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Kya bat h![]()
नीला समंदर गिला बदन
पल्लू हटा के बाल बनाई
बैठी हुई समंदर की गोद में
लिए गहरी सांस
ये मखन से गोरा तेरा बदन प्रिये
बोझ उठाए हुए ये हुक तेरे जिस्म का
खुल गया तो हो जाएगी तमन्ना पूरी
क्यों तड़पा रही है तेर लाल को
मत तड़पा उसे इतना
हो गई हदे पार तो न देखता ये कोई रिश्ता
गीली है तू गिला ही समंदर
जाऊंगा इतना गहरा
मुस्किल हो जाएगा निकल पाना
गीली मिट्टी गीली तेरी योनि
क्यू है तू इतनी कामुक
देख रहे लोग तेरे हरे लाल कपड़े में छुपे गोरे बदन को
क्यू ना देखू में
हे तू मेरी भी
हक है मेरा भी
छू लूं चूम लूं
हरे भरे लहलहाते बदन को
हाथ में लेके तुझे बना लूं अपना
वो मां का दोपहर में घुक सोना,
और मेरा उनकी मस्त गांड़ देख देख कर खुश होना।
दिल तो करता के उनकी सलवार नीचे सरकाऊं,
और गांड़ में मस्ती से जिभ चलाऊं।
मस्ती में जीभ चलाकर,
बेहोशी में उनका फायदा उठाकर।
उनकी टांगों को अपने कंधो पर बिठाऊं,
फिर लन्ड पर थोड़ी सी थूक लगाऊं।
बड़े प्यार से लन्ड उनकी चूत की फांकों पर घिसाऊं,
और पच्च की एक आवाज सा अंदर सरकाऊ