Update – 24
अब दोनों खाना खा के सो जाते है। और इधर हर्ष ने सब अपने दिमाग में खेल बना लिया था ,अब उसको अपनी चाल चलनी थी। निरज ने जैसे उसकी माँ को फसाया वैसे अब हर्ष उसकी बहन को फसएगा।
अब दूसरी सुबह वो कॉलेज जाने निकला और वो अब मानशी को देखने लगा कि वो कब कितने बजे कहां जाती है।
फिर कॉलेज जाने के बाद , उसने देखा कि वो एक घर से निकली और ऑटो वाले से बाते कर रही थी कि ये आप ज्यादा पैसे बोल रहे है आप जाइये ,ऐसे सब ।और तभी इस बात का फायदा देखते हुए हर्ष उस के पास गया,और ऐसे गया कि उसको मालूम न हो कि वो भी यही से जाएगा। और बाइक लेके निकल और मानशी को देखे बोला।।
मैं:- अरे आप यहां?
मानशी:- हाँ, देखो न कोई ऑटो वाला मिल ही नही रहा ।
मैं:- अरे तो मेरे साथ बाइक ओर चलो ना मैं भी कॉलेज ही जा रहा हूँ।
मानशी:- जी ठीक है।
और मानशी बाइक पर बैठ के हर्ष के साथ निकल जाती है
i wandered lonely as a cloud summary
मैं:- वैसे आप वहाँ रहते हो क्या?
मानशी:-हाँ, रूम रेन्ट पे ले के रहती हूँ।और अभी तो रूम में भी कोई नही है बस में अकेली ही रहती हूँ।
मैं:- अच्छा, मेरा घर भी आपके रूम से पास ही है,आना होगा आपको।
मानशी:- आप बुलाये मैं आ जाऊँगी।
और दोनों हसने लगे।और कॉलेज पोहोंच गए। अब दोनों अपनी अपनी क्लास में गए, और इधर हर्ष क्लास में बस बदले के बारे में ही सोच रहा था।अब शाम को जब वो घर जाने निकला तो फिर मानशी ऑटो की राह देख रही थी कॉलेज के पास। तो हर्ष फिर से आ गया उसके पास और..
मैं:- नही मिलेगा ऑटो,मैं हूँ ना, मैं छोड़ दूंगा।
मानशी:- (खुश होते हुए) हाँ, ठीक है।
अब दोनों रोज इसी तरह मिलते रहे। और हर्ष उसको अपनी चाल में फसाता रहा।
लेकिन भावना सोच रही थी कि..
मेरा बेटा बदला तो ले लेगा ,लेकिन जितना जल्दी ले ले उसके लिए अच्छा होगा। अब वो भी जवान हो चुका है, शायद वो लड़की मैं बहक गया तो क्या होगा?
तो वो अपने बेटे से बोलती है कि ..
माँ:- बेटा, तुम जल्दी से मेरा बदला ले लो।
मैं:- माँ अभी काम चल ही रह है।
माँ:- बेटा, बस में जितना बोलती हूँ उतना करो।,बस तुम बदला ले लो।
मैं:- हाँ माँ,
माँ:- बेटा, उसकी बहन से क्या बदला लेगा?
मैं:- माँ वो अब मेरा काम है। उस निरज को उसने जो किया है वो उसकी बहन के साथ भी होगा अब।
माँ:-( सोचती है कि ये तो गलत हो जाएगा, लेकिन उसको खोये हुए बच्चे और पति की याद उसको और ज्यादा परेशान करती है तो वो बदला लेने को हाँ बोल देती है) ठीक है लेकिन तुम फस मत जाना।
मैं:- माँ मैंने पूरी तैयारी कर ली है।