DARK WOLFKING
Supreme
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Besabri se Intzarr rahegaDear readers... Updating next episode tonight. Don't miss it, it's getting interesting now
कहानी :
लड़कपन
EPISODE 5
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" अरे अनिकेत... क्या हुआ ? ". अनिकेत को घर में आते देख मेघना ने ख़ुशी और आश्चर्य मिश्रित स्वर में पूछा. " सब ठीक तो है ना ? पूरे एक हफ्ते बाद आ रहे है ! ".
उस दिन कि घटना के बाद अनिकेत करीब चार पाँच दिन तक मेघना और अभिषेक के घर नहीं गया था. उसे खुद समझ में नहीं आ रहा था कि वो ऐसा क्यूँ कर रहा है, बस इतना पता था उसे कि उस रोज़ मेघना भाभी ने उसे जो काम करने को सौंपा था, वो उसे अजीब तो लगा था पर उसकी वजह से उसकी मेघना से कोई नाराज़गी नहीं थी. एक कारण ये भी था कि वो मेघना भाभी के चुम्बन वाली याद को अंतिम याद के रूप में संजो कर रखना चाहता था, वो नहीं चाहता था कि वो इस बार जब मेघना से मिले तो उसका व्यवहार कुछ अलग हो, जैसा इतने दिनों तक था, जब मेघना भाभी उसे सिर्फ एक कम उम्र के युवक कि तरह ट्रीट करती रही थी.
लेकिन सबसे प्रमुख बात जिसे अनिकेत मन ही मन समझ तो रहा था पर स्वीकार नहीं कर रहा था, वो ये थी कि एक विचित्र सी ग्लानि कि भावना उसे अंदर ही अंदर कचोट रही थी - एक शादीशुदा स्त्री के बारे में सोचते रहने कि ग्लानि कि भावना ! ये फीलिंग उसे भीतर ही भीतर खाये जा रही थी, इससे पार पाना ज़रूरी था, क्यूंकि इसकि वजह से उसका कहीं भी मन नहीं लग रहा था, ना पढ़ाई में, ना घर के कामों में, और इसी असमंजस से उबरने के लिए आज वो मेघना भाभी से मिलने आया था !!!
" खूब पढ़ाई कर रहे हो क्या आजकल ? ". मेघना मुस्कुराते हुये बोली, और धम्म से सोफे पर बैठकर अनिकेत को भी बैठने का इशारा किया.
" पढ़ाई नहीं... हाँ मतलब पढ़ाई तो है... ". अनिकेत बैठते हुये बोला, फिर रुक गया, क्यूंकि उसे खुद पता नहीं था कि वो क्या बोले.
" पढ़ाई वढ़ाई छोड़ो... तुम्हारे अभि भैया ने तो तुम्हें अपने ऑफिस में काम देने का वादा कर ही दिया है ! ". मेघना हँसते हुये बोली.
अनिकेत हल्के से मुस्कुरा दिया पर कुछ बोला नहीं.
मेघना Matured औरत थी, दुनिया देखी थी उसने, काफ़ी सारी बातें समझती थी. वो ठीक समझ पा रही थी कि अनिकेत उस दिन वाली घटना से थोड़ा अपसेट है, और शायद थोड़ा Embarrassed भी !
" अब देखो... उस दिन मैं परेशान थी, और आज तुम परेशान लग रहे हो ! ". मेघना फिर से बोली.
" नहीं नहीं भाभी जी... ऐसी कोई बात नहीं ! ". अनिकेत ने कहा, फिर कुछ तो कहना होगा, इसलिए बहाना बनाते हुये बोला. " वो मम्मी ने थोड़ा झगड़ा हो गया आज ! ".
" धत्त ! मम्मी से भी कोई झगड़ा होता है क्या... पागल ? ". मेघना ने मुस्कुराकर समझाया.
अनिकेत फिर से चुप हो गया.
मेघना उसे सहज करना चाहती थी, सो वो बोली.
" अच्छा अनिकेत... उस दिन के लिए बहुत बहुत थैंक्स तुम्हें. मैं थोड़ी परेशान सी थी इसलिए ठीक से तुम्हारा शुक्रिया अदा भी नहीं कर पाई... That is so rude... I know ! ".
" अरे आप ऐसा क्यूँ बोल रही हो भाभी जी ? ". अनिकेत नम्र होकर बोला, मेघना कि शुक्रिया अदा करने वाली बात पर उसे उसका चुम्बन भी याद आ गया, तो वो थोड़ा सा शर्मा गया.
मेघना अबकी बार चुप्पी साधे बैठी रही. वो चाहती थी कि अब अनिकेत बोले. उसे समझ आ रहा था कि बात कुछ और थी, और अनिकेत का उसे वो बात खुलकर बोलना ज़रूरी था, नहीं तो वो ऐसे ही उदास मुँह बनाये बैठे रहेगा, उनकी बातचीत कहीं तक भी नहीं पहुँच पायेगी, और अनिकेत कि समस्या, वो चाहे जो कुछ भी हो, का समाधान नहीं हो पायेगा.
मेघना एकटक अनिकेत को ताकती रही.
उसका अंदाज़ा सही निकला, अनिकेत ने कुछ देर कि चुप्पी और हिचकिचाहट के बाद कहा.
" भाभी जी... मुझे आपसे कुछ कहना था ! ".
" हाँ बोलो... ". मेघना ने तुरंत ऐसे कहा, मानो वो इसी का वेट कर रही थी.
" Actually... कहना नहीं, कुछ बताना है ! ".
" Sure... बोलो ! ".
" उस दिन... ".
अनिकेत ने पहली बार अपनी नज़रें ऊपर उठाकर मेघना को देखा, मेघना उसे ही देखते हुये उसकी बात ध्यान से सुनने के लिए बैठी थी. अनिकेत ने आगे कहना शुरू किया.
" उस दिन भाभी... मैंने ना... I mean... गलती से आपको बाथरूम में देख लिया था... ".
मेघना मन ही मन मुस्कुराई, अपनी आँखें एक पल के लिए नीचे कि, कुछ सोचा, फिर ऊपर अनिकेत को देखते हुये उसकी बात पूरी होने कि प्रतीक्षा करने लगी.
" बिना कपड़ो के !!! ". अनिकेत अपनी बात पूरी करके रुक गया, जैसे कि मेघना कि इसपर प्रतिक्रिया कि प्रतीक्षा कर रहा हो.
" Okay ! तो ? ". मेघना जानबूझकर ऐसे बोली जैसे कि कुछ हुआ ही ना हो.
अनिकेत कि आँखों में एक चमक सी आ गई और उसने थोड़ा सा खुश होते हुये पूछा.
" तो... मतलब आपको बुरा नहीं लगा ? ".
मेघना मुस्कुराई और फिर बोली.
" मुझे तो पता भी नहीं कि तुमने मुझे देखा था. अगर तुम ना बताते तो... ".
" मुझे पता है कि आपको नहीं मालूम... और यही बात मुझे तब से खाये जा रही थी ! ". थोड़ा सा साहस होते ही अनिकेत ने ऊँची आवाज़ में कहा.
" It's okay अनिकेत ! ".
" मैंने गलती से अंदर झाँक लिया था... बस कुछ सेकंड के लिए... I swear ! I am sorry भाभी जी ! ".
" मैंने कहा ना It's okay... रिलैक्स ! ".
" आप गुस्सा तो नहीं हो ना... मुझसे नाराज़ तो नहीं ? ".
अनिकेत कि घबराहट देखकर मेघना समझ गई कि उसे उसको दिलासा देना होगा, नहीं तो वो ऐसे ही बकबक करता रहेगा.
" ये तुम्हारी अच्छाई है अनिकेत जो तुमने मुझे ये बात बताई... ".
अनिकेत चुप रहा.
" Don't feel guilty ! ".
" भाभी जी... Thank you so much ! ". अनिकेत ने ऐसे कहा मानो उसे मेघना कि बातों से ना जाने कितना आराम मिला हो.
उसके ऊपर से एक बोझ उतर गया था, वो काफ़ी हल्का महसूस कर रहा था.
" स्वीट्स खाओगे ? ". मेघना ने बात बदलने के उद्देश्य से सोफे पर से उठते हुये कहा. " केक भी है... आपके अभि भैया लाये थें कल रात को ! ".
" No भाभी... ". अनिकेत ने मना कर दिया तो मेघना वापस से सोफे पर बैठ गई.
दोनों कुछ देर तक चुपचाप ऐसे ही बैठे रहें, फिर अनिकेत ने चुप्पी तोड़ी.
" भाभी... आपके पुरे शरीर पर मेहंदी है क्या ? ".
मेघना हँस पड़ी.
उसे पता था कि कपड़ो में उसके हाथ, पैर, और गले कि मेहंदी तो दिखती होगी अनिकेत को, मगर उस दिन शायद बाथरूम में उसने उसके नंगे बदन कि मेहंदी भी देख ली होगी, इसलिए पूछ रहा है.
" अनिकेत ? अभी अभी तो तुम बोल रहे थे कि बस मुझे दो सेकंड भर के लिए देखा था ? ". मेघना ने मुस्कुराते हुये ऐसे पूछा जैसे कि अनिकेत कि चोरी पकड़ी गई हो. " और क्या क्या देखा ??? ".
अनिकेत ने अपनी आँखे नीची कर ली और शर्माते हुये मुस्कुराने लगा.
" चलो बताओ... क्या क्या देखा ? ". मेघना ने आगे बढ़कर अनिकेत कि आँखों में झाँकते हुये फिर से आग्रह किया.
अनिकेत समझ नहीं पा रहा था कि वो मेघना से कैसे कह दे कि उसने उसकी गांड़ देख ली थी !!!
गांड़ का अच्छा शब्द क्या होगा... चूतड़... नहीं नहीं... Ass... लेकिन वो भी तो गंदा शब्द है... पिछवाड़ा... नहीं... नितंब... नहीं... ये तो पुराना हो गया है... फिर क्या ?
गांड़ ही तो होगा !!!
बेचारा अनिकेत मुसीबत में पड़ गया.
" आपकी पीठ... पीछे से... आपकी पीठ देखी थी बस ! ". अनिकेत ने हकलाते हुए कहा.
अच्छा... तो पीठ देखी थी... यानि कि गांड़ - मेघना ने मन ही मन सोचा, मतलब चूचियाँ और चूत नहीं देखी... ठीक ही है !!!
मेघना अचानक से उठ खड़ी हुई, और अनिकेत के कुछ और कहने से पहले ही कमरे से चली गई.
" Shittt यार !!! ". अनिकेत के मुँह से निकला.
ये उसने क्या बोल दिया ? क्यूँ बताने गया ये सब ?
अनिकेत समझ गया कि मेघना भाभी को बुरा लगा है. अब वो मुसीबत में है. उसे समझ नहीं आ रहा था कि मेघना तो गुस्सा होकर चली गई, क्या उसे अभी भी यहाँ बैठे रहना चाहिए या इज़्ज़तदार पड़ोसी कि तरह इस घर से चले जाना चाहिए. और कहीं मेघना भाभी अपने पति को बुलाकर ले आई तो ???
फैसला करने में अनिकेत ने ज़्यादा देर नहीं कि... हाँ... उसका अभी के अभी चले जाना ही उचित होगा.
लेकिन उसकी किस्मत ही ख़राब थी !
बेचारा जैसे ही सोफे पर से उठने गया, ना जाने कहाँ से मेघना वापस ड्राइंग रूम में आ गई, और ठीक उसके चेहरे के सामने आकर खड़ी हो गई !!
" देखोगे... मेरी मेहंदी ??? ". मेघना ने धीरे से पूछा.
अनिकेत के चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगीं. चुस्त सलवार कुर्ती में खड़ी मेघना कि कमर से उसका मुँह बस कुछेक इंच कि ही दूरी पर था.
" पर किसी को बताओगे तो नहीं ना ??? I mean किसी को भी नहीं !!! ". मेघना ने शर्त रखी.
अनिकेत कि साँसे उसके गले में ही अटक गई, वो कुछ जवाब दे ही नहीं पाया, वो सोचने लगा - मेघना भाभी के कपड़ो से आ रही परफ्यूम कि खुशबु जब इतनी अच्छी है, तो उनके नंगे बदन का गंध कैसा होगा ???
अनिकेत को अपने नसीब पर यकीन नहीं हो रहा था. मेघना भाभी नाराज़ नहीं हुई थी, बल्कि उल्टे वो तो उसे अपने कपड़े खोलकर अपना मेहंदी से सजा जिस्म दिखाने कि बात कर रहीं थीं !!!
हक्केबक्के हुये अनिकेत ने आँखे ऊपर उठाकर मेघना को देखा और धीरे से हाँ में अपना सिर हिला दिया, लेकिन फिर अचानक से उसे कुछ याद सा आया और उसने झट से अपनी चिंता ज़ाहिर कि.
" अभिषेक... अभिषेक भैया ??? ".
" वो घर पर नहीं हैं... ". मेघना ने मुस्कुराते हुये कहा.
अनिकेत को आगे पता नहीं था कि क्या करना है, सो वो सोफे पर थोड़ा सा पीछे खिसककर आराम से अपनी पीठ टिकाकर बैठ गया और मेघना के कपड़े उतारने कि प्रतीक्षा करने लगा !!!
" प्रॉमिस ??? ". मेघना ने पुष्टिकरण कि खातिर और एक बार पूछा.
अनिकेत ने सिर हिलाकर हामी भर दी, कुछ बोलने कि स्थिति में तो बेचारा था ही नहीं.
आश्वस्त होते ही मेघना अनिकेत के बगल में सोफे पर बैठ गई और अपने पीठ पीछे से अपनी हथेली में छुपाया हुआ अपना मोबाइल बाहर निकाल लिया.
" पर मेरी मोबाइल को हाथ मत लगाना... Okay ?. " मेघना ने अपनी मोबाइल कि ओर इशारा करते हुये कहा. " मैं जितना दिखाऊंगी, बस उतना ही देखना ! ".
वेट !!! तो मेघना भाभी मोबाइल में शायद अपनी फोटो दिखाने कि बात कर रही थी, अनिकेत के सामने नंगी होने कि नहीं !!!
अनिकेत का माथा झन्ना गया, क्या हो रहा था ये उसके साथ ? कैसा बेवकूफ़ बन गया वो ?? उसने सोच भी कैसे लिया कि मेघना भाभी उसके सामने अपने कपड़े उतारकर उसे अपने नग्न शरीर के दर्शन कराएगी ???
अनिकेत समझ नहीं पा रहा था कि मन ही मन वो हँसे या इस बात का शोक मनाये. अब वो थोड़ा रिलैक्स सा हुआ तो उसने धीरे से कहा.
" Sure भाभी जी ! ".
अनिकेत कि आवाज़ में एक हताशा साफ झलक रही थी, पता नहीं मेघना ने इसपर ध्यान दिया कि नहीं, पर उसने अब बिना किसी देरी के कुछ भी कहे सुने अपने मोबाइल पर एक वीडियो चला दिया, और मोबाइल अपने हाथ में ही पकड़े हुये अनिकेत को वो वीडियो दिखाने लगी.
ये तो शायद मेघना भाभी को साक्षात् नंगे देखने से भी ज़्यादा बढियाँ था !!!
अनिकेत निराश नहीं हुआ... सचमुच !
