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Lajabab Update...UPDATE 88
मै तैयार होकर सीधा कमरे से बाहर आकर पापा का कमरे मे ठक-ठक किया
जब तक पापा दरवाजा खोलते तब तक एक नजर गेस्टरूम पर मारा जो अभी अंदर से बंद था ,जिसका मतलब था मा अभी तैयार नही हुई थी औए मुझे मा के ड्रेस को लेके बहुत एक्साईटमेन्ट हो रही थी ।
तभी दरवाजा खुला और कमरे मे गजब का महोल था ।
पापा ने कमरे की सारी वाइट बलब निकाल कर उनकी जगह पिक्सल वाली घूमने वाली लाईटस लगा दी और दो रेड नाइट बलब जल रहे थे ।
कमरे मे वाइट बेडशिट पर तीन बडे रेड कवर वाले तकिये सेट थे । कमरे के एक किनारे पापा ने खुद पर्सनल टेबल को बार टेबल बना रखा था और वहा बियर की दो बोतल थी । कुछ स्नैक्स भी थे । उसी टेबल के निचे पापा ने एक म्यूज़िक सिस्टम सेट कर रखा था जिस्पे DDLJ फिल्म का उदित नारायण का सुपरहिट गाना "रुक जा ओ दिल दिवानी " बज रहा था ।
मै तो कमरे के decoration मे खोया हुआ था कि पापा ने मुझे कन्धे से पकड़ा और उनका खुला सीना मेरे कन्धे से टच हुआ और मै होश मे आया तो देखा पापा ने सेम मेरे जैसा ही गेटअप ले रखा है ।
पापा - क्यू बेटा पसंद आया ना , सरप्राइज़
मै हस कर - वॉव पापा , बहुत मस्त है और ये सब आप कैसे किये
पापा - तू मजे कर देख क्या क्या होता है आगे हिहिही , अभी अपनी मा को आने दे ,, आ बैठ यहा
फिर हम दोनो कमरे की सोफे पर बैठ गये और मेरा सोच सोच कर ही लण्ड झटके खा रहा था कि आखिर मा क्या पहन के आने वाली है और क्या मजे होने वाले है ।
इधर मै बैठा सोच रहा था कि कमरे का दरवाजा खुला और
ओह्ह्ह माय गॉड
मेरी आंखे बड़ी हो गयी और मुह खुला रहा गया , कोसिस करके एक बार मैने थूक गटक कर एक नजर मा को देखा उफ्फ्फ क्या सेक्सी अदा से वो खड़ी थी उस शाइनि रेड सेक्सी ड्रेस मे
मा इस वक्त एक प्योर रेड ट्रांसपैरंट नाईटी मे खड़ी थी ।
उसने अंदर कोई ब्रा भी नही पहनी थी और निचे एक पतली सी धागे वाली पैंटी जो मुस्किल से चुत के हिस्से को ढक पा रही थी
उस शार्ट पारदर्शि नाईटी मे मा की चिकनी वैक्स की हुई जान्घे चमक रही थी और हाथ पैर मे रेड कलर की मैचींग नेल पालिश , होठो पर डार्क मैट रेड लिपस्टिक और हल्का सा मेकअप ।
उफ्फ्फ उन्के कमरे मे आते ही एक ताजगी का अह्सास हुआ और एक अलग ही खुस्बु फैल गयी । जिसकी महक पाते ही मेरा लण्ड झटके लेने लगा और एक बार मैने बॉक्सर के उपर से खडे लण्ड को दबाते हुए पापा को देखा तो वो भी मा को देखते हुए थूक गटक रहे थे और उनका हाथ भी उनके फन्फनाते लण्ड पर था ।
फिर मा एक अपने खुले वालो को ब्ड़ी ही सेक्सी अदा से झटक कर एक तरफ से दुसरे तरफ लाई इस दौरान हम दोनो की नजर मा की हिल्ती चुचियो पर गयी जो उस पारदर्शी नाईटी से झाक रहे थे और उन्के निप्प्ल तो फाड कर बाहर आना चाह रहे थे ।
फिर मा एक हिल वाली रेड सैन्ड्ल पहने कमरे मे हमारे तरफ आती है तो मै और पापा सोफे पर बैठने के थोडी जगह खाली करते है और मा ब्ड़ी कामुक अदा से मुस्कुरा कर घूम जाती है और जान बुझ कर अपनी मोटी फैली हुई गाड़ को और बाहर की तरफ कर बिच मे बैठती है। इस दौरान मै और पापा दोनो मा के गाड के दरारो मे गायब उस पैंटी की डोरी को देख रहे थे की कहा फसी होगी वो और कितनी गहराई मे गयी होगी ।
खैर मा बैठी और बारी बारी मेरे और पापा की ओर एक मुस्कान से देख कर थोडा रिलैक्स हुई और बोली - लो जी मै तो आ गयी अब बोलिए सरप्राइज़
पापा मा की तरफ मुह करते हुए एक हाथ से मा की सेक्सी चिकनी जांघ पर हाथ फेर कर बोले - जानू यही तो है सरप्राइज़ ,, आज हम लोग खुल के मजे करेंगे जैसे किसी कलब पार्टी मे लोग करते है
मा - हमम वैसे कमरा अच्छा सजाया है पुरा पार्टी वाला फील है हम्म्म
मै खुशी से- तो पापा शुरु करे पार्टी
पापा हस कर - हा बेटा क्यू नही
और फिर मा को इशारे से सामने के टेबल पर रखे बियर और स्नैकस के लिये इशारा करते है ।
तो मा भी मुस्कुरा कर हम दोनो के जांघो को सहलाते हुए उठती जिससे हम दोनो हिल जाते है और मा अपनी भारी चुतडो को मटका कर आगे जाती है और 3 ग्लास मे वियर और स्नैक्स एक ट्रे मे लेके आती है और फिर वापस बैठ जाती है ।
फिर मा ही हमे एक एक ग्लास बियर की देती है और खुद एक ग्लास लेके हम लोग चीयर्स करते है
पापा - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है वैसे ये लो पावर वाली ही है मान के चल सोडा जितना
मै हस कर - जी पापा कोई दिक्कत नही होगी
फिर हम सब ने एक एक घुट लेने के बाद वापस ग्लास ट्रे मे रखा लेकिन वही मा अपना ग्लास लेके पापा की ओर घूमी और अपनी हाथो से उन्हे बियर पिला कर उन्के होठो को जकड़ लिया और शुरु ही गयी उन लोगो की किसिंग ।
मा ने पापा के होठो को चुस्ते हुए ही अंदाजा लगाकर ग्लास टेबल पर रखा और वापस पापा पर टुट गयी और वही पापा ने भी मा को खिच कर अपने उपर कर लिया और मा की गाड पर हाथ फेरते हुए मा के होठ चूसे जा रहे थे ।
इधर इन लोगो का सीन देख कर मै वापस से बियर का ग्लास लेके एक हाथ से लण्ड सह्लाते हुए बियर की सिप लेने लगा ।
इधर मा पापा को किस्स करते हुए अपनी चुत को पापा के बॉक्सर पर रगड़ रही थी और पापा के हाथ मा की गाड को फैलाने मे लगे थे ।
थोडी देर मे वो अलग हूए और पापा ने मेरे तरफ इशारा किया और मै मा को लेके खड़ा होकर कमरे मे बिस्तर के बगल मे खाली जगह पर लेके मा को डान्स करते हुए उन्के होठो को अपने मुह मे भर लिया और उन्के चुचे मेरे सीने पर छूने लगे वही मा भी ब्ड़ी जोर से मुझे अपने तरफ खिच ली और मेरे भी हाथ मा की कमर और गाड पर रेंगने लगे ।
मै थोडा झुक कर बॉक्सर के उपर से ही मा के चुत वाले हिस्से पर अपना खड़ा लण्ड रगड़ने लगा ।
इधर पापा भी बेसबर होकर मा के पीछे चिपक गये और हमने शरारत मे बारी बारी से झुले की पेंग मारने के स्टाइल मे धक्का देने लगे ।
एक बार मै मा को सामने उन्के चुत पर धक्का देता तो वही पापा मा को पीछे से उनकी मोटी मोटी गाद के दरारो मे ध्क्का देते ।
जल्द ही मा सीधी हुई तो पापा ने मा का चेहरा पकड कर उन्के होठो को चुसने लगे वही मा ने अपने हाथ ह्मारे बॉक्सर के उपर रख कर सहलाने शुरु कर दिये । वही मै मौका देख कर एक हाथ को साम्ने से मा की बाई चुची पर रख दिया और सह्लाते हुए मसलने लगा और मुझे ऐसा करता देख का पापा ने भी मा की दाई चुची को पकड लिया और उधर मा मदहोश होने लगी तो हम दोनो मा को क्मर के पास से पकड कर अच्छे से उनकी चुची को नाईटी के उपर से सहला रहे थे वही मा ने उत्तेजित होकर हमारे बॉक्सर मे हाथ डाल दिया और अंदर ही लण्ड को पकड कर मुठियाने लगी ।
इधर मुझसे रहा नही गया तो मा के नाइटी का फीता खोल दिया और झुक कर बाई चुची को मुह मे भर लिया और दुसरा हाथ अभी भी मा की गाड के दरारो का जायजा ले रहा था ।
वही पापा भी दुसरी चुची को खुला पाकर झपट पडे और झुक कर मा की चुची को चुसने लगी
यहा मा की हालत दोहरी चुसाई से खराब होने लगी और उनसे हाथ ह्मारे बॉक्सर से निकाल कर हमारे सर को अपनी चुचीयो पर दबाने लगी
थोडे देर तक अपनी चुचियॉ मिज्वा चुस्वा कर मा ने एक एक बार हम दोनो की किस किया और बॉक्सर के उपर से ही हमारे लण्ड को सहलाते हुए एक कातिल मुस्कान के साथ हमारी आन्खो मे देखते हुए घुटनो के बल बैठ गयी और वापस पापा के जांघो को सहलाते हुए बॉक्सर के उपर से ही पापा के लण्ड को मुह मे भरने लगी ।
मा के हवस से भरे इस रूप से मै अलग ही दुनिया मे उड़ रहा था वही पापा भी आहे भरने लगे । फिर मा मेरे तरफ घूमी और मेरी आन्खो मे देख्ते हुए लण्ड को बॉक्सर के उपर से ही मेरे आड़ो के पास से उपर तक सहलाया और एक झटके मे बॉक्सर निचे खीच दिया जिससे मेरा खड़ा मोटा लण्ड फंनफना कर मा के मुह के ठीक सामने झुलने लगा और मा एक शरारत भरी हसी के साथ गप्प से मुह मे भर मेरी आंखो मे देख्ते हुए बहुत ज्यादा होर्नी साउंड करते हुए मेरे लण्ड को चूसना शुरु कर दी
मा के मुह मे लण्ड जाते ही मेरा लण्ड और मोटा होने लगा और फिर मा ने मुह से मेरा लण्ड निकाल कर एक हाथ से मुथियाते हुए दुसरे हाथ से पापा के बॉक्सर मे हाथ डाल कर उनका लण्ड बाहर निकाला और ग्प्प्प से मुह मे भर और चुस्ना शुरु कर दी ,,,इस दौरान वो मेरा लण्ड मुठ्ठि मे कस कर सहला रही थी ।
फिर वापस से उसने मेरे लण्ड को मुह मे भर लिया और पापा का लण्ड मुथियाने लगी ।
ऐसे ही बारी बारी से उसने हमारे लण्ड को काफी समय तक चूसा और इस दौरान मा किसी पोर्न स्टार से कम नही थी ।
फिर मा उठी और एक एक बार हमे किस्स किया और मा ने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया और अपना नाइटी निकाल दिया और मै भी अपना बॉक्सर निकाल दिया
वही मा बिस्तर पर चढ़ कर मेरे मुह पर बैठ गयी और अप्नी चुत को पैन्ती के अन्दर से ही मेरे मुह और नथुने पर तेजी से रगड़ने लगी ।
फिर थोडी देर मे अपनी पैंटी को थोडा साइड कर अपना खुला गिला चुत मेरे मुह पर लगा कर दबाने लगी ।
वही पापा भी बिस्तर पर चढ़ कर मा के सामने खडे हो गये और अपना लण्ड मा के मुह मे घुसा दिया
इधर मा काफी कामुकता से पापा के लण्ड को मुह मे उतारने लगी और यहा मैने अपनी जीभ को मा की चिकनी चुत पर फेरते हुए जीभ को अंदर घुसेड़ कर घुमाने लगा
जिससे मा पापा का लंड मुह मे भरे भरे ही अपनी गाड को और जोर से मेरे मुह पर दरने लगी मानो झडने के करीब हो गयी थी ।
वही पापा भी मा के चेहरे को थाम कर तेजी से मुहपेलाई चालू किये थे और यहा मैने मा की गाड को फैलाते हुए जीभ को चुत मे नचा रहा था।
तभी पापा की अह्हे तेजी से आने लगी
शायद वो मा गले मे लण्ड उतारे झड़ते हुए उन्हे गाली दे रहे थे और सिस्क रहे थे
पापा - अह्ह्ह्ह मेरी जान मेरी रन्डी और ले अह्ह्ह आह्ह मै झड़ रहा हू उह्ह्ह अह्ह्ह ले सालि बहनचोद चुस ले पुरा हा ऐसे ही
वही मा बड़ी ही मादकता से अपनी गाड को मेरे नाथनो पर घिसते हुए पापा की आंखो मे देखते हुए लण्ड को निचोड रही थी ।
वही पापा को झडता देख मै वापस और तेजी से अपनी जीभ को मा के चुत पर च्लाने लगा ,,नतिजन थोडी ही देर मे मा मेरे मुह मे झडने लगी और
वही पापा बिस्तर पर टेक लगा कर थोदा आराम फरमा रहे थे लेकिन यहा मा का जोश झडने के बाद भी कम नही हुआ और वो झट से उलट कर निचे लेट गयी और उनका इशारा मै समझ गया और बिना किसी देरी के उन्के उपर आकर जांघो को फैलाते हुए घ्प्प्प से लण्ड को पनियायि चुत मे एक साथ उतार दिया
मा - अह्ह्ह्ह बेटा उह्ह्ह्ह आह्ह मा ऐसे ही आह्ह बहुत गरम है तेरा लण्ड रे अहहह और चोद आह्ह
मै जोर शोर से मा की जांघो को थामे गचागच पेले जा रहा था लेकिन अभी भी मा की पैंटी वही थी जिससे मुझे दिक्कत हो रही थी चोदने मे
तो मै थोदा रुक गया और मा मुझे सवालिया नजरो से देखने लगी तो मैने झट से उनकी पैंटी को पकड़ा तो वो मुस्कुरा कर अपनी गाड को उठा दि और मैने झट से वो छिनी सी पैंटी निकाल के पापा की ओर फेक दी जिसे पापा ने अपने नाक पर ल्गा कर सुन्घ्ते हुए अपना लण्ड सहलाने लगे और य्हा मै वापस मा की चुत की गहराई मे उतर गया और जोर दार धक्को से पच पच्च्चच पच्च्च की आवाजे आ रही थी
वही पापा मुझे मा को चोद्ता देख वापस अपना लण्ड खड़ा कर चुके थे ।
मै - आह्ह पापा आप भी आओ ना
मा - हा जी आप भी आओ ना मुझे कल की तरह दोनो मे लेना है अह्ह्ह बेटा और तेज्ज्ज आह्ह
पापा हसते हुए उठे और एक सोफे के पास रखी हुई बियर की ग्लास को उठा कर वापस मा के सर के पास बैठते हुए बोले - अभी मुझे मेरे सपने को हकीकत बनते देखने दो मेरी रानी ,,,बरसो बाद मेरा सपना आज हकीकत बन रहा है ,,,आज तुझे कोई मेरे सामने बेरहमी से चोद रहा है । यही तो मै चाहता था ,,और तेज फाड बेटा अपनी मा के भोस्दे को , मै भी ये ड्रिंक खतम कर तुझे जॉइन करता हू ।
