• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

xforum

Welcome to xforum

Click anywhere to continue browsing...

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,892
22,281
189
हो जाइए तैयार
आगामी अपडेट्स के लिए

राज - अनुज और रागिनी
Hard-core threesome
बहुत जल्द

Gsxfg-IAX0-AAa-Jnh
(सिर्फ पनौती न लगे बस 😁)
 
Last edited:

Avi Goswami

Well-Known Member
2,054
4,109
158
UPDATE 86



अब तक

फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना

अब आगे

मै गरदन उठा कर मा और पापा की तरफ देख कर - क्या हुआ मा

मा मुझे देखकर शांत होते हुए मुस्कराकर - कुछ नही बेटा तू सो जा

पापा - रागिनी प्लीज
मै सोचने के भाव मे - क्या हुआ पापा किस बात के लिए मा को मना रहे हो

पापा मा के सामने थोडा हिचक कर - अब वो वो बेटा

मा ह्स्ते हुए - हा अब बोलो ना हिहिहिही

मै अपने चेहरे पर हसी के भाव लाकर मामले को समझने की कोसिस मे - क्या बात है मा आप ही बता दो ना

मा हस कर - बेटा तेरे पापा का बहुत मन है कि मै वो करू

फिर मा ह्स्ते हुए पापा को देखती है
मै - मतलब वो क्या
मा हस कर - अरे बुधु वो ..
और मा मुह पर हाथ रख कर हसने लगी

पापा मुझे परेशान होता देख - देख बेटा राज अब तू बड़ा हो गया है तो तुझसे क्या झुठ बोलना और तु तो समझता ही है सब ,,बात दरअसल ये कि काफी समय से जो मस्ती तेरे मा और मेरे बीच हो रही थी उससे मेरे लिंग मे तनाव हो गया है और ये तभी कम होगा जब या तो हम दोनो सेक्स करे या फिर तेरी मा वो कर दे


मै अचरज के भाव मे - अब ये वो क्या है
पापा हिचक कर - पता नही बेटा तुझे कैसा लगेगा और तू क्या प्रतिक्रिया देगा मेरे बात पर ,, लेकिन फिर भी बता रहा हू कि मुझे तेरी मा से अपना लिंग चुसवाना बहुत पसंद है बस उसी के लिए मै रागिनी को बोला


मै अजीब सा मुह बना कर - ओह्ह्ह सॉरी , शायद मुझे आज यहा सोना ही नही चहिये था ,, खामखा आप लोगो को मेरे वजह से दिक्कत हो रही हैं


मा पापा से - क्या जी आप मेरे बेटे को परेशान कर रहे है
मा - नही बेटा ऐसी कोई बात नही है , मुझे तेरे वजह से कोई परेशानी नही है

मै मा की तरफ देख कर - तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है , आप लोग इंजॉय करिये ना । मेरी चिन्ता छोडिए

मा मेरी तरफ देख के ह्स देती है - तू भी तेरे पापा पे ही गया है बेशर्म एकदम

मै हस कर - अब उन्ही का बेटा हू ना मा ,, प्लीज आप लोग इंजॉय करिये

मा मेरी बातो से चुप होकर मुस्कुरा रही थी

पापा - अब तो करो ना जान , अब तो राज ने भी बोल दिया
मा बिस्तर से उठते हुए - चुप रहिये आप,, आपकी आदत बहुत खराब हो गयी है ।


फिर मै सीधा होके लेट गया और उनकी बाते सुन के हसने लगा और धीरे से अपना लोवर मे तना लण्ड सहला दिया ।
थोडे ही देर मे मा की गुउऊ गुउऊ गुउउऊ की आवाजे आने लगी और मैने नजर नीचे की तरफ कर देखा तो मा ने अपना ब्लाउज निकाल दिया था और पापा के अंडरवियर से उनका लण्ड निकाल कर चुस रही थी । जिससे मेरे लण्ड मे खुन तेजी से दौड़ने लगा ।
और मै सोचने लगा काश मा मेरा भी लण्ड चुस ले

तभी पापा की सिसकिया शुरु हुई और फिर वो बोले
पापा - थैंक यू राज बेटा

पापा की बात सुन के मुझे एक मौका मिला की मै उनकी तरफ देखू
मै उनकी तरफ करवट लेके एक नजर मा को लण्ड चुस्ते हुए अच्छे से देखा और बोला - थैंक यू क्यू पापा


पापा सिस्क कर - देख नही रहा है कितने मस्त तरीके से तेरी मा मेरे लिंग को चुस रही है अह्ह्ह रागिनी और अन्दर लो

मै थूक गटकते हुए मा को पापा का मोटा काला लण्ड चुस्ते हुए देख रहा था जिसे वो अपने गले तक ले जा रही थी और उनको देख कर मै पापा के सामने ही अपना लण्ड का सुपादा लोवर के उपर से ही मुथियाने लगा
पापा मुझे लण्ड मुथियाता देख - क्या हुआ बेटा तुझे खुजली हो रही है क्या

मै चौकने के भाव मे लण्ड को दबाते हुए - अब ब नही पापा वो आप लोगो को मस्ती करता देख मेरा भी लिंग खड़ा हो गया लोवर मे , और थोडा दर्द हो रहा है ।


पापा चिन्ता के भाव - ओफ्फो बेटा , ऐसा कर तू अपना लोवर निकाल दे

मै संकोच - क क क्या लेकिन क्यू
पापा मुझे समझाते हुए - अरे अपना लिंग बाहर निकाल उसे थोड़ा खुला रख अभी आराम हो जायेगा

इधर मा हमारी बाते सुन कर लागातार कनअखियो से देखते हूए पापा का लण्ड चूसे जा रही थी और हमारे संवाद में जानबुझ कर उसने कोई टिप्पणि नही की

फिर मैने झट से पापा के कहे अनुसार अपना लोवर अंडरवियर सहित निकाल कर नंगा लेट गया और मेरा लण्ड तन कर छ्त की ओर मुह उठाए खड़ा हो गया ।


पापा सिस्क के - अब कुछ आराम हुआ बेटा
मै - नही पापा देखो ये बहुत टाइट है

पापा चिन्ता के भाव - ओह्ह हा ,,, रागिनी सुनो जरा अह्ह्ह रुको ना

मा पापा का लंड मुह से निकाल कर पापा से चुदासी भाव - क्या हुआ जी

तभी उसकी नजर मेरे खडे लण्ड पर गयी जो पापा से भी मोटा था

मा हस के - अरे पागल ऐसे क्यू सोया है

पापा - वो मैने बोला उसको ,, दरअसल वो हमदोनो को मस्ती करते देख उसके लिंग मे भी तनाव आ गया और दर्द होने लगा था इसिलिए मैने कहा

मा ह्स कर - तो सही हो गया बेटा
मै क्समसा कर - उम्म नही मा

पापा चिन्ता के भाव मे - रागिनी देखो ना कित्ना परेसान है बेचारा ,,मै क्या कह रहा हू तू थोडा उसका भी चुस कर ढिला कर दो ना

मा चौक के - ये क्या कह रहे है आप , कुछ समझ है आपको

पापा थोडा रुआब मे - ओहो रागिनी तुम कैसी मा हो ,,देख नही रही बेटा अपना परेशान है और उसकी परेशानी की वजह भी तो हम दोनो ही है ना ,

मा पापा की भडकता देख- ऐसा ना बोलिये जी ,,मै भी उससे प्यार करती हू लेकिन मै उसकी मा हू ,,,,अच्छा ठीक है

फिर पापा मुझे देख के मुस्कुराये
मै हिचक के - मा रहने दो सही हो जायेगा अभी

मा - अब तू नौटंकी ना कर आ इधर खसक अपने पापा के बगल मे
फिर मै मुस्कुरा कर एक ताजगी से भर गया कि मा अब पापा के सामने मेरा खड़ा लण्ड चुसेगी और मै सरक पर पापा के बगल मे आ गया ।
मा पापा के सामने थोडी हिचक दिखा रही थी और धीरे से मेरे खडे तपते लण्ड को बिच से पकड़ा
जिससे मा गनगना गयी - ओह्ह्ह राज के पापा इसका तो बहुत गरम है

मै भी मा के हाथो का स्पर्श पाकर सिहर उठा
पापा मुझे अकडता देख - आराम से बेटा पहली बार मे ऐसा होता है जब कोई औरत ऐसे लिंग को थामती है ।


इधर धीरे धीरे मा ने मेरा लण्ड सहलाना शुरु किया और चमडी को निचे कर सुपाडे को सूंघते हुए मुह खोला , जिससे मा के मुह की गरम सांसो से मेरे सुपाडे की जलन बढ़ गयी और ज्यो ही मा ने अपने मोटे मुलायम होठो को रिंग बना कर मेरे लण्ड पर घिसते हुए लण्ड को निगला , एक मजेदार ठन्डक ने मेरे लण्ड की सहतो पर मह्सूस होने लगी और मुझे राहत होने लगी ।

मै सिसक कर - ओह्ह्ह पापा सच मे बहुत आराम मिल रहा है उम्म्ंम अह्ह्ह

जैसे जैसे मा लण्ड को चुस्ती मै अकडने लगता
थोडी देर की चुसायि के बाद

पापा - ओह्ह जानू थोडा थोडा मेरे लिंग को भी दुलार दो ना कबसे सुख रहा है

मै पापा की बात सुन कर सिस्कते हुए मुस्करा दिया
और वही मा ने मेरा लण्ड चुस्ते हुए अपना दुसरा हाथ से पापा का लण्ड थाम कर उसे सहलाने लगी

और फिर मेरे लण्ड को मुह से निकाल कर गप्प से पापा का लण्ड मुह मे भर लिया

पापा - अह्ह्ह जान उफ्फ्फ क्या मस्त चुस्ती हो जानू उम्म्ंम अह्ह्ह और अन्दर लो जान आह्ह हा ऐसे ही अह्ह्ह

फिर मा ने उनका लण्ड थोडा चुस कर मेरे लण्ड को गले मे उतारने लगी जिससे मेरी नशे मानो फट सी जायेगी

फिर थोडी देर चुसकर वो दोनो हाथो मे लण्ड को पकड कर सह्लाते हुए घुटनो के बल बैठी रही और तेज सासे उनकी खुली छातियो को उपर निचे कर रहे थे ।

मा इस वक़्त किसी पेशवर रन्डी जैसे लग रही थी । उस्के चेहरे की कामुकता और लण्ड के सुपाडे को मुठियाने की अदा से साफ पता चल रहा था कि वो काफी ज्यादा चुदासी हो गयी है
पापा - आह्ह जान इधर आओ मेरे मुह पर अपनी रसिली चुत को रखो मै भी उनको निचोडना चाहता हू

पापा की बात सुन कर मा हिचक कर मुझे देखती है और मै - कोई बात नही मा आप लो इंजॉय करिये ना मुझे कोई आपत्ति नही है , बस मेरा ये छोटा कर दिजीये आह्ह


मा मेरी बात सुन कर बिना कुछ बोले मुस्करायी और झट से पापा के मुह के पास गयी और अपना पेतिकोट उथाते हुए 69 की पोजीशन मे आ गई
ओह्ह गाड क्या नजारा था
मा अपनी फैली हुई गाड़ बड़ी ही बेशरमी से पापा ने मुह पर रख कर घुटनो के बल झुके हुए पापा का लण्ड सहला रही थी वही पापा मा के भारी मुलायम कूल्हो को थामे अपनी गरदन उथाये मा के भोस्डी मे अपना नथुना रगड़ते हुए उसको चाट रहे थे ।
वही मा भी पापा का लंड मुह मे भर कर गुउउऊ गुउऊ कर सिस्क कर कमर उचका रही थी और पापा लपालप मा के चुत पर जीभ चला रहे थे

मै वही इनदोनो को देख कर करवट लिये लण्ड को सहला रहा था कि तभी मा ने मेरे लण्ड एक हाथ से पकड कर अपनी तरफ खीचा और मै झट से सरक कर मा के मुह के अपनी गाड़ उचका कर लण्ड को ले गया वही मा ने झट से मेरा लण्ड मुह मे भर कर चूसना शुरु कर दिया ।

उधर पापा मा की चुत से जीभ हटा कर उनकी गाड़ को गिला करने लगे जिससे मा और भी उतेजीत हो गयी और पापा का लण्ड भी खिच कर एक साथ दोनो लण्ड के सुपाडे को होठो पर रगड़ने लगी ।इस दौरान पहली बार मेरा सुपाडा पापा के सुपाड़े को छुआ और उस स्पर्श के रोमांच से मै गनगना गया वही मा दोनो लण्ड को थामे हमारे सुपाडे को सुरक रही थी और जल्द ही उसकी कमर से झटका देना शुरु कर दिया और वो हमारा लण्ड छोड पापा की जांघो को पकड कर अपनी गाड़ और चुत पापा ने मुह पर घिसने क्गी
मा - आह्ह राज के पापा और तेज चुसो आह्ह ओह्ह्ह हा मै आ रही हू आह्ह आह्ह उफ्फ़ उम्म्ंम आह्ह मा ओझ
यहा मा पापा के मुह मे झडने लगी जिससे मै और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा
फिर पापा ने अच्छे से मा की चुत को चाता और मा उन्के उपर से ह्ट कर पापा के बगल मे बैठ गयी जहा पापा अपना हाथ आगे कर मा के चुचे सहलाने लगे ।

पापा - आह्ह जान मजा आ गया आज तो काफी सारा पानी बहाया तुमने आज तो

मा शर्मा कर - भक्क चुप रहिये और अब सो जाईये

पापा - क्या !! और इसका क्या
मा - ओह क्या करू इसका अब पता नही क्यू आज ना आपका ना ही उसका छोटा हो रहा है

पापा ह्स कर - कैसे छोटा होगा जानू तुम्हे पता है ना

मा शर्मा कर एक नजर मुझे देखा तो मै अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए मा को ही देख रहा था ।

पापा वापस मा का हाथ पकड कर खिच्ते हुए - आओ ना जानू अब

मा शर्मा कर ह्स्ते हुए - धत्त मुझे शर्म आयेगी और राज भी तो है न

पापा गरदन घुमा कर मुझे देखते हुए - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना अगर मै तेरी मा के साथ सम्भोग करु तो

मै पापा की बात सुन कर हस दिया और मा की तरफ देख कर मुस्कराकर ना मे सर हिलाया

पापा - देखा जानू उसे कोई दिक्कत नही है अब आ जाओ ना

फिर पापा ने झट से मा को खिच कर अपने बगल लिताया और उन्के होठो को चूसना शुर कर दिया और धीरे धीरे हाथ नीचे ले जा कर मा की एक जांघ को अपने उपर कर उनसे चिपक गये जिसमे मा भी ब्ड़ी बेशर्मी से उनका साथ देने लगी
जल्द ही पापा ने मा का पेतिकोट निकाल दिया और वो भी पूरी नंगी हो गयी
और फिर पापा ने मा को निचे लिता कर उनकी जांघो को थामे अपना लण्ड उनकी चुत पर लगाते हुए घ्प्प्प से एक धक्के के साथ पुरा लण्ड मा के गीले चुत मे उतार दिया

मा आन्खे ब्न्द कर - अह्ह्ह राज के पापा उम्म्ं उफ्फ्फ आराम से अह्ह्ह आह्ह आह्ह

इधर पापा ने मा के जांघो को फैला कर घपाघ्प धक्को को तेज कर उन्के उपर चढ़ गये और मा की चुचियो को चुस्ने लगे

मा एक मादक मुस्कान के साथ पापा का लण्ड अपने चुत की दिवारो पर रगड़ता पाकर और सिस्कने लगी - अह्ह्ह राज के पापा उम्म और तेज और तेज अह्ह्ह
फिर पापा वाप्स उपर होकर मा की जांघो को अपने कन्धे पर चढा कर तेज धक्के ल्गाने लगे जिस्से मा का पुरा जिस्म हिल जा रहा था और उनकी फैली मोटी चुची गागर मे भरे पानी जैसे झटके पाने पर छलक जाती ठीक वैसे ही हिल रही थी और मै उत्तेजित होकर थोडी हिम्मत दिखाते हुए मा के पास गया और मा के बाई चुची को थाम लिया और तभी मा ने आंखे खोल कर मुझे देखा और एक स्माइल दी

मैने स्माइल पाकर झुक कर मा ने निप्प्ल पर मुह लगा कर उनकी चुचियो को दबाते हुए चूसने लगा और वही मा हाथ निचे ले जाकर मेरे लण्ड को टटोलने लगी और फिर मैने अपनी कमर को उपर सरकाया जिस्से मा ने लपक कर मेरे लण्ड को थामा लिया

वही पापा हमारी हरकतो पे नजरे गड़ाये हुए थे
पापा हाफ्ते हुए - क्यू जान मजा आ रहा है ना

मा सिहर के मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए - अह्ह्ह हा राजा बहुत मजा आ रहा है

पापा - तो बोलो ना कौन हो तुम मेरी आह्ह
मा सिसक कर - मै आपकी रानी हू मेरे राजा आह्ह और अन्दर करो आह्ह आहा

पापा मा के चुत की गहराई मे लण्ड उतारते हुए - और क्या हो मेरी जान
मा झटके खाते हुए - म म मै आ आ आपकी बीवी हू जान
पापा - कैसी बिवी हो जानू बोलो ना
मा थोडा चुप रही
पापा थोडा मा को मनाने के भाव मे अपना लण्ड मे चुत मे घुमाते हुए - ओह्ह जान बोलो ना कैसी बीवी ही तुम मेरी

मा सिस्क कर मजबुर होते हुए - अह्ह्ह राज के पापा मै आपकी चुद्क्क्ड बीवी हू उम्म्ंम और चोदिये ना मुझे अह्ह्ह आह्ह

पापा मा के मुह से ये बात सुन कर और उत्तेजित हो गये । फिर वो और भी मस्त तरीके से मा के चुत मे लण्ड घुमाने लगे ।

पापा नशे मे - ओह्ह जानू फिर से बोलो ना कैसी बीवी हो तुम मेरी अह्ह्ह

मा मेरे सर को अपने चुची पर दबाते हुए मेरे लण्ड की चमडी को खिच कर काफी ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी गाड़ पटकते हुए - ओह्ह मेरे राजा मै आपकी रन्डी बीवी हू चोदो मुझे, चोदो अपनी चुदक्क्ड बीवी को अह्ह्हह अह्ब और अन्दर तक पेलो आह्ह आह्ह

मै मा की उत्तेजना देख थूक गटकने ल्गा और मेरा लौडा बहुत ही ज्यादा खड़ा हो गया था मन कर रहा था कि अभी पेल दू का की चुत मे पापा को हटा कर

इधर पापा और मा काफी गाली गलौज भरे शब्दो मे घ्प घप चुदाई किये जा रहे थे

पापा सिहरते हुए - आह्ह मेरी रन्डी जान और निचोड ले मेरा लण्ड आह्ह आह्ह ऐसे ही
मा भी पापा की बातो पर अपने दाँत पिस्ते हुए अपनी गाड़ उचका कर पापा का लंड अप्नी चुत मे कस रही थी ।

मै मा के अलग हो कर सीधा लेट गया क्योकि मेरे बाई बाजू मे काफी समय से करवट लेने के कारण दर्द होने लगा और मै गर्दन घुमा कर पापा और मा की चुदाई देखते हुए लण्ड हिला रहा था

पापा फिर पापा घपाघप मा की चुत मे लण्ड उतारते हुए - तू मेरी चुद्क्क्ड बीवी है ना मेरी रन्डी है ना तू आह्ह बोल ना जानू मेरी आह्ह

मा पापा के तेज झटके खाते हुए - अह्ह्ह आह्ह ह ह हा मेरे राआआजाआह्ह मै तुम्हारी रन्डी हू और चोदो

पापा हाफ्ते हुए - तो फिर जैसा मै कहुगा करोगी ना मेरी रन्डी

मा सिस्कते हुए - आ
ह ह हा मेरे राआअजाअह्ह आह्ह सब करनगी उम्म्ंम ऐसे ही चोदो मुझे और तेज आह्ह मजा आ रहा है

पापा धक्को को थामते हुए - तो जा मेरे बेटे के लण्ड पर बैठ जा और उसे भी अपनी गर्म चुत का सुख दे ,,देख कबसे तुझे चोदने के लिए तडप रहा है अह्ह्ह

मा पापा की बात सुन कर हैरत मे थी लेकिन मन उसका भी था कि वो पापा के सामने मेरे साथ चुदे इसिलिए

मै - पापा ये क्या कह रहे है आप
पापा मा की चुत ने हल्के धक्के ल्गाते हुए - बेटा तू चिन्ता ना कर इससे तेरी तकलीफ कम हो जायेगी

फिर पापा ने मा की चुत से लण्ड को निकाला और उनकी गाड़ को पकडकर मेरी तरफ घुमाने का इशारा किया
और मा बिना कुछ बोले झट से उठी और मेरे जांघो के दोनो तरफ पैर कर झुकी और मेरे लण्ड को थाम कर चुत के दिवारो पर लगाने लगी

मा के चुत की चमडी का मेरे सुपाडे पर स्पर्श मुझे हिला दिया

मै सिस्क कर - आह्ह मम्मी आह्ह
फिर मा घ्प्प से अपनी चुत मे लण्ड घुसाते हुए उसे लगभग पुरा निगल गयी और मेरे जड़ तक बैठ गयी

मै मनो पागल सा होने ल्गा ऐसा लग रहा था कि मा के चुत की गर्मी से मेरा लण्ड पिघल जायेगा
मेरा जीवन का स्ब्से बड़ा सपना जो मैने बचपन मे देखा था ।
उस कमरे मे जब पहली बार पापा मा को चोदते देखा था उसी समय मैने तय किया मै भी मा को पापा के साथ चोदूंगा ।
और आज मेरा वो सपना हकीकत बन रहा था और मै परम आनन्द की उचाईयो को छू रहा था ।

इधर मा बड़ी कामुकता से मुझे सिस्कता देख मेरे लण्ड पर उछलना शुरु कर दी और उसके चुतड मेरे जांघो से टकरा कर थप्प थप्प की आवाज करने ल्गे ।
हमारी चुदाई देख पापा को भी रहा नही गया और वो खडे होकर अपना लण्ड मा के मुह मे पेलने लगे ।

इधर कमरे का माहौल बहुत गर्म हो गया तो मैने अपना टीशर्ट भी निकाल दिया
जिससे मा ने उछलना धिमा कर दिया तो मै खुद पहल कर निचे से अपनी कमर को उचकाने ल्गा और लण्ड को मे चुत मे बच्चेदानी तक लेके जाने लगा

जिस्स्र मेरे हर धक्के से मा के मुह लण्ड उन्के गले तक चला जाता और उनको परेशानी होने लगी तो पापा खुद हट कर मा को मेरे उपर लिटा दिये और मैने भी लपक कर मा को अपनी तरफ खीच लिय
मा की नंगी चुची मेरे सिने पर दब गयी और मै झटकों को तेज कर घपा घ्प लण्ड को तेजी से मा के चुत के पेलने लगा जिस्से मा ही आहे तेज हो गयी

मा मेरे कन्धे मे दबाए - अह्ह्हह्जआह्ह आह्ह बेटा आराम से आह्ह ओह्ह आह्ह उम्म्ं उम्म्ं

वही पापा मुझे मा को कसकर चोद्ता देख - वाह बेटा और तेज चोद अपनी मा को बहुत चुद्क्क्ड औरत है ये अह्ह्ह मजा आ रहा है देख

इधर मै पापा की बाते सुन कर और उत्तेजित होकर घपाघ्प मे की चुत मे पेल्ने लगा
और फिर धक्को को हल्का करने लगा क्योकि कमर मे भी दर्द होना शुरु हो गया था । इधर धक्को की रफ्तार कम होने से मा खुद अपना बदन मेरे जिस्म पर घिस्ते हुए उपर निचे होकर लण्ड को चुत मे भरने लगी

मा - आह्ह बेटा रुक क्यू गया चोद ना मुझे आह्ह

पापा हस कर - लग रहा है मेरा बेटा थक गया है रुको मै भी आता हू
यहा मै अप्नी सांसे बराबर कर रहा था और वही पापा भी मेरे पैरो के दोनो तरफ पैर कर घुत्नो के बल खडे होकर मा के गाड़ के छेद पर अपनी थूक लगाने लगे

मा गरदन घुमा कर सिस्क्ते हुए - आह्ह मेरे राजा मेरे चुत मे खुजजी है वहा नही

पापा अपने लण्ड मा के थूक से भरे गाड़ की छेद पर लगाकर दबाते हुए - हा पता है जान लेकिन तेरे इस मोटी गाड़ को देख कर मेरे लण्ड मे इसको चोद्ने की खुजली है
ये बोलते हुए पापा ने अपना लण्ड मा की गाड़ मे घुसेड़ दिया

मा तेज से सिसक के - आह्ह मा उफ्फ्फ आराम से मेरे राजा

मै ये जानकर की पापा ने मा की गाड़ मे अपना लौडा घुसेड़ दिया है इससे मेरे लण्ड मे तनाव और बढ़ गया और फिर से जोश मे आकर निचे से लण्ड को मा के भोस्दे मे पेलने लगा

मा दर्द और सिहरन से बेजुबान हो गयी क्योकि इस वक़्त उसकी गाड़ और चुत मे दो मोटे मुसल घुसे थे

पापा - बेटा हम दोनो मे से किसी एक को ही धक्का लगाना पडेगा नही तो चोदने मे मजा नही आयेवा
ये बोल कर पापा ने मा की गाड़ मे पेलना सुरु कर दिया
जिस्का आभास मुझे निचे चुत के अन्दर मेरे लण्ड पर पता चलने लगा था

मा मुझे पकड कर दर्द से कराह उठी और मै उन्के कमर के पास हाथ ले जाकर सहलाने लगा

मा - ओह्ह राज के पापा उम्म्ं
ओह्ह आह्ह आह्ह म्जा आ रहा है आह्ह और तेज करो और तेज्ज्ज आह्ह मजा आ रहा उम्म्ं

पापा मा की गाड़ मे धक्के ल्गाते हुए - क्यू मेरी रन्डी जान मजा आ रहा है ना एक साथ दो लण्ड लेके

मा सिस्कते हुए - आह्ह हा मेरे राजा बहुत ज्यादाआआ आह्ह और तेज

इधर थोडी देर पापा मा की गाड़ मारने के बाद अप्ने धक्को को थाम्ते हुए लण्ड को मा के गाड़ की जड़ ले जाकर रोक दिया - हा बेटा अब तू नीच से पेल

मै तो इसी इन्तेजार मे था और मा के कुल्हे थाम्ते हुए थप थप्प थप्प तेजी मा के चुत मे पेलने ल्गा

मा - ओह्ह्ह बेटा हा बहुत मस्त चोद रहा है आह्ह और चोद और चोद और मै फिर से झड़ने वाली हू अह्ह्ह

इधर मै और पापा बारी बारी से इधर मै और पापा बारी बारी से मा की गाड़ और चुत मे धक्के ल्गाते रहे वही मा झड़ चुकी थी और हम भी झडने के करीब थे

मै - आह्ह पापा दर्द हो रहा है वहा मेरा पेसाब आयेगा

पापा हस कर - निकाल दे बेटा अन्दर ही मै भी आने वाला हू

मा सिस्क कर हफ्ते हुए मेरे उपर से उठने लगी - नही नही मुझे मुह मे चाहिये आह्ह छोदिये अब आप
फिर वो पापा को हटा कर घुटने के बल बैठ जाती है और पापा खडे होकर मा के मुह पर लण्ड हिलाने लगते है

पापा - आजा बेटा तू भी और भर अपने माल को अपनी इस चुद्क्क्ड मा के मुह मे
मै भी उत्तेजित होकर झट से खड़ा हुआ और लण्ड को मा के मुह पर हिलाने लगा

वही मा हम दोनो के आड़ो को सहलाते हुए जीभ बाहर निकाल हमारे झडने का इन्तजार करने लगी

इधर मै लण्ड हिलाते हुए पहली बार अपनी भावनाये दोनो के सामने रखता हुआ - अह्ह्ह मा आप बहुत मस्त हो बहुत मजा आया आपको चोद के क्या मै रोज चोद सकता हू आपको

पापा मेरे कंधे पर शाबशू देने के अन्दाज मे - हा बेटा क्यू नही हम दोनो अब रोज मिल कर तेरे मा को चोदेंगे और तेरा जब भी मां करे तू अपनी मा को चोद लेना

इधर हमारी बात ज्यादा नही हो पाई और हम अपनी एड़ियो के बल आकर सारा माल सुपाड़े एक रोक के एक बार मे मा के उपर छोड दिया और दोनो तरफ से लगभग एक सेकण्ड के अन्तर पे पिचकारी छूटी मा के आख और नाक कर गयी और बाकी की धीमी पिचकारी मा के जीभ और मुह मे जाने लगी ,,,

फिर हमने अपने मोटे लण्ड को मा के मुह पे पटक कर झाड़ा और
फिर मा ने हम दोनो के लण्ड को चाट चाट कर बारी बारी से साफ किया और उसको मुह मे लेके वाप्स से चुस कर निचोड़ लिया और फिर अपने चेहरे पर लगा माल ऊँगली से चाट गयी
फिर पापा ने मा को खड़ा कर उन्के होठो को चुसा और मा ने वाप्स मेरे होठो को चुस ली

फिर हम सब आपस मे एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ।


जारी रहेगी
Nice update
 

TharkiPo

I'M BACK
Not Activated
4,799
15,915
159
UPDATE 86



अब तक

फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना

अब आगे

मै गरदन उठा कर मा और पापा की तरफ देख कर - क्या हुआ मा

मा मुझे देखकर शांत होते हुए मुस्कराकर - कुछ नही बेटा तू सो जा

पापा - रागिनी प्लीज
मै सोचने के भाव मे - क्या हुआ पापा किस बात के लिए मा को मना रहे हो

पापा मा के सामने थोडा हिचक कर - अब वो वो बेटा

मा ह्स्ते हुए - हा अब बोलो ना हिहिहिही

मै अपने चेहरे पर हसी के भाव लाकर मामले को समझने की कोसिस मे - क्या बात है मा आप ही बता दो ना

मा हस कर - बेटा तेरे पापा का बहुत मन है कि मै वो करू

फिर मा ह्स्ते हुए पापा को देखती है
मै - मतलब वो क्या
मा हस कर - अरे बुधु वो ..
और मा मुह पर हाथ रख कर हसने लगी

पापा मुझे परेशान होता देख - देख बेटा राज अब तू बड़ा हो गया है तो तुझसे क्या झुठ बोलना और तु तो समझता ही है सब ,,बात दरअसल ये कि काफी समय से जो मस्ती तेरे मा और मेरे बीच हो रही थी उससे मेरे लिंग मे तनाव हो गया है और ये तभी कम होगा जब या तो हम दोनो सेक्स करे या फिर तेरी मा वो कर दे


मै अचरज के भाव मे - अब ये वो क्या है
पापा हिचक कर - पता नही बेटा तुझे कैसा लगेगा और तू क्या प्रतिक्रिया देगा मेरे बात पर ,, लेकिन फिर भी बता रहा हू कि मुझे तेरी मा से अपना लिंग चुसवाना बहुत पसंद है बस उसी के लिए मै रागिनी को बोला


मै अजीब सा मुह बना कर - ओह्ह्ह सॉरी , शायद मुझे आज यहा सोना ही नही चहिये था ,, खामखा आप लोगो को मेरे वजह से दिक्कत हो रही हैं


मा पापा से - क्या जी आप मेरे बेटे को परेशान कर रहे है
मा - नही बेटा ऐसी कोई बात नही है , मुझे तेरे वजह से कोई परेशानी नही है

मै मा की तरफ देख कर - तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है , आप लोग इंजॉय करिये ना । मेरी चिन्ता छोडिए

मा मेरी तरफ देख के ह्स देती है - तू भी तेरे पापा पे ही गया है बेशर्म एकदम

मै हस कर - अब उन्ही का बेटा हू ना मा ,, प्लीज आप लोग इंजॉय करिये

मा मेरी बातो से चुप होकर मुस्कुरा रही थी

पापा - अब तो करो ना जान , अब तो राज ने भी बोल दिया
मा बिस्तर से उठते हुए - चुप रहिये आप,, आपकी आदत बहुत खराब हो गयी है ।


फिर मै सीधा होके लेट गया और उनकी बाते सुन के हसने लगा और धीरे से अपना लोवर मे तना लण्ड सहला दिया ।
थोडे ही देर मे मा की गुउऊ गुउऊ गुउउऊ की आवाजे आने लगी और मैने नजर नीचे की तरफ कर देखा तो मा ने अपना ब्लाउज निकाल दिया था और पापा के अंडरवियर से उनका लण्ड निकाल कर चुस रही थी । जिससे मेरे लण्ड मे खुन तेजी से दौड़ने लगा ।
और मै सोचने लगा काश मा मेरा भी लण्ड चुस ले

तभी पापा की सिसकिया शुरु हुई और फिर वो बोले
पापा - थैंक यू राज बेटा

पापा की बात सुन के मुझे एक मौका मिला की मै उनकी तरफ देखू
मै उनकी तरफ करवट लेके एक नजर मा को लण्ड चुस्ते हुए अच्छे से देखा और बोला - थैंक यू क्यू पापा


पापा सिस्क कर - देख नही रहा है कितने मस्त तरीके से तेरी मा मेरे लिंग को चुस रही है अह्ह्ह रागिनी और अन्दर लो

मै थूक गटकते हुए मा को पापा का मोटा काला लण्ड चुस्ते हुए देख रहा था जिसे वो अपने गले तक ले जा रही थी और उनको देख कर मै पापा के सामने ही अपना लण्ड का सुपादा लोवर के उपर से ही मुथियाने लगा
पापा मुझे लण्ड मुथियाता देख - क्या हुआ बेटा तुझे खुजली हो रही है क्या

मै चौकने के भाव मे लण्ड को दबाते हुए - अब ब नही पापा वो आप लोगो को मस्ती करता देख मेरा भी लिंग खड़ा हो गया लोवर मे , और थोडा दर्द हो रहा है ।


पापा चिन्ता के भाव - ओफ्फो बेटा , ऐसा कर तू अपना लोवर निकाल दे

मै संकोच - क क क्या लेकिन क्यू
पापा मुझे समझाते हुए - अरे अपना लिंग बाहर निकाल उसे थोड़ा खुला रख अभी आराम हो जायेगा

इधर मा हमारी बाते सुन कर लागातार कनअखियो से देखते हूए पापा का लण्ड चूसे जा रही थी और हमारे संवाद में जानबुझ कर उसने कोई टिप्पणि नही की

फिर मैने झट से पापा के कहे अनुसार अपना लोवर अंडरवियर सहित निकाल कर नंगा लेट गया और मेरा लण्ड तन कर छ्त की ओर मुह उठाए खड़ा हो गया ।


पापा सिस्क के - अब कुछ आराम हुआ बेटा
मै - नही पापा देखो ये बहुत टाइट है

पापा चिन्ता के भाव - ओह्ह हा ,,, रागिनी सुनो जरा अह्ह्ह रुको ना

मा पापा का लंड मुह से निकाल कर पापा से चुदासी भाव - क्या हुआ जी

तभी उसकी नजर मेरे खडे लण्ड पर गयी जो पापा से भी मोटा था

मा हस के - अरे पागल ऐसे क्यू सोया है

पापा - वो मैने बोला उसको ,, दरअसल वो हमदोनो को मस्ती करते देख उसके लिंग मे भी तनाव आ गया और दर्द होने लगा था इसिलिए मैने कहा

मा ह्स कर - तो सही हो गया बेटा
मै क्समसा कर - उम्म नही मा

पापा चिन्ता के भाव मे - रागिनी देखो ना कित्ना परेसान है बेचारा ,,मै क्या कह रहा हू तू थोडा उसका भी चुस कर ढिला कर दो ना

मा चौक के - ये क्या कह रहे है आप , कुछ समझ है आपको

पापा थोडा रुआब मे - ओहो रागिनी तुम कैसी मा हो ,,देख नही रही बेटा अपना परेशान है और उसकी परेशानी की वजह भी तो हम दोनो ही है ना ,

मा पापा की भडकता देख- ऐसा ना बोलिये जी ,,मै भी उससे प्यार करती हू लेकिन मै उसकी मा हू ,,,,अच्छा ठीक है

फिर पापा मुझे देख के मुस्कुराये
मै हिचक के - मा रहने दो सही हो जायेगा अभी

मा - अब तू नौटंकी ना कर आ इधर खसक अपने पापा के बगल मे
फिर मै मुस्कुरा कर एक ताजगी से भर गया कि मा अब पापा के सामने मेरा खड़ा लण्ड चुसेगी और मै सरक पर पापा के बगल मे आ गया ।
मा पापा के सामने थोडी हिचक दिखा रही थी और धीरे से मेरे खडे तपते लण्ड को बिच से पकड़ा
जिससे मा गनगना गयी - ओह्ह्ह राज के पापा इसका तो बहुत गरम है

मै भी मा के हाथो का स्पर्श पाकर सिहर उठा
पापा मुझे अकडता देख - आराम से बेटा पहली बार मे ऐसा होता है जब कोई औरत ऐसे लिंग को थामती है ।


इधर धीरे धीरे मा ने मेरा लण्ड सहलाना शुरु किया और चमडी को निचे कर सुपाडे को सूंघते हुए मुह खोला , जिससे मा के मुह की गरम सांसो से मेरे सुपाडे की जलन बढ़ गयी और ज्यो ही मा ने अपने मोटे मुलायम होठो को रिंग बना कर मेरे लण्ड पर घिसते हुए लण्ड को निगला , एक मजेदार ठन्डक ने मेरे लण्ड की सहतो पर मह्सूस होने लगी और मुझे राहत होने लगी ।

मै सिसक कर - ओह्ह्ह पापा सच मे बहुत आराम मिल रहा है उम्म्ंम अह्ह्ह

जैसे जैसे मा लण्ड को चुस्ती मै अकडने लगता
थोडी देर की चुसायि के बाद

पापा - ओह्ह जानू थोडा थोडा मेरे लिंग को भी दुलार दो ना कबसे सुख रहा है

मै पापा की बात सुन कर सिस्कते हुए मुस्करा दिया
और वही मा ने मेरा लण्ड चुस्ते हुए अपना दुसरा हाथ से पापा का लण्ड थाम कर उसे सहलाने लगी

और फिर मेरे लण्ड को मुह से निकाल कर गप्प से पापा का लण्ड मुह मे भर लिया

पापा - अह्ह्ह जान उफ्फ्फ क्या मस्त चुस्ती हो जानू उम्म्ंम अह्ह्ह और अन्दर लो जान आह्ह हा ऐसे ही अह्ह्ह

फिर मा ने उनका लण्ड थोडा चुस कर मेरे लण्ड को गले मे उतारने लगी जिससे मेरी नशे मानो फट सी जायेगी

फिर थोडी देर चुसकर वो दोनो हाथो मे लण्ड को पकड कर सह्लाते हुए घुटनो के बल बैठी रही और तेज सासे उनकी खुली छातियो को उपर निचे कर रहे थे ।

मा इस वक़्त किसी पेशवर रन्डी जैसे लग रही थी । उस्के चेहरे की कामुकता और लण्ड के सुपाडे को मुठियाने की अदा से साफ पता चल रहा था कि वो काफी ज्यादा चुदासी हो गयी है
पापा - आह्ह जान इधर आओ मेरे मुह पर अपनी रसिली चुत को रखो मै भी उनको निचोडना चाहता हू

पापा की बात सुन कर मा हिचक कर मुझे देखती है और मै - कोई बात नही मा आप लो इंजॉय करिये ना मुझे कोई आपत्ति नही है , बस मेरा ये छोटा कर दिजीये आह्ह


मा मेरी बात सुन कर बिना कुछ बोले मुस्करायी और झट से पापा के मुह के पास गयी और अपना पेतिकोट उथाते हुए 69 की पोजीशन मे आ गई
ओह्ह गाड क्या नजारा था
मा अपनी फैली हुई गाड़ बड़ी ही बेशरमी से पापा ने मुह पर रख कर घुटनो के बल झुके हुए पापा का लण्ड सहला रही थी वही पापा मा के भारी मुलायम कूल्हो को थामे अपनी गरदन उथाये मा के भोस्डी मे अपना नथुना रगड़ते हुए उसको चाट रहे थे ।
वही मा भी पापा का लंड मुह मे भर कर गुउउऊ गुउऊ कर सिस्क कर कमर उचका रही थी और पापा लपालप मा के चुत पर जीभ चला रहे थे

मै वही इनदोनो को देख कर करवट लिये लण्ड को सहला रहा था कि तभी मा ने मेरे लण्ड एक हाथ से पकड कर अपनी तरफ खीचा और मै झट से सरक कर मा के मुह के अपनी गाड़ उचका कर लण्ड को ले गया वही मा ने झट से मेरा लण्ड मुह मे भर कर चूसना शुरु कर दिया ।

उधर पापा मा की चुत से जीभ हटा कर उनकी गाड़ को गिला करने लगे जिससे मा और भी उतेजीत हो गयी और पापा का लण्ड भी खिच कर एक साथ दोनो लण्ड के सुपाडे को होठो पर रगड़ने लगी ।इस दौरान पहली बार मेरा सुपाडा पापा के सुपाड़े को छुआ और उस स्पर्श के रोमांच से मै गनगना गया वही मा दोनो लण्ड को थामे हमारे सुपाडे को सुरक रही थी और जल्द ही उसकी कमर से झटका देना शुरु कर दिया और वो हमारा लण्ड छोड पापा की जांघो को पकड कर अपनी गाड़ और चुत पापा ने मुह पर घिसने क्गी
मा - आह्ह राज के पापा और तेज चुसो आह्ह ओह्ह्ह हा मै आ रही हू आह्ह आह्ह उफ्फ़ उम्म्ंम आह्ह मा ओझ
यहा मा पापा के मुह मे झडने लगी जिससे मै और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा
फिर पापा ने अच्छे से मा की चुत को चाता और मा उन्के उपर से ह्ट कर पापा के बगल मे बैठ गयी जहा पापा अपना हाथ आगे कर मा के चुचे सहलाने लगे ।

पापा - आह्ह जान मजा आ गया आज तो काफी सारा पानी बहाया तुमने आज तो

मा शर्मा कर - भक्क चुप रहिये और अब सो जाईये

पापा - क्या !! और इसका क्या
मा - ओह क्या करू इसका अब पता नही क्यू आज ना आपका ना ही उसका छोटा हो रहा है

पापा ह्स कर - कैसे छोटा होगा जानू तुम्हे पता है ना

मा शर्मा कर एक नजर मुझे देखा तो मै अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए मा को ही देख रहा था ।

पापा वापस मा का हाथ पकड कर खिच्ते हुए - आओ ना जानू अब

मा शर्मा कर ह्स्ते हुए - धत्त मुझे शर्म आयेगी और राज भी तो है न

पापा गरदन घुमा कर मुझे देखते हुए - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना अगर मै तेरी मा के साथ सम्भोग करु तो

मै पापा की बात सुन कर हस दिया और मा की तरफ देख कर मुस्कराकर ना मे सर हिलाया

पापा - देखा जानू उसे कोई दिक्कत नही है अब आ जाओ ना

फिर पापा ने झट से मा को खिच कर अपने बगल लिताया और उन्के होठो को चूसना शुर कर दिया और धीरे धीरे हाथ नीचे ले जा कर मा की एक जांघ को अपने उपर कर उनसे चिपक गये जिसमे मा भी ब्ड़ी बेशर्मी से उनका साथ देने लगी
जल्द ही पापा ने मा का पेतिकोट निकाल दिया और वो भी पूरी नंगी हो गयी
और फिर पापा ने मा को निचे लिता कर उनकी जांघो को थामे अपना लण्ड उनकी चुत पर लगाते हुए घ्प्प्प से एक धक्के के साथ पुरा लण्ड मा के गीले चुत मे उतार दिया

मा आन्खे ब्न्द कर - अह्ह्ह राज के पापा उम्म्ं उफ्फ्फ आराम से अह्ह्ह आह्ह आह्ह

इधर पापा ने मा के जांघो को फैला कर घपाघ्प धक्को को तेज कर उन्के उपर चढ़ गये और मा की चुचियो को चुस्ने लगे

मा एक मादक मुस्कान के साथ पापा का लण्ड अपने चुत की दिवारो पर रगड़ता पाकर और सिस्कने लगी - अह्ह्ह राज के पापा उम्म और तेज और तेज अह्ह्ह
फिर पापा वाप्स उपर होकर मा की जांघो को अपने कन्धे पर चढा कर तेज धक्के ल्गाने लगे जिस्से मा का पुरा जिस्म हिल जा रहा था और उनकी फैली मोटी चुची गागर मे भरे पानी जैसे झटके पाने पर छलक जाती ठीक वैसे ही हिल रही थी और मै उत्तेजित होकर थोडी हिम्मत दिखाते हुए मा के पास गया और मा के बाई चुची को थाम लिया और तभी मा ने आंखे खोल कर मुझे देखा और एक स्माइल दी

मैने स्माइल पाकर झुक कर मा ने निप्प्ल पर मुह लगा कर उनकी चुचियो को दबाते हुए चूसने लगा और वही मा हाथ निचे ले जाकर मेरे लण्ड को टटोलने लगी और फिर मैने अपनी कमर को उपर सरकाया जिस्से मा ने लपक कर मेरे लण्ड को थामा लिया

वही पापा हमारी हरकतो पे नजरे गड़ाये हुए थे
पापा हाफ्ते हुए - क्यू जान मजा आ रहा है ना

मा सिहर के मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए - अह्ह्ह हा राजा बहुत मजा आ रहा है

पापा - तो बोलो ना कौन हो तुम मेरी आह्ह
मा सिसक कर - मै आपकी रानी हू मेरे राजा आह्ह और अन्दर करो आह्ह आहा

पापा मा के चुत की गहराई मे लण्ड उतारते हुए - और क्या हो मेरी जान
मा झटके खाते हुए - म म मै आ आ आपकी बीवी हू जान
पापा - कैसी बिवी हो जानू बोलो ना
मा थोडा चुप रही
पापा थोडा मा को मनाने के भाव मे अपना लण्ड मे चुत मे घुमाते हुए - ओह्ह जान बोलो ना कैसी बीवी ही तुम मेरी

मा सिस्क कर मजबुर होते हुए - अह्ह्ह राज के पापा मै आपकी चुद्क्क्ड बीवी हू उम्म्ंम और चोदिये ना मुझे अह्ह्ह आह्ह

पापा मा के मुह से ये बात सुन कर और उत्तेजित हो गये । फिर वो और भी मस्त तरीके से मा के चुत मे लण्ड घुमाने लगे ।

पापा नशे मे - ओह्ह जानू फिर से बोलो ना कैसी बीवी हो तुम मेरी अह्ह्ह

मा मेरे सर को अपने चुची पर दबाते हुए मेरे लण्ड की चमडी को खिच कर काफी ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी गाड़ पटकते हुए - ओह्ह मेरे राजा मै आपकी रन्डी बीवी हू चोदो मुझे, चोदो अपनी चुदक्क्ड बीवी को अह्ह्हह अह्ब और अन्दर तक पेलो आह्ह आह्ह

मै मा की उत्तेजना देख थूक गटकने ल्गा और मेरा लौडा बहुत ही ज्यादा खड़ा हो गया था मन कर रहा था कि अभी पेल दू का की चुत मे पापा को हटा कर

इधर पापा और मा काफी गाली गलौज भरे शब्दो मे घ्प घप चुदाई किये जा रहे थे

पापा सिहरते हुए - आह्ह मेरी रन्डी जान और निचोड ले मेरा लण्ड आह्ह आह्ह ऐसे ही
मा भी पापा की बातो पर अपने दाँत पिस्ते हुए अपनी गाड़ उचका कर पापा का लंड अप्नी चुत मे कस रही थी ।

मै मा के अलग हो कर सीधा लेट गया क्योकि मेरे बाई बाजू मे काफी समय से करवट लेने के कारण दर्द होने लगा और मै गर्दन घुमा कर पापा और मा की चुदाई देखते हुए लण्ड हिला रहा था

पापा फिर पापा घपाघप मा की चुत मे लण्ड उतारते हुए - तू मेरी चुद्क्क्ड बीवी है ना मेरी रन्डी है ना तू आह्ह बोल ना जानू मेरी आह्ह

