UPDATE 67
मै और विमला साथ मे निचे उतरे तब तक कोमल अपने रूम मे जा चुकी थी और मनोज विमला के कमरे मे जा चुका था
मै विमला से खुसफुसा कर - जानू कमरे मे तो मनोज होगा ना
विम्ला मुस्करा कर मेरे गालो को छुते हुए - उसे उसके कमरे मे भेज देती हू मेरे राजा हिहिहिही
फिर हम दोनो कमरे के पास गये तो दरवाजा बन्द था लेकिन खिडकी खुली थी और मेरी नजर खिडकी से अंदर गयी तो कमरे मे मनोज बेड पर टेक लगा कर सिर्फ अंडरवियर मे बैठा हुआ था और अंडरवियर के होल से अपना लण्ड बाहर निकाल कर सहला रहा था
इधर विमला दरवाजा खोलने को होती है कि मै लपक कर उसका हाथ पकड लेता हू और उसे अपने पास खिच कर खिडकी से कमरे मे मनोज की करतूत दिखा देता हू
विम्ला पहले गुस्सा करती है लेकिन मेरे वजह से शर्म से मुह झुका लेती है
मै - मौसी ये मनोज तो
विमला गुस्से मे - इसकी आदत से तो मै तंग आ चूकी हू
मै उस्क्क शांत करते हुए - पहले आप उसको उसके कमरे मे भेजिए फिर हम इस पर बाते करते है ।
फिर विमला ने दरवाजा खटखटाया और मनोज ने दरवाजा खोला तो
विमला गुस्से मे - तू जा अपने कमरे मे सो मुझे राज से कुछ जरुरी बाते करनी है औए कल बडे शहर जाना है
मनोज विमला को गुस्से मे देख सहम गया और बिना कोई सवाल जवाब के अपने कमरे मे चला गया
फिर मैने कमरे की खिडकी बन्द की और बिस्तर पर बैठ गया लेकिन विमला के चेहरे पर चिन्ता साफ दिख रही थी ।
मै उसे पकड कर बिस्तर पर बिठाते हुए - मौसी आप परेशान न हो समय के साथ वो समझदार हो जायेगा
विमला चिंता के भाव मे - ऐसा कुछ नही बेटा , तू जो समझ रहा है ये बात उससे कही ज्यादा बड़ी है
मै - क्या बात है मौसी खुल कर बताईये न
विमला झिझक कर - मै क्या बताऊ बेटा , एक मा के लिए ये सब सह पाना बहुत मुश्किल है कि
मै विमला को तसल्ली देते हुए - मौसी आप मुझ पर भरोसा कर सकती है ये बात बस इस कमरे मे रहेगी और हो सकता हो मेरे पास आपकी इस सम्स्या का हल भी हो
विमला - मुझे तुझ पर भरोसा है बेटा लेकिन मै किस मुह से तुझे बताऊ कि मेरा बेटा मेरे मोह मे पड़ गया है और मुझसे संबंध बनाना चाहता है
मै तो इस बात को पहले से ही जानता था लेकिन फिर भी एक बनावटी आश्चर्य भाव लाकर - ये क्या कह रही हो मौसी , मनोज आपके साथ ...
