UPDATE 188
सुबह के 7.30 बज रहे थे और इस टाईम राज का घर खाली पड़ा था ,
उबासी-अंगड़ाई लेके बबिता उठी और उसने बगल मे बिस्तर खाली पाया ।
बिस्तर से उतरते हुए उसने अपने बैग से ब्रश तौलिया और कपडे लिये फिर वो उपर चली गयी ।
जहा पहले से ही बॉयज़ की लाईन लगी हुई थी ।
जी हाँ!! बॉयज की
अरुण राहुल अनुज
बबिता इस टाईम सिर्फ टीशर्ट लोवर मे थी और सुबह की सिहरन ने बिना ब्रा वाले उसके मुलायम टीशर्ट को नुकिला कर रखा था ।
उसकी एक चूचि का निप्प्ल साफ उभरा हुआ नजर आ रहा था , जबकी दुसरा वाला कपडो के बीच छिपा था ।
बबिता ने राहुल और अरुण के सामने थोडी सहज हुई कि वो बिना मुह धुले ही इनके सामने थी , कल हल्दी वाली उसकी स्टाइल और रौनक अभी उसके चेहरे और शारिर से नही दिख रही थी ।
मगर फिर भी उसने अपनी उलझी हुई जुल्फो को कानो ने फंसाते हुए अनुज से बोली - अनुज , तुम लोग बगल वाले घर मे चले जाओ यहा अभी लेडिज लोग आयेंगी ना नहाने तो उनको लेट होगा ।
बबिता की बात पर तीनो हस दिये और अनुज बोला - दीदी आपको नही पता ?
बबिता अचरज भरे चेहरे से अपनी ओर ताकते राहुल को देखा और फिर खुद को सहज करती हुई बोली - क्या ?
अनुज मुस्कुरा कर - दीदी घर की सारी लेडिज आज घाट पर नहाने गयी है गांव पर
तभी बबिता को ध्यान आया कि उसकी मा सुबह 5 बजे ही उसको जगा रही थी लेकिन वो नही उठी ।
बबिता को अब और असहज हुआ कि पूरे घर मे वो अकेली लड़की है ।
तभी बबिता का दिमाग ठनका और चहक कर बोली - अरे फिर तो बुआ वाला बाथरूम खाली होगा ना
अनुज - हा होगा ही देख लो
बबिता चहक कर एक नजर राहुल को देखा और तेज कदमो से जीने की ओर बढ़ गयी
वही राहुल उसके हिलते चुतड़ देख कर खुश हो गया ।
तभी उसकी नजर अरुण पर गयि जो मुह मे ब्रश घिसता हुआ उसको घुरे जा रहा था और अनुज की तरफ इशारा किया तो राहुल ने उसको आंख मार दिया कि वो चिंता ना करे ।
अमन के घर
सुबह के 9 बजने को थे , घर मे सभी लोग नहा धोकर तैयार हो रहे थे
नास्ते के लिए भोला ने निचे आकर हाल मे सबको आवाज दी की सब लोग उपर आकर नासता कर लें
वही ममता के कमरे मे संगीता आई थी उसको बुलाने
"अरे चलो ना भाभी अब और कितना सजोगी , भैया तो वैसे ही फीदा है आप पर हिहिही " , संगीता ने ममता के हाथ से लिपस्टिक लेके खुद के होठो को लाली देते हुए बोली ।
ममता मुस्कुरा कर - हा हा लगालो , ये वाला फ्लेवर तुम्हारे भैया को भी पसंद है देखना कही चूम ना ले हिहिही
सन्गिता लजाती हुई मुस्कुराकर - धत्त भाभी !!!
दोनो कमरे से बाहर निकल कर हाल की ओर बढ़ रहे थे तभी ममत की नजर संगीता की चिकनी पीठ पर गयि ।
ममता संगीता के स्लिवलेस ब्लाउज की खुली चिकनी बैक पर हाथ फेरती हुई - उंहू देखो तो इसमे तो बान्धने वाला है ,,
"ये ऐसे खुल जायेगा क्या " , ममता ने संगीता के ब्लाउज का फीता छुते हुए बोली ।
संगीता चिहुक कर हसते हुए कमरे से भागी - नही भाभी अंदर ब्रा नही है प्लीज हिहिहिही
ममता खिलखिला कर - अरे रुको तो मै भी आती हु !!
