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Mahi Maurya

Dil Se Dil Tak
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कहानी- कैब ड्राइवर फॉर्सफुली बैंग वाइफ अंजना

रचनाकार- maduranaranga जी।

कहानी अंग्रेजी भाषा में है लेकिन अच्छी कहानी है। इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि सेक्स कहानी पर टिप्पणी करना बहुत कठिन है। और अगर कहानी अंग्रेजी भाषा में हो तो हमारे लिए ज्यादा कठिन हो जाता है।
 

Mahi Maurya

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कहानी- पाकीजा मां बहन

रचनाकार- Rihaan712286 महोदय

कहानी ठीक ठाक ही है।
रिहान का दिल अपनी मां सबाना और बहन हिना पर आ जाता है फिर वो उन दोनों को अपने नीचे लिटाने के लिए जो बन पड़ता है वो करता है।

इंसान ठरक में इतना अंधा हो जाता है कि वो क्या कर रहा है उसे समझ नहीं आता। रिहान मां बहन की इज्जत लूटने के लिए इतना अंधा हो चुका है कि वो सारी शर्म को बेंच खाया है।

दोनों मां और बेटी शुरू में बहुत शरीफ होती हैं लेकिन जब से रेहान की गंदी नजर दोनों पर पड़ती है तब से दोनो की शरीफी गायब होने लगती है और एक दिन ऐसा आता है कि दोनों मां बहन रेहान के साथ नग्नावस्था में एक ही बिस्तर साझा करने लगी।
 

Mahi Maurya

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कहानी- मॉम गेट बैंग बाई डैड क्लोज फ्रेंड

रचनाकार- maduranaranga जी

कहानी पूरी तरह अंग्रेजी भाषा में लिखी गई है इसलिए समझने में परेशानी हुई।

ये कहानी है आरिफा की जिसके पति दूसरे देश में रहते हैं। अरीफा के दूसरे बच्चे के जन्म के समय भी उसका पति घर नहीं आ पाता बस फोन पर बात करता है। इसी समय कहानी में आगमन होता है मुस्तफा के दोस्त का जिसने न केवल उसके बच्चों को संभालने में आरिफा की मदद की, बल्कि उसकी पत्नी आरिफा को वो सुख दिया जिसके लिए वो शादी के बाद से तरस रही थी।

मुस्तफा को अपने दोस्त पर भरोसा था लेकिन उसने मुस्तफा के भरोसे को तोड़ दिया। यहां आरिफा भी गलत ही है, क्योंकि बिना आरिफा की मर्जी के ये सब होने वाला नहीं था।
 

Mahi Maurya

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कहानी- साजन

रचनाकार- Black महोदय

कहानी बहुत ही बढ़िया है आपकी,
लेकिन कहानी में एक समस्या ये है कि कहानी कब वर्तमान से भूतकाल और कब भूतकाल से वर्तमान में चलने लगती है इसपर ध्यान नहीं दिया है आपने। जो प्रतियोगिता में कहानी के लिए अच्छा नहीं है।

अगर पति साजन जैसा समझदार और सुलझा हुआ हो तो हर लड़की को धरती पर ही स्वर्ग की अनुभूति हो सकती है। कौन लड़की नहीं चाहती कि उसका पति हर मुसीबत के समय उसके सामने ढाल बनकर खड़ा रहे, इसके लिए लड़की को भी चाहिए कि वो अपने ससुरालवालों की इज्जत करे। लेकिन ऐसा बहुत कम ही होता है।

जया की शादी उसके पिता धरम ने बहुत सोच समझकर करवाई थी साजन से, क्योंकि वो उसे बचपन से जानते थे, लेकिन धरम की मां और बहन को ये पसंद नहीं था इसलिए दोनों जया को प्रताड़ित करती थी। साजन समझदारी से मां और पत्नी दोनों को खुश रखता था।

वक्त के साथ साजन की मां को भी ये एहसास हो गया कि उन्होंने जया के साथ गलत किया तो उन्होंने इसका पश्चाताप भी किया, केवल एक बात समझ में नहीं आई कि सीमा ने काली से शादी क्यों की। उसकी ऐसी क्या मजबूरी थी इसका जिक्र कहानी में नहीं किया गया है।
 

Mahi Maurya

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कहानी- मोह

रचनाकार- Kdry9 महोदय

बहुत ही बेहतरीन कहानी लिखी है आपने।

एक कुंवारी लड़की अगर घर से भाग जाती है तब भी समाज एक बार को उसे सम्मान की दृष्टि से देख सकता है या देख लेता है लेकिन एक शादीशुदा औरत अगर घर से भाग जाती है किसी दूसरे पुरुष के लिए तो समाज कभी भी उसे सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता। समाज की नजर में वो वैश्या हो जाती है।

एक गलती इंसान को नर्क की दुनिया में पहुंचा देती है। लोग आजकल दिखावे की दुनिया की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। चकाचौंध तड़क भड़क देख कर गलत रास्ता अपना लेते हैं। अमन और शिल्पा के साथ सबकुछ अच्छा ही था जब तक रणविजय शिल्पा की जिंदगी में नहीं आया था।

पुरुष का तो काम ही है महिला को अपने जाल में फंसाना, लेकिन शिल्पा को भी सोचना चाहिए था कि उसे इतना प्यार करने वाला पति है उसके एक बेटा है। लेकिन वो रणविजय की दिखावे की दुनिया और चिकनी चुपड़ी बातों में फंसकर अपनी जिंदगी बरबाद कर ली। कहते हैं कि जब एक पुरुष गलती करता है तो एक परिवार की बदनामी होती है लेकिन अगर महिला गलती करती है तो दो परिवार बदनाम और बरबाद होते हैं।

रणविजय एक अय्याश किस्म का इंसान था उसे बस औरतें भोग का सामान लगती थी। वैसे भी पैसे में बड़ी ताकत होती है तभी तो रणविजय की पत्नी ने अपने पति की असलियत जानते हुए भी सारा दोष शिल्पा पर ही मढ़ दिया। आखिर में अपनी गलती का प्रायश्चित शिल्पा को आत्महत्या करके करना पड़ा, लेकिन आत्महत्या से अच्छा तो ये होता कि शिल्पा किसी तरह वहां से भाग जाती और रणविजय से अपने अपमान का ब
दला लेती।
 

Samar_Singh

Conspiracy Theorist
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Review
कहानी - पूर्ण अपूर्ण
लेखक - avsji


सबसे पहले आपको धन्यवाद इतनी बेहतरीन कहानी लिखने लिए।

कहानी का नरेशन इतना कमाल का है कि एक पल के लिए भी ध्यान कही और नहीं जाता। कहानी को पढ़ते वक्त जैसे इस कहानी का एक हिस्सा बन गया।

दूसरी बात है इसके संवाद जो पूरी तरह से स्वाभाविक लगते है, जैसे इस परिस्थिति में इससे बेहतर संवाद नहीं हो सकते थे।

ये भी आपकी लेखनी का ही जादू है की एक सामान्य प्रेम त्रिकोण की कहानी इतनी रुचिकर लगती है।

जीवन में हमें कई बार अपनी इच्छाओं के विपरीत चुनाव करना पड़ता है, समाज, परिवार, नैतिकता को खुद से पहले रखना पड़ता है। एक बार वैवाहिक जीवन में धोखा खाने के बाद उसने प्रेम किया तो भी उसे छोड़कर आगे बढ़ना पड़ा। चित्रा, शोभा और मनीष सबके किरदार बहुत परिपक्व और सहज नजर आते है।

संभावना तो थी की इस कहानी का अंत सुखद हो सकता था, चित्रा और मनीष एक दूसरे के हो सकते थे, लेकिन साहित्य में निजी अनुभव है की सुखद अंत वाली कहानियां उतना गहरा प्रभाव नहीं छोड़ती जो दुखद अंत वाली छोड़ती है।

खैर इस कहानी का अंत न दुखद था और ना ही सुखद। 'बल्कि वास्तविक था!'


♥️♥️
 

Mahi Maurya

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कहानी- कामावतार

रचनाकार- manu@84 महोदय

बहुत ही बेहतरीन कहानी लिखी है आपने। जिंदगी की वास्तविक सच्चाई से रूबरू करवाया है आपने। दोहरी जिंदगी केवल औरत ही नहीं बल्कि मर्द भी जीते हैं।

"तितलियों का पीछा करने में अपना समय बर्बाद मत करो, अपने बगीचे को ठीक करो, तितलियाँ अपने आप आ जायेगी। ये पंक्ति इस कहानी पर बिल्कुल सटीक बैठती है"

इंसान के पास क्या है जीवन में ये मायने नहीं रखता, लेकिन जब इंसान मर रहा हो तब उसके पास क्या है ये बहुत मायने रखता है। उस 50 वर्ष की औरत जिसने जॉनी को एक बेटे की तरह ट्रीट किया उसने एक बहुत सुंदर पंक्तियां कही जो आज की अमीर और पढ़ी लिखी पीढ़ी पर बिल्कुल सही बैठती है। "बेटा खूब कमाओ पैसा, लेकिन इतना इकट्ठा मत करना कि बच्चे तबियत खराब होने पर डॉक्टर की जगह वकील बुला लाये।"

भगवान किसी को किस रूप में मिल जाएं ये कोई नहीं जानता, शायद जॉनी को भी कामदेव के रूप में ऐसा ही इंसान मिला जिसने जॉनी के जीवन की दिशा और दशा बदल दी।


वैसे एक बात दिल से कहते हैं हम कि आप की कहानी बिल्कुल ठेठ है और जैसी टोन आप चैट में इस्तेमाल करते हैं वैसी ही टोन आपने कहानी में भी इस्तेमाल की है।😀🤣😃😁
 