विमला परेशान होकर - पता नही उसे मुझमे क्या दिखता है जो वो ऐसे पेश आ रहा है, तू ही बता मै कौन सा कही की अप्सरा हू जो वो मेरे पीछे पागल हुए जा रहा है
मै - देखिये मौसी मनोज वाली सम्स्या तो हल हो जायेगी लेकिन
विमला चेहरे पर खुशी के भाव लाकर - लेकिन क्या बेटा
मै एक कातिल मुस्कान के साथ- लेकिन मनोज का आपके लिए दीवाना होना जायज है, मै तो सोचता हू कि काश मै आपका बेटा होता तो रोज इस संगमरमरी हुस्न का दिदार कर पाता
विमला मेरे बातो से शर्म से पानी पानी होने लगी और मुस्कराते हुए बोली - अब तू भी शुरू हो गया
मै - अब मेरी जानू है इतनी हसिन तो तारिफ क्यू ना करू हिहिहिहिही
विमला शर्मा कर - बस भी कर भई
मै - ह्य्य्य देखो कैसे शर्म से गुलाबी हुए जा रही है मेरी गुलाबो
विमला के गाल खीचते हुए बोला
विमला मेरे हाथ झटक कर खड़ी हुई और साडी निकालने लगी
मै - लग रहा है आज अपने राजा को खुश करने मे मूड मे मेरी रानी
विमला - बस भी बेटा कितना परेशान करेगा अब
मै - परेशान मै नही आप करने वाले हो
विमला अचरज से - अच्छा वो कैसे
मै - आप कपड़े निकाल रहे हो तो मै परेशान होउँगा ना
विमला हाथ मे उधेड़ी साड़ी लेके मेरी बातो से बेजुबान होकर हस्ते हुए बैठ गयी ।
मै ह्स्ते हुए - क्या हुआ बोलो ना
विम्ला हसते हुए वापस खड़ी हुई और साडी निकाल कर फ़ोल्ड करने लगी - पागल मै साडी निकाल कर ही ऐसे सोती हू और तू ....
मै ह्स्ते हुए - मै क्या आगे तो बोलो
विमला साडी किनारे रख कर घोड़ी बन कर बिस्तर पर चढ़ने लगी और उसी भरी हुई 42 की गाड़ और फैल कर मेरे सामने आ गई
बिस्तर पर चढ़ कर वो टेक लेते हुए पैर फैला कर बैठ गयी
विमला - अब वो लाईट बंद कर और आजा सो जा
मै एक नजर विमला के कसे चुचे ब्लाउज मे देखा और बोला - मौसी कोई तौलिया है क्या
विमला - क्या करेगा अब
मै हस्ते हुए - वो मुझे भी अंडर के कपडे मे सोने की आदत है ना
विमला मुझे छेड़ते हुए - हय्य देखो यहा तो राजा खुद अपनी रानी के सामने शर्मा रहा है
मै ह्स्ते हुए लोवर निकालने लगा - वो बात नही है मेरी रानी
विमला - फिर क्या बात है
विमला की जवानी और उसके साथ चटपटि बातो से मेरा लण्ड टनटना गया था और अंडरवियर मे उभार दिखने ल्गा था मैने अपना टीशर्ट भी निकाल कर सिर्फ अंडरवियर मे आगया और बिस्तर पर चढ़ गया ।
विमला मुझे ऐसे देख कर सच मे झेप सी गयी लेकिन फिर भी मुझे निहारते हुए बोली - अरे ब्ताओगे क्या बात है
मै विमला के गोद मे सर रखते हुए - बात ये है कि कही रात मे इधर उधर हाथ गया मेरी रानी का तो वो डर ना जाये
विमला ह्स्ते हुए मेरे गालो को खीच कर बोली - बहुत बदमाश हो गया है तू , वैसे डरने लायक है भी कुछ या बस फेक रहा है
मै विमला के चुची पर ऊँगली घुमाते हुए - आपके इन मोटे थनो की कसम जान, छुआ तो दुर देख भी लिया तो भी डर जाओगी हाह्हाह्हहा