संगीता हस्ती हुई तेजी से हाल से होकर सीढियों की ओर भागी
उसी समय मदन और मुरारी दोनो भाई भी जीने की ओर जाने बढ रहे थे ।
" भैया जरा हटीयेगा हिहिही" , संगीता मुरारी के बगल से होकर हस्ती हुई तेजी से सीढिया चढ़ने लगी ।
मुरारी और मदन दोनो चौके - अरे!! संगीता आराम से

संगीता हस्ती हुई तेजी से उपर जाने लगी और उसकी गाड़ की थिरकन देख कर दोनो भाइ आपस मे असहज हुए और मुरारी का मन फिर से थोडा अपसेट हो गया ।
मदन हस कर - ये दीदी भी ना हाहहहा बचपन मे ही है अभी
मदन का हसना मुरारी को पसन्द नही आया और वो खीझ कर सीढिया चढते हुए बोला - बचपना तो तुम्हारा भी नही गया मदन अभी तक ।
मदन फीकी हसी भरे चेहरे से - मतलब
मुरारी गुस्से मे भन्नाते हुए - कल रात कहा गायब हो गये थे , सारे मेहमान खोज रहे थे और ना फोन उठा ना कोई सुचना दिये
मदन की हिक्की बध गयी कि क्या जवाब दे , मगर उनके पीछे आ रही है ममता ने मुरारी का हाथ पकड कर उन्हे शान्त रहने का इशारा किया तो मुरारी ने खुद को सम्भाला ।
मदन - सॉरी भैया वो जरा आंख लग गयी थी
ममता ने भी मदन का पक्ष लिया - अरे छोडिए ना चलिये उपर आप लोग ,मै जरा अमन को लिवा के आती हु
मदन ने आंखो ही आंखो मे अपनी भाभी को शुक्रिया किया और दोनो भाई उपर छत की ओर चले गये ।
वही ममता गलियारे से होकर अमन के कमरे मे चली गयी ।
कमरे मे झाक कर उसने देखा तो अमन आईने के सामने खड़ा होकर बालों मे कन्धि कर रहा था ।
नहाने के बाद उसका जिस्म बहुत चमक रहा था , जिस्म पर एक तौलिया था जो उसके कमर मे बंधा था ।
गानो की गुनगुन और लाड़ले का तराशा जिस्म देखकर ममता को बीती शाम की यादे ताजा हो गयी
दरवाजे पर आहट से अमन सतर्क हुआ और उसने आईने ने बालों पर हाथ फिराते हुए दरवाजे पर अपनी मा की झलक देखी जो भीतर झाक रही थी ।
अमन ने एक शरारत भरी मुस्कान के साथ कुछ सोचा और धीरे से तौलिया खोल कर निचे गिरा दिया , अगले ही पल उसका मुसल तन कर फनफनाता हुआ खड़ा हो गया ।

जिसे देखते ही ममता की सासे चढने लगी और वो अमन के ड्रामे पर मुस्कुरा दी ।
तभी अमन घुमा और वैसे ही तने हुए लन्ड के साथ बिस्तर की ओर बढ़ा ।

दरवाजे की ओर अपना नंगा पिछवाडा किये गुनगुनाते हुए आलमारि खोलकर कपड़े निकालने लगा
ममता को हसी आ रही थी जिस तरह से अमन खुद मे बेफिकर था , उसने एक नजर गैलरी मे देखा और चुपचाप हौले से कमरे मे घुस कर दरवाजा भिड़का रही थी कि तभी अमन ने टोका ।
"देखो देखो कैसे एक अबला बेसहारा लड़के को अकेला बिना कपड़ो मे पाकर कमरे मे आ रही है " , अमन ने ममता के पीछे से बोला ।
ममता झेपते हुए हस कर - धत्त बदमाश कही का !! तु ऐसे दरवाजा खोलकर रहेगा तो कोई भी आ जायेगा ।
अमन हाथो मे बनियान फैलाकर उसको अपने सीने पर उतारता हुआ अपनी मा की आन्खो मे देखकर - ऐसे कैसे कोई भी आ जायेगा । यहा तो सिर्फ आप ही आ सकते हो ।
ममता एक टक अमन के फनफनाये लन्ड को निहारती हुई - मान लो कोई आ गया तो तुमको ऐसे देख लिया तो सब यही कहेंगे कि दुल्हे की मा ने तो कुछ संस्कार ही नही दिये है अपने बेटे को ।
अमन अपने जांघो के उपर से अपनी कमर पर अंडरवियर चढाता हुआ - लो हो गया संस्कारी खुश हिहिहिही

ममता की नजरे अभी भी अंडरवियर मे फुले हुए मुसल पर जमी थी , वो मुस्कुराते हुए - संस्कारी बच्चे , इसको ऐसे लेके घूमेगा क्या बाहर हिहिहिही
अमन निचे देख कर अपने हाथ से अपना मुसल दबाता हुआ - ओह्ह ये , ये ऐसे ही रहेगा अब
ममता चौकी - क्या सच मे तु ?? ... ऐसे ??
