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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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कुछ मेडिकल इमर्जेंसी की वजह से इन दिनों व्यस्त हूं दोस्तो और परेशान भी 🥲
समय मिलने पर अपडेट दिया जायेगा और सभी को सूचित किया जाएगा ।
तब तक के लिए क्षमा प्रार्थी हूं
🙏

 
Last edited:

Lucky..

“ɪ ᴋɴᴏᴡ ᴡʜᴏ ɪ ᴀᴍ, ᴀɴᴅ ɪ ᴀᴍ ᴅᴀᴍɴ ᴘʀᴏᴜᴅ ᴏꜰ ɪᴛ.”
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Sb tadka milega bhai
Sbr aur mze se pdho aur support krte rho
Bahut lambi story hogi ye abhi


Apki pratikriya k liye dhanywaad bhai
Full support BrOther kahani mast hai
 

andyking302

Well-Known Member
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Update 41 {( MEGA)}

मै गीता बबिता के साथ पीछे के रास्ते खेतो की तरफ निकल पडा । धान की खेती से चारो तरफ हरियाली छायी थी और काफी खुशनुमा माहौल था ।
मेरे आगे गीता बबिता चल रहा थी । बबिता ने एक झोला लिया था । दोनो ने कपडे बदल लिये थे वो दोनो अब हाफ टीशर्त और कैफ्री मे थी ।
सबसे आगे बबिता हाथ मे झोला लिये चल रही थी उसके पीछे गीता ।
कैफ्री मे गीता की गाड़ उभर कर सामने दिख रही थी और चल्ते हुए पानी से भरे गुब्बारे के जैसे हिल रही थी । गीता की गाड़ देख कर उत्तेजित हो गया था और मन कर रहा था कि कैसे करके गीता की नरम ताज़ी जवानी को मसल पाऊ । इसी की प्लानिग मे मै चुप था इस दौरान गीता बबिता ने काफी कुछ बताया जो मै अनसुना करते हुए सारा ध्यान गीता की हिलते गाड़ मे लगाये हुए उसके पीछे चल रहा था ।

मै गीता के करीब गया और उसके कन्धे को दोनो हाथो से पीछे से पकदते हुए चलने लगा
मै - मीठी कहा ले जा रही हो मुझे
गीता - एक खास जगह भैया वहा आपको बहुत मज़ा आयेगा
मै - लेकिन कहा
गीता ने उंगलि से इशारा करते हुए बताया वहा
मेने देखा करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर एक पक्का ट्यूबवेल है जिसके बगल मे एक मंजिला मकान भी ब्ना है । फिर मैने वापस मुड कर गाव की तरफ देखा तो हम गाव से काफी दुर आ गये थे ,, इत्ना की आंखे बारीक करने पर दिखे

मै - इत्ना दूर,,क्या खास है यहा गुडिया
बबिता - वो तो चल कर पता चलेगा ना ,, बाबा ने ये खास हम दोनो के लिए बनवाया है और यहा कोई नही आता हिहिहिही

मै खुस हो गया चलो कुछ अच्छा तो हुआ इतना दूर आने का लेकिन इन दोनो को एक साथ कैसे फसाऊ । चलो वहा जाकर कोई जुगाड देखता हू ।
फिर हम तीनो कुछ देर बाद ट्यूबवेल पर आ गये ।
बहुत ही बड़ा हातेदार ट्यूबवेल था । जिसमे पानी एक्थ्था होता था । उसमे सीने बराबर पानी था और चौड़ाई इत्नी की बडे आराम से दस लोग अंदर नहा ले ।
बबिता ने झोले से चाभी निकाली और ट्यूबवेल खोल कर मोटर चालू कर दिया,,,, कुछ ही देर मे हाता भरने लगा ।

गीता - है ना भैया मज़ेदार जगह ,,,
मै खुश होते हुए - हा मीठी ये तो स्विमिंग पूल जैसा है ।
बबिता - हा ये हम लोगो ने बाबा से कह कर बनवाया है हम रोज यहा नहाने आते हैं ।हिहिहिहिह
मै खुश होते हुए चलो फिर नहाते है अजाओ
फिर मै जलदी से अपने कपडे निकाले और अंडरवियर मे आ गया और छपाक से पानी से भरे हाते मे कूद गया

गीता बबिता मुझे उतावला देख हसने लगी
फिर मै थोडा सा तैर कर उन्के सामने आया और पानी के छीटे मारने लगा वो दोनो चिल्लाए हुए पीछे हो गयी।

मै - अरे आजओ ना गुडिया मीठी जल्दी से
फिर बबिता ने झोला टांग दिया और सीढ़ी से उपर आने लगी

मै - अरे कपड़े तो निकालो
बबिता - हम तो ऐसे ही नहाते है और फिर मैने कपडे लाये है ना
मै - धत्त कपड़ो मे नहाने का क्या मज़ा
गीता - वही तो मै भी कहती हू लेकिन यही बोलती है कि कोई आ जायेगा कोई आ जायेगा
मै - अरे कोई नही आयेगा यहा ,,, देखो दूर दूर तक कोई नही है और कोई आता दिखा तो तुरंत घर मे चले जाना

बबीता - हा लेकिन बिना कप्डो के कैसे भैया मुझे शर्म आयेगी ।
गीता - हे भगवान,,, पगली भैया अंडरगार्मेंट्स मे बोल रहे है नँगू पँगू होने को थोडी कह रहे हैं,,,,क्यू भैया

मै तो चाहता था कि नंगे हो जाये लेकिन भूखे पेट को सुखी दाल ही सही ।
मै - हा और क्या देखो मै भी तो अंडरवियर मे हू ।

बबिता -ठीक है भैया आप नहाओ हम कपडे निकाल कर आते है चल गीता
फिर वो दोनो ट्यूबवेल के कमरे मे गयी

यहा मै पानी के खड़े खड़े ये सोच कर मस्त हो रहा था भीगने के बाद गीता बबिता की चुचिया देखने को मिलेगी और यही सोच कर मेरा लण्ड और खड़ा हो गया था । मै सोच ही था कि दोनो बहने अंडर गार्मेंट्स मे मेरे सामने आ गई । दोनो फुल वाली पैंटी और फुल टेप पहना था
सफेद सूती चौडे पटटे वाली टेप मे गीता के डार्क निप्प्ल साफ पता चल रहे थे और रसिली आम जैसी उसकी चुचिया टेप के अन्दर पुरा कसाव लिये थी ,,,गीता की मखमली जान्घे देख कर पानी मे मेरा लण्ड फुकार मारने लगा । वही बबिता ने मरून रंग का polyster वाली पतली पट्टी का टेप पहना था जो उसके बदन से पुरा चिपका था ,,, गुलाबी पैंटी मे बबिता की चिकनी टाँगे कहर बरपाया जा रही थी ।

मुझे खुद को घूरता देख दोनो शर्मा रही थी ।
मै - चलो चलो अजओ जल्दी
गीता - भैया आप किनारे हो जाओ मै दौड़ कर कुदुंगी

फिर मै थोडा किनारे ही गया
गिता कुछ दूर पीछे हट कर दौड़ते हुए मेरी तरफ आने लगी ,,, दौड़ते वक़्त उसकी मोटी चुचिया उपर निचे हो रही थी और वो छपाक से पानी मे कूद गयी जिससे उसका पुरा जिस्म भीग गया ,,,,और उसके बचे चुचे भी अब साफ दिख कर रहे थे ,,,उसके ब्राउन निप्प्ल साफ साफ टेप के उपर नजर आ रहे थे , मै गीता मे मगन था कि तभी छपाक हुई और बबिता भी पानी मे आ गई ।

दोनो ने तेज़ी से मेरी तरफ पानी मारना शुरू कर दिया और मै भी जवाब मे उनकी तरफ पानी मारने लगा । जब वो थक गई तो मै धीरे धीरे तैरते हुए बबिता के पीछे आया और उसको पानी मे से अपनी बाहो मे उठा कर वापस पटक दिया जिससे उसकी टेप उपर चढ़ गयी और उनकी अनछुई नाभि दिख्ने लगी । बबिता ने तुरंत अपने कपडे सही किये ।

बबिता - आह्हह भैया क्या कर रहे हो मुझे ही क्यू परेशान करते हो गिता को क्यू नही
मै मुस्कुराया और गीता को देखा और उसकी तरफ तैरने लगा,,मुझे अपनी तरफ आता देख
गीता चिल्लाते हुए - न्हीईईईईई भैयाआआ प्लीज नही
फिर मैंने उसे किनारे पर घेर लिया और उसकी गुदाज गाड़ के निचे से उसको थामा और उसकी पीठ को थामा और पानी मे वापस पटक दिया ।

फिर हम लोग खुब हसे और थोडा तैर कर हाते की बाऊन्दरी पर बैठ गए ।

तभी गीता - भैया मुझे एक नम्बर जाना है ,,,वो छोटी उंगली से इशारा करते हुए बोली
बबिता - मुझे भी
मै - तो यही हाते के बगल मे कर लो
बबिता - भ्क्क्क यहा कैसे
मै - तो ऐसे कप्डे मे कहा जाओगी
गीता - हा सही कह रहे हैं भैया बबिता
मै - तुम दोनो कर लो मै देख रहा हू कोई आये ना
फिर वो दोनो मेरे पीछे उतर गये , दीवाल से लग कर ही बैठ गये और मुझे उन्के मूतने की मधुर धुन आने लगी

