UPDATE 019
सब्बो का फोन आते ही मेरा मन गदगद हो गया
मैने अनुज को आवाज दी और उसे दुकान मे बिठा कर निकल गया रान्डटोले की तरफ
शाम 7 बजे का समय था मै टहलते हुए सब्बो के गली मे गया
वहा उसके घर के आस पास के घरो के बाहर कोई न कोई बच्चा बूढ़ा बैठा था
घर के बाहर सब्बो दरवाजे पर खडी थी , मै सोच रहा था कि इतने लोग बाहर है मै कैसे जाऊ इसके घर तभी
सब्बो - अरे राज आ गया ,,, आ मा अंदर इंतजार कर रही है
मै थोड़ा हिचकिचाते हुए कहा- हा वो पापा ने बोला जल्दी चला जा रात हो गई है हिसाब किताब कर ले बर्तन वाला
पर
हम दोनो ने कोई प्री प्लानिंग नही की थी बस सब कुछ सयोग से हो रहा था
मै भी घर मे घुसा और अन्दर गया तो सच मे सब्बो की मा रुबीना अंदर बैठे सब्जी काट रही थी
वो ब्लाऊज पेतिकोट पहने हुए थी जिसमे उसका गदरायी जवानी साफ दिख रही थी
मै रुबीना को पहली बार ऐसे देख रहा था
उसका पेतिकोट जांघो तक उठा था ऊपर के दो बटन खुले थे
ये नजारा देख मेरा लण्ड खड़ा हो गया और मेरा मन सब्बो से हट कर रुबीना की गदरायी जवानी मे खो गया
सