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Adultery माँ का बदला बेटे ने लिया

sunoanuj

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Bahut achee khaani likh rahe ho !

Waiting for next update !
 

maa ka laadla

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Update - 23

अब उस दिन से न निरज दिखाई दिया ना उसकी जिम की दुकान खुली। और भावना और हर्ष ने उस पर केस तो कर दिया और उसकी दुकान बंद करवा दी और उससे कुछ पैसे भी इन लोगो को मिले,लेकिन कोर्ट फैसला नही सुना रहा था, सिर्फ तारीख़ ही देते जा रहा था।

और उस दिन के हादसे के बाद दोनों माँ बेटे मुंबई छोड के पुरानी यादों को छोड़ के दिल्ली आ गए थे,और वहाँ पे अपनी जिंदगी की शुरुआत की थी।

वो लोग वहां दिल्ली में शहरों से थोड़ा दूर एक शान्त जगह पे रहने लगे थे। जहां आसपास कोई भी नही रहता,



घर भी अच्छा था। और नीचे बेसमेंट भी था,एकदम बडा वाला। आसपास कोई शोर नही था।तो वो लोगो को अब दिल्ली आए हुए 6,7 महीने हो गए थे।

इधर भावना घर में रहती और हर्ष ने दिल्ली में कॉलेज जॉइन कर ली थी। दोनो पुरानी बातों को भूल कर अपनी नई जिंदगी की शुरुआत में थे।

रोज की तरह

मैं:-माँ ,मेरा नास्ता दो माँ. मुझे लेट हो रहा है।
माँ:-(नास्ता लाते हुए) ये ले मेरा बेटा, खा ले।
मैं:-हाँ, माँ।
माँ:-बेटा, अब कॉलेज खत्म होने में कितना समय बचा है?
मैं:- माँ अभी सिर्फ और 3,4 महीने ही है।
माँ:- ठीक है आराम से पढ़ लो।
मैं:- ठीक है माँ, मैं कॉलेज जाता हूँ।

अब रोज की तरह हर्ष कॉलेज जाता है। और शाम को कॉलेज के गेट के बाहर अपने दोस्तों से बाते कर रहा होता है तब पीछे से एक लड़की आती है



जो दिखने में सुंदर थी और उसकी उम्र करीब 27 होगी। और बोलती है.

लड़की:- सुनिए। क्या आप मुझे अपना फोन दे सकते है? मुझे मेरे भाई को फोन करना है मेरे फोन में बैटरी नहीं है।
मैं:- जी ठीक है ये लीजिये।
लड़की:-(फोन लेते हुए) थैंक्यू।
मैं:- नही उसमे क्या।।

अब वो लड़की अपने भाई को फोन करती है और बाते करती है और इधर हर्ष भी अपने दोस्तों से हसी मजाक कर रहा होता है। और तभी...

लड़की:- हाँ हाँ, भाई, मुझे कोई तकलीफ नही है। मैं ठीक हूँ।

और सामने से कोई बात कर रहा था।

फिर लड़की बोली.....

लड़की:- हाँ निरज भाई, मैंने कहा ना कुछ भी प्रॉब्लम नही है यहां पे। अब मैं फ़ोन रखती हूं।

हर्ष के कान में निरज नाम सुनते ही वो सब बातें फिर से याद आ जाती है। फिर लड़की हर्ष को फ़ोन देके थैंकयु बोल के जाने लगती है। हर्ष के फोन में ऐसा था कि किसी का भी नंबर हो उसका नाम बता देता था,तो उस लड़की ने जो नंबर अभी लगाया था उस पे “निरज जिम” ऐसा लिखा था। फिर वो जल्दी से उस लड़की के पास जाता है।

मैं:-(लड़की से पूछते हुए) जी आप निरज की बहन हो क्या?
लड़की:-जी हाँ, आप जानते हो मेरे भाई को?
मैं:-(कुछ सोच कर) हाँ ..मतलब उसका जिम था वो पता है।
लड़की:- हाँ मैं उसकी बहन हूँ।
मैं:- वैसे आप का नाम?
लड़की:-(अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए) जी मैं मानशी।
मैं:-(दोनो हाथ मिलाते हुए) मैं हर्ष।
मानशी:- आप यही पढ़ते हो?
मैं:- हाँ, अभी कुछ महीनों पहले ही आया।
मानशी:- अच्छा।
मैं:- लगता है आपके भी को आपकी बहुत फिक्र हो रही है।