मै - गुदिया सिटी क्यू मार रही हो सही से करो कोई देख लेगा आवाज करोगी
गीता - भैया वो हम नही मार रहे
मै जानबुझ कर उन्के सामने आ गया और इधर उधर देखते हुए नाटक करते हुए बोला - कौन है जो सिटी मार रहा है कौन है ।

गीता हस्ती हुई बोली - कोई नही था भैया
जब मै उन दोनो की तरफ देखा तो वो कर चुकी थी पेसाब
मै - फिर कौन था
बबिता - वो भैया जब हम लोग करते है ना सुसु , तो सुसु वाली जगह से आती है सिटी

मै अचरज का भाव बना कर - अच्छा , लेकिन मै करता हू तो नही आती

गीता - भ्क्क्क भैया आप लड्की थोडी हो हीहीहिही
बबिता - चलो भैया फिर से मसती करते है
मै - अरे रुको मुझे भी सुसु करना है
फिर मै उन्के सामने ही खड़े लण्ड को निकाल कर मुतना शुरू कर दिया और वो दोनो आंखे फादे मेरे खड़े लन्द को देख रही थी और जब मैने पेसाब कर लिया तो आखिरी की कुछ बुन्दे अंडरवियर पर गिरा दी

मै - अरे अरे अरे
गीता - क्या हुआ भैया
मै - वो मेरा सुसु अंडरवियर पर गिर गया अब इसको पहन कर कैसे पानी मे जाऊ ,,, ऐसा करो तुम दोनो नहा लो
गीता - क्या भैया आपके बिना मज़ा नही आयेगा ,कोई बात नही भैया आप उसे निकाल दो ,,, वैसे भी आप नँगू पँगू अच्छे लगते हो हिहिहिजी

जहा एक तरफ गीता थोडी फ्रैंक थी वही बबिता शर्मिली
फिर मैने अपना अंडरवियर निकाला और वही किनारे रखा और वापस दोनो के पास आ गया,,, दोनो अब भी कनअखियो से मेरे लण्ड को निहारे जा रही थी ।फिर मैने बबिता को उठा कर वापस पानी मे फेक दिया
और गीता को उठाने गया तो वो छतकने लगी जिससे जल्दी जल्दी में मैने उसे आपने हाथ से थाम लिया और मेरे एक हाथ मे उसकी मुलायम चुचीया आ गई वही दुसरी हाथ मे सिरफ एक जांघ
और उसे भी उठा कर पानी मे डाल दिया जिससे बबिता बहुत खुश हुई
फिर मै भी नंगा पानी मे कूद गया
मैने सोचा कुछ जुगाड लगाऊ कैसे इन लोगो से मज़ा लू । कुछ देर हमने पानी मे और मस्ती की ,,मै खेल खेल मे गीता बबिता को पकड लेता और मेरा लण्ड उनकी गाड़ को छू जाता ,,,लेकिन उनहोंने कोई खास रियक्ट नही किया ,, थोडी देर ऐसे ही समय बिताने के बाद
गीता - भैया आपका मोबाइल कहा है
मै - मेरे लोवर मे होगा क्यू
गीता - चलो ना हम लोग बैठ कर पानी मे पैर डाल कर फील्म देखते है
तभी मानो मेरे प्लान को नही दिशा मिल गयी हो

मै - गुडिया जाओ मोबाइल निकाल कर लाओ
फिर बबिता बाहर निकली और मेरा मोबाईल लाकर दिया
फिर हम तीनो ट्यूबवेल के बड़ी दीवाल की तरफ टेक लगा कर पानी मे पैर डाले बैठ गये । मेरे दाई तरफ गीता और बाई तरफ बबिता बैठ गयी ,,,
गीता - कौन सा फिल्म दिखाओगे बताओ भैया
मै - जो तुम लोग बोलो ,, कहो तो शहर वाले स्विम्मिग पूल वाला लागाऊ जिसमे कैसे विदेश मे लोग नहाते है

बबिता- हा भैया वही लगाओ
गीता - हा भैया लगाओ
मै उन दोनो के भोले पन पर मुस्करा कर जलदी से गूगल पर threesome in pool सर्च किया और एक साइट खुली जिसमे एक स्विमिंग पूल में थ्रीसोम सेक्स का सीन था ।

और मैने वो वीडियो चालू कर दी । वीडियो के शुरू मे एक आदमी पूल मे तैर रहा होता है । इसी बीच पूल मे दो पोर्न स्टार आती है और अप्ने कपड़े निकाल कर पानी मे कूद जाती है और वो भी अलग अलग तैरने लगती है ।

गीता - भैया क्या विदेश मे ऐसे छोटे छोटे कपड़े पहन कर सब लडकिया खुले मे तैरती है
मै - हा मीठी ,,कभी कभी तो वो बिना कपडे के भी तैरती है
बबिता इस बात पर ह्स देती है और वापस वो लोग वीडियो देखने लगती है ।

गीता और बबिता दोनो के एक एक हाथ मेरे कन्धे पर और एक एक हाथ मेरी दोनो जांघो पर थे । और मेरा लण्ड तो क्ब्से खड़ा खड़ा दर्द भी करने लगा था ।

तभी वीडियो मे वो आदमी पुल के किनारे आधे पानी मे खड़ा हो जाता है और इधर दोनो पोर्नस्टार ह्स्ते हुए आपस मे कुछ बाते करती है फिर एक साथ पानी के अन्दर तैरते हुए उस आदमी के पास चली जाती और उनमे से एक लड्की उस आदमी का अंडरवियर निचे कर देती और दुसरी उसके लण्ड को चूम कर पानी मे तैर कर दुसरी तरफ उससे दुर चले जाते है और उस आदमी को उसका अंडरवियर हवा मे दिखा कर चिल्लाते है ।

ये सीन देख कर गीता और बबिता खुब हस्ती है ।
मै - देखा ये दोनो तुम लोगो जैसी ही शरारती है ।
दोनो वापस से हस्ती है और वीडियो देखने लगती है । वीडियो मे वो दोनो लड़किया एक दुसरे को किस्स करती है और उस अदमी को उंगली से अपनी तरफ बुलाती है ।

ये सीन देख कर गीता - हिहिही भैया ये देखो दोनो लड़किया किस्स कर रही है
मै वीडियो को रोक कर - हा वो तो होता है विदेशो मे ऐसे ही
बबिता - हा लेकिन लड्की लड्की मे भी क्या भैया
मै - हा कोई भी किस्स कर सकता है ,,,, अच्छा जब तुम लोग छोटे थे तो क्या मामी प्यार से तुम दोनो को चुम्मी नही देती थी होठो पर गालो पर
गीता - हा भैया देती थी
मै - फिर वही है ,,,हो सकता हो ये दोनो बहने हो और आप मे प्यार जता रही हो
बबिता - हा भैया सही कह रहे हो आप
मै मुस्करा कर तो बताओ क्या तुम दोनो भी आप मे प्यार करते हो
बबिता - मै तो करती हू भैया लेकिन यही हमेशा लड़ती रहती है
गिता - नही भैया हमेशा यही लड़ती है
मै - ठीक है ठीक है , अब कोई झगड़ा नही होगा , और आज से तुम दोनो कोई नही लडेगा ठीक है
दोनो ने हा मे सर हिलाया
मै - ठीक है चलो एक दूसरे को किस्स करो और बताओ कितना प्यार करते हो
बबिता थोडा अजीब सा मुह बना कर - क्या सच मे भैया जरुरी है ये करना
मै - हा , अगर तुम लोग आपस मे प्यार से नही रहोगे तो मै कभी नही आऊँगा तुम दोनो से मिल्ने
गीता - देखा तेरी वजह से फिर भैया नाराज हो गये
बबिता - मै तो तैयार हू तु बता
मै - शांत हो जाओ और एक दुसरे को किस्स करो
फिर गीता और बबिता ने मेरे सामने मेरे कंधो को थामे एक दुसरे की तरफ झुक कर हल्का सा एक दुसरे के होठो को चुमा और वाप्स आ गई ।

