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Bhaisaab kab se time nikaal ke aapki story ke ik do update padta tha ..ajj jakr sanhi complete huyi Hein...maza aagya.... Aise hi apni kalm se maze dete rahiye....abb updates ka intzar karna padega.. kr lenge koi baat nahiUPDATE 158
अब तक के अपडेट मे आप समझ ही गये होगे कि किस जगह कौन से किरदार किस तरह से अपनी अपनी कहानी आगे बढ रहे है । चमनपुरा की बात करे तो अनुज और राहुल दोनो अपनी मम्मी के लिए व्याकुल है तो रन्गीलाल अपनी समधन के लिए । वही जानीपुर मे बीती रात हुए थ्रीसम चुदाई समारोह ने एक नया अध्याय शुरु कर दिया है । तो देखते है कहानी का ये भाग लेखक के हिसाब से कैसा मोड लेता है ।
चुकि कहानी इस समय कई शाखाओ को एक साथ लिये आगे बढ रही है तो शायाद यहा से कुछ अपडेट आपके प्यारे कहानी पात्र राज से जुडी अपडेट कम ही मिले ( राज की जुबानी वाले ) ,, लेकिन कहानी मे जो कुछ भी आगे होगा वो सब बिना राज के सहयोग के आगे नही बढ सकेगा ।
हालकि राज इस कहानी का नायक तो नही है हा लेकिन एक बहुत ही अहम किरदार है जिसके अनुभव मे ही ये कहानी आगे बढ रही है ।
अब आगे
लेखक की जुबानी
JAANIPUR
रीना अपनी सास की मालिश करने के बाद हस्ती खिल्खिलाती हुई कमरे से बाहर निकाली और निचे किचन मे चली गयी ।
उसके जहन मे अपनी सास की कुछ बाते घूम ही रही थी और उन्ही पर वो हसे जा रही थी ।
रीना शुरु से अपनी सास के मजाकिया व्यव्हार से परिचित थी ,, शादी के पहले भी जब उसकी मा और सास पर बाते होती तो वो भी उन हसी ठिठोली भरि बातो कर भरपुर आननद लेती थी ।
फिर शादी के बाद रज्जो ने अपनी बहू को कभी अह्सास ही नही होने दिया कि वो पराये घर आई है । हमेशा वो उसे एक सहेली के जैसे ही व्यव्हार करती थी और समय के साथ दोनो सास बहु बहुत खुल चुकी थी ।
अक्सर उनकी ऐसे अश्लील मुद्दो को लेके बाते होती रहती थी ।
रीना अपने ख्यालो मे मगन होकर किचन मे दोपहर के खाने की तैयारी कर रही थी कि तभी मेन गेट खुलने की आवाज आई और रीना के ससुर कमलनाथ बाजार से वापस आ गये
कमलनाथ ने एक नजर घर के सब हिस्सो पर मारा और फिर किचन मे काम कर रही अपनी बहू के कसे हुए पिछवाड़े को देखते ही कमलनाथ सिहर उठा ।
उसकी नजरे अपनी बहू के नंगी गोरि मुलायम मखमली कमर पर जमी हुई थी । कमलनाथ का मन तो उसे अभी दबोच लेने का था लेकिन उसने खुद के जज्बात को काबू मे रखा और पजामे मे सर उठाते अपने लिंग को सही करते हुए अपनी बहू को आवाज दी फिर हाल मे बैठ गये ।
कमलनाथ - अरे बहू जरा पानी देना
रीना अपने ससुर की आवाज सुन कर प्रतिक्रिया दी और फिर एक ग्लास और जग मे पानी लेके हाल मे चली गयी ।
वहा जाकर उसने अपने ससुर के सामने ही झुक कर जग से ग्लास मे पानी भरने लगी कि उसकी नजर अपने ससुर की ओर गयी ।
जो आंखे फाडे उसे डीप कट वाले ब्लाउज के गले से झाकते उसके गोरे चुचो को निहार रहे थे ।
रीना एक पल को सकपका गयी और फौरन पानी देके किचन मे चली ।
वही जन्गीलाल अपनी बहू के नरम गोरे चुचो को निहारने के बाद उसकी मदमस्त थिरकति गाड़ को देखते हुए पानी पीने लगता है ।
रीना तेज कदमो से चलते हुए किचन मे पहुचती है और गहरी सास लेते हुए मन मे बड़बड़ाइ- ये रमन की वजह से मुझे ऐसे तंग कपडे पहनने पडते है ,,खुद तो देखते नही है पुरा घर ( कमलनाथ और राज ) भले मेरे जोब्नो मे आंखे गड़ाये रहता है ।
रीना तुनक कर मन मे - आने दो आज ,, मै भी साफ मना कर दूँगी ऐसे कपडे पहनने से अब , हा नही तो ।
रीना अगले ही पल उदास होकर - लेकिन अगर ये सब नही पहनूँगी तो क्या है ही मेरे पास । सारे कपडे तो रमन ने ही अपने हिसाब से सिलवाये है मेरे ।
रीना अभी अपने ख्यालो मे गुम थी कि उसके ससुर ने एक बार फिर आवाज दी
कमलनाथ - अरे बहू ये रमन की अम्मा कहा है ?
