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अध्याय --- 4 --- हमारा हनीमून ------
मै उनकी ख़ुशी के लिए कुछ भी करूँगा। मै अपना दामाद का फर्ज निभाऊँगा। कुसुम ने मेरे कंधे पर सर रख लिया। मैंने कुसुम से धीरे से पूछा रिंकी बेटी अभी हमारे साथ क्यो नही आई। कुसुम हस्ते हुए बोली आप पूरे बुधु हो आज हमारी शादी की first nighit है और रिंकी आज की रात हमारे बीच में कबाब की हड्डी नही बनना चाहती थी। मैंने कहा ऐसा रिंकी ने तुमसे बोला। कुसुम बोली हा। मैंने कहा आज कल के बच्चे इतनी छोटी उम्र में बड़े ही समझदार हो जाते है। ऐसे ही बातें करते हुए हम घर पहुँच गए।
मम्मी ने हम दोनों को घर के दरवाजे पर आरती उतारकर अंदर ले आई। मम्मी ने कुसुम को पति व्रत पूजा की किताब देते हुए कहा बेटी इसकी रोज पूजा करना जिससे तुम दोनों पति पत्नी का रिश्ता मजबूत और प्यार से भरा रहेगा। पापा ने कुसुम को आशीर्वाद देते हुए कहा जल्दी से इस घर को बच्चो की किलकारियों से रोशन करो। मै और कुसुम एक दूसरे को देखकर मुस्करा रहे थे। फिर मै नहा धोकर खा पीकर हॉल में सो गया। दोपहर के चार बजे मम्मी ने उठाया और मुझसे बोलि बेटा जा अब थोड़ा बाहर घूम आओ औरते आने वाली है बहू की मुह दिखाई होनी है।
मै अपने दोस्तो को फोन किया और उनके पास चला गया। मेरे दो ही दोस्त है, हम लोग चाय की दुकान पर बैठ कर बातें करने लगे। मेरा एक दोस्त बोला अरुण रात की तैयारी हो गयी मैंने कहा इस बार कोई तैयारी नही सीधा फाइनल होगा। सब हसने लगे। तो दूसरा बोला हनीमून के लिए कहा जा रहे हो। मैंने कहा यार मै मिडिल क्लास फैमिली वाला हू। वैसे भी शादी में बहुत पैसें खर्चा हो गए। इसलिए जो होगा घर में ही होगा। थोड़ी देर बाद मेरा एक दोस्त बोला एक आईडिया है तुम्हारे हनीमून की जुगाड़ हो सकती है। मैंने पूछा क्या। वो बोला तुमे स्टेज पर जो रुपयो के लिफ़ाफ़े मिले थे वो काम आ सकते है और भाभी को अभी मुह दिखाई में रुपए के लिफ़ाफ़े मिलेंगे उन सबको मिलाकर गोवा में दो तीन दिन का हनीमून पैकेज की जुगाड़ आराम से हो जायेगी। मुझे उसका आईडिया ठीक लगा। और एक घंटे गप्पे लगाने के बाद सात बजे घर आ गया।
आप लोगों को याद दिला दू ये मेरी और मेरी पत्नी कुसुम दोनो की ही दूसरी शादी थी और शादी भी सादा सिंपल तरह से हुयी थी और किसी को बुलाया भी नही था क्योकि आप तो जानते ही है रिश्तेदार ताना देते विधवा लड़की और एक बेटी की माँ से शादी कर ली। और हमारे खास रिश्तेदार भी नही आये थे और मैंने बेड रूम को सुहागरात की सेज का तामझाम भी नही किया था। सब औरते जा चुकी थी, मम्मी पापा और कुसुम हॉल में थे।