उसकी सारी हताशा दूर हो गई. मेघना भाभी उसे कोई आम साधारण सा Travel वीडियो वगैरह नहीं दिखा रही थी जिसमें वो बिकिनी पहनकर स्वीमिंग कर रही हो !!!
अनिकेत ने देखा कि वीडियो में मेघना पलंग पर पूरी तरह से नंगी अवस्था में लेटी हुई है और एक लड़का उसके बदन पर मेहंदी लगा रहा है. उसे इतना समझते देर ना लगी कि वो वीडियो अभिषेक भैया ही बना रहें थें.
अनिकेत का अपने अच्छे नसीब पर विश्वास पुनः लौट आया !
बिना किसी लाज शर्म और हिचकिचाहट के अनिकेत अपनी आँखें फाड़े और मुँह खोले मेघना के हाथ में थमी उसकी मोबाइल पर वीडियो देखने लगा. मेघना का पूरा ध्यान अनिकेत के चेहरे पर था, शायद वो उसके मन के भाव पढ़ने कि कोशिश कर रही थी. अनिकेत का अचंभित मुँह देखकर उसे मन ही मन हँसी तो बहुत आ रही थी, पर उसने अपनी हँसी और भावनाओ दोनों को अच्छे से बड़ी ही सफाई के साथ अपने काबू में किये रखा.
मेघना अकेले में और अपने पति के साथ अपनी मेहंदी वाली ये वीडियो इतनी दफा देख चुकी थी कि उसे अच्छी तरह से याद हो गया था कि वीडियो में कब कब क्या क्या और कहाँ कहाँ है. वो अनिकेत को अपनी मन मर्ज़ी मुताबिक बस उतना ही दिखाना चाहती थी जितना उसे खुद उचित लगे.
" एक मिनट रुको... ". मेघना ने अचानक से वीडियो Pause करते हुये कहा.
वीडियो में अब अभिषेक का मूठ मारने वाला दृश्य आने वाला था. मेघना ने मोबाइल अपनी ओर घुमा लिया ताकि अनिकेत देख ना पाए, और वो सीन फॉरवर्ड करने लगी.
इस छोटे से ब्रेक कि वजह से अनिकेत ने अब तक जो कुछ भी देखा था, उसे पचाने का उसे भी थोड़ा टाइम मिल गया. दरअसल उसने अभी तक अपनी आशा से ज़्यादा ही कुछ देख लिया था. वीडियो में मेघना ने अपनी चूत तो अपने हाथ से छुपा रखी थी और बाद में उसकी चूत को मेहंदी लगाने वाले उस लड़के ने तौलिये से ढंक दिया था, पर उसकी चूचियाँ, उसकी जाँघ, पेट, और नाभी, सभी कुछ अनिकेत देख ही चुका था ! उसके लण्ड में ऐसा तनाव पहले कभी नहीं आया था, उसके टाइट जीन्स और जीन्स के अंदर पहने अंडरवियर ने उसके खड़े हो चुके लण्ड को नीचे कि ओर ही दबा रखा था, जिसकी वजह से अब उसका लण्ड दुखने भी लगा था.
पहले चुम्बन, और अब फिर ये... अनिकेत समझ नहीं पा रहा रहा था कि मेघना भाभी उसके साथ ये क्या और क्यूँ कर रही है.
पर क्या ये सोचने कि असल में कोई ज़रूरत थी ???
" लो... अब यहाँ से देखो ! ".
मेघना ने वीडियो फिर से रिज्यूम कर दिया, थोड़ी देर तक अनिकेत को दिखाने के बाद फिर से रोक दिया, क्यूंकि उसका बाल्टी में पेशाब करने वाला दृश्य आने वाला था. इसी तरह थोड़ा थोड़ा करके मेघना ने अनिकेत को पूरी वीडियो दिखाई, मगर इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखा कि उसकी चूत वाला कोई भी शॉट ना दिख जाये. वीडियो ख़त्म होने के बाद उसने अनिकेत को अपनी कुछ मेहंदी वाली नंगी प्राइवेट तस्वीरें भी दिखाई, जो कि बाद में अभिषेक ने ली थी.
वीडियो और फोटोज़ में कुल मिलाकर अनिकेत मेघना भाभी का सारा कुछ देख ही चुका था, सिवाय उनकी अनमोल चूत के !
" How was it ? ". अपना मोबाइल लॉक करके मेघना ने पूछा. " मेहंदी आर्ट ? ".
गले में अटकी हुई अपनी साँस गटकते हुये अनिकेत ने अपने चेहरे के भावों को छुपाने कि नाकाम कोशिश करते हुये जबरदस्ती मुस्कुराकर कहा.
" Awesome भाभी जी... टैटू से भी बढियाँ है ये मेहंदी वाला आईडिया ! ".
मेघना धीरे से मुस्कुराई और कुछ नहीं बोली.
कुछ देर बाद अनिकेत ने पूछा.
" अभि भैया ने वीडियो बनाई थी ? ".
" और कौन बनाएगा ? ".
थोड़ी देर रुककर अनिकेत ने दबी दबी सी आवाज़ में कहा.
" भाभी... मुझे ये वीडियो Send करिये ना ! ".
मेघना हँस पड़ी.
" क्या करोगे ? अपने दोस्तों को दिखाओगे ? ".
" नहीं नहीं... कभी नहीं ! ". अनिकेत जल्दी से बोला.
" मुझे लगा दोस्तों को दिखाकर डिंगे हांकोगे कि देखो मेरी बगल वाली भाभी का मेरे साथ चक्कर है ! ".
" छी भाभी जी... Never ! ".
" फिर क्या करोगे ? ".
अनिकेत चुप रहा.
" अकेले में आराम से देखोगे ना ??? ". मेघना ने मुस्कुराते हुये धीरे से पूछा, जैसे कि उसे सब पहले से ही पता हो.
अनिकेत का बुरी तरह से शर्माना मेघना कि बात को सच साबित कर रहा था. अनिकेत के मोबाइल में अपलोड किये हुये सारे पोर्न से भी ज़्यादा हॉट ये वीडियो था, इस वीडियो पर तो अनिकेत महीनों क्या, ज़िन्दगी भर मूठ मार सकता था !!!
" No अनिकेत ! ". मेघना ने सीधे मना कर दिया, फिर थोड़ी सी नर्म होकर बोली. " पता है मैंने तुम्हें ये सब क्यूँ दिखाया ? ".
अनिकेत ने मेघना कि आँखों में देखकर बिना मुँह से कुछ कहे पूछा कि क्यूँ ?
" तुम उस रोज़ मुझे बाथरूम में देख ही चुके थे. मैं चाहती थी कि तुम्हारा सारा कौतुहल खत्म हो जाये मेरे बारे में, इसलिए सब कुछ ठीक से दिखा दिया. वर्ना तुम्हारा मन इसी ओर घूमता रहता... तुम्हारी पढ़ाई पर असर पड़ता You know ! ". मेघना ने बताया. " तुम्हारी उम्र में ये नार्मल है... Don't worry ! ".
अनिकेत खुद को विश्वास दिलाना चाहता था कि मेघना झूठ बोल रही है, बहाना बना रही है. उसके हाव भाव साफ बता रहें थें कि उसे मेघना कि बात पर यकीन नहीं आया था. वो कुछ देर बैठा बैठा कुछ सोचता रहा, फिर अचानक से मेघना को घूरते हुये कहा.
" मुझे अच्छा नहीं लगा भाभी जी !!! ".
" अरे... मुझे तो लगा तुमने कहा अच्छा लगा ? ".
" वो नहीं भाभी जी... ".
" फिर ??? "
" अभिषेक भैया को किसी और के सामने आपको ऐसे बिना कपड़ो के नहीं जाने देना चाहिए था ! ".