मै - अरे ऐसे नही भाई,,, देखा ना वो दोनो लडकिया कैसे की है
गीता - उसके लिए तो हमे खड़ा होना पडेगा
मै - तो उतर जाओ पानी मे
फिर वो दोनो पानी मे उतर गये
मै - हा अब करो किस्स
फिर वो दोनो सामने आई और थोडा शर्मा रही थी फिर गिता ने पहल की और बबिता के चेहरे को थामा और उसके निचले होठो को चुस लिया ।नरम होठो को चूसना किसे नही भाता वही गीता के साथ हुआ आज वो पहली बार किसी के होठो को चुस रही थी और उसे मज़ा मिलना ही था इसलिये वो जोश मे आ गई और बबिता के होठो को चुसने लगी , बबिता भी पहले झिझ्की फिर उसे भी अपने होठ खीचने से एक नया अह्सास मिला और वो भी गीता के होठो को चूसने लगी। दोनो उस नये रोमांच मे आंखे बंद खो गये और तब तक नहीं रुके जब तक उनकी सांसे भारी नही हो गयी । इस दौरान मैने उनदोनो को देखकर थोडा बहुत लण्ड को हिला कर आराम देता रहा
फिर दोनो हस्ते हुए अलग हो गए ।
गीता - अरे वाह इसमे तो बहुत अचछा लग रहा था
मै - प्यार करने मे खुसी मिलती ही है गुडिया
बबिता - देखा भैया हम दोनो कितना प्यार करते हैं आपस मे हिहिहिही
मै - हा देखा हिहिहिही चलो आजाओ
फिर वो दोनो मेरे अगल बगल वापस उसी पोजीशन मे बैठ गयी । और गीता ने अपने हाथ बढ़ा कर बबिता के गालो को छू कर एक पप्पी लेली । फिर वो दोनो और मै खुब हसे ।
बबिता - भैया लगाओ ना फिल्म देखते है ।

फिर मैने वापस से वीडियो प्ले कर दिया । वीडियो मे वो आदमी उनके इशारा करने पर तैर कर उनके पास जाता है और अपने अंडरवियर निकालने के लिए उनसे झगड़ा करता है
जिसे देख कर वापस से दोनो हसने लगती है ।
इसी बीच वीडियो मे वो आदमी कहता है - If you want some mercy then blow my cock both of you.

बबिता - भैया ये कह रहा है उन लड़कियो को ,,
मै वीडियो को रोका और बोला - अरे उन दोनो ने उस आदमी का अंडरवियर निकाला उसे परेसान किया तो वो भी उन लोगो को सजा दे रहा है

गीता - हा लेकिन वो दोनो तो कैसे खुश हो रही है देखो हिहिहिही पागल है ना सब
मै - अरे सजा इतना मज़ेदार है तो खुश होगी ना
बबिता - मतलब क्या सजा हुई है भैया इन दोनों को

मै वीडियो चालू कर दिया - खुद देखो तुम लोग
फिर वीडियो मे वो आदमी पूल के एक किनारे पानी मे पैर डाले लेट गया और वो दोनो लडकिया उसके दोनो तरफ पानी मे खड़े हो गए और उसके खडे लण्ड को देख कर एक दुसरे से इशारे कर कर हस रही थी । तभी दोनो ने एक एक हाथ से उसके खडे लण्ड को पकड़ा और सहलाने लगी । उपर से निचे की तरफ ,, और मै ये सब सीन देख कर उत्तेजित हो गया था और मेरा लण्ड भी पानी की सतह पर खड़ा हुआ था ।

गीता - हिहिहिही भैया ये दोनो तो बहुत खुश है ,, देखो कैसे उसके बाबू को पकड़ा हुआ है ।
बबिता - हा भैया कितना जोर से खिच रही है उसको दर्द नही हो रहा होगा
मै - अरे नही गुडिया इसमे दर्द नही मज़ा आता है
बबिता - भ्क्क्क इसमे क्या मज़ा हिहिहिही
मै - अरे अभी देखो उसे कितना मज़ा आयेगा
तभी वीडियो मे एक लड्की ने उपर आकर उसका लण्ड मुह मे भर लिया और चूसने लगी और वो आदमी उस लड्की के सर पर हाथ फेरते हुए मज़े मे आहे भर रहा था।

बबिता - आआ भैया देखो वो तो खा गयी उसका बाबू
मै - अरे खा नही रही है उसे चुस रही है ,जैसे हमे कुल्फ़ी चूसने मे मज़ा आता है ना वैसे इसे चुसने मे भी मज़ा आता है

गीता - हा भैया देखो कैसे वो मज़े से चुस रही है ।
बबिता - तभी वो दोनो खुश हो रही थी ना भैया
मै - हा अब समझी ,,, यहा ये दोनो मासूम बाते कर रही थी वहा मेरा लण्ड कडक और कडक हुए जा रहा था ।
इधर वीडियो मे दोनो लद्किया मिलकर उस आदमी का लण्ड बारी बारी से चूसे जा रही थी और ये दोनो बडे ध्यान से देख रही थी ।

मैने वीडियो रोका
गीता - क्या हुआ भैया वीडियो क्यू रोक दिया
मै - क्या सिर्फ़ देखोगी अपने भैया को खुश नही करोगी

बबिता - मतलब भैया
गिता - अरे बुधु भैया कहना चाहते है कि हम लोग भी उनके बाबू को चूसे हिहिहिह क्यू भैया
मै - हा कितनी समझदार है मेरी मीठी और उसके गालो को चूम लिया
बबिता - क्या सच मे उससे आपको मज़ा आयेगा
मै - मुझे ही नही तुम दोनो को भी आयेगा
फिर गीता फटाक से पानी मे उतर गयी और मैने मोबाईल को दीवाल मे एक मोके मे रख दिया । फिर बबिता भी उतर गयी ।

मै - हा मेरी दोनो प्यारी प्यारी बहनो चुसो अपने भैया का लण्ड
गीता और बबिता एक साथ - लण्ड, ये क्या है अब

मै - अरे जिसे तुम लोग बाबू कह रही हो उसे लण्ड कहते है ।
गीता ह्स्ते हुए - हा भैया सही कहा इसका यही नाम होना चाहिए,, लम्बा डण्डा यानी कि लण्ड हिहिहिहिही
बबिता - हा सही कह रही है तू
मै हस्ते हुए - चलो चलो जल्दी करो ना अब

तभी गीता और बबिता दोनो ने उस वीडियो के जैसे एक एक हाथ से मेरे लण्ड को थामा और चमडी को उपर निचे करने ल्गे ।
बबिता - भैया ये कितना गर्म है और मुलायम भी है
गिता - और बहुत टाइट भी है

मै - तो बताओ सबसे पहले कौन चूसेगा
गीता - मै मै ,,,मै बड़ी हू ना
बबिता - नही मै पहले ,मै बड़ी हू
गीता - तू कैसे बड़ी हो गयी
बबिता - देख मै तुझसे लम्बी हू
गीता - हा तो मै मै
बाबीता हस्ते हुए - हा हा अब बोल ना क्या हुआ हीहीहि
गीता - मेरे दूध तुझसे बडे है तो मै हुई ना बड़ी

गीता की बात सुनकर मुझे एक आइडिया आया सोचा लण्ड तो ये चूसेगी ही लेकिन उससे पहले मै इन्के दूध चुस लू ।
मै - अरे अरे तुम दोनो तो फिर से लड़ने लगी
गीता - भैया आप ही बताओ क्या मै इससे बड़ी नही हू क्या
मै दोनो को देखा
मै - हा लग तो रहा है
बबिता - क्या भैया आपको नही लगता मेरी हाईट इससे ज्यादा है
गीता - उससे थोडी होता है मेरे दूध तुझसे बडे है
बबिता - हा तो मेरे भी बडे है , मै लम्बी हू ना तो मेरा नही पता चलता समझी
मै - अरे तुम दोनो शांत रहोगी तो मै कुछ कहू
गिता बबिता - हा भाईया बोलो
मै - मै बारी बारी से तुम दोनो के दूध को पियुन्गा जिसका टेस्टि लगेगा वो बड़ी होगी

गीता - हाहह्ह्हहा क्या भैया आप भी इसमे अभी दूध थोदी ना निकलता है हीहीहि
बबिता - हा भैया आप भी बुधु हो हीहीहि
मै - अरे मै जानता हू कि अभी नही निकलता है ,,लेकिन मै ये कह रहा हू मुझे जिसका भी दूध चूसने मे ज्यादा मज़ा आयेगा वो बड़ी होगी

गीता - हा भैया ठीक है
बबिता - हा मै भी देखती हू
फिर मै भी पानी मे उतर गया और दोनो को पीछे से अपने आगे किया
मै - पहले मै तुम दोनो के दूध दबाउँगा की किसका ज्यादा मुलायम है
गीता - ठीक है भैया
अब मैने अपने दोनो हाथो को आगे की तरफ ले गया । गीता मेरे दाई तरफ थी जबकि बबिता बाई तरफ खड़ी थी । मैने गीता को उसके दाये तरफ से कमर मे डाला और बबिता की बाई तरफ से कमर मे हाथ डाल कर अपने से चिपका लिया और मेरा खड़ा लण्ड अब दोनो की कमर के बीच से झाक रहा था ।
जब मैने दोनो को पकड कर खीचा तो दोनो हसने लगी।

गीता - हीहीहि भैया गुदगुदी लग रही है आराम से प्लीज
फिर मैने बिना कुछ बोले अपने दोनो हाथ उपर ले आया और गीता के दाई चुची और बबिता की बाई चुची को हाथो मे भर लिया ।