इधर मैने थोडी देर बाद मा को डॉगी पोज मे किया और तेज धक्के मा की चुत मे लगाने लगा और वही मा सामने बैठे पापा के लण्ड को वापस चुस कर अपनी गाड़ के लिये खड़ा करने लगी ।
जल्द ही पापा और मै एक साथ मा की सेवा शुरु कर दी और मै वापस से निचे गया और पापा ने पीछे खडे होकर गाड मे पेल दिये मा के
और वही कल के अंदाज मे झूले के पेंग जैसे एक एक जोर जोर एक झटके हम दोनो ने बारी बारी से देने लगे और आज बियर का असर था की स्पीड भी बढ़ गयी
जल्द ही मा झड़ने लगी और कल के जैसे आज हम काफी ज्यादा खुल के बाते कर रहे थे और शोर मचा कर जोरदार चुदाई चल रही थी
फिर मैने और पापा थोडी देर मे पोजीशन की अदला बदली की और मैने भी मा की गाड के छेद को मोटा करना शुरु कर दिया ।
और जल्द ही हम दोनो वापस झडने के करीब आये और इस बार मा थक गयी थी तो वो बिस्तर पर सीधे लेट गयी और हम दोनो अपना लण्ड की पिचकारी मा के चुचो और मुह के पास छोडी और मा के मुह मे डाल कर साफ करवाया ।
वही मा ने अपनी चुचियॉ और चेहरे पर लगे माल को चाट कर साफ किया ।
थोडी देर तक हम तीनो वाप्स बिस्तर पर लेते रहे और शान्ति छाई रही , म्यूज़िक सिस्टम ना जाने कबका खुद ही बंद हो गया था और उसकी परवाह भी किसे थी ना किसी लाईटस या ड्रेस कोड की ,, एक राउंड चुदाई के बाद तो सारी तैयारीया बोरियत थी ,,बस चाह थी तो बस सेक्स की और ब्स सेक्स की
फिर मैने पहल की
मै - आज सच मे मजा आ गया पापा ,
पापा - अरे बेटा मजा तो मुझे आया देख कर जब मेरी जान मेरे सामने ही मेरे बेटे का लण्ड ले रही थी । मेरा बरसो का सपना आज हकीकत बन गया ।
मै अचरज भाव से - मतलब
पापा हस कर - रुक बताता हू , बात ये थी कि सुहागरात से ही मुझे पता चल गया था कि तेरी मा बिल्कुल मेरे टक्कर की माल है और बहुत ही ज्यादा प्यासी है । वही मै शादी के पहले से ही आवारा था और शादी के बाद धीरे धीरे जब हम दोनो आपस मे खुलने लगे तो तेरी मा को मेरे मन की भावनाये समझ आने लगी कि मुझे गदराई और मोटी गाड वाली औरतो की चाह है और वो भी इसका फाय्दा उठा कर मुझे उत्तेजित कर भरपुर सेक्स का मजा लेती थी । फिर उसने मुझे छूट भी दे दी कि मै बाहर मस्तिया कर सकता हू अगर मेरी इच्छा है तो उसे कोई ऐतराज नही है ब्स उसे उसके हिस्से के प्यार मे कोई कमी नही मिलनी चाहिए थी,,,क्यू जान सही कह रहा हू ना
मा शर्मा कर - धत्त आप भी ना क्या क्या बाते लेके बैठ गये
मै ह्स कर - नही पापा आप बताओ फिर
पापा हस कर - फिर मैने थोडे बहुत बाहरी औरतो से सम्बंध बनाये , इससे मेरे दिल मे एक इच्छा होने लगी की तेरी मा को भी एक बार गैर लण्ड से चुद्ते देखू कि कैसे वो चुदेगी , लेकिन ये मेरी जानू ने तो जिद कर ली कि वो कभी किसी गैर का लण्ड नही लेगी लेकिन समय के साथ मैने इसके मानसिक रूप से बहकाया और फिर तुझे अपने प्लान मे शामिल किया और फिर ये तैयार हो गयी ।
मै पापा की बाते सुन कर हसने लगा वही मा मुझे देख कर हसने लगी ।
क्योकि मा और मै दोनो जानते थे कि पापा खुद मे कितने भी डीन्गे हाक ले लेकिन ये प्लान हम दोनो का ही था जो आज हकीकत हुआ है ।
खैर ऐसे ही चटपति बाते चलती रही और पापा ने अपने शादीशुदा जीवन के बाद से जितने के साथ सेक्स किया था उनके बारे मे कबूला यहा तक की विमला को भी और रज्जो मौसी के बारे मे अपना दिवानापन भी बताया ।
जितने लोगो के बारे मे पापा ने बताया उनसब के बारे मे मै जानता ही था ।
इनसब वार्ता के दौरान ना मैने ना ही मा ने अपने राज खोले बस मस्ती और मजे किये और उस रात 3 बजे तक 4 राउंड मा की चुदाई और सुबह 9 बजे तक सोये हम लोग ।
देखते है दोस्तो आगे क्या होता है
जारी रहेगी