अमन - हम्म्म , आपकी ही गलती है तो मै क्या कर सकता हु !!
ममता अचरज से - मेरी क्या गलती है भइ ,
अमन हसता हुआ - आप ही तो रोज रोज बादाम केसर का दूध लाके देती हो , उसी की वजह से
ममता थोडी लजाई और हसती हुई - चल बदमाश कही का , कुछ भी ।
अमन - सच बोल रहा हु मम्मी !! तभी से ऐसे हो रहा है और जब तक वो ना करो तब तक ठिक नही होता ।
ममता - क्या ना करो
अमन दाँत दिखा कर हसता हुआ - वो निकालना पड़ता है इसका , जो आप कल निकाले थे हिहिहिही
ममता - धत्त , सच मे ? तेरे पापा का तो ऐसा कुछ नही है
अमन अपनी मा के करीब जाकर - पापा और मेरे मे फर्क न्ही दिखता आपको
ममता अपनी गहराती सासो के साथ हल्की हस्ती हुई - हम्म्म है थो थोड़ा बड़ा ह है त तेरा
अमन थोडा रुक के - मम्मी एक बात पूछू
ममता नजरे चुराती हुई - हा बोल ना
अमन अपनी मा के मुलायमो पीठ से होकर उसके गुदाज कुल्हो पर हाथ फिराता हुआ - क्या आप पापा को ब्लोजॉब देते हो !!
ममता - मतलब
अमन मुस्कुराकर ममता का हाथ पकड कर अपने फुले हुए सुपाड़े पर रखता हुआ - मतलब क्या आप पापा का ये चुसते हो ?
ममता अमन के लन्ड का स्पर्श अपनी उंगलियों पर पाकर सिहर गयी और अमन का सवाल उसके जिस्म को रोम रोम खड़ा कर गया ।
ममता का शरिर थरथरा रहा था , अमन ने उसकी पीठ सहलाते हुए - बताओ ना मम्मी , करते हो
ममता नजरे फेरे हुए मुस्कुरा कर - हम्म्म कभी कभी !
अमन - पापा को पसंद है ?
ममता का चेहरा अब खिलने लगा था - हम्म्म
अमन मुस्कुरा कर - और आपको
ममता लाज से गुलाबी होते गालो के साथ मुस्कुरा कर - चुप पागल , क्या पूछ रहा है ये सब
अमन - बताओ ना प्लीज ?
ममता - क्यू जानना है तुझे ??
अमन - वो मै बस ये जानना चाहता था कि ये गलत तो नही है ना , मेरा मतलब अगर मै सोनल को ...आप समझ रहे हो ना ?
ममता अमन को देख कर हस दी - हा तो उससे पूछ लेना ,हर औरत की पसंद अलग होती है । मै बस तुझे यही सलाह दूँगी कि अगर वो ना बोले तो जिद मत करना ।
अमन उखड़े हुए मन से - लेकिन मेरा तो मन है ना ।
ममता हस कर - तो मै क्या करु इसमे हिहिहिहिही
अमन - आप कर दो ना एक बार प्लीज !!
ममता सतर्क हुई और आंखे बडी करके - क क्या ?? न नही !! तु पागल है क्या ? मै कैसे
अमन - मेरा मन करता है मम्मी और अगर सोनल ने मना कर दिया तो ?