विम्ला अपनी चुची पर रेग्ते मेरे हाथ पर चट्ट से मारते हुए - बहुत नटखट है रे तू हा
मै - अब अपनी रानी से शरारत ना करू तो किस्से करू
विमला मेरे बालो मे हाथ फेरते हुए - पगला कही का , काश तू सच मे मेरा बेटा होता
मै हसते हुए - अच्छा है नही हू ,, नही तो मनोज की तरह मुझे भी डाट देती
विमला मेरे बालो मे हाथ फेरते हूए - तू मनोज की तरह थोडी ना वो सब करता
मै ह्स्ते हुए - क्यू मेरे पास भी तो वही है जो मनोज के पास है हाहाहाहाह
विमला मेरे गाल खिचते हुए -
तो क्या तू भी वही सब करेगा हा बदमाश
मै थोडा म्ज़ा लेते हुए - ओह्ह गॉड, आपके रहते मुझे अपने हाथो से करना पड़ेगा , ये दिन आ गये मेरे हिहिहिहिही
विमला - तू ना बस कर अब उठ जा , मुझे सोने दे । मै तुझसे नही जीत सकती हूँ
मै हस कर विम्ला के बगल मे बैठ गया और बोला - लो देखो आपके हाथों का सुख जान कर ये भी जाग गया
मै विमला को अंडरवियर मे बने टेन्ट की तरफ इशारा करते हुए कहा
विमला की नजर मेरे अंडरवियर के खडे लण्ड पर गयी तो मेरे तरफ घूम कर शरारत भरी अंदाज मे मेरे लण्ड को निहारते हुए बोली - लग तो नही रहा है की खड़ा हुआ है
मै समझ गया विमला मूड मे है और अगर पहल हुई तो आज कुछ ना कुछ हाथ साफ हो ही जायेगा
मै - कहो तो बाहर निकाल दू वैसे भी अन्दर कैद मे फड़फ्ड़ाता बहुत है
विमला मेरे नंगे पेट को सहलाते हुए मादक होने लगी और हाथ को सरका कर मेरे अंडरबियर की इलास्तिक मे फसा कर निचे करने लगी
मै कमर उठा कर झट से अंडरवियर को सरका दिया जिससे मेरा मोटा लण्ड फनफन कर खड़ा हो गया
विमला ने एक नजर मुझे देखा और बोली - सच मे ये तो अन्दर कैद में परेशान था
मै अपना अंडरवियर पैर से निकाल कर विमला की चुचियो पर इशारा करते हुए कहा - कैद मे तो आपने भी इनको रखा है
विमला की सांसे मेरे खडे लण्ड को देख कर उखड़ने लगी थी और वो टकटकी लगाये मेरे लण्ड को निहार रही थी उसे होश ही नही था कि मै अभी क्या बोल गया उसे ।
मै विमला की बेचैनी और बढाने के लिए एक हाथ से लण्ड को थामकर उसकी चमडी को खीच कर मोटे सुपाडे के निचे लाया जिससे मेरे सुरुवाती रस की एक हल्की सी बूद मेरे सुपाडे से निकाली और मैने उसे अंगूठे से सुपाडे पर मल दिया
ये देख कर विमला की सासे और तेज हो गयी और उसकी जीभ उसके सुखे फड़डके होठो पर घूमने लगी
मै विमला की आंखो मे देखकर - आपने मेरी बात का जवाब नही दिया मौसी
विमला मानो किसी गहरे सपने से जगी हो - हह क क कुछ कहा तूमने बेटा
मै ह्स्ते हुए - मै ये कह रहा था कि आपने इन्हे क्यू कैद कर रखा है,,, विमला के चुचे को छुते हुए बोला
विम्ला मेरे स्पर्श से सिहरते हुए - सीईईईई उम्म्ंम्ं वो बेटा बात ये है ना कि अगर इन्हे आजाद कर दू तो ये मुझे बहुत परेशान करते है
मै विमला की तरफ घूम कर उत्सुकता भरे लहजे मे - वो कैसे
