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Incest मजबूरी या जरूरत

Ajju Landwalia

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एक रंगीन रात गुजारने के बाद तीनों की नींद दूसरे दिन थोड़ा देर से खुली वैसे भी आज उन तीनों को गांव से जाना था इसलिए किसी ने उन्हें जगाने की कोशिश भी नहीं किया वैसे भी घर के लोगों को उन लोगों का जाना अच्छा भी नहीं लग रहा था खास करके संजू का क्योंकि संजू ने जिस तरह से अपनी मर्दानगी का पर्चा घर की तीनों औरतों को दिया था वह तीनों पूरी तरह से निहाल हो चुकी थी और सबसे छोटी वाली को तो मां बनने का सुख भी देने का वादा किया था और लगभग उसमें कामयाब भी हो चुका था जिसका एहसास संजू की छोटी वाली मामी को बहुत जल्द होने वाला था,,,,।

दरवाजे पर हो रही दस्तक की आवाज सुनकर तीनों की नींद खुली तो तीनों एकदम से भौचकके रह गए,,, क्योंकि तीनों अपनी स्थिति पर नजर डालते ही उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि वह तीनों पूरी तरह से नंगे थे,,,, रात को जिस तरह का संजू ने अपनी मर्दाना ताकत का प्रदर्शन किया था उसे देखकर दोनों बहने पूरी तरह से निहाल हो चुकी थी वैसे तो दोनों को संजू की मर्दाना ताकत पर बिल्कुल भी शक नहीं था लेकिन उन दोनों ने कभी संजू के द्वारा गांड नहीं मरवाई थी लेकिन संजू की जीद के आगे दोनों को झुकना पड़ा था और यह तो दुनिया जानती है कि मर्द के आगे औरत जब झुकती हो तो क्या होता है,, और वही उन दोनों औरतों के साथ भी हुआ था संजू अपनी मां और मौसी दोनों की बराबर गांड मरा था और एक बार नहीं सुबह के 4:00 बजे तक लगभग तीन बार दोनों औरतों की गांड मार चुका था और वह भी बारी-बारी से हालांकि पहले गांड चुदाई से ही दोनों औरतें पूरी तरह से पस्त हो चुकी थी और नींद की आगोश में चली गई थी,,, और संजू इतना जोश से भरा हुआ था कि नींद में ही अपनी मां और अपनी मौसी दोनों की गांड दो बार और मारा था,,,, वह दोनों पूरी तरह से होश में नहीं थी गहरी नींद में थी लेकिन फिर भी दोनों बराबर मजा ले रही थी क्योंकि गहरी नींद में होने के बावजूद भी उन दोनों को संजू का लंड अपनी गांड के छेद में बराबर महसूस हो रहा था जिसकी वजह से उनके मुंह से रह रहकर,,, सिसकारी के साथ-साथ कराहने की आवाज भी आ रही थी,,,,, संजू ने दोनों को पूरी तरह से तृप्त कर दिया था और खुद भी पूरी तरह से संतुष्ट हो चुका था और यही वजह थी कि सुबह देर तक तीनों सोए रह गए थे तभी तो दरवाजे पर हो रही दस्तक की आवाज के साथ तीनों एकदम से हड़बड़ा कर उठकर बैठ गए थे और तीनों इस समय एक ही बिस्तर पर पूरी तरह से नग्नवस्था में ही थे,,,


बाप रे आज उठने में बहुत देर हो गई,,,(संजू जल्दी से बिस्तर से नीचे उतरकर अपनी चड्डी पहनते हुए बोला बाहर बार-बार दरवाजे पर दस्तक हो रही थी संजू जानता था कि दरवाजे पर उसकी बड़ी मामी है और इस समय बिस्तर पर अपनी मां और अपनी मौसी दोनों को नंगी देखकर संजू समझ गया था कि दरवाजा खोलना उचित बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि इतनी देर में दोनों औरतें अपने वस्त्र पहनने में एकदम विवश है और उनसे इतनी जल्दी अपने कपड़े पहने भी नहीं जाएंगे,,,, और यही चिंता दोनों औरतों को भी थी आराधना और साधना दोनों एक दूसरे का मुंह देख कर संजू की तरफ देख रही थी संजू दोनों की स्थिति को जान गया था इसलिए अपनी पेंट पहनते हुए बोला,,,)


हां मामी तुम जाओ मैं,,,, मम्मी और मौसी दोनों को जगाता हूं यह दोनों अभी सो रही हैं,,,,