मा पापा के तेज झटके खाते हुए - अह्ह्ह आह्ह ह ह हा मेरे राआआजाआह्ह मै तुम्हारी रन्डी हू और चोदो

पापा हाफ्ते हुए - तो फिर जैसा मै कहुगा करोगी ना मेरी रन्डी

मा सिस्कते हुए - आ
ह ह हा मेरे राआअजाअह्ह आह्ह सब करनगी उम्म्ंम ऐसे ही चोदो मुझे और तेज आह्ह मजा आ रहा है

पापा धक्को को थामते हुए - तो जा मेरे बेटे के लण्ड पर बैठ जा और उसे भी अपनी गर्म चुत का सुख दे ,,देख कबसे तुझे चोदने के लिए तडप रहा है अह्ह्ह

मा पापा की बात सुन कर हैरत मे थी लेकिन मन उसका भी था कि वो पापा के सामने मेरे साथ चुदे इसिलिए

मै - पापा ये क्या कह रहे है आप
पापा मा की चुत ने हल्के धक्के ल्गाते हुए - बेटा तू चिन्ता ना कर इससे तेरी तकलीफ कम हो जायेगी

फिर पापा ने मा की चुत से लण्ड को निकाला और उनकी गाड़ को पकडकर मेरी तरफ घुमाने का इशारा किया
और मा बिना कुछ बोले झट से उठी और मेरे जांघो के दोनो तरफ पैर कर झुकी और मेरे लण्ड को थाम कर चुत के दिवारो पर लगाने लगी

मा के चुत की चमडी का मेरे सुपाडे पर स्पर्श मुझे हिला दिया

मै सिस्क कर - आह्ह मम्मी आह्ह
फिर मा घ्प्प से अपनी चुत मे लण्ड घुसाते हुए उसे लगभग पुरा निगल गयी और मेरे जड़ तक बैठ गयी

मै मनो पागल सा होने ल्गा ऐसा लग रहा था कि मा के चुत की गर्मी से मेरा लण्ड पिघल जायेगा
मेरा जीवन का स्ब्से बड़ा सपना जो मैने बचपन मे देखा था ।
उस कमरे मे जब पहली बार पापा मा को चोदते देखा था उसी समय मैने तय किया मै भी मा को पापा के साथ चोदूंगा ।
और आज मेरा वो सपना हकीकत बन रहा था और मै परम आनन्द की उचाईयो को छू रहा था ।

इधर मा बड़ी कामुकता से मुझे सिस्कता देख मेरे लण्ड पर उछलना शुरु कर दी और उसके चुतड मेरे जांघो से टकरा कर थप्प थप्प की आवाज करने ल्गे ।
हमारी चुदाई देख पापा को भी रहा नही गया और वो खडे होकर अपना लण्ड मा के मुह मे पेलने लगे ।

इधर कमरे का माहौल बहुत गर्म हो गया तो मैने अपना टीशर्ट भी निकाल दिया
जिससे मा ने उछलना धिमा कर दिया तो मै खुद पहल कर निचे से अपनी कमर को उचकाने ल्गा और लण्ड को मे चुत मे बच्चेदानी तक लेके जाने लगा

जिस्स्र मेरे हर धक्के से मा के मुह लण्ड उन्के गले तक चला जाता और उनको परेशानी होने लगी तो पापा खुद हट कर मा को मेरे उपर लिटा दिये और मैने भी लपक कर मा को अपनी तरफ खीच लिय
मा की नंगी चुची मेरे सिने पर दब गयी और मै झटकों को तेज कर घपा घ्प लण्ड को तेजी से मा के चुत के पेलने लगा जिस्से मा ही आहे तेज हो गयी

मा मेरे कन्धे मे दबाए - अह्ह्हह्जआह्ह आह्ह बेटा आराम से आह्ह ओह्ह आह्ह उम्म्ं उम्म्ं

वही पापा मुझे मा को कसकर चोद्ता देख - वाह बेटा और तेज चोद अपनी मा को बहुत चुद्क्क्ड औरत है ये अह्ह्ह मजा आ रहा है देख

इधर मै पापा की बाते सुन कर और उत्तेजित होकर घपाघ्प मे की चुत मे पेल्ने लगा
और फिर धक्को को हल्का करने लगा क्योकि कमर मे भी दर्द होना शुरु हो गया था । इधर धक्को की रफ्तार कम होने से मा खुद अपना बदन मेरे जिस्म पर घिस्ते हुए उपर निचे होकर लण्ड को चुत मे भरने लगी

मा - आह्ह बेटा रुक क्यू गया चोद ना मुझे आह्ह

पापा हस कर - लग रहा है मेरा बेटा थक गया है रुको मै भी आता हू
यहा मै अप्नी सांसे बराबर कर रहा था और वही पापा भी मेरे पैरो के दोनो तरफ पैर कर घुत्नो के बल खडे होकर मा के गाड़ के छेद पर अपनी थूक लगाने लगे

मा गरदन घुमा कर सिस्क्ते हुए - आह्ह मेरे राजा मेरे चुत मे खुजजी है वहा नही

पापा अपने लण्ड मा के थूक से भरे गाड़ की छेद पर लगाकर दबाते हुए - हा पता है जान लेकिन तेरे इस मोटी गाड़ को देख कर मेरे लण्ड मे इसको चोद्ने की खुजली है
ये बोलते हुए पापा ने अपना लण्ड मा की गाड़ मे घुसेड़ दिया

मा तेज से सिसक के - आह्ह मा उफ्फ्फ आराम से मेरे राजा

मै ये जानकर की पापा ने मा की गाड़ मे अपना लौडा घुसेड़ दिया है इससे मेरे लण्ड मे तनाव और बढ़ गया और फिर से जोश मे आकर निचे से लण्ड को मा के भोस्दे मे पेलने लगा

मा दर्द और सिहरन से बेजुबान हो गयी क्योकि इस वक़्त उसकी गाड़ और चुत मे दो मोटे मुसल घुसे थे

पापा - बेटा हम दोनो मे से किसी एक को ही धक्का लगाना पडेगा नही तो चोदने मे मजा नही आयेवा
ये बोल कर पापा ने मा की गाड़ मे पेलना सुरु कर दिया
जिस्का आभास मुझे निचे चुत के अन्दर मेरे लण्ड पर पता चलने लगा था

मा मुझे पकड कर दर्द से कराह उठी और मै उन्के कमर के पास हाथ ले जाकर सहलाने लगा

मा - ओह्ह राज के पापा उम्म्ं
ओह्ह आह्ह आह्ह म्जा आ रहा है आह्ह और तेज करो और तेज्ज्ज आह्ह मजा आ रहा उम्म्ं

पापा मा की गाड़ मे धक्के ल्गाते हुए - क्यू मेरी रन्डी जान मजा आ रहा है ना एक साथ दो लण्ड लेके

मा सिस्कते हुए - आह्ह हा मेरे राजा बहुत ज्यादाआआ आह्ह और तेज

इधर थोडी देर पापा मा की गाड़ मारने के बाद अप्ने धक्को को थाम्ते हुए लण्ड को मा के गाड़ की जड़ ले जाकर रोक दिया - हा बेटा अब तू नीच से पेल

मै तो इसी इन्तेजार मे था और मा के कुल्हे थाम्ते हुए थप थप्प थप्प तेजी मा के चुत मे पेलने ल्गा

मा - ओह्ह्ह बेटा हा बहुत मस्त चोद रहा है आह्ह और चोद और चोद और मै फिर से झड़ने वाली हू अह्ह्ह

इधर मै और पापा बारी बारी से इधर मै और पापा बारी बारी से मा की गाड़ और चुत मे धक्के ल्गाते रहे वही मा झड़ चुकी थी और हम भी झडने के करीब थे

मै - आह्ह पापा दर्द हो रहा है वहा मेरा पेसाब आयेगा

पापा हस कर - निकाल दे बेटा अन्दर ही मै भी आने वाला हू

मा सिस्क कर हफ्ते हुए मेरे उपर से उठने लगी - नही नही मुझे मुह मे चाहिये आह्ह छोदिये अब आप
फिर वो पापा को हटा कर घुटने के बल बैठ जाती है और पापा खडे होकर मा के मुह पर लण्ड हिलाने लगते है

पापा - आजा बेटा तू भी और भर अपने माल को अपनी इस चुद्क्क्ड मा के मुह मे
मै भी उत्तेजित होकर झट से खड़ा हुआ और लण्ड को मा के मुह पर हिलाने लगा

वही मा हम दोनो के आड़ो को सहलाते हुए जीभ बाहर निकाल हमारे झडने का इन्तजार करने लगी

इधर मै लण्ड हिलाते हुए पहली बार अपनी भावनाये दोनो के सामने रखता हुआ - अह्ह्ह मा आप बहुत मस्त हो बहुत मजा आया आपको चोद के क्या मै रोज चोद सकता हू आपको

पापा मेरे कंधे पर शाबशू देने के अन्दाज मे - हा बेटा क्यू नही हम दोनो अब रोज मिल कर तेरे मा को चोदेंगे और तेरा जब भी मां करे तू अपनी मा को चोद लेना

इधर हमारी बात ज्यादा नही हो पाई और हम अपनी एड़ियो के बल आकर सारा माल सुपाड़े एक रोक के एक बार मे मा के उपर छोड दिया और दोनो तरफ से लगभग एक सेकण्ड के अन्तर पे पिचकारी छूटी मा के आख और नाक कर गयी और बाकी की धीमी पिचकारी मा के जीभ और मुह मे जाने लगी ,,,

फिर हमने अपने मोटे लण्ड को मा के मुह पे पटक कर झाड़ा और
फिर मा ने हम दोनो के लण्ड को चाट चाट कर बारी बारी से साफ किया और उसको मुह मे लेके वाप्स से चुस कर निचोड़ लिया और फिर अपने चेहरे पर लगा माल ऊँगली से चाट गयी
फिर पापा ने मा को खड़ा कर उन्के होठो को चुसा और मा ने वाप्स मेरे होठो को चुस ली

फिर हम सब आपस मे एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ।


जारी रहेगी
Akhir maa ka pyar papa ke samne mil hi gaya.... Aur to aur double chudai bhi ho gayi maa ki... Aage ke raste bhi khul gaye... Behatreen update
 

Lib am

Well-Known Member
3,257
11,287
158
UPDATE 85




मै एक योजना के तहत अपने कमरे मे गया और फिर वापस आकर पापा का दरवाजा खटखटाया
जिससे कमरे मे खुसफुसाहाट और हड़बड़ी की आवाजे आई और थोडी देर बाद

पापा - कौन है अन्दर आजाओ
मैने बडे आराम से दरवाजा खोला और कमरे मे गया जहा अभी भी ब्लाउज पेतिकोट मे थी और पापा सिर्फ़ अंडरवियर मे थे जिसमे उनका उभरा लण्ड दिख रहा था

पापा - अरे बेटा क्या हुआ तू सोया नही
मा भी चिन्ता के भाव मे - अरे बेटा क्या हुआ सब ठीक है ना
मै थोडा परेशान होने का नाटक करते हुए - मा वो मेरे कमरे का पंखा नही चल रहा है पता नही क्या हो गया है तो सो नही पा रहा हू

पापा बिस्तर से उठते हुए - ओह्हो , ठीक है , रुको मै देखता है बेटा
मा पापा को डांट कर - कहा जा रहे हो जी रात मे परेशान होने , कल सुबह किसी बिजली वाले को बुला कर दिखा देना । राम जाने क्या खराबी हो ,,,

पापा हस के - हिहिही ठीक है मालिकन जैसा आप कहो
मा - बेटा ऐसा कर तू भी हमारे साथ ही सो जा , आ

मै मा के जवाब से बहुत खुश हुआ वही पापा ने भी मुझे एक स्माइल दी

मा - उधर ख्स्को जी ,, आ बेटा इस बगल तू सो जा आ

फिर मैने दरवाजा बंद किया और मा के बाई तरफ जाकर सो गया , जबकि मा के दाई तरफ पापा थे ।
फिर पापा उठे और कमरे की लाईट बुझा कर नाइट बल्ब जला कर वापस बिस्तर पर आकर लेट गये ।

मा - क्या हुआ बेटा अभी शाम को सही था पंखा मैने देखा
मै - हा मै अभी थोडी देर पहले अचानक से बंद हो गया पता नही क्यू
पापा बात को समान्य रखने के भाव मे - अरे रागिनी कोई फ़्यूज़ उड़ा होगा ,,ये गर्मी मे अक्सर बिजली हाफ़ फुल होती है इसिलिए, चिन्ता ना करो सुबह मै देख लूंगा , सो जाओ बेटा तुम आराम से

कमरे का माहौल चुप्प था
इस वक़्त हम तीनो पिठ के बल उपर पंखे की तरफ देखते हुए सोये थे लेकिन नीद किसी को नही थी ।


हम तीनो आपस मे मिल के एक साथ मस्ती करना चाहते थे लेकिन एक अंजान सा छिपे रिश्ते की डोर ने हम सब को रोके हुआ था ।


एक तरफ जहा पापा मम्मी से मेरी बात कर चुके थे लेकिन फिर भी मेरे सामने वो इस बात की पहल करने से घबरा रहे थे कि मै और मा आपस मे क्या रियक्ट करेंगे । उनके मन मे था कि मा मेरे लिए पहल करे

वही मा भी पापा को बोल चुकी थी कि वो मेरे साथ संबंध बनाने को तैयार है लेकिन वो पापा के रहते मेरे साथ अगर कुछ करने मे हिचक मह्सूस हो रही थी और वो हम दोनो के पहले के बने रिश्ते को पापा के सामने जाहिर नही होने देना चाहती थी । इस लिए वो चाहती थी कि शुरुवात मै ही करू पापा के सामने


वही मै पापा के साथ खुला तो था ही लेकिन मै अब भी उन्के सामने खुल के सामने आने मे हिचक रहा था कि वो ये समझे की मुझे मा की प्रतिक्रिया का डर है और वैसे भी मै मा के साथ मेरे रिस्ते के बारे मे कोई भनक नही लगने देना चाहता था , इसलिए मै चाह रहा था कि पहल पापा ही करे ।
गजब की ट्रेजीडी थी हमारे बीच ।

मै इन्ही विचारो मे खोया ही था कि मा के कसमसाने की आहट आई और मैने हल्की आंखे तिरछी कर देखा तो पाया की पापा ने अब मा की तरफ करवट ले ली है और उनके हाथ मा के नंगे पेट पर रेंग रहा था । जिससे मा की सांसे तेज हो गयी थी ।
वही मा ने अपना दाहिना हाथ पापा के लण्ड पर रख कर सहला रही थी जिससे पापा की दबी हुई आहह सुनाई दे रही थी ।

मै तिरछी नज़र से ज्यादा समय तक नही देख सकता था इसिलिए
आंखे बंद कर सीधा लेट कर उनकी मादक सिस्कियो से उनके बिच हो रहे कामुक हरकतो का अंदाजा लगा रहा था ।

तभी मुझे स्मूचिंग होने और होठो के चूसने की मधुर आहट सुनाई दी और मैने एक बार फिर उनकी तरफ नजरे तिरछी कर देखा तो मा गरदन घुमा कर पापा के होठो से होठ जोड़े हुए थी और पापा मा के बाये चुचे को ब्लाउज के उपर से मसल रहे थे ।


मै पापा की मनोभावना को बखूबी समझ रहा था कि वो जान बुझ कर मेरी उपस्थिति मे ही मा के साथ कामलिला कर रहे है ताकी मै इस पर कोई टिप्पणी करू

वही मा पापा का साथ इस लिए दे रही थी क्योकि वो पापा से किये वादे से मजबुर थी और वो भी चाह रही थी कि मै खुद से उनके हरकतो पर पहल करू

मुझे हसी आ रही थी इनसब के ड्रामे को देख कर लेकिन कोई भी कहानी बिना ड्रामा के शुरु हो तो कैसे हो और मुझे ये कहानी लम्बी ले जानी थी ।

इसिलिए मै एक अन्ग्दाई ली जिससे वो दोनो झट से अलग हो गये और मुझे दिखाने लगे कि वो सो रहे है जबकि मै जान रहा था कि वो बस इनलोगो का नाटक है और वो ब्स मेरे बोलने का इन्तजार कर रहे है ।

इस लिए मै भी उन्के ड्रामे मे खुद को शामिल करते हुए बोला - पापा मैने आप लोगो को कही डिस्टर्ब तो नही किया ना ,,कहिये तो मै हाल मे चला जाऊ


बस मेरे सुरुवात की देर थी और पापा ने अपना नाटक शुरु किया
पापा थोडा हसने के भाव मे - अरे रे न न नही बेटा ऐसा कोई बात नही है , वो तो हम लोग बस

मा तुनक कर - मै बोल रही हू कबसे की रहने दिजीये बेटा सोया है यही लेकिन आप ना ,,जग गया ना वो अब हुउउह

मै ह्स कर मा की तरफ करवट लेते हुए - अरे मा आप पापा को क्यू डांट रही हो , आप लोग मेरी मम्मी पापा होने के साथ साथ एक पति पत्नी भी हो और मै आपकी भावनाये समझ सकता हू इसमे कोई बुराई नही है ,, हा मेरी गलती जरुर है मुझे हाल मे ही सो जाना चाहिए था

पापा - देखा रागिनी , कितना समझदार है हमारा बेटा और तुम फाल्तू का परेशान हो रही हो ।

मा हस कर - चुप रहिये आप हा नही तो
फिर हम सब हसने लगते है
पापा - बेटा सॉरी , अगर तुझे कूछ अजीब लगा हो तो

मै हस कर - ओह्हो पापा ऐसा कुछ नही है ,,और आप लोग चाहे तो फिर से कंटिन्यू कर सकते है , मै घूम जा रहा हू । हा लेकिन प्लीज ज्यादा शोर मत करना हिहिहिहिही

पापा मेरी बातो से हसते हुए - हाहहहा सुन रही हो रागिनी ये कह रहा है हम फिर से चालू कर सकते है तो क्या विचार है तुम्हारे

मा शर्म से पापा का हाथ अपने उपर से झटक कर उठी और बोली - आप सठिया गये है मा बाहर जा रही हू सोने हिहिही
फिर मा बाहर भागी और पीछे पीछे पापा उनको पकडने के लिए भागे ।

मै हस कर उठ के बिस्तर पे बैठ गया और थोडी देर तक उन लोगो के आने की राह देखी लेकिन ना उनकी कोई आहट थी ना आवाज
मै भी झट से बिस्तर से उतर कर धीरे धीरे कमरे से बाहर आया और हाल मे देखा तो कोई नही था और गेस्टरूम भी बाहर से ही बंद था । तभी मुझे मेन गैलरी से मा के खिलखिलाने की आवाज आई और मै दबे पास उसी तरफ गया और गलियारे मे झाका तो देखा कि गैलरी के दरवाजे के पास पापा मा को पीछे से दबोचे हुए और कस कस कर चुचिया मसल रहे है
हालाकी गैलरी मे कोई बलब नही जल रहा था लेकिन हाल मे जल रही लाईट की रोशनी की दमक वहा तक जा रही थी जिससे बहुत हल्का हल्का दिख रहा था ।
तभी पापा ने मा को दिवाल से लगा कर उनका ब्लाउज खोल दिया और झुक कर उनकी चुचिया चूसने लगे ।

मैने भी सही मौका देखा और जानबुझ कर नाटक करते हुए गैलरी की दीवाल पकड कर उनकी तरफ जाते हुए आवाज दी - माआआआ पापा कहा गये आप लोग दिख नही रहा है कुछ

इससे पहले वो लोग मेरी बात सुन कर मेरी बातो का जवाब देते या खुद को स्तर्क करते तब तक मै उनके पास पहुच गया और जानबुझ कर ये नाटक किया कि मै फिर से अनजाने मे उन लोगो को डिस्टर्ब कर दिया

मै - स स सॉरी सॉरी पापा
पापा हड़ब्ड़ी दिखते हुए - अरे बेटा तू यहा

मै जुबान को लडखडाकर पापा के सामने मा के खुले चुचे को निहारते हुए - वो वो वो मुझे लगा कि आ आ आप मा को लिवा के आओगे रूम मे ,,नही आये तो मै खोजते हुए आ गया

मा मुझे पापा के सामने अपनी चुचिया घुरता देख झट से ब्लाउज को चढा लेती है

मै उदास हो कर - सॉरी मम्मी पापा मुझे नही पता था कि आप लोग यहा कमरे के बाहर ऐसा कुछ करने जा रहे हो

मा मेरा उदास चेहरा देख के - ओफो बेटा कोई बात नही इसमे तेरी गलती नही है

पापा भी मा की बात मे हा मिला कर - अरे कोई बात नही होता है ऐसा ,,आओ चलो कमरे मे जाते है ।
फिर हम सब कमरे मे वापस आये और अपने अपने जगह पर लेट गये ।
मा ने अभी तक अपना ब्लाउज का दोनो सिरा पकदा हुआ था शायद पापा ने जोर जबरजस्ती मे उन्के ब्लाउज के बटन तोड़ दिये थे ।

मै मा की तरफ़ करवट लेके - सॉरी मा ,,,मुझे सच मे मे बुरा लग रहा है
फिर मा मुझे एक हाथ से दुलारते हुए बोली - कोई बात नही बेटा सो जाओ अब

मै मा के पेट पे हाथ रख उसके बाई तरफ की कन्धे के पास सर रख कर सोने लगा ।
मा हस दाये हाथ से ब्लाउज के सिरे को पकडे बाये हाथ से ही उल्टा कर मेरे गालो को छूने की कोशिश करती है लेकिन नही कर पाती


मै हस कर - क्या हुआ मा आप अपना ब्लाउज पकड़ी क्यू है हिहिही ऐसे ही सोवोगी क्या आप

मा ह्स कर - नही बेटा वो ब्लाउज के बटन टुट गये है तो बंद नही होगा ये

मै चौक के गरदन उठा कर - टूट गये लेकिन कब
मा हस कर एक नजर पापा की ओर देखती है जो मुस्कुरा रहे थे फिर मुझे देखते हुए - वो एक बच्चे ने दूध पिने की जिद मे फाड़ दिया हाहहहा

मै अंदाजा लगाने के भाव मे - मतलब मम्मी
मा हस कर - भक्क , जा अपने बाप से पुछ वही फाडे है हिहिही हा नही तो


मै मा की बात सुन कर हसने लगा और वापस उसी पोजिसन मे लेट गया
पापा सफाई देने के भाव - अब ब ब मैने जान बुझ कर थोडी किया

मा हस कर - हा हा आप जानबुझ कर कभी कुछ करते कहा हो
मै उनकी बाते सुन कर हस रहा था

मा तुनक कर - तू क्यू हस रहा है भाई
मै हस कर - वो मा आपने पापा को दूध पीने वाला बच्चा बोला ना तो हाहाह्हा

मा हस कर - हा नही तो इस उम्र मे भी अब दूध पियेंगे तो क्या कहूँगी हिहिहिही

पापा - अरे बेटा इस उम्र क्या दूध तो हर उम्र मे पीने का मजा आता है

मै ह्स कर - भक्क अब कहा इसमे दूध आता होगा ,,है ना मा

मा मेरी बात से ह्स रही थी
पापा - अरे बेटा इसमे दुध नही एक अलग ही मिठास होती है जो चुसने पर मिलती है

मै जिज्ञासु भाव मे - मतलब
पापा - रुक बताता हू बेटा

पापा मा से - जानू जरा ये ब्लाउज खोलना तो अपने बेटे को डेमो देना है

मा ह्स कर - धत्त आपको शर्म नही आ रही है कि अपने ही बेटे के सामने मुझे नंगा कर रहे है

पापा ह्स कर - नंगा थोडी कर रहा हू जानू ,,वो तो बस राज को दिखा रहा हू कि कितना मजा आता है इनको चूसने मे ,,वैसे भी वो इनको बहुत बार देख चूका है बचपन मे , क्यू राज

मै हस कर - हिहिहिही हा वो तो है
फिर पापा मा का हाथ हल्का सा जोर ल्गा कर उनका ब्लाउज खोल दिया और मा के चुचे दोनो तरफ फैल गये वही चुचो के खुलते ही मा की सांसे तेज हो गयी ।