विमला शर्म से मुझसे आंखे चुराते हुए - वो बेटा मै कैसे बताऊ अब तुझे
मै शरारती अंदाज मे विमला के ब्लाउज के बटन पर हाथ ले जाकर एक एक बटन चटका कर खोल्ते हुए - रुकिये फिर मै ही देख ले रहा हू कि आखिर कैसे परेशान करते हैं ये
आखिरी के दो बटन पर जाते जाते विमला ने मेरे हाथ को रोक लिया और बोली - नही बेटा , मुझे शर्म आ रही है
मै दुसरे हाथ से विमला के हाथों को अपने हाथ से हटाया जिसका विरोध विमला ने तनिक भर नही किया और आराम से अपने हाथ वापस कर लिये और मदहोशि मे बेड से सर टिका कर मुझे अपना ब्लाउज खोलते देखने लगी ।
मैने बाकी के दोनो बटन खो कर ब्लाउज के दोनो हिस्सो को अलग थलग किया और एक गुलाबी ब्रा मे कैद विमला की चुचिया सास लेती उपर निचे होती दिखने लगी ।
ब्लाउज खुलने के बाद विमला और ढीली पड़ गयी और मै एक एक करके ब्लाउज को उसके कन्धे से उतारने लगा
विमला मेरे इस कृत्य मे साथ दे रही थी और जैसे जैसे मेरे हाथ उसके मुलायम कंधो से ब्लाउज के साइड को हटाते वो सिहरती जाती
आखिरकार उसने अपने गरदन को बेड के पाटी से टिकाते हुए सीने को उचका कर बाजुओ को ढिला छोड दिया और उसका बलाऊज उसकी कमर के पास गिर गया ।
मै वापस से विमला के गोरे और दूधिया संगमरमरी कंधो से अपनी उंगलियो को सहलाते हुए उसके ब्रा के कप के किनारे किनारे फिराने लगा ।
विमला अपने मुलायम मोटे चुचो की पतली चमडी पर मेरे उंगलियों की थिरकन से बेचैन होने लगी थी ।
मै नशीले अंदाज मे - क्या हुआ मौसी
विमला हफते हुए - कुछ नही बेटा ,
मै हस्ते हुए - अब आप इनको खुद खोलोगे या मै हाथ डाल कर निकालू
विमला थोडा खुद को सामान्य करते हुए अपनी पीठ बेड के पाती से लगाकर बोली - नही मै कर लुंगी
फिर विमला वापस से अपने चुचे उठा कर अपने हाथ पीछे ले गयी और ब्रा का हुक खोल दिया जिससे उसके भारी चुचे ब्रा की कप छोड कर झूल गये और ब्रा विमला के सीने पर ढीली हो गयी ।
मै अपने एक हाथ को आगे कर ऊँगली से विमला के ब्रा को पकड कर सामने की तरफ खीचा तो विमला ने अपने दोनो हाथ सीधे कर ब्रा निकालने मे मदद की और वापस बेड के पाटी से गरदन लगाकर तेज सासे लेने लगी।
ब्रा हटते ही विमला के मुलायम गोरे चुचे पर गहरे भूरे रंग की घुंडीया मुझे ललचाने लगी ।
मै विमला के चुचो को निहारते हुए - ये तो एकदम शांत है मौसी , आप तो कह रही थी कि ये परेशान करेंगे
विमला तिरछी नजरो से मुझे देख कर बोली - धत्त बदमाश वो ऐसे थोडी ना होता है
मै - फिर कैसे अब तो बता दो अब तो ये आजाद भी है
विमला मुस्कुराई और विस्तर पर चुतडो को खसकाते हुए लेटने लगी और चुतड खस्काते समय उसकी चुचिया उछल जाती थी
फिर विमला लेट गयी और मेरे तरफ करवट लेली जिससे उस्की चुचिया बेड पर फैल गयी
विमला मुझे अपने बेड पर फैले चुचे दिखाते हुए बोली - देखा ये कैसे फैल गये , ऐसे पूरी रात कभी इधर तो कभी उधर होते रहते है
