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Adultery भाभियों का रहस्य

Chutiyadr

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Shandaar Update bhaiya ji

Chalo Nishant ne pahle bhabhi maa our ankit ke sath hawas ka khel khelne diya ab sayad ankit Nishant se gussa na ho our dono ki dosti phir se ho jaye

aage Dekhte hai our kya jhol karte hai bhaiya jii
dhanywad md bhai :)
bahut pichhe chal rahe ho yar thoda jaldi jaldi padho :lol1:
yanha kai kand ho gaye aap abhi bhi wahi atke ho
 

Chutiyadr

Well-Known Member
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अध्याय 13
मैं अभी एक कुर्सी में बैतः हुआ था और सामने एक मोटा शख्स खड़ा था …
“तो तुम ही हो जिसके कारन हमारे लोग मारे गए …”
“आप ठाकुर बलवंत है ??? नमस्कार ठाकुर साहब “
वो मुस्कुराया
“मैंने तो सोचा था की तुम्हे लाने के लिए बहुत मारपीट करनी पड़ेगी , तुम तो खुद ही इतने आसानी से आ गए , बहुत हिम्मत है तुममे “
बलवंत मुस्कुराते हुए बोला
“ठाकुर साहब हिम्मत नहीं बस दिमाग है , इतना तो मैं समझता हु की आप मुझे यंहा जान से मारने के लिए नहीं लाये , बस इसलिए लाये हो क्योकि आपको भी अपने लोगो को जवाब देना पड़ता है …”
वो पास रखे सोफे पर बैठ गए
“अच्छा तुम्हे इतना यकीन क्यों है की हम तुम्हे जान से नहीं मरेंगे “
उनकी बात सुनकर मैं भी मुस्कुराया
“क्योकि अम्मा मुझसे कहा करती थी की आप एक दिमागदार व्यक्ति है , और दिमाग वाले पहले दिमाग चलाते है बाद में हथियार , आप एक विधायक है , मंत्री भी है , आप अपने दामन में कोई दाग लगने नहीं देंगे , आप को भी पता है की मैं अम्मा का एकलौता वारिस हु और मुझे मरने का सीधा मतलब होगा कुवरगढ़ से सीधा युद्ध का ऐलान कर देना , भले ही आप ज्यादा ताकतवर हो लेकिन ऐसा आप नहीं सीधा युद्ध नहीं चाहेंगे , कोई दिमाग वाला व्यक्ति नहीं चाहता , इसलिए मरने मारने को प्यादे होते है , राजा और राजकुमार नहीं …”
वो हँस पड़े …
“तुमने जो किया उसे देखकर मुझे ये तो समझ आ गया था की तुम दिमाग वाले हो लेकिन तुम तो राजनीती के भी जानकार निकले … अच्छा है बेचारी अम्मा को भी इससे थोड़ी राहत मिल जाएगी , क्या पीना पसंद करोगे विस्की या रम “
“ठाकुर साहब आज पूरा शरीर थक गया है एक विस्की पिला दीजिए “
वो खड़े हुए और पास बने छोटे से बार से दो पेक बना कर ले आये , उन्होंने एक पेक मेरे ओर बढ़ा दिया ..
“आप जैसे अनुभवी और खानदानी व्यक्ति के साथ बैठकर पीना मेरा सौभाग्य है “
मैंने पेक थोडा ऊँचा करते हुए कहा
“हम्म्म अम्मा का परिवार और मेरा परिवार खानदानी दुश्मन रहा है , लेकिन अम्मा के आने से चीजे बदल गई ,दोनों गांवो में थोड़ी शांति फैली ,अम्मा बात को समझती है , राजनीती समझती है और शांति और बातचीत से काम लेती है , ये अलग बात है की हमारे लोग अभी भी एक दुसरे के खून के प्यासे रहते है और ये सम्हालना हमारे लिए कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है , तुमने जो किया उससे हमारे गांव के लोग बुरी तरह से बौखला गए है , अब तुम्हे जिन्दा छोड़ दिया तो मेरी इज्जत पर भी आंच आ जाएगी “
उन्होंने एक सिप लेते हुए कहा
उनकी बात सुनकर मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब मुझे मारकर एक जंग शुरू करने से तो अच्छा है की कोई बीच का ही रास्ता निकाल लिया जाए , आप अपने लोगो को समझा सकते है , ऐसे ही तो इतने बड़े राजनितज्ञ नहीं कहलाते , क्यों ना अपने कोयले की माइंस वाले मामले पर कोई हल निकाल ले , मुझे पता है की आप वंहा हो रहे आन्दोलन से बहुत परेशान है , वंहा के गांव वाले आपको जमीन खोदने नहीं देंगे और वंहा आपकी भी हिस्सेदारी है , काम जितना लेट होगा उतना घाटा …”
बलवंत एक बार रुक कर मुझे देखने लगा , फिर हँस पड़ा
“तू तो सच में बहुत शातिर निकला बे …”
मैं भी हँसा ,
“आज ही काम शुरू किया हु और सबसे पहले आप की सारी डिटेल्स को एनालिसिस किया “
“हम्म पढ़ा लिखा होने के बहुत फायदे है की आप चीजो को समझने लगते हो “ वो हँसने लगे तभी कोई उस कमरे के पास से गुजरा
“अरे निशांत तुम , वाट अ प्लेसेंट सप्राइज “ एक लड़की आई और उसे देख कर मैं भी खड़ा हो गया हम दोनों ही एक दुसरे के गले से लगे ..
“तुम यंहा कैसे …???”
उसने आश्चर्य से पूछा
“बस यार तुम्हारे पापा ने मुझे किडनेप करवाया है “ मैं हँसने लगा , वो और भी आश्चर्य से अपने पिता की ओर देखने लगी
“तुम एक दुसरे को जानते हो ??”
“हम एक साथ ही पढ़े है ठाकुर साहब “
मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें देखा
“बड़ी अजीब बात है अम्मा का भतीजा और मेरी बेटी एक साथ पढ़े है और मुझे पता भी नहीं “
मैं थोडा हँसा
“ठाकुर साहब अम्मा ने मुझे हमेशा दुनिया से छिपा कर रखा था , कालेज के समय में भी एक सामान्य बच्चे की तरह ही रहा , हां मुझे जरुर पता था की रामिका आप की बेटी है “
मैंने रामिका की ओर देखा
“अन्नू कैसी है , आजकल मेरा फोन नहीं उठा रही “
उसने फिर से सवाल दागा
“अच्छी है आज ही उसे शहर छोड़कर आया , मेरे साथ ही गांव आई हुई थी और एक गुड न्यूस भी है , हम दोनों शादी कर रहे है “
मेरी बात सुनकर रामिका उछल पड़ी
“वाओ यार , मुझे पता था की तुम दोनों के बीच कुछ तो है … तू मेरे साथ चल तुझसे बहुत सारी बाते करनी है “
रामिका ने मेरा हाथ पकड लिया , तभी ठाकुर साहब बोल पड़े
“अरे बेटा आराम से बात कर लेना ये आज यही रुकने वाला है , अभी हम थोडा बिजिनेस की बात कर ले “
रामिका मुझे बाय बोलकर निकल गई , हम फिर से बैठे , ठाकुर साहब ने एक गहरी साँस ली
“दुनिया बहुत छोटी है कुवर “
“अरे ठाकुर साहब आप मुझे क्यों कुवर बुला रहे है , आप मुझे नाम से बुलाए “
वो बस मुस्कुराये
“अब तो तुम्हे मरना और भी मुश्किल हो गया , आखिर मेरी बेटी के दोस्त भी निकल गए , लेकिन लोगो का दिल रखने के लिए मारना तो पड़ेगा ही … अब बताओ अगर ऑफर अच्छा ना हुआ तो फिर सॉरी “
मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब कट टू कट वाला ऑफ़र देता हु आपके इन्वेस्टमेंट का 40 -60 “
वो हँस पड़े