मै एक तक मा के भारी चुचे को पापा के सामने देखने ल्गा ।

तभी पापा ने मेरे सामने मा की दाई चुची को पकड़ा और मेरी आँखो मे देखते हुए उस्का मोटा निप्प्ल मुह मे लेके चुसने लगे ,,जिससे मा सीसक पड़ी

फिर पापा ने मा की चुचि मुह से निकाल कर अपने मुह एक्थ्था लार को घोट कर बोले - बेटा तू भी पकड उसे और जैसे मै कर रहा हू कर

मै थूक गतकते हुए एक नजर मा को देखा वो आंखे बन्द किये पापा की तरफ गरदन घुमाये सिस्कते हुए तेज सांसे ले रही थी और वही पापा ने वापस मुह मे चूची को भर लिया

मै भी उठ कर बैठ गया और घुटनो के बल बैठ कर झूककर बडे धीरे धीरे काप्ते हाथो से मा के बाई चुची को निचे से थामा - हिहिही पापा ये तो भारी है और बहुत मुलायम भी ,,जैसे पानी से भरा गुब्बारा हिहिही

पापा - अब अपना मुह उस काले वाले घुंडी पर ल्गा और उसे चुस
मै एक नजर पापा को देख कर हामी भरा और मा को देखा जो पापा के आवाज सुन कर गरदन मेरी तरफ कर मुझे अपनी चुचियो की तरफ बढ़ते देख कर तेज सांसे ले रही थी
मै झुक कर मा की आँखो मे देख्ते हुए उन्के निप्प्ल को अपने होठो से टच किया जिस्से मा सिसिक उठी और मैने धीरे से पुरा निप्प्ल वाला हिस्सा मुह मे भर लिया
जिससे मा एक तेज आह्ह भरते हुए अपनी सीने को फूला कर अपने कन्धे उचका कर तडप उठी
और मैने बडे हौले से मा के चुचे को थामते हुए निप्प्ल पर अपने होठो को सिकोड़ कर उसे चुस्ते हुए मुह के अंदर निप्प्ल की घुंडी पर जिभ घुमाने लगा और वही पापा उम्म्ं उम्म्ं कर मा के दाई चुची को गार गार कर हवसी ढग से चुस रहे थे ।
नतिजन मा अपने पाव की नशो को फैलाने लगी और सिहरन भरे आह लेते हुए अपनी कमर को झटकने लगी
इधर काफी देर तक मै और पापा मिल कर मा की चुचिया चुस्ते रहे और मा हमारे सर पर हाथ फिरा कर उत्तेजना मे सिहरती रही और अपनी गाड़ उचकाती रही

मा - ओह्ह्ह राज के पापा उम्म्ंम आराम से उम्म

मै मुह से मा चुची निकाल कर - क्या हुआ मा दर्द हो रहा है क्या

मा सिस्क कर - सीई उम्म्ं तेरे वजह से न्हीईई आह्ह उम्म्ंम ये तेरे पापा अह्ह्ह उम्म्ंम आह्ह

मैने नजर पापा की तरफ की तो देखा पापा मा की चुची को ज्यदा से ज्यादा मुह मे भर रहे थे और उन्के दाँत मा के मक्खन से मुलायम चुचो के त्वचा मे गड़े हुए थे ।

मा - ओह राज के पापा उम्म बस करिये ऊहह उम्म्ं आह्ह मा उम्म्ं

पापा ने फिर मा को छोडा और हसने लगे ।
मा ह्स कर - क्या जी आप तो लग रहा था कि काट ही लेंगे मेरा

पापा वापस से हथेली को मा के निप्प्ल पर फिराते हुए मा के होठो को चुस्ते हुए बोले - जानू मेरा बस चले तो इनको खा ही जाऊ
मा शर्मा कर पापा को अपने उपर से हटाते हुए - हटीए अब , शर्म नही आती है जवान बेटे के सामने बीवी के दूध पीने मे लगे है

मा की बातो से हम सब हसने लगे
फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके मा के पेट पर हाथ रख लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना


जारी रहेगी ...
अब मज़ा आएगा, पापा के सामने मा बेटा प्यार करेंगे जब। बहुत ही कामुक अपडेट।
 

Lib am

Well-Known Member
3,257
11,287
158
UPDATE 86



अब तक

फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना

अब आगे

मै गरदन उठा कर मा और पापा की तरफ देख कर - क्या हुआ मा

मा मुझे देखकर शांत होते हुए मुस्कराकर - कुछ नही बेटा तू सो जा

पापा - रागिनी प्लीज
मै सोचने के भाव मे - क्या हुआ पापा किस बात के लिए मा को मना रहे हो

पापा मा के सामने थोडा हिचक कर - अब वो वो बेटा

मा ह्स्ते हुए - हा अब बोलो ना हिहिहिही

मै अपने चेहरे पर हसी के भाव लाकर मामले को समझने की कोसिस मे - क्या बात है मा आप ही बता दो ना

मा हस कर - बेटा तेरे पापा का बहुत मन है कि मै वो करू

फिर मा ह्स्ते हुए पापा को देखती है
मै - मतलब वो क्या
मा हस कर - अरे बुधु वो ..
और मा मुह पर हाथ रख कर हसने लगी

पापा मुझे परेशान होता देख - देख बेटा राज अब तू बड़ा हो गया है तो तुझसे क्या झुठ बोलना और तु तो समझता ही है सब ,,बात दरअसल ये कि काफी समय से जो मस्ती तेरे मा और मेरे बीच हो रही थी उससे मेरे लिंग मे तनाव हो गया है और ये तभी कम होगा जब या तो हम दोनो सेक्स करे या फिर तेरी मा वो कर दे


मै अचरज के भाव मे - अब ये वो क्या है
पापा हिचक कर - पता नही बेटा तुझे कैसा लगेगा और तू क्या प्रतिक्रिया देगा मेरे बात पर ,, लेकिन फिर भी बता रहा हू कि मुझे तेरी मा से अपना लिंग चुसवाना बहुत पसंद है बस उसी के लिए मै रागिनी को बोला


मै अजीब सा मुह बना कर - ओह्ह्ह सॉरी , शायद मुझे आज यहा सोना ही नही चहिये था ,, खामखा आप लोगो को मेरे वजह से दिक्कत हो रही हैं


मा पापा से - क्या जी आप मेरे बेटे को परेशान कर रहे है
मा - नही बेटा ऐसी कोई बात नही है , मुझे तेरे वजह से कोई परेशानी नही है

मै मा की तरफ देख कर - तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है , आप लोग इंजॉय करिये ना । मेरी चिन्ता छोडिए

मा मेरी तरफ देख के ह्स देती है - तू भी तेरे पापा पे ही गया है बेशर्म एकदम

मै हस कर - अब उन्ही का बेटा हू ना मा ,, प्लीज आप लोग इंजॉय करिये

मा मेरी बातो से चुप होकर मुस्कुरा रही थी

पापा - अब तो करो ना जान , अब तो राज ने भी बोल दिया
मा बिस्तर से उठते हुए - चुप रहिये आप,, आपकी आदत बहुत खराब हो गयी है ।


फिर मै सीधा होके लेट गया और उनकी बाते सुन के हसने लगा और धीरे से अपना लोवर मे तना लण्ड सहला दिया ।
थोडे ही देर मे मा की गुउऊ गुउऊ गुउउऊ की आवाजे आने लगी और मैने नजर नीचे की तरफ कर देखा तो मा ने अपना ब्लाउज निकाल दिया था और पापा के अंडरवियर से उनका लण्ड निकाल कर चुस रही थी । जिससे मेरे लण्ड मे खुन तेजी से दौड़ने लगा ।
और मै सोचने लगा काश मा मेरा भी लण्ड चुस ले

तभी पापा की सिसकिया शुरु हुई और फिर वो बोले
पापा - थैंक यू राज बेटा

पापा की बात सुन के मुझे एक मौका मिला की मै उनकी तरफ देखू
मै उनकी तरफ करवट लेके एक नजर मा को लण्ड चुस्ते हुए अच्छे से देखा और बोला - थैंक यू क्यू पापा


पापा सिस्क कर - देख नही रहा है कितने मस्त तरीके से तेरी मा मेरे लिंग को चुस रही है अह्ह्ह रागिनी और अन्दर लो

मै थूक गटकते हुए मा को पापा का मोटा काला लण्ड चुस्ते हुए देख रहा था जिसे वो अपने गले तक ले जा रही थी और उनको देख कर मै पापा के सामने ही अपना लण्ड का सुपादा लोवर के उपर से ही मुथियाने लगा
पापा मुझे लण्ड मुथियाता देख - क्या हुआ बेटा तुझे खुजली हो रही है क्या

मै चौकने के भाव मे लण्ड को दबाते हुए - अब ब नही पापा वो आप लोगो को मस्ती करता देख मेरा भी लिंग खड़ा हो गया लोवर मे , और थोडा दर्द हो रहा है ।


पापा चिन्ता के भाव - ओफ्फो बेटा , ऐसा कर तू अपना लोवर निकाल दे

मै संकोच - क क क्या लेकिन क्यू
पापा मुझे समझाते हुए - अरे अपना लिंग बाहर निकाल उसे थोड़ा खुला रख अभी आराम हो जायेगा

इधर मा हमारी बाते सुन कर लागातार कनअखियो से देखते हूए पापा का लण्ड चूसे जा रही थी और हमारे संवाद में जानबुझ कर उसने कोई टिप्पणि नही की

फिर मैने झट से पापा के कहे अनुसार अपना लोवर अंडरवियर सहित निकाल कर नंगा लेट गया और मेरा लण्ड तन कर छ्त की ओर मुह उठाए खड़ा हो गया ।


पापा सिस्क के - अब कुछ आराम हुआ बेटा
मै - नही पापा देखो ये बहुत टाइट है

पापा चिन्ता के भाव - ओह्ह हा ,,, रागिनी सुनो जरा अह्ह्ह रुको ना

मा पापा का लंड मुह से निकाल कर पापा से चुदासी भाव - क्या हुआ जी

तभी उसकी नजर मेरे खडे लण्ड पर गयी जो पापा से भी मोटा था

मा हस के - अरे पागल ऐसे क्यू सोया है

पापा - वो मैने बोला उसको ,, दरअसल वो हमदोनो को मस्ती करते देख उसके लिंग मे भी तनाव आ गया और दर्द होने लगा था इसिलिए मैने कहा

मा ह्स कर - तो सही हो गया बेटा
मै क्समसा कर - उम्म नही मा

पापा चिन्ता के भाव मे - रागिनी देखो ना कित्ना परेसान है बेचारा ,,मै क्या कह रहा हू तू थोडा उसका भी चुस कर ढिला कर दो ना

मा चौक के - ये क्या कह रहे है आप , कुछ समझ है आपको

पापा थोडा रुआब मे - ओहो रागिनी तुम कैसी मा हो ,,देख नही रही बेटा अपना परेशान है और उसकी परेशानी की वजह भी तो हम दोनो ही है ना ,

मा पापा की भडकता देख- ऐसा ना बोलिये जी ,,मै भी उससे प्यार करती हू लेकिन मै उसकी मा हू ,,,,अच्छा ठीक है

फिर पापा मुझे देख के मुस्कुराये
मै हिचक के - मा रहने दो सही हो जायेगा अभी

मा - अब तू नौटंकी ना कर आ इधर खसक अपने पापा के बगल मे
फिर मै मुस्कुरा कर एक ताजगी से भर गया कि मा अब पापा के सामने मेरा खड़ा लण्ड चुसेगी और मै सरक पर पापा के बगल मे आ गया ।
मा पापा के सामने थोडी हिचक दिखा रही थी और धीरे से मेरे खडे तपते लण्ड को बिच से पकड़ा
जिससे मा गनगना गयी - ओह्ह्ह राज के पापा इसका तो बहुत गरम है

मै भी मा के हाथो का स्पर्श पाकर सिहर उठा
पापा मुझे अकडता देख - आराम से बेटा पहली बार मे ऐसा होता है जब कोई औरत ऐसे लिंग को थामती है ।


इधर धीरे धीरे मा ने मेरा लण्ड सहलाना शुरु किया और चमडी को निचे कर सुपाडे को सूंघते हुए मुह खोला , जिससे मा के मुह की गरम सांसो से मेरे सुपाडे की जलन बढ़ गयी और ज्यो ही मा ने अपने मोटे मुलायम होठो को रिंग बना कर मेरे लण्ड पर घिसते हुए लण्ड को निगला , एक मजेदार ठन्डक ने मेरे लण्ड की सहतो पर मह्सूस होने लगी और मुझे राहत होने लगी ।

मै सिसक कर - ओह्ह्ह पापा सच मे बहुत आराम मिल रहा है उम्म्ंम अह्ह्ह

जैसे जैसे मा लण्ड को चुस्ती मै अकडने लगता
थोडी देर की चुसायि के बाद

पापा - ओह्ह जानू थोडा थोडा मेरे लिंग को भी दुलार दो ना कबसे सुख रहा है

मै पापा की बात सुन कर सिस्कते हुए मुस्करा दिया
और वही मा ने मेरा लण्ड चुस्ते हुए अपना दुसरा हाथ से पापा का लण्ड थाम कर उसे सहलाने लगी

और फिर मेरे लण्ड को मुह से निकाल कर गप्प से पापा का लण्ड मुह मे भर लिया

पापा - अह्ह्ह जान उफ्फ्फ क्या मस्त चुस्ती हो जानू उम्म्ंम अह्ह्ह और अन्दर लो जान आह्ह हा ऐसे ही अह्ह्ह

फिर मा ने उनका लण्ड थोडा चुस कर मेरे लण्ड को गले मे उतारने लगी जिससे मेरी नशे मानो फट सी जायेगी

फिर थोडी देर चुसकर वो दोनो हाथो मे लण्ड को पकड कर सह्लाते हुए घुटनो के बल बैठी रही और तेज सासे उनकी खुली छातियो को उपर निचे कर रहे थे ।

मा इस वक़्त किसी पेशवर रन्डी जैसे लग रही थी । उस्के चेहरे की कामुकता और लण्ड के सुपाडे को मुठियाने की अदा से साफ पता चल रहा था कि वो काफी ज्यादा चुदासी हो गयी है
पापा - आह्ह जान इधर आओ मेरे मुह पर अपनी रसिली चुत को रखो मै भी उनको निचोडना चाहता हू

पापा की बात सुन कर मा हिचक कर मुझे देखती है और मै - कोई बात नही मा आप लो इंजॉय करिये ना मुझे कोई आपत्ति नही है , बस मेरा ये छोटा कर दिजीये आह्ह


मा मेरी बात सुन कर बिना कुछ बोले मुस्करायी और झट से पापा के मुह के पास गयी और अपना पेतिकोट उथाते हुए 69 की पोजीशन मे आ गई
ओह्ह गाड क्या नजारा था
मा अपनी फैली हुई गाड़ बड़ी ही बेशरमी से पापा ने मुह पर रख कर घुटनो के बल झुके हुए पापा का लण्ड सहला रही थी वही पापा मा के भारी मुलायम कूल्हो को थामे अपनी गरदन उथाये मा के भोस्डी मे अपना नथुना रगड़ते हुए उसको चाट रहे थे ।
वही मा भी पापा का लंड मुह मे भर कर गुउउऊ गुउऊ कर सिस्क कर कमर उचका रही थी और पापा लपालप मा के चुत पर जीभ चला रहे थे

मै वही इनदोनो को देख कर करवट लिये लण्ड को सहला रहा था कि तभी मा ने मेरे लण्ड एक हाथ से पकड कर अपनी तरफ खीचा और मै झट से सरक कर मा के मुह के अपनी गाड़ उचका कर लण्ड को ले गया वही मा ने झट से मेरा लण्ड मुह मे भर कर चूसना शुरु कर दिया ।

उधर पापा मा की चुत से जीभ हटा कर उनकी गाड़ को गिला करने लगे जिससे मा और भी उतेजीत हो गयी और पापा का लण्ड भी खिच कर एक साथ दोनो लण्ड के सुपाडे को होठो पर रगड़ने लगी ।इस दौरान पहली बार मेरा सुपाडा पापा के सुपाड़े को छुआ और उस स्पर्श के रोमांच से मै गनगना गया वही मा दोनो लण्ड को थामे हमारे सुपाडे को सुरक रही थी और जल्द ही उसकी कमर से झटका देना शुरु कर दिया और वो हमारा लण्ड छोड पापा की जांघो को पकड कर अपनी गाड़ और चुत पापा ने मुह पर घिसने क्गी
मा - आह्ह राज के पापा और तेज चुसो आह्ह ओह्ह्ह हा मै आ रही हू आह्ह आह्ह उफ्फ़ उम्म्ंम आह्ह मा ओझ
यहा मा पापा के मुह मे झडने लगी जिससे मै और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा
फिर पापा ने अच्छे से मा की चुत को चाता और मा उन्के उपर से ह्ट कर पापा के बगल मे बैठ गयी जहा पापा अपना हाथ आगे कर मा के चुचे सहलाने लगे ।

पापा - आह्ह जान मजा आ गया आज तो काफी सारा पानी बहाया तुमने आज तो

मा शर्मा कर - भक्क चुप रहिये और अब सो जाईये

पापा - क्या !! और इसका क्या
मा - ओह क्या करू इसका अब पता नही क्यू आज ना आपका ना ही उसका छोटा हो रहा है

पापा ह्स कर - कैसे छोटा होगा जानू तुम्हे पता है ना

मा शर्मा कर एक नजर मुझे देखा तो मै अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए मा को ही देख रहा था ।

पापा वापस मा का हाथ पकड कर खिच्ते हुए - आओ ना जानू अब

मा शर्मा कर ह्स्ते हुए - धत्त मुझे शर्म आयेगी और राज भी तो है न

पापा गरदन घुमा कर मुझे देखते हुए - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना अगर मै तेरी मा के साथ सम्भोग करु तो

मै पापा की बात सुन कर हस दिया और मा की तरफ देख कर मुस्कराकर ना मे सर हिलाया

पापा - देखा जानू उसे कोई दिक्कत नही है अब आ जाओ ना

फिर पापा ने झट से मा को खिच कर अपने बगल लिताया और उन्के होठो को चूसना शुर कर दिया और धीरे धीरे हाथ नीचे ले जा कर मा की एक जांघ को अपने उपर कर उनसे चिपक गये जिसमे मा भी ब्ड़ी बेशर्मी से उनका साथ देने लगी
जल्द ही पापा ने मा का पेतिकोट निकाल दिया और वो भी पूरी नंगी हो गयी
और फिर पापा ने मा को निचे लिता कर उनकी जांघो को थामे अपना लण्ड उनकी चुत पर लगाते हुए घ्प्प्प से एक धक्के के साथ पुरा लण्ड मा के गीले चुत मे उतार दिया

मा आन्खे ब्न्द कर - अह्ह्ह राज के पापा उम्म्ं उफ्फ्फ आराम से अह्ह्ह आह्ह आह्ह

इधर पापा ने मा के जांघो को फैला कर घपाघ्प धक्को को तेज कर उन्के उपर चढ़ गये और मा की चुचियो को चुस्ने लगे

मा एक मादक मुस्कान के साथ पापा का लण्ड अपने चुत की दिवारो पर रगड़ता पाकर और सिस्कने लगी - अह्ह्ह राज के पापा उम्म और तेज और तेज अह्ह्ह
फिर पापा वाप्स उपर होकर मा की जांघो को अपने कन्धे पर चढा कर तेज धक्के ल्गाने लगे जिस्से मा का पुरा जिस्म हिल जा रहा था और उनकी फैली मोटी चुची गागर मे भरे पानी जैसे झटके पाने पर छलक जाती ठीक वैसे ही हिल रही थी और मै उत्तेजित होकर थोडी हिम्मत दिखाते हुए मा के पास गया और मा के बाई चुची को थाम लिया और तभी मा ने आंखे खोल कर मुझे देखा और एक स्माइल दी

मैने स्माइल पाकर झुक कर मा ने निप्प्ल पर मुह लगा कर उनकी चुचियो को दबाते हुए चूसने लगा और वही मा हाथ निचे ले जाकर मेरे लण्ड को टटोलने लगी और फिर मैने अपनी कमर को उपर सरकाया जिस्से मा ने लपक कर मेरे लण्ड को थामा लिया

वही पापा हमारी हरकतो पे नजरे गड़ाये हुए थे
पापा हाफ्ते हुए - क्यू जान मजा आ रहा है ना

मा सिहर के मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए - अह्ह्ह हा राजा बहुत मजा आ रहा है

पापा - तो बोलो ना कौन हो तुम मेरी आह्ह
मा सिसक कर - मै आपकी रानी हू मेरे राजा आह्ह और अन्दर करो आह्ह आहा

पापा मा के चुत की गहराई मे लण्ड उतारते हुए - और क्या हो मेरी जान
मा झटके खाते हुए - म म मै आ आ आपकी बीवी हू जान
पापा - कैसी बिवी हो जानू बोलो ना
मा थोडा चुप रही
पापा थोडा मा को मनाने के भाव मे अपना लण्ड मे चुत मे घुमाते हुए - ओह्ह जान बोलो ना कैसी बीवी ही तुम मेरी

मा सिस्क कर मजबुर होते हुए - अह्ह्ह राज के पापा मै आपकी चुद्क्क्ड बीवी हू उम्म्ंम और चोदिये ना मुझे अह्ह्ह आह्ह

पापा मा के मुह से ये बात सुन कर और उत्तेजित हो गये । फिर वो और भी मस्त तरीके से मा के चुत मे लण्ड घुमाने लगे ।

पापा नशे मे - ओह्ह जानू फिर से बोलो ना कैसी बीवी हो तुम मेरी अह्ह्ह

मा मेरे सर को अपने चुची पर दबाते हुए मेरे लण्ड की चमडी को खिच कर काफी ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी गाड़ पटकते हुए - ओह्ह मेरे राजा मै आपकी रन्डी बीवी हू चोदो मुझे, चोदो अपनी चुदक्क्ड बीवी को अह्ह्हह अह्ब और अन्दर तक पेलो आह्ह आह्ह

मै मा की उत्तेजना देख थूक गटकने ल्गा और मेरा लौडा बहुत ही ज्यादा खड़ा हो गया था मन कर रहा था कि अभी पेल दू का की चुत मे पापा को हटा कर

इधर पापा और मा काफी गाली गलौज भरे शब्दो मे घ्प घप चुदाई किये जा रहे थे

पापा सिहरते हुए - आह्ह मेरी रन्डी जान और निचोड ले मेरा लण्ड आह्ह आह्ह ऐसे ही
मा भी पापा की बातो पर अपने दाँत पिस्ते हुए अपनी गाड़ उचका कर पापा का लंड अप्नी चुत मे कस रही थी ।

मै मा के अलग हो कर सीधा लेट गया क्योकि मेरे बाई बाजू मे काफी समय से करवट लेने के कारण दर्द होने लगा और मै गर्दन घुमा कर पापा और मा की चुदाई देखते हुए लण्ड हिला रहा था

पापा फिर पापा घपाघप मा की चुत मे लण्ड उतारते हुए - तू मेरी चुद्क्क्ड बीवी है ना मेरी रन्डी है ना तू आह्ह बोल ना जानू मेरी आह्ह

मा पापा के तेज झटके खाते हुए - अह्ह्ह आह्ह ह ह हा मेरे राआआजाआह्ह मै तुम्हारी रन्डी हू और चोदो

पापा हाफ्ते हुए - तो फिर जैसा मै कहुगा करोगी ना मेरी रन्डी

मा सिस्कते हुए - आ
ह ह हा मेरे राआअजाअह्ह आह्ह सब करनगी उम्म्ंम ऐसे ही चोदो मुझे और तेज आह्ह मजा आ रहा है

पापा धक्को को थामते हुए - तो जा मेरे बेटे के लण्ड पर बैठ जा और उसे भी अपनी गर्म चुत का सुख दे ,,देख कबसे तुझे चोदने के लिए तडप रहा है अह्ह्ह

मा पापा की बात सुन कर हैरत मे थी लेकिन मन उसका भी था कि वो पापा के सामने मेरे साथ चुदे इसिलिए

मै - पापा ये क्या कह रहे है आप
पापा मा की चुत ने हल्के धक्के ल्गाते हुए - बेटा तू चिन्ता ना कर इससे तेरी तकलीफ कम हो जायेगी