Behtreen update dostUPDATE 88
मै तैयार होकर सीधा कमरे से बाहर आकर पापा का कमरे मे ठक-ठक किया
जब तक पापा दरवाजा खोलते तब तक एक नजर गेस्टरूम पर मारा जो अभी अंदर से बंद था ,जिसका मतलब था मा अभी तैयार नही हुई थी औए मुझे मा के ड्रेस को लेके बहुत एक्साईटमेन्ट हो रही थी ।
तभी दरवाजा खुला और कमरे मे गजब का महोल था ।
पापा ने कमरे की सारी वाइट बलब निकाल कर उनकी जगह पिक्सल वाली घूमने वाली लाईटस लगा दी और दो रेड नाइट बलब जल रहे थे ।
कमरे मे वाइट बेडशिट पर तीन बडे रेड कवर वाले तकिये सेट थे । कमरे के एक किनारे पापा ने खुद पर्सनल टेबल को बार टेबल बना रखा था और वहा बियर की दो बोतल थी । कुछ स्नैक्स भी थे । उसी टेबल के निचे पापा ने एक म्यूज़िक सिस्टम सेट कर रखा था जिस्पे DDLJ फिल्म का उदित नारायण का सुपरहिट गाना "रुक जा ओ दिल दिवानी " बज रहा था ।
मै तो कमरे के decoration मे खोया हुआ था कि पापा ने मुझे कन्धे से पकड़ा और उनका खुला सीना मेरे कन्धे से टच हुआ और मै होश मे आया तो देखा पापा ने सेम मेरे जैसा ही गेटअप ले रखा है ।
पापा - क्यू बेटा पसंद आया ना , सरप्राइज़
मै हस कर - वॉव पापा , बहुत मस्त है और ये सब आप कैसे किये
पापा - तू मजे कर देख क्या क्या होता है आगे हिहिही , अभी अपनी मा को आने दे ,, आ बैठ यहा
फिर हम दोनो कमरे की सोफे पर बैठ गये और मेरा सोच सोच कर ही लण्ड झटके खा रहा था कि आखिर मा क्या पहन के आने वाली है और क्या मजे होने वाले है ।
इधर मै बैठा सोच रहा था कि कमरे का दरवाजा खुला और
ओह्ह्ह माय गॉड
मेरी आंखे बड़ी हो गयी और मुह खुला रहा गया , कोसिस करके एक बार मैने थूक गटक कर एक नजर मा को देखा उफ्फ्फ क्या सेक्सी अदा से वो खड़ी थी उस शाइनि रेड सेक्सी ड्रेस मे
मा इस वक्त एक प्योर रेड ट्रांसपैरंट नाईटी मे खड़ी थी ।
उसने अंदर कोई ब्रा भी नही पहनी थी और निचे एक पतली सी धागे वाली पैंटी जो मुस्किल से चुत के हिस्से को ढक पा रही थी
उस शार्ट पारदर्शि नाईटी मे मा की चिकनी वैक्स की हुई जान्घे चमक रही थी और हाथ पैर मे रेड कलर की मैचींग नेल पालिश , होठो पर डार्क मैट रेड लिपस्टिक और हल्का सा मेकअप ।
उफ्फ्फ उन्के कमरे मे आते ही एक ताजगी का अह्सास हुआ और एक अलग ही खुस्बु फैल गयी । जिसकी महक पाते ही मेरा लण्ड झटके लेने लगा और एक बार मैने बॉक्सर के उपर से खडे लण्ड को दबाते हुए पापा को देखा तो वो भी मा को देखते हुए थूक गटक रहे थे और उनका हाथ भी उनके फन्फनाते लण्ड पर था ।
फिर मा एक अपने खुले वालो को ब्ड़ी ही सेक्सी अदा से झटक कर एक तरफ से दुसरे तरफ लाई इस दौरान हम दोनो की नजर मा की हिल्ती चुचियो पर गयी जो उस पारदर्शी नाईटी से झाक रहे थे और उन्के निप्प्ल तो फाड कर बाहर आना चाह रहे थे ।
फिर मा एक हिल वाली रेड सैन्ड्ल पहने कमरे मे हमारे तरफ आती है तो मै और पापा सोफे पर बैठने के थोडी जगह खाली करते है और मा ब्ड़ी कामुक अदा से मुस्कुरा कर घूम जाती है और जान बुझ कर अपनी मोटी फैली हुई गाड़ को और बाहर की तरफ कर बिच मे बैठती है। इस दौरान मै और पापा दोनो मा के गाड के दरारो मे गायब उस पैंटी की डोरी को देख रहे थे की कहा फसी होगी वो और कितनी गहराई मे गयी होगी ।
खैर मा बैठी और बारी बारी मेरे और पापा की ओर एक मुस्कान से देख कर थोडा रिलैक्स हुई और बोली - लो जी मै तो आ गयी अब बोलिए सरप्राइज़
पापा मा की तरफ मुह करते हुए एक हाथ से मा की सेक्सी चिकनी जांघ पर हाथ फेर कर बोले - जानू यही तो है सरप्राइज़ ,, आज हम लोग खुल के मजे करेंगे जैसे किसी कलब पार्टी मे लोग करते है
मा - हमम वैसे कमरा अच्छा सजाया है पुरा पार्टी वाला फील है हम्म्म
मै खुशी से- तो पापा शुरु करे पार्टी
पापा हस कर - हा बेटा क्यू नही
और फिर मा को इशारे से सामने के टेबल पर रखे बियर और स्नैकस के लिये इशारा करते है ।