रीना किचन से बाहर आकर - जी पापा जी वो मम्मी की तबीयत नही ठिक है तो वो आराम कर रही है ।
कमलनाथ थोडा परेशान होकर - क्यू क्या हुआ उसको ,,सुबह तो ठिक थी
रीना को थोडी हसी आ रही थी अब वो अपने ससुर से क्या ही कारण बताये - जी पापा वो उन्के कमर मे दर्द है इसिलिए
कमलनाथ - अच्छा ठिक है मै देखता हू
ये बोल कर कमलनाथ उपर अपने कमरे मे चला गया ,,जहा रज्जो वैसे ही पेट के बल लेटी हुई सो रही थी ।
कमलनाथ उसके पास बैठ कर बडे प्यार से उसका हाल लेते हुए - क्या हुआ मेरी जान उम्म्ं
रज्जो ने आंखे खोली और अपने पति को देख कर मुस्कुराते हुए - खुद ही दर्द देते हो और खुद ही पुछते हो
कमलनाथ समझ गया कि बीती रात उसका और राज का एक साथ इतनी देर तक रज्जो को चोदना भारी पड गया ।
कमलनाथ - ओह्ह सॉरी जानू वो तो जोश मे कल रात ,,, अच्छा बताओ कहा दर्द है लाओ मै मालिश कर दू
रज्जो तुनक कर - हुउह रहने दो ,,,आपसे पहले ही बहू के मालिश कर दी है और अब 3 4 दिन दुर रहियेगा मुझसे कुछ नही मिलने वाला
कमलनाथ - क्या !! क्यू ? लेकिन वो तो रात तक सही हो जायेगा ना !
रज्जो - नही बहू ने मना किया है कि कुछ दिन तक वो नही करवाना है
कमलनाथ थुक गटक कर - तो क्या बहू ने खुद से तुम्हरे पीछे वहा पर देख कर मालिश की है
रज्जो तुनक कर - हा तो और उसी ने कहा भी है मना करने को "और ये भी बोला है कि अगर पापा जी ज्यादा जिद करे तो मुझे बताना ", रज्जो ने अपनी ओर जोडा ।
कमलनाथ चौक कर - क्या सच मे
कमलनाथ का चेहरा उतर गया और वही रज्जो अपने पति का उतरा हुआ चेहरा देख कर मुस्कुराने लगी ।
राज की जुबानी
देर शाम तक मै और रमन भैया घर आये और फिर रमन भैया अपने कमरे मे चले गये ।
मै फ्रेश होकर हाल मे आया तो मौसा जी का चेहरा उतरा हुआ था और मौसी कही दिख नही रही थी ।
मै मौसा के पास बैठ कर उन्के ऐसे गुमशुम होने के बारे पुछा और फिर मौसी के बारे मे
फिर मौसा जी ने जब मुझे सारि बाते बताई तो मै भी परेशान हो गया कि अब आज क्या होगा ।
मै - तो अब मौसा क्या होगा
मौसा जो कि किचन मे रीना भाभी के साड़ी मे कसे हुए चुतडो को निहार रहे थे
मौसा - अब क्या बताऊ बेटा , शायद कल रात जोश जोश मे मैने ही कुछ ज्यादा कर दिया
मै - हम्म्म शायद ,,, कोई बात नही मौसा जी मौसी को आराम करने दीजिये । फिर कभी हम लोग
ये बोल कर मै मुस्कुरा दिया और मौसा भी मेरी जांघ पर हाथ रखकर हस दिये ।
फिर हम लोग ऐसी आगे की बात चित करने लगे क्योकि अगले दिन मुझे अपने नये सफर के लिए आगे बढना था और अपनी बुआ के यहा जाना था ।
लेखक की जुबानी
CHAMANPURA
हालांकि एक ओर जहा अनुज के जीवन चीजे बहुत धीमी गति से हो रही थी । वही राहुल अपने मंसूबो मे बहुत तेज बढत हासिल किये जा रहा था ।
जब भी राहुल को मौका मिलता वो अपनी के करीब आने की कोसिस करता और हमेशा अपना खड़ा लण्ड लिये घूमता रहता ।
शाम हो चुकी थी और अभी अभी थोडे देर पहले आये एक फोन ने राहुल के घर के सभी सदस्यों को उल्झा कर रख दिया था ।