मै विम्ला के बराबर मे उसकी तरफ करवट लेके लेटते हुए उसकी उपर की चुची को दोनो हाथो से थामा जिससे विमला कापने लगी
मै - ये तो भारी है मौसी , कैसे ढो लेते हो आप दिनभर
विमला हस्ते हुए - धत्त बदमाश ये और भी बडे हो जाये तो भी औरतो को फर्क नही पडेगा
मै हैरान होने के भाव से - इससे भी बडे होते है क्या मौसी
विमला ह्स्ते हुए मेरे गाल खिंच कर - क्यू तेरे रज्जो मौसी का नही देखा
मै ना मे सर हिला कर - नही मौसी
और अपने अंगूठे से विम्ला के निप्प्ल को रगड़ दिया
विम्ला सिस्क कर - अह्ह्ह क्या कर रहा है बदमाश
मै मुस्कुरा कर - कुछ नही ब्स सोच रहा हू
विमला - क्या बोल ना
मै विमला के चुचे पर हाथो को गोल गोल घुमाते हुए - काश सच मे मै आपका बेटा होता तो इन्हे चुसा होता ना , कितने नरम और रसिले है ये
विमला मेरे चेहरे को दुलार कर नशे में बोली - सीईई अह्ह्ह तो बन जा ना मेरा बेटा और चुस के इन्हे
मै विमला के निप्प्ल की टिप पर नाखून से कुरेदकर - क्या मै आपका मनोज बन कर चुसू इसको
विमला मदहोश होकर सिस्कते हुए - आह्ह्ह्ह हा बेटा बन जा ना
मै वापस विमला के दुसरे चुची को थाम कर - मै आपको मा बुलाऊ मौसी
विमला नशे मे आंखे बंद कर मेरे बालो मे हाथ फेरते हुए - हा मै तेरी मा हू बेटा चुस ले अब अह्ह्ह्ह्ह
मै एक नजर विमला को मदहोश होता देख बोला - देखो ना मा आपका मनोज फिर से आपके दूध पी रहा है
ये बोल कर मैने विमला का एक निप्प्ल अपने मुह मे भर कर चुसने लगा
विमला एक नये रोमांच गनगना गयी और मेरे सर को अपनी चुचियो मे दबाते हुए बोली - अह्ह्ह मेरा बच्चा मनोज , चुस ले अपनी मा के दूध अह्ह्ह बेटा उफ्फ्फ
मै दोनो हाथो से चुचियो को थाम के भर भर कर चुस्ता रहा और धीरे धीरे अपना हाथ विमला के गाड़ पर के जाकर एक मटके को सहलाना शुरू कर दिया
वही विमला अपने बेटे के नाम पर उत्तेजित हुए जा रही थी
मै उनकी मोटी जांघो को थाम कर अपने तरफ खिच कर अपना लण्ड विमला की चुत से सटा दिया जिससे विमला मुझे अपने और करीब करते हुए बोली - अह्ह्ह बेटा क्या कर है ये तू अपनी मा के साथ
मै विमला के रसिले चुचे से मुह हटा कर बोला - वही कर रहा हू मै जिसका मै रोज सपना देखता हू मा
विमला मेरे कमर से नीचे हाथ फेरते मुझे अपनी तरफ खिच कर अपनी चुत पर मेरे लण्ड को सटाते हुए बोली - उफ्फ़फ्फ क्या देखता है बेटा तू
मै विमला की पेतिकोट के अन्दर हाथ डाल कर उसकी मुलायम जांघो को सहलाते हुए उसकी गरदन पर किस्स करते हुए - मै सपने आपको भोगते हुए देखता हू मा
विमला मेरे इस व्यंग से और ज्यादा सिहर गयी और उसने मुझे अपने उपर कर अपने सीने से मुझे चिपकाते हुए मेरे बालो से लेकर कमर तक मदहोशि मे हाथ फेरने लगी
मै अब विमला के उपर आ गया था और उसका पेतिकोट जांघो तक पहुंच गया था ।