मानशी:-(परेशान होते हुए) हाँ, देखो ना 1 मिनीट भी फोन न करु तो परेशान हो जाते है।
मैं:- वैसे वो कहा पे रहते है?
मानशी:- अभी तो वो बैंगलोर मैं है। उसका जिम कुछ महीनों पहले बंद हो गया था और वो भी अचानक से बैंगलोर चले गए।
मैं:-(अब सब समझते हुए) ऐसा है।भाई है फिक्र तो होगी ही।
मानशी:- हाँ।चलो अब मैं चलती हूँ।
मैं:- ठीक है।

अब वो जल्दी से सीधा घर आ जाता है और इतने महीनों बाद उसको उसका शिकार मिल जाता है। अब रात को माँ बेटे खाने बैठे थे और वो अपनी माँ से बोलता है।

मैं:- माँ।
माँ:- हाँ बेटा, कुछ चाहिए क्या? रोटी दूँ?
मैं:- नही माँ आपसे कुछ बात करनी है।
माँ:-क्या हुआ बेटा?
मैं:- (आंखों में नमी होते हुए) माँ लगता है जो 2 जान गई थी उसका बदला लेने का समय आ चुका है।
माँ:- मतलब बेटा?
मैं:-पापा की और उस छोटे बच्चे की जो उस दिन.......( इतना बोल के चुप हो जाता है)
माँ:-(सब बातों को याद करते हुए) लेकिन कैसे बेटा?
मैं:-वो उस दिन से मुंबई छोड़ के बैंगलोर चला गया था।
माँ:- तुम्हे कैसे पता?
मैं:- माँ मैं जिस कॉलेज में हूँ,उसकी बहन भी उसी कॉलेज में है।

अब भावना के दिन मैं किसी की जिंदगी बर्बाद करना तो नही था लेकिन उसके साथ जो हुआ और 2 जान की कीमत चुकानी होगी निरज को। क्योंकि कोर्ट का तो पता ही था कुछ नही करने वाला। तो उसने बेटे को बोला

माँ:-(गुस्सा दिखाते हुए) बेटा, तू अपनी माँ का बदला लेगा।कुछ भी कर लेकिन मेरा बदला ले।
मैं:- जी माँ, मैं बदला लूंगा। और ऐसा बदला लूंगा, जो दर्द हमने लिया था वो दर्द व भी ले।
माँ:-हाँ, बेटा।
मैं:- अब वो खुद सामने से हमारे पास आएगा।
माँ:- वैसे बेटा क्या करेगा तू?
मैं:- अब तीर वही मांरूँ
गा जहाँ दर्द ज्यादा हो।
माँ:- बेटा, तू बस मेरा बदला ले।
मैं:- जी माँ, आप टेंसन न लो।
 

maa ka laadla

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Update – 24
अब दोनों खाना खा के सो जाते है। और इधर हर्ष ने सब अपने दिमाग में खेल बना लिया था ,अब उसको अपनी चाल चलनी थी। निरज ने जैसे उसकी माँ को फसाया वैसे अब हर्ष उसकी बहन को फसएगा।
अब दूसरी सुबह वो कॉलेज जाने निकला और वो अब मानशी को देखने लगा कि वो कब कितने बजे कहां जाती है।
फिर कॉलेज जाने के बाद , उसने देखा कि वो एक घर से निकली और ऑटो वाले से बाते कर रही थी कि ये आप ज्यादा पैसे बोल रहे है आप जाइये ,ऐसे सब ।और तभी इस बात का फायदा देखते हुए हर्ष उस के पास गया,और ऐसे गया कि उसको मालूम न हो कि वो भी यही से जाएगा। और बाइक लेके निकल और मानशी को देखे बोला।।

मैं:- अरे आप यहां?
मानशी:- हाँ, देखो न कोई ऑटो वाला मिल ही नही रहा ।
मैं:- अरे तो मेरे साथ बाइक ओर चलो ना मैं भी कॉलेज ही जा रहा हूँ।
मानशी:- जी ठीक है।

और मानशी बाइक पर बैठ के हर्ष के साथ निकल जाती है


i wandered lonely as a cloud summary

मैं:- वैसे आप वहाँ रहते हो क्या?
मानशी:-हाँ, रूम रेन्ट पे ले के रहती हूँ।और अभी तो रूम में भी कोई नही है बस में अकेली ही रहती हूँ।
मैं:- अच्छा, मेरा घर भी आपके रूम से पास ही है,आना होगा आपको।
मानशी:- आप बुलाये मैं आ जाऊँगी।

और दोनों हसने लगे।और कॉलेज पोहोंच गए। अब दोनों अपनी अपनी क्लास में गए, और इधर हर्ष क्लास में बस बदले के बारे में ही सोच रहा था।अब शाम को जब वो घर जाने निकला तो फिर मानशी ऑटो की राह देख रही थी कॉलेज के पास। तो हर्ष फिर से आ गया उसके पास और..

मैं:- नही मिलेगा ऑटो,मैं हूँ ना, मैं छोड़ दूंगा।
मानशी:- (खुश होते हुए) हाँ, ठीक है।

अब दोनों रोज इसी तरह मिलते रहे। और हर्ष उसको अपनी चाल में फसाता रहा।

लेकिन भावना सोच रही थी कि..

मेरा बेटा बदला तो ले लेगा ,लेकिन जितना जल्दी ले ले उसके लिए अच्छा होगा। अब वो भी जवान हो चुका है, शायद वो लड़की मैं बहक गया तो क्या होगा?
तो वो अपने बेटे से बोलती है कि ..


माँ:- बेटा, तुम जल्दी से मेरा बदला ले लो।
मैं:- माँ अभी काम चल ही रह है।
माँ:- बेटा, बस में जितना बोलती हूँ उतना करो।,बस तुम बदला ले लो।
मैं:- हाँ माँ,
माँ:- बेटा, उसकी बहन से क्या बदला लेगा?
मैं:- माँ वो अब मेरा काम है। उस निरज को उसने जो किया है वो उसकी बहन के साथ भी होगा अब।
माँ:-( सोचती है कि ये तो गलत हो जाएगा, लेकिन उसको खोये हुए बच्चे और पति की याद उसको और ज्यादा परेशान करती है तो वो बदला लेने को हाँ बोल देती है) ठीक है लेकिन तुम फस मत जाना।

मैं:- माँ मैंने पूरी तैयारी कर ली है।
 

maa ka laadla

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Update -25

अब दूसरे दिन भी रोज की तरह मानशी बाहर खड़े होकर हर्ष के आने की राह देख रही होती है।और तभी उसके पास एक बड़ी गाड़िया आती है,और उनमें से दरवाजा खोल के 3 आदमी उतरते है और मानशी को उठा लेते है।और मानशी के हाथ पैर बांध दिए और वी चिल्लाने लगी तो उसके मुह पे पट्टी बांध दी।



लेकिन वो कुछ ज्यादा ही उछल रही थी तो 1 आदमी ने उसके सर पर डंडा मार दिया, तो वो बेहोश हो के लेट गयी।

कुछ देर बाद उसकी आँखें खुली, उसकी आँखों पे अभी भी पट्टी थी और मुह पे भी, वो उछलने लगी, तभी किसी ने पीछे से खड़े हो के पहले मानशी की आँख की पट्टी हटा दी। मानशी ने देखा तो पाया कि वो एक बंद जगह पे थी।



और उसको रस्सी से बांध कर खुर्शी पे बिठाया था। वो भागने की कोशिश कर रही थी ,लेकिन कुछ नही हो पा रहा था। फिर पीछे से किसी ने फिर से मानशी के मुह की भी पट्टी हटा दी। और जैसे पट्टी हटाई मानशी जोर जोर से चिल्लाने लगी।


मानशी:-(रोते हुए) हेल्प...........हेल्प.........कोई बचाओ.......
पीछे से आवाज आई अबे कोई नही सुनने वाला तेरा यहाँ, और मैं पागल थोड़ी हूँ कि कोई सुन ले ऐसी जगह तुझे रखु।
और ..