फोन राज की मा रागिनी का था और उन्होने निशा को कल से शादी वाले दिन तक अपने घर रहने के लिए बुला लिया था क्योकि शादी को बस दो ही हफते रह गये थे । तो ऐसे मे निशा के रहते रागिनी की काफी मदद हो जाती और सोनल को भी कम्पनी मिल जाती ।
इस खबर की सूचना घर के सभी सदस्यों के कानो मे पहुच चुकी थी और आज रात मे निशा के लिए दिक्कत बढने वाली थी कि वो कैसे अपने भाई और बाप दोनो से चुद पायेगी । क्योकि दोनो ही आज रात अपनी भड़ास निकालने के लिए पागल हुए रहेंगे । राहुल को वो एक पल के लिए वो मैनेज कर भी लेती लेकिन उसका ठरकी बाप ये खबर सुनने के बाद से अपना लण्ड मसले जा रहा था और बार बार घर मे चक्कर काट रहा था ।
डर तो शालिनी को भी था कि जिस तरह से राहुल उसकी ओर ताक झाक कर रहा था उस हिसाब वो भी यही चाह रही थी कि निशा की भनक राहुल को ना लग पाये ।
वही राहुल पूरी तैयारी मे लगा था कि किसी तरह से वो अपनी मा को नंगी देख पाये ।
क्योकि आज दिन मे उसने कयी दफा अपने पापा को घर मे आते जाते देखा और उसकी मा के नरम चुतडो को लोवर के उपर से मसलते देखा था तो उसे अपने बाप की बेचैनी से पुरा संज्ञान था कि आज उसकी मा और पापा चुदाई करने वाले है।
कसमकस हर तरफ थी और शालिनी निशा के जहन मे एक ही बात चल रही थी कि कैसे भी करके जन्गीलाल निशा की चुदाई कर ले और निशा को उसके कमरे मे ना आना पडे ।
इसिलिए शाम का नास्ता बनाने के दौरान ही शालिनी निशा से - मै क्या कह रही हू निशा ,,,मुझे ना ये राहुल का डर हो रहा है । रोज रोज कैसे हो पायेगा
निशा बहाना करते - हा मम्मी मुझे ,,, वो रात मे कभी भी मेरे कमरे मे मेरा मोबाइल लेने आ जाता है
शालिनी - हम्म्म और जबसे वो सोनल ने तुझे अपने घर रहने के लिए बोला है वो सुन कर तो तेरे पापा और भी परेशान होने लगे कि कल से तु यहा नही होगी
निशा - हा मा ,,,मै भी नही जाना चाहती और आप लोगो के साथ मस्ती करना चाहती हू । लेकिन सोनल दीदी की शादी को अब ज्यादा दिन है कहा ।
शालिनी - अरे बेटा आगे का आगे देख लेंगे लेकिन आज का कैसे मैनेज करे
निशा अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाने लगी और कुछ ऐसा उपास सोचने लगी ताकी राहुल से बच भी जाये और पापा के साथ मस्ती भी जाये ।
निशा चहक कर - आईडीया मम्मी
शालिनी उसको चुप कराती हुई - सीईई चुप पागल ,,,धीरे बोल
निशा हस कर - मै ये कह रही थी कि क्यू ना आज रात वाला प्रोग्राम आपके रूम के बजाय मेरे कमरे मे हो
शालिनी - हा लेकिन तेरे कमरे , कही राहुल आया तो मोबाइल लेने और हमे (शालिनी और जंगीलाल ) देख लिया तो
निशा - इसिलिए तो कह रही हू मा ,,,अगर वो आयेगा भी तो हम लोग उसे बोल देंगे की कल मै सोनल दीदी के यहा जा रही हू तो उसी की पैकिंग चल रही है ।
शालिनी निशा के गाल खिच कर -बहुत चालाक हो गयी है तु
निशा हस कर - आपकी ही लाडली हू ना हिहिहिही
शालिनी मुसकराने लगी और मन मे सोचने लगी - थैंक गॉड ये प्रोब्लम खतम हुई इस्से राहुल को शक भी नही होगा हम पर और इसके पापा भी चैन से मजे कर पायेंगे ।