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Mahi Maurya

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कहानी- द लास्ट अपोलॉजी

रचनाकार- Agasthya महोदय

बहुत ही बेहतरीन कहानी महोदय। आखिर में आपकी कहानी ने रुला ही दिया।

बचपन की जो यादें होती हैं न वो बहुत अनमोल होती हैं। उसकी कीमत लाखों करोड़ों से कहीं ज्यादा होती हैं क्योंकि इतने रुपए खर्च करने के बाद भी हम वो यादें नहीं खरीद सकते हैं। आज भी जब बचपन की शरारतें, छोटी छोटी बातों पर दोस्तों से नोकझोंक लड़ाई झगड़े याद आते हैं तो मन उन्हीं गलियों की सैर करने लगता है।

आजकल जीवन में इतनी व्यस्तता हो गई है कि किसी के पास समय ही नहीं है। पास पड़ोस में क्या हो रहा है किसी को पता ही नहीं चलता, क्योंकि आजकल किसी को किसी से मतलब ही नहीं रह गया है।

रॉय और राजबीर की दोस्ती भी ऐसी ही थी। रूठना मानना, तू तू मैं मैं से उनकी दोस्ती गहरी होती गई लेकिन जब उन्होंने जवानी में कदम रखा और अपनी दुनिया में व्यस्त हो गए तो दोनों को एक दूसरे की खैर खबर नहीं थी। शराब पीना खतरनाक तो होता ही है इससे शराब पीने वाला ही नहीं बल्कि उसके परिवार वाले भी सफर करते हैं।
 

Mahi Maurya

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कहानी- कमीने

रचनाकार- Aladdin_ महोदय

😁😀😄😁😃😀😄😆😅😂🤣
लालच बुरी बला होती है ये सच ही कहा गया है। मुफ्त की मिली कोई भी चीज आपका हाजमा खराब कर सकती है।

भोलू और कल्लू दोनों सच में बहुत कमीने थे, लेकिन दोनों में दिमाग बहुत था। दोनों को मालूम था कि मुफ्त की चीज के पीछे जनता पागल हो जाती है इसीलिए उसने मुफ्त पेट्रोल की आड में किसी दूसरे तरीके से पैसा कमाने का प्लान बनाया। वो लड़का भी दिमाग से पैदल था शायद तभी तो बार बार भोलू और कल्लू उसे बेवकूफ बना देते थे।
 

Kdry9

Kiara Roy
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79
कहानी- मोह

रचनाकार- Kdry9 महोदय

बहुत ही बेहतरीन कहानी लिखी है आपने।

एक कुंवारी लड़की अगर घर से भाग जाती है तब भी समाज एक बार को उसे सम्मान की दृष्टि से देख सकता है या देख लेता है लेकिन एक शादीशुदा औरत अगर घर से भाग जाती है किसी दूसरे पुरुष के लिए तो समाज कभी भी उसे सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता। समाज की नजर में वो वैश्या हो जाती है।

एक गलती इंसान को नर्क की दुनिया में पहुंचा देती है। लोग आजकल दिखावे की दुनिया की तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। चकाचौंध तड़क भड़क देख कर गलत रास्ता अपना लेते हैं। अमन और शिल्पा के साथ सबकुछ अच्छा ही था जब तक रणविजय शिल्पा की जिंदगी में नहीं आया था।

पुरुष का तो काम ही है महिला को अपने जाल में फंसाना, लेकिन शिल्पा को भी सोचना चाहिए था कि उसे इतना प्यार करने वाला पति है उसके एक बेटा है। लेकिन वो रणविजय की दिखावे की दुनिया और चिकनी चुपड़ी बातों में फंसकर अपनी जिंदगी बरबाद कर ली। कहते हैं कि जब एक पुरुष गलती करता है तो एक परिवार की बदनामी होती है लेकिन अगर महिला गलती करती है तो दो परिवार बदनाम और बरबाद होते हैं।

रणविजय एक अय्याश किस्म का इंसान था उसे बस औरतें भोग का सामान लगती थी। वैसे भी पैसे में बड़ी ताकत होती है तभी तो रणविजय की पत्नी ने अपने पति की असलियत जानते हुए भी सारा दोष शिल्पा पर ही मढ़ दिया। आखिर में अपनी गलती का प्रायश्चित शिल्पा को आत्महत्या करके करना पड़ा, लेकिन आत्महत्या से अच्छा तो ये होता कि शिल्पा किसी तरह वहां से भाग जाती और रणविजय से अपने अपमान का ब
दला लेती।

धन्यवाद Mahi Maurya, आपका मूल्यवान समय निवेश करके समीक्षा देने के लिए धन्यवाद। आपकी इच्छा और योगदान से मुझे बहुत खुशी हुई।

धन्यवाद 🥰,
आपकी प्यारी,
कियारा रॉय.
 
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