बबिता अपने जगह पर सही थी उसके भी दूध बाकई मे बडे थे बस शेप अलग था वो थोड़े चपटे थे ,,वही गीता से दूध गोल होने से उभर कर सामने दिखते थे । दोनो के दूध मेरे मुथ्थी मे आसानी से समा नही रहे थे लेकिन उन दोनो कच्ची कलियो के अनछुए चुचो को दबाने मे एक अलग ही उत्तेजना हो रही थी । मैने भर भर कर उनकी चुचे को मसलना शुरू कर दिया ।

बबिता - अह्ह्ह्ह भैया बहुत मज़ा आ रहा ऐसे ही करो
गीता - हा भैया मुझे भी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह , , आप जितना दबा रहे हो और खुजली हो रही है आह्हह आह्हह
एक तरफ मै उनकी एक एक चुचिया दबा ही रहा था ,,साथ वो भी अपने अपने बचे एक एक चुची को खुद से दबाते हुए मेरे उपर रेगने लगी ।

मैने सोचा ये कुवारी नादान जवानी है इसे बहुत सम्भाल कर भोग्ना होगा । अभी कुछ मजे लेलू फिर रात तो बाकी ही है ।
फिर मैने उन दोनो के चुचे छोड दिये
बबिता ने वापस मेरे हाथ उठा कर अपनी चुची पर रख दिया और बोली - भैया करो ना बहुत खुजली हो रही है अह्ह्ह्ह्ह प्लीज भैया प्लीज
और खुद मेरे हाथ अपनी चुची पर रख कर मसलने लगी। उसका देख कर गीता ने भी वही किया और मेरे हाथ से खुद को चुची रगड़ने लगी।
फिर मैने गीता को पकड़ा और उपर दीवाल पर बिठा दिया और उसके टेप को उपर कर दिया
उसकी हापुस आम जैसी रसिली चुचिया सामने आ गई और मैने लपक एक चुची को मुह मे भर लिया और उसके हल्के भूरे दानेदार निप्प्ल को जीभ से चाटने लगा । गीता तडप उठी ।

गीता - अह्ह्ह्ह आह्हह भैया आह्हह बहुत मज़ा आ रहा है और चुसो मेरे दूध और आह्हह हा भैया और आह्हह
गीता को उतेजीत देख बबिता भी दीवाल पर चढ़ कर बैठ गयी और अपने टेप को उपर किया और उसके चुचे भी बाहर आ गये ।
मैने हाथ आगे बढ़ा कर उसकी एक चुची को मुथ्थी में भर कर दबाने लगा

बबिता - भैया मेरा भी चुसो ना मुझे भी मज़ा करना है ।
फिर मै मुस्कुराया और हाथ मे पकड़ी हुई बबिता की चुची के निप्प्ल को अपने होठो मे भर कर न्चाने लगा वो सिहर गयी और पानी मे पैर मारने लगी ।
बबिता - आह्हह आह्हह भैया उह्ह्ह कितना अच्छा लग रहा है आह्हह उम्म्ंम्ं और चुसो मेरे दूध और चुसो मेरे प्यारे भैया अह्ह्ज्ज
फिर मै दोनो से थोदा अलग हुआ और वो दोनो वही अपनी नंगी चुचियो पर अपने टेप चढाये बैठी थी मसले जा रही थीं ।

गीता - क्या हुआ भैया और करो ना प्लीज
बबिता - हा भाईया कितना अच्छा लग रहा था ।
मै -हा तुम्हे तो मज़ा आ रहा था ना लेकिन मेरा क्या मुझे भी करना है मज़ा
गीता - भैया लाओ मै तुम्हारे लण्ड को चुस देती हूँ फिर आप मेरा दूध खुब चूसना ना भैया प्लीज
बबिता - क्यू सिर्फ़ तू ही चुसवयेगी क्या मै नही हू
मै - अरे चुप रहो तुम दोनो पहले ये इस घर की चाभी लाई हो गुडिया

बबिता - हा भैया है झोले मे
मै - चलो ठीक है जलदी से कप्डे ठीक करो हम अन्दर जाकर मज़े करेंगे आराम से बिस्तर पर

गीता - अरे भैया यहा क्या दिक्कत है
मै - पगलू यहा कोई देख लेगा तो
गीता - तो क्या हुआ हम लोग तो खेल रहे है ना
मेरा माथा ठनक गया और सोचने लगा साला इन लोगों को कुछ भी नहीं पता है कि क्या सामने करना चाहिए क्या नही , अब कुछ भी करने से पहले इनको समझाना जरुरी हो गया था । नही तो कही घर पर सबके सामने बोल दी ये लोग कि भैया चलो ना मेरे दूध चुसने तो बैंड बज जायेगा ।
मै - नही मेरी मीठी ऐसा नही है । हम जो खेल खेल रहे थे वो यहा कोई नही है इसलिये खेल रहे थे। ये सब बंद कमरे मे या अकेले मे करते है ताकि कोई देखे नही

बबिता - अगर कोई देख ले तो क्या होता है भैया
मै - हीहीहि पगली अगर कोई तुमको ऐसे नँगू देख लेगा तो सबको बताएगा और चिढायेगा ना ,,,क्या तुम दोनो चाहती हो की कोई तुम लोगो चिदाये परेसान करे

गीता - नही नही भैया बिलकुल नही
बबिता - मै तो गीता को चुम्मी भी अकेले मे ही दूँगी अब हा

मै - शाबाश ,जो भी करना अकेले मे मज़ा करना , अगर घर मे किसी को पता चला कि तुम लोग अभी से ये सब कर रहे हो तो मामा मामी नाना सब मारेन्गे आपको ।

गीता - तो क्या हम सब से छिप कर करेंगे सब काम
मै - हा मीठी क्योकि ये सब बडे लोग करते है जिनकी शादी हो गई हो ,,, छोटे बच्चे नही करते है , देखा नही फिल्म मे दोनो लडकिया बड़ी बड़ी थी । वो तो तुम मेरी जान से प्यारी बहने हो इसिलिए तुम दोनो को सिखा रहा हू ।

बबिता और गीता ने मेरे गालो पर चुम्मी दिया और बोली - थैंक्स भैया आप बहुत अच्छे हो हिहिहिही

मै - हा अब जल्दी से घर खोलो और अन्दर चलो मज़े करते है ।
फिर गीता बबिता ने वापस अपनी चुचिया ढक ली और पानी से बाहर जाने लगी दोनो भीगी पैंटी मे उनकी गदरायी गाडो पर चिपकी हुई थी ,,,मन तो कर रहा था कि अभी जाऊ और मुह डाल कर चाट लू ,,,लेकिन मै जल्दीबाजी से नही आराम से सारे काम करना चाहता था ।

फिर बबिता ने झोले से चाभी निकाला और हम लोग अपने कपडे लेकर जो जिस हालात मे था घर मे घुस गया ।
घर मे घुसते ही हमने मेन गेट लॉक किया और बबिता मुझे एक बडे से कमरे मे ले गयी जहा पर बिस्तर रखा हुआ था
फिर हमने जल्दी जल्दी बिस्तर लगाया
अब तक तो हमारे बदन से पानी रिस चुका था
लेकिन गीता बबिता के अंडरगार्मेंट भिगे थे ।
वो दोनो बिस्तर पर जाने को हुई तो
मै - अरे अरे ऐसे चढोगी तो बिस्तर भी गिला हो जायेगा ना

गीता - तो
बबिता - अरे तो कपडे निकाल दे पागल
गीता चौकते हुए - कच्छी भी
मै - क्यू मै नँगू पँगू हू तो तुम लोग क्यू नही ,,,
गीता - भक्क भैया मुझे शर्म आयेगी
मै - तो रुको मै निकाल देता हू
गीता - ब्क्क्क तब तो और आयेगी
मै गीता के करीब गया और उसको पीछे से पकड कर उसके दोनो चुचे को मिजते हुए कहा - और मज़ा भी तो आयेगा ना मीठी
गीता - अह्ह्ह्ह हा भैया
मै - तो मै निकालू
गीता - इस्स्स्स्स अह्ह्ह्ह हा भैया निकाल दो अह्ह्ह्ह
फिर मैने गीता की भीगी टेप पकड़ी और उपर करते हुए निकाल दी । कितना चर्बीदार बदन था उसका ,,, वापस से अपने सीने से सटा कर गीता के चुचे मिजने लगा

गिता - आह्हह भैया और तेज मसलो आह्हह इस्स्स्स्स उम्म्ंम अह्ज्ज मम्मी आह्हह भैया
फिर मैने उसको छोडा और घुटनो के बल बैठ गया अब गीता को मोटी मुलायम फुली हुई रबर सी लचीली गाड़ आसमानी रंग की पैंटी मे चिपकी हुई मेरे साम्ने थी ।