“मुर्ख समझते हो क्या , पूरा पैसा मैंने लगाया और उसका 40% तुम्हे दे दू “
“ठाकुर साहब कौन सा आपने अपने जेब से पैसा लगाया है , आपके 90% शेयर तो कम्पनी ने यंहा कोयला खोदने के परमिट के एवज में आपको दिए है और बाकि जो पैसा आपने दिया वो भी कमीशन के ही है … आपके जेब से तो एक ढेला नहीं गया होगा “
“पैसा नहीं तो पॉवर तो मेरा लगा है …”
“बिलकुल और इसी हम भी तो अपने पॉवर का ही पैसा आपसे मांग रहे है , मैं चाहू तो मेरे एक बार बोलने से समझोता हो जाएगा , वरना आप कोई भी ऑफर गांव वालो के सामने रख दो , आन्दोलन नही रुकने वाला , और ये बात आप भी अच्छे से जानते हो , अगर कंपनी को घटा हुआ तो आपकी शाख पर भी सवाल उठेगा , आप नही तो कंपनी के सीईओ हमसे ही समझोता करेंगे और वो जो परसेंट हमें देंगे वो आपके ही हिस्से तो देंगे …अब आपके पास एक मौका है की आप उनके नजरो में भी बने रहे , अपनी शाख भी बचा ले और प्रॉफिट भी कमा ले “
वो सोच में पड़ गए उन्होंने एक घुट जल्दी से मारा और दूसरा पैक बनाया …
“30-70 “ उन्होंने जल्दी से कहा
मै हँस पड़ा
“क्या ठाकुर साहब यंहा क्या भाजी लेने आये है जो यु मोलभाव कर रहे है “
“बेटा एक परसेंट की कीमत यंहा 100 करोड़ से भी ज्यादा है , और मैं अकेले थोड़े खाऊंगा , पूरी पार्टी को खिलाना पड़ता है “
“सही कहा ठाकुर साहब , लेकिन सोचिये ना हमें भी तो पूरी पार्टी को खिलाना पड़ेगा … चलिए बीच का करते है 35-65 में फिक्स करते है , देखिये आप भी अच्छे से जानते है की ये डील आपके लिए फायदेमंद ही है …अब इसमें से दोनों पार्टी 5-5 पर्शेंट का रहत पैकज देंगी मतलब 500 -500 करोड़ के आसपास का , उन लोगो के लिए जिनकी जमीन जा रही है , कंपनी से बोलकर उनके लोगो को नौकरी दीजिए , अलग से जमीन दीजिए और घर बना कर दीजिए … इससे आपकी भी राजनीती चमकेगी और हमारी भी शाख बच जायेगी …”
“हम्म्म लेकिन अम्मा ने अगर मना कर दिया तो , तुम्हारे बात का क्या ही मोल है “
मैं हँसा
“फिक्र मत करिए अब से मेरे ही बात का मोल है … आप बताइए आप तो खुश है ना “
“बिलकुल…. बड़े दिनों से इस बात को लेकर परेशान था , पार्टी का प्रेशर अलग से … “
“तो एक ड्रिंक और हो जाए “
“बिलकुल “ उन्होंने एक ड्रिंक और मेरे सामने रख दी
“लेकिन अब गांव वालो को क्या बोलू ..ये सब तो तुम्हे मारने को बेचैन है “
मैं हँस पड़ा
“ठाकुर साहब अब ये तो आप मुझसे ज्यादा अच्छे से समझते है की क्या करना चाहिए … मुझे नही लगता की ये मुझे बताने की जरूरत पड़ेगी ..कम से कम 10 हजार करोड़ की डील हुई है , कुछ पैसे गांव वालो को भी खिलाइए , अभी के लिए फिर से उस बगीचे में कब्ज़ा कर लीजिए , आपके गांव वालो को थोड़ी राहत मिलेगी “
“हां लेकिन जब कोई अपने को खो देता है तो उसका दुःख बहुत ज्यादा हो जाता है , अगर किसी की मौत नहीं हुई होती तो शायद मुझे इतनी मुशकिल नहीं होती , तुमने ये गलत कर दिया कुवर “
“ठाकुर साहब…. मुझे भी तो खुद को प्रूव करना था , ये सब नहीं करता तो क्या आज आपके साथ डील कर पाने की हैसियत बना पाता , जो हुआ वो हो गया , अब से ध्यान रखेंगे की किसी की जान ना जाये , आप मेरा मोबाइल दिलवा दीजिए और मुझे उसी बगीचे में मारने भेज दीजिए सुबह का समय ज्यादा अच्छा रहेगा , मैं यंहा से सेटिंग कर देता हु वही से आपके लोगो के हाथो से बच कर निकल जाऊंगा , फिर तो कोई आप पर उंगली नहीं उठाएगा “
ठाकुर साहब सोच में पड़ गए …
“लेकिन कुवर कुछ गड़बड़ हो गई तो … अगर तुम्हारे लोग सही टाइम में नहीं आये और मेरे लोगो ने तुम्हे कुछ कर दिया तो , गड़बड़ हो जायेगी “
ठाकुर ने बात तो सही कही थी , मैंने आँखे बंद की और लौडू को आवाज लगाई
“अबे लौडू कहा सो गया है आज दिन भर से ….”
“अरे कुवर साले दिन भर से फालतू की जगहों में घूम रहा है , पार्टी ऑफिस में ले जा कर मुस्झाये हुए लंड और चूत दिखा रहा है , सब साले बुड्डे इन्हें देखकर तो कोई भी सो जाए … हा ये रामिका माल है …देगी क्या ..??”
“क्यों … तू नहीं ले सकता क्या इसकी अपनी शक्तियों से ??”
“यंहा नहीं , इसे अपने गांव के दायरे में ले जा वंहा मेरी शक्तिया काम करेगी , या तो कम से कम 10 माँ बेटे को उस पत्थर में चुदवा तो शायद मेरी शक्ति इतनी बढ़ जाए की मैं गांव के दायरे के बाहर भी लोगो को प्रभावित कर सकू …”
“ठीक , कल सुबह गांव के दायरे के भीतर हम फिर से होंगे, मेरी जान तेरे हाथो में होगी , कोई 20-30 लोगो पर जादू करना होगा तुझे कर पायेगा “
“हम्म एक साथ तो मुमकिन नहीं होगा …. हा अगर सब पत्थर के पास रहे तो बिलकुल हो जायेगा , और सभी के साथ अगर स्त्री हो और हो सके तो उनकी माँ बहन या बेटी हो , तब तो समझ ले तुझे छोड़कर सभी गैंगबैंग में लग जायेंगे “
मैं मुस्कुराया और आंखे खोल दी
“क्या हुआ कुवर …”
“एक गजब का रास्ता मिल गया ,आपके उपर कोई भी बात नही आएगी और आपके लोग खुद मुझे छोड़ देंगे , पूरा इल्जाम उन लोगो पर ही हो जायेगा …”
ठाकुर की आँखे चमक गई ..
“वो कैसे .. देखो फिर से कोई बढ़ा कांड मत कर बैठना जिसका मुझे फिर से बदला लेना पड़ जाए , दुश्मनी निभाने के चक्कर में बहुत संसाधन नष्ट हो जाते है “
“नहीं कोई हथियार उठाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी , बस अपने लोगो से बोलना की उन्हें मुझे मेरे ही गांव की सीमा के अंदर मारना है , इससे मेरे गांव वालो में दहशत फ़ैल जायेगी … और उनके साथ कुछ लडकिया भी होनी चाहिए , हो सके तो उनके ही परिवार की , सभी कोई कहिये की वो अपनी जवान बहनों , बेटियों को भी साथ ले आये , वो नवजवान है वो अपनी माओ के साथ वंहा जाए , झील के उस किनारे एक पत्थर है उसके उपर ही मेरी बलि चढ़ा दे , इससे उनका शौर्य उनके परिवार की स्त्रियाँ भी देखेंगी …क्या ये हो पायेगा …”
ठाकुर ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा …
“यार तुम आदमी बड़े अजीब हो , ये कैसी बात हुई , आखिर इससे तुम बचोगे कैसे ….”
“ठाकुर साहब वो मेरी टेंशन है आप बस इतना कर दीजिए , बाकि सब मैं ठीक कर दूंगा , अब तो खुश “
“ठीक है हो जायेगा , कल सुबह भोर होने से पहले ही तुम्हारा जुलुस निकाल दिया जायेगा ..”
ठाकुर साहब मुस्कुराये और अपना पेक मेरी ओर उठा दिया …..
 