फिर पापा ने मा की चुत से लण्ड को निकाला और उनकी गाड़ को पकडकर मेरी तरफ घुमाने का इशारा किया
और मा बिना कुछ बोले झट से उठी और मेरे जांघो के दोनो तरफ पैर कर झुकी और मेरे लण्ड को थाम कर चुत के दिवारो पर लगाने लगी

मा के चुत की चमडी का मेरे सुपाडे पर स्पर्श मुझे हिला दिया

मै सिस्क कर - आह्ह मम्मी आह्ह
फिर मा घ्प्प से अपनी चुत मे लण्ड घुसाते हुए उसे लगभग पुरा निगल गयी और मेरे जड़ तक बैठ गयी

मै मनो पागल सा होने ल्गा ऐसा लग रहा था कि मा के चुत की गर्मी से मेरा लण्ड पिघल जायेगा
मेरा जीवन का स्ब्से बड़ा सपना जो मैने बचपन मे देखा था ।
उस कमरे मे जब पहली बार पापा मा को चोदते देखा था उसी समय मैने तय किया मै भी मा को पापा के साथ चोदूंगा ।
और आज मेरा वो सपना हकीकत बन रहा था और मै परम आनन्द की उचाईयो को छू रहा था ।

इधर मा बड़ी कामुकता से मुझे सिस्कता देख मेरे लण्ड पर उछलना शुरु कर दी और उसके चुतड मेरे जांघो से टकरा कर थप्प थप्प की आवाज करने ल्गे ।
हमारी चुदाई देख पापा को भी रहा नही गया और वो खडे होकर अपना लण्ड मा के मुह मे पेलने लगे ।

इधर कमरे का माहौल बहुत गर्म हो गया तो मैने अपना टीशर्ट भी निकाल दिया
जिससे मा ने उछलना धिमा कर दिया तो मै खुद पहल कर निचे से अपनी कमर को उचकाने ल्गा और लण्ड को मे चुत मे बच्चेदानी तक लेके जाने लगा

जिस्स्र मेरे हर धक्के से मा के मुह लण्ड उन्के गले तक चला जाता और उनको परेशानी होने लगी तो पापा खुद हट कर मा को मेरे उपर लिटा दिये और मैने भी लपक कर मा को अपनी तरफ खीच लिय
मा की नंगी चुची मेरे सिने पर दब गयी और मै झटकों को तेज कर घपा घ्प लण्ड को तेजी से मा के चुत के पेलने लगा जिस्से मा ही आहे तेज हो गयी

मा मेरे कन्धे मे दबाए - अह्ह्हह्जआह्ह आह्ह बेटा आराम से आह्ह ओह्ह आह्ह उम्म्ं उम्म्ं

वही पापा मुझे मा को कसकर चोद्ता देख - वाह बेटा और तेज चोद अपनी मा को बहुत चुद्क्क्ड औरत है ये अह्ह्ह मजा आ रहा है देख

इधर मै पापा की बाते सुन कर और उत्तेजित होकर घपाघ्प मे की चुत मे पेल्ने लगा
और फिर धक्को को हल्का करने लगा क्योकि कमर मे भी दर्द होना शुरु हो गया था । इधर धक्को की रफ्तार कम होने से मा खुद अपना बदन मेरे जिस्म पर घिस्ते हुए उपर निचे होकर लण्ड को चुत मे भरने लगी

मा - आह्ह बेटा रुक क्यू गया चोद ना मुझे आह्ह

पापा हस कर - लग रहा है मेरा बेटा थक गया है रुको मै भी आता हू
यहा मै अप्नी सांसे बराबर कर रहा था और वही पापा भी मेरे पैरो के दोनो तरफ पैर कर घुत्नो के बल खडे होकर मा के गाड़ के छेद पर अपनी थूक लगाने लगे

मा गरदन घुमा कर सिस्क्ते हुए - आह्ह मेरे राजा मेरे चुत मे खुजजी है वहा नही

पापा अपने लण्ड मा के थूक से भरे गाड़ की छेद पर लगाकर दबाते हुए - हा पता है जान लेकिन तेरे इस मोटी गाड़ को देख कर मेरे लण्ड मे इसको चोद्ने की खुजली है
ये बोलते हुए पापा ने अपना लण्ड मा की गाड़ मे घुसेड़ दिया

मा तेज से सिसक के - आह्ह मा उफ्फ्फ आराम से मेरे राजा

मै ये जानकर की पापा ने मा की गाड़ मे अपना लौडा घुसेड़ दिया है इससे मेरे लण्ड मे तनाव और बढ़ गया और फिर से जोश मे आकर निचे से लण्ड को मा के भोस्दे मे पेलने लगा

मा दर्द और सिहरन से बेजुबान हो गयी क्योकि इस वक़्त उसकी गाड़ और चुत मे दो मोटे मुसल घुसे थे

पापा - बेटा हम दोनो मे से किसी एक को ही धक्का लगाना पडेगा नही तो चोदने मे मजा नही आयेवा
ये बोल कर पापा ने मा की गाड़ मे पेलना सुरु कर दिया
जिस्का आभास मुझे निचे चुत के अन्दर मेरे लण्ड पर पता चलने लगा था

मा मुझे पकड कर दर्द से कराह उठी और मै उन्के कमर के पास हाथ ले जाकर सहलाने लगा

मा - ओह्ह राज के पापा उम्म्ं
ओह्ह आह्ह आह्ह म्जा आ रहा है आह्ह और तेज करो और तेज्ज्ज आह्ह मजा आ रहा उम्म्ं

पापा मा की गाड़ मे धक्के ल्गाते हुए - क्यू मेरी रन्डी जान मजा आ रहा है ना एक साथ दो लण्ड लेके

मा सिस्कते हुए - आह्ह हा मेरे राजा बहुत ज्यादाआआ आह्ह और तेज

इधर थोडी देर पापा मा की गाड़ मारने के बाद अप्ने धक्को को थाम्ते हुए लण्ड को मा के गाड़ की जड़ ले जाकर रोक दिया - हा बेटा अब तू नीच से पेल

मै तो इसी इन्तेजार मे था और मा के कुल्हे थाम्ते हुए थप थप्प थप्प तेजी मा के चुत मे पेलने ल्गा

मा - ओह्ह्ह बेटा हा बहुत मस्त चोद रहा है आह्ह और चोद और चोद और मै फिर से झड़ने वाली हू अह्ह्ह

इधर मै और पापा बारी बारी से इधर मै और पापा बारी बारी से मा की गाड़ और चुत मे धक्के ल्गाते रहे वही मा झड़ चुकी थी और हम भी झडने के करीब थे

मै - आह्ह पापा दर्द हो रहा है वहा मेरा पेसाब आयेगा

पापा हस कर - निकाल दे बेटा अन्दर ही मै भी आने वाला हू

मा सिस्क कर हफ्ते हुए मेरे उपर से उठने लगी - नही नही मुझे मुह मे चाहिये आह्ह छोदिये अब आप
फिर वो पापा को हटा कर घुटने के बल बैठ जाती है और पापा खडे होकर मा के मुह पर लण्ड हिलाने लगते है

पापा - आजा बेटा तू भी और भर अपने माल को अपनी इस चुद्क्क्ड मा के मुह मे
मै भी उत्तेजित होकर झट से खड़ा हुआ और लण्ड को मा के मुह पर हिलाने लगा

वही मा हम दोनो के आड़ो को सहलाते हुए जीभ बाहर निकाल हमारे झडने का इन्तजार करने लगी

इधर मै लण्ड हिलाते हुए पहली बार अपनी भावनाये दोनो के सामने रखता हुआ - अह्ह्ह मा आप बहुत मस्त हो बहुत मजा आया आपको चोद के क्या मै रोज चोद सकता हू आपको

पापा मेरे कंधे पर शाबशू देने के अन्दाज मे - हा बेटा क्यू नही हम दोनो अब रोज मिल कर तेरे मा को चोदेंगे और तेरा जब भी मां करे तू अपनी मा को चोद लेना

इधर हमारी बात ज्यादा नही हो पाई और हम अपनी एड़ियो के बल आकर सारा माल सुपाड़े एक रोक के एक बार मे मा के उपर छोड दिया और दोनो तरफ से लगभग एक सेकण्ड के अन्तर पे पिचकारी छूटी मा के आख और नाक कर गयी और बाकी की धीमी पिचकारी मा के जीभ और मुह मे जाने लगी ,,,

फिर हमने अपने मोटे लण्ड को मा के मुह पे पटक कर झाड़ा और
फिर मा ने हम दोनो के लण्ड को चाट चाट कर बारी बारी से साफ किया और उसको मुह मे लेके वाप्स से चुस कर निचोड़ लिया और फिर अपने चेहरे पर लगा माल ऊँगली से चाट गयी
फिर पापा ने मा को खड़ा कर उन्के होठो को चुसा और मा ने वाप्स मेरे होठो को चुस ली

फिर हम सब आपस मे एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ।


जारी रहेगी
Super hot, fantastic update. Raajnko ab license mil gaya hai apni maa se pyar karne kaa.
 

Vik1006

Well-Known Member
3,555
13,916
158
UPDATE 86



अब तक

फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना

अब आगे

मै गरदन उठा कर मा और पापा की तरफ देख कर - क्या हुआ मा

मा मुझे देखकर शांत होते हुए मुस्कराकर - कुछ नही बेटा तू सो जा

पापा - रागिनी प्लीज
मै सोचने के भाव मे - क्या हुआ पापा किस बात के लिए मा को मना रहे हो

पापा मा के सामने थोडा हिचक कर - अब वो वो बेटा

मा ह्स्ते हुए - हा अब बोलो ना हिहिहिही

मै अपने चेहरे पर हसी के भाव लाकर मामले को समझने की कोसिस मे - क्या बात है मा आप ही बता दो ना

मा हस कर - बेटा तेरे पापा का बहुत मन है कि मै वो करू

फिर मा ह्स्ते हुए पापा को देखती है
मै - मतलब वो क्या
मा हस कर - अरे बुधु वो ..
और मा मुह पर हाथ रख कर हसने लगी

पापा मुझे परेशान होता देख - देख बेटा राज अब तू बड़ा हो गया है तो तुझसे क्या झुठ बोलना और तु तो समझता ही है सब ,,बात दरअसल ये कि काफी समय से जो मस्ती तेरे मा और मेरे बीच हो रही थी उससे मेरे लिंग मे तनाव हो गया है और ये तभी कम होगा जब या तो हम दोनो सेक्स करे या फिर तेरी मा वो कर दे


मै अचरज के भाव मे - अब ये वो क्या है
पापा हिचक कर - पता नही बेटा तुझे कैसा लगेगा और तू क्या प्रतिक्रिया देगा मेरे बात पर ,, लेकिन फिर भी बता रहा हू कि मुझे तेरी मा से अपना लिंग चुसवाना बहुत पसंद है बस उसी के लिए मै रागिनी को बोला


मै अजीब सा मुह बना कर - ओह्ह्ह सॉरी , शायद मुझे आज यहा सोना ही नही चहिये था ,, खामखा आप लोगो को मेरे वजह से दिक्कत हो रही हैं


मा पापा से - क्या जी आप मेरे बेटे को परेशान कर रहे है
मा - नही बेटा ऐसी कोई बात नही है , मुझे तेरे वजह से कोई परेशानी नही है

मै मा की तरफ देख कर - तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है , आप लोग इंजॉय करिये ना । मेरी चिन्ता छोडिए

मा मेरी तरफ देख के ह्स देती है - तू भी तेरे पापा पे ही गया है बेशर्म एकदम

मै हस कर - अब उन्ही का बेटा हू ना मा ,, प्लीज आप लोग इंजॉय करिये

मा मेरी बातो से चुप होकर मुस्कुरा रही थी

पापा - अब तो करो ना जान , अब तो राज ने भी बोल दिया
मा बिस्तर से उठते हुए - चुप रहिये आप,, आपकी आदत बहुत खराब हो गयी है ।


फिर मै सीधा होके लेट गया और उनकी बाते सुन के हसने लगा और धीरे से अपना लोवर मे तना लण्ड सहला दिया ।
थोडे ही देर मे मा की गुउऊ गुउऊ गुउउऊ की आवाजे आने लगी और मैने नजर नीचे की तरफ कर देखा तो मा ने अपना ब्लाउज निकाल दिया था और पापा के अंडरवियर से उनका लण्ड निकाल कर चुस रही थी । जिससे मेरे लण्ड मे खुन तेजी से दौड़ने लगा ।
और मै सोचने लगा काश मा मेरा भी लण्ड चुस ले

तभी पापा की सिसकिया शुरु हुई और फिर वो बोले
पापा - थैंक यू राज बेटा

पापा की बात सुन के मुझे एक मौका मिला की मै उनकी तरफ देखू
मै उनकी तरफ करवट लेके एक नजर मा को लण्ड चुस्ते हुए अच्छे से देखा और बोला - थैंक यू क्यू पापा


पापा सिस्क कर - देख नही रहा है कितने मस्त तरीके से तेरी मा मेरे लिंग को चुस रही है अह्ह्ह रागिनी और अन्दर लो

मै थूक गटकते हुए मा को पापा का मोटा काला लण्ड चुस्ते हुए देख रहा था जिसे वो अपने गले तक ले जा रही थी और उनको देख कर मै पापा के सामने ही अपना लण्ड का सुपादा लोवर के उपर से ही मुथियाने लगा
पापा मुझे लण्ड मुथियाता देख - क्या हुआ बेटा तुझे खुजली हो रही है क्या

मै चौकने के भाव मे लण्ड को दबाते हुए - अब ब नही पापा वो आप लोगो को मस्ती करता देख मेरा भी लिंग खड़ा हो गया लोवर मे , और थोडा दर्द हो रहा है ।


पापा चिन्ता के भाव - ओफ्फो बेटा , ऐसा कर तू अपना लोवर निकाल दे

मै संकोच - क क क्या लेकिन क्यू
पापा मुझे समझाते हुए - अरे अपना लिंग बाहर निकाल उसे थोड़ा खुला रख अभी आराम हो जायेगा

इधर मा हमारी बाते सुन कर लागातार कनअखियो से देखते हूए पापा का लण्ड चूसे जा रही थी और हमारे संवाद में जानबुझ कर उसने कोई टिप्पणि नही की

फिर मैने झट से पापा के कहे अनुसार अपना लोवर अंडरवियर सहित निकाल कर नंगा लेट गया और मेरा लण्ड तन कर छ्त की ओर मुह उठाए खड़ा हो गया ।


पापा सिस्क के - अब कुछ आराम हुआ बेटा
मै - नही पापा देखो ये बहुत टाइट है

पापा चिन्ता के भाव - ओह्ह हा ,,, रागिनी सुनो जरा अह्ह्ह रुको ना

मा पापा का लंड मुह से निकाल कर पापा से चुदासी भाव - क्या हुआ जी

तभी उसकी नजर मेरे खडे लण्ड पर गयी जो पापा से भी मोटा था

मा हस के - अरे पागल ऐसे क्यू सोया है

पापा - वो मैने बोला उसको ,, दरअसल वो हमदोनो को मस्ती करते देख उसके लिंग मे भी तनाव आ गया और दर्द होने लगा था इसिलिए मैने कहा

मा ह्स कर - तो सही हो गया बेटा
मै क्समसा कर - उम्म नही मा

पापा चिन्ता के भाव मे - रागिनी देखो ना कित्ना परेसान है बेचारा ,,मै क्या कह रहा हू तू थोडा उसका भी चुस कर ढिला कर दो ना

मा चौक के - ये क्या कह रहे है आप , कुछ समझ है आपको

पापा थोडा रुआब मे - ओहो रागिनी तुम कैसी मा हो ,,देख नही रही बेटा अपना परेशान है और उसकी परेशानी की वजह भी तो हम दोनो ही है ना ,

मा पापा की भडकता देख- ऐसा ना बोलिये जी ,,मै भी उससे प्यार करती हू लेकिन मै उसकी मा हू ,,,,अच्छा ठीक है

फिर पापा मुझे देख के मुस्कुराये
मै हिचक के - मा रहने दो सही हो जायेगा अभी

मा - अब तू नौटंकी ना कर आ इधर खसक अपने पापा के बगल मे
फिर मै मुस्कुरा कर एक ताजगी से भर गया कि मा अब पापा के सामने मेरा खड़ा लण्ड चुसेगी और मै सरक पर पापा के बगल मे आ गया ।
मा पापा के सामने थोडी हिचक दिखा रही थी और धीरे से मेरे खडे तपते लण्ड को बिच से पकड़ा
जिससे मा गनगना गयी - ओह्ह्ह राज के पापा इसका तो बहुत गरम है

मै भी मा के हाथो का स्पर्श पाकर सिहर उठा
पापा मुझे अकडता देख - आराम से बेटा पहली बार मे ऐसा होता है जब कोई औरत ऐसे लिंग को थामती है ।


इधर धीरे धीरे मा ने मेरा लण्ड सहलाना शुरु किया और चमडी को निचे कर सुपाडे को सूंघते हुए मुह खोला , जिससे मा के मुह की गरम सांसो से मेरे सुपाडे की जलन बढ़ गयी और ज्यो ही मा ने अपने मोटे मुलायम होठो को रिंग बना कर मेरे लण्ड पर घिसते हुए लण्ड को निगला , एक मजेदार ठन्डक ने मेरे लण्ड की सहतो पर मह्सूस होने लगी और मुझे राहत होने लगी ।

मै सिसक कर - ओह्ह्ह पापा सच मे बहुत आराम मिल रहा है उम्म्ंम अह्ह्ह

जैसे जैसे मा लण्ड को चुस्ती मै अकडने लगता
थोडी देर की चुसायि के बाद

पापा - ओह्ह जानू थोडा थोडा मेरे लिंग को भी दुलार दो ना कबसे सुख रहा है

मै पापा की बात सुन कर सिस्कते हुए मुस्करा दिया
और वही मा ने मेरा लण्ड चुस्ते हुए अपना दुसरा हाथ से पापा का लण्ड थाम कर उसे सहलाने लगी

और फिर मेरे लण्ड को मुह से निकाल कर गप्प से पापा का लण्ड मुह मे भर लिया

पापा - अह्ह्ह जान उफ्फ्फ क्या मस्त चुस्ती हो जानू उम्म्ंम अह्ह्ह और अन्दर लो जान आह्ह हा ऐसे ही अह्ह्ह

फिर मा ने उनका लण्ड थोडा चुस कर मेरे लण्ड को गले मे उतारने लगी जिससे मेरी नशे मानो फट सी जायेगी

फिर थोडी देर चुसकर वो दोनो हाथो मे लण्ड को पकड कर सह्लाते हुए घुटनो के बल बैठी रही और तेज सासे उनकी खुली छातियो को उपर निचे कर रहे थे ।

मा इस वक़्त किसी पेशवर रन्डी जैसे लग रही थी । उस्के चेहरे की कामुकता और लण्ड के सुपाडे को मुठियाने की अदा से साफ पता चल रहा था कि वो काफी ज्यादा चुदासी हो गयी है
पापा - आह्ह जान इधर आओ मेरे मुह पर अपनी रसिली चुत को रखो मै भी उनको निचोडना चाहता हू

पापा की बात सुन कर मा हिचक कर मुझे देखती है और मै - कोई बात नही मा आप लो इंजॉय करिये ना मुझे कोई आपत्ति नही है , बस मेरा ये छोटा कर दिजीये आह्ह


मा मेरी बात सुन कर बिना कुछ बोले मुस्करायी और झट से पापा के मुह के पास गयी और अपना पेतिकोट उथाते हुए 69 की पोजीशन मे आ गई
ओह्ह गाड क्या नजारा था
मा अपनी फैली हुई गाड़ बड़ी ही बेशरमी से पापा ने मुह पर रख कर घुटनो के बल झुके हुए पापा का लण्ड सहला रही थी वही पापा मा के भारी मुलायम कूल्हो को थामे अपनी गरदन उथाये मा के भोस्डी मे अपना नथुना रगड़ते हुए उसको चाट रहे थे ।
वही मा भी पापा का लंड मुह मे भर कर गुउउऊ गुउऊ कर सिस्क कर कमर उचका रही थी और पापा लपालप मा के चुत पर जीभ चला रहे थे

मै वही इनदोनो को देख कर करवट लिये लण्ड को सहला रहा था कि तभी मा ने मेरे लण्ड एक हाथ से पकड कर अपनी तरफ खीचा और मै झट से सरक कर मा के मुह के अपनी गाड़ उचका कर लण्ड को ले गया वही मा ने झट से मेरा लण्ड मुह मे भर कर चूसना शुरु कर दिया ।

उधर पापा मा की चुत से जीभ हटा कर उनकी गाड़ को गिला करने लगे जिससे मा और भी उतेजीत हो गयी और पापा का लण्ड भी खिच कर एक साथ दोनो लण्ड के सुपाडे को होठो पर रगड़ने लगी ।इस दौरान पहली बार मेरा सुपाडा पापा के सुपाड़े को छुआ और उस स्पर्श के रोमांच से मै गनगना गया वही मा दोनो लण्ड को थामे हमारे सुपाडे को सुरक रही थी और जल्द ही उसकी कमर से झटका देना शुरु कर दिया और वो हमारा लण्ड छोड पापा की जांघो को पकड कर अपनी गाड़ और चुत पापा ने मुह पर घिसने क्गी
मा - आह्ह राज के पापा और तेज चुसो आह्ह ओह्ह्ह हा मै आ रही हू आह्ह आह्ह उफ्फ़ उम्म्ंम आह्ह मा ओझ
यहा मा पापा के मुह मे झडने लगी जिससे मै और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा
फिर पापा ने अच्छे से मा की चुत को चाता और मा उन्के उपर से ह्ट कर पापा के बगल मे बैठ गयी जहा पापा अपना हाथ आगे कर मा के चुचे सहलाने लगे ।

पापा - आह्ह जान मजा आ गया आज तो काफी सारा पानी बहाया तुमने आज तो

मा शर्मा कर - भक्क चुप रहिये और अब सो जाईये

पापा - क्या !! और इसका क्या
मा - ओह क्या करू इसका अब पता नही क्यू आज ना आपका ना ही उसका छोटा हो रहा है

पापा ह्स कर - कैसे छोटा होगा जानू तुम्हे पता है ना

मा शर्मा कर एक नजर मुझे देखा तो मै अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए मा को ही देख रहा था ।

पापा वापस मा का हाथ पकड कर खिच्ते हुए - आओ ना जानू अब

मा शर्मा कर ह्स्ते हुए - धत्त मुझे शर्म आयेगी और राज भी तो है न

पापा गरदन घुमा कर मुझे देखते हुए - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना अगर मै तेरी मा के साथ सम्भोग करु तो

मै पापा की बात सुन कर हस दिया और मा की तरफ देख कर मुस्कराकर ना मे सर हिलाया

पापा - देखा जानू उसे कोई दिक्कत नही है अब आ जाओ ना

फिर पापा ने झट से मा को खिच कर अपने बगल लिताया और उन्के होठो को चूसना शुर कर दिया और धीरे धीरे हाथ नीचे ले जा कर मा की एक जांघ को अपने उपर कर उनसे चिपक गये जिसमे मा भी ब्ड़ी बेशर्मी से उनका साथ देने लगी
जल्द ही पापा ने मा का पेतिकोट निकाल दिया और वो भी पूरी नंगी हो गयी
और फिर पापा ने मा को निचे लिता कर उनकी जांघो को थामे अपना लण्ड उनकी चुत पर लगाते हुए घ्प्प्प से एक धक्के के साथ पुरा लण्ड मा के गीले चुत मे उतार दिया

मा आन्खे ब्न्द कर - अह्ह्ह राज के पापा उम्म्ं उफ्फ्फ आराम से अह्ह्ह आह्ह आह्ह

इधर पापा ने मा के जांघो को फैला कर घपाघ्प धक्को को तेज कर उन्के उपर चढ़ गये और मा की चुचियो को चुस्ने लगे