तो मा भी मुस्कुरा कर हम दोनो के जांघो को सहलाते हुए उठती जिससे हम दोनो हिल जाते है और मा अपनी भारी चुतडो को मटका कर आगे जाती है और 3 ग्लास मे वियर और स्नैक्स एक ट्रे मे लेके आती है और फिर वापस बैठ जाती है ।
फिर मा ही हमे एक एक ग्लास बियर की देती है और खुद एक ग्लास लेके हम लोग चीयर्स करते है
पापा - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है वैसे ये लो पावर वाली ही है मान के चल सोडा जितना
मै हस कर - जी पापा कोई दिक्कत नही होगी
फिर हम सब ने एक एक घुट लेने के बाद वापस ग्लास ट्रे मे रखा लेकिन वही मा अपना ग्लास लेके पापा की ओर घूमी और अपनी हाथो से उन्हे बियर पिला कर उन्के होठो को जकड़ लिया और शुरु ही गयी उन लोगो की किसिंग ।
मा ने पापा के होठो को चुस्ते हुए ही अंदाजा लगाकर ग्लास टेबल पर रखा और वापस पापा पर टुट गयी और वही पापा ने भी मा को खिच कर अपने उपर कर लिया और मा की गाड पर हाथ फेरते हुए मा के होठ चूसे जा रहे थे ।
इधर इन लोगो का सीन देख कर मै वापस से बियर का ग्लास लेके एक हाथ से लण्ड सह्लाते हुए बियर की सिप लेने लगा ।
इधर मा पापा को किस्स करते हुए अपनी चुत को पापा के बॉक्सर पर रगड़ रही थी और पापा के हाथ मा की गाड को फैलाने मे लगे थे ।
थोडी देर मे वो अलग हूए और पापा ने मेरे तरफ इशारा किया और मै मा को लेके खड़ा होकर कमरे मे बिस्तर के बगल मे खाली जगह पर लेके मा को डान्स करते हुए उन्के होठो को अपने मुह मे भर लिया और उन्के चुचे मेरे सीने पर छूने लगे वही मा भी ब्ड़ी जोर से मुझे अपने तरफ खिच ली और मेरे भी हाथ मा की कमर और गाड पर रेंगने लगे ।
मै थोडा झुक कर बॉक्सर के उपर से ही मा के चुत वाले हिस्से पर अपना खड़ा लण्ड रगड़ने लगा ।
इधर पापा भी बेसबर होकर मा के पीछे चिपक गये और हमने शरारत मे बारी बारी से झुले की पेंग मारने के स्टाइल मे धक्का देने लगे ।
एक बार मै मा को सामने उन्के चुत पर धक्का देता तो वही पापा मा को पीछे से उनकी मोटी मोटी गाद के दरारो मे ध्क्का देते ।
जल्द ही मा सीधी हुई तो पापा ने मा का चेहरा पकड कर उन्के होठो को चुसने लगे वही मा ने अपने हाथ ह्मारे बॉक्सर के उपर रख कर सहलाने शुरु कर दिये । वही मै मौका देख कर एक हाथ को साम्ने से मा की बाई चुची पर रख दिया और सह्लाते हुए मसलने लगा और मुझे ऐसा करता देख का पापा ने भी मा की दाई चुची को पकड लिया और उधर मा मदहोश होने लगी तो हम दोनो मा को क्मर के पास से पकड कर अच्छे से उनकी चुची को नाईटी के उपर से सहला रहे थे वही मा ने उत्तेजित होकर हमारे बॉक्सर मे हाथ डाल दिया और अंदर ही लण्ड को पकड कर मुठियाने लगी ।
इधर मुझसे रहा नही गया तो मा के नाइटी का फीता खोल दिया और झुक कर बाई चुची को मुह मे भर लिया और दुसरा हाथ अभी भी मा की गाड के दरारो का जायजा ले रहा था ।
वही पापा भी दुसरी चुची को खुला पाकर झपट पडे और झुक कर मा की चुची को चुसने लगी
यहा मा की हालत दोहरी चुसाई से खराब होने लगी और उनसे हाथ ह्मारे बॉक्सर से निकाल कर हमारे सर को अपनी चुचीयो पर दबाने लगी
थोडे देर तक अपनी चुचियॉ मिज्वा चुस्वा कर मा ने एक एक बार हम दोनो की किस किया और बॉक्सर के उपर से ही हमारे लण्ड को सहलाते हुए एक कातिल मुस्कान के साथ हमारी आन्खो मे देखते हुए घुटनो के बल बैठ गयी और वापस पापा के जांघो को सहलाते हुए बॉक्सर के उपर से ही पापा के लण्ड को मुह मे भरने लगी ।
मा के हवस से भरे इस रूप से मै अलग ही दुनिया मे उड़ रहा था वही पापा भी आहे भरने लगे । फिर मा मेरे तरफ घूमी और मेरी आन्खो मे देख्ते हुए लण्ड को बॉक्सर के उपर से ही मेरे आड़ो के पास से उपर तक सहलाया और एक झटके मे बॉक्सर निचे खीच दिया जिससे मेरा खड़ा मोटा लण्ड फंनफना कर मा के मुह के ठीक सामने झुलने लगा और मा एक शरारत भरी हसी के साथ गप्प से मुह मे भर मेरी आंखो मे देख्ते हुए बहुत ज्यादा होर्नी साउंड करते हुए मेरे लण्ड को चूसना शुरु कर दी