मैने बैठे बैठे ही गीता के कमर से उसकी पैंटी को निचे करना शुरू किया ,,, उसको गुदाज गाड़ का उपरी सिरा और एक लकीर दिखने लगी ,,,कुछ ही पल मे उसकी गाड़ भी नंगी हो गयी
आह्हह उसकी फुली हुई मुलायम सी दिख रही गाड़ पानी से अभी भी भीगी हुई थी ।
फिर मैने उसके मोटे गाड़ को निहारते हुए पूरी पैंटी निचे कर दी और जब गीता ने पैंटी निकालने के लिए पैर उपर किया तो हल्के झाटो वाली पानी से भीगी हुई चुत की लकीर मुझे दिखी ।
फिर मैने बबिता से तौलिया लिया और गीता के एक एक जांघ को अच्छे से पोछा । फिर एक हाथ तौलिया लेकर उसके दोनो जांघो के बीच हाथ डाल कर उसकी चुत से लेकर उसके गाड़ की दरारो मे रगड़ते हुए दो बार तौलिये से साफ किया ,,इस दौरान गीता हल्की सी सिस्क पडी फिर मैने उसके पीठ और पेट ,,और फिर उसके दोनो चुचो अच्छे से तौलिये मे मसल कर साफ किया । जिससे गीता हस रही थी ।
फिर मैने उसे बिस्तर पर जाने को कहा और वो झुक कर घोड़ी बनकर चलती हुई बेड पर चढ़ गयी ।
फिर मेरी नजर बबिता पर गयी जो अब मुझे देख कर शर्मा रही थी ।
मै उसके पास भी गया और टेप निकाल दिया फिर उसके नंगे चुचो को तौलिया से मसल कर पोछा ।फिर उसके सामने बैठ कर उसकी पैंटी को निचे किया,, बबिता की चुत पर गीता के मुकाबले ज्यादा बाल थे । फिर भी उसकी चुत की पतली लकीर और सपाट पेट देख कर मुझे ना रहा गया और मेने उसके नाभि के निचे किस्स कर दिया ।और फिर उसकी पैंटी को पुरा निकाल कर एक एक पैर को अच्छे से पोछा फिर उसकी भी जांघो के बिच हाथ डाल कर पहले सामने से चुत को साफ किया फिर घूमा कर उसकी मुलायम गाड़ के पाटो को फैला कर दरारो को साफ किया । फिर उसे भी पीठ पर हाथ लगा कर बिस्तर पर जाने को बोला
बबिता भी घोड़ी बन कर चढ़ गयी बेड पर और फिर मैने तौलिया लेकर अपने बदन को साफ किया और लण्ड को अच्छे से साफ कर छोड़ दिया ,,जिससे वापस से मेरा लण्ड झुलने लगा ।
जिसे दोनो अपनी रसीली चुचिया मलते हुए देखे जा रही थी ।

देखते हैं दोस्तो आने वाला अपडेट क्या नये रंग लाने वाला है ।
आप सभी की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा ।
Nice
 

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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UPDATE 68
MEGA



अगली सुबह विमला ने मुझे उठाया और कपडे पहनने को बोले । अभी सुबह के 5:30 बजे थे
तो मै उठा और कपडे पहन कर बाहर आया तो कोमल अपने कमरे से बाहर निकल रही थी और वो बाथरूम की तरफ जा रही थी
मै - गुड मोरनिंग कोमल
कोमल बडे बेतुके ढंग से - हा गुड मॉर्निंग हुउह्ह

मुझे बहुत अजीब लगा कि इसे क्या हुआ कही रात मे मै विमला के साथ सोया था उसका गुस्सा तो नही है ना
मै मुस्कुरा कर कोमल के पीछे चल दिया और पीछे आगन मे जाकर उसको पकड लिया और वो मेरे बाहो ने छटपटाने लगी

मै उसके चेहरे को पकड कर एक जोर का लिप किस्स किया और बोला - ये सुबह सुबह किस बात के नखरे भई

कोमल इतरा कर मुह फेरते हुए - कल क्यू नही आये मेरे पास , और कमरे मे भी नही थे , वो तो मैने ध्यान दिया कि मनोज है नही तो गडबड हो जाती

मै मुस्कुरा कर - क्या गडबड़ हो जाती
कोमल शर्मा कर - वो मै रात के 11 ब्जे तक गयी थी तो मुझे लगा तुम सो गये हो तो तुम्हे जगाने के लिए सोचा लेकिन तभी मुझे मनोज का चेहरा दिख गया और मै बाल बाल बच गयी

मै उसे छेड़ने के अंदाज मे - मनोज का चेहरा ही बस देखा या और भी कुछ
कोमल शर्मा कर - तूम वो बताओ जो मैने पूछा है , बाकी सब छोडो

मै ह्स्ते हुए - सॉरी कोमल वो आज मौसी को कोर्ट लेके जाना है ना सारे काम खतम होने को है इसिलिए वही उनसे बाते करते हुए वही सो गया

कोमल - ठीक है कोई बात नही, लेकिन आज रात मत दुर रहना मुझ्से। ठीक है

मै कोमल के गालो को चूम कर - ठीक है मेरी गुलाबो हिहिही

फिर मै कोमल को छोड कर वापस मनोज को जगाने आ गया
दरवाजा पहले ही खुला हुआ था और मनोज अपने लण्ड के उभार पर हाथ रखे सो रहा था ।
फिर मैने उसे जगाया और हम दोनों कल की तरह आज भी निकल गए टहलने लेकिन आज हम 6 बजे पहले ही निकले थे तो आज कल से ज्यादा औरते दिखी और सबसे नयी शादीशुदा औरते दिखी जो साडीयो मे थी ।
मुझे इनसब से अलग सरोजा ठाकुर का इन्तजार था ।

और तभी मुझे एक परफ्युम की खुशबू आई और मेरे पीछे से सरोजा जी जोगिंग करती हूई, मेरे बगल से आगे निकली

आज तो वो कल से ज्यादा खुबसूरत दिख रही थी और मै तो उनकी उभरी जवानी को आन्खो से ओझल नही होने देना चाहता था और उनके पीछे पीछे उनके मोटे मोटे झोल मारते चुतड के पाटो को देखते हुए जोग्गिंग सुरु कर दिया और मनोज भी मेरा साथ देने आ गया

मनोज मेरी मनोभावनाये और सरोजा के प्रति दीवानगी को बखूबी समझ रहा था

मनोज - भैया क्या बात है आज दौड़ रहे हैं
मै - हा अब सोच रहा हूँ कि जब आया तो थोडी बहुत कसरत दौड़ कर ही ले क्यू


आगे जाकर सरोजा जी एक जगह रुकी और अपनी सांसे थोडी बराबर की और वापस घूमने लगी और हमारी तरफ आने लगी तो उनकी नजर मुझ पर गयी और वही मै आंखे फाडे उन्के उछलते चुचे निहार रहा था ,, फिर जब उनसे नजर मिली तो वो एक मुस्कान देके सीधा चल दी ।


सरोजा की मुस्कान पाते ही मै जहा तक गया था वही से वापस सरोजा के पीछे घूम गया ।

मनोज मुझे सरोजा की तरफ जाते हुए देख कर मुस्कराया और मेरे साथ चल दिया ।
मै वापस से सरोजा के भारी चुतडो को निहारते जाने लगा और फिर एक समय आया कि वो हवेली के रास्ते पर मूड गयी और मै एक नजर देखा उनको और आगे निकल गया
मै और मनोज वापस घर आये और फिर मै और विमला 10 बजे तक तैयार होकर दुकान गये और फिर वही से तय गाड़ी से मै ,पापा, विमला और वकिल अंकल जिला कोर्ट गये और 2 बजे तक सारे कागजी काम खतम करा कर शाम 4 बजे तक हम सब वापस आ गये ।

रास्ते मे विमला ने पापा को महेश को माफ करने वाली बात बतायी तो पापा भी उनकी बात से सहमत हुए और विमला की उदारता के लिए उसकी तारिफ भी की साथ ही सतर्क रहने के लिए चेताया भी ।

शाम 4 बजे हम चमनपुरा वापस आये तो पापा ने विमला को घर चलने का आग्रह किया और फिर हमारी गाड़ी हमारे घर के लिए मुड गयी ।
घर पहुच कर हम सब दुकान के पीछे वाले कमरे मे एकठ्ठा हुए और मा ने वही नास्ता लेके आई

पापा - अरे रागिनी अब ये चाय नास्ता से काम नही चलेगा , अब तो पार्टी बनती है क्यू बहन जी
विम्ला मुस्कुरा के - हा जी बिल्कुल जब आप कहिये भाईसाहब

पापा - नही नही पार्टी तो हमारे तरफ से ही होगी वो भी हमारे नये वाले घर पर और अब तो होली को भी ज्यादा दिन नही बचे है हाहाहाहहा

मै खुश होकर - हा पापा क्यू ना इस बार की होली हम सब साथ मे नये घर पर मनाये

मा खुश होकर - हा जी मेरा भी मन यही कर रहा है
पापा - ठीक है फिर वही करते है सारा प्रोग्राम क्यू बहन जी ।
पापा विमला की तरफ हस्ते हुए उसकी रजामंदी लेने के लिए बोले लेकिन
विमला थोडी नाखुश सी दिखी तो पापा ने उसको पुछा

पापा - क्या हुआ बहन जी आप खुश नही है
विमला थोडा बनावती हस कर - अरे नही नही वो बात नही है
मा - फिर क्या बात है विमला अब तो सब ठीक है ना

विमला - हा रागिनी लेकिन मै कैसे होली खेल सकती हू मै तो
ये बोल कर विमला ने दुख से अपना सर झुका लिया