"अच्छा वो ? ". मेघना मुस्कुराई. " वो मेहंदी आर्टिस्ट था अनिकेत... मैं अपने कपड़े ना उतारती तो वो कैसे लगाता फिर मेहंदी ? ".
" ज़रूरत ही क्या थी... ".
" अरे... मतलब ??? ".
" किसी के भी सामने ऐसे... Naked ??? ".
" घर जाओ अब अनिकेत !!! ". मेघना के चेहरे का रंग अचानक से बदल गया और वो धीरे से मगर सख़्त आवाज़ में बोली.
लेकिन अनिकेत रुका नहीं, ना जाने उसे क्या जो हुआ कि उसका बात करने का लहजा अनायास ही बदल गया. वो गंभीर होकर बोला.
" अगर मैं अभि भैया कि जगह होता तो अपनी Wife को सबकी नज़र से बचाकर रखता, किसी के सामने उसकी बेइज्जती नहीं होने देता !!! ".
" जाओ अनिकेत... ". मेघना ने ऊँचे स्वर में कहा, और सोफे से उठकर खड़ी हो गई. " उनके आने का समय हो गया है !!! ".
मेघना को अपने पति के बारे में कुछ भी गलत सुनना गंवारा ना था !!!
अनिकेत समझ गया कि मेघना भाभी गुस्सा हो गई है. गुस्सा तो अब उसे भी आ रहा था... मेघना भाभी पर नहीं, उनके निठल्ले पति पर !!
अनिकेत भी उठकर खड़ा हो गया और अनायास ही आगे बढ़कर उसने मेघना के होंठों के ठीक बगल में उसकी नर्म गाल पर एक चुम्बन जड़ दिया !!!
" I love you भाभी जी !!! ".
मेघना कि प्रतिक्रिया देखने के लिए रुके बगैर ही अनिकेत जल्दी से पीछे मुड़ा और तेज़ कदमो के साथ घर से बाहर निकल गया.
हतप्रभ सी मेघना उसे जाते हुये देखती रही ! उसे यकीन नहीं हो रहा था कि अभी अभी अनिकेत ने उसे Kiss किया था, वो भी बिना उसकी मर्ज़ी, बिना उसकी इज़ाज़त लिए. कुछ देर वैसे ही मूर्ति बने खड़े रहने के बाद उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कुराहट खेल गई, और उसके मुँह से निकला.
" पागल !!! ".
घर का दरवाज़ा बंद करके मेघना ड्राइंग रूम से अपने बेडरूम में आई तो देखा कि अभिषेक दरवाज़े पर ही खड़ा था.
" कब कर रही हो दूसरी शादी ? ". अभिषेक ने दरवाज़े से हटकर मेघना को अंदर आने का रास्ता देते हुये पूछा.
" Shut up अभि ! ". मेघना उसे देखे बगैर बोली और जाकर अपनी मोबाइल बिस्तर पर फेंक दी.
" अपने प्रेमी के साथ साथ मुझे भी साथ रखोगी या मुझे तलाक दे दोगी ? ". अभिषेक ने फिर से पूछा.
मेघना मुड़कर वापस अभिषेक के पास आई और उसके गाल पकड़कर प्यार से बोली.
" इतनी आसानी से तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ने वाली मैं ! ".
अभिषेक और मेघना के बीच एक अजीब तरह कि जुगलबंदी थी, दोनों एक दूसरे को खूब समझते थें. अभिषेक घर पर ही था, लेकिन जब उसने सुना कि ड्राइंग रूम में उसकी पत्नि अनिकेत से कह रही है कि उसका पति घर पर नहीं है, तो वो समझ गया था कि मेघना नहीं चाहती थी कि वो उन दोनों के सामने आये. दूसरी ओर मेघना ने जब ये बात अनिकेत से कही थी तो उसे भी पता था कि अभिषेक बेडरूम से सब कुछ सुन रहा होगा, पर उसे पूरा विश्वास था कि वो उसका इशारा समझकर ड्राइंग रूम में आकर उन दोनों को डिस्टर्ब नहीं करेगा !!!
और ठीक ऐसा ही हुआ भी !
" सब कुछ दिखा दिया उस चुतिये को ??? ". अभिषेक ने गुस्सा होते हुये पूछा.
मेघना मुस्कुराई, और अभिषेक का हाथ अपने हाथ में पकड़कर उसे अपनी सलवार के ऊपर ऊपर अपनी चूत पर सटाते हुये बोली.
" इसे छोड़कर ! ".
अभिषेक ने अपना हाथ मेघना कि चूत से हटाकर उसकी हाथ कि पकड़ से छुड़ा लिया और वहाँ से जाने के लिया मुड़ा.
" अब तुम्हें क्या होगा ? ". मेघना ने अपने पति का हाथ पीछे से पकड़ कर उसे रोकते हुये पूछा.
" I don't like all this मेघना ! ". अभिषेक ने गर्दन घुमाकर पीछे अपनी पत्नि को देखते हुये कहा.
" What you don't like ? ये कुछ नया तो नहीं ? ". मेघना ऐसे बोली जैसे उसे अभिषेक के इस बर्ताव पर यकीन ना हो रहा हो. " कितनों के सामने मैं नंगी हुई हूँ अभि... हम दोनों ये जानते हैं और हम दोनों को ये पसंद है और हमें इसमें मज़ा आता है ! ".
" बेबी... मुझे ये लड़का पसंद नहीं ! ". अभिषेक पीछे मुड़कर मेघना के पास आया और उसके गाल पर हाथ रखकर शांति से बोला.
" तो मुझे कौन सा पसंद है... इनफैक्ट मुझे तुम छोड़कर कोई और पसंद ही नहीं अभि ! ". मेघना ने अपने गाल पर रखे अभिषेक के हाथ को चूमते हुये कहा.
" ये लड़का मुसीबत बनेगा बता दे रहा हूँ मैं. तुम्हें आई लव यू बोल कर गया है हरामी ! ".
" I think मैं उसका पहला Crush हूँ... उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं होगी I am sure ! ". मेघना ने हँसते हुये कहा. " उसकी उम्र का लिहाज करो... रिलैक्स ! ".
अभिषेक कुछ क्षण के लिए रुका, एक लंबी गहरी साँस ली, और फिर मेघना को अपनी बांहों में भरकर बोला.
" Look बेबी... मैं तुम्हारे बारे में हर तरह कि Fantasy करता रहता हूँ... तुम्हें किसी गैर आदमी के साथ बिस्तर पर देखने कि ख्वाहिश रखता हूँ ! मगर ये भी सच है कि मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता ! ".
" ये सब क्या बोल रहे हो अभि ? Have you lost it or what ?? ". मेघना आश्चर्य से बोली. " मैं दूसरे मर्दो से तुम्हारे कहने पर फ़्लर्ट करती हूँ, ताकि हमारी शादीशुदा ज़िन्दगी Spice up हो, ना कि किसी गैर मर्द के करीब जाने पर मैं तुमसे दूर चली जाऊँ ! ".
" मैं सिर्फ इतना ही चाहता हूँ बेबी कि तुम्हें पता रहे कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हूँ ! ". अभिषेक ने धीरे से कहा.
" दुबारा कभी ऐसा मत सोचना अभि ! ". मेघना ने अपना चेहरा अभिषेक के सीने में छुपाते हुये कहा.
दोनों पति पत्नि को एक दूसरे पर पूरा भरोसा था, मगर ये कभी भी संभव नहीं था कि मेघना अपने पति के मन कि बात पूरी तरह से समझ ले और अभिषेक उसके मन कि बात !
कोई किसी के चाहे जितना भी करीब हो, एक दूसरे के मन कि बात सौ प्रतिशत जान पाना मुमकिन नहीं... मुमकिन है क्या ???