Ktboss

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अध्याय 13
मैं अभी एक कुर्सी में बैतः हुआ था और सामने एक मोटा शख्स खड़ा था …
“तो तुम ही हो जिसके कारन हमारे लोग मारे गए …”
“आप ठाकुर बलवंत है ??? नमस्कार ठाकुर साहब “
वो मुस्कुराया
“मैंने तो सोचा था की तुम्हे लाने के लिए बहुत मारपीट करनी पड़ेगी , तुम तो खुद ही इतने आसानी से आ गए , बहुत हिम्मत है तुममे “
बलवंत मुस्कुराते हुए बोला
“ठाकुर साहब हिम्मत नहीं बस दिमाग है , इतना तो मैं समझता हु की आप मुझे यंहा जान से मारने के लिए नहीं लाये , बस इसलिए लाये हो क्योकि आपको भी अपने लोगो को जवाब देना पड़ता है …”
वो पास रखे सोफे पर बैठ गए
“अच्छा तुम्हे इतना यकीन क्यों है की हम तुम्हे जान से नहीं मरेंगे “
उनकी बात सुनकर मैं भी मुस्कुराया
“क्योकि अम्मा मुझसे कहा करती थी की आप एक दिमागदार व्यक्ति है , और दिमाग वाले पहले दिमाग चलाते है बाद में हथियार , आप एक विधायक है , मंत्री भी है , आप अपने दामन में कोई दाग लगने नहीं देंगे , आप को भी पता है की मैं अम्मा का एकलौता वारिस हु और मुझे मरने का सीधा मतलब होगा कुवरगढ़ से सीधा युद्ध का ऐलान कर देना , भले ही आप ज्यादा ताकतवर हो लेकिन ऐसा आप नहीं सीधा युद्ध नहीं चाहेंगे , कोई दिमाग वाला व्यक्ति नहीं चाहता , इसलिए मरने मारने को प्यादे होते है , राजा और राजकुमार नहीं …”
वो हँस पड़े …
“तुमने जो किया उसे देखकर मुझे ये तो समझ आ गया था की तुम दिमाग वाले हो लेकिन तुम तो राजनीती के भी जानकार निकले … अच्छा है बेचारी अम्मा को भी इससे थोड़ी राहत मिल जाएगी , क्या पीना पसंद करोगे विस्की या रम “
“ठाकुर साहब आज पूरा शरीर थक गया है एक विस्की पिला दीजिए “
वो खड़े हुए और पास बने छोटे से बार से दो पेक बना कर ले आये , उन्होंने एक पेक मेरे ओर बढ़ा दिया ..
“आप जैसे अनुभवी और खानदानी व्यक्ति के साथ बैठकर पीना मेरा सौभाग्य है “
मैंने पेक थोडा ऊँचा करते हुए कहा
“हम्म्म अम्मा का परिवार और मेरा परिवार खानदानी दुश्मन रहा है , लेकिन अम्मा के आने से चीजे बदल गई ,दोनों गांवो में थोड़ी शांति फैली ,अम्मा बात को समझती है , राजनीती समझती है और शांति और बातचीत से काम लेती है , ये अलग बात है की हमारे लोग अभी भी एक दुसरे के खून के प्यासे रहते है और ये सम्हालना हमारे लिए कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है , तुमने जो किया उससे हमारे गांव के लोग बुरी तरह से बौखला गए है , अब तुम्हे जिन्दा छोड़ दिया तो मेरी इज्जत पर भी आंच आ जाएगी “
उन्होंने एक सिप लेते हुए कहा
उनकी बात सुनकर मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब मुझे मारकर एक जंग शुरू करने से तो अच्छा है की कोई बीच का ही रास्ता निकाल लिया जाए , आप अपने लोगो को समझा सकते है , ऐसे ही तो इतने बड़े राजनितज्ञ नहीं कहलाते , क्यों ना अपने कोयले की माइंस वाले मामले पर कोई हल निकाल ले , मुझे पता है की आप वंहा हो रहे आन्दोलन से बहुत परेशान है , वंहा के गांव वाले आपको जमीन खोदने नहीं देंगे और वंहा आपकी भी हिस्सेदारी है , काम जितना लेट होगा उतना घाटा …”
बलवंत एक बार रुक कर मुझे देखने लगा , फिर हँस पड़ा
“तू तो सच में बहुत शातिर निकला बे …”
मैं भी हँसा ,
“आज ही काम शुरू किया हु और सबसे पहले आप की सारी डिटेल्स को एनालिसिस किया “
“हम्म पढ़ा लिखा होने के बहुत फायदे है की आप चीजो को समझने लगते हो “ वो हँसने लगे तभी कोई उस कमरे के पास से गुजरा
“अरे निशांत तुम , वाट अ प्लेसेंट सप्राइज “ एक लड़की आई और उसे देख कर मैं भी खड़ा हो गया हम दोनों ही एक दुसरे के गले से लगे ..
“तुम यंहा कैसे …???”
उसने आश्चर्य से पूछा
“बस यार तुम्हारे पापा ने मुझे किडनेप करवाया है “ मैं हँसने लगा , वो और भी आश्चर्य से अपने पिता की ओर देखने लगी
“तुम एक दुसरे को जानते हो ??”
“हम एक साथ ही पढ़े है ठाकुर साहब “
मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें देखा
“बड़ी अजीब बात है अम्मा का भतीजा और मेरी बेटी एक साथ पढ़े है और मुझे पता भी नहीं “
मैं थोडा हँसा
“ठाकुर साहब अम्मा ने मुझे हमेशा दुनिया से छिपा कर रखा था , कालेज के समय में भी एक सामान्य बच्चे की तरह ही रहा , हां मुझे जरुर पता था की रामिका आप की बेटी है “
मैंने रामिका की ओर देखा
“अन्नू कैसी है , आजकल मेरा फोन नहीं उठा रही “
उसने फिर से सवाल दागा
“अच्छी है आज ही उसे शहर छोड़कर आया , मेरे साथ ही गांव आई हुई थी और एक गुड न्यूस भी है , हम दोनों शादी कर रहे है “
मेरी बात सुनकर रामिका उछल पड़ी
“वाओ यार , मुझे पता था की तुम दोनों के बीच कुछ तो है … तू मेरे साथ चल तुझसे बहुत सारी बाते करनी है “
रामिका ने मेरा हाथ पकड लिया , तभी ठाकुर साहब बोल पड़े
“अरे बेटा आराम से बात कर लेना ये आज यही रुकने वाला है , अभी हम थोडा बिजिनेस की बात कर ले “
रामिका मुझे बाय बोलकर निकल गई , हम फिर से बैठे , ठाकुर साहब ने एक गहरी साँस ली
“दुनिया बहुत छोटी है कुवर “
“अरे ठाकुर साहब आप मुझे क्यों कुवर बुला रहे है , आप मुझे नाम से बुलाए “
वो बस मुस्कुराये
“अब तो तुम्हे मरना और भी मुश्किल हो गया , आखिर मेरी बेटी के दोस्त भी निकल गए , लेकिन लोगो का दिल रखने के लिए मारना तो पड़ेगा ही … अब बताओ अगर ऑफर अच्छा ना हुआ तो फिर सॉरी “
मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब कट टू कट वाला ऑफ़र देता हु आपके इन्वेस्टमेंट का 40 -60 “
वो हँस पड़े
“मुर्ख समझते हो क्या , पूरा पैसा मैंने लगाया और उसका 40% तुम्हे दे दू “
“ठाकुर साहब कौन सा आपने अपने जेब से पैसा लगाया है , आपके 90% शेयर तो कम्पनी ने यंहा कोयला खोदने के परमिट के एवज में आपको दिए है और बाकि जो पैसा आपने दिया वो भी कमीशन के ही है … आपके जेब से तो एक ढेला नहीं गया होगा “
“पैसा नहीं तो पॉवर तो मेरा लगा है …”
“बिलकुल और इसी हम भी तो अपने पॉवर का ही पैसा आपसे मांग रहे है , मैं चाहू तो मेरे एक बार बोलने से समझोता हो जाएगा , वरना आप कोई भी ऑफर गांव वालो के सामने रख दो , आन्दोलन नही रुकने वाला , और ये बात आप भी अच्छे से जानते हो , अगर कंपनी को घटा हुआ तो आपकी शाख पर भी सवाल उठेगा , आप नही तो कंपनी के सीईओ हमसे ही समझोता करेंगे और वो जो परसेंट हमें देंगे वो आपके ही हिस्से तो देंगे …अब आपके पास एक मौका है की आप उनके नजरो में भी बने रहे , अपनी शाख भी बचा ले और प्रॉफिट भी कमा ले “
वो सोच में पड़ गए उन्होंने एक घुट जल्दी से मारा और दूसरा पैक बनाया …
“30-70 “ उन्होंने जल्दी से कहा
मै हँस पड़ा
“क्या ठाकुर साहब यंहा क्या भाजी लेने आये है जो यु मोलभाव कर रहे है “
“बेटा एक परसेंट की कीमत यंहा 100 करोड़ से भी ज्यादा है , और मैं अकेले थोड़े खाऊंगा , पूरी पार्टी को खिलाना पड़ता है “
“सही कहा ठाकुर साहब , लेकिन सोचिये ना हमें भी तो पूरी पार्टी को खिलाना पड़ेगा … चलिए बीच का करते है 35-65 में फिक्स करते है , देखिये आप भी अच्छे से जानते है की ये डील आपके लिए फायदेमंद ही है …अब इसमें से दोनों पार्टी 5-5 पर्शेंट का रहत पैकज देंगी मतलब 500 -500 करोड़ के आसपास का , उन लोगो के लिए जिनकी जमीन जा रही है , कंपनी से बोलकर उनके लोगो को नौकरी दीजिए , अलग से जमीन दीजिए और घर बना कर दीजिए … इससे आपकी भी राजनीती चमकेगी और हमारी भी शाख बच जायेगी …”
“हम्म्म लेकिन अम्मा ने अगर मना कर दिया तो , तुम्हारे बात का क्या ही मोल है “
मैं हँसा
“फिक्र मत करिए अब से मेरे ही बात का मोल है … आप बताइए आप तो खुश है ना “
“बिलकुल…. बड़े दिनों से इस बात को लेकर परेशान था , पार्टी का प्रेशर अलग से … “
“तो एक ड्रिंक और हो जाए “
“बिलकुल “ उन्होंने एक ड्रिंक और मेरे सामने रख दी
“लेकिन अब गांव वालो को क्या बोलू ..ये सब तो तुम्हे मारने को बेचैन है “
मैं हँस पड़ा
“ठाकुर साहब अब ये तो आप मुझसे ज्यादा अच्छे से समझते है की क्या करना चाहिए … मुझे नही लगता की ये मुझे बताने की जरूरत पड़ेगी ..कम से कम 10 हजार करोड़ की डील हुई है , कुछ पैसे गांव वालो को भी खिलाइए , अभी के लिए फिर से उस बगीचे में कब्ज़ा कर लीजिए , आपके गांव वालो को थोड़ी राहत मिलेगी “
“हां लेकिन जब कोई अपने को खो देता है तो उसका दुःख बहुत ज्यादा हो जाता है , अगर किसी की मौत नहीं हुई होती तो शायद मुझे इतनी मुशकिल नहीं होती , तुमने ये गलत कर दिया कुवर “
“ठाकुर साहब…. मुझे भी तो खुद को प्रूव करना था , ये सब नहीं करता तो क्या आज आपके साथ डील कर पाने की हैसियत बना पाता , जो हुआ वो हो गया , अब से ध्यान रखेंगे की किसी की जान ना जाये , आप मेरा मोबाइल दिलवा दीजिए और मुझे उसी बगीचे में मारने भेज दीजिए सुबह का समय ज्यादा अच्छा रहेगा , मैं यंहा से सेटिंग कर देता हु वही से आपके लोगो के हाथो से बच कर निकल जाऊंगा , फिर तो कोई आप पर उंगली नहीं उठाएगा “
ठाकुर साहब सोच में पड़ गए …
“लेकिन कुवर कुछ गड़बड़ हो गई तो … अगर तुम्हारे लोग सही टाइम में नहीं आये और मेरे लोगो ने तुम्हे कुछ कर दिया तो , गड़बड़ हो जायेगी “
ठाकुर ने बात तो सही कही थी , मैंने आँखे बंद की और लौडू को आवाज लगाई
“अबे लौडू कहा सो गया है आज दिन भर से ….”
“अरे कुवर साले दिन भर से फालतू की जगहों में घूम रहा है , पार्टी ऑफिस में ले जा कर मुस्झाये हुए लंड और चूत दिखा रहा है , सब साले बुड्डे इन्हें देखकर तो कोई भी सो जाए … हा ये रामिका माल है …देगी क्या ..??”
“क्यों … तू नहीं ले सकता क्या इसकी अपनी शक्तियों से ??”
“यंहा नहीं , इसे अपने गांव के दायरे में ले जा वंहा मेरी शक्तिया काम करेगी , या तो कम से कम 10 माँ बेटे को उस पत्थर में चुदवा तो शायद मेरी शक्ति इतनी बढ़ जाए की मैं गांव के दायरे के बाहर भी लोगो को प्रभावित कर सकू …”
“ठीक , कल सुबह गांव के दायरे के भीतर हम फिर से होंगे, मेरी जान तेरे हाथो में होगी , कोई 20-30 लोगो पर जादू करना होगा तुझे कर पायेगा “
“हम्म एक साथ तो मुमकिन नहीं होगा …. हा अगर सब पत्थर के पास रहे तो बिलकुल हो जायेगा , और सभी के साथ अगर स्त्री हो और हो सके तो उनकी माँ बहन या बेटी हो , तब तो समझ ले तुझे छोड़कर सभी गैंगबैंग में लग जायेंगे “
मैं मुस्कुराया और आंखे खोल दी
“क्या हुआ कुवर …”
“एक गजब का रास्ता मिल गया ,आपके उपर कोई भी बात नही आएगी और आपके लोग खुद मुझे छोड़ देंगे , पूरा इल्जाम उन लोगो पर ही हो जायेगा …”
ठाकुर की आँखे चमक गई ..
“वो कैसे .. देखो फिर से कोई बढ़ा कांड मत कर बैठना जिसका मुझे फिर से बदला लेना पड़ जाए , दुश्मनी निभाने के चक्कर में बहुत संसाधन नष्ट हो जाते है “
“नहीं कोई हथियार उठाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी , बस अपने लोगो से बोलना की उन्हें मुझे मेरे ही गांव की सीमा के अंदर मारना है , इससे मेरे गांव वालो में दहशत फ़ैल जायेगी … और उनके साथ कुछ लडकिया भी होनी चाहिए , हो सके तो उनके ही परिवार की , सभी कोई कहिये की वो अपनी जवान बहनों , बेटियों को भी साथ ले आये , वो नवजवान है वो अपनी माओ के साथ वंहा जाए , झील के उस किनारे एक पत्थर है उसके उपर ही मेरी बलि चढ़ा दे , इससे उनका शौर्य उनके परिवार की स्त्रियाँ भी देखेंगी …क्या ये हो पायेगा …”
ठाकुर ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा …
“यार तुम आदमी बड़े अजीब हो , ये कैसी बात हुई , आखिर इससे तुम बचोगे कैसे ….”
“ठाकुर साहब वो मेरी टेंशन है आप बस इतना कर दीजिए , बाकि सब मैं ठीक कर दूंगा , अब तो खुश “
“ठीक है हो जायेगा , कल सुबह भोर होने से पहले ही तुम्हारा जुलुस निकाल दिया जायेगा ..”
ठाकुर साहब मुस्कुराये और अपना पेक मेरी ओर उठा दिया …..
Bahot badhiya update bhai
 