दोनो मा बेटी ने अपनी गुप्त गुप्त बातो को प्रमुखता देते हुए अपने काम मे लग गये और निशा ने एक-दो बार राहुल के सामने अपनी मा से पैकिंग मे हैल्प करवाने के लिए बोला ।
जिसपर शालिनी ने बोला की वो रात मे खाने के बाद आयेगी उसके पास
जिस पर राहुल का चेहरा उतर गया और वो समझ गया कि शायद वो जो सोच रहा था आज नही हो पायेगा ।
ना ही उसे निशा की चुत मिल पायेगी और ना ही अपनी मा के जिस्मो को देखने का सुख मिल पायेगा ।
रात हुई और दोनो मा बेटी अपने मुद्दे पर कायम रहते हुए निशा के ही कमरे मे सारी प्लानिंग की देर रात तक जहा जन्गीलाल ने अपनी बेटी की दोनो सुराखे लाल की वही दुसरे कमरे मे लेटा राहुल अपनी मा को पटाने के तरीके से उत्तेजित होकर कयी बार मुट्ठि मार कर थक कर सो गया ।
JAANIPUR
चेहरे उदास सिर्फ चमनपुरा मे ही नही जानीपुर मे भी थे
कमलनाथ और राज भी मजबुर और मायूस होकर अपने अपने कमरे सो गये ।
लेकिन वही घर के एक कमरे मे मिया बीवी वाली मीठी नोकझोक चल रही थी ।
रमन - ओहो मेरी जान तु मुझे अच्छी लगती हो इन कपड़ो मे इसिलिए तो मै कहता हू पहनने को
रीना तुनक कर - आपकी वजह से पता है मुझे लोगो की नजरो से खुद के जोबनो को छिपाना पडता है । हुउह
रमन हस कर रीना को पीछे से पकडता हुआ - ओहो अब किसने ताड लिया मेरी गुलाबो को उम्म्ंम ,,,
" किसने देख लिया इन नरम नरम नाजुक दूध को " , रमन ने अपनी बीवी के चुचो पर ब्लाउज के उपर से हाथ फेरते हुए कहा ।
रमन की इस हरकत से रीना सिहर गयी और कसमसा कर - कल वो राज बाबू ,, ऐसे देख रहे थे जैसे खा ही जायेंगे
रमन हस कर - हाह्हा अरे छोटा देवर है और भाभी पर आधा हक उसका भी तो है ।
रमन की बात कर रीना तुन्की -और पापा जी क्या ! उनका कितना हिस्सा ये भी बता दो । हा नही तो
रमन चौक कर - क्या पापा भी !
रीना उखड़कर - हा और क्या ,,,
फिर रीना ने आज सुबह की बात बताई जब कमलनाथ एक टक उसके चुचे निहारने लगा था ।
रमन को भी एक पल को उसके बाप का व्य्व्हार ठिक नही लगा ,,लेकिन अगर इस मुद्दे पर वो अगर रीना का साथ देता तो शायाद उसकी पारिवारिक जीवन मे कोई ना कोई बखेडा हो ही जाता ।
इसिलिए उसने ये बात भी मजाक में बनाये रखना उचित समझा
रमन मुस्कुरा कर वाप्स से उसे अपनी बाहो मे भरते हुए - अच्छा और क्या किया पापा ने उम्म्ंम
रीना मासूमियत से - धत्त मैने देखा थोडी मै तो डर गयी थी और जल्दी से किचन मे आ गयी
रमन हस कर - अरे पगलू इसमे इतना डरने वाली कौ बात नही है ,,,घर के लोगो मे ऐसे छोटे-मोटे अजीबोगरीब स्थितिया आती रहती है ।
रीना ने आंखे उठा कर रमन को घूरा तो वो मुस्कुराकर सफाई देता हुआ - अब देखो ना मै घर मे मेरी मा भी है और कयी दफा वो जब मेरे सामने से आती जाती है तो उनके bums हिलते रहते है और मेरी नजर अटक जाती है इसका ये मतलब थोडी की मेरी मा के प्रति खराब मानसिकता है
रीना अपनी सास की ने पिछवाड़े की बात पे हस दी और उसे सुबह वाली मालिश की बात याद आ गयी ।
रमन उसके गाल खीच कर - क्या हुआ हस क्यो रही हो उम्म्ंम
रीना हस कर - अरे मम्मी जी bums की हालत ना पुछो हिहिही
रमन - क्यू! क्या हुआ ?
