देख कर दोनो झटके से खड़े हुए ।
रन्गी - अरे नही नही जीजी पेट भर गया ।

आओ जन्गी जरा वो टेंट वाले से बात कर ले ताकि मेंहदी और डांस उपर वाले हाल मे तैयारि कर दे ।

जन्गि ने भी मुस्कुराते हुए हामी भरी और दोनो भाई खिखी हस्ते हुए बाहर निकल गये ।
इनके जाते ही राज और कमलनाथ अपने कमरे से बाहर आये और हाल मे नास्ते के लिए साथ ही बैठ गये ।

रज्जो ने उनके भी नासता लगाया और फिर उसी तरह सोफे पर पैर उठा कर बैठ गई । जैसे ही ये इतिहास नये किरदारों के साथ दुहराया गया तो किरदारों ने भी अपनी भुमिका निभाई ।

दोनो आपस मे मुस्कुराये मगर ऐन मौके पर उपर से निशा और रीना आ रहे थे बाजार जाने के लिए और अगर वो दोनो रज्जो की इस स्थिति मे राज और कमलनाथ के सामने देख लेते तो घर का माहौल ना जाने कैसे विचारो से भर जाता ।

ऐसे मे राज ने फुर्ती दिखाई और लपक कर अपनी मौसी के बगल मे बैठ कर ऊनके पाव को निचे करके हस्ते हुए उनके कान मे बोला - क्या कर रही हो मौसी , एक तो दे नही रही हो उसपे से नजारा पुरे घर को दिखा रही हो ।

रज्जो चौकी - तो क्या निचे दिख रहा था ?
राज ने मुस्कुराते हुए हा मे सर उपर निचे किया और रज्जो के चेहरे के भाव ही बदल गये और उसे समझते देर नही लगी कि अभी थोड़ी देर पहले क्यू रंगी और जंगी जल्दबाजी नजरे चुराते हुए भागे थे ।

राज - क्या हुआ मौसी , कोई प्लान बना रही हो क्या ?
रज्जो - चुप कर तु , अभी मेहमान आने वाले है और तुझे वही सब सूझ रहा है ।

रज्जो उठ कर शिला के कमरे मे चली गयी और वही सामने बैठा कमलनाथ इशारे मे राज से पूछा कि बात बनी कुछ तो राज ने उखड़े हुए चेहरे से ना मे सर हिलाया और कमलनाथ का चेहरा भी उतर सा गया ।
इनसब से अलग उपर के कमरे मे अनुज और राहुल की अलग ही बहस चल रही थी ।

अनुज - यार तुझे क्या जरुरत थी चाची को सोने के लिए कहने की , यार मेरा मजा खराब हो गया

राहुल हस कर - लेकिन मुझे तो मजा आया ना रात मे मा के साथ

अनुज भडकते हुए - हा और मेरा मूड खराब किया उसका क्या ?

राहुल - अरे यार मै तो कह ही रहा हु मिल कर चोदते है ना मम्मी को , बहुत मजा आयेगा

अनुज थोडा चुप हुआ फिर उठ कर नकारते हुए - नही नही यार , निशा दिदी का ठिक था मगर चाची नही नही !!

राहुल - अरे यार तु टेंशन क्यू लेता , रात को बस इस कमरे का बलब खराब करना है और बाकी काम हो जायेगा

अनुज आतुरता दिखाते हुए - वो कैसे ?
राहुल - तु बस इतना कर और आज रात मे मै तुझे मम्मी की चुत दिलाउंगा प्क्का और कहेगा तो उसकी कसी हुई गाड़ भी , बहुत मजा आता है उसमे सीईई अह्ह्ह्ह देख लण्ड खड़ा हो गया मेरा हिहिहिहिही

अनुज भी खुश होता हुआ अपना मुसल मसलकर - हा यार मेरा भी , लेकिन कुछ गड़ब्ड़ हुई तो ... मुझे डर लग रहा है

राहुल उसके कन्धे पर हाथ रखते हुए - तु बिंदास रह भाई और मै हु ना ..चल कुछ खाते है भूख लगी है ।
अमन के घर

सोनल ने कल से अमन को काफी ज्यादा दबाव बना रही थी कि वो भी आये ... मगर उसके घर मे कोई इस बात को राजी नही था ।
हालाकी अमन के यहा मेहमान बहुत ज्यादा नहीं थे मगर समय पर काम आये तो ऐसे लोग थे ही ।

फिर अमन भी बुआ ने इस बात के लिए सख्ती की कि बार बार ससुराल क्यू जाना ?
आखिर मे तय हुआ कि अमन के चाचा और उसके फूफा जायेन्गे ।


इधर अमन ने ये सारी बातें सोनल को कालिंग पर सुना रहा था और सोनल भी उसकी मजबूरी समझ रही थी ।
मगर क्या ही कर सकते थे दोनो ? दो दिन की दुरी भी अब बर्दाश्त ना थी उन्हे ? हर पास आता पल उनकी बेचैनी बढा देता था । कि कब ये सब खतम होगा और वो एक दुसरे की बाहों मे होंगे ।



इनसब से अलग दो ननद भौजाई निशा और रीना अपने गन्तव्य पर पहुच चुकी थी यानी कि निशा के घर ।
जहा उनको उनकी मनमानियां करने से रोकने वाला कोई ना था ।


जारी रहेगी
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,895
22,292
189
Bahut badhiya update dhanyavad guruji

Jangilal bhi lage hath behti ganga me hath dho lega. Lajawab. Pratiksha agle rasprad update ki

Mast update dreamboy40 bro...

Thanks Bhai For Back To Back Update ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️⏩ Keep it up 🙏

Wow superb update sir

Superb update waiting for next

Nice update

Awesome update Bhai... humme sonal ka intezar hai kab tak apne papa chacha........ Bhai ...... sasur...etc... waiting

Mast shandar nd sexy update Bhai
NEW UPDATE IS POSTED
 
Top