मै भी हॉल में बैठ गया मम्मी से कहा मुझे स्टेज पर जो लिफ़ाफ़े मिले थे वो कहा है मम्मी बोली क्यो क्या करेगा मैंने कहा उन पैसों से घूमने जाने की सोच रहा हू। तो पापा बोल पड़े बीच में अरुण बेटा तुम्हे जहा जाना हो जाओ पैसे मुझसे ले लो। और वो पैसे से अपनी बहू के लिए मै और तेरी मम्मी कान के लिये सोने की टोक्स बनवाने की सोच रहे है। मै खुश हो गया और पापा से बोला ok sir. फिर हम सब खाना खा पीकर अपने कमरे में चले गए।
मै बेड पर कुसुम का इंतजार कर रहा था, वो मम्मी के कमरे में थी। थोड़ी देर बाद वो आ गयी। कुसुम को देखकर मै मेरी आँखे खुली रह गयी।
कुसुम के आँखों में काजल, होंठो पर डार्क लिपिस्टिक, चेहरे की चमक देखकर कोई ये नही कह सकता की वो एक 18 साल की लड़की की माँ है।
कुसुम को मेरी मम्मी ने एक दुल्हन की तरह सजा दिया था। मै फुर्ती में उठा और कुसुम को पकड़कर बेड पर बिठा दिया और कमरे के बाहर झाँका पापा हॉल में सो रहे थे और मम्मी अपने कमरे शायद सो रही थी। मैंने अपने रूम के दरवाजे बंद किये। और बेड पर कुसुम के पास बैठ गया। और उसका हाथ अपने हाथ में लेकर बोला थैंक्स। मुझे आज अपने आप पर घमंड हो रहा था मैं सोच रहा था मैंने सपने में भी नही सोचा था कि मुझे इतनी खूबसूरत बीवी मिलेगी।
कुसुम बोली क्या हुआ ऐसे क्या सोच रहे हो मुझे चिढ़ाते हुए बोली अगर आपका मन नही हो तो मै सासु मम्मी के साथ सो जाती हू। मैंने कहा अरे मेरी मा ये सासु मम्मी के साथ सोने की रात नही है। और कुसुम को पकड़कर बिस्तर पर लिटा लिया और उसके गालो पर kiss करता हुआ बोला "कल तक जिसके सपने देखें आज वो मेरे साथ है आज मेरी जिंदगी की सबसे खूबसूरत रात है।" कुसुम बोली वाह शायरी भी कर लेते है जनाब। मैंने कहा अब आप इजाजत दे तो और बहुत कुछ कर के दिखाऊ। कुसुम बोली मैं तो आपकी हू और अपने आप से क्या इजाजत लेना। मै कुसुम का इशारा समझ गया।
और अपने होंठों को कुसुम के होंठो पर रख दिया। हम एक दूसरे के होंठो को चूमने, चूसने, हल्के से काटने लगे। पांच मिनिट बाद मैंने अपने हाथ कुसुम के उरोजो पर रखकर दबाना शुरू कर दिया कुसुम सिसकिया ले रही थी।
मैंने कुसुम से पूछा तुम खुश हो, वो आँखों की पलके झपकाते हुए बोली हा और कुसुम मेरे सीने से चिपक गयी। मैंने कहा कुसुम एक बात पूछूँ वो एक मादक कामुक अंगड़ाई लेते हुए बोली नही आज आप सौ बात पूछो मैंने कहा तुम अभी भी वर्जिन हो और बेटी की मां भी हो ये बात समझ नही आई तो कुसुम बोली आप को मै सब बता चुकी हू फिर याद दिलाती हू मेरी बेटी की डिलिवरी ऑपरेशन से हुई थी ये देखो मेरे पेट पर निशान है। और वो मेरे गर्भ में मेरे पहले पति के साथ संभोग से नही आई वो उसकी वीर्य मेरी योनि के अंदर शायद चली गयी थी क्योकि हमारे बीच कभी भी संभोग ठीक से हुआ ही नही था। मुझे उसकी बातें आधी समझ आ रही थी आधी नही। हम दोनों एक दूसरे से चिपकर नंगे ही सो गए।