पापा - क्या बहन जी आप भी इतनी मोर्डन होकर पुराने ख्यालो मे जी रही है , माना की भाईसाहब हमारे बिच नही है अब लेकिन ये तो वो भी नही चाहेगे कि उनकी फैम्ली खुशिया ना मनाये ।

मा - हा विमला आजकल ये सब नोर्मल है और हम सब वहा अपने घर के लोग ही रहेंगे कोई बाहर का भी तो नही रहेगा ना

विमला अपने आसू पोछते हुए - ठीक है लेकिन
मा विमला के कन्धे को थामते हुए - लेकिन वेकिन छोड और जिंदगी के मज़े ले और उन मासूम बच्चों का सोच जो तुझे दुखी देख कर क्या कोई खुशिया मना पायेंगे

विमला मा के हाथ थामते हुए - नही रागिनी मै मेरे बच्चो की खुशियो पर अब और गम का साया नही आने दूँगी , अब से एक नयी विम्ला को जनमा पायेगी तू

मा ह्स्ते हुए - आ ले ले ले मेरी बच्ची आ दुधू दू तुझे हाहाहा बड़ी आई नया जन्म लेने वाली

फिर सारे लोग मा की बात से हसने लगे और विमला भी मा के सीने से लग कर आसू बहाते हुए ह्सती रही
फिर मै विम्ला को लिवा के उसके घर चल गया
जहा घर पर अनिता कोमल से बाते कर रही थी और हमे आते देख उठ कर दरवाजे तक आई

अनिता - आओ जीजी , कोमल बिटिया पानी ला अपनी मा के लिए
विमला के मन मे वैसे भी अनिता और महेश के लिए पहले ही कोई द्वेष नही था और वो कोमल को भी सुबह ही समझा चुकी थी ये सब

फिर हम हाल मे बैठे और कोमल ने हमे पानी दिया
कोमल - मा मै अपने सेंटर जा रही हू
विम्ला - ठीक है बेटा जाओ

फिर कोमल अपने सेंटर चली गयी ।
अनिता - और जीजी कहा गयी थी
विमला - बस वो थोडा बडे शहर गयी थी अपने दीदी से मिलने
अनिता थोडा भावुक होकर - अच्छा ,,और ये कौन है
मेरे तरफ इशारा करते हुए बोली

विमला मुस्कुरा कर - ये मेरी सहेली का बेटा है इसी की गाड़ी से तो गयी थी मै , वो बाजार मे रंगीलाल जी बर्तन वाले है ना ।

अनिता अंदाजा लगाने के भाव मे - अच्छा अच्छा
विमला - हा उन्ही का बेटा है

अनिता थोडा संकोच करते हुए - दीदी आपसे कुछ बात करनी थी
विमला निश्चिँत होकर - हा हा बोलो अनिता क्या बात

अनिता मुझे देख कर संकोच कर रही थी
विमला - अरे कोई बात नही ये घर का ही है तुम बता सकती हो

अनिता - दीदी क्या एक बार और नही सोच सकती है इस बारे मे
विमला - किस बारे मे
अनिता - इस घर को बेचने के बारे मे , उनकी तबियत ठीक नहीं है , आज भी दो बॉटल पानी चढा है । मै क्या करु जीजी मुझे समझ नही आ रहा है

अनिता बिलखते हुए बोली
विमला - अरे अनिता तुम ऐसे ,,,ओह्ह अब रोना बन्द करो सब ठीक हो जायेगा

अनिता बिलखते हुए - कैसे होगा जीजी मुझे समझ नही आ रहा है

विमला - तू चुप करेगी तो ना मै कुछ समझा सकती हू

अनिता - मतलब
विमला हस्ते हुए - अरे अनिता चिन्ता की कोई बात नही है मै ये घर नही बेच रही हू और वो कागज भी ठाकुर साहब से जल्द ही मुझे मिल जायेंगे , उसी सिल्सिले मे मै आज एसडीएम साहब से मिलने बडे शहर गयी थी ।

अनिता खुश होकर आसु पोछते हुए विम्ला के पैरो मे आ गई
विमला - अरे अरे अनिता ये क्या कर रही है तू उठ जा अब

और विमला ने उसे उठाकर बगल मे सोफे पर बिथाया लेकिन उठाते वक़्त अनिता के साडी का पल्लू उसकी छाती से हट गया और उसके खरबूजे जैसे चुचे जो बैगनी सूती ब्लाउज मे ठुसे हुए थे दिखने लगे ।

अनिता को भी अपने कपडो की फ़िकर नही थी वो तो बस विमला की दया की छाव मे गुम थी

विमला - तू हम सब एक परिवार ही है ना आज तक जो मेरे पर बीती है वो मै अपने दुश्मन पर ना बीते ऐसा सोचती हू
ऐसे ही विमला ने कुछ बनावटी बाते बोल के अनिता का मन शांत किया
अनिता आसू बहाते हुए विमला के आगे हाथ जोड़े - आपका पूरी जिन्दगी आभार रहेगा जीजी
मै जाती हू अभी उनको ये खबर देती हू

विमला उसका हाथ थाम कर - रुक मै भी चलती हूँ, चल राज बेटा तू भी आ

फिर हम तीनो कोमल के घर से निकल कर महेश के घर जाते है
जहा बरामादे मे एक तख्त पर महेश लेता हुआ था और छत की तरफ टकटकी लगाये निहार रहा था। महेश शारिरीक रूप से बहुत कमजोर दिख रहा था

अनिता तो घर मे घूसते ही अपनी साडी उठा कर महेश को आवाज देती हुई खुशी से भागी भागी उसके बिस्तर तक गयी

और महेश के बाजू के पास बैठ कर आसू बहाते हुए हस रही थी ।
महेश अनिता को रोता देख उठकर बैठ गया

महेश चिंतित भाव मे - क क क्या क्या हुआ अनिता तू रो रही है
अनिता अपने आसू पोछते हुए - मै रो नही रही ये तो खुशी के आसू है गुलशन के पापा

महेश अचरज से - मै कुछ समझा नही अनिता

अनिता मुस्कुरा कर हमारी तरफ इशारा करते हुए - देखीये जीजी आई है और उन्होने हमे माफ कर दिया है गुलशन के पापा
अनिता वापस से ह्सने लगती है लेकिन उसके आँखो से आसू झरने की तरह बहे ही जा रहे थे

महेश अनिता की बाते सुन कर एक आनन्द मे आ गया और अनिता अनिता बोलते बोल्ते वो भी रोने लगा

महेश अनिता के कन्धे पकड कर आसू बहाते हुए मुस्कुरा कर - तू तू सच कह रही है अनिता

अनिता मुस्करा कर आसू बहाते हा मे गरदन हिलाती है
तो महेश उम्मीद भरी नजरो से गिडगिदाते हुए विमला मे कदमो मे झुक जाता है

महेश - मुझे सजा दो भाभी , सजा दो ! मै अभागा रिश्तो के मायने समझ ना सका और आप ने सब कुछ सह कर भी मुझे माफ कर रही है

विम्ला अपने पाव पीछे करते हुए - अरे अरे देवर जी बस करिये जो हो गया सो हो गया , आप सब मेरे परिवार का हिस्सा ही तो है और आपको दुख पहुचा कर मै कैसे यहा से चली जाती

महेश अनिता दोनो हाथ जोड़े विमला के पैरो मे थे
विमला - अनिता उठाओ इनको और बिस्तर पर बिठाओ , अभी इनकी तबियत नही ठीक है

महेश अपने आसू पोछता हुआ खदा हुआ - नही भाभी मै अब ठीक हो जाऊगा ,,आपने मेरे सर से एक पाप का बोझ हल्का कर दिया है , अब मै ठीक हू , अब मै ठीक हू अब मै
ये बोल्ते बोल्ते महेश बेहोश होकर गिर पड़ा

महेश के बेहोश होने के बाद अनिता फूट फुट कर रोने लगी
फिर मैने मदद करके महेश को विस्तर पर लिटाया और हमारे फैमिली डॉक्टर दयाल को फोन लगा दिया ।
दयाल अंकल कुछ ही देर मे अनिता के यहा आये और फिर महेश को चेक कर एक इन्जेक्शन दिया और कुछ दवाईया दी और महेश को रेस्ट करने को कहा ।
इधर अनिता दयाल अंकल के फीस के लिये पैसे लेने घर मे गयी कि डॉ अंकल मुझसे मिले और निकल गये अपने क्लिनिक पर ।

अनिता - अरे डॉ साहब कहा गये
मै मुस्कुरा कर - वो चले गये आंटी
अनिता - अरे वो अपनी फीस नही ले गये बेटा
मै मुस्कुरा कर - अरे आंटी उसकी चिन्ता ना करिये वो हमारे फैमिली डॉ है वो पापा से हिसाब कर लेंगे

अनिता मुस्कुरा - शुक्रिया बेटा
विमला - देख अनिता अभी तू इनका ख्याल रख और कोई जरुरत हो तो बेहिचक मुझे बोल देना