मानशी:- (डरते हुए) को हो तुम ? मुझे यहाँ क्यों लाये हो? मैं कहाँ हूँ?

अब वो जिसने अभी पट्टी खोली थी वो मानशी के सामने आया। और मानशी देख के शौक हो गयीं और बोली...

मानशी:- हर्ष????? तुम????!!!
मैं:- हाँ, मैं। क्यों डर गई? ( और जोर जोर से हसने लगता है)
मानशी:- क्या कर रहे हो? छोड़ो मुझे?
मैं:- हाँ, छोड़ तो दूंगा, मेरा काम हो जाने पर।
मानशी:-कैसा काम ? क्या कर रहे हो ये? जाने दो मुझे।।
मैं:- चुप कर अब।
मानशी:-( गुस्से मैं) छोड़ो मुझे ,मैं सिक्युरिटी को फोन करूँगी, तुम्हारे लिए अच्छा नही होगा।
मैं:-(गुस्से में) अगर अभी तुम चुप नही रही तो तुम्हारे लिए अच्छा नही होगा।
और इतना बोल के मानशी ने जो टी-शर्ट फाड़ दी, और उसके बुब्स सामने आ गयी।



मानशी:-(गुस्से में) क्या कर रहे हो तुम छोड़ो मुझे। मुझसे बुरा कोई नही होगा ।
मैं:-चुप कर बोला ना..( कर बोल के उसका पैंट भी फाड़ दिया।)

अब मानशी पूरी तरह से नंगी हो जाती है। उसको शर्म भी आ रही थी ,और गुस्सा भी।

मानशी:- क्या कर रहे हो तुम? क्या चाहिए?
मैं:- रुक तुझे पता चलेगा।
मानशी:-( रोते हुए गिड़गिड़ाते हुए) मुझे जाने दो ,प्लीज।

अब हर्ष उसके बहुत सारे वीडियो लेता है और फ़ोटो लेता है,



मानशी:-( डरते हुए) क्या कर रहे हो? प्लीज किसी को मत भेजना,मैं बर्बाद हो जाउंगी।
मैं:- वो तो तुझे होना ही है।
मानशी:- प्लीज, ये किसी को मत भेजना मेरी बहुत बदनामी हो जाएगी।मेरे घर वाले क्या सोचेंगे?
मैं:- अच्छा ऐसा क्या? ( और हसने लगता है)


तभी उस बंद रूम का दरवाजा खुलता है और पूरे रूम में रोशनी छा जाती है।
अंदर एक औरत आती है। उसको देख मानशी चिल्लाने लगती है...
 

maa ka laadla

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Update – 26

मानशी:- कोन है? प्लीज मुझे बचाओ। ये लड़का मुझे किडनेप कर के लाया है।

हर्ष हसने लगता है और वो औरत अंदर आके हर्ष को देख बोलती है की ये है उसकी बहन? और फिर उसको देखने लगती है। वो औरत हर्ष की माँ ही थी।

माँ:- अब इसका क्या करेगा?
मैं:-आप टेंसन मत लो माँ, मैं संभाल लूंगा।
माँ:- ठीक है।बेटा ये सब करना तो नही चाहती लेकिन उसने जो किया है उसकी सजा उसको देनी ही पड़ेगी।
मैं:- हाँ माँ।


अब भावना चली जाती है और मानशी डर के मारे फिर से बोलती है..


मानशी:- प्लीज हर्ष मुझे छोड़ दो,मेरे फ़ोटो कही मत भेजना। तुम जो कहोगे वो मैं करूँगी।
मैं:- वो तो तुम्हे करना ही पड़ेगा।

अब हर्ष थोड़े दूर एक जगह पे जाता है और मोबाइल खोल के कुछ कर रहा होता है।

अब बात ये थी कि जिस दिन उसकी बहन मिली उसके दूर दिन से हर्ष ने सब प्लानिंग कर ली थी, उसका प्लान आगे इनके देखने को मिलेगा। लेकीन उसने पहले ये किया कि

उसने रिया के नाम से एक फेक आईडी बनाई थी जिससे वो निरज से बात करता, और फिर उसको फसाने लगा। अब चैट मैं जो लिखा था वो आप खुद पढ़ लो...