मा के मुह मे लण्ड जाते ही मेरा लण्ड और मोटा होने लगा और फिर मा ने मुह से मेरा लण्ड निकाल कर एक हाथ से मुथियाते हुए दुसरे हाथ से पापा के बॉक्सर मे हाथ डाल कर उनका लण्ड बाहर निकाला और ग्प्प्प से मुह मे भर और चुस्ना शुरु कर दी ,,,इस दौरान वो मेरा लण्ड मुठ्ठि मे कस कर सहला रही थी ।
फिर वापस से उसने मेरे लण्ड को मुह मे भर लिया और पापा का लण्ड मुथियाने लगी ।
ऐसे ही बारी बारी से उसने हमारे लण्ड को काफी समय तक चूसा और इस दौरान मा किसी पोर्न स्टार से कम नही थी ।
फिर मा उठी और एक एक बार हमे किस्स किया और मा ने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया और अपना नाइटी निकाल दिया और मै भी अपना बॉक्सर निकाल दिया
वही मा बिस्तर पर चढ़ कर मेरे मुह पर बैठ गयी और अप्नी चुत को पैन्ती के अन्दर से ही मेरे मुह और नथुने पर तेजी से रगड़ने लगी ।
फिर थोडी देर मे अपनी पैंटी को थोडा साइड कर अपना खुला गिला चुत मेरे मुह पर लगा कर दबाने लगी ।
वही पापा भी बिस्तर पर चढ़ कर मा के सामने खडे हो गये और अपना लण्ड मा के मुह मे घुसा दिया
इधर मा काफी कामुकता से पापा के लण्ड को मुह मे उतारने लगी और यहा मैने अपनी जीभ को मा की चिकनी चुत पर फेरते हुए जीभ को अंदर घुसेड़ कर घुमाने लगा
जिससे मा पापा का लंड मुह मे भरे भरे ही अपनी गाड को और जोर से मेरे मुह पर दरने लगी मानो झडने के करीब हो गयी थी ।
वही पापा भी मा के चेहरे को थाम कर तेजी से मुहपेलाई चालू किये थे और यहा मैने मा की गाड को फैलाते हुए जीभ को चुत मे नचा रहा था।
तभी पापा की अह्हे तेजी से आने लगी
शायद वो मा गले मे लण्ड उतारे झड़ते हुए उन्हे गाली दे रहे थे और सिस्क रहे थे
पापा - अह्ह्ह्ह मेरी जान मेरी रन्डी और ले अह्ह्ह आह्ह मै झड़ रहा हू उह्ह्ह अह्ह्ह ले सालि बहनचोद चुस ले पुरा हा ऐसे ही
वही मा बड़ी ही मादकता से अपनी गाड को मेरे नाथनो पर घिसते हुए पापा की आंखो मे देखते हुए लण्ड को निचोड रही थी ।
वही पापा को झडता देख मै वापस और तेजी से अपनी जीभ को मा के चुत पर च्लाने लगा ,,नतिजन थोडी ही देर मे मा मेरे मुह मे झडने लगी और
वही पापा बिस्तर पर टेक लगा कर थोदा आराम फरमा रहे थे लेकिन यहा मा का जोश झडने के बाद भी कम नही हुआ और वो झट से उलट कर निचे लेट गयी और उनका इशारा मै समझ गया और बिना किसी देरी के उन्के उपर आकर जांघो को फैलाते हुए घ्प्प्प से लण्ड को पनियायि चुत मे एक साथ उतार दिया
मा - अह्ह्ह्ह बेटा उह्ह्ह्ह आह्ह मा ऐसे ही आह्ह बहुत गरम है तेरा लण्ड रे अहहह और चोद आह्ह
मै जोर शोर से मा की जांघो को थामे गचागच पेले जा रहा था लेकिन अभी भी मा की पैंटी वही थी जिससे मुझे दिक्कत हो रही थी चोदने मे
तो मै थोदा रुक गया और मा मुझे सवालिया नजरो से देखने लगी तो मैने झट से उनकी पैंटी को पकड़ा तो वो मुस्कुरा कर अपनी गाड को उठा दि और मैने झट से वो छिनी सी पैंटी निकाल के पापा की ओर फेक दी जिसे पापा ने अपने नाक पर ल्गा कर सुन्घ्ते हुए अपना लण्ड सहलाने लगे और य्हा मै वापस मा की चुत की गहराई मे उतर गया और जोर दार धक्को से पच पच्च्चच पच्च्च की आवाजे आ रही थी
वही पापा मुझे मा को चोद्ता देख वापस अपना लण्ड खड़ा कर चुके थे ।
मै - आह्ह पापा आप भी आओ ना
मा - हा जी आप भी आओ ना मुझे कल की तरह दोनो मे लेना है अह्ह्ह बेटा और तेज्ज्ज आह्ह
पापा हसते हुए उठे और एक सोफे के पास रखी हुई बियर की ग्लास को उठा कर वापस मा के सर के पास बैठते हुए बोले - अभी मुझे मेरे सपने को हकीकत बनते देखने दो मेरी रानी ,,,बरसो बाद मेरा सपना आज हकीकत बन रहा है ,,,आज तुझे कोई मेरे सामने बेरहमी से चोद रहा है । यही तो मै चाहता था ,,और तेज फाड बेटा अपनी मा के भोस्दे को , मै भी ये ड्रिंक खतम कर तुझे जॉइन करता हू ।