सुबह नौ बजे करीब मेरी आँख खुली कुसुम कमरे में नही थी। मेरे तकिया के नीचे मेरी चड्डी रखी थी, मैंने अपनी चड्डी उठाकर पहन ली। मेरे पूरे शरीर में आलस भरा हुआ था उठने का मन नही कर रहा था। मैंने फिर से आँख बंद कर ली और चादर से मुह ढक कर करवट बदलकर लेटा रहा। तभी कुसुम किसी से फोन पर बात करते हुए रूम में आ गयी। मैंने सोचा चुपचाप मै इसकी बात सुनता हू, सुबह सुबह ना जाने किस से हँसकर बात कर रही है। कुसुम फोन पर अपनी आगणबाड़ी वाली सहेली से कह रही थी कि मेरी छुट्टी दस दिनों की और बढ़ा देना मै और मेरे पति घूमने जा रहे है। मै ये सुनकर टेंशन फ्री हो गया की मेरी पत्नी अपने नौकरी की भी फिक्र करती है। कुसुम की फोन का वोल्यूम ज्यादा खुला हुआ था जिससे मुझे उसकी सहेली की आवाज भी सुनाई दे रही थी। और कोई ज्यादा उम्र वाली औरत की आवाज लग रही थी। कुसुम ने उससे कहा आगणबाड़ी केंद्र कब जाओगी तो उसकी सहेली बोली रास्ते में हू इसलिए तुझे फोन किया।
कुसुम की सहेली ने पूछा पतिदेव कहा है तो कुसुम बोली वो सो रहे है। तो सहेली ने कहा रात भर जागे जो होंगे। तो कुसुम बोली नही यार वो बारह बजे ही सो गए थे। सहेली ने अचंभित होकर पूछा अरे। तुमने उनको सोने क्यो दिया। कुसुम बोली मै क्या कर सकती थी। सहेली बोली कितने राउंड लगाए तुम दोनों ने। कुसुम बोली मतलब। तो सहेली बोली अरे पागल कितनी बार सेक्स किया। कुसुम बोली बस एक बार। सहेली की हसी की आवाज आ रही थी।
कुसुम बोली इसमें हसने की क्या बात है। तो सहेली बोली मै हस नही रही हू। मुझे पूरी रात की कहानी बताओ। कुसुम ने कहा तुझे बड़ा मजा आ रहा है मेरी रात कहानी जानने में। तो सहेली बोली क्यो अभी शादी से कुछ दिन पहले तो बड़ी उतावली होकर मुझसे मेरी शादी की फर्स्ट नाइट का experience पूछ रही थी अब अपनी बारी पर शर्म आ रही है। कुसुम ये सुनकर सहेली को रात की कहानी बताने लगी। उसकी सहेली हस हस कर सुन रही थी और मुझे भी मन ही मन हसी आ रही थी।
तभी कुसुम अपनी सहेली से बोली मैंने जब अपने husband का लंड हाथ में पकड़ा तो ज्यादा मोटा नही था और लंड की स्किन भी ज्यादा पीछे नही जा रही थी जिससे उनके लंड का सुपाडा पूरा नही खुल पा रहा था। और उनके टट्टे बड़े बड़े थे।
ये सुनकर सहेली जोर जोर से हसने लगी और बोली अरे मेरी भोली कुसुम देवी तुम एक जवान लड़की की अम्मा बन गयी और अभी तक मोटे पतले लंड और टट्टो बट्टो के पीछे पड़ी हो। तेरे husband कौनसे पहलवान है उनके शरीर के हिसाब से ही तो उनका लंड होगा। वो दुबले पतले शरीर के है। जिससे उनके अंग और लंड सभी पतले है। अब तुम अपने थनों से लगाकर उन्हे दूध पिलाना फिर वो भी मोटे हो जायेंगे और उनका सामान भी मोटा हो जायेगा। ये सुनकर मेरी तो चादर के अंदर ही हसी के कारण पेट में दर्द होने लगा।