निरज:- जान कब मिलेगी?
रिया:- मैं बुलाउंगी तुझे।
निरज:- तुम बुला ही कहा रही हो?
रिया:- जब मैं बुलाउंगी तो तुम आ जाना।
निरज:- फिर?
रिया:-फिर क्या?
निरज:- फिर मुझे वो सब करने देगी ना??
रिया:- क्या तुम भी ,कर लेना बस।।।।
निरज:-पक्का ना?
रिया:- पक्का।

ऐसे बाते हो रही थी। अब हर्ष ने सोचा अब समय आ गया है,
तो उसने उसकी अगली चाल चली। वो मानशी के पास गया और बोला..

मैं:- सुन,तेरी फाटो और वीडियो वायरल करु क्या?
मानशी:- नही नही ऐसा मत करना,तुम जो बोलोगे मैं वो करूँगी।
मैं:-( दूसरा सिमकार्ड डालके फ़ोन मिलते हुए) जो मैं बोलू वही बोलना।
मानशी:-ठीक है।
मैं:- जरा सी भी गड़बड़ी की या चालाकी की तो पूरे कॉलेज में तू वायरल हो जाएगी।
मानशी:-( डरते हुए) ठीक है।
अब हर्ष ने जो बोलने को बोला वो फोन पे उसने बोला।

मानशी:- हेलो.
फोन पे:- बोलो जान।
मानशी:- कल आ जाना किसी भी हालत में और कर लेना जो तुम बोल रहे थे।लेकिन एक शर्त पे ।
फोन पे:- क्या?
मानशी:- मैं अपना चेहरा नही दिखाऊंगी। वो सब हो जाने के बाद देख लेना।
फोन पे:- सब चलेगा, मैं अभी आता हूँ तुम अड्रेस भेजो।
मानशी:-हम्म

मैं:- अब तूने मेरा आधा काम कर दिया, अब मेरा आधा काम और कर दे,मैं तुम्हे छोड़ दूंगा।
मानशी:- तुम जो बोलोगे वो करूँगी, बस मेरे फ़ोटो मत भेजना किसी को।
मैं:- अब मैं तुम्हे जो अड्रेस बोलता हूँ वहाँ तुम्हे जाना है, अपना मुह पूरी तरह से ढक के और वहाँ एक लड़का आएगा उससे तुम्हे चुदवाना है।
मानशी:-( गुस्से में) क्या? नही नही। मेरे पीरियड चल रहे है।
मैं:- ( गाल पे एक थप्पड़ मरते हुए)



क्या बोली? चलो कोई बात नही अभी तेरा एक फोटो भेजता हूँ कॉलेज ग्रुप में
मानशी:-( डरते हुए) नही नही, प्लीज, मैं करूँगी , बस उसको बोलना की कंडोम पहन ले।
मैं:- ये हुई ना बात. लेकिन सुन वहाँ जाके चुदवा ।लेकिन कुछ भी हुआ तो मेरा नाम मत लेना वरना तेरे फ़ोटो मेरे पास ही है।
मानशी:- जी।

अब पूरी रात मानशी वहाँ पे नंगी बंधी हुई थी, अब हर्ष को सुबह होने का इंतजार था। फिर सुबह मानशी को नींद से
उठाके बोला कि याद है ना।जरा सी भी चालाकी की तो .....

अब हर्ष बोला।
 

maa ka laadla

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Update - 27

मैं:- अब मैं तुझे छोड़ रहा हूँ और तुझे एक होटल में जाना होगा।और जैसा कहा वैसा करना है,मैं तुम्हारे पीछे ही रहूंगा
मानशी:-( डरते हुए) ठीक है।
मैं:- याद रखना अभी तेरे हाथ पैर छोड़ रहा हूं। अगर भागी तो मैं तुझे पकड़ने नही आऊंगा।सीधा तेरे फ़ोटो.....
मानशी:- हाँ, ठीक है।
मैं:- वहाँ टेबल पे कपड़े है वो पहन लें ,और जल्दी आ।