ठीक है संजू बेटा जल्दी से जगा देना और जल्दी से तैयार हो जाना मैं नाश्ता तैयार कर देता हूं क्योंकि बस 10:00 बजे की है अगर समय पर नहीं पहुंच पाओगे तो आज फिर कोई बस नहीं है फिर कल सुबह इंतजार करना पड़ेगा,,,

ठीक है मामी,,,,
(संजू बंद दरवाजे के पीछे की हलचल को पहचानने की कोशिश कर रहा था और थोड़ी ही देर में उसकी मामी दरवाजे पर से चली गई तब जाकर तीनों की जान में जान आई संजू की मामी के जाते ही दोनों औरतें बिस्तर पर से नीचे उतरी और अपनी चड्डी ब्लाउज ब्रा ढूंढना शुरू कर दि और फिर धीरे-धीरे जैसे-जैसे कपड़े मिलते गए पैसे वैसे दोनों अपने बदन पर डालते चले गए,,,, संजू अच्छी तरह से देख रहा था कि दोनों की चाल कुछ बदली हुई लग रही थी,,,, और वह जानता था कि यह किस वजह से है इसलिए चुटकी लेते हुए बोला,,,।

तुम दोनों कुछ ज्यादा लंगड़ा कर नहीं चल रही हो,,,

हरामजादे,,,(आराधना अपनी गांड पर हाथ रखते हुए) रात भर गांड मारा है तो चाल तो बदलेगी ही,,, जरा भी रहम नहीं किया तूने,,,


सही कह रही आराधना तेरा बेटा बहुत जल्दी है एक बार घुसाया तो फिर सांड की तरह लग रह गया,,,

तुम दोनों भी तो गांड मेरे सामने गांड उठाकर हिला रही थी तो मैं क्या करता मैं भी चढ़ गया,,,,,


चल अब रहने दे,,,, जल्दी चल नहा कर तैयार होना है,,, वरना समय पर नहीं पहुंचे तो बस छूट जाएगी,,,

तो क्या हुआ अच्छा ही होगा एक रात और यहां पर रहने का मौका मिल जाएगा और फिर आज की रात फिर मैं तुम दोनों की गांड मारूंगा,,,


नहीं नहीं रहने दे,,,, यहां रुक जाते लेकिन आज रात की तेरी हरकत देखकर हिम्मत नहीं हो रही है,,,(आराधना फिर से अपनी हथेली को अपने पिछवाड़े पर रखते हुए बोली तो संजू मुस्कुराता हुआ आगे पड़ा और अपनी मां की गांड पर जोर से चपत लगाते हुए बोला,,,)

मेरी रानी बोल तो ऐसा रही हो कि जैसे तुम्हें मजा ही नहीं आया,,, रात भर दोनों रंडियां मजे ले रही थी और फिर सुबह नखरा दिखा रही हो,,,,

कमरे से बाहर निकाल आराधना तेरे बेटे का भरोसा नहीं है देख तेरी गांड पर हाथ रखा है कहीं ऐसा ना हो कि एक बार फिर से हम दोनों की गांड मार ले,,,,(साधना मुस्कुराते हुए बोली और उसकी बात सुनकर संजू और उसकी मां दोनों हंसने लगे और तीनों कमरे से बाहर निकल गए,,, घर में तीनों की कामलीला के बारे में किसी को कानो कान खबर तक नहीं थी सिवाय लल्ली के,,,, इसलिए वह तीनों हमेशा घर के सभी सदस्य के सामने एकदम सहज रहते थे और किसी को बिल्कुल भी साथ ही नहीं होता था कि एक ही कमरे में तीनों कौन सा गुल खिला रहे हैं,,,।

तीनों समय पर नहा धोकर तैयार हो गए और नाश्ता करके जाने के लिए तैयार भी हो गए थे संजू की बड़ी मामी खाने के लिए पूरी और सब्जी उनके टिफिन में भर दी थी ताकि रास्ते में तीनों खा ले उन तीनों को विदा करने के लिए घर के सभी सदस्य मौजूद थे संजू की छोटी वाली मामी भी उन तीनों की विदाई पर आ चुकी थी और उसके छोटे वाले मामा भी थे,,,, संजू की तीनों मामियों की आंखों में आंसू थे संजू से बिछड़ने का गम तीनों को महसूस हो रहा था और तीनों का गम भी एक ही था जो कि संजू अपने लंड से दूर करता रहा था,,,, संजू भारी-भारी से घर के सभी सदस्य के पैर छू रहा था संजू का यह व्यवहार बिल्कुल विरोध था वह पैर छूकर जल्द ही दोनों पैरों के बीच आ जाता था और ऐसा उसने तीनों मामियों के साथ किया था पहले पैर छुआ था और फिर अपने हाथों से तीनों की टांगे भी खोला था,,,,,,