Yamraaj

Put your Attitude on my Dick......
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अध्याय 13
मैं अभी एक कुर्सी में बैतः हुआ था और सामने एक मोटा शख्स खड़ा था …
“तो तुम ही हो जिसके कारन हमारे लोग मारे गए …”
“आप ठाकुर बलवंत है ??? नमस्कार ठाकुर साहब “
वो मुस्कुराया
“मैंने तो सोचा था की तुम्हे लाने के लिए बहुत मारपीट करनी पड़ेगी , तुम तो खुद ही इतने आसानी से आ गए , बहुत हिम्मत है तुममे “
बलवंत मुस्कुराते हुए बोला
“ठाकुर साहब हिम्मत नहीं बस दिमाग है , इतना तो मैं समझता हु की आप मुझे यंहा जान से मारने के लिए नहीं लाये , बस इसलिए लाये हो क्योकि आपको भी अपने लोगो को जवाब देना पड़ता है …”
वो पास रखे सोफे पर बैठ गए
“अच्छा तुम्हे इतना यकीन क्यों है की हम तुम्हे जान से नहीं मरेंगे “
उनकी बात सुनकर मैं भी मुस्कुराया
“क्योकि अम्मा मुझसे कहा करती थी की आप एक दिमागदार व्यक्ति है , और दिमाग वाले पहले दिमाग चलाते है बाद में हथियार , आप एक विधायक है , मंत्री भी है , आप अपने दामन में कोई दाग लगने नहीं देंगे , आप को भी पता है की मैं अम्मा का एकलौता वारिस हु और मुझे मरने का सीधा मतलब होगा कुवरगढ़ से सीधा युद्ध का ऐलान कर देना , भले ही आप ज्यादा ताकतवर हो लेकिन ऐसा आप नहीं सीधा युद्ध नहीं चाहेंगे , कोई दिमाग वाला व्यक्ति नहीं चाहता , इसलिए मरने मारने को प्यादे होते है , राजा और राजकुमार नहीं …”
वो हँस पड़े …
“तुमने जो किया उसे देखकर मुझे ये तो समझ आ गया था की तुम दिमाग वाले हो लेकिन तुम तो राजनीती के भी जानकार निकले … अच्छा है बेचारी अम्मा को भी इससे थोड़ी राहत मिल जाएगी , क्या पीना पसंद करोगे विस्की या रम “
“ठाकुर साहब आज पूरा शरीर थक गया है एक विस्की पिला दीजिए “
वो खड़े हुए और पास बने छोटे से बार से दो पेक बना कर ले आये , उन्होंने एक पेक मेरे ओर बढ़ा दिया ..
“आप जैसे अनुभवी और खानदानी व्यक्ति के साथ बैठकर पीना मेरा सौभाग्य है “
मैंने पेक थोडा ऊँचा करते हुए कहा
“हम्म्म अम्मा का परिवार और मेरा परिवार खानदानी दुश्मन रहा है , लेकिन अम्मा के आने से चीजे बदल गई ,दोनों गांवो में थोड़ी शांति फैली ,अम्मा बात को समझती है , राजनीती समझती है और शांति और बातचीत से काम लेती है , ये अलग बात है की हमारे लोग अभी भी एक दुसरे के खून के प्यासे रहते है और ये सम्हालना हमारे लिए कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है , तुमने जो किया उससे हमारे गांव के लोग बुरी तरह से बौखला गए है , अब तुम्हे जिन्दा छोड़ दिया तो मेरी इज्जत पर भी आंच आ जाएगी “
उन्होंने एक सिप लेते हुए कहा
उनकी बात सुनकर मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब मुझे मारकर एक जंग शुरू करने से तो अच्छा है की कोई बीच का ही रास्ता निकाल लिया जाए , आप अपने लोगो को समझा सकते है , ऐसे ही तो इतने बड़े राजनितज्ञ नहीं कहलाते , क्यों ना अपने कोयले की माइंस वाले मामले पर कोई हल निकाल ले , मुझे पता है की आप वंहा हो रहे आन्दोलन से बहुत परेशान है , वंहा के गांव वाले आपको जमीन खोदने नहीं देंगे और वंहा आपकी भी हिस्सेदारी है , काम जितना लेट होगा उतना घाटा …”
बलवंत एक बार रुक कर मुझे देखने लगा , फिर हँस पड़ा
“तू तो सच में बहुत शातिर निकला बे …”
मैं भी हँसा ,
“आज ही काम शुरू किया हु और सबसे पहले आप की सारी डिटेल्स को एनालिसिस किया “
“हम्म पढ़ा लिखा होने के बहुत फायदे है की आप चीजो को समझने लगते हो “ वो हँसने लगे तभी कोई उस कमरे के पास से गुजरा
“अरे निशांत तुम , वाट अ प्लेसेंट सप्राइज “ एक लड़की आई और उसे देख कर मैं भी खड़ा हो गया हम दोनों ही एक दुसरे के गले से लगे ..
“तुम यंहा कैसे …???”
उसने आश्चर्य से पूछा
“बस यार तुम्हारे पापा ने मुझे किडनेप करवाया है “ मैं हँसने लगा , वो और भी आश्चर्य से अपने पिता की ओर देखने लगी
“तुम एक दुसरे को जानते हो ??”
“हम एक साथ ही पढ़े है ठाकुर साहब “
मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें देखा
“बड़ी अजीब बात है अम्मा का भतीजा और मेरी बेटी एक साथ पढ़े है और मुझे पता भी नहीं “
मैं थोडा हँसा
“ठाकुर साहब अम्मा ने मुझे हमेशा दुनिया से छिपा कर रखा था , कालेज के समय में भी एक सामान्य बच्चे की तरह ही रहा , हां मुझे जरुर पता था की रामिका आप की बेटी है “
मैंने रामिका की ओर देखा
“अन्नू कैसी है , आजकल मेरा फोन नहीं उठा रही “
उसने फिर से सवाल दागा
“अच्छी है आज ही उसे शहर छोड़कर आया , मेरे साथ ही गांव आई हुई थी और एक गुड न्यूस भी है , हम दोनों शादी कर रहे है “
मेरी बात सुनकर रामिका उछल पड़ी
“वाओ यार , मुझे पता था की तुम दोनों के बीच कुछ तो है … तू मेरे साथ चल तुझसे बहुत सारी बाते करनी है “
रामिका ने मेरा हाथ पकड लिया , तभी ठाकुर साहब बोल पड़े
“अरे बेटा आराम से बात कर लेना ये आज यही रुकने वाला है , अभी हम थोडा बिजिनेस की बात कर ले “
रामिका मुझे बाय बोलकर निकल गई , हम फिर से बैठे , ठाकुर साहब ने एक गहरी साँस ली
“दुनिया बहुत छोटी है कुवर “
“अरे ठाकुर साहब आप मुझे क्यों कुवर बुला रहे है , आप मुझे नाम से बुलाए “
वो बस मुस्कुराये
“अब तो तुम्हे मरना और भी मुश्किल हो गया , आखिर मेरी बेटी के दोस्त भी निकल गए , लेकिन लोगो का दिल रखने के लिए मारना तो पड़ेगा ही … अब बताओ अगर ऑफर अच्छा ना हुआ तो फिर सॉरी “
मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब कट टू कट वाला ऑफ़र देता हु आपके इन्वेस्टमेंट का 40 -60 “
वो हँस पड़े
“मुर्ख समझते हो क्या , पूरा पैसा मैंने लगाया और उसका 40% तुम्हे दे दू “
“ठाकुर साहब कौन सा आपने अपने जेब से पैसा लगाया है , आपके 90% शेयर तो कम्पनी ने यंहा कोयला खोदने के परमिट के एवज में आपको दिए है और बाकि जो पैसा आपने दिया वो भी कमीशन के ही है … आपके जेब से तो एक ढेला नहीं गया होगा “
“पैसा नहीं तो पॉवर तो मेरा लगा है …”