वही मेरा लण्ड तन कर विमला की चुत की दिवारो पे पेतिकोट के उपर से टकरा रहा था ।
मै विमला के कान मे - मा सुनो ना
विमला मदहोशि मे मुझे अपने गर्म बदन पर और कसते हुए - हा बेटा बोलना
मै - मै आपको चोदना चाहता हू मा
विमला सिस्क्ते हुए अपनी कमर उचकाने लगी और बोली - उम्म्ंम्ं क्या सच मे तू ऐसा सोचता है मेरे बारे मे
मै विमला के चुचे मस्ल्ते हुए और लण्ड को पेतिकोट के उपर रगड़ते हुए - हा मा , मुझे आप बहुत सेक्सी लगती हो
विमला मदहोशि मेरे कान काटते हुए अपनी कमर उचका कर बोली - तो क्या सच मे मेरा मनोज मुझे चोदेगा
मै विमला के दोनो चुचियो को मसलते हुए - हा मा , मै आपको चोदना चाह्ता हू आपकी चुत मे अपना लण्ड डालना चाहता हू
विमला अपनी कमर उचका कर मेरे लण्ड को चुत पर महसूस करते हुए - अह्ह्ह चोद ले बेटा अपनी मा को अह्ह्ह
मै अब ज्यादा देरी नही करना चाहता था क्योकि अगर एक बार विमला झड़ जाती तो उसकी चेतना लौट आती और फिर मेरा प्लान बेकार हो जाता
मै देर ना करते हुए विमला के पेतिकोट को कमर तक चढाया और अन्दर नंगी चुत पर लण्ड को रगड़ने लगा
मै विम्ला की दोनो जांघो को खोल कर उसको सह्लाते हुए लण्ड विमला की चुत पर रगड़ने लगा
विमला सिस्कती रही और अपनी कमर उचकाती रही
मै अपने लण्ड को विमला के चुत पर सुपाडे को ल्गाते हुए बोला - देखो ना मा आपका मनोज आपको चोदने जा रहा है
विमला गर्दन उपर कर अपने फैले पेतिकोट को समेटते हुए एक नजर चुत मे टिके सुरक लाल मोटे सुपाडे को देखी और वापस बिस्तर पर लेटते हुए बोली - हा बेटा चोद दे अपनी मा की आह्ह
मै अपना सुपादा विमला के चुत के होठो पर ल्गाया और सररर से उसकी पानी से लबालब चुत मे उतार दिया और उसके उपर चढ़ गया
एक दो धक्के ल्गाने के बाद मै विम्ला के उपर लेट गया और उसके नुकीले कडक निप्प्ल वाप्स से मेरे सिने मे चुबने लगे।
मै हलके धक्कों के साथ विमला की चुत की गहराई मे लण्ड को उतारते हुए उसके कान मे बोला - कैसा लग रहा है मा आपको अपने बेटे का मुसल
विमला मेरे संवाद से सिहर कर मेरे लण्ड को निचोड़ते हुए बोली- बहुत ही अच्छा लग रहा है बेटा , अह्ह्ह्ह चोद ले अपनी मा को अब तुझे कभी भी मुठियाने नही दूँगी , रोज तुझे अपनी चुत दूँगी मेरे लाल
मै विमला की बातो से उत्तेजित होकर - अह्ह्ह मा मै भी आपको रोज चोदूँगा
विमला - हा बेटा और फाड अपनी मा की चुत को अह्ह्ह अह्ह्ह ऐसे ही बेटा अह्ह्ह उम्म्ंम्म्ं उफ्फ़फ्फ बहुत दिन बादद मिला है इतना मस्त लण्ड और चोद बेटा अह्ह्ह मै झड़ रही हू मनोज अह्ह्ह बेटा अह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह ह्य्य्य माआअह्ह्ह और तेजज्ज्ज्ज अह्ह्ह्ह
मै विमला की उत्तेजना से बहुत जोश मे आ गया और लम्बे लम्बे जोरदार शॉट लगाने लगा वही विमला मेरे लण्ड को निचोड़ना शुरू कर दी और झडने लगी और मै भी अगले कुछ ही धक्को मे झडने को होने लगा