अंतिम में वह अपनी बड़ी मामी के पास आया और बाकी के लोग साधना और आराधना से मिलने में व्यस्त हो गए थे और उसी का फायदा उठाते हुए संजू तिरछी नजर से सब की तरफ देखकर तुरंत अपनी मामी का पैर छूकर खुद ही उनसे गले मिलने लगा और गले मिलते हुए उसने अपनी मामी को अपनी बाहों में लेकर कस के उसे अपनी तरफ दबा लिया था और ऐसा करते हुए उसे वह पल भर में ही उसकी भरावदार नितंबों पर हाथ रखकर उसे कस के दबोच दिया था और साथ ही तुरंत अपना हाथ आगे की तरफ लाकर एक हाथ से अपनी बड़ी मामी की चूची को दबा दिया था संजू की यह हरकत से वह पूरी तरह से चौंक गई थी,,, और तुरंत अपने चारों तरफ नजर दौड़ा कर देखने लगी थी कि कहीं कोई देख तो नहीं रहा है लेकिन उसकी किस्मत अच्छी थी कि कोई भी उन दोनों की तरफ देखा नहीं रहा था और यह देखकर संजू की बड़ी मामी संजू की तरफ देखकर मुस्कुराती संजू की इतनी हरकत से ही उसकी चूत एकदम से गीली हो गई थी और यही तो संजू के मर्दाना ताकत का असर था संजू पल भर में ही किसी भी औरत को पानी पानी कर देने में पूरी तरह से सक्षम था,,,।

यहां से मुख्य सड़क तक का रास्ता बेहद ऊपर खबर था केवल दो पहिया वाला वहां ही यहां से गुजर सकता था इसीलिए उन तीनों को मुख्य सड़क तक पैदल ही जाना था कुछ दूरी तक घर के सभी सदस्य उन तीनों के साथ आए और फिर उन तीनों ने ही उन्हें वापस लौट जाने के लिए बोला क्योंकि धूप तेज हो रही थी और फिर यहां से तीनों अकेले ही मुख्य सड़क की तरफ जाने लगे बीच में खंडहर आते ही तीनों की नजर उसे खंडहर पर पड़ी तो तीनों के चेहरे पर मुस्कान तैरने लगी,,,, साधना जो कि इस खंडहर में बीते पल को अपने मन में पूरी तरह से संजो लेना चाहती थी वह तुरंत अपने हाथ में पड़े हुए बैग को नीचे रखते हुए बोली,,,,।


यह खंडहर में जिंदगी में नहीं पहुंच सकती यह खंडहर अपने तीनों के मिलन की निशानी है इसलिए मुझे इस खंडहर में जाकर पेशाब करना होगा क्योंकि मुझे बड़े जोरों की पेशाब भी आई है,,,(और इतना कहकर वह खंडहर की तरफ जाने लगी,,, वैसे भी गांव का यह रास्ता एकदम सन्नाटे से भरा होता है दोपहर में भी यहां इक्का-दुक्का लोग ही नजर आते हैं जो कि शहर की तरफ या बाजार की तरफ जाते हैं तब और वैसे भी दोपहर का समय था इसलिए यहां से कोई आने जाने वाला नहीं था और यही सोचकर संजु अपनी मां की तरफ देखा और उसे आंख मार कर इशारा किया,,, आराधना अपने बेटे के इशारे को अच्छी तरह से समझ गई इसलिए तो आश्चर्य से उसका मुंह खुला का खुला रहेगा वह अपने बेटे को कुछ कह पाती से पहले वह भी अपना बैग जमीन पर रखकर जल्दी से खंडहर में घुस गया आराधना एकदम साफ तौर पर देख पा रही थी कि उसकी आंखों के सामने उसकी बड़ी बहन दीवार की ओट में जो की आधा दीवार से छिपी हुई थी राधा नजर आ रही थी वह बैठकर पेशाब कर रही थी और संजू ठीक उसके पीछे जाकर अपने पेट की चैन खोलकर अपने लंड को बाहर निकाल कर उसे आराधना के आश्चर्य के बीच हिलाना शुरू कर दिया था यह देखकर आराधना एकदम से चौंक गई थी क्योंकि उसे ऐसा लग रहा था कि संजू पेशाब करने जा रहा है लेकिन वह अपनी मौसी के ठीक पीछे खड़ा कर अपने लंड को हिला हिला कर तैयार कर रहा था पल भर में संजू के इरादे को भांप कर आराधना के तन बदन में सिरहन सी दौड़ने लगी,,,, इस बात से साधना बिलकुल बेखबर थी कि पीछे खड़ा संजू क्या कर रहा है उसे ऐसा ही लग रहा था कि संजू पेशाब कर रहा है लेकिन जैसे ही वह पेशाब करने के बाद खड़ी हुई और अपनी चड्डी को ऊपर करने के लिए अपने हाथों की उंगलियों का सहारा ली वैसे ही संजु तुरंत उसके पीछे जाकर उसकी साड़ी को कमर तक उठा दिया,,, संजू की हरकत से साधना एकदम से हैरान हो गई और कुछ समझ पाती से पहले ही संजू अपने लंड पर ढेर सारा थूक लगाकर अपनी मौसी को उसकी पीठ पर हाथ रखकर उसे झुकने के लिए इशारा किया,,, और फिर संजू अपने लंड को अपनी मौसी की चूत में डालकर चोदना शुरू कर दिया और अपनी मां की तरफ देखकर जोर से चिल्लाता हुआ बोला,,,।