ममता हसी - ठिक है लेकिन जब बहू मना करेगी तब सोचूंगी । अभी कोई जिद नही कपडे पहनो और बाहर आओ ।
ममता झटपट कमरे से बाहर आई और अपनी तेज धड़कती सासो को थामती हुई मुस्कुराई ।
"उफ्फ़ ये लड़का भी ना हिहिहिही"
राज के घर
अनुज के कमरे मे बबिता तैयार होकर अपनी मोबाईल पर किसी से बात कर रही थी ।
उसी समय राहुल उपर से नहा कर तौलिया लपेटे हुए भिगे बालो से पानी झाड़ता हुआ निचे अनुज के कमरे की ओर बढा ।
संजोग की ही बात थी राहुल के कपडे पहले ही अनुज के कमरे मे थे और बीती शाम को ही बबिता की मा भी अपने सारे समान के साथ इसी रूम मे शिफ्ट हो गयी ।
राहुल अभी कमरे का दरवाजा खोलकर भीतर जाने वाला था कि उसको अन्दर से बबिता की आवाज आती है जो फोन पर बाते कर रही थी ।
"बाबू मै यहा रिलेशन मे आई हु ,ओहो क्यू जिद कर रहे हो "
"ये बाबू भोसडी का कौन है बे" , राहुल बड़बडाया और कान लगा कर आगे की बात सुनने लगा ।
" प्लीज यार समझो , मै ये फोन चालू नही रख सकती घर मे किसी ने भी देख लिया तो गड़बड़ हो जायेगी "
"ओह्हो मतलब आशिक़ का दिया फोन है , फिर तो अपना काम हो ही जायेगा ", राहुल ने दिमाग चलाते हुए मुस्करा कर मन मे ही सोचा ।
" अच्छा ठिक है लास्ट वन भेज रही हु इसके बाद मत बोलना और प्लीज देख कर डिलीट कर देना "
"या बेबी लव यू टू "
" बाय हनी "
"हम्म्म बस बस अब मक्खन ना लगाओ , रखोओओ हिहिहिही बाय जान उम्म्म्म्माआह हिहिही बाय"
" बहिनचोद ये कही न्यूड तो नही भेजने वाली है , तभी देख कर डिलीट कर देना , अब तो बबिता मेरी जान मोबाइल खोजना ही पडेगा तुम्हारा " , राहुल ने अपनी योजना बनाते हुए मन मे ही फुसफुसाया ।
कुछ पल की देरी के बाद उसने बबिता को आश्वत हो जाने दिया और फिर
रानी फुलझड़ी बाडू , पापा के परी बाडू
लगलू पसारे तु त पंख पियर फराक वाली
कच कच मारत तारु आंख
पियर फराक वाली
राहुल गाना गुनगुनाते हुए कमरे का दरवाजा खोलकर जानबुझ कर तौलिये मे ही कमरे मे घुसा और बबिता को देख कर चौकने का नाटक किया - येह्ह्ह्ह त त तुम्म्ंम्ं य्हाअह्ह्ह मेरे कमरे मेह्ह्ह
बबिता सख्ती से - नही ये मेरा कमरा है
राहुल - हा लेकिन कपडे तो मेरे यही है
बबिता को अब ध्यान आया कि राहुल सिर्फ तौलिये ने खुके सीने के साथ उसके सामने खड़ा था अब वो थोडा असहज हुई और खुद को शान्त किया ।
वो नजरे फेरते हुए - वो सारा बैग कल बड़ी बुआ (रज्जो) ने एक तरफ कर दिया था , देख लो उसी मे होगा ।
राहुल आगे बढ़ा और एक ब्लैक बैग खोल दिया , जिसमे साडी ब्लाउज ब्रा पैंटी स्ब थी ।
राहुल - ये तो मेरा बैग नही है
बबिता - अरे बुद्दु वो तुम्हारा कैसे होगा वो मेरी मम्मी का बैग है
राहुल मस्ती भरे लहजे मे धीरे से फुसफुसाया - तभी मै सोचू मेरा बॉक्सर ब्रीफ कैसे बन गया
बबिता को राहुल की फुसफुसाहट साफ सुनाई दी और उसने अपनी हसी बड़ी मुस्किल से होठ मे दबाई ।
राहुल ने वो बैग बन्द किया और वही पास मे पड़ा एक एनिमेशन प्रिंट वाला बैग छूने को था कि बबिता बोल पड़ी - वो मेरा बैग है
राहुल ने भी तुनक कर मजाक भरे लहजे मे बोला - बताने की जरुरत नही है देख कर ही लग गया था बच्चो वाला है
बबिता खिझी - सुनो मिस्टर तुम जो भी अपना समान लो और फुटो यहा से , जज मत बनो ज्यादा ।
राहुल को बबिता के जह्कने पर हसी आई और वो अपने बैग से कपडे निकाल कर खड़ा हुआ फिर बबिता को देखा ।
बबिता - क्या ??