Behad hi shandar or jabardast updateकहानी :
लड़कपन
EPISODE 5
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" अरे अनिकेत... क्या हुआ ? ". अनिकेत को घर में आते देख मेघना ने ख़ुशी और आश्चर्य मिश्रित स्वर में पूछा. " सब ठीक तो है ना ? पूरे एक हफ्ते बाद आ रहे है ! ".
उस दिन कि घटना के बाद अनिकेत करीब चार पाँच दिन तक मेघना और अभिषेक के घर नहीं गया था. उसे खुद समझ में नहीं आ रहा था कि वो ऐसा क्यूँ कर रहा है, बस इतना पता था उसे कि उस रोज़ मेघना भाभी ने उसे जो काम करने को सौंपा था, वो उसे अजीब तो लगा था पर उसकी वजह से उसकी मेघना से कोई नाराज़गी नहीं थी. एक कारण ये भी था कि वो मेघना भाभी के चुम्बन वाली याद को अंतिम याद के रूप में संजो कर रखना चाहता था, वो नहीं चाहता था कि वो इस बार जब मेघना से मिले तो उसका व्यवहार कुछ अलग हो, जैसा इतने दिनों तक था, जब मेघना भाभी उसे सिर्फ एक कम उम्र के युवक कि तरह ट्रीट करती रही थी.
लेकिन सबसे प्रमुख बात जिसे अनिकेत मन ही मन समझ तो रहा था पर स्वीकार नहीं कर रहा था, वो ये थी कि एक विचित्र सी ग्लानि कि भावना उसे अंदर ही अंदर कचोट रही थी - एक शादीशुदा स्त्री के बारे में सोचते रहने कि ग्लानि कि भावना ! ये फीलिंग उसे भीतर ही भीतर खाये जा रही थी, इससे पार पाना ज़रूरी था, क्यूंकि इसकि वजह से उसका कहीं भी मन नहीं लग रहा था, ना पढ़ाई में, ना घर के कामों में, और इसी असमंजस से उबरने के लिए आज वो मेघना भाभी से मिलने आया था !!!
" खूब पढ़ाई कर रहे हो क्या आजकल ? ". मेघना मुस्कुराते हुये बोली, और धम्म से सोफे पर बैठकर अनिकेत को भी बैठने का इशारा किया.
" पढ़ाई नहीं... हाँ मतलब पढ़ाई तो है... ". अनिकेत बैठते हुये बोला, फिर रुक गया, क्यूंकि उसे खुद पता नहीं था कि वो क्या बोले.
" पढ़ाई वढ़ाई छोड़ो... तुम्हारे अभि भैया ने तो तुम्हें अपने ऑफिस में काम देने का वादा कर ही दिया है ! ". मेघना हँसते हुये बोली.
अनिकेत हल्के से मुस्कुरा दिया पर कुछ बोला नहीं.
मेघना Matured औरत थी, दुनिया देखी थी उसने, काफ़ी सारी बातें समझती थी. वो ठीक समझ पा रही थी कि अनिकेत उस दिन वाली घटना से थोड़ा अपसेट है, और शायद थोड़ा Embarrassed भी !
" अब देखो... उस दिन मैं परेशान थी, और आज तुम परेशान लग रहे हो ! ". मेघना फिर से बोली.
" नहीं नहीं भाभी जी... ऐसी कोई बात नहीं ! ". अनिकेत ने कहा, फिर कुछ तो कहना होगा, इसलिए बहाना बनाते हुये बोला. " वो मम्मी ने थोड़ा झगड़ा हो गया आज ! ".
" धत्त ! मम्मी से भी कोई झगड़ा होता है क्या... पागल ? ". मेघना ने मुस्कुराकर समझाया.
अनिकेत फिर से चुप हो गया.
मेघना उसे सहज करना चाहती थी, सो वो बोली.
" अच्छा अनिकेत... उस दिन के लिए बहुत बहुत थैंक्स तुम्हें. मैं थोड़ी परेशान सी थी इसलिए ठीक से तुम्हारा शुक्रिया अदा भी नहीं कर पाई... That is so rude... I know ! ".
" अरे आप ऐसा क्यूँ बोल रही हो भाभी जी ? ". अनिकेत नम्र होकर बोला, मेघना कि शुक्रिया अदा करने वाली बात पर उसे उसका चुम्बन भी याद आ गया, तो वो थोड़ा सा शर्मा गया.
मेघना अबकी बार चुप्पी साधे बैठी रही. वो चाहती थी कि अब अनिकेत बोले. उसे समझ आ रहा था कि बात कुछ और थी, और अनिकेत का उसे वो बात खुलकर बोलना ज़रूरी था, नहीं तो वो ऐसे ही उदास मुँह बनाये बैठे रहेगा, उनकी बातचीत कहीं तक भी नहीं पहुँच पायेगी, और अनिकेत कि समस्या, वो चाहे जो कुछ भी हो, का समाधान नहीं हो पायेगा.
मेघना एकटक अनिकेत को ताकती रही.
उसका अंदाज़ा सही निकला, अनिकेत ने कुछ देर कि चुप्पी और हिचकिचाहट के बाद कहा.
" भाभी जी... मुझे आपसे कुछ कहना था ! ".
" हाँ बोलो... ". मेघना ने तुरंत ऐसे कहा, मानो वो इसी का वेट कर रही थी.
" Actually... कहना नहीं, कुछ बताना है ! ".
" Sure... बोलो ! ".
" उस दिन... ".
अनिकेत ने पहली बार अपनी नज़रें ऊपर उठाकर मेघना को देखा, मेघना उसे ही देखते हुये उसकी बात ध्यान से सुनने के लिए बैठी थी. अनिकेत ने आगे कहना शुरू किया.
" उस दिन भाभी... मैंने ना... I mean... गलती से आपको बाथरूम में देख लिया था... ".
मेघना मन ही मन मुस्कुराई, अपनी आँखें एक पल के लिए नीचे कि, कुछ सोचा, फिर ऊपर अनिकेत को देखते हुये उसकी बात पूरी होने कि प्रतीक्षा करने लगी.
" बिना कपड़ो के !!! ". अनिकेत अपनी बात पूरी करके रुक गया, जैसे कि मेघना कि इसपर प्रतिक्रिया कि प्रतीक्षा कर रहा हो.
" Okay ! तो ? ". मेघना जानबूझकर ऐसे बोली जैसे कि कुछ हुआ ही ना हो.
अनिकेत कि आँखों में एक चमक सी आ गई और उसने थोड़ा सा खुश होते हुये पूछा.
" तो... मतलब आपको बुरा नहीं लगा ? ".
मेघना मुस्कुराई और फिर बोली.
" मुझे तो पता भी नहीं कि तुमने मुझे देखा था. अगर तुम ना बताते तो... ".
" मुझे पता है कि आपको नहीं मालूम... और यही बात मुझे तब से खाये जा रही थी ! ". थोड़ा सा साहस होते ही अनिकेत ने ऊँची आवाज़ में कहा.
" It's okay अनिकेत ! ".
" मैंने गलती से अंदर झाँक लिया था... बस कुछ सेकंड के लिए... I swear ! I am sorry भाभी जी ! ".
" मैंने कहा ना It's okay... रिलैक्स ! ".
" आप गुस्सा तो नहीं हो ना... मुझसे नाराज़ तो नहीं ? ".
अनिकेत कि घबराहट देखकर मेघना समझ गई कि उसे उसको दिलासा देना होगा, नहीं तो वो ऐसे ही बकबक करता रहेगा.
" ये तुम्हारी अच्छाई है अनिकेत जो तुमने मुझे ये बात बताई... ".
अनिकेत चुप रहा.
" Don't feel guilty ! ".