“बिलकुल और इसी हम भी तो अपने पॉवर का ही पैसा आपसे मांग रहे है , मैं चाहू तो मेरे एक बार बोलने से समझोता हो जाएगा , वरना आप कोई भी ऑफर गांव वालो के सामने रख दो , आन्दोलन नही रुकने वाला , और ये बात आप भी अच्छे से जानते हो , अगर कंपनी को घटा हुआ तो आपकी शाख पर भी सवाल उठेगा , आप नही तो कंपनी के सीईओ हमसे ही समझोता करेंगे और वो जो परसेंट हमें देंगे वो आपके ही हिस्से तो देंगे …अब आपके पास एक मौका है की आप उनके नजरो में भी बने रहे , अपनी शाख भी बचा ले और प्रॉफिट भी कमा ले “
वो सोच में पड़ गए उन्होंने एक घुट जल्दी से मारा और दूसरा पैक बनाया …
“30-70 “ उन्होंने जल्दी से कहा
मै हँस पड़ा
“क्या ठाकुर साहब यंहा क्या भाजी लेने आये है जो यु मोलभाव कर रहे है “
“बेटा एक परसेंट की कीमत यंहा 100 करोड़ से भी ज्यादा है , और मैं अकेले थोड़े खाऊंगा , पूरी पार्टी को खिलाना पड़ता है “
“सही कहा ठाकुर साहब , लेकिन सोचिये ना हमें भी तो पूरी पार्टी को खिलाना पड़ेगा … चलिए बीच का करते है 35-65 में फिक्स करते है , देखिये आप भी अच्छे से जानते है की ये डील आपके लिए फायदेमंद ही है …अब इसमें से दोनों पार्टी 5-5 पर्शेंट का रहत पैकज देंगी मतलब 500 -500 करोड़ के आसपास का , उन लोगो के लिए जिनकी जमीन जा रही है , कंपनी से बोलकर उनके लोगो को नौकरी दीजिए , अलग से जमीन दीजिए और घर बना कर दीजिए … इससे आपकी भी राजनीती चमकेगी और हमारी भी शाख बच जायेगी …”
“हम्म्म लेकिन अम्मा ने अगर मना कर दिया तो , तुम्हारे बात का क्या ही मोल है “
मैं हँसा
“फिक्र मत करिए अब से मेरे ही बात का मोल है … आप बताइए आप तो खुश है ना “
“बिलकुल…. बड़े दिनों से इस बात को लेकर परेशान था , पार्टी का प्रेशर अलग से … “
“तो एक ड्रिंक और हो जाए “
“बिलकुल “ उन्होंने एक ड्रिंक और मेरे सामने रख दी
“लेकिन अब गांव वालो को क्या बोलू ..ये सब तो तुम्हे मारने को बेचैन है “
मैं हँस पड़ा
“ठाकुर साहब अब ये तो आप मुझसे ज्यादा अच्छे से समझते है की क्या करना चाहिए … मुझे नही लगता की ये मुझे बताने की जरूरत पड़ेगी ..कम से कम 10 हजार करोड़ की डील हुई है , कुछ पैसे गांव वालो को भी खिलाइए , अभी के लिए फिर से उस बगीचे में कब्ज़ा कर लीजिए , आपके गांव वालो को थोड़ी राहत मिलेगी “
“हां लेकिन जब कोई अपने को खो देता है तो उसका दुःख बहुत ज्यादा हो जाता है , अगर किसी की मौत नहीं हुई होती तो शायद मुझे इतनी मुशकिल नहीं होती , तुमने ये गलत कर दिया कुवर “
“ठाकुर साहब…. मुझे भी तो खुद को प्रूव करना था , ये सब नहीं करता तो क्या आज आपके साथ डील कर पाने की हैसियत बना पाता , जो हुआ वो हो गया , अब से ध्यान रखेंगे की किसी की जान ना जाये , आप मेरा मोबाइल दिलवा दीजिए और मुझे उसी बगीचे में मारने भेज दीजिए सुबह का समय ज्यादा अच्छा रहेगा , मैं यंहा से सेटिंग कर देता हु वही से आपके लोगो के हाथो से बच कर निकल जाऊंगा , फिर तो कोई आप पर उंगली नहीं उठाएगा “
ठाकुर साहब सोच में पड़ गए …
“लेकिन कुवर कुछ गड़बड़ हो गई तो … अगर तुम्हारे लोग सही टाइम में नहीं आये और मेरे लोगो ने तुम्हे कुछ कर दिया तो , गड़बड़ हो जायेगी “
ठाकुर ने बात तो सही कही थी , मैंने आँखे बंद की और लौडू को आवाज लगाई
“अबे लौडू कहा सो गया है आज दिन भर से ….”
“अरे कुवर साले दिन भर से फालतू की जगहों में घूम रहा है , पार्टी ऑफिस में ले जा कर मुस्झाये हुए लंड और चूत दिखा रहा है , सब साले बुड्डे इन्हें देखकर तो कोई भी सो जाए … हा ये रामिका माल है …देगी क्या ..??”
“क्यों … तू नहीं ले सकता क्या इसकी अपनी शक्तियों से ??”
“यंहा नहीं , इसे अपने गांव के दायरे में ले जा वंहा मेरी शक्तिया काम करेगी , या तो कम से कम 10 माँ बेटे को उस पत्थर में चुदवा तो शायद मेरी शक्ति इतनी बढ़ जाए की मैं गांव के दायरे के बाहर भी लोगो को प्रभावित कर सकू …”
“ठीक , कल सुबह गांव के दायरे के भीतर हम फिर से होंगे, मेरी जान तेरे हाथो में होगी , कोई 20-30 लोगो पर जादू करना होगा तुझे कर पायेगा “
“हम्म एक साथ तो मुमकिन नहीं होगा …. हा अगर सब पत्थर के पास रहे तो बिलकुल हो जायेगा , और सभी के साथ अगर स्त्री हो और हो सके तो उनकी माँ बहन या बेटी हो , तब तो समझ ले तुझे छोड़कर सभी गैंगबैंग में लग जायेंगे “
मैं मुस्कुराया और आंखे खोल दी
“क्या हुआ कुवर …”
“एक गजब का रास्ता मिल गया ,आपके उपर कोई भी बात नही आएगी और आपके लोग खुद मुझे छोड़ देंगे , पूरा इल्जाम उन लोगो पर ही हो जायेगा …”
ठाकुर की आँखे चमक गई ..
“वो कैसे .. देखो फिर से कोई बढ़ा कांड मत कर बैठना जिसका मुझे फिर से बदला लेना पड़ जाए , दुश्मनी निभाने के चक्कर में बहुत संसाधन नष्ट हो जाते है “
“नहीं कोई हथियार उठाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी , बस अपने लोगो से बोलना की उन्हें मुझे मेरे ही गांव की सीमा के अंदर मारना है , इससे मेरे गांव वालो में दहशत फ़ैल जायेगी … और उनके साथ कुछ लडकिया भी होनी चाहिए , हो सके तो उनके ही परिवार की , सभी कोई कहिये की वो अपनी जवान बहनों , बेटियों को भी साथ ले आये , वो नवजवान है वो अपनी माओ के साथ वंहा जाए , झील के उस किनारे एक पत्थर है उसके उपर ही मेरी बलि चढ़ा दे , इससे उनका शौर्य उनके परिवार की स्त्रियाँ भी देखेंगी …क्या ये हो पायेगा …”
ठाकुर ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा …
“यार तुम आदमी बड़े अजीब हो , ये कैसी बात हुई , आखिर इससे तुम बचोगे कैसे ….”
“ठाकुर साहब वो मेरी टेंशन है आप बस इतना कर दीजिए , बाकि सब मैं ठीक कर दूंगा , अब तो खुश “
“ठीक है हो जायेगा , कल सुबह भोर होने से पहले ही तुम्हारा जुलुस निकाल दिया जायेगा ..”
ठाकुर साहब मुस्कुराये और अपना पेक मेरी ओर उठा दिया …..
Launde ne dimag to badhiya lagaya h lagta h sabko hi incest banake chhodega ye launda... Ab ramika ki marne ke firak me h aasha h ramika ki badi badi chuchiya ho .....
 