इधर मैने थोडी देर बाद मा को डॉगी पोज मे किया और तेज धक्के मा की चुत मे लगाने लगा और वही मा सामने बैठे पापा के लण्ड को वापस चुस कर अपनी गाड़ के लिये खड़ा करने लगी ।
जल्द ही पापा और मै एक साथ मा की सेवा शुरु कर दी और मै वापस से निचे गया और पापा ने पीछे खडे होकर गाड मे पेल दिये मा के
और वही कल के अंदाज मे झूले के पेंग जैसे एक एक जोर जोर एक झटके हम दोनो ने बारी बारी से देने लगे और आज बियर का असर था की स्पीड भी बढ़ गयी
जल्द ही मा झड़ने लगी और कल के जैसे आज हम काफी ज्यादा खुल के बाते कर रहे थे और शोर मचा कर जोरदार चुदाई चल रही थी
फिर मैने और पापा थोडी देर मे पोजीशन की अदला बदली की और मैने भी मा की गाड के छेद को मोटा करना शुरु कर दिया ।
और जल्द ही हम दोनो वापस झडने के करीब आये और इस बार मा थक गयी थी तो वो बिस्तर पर सीधे लेट गयी और हम दोनो अपना लण्ड की पिचकारी मा के चुचो और मुह के पास छोडी और मा के मुह मे डाल कर साफ करवाया ।
वही मा ने अपनी चुचियॉ और चेहरे पर लगे माल को चाट कर साफ किया ।
थोडी देर तक हम तीनो वाप्स बिस्तर पर लेते रहे और शान्ति छाई रही , म्यूज़िक सिस्टम ना जाने कबका खुद ही बंद हो गया था और उसकी परवाह भी किसे थी ना किसी लाईटस या ड्रेस कोड की ,, एक राउंड चुदाई के बाद तो सारी तैयारीया बोरियत थी ,,बस चाह थी तो बस सेक्स की और ब्स सेक्स की
फिर मैने पहल की
मै - आज सच मे मजा आ गया पापा ,
पापा - अरे बेटा मजा तो मुझे आया देख कर जब मेरी जान मेरे सामने ही मेरे बेटे का लण्ड ले रही थी । मेरा बरसो का सपना आज हकीकत बन गया ।
मै अचरज भाव से - मतलब
पापा हस कर - रुक बताता हू , बात ये थी कि सुहागरात से ही मुझे पता चल गया था कि तेरी मा बिल्कुल मेरे टक्कर की माल है और बहुत ही ज्यादा प्यासी है । वही मै शादी के पहले से ही आवारा था और शादी के बाद धीरे धीरे जब हम दोनो आपस मे खुलने लगे तो तेरी मा को मेरे मन की भावनाये समझ आने लगी कि मुझे गदराई और मोटी गाड वाली औरतो की चाह है और वो भी इसका फाय्दा उठा कर मुझे उत्तेजित कर भरपुर सेक्स का मजा लेती थी । फिर उसने मुझे छूट भी दे दी कि मै बाहर मस्तिया कर सकता हू अगर मेरी इच्छा है तो उसे कोई ऐतराज नही है ब्स उसे उसके हिस्से के प्यार मे कोई कमी नही मिलनी चाहिए थी,,,क्यू जान सही कह रहा हू ना
मा शर्मा कर - धत्त आप भी ना क्या क्या बाते लेके बैठ गये
मै ह्स कर - नही पापा आप बताओ फिर
पापा हस कर - फिर मैने थोडे बहुत बाहरी औरतो से सम्बंध बनाये , इससे मेरे दिल मे एक इच्छा होने लगी की तेरी मा को भी एक बार गैर लण्ड से चुद्ते देखू कि कैसे वो चुदेगी , लेकिन ये मेरी जानू ने तो जिद कर ली कि वो कभी किसी गैर का लण्ड नही लेगी लेकिन समय के साथ मैने इसके मानसिक रूप से बहकाया और फिर तुझे अपने प्लान मे शामिल किया और फिर ये तैयार हो गयी ।
मै पापा की बाते सुन कर हसने लगा वही मा मुझे देख कर हसने लगी ।
क्योकि मा और मै दोनो जानते थे कि पापा खुद मे कितने भी डीन्गे हाक ले लेकिन ये प्लान हम दोनो का ही था जो आज हकीकत हुआ है ।
खैर ऐसे ही चटपति बाते चलती रही और पापा ने अपने शादीशुदा जीवन के बाद से जितने के साथ सेक्स किया था उनके बारे मे कबूला यहा तक की विमला को भी और रज्जो मौसी के बारे मे अपना दिवानापन भी बताया ।
जितने लोगो के बारे मे पापा ने बताया उनसब के बारे मे मै जानता ही था ।
इनसब वार्ता के दौरान ना मैने ना ही मा ने अपने राज खोले बस मस्ती और मजे किये और उस रात 3 बजे तक 4 राउंड मा की चुदाई और सुबह 9 बजे तक सोये हम लोग ।
देखते है दोस्तो आगे क्या होता है
जारी रहेगी
Thanks bhaiBahot h kamukta se bhara hua Update tha.. Shukriya dost