" भाभी जी... Thank you so much ! ". अनिकेत ने ऐसे कहा मानो उसे मेघना कि बातों से ना जाने कितना आराम मिला हो.
उसके ऊपर से एक बोझ उतर गया था, वो काफ़ी हल्का महसूस कर रहा था.
" स्वीट्स खाओगे ? ". मेघना ने बात बदलने के उद्देश्य से सोफे पर से उठते हुये कहा. " केक भी है... आपके अभि भैया लाये थें कल रात को ! ".
" No भाभी... ". अनिकेत ने मना कर दिया तो मेघना वापस से सोफे पर बैठ गई.
दोनों कुछ देर तक चुपचाप ऐसे ही बैठे रहें, फिर अनिकेत ने चुप्पी तोड़ी.
" भाभी... आपके पुरे शरीर पर मेहंदी है क्या ? ".
मेघना हँस पड़ी.
उसे पता था कि कपड़ो में उसके हाथ, पैर, और गले कि मेहंदी तो दिखती होगी अनिकेत को, मगर उस दिन शायद बाथरूम में उसने उसके नंगे बदन कि मेहंदी भी देख ली होगी, इसलिए पूछ रहा है.
" अनिकेत ? अभी अभी तो तुम बोल रहे थे कि बस मुझे दो सेकंड भर के लिए देखा था ? ". मेघना ने मुस्कुराते हुये ऐसे पूछा जैसे कि अनिकेत कि चोरी पकड़ी गई हो. " और क्या क्या देखा ??? ".
अनिकेत ने अपनी आँखे नीची कर ली और शर्माते हुये मुस्कुराने लगा.
" चलो बताओ... क्या क्या देखा ? ". मेघना ने आगे बढ़कर अनिकेत कि आँखों में झाँकते हुये फिर से आग्रह किया.
अनिकेत समझ नहीं पा रहा था कि वो मेघना से कैसे कह दे कि उसने उसकी गांड़ देख ली थी !!!
गांड़ का अच्छा शब्द क्या होगा... चूतड़... नहीं नहीं... Ass... लेकिन वो भी तो गंदा शब्द है... पिछवाड़ा... नहीं... नितंब... नहीं... ये तो पुराना हो गया है... फिर क्या ?
गांड़ ही तो होगा !!!
बेचारा अनिकेत मुसीबत में पड़ गया.
" आपकी पीठ... पीछे से... आपकी पीठ देखी थी बस ! ". अनिकेत ने हकलाते हुए कहा.
अच्छा... तो पीठ देखी थी... यानि कि गांड़ - मेघना ने मन ही मन सोचा, मतलब चूचियाँ और चूत नहीं देखी... ठीक ही है !!!
मेघना अचानक से उठ खड़ी हुई, और अनिकेत के कुछ और कहने से पहले ही कमरे से चली गई.
" Shittt यार !!! ". अनिकेत के मुँह से निकला.
ये उसने क्या बोल दिया ? क्यूँ बताने गया ये सब ?
अनिकेत समझ गया कि मेघना भाभी को बुरा लगा है. अब वो मुसीबत में है. उसे समझ नहीं आ रहा था कि मेघना तो गुस्सा होकर चली गई, क्या उसे अभी भी यहाँ बैठे रहना चाहिए या इज़्ज़तदार पड़ोसी कि तरह इस घर से चले जाना चाहिए. और कहीं मेघना भाभी अपने पति को बुलाकर ले आई तो ???
फैसला करने में अनिकेत ने ज़्यादा देर नहीं कि... हाँ... उसका अभी के अभी चले जाना ही उचित होगा.
लेकिन उसकी किस्मत ही ख़राब थी !
बेचारा जैसे ही सोफे पर से उठने गया, ना जाने कहाँ से मेघना वापस ड्राइंग रूम में आ गई, और ठीक उसके चेहरे के सामने आकर खड़ी हो गई !!
" देखोगे... मेरी मेहंदी ??? ". मेघना ने धीरे से पूछा.
अनिकेत के चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगीं. चुस्त सलवार कुर्ती में खड़ी मेघना कि कमर से उसका मुँह बस कुछेक इंच कि ही दूरी पर था.
" पर किसी को बताओगे तो नहीं ना ??? I mean किसी को भी नहीं !!! ". मेघना ने शर्त रखी.
अनिकेत कि साँसे उसके गले में ही अटक गई, वो कुछ जवाब दे ही नहीं पाया, वो सोचने लगा - मेघना भाभी के कपड़ो से आ रही परफ्यूम कि खुशबु जब इतनी अच्छी है, तो उनके नंगे बदन का गंध कैसा होगा ???
अनिकेत को अपने नसीब पर यकीन नहीं हो रहा था. मेघना भाभी नाराज़ नहीं हुई थी, बल्कि उल्टे वो तो उसे अपने कपड़े खोलकर अपना मेहंदी से सजा जिस्म दिखाने कि बात कर रहीं थीं !!!
हक्केबक्के हुये अनिकेत ने आँखे ऊपर उठाकर मेघना को देखा और धीरे से हाँ में अपना सिर हिला दिया, लेकिन फिर अचानक से उसे कुछ याद सा आया और उसने झट से अपनी चिंता ज़ाहिर कि.
" अभिषेक... अभिषेक भैया ??? ".
" वो घर पर नहीं हैं... ". मेघना ने मुस्कुराते हुये कहा.
अनिकेत को आगे पता नहीं था कि क्या करना है, सो वो सोफे पर थोड़ा सा पीछे खिसककर आराम से अपनी पीठ टिकाकर बैठ गया और मेघना के कपड़े उतारने कि प्रतीक्षा करने लगा !!!
" प्रॉमिस ??? ". मेघना ने पुष्टिकरण कि खातिर और एक बार पूछा.
अनिकेत ने सिर हिलाकर हामी भर दी, कुछ बोलने कि स्थिति में तो बेचारा था ही नहीं.
आश्वस्त होते ही मेघना अनिकेत के बगल में सोफे पर बैठ गई और अपने पीठ पीछे से अपनी हथेली में छुपाया हुआ अपना मोबाइल बाहर निकाल लिया.
" पर मेरी मोबाइल को हाथ मत लगाना... Okay ?. " मेघना ने अपनी मोबाइल कि ओर इशारा करते हुये कहा. " मैं जितना दिखाऊंगी, बस उतना ही देखना ! ".
वेट !!! तो मेघना भाभी मोबाइल में शायद अपनी फोटो दिखाने कि बात कर रही थी, अनिकेत के सामने नंगी होने कि नहीं !!!
अनिकेत का माथा झन्ना गया, क्या हो रहा था ये उसके साथ ? कैसा बेवकूफ़ बन गया वो ?? उसने सोच भी कैसे लिया कि मेघना भाभी उसके सामने अपने कपड़े उतारकर उसे अपने नग्न शरीर के दर्शन कराएगी ???
अनिकेत समझ नहीं पा रहा था कि मन ही मन वो हँसे या इस बात का शोक मनाये. अब वो थोड़ा रिलैक्स सा हुआ तो उसने धीरे से कहा.
" Sure भाभी जी ! ".
अनिकेत कि आवाज़ में एक हताशा साफ झलक रही थी, पता नहीं मेघना ने इसपर ध्यान दिया कि नहीं, पर उसने अब बिना किसी देरी के कुछ भी कहे सुने अपने मोबाइल पर एक वीडियो चला दिया, और मोबाइल अपने हाथ में ही पकड़े हुये अनिकेत को वो वीडियो दिखाने लगी.
ये तो शायद मेघना भाभी को साक्षात् नंगे देखने से भी ज़्यादा बढियाँ था !!!
अनिकेत निराश नहीं हुआ... सचमुच !