मम्मी कोई दिखाई दे तो आवाज देना,,,।
(उसकी मम्मी क्या कहती है वह तो संजू की हरकत से और उसकी बात सुनकर एकदम शर्म से पानी पानी में जा रही थी हालांकि संजू के साथ रात रंगीन करने के बावजूद भी आराधना संजू की किसी-किसी हरकत पर शर्मिंदगी से भर जाती थी और उत्तेजित भी हो जाती थी और इस समय भी उसके साथ यही हो रहा था जहां एक तरफ वह संजू की हरकत से शर्म से पानी पानी हुए जा रही थी वहीं दूसरी तरफ उसकी चूत में भी पानी इकट्ठा होने लगा था वह भी उत्तेजित होने लगी थी वह बराबर देख रही थी कि संजू उसकी बड़ी बहन की कमर पकड़ कर जोर-जोर से अपनी कमर हिला रहा था,,,,।

संजू की हरकत इतनी मादकता से भरी हुई और इतनी उत्तेजनात्मक पूर्ण थी कि साधना अपनी उत्तेजना पर बिल्कुल भी काबू नहीं कर पाई और गहरी गहरी सांस लेते हुए झड़ना शुरू कर दी यही तो संजू की मर्दाना ताकत की करामात थी पल भर में ही संजू अपनी मौसी को पानी पानी करते हुए उसे झाड़ दिया था लेकिन खुद झडा नहीं था इसलिए अपनी मौसी के झड़ने के बाद वहां दो-चार धक्के लगाने के बाद अपना खड़ा लंड अपनी मौसी की चूत से बाहर निकाल लिया और अपनी मौसी से बोला,,,)

अब तुम जाओ मौसी और मम्मी को जल्दी से भेजो,,,,।
(इतना कहते हुए संजू अपने हाथों से ही अपने लंड को मुठीयाना शुरू कर दिया और साधना जल्दी से अपनी चड्डी को ऊपर चढ़ा कर अपनी साड़ी के नीचे गिरा दी,,, और फिर मुस्कुराते हुए खंडहर से बाहर आ गई,,, संजू को खंडहर में खड़ा होकर अपना लंड हिलता हुआ देखकर और मुस्कुराते हुए अपनी बड़ी बहन को बाहर आता हुआ देख कर आराधना का दिल जोरो से धड़क रहा था,,,, और जैसे ही साधना उसके पास आई और वही हुआ जो आराधना के मन में चल रहा था साधना मुस्कुराते हुए बोली,,,)

जा जल्दी जा तेरा बेटा तुझे चोदने के लिए बुला रहा है,,, मैं तब तक यहां खड़ी होकर देखती हूं,,,


यह क्या कह रही हो दीदी थोड़ा तो शर्म करो कोई देख लेगा तो गजब हो जाएगा,,,(आराधना अपने चारों तरफ नजर घूमाते हुए बोली,,, एक तरफ वह अपनी बहन की बात मानने से अपने बेटे की हरकत से नाराज होने का ढोंग भी कर रही थी और अंदर ही अंदर उसे अपने बेटे की हरकत का मजा लेने का मन भी कर रहा था इसलिए तो वह चारों तरफ नजर घुमा कर देख रही थी कि कोई दिखाई तो नहीं दे रहा है और चारों तरफ सन्नाटा छाया हुआ था कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था,,, इसलिए उसके मन में भी अपने बेटे की हरकत का आनंद लेने की उत्सुकता बढ़ने लगी,,,,)