Dhansu2

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अध्याय 13
मैं अभी एक कुर्सी में बैतः हुआ था और सामने एक मोटा शख्स खड़ा था …
“तो तुम ही हो जिसके कारन हमारे लोग मारे गए …”
“आप ठाकुर बलवंत है ??? नमस्कार ठाकुर साहब “
वो मुस्कुराया
“मैंने तो सोचा था की तुम्हे लाने के लिए बहुत मारपीट करनी पड़ेगी , तुम तो खुद ही इतने आसानी से आ गए , बहुत हिम्मत है तुममे “
बलवंत मुस्कुराते हुए बोला
“ठाकुर साहब हिम्मत नहीं बस दिमाग है , इतना तो मैं समझता हु की आप मुझे यंहा जान से मारने के लिए नहीं लाये , बस इसलिए लाये हो क्योकि आपको भी अपने लोगो को जवाब देना पड़ता है …”
वो पास रखे सोफे पर बैठ गए
“अच्छा तुम्हे इतना यकीन क्यों है की हम तुम्हे जान से नहीं मरेंगे “
उनकी बात सुनकर मैं भी मुस्कुराया
“क्योकि अम्मा मुझसे कहा करती थी की आप एक दिमागदार व्यक्ति है , और दिमाग वाले पहले दिमाग चलाते है बाद में हथियार , आप एक विधायक है , मंत्री भी है , आप अपने दामन में कोई दाग लगने नहीं देंगे , आप को भी पता है की मैं अम्मा का एकलौता वारिस हु और मुझे मरने का सीधा मतलब होगा कुवरगढ़ से सीधा युद्ध का ऐलान कर देना , भले ही आप ज्यादा ताकतवर हो लेकिन ऐसा आप नहीं सीधा युद्ध नहीं चाहेंगे , कोई दिमाग वाला व्यक्ति नहीं चाहता , इसलिए मरने मारने को प्यादे होते है , राजा और राजकुमार नहीं …”
वो हँस पड़े …
“तुमने जो किया उसे देखकर मुझे ये तो समझ आ गया था की तुम दिमाग वाले हो लेकिन तुम तो राजनीती के भी जानकार निकले … अच्छा है बेचारी अम्मा को भी इससे थोड़ी राहत मिल जाएगी , क्या पीना पसंद करोगे विस्की या रम “
“ठाकुर साहब आज पूरा शरीर थक गया है एक विस्की पिला दीजिए “
वो खड़े हुए और पास बने छोटे से बार से दो पेक बना कर ले आये , उन्होंने एक पेक मेरे ओर बढ़ा दिया ..
“आप जैसे अनुभवी और खानदानी व्यक्ति के साथ बैठकर पीना मेरा सौभाग्य है “
मैंने पेक थोडा ऊँचा करते हुए कहा
“हम्म्म अम्मा का परिवार और मेरा परिवार खानदानी दुश्मन रहा है , लेकिन अम्मा के आने से चीजे बदल गई ,दोनों गांवो में थोड़ी शांति फैली ,अम्मा बात को समझती है , राजनीती समझती है और शांति और बातचीत से काम लेती है , ये अलग बात है की हमारे लोग अभी भी एक दुसरे के खून के प्यासे रहते है और ये सम्हालना हमारे लिए कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है , तुमने जो किया उससे हमारे गांव के लोग बुरी तरह से बौखला गए है , अब तुम्हे जिन्दा छोड़ दिया तो मेरी इज्जत पर भी आंच आ जाएगी “
उन्होंने एक सिप लेते हुए कहा
उनकी बात सुनकर मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब मुझे मारकर एक जंग शुरू करने से तो अच्छा है की कोई बीच का ही रास्ता निकाल लिया जाए , आप अपने लोगो को समझा सकते है , ऐसे ही तो इतने बड़े राजनितज्ञ नहीं कहलाते , क्यों ना अपने कोयले की माइंस वाले मामले पर कोई हल निकाल ले , मुझे पता है की आप वंहा हो रहे आन्दोलन से बहुत परेशान है , वंहा के गांव वाले आपको जमीन खोदने नहीं देंगे और वंहा आपकी भी हिस्सेदारी है , काम जितना लेट होगा उतना घाटा …”
बलवंत एक बार रुक कर मुझे देखने लगा , फिर हँस पड़ा
“तू तो सच में बहुत शातिर निकला बे …”
मैं भी हँसा ,
“आज ही काम शुरू किया हु और सबसे पहले आप की सारी डिटेल्स को एनालिसिस किया “
“हम्म पढ़ा लिखा होने के बहुत फायदे है की आप चीजो को समझने लगते हो “ वो हँसने लगे तभी कोई उस कमरे के पास से गुजरा
“अरे निशांत तुम , वाट अ प्लेसेंट सप्राइज “ एक लड़की आई और उसे देख कर मैं भी खड़ा हो गया हम दोनों ही एक दुसरे के गले से लगे ..
“तुम यंहा कैसे …???”
उसने आश्चर्य से पूछा
“बस यार तुम्हारे पापा ने मुझे किडनेप करवाया है “ मैं हँसने लगा , वो और भी आश्चर्य से अपने पिता की ओर देखने लगी
“तुम एक दुसरे को जानते हो ??”
“हम एक साथ ही पढ़े है ठाकुर साहब “
मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें देखा
“बड़ी अजीब बात है अम्मा का भतीजा और मेरी बेटी एक साथ पढ़े है और मुझे पता भी नहीं “
मैं थोडा हँसा
“ठाकुर साहब अम्मा ने मुझे हमेशा दुनिया से छिपा कर रखा था , कालेज के समय में भी एक सामान्य बच्चे की तरह ही रहा , हां मुझे जरुर पता था की रामिका आप की बेटी है “
मैंने रामिका की ओर देखा
“अन्नू कैसी है , आजकल मेरा फोन नहीं उठा रही “
उसने फिर से सवाल दागा
“अच्छी है आज ही उसे शहर छोड़कर आया , मेरे साथ ही गांव आई हुई थी और एक गुड न्यूस भी है , हम दोनों शादी कर रहे है “
मेरी बात सुनकर रामिका उछल पड़ी
“वाओ यार , मुझे पता था की तुम दोनों के बीच कुछ तो है … तू मेरे साथ चल तुझसे बहुत सारी बाते करनी है “
रामिका ने मेरा हाथ पकड लिया , तभी ठाकुर साहब बोल पड़े
“अरे बेटा आराम से बात कर लेना ये आज यही रुकने वाला है , अभी हम थोडा बिजिनेस की बात कर ले “
रामिका मुझे बाय बोलकर निकल गई , हम फिर से बैठे , ठाकुर साहब ने एक गहरी साँस ली
“दुनिया बहुत छोटी है कुवर “
“अरे ठाकुर साहब आप मुझे क्यों कुवर बुला रहे है , आप मुझे नाम से बुलाए “
वो बस मुस्कुराये
“अब तो तुम्हे मरना और भी मुश्किल हो गया , आखिर मेरी बेटी के दोस्त भी निकल गए , लेकिन लोगो का दिल रखने के लिए मारना तो पड़ेगा ही … अब बताओ अगर ऑफर अच्छा ना हुआ तो फिर सॉरी “
मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब कट टू कट वाला ऑफ़र देता हु आपके इन्वेस्टमेंट का 40 -60 “
वो हँस पड़े
“मुर्ख समझते हो क्या , पूरा पैसा मैंने लगाया और उसका 40% तुम्हे दे दू “
“ठाकुर साहब कौन सा आपने अपने जेब से पैसा लगाया है , आपके 90% शेयर तो कम्पनी ने यंहा कोयला खोदने के परमिट के एवज में आपको दिए है और बाकि जो पैसा आपने दिया वो भी कमीशन के ही है … आपके जेब से तो एक ढेला नहीं गया होगा “
“पैसा नहीं तो पॉवर तो मेरा लगा है …”
“बिलकुल और इसी हम भी तो अपने पॉवर का ही पैसा आपसे मांग रहे है , मैं चाहू तो मेरे एक बार बोलने से समझोता हो जाएगा , वरना आप कोई भी ऑफर गांव वालो के सामने रख दो , आन्दोलन नही रुकने वाला , और ये बात आप भी अच्छे से जानते हो , अगर कंपनी को घटा हुआ तो आपकी शाख पर भी सवाल उठेगा , आप नही तो कंपनी के सीईओ हमसे ही समझोता करेंगे और वो जो परसेंट हमें देंगे वो आपके ही हिस्से तो देंगे …अब आपके पास एक मौका है की आप उनके नजरो में भी बने रहे , अपनी शाख भी बचा ले और प्रॉफिट भी कमा ले “
वो सोच में पड़ गए उन्होंने एक घुट जल्दी से मारा और दूसरा पैक बनाया …
“30-70 “ उन्होंने जल्दी से कहा
मै हँस पड़ा
“क्या ठाकुर साहब यंहा क्या भाजी लेने आये है जो यु मोलभाव कर रहे है “
“बेटा एक परसेंट की कीमत यंहा 100 करोड़ से भी ज्यादा है , और मैं अकेले थोड़े खाऊंगा , पूरी पार्टी को खिलाना पड़ता है “
“सही कहा ठाकुर साहब , लेकिन सोचिये ना हमें भी तो पूरी पार्टी को खिलाना पड़ेगा … चलिए बीच का करते है 35-65 में फिक्स करते है , देखिये आप भी अच्छे से जानते है की ये डील आपके लिए फायदेमंद ही है …अब इसमें से दोनों पार्टी 5-5 पर्शेंट का रहत पैकज देंगी मतलब 500 -500 करोड़ के आसपास का , उन लोगो के लिए जिनकी जमीन जा रही है , कंपनी से बोलकर उनके लोगो को नौकरी दीजिए , अलग से जमीन दीजिए और घर बना कर दीजिए … इससे आपकी भी राजनीती चमकेगी और हमारी भी शाख बच जायेगी …”
“हम्म्म लेकिन अम्मा ने अगर मना कर दिया तो , तुम्हारे बात का क्या ही मोल है “
मैं हँसा
“फिक्र मत करिए अब से मेरे ही बात का मोल है … आप बताइए आप तो खुश है ना “
“बिलकुल…. बड़े दिनों से इस बात को लेकर परेशान था , पार्टी का प्रेशर अलग से … “
“तो एक ड्रिंक और हो जाए “
“बिलकुल “ उन्होंने एक ड्रिंक और मेरे सामने रख दी
“लेकिन अब गांव वालो को क्या बोलू ..ये सब तो तुम्हे मारने को बेचैन है “
मैं हँस पड़ा
“ठाकुर साहब अब ये तो आप मुझसे ज्यादा अच्छे से समझते है की क्या करना चाहिए … मुझे नही लगता की ये मुझे बताने की जरूरत पड़ेगी ..कम से कम 10 हजार करोड़ की डील हुई है , कुछ पैसे गांव वालो को भी खिलाइए , अभी के लिए फिर से उस बगीचे में कब्ज़ा कर लीजिए , आपके गांव वालो को थोड़ी राहत मिलेगी “
“हां लेकिन जब कोई अपने को खो देता है तो उसका दुःख बहुत ज्यादा हो जाता है , अगर किसी की मौत नहीं हुई होती तो शायद मुझे इतनी मुशकिल नहीं होती , तुमने ये गलत कर दिया कुवर “
“ठाकुर साहब…. मुझे भी तो खुद को प्रूव करना था , ये सब नहीं करता तो क्या आज आपके साथ डील कर पाने की हैसियत बना पाता , जो हुआ वो हो गया , अब से ध्यान रखेंगे की किसी की जान ना जाये , आप मेरा मोबाइल दिलवा दीजिए और मुझे उसी बगीचे में मारने भेज दीजिए सुबह का समय ज्यादा अच्छा रहेगा , मैं यंहा से सेटिंग कर देता हु वही से आपके लोगो के हाथो से बच कर निकल जाऊंगा , फिर तो कोई आप पर उंगली नहीं उठाएगा “
ठाकुर साहब सोच में पड़ गए …
“लेकिन कुवर कुछ गड़बड़ हो गई तो … अगर तुम्हारे लोग सही टाइम में नहीं आये और मेरे लोगो ने तुम्हे कुछ कर दिया तो , गड़बड़ हो जायेगी “
ठाकुर ने बात तो सही कही थी , मैंने आँखे बंद की और लौडू को आवाज लगाई
“अबे लौडू कहा सो गया है आज दिन भर से ….”
“अरे कुवर साले दिन भर से फालतू की जगहों में घूम रहा है , पार्टी ऑफिस में ले जा कर मुस्झाये हुए लंड और चूत दिखा रहा है , सब साले बुड्डे इन्हें देखकर तो कोई भी सो जाए … हा ये रामिका माल है …देगी क्या ..??”
“क्यों … तू नहीं ले सकता क्या इसकी अपनी शक्तियों से ??”
“यंहा नहीं , इसे अपने गांव के दायरे में ले जा वंहा मेरी शक्तिया काम करेगी , या तो कम से कम 10 माँ बेटे को उस पत्थर में चुदवा तो शायद मेरी शक्ति इतनी बढ़ जाए की मैं गांव के दायरे के बाहर भी लोगो को प्रभावित कर सकू …”
“ठीक , कल सुबह गांव के दायरे के भीतर हम फिर से होंगे, मेरी जान तेरे हाथो में होगी , कोई 20-30 लोगो पर जादू करना होगा तुझे कर पायेगा “
“हम्म एक साथ तो मुमकिन नहीं होगा …. हा अगर सब पत्थर के पास रहे तो बिलकुल हो जायेगा , और सभी के साथ अगर स्त्री हो और हो सके तो उनकी माँ बहन या बेटी हो , तब तो समझ ले तुझे छोड़कर सभी गैंगबैंग में लग जायेंगे “
मैं मुस्कुराया और आंखे खोल दी
“क्या हुआ कुवर …”
“एक गजब का रास्ता मिल गया ,आपके उपर कोई भी बात नही आएगी और आपके लोग खुद मुझे छोड़ देंगे , पूरा इल्जाम उन लोगो पर ही हो जायेगा …”
ठाकुर की आँखे चमक गई ..
“वो कैसे .. देखो फिर से कोई बढ़ा कांड मत कर बैठना जिसका मुझे फिर से बदला लेना पड़ जाए , दुश्मनी निभाने के चक्कर में बहुत संसाधन नष्ट हो जाते है “
“नहीं कोई हथियार उठाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी , बस अपने लोगो से बोलना की उन्हें मुझे मेरे ही गांव की सीमा के अंदर मारना है , इससे मेरे गांव वालो में दहशत फ़ैल जायेगी … और उनके साथ कुछ लडकिया भी होनी चाहिए , हो सके तो उनके ही परिवार की , सभी कोई कहिये की वो अपनी जवान बहनों , बेटियों को भी साथ ले आये , वो नवजवान है वो अपनी माओ के साथ वंहा जाए , झील के उस किनारे एक पत्थर है उसके उपर ही मेरी बलि चढ़ा दे , इससे उनका शौर्य उनके परिवार की स्त्रियाँ भी देखेंगी …क्या ये हो पायेगा …”
ठाकुर ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा …
“यार तुम आदमी बड़े अजीब हो , ये कैसी बात हुई , आखिर इससे तुम बचोगे कैसे ….”
“ठाकुर साहब वो मेरी टेंशन है आप बस इतना कर दीजिए , बाकि सब मैं ठीक कर दूंगा , अब तो खुश “
“ठीक है हो जायेगा , कल सुबह भोर होने से पहले ही तुम्हारा जुलुस निकाल दिया जायेगा ..”
ठाकुर साहब मुस्कुराये और अपना पेक मेरी ओर उठा दिया …..
Bahut jabardast story hai bhai
 