उसकी सारी हताशा दूर हो गई. मेघना भाभी उसे कोई आम साधारण सा Travel वीडियो वगैरह नहीं दिखा रही थी जिसमें वो बिकिनी पहनकर स्वीमिंग कर रही हो !!!
अनिकेत ने देखा कि वीडियो में मेघना पलंग पर पूरी तरह से नंगी अवस्था में लेटी हुई है और एक लड़का उसके बदन पर मेहंदी लगा रहा है. उसे इतना समझते देर ना लगी कि वो वीडियो अभिषेक भैया ही बना रहें थें.
अनिकेत का अपने अच्छे नसीब पर विश्वास पुनः लौट आया !
बिना किसी लाज शर्म और हिचकिचाहट के अनिकेत अपनी आँखें फाड़े और मुँह खोले मेघना के हाथ में थमी उसकी मोबाइल पर वीडियो देखने लगा. मेघना का पूरा ध्यान अनिकेत के चेहरे पर था, शायद वो उसके मन के भाव पढ़ने कि कोशिश कर रही थी. अनिकेत का अचंभित मुँह देखकर उसे मन ही मन हँसी तो बहुत आ रही थी, पर उसने अपनी हँसी और भावनाओ दोनों को अच्छे से बड़ी ही सफाई के साथ अपने काबू में किये रखा.
मेघना अकेले में और अपने पति के साथ अपनी मेहंदी वाली ये वीडियो इतनी दफा देख चुकी थी कि उसे अच्छी तरह से याद हो गया था कि वीडियो में कब कब क्या क्या और कहाँ कहाँ है. वो अनिकेत को अपनी मन मर्ज़ी मुताबिक बस उतना ही दिखाना चाहती थी जितना उसे खुद उचित लगे.
" एक मिनट रुको... ". मेघना ने अचानक से वीडियो Pause करते हुये कहा.
वीडियो में अब अभिषेक का मूठ मारने वाला दृश्य आने वाला था. मेघना ने मोबाइल अपनी ओर घुमा लिया ताकि अनिकेत देख ना पाए, और वो सीन फॉरवर्ड करने लगी.
इस छोटे से ब्रेक कि वजह से अनिकेत ने अब तक जो कुछ भी देखा था, उसे पचाने का उसे भी थोड़ा टाइम मिल गया. दरअसल उसने अभी तक अपनी आशा से ज़्यादा ही कुछ देख लिया था. वीडियो में मेघना ने अपनी चूत तो अपने हाथ से छुपा रखी थी और बाद में उसकी चूत को मेहंदी लगाने वाले उस लड़के ने तौलिये से ढंक दिया था, पर उसकी चूचियाँ, उसकी जाँघ, पेट, और नाभी, सभी कुछ अनिकेत देख ही चुका था ! उसके लण्ड में ऐसा तनाव पहले कभी नहीं आया था, उसके टाइट जीन्स और जीन्स के अंदर पहने अंडरवियर ने उसके खड़े हो चुके लण्ड को नीचे कि ओर ही दबा रखा था, जिसकी वजह से अब उसका लण्ड दुखने भी लगा था.
पहले चुम्बन, और अब फिर ये... अनिकेत समझ नहीं पा रहा रहा था कि मेघना भाभी उसके साथ ये क्या और क्यूँ कर रही है.
पर क्या ये सोचने कि असल में कोई ज़रूरत थी ???
" लो... अब यहाँ से देखो ! ".
मेघना ने वीडियो फिर से रिज्यूम कर दिया, थोड़ी देर तक अनिकेत को दिखाने के बाद फिर से रोक दिया, क्यूंकि उसका बाल्टी में पेशाब करने वाला दृश्य आने वाला था. इसी तरह थोड़ा थोड़ा करके मेघना ने अनिकेत को पूरी वीडियो दिखाई, मगर इस बात का पूरा पूरा ध्यान रखा कि उसकी चूत वाला कोई भी शॉट ना दिख जाये. वीडियो ख़त्म होने के बाद उसने अनिकेत को अपनी कुछ मेहंदी वाली नंगी प्राइवेट तस्वीरें भी दिखाई, जो कि बाद में अभिषेक ने ली थी.
वीडियो और फोटोज़ में कुल मिलाकर अनिकेत मेघना भाभी का सारा कुछ देख ही चुका था, सिवाय उनकी अनमोल चूत के !
" How was it ? ". अपना मोबाइल लॉक करके मेघना ने पूछा. " मेहंदी आर्ट ? ".
गले में अटकी हुई अपनी साँस गटकते हुये अनिकेत ने अपने चेहरे के भावों को छुपाने कि नाकाम कोशिश करते हुये जबरदस्ती मुस्कुराकर कहा.
" Awesome भाभी जी... टैटू से भी बढियाँ है ये मेहंदी वाला आईडिया ! ".
मेघना धीरे से मुस्कुराई और कुछ नहीं बोली.
कुछ देर बाद अनिकेत ने पूछा.
" अभि भैया ने वीडियो बनाई थी ? ".
" और कौन बनाएगा ? ".
थोड़ी देर रुककर अनिकेत ने दबी दबी सी आवाज़ में कहा.
" भाभी... मुझे ये वीडियो Send करिये ना ! ".
मेघना हँस पड़ी.
" क्या करोगे ? अपने दोस्तों को दिखाओगे ? ".
" नहीं नहीं... कभी नहीं ! ". अनिकेत जल्दी से बोला.
" मुझे लगा दोस्तों को दिखाकर डिंगे हांकोगे कि देखो मेरी बगल वाली भाभी का मेरे साथ चक्कर है ! ".
" छी भाभी जी... Never ! ".
" फिर क्या करोगे ? ".
अनिकेत चुप रहा.
" अकेले में आराम से देखोगे ना ??? ". मेघना ने मुस्कुराते हुये धीरे से पूछा, जैसे कि उसे सब पहले से ही पता हो.
अनिकेत का बुरी तरह से शर्माना मेघना कि बात को सच साबित कर रहा था. अनिकेत के मोबाइल में अपलोड किये हुये सारे पोर्न से भी ज़्यादा हॉट ये वीडियो था, इस वीडियो पर तो अनिकेत महीनों क्या, ज़िन्दगी भर मूठ मार सकता था !!!
" No अनिकेत ! ". मेघना ने सीधे मना कर दिया, फिर थोड़ी सी नर्म होकर बोली. " पता है मैंने तुम्हें ये सब क्यूँ दिखाया ? ".
अनिकेत ने मेघना कि आँखों में देखकर बिना मुँह से कुछ कहे पूछा कि क्यूँ ?
" तुम उस रोज़ मुझे बाथरूम में देख ही चुके थे. मैं चाहती थी कि तुम्हारा सारा कौतुहल खत्म हो जाये मेरे बारे में, इसलिए सब कुछ ठीक से दिखा दिया. वर्ना तुम्हारा मन इसी ओर घूमता रहता... तुम्हारी पढ़ाई पर असर पड़ता You know ! ". मेघना ने बताया. " तुम्हारी उम्र में ये नार्मल है... Don't worry ! ".
अनिकेत खुद को विश्वास दिलाना चाहता था कि मेघना झूठ बोल रही है, बहाना बना रही है. उसके हाव भाव साफ बता रहें थें कि उसे मेघना कि बात पर यकीन नहीं आया था. वो कुछ देर बैठा बैठा कुछ सोचता रहा, फिर अचानक से मेघना को घूरते हुये कहा.
" मुझे अच्छा नहीं लगा भाभी जी !!! ".
" अरे... मुझे तो लगा तुमने कहा अच्छा लगा ? ".
" वो नहीं भाभी जी... ".
" फिर ??? "
" अभिषेक भैया को किसी और के सामने आपको ऐसे बिना कपड़ो के नहीं जाने देना चाहिए था ! ".