अनिता आभार व्यक्त करते हुए- आपका उपकार कैसे चूकाऊ मै दीदी , आपने हमे बर्बाद होने से ब्चाया है

विमला मुस्कुरा कर - वो सब छोड और इनका ध्यान रख और ये सुरेश भाई नही दिखे

अनिता - वो भी नशे मे धुत होगे कही , अभी आकर इनको गालिया देंगे कि इन्होने उनको फसा कर उनको उन्के परिवार से दुर कर दिया और बर्बाद कर दिया

विमला - तू चिन्ता मत कर कल सुबह मै सुरेश से बात करती हू , आखिर उसे अपनी गलती समझ आ गयी न

अनिता - ठीक है जीजी मै कल बोलती हू देवर जी को

विमला - देख 8 बजने को है मुझे भी खाना बनाना है ,मै जाती है अब

फिर मै और विम्ला वापस कोमल के घर आ गये और रात के खाने मे कोमल ने स्पेशल खाना ब्नाया और खाने के बाद हम सब हाल मे बैठ कर आज की हुई घटनाओ पर बाते किये ।
मनोज और कोमल ने तो नयी नयी प्लानिंग भी की ।
फिर रात मे सोने की प्लानिंग हुई

मै - तो फिर आज कौन कहा सोयेगा मौसी
मनोज - अगर आपको दिक्कत न हो तो मै मा के साथ सो जाऊ भैया

मै हस कर एक नजर विमला की ओर देखा जो ना मे इशारे कर रही थी वही कोमल शर्म से निचे देख रही थी ।

मै - अच्छा ठीक है जा सो जा वैसे भी कल से मै घर पर रहूंगा
विमला - अरे कुछ दिन और नही रुक सकता
मै - अरे मै कौन सा बहूत दुर हू , आना जाना लगा ही रहेगा आप एक फोन करना मै आ जाऊंगा हिहिही

फिर मनोज विमला के कमरे चला गया और कोमल अपने कमरे मे

मै उठते हुए - चलो मौसी हम लोग भी सोते है
विमला आंखे दिखाते हुए खुसफुसा कर बोली - आज सो नही सकता था मेरे साथ , ब्स भर गया मन तेरा मुझसे

मै हस्ते हुए - अरे मौसी मै तो मौका दे रहा हू आपको आज रात कैसे भी करके मनोज जो चाह्ता है उसे कर लेने दो ताकि आप दोनो भी ... हिहिहिहो समझ रहे हो ना
मै विमला को आंख मारते हुए हस्ते हुए बोला

विमला शर्मा कर - धत्त मुझसे नही होगा
मै - आप कुछ मत करना जो वो करे उसे करने देना ,,देखा है मैने बहुत हिम्म्ती है मनोज आप उसे थोडा छूट देके देखो एक बार मे ही लण्ड अपकी चुत मे उतार देगा


विमला शर्मा कर - धत्त बदमाश जा अब सो जा
और विमला भी उठ कर जाने लगी

मै - और सुनो वो खिडकी खुली रहने देना
विमला हा मे इशारा कर मुस्कुरा कर कमरे मे चली गयी ।
एक बार फिर बाहर की सारी लाईट बंद हुई और सब अपने कमरे मे चले गये ।
थोडी देर हुआ और मै कोमल के कमरे मे गया और उसकी एक जोरदार चुदाई की फिर उसे सुला कर कमरे से बाहर आ गया ।
मेरी नजर विमला के कमरे की खिडकी से बाहर आती हल्की रोशनी पर गयी
और मेरे चेहरे पर एक कातिल मुस्कान आई और मै विमला के कमरे की तरफ चल दिया ।
मै अन्दर हो रही घटना को लेके काफी उत्साहित था कि कैसे विमला अपने बेटे के साथ सम्भोग के लिए राजी होगी ।

इधर मै खिडकी के पास गया तो अन्दर का नजारा मेरे अनुमान से ज्यादा अलग नही दिखा । और शायद सब कुछ जल्द ही शुरू हुआ था
मनोज पुरा नंगा विमला के उपर चढा था
विमला का ब्लाउज खुला था और ब्रा के कप से एक चुची को बाहर निकाल कर मनोज उसे मुह मे भरे चुस रहा था और नीचे विमला ने पेतिकोट पहना हुआ था।

मनोज विमला की चुचिया चूसने मे मगन था
विमला सिस्क कर - सीईईई बस कर मनोज , दर्द हो रहा है ऐसे

मनोज उपर होकर - तो निकाल दो ना मा
विमला उसे चिढाते हुए मुह बना कर मनोज की बाते दुहराते हुए - निकाल दो ना मा ,,,,,हुउह्ह्ह चल हट अब बहुत हो गया

विमला मनोज को हटा कर चुची को ब्रा मे डालने लगी लेकिन वो ब्रा मे जा नही रही थी

विमला झल्ला कर - देख अब पुरा खोलना पडेगा तेरी वजह से
मनोज मुस्कुरा कर अपनी मा के गालो को थाम कर उसके होठो पर अपने गाल ले जाकर छुवाता है
जिससे विमला का नकली गुस्सा हसी मे बदल जाता है और वो मनोज के गाल को चूम लेती है

विमला इतरा कर - चल हत बदमाश कही का
मनोज - लाओ मै सही कर देता हू

फिर विमला उठ कर बैठ गयी और मनोज की तरफ पीठ कर ली
मनोज विमला के पीछे आकर खड़ा हुआ था की विमला चिहुक उठी

विमला सा शरीर गनगना गया - यीईई माआ
मनोज हसते हुए - वो मेरा नुन्नु आपकी पीठ पर छुआ गया था मा हिहिहिही

विमला डाटते हुए - दाँत ना दिखा और खोल पीछे से हुक
मनोज पहले विमला के ब्लाउज को निकालता है फिर हुक खोल कर ब्रा की स्ट्रिप आगे ले आता है

विमला अपने चुचियो को ढकते हुए - क्या कर रहा है वापस बंद करना है ना

मनोज - अब खोलदिया है तो निकाल दो ना मै वापस ब्लाउज पहना देता हू

विमला मुस्कुरा कर - ठीक है
और विमला अपने हाथ सामने से हटा लेती है और मनोज वापस ब्रा को आगे लेके जाता है जहा उसके हाथ विमला की चुचियो को साइड से छुते है जिससे विमला सिहर जाती है

और इस वक़्त मनोज के हाथ रुके थे फिर भी विमला अपनी बॉडी की हीचका कर सिस्क रही थी और जब मेरा ध्यान मनोज की कमर पे गया तो देखा कि वो अपना तने हुए लण्ड का सुपाडा विमला की नंगी पीठ पर घूमा रहा था

वही विम्ला को मदहोश होता देख मनोज पीछे से उसकी चुचियो को दबोच लेता है और उपर की तरफ उठाते हुए मिजना शुरू कर देता है ।

अन्दर कमरे का सिन देख कर मेरा लण्ड तन कर खड़ा हो जाता है और मजबूरन मुझे उसे बाहर लाकर सहलाना शुरू कर देता हूँ

उधर कमरे मे मनोज अपनी मा की पीठ से चिपक कर उसके गर्दन कान कन्धो को चुमते हुए उसकी चुचियो को मसल रहा था और विमला सिस्क रही थी मनोज का नाम लेके

विमला - उम्म्म्ं बेटा अह्ह्ह ब्स कर सीई अह्जह्ह्ज येह्ह गलत ह्है बेटाह्ह्हह उफ्फ्फ मा

मनोज - मा मुझे नही अच्छा ल्ग्ता है जब आप बाहर के मर्दो से अपनी प्यास बुझाती हो मेरे सारे दोस्त आपको रन्डी बुलाने लगे है

विमला मनोज के मुह उसके लिए रन्डी शब्द सुन कर उत्तेजित हो जाती है और गहरी सास लेते हुए - क्याआआ मै तुझे भी रन्डीईई लगती हू अह्ह्ह उफ्फ्फ

मनोज अपनी मा के पेतिकोट का नाड़ा आगे हाथ लाकर खोलता हुआ - मै आपको दोनो चाचा के साथ चूदते देखा है मा

विमला सिस्कर - उफ्फ्फ अह्ह्ह फिर क्या लगा तुझे बेटा , कैसी है तेरी मा अह्ह्ह और सहला इन्हे उफ्फ्फ ह्य्य्य्य

मनोज विम्ला की चुचियो की घुंडीया घुमाते हुए - मै देखा था मा आपको दो दो लण्ड अपनी चुत और गाड़ मे लेके चूदते हुए , आप तभी मुझे रन्डी दिखने लगी थी

विमला मनोज की बातो और उसके हरकतो से उत्तेजित थी वही मनोज अपना हाथ विमला के पेतिकोट मे उपर से डाल चुका था

मनोज विमला की चुत सहलाते हुए - मा मुझे आप एक नमबर की चुद्क्क्ड लगती है और मै भी आपको रन्डी की तरह चोदना चाहता हू

विम्ला सिस्कते हुए - अह्ह्ह सीई उम्म्ंम्ं बेटा आह्ह और रगड़ अपनी मा की चुत को अह्ह्ह मा