रीना हस कर - आप गुस्सा नही होगे तो बताऊ हिहिहिही
रमन अचरज से मुस्कुराता हुआ - हा बोलो ना जान
रीना हस कर - वो कल रात पापा जी ने मम्मी जी को पीछे से 4 बार हिहिहिही और आज सुबह उनकी सूज गयी थी हाअहहह्जा
रमन हसा तो सही लेकिन कुछ देर के लिए असमंजस मे था
रमन हस कर- लेकिन तुमको कैसे पता
रीना हस कर फिर सुबह की सारी बाते बताने लगी ।
सारी बाते सुनने के बाद उसे आश्चर्य हुआ कि इतने कम समय मे उसकी मा और बीवी के सम्बंध कैसे अच्छे हो गये
रमन को अपनी मा बाप की चुदाई भरी बाते सुन कर बहुत झिझक भी हो रही थी लेकिन वही रीना ठहाके लेके हसे जा रही थी ।
रीना हस कर - मुझे तो लगता है मम्मी जी का इतना बड़ा इसिलिए हुआ है कि पापा जी रोज ....हिहिहिही
रमन को अपनी बीवी के सामने अपनी मा के चुतडो के बारे मे सुन कर शर्म आ रही थी और वो बस मुस्कुरा रहा था ।
रमन - क्या तुम भी कुछ भी बोलती हो ,,,वो तो मम्मी का शरिर ही भारी है शुरु से ही
रीना हस के - हा तभी तो पापा जी ने चार बार ली उनकी हिहिहिहिही
रमन उसको अपनी ओर करके उसके चुतडो को मसलता हुआ - क्यू तुम्हे भी अपने चुतड वैसे ही करवाना है क्या ... लोगि चार बार उम्म्ंम
रीना अपने पति के बातो पर उसके खड़े लण्ड को उपर से मसलकर - कर पाओगे रोज चार बार उम्म्ंम
रीना के स्पर्श से रमन काफी ऊततेजित हो गया था और उसी नशे मे वो क्या बोल गया उसे खुद समझ नही आया - मै नही कर पाया तो क्या ,,,,पापा है ना वो कर देंगे
रीना अपने पति के मुह से ऐसी बाते सुन कर एक पल को सिहर गयी और अगले ही पल उसे होश आया तो हस कर उससे अलग हो कर - धत्त क्या जी आप भी ना ।
रीना के अलग होने से रमन भी होश मे आया कि अभी अभी वो क्या बोल गया लेकिन जैसा भी हुआ उससे रीना को बुरा नही लगा उसने इस बात को इन्जाय किया और बस यही रमन के जहन मे एक नये ख्वाब ने अपनी जगह बना ली
जिससे उसके तन बदन मे एक अलग ही जोश आ गया उसका सुपाडा कड़ा होने लगा । लण्ड की नसे उभरने क्गी और दिल की धडकनें तेज सी हो गयी ।
क्या है वो ख्वाब
क्या वो हकिकत मे हो भी पायेगा
जानेंगे अगले अपडेट मे ।
Thnxxxx keep supportingNICE STORY BHAI AND UPDATE
BHAI PAR RAJ KE STORY ME MAZA KAM HO JAYA GAYA
STORY KE LIYE BAHUT BHAUT ABAHIRI HU
Sukriya dost... sath bnaye rakheBhaisaab kab se time nikaal ke aapki story ke ik do update padta tha ..ajj jakr sanhi complete huyi Hein...maza aagya.... Aise hi apni kalm se maze dete rahiye....abb updates ka intzar karna padega.. kr lenge koi baat nahi
Bhai update kab tak aayega
Bother update pleasewaiting
Pratiksha agle rasprad update ki
Likh raha hu ... jald hi milegaBhai update karo yrr
G storyMAZA A GAYA UPDATE PHAD KAR THANKS BHAI