"अच्छा वो ? ". मेघना मुस्कुराई. " वो मेहंदी आर्टिस्ट था अनिकेत... मैं अपने कपड़े ना उतारती तो वो कैसे लगाता फिर मेहंदी ? ".
" ज़रूरत ही क्या थी... ".
" अरे... मतलब ??? ".
" किसी के भी सामने ऐसे... Naked ??? ".
" घर जाओ अब अनिकेत !!! ". मेघना के चेहरे का रंग अचानक से बदल गया और वो धीरे से मगर सख़्त आवाज़ में बोली.
लेकिन अनिकेत रुका नहीं, ना जाने उसे क्या जो हुआ कि उसका बात करने का लहजा अनायास ही बदल गया. वो गंभीर होकर बोला.
" अगर मैं अभि भैया कि जगह होता तो अपनी Wife को सबकी नज़र से बचाकर रखता, किसी के सामने उसकी बेइज्जती नहीं होने देता !!! ".
" जाओ अनिकेत... ". मेघना ने ऊँचे स्वर में कहा, और सोफे से उठकर खड़ी हो गई. " उनके आने का समय हो गया है !!! ".
मेघना को अपने पति के बारे में कुछ भी गलत सुनना गंवारा ना था !!!
अनिकेत समझ गया कि मेघना भाभी गुस्सा हो गई है. गुस्सा तो अब उसे भी आ रहा था... मेघना भाभी पर नहीं, उनके निठल्ले पति पर !!
अनिकेत भी उठकर खड़ा हो गया और अनायास ही आगे बढ़कर उसने मेघना के होंठों के ठीक बगल में उसकी नर्म गाल पर एक चुम्बन जड़ दिया !!!
" I love you भाभी जी !!! ".
मेघना कि प्रतिक्रिया देखने के लिए रुके बगैर ही अनिकेत जल्दी से पीछे मुड़ा और तेज़ कदमो के साथ घर से बाहर निकल गया.
हतप्रभ सी मेघना उसे जाते हुये देखती रही ! उसे यकीन नहीं हो रहा था कि अभी अभी अनिकेत ने उसे Kiss किया था, वो भी बिना उसकी मर्ज़ी, बिना उसकी इज़ाज़त लिए. कुछ देर वैसे ही मूर्ति बने खड़े रहने के बाद उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कुराहट खेल गई, और उसके मुँह से निकला.
" पागल !!! ".
घर का दरवाज़ा बंद करके मेघना ड्राइंग रूम से अपने बेडरूम में आई तो देखा कि अभिषेक दरवाज़े पर ही खड़ा था.
" कब कर रही हो दूसरी शादी ? ". अभिषेक ने दरवाज़े से हटकर मेघना को अंदर आने का रास्ता देते हुये पूछा.
" Shut up अभि ! ". मेघना उसे देखे बगैर बोली और जाकर अपनी मोबाइल बिस्तर पर फेंक दी.
" अपने प्रेमी के साथ साथ मुझे भी साथ रखोगी या मुझे तलाक दे दोगी ? ". अभिषेक ने फिर से पूछा.
मेघना मुड़कर वापस अभिषेक के पास आई और उसके गाल पकड़कर प्यार से बोली.
" इतनी आसानी से तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ने वाली मैं ! ".
अभिषेक और मेघना के बीच एक अजीब तरह कि जुगलबंदी थी, दोनों एक दूसरे को खूब समझते थें. अभिषेक घर पर ही था, लेकिन जब उसने सुना कि ड्राइंग रूम में उसकी पत्नि अनिकेत से कह रही है कि उसका पति घर पर नहीं है, तो वो समझ गया था कि मेघना नहीं चाहती थी कि वो उन दोनों के सामने आये. दूसरी ओर मेघना ने जब ये बात अनिकेत से कही थी तो उसे भी पता था कि अभिषेक बेडरूम से सब कुछ सुन रहा होगा, पर उसे पूरा विश्वास था कि वो उसका इशारा समझकर ड्राइंग रूम में आकर उन दोनों को डिस्टर्ब नहीं करेगा !!!
और ठीक ऐसा ही हुआ भी !
" सब कुछ दिखा दिया उस चुतिये को ??? ". अभिषेक ने गुस्सा होते हुये पूछा.
मेघना मुस्कुराई, और अभिषेक का हाथ अपने हाथ में पकड़कर उसे अपनी सलवार के ऊपर ऊपर अपनी चूत पर सटाते हुये बोली.
" इसे छोड़कर ! ".
अभिषेक ने अपना हाथ मेघना कि चूत से हटाकर उसकी हाथ कि पकड़ से छुड़ा लिया और वहाँ से जाने के लिया मुड़ा.
" अब तुम्हें क्या होगा ? ". मेघना ने अपने पति का हाथ पीछे से पकड़ कर उसे रोकते हुये पूछा.
" I don't like all this मेघना ! ". अभिषेक ने गर्दन घुमाकर पीछे अपनी पत्नि को देखते हुये कहा.
" What you don't like ? ये कुछ नया तो नहीं ? ". मेघना ऐसे बोली जैसे उसे अभिषेक के इस बर्ताव पर यकीन ना हो रहा हो. " कितनों के सामने मैं नंगी हुई हूँ अभि... हम दोनों ये जानते हैं और हम दोनों को ये पसंद है और हमें इसमें मज़ा आता है ! ".
" बेबी... मुझे ये लड़का पसंद नहीं ! ". अभिषेक पीछे मुड़कर मेघना के पास आया और उसके गाल पर हाथ रखकर शांति से बोला.
" तो मुझे कौन सा पसंद है... इनफैक्ट मुझे तुम छोड़कर कोई और पसंद ही नहीं अभि ! ". मेघना ने अपने गाल पर रखे अभिषेक के हाथ को चूमते हुये कहा.
" ये लड़का मुसीबत बनेगा बता दे रहा हूँ मैं. तुम्हें आई लव यू बोल कर गया है हरामी ! ".
" I think मैं उसका पहला Crush हूँ... उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं होगी I am sure ! ". मेघना ने हँसते हुये कहा. " उसकी उम्र का लिहाज करो... रिलैक्स ! ".
अभिषेक कुछ क्षण के लिए रुका, एक लंबी गहरी साँस ली, और फिर मेघना को अपनी बांहों में भरकर बोला.
" Look बेबी... मैं तुम्हारे बारे में हर तरह कि Fantasy करता रहता हूँ... तुम्हें किसी गैर आदमी के साथ बिस्तर पर देखने कि ख्वाहिश रखता हूँ ! मगर ये भी सच है कि मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता ! ".
" ये सब क्या बोल रहे हो अभि ? Have you lost it or what ?? ". मेघना आश्चर्य से बोली. " मैं दूसरे मर्दो से तुम्हारे कहने पर फ़्लर्ट करती हूँ, ताकि हमारी शादीशुदा ज़िन्दगी Spice up हो, ना कि किसी गैर मर्द के करीब जाने पर मैं तुमसे दूर चली जाऊँ ! ".
" मैं सिर्फ इतना ही चाहता हूँ बेबी कि तुम्हें पता रहे कि मैं तुमसे कितना प्यार करता हूँ ! ". अभिषेक ने धीरे से कहा.
" दुबारा कभी ऐसा मत सोचना अभि ! ". मेघना ने अपना चेहरा अभिषेक के सीने में छुपाते हुये कहा.
दोनों पति पत्नि को एक दूसरे पर पूरा भरोसा था, मगर ये कभी भी संभव नहीं था कि मेघना अपने पति के मन कि बात पूरी तरह से समझ ले और अभिषेक उसके मन कि बात !
कोई किसी के चाहे जितना भी करीब हो, एक दूसरे के मन कि बात सौ प्रतिशत जान पाना मुमकिन नहीं... मुमकिन है क्या ???