मा एक मादक मुस्कान के साथ पापा का लण्ड अपने चुत की दिवारो पर रगड़ता पाकर और सिस्कने लगी - अह्ह्ह राज के पापा उम्म और तेज और तेज अह्ह्ह
फिर पापा वाप्स उपर होकर मा की जांघो को अपने कन्धे पर चढा कर तेज धक्के ल्गाने लगे जिस्से मा का पुरा जिस्म हिल जा रहा था और उनकी फैली मोटी चुची गागर मे भरे पानी जैसे झटके पाने पर छलक जाती ठीक वैसे ही हिल रही थी और मै उत्तेजित होकर थोडी हिम्मत दिखाते हुए मा के पास गया और मा के बाई चुची को थाम लिया और तभी मा ने आंखे खोल कर मुझे देखा और एक स्माइल दी

मैने स्माइल पाकर झुक कर मा ने निप्प्ल पर मुह लगा कर उनकी चुचियो को दबाते हुए चूसने लगा और वही मा हाथ निचे ले जाकर मेरे लण्ड को टटोलने लगी और फिर मैने अपनी कमर को उपर सरकाया जिस्से मा ने लपक कर मेरे लण्ड को थामा लिया

वही पापा हमारी हरकतो पे नजरे गड़ाये हुए थे
पापा हाफ्ते हुए - क्यू जान मजा आ रहा है ना

मा सिहर के मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए - अह्ह्ह हा राजा बहुत मजा आ रहा है

पापा - तो बोलो ना कौन हो तुम मेरी आह्ह
मा सिसक कर - मै आपकी रानी हू मेरे राजा आह्ह और अन्दर करो आह्ह आहा

पापा मा के चुत की गहराई मे लण्ड उतारते हुए - और क्या हो मेरी जान
मा झटके खाते हुए - म म मै आ आ आपकी बीवी हू जान
पापा - कैसी बिवी हो जानू बोलो ना
मा थोडा चुप रही
पापा थोडा मा को मनाने के भाव मे अपना लण्ड मे चुत मे घुमाते हुए - ओह्ह जान बोलो ना कैसी बीवी ही तुम मेरी

मा सिस्क कर मजबुर होते हुए - अह्ह्ह राज के पापा मै आपकी चुद्क्क्ड बीवी हू उम्म्ंम और चोदिये ना मुझे अह्ह्ह आह्ह

पापा मा के मुह से ये बात सुन कर और उत्तेजित हो गये । फिर वो और भी मस्त तरीके से मा के चुत मे लण्ड घुमाने लगे ।

पापा नशे मे - ओह्ह जानू फिर से बोलो ना कैसी बीवी हो तुम मेरी अह्ह्ह

मा मेरे सर को अपने चुची पर दबाते हुए मेरे लण्ड की चमडी को खिच कर काफी ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी गाड़ पटकते हुए - ओह्ह मेरे राजा मै आपकी रन्डी बीवी हू चोदो मुझे, चोदो अपनी चुदक्क्ड बीवी को अह्ह्हह अह्ब और अन्दर तक पेलो आह्ह आह्ह

मै मा की उत्तेजना देख थूक गटकने ल्गा और मेरा लौडा बहुत ही ज्यादा खड़ा हो गया था मन कर रहा था कि अभी पेल दू का की चुत मे पापा को हटा कर

इधर पापा और मा काफी गाली गलौज भरे शब्दो मे घ्प घप चुदाई किये जा रहे थे

पापा सिहरते हुए - आह्ह मेरी रन्डी जान और निचोड ले मेरा लण्ड आह्ह आह्ह ऐसे ही
मा भी पापा की बातो पर अपने दाँत पिस्ते हुए अपनी गाड़ उचका कर पापा का लंड अप्नी चुत मे कस रही थी ।

मै मा के अलग हो कर सीधा लेट गया क्योकि मेरे बाई बाजू मे काफी समय से करवट लेने के कारण दर्द होने लगा और मै गर्दन घुमा कर पापा और मा की चुदाई देखते हुए लण्ड हिला रहा था

पापा फिर पापा घपाघप मा की चुत मे लण्ड उतारते हुए - तू मेरी चुद्क्क्ड बीवी है ना मेरी रन्डी है ना तू आह्ह बोल ना जानू मेरी आह्ह

मा पापा के तेज झटके खाते हुए - अह्ह्ह आह्ह ह ह हा मेरे राआआजाआह्ह मै तुम्हारी रन्डी हू और चोदो

पापा हाफ्ते हुए - तो फिर जैसा मै कहुगा करोगी ना मेरी रन्डी

मा सिस्कते हुए - आ
ह ह हा मेरे राआअजाअह्ह आह्ह सब करनगी उम्म्ंम ऐसे ही चोदो मुझे और तेज आह्ह मजा आ रहा है

पापा धक्को को थामते हुए - तो जा मेरे बेटे के लण्ड पर बैठ जा और उसे भी अपनी गर्म चुत का सुख दे ,,देख कबसे तुझे चोदने के लिए तडप रहा है अह्ह्ह

मा पापा की बात सुन कर हैरत मे थी लेकिन मन उसका भी था कि वो पापा के सामने मेरे साथ चुदे इसिलिए

मै - पापा ये क्या कह रहे है आप
पापा मा की चुत ने हल्के धक्के ल्गाते हुए - बेटा तू चिन्ता ना कर इससे तेरी तकलीफ कम हो जायेगी

फिर पापा ने मा की चुत से लण्ड को निकाला और उनकी गाड़ को पकडकर मेरी तरफ घुमाने का इशारा किया
और मा बिना कुछ बोले झट से उठी और मेरे जांघो के दोनो तरफ पैर कर झुकी और मेरे लण्ड को थाम कर चुत के दिवारो पर लगाने लगी

मा के चुत की चमडी का मेरे सुपाडे पर स्पर्श मुझे हिला दिया

मै सिस्क कर - आह्ह मम्मी आह्ह
फिर मा घ्प्प से अपनी चुत मे लण्ड घुसाते हुए उसे लगभग पुरा निगल गयी और मेरे जड़ तक बैठ गयी

मै मनो पागल सा होने ल्गा ऐसा लग रहा था कि मा के चुत की गर्मी से मेरा लण्ड पिघल जायेगा
मेरा जीवन का स्ब्से बड़ा सपना जो मैने बचपन मे देखा था ।
उस कमरे मे जब पहली बार पापा मा को चोदते देखा था उसी समय मैने तय किया मै भी मा को पापा के साथ चोदूंगा ।
और आज मेरा वो सपना हकीकत बन रहा था और मै परम आनन्द की उचाईयो को छू रहा था ।

इधर मा बड़ी कामुकता से मुझे सिस्कता देख मेरे लण्ड पर उछलना शुरु कर दी और उसके चुतड मेरे जांघो से टकरा कर थप्प थप्प की आवाज करने ल्गे ।
हमारी चुदाई देख पापा को भी रहा नही गया और वो खडे होकर अपना लण्ड मा के मुह मे पेलने लगे ।

इधर कमरे का माहौल बहुत गर्म हो गया तो मैने अपना टीशर्ट भी निकाल दिया
जिससे मा ने उछलना धिमा कर दिया तो मै खुद पहल कर निचे से अपनी कमर को उचकाने ल्गा और लण्ड को मे चुत मे बच्चेदानी तक लेके जाने लगा

जिस्स्र मेरे हर धक्के से मा के मुह लण्ड उन्के गले तक चला जाता और उनको परेशानी होने लगी तो पापा खुद हट कर मा को मेरे उपर लिटा दिये और मैने भी लपक कर मा को अपनी तरफ खीच लिय
मा की नंगी चुची मेरे सिने पर दब गयी और मै झटकों को तेज कर घपा घ्प लण्ड को तेजी से मा के चुत के पेलने लगा जिस्से मा ही आहे तेज हो गयी

मा मेरे कन्धे मे दबाए - अह्ह्हह्जआह्ह आह्ह बेटा आराम से आह्ह ओह्ह आह्ह उम्म्ं उम्म्ं

वही पापा मुझे मा को कसकर चोद्ता देख - वाह बेटा और तेज चोद अपनी मा को बहुत चुद्क्क्ड औरत है ये अह्ह्ह मजा आ रहा है देख

इधर मै पापा की बाते सुन कर और उत्तेजित होकर घपाघ्प मे की चुत मे पेल्ने लगा
और फिर धक्को को हल्का करने लगा क्योकि कमर मे भी दर्द होना शुरु हो गया था । इधर धक्को की रफ्तार कम होने से मा खुद अपना बदन मेरे जिस्म पर घिस्ते हुए उपर निचे होकर लण्ड को चुत मे भरने लगी

मा - आह्ह बेटा रुक क्यू गया चोद ना मुझे आह्ह

पापा हस कर - लग रहा है मेरा बेटा थक गया है रुको मै भी आता हू
यहा मै अप्नी सांसे बराबर कर रहा था और वही पापा भी मेरे पैरो के दोनो तरफ पैर कर घुत्नो के बल खडे होकर मा के गाड़ के छेद पर अपनी थूक लगाने लगे

मा गरदन घुमा कर सिस्क्ते हुए - आह्ह मेरे राजा मेरे चुत मे खुजजी है वहा नही

पापा अपने लण्ड मा के थूक से भरे गाड़ की छेद पर लगाकर दबाते हुए - हा पता है जान लेकिन तेरे इस मोटी गाड़ को देख कर मेरे लण्ड मे इसको चोद्ने की खुजली है
ये बोलते हुए पापा ने अपना लण्ड मा की गाड़ मे घुसेड़ दिया

मा तेज से सिसक के - आह्ह मा उफ्फ्फ आराम से मेरे राजा

मै ये जानकर की पापा ने मा की गाड़ मे अपना लौडा घुसेड़ दिया है इससे मेरे लण्ड मे तनाव और बढ़ गया और फिर से जोश मे आकर निचे से लण्ड को मा के भोस्दे मे पेलने लगा

मा दर्द और सिहरन से बेजुबान हो गयी क्योकि इस वक़्त उसकी गाड़ और चुत मे दो मोटे मुसल घुसे थे

पापा - बेटा हम दोनो मे से किसी एक को ही धक्का लगाना पडेगा नही तो चोदने मे मजा नही आयेवा
ये बोल कर पापा ने मा की गाड़ मे पेलना सुरु कर दिया
जिस्का आभास मुझे निचे चुत के अन्दर मेरे लण्ड पर पता चलने लगा था

मा मुझे पकड कर दर्द से कराह उठी और मै उन्के कमर के पास हाथ ले जाकर सहलाने लगा

मा - ओह्ह राज के पापा उम्म्ं
ओह्ह आह्ह आह्ह म्जा आ रहा है आह्ह और तेज करो और तेज्ज्ज आह्ह मजा आ रहा उम्म्ं

पापा मा की गाड़ मे धक्के ल्गाते हुए - क्यू मेरी रन्डी जान मजा आ रहा है ना एक साथ दो लण्ड लेके

मा सिस्कते हुए - आह्ह हा मेरे राजा बहुत ज्यादाआआ आह्ह और तेज

इधर थोडी देर पापा मा की गाड़ मारने के बाद अप्ने धक्को को थाम्ते हुए लण्ड को मा के गाड़ की जड़ ले जाकर रोक दिया - हा बेटा अब तू नीच से पेल

मै तो इसी इन्तेजार मे था और मा के कुल्हे थाम्ते हुए थप थप्प थप्प तेजी मा के चुत मे पेलने ल्गा

मा - ओह्ह्ह बेटा हा बहुत मस्त चोद रहा है आह्ह और चोद और चोद और मै फिर से झड़ने वाली हू अह्ह्ह

इधर मै और पापा बारी बारी से इधर मै और पापा बारी बारी से मा की गाड़ और चुत मे धक्के ल्गाते रहे वही मा झड़ चुकी थी और हम भी झडने के करीब थे

मै - आह्ह पापा दर्द हो रहा है वहा मेरा पेसाब आयेगा

पापा हस कर - निकाल दे बेटा अन्दर ही मै भी आने वाला हू

मा सिस्क कर हफ्ते हुए मेरे उपर से उठने लगी - नही नही मुझे मुह मे चाहिये आह्ह छोदिये अब आप
फिर वो पापा को हटा कर घुटने के बल बैठ जाती है और पापा खडे होकर मा के मुह पर लण्ड हिलाने लगते है

पापा - आजा बेटा तू भी और भर अपने माल को अपनी इस चुद्क्क्ड मा के मुह मे
मै भी उत्तेजित होकर झट से खड़ा हुआ और लण्ड को मा के मुह पर हिलाने लगा

वही मा हम दोनो के आड़ो को सहलाते हुए जीभ बाहर निकाल हमारे झडने का इन्तजार करने लगी

इधर मै लण्ड हिलाते हुए पहली बार अपनी भावनाये दोनो के सामने रखता हुआ - अह्ह्ह मा आप बहुत मस्त हो बहुत मजा आया आपको चोद के क्या मै रोज चोद सकता हू आपको

पापा मेरे कंधे पर शाबशू देने के अन्दाज मे - हा बेटा क्यू नही हम दोनो अब रोज मिल कर तेरे मा को चोदेंगे और तेरा जब भी मां करे तू अपनी मा को चोद लेना

इधर हमारी बात ज्यादा नही हो पाई और हम अपनी एड़ियो के बल आकर सारा माल सुपाड़े एक रोक के एक बार मे मा के उपर छोड दिया और दोनो तरफ से लगभग एक सेकण्ड के अन्तर पे पिचकारी छूटी मा के आख और नाक कर गयी और बाकी की धीमी पिचकारी मा के जीभ और मुह मे जाने लगी ,,,

फिर हमने अपने मोटे लण्ड को मा के मुह पे पटक कर झाड़ा और
फिर मा ने हम दोनो के लण्ड को चाट चाट कर बारी बारी से साफ किया और उसको मुह मे लेके वाप्स से चुस कर निचोड़ लिया और फिर अपने चेहरे पर लगा माल ऊँगली से चाट गयी
फिर पापा ने मा को खड़ा कर उन्के होठो को चुसा और मा ने वाप्स मेरे होठो को चुस ली

फिर हम सब आपस मे एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ।


जारी रहेगी
Mast Update...
 

Sachin24

New Member
97
311
53
UPDATE 86



अब तक

फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना

अब आगे

मै गरदन उठा कर मा और पापा की तरफ देख कर - क्या हुआ मा

मा मुझे देखकर शांत होते हुए मुस्कराकर - कुछ नही बेटा तू सो जा

पापा - रागिनी प्लीज
मै सोचने के भाव मे - क्या हुआ पापा किस बात के लिए मा को मना रहे हो

पापा मा के सामने थोडा हिचक कर - अब वो वो बेटा

मा ह्स्ते हुए - हा अब बोलो ना हिहिहिही

मै अपने चेहरे पर हसी के भाव लाकर मामले को समझने की कोसिस मे - क्या बात है मा आप ही बता दो ना

मा हस कर - बेटा तेरे पापा का बहुत मन है कि मै वो करू

फिर मा ह्स्ते हुए पापा को देखती है
मै - मतलब वो क्या
मा हस कर - अरे बुधु वो ..
और मा मुह पर हाथ रख कर हसने लगी

पापा मुझे परेशान होता देख - देख बेटा राज अब तू बड़ा हो गया है तो तुझसे क्या झुठ बोलना और तु तो समझता ही है सब ,,बात दरअसल ये कि काफी समय से जो मस्ती तेरे मा और मेरे बीच हो रही थी उससे मेरे लिंग मे तनाव हो गया है और ये तभी कम होगा जब या तो हम दोनो सेक्स करे या फिर तेरी मा वो कर दे


मै अचरज के भाव मे - अब ये वो क्या है
पापा हिचक कर - पता नही बेटा तुझे कैसा लगेगा और तू क्या प्रतिक्रिया देगा मेरे बात पर ,, लेकिन फिर भी बता रहा हू कि मुझे तेरी मा से अपना लिंग चुसवाना बहुत पसंद है बस उसी के लिए मै रागिनी को बोला


मै अजीब सा मुह बना कर - ओह्ह्ह सॉरी , शायद मुझे आज यहा सोना ही नही चहिये था ,, खामखा आप लोगो को मेरे वजह से दिक्कत हो रही हैं


मा पापा से - क्या जी आप मेरे बेटे को परेशान कर रहे है
मा - नही बेटा ऐसी कोई बात नही है , मुझे तेरे वजह से कोई परेशानी नही है

मै मा की तरफ देख कर - तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है , आप लोग इंजॉय करिये ना । मेरी चिन्ता छोडिए

मा मेरी तरफ देख के ह्स देती है - तू भी तेरे पापा पे ही गया है बेशर्म एकदम

मै हस कर - अब उन्ही का बेटा हू ना मा ,, प्लीज आप लोग इंजॉय करिये

मा मेरी बातो से चुप होकर मुस्कुरा रही थी

पापा - अब तो करो ना जान , अब तो राज ने भी बोल दिया
मा बिस्तर से उठते हुए - चुप रहिये आप,, आपकी आदत बहुत खराब हो गयी है ।


फिर मै सीधा होके लेट गया और उनकी बाते सुन के हसने लगा और धीरे से अपना लोवर मे तना लण्ड सहला दिया ।
थोडे ही देर मे मा की गुउऊ गुउऊ गुउउऊ की आवाजे आने लगी और मैने नजर नीचे की तरफ कर देखा तो मा ने अपना ब्लाउज निकाल दिया था और पापा के अंडरवियर से उनका लण्ड निकाल कर चुस रही थी । जिससे मेरे लण्ड मे खुन तेजी से दौड़ने लगा ।
और मै सोचने लगा काश मा मेरा भी लण्ड चुस ले

तभी पापा की सिसकिया शुरु हुई और फिर वो बोले
पापा - थैंक यू राज बेटा

पापा की बात सुन के मुझे एक मौका मिला की मै उनकी तरफ देखू
मै उनकी तरफ करवट लेके एक नजर मा को लण्ड चुस्ते हुए अच्छे से देखा और बोला - थैंक यू क्यू पापा


पापा सिस्क कर - देख नही रहा है कितने मस्त तरीके से तेरी मा मेरे लिंग को चुस रही है अह्ह्ह रागिनी और अन्दर लो

मै थूक गटकते हुए मा को पापा का मोटा काला लण्ड चुस्ते हुए देख रहा था जिसे वो अपने गले तक ले जा रही थी और उनको देख कर मै पापा के सामने ही अपना लण्ड का सुपादा लोवर के उपर से ही मुथियाने लगा
पापा मुझे लण्ड मुथियाता देख - क्या हुआ बेटा तुझे खुजली हो रही है क्या

मै चौकने के भाव मे लण्ड को दबाते हुए - अब ब नही पापा वो आप लोगो को मस्ती करता देख मेरा भी लिंग खड़ा हो गया लोवर मे , और थोडा दर्द हो रहा है ।


पापा चिन्ता के भाव - ओफ्फो बेटा , ऐसा कर तू अपना लोवर निकाल दे

मै संकोच - क क क्या लेकिन क्यू
पापा मुझे समझाते हुए - अरे अपना लिंग बाहर निकाल उसे थोड़ा खुला रख अभी आराम हो जायेगा

इधर मा हमारी बाते सुन कर लागातार कनअखियो से देखते हूए पापा का लण्ड चूसे जा रही थी और हमारे संवाद में जानबुझ कर उसने कोई टिप्पणि नही की

फिर मैने झट से पापा के कहे अनुसार अपना लोवर अंडरवियर सहित निकाल कर नंगा लेट गया और मेरा लण्ड तन कर छ्त की ओर मुह उठाए खड़ा हो गया ।


पापा सिस्क के - अब कुछ आराम हुआ बेटा
मै - नही पापा देखो ये बहुत टाइट है

पापा चिन्ता के भाव - ओह्ह हा ,,, रागिनी सुनो जरा अह्ह्ह रुको ना

मा पापा का लंड मुह से निकाल कर पापा से चुदासी भाव - क्या हुआ जी

तभी उसकी नजर मेरे खडे लण्ड पर गयी जो पापा से भी मोटा था

मा हस के - अरे पागल ऐसे क्यू सोया है

पापा - वो मैने बोला उसको ,, दरअसल वो हमदोनो को मस्ती करते देख उसके लिंग मे भी तनाव आ गया और दर्द होने लगा था इसिलिए मैने कहा

मा ह्स कर - तो सही हो गया बेटा
मै क्समसा कर - उम्म नही मा

पापा चिन्ता के भाव मे - रागिनी देखो ना कित्ना परेसान है बेचारा ,,मै क्या कह रहा हू तू थोडा उसका भी चुस कर ढिला कर दो ना

मा चौक के - ये क्या कह रहे है आप , कुछ समझ है आपको

पापा थोडा रुआब मे - ओहो रागिनी तुम कैसी मा हो ,,देख नही रही बेटा अपना परेशान है और उसकी परेशानी की वजह भी तो हम दोनो ही है ना ,

मा पापा की भडकता देख- ऐसा ना बोलिये जी ,,मै भी उससे प्यार करती हू लेकिन मै उसकी मा हू ,,,,अच्छा ठीक है

फिर पापा मुझे देख के मुस्कुराये
मै हिचक के - मा रहने दो सही हो जायेगा अभी

मा - अब तू नौटंकी ना कर आ इधर खसक अपने पापा के बगल मे
फिर मै मुस्कुरा कर एक ताजगी से भर गया कि मा अब पापा के सामने मेरा खड़ा लण्ड चुसेगी और मै सरक पर पापा के बगल मे आ गया ।
मा पापा के सामने थोडी हिचक दिखा रही थी और धीरे से मेरे खडे तपते लण्ड को बिच से पकड़ा
जिससे मा गनगना गयी - ओह्ह्ह राज के पापा इसका तो बहुत गरम है

मै भी मा के हाथो का स्पर्श पाकर सिहर उठा
पापा मुझे अकडता देख - आराम से बेटा पहली बार मे ऐसा होता है जब कोई औरत ऐसे लिंग को थामती है ।


इधर धीरे धीरे मा ने मेरा लण्ड सहलाना शुरु किया और चमडी को निचे कर सुपाडे को सूंघते हुए मुह खोला , जिससे मा के मुह की गरम सांसो से मेरे सुपाडे की जलन बढ़ गयी और ज्यो ही मा ने अपने मोटे मुलायम होठो को रिंग बना कर मेरे लण्ड पर घिसते हुए लण्ड को निगला , एक मजेदार ठन्डक ने मेरे लण्ड की सहतो पर मह्सूस होने लगी और मुझे राहत होने लगी ।

मै सिसक कर - ओह्ह्ह पापा सच मे बहुत आराम मिल रहा है उम्म्ंम अह्ह्ह

जैसे जैसे मा लण्ड को चुस्ती मै अकडने लगता
थोडी देर की चुसायि के बाद

पापा - ओह्ह जानू थोडा थोडा मेरे लिंग को भी दुलार दो ना कबसे सुख रहा है

मै पापा की बात सुन कर सिस्कते हुए मुस्करा दिया
और वही मा ने मेरा लण्ड चुस्ते हुए अपना दुसरा हाथ से पापा का लण्ड थाम कर उसे सहलाने लगी

और फिर मेरे लण्ड को मुह से निकाल कर गप्प से पापा का लण्ड मुह मे भर लिया

पापा - अह्ह्ह जान उफ्फ्फ क्या मस्त चुस्ती हो जानू उम्म्ंम अह्ह्ह और अन्दर लो जान आह्ह हा ऐसे ही अह्ह्ह

फिर मा ने उनका लण्ड थोडा चुस कर मेरे लण्ड को गले मे उतारने लगी जिससे मेरी नशे मानो फट सी जायेगी

फिर थोडी देर चुसकर वो दोनो हाथो मे लण्ड को पकड कर सह्लाते हुए घुटनो के बल बैठी रही और तेज सासे उनकी खुली छातियो को उपर निचे कर रहे थे ।

मा इस वक़्त किसी पेशवर रन्डी जैसे लग रही थी । उस्के चेहरे की कामुकता और लण्ड के सुपाडे को मुठियाने की अदा से साफ पता चल रहा था कि वो काफी ज्यादा चुदासी हो गयी है
पापा - आह्ह जान इधर आओ मेरे मुह पर अपनी रसिली चुत को रखो मै भी उनको निचोडना चाहता हू

पापा की बात सुन कर मा हिचक कर मुझे देखती है और मै - कोई बात नही मा आप लो इंजॉय करिये ना मुझे कोई आपत्ति नही है , बस मेरा ये छोटा कर दिजीये आह्ह