parkas

Prime
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258
अध्याय 13
मैं अभी एक कुर्सी में बैतः हुआ था और सामने एक मोटा शख्स खड़ा था …
“तो तुम ही हो जिसके कारन हमारे लोग मारे गए …”
“आप ठाकुर बलवंत है ??? नमस्कार ठाकुर साहब “
वो मुस्कुराया
“मैंने तो सोचा था की तुम्हे लाने के लिए बहुत मारपीट करनी पड़ेगी , तुम तो खुद ही इतने आसानी से आ गए , बहुत हिम्मत है तुममे “
बलवंत मुस्कुराते हुए बोला
“ठाकुर साहब हिम्मत नहीं बस दिमाग है , इतना तो मैं समझता हु की आप मुझे यंहा जान से मारने के लिए नहीं लाये , बस इसलिए लाये हो क्योकि आपको भी अपने लोगो को जवाब देना पड़ता है …”
वो पास रखे सोफे पर बैठ गए
“अच्छा तुम्हे इतना यकीन क्यों है की हम तुम्हे जान से नहीं मरेंगे “
उनकी बात सुनकर मैं भी मुस्कुराया
“क्योकि अम्मा मुझसे कहा करती थी की आप एक दिमागदार व्यक्ति है , और दिमाग वाले पहले दिमाग चलाते है बाद में हथियार , आप एक विधायक है , मंत्री भी है , आप अपने दामन में कोई दाग लगने नहीं देंगे , आप को भी पता है की मैं अम्मा का एकलौता वारिस हु और मुझे मरने का सीधा मतलब होगा कुवरगढ़ से सीधा युद्ध का ऐलान कर देना , भले ही आप ज्यादा ताकतवर हो लेकिन ऐसा आप नहीं सीधा युद्ध नहीं चाहेंगे , कोई दिमाग वाला व्यक्ति नहीं चाहता , इसलिए मरने मारने को प्यादे होते है , राजा और राजकुमार नहीं …”
वो हँस पड़े …
“तुमने जो किया उसे देखकर मुझे ये तो समझ आ गया था की तुम दिमाग वाले हो लेकिन तुम तो राजनीती के भी जानकार निकले … अच्छा है बेचारी अम्मा को भी इससे थोड़ी राहत मिल जाएगी , क्या पीना पसंद करोगे विस्की या रम “
“ठाकुर साहब आज पूरा शरीर थक गया है एक विस्की पिला दीजिए “
वो खड़े हुए और पास बने छोटे से बार से दो पेक बना कर ले आये , उन्होंने एक पेक मेरे ओर बढ़ा दिया ..
“आप जैसे अनुभवी और खानदानी व्यक्ति के साथ बैठकर पीना मेरा सौभाग्य है “
मैंने पेक थोडा ऊँचा करते हुए कहा
“हम्म्म अम्मा का परिवार और मेरा परिवार खानदानी दुश्मन रहा है , लेकिन अम्मा के आने से चीजे बदल गई ,दोनों गांवो में थोड़ी शांति फैली ,अम्मा बात को समझती है , राजनीती समझती है और शांति और बातचीत से काम लेती है , ये अलग बात है की हमारे लोग अभी भी एक दुसरे के खून के प्यासे रहते है और ये सम्हालना हमारे लिए कभी कभी बहुत मुश्किल हो जाता है , तुमने जो किया उससे हमारे गांव के लोग बुरी तरह से बौखला गए है , अब तुम्हे जिन्दा छोड़ दिया तो मेरी इज्जत पर भी आंच आ जाएगी “
उन्होंने एक सिप लेते हुए कहा
उनकी बात सुनकर मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब मुझे मारकर एक जंग शुरू करने से तो अच्छा है की कोई बीच का ही रास्ता निकाल लिया जाए , आप अपने लोगो को समझा सकते है , ऐसे ही तो इतने बड़े राजनितज्ञ नहीं कहलाते , क्यों ना अपने कोयले की माइंस वाले मामले पर कोई हल निकाल ले , मुझे पता है की आप वंहा हो रहे आन्दोलन से बहुत परेशान है , वंहा के गांव वाले आपको जमीन खोदने नहीं देंगे और वंहा आपकी भी हिस्सेदारी है , काम जितना लेट होगा उतना घाटा …”
बलवंत एक बार रुक कर मुझे देखने लगा , फिर हँस पड़ा
“तू तो सच में बहुत शातिर निकला बे …”
मैं भी हँसा ,
“आज ही काम शुरू किया हु और सबसे पहले आप की सारी डिटेल्स को एनालिसिस किया “
“हम्म पढ़ा लिखा होने के बहुत फायदे है की आप चीजो को समझने लगते हो “ वो हँसने लगे तभी कोई उस कमरे के पास से गुजरा
“अरे निशांत तुम , वाट अ प्लेसेंट सप्राइज “ एक लड़की आई और उसे देख कर मैं भी खड़ा हो गया हम दोनों ही एक दुसरे के गले से लगे ..
“तुम यंहा कैसे …???”
उसने आश्चर्य से पूछा
“बस यार तुम्हारे पापा ने मुझे किडनेप करवाया है “ मैं हँसने लगा , वो और भी आश्चर्य से अपने पिता की ओर देखने लगी
“तुम एक दुसरे को जानते हो ??”
“हम एक साथ ही पढ़े है ठाकुर साहब “
मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें देखा
“बड़ी अजीब बात है अम्मा का भतीजा और मेरी बेटी एक साथ पढ़े है और मुझे पता भी नहीं “
मैं थोडा हँसा
“ठाकुर साहब अम्मा ने मुझे हमेशा दुनिया से छिपा कर रखा था , कालेज के समय में भी एक सामान्य बच्चे की तरह ही रहा , हां मुझे जरुर पता था की रामिका आप की बेटी है “
मैंने रामिका की ओर देखा
“अन्नू कैसी है , आजकल मेरा फोन नहीं उठा रही “
उसने फिर से सवाल दागा
“अच्छी है आज ही उसे शहर छोड़कर आया , मेरे साथ ही गांव आई हुई थी और एक गुड न्यूस भी है , हम दोनों शादी कर रहे है “
मेरी बात सुनकर रामिका उछल पड़ी
“वाओ यार , मुझे पता था की तुम दोनों के बीच कुछ तो है … तू मेरे साथ चल तुझसे बहुत सारी बाते करनी है “
रामिका ने मेरा हाथ पकड लिया , तभी ठाकुर साहब बोल पड़े
“अरे बेटा आराम से बात कर लेना ये आज यही रुकने वाला है , अभी हम थोडा बिजिनेस की बात कर ले “
रामिका मुझे बाय बोलकर निकल गई , हम फिर से बैठे , ठाकुर साहब ने एक गहरी साँस ली
“दुनिया बहुत छोटी है कुवर “
“अरे ठाकुर साहब आप मुझे क्यों कुवर बुला रहे है , आप मुझे नाम से बुलाए “
वो बस मुस्कुराये
“अब तो तुम्हे मरना और भी मुश्किल हो गया , आखिर मेरी बेटी के दोस्त भी निकल गए , लेकिन लोगो का दिल रखने के लिए मारना तो पड़ेगा ही … अब बताओ अगर ऑफर अच्छा ना हुआ तो फिर सॉरी “
मैं मुस्कुराया
“ठाकुर साहब कट टू कट वाला ऑफ़र देता हु आपके इन्वेस्टमेंट का 40 -60 “
वो हँस पड़े
“मुर्ख समझते हो क्या , पूरा पैसा मैंने लगाया और उसका 40% तुम्हे दे दू “
“ठाकुर साहब कौन सा आपने अपने जेब से पैसा लगाया है , आपके 90% शेयर तो कम्पनी ने यंहा कोयला खोदने के परमिट के एवज में आपको दिए है और बाकि जो पैसा आपने दिया वो भी कमीशन के ही है … आपके जेब से तो एक ढेला नहीं गया होगा “
“पैसा नहीं तो पॉवर तो मेरा लगा है …”