मनोज विमला को छोड कर खड़ा हुआ और अपना लण्ड उसके मुह के आगे ले कर घुमाने लगा - मा चुसो ना इसे प्लीज

विम्ला आंखे खोलकर सामने खडे लण्ड को पाके झपट पड़ी और मुह्ह मे गले तक लेने लगी

मनोज के मानो पैर काफ गये ये उस्के लिये पहला अनुभव था शायद और वो अपनी के मुह्व मे लण्ड घुसेड़ के गालीया दते हुए - अह्ह्ह सालि रान्डी मा मेरी अह्ह्ह्ज और चुस मेरी चुद्क्क्ड मा अह्ह्ह बहुत म्ज़ा आ रहा है

विम्ला गपागप मनोज के लण्ड को चुस रही थी
वही मनोज अनाब सनाब बके जा रहा था - आह्ह और चुस मै तुझे अपनी रखैल ब्नाउगा मा
कुछ देर की मुह पेलाई के बाद मनोज अलग हुआ
मनोज - लेट जाओ मा मै अब आपको चोदूंगा

विमला तो मानो इसके लिये तैयार थी और झ्त से लेट कर अपनी पैंटी निकाल दी और पेतिकोट उपर चढाते हुए अपनी चुत पे चट्ट चट्ट चपट लगाते हुए बोली - अह्ह्ह बेटा चोद दे अपनी मा को बना ले अपनी रन्दी अह्ह्ह

दोनो की बाते सुन के मै बहुत ही उतेजीत मह्सूस कर रहा था

वही मनोज विमला के चुत दो बार थूक कर हाथ से उसकी मोटी फुली हुई चुत को मला और लण्ड के टोपे को चुत मे लगा कर पेल दिया और उसकी जन्घे उठा कर घपा घ्प घपा घ्प घपा घप चोदने लगा ।


वही विमला मनोज को उत्तेजित कर चुदवा रही थी
मनोज - अह्ह्ह मज़ा आ रहा है मा और निचोड लो मेरा लण्ड आज आपकी चुत मे
विमला कमर उचका कर पुरा लण्ड अपनी चुत मे समा लेती है और मनोज विमला की जन्घे थामे गचागच पेले जा रहा था

मनोज - मा मै आपको रोज चोदना चाहता हू रन्डी की तरह चुदवाओगी ना मा मुझसे

विमला - हा बेटा मुझे भी बहुत पसंद है ऐसे चुदना अह्ह्ह उह्ह्ह मा ह्य्य्य और पेल अपनी मा की बुर मे

मनोज - मा आपकी बुर तो भोस्डा बन गयी है इसमे तो मेरे दोस्त पन्नु का लण्ड डालना पडेगा आह्ह मा

विमला - आह्ह बेटा ये पन्नु कौन है उह्ह्ह आह्ह और चोद औउर आह्ह

मनोज विमला की चुत मे निचे उतरते हुए - वो मेरा दोस्त है मा , वो भी अपनी मा को चोदता है और मुझसे भी चुदवाया है । बहुत मोटा लण्ड है उस्का

विमला - आह्ह सच मे तुने पहले भी सेक्स किया है
मनोज - हा मा मैने पहली बार पन्नु की मा को चोदा था और पन्नु भी आपको चोद्ना चाहता है

विमला झडने के कारिब थी - अह्ह्ह बेटा मेरा निकलेगा
मनोज अब रुक रुक के धक्के लगाता हुआ - बोलो ना मा चुदोगी मेरे दोस्त से
मनोज वापस से एक जोर का धक्का चुत मे लगाते हुए - बोलो ना मा

विमला नशे मे मदहोश - आह्ह बेटा तू जिससे कहेगा चूदूँगी , तेरीईइह्ह र,,,,न्डीहह मा हू ना आह्ह पेल दे अब रुक मत बेटा अह्ह्ह्ह

मनोज खुश होकर विम्ला को तेजी से चोदते हुए - थैंक यू मा , हम चारो लोग एक साथ चुदाई करेंगे फिर अह्ह्ह

विमला कपकपाते हुए - अह्ह्ह हा बेटा कर लेना अह्ह्ह अभी चोद ना
फिर मनोज विम्ला की जांघ खोल कर उपर चढ़ कर तेजी से विमला की पिचपिचाती बुर मे सत सत स्त लण्ड चोदने लगता है ।

मनोज - आह्ह मा ऐसे ही निचोदो मै भी झडने वाला हू अह्ह्ह मा
विमला जो की झड़ चुकी थी तेजी से कमर उच्का कर पुरा का पुरा लण्ड अपनी भोस्डी मे भरने लगी और जल्द ही मनोज धिमा पड़ गया और उसकी कमर हिच्कोले खाने लगी और वो विमला की चुत मे झडने लगा ।

और मै वही खड़ा खड़ा दुबारा अपना लण्ड झाड़ दिया और वापस अपने कमरे मे आकर सो गया ।

अगली सुबह मै टहलने ना जाकर जल्दी ही नहा धोकर तैयार हुआ और नाश्ता करके जाने के लिए तैयार हो गया ।

मनोज ने मेरा समान पैक कर दिया
विमला थोडा भावुक होकर - फिर कब आयेगा मेरा राजा बेटा
मै हस कर - अरे मौसी मै यही हू बाजार मे जब मन हो बुला लेना अपने राआआजाआआ को

मेरा मतलब है राजा बेटा को हिहिहिही
विमला मेरी डबल मिनिंग की बात समझ गयी ।

मै - और हा आप सब लोग होली के लिए कोई प्रोग्राम ना बनाना है , सब कुछ हमारे नये वाले घर पर बुक रहेगा और सबको आना है ।

विमला - अरे बेटा वो मै ब्ताना भूल ही गयी
मै अचरज से - क्या मौसी
विमला - वो क्या है बेटा मेरी जौनपुर वाली दीदी का फोन आया था कल रात मे । उसकी बड़ी लडकी को देखने के लिए लड़के वाले आएगे तो कोमल और मनोज वही जायेंगे परसो ।

मै मन मार कर- ब्क्क्क फिर कैसे होगा सब प्लान बेकार
विम्ला एक कातिल मुस्कान से - मेरे रहते कोई प्लान थोडी ना खराब होगा हिहिही

मै विमला की मुस्कान भरी बात समझ गया
मै - लेकिन अगले महीने से तो मेरे और कोमल के एक्साम होने वाले है ना

विमला - अरे वो लोग होली बिता कर वापस आ जायेंगे बेटा

मै खुश होकर - ठीक है मौसी , चलो अब चलता हू और आप लोग अपना ख्याल रखना कोई दिक्कत हो तो बताना

विमला - ठीक है बेटा
फिर विम्ला ने मेरे गाल को चुमा और खुश रहने को बोला
मै मनोज से हाथ मिलाया और कोमल को बाय बोलकर निकल गया अपने घर के लिये ।

अब देखते है राज की घर वापसी
नये घर मे गृहप्रवेश और आने वाली होली के कितने रंग देखने को मिलेंगे ।
अपना प्यार और सपोर्ट बनाये रखें और आनंद ले कहानी का
पढ कर अपना रेवियू जरुर दे
धन्यवाद
 
Last edited:

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
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Jabardast update bahi
Fantastic update aakhir bimla ka bhi no laggaya eagerly waiting for next update
भाई जिस तबीयत से विमला को ठोका वैसे ही ठाकुर की बहन को पेलना आहिस्ता से
Behtareen update bandhu
राज के घर पर भी ध्यान दिया जाए
Mast kahani h bhai
बहुत शानदार अपडेट भाई विमला की क्या शानदार चुदाई की है


और जिस तरह से आपने सुबह का हिटं दिया है उससे लगता है की कॉमन में अपने मम्मी की च**** देख ली है और अब कहानी में नया बदलाव आने वाला है
saare muddo pe madde nazar daudayi jaaye to yahi lage ki wo din door nahi jab Vimla, manoj aur komal bhi Raj ke group ko join karenge...
insect ya adultery gatividhiyo pe bhi thrill aur suspense create karna koi aapse sikhe... really amazing.

ras ka aanand lene ke liye rasasiddh rasikon ka saath hona zaroori hai, jo ras bhi le, hunkaari bhi bhare aur kissa kahaani mein rasik kirdaar apne kamuk gatividhiyo se readers ka bhi manoranjan kare aur bhanje mousi ke rrishton mein ras ki mithaas hai ushe darshate rahe...

ek baar phir se aapako dhanyavaad, is katha yaatra is tarah se aage badhane ke liye, manoram lekhni dwara har update dene ke liye.. Readers ko sah yaatree banane ke liye ,
Aise hi likhte rahiye aur aur apni lekhni se hum readers ka manoranjan karte rahiye..
Let's see what happens next
Brilliant update with awesome writing skills :yourock: :yourock:
Very good work waiting for next
Maa beti ko chaodne ke baad Bimla ka bhog lagega Raj ke pita ko. Pratiksha agle update ki
Nice update
Hero ki koi main heroin aayegi ki nahi hero ki love story bhi aayegi to or maja aayega story me
Nice update



Ap sbhi ke support ke liye dhaywaad
Update posted
Read and review my story
 
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