अब मानशी कपड़े पहन के आती है उसका मुह भी ढका हुआ था।



अब हर्ष ने बोला चल। और वो उसको बड़ी गाड़ी में बिठा के होटल ले गया, उस गाड़ी में उसकी माँ भी थी।
फिर वो होटल पे जाके


मैं:- चल अब सीधा रूम नंबर 8 मैं जा और सीधा कपड़े निकाल के लेट जाना और हाँ अपना चेहरा मत दिखाया।
मानशी:- जी।
मैं:- और हाँ, रूम की लाइट भी मत जलाने देना। और अगर कुछ भी हो जाये कोई भी दूसरा आ जाये तो बोल देना की वो लड़का तुम्हारा रेप कर रहा था,तो तुम बच जाओ।
मानशी:- ठीक है।



अब मानशी रूम में चली जाती है, और इधर माँ बेटे किसी के आने की राह देख रहे होते है। कुछ आधा घण्टा राह देखने के बाद उसका शिकार आता है, और उसको वो लोग देखते है। वो खुश लग रहा था। और वो जल्दी से अंदर चला जाता है।

अब हर्ष ने मानशी के साथ एक बैग भेजा था जिसमे कैमरा था,उसको वो लोग गाड़ी में बैठ के लाइव देख रहे थे। वो लड़का अंदर आते ही नंगा होने लगता है और मानशी पे चढ़ जाता है,और धीरे धीरे वो मानशी के बूब्स दबा रहा था कभी चुत चाट रहा था, और कुछ 20 मिनट बाद उसने लन्ड निकाल के डालने लगा उसने कंडोम नही पहना और जोर जोर से शॉट मारने लगा।मानशी रो भी रही थी ऐसे चुदाई से और छुड़वाने की कोशिश भी कर रही थी।

अब थोड़ी देर बाद हर्ष ने अपना आखर दाव खेला। उसने जल्दी से सिक्युरिटी को फोन करके बोला कि ये होटल में रूम नम्बर 8 मैं घिनोना काम चल रहा है।एक लड़का लड़की के साथ जबर्दस्ती कर रहा है। और फोन रख देता है। थोड़ी देर बाद सिक्युरिटी की गाड़ी आ जाती है, और वो लोग सीधा रूम नम्बर 8 मैं चले जाते है। और उसके पीछे थोड़े दूर दोनो माँ बेटे भी चलते है। अब सिक्युरिटी दरवाजा तोड़ के सीधा अंदर आ जाती है रूम के।

और उसी समय उस लड़के ने अपना वीर्य उसकी चुत मैं गिरा दिया। मानशी के अंदर चुत मैं वीर्य लगते ही वो भी चिल्ला उठी की ये क्या कर दिया तुमने ? मेरे पीरियड चल रहे है, और उसने अपने मुह पे ढका कपड़ा निकाला और देखा तो उसका भाई निरज था। और निरज ने देखा तो उसकी प्यारी बहन जिसको 1 सेकण्ड भी फोन लेट आये तो डर जाता था , वो थी।

ये कुछ ही समय में हो गया और सिक्युरिटी भी सामने थी।
मानशी:- भाई???!!!
निरज:- तुम यहाँ??

सिक्युरिटी इतने में निरज को पकड़ लेती है और महिला कांस्टेबल मानशी को कपड़े से ढक के रूम से बाहर ले जाती है।और सिक्युरिटी बोलती है की तुमने अपनी बहन के साथ जबरजस्ती करने के जुर्म में गिरफ्तार किया जाता है।और निरज ने अपनी बहन को चोद कर जो उसने अंदर गिराया है उसके बारे में सोचने लगया है, कुछ मुह से निकल ही नही रहा था। और इधर हर्ष और भावना मानशी जहाँ थी उसके थोड़े दूर खड़े थे । फिर जब सिक्युरिटी निरज को लायी तब मानशी ,हर्ष, और भावना सब एक जगह पे थे।

