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Best remedy possible
हर आपदा में यही मूल मंत्र होता है। लेकिन हमको तो बस RR करना है हर सिचुएशन में।
पहले था कि मेरी वैक्सीन बाहर क्यों भेज दी
अब है
मुझे वैक्सीन क्यों लगा दी।
Best remedy possible
हर आपदा में यही मूल मंत्र होता है। लेकिन हमको तो बस RR करना है हर सिचुएशन में।
पहले था कि मेरी वैक्सीन बाहर क्यों भेज दी
अब है
मुझे वैक्सीन क्यों लगा दी।
पोलियो की जो दवा पल्स पोलियों के पहले पिलाई जाती थी, उसमे हर 1000 में एक बच्चे को वो साइड इफेक्ट डालती थी, जबकि वो सालों की रिसर्च के बाद बनाई गई थी।आपने इस बात को नोटिस किया है कि after vaccination जवान मौतों की संख्या बढ़ गयी है, कोई नाचते हुए, कोई खाते हुए, कोई सफर के दौरान बैठे हुए, docotor reason बोलते हैं साइलेंट हार्ट अटैक, बस फाइल क्लोज। हर रोज न्यूज़ पेपर में चार पांच इसी साइलेंट हार्ट अटैक की मौत वाली खबर आती हैं। जो की छेत्रिय लेबल की ही होती हैं। आज ही कविशेल्ड वालों ने स्टेटमेंट दिया है vaccine के साइड इफेक्ट्स लिखे थे, किसी ने पढ़े नही तो हमारी गलती नही है।
भाई साहब मैने कोई सोशल मीडिया का जिकर नही किया, मैने आज के भास्कर न्यूज़ पेपर में लिखी खबर बताई हैं। एक ट्रक driver की silent heart attack से मौत, एक व्यक्ति मोटर साइकिल से जा रहा था उसकी मौत, एक व्यक्ति शादी समारोह में कुर्सी पर बैठे हुए मर गया। ये सब हमारे लोकल जगह की खबर है।पोलियो की जो दवा पल्स पोलियों के पहले पिलाई जाती थी, उसमे हर 1000 में एक बच्चे को वो साइड इफेक्ट डालती थी, जबकि वो सालों की रिसर्च के बाद बनाई गई थी।
Now coming to death by silent heart attack.
It's human tendency to avoid body alarms, because of fear of unknown.
हां ज्यादा अब इसलिए दिखने लगी है क्योंकि आजकल हर चीज वायरल होती है।
भाई मान लिया हम 400+ वाले हैं, आप तो फाइजर वाले हो न? जिसकी वैक्सीन को चाइना वाले माल के बराबर आंका गया था?भाई साहब मैने कोई सोशल मीडिया का जिकर नही किया, मैने आज के भास्कर न्यूज़ पेपर में लिखी खबर बताई हैं। एक ट्रक driver की silent heart attack से मौत, एक व्यक्ति मोटर साइकिल से जा रहा था उसकी मौत, एक व्यक्ति शादी समारोह में कुर्सी पर बैठे हुए मर गया। ये सब हमारे लोकल जगह की खबर है।
अब आप इसे heat stork भी बोलेंगे, आप और बड़े भाई संजू जी कभी सहमति नही देंगे मुझे पता है। इसकी एक और वजह है आप लोग ही 400 पार वाले हो, जो सच बोलने वाले को अंदर बंद करवा देते हो। ये covisheld राजनीतिक मुद्दा नही है क्योकि इससे तो सरकार की ही image खराब होगी, ये एक गंभीर विषय है, जरा विचार कीजिये।
सवाल ये नही है कि vaccine के बगैर क्या हो सकता था?? जो हो गया सो हो गया... सवाल ये है अब क्या हो सकता है....??? Vaccine बनाने वाली कंपनी उल जलूल स्टेटमेंट ना देकर, इस समस्या से निजात पाने की बातें करे.... देश के सबसे बड़े फोटोजिवि प्राणी के चहेते आप बुद्धि जीवी लोग भी एक साथ मिल कर अपने फोटोजिवि प्राणी को इस गंभीर विषय से मीडिया सोशल मीडिया के माध्यम से अवगत कराये। खुद फोटोजिवि के वकील बन अन्य लोगो को बर्गलाये नही, यही निवेदन है।भाई मान लिया हम 400+ वाले हैं, आप तो फाइजर वाले हो न? जिसकी वैक्सीन को चाइना वाले माल के बराबर आंका गया था?
And now leave aside politics.
कोविड खुद में बॉडी को कई de formalities दे जाता है, और हार्ट उससे सबसे ज्यादा एफेक्ट होता है।
और फिर से, वैक्सीन के साइड इफेक्ट हैं/होंगे ये किसी ने भी नही मना किया, लेकिन RR करने से क्या होगा?
Just give me a better option what you people think could have been instead of vaccine.
कौन बरगला रहा है भाई?सवाल ये नही है कि vaccine के बगैर क्या हो सकता था?? जो हो गया सो हो गया... सवाल ये है अब क्या हो सकता है....??? Vaccine बनाने वाली कंपनी उल जलूल स्टेटमेंट ना देकर, इस समस्या से निजात पाने की बातें करे.... देश के सबसे बड़े फोटोजिवि प्राणी के चहेते आप बुद्धि जीवी लोग भी एक साथ मिल कर अपने फोटोजिवि प्राणी को इस गंभीर विषय से मीडिया सोशल मीडिया के माध्यम से अवगत कराये। खुद फोटोजिवि के वकील बन अन्य लोगो को बर्गलाये नही, यही निवेदन है।
In a statement, AstraZeneca said the decision was made because there is now a variety of newer vaccines available that have been adapted to target Covid-19 variants. This had led to a decline in demand for the AstraZeneca vaccine, which is no longer being manufactured or supplied.
“According to independent estimates, over 6.5 million lives were saved in the first year of use alone and over 3bn doses were supplied globally,” the statement said.
“Our efforts have been recognised by governments around the world and are widely regarded as being a critical component of ending the global pandemic. We will now work with regulators and our partners to align on a clear path forward to conclude this chapter and significant contribution to the Covid-19 pandemic.”
Other countries have already stopped supplying the vaccine. It has not been available for use in Australia since March 2023, though its use was already being phased out from June 2021 due to the widespread availability of newer vaccines.
I think the cases were filed after 2021, isn't it?
आंखो पर जब झूठ का चश्मा लगा हो तो सिर्फ और सिर्फ झूठ ही नजर आता है ।
दुनिया की किसी अदालत ने अब तक कोई डिसिजन नही दिया और हमारे यहां लोग फैसले देने लग गए हैं ।
वैसे रिकी भाई ने जबाव दे दिया है । लेकिन यह बात नही भूलना चाहिए इस वैक्सीन की दुनियाभर मे 175 करोड़ डोज दी गई थी और लगभग 65 करोड़ लोगों की जान इस वैक्सीन से हुई थी ।
याद कीजिए कोरोना काल का वह दौर जब प्रत्येक इंसान की जीवन खतरे मे पड़ गई थी ।
मै फिर कहता हूं भारत मे इस का गलत प्रचार प्रसार पोलिटिकल प्रोपेगेंडा मात्र है ।
I have reply to this, but it will move towards paalitical dick sessions. And I really hate all of them.Sirf election tak ye mudda rahega. Ya sabhi log sachaai jante hai lekin kuchh to controversy ho taki kisi bhi tarah se unka makshad safal ho .
But ye sab koi bhi kaam nahi karne wala.