मै - अह्ह्ह्ह मा अह्ह्ह मै झड़ने वाला हू
विमला - अपनी मा के मुह मे झड़ना बेटे , मुझे तेरा रस चखना है जल्दी आ और झड़ जा अह्ह्ह
मै झट से विमला के भोस्दे से अपना मुसल निकाला और उसके मुह के बगल मे बैठ कर लण्ड को मुठियाने ल्गा
मै - अह्ह्ह अह्ह्ह मा आह्ह लो मेरा पानी अह्ह्ह अह
विमला मेरे आड़ो को सह्लाते हुए - हा बेटा भर दे मेरे मुह मे अह्ह्ह आह्ह उफ्फ्फ आह्ह
मै विम्ला के मुह पर झड़ते हुए - अह्ह्ह्ह येईईईई अह्ह्ह आह्ह्ह लो मा और लो अह्ह्ह अह्ह्ह चुस लो हा ऐसे ही आह्ह अह्ह्ह निचोड लो अपने मनोज का लण्ड आह्ह्ह मा
विमला मेरे लण्ड को निचोड कर बेजान बना कर छोड दिया और सीधा लेट कर हाफने लगी
मै भी उसकी बगल में लेट गया और सांसे बराबर करने लगा ।
जब हमारी सांसे बराबर हुई तो मेरी नजर विमला से मिली तो वो हसने लगी जिस्से मेरी भी हसी छूट गयी
मै ह्स्ते हुए - मा आपको मज़ा आया है ना
विमला - धत्त बदमाश कही का , मै जान गई हू तू एक नम्बर का खिलाडी है इनसब मे
मै ह्स्ते हुए विमला के चुचे दबाते हुए - खिलाडी तो आप भी हो मौसी , इत्ना तेजी से मेरा लण्ड निचोड लिया था
विमला शर्मा के - अब बस कर सब कुछ तो कर लिया और बोल भी लिया
मै विमला को अपनी तरफ खिच कर - और मनोज वाली प्रोब्लम भी दुर कर दी है ना
विमला शर्मा कर - हम्म्म्म लेकिन उसके सामने मै नही कर पाऊंगी राज
मै - मै जानता हू मौसी आप बहुत गर्म औरत हो और आप अपनी जरुरत जानती ही हो कि ये गर्मी आपसे क्या कया करवा सकती है , उदाहरन के लिए महेश को ही लेलो उसने कैसे आपको जिस्म के जाल मे फ्सा लिया था
विमला - हमम सही कह रहे हो बेटा तुम
मै - देखो मौसी मै यही कहूंगा की मनोज आपको वो खुशी देना चाहता है जो आप चाहती है और आपकी जरुरत घर मे पूरी हो जायेगी तो कल को कोई खतरा भी नही होगा
विम्ला मेरे गाल खिचते हुए - वैसे बड़ी दुर की सोचता है रे तू हा
मै ह्स्ते हुए विमला को लण्ड की तरफ दिखा कर - मै कहा ये सोचता है हिहिहिही
विमला - बदमाश कही का चल सो जा
मै अचरज भाव से - सो जाऊ ???
विमला - तब !!
मै हस कर - अभी तक सिर्फ बेटे का जलवा देखा है थोडा मेरा जलवा भी देख लो ना मेरी जान
विमला एक कातिल मुस्कान से - तो शुरू करो ना मेरे राजा अह्ह्ह
फिर एक बार मेरे और विम्ला मे जोरदार चुदाई हुई और हम वैसे ही चिपक कर नंगे सो गये
देखते है आने वाली सुबह राज के लिए क्या नये रंग दिखाने वाली है ।
दोस्तो आज का अपडेट कैसा लगा पढ कर जरुर बताये
बिना फीडबैक के लिखने मे मज़ा नही आता
जब मेरे काम मे कंजूसी नही है तो आप भी दो शब्द लिख कर मेरा मनोबल जरुर बढाये
लास्ट के दो अपडेट मे सन्तोषजनक फ़ीडबैक ना मिलने के कारण ही अपडेट एक दिन रुक देना पडा मुझे
अपना प्यार और स्नेह बनाये रखें
धन्यवाद