अरे कुछ नहीं होगा जा तो सही तेरा बेटा आज कुछ ज्यादा ही जोश में ही देख कितनी जल्दी मेरा पानी निकाल दिया,,,।


नहीं दीदी मुझे शर्म आ रही है,,,(एक तरफ वह शर्माने का नाटक भी कर रही थी और दूसरी तरफ अपने बेटे की तरफ भी देख रही थी जो कि बड़े जोर से अपने लंड को ऊपर नीचे करके हिला रहा था और उसे अपनी तरफ बुला रहा था यह एक बेहद मदहोश कर देने वाली स्थिति थी,,,, एक बेटा अपने लंड को हाथ में लेकर अपनी मां को अपने पास बुला रहा था चोदने के लिए,,,,)

अब चल ज्यादा बन मत,,, रात भर गांड खोलकर मरवाई है और अब शर्माने का नाटक कर रही है जा जल्दी(आराधना को धक्का देते हुए) तेरा बेटा पागल हुआ जा रहा है,,,।

अब तो आराधना से भी रहा नहीं जा रहा था वह पूरी तरह से मत हो चुकी थी अपने बेटे मिलन के लिए वह अपने बेटे से एकाकार होना चाहती थी,,, उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और वह एक बार फिर से अपने चारों तरफ नजर दौड़ा कर,,, वह एक बार फिर से तसल्ली कर लेना चाहती थी कि कहीं कोई देख तो नहीं रहा है और फिर तसल्ली कर लेने के बाद वह खंडहर की तरफ आगे बढ़ने लगी उसके एक-एक कदम आगे बढ़ाते हुए उसका दिल जोरों से धड़क रहा था,,,,,, और देखते ही देखते हो अपने बेटे के एकदम करीब पहुंच गई तो वह तुरंत अपनी मां का हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ खींचते हुए बोला,,,)

कितना देर कर रही हो मेरी जान,,,,(और इतना कहने के साथ ही वह अपनी मां को घुमा दिया और पैसे में उसकी पीठ संजू के सामने हो गई और संजू खुद अपनी मां की साड़ी को कमर तक उठा दिया और अपने हाथों से उसकी चड्डी पकड़ कर नीचे करने लगा और जैसे ही उसकी चड्डी घुटने तक आई आराधना दीवार पड़कर झुक गई और अपनी गोल गोल गांड को हवा में ऊपर उठती संजू अपनी मां की गांड पड़कर अपने लंड का निशान उसकी चूत पर लगाया और पहले झटके में संजू का लंड पूरी तरह से आराधना की चूत में समा गया,,, और फिर संजू अपनी मां की कमर पकड़ कर उसे चोदना शुरू कर दिया,,,, आराधना की पूरी तरह से मत होने लगी आराधना अपने बेटे की इसी अदा पर तो पागल हो जाती थी क्योंकि वह जहां नहीं छोड़ना चाहिए था वहां भी चोदना शुरू कर देता था वह किसी भी पल को मौके में बदल देता था,,,

और फिर देखते ही देखते जबरदस्त धकको के साथ एक बार फिर से संजू अपनी मां को खंडहर में चोद दिया था,,, पहले आराधना झड़ी और फिर संजू जोर-जोर से धक्के लगाता हुआ अपना गरम लव अपनी मां की चूत में उड़ैल दिया,,,, तीनों सही समय पर मुख्य सड़क पर आकर खड़े हो गए थे और 5 मिनट ही गुजरे थे कि बस आ गई थी और तीनों अपने गंतव्य स्थल का टिकट कटा कर बस में बैठ चुके थे,,,, तीनों थक चुके थे इसलिए बस में बैठते ही तीनों सो गए,,, संजू ने घर पर फोन कर दिया था कि वह तीनों आने वाले हैं इसलिए दूसरे दिन दोपहर में पहुंचते ही तीनों बस स्टैंड पर रिक्शा करके अपने घर की तरफ निकल गए पहले साधना अपने घर पर पहुंची और फिर संजु आराधना भी अपने घर पर पहुंच गए,,,।

Ekdum mast update he rohnny4545 Bhai,

Maja aa gaya............kamukta aur uttejna se bharpur

Keep posting Bhai
 
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