फिर सिक्युरिटी ने मानशी को पूछा

सिक्युरिटी:- क्या इसने आपके साथ जबर्दस्ती की है?
मानशी:-(डरते हुए और रोते हुए) हाँ।
निरज:- ये क्या बोल रही हो?
मानशी:- सर इसको मेरी नजरो से दूर ले जाइए।
सिक्युरिटी:- जी अब ये जाएगा उम्रकैद ।हमेशा के लिए।
मानशी:- जी।
सिक्युरिटी:- अगर आप बुरा ना माने तो ये सवाल है आपसे की आप ये बच्चे का......।
मानशी:-( रोते हुए गुस्से में) मुझे नही चाहिए, मैं इसको अपनी कोख़ मैं नही रखना चाहती,किसी शैतान के बच्चे को।

अब सिक्युरिटी निरज को ले जा रही थी तभी हम मीले और वो बस रोये जा रहा था।

माँ:- देखा,गलत चीज़े करने का नतीजा।
मैं:- तुमको पता भी नही की तुमने तुम्हारी गलती की वजह क्या क्या खोया। एक समय था जब तुम्हारी वजह से हमने भी खोया था।

Fir maa mansi ke pass jaakar usko santvana deti hai par mansi abhi bhi sehmi hui thi ki uske bhai ne uske saath itna bura kaam kiya hai,

Maa - mansi ho sake to hame maaf kardo, hamari wajah se tumhe itni pareshani hui, par mera yakeen mano tumhare bhai ne bhi mere saath bhot bura kiya, usne mere pati ko mara tha aur mujhe bhi istemaal kiya.

Mansi - (kuch bolna chah rhi thi par bol nhi paar rhi thi daar ki wajah se)

Me - mansi mujhe bhi maaf kardo ki maine tumhara istemaal hamare badle ke liye kiya, agar tum chaho to hume jo saja deni hai de sakti ho.

Par mansi koi jawab nhi deti

Dono maa bete mansi ko apne saath Ghar lekar aate hai

Maa - mansi tum thodi der mere room me aaram karlo me tumhare liye khana lekar aati hu

Maa mansi ko lekar room me chali jati hai.
Jab maa bahar aati hai to me maa ko mere room me lekar jaata hu

Me - maa mujhe aapse kuch baat karni hai

Maa - ha beta bolo

Me - maa mujhe lagta hai humne mansi ke saath accha nhi kiya

Maa - ha beta mujhe bhi aisa hi lag rha hai, uss bacchi ki to Puri life barbad hojayegi aise

Me - maa agar aap bura na mano to me kuch kehna chahta hu

Maa - ha bolo beta

Me - maa me mansi se shaadi karna chahta hu

Maa soch me pad jaati hai, par fir khush hote hue kehti hai beta yeh tune bhot acchi baat ki
Aur mujhe gale laga leti hai
(Itne dino se jab harsh mansi ko pick and drop kar rha tha tabhi woh uski taraf attract hota hai)

Me - maa me chahta hu tum mansi se baat karo iss bare me
Maa - par beta abhi neeraj ne uske saath woh sab kiya hai, fir bhi tu uske saath jindagi jeena chata hai
Me - maa woh sab mansi ne apni marji se nhi kiya balki hamare force karne par kiya
Maa - fir bhi beta neeraj ne uske andar apna sperm choda hai
Me - maa uske liye me abhi medical se I-PILL lekar aajaunga aur mansi ko aap dedena
Maa - ha beta yet tune shai socha, jaa jaldi lekar aaja

Fir maa mansi ke pass jati hai usse baat karne
Mansi uss time bed par shanti se lete hue thi

Maa - beta mansi ab tum kaisi ho, dekho me tumhare liye khana lekar aayi hu

Mansi ko yeh sab dekhkar gussa aajata hai aur woh maa par chillane lagti hai

Par maa uske pass jaakar usko apne sine se laga leti hai

Mansi kuch shant hoti hai, maa usko sir par haath rakh usko calm karti hai

Maa - beta jo bhi hua uska bhul jao aur jindagi me aage badho, tumhara bhai ek jaanwar tha jo uske anjam tak pahonch chuka hai

Mansi - kaise aunty kaise, kaise me yakeen karoon ki mera apna saga bhai mere saath aur aapke saath itna ghinona kaam kar sakta hai

Maa - beta insan ka kuch bharosa nhi hota

Mansi - aunty ab mera kya hoga, ek bhai hi to tha jiske sahare me jee rhi thi, wohi meri sari zaroorat ka khyal rakhta tha