“बिलकुल और इसी हम भी तो अपने पॉवर का ही पैसा आपसे मांग रहे है , मैं चाहू तो मेरे एक बार बोलने से समझोता हो जाएगा , वरना आप कोई भी ऑफर गांव वालो के सामने रख दो , आन्दोलन नही रुकने वाला , और ये बात आप भी अच्छे से जानते हो , अगर कंपनी को घटा हुआ तो आपकी शाख पर भी सवाल उठेगा , आप नही तो कंपनी के सीईओ हमसे ही समझोता करेंगे और वो जो परसेंट हमें देंगे वो आपके ही हिस्से तो देंगे …अब आपके पास एक मौका है की आप उनके नजरो में भी बने रहे , अपनी शाख भी बचा ले और प्रॉफिट भी कमा ले “
वो सोच में पड़ गए उन्होंने एक घुट जल्दी से मारा और दूसरा पैक बनाया …
“30-70 “ उन्होंने जल्दी से कहा
मै हँस पड़ा
“क्या ठाकुर साहब यंहा क्या भाजी लेने आये है जो यु मोलभाव कर रहे है “
“बेटा एक परसेंट की कीमत यंहा 100 करोड़ से भी ज्यादा है , और मैं अकेले थोड़े खाऊंगा , पूरी पार्टी को खिलाना पड़ता है “
“सही कहा ठाकुर साहब , लेकिन सोचिये ना हमें भी तो पूरी पार्टी को खिलाना पड़ेगा … चलिए बीच का करते है 35-65 में फिक्स करते है , देखिये आप भी अच्छे से जानते है की ये डील आपके लिए फायदेमंद ही है …अब इसमें से दोनों पार्टी 5-5 पर्शेंट का रहत पैकज देंगी मतलब 500 -500 करोड़ के आसपास का , उन लोगो के लिए जिनकी जमीन जा रही है , कंपनी से बोलकर उनके लोगो को नौकरी दीजिए , अलग से जमीन दीजिए और घर बना कर दीजिए … इससे आपकी भी राजनीती चमकेगी और हमारी भी शाख बच जायेगी …”
“हम्म्म लेकिन अम्मा ने अगर मना कर दिया तो , तुम्हारे बात का क्या ही मोल है “
मैं हँसा
“फिक्र मत करिए अब से मेरे ही बात का मोल है … आप बताइए आप तो खुश है ना “
“बिलकुल…. बड़े दिनों से इस बात को लेकर परेशान था , पार्टी का प्रेशर अलग से … “
“तो एक ड्रिंक और हो जाए “
“बिलकुल “ उन्होंने एक ड्रिंक और मेरे सामने रख दी
“लेकिन अब गांव वालो को क्या बोलू ..ये सब तो तुम्हे मारने को बेचैन है “
मैं हँस पड़ा
“ठाकुर साहब अब ये तो आप मुझसे ज्यादा अच्छे से समझते है की क्या करना चाहिए … मुझे नही लगता की ये मुझे बताने की जरूरत पड़ेगी ..कम से कम 10 हजार करोड़ की डील हुई है , कुछ पैसे गांव वालो को भी खिलाइए , अभी के लिए फिर से उस बगीचे में कब्ज़ा कर लीजिए , आपके गांव वालो को थोड़ी राहत मिलेगी “
“हां लेकिन जब कोई अपने को खो देता है तो उसका दुःख बहुत ज्यादा हो जाता है , अगर किसी की मौत नहीं हुई होती तो शायद मुझे इतनी मुशकिल नहीं होती , तुमने ये गलत कर दिया कुवर “
“ठाकुर साहब…. मुझे भी तो खुद को प्रूव करना था , ये सब नहीं करता तो क्या आज आपके साथ डील कर पाने की हैसियत बना पाता , जो हुआ वो हो गया , अब से ध्यान रखेंगे की किसी की जान ना जाये , आप मेरा मोबाइल दिलवा दीजिए और मुझे उसी बगीचे में मारने भेज दीजिए सुबह का समय ज्यादा अच्छा रहेगा , मैं यंहा से सेटिंग कर देता हु वही से आपके लोगो के हाथो से बच कर निकल जाऊंगा , फिर तो कोई आप पर उंगली नहीं उठाएगा “
ठाकुर साहब सोच में पड़ गए …
“लेकिन कुवर कुछ गड़बड़ हो गई तो … अगर तुम्हारे लोग सही टाइम में नहीं आये और मेरे लोगो ने तुम्हे कुछ कर दिया तो , गड़बड़ हो जायेगी “
ठाकुर ने बात तो सही कही थी , मैंने आँखे बंद की और लौडू को आवाज लगाई
“अबे लौडू कहा सो गया है आज दिन भर से ….”
“अरे कुवर साले दिन भर से फालतू की जगहों में घूम रहा है , पार्टी ऑफिस में ले जा कर मुस्झाये हुए लंड और चूत दिखा रहा है , सब साले बुड्डे इन्हें देखकर तो कोई भी सो जाए … हा ये रामिका माल है …देगी क्या ..??”
“क्यों … तू नहीं ले सकता क्या इसकी अपनी शक्तियों से ??”
“यंहा नहीं , इसे अपने गांव के दायरे में ले जा वंहा मेरी शक्तिया काम करेगी , या तो कम से कम 10 माँ बेटे को उस पत्थर में चुदवा तो शायद मेरी शक्ति इतनी बढ़ जाए की मैं गांव के दायरे के बाहर भी लोगो को प्रभावित कर सकू …”
“ठीक , कल सुबह गांव के दायरे के भीतर हम फिर से होंगे, मेरी जान तेरे हाथो में होगी , कोई 20-30 लोगो पर जादू करना होगा तुझे कर पायेगा “
“हम्म एक साथ तो मुमकिन नहीं होगा …. हा अगर सब पत्थर के पास रहे तो बिलकुल हो जायेगा , और सभी के साथ अगर स्त्री हो और हो सके तो उनकी माँ बहन या बेटी हो , तब तो समझ ले तुझे छोड़कर सभी गैंगबैंग में लग जायेंगे “
मैं मुस्कुराया और आंखे खोल दी
“क्या हुआ कुवर …”
“एक गजब का रास्ता मिल गया ,आपके उपर कोई भी बात नही आएगी और आपके लोग खुद मुझे छोड़ देंगे , पूरा इल्जाम उन लोगो पर ही हो जायेगा …”
ठाकुर की आँखे चमक गई ..
“वो कैसे .. देखो फिर से कोई बढ़ा कांड मत कर बैठना जिसका मुझे फिर से बदला लेना पड़ जाए , दुश्मनी निभाने के चक्कर में बहुत संसाधन नष्ट हो जाते है “
“नहीं कोई हथियार उठाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी , बस अपने लोगो से बोलना की उन्हें मुझे मेरे ही गांव की सीमा के अंदर मारना है , इससे मेरे गांव वालो में दहशत फ़ैल जायेगी … और उनके साथ कुछ लडकिया भी होनी चाहिए , हो सके तो उनके ही परिवार की , सभी कोई कहिये की वो अपनी जवान बहनों , बेटियों को भी साथ ले आये , वो नवजवान है वो अपनी माओ के साथ वंहा जाए , झील के उस किनारे एक पत्थर है उसके उपर ही मेरी बलि चढ़ा दे , इससे उनका शौर्य उनके परिवार की स्त्रियाँ भी देखेंगी …क्या ये हो पायेगा …”
ठाकुर ने मुझे बड़े आश्चर्य से देखा …
“यार तुम आदमी बड़े अजीब हो , ये कैसी बात हुई , आखिर इससे तुम बचोगे कैसे ….”
“ठाकुर साहब वो मेरी टेंशन है आप बस इतना कर दीजिए , बाकि सब मैं ठीक कर दूंगा , अब तो खुश “
“ठीक है हो जायेगा , कल सुबह भोर होने से पहले ही तुम्हारा जुलुस निकाल दिया जायेगा ..”
ठाकुर साहब मुस्कुराये और अपना पेक मेरी ओर उठा दिया …..
Bahut hi badhiya update diya hai Chutiyadr bhai....
Nice and lovely update....
 
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