मा मेरी बात सुन कर बिना कुछ बोले मुस्करायी और झट से पापा के मुह के पास गयी और अपना पेतिकोट उथाते हुए 69 की पोजीशन मे आ गई
ओह्ह गाड क्या नजारा था
मा अपनी फैली हुई गाड़ बड़ी ही बेशरमी से पापा ने मुह पर रख कर घुटनो के बल झुके हुए पापा का लण्ड सहला रही थी वही पापा मा के भारी मुलायम कूल्हो को थामे अपनी गरदन उथाये मा के भोस्डी मे अपना नथुना रगड़ते हुए उसको चाट रहे थे ।
वही मा भी पापा का लंड मुह मे भर कर गुउउऊ गुउऊ कर सिस्क कर कमर उचका रही थी और पापा लपालप मा के चुत पर जीभ चला रहे थे

मै वही इनदोनो को देख कर करवट लिये लण्ड को सहला रहा था कि तभी मा ने मेरे लण्ड एक हाथ से पकड कर अपनी तरफ खीचा और मै झट से सरक कर मा के मुह के अपनी गाड़ उचका कर लण्ड को ले गया वही मा ने झट से मेरा लण्ड मुह मे भर कर चूसना शुरु कर दिया ।

उधर पापा मा की चुत से जीभ हटा कर उनकी गाड़ को गिला करने लगे जिससे मा और भी उतेजीत हो गयी और पापा का लण्ड भी खिच कर एक साथ दोनो लण्ड के सुपाडे को होठो पर रगड़ने लगी ।इस दौरान पहली बार मेरा सुपाडा पापा के सुपाड़े को छुआ और उस स्पर्श के रोमांच से मै गनगना गया वही मा दोनो लण्ड को थामे हमारे सुपाडे को सुरक रही थी और जल्द ही उसकी कमर से झटका देना शुरु कर दिया और वो हमारा लण्ड छोड पापा की जांघो को पकड कर अपनी गाड़ और चुत पापा ने मुह पर घिसने क्गी
मा - आह्ह राज के पापा और तेज चुसो आह्ह ओह्ह्ह हा मै आ रही हू आह्ह आह्ह उफ्फ़ उम्म्ंम आह्ह मा ओझ
यहा मा पापा के मुह मे झडने लगी जिससे मै और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा
फिर पापा ने अच्छे से मा की चुत को चाता और मा उन्के उपर से ह्ट कर पापा के बगल मे बैठ गयी जहा पापा अपना हाथ आगे कर मा के चुचे सहलाने लगे ।

पापा - आह्ह जान मजा आ गया आज तो काफी सारा पानी बहाया तुमने आज तो

मा शर्मा कर - भक्क चुप रहिये और अब सो जाईये

पापा - क्या !! और इसका क्या
मा - ओह क्या करू इसका अब पता नही क्यू आज ना आपका ना ही उसका छोटा हो रहा है

पापा ह्स कर - कैसे छोटा होगा जानू तुम्हे पता है ना

मा शर्मा कर एक नजर मुझे देखा तो मै अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए मा को ही देख रहा था ।

पापा वापस मा का हाथ पकड कर खिच्ते हुए - आओ ना जानू अब

मा शर्मा कर ह्स्ते हुए - धत्त मुझे शर्म आयेगी और राज भी तो है न

पापा गरदन घुमा कर मुझे देखते हुए - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना अगर मै तेरी मा के साथ सम्भोग करु तो

मै पापा की बात सुन कर हस दिया और मा की तरफ देख कर मुस्कराकर ना मे सर हिलाया

पापा - देखा जानू उसे कोई दिक्कत नही है अब आ जाओ ना

फिर पापा ने झट से मा को खिच कर अपने बगल लिताया और उन्के होठो को चूसना शुर कर दिया और धीरे धीरे हाथ नीचे ले जा कर मा की एक जांघ को अपने उपर कर उनसे चिपक गये जिसमे मा भी ब्ड़ी बेशर्मी से उनका साथ देने लगी
जल्द ही पापा ने मा का पेतिकोट निकाल दिया और वो भी पूरी नंगी हो गयी
और फिर पापा ने मा को निचे लिता कर उनकी जांघो को थामे अपना लण्ड उनकी चुत पर लगाते हुए घ्प्प्प से एक धक्के के साथ पुरा लण्ड मा के गीले चुत मे उतार दिया

मा आन्खे ब्न्द कर - अह्ह्ह राज के पापा उम्म्ं उफ्फ्फ आराम से अह्ह्ह आह्ह आह्ह

इधर पापा ने मा के जांघो को फैला कर घपाघ्प धक्को को तेज कर उन्के उपर चढ़ गये और मा की चुचियो को चुस्ने लगे

मा एक मादक मुस्कान के साथ पापा का लण्ड अपने चुत की दिवारो पर रगड़ता पाकर और सिस्कने लगी - अह्ह्ह राज के पापा उम्म और तेज और तेज अह्ह्ह
फिर पापा वाप्स उपर होकर मा की जांघो को अपने कन्धे पर चढा कर तेज धक्के ल्गाने लगे जिस्से मा का पुरा जिस्म हिल जा रहा था और उनकी फैली मोटी चुची गागर मे भरे पानी जैसे झटके पाने पर छलक जाती ठीक वैसे ही हिल रही थी और मै उत्तेजित होकर थोडी हिम्मत दिखाते हुए मा के पास गया और मा के बाई चुची को थाम लिया और तभी मा ने आंखे खोल कर मुझे देखा और एक स्माइल दी

मैने स्माइल पाकर झुक कर मा ने निप्प्ल पर मुह लगा कर उनकी चुचियो को दबाते हुए चूसने लगा और वही मा हाथ निचे ले जाकर मेरे लण्ड को टटोलने लगी और फिर मैने अपनी कमर को उपर सरकाया जिस्से मा ने लपक कर मेरे लण्ड को थामा लिया

वही पापा हमारी हरकतो पे नजरे गड़ाये हुए थे
पापा हाफ्ते हुए - क्यू जान मजा आ रहा है ना

मा सिहर के मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए - अह्ह्ह हा राजा बहुत मजा आ रहा है

पापा - तो बोलो ना कौन हो तुम मेरी आह्ह
मा सिसक कर - मै आपकी रानी हू मेरे राजा आह्ह और अन्दर करो आह्ह आहा

पापा मा के चुत की गहराई मे लण्ड उतारते हुए - और क्या हो मेरी जान
मा झटके खाते हुए - म म मै आ आ आपकी बीवी हू जान
पापा - कैसी बिवी हो जानू बोलो ना
मा थोडा चुप रही
पापा थोडा मा को मनाने के भाव मे अपना लण्ड मे चुत मे घुमाते हुए - ओह्ह जान बोलो ना कैसी बीवी ही तुम मेरी

मा सिस्क कर मजबुर होते हुए - अह्ह्ह राज के पापा मै आपकी चुद्क्क्ड बीवी हू उम्म्ंम और चोदिये ना मुझे अह्ह्ह आह्ह

पापा मा के मुह से ये बात सुन कर और उत्तेजित हो गये । फिर वो और भी मस्त तरीके से मा के चुत मे लण्ड घुमाने लगे ।

पापा नशे मे - ओह्ह जानू फिर से बोलो ना कैसी बीवी हो तुम मेरी अह्ह्ह

मा मेरे सर को अपने चुची पर दबाते हुए मेरे लण्ड की चमडी को खिच कर काफी ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी गाड़ पटकते हुए - ओह्ह मेरे राजा मै आपकी रन्डी बीवी हू चोदो मुझे, चोदो अपनी चुदक्क्ड बीवी को अह्ह्हह अह्ब और अन्दर तक पेलो आह्ह आह्ह

मै मा की उत्तेजना देख थूक गटकने ल्गा और मेरा लौडा बहुत ही ज्यादा खड़ा हो गया था मन कर रहा था कि अभी पेल दू का की चुत मे पापा को हटा कर

इधर पापा और मा काफी गाली गलौज भरे शब्दो मे घ्प घप चुदाई किये जा रहे थे

पापा सिहरते हुए - आह्ह मेरी रन्डी जान और निचोड ले मेरा लण्ड आह्ह आह्ह ऐसे ही
मा भी पापा की बातो पर अपने दाँत पिस्ते हुए अपनी गाड़ उचका कर पापा का लंड अप्नी चुत मे कस रही थी ।

मै मा के अलग हो कर सीधा लेट गया क्योकि मेरे बाई बाजू मे काफी समय से करवट लेने के कारण दर्द होने लगा और मै गर्दन घुमा कर पापा और मा की चुदाई देखते हुए लण्ड हिला रहा था

पापा फिर पापा घपाघप मा की चुत मे लण्ड उतारते हुए - तू मेरी चुद्क्क्ड बीवी है ना मेरी रन्डी है ना तू आह्ह बोल ना जानू मेरी आह्ह

मा पापा के तेज झटके खाते हुए - अह्ह्ह आह्ह ह ह हा मेरे राआआजाआह्ह मै तुम्हारी रन्डी हू और चोदो

पापा हाफ्ते हुए - तो फिर जैसा मै कहुगा करोगी ना मेरी रन्डी

मा सिस्कते हुए - आ
ह ह हा मेरे राआअजाअह्ह आह्ह सब करनगी उम्म्ंम ऐसे ही चोदो मुझे और तेज आह्ह मजा आ रहा है

पापा धक्को को थामते हुए - तो जा मेरे बेटे के लण्ड पर बैठ जा और उसे भी अपनी गर्म चुत का सुख दे ,,देख कबसे तुझे चोदने के लिए तडप रहा है अह्ह्ह

मा पापा की बात सुन कर हैरत मे थी लेकिन मन उसका भी था कि वो पापा के सामने मेरे साथ चुदे इसिलिए

मै - पापा ये क्या कह रहे है आप
पापा मा की चुत ने हल्के धक्के ल्गाते हुए - बेटा तू चिन्ता ना कर इससे तेरी तकलीफ कम हो जायेगी

फिर पापा ने मा की चुत से लण्ड को निकाला और उनकी गाड़ को पकडकर मेरी तरफ घुमाने का इशारा किया
और मा बिना कुछ बोले झट से उठी और मेरे जांघो के दोनो तरफ पैर कर झुकी और मेरे लण्ड को थाम कर चुत के दिवारो पर लगाने लगी

मा के चुत की चमडी का मेरे सुपाडे पर स्पर्श मुझे हिला दिया

मै सिस्क कर - आह्ह मम्मी आह्ह
फिर मा घ्प्प से अपनी चुत मे लण्ड घुसाते हुए उसे लगभग पुरा निगल गयी और मेरे जड़ तक बैठ गयी

मै मनो पागल सा होने ल्गा ऐसा लग रहा था कि मा के चुत की गर्मी से मेरा लण्ड पिघल जायेगा
मेरा जीवन का स्ब्से बड़ा सपना जो मैने बचपन मे देखा था ।
उस कमरे मे जब पहली बार पापा मा को चोदते देखा था उसी समय मैने तय किया मै भी मा को पापा के साथ चोदूंगा ।
और आज मेरा वो सपना हकीकत बन रहा था और मै परम आनन्द की उचाईयो को छू रहा था ।

इधर मा बड़ी कामुकता से मुझे सिस्कता देख मेरे लण्ड पर उछलना शुरु कर दी और उसके चुतड मेरे जांघो से टकरा कर थप्प थप्प की आवाज करने ल्गे ।
हमारी चुदाई देख पापा को भी रहा नही गया और वो खडे होकर अपना लण्ड मा के मुह मे पेलने लगे ।

इधर कमरे का माहौल बहुत गर्म हो गया तो मैने अपना टीशर्ट भी निकाल दिया
जिससे मा ने उछलना धिमा कर दिया तो मै खुद पहल कर निचे से अपनी कमर को उचकाने ल्गा और लण्ड को मे चुत मे बच्चेदानी तक लेके जाने लगा

जिस्स्र मेरे हर धक्के से मा के मुह लण्ड उन्के गले तक चला जाता और उनको परेशानी होने लगी तो पापा खुद हट कर मा को मेरे उपर लिटा दिये और मैने भी लपक कर मा को अपनी तरफ खीच लिय
मा की नंगी चुची मेरे सिने पर दब गयी और मै झटकों को तेज कर घपा घ्प लण्ड को तेजी से मा के चुत के पेलने लगा जिस्से मा ही आहे तेज हो गयी

मा मेरे कन्धे मे दबाए - अह्ह्हह्जआह्ह आह्ह बेटा आराम से आह्ह ओह्ह आह्ह उम्म्ं उम्म्ं

वही पापा मुझे मा को कसकर चोद्ता देख - वाह बेटा और तेज चोद अपनी मा को बहुत चुद्क्क्ड औरत है ये अह्ह्ह मजा आ रहा है देख

इधर मै पापा की बाते सुन कर और उत्तेजित होकर घपाघ्प मे की चुत मे पेल्ने लगा
और फिर धक्को को हल्का करने लगा क्योकि कमर मे भी दर्द होना शुरु हो गया था । इधर धक्को की रफ्तार कम होने से मा खुद अपना बदन मेरे जिस्म पर घिस्ते हुए उपर निचे होकर लण्ड को चुत मे भरने लगी

मा - आह्ह बेटा रुक क्यू गया चोद ना मुझे आह्ह

पापा हस कर - लग रहा है मेरा बेटा थक गया है रुको मै भी आता हू
यहा मै अप्नी सांसे बराबर कर रहा था और वही पापा भी मेरे पैरो के दोनो तरफ पैर कर घुत्नो के बल खडे होकर मा के गाड़ के छेद पर अपनी थूक लगाने लगे

मा गरदन घुमा कर सिस्क्ते हुए - आह्ह मेरे राजा मेरे चुत मे खुजजी है वहा नही

पापा अपने लण्ड मा के थूक से भरे गाड़ की छेद पर लगाकर दबाते हुए - हा पता है जान लेकिन तेरे इस मोटी गाड़ को देख कर मेरे लण्ड मे इसको चोद्ने की खुजली है
ये बोलते हुए पापा ने अपना लण्ड मा की गाड़ मे घुसेड़ दिया

मा तेज से सिसक के - आह्ह मा उफ्फ्फ आराम से मेरे राजा

मै ये जानकर की पापा ने मा की गाड़ मे अपना लौडा घुसेड़ दिया है इससे मेरे लण्ड मे तनाव और बढ़ गया और फिर से जोश मे आकर निचे से लण्ड को मा के भोस्दे मे पेलने लगा

मा दर्द और सिहरन से बेजुबान हो गयी क्योकि इस वक़्त उसकी गाड़ और चुत मे दो मोटे मुसल घुसे थे

पापा - बेटा हम दोनो मे से किसी एक को ही धक्का लगाना पडेगा नही तो चोदने मे मजा नही आयेवा
ये बोल कर पापा ने मा की गाड़ मे पेलना सुरु कर दिया
जिस्का आभास मुझे निचे चुत के अन्दर मेरे लण्ड पर पता चलने लगा था

मा मुझे पकड कर दर्द से कराह उठी और मै उन्के कमर के पास हाथ ले जाकर सहलाने लगा

मा - ओह्ह राज के पापा उम्म्ं
ओह्ह आह्ह आह्ह म्जा आ रहा है आह्ह और तेज करो और तेज्ज्ज आह्ह मजा आ रहा उम्म्ं

पापा मा की गाड़ मे धक्के ल्गाते हुए - क्यू मेरी रन्डी जान मजा आ रहा है ना एक साथ दो लण्ड लेके

मा सिस्कते हुए - आह्ह हा मेरे राजा बहुत ज्यादाआआ आह्ह और तेज

इधर थोडी देर पापा मा की गाड़ मारने के बाद अप्ने धक्को को थाम्ते हुए लण्ड को मा के गाड़ की जड़ ले जाकर रोक दिया - हा बेटा अब तू नीच से पेल

मै तो इसी इन्तेजार मे था और मा के कुल्हे थाम्ते हुए थप थप्प थप्प तेजी मा के चुत मे पेलने ल्गा

मा - ओह्ह्ह बेटा हा बहुत मस्त चोद रहा है आह्ह और चोद और चोद और मै फिर से झड़ने वाली हू अह्ह्ह

इधर मै और पापा बारी बारी से इधर मै और पापा बारी बारी से मा की गाड़ और चुत मे धक्के ल्गाते रहे वही मा झड़ चुकी थी और हम भी झडने के करीब थे

मै - आह्ह पापा दर्द हो रहा है वहा मेरा पेसाब आयेगा

पापा हस कर - निकाल दे बेटा अन्दर ही मै भी आने वाला हू

मा सिस्क कर हफ्ते हुए मेरे उपर से उठने लगी - नही नही मुझे मुह मे चाहिये आह्ह छोदिये अब आप
फिर वो पापा को हटा कर घुटने के बल बैठ जाती है और पापा खडे होकर मा के मुह पर लण्ड हिलाने लगते है

पापा - आजा बेटा तू भी और भर अपने माल को अपनी इस चुद्क्क्ड मा के मुह मे
मै भी उत्तेजित होकर झट से खड़ा हुआ और लण्ड को मा के मुह पर हिलाने लगा

वही मा हम दोनो के आड़ो को सहलाते हुए जीभ बाहर निकाल हमारे झडने का इन्तजार करने लगी

इधर मै लण्ड हिलाते हुए पहली बार अपनी भावनाये दोनो के सामने रखता हुआ - अह्ह्ह मा आप बहुत मस्त हो बहुत मजा आया आपको चोद के क्या मै रोज चोद सकता हू आपको

पापा मेरे कंधे पर शाबशू देने के अन्दाज मे - हा बेटा क्यू नही हम दोनो अब रोज मिल कर तेरे मा को चोदेंगे और तेरा जब भी मां करे तू अपनी मा को चोद लेना

इधर हमारी बात ज्यादा नही हो पाई और हम अपनी एड़ियो के बल आकर सारा माल सुपाड़े एक रोक के एक बार मे मा के उपर छोड दिया और दोनो तरफ से लगभग एक सेकण्ड के अन्तर पे पिचकारी छूटी मा के आख और नाक कर गयी और बाकी की धीमी पिचकारी मा के जीभ और मुह मे जाने लगी ,,,

फिर हमने अपने मोटे लण्ड को मा के मुह पे पटक कर झाड़ा और
फिर मा ने हम दोनो के लण्ड को चाट चाट कर बारी बारी से साफ किया और उसको मुह मे लेके वाप्स से चुस कर निचोड़ लिया और फिर अपने चेहरे पर लगा माल ऊँगली से चाट गयी
फिर पापा ने मा को खड़ा कर उन्के होठो को चुसा और मा ने वाप्स मेरे होठो को चुस ली

फिर हम सब आपस मे एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ।


जारी रहेगी
Bhai kadak... maja aa gaya...
 

Lib am

Well-Known Member
3,257
11,287
158
UPDATE 86



अब तक

फिर मै वापस मा की तरफ करवट लेके लेट गया और पापा भी करवत लेके लेट गये । फिर हम दोनो की आंखे मिली तो मुझे शर्म आने लगी तो मै मुस्कुरा दिया और मा के कांख मे सर छिपा लिया ।

थोडी देर शान्ति रही और तभी मुझे पापा मा की कान मे फुसफुसा कर बोले जिसका जवाब मा ने तेज आवाज मे दिया

मा - नही !!! पागल हो गये क्या आप
पापा मा के पेट को सहलाते हुए - प्लीज ना रागिनी प्लीज मान जाओ ना

अब आगे

मै गरदन उठा कर मा और पापा की तरफ देख कर - क्या हुआ मा

मा मुझे देखकर शांत होते हुए मुस्कराकर - कुछ नही बेटा तू सो जा

पापा - रागिनी प्लीज
मै सोचने के भाव मे - क्या हुआ पापा किस बात के लिए मा को मना रहे हो

पापा मा के सामने थोडा हिचक कर - अब वो वो बेटा

मा ह्स्ते हुए - हा अब बोलो ना हिहिहिही

मै अपने चेहरे पर हसी के भाव लाकर मामले को समझने की कोसिस मे - क्या बात है मा आप ही बता दो ना

मा हस कर - बेटा तेरे पापा का बहुत मन है कि मै वो करू

फिर मा ह्स्ते हुए पापा को देखती है
मै - मतलब वो क्या
मा हस कर - अरे बुधु वो ..
और मा मुह पर हाथ रख कर हसने लगी

पापा मुझे परेशान होता देख - देख बेटा राज अब तू बड़ा हो गया है तो तुझसे क्या झुठ बोलना और तु तो समझता ही है सब ,,बात दरअसल ये कि काफी समय से जो मस्ती तेरे मा और मेरे बीच हो रही थी उससे मेरे लिंग मे तनाव हो गया है और ये तभी कम होगा जब या तो हम दोनो सेक्स करे या फिर तेरी मा वो कर दे


मै अचरज के भाव मे - अब ये वो क्या है
पापा हिचक कर - पता नही बेटा तुझे कैसा लगेगा और तू क्या प्रतिक्रिया देगा मेरे बात पर ,, लेकिन फिर भी बता रहा हू कि मुझे तेरी मा से अपना लिंग चुसवाना बहुत पसंद है बस उसी के लिए मै रागिनी को बोला


मै अजीब सा मुह बना कर - ओह्ह्ह सॉरी , शायद मुझे आज यहा सोना ही नही चहिये था ,, खामखा आप लोगो को मेरे वजह से दिक्कत हो रही हैं


मा पापा से - क्या जी आप मेरे बेटे को परेशान कर रहे है
मा - नही बेटा ऐसी कोई बात नही है , मुझे तेरे वजह से कोई परेशानी नही है

मै मा की तरफ देख कर - तो मुझे भी कोई दिक्कत नही है , आप लोग इंजॉय करिये ना । मेरी चिन्ता छोडिए

मा मेरी तरफ देख के ह्स देती है - तू भी तेरे पापा पे ही गया है बेशर्म एकदम

मै हस कर - अब उन्ही का बेटा हू ना मा ,, प्लीज आप लोग इंजॉय करिये

मा मेरी बातो से चुप होकर मुस्कुरा रही थी

पापा - अब तो करो ना जान , अब तो राज ने भी बोल दिया
मा बिस्तर से उठते हुए - चुप रहिये आप,, आपकी आदत बहुत खराब हो गयी है ।


फिर मै सीधा होके लेट गया और उनकी बाते सुन के हसने लगा और धीरे से अपना लोवर मे तना लण्ड सहला दिया ।
थोडे ही देर मे मा की गुउऊ गुउऊ गुउउऊ की आवाजे आने लगी और मैने नजर नीचे की तरफ कर देखा तो मा ने अपना ब्लाउज निकाल दिया था और पापा के अंडरवियर से उनका लण्ड निकाल कर चुस रही थी । जिससे मेरे लण्ड मे खुन तेजी से दौड़ने लगा ।
और मै सोचने लगा काश मा मेरा भी लण्ड चुस ले

तभी पापा की सिसकिया शुरु हुई और फिर वो बोले
पापा - थैंक यू राज बेटा

पापा की बात सुन के मुझे एक मौका मिला की मै उनकी तरफ देखू
मै उनकी तरफ करवट लेके एक नजर मा को लण्ड चुस्ते हुए अच्छे से देखा और बोला - थैंक यू क्यू पापा


पापा सिस्क कर - देख नही रहा है कितने मस्त तरीके से तेरी मा मेरे लिंग को चुस रही है अह्ह्ह रागिनी और अन्दर लो

मै थूक गटकते हुए मा को पापा का मोटा काला लण्ड चुस्ते हुए देख रहा था जिसे वो अपने गले तक ले जा रही थी और उनको देख कर मै पापा के सामने ही अपना लण्ड का सुपादा लोवर के उपर से ही मुथियाने लगा
पापा मुझे लण्ड मुथियाता देख - क्या हुआ बेटा तुझे खुजली हो रही है क्या

मै चौकने के भाव मे लण्ड को दबाते हुए - अब ब नही पापा वो आप लोगो को मस्ती करता देख मेरा भी लिंग खड़ा हो गया लोवर मे , और थोडा दर्द हो रहा है ।


पापा चिन्ता के भाव - ओफ्फो बेटा , ऐसा कर तू अपना लोवर निकाल दे

मै संकोच - क क क्या लेकिन क्यू
पापा मुझे समझाते हुए - अरे अपना लिंग बाहर निकाल उसे थोड़ा खुला रख अभी आराम हो जायेगा