Maa - beta hum hai na tere liye, aur me tujhse kuch important baat bhi karna chati iske regarding

Mansi - kaunsi baat aunty
Maa - beta agar tum chaho to me tumhe apni bahu banane ke liye taiyyar hu aur harsh bhi tumhe apni wife ke banakar bhot khush hoga, balki ussine mujhe yeh idea diya hai

Mansi - par aunty me aap logo par kaise bharosa karlu, abhi aap ki wajah se mujhe itni takleef Hui

Maa - ha beta hum mante hai ki hum tumhare doshi hai, par neeraj ko sabak sikhane ke liye hume yeh karna jaroori tha

Mansi - thik hai aunty mujhe kuch time do sochne ke liye
Maa - ha beta tum apna time lo, tab tak me bhi aaram kar leti hu jaakar

Fir maa bahar aati hai tabhi me Ghar me aata hu
Me - yeh lo maa yeh pill mansi ko dedo, isse woh pregnant nhi hogi
Maa - ha beta abhi deti hu
Me - maa aapne usse baat ki ?

Maa - ha beta par unse thoda time manga hai sochne ke liye
Me - thik hai

Fir maa aur me apne apne kaam me lag jaate hai

Shaam ko maa mansi ke room me jati hai

Maa - beta mansi ab kaisi tabiyat hai tumhari
Mansi - ab aunty thoda better feel kar rhi hu
Maa - beta yeh tum pill lelo


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Mansi -pill dekhti hai and samajh jati hai yeh unwanted pregnancy ke liye hai, aur sir jhuka kar haa karti hai
Fir mansi woh pill leti hai

Maa - beta tumne uss bare me kya socha hai
Mansi - aunty ab mere parivaar me mere aage piche koi bhi nhi hai
Maa - beta tum tension kyon leti ho, me tumhari maa ki tarah hu, aur usse apne gale laga leti hai
Mansi - aunty me harsh se shaadi ke liye ready hu

Maa bhot khush hoti hai, aur uske forehead par chum leti Hai

Fir mansi aur harsh ki shaadi hojati hai and maa ka badla bhi pura ho jata hai






THE END...
 

kamdev99008

FoX - Federation of Xossipians
10,210
38,719
259
प्रेग्नेंसी वाला पार्ट हटा दो, वैसे भी बाप की जान चली गई इतना ही बहुत है।

मां न सिर्फ सारे रिश्ते तोड़ ले नीरज से, बल्कि हर्ष को वीडियो वाली बात भी बता दे।

update - 20 me padhiye ki maa ne already abortion karvaliya hai.

भाई मेरे, 5 6 दिन में भी प्रेग्नेंसी पता नहीं लगती, ऊपर से वोमेटिंग करीब 3 या 4 महीने बाद से होती है। आप तो उसे बस 3 4 घंटे में करवा रहे हो।

tum feel shamjo bhai, jyada logic nhi lagane ka

अच्छा लिख ले भाई हम फील ले लेते हैं कि भावना का पेट भी दिखने लगा था। एक घंटे भी रुकती तो बच्चा स्कूल भी जाने लगता 😂🙏🏼

लिखो आगे लिखो यार, हमारी bakchodi छोड़ो 😂😂

कर भी नहीं सकते हो भाई।

और तुम क्या कोई भी किसी को नहीं करता। लिखने वाला भी वेलेंटरिली ही लिखता है और पढ़ने वाला भी।
रिकी भाई ये पुरानी कहानी है किसी और फोरम पर पहले पढ़ी थी मैंने.......
कॉपी पेस्ट में पोस्ट करने वाले की कमी नहीं निकालते...
आभार प्रकट किया जा सकता है ्््नये पाठकों को शेयर करने हेतु

और ये किसी आदमी नहीं बैचलर लड़के शायद स्टूडेंट की लिखी हुई है जिसे लण्ड डालकर चूत चोदने का भी तजुर्बा थोड़ा बहुत ही होगा या शायद ना भी हो
प्रैगनैंसी और रिप्रोडक्टिव सिस्टम की गहराई तो छोड़ ही दो

तो .... जस्ट चिल....
 

sunoanuj

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Bahut badhiya update and congratulations for finish the story !
 
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