कुसुम देवी तुम बड़ी किस्मत वाली हो जो तुम्हे पैंतीस साल का कुँवारा वर्जिन लड़के से शादी हुई है क्योकि तेरे हसबैंड के लंड का सुपाडा भी अभि ठीक से नही खुला है वरना आजकल के लड़के जिनकी मुच्छे तक नही आई वो अपना लंड हाथ से हिला हिला कर लंड का सुपाडा तो खोल लेते है पर उनका लंड आगे से सुपाडे के खुल जाने से मोटा दिखता है जबकि पीछे से या जड़ से पतला हो जाता है। तेरे हसबैंड का लंड उनके शरीर के हिसाब से ठीक है और लंड का सुपाडा जैसे जैसे सेक्स करेंगे तो अपने आप खुल जायेगा। पर अपने पति के साथ सेक्स करते समय उनके लंड पर ज्यादा सा तेल जरूर लगाया करो।
कुसुम ने ये सुनकर मेरे सोते हुए चेहरे पर एक kiss कर दी। फोन में से उसकी सहेली की आवाज आ रही थी हैलो कुसुम क्या हुआ। कुसुम बोली अरे मै यही हू बस तेरी बात सुनकर पति को चूमने का मन किया था। तो उसकी सहेली बोली रात को चूम चूम कर मन नही भरा क्या।
तो कुसुम बोली मन तो मेरा बहुत था कि उनको चूम कर दोबारा तैयार करू पर वो खारंटे लेने लगे थे। कुसुम की सहेली ने पूछा कितनी मिनिट तक सेक्स किया था। तो कुसुम बोली मिनिट का मत पूछो यार पति महाराज ने जोर जोर से 25-30 धक्के लगाए और जैसे ही मैंने अपनी कमर हिलानी शुरु की वो शांत हो गए। ये शब्द सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा, मैंने अपने मन में कहा कि मैंने इससे रात में पूछा था ये खुश है तो इसने झूठ बोला था।
कुसुम की सहेली बोली ये कोई बडी प्रॉब्लम नही है, ऐसा ज्यादा उत्तेजना की वजह से सभी लड़को में होता है, और तुम्हारे पति ने आज तक अपना लंड भी ठीक से नहीं हिलाया। उनके साथ तो ये होना ही था।over exitement की वजह से पहली बार सेक्स करने में ये हो जाता है। उनका वीर्य यां पानी कितना निकला कुसुम बोली बहुत सारा गाड़ा सा मेरे तो चूतर में भी भर गया था।
कुसुम मै तुम्हें समझाती हू लड़को और लड़की कि उत्तेजना में बहुत अंतर होता है। लड़की को उत्तेजना देर से होती है और लड़को की देखना तो दूर सोचने से ही शुरू हो जाती है जो जल्दी आती वो जल्दी खतम भी हो जाती है। उनका कंट्रोल करने की आदत धीरे धीरे आती है। जबकि लड़की को अपनी उत्तेजना दबानी भी आती है जैसी तुमने 18-19 साल से अपनी सेक्स इच्छा दबा के रखी थी।
कुसुम तुमे मैंने बताया था कि मेरे पति का तो कंडोम लंड पर चढ़ाते हुए ही पानी निकल गया था। तेरे पति ने 25-30 धक्के तो लगा दिये। कुसुम देवी मेरा मानना है कि सेक्स बिल्कुल गाड़ी चलाने की तरह किया जाता है इसमें भी कब ब्रेक लगाने है, कब स्पीड बढ़ानी है, कब हॉर्न दबाना है सब का ध्यान रखना पड़ता है। अपने पति को हनीमून में सब सिखा देना। मै तो अब आगणबाड़ी केंद्र पहुँच गयी हू बाद में बात करती हू। Best of luck. Bye
कुसुम ने एक बार फिर से मेरे माथे पर kiss किया तभी मेरी मम्मी पापा की आवाज आई। मेरे मम्मी पापा मंदिर से वापस आये थे। कुसुम उनकी आवाज सुनकर बेडरूम से बाहर निकल गयी।