इधर मा हमारी बाते सुन कर लागातार कनअखियो से देखते हूए पापा का लण्ड चूसे जा रही थी और हमारे संवाद में जानबुझ कर उसने कोई टिप्पणि नही की

फिर मैने झट से पापा के कहे अनुसार अपना लोवर अंडरवियर सहित निकाल कर नंगा लेट गया और मेरा लण्ड तन कर छ्त की ओर मुह उठाए खड़ा हो गया ।


पापा सिस्क के - अब कुछ आराम हुआ बेटा
मै - नही पापा देखो ये बहुत टाइट है

पापा चिन्ता के भाव - ओह्ह हा ,,, रागिनी सुनो जरा अह्ह्ह रुको ना

मा पापा का लंड मुह से निकाल कर पापा से चुदासी भाव - क्या हुआ जी

तभी उसकी नजर मेरे खडे लण्ड पर गयी जो पापा से भी मोटा था

मा हस के - अरे पागल ऐसे क्यू सोया है

पापा - वो मैने बोला उसको ,, दरअसल वो हमदोनो को मस्ती करते देख उसके लिंग मे भी तनाव आ गया और दर्द होने लगा था इसिलिए मैने कहा

मा ह्स कर - तो सही हो गया बेटा
मै क्समसा कर - उम्म नही मा

पापा चिन्ता के भाव मे - रागिनी देखो ना कित्ना परेसान है बेचारा ,,मै क्या कह रहा हू तू थोडा उसका भी चुस कर ढिला कर दो ना

मा चौक के - ये क्या कह रहे है आप , कुछ समझ है आपको

पापा थोडा रुआब मे - ओहो रागिनी तुम कैसी मा हो ,,देख नही रही बेटा अपना परेशान है और उसकी परेशानी की वजह भी तो हम दोनो ही है ना ,

मा पापा की भडकता देख- ऐसा ना बोलिये जी ,,मै भी उससे प्यार करती हू लेकिन मै उसकी मा हू ,,,,अच्छा ठीक है

फिर पापा मुझे देख के मुस्कुराये
मै हिचक के - मा रहने दो सही हो जायेगा अभी

मा - अब तू नौटंकी ना कर आ इधर खसक अपने पापा के बगल मे
फिर मै मुस्कुरा कर एक ताजगी से भर गया कि मा अब पापा के सामने मेरा खड़ा लण्ड चुसेगी और मै सरक पर पापा के बगल मे आ गया ।
मा पापा के सामने थोडी हिचक दिखा रही थी और धीरे से मेरे खडे तपते लण्ड को बिच से पकड़ा
जिससे मा गनगना गयी - ओह्ह्ह राज के पापा इसका तो बहुत गरम है

मै भी मा के हाथो का स्पर्श पाकर सिहर उठा
पापा मुझे अकडता देख - आराम से बेटा पहली बार मे ऐसा होता है जब कोई औरत ऐसे लिंग को थामती है ।


इधर धीरे धीरे मा ने मेरा लण्ड सहलाना शुरु किया और चमडी को निचे कर सुपाडे को सूंघते हुए मुह खोला , जिससे मा के मुह की गरम सांसो से मेरे सुपाडे की जलन बढ़ गयी और ज्यो ही मा ने अपने मोटे मुलायम होठो को रिंग बना कर मेरे लण्ड पर घिसते हुए लण्ड को निगला , एक मजेदार ठन्डक ने मेरे लण्ड की सहतो पर मह्सूस होने लगी और मुझे राहत होने लगी ।

मै सिसक कर - ओह्ह्ह पापा सच मे बहुत आराम मिल रहा है उम्म्ंम अह्ह्ह

जैसे जैसे मा लण्ड को चुस्ती मै अकडने लगता
थोडी देर की चुसायि के बाद

पापा - ओह्ह जानू थोडा थोडा मेरे लिंग को भी दुलार दो ना कबसे सुख रहा है

मै पापा की बात सुन कर सिस्कते हुए मुस्करा दिया
और वही मा ने मेरा लण्ड चुस्ते हुए अपना दुसरा हाथ से पापा का लण्ड थाम कर उसे सहलाने लगी

और फिर मेरे लण्ड को मुह से निकाल कर गप्प से पापा का लण्ड मुह मे भर लिया

पापा - अह्ह्ह जान उफ्फ्फ क्या मस्त चुस्ती हो जानू उम्म्ंम अह्ह्ह और अन्दर लो जान आह्ह हा ऐसे ही अह्ह्ह

फिर मा ने उनका लण्ड थोडा चुस कर मेरे लण्ड को गले मे उतारने लगी जिससे मेरी नशे मानो फट सी जायेगी

फिर थोडी देर चुसकर वो दोनो हाथो मे लण्ड को पकड कर सह्लाते हुए घुटनो के बल बैठी रही और तेज सासे उनकी खुली छातियो को उपर निचे कर रहे थे ।

मा इस वक़्त किसी पेशवर रन्डी जैसे लग रही थी । उस्के चेहरे की कामुकता और लण्ड के सुपाडे को मुठियाने की अदा से साफ पता चल रहा था कि वो काफी ज्यादा चुदासी हो गयी है
पापा - आह्ह जान इधर आओ मेरे मुह पर अपनी रसिली चुत को रखो मै भी उनको निचोडना चाहता हू

पापा की बात सुन कर मा हिचक कर मुझे देखती है और मै - कोई बात नही मा आप लो इंजॉय करिये ना मुझे कोई आपत्ति नही है , बस मेरा ये छोटा कर दिजीये आह्ह


मा मेरी बात सुन कर बिना कुछ बोले मुस्करायी और झट से पापा के मुह के पास गयी और अपना पेतिकोट उथाते हुए 69 की पोजीशन मे आ गई
ओह्ह गाड क्या नजारा था
मा अपनी फैली हुई गाड़ बड़ी ही बेशरमी से पापा ने मुह पर रख कर घुटनो के बल झुके हुए पापा का लण्ड सहला रही थी वही पापा मा के भारी मुलायम कूल्हो को थामे अपनी गरदन उथाये मा के भोस्डी मे अपना नथुना रगड़ते हुए उसको चाट रहे थे ।
वही मा भी पापा का लंड मुह मे भर कर गुउउऊ गुउऊ कर सिस्क कर कमर उचका रही थी और पापा लपालप मा के चुत पर जीभ चला रहे थे

मै वही इनदोनो को देख कर करवट लिये लण्ड को सहला रहा था कि तभी मा ने मेरे लण्ड एक हाथ से पकड कर अपनी तरफ खीचा और मै झट से सरक कर मा के मुह के अपनी गाड़ उचका कर लण्ड को ले गया वही मा ने झट से मेरा लण्ड मुह मे भर कर चूसना शुरु कर दिया ।

उधर पापा मा की चुत से जीभ हटा कर उनकी गाड़ को गिला करने लगे जिससे मा और भी उतेजीत हो गयी और पापा का लण्ड भी खिच कर एक साथ दोनो लण्ड के सुपाडे को होठो पर रगड़ने लगी ।इस दौरान पहली बार मेरा सुपाडा पापा के सुपाड़े को छुआ और उस स्पर्श के रोमांच से मै गनगना गया वही मा दोनो लण्ड को थामे हमारे सुपाडे को सुरक रही थी और जल्द ही उसकी कमर से झटका देना शुरु कर दिया और वो हमारा लण्ड छोड पापा की जांघो को पकड कर अपनी गाड़ और चुत पापा ने मुह पर घिसने क्गी
मा - आह्ह राज के पापा और तेज चुसो आह्ह ओह्ह्ह हा मै आ रही हू आह्ह आह्ह उफ्फ़ उम्म्ंम आह्ह मा ओझ
यहा मा पापा के मुह मे झडने लगी जिससे मै और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा
फिर पापा ने अच्छे से मा की चुत को चाता और मा उन्के उपर से ह्ट कर पापा के बगल मे बैठ गयी जहा पापा अपना हाथ आगे कर मा के चुचे सहलाने लगे ।

पापा - आह्ह जान मजा आ गया आज तो काफी सारा पानी बहाया तुमने आज तो

मा शर्मा कर - भक्क चुप रहिये और अब सो जाईये

पापा - क्या !! और इसका क्या
मा - ओह क्या करू इसका अब पता नही क्यू आज ना आपका ना ही उसका छोटा हो रहा है

पापा ह्स कर - कैसे छोटा होगा जानू तुम्हे पता है ना

मा शर्मा कर एक नजर मुझे देखा तो मै अपना खड़ा लण्ड सहलाते हुए मा को ही देख रहा था ।

पापा वापस मा का हाथ पकड कर खिच्ते हुए - आओ ना जानू अब

मा शर्मा कर ह्स्ते हुए - धत्त मुझे शर्म आयेगी और राज भी तो है न

पापा गरदन घुमा कर मुझे देखते हुए - बेटा तुझे कोई दिक्कत तो नही है ना अगर मै तेरी मा के साथ सम्भोग करु तो

मै पापा की बात सुन कर हस दिया और मा की तरफ देख कर मुस्कराकर ना मे सर हिलाया

पापा - देखा जानू उसे कोई दिक्कत नही है अब आ जाओ ना

फिर पापा ने झट से मा को खिच कर अपने बगल लिताया और उन्के होठो को चूसना शुर कर दिया और धीरे धीरे हाथ नीचे ले जा कर मा की एक जांघ को अपने उपर कर उनसे चिपक गये जिसमे मा भी ब्ड़ी बेशर्मी से उनका साथ देने लगी
जल्द ही पापा ने मा का पेतिकोट निकाल दिया और वो भी पूरी नंगी हो गयी
और फिर पापा ने मा को निचे लिता कर उनकी जांघो को थामे अपना लण्ड उनकी चुत पर लगाते हुए घ्प्प्प से एक धक्के के साथ पुरा लण्ड मा के गीले चुत मे उतार दिया

मा आन्खे ब्न्द कर - अह्ह्ह राज के पापा उम्म्ं उफ्फ्फ आराम से अह्ह्ह आह्ह आह्ह

इधर पापा ने मा के जांघो को फैला कर घपाघ्प धक्को को तेज कर उन्के उपर चढ़ गये और मा की चुचियो को चुस्ने लगे

मा एक मादक मुस्कान के साथ पापा का लण्ड अपने चुत की दिवारो पर रगड़ता पाकर और सिस्कने लगी - अह्ह्ह राज के पापा उम्म और तेज और तेज अह्ह्ह
फिर पापा वाप्स उपर होकर मा की जांघो को अपने कन्धे पर चढा कर तेज धक्के ल्गाने लगे जिस्से मा का पुरा जिस्म हिल जा रहा था और उनकी फैली मोटी चुची गागर मे भरे पानी जैसे झटके पाने पर छलक जाती ठीक वैसे ही हिल रही थी और मै उत्तेजित होकर थोडी हिम्मत दिखाते हुए मा के पास गया और मा के बाई चुची को थाम लिया और तभी मा ने आंखे खोल कर मुझे देखा और एक स्माइल दी

मैने स्माइल पाकर झुक कर मा ने निप्प्ल पर मुह लगा कर उनकी चुचियो को दबाते हुए चूसने लगा और वही मा हाथ निचे ले जाकर मेरे लण्ड को टटोलने लगी और फिर मैने अपनी कमर को उपर सरकाया जिस्से मा ने लपक कर मेरे लण्ड को थामा लिया

वही पापा हमारी हरकतो पे नजरे गड़ाये हुए थे
पापा हाफ्ते हुए - क्यू जान मजा आ रहा है ना

मा सिहर के मेरे बालो मे हाथ फिराते हुए - अह्ह्ह हा राजा बहुत मजा आ रहा है

पापा - तो बोलो ना कौन हो तुम मेरी आह्ह
मा सिसक कर - मै आपकी रानी हू मेरे राजा आह्ह और अन्दर करो आह्ह आहा

पापा मा के चुत की गहराई मे लण्ड उतारते हुए - और क्या हो मेरी जान
मा झटके खाते हुए - म म मै आ आ आपकी बीवी हू जान
पापा - कैसी बिवी हो जानू बोलो ना
मा थोडा चुप रही
पापा थोडा मा को मनाने के भाव मे अपना लण्ड मे चुत मे घुमाते हुए - ओह्ह जान बोलो ना कैसी बीवी ही तुम मेरी

मा सिस्क कर मजबुर होते हुए - अह्ह्ह राज के पापा मै आपकी चुद्क्क्ड बीवी हू उम्म्ंम और चोदिये ना मुझे अह्ह्ह आह्ह

पापा मा के मुह से ये बात सुन कर और उत्तेजित हो गये । फिर वो और भी मस्त तरीके से मा के चुत मे लण्ड घुमाने लगे ।

पापा नशे मे - ओह्ह जानू फिर से बोलो ना कैसी बीवी हो तुम मेरी अह्ह्ह

मा मेरे सर को अपने चुची पर दबाते हुए मेरे लण्ड की चमडी को खिच कर काफी ज्यादा उत्तेजित होकर अपनी गाड़ पटकते हुए - ओह्ह मेरे राजा मै आपकी रन्डी बीवी हू चोदो मुझे, चोदो अपनी चुदक्क्ड बीवी को अह्ह्हह अह्ब और अन्दर तक पेलो आह्ह आह्ह

मै मा की उत्तेजना देख थूक गटकने ल्गा और मेरा लौडा बहुत ही ज्यादा खड़ा हो गया था मन कर रहा था कि अभी पेल दू का की चुत मे पापा को हटा कर

इधर पापा और मा काफी गाली गलौज भरे शब्दो मे घ्प घप चुदाई किये जा रहे थे

पापा सिहरते हुए - आह्ह मेरी रन्डी जान और निचोड ले मेरा लण्ड आह्ह आह्ह ऐसे ही
मा भी पापा की बातो पर अपने दाँत पिस्ते हुए अपनी गाड़ उचका कर पापा का लंड अप्नी चुत मे कस रही थी ।

मै मा के अलग हो कर सीधा लेट गया क्योकि मेरे बाई बाजू मे काफी समय से करवट लेने के कारण दर्द होने लगा और मै गर्दन घुमा कर पापा और मा की चुदाई देखते हुए लण्ड हिला रहा था

पापा फिर पापा घपाघप मा की चुत मे लण्ड उतारते हुए - तू मेरी चुद्क्क्ड बीवी है ना मेरी रन्डी है ना तू आह्ह बोल ना जानू मेरी आह्ह

मा पापा के तेज झटके खाते हुए - अह्ह्ह आह्ह ह ह हा मेरे राआआजाआह्ह मै तुम्हारी रन्डी हू और चोदो

पापा हाफ्ते हुए - तो फिर जैसा मै कहुगा करोगी ना मेरी रन्डी

मा सिस्कते हुए - आ
ह ह हा मेरे राआअजाअह्ह आह्ह सब करनगी उम्म्ंम ऐसे ही चोदो मुझे और तेज आह्ह मजा आ रहा है

पापा धक्को को थामते हुए - तो जा मेरे बेटे के लण्ड पर बैठ जा और उसे भी अपनी गर्म चुत का सुख दे ,,देख कबसे तुझे चोदने के लिए तडप रहा है अह्ह्ह

मा पापा की बात सुन कर हैरत मे थी लेकिन मन उसका भी था कि वो पापा के सामने मेरे साथ चुदे इसिलिए

मै - पापा ये क्या कह रहे है आप
पापा मा की चुत ने हल्के धक्के ल्गाते हुए - बेटा तू चिन्ता ना कर इससे तेरी तकलीफ कम हो जायेगी

फिर पापा ने मा की चुत से लण्ड को निकाला और उनकी गाड़ को पकडकर मेरी तरफ घुमाने का इशारा किया
और मा बिना कुछ बोले झट से उठी और मेरे जांघो के दोनो तरफ पैर कर झुकी और मेरे लण्ड को थाम कर चुत के दिवारो पर लगाने लगी

मा के चुत की चमडी का मेरे सुपाडे पर स्पर्श मुझे हिला दिया

मै सिस्क कर - आह्ह मम्मी आह्ह
फिर मा घ्प्प से अपनी चुत मे लण्ड घुसाते हुए उसे लगभग पुरा निगल गयी और मेरे जड़ तक बैठ गयी

मै मनो पागल सा होने ल्गा ऐसा लग रहा था कि मा के चुत की गर्मी से मेरा लण्ड पिघल जायेगा
मेरा जीवन का स्ब्से बड़ा सपना जो मैने बचपन मे देखा था ।
उस कमरे मे जब पहली बार पापा मा को चोदते देखा था उसी समय मैने तय किया मै भी मा को पापा के साथ चोदूंगा ।
और आज मेरा वो सपना हकीकत बन रहा था और मै परम आनन्द की उचाईयो को छू रहा था ।

इधर मा बड़ी कामुकता से मुझे सिस्कता देख मेरे लण्ड पर उछलना शुरु कर दी और उसके चुतड मेरे जांघो से टकरा कर थप्प थप्प की आवाज करने ल्गे ।
हमारी चुदाई देख पापा को भी रहा नही गया और वो खडे होकर अपना लण्ड मा के मुह मे पेलने लगे ।

इधर कमरे का माहौल बहुत गर्म हो गया तो मैने अपना टीशर्ट भी निकाल दिया
जिससे मा ने उछलना धिमा कर दिया तो मै खुद पहल कर निचे से अपनी कमर को उचकाने ल्गा और लण्ड को मे चुत मे बच्चेदानी तक लेके जाने लगा

जिस्स्र मेरे हर धक्के से मा के मुह लण्ड उन्के गले तक चला जाता और उनको परेशानी होने लगी तो पापा खुद हट कर मा को मेरे उपर लिटा दिये और मैने भी लपक कर मा को अपनी तरफ खीच लिय
मा की नंगी चुची मेरे सिने पर दब गयी और मै झटकों को तेज कर घपा घ्प लण्ड को तेजी से मा के चुत के पेलने लगा जिस्से मा ही आहे तेज हो गयी

मा मेरे कन्धे मे दबाए - अह्ह्हह्जआह्ह आह्ह बेटा आराम से आह्ह ओह्ह आह्ह उम्म्ं उम्म्ं

वही पापा मुझे मा को कसकर चोद्ता देख - वाह बेटा और तेज चोद अपनी मा को बहुत चुद्क्क्ड औरत है ये अह्ह्ह मजा आ रहा है देख

इधर मै पापा की बाते सुन कर और उत्तेजित होकर घपाघ्प मे की चुत मे पेल्ने लगा
और फिर धक्को को हल्का करने लगा क्योकि कमर मे भी दर्द होना शुरु हो गया था । इधर धक्को की रफ्तार कम होने से मा खुद अपना बदन मेरे जिस्म पर घिस्ते हुए उपर निचे होकर लण्ड को चुत मे भरने लगी

मा - आह्ह बेटा रुक क्यू गया चोद ना मुझे आह्ह

पापा हस कर - लग रहा है मेरा बेटा थक गया है रुको मै भी आता हू
यहा मै अप्नी सांसे बराबर कर रहा था और वही पापा भी मेरे पैरो के दोनो तरफ पैर कर घुत्नो के बल खडे होकर मा के गाड़ के छेद पर अपनी थूक लगाने लगे

मा गरदन घुमा कर सिस्क्ते हुए - आह्ह मेरे राजा मेरे चुत मे खुजजी है वहा नही

पापा अपने लण्ड मा के थूक से भरे गाड़ की छेद पर लगाकर दबाते हुए - हा पता है जान लेकिन तेरे इस मोटी गाड़ को देख कर मेरे लण्ड मे इसको चोद्ने की खुजली है
ये बोलते हुए पापा ने अपना लण्ड मा की गाड़ मे घुसेड़ दिया

मा तेज से सिसक के - आह्ह मा उफ्फ्फ आराम से मेरे राजा

मै ये जानकर की पापा ने मा की गाड़ मे अपना लौडा घुसेड़ दिया है इससे मेरे लण्ड मे तनाव और बढ़ गया और फिर से जोश मे आकर निचे से लण्ड को मा के भोस्दे मे पेलने लगा

मा दर्द और सिहरन से बेजुबान हो गयी क्योकि इस वक़्त उसकी गाड़ और चुत मे दो मोटे मुसल घुसे थे

पापा - बेटा हम दोनो मे से किसी एक को ही धक्का लगाना पडेगा नही तो चोदने मे मजा नही आयेवा
ये बोल कर पापा ने मा की गाड़ मे पेलना सुरु कर दिया
जिस्का आभास मुझे निचे चुत के अन्दर मेरे लण्ड पर पता चलने लगा था

मा मुझे पकड कर दर्द से कराह उठी और मै उन्के कमर के पास हाथ ले जाकर सहलाने लगा

मा - ओह्ह राज के पापा उम्म्ं
ओह्ह आह्ह आह्ह म्जा आ रहा है आह्ह और तेज करो और तेज्ज्ज आह्ह मजा आ रहा उम्म्ं

पापा मा की गाड़ मे धक्के ल्गाते हुए - क्यू मेरी रन्डी जान मजा आ रहा है ना एक साथ दो लण्ड लेके

मा सिस्कते हुए - आह्ह हा मेरे राजा बहुत ज्यादाआआ आह्ह और तेज

इधर थोडी देर पापा मा की गाड़ मारने के बाद अप्ने धक्को को थाम्ते हुए लण्ड को मा के गाड़ की जड़ ले जाकर रोक दिया - हा बेटा अब तू नीच से पेल

मै तो इसी इन्तेजार मे था और मा के कुल्हे थाम्ते हुए थप थप्प थप्प तेजी मा के चुत मे पेलने ल्गा

मा - ओह्ह्ह बेटा हा बहुत मस्त चोद रहा है आह्ह और चोद और चोद और मै फिर से झड़ने वाली हू अह्ह्ह

इधर मै और पापा बारी बारी से इधर मै और पापा बारी बारी से मा की गाड़ और चुत मे धक्के ल्गाते रहे वही मा झड़ चुकी थी और हम भी झडने के करीब थे

मै - आह्ह पापा दर्द हो रहा है वहा मेरा पेसाब आयेगा

पापा हस कर - निकाल दे बेटा अन्दर ही मै भी आने वाला हू

मा सिस्क कर हफ्ते हुए मेरे उपर से उठने लगी - नही नही मुझे मुह मे चाहिये आह्ह छोदिये अब आप
फिर वो पापा को हटा कर घुटने के बल बैठ जाती है और पापा खडे होकर मा के मुह पर लण्ड हिलाने लगते है

पापा - आजा बेटा तू भी और भर अपने माल को अपनी इस चुद्क्क्ड मा के मुह मे
मै भी उत्तेजित होकर झट से खड़ा हुआ और लण्ड को मा के मुह पर हिलाने लगा

वही मा हम दोनो के आड़ो को सहलाते हुए जीभ बाहर निकाल हमारे झडने का इन्तजार करने लगी

इधर मै लण्ड हिलाते हुए पहली बार अपनी भावनाये दोनो के सामने रखता हुआ - अह्ह्ह मा आप बहुत मस्त हो बहुत मजा आया आपको चोद के क्या मै रोज चोद सकता हू आपको

पापा मेरे कंधे पर शाबशू देने के अन्दाज मे - हा बेटा क्यू नही हम दोनो अब रोज मिल कर तेरे मा को चोदेंगे और तेरा जब भी मां करे तू अपनी मा को चोद लेना

इधर हमारी बात ज्यादा नही हो पाई और हम अपनी एड़ियो के बल आकर सारा माल सुपाड़े एक रोक के एक बार मे मा के उपर छोड दिया और दोनो तरफ से लगभग एक सेकण्ड के अन्तर पे पिचकारी छूटी मा के आख और नाक कर गयी और बाकी की धीमी पिचकारी मा के जीभ और मुह मे जाने लगी ,,,

फिर हमने अपने मोटे लण्ड को मा के मुह पे पटक कर झाड़ा और
फिर मा ने हम दोनो के लण्ड को चाट चाट कर बारी बारी से साफ किया और उसको मुह मे लेके वाप्स से चुस कर निचोड़ लिया और फिर अपने चेहरे पर लगा माल ऊँगली से चाट गयी
फिर पापा ने मा को खड़ा कर उन्के होठो को चुसा और मा ने वाप्स मेरे होठो को चुस ली

फिर हम सब आपस मे एक दूसरे को देखकर मुस्कुराने लगे ।


जारी रहेगी
Super hot, fantastic update. Raaj ko ab license mil gaya hai apni maa se pyar karne kaa.
 
Top