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Aaj sara din busy raha bhai, aaj raat likhuga aur kal post karuga,,,,waiting for update ..
Aaj sara din busy raha bhai, aaj raat likhuga aur kal post karuga,,,,waiting for update ..
Shukriya bhai,,,,Nice n fantastic updated
Ye adultery prefix ka asar hai bhaiya ji,,,,अब लगता है कि आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकल के कुछ अलग करने की मंशा बना लिए हैं ।
Shukriya Sanju bhaiya ji is khubsurat samiksha ke liye,,,,मुरारी अपनी जवान हो रही बेटी की शादी के लिए फिक्रमंद है और चाहता है कि वैभव उसकी बेटी से शादी कर ले । एक गरीब किसान , बेचारा कितना कमाता होगा ! जो भी कमाता होगा उससे तो बड़ी मुश्किल से घर का खर्चा ही चल पाता होगा । ऐसे में वो बेटी की शादी कैसे कर सकेगा !
लेकिन वैभव एक बड़े परिवार से है । उन दोनों की माली हैसियत में काफी अंतर है । भले ही कुछेक महीनों से उसकी अपनी फैमिली के साथ नहीं पट रही है पर बाद में कभी न कभी पुरे परिवार एक हो ही जायेंगे ।
मुरारी दारू के नशे में नहीं होता तो वो शायद यह बात वैभव से कभी भी कह नहीं पाता ।
अब देखना है कि इस पर वैभव का क्या रियेक्सन होता है ।
रात में मुरारी के घर से लौटते वक्त रास्ते में उसको किसी का धक्का देना और सुबह कई लोगों का उसके झोपड़ी पे आना कहानी में सस्पेंस को जोड़ रहा है ।
बेहतरीन अपडेट शुभम भाई । आउटस्टैंडिंग ।
Next update ke liye ju ko kal tak ka intzaar karna padega,,,,aur yahi wajah hai next update ke intejaar ki ..
kya hua hai ye jaanna hai aur first time kuch suspense type aaya hai kahani me ..
Shukriya bhai,,,,Awesome update bro
Shukriya bhai,,,,Rasprad aur Romanchak kahani. Pratiksha agle update ki
Shukriya bade bhaiya ji,,,,शुुुुभम भाई
ये कहानी मेरे मिजाज की है...
मिट्टी की खुशबू लिये जज्बातों की आंधियाँ
अगले अपडेट से क्या मोड़ आने वाला है... बेकरारी से इन्तजार है