मै उनकी ख़ुशी के लिए कुछ भी करूँगा। मै अपना दामाद का फर्ज निभाऊँगा। कुसुम ने मेरे कंधे पर सर रख लिया। मैंने कुसुम से धीरे से पूछा रिंकी बेटी अभी हमारे साथ क्यो नही आई। कुसुम हस्ते हुए बोली आप पूरे बुधु हो आज हमारी शादी की first nighit है और रिंकी आज की रात हमारे बीच में कबाब की हड्डी नही बनना चाहती थी। मैंने कहा ऐसा रिंकी ने तुमसे बोला। कुसुम बोली हा। मैंने कहा आज कल के बच्चे इतनी छोटी उम्र में बड़े ही समझदार हो जाते है। ऐसे ही बातें करते हुए हम घर पहुँच गए।
मम्मी ने हम दोनों को घर के दरवाजे पर आरती उतारकर अंदर ले आई। मम्मी ने कुसुम को पति व्रत पूजा की किताब देते हुए कहा बेटी इसकी रोज पूजा करना जिससे तुम दोनों पति पत्नी का रिश्ता मजबूत और प्यार से भरा रहेगा। पापा ने कुसुम को आशीर्वाद देते हुए कहा जल्दी से इस घर को बच्चो की किलकारियों से रोशन करो। मै और कुसुम एक दूसरे को देखकर मुस्करा रहे थे। फिर मै नहा धोकर खा पीकर हॉल में सो गया। दोपहर के चार बजे मम्मी ने उठाया और मुझसे बोलि बेटा जा अब थोड़ा बाहर घूम आओ औरते आने वाली है बहू की मुह दिखाई होनी है।
मै अपने दोस्तो को फोन किया और उनके पास चला गया। मेरे दो ही दोस्त है, हम लोग चाय की दुकान पर बैठ कर बातें करने लगे। मेरा एक दोस्त बोला अरुण रात की तैयारी हो गयी मैंने कहा इस बार कोई तैयारी नही सीधा फाइनल होगा। सब हसने लगे। तो दूसरा बोला हनीमून के लिए कहा जा रहे हो। मैंने कहा यार मै मिडिल क्लास फैमिली वाला हू। वैसे भी शादी में बहुत पैसें खर्चा हो गए। इसलिए जो होगा घर में ही होगा। थोड़ी देर बाद मेरा एक दोस्त बोला एक आईडिया है तुम्हारे हनीमून की जुगाड़ हो सकती है। मैंने पूछा क्या। वो बोला तुमे स्टेज पर जो रुपयो के लिफ़ाफ़े मिले थे वो काम आ सकते है और भाभी को अभी मुह दिखाई में रुपए के लिफ़ाफ़े मिलेंगे उन सबको मिलाकर गोवा में दो तीन दिन का हनीमून पैकेज की जुगाड़ आराम से हो जायेगी। मुझे उसका आईडिया ठीक लगा। और एक घंटे गप्पे लगाने के बाद सात बजे घर आ गया।
आप लोगों को याद दिला दू ये मेरी और मेरी पत्नी कुसुम दोनो की ही दूसरी शादी थी और शादी भी सादा सिंपल तरह से हुयी थी और किसी को बुलाया भी नही था क्योकि आप तो जानते ही है रिश्तेदार ताना देते विधवा लड़की और एक बेटी की माँ से शादी कर ली। और हमारे खास रिश्तेदार भी नही आये थे और मैंने बेड रूम को सुहागरात की सेज का तामझाम भी नही किया था। सब औरते जा चुकी थी, मम्मी पापा और कुसुम हॉल में थे।
मै भी हॉल में बैठ गया मम्मी से कहा मुझे स्टेज पर जो लिफ़ाफ़े मिले थे वो कहा है मम्मी बोली क्यो क्या करेगा मैंने कहा उन पैसों से घूमने जाने की सोच रहा हू। तो पापा बोल पड़े बीच में अरुण बेटा तुम्हे जहा जाना हो जाओ पैसे मुझसे ले लो। और वो पैसे से अपनी बहू के लिए मै और तेरी मम्मी कान के लिये सोने की टोक्स बनवाने की सोच रहे है। मै खुश हो गया और पापा से बोला ok sir. फिर हम सब खाना खा पीकर अपने कमरे में चले गए।
मै बेड पर कुसुम का इंतजार कर रहा था, वो मम्मी के कमरे में थी। थोड़ी देर बाद वो आ गयी। कुसुम को देखकर मै मेरी आँखे खुली रह गयी।
कुसुम के आँखों में काजल, होंठो पर डार्क लिपिस्टिक, चेहरे की चमक देखकर कोई ये नही कह सकता की वो एक 18 साल की लड़की की माँ है।
कुसुम को मेरी मम्मी ने एक दुल्हन की तरह सजा दिया था। मै फुर्ती में उठा और कुसुम को पकड़कर बेड पर बिठा दिया और कमरे के बाहर झाँका पापा हॉल में सो रहे थे और मम्मी अपने कमरे शायद सो रही थी। मैंने अपने रूम के दरवाजे बंद किये। और बेड पर कुसुम के पास बैठ गया। और उसका हाथ अपने हाथ में लेकर बोला थैंक्स। मुझे आज अपने आप पर घमंड हो रहा था मैं सोच रहा था मैंने सपने में भी नही सोचा था कि मुझे इतनी खूबसूरत बीवी मिलेगी।
कुसुम बोली क्या हुआ ऐसे क्या सोच रहे हो मुझे चिढ़ाते हुए बोली अगर आपका मन नही हो तो मै सासु मम्मी के साथ सो जाती हू। मैंने कहा अरे मेरी मा ये सासु मम्मी के साथ सोने की रात नही है। और कुसुम को पकड़कर बिस्तर पर लिटा लिया और उसके गालो पर kiss करता हुआ बोला "कल तक जिसके सपने देखें आज वो मेरे साथ है आज मेरी जिंदगी की सबसे खूबसूरत रात है।" कुसुम बोली वाह शायरी भी कर लेते है जनाब। मैंने कहा अब आप इजाजत दे तो और बहुत कुछ कर के दिखाऊ। कुसुम बोली मैं तो आपकी हू और अपने आप से क्या इजाजत लेना। मै कुसुम का इशारा समझ गया।
और अपने होंठों को कुसुम के होंठो पर रख दिया। हम एक दूसरे के होंठो को चूमने, चूसने, हल्के से काटने लगे। पांच मिनिट बाद मैंने अपने हाथ कुसुम के उरोजो पर रखकर दबाना शुरू कर दिया कुसुम सिसकिया ले रही थी।
मैंने कुसुम से पूछा तुम खुश हो, वो आँखों की पलके झपकाते हुए बोली हा और कुसुम मेरे सीने से चिपक गयी। मैंने कहा कुसुम एक बात पूछूँ वो एक मादक कामुक अंगड़ाई लेते हुए बोली नही आज आप सौ बात पूछो मैंने कहा तुम अभी भी वर्जिन हो और बेटी की मां भी हो ये बात समझ नही आई तो कुसुम बोली आप को मै सब बता चुकी हू फिर याद दिलाती हू मेरी बेटी की डिलिवरी ऑपरेशन से हुई थी ये देखो मेरे पेट पर निशान है। और वो मेरे गर्भ में मेरे पहले पति के साथ संभोग से नही आई वो उसकी वीर्य मेरी योनि के अंदर शायद चली गयी थी क्योकि हमारे बीच कभी भी संभोग ठीक से हुआ ही नही था। मुझे उसकी बातें आधी समझ आ रही थी आधी नही। हम दोनों एक दूसरे से चिपकर नंगे ही सो गए।
सुबह नौ बजे करीब मेरी आँख खुली कुसुम कमरे में नही थी। मेरे तकिया के नीचे मेरी चड्डी रखी थी, मैंने अपनी चड्डी उठाकर पहन ली। मेरे पूरे शरीर में आलस भरा हुआ था उठने का मन नही कर रहा था। मैंने फिर से आँख बंद कर ली और चादर से मुह ढक कर करवट बदलकर लेटा रहा। तभी कुसुम किसी से फोन पर बात करते हुए रूम में आ गयी। मैंने सोचा चुपचाप मै इसकी बात सुनता हू, सुबह सुबह ना जाने किस से हँसकर बात कर रही है। कुसुम फोन पर अपनी आगणबाड़ी वाली सहेली से कह रही थी कि मेरी छुट्टी दस दिनों की और बढ़ा देना मै और मेरे पति घूमने जा रहे है। मै ये सुनकर टेंशन फ्री हो गया की मेरी पत्नी अपने नौकरी की भी फिक्र करती है। कुसुम की फोन का वोल्यूम ज्यादा खुला हुआ था जिससे मुझे उसकी सहेली की आवाज भी सुनाई दे रही थी। और कोई ज्यादा उम्र वाली औरत की आवाज लग रही थी। कुसुम ने उससे कहा आगणबाड़ी केंद्र कब जाओगी तो उसकी सहेली बोली रास्ते में हू इसलिए तुझे फोन किया।
कुसुम की सहेली ने पूछा पतिदेव कहा है तो कुसुम बोली वो सो रहे है। तो सहेली ने कहा रात भर जागे जो होंगे। तो कुसुम बोली नही यार वो बारह बजे ही सो गए थे। सहेली ने अचंभित होकर पूछा अरे। तुमने उनको सोने क्यो दिया। कुसुम बोली मै क्या कर सकती थी। सहेली बोली कितने राउंड लगाए तुम दोनों ने। कुसुम बोली मतलब। तो सहेली बोली अरे पागल कितनी बार सेक्स किया। कुसुम बोली बस एक बार। सहेली की हसी की आवाज आ रही थी।
कुसुम बोली इसमें हसने की क्या बात है। तो सहेली बोली मै हस नही रही हू। मुझे पूरी रात की कहानी बताओ। कुसुम ने कहा तुझे बड़ा मजा आ रहा है मेरी रात कहानी जानने में। तो सहेली बोली क्यो अभी शादी से कुछ दिन पहले तो बड़ी उतावली होकर मुझसे मेरी शादी की फर्स्ट नाइट का experience पूछ रही थी अब अपनी बारी पर शर्म आ रही है। कुसुम ये सुनकर सहेली को रात की कहानी बताने लगी। उसकी सहेली हस हस कर सुन रही थी और मुझे भी मन ही मन हसी आ रही थी।
तभी कुसुम अपनी सहेली से बोली मैंने जब अपने husband का लंड हाथ में पकड़ा तो ज्यादा मोटा नही था और लंड की स्किन भी ज्यादा पीछे नही जा रही थी जिससे उनके लंड का सुपाडा पूरा नही खुल पा रहा था। और उनके टट्टे बड़े बड़े थे।
ये सुनकर सहेली जोर जोर से हसने लगी और बोली अरे मेरी भोली कुसुम देवी तुम एक जवान लड़की की अम्मा बन गयी और अभी तक मोटे पतले लंड और टट्टो बट्टो के पीछे पड़ी हो। तेरे husband कौनसे पहलवान है उनके शरीर के हिसाब से ही तो उनका लंड होगा। वो दुबले पतले शरीर के है। जिससे उनके अंग और लंड सभी पतले है। अब तुम अपने थनों से लगाकर उन्हे दूध पिलाना फिर वो भी मोटे हो जायेंगे और उनका सामान भी मोटा हो जायेगा। ये सुनकर मेरी तो चादर के अंदर ही हसी के कारण पेट में दर्द होने लगा।
कुसुम देवी तुम बड़ी किस्मत वाली हो जो तुम्हे पैंतीस साल का कुँवारा वर्जिन लड़के से शादी हुई है क्योकि तेरे हसबैंड के लंड का सुपाडा भी अभि ठीक से नही खुला है वरना आजकल के लड़के जिनकी मुच्छे तक नही आई वो अपना लंड हाथ से हिला हिला कर लंड का सुपाडा तो खोल लेते है पर उनका लंड आगे से सुपाडे के खुल जाने से मोटा दिखता है जबकि पीछे से या जड़ से पतला हो जाता है। तेरे हसबैंड का लंड उनके शरीर के हिसाब से ठीक है और लंड का सुपाडा जैसे जैसे सेक्स करेंगे तो अपने आप खुल जायेगा। पर अपने पति के साथ सेक्स करते समय उनके लंड पर ज्यादा सा तेल जरूर लगाया करो।
कुसुम ने ये सुनकर मेरे सोते हुए चेहरे पर एक kiss कर दी। फोन में से उसकी सहेली की आवाज आ रही थी हैलो कुसुम क्या हुआ। कुसुम बोली अरे मै यही हू बस तेरी बात सुनकर पति को चूमने का मन किया था। तो उसकी सहेली बोली रात को चूम चूम कर मन नही भरा क्या।
तो कुसुम बोली मन तो मेरा बहुत था कि उनको चूम कर दोबारा तैयार करू पर वो खारंटे लेने लगे थे। कुसुम की सहेली ने पूछा कितनी मिनिट तक सेक्स किया था। तो कुसुम बोली मिनिट का मत पूछो यार पति महाराज ने जोर जोर से 25-30 धक्के लगाए और जैसे ही मैंने अपनी कमर हिलानी शुरु की वो शांत हो गए। ये शब्द सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा, मैंने अपने मन में कहा कि मैंने इससे रात में पूछा था ये खुश है तो इसने झूठ बोला था।
कुसुम की सहेली बोली ये कोई बडी प्रॉब्लम नही है, ऐसा ज्यादा उत्तेजना की वजह से सभी लड़को में होता है, और तुम्हारे पति ने आज तक अपना लंड भी ठीक से नहीं हिलाया। उनके साथ तो ये होना ही था।over exitement की वजह से पहली बार सेक्स करने में ये हो जाता है। उनका वीर्य यां पानी कितना निकला कुसुम बोली बहुत सारा गाड़ा सा मेरे तो चूतर में भी भर गया था।
कुसुम मै तुम्हें समझाती हू लड़को और लड़की कि उत्तेजना में बहुत अंतर होता है। लड़की को उत्तेजना देर से होती है और लड़को की देखना तो दूर सोचने से ही शुरू हो जाती है जो जल्दी आती वो जल्दी खतम भी हो जाती है। उनका कंट्रोल करने की आदत धीरे धीरे आती है। जबकि लड़की को अपनी उत्तेजना दबानी भी आती है जैसी तुमने 18-19 साल से अपनी सेक्स इच्छा दबा के रखी थी।
कुसुम तुमे मैंने बताया था कि मेरे पति का तो कंडोम लंड पर चढ़ाते हुए ही पानी निकल गया था। तेरे पति ने 25-30 धक्के तो लगा दिये। कुसुम देवी मेरा मानना है कि सेक्स बिल्कुल गाड़ी चलाने की तरह किया जाता है इसमें भी कब ब्रेक लगाने है, कब स्पीड बढ़ानी है, कब हॉर्न दबाना है सब का ध्यान रखना पड़ता है। अपने पति को हनीमून में सब सिखा देना। मै तो अब आगणबाड़ी केंद्र पहुँच गयी हू बाद में बात करती हू। Best of luck. Bye
कुसुम ने एक बार फिर से मेरे माथे पर kiss किया तभी मेरी मम्मी पापा की आवाज आई। मेरे मम्मी पापा मंदिर से वापस आये थे। कुसुम उनकी आवाज सुनकर बेडरूम से बाहर निकल गयी।