राहुल - अरे बाहर जाओ , तुम तो बड़ी बेशर्म हो यार , अभी तक खडी हो । अरे देवी बाहर जाओ कि यही खोल दू तौलिया
बबिता को राहुल की बात पर थोडी लाज आई और वो हस्ते हुए निचे चली गयि ।
राहुल ने झट से दरवाजा बन्द किया और फटाक से बबिता का बैग खोला और बड़ी सावधानी से एक एक कपडे को उसकी तह और जगह ना बिगड़े ये याद रखते हुए बैग खाली किया तो एक साइड ने सैनेटरी पैडस के पैकेट ने उसको मोबाईल छिपा कर रखा हुआ मिल गया ।
उसने झट से मोबाइल ऑन किया और व्हाट्सआप खोल कर देखा तो वहा एक ही कॉन्टैक्ट को मैसेज भेजा हुआ था My Love
राहुल ने बिना डाटा ऑन किये उस कॉन्टैक्ट के मैसेज खोले
सबसे लास्ट मे एक वीडियो भेजा हुआ था
राहुल ने उसको क्लिक किया तो उसका लन्ड फड़फडा उठा ,

उस विडियो मे बबिता ने अभी अभी नहाने के बाद जिस टॉप प्लाजो मे थी , उसी ड्रेस मे अपनी टॉप उठाकर अपनी ब्रा मे कसी हुई मुलायम भरी भरी चुचिया दिखा रही थी ।
राहुल अपना लन्ड मसल कर - ऊहह यार क्या कंचा माल है मसलने मे मजा आयेगा ।
देखते हैं और भी कुछ है क्या ?
राहुल ने उपर के मैसेज स्क्रोल किये तभी - ओह्ह बेंचोद सीउईई क्या कड़क पीस है भाई , मजा ही आ जायेगा लेने मे
राहुल ने बबिता की अपने आशिक को भेजी हुई एक हाफ़ न्यूड सेल्फी देख कर अपनी प्रतिक्रिया दी ।

जिसमे उसके तने हुए गुलाबी निप्प्ल और गोरी गोरी मुलायम चुचिया एकदम कोरी और रसभरी दिख रही थी ।
उसके पीछे की चैट्स डिलीट थी तो राहुल ने झट से उसी मोबाइल पर इंस्टा को खोला और अपनी आईडी पर दोनो वीडियो-फोटो भेज कर इन्बोक्स मे डिलीट कर दिया ।
उसने सब कुछ वापस से वैसे ही रख दिया और अपने कपडे पहन कर निचे चला गया ।
निचे हाल मे राज के नाना बैठे हुए थे और किचन मे बबिता चाय बना रही थी ।
राहुल अब पुरे आत्मविश्वासी भाव से मुस्कुरात हुआ - एक चाय मुझे भी मिलेगी ।
बबिता राहुल को देख कर मुस्कुराई - हम्म्म बैठो देती हु
राहुल को बबिता के पास रुकने का बहाना चाहिए था तो वो फ्रिज से पानी निकाल कर पीने लगा ।
बबिता - अरे ठंडा पानी क्यू पी रहे हो ,
राहुल मजाकिया टोन मे - फिर फ्रिज क्यू रखते हैं लोग
बबिता हल्का सा हसी - अरे मेरा मतलब चाय तैयार थी और ठंडा पानी पीने के बाद चाय पिनेसे दाँत गिर जाते हैं
राहुल - तुरंत !!
बबिता हसी - अरे नही मतलब , ब्क्क्क तु लो ये चाय
राहुल ने हस कर चाय ली और एक सिप लेके बोला - अह्ह्ह मजा आ गया ।
बबिता - है ना अच्छी
राहुल - अच्छी तो तुम भी हो , बस उबल मत करो चाय की तरह
बबिता - उबली हुई चाय की कड़क होती हैं समझे हिहिहिही
राहुल - हा हा समझ गया बबिता देवी से कोई नहीं जीत सकता क्यू ?
बबिता ने नमकीन की प्लेट राहुल को देती हुइ हस कर - सही पकड़े है ।
फिर बबिता चाय का ट्रे लेके हाल मे जाने लगी तो राहुल फुसफुसाया - अभी पकड़ा ही कहा
बबिता ने बहुत महीन सा राहुल की फुसफुसाहट को सुना तो उसके पाव रुक गये और वही बबिता को रुकता देख कर राहुल हड़बडाते हुए चाय की सिप लिया और उसकी जीभ जल गयि ।
राहुल - ऊहह मम्मीईई हुउउऊ हुउउऊ अह्ह्ह
बबिता तुन्की - कड़वा बोलोगे यही होगा हिहिही
जारी रहेगी
superb bhai kya likhte ho aap
But yrrr bhai aap bht der se update kyu dete ho ham sab kitna intjar krte h aap ke update ka ab to aap setale ho gye hoge na apni job me to kyu itna late update ata h bhai plsss update regular de diya karo pehle ki tarh bhai
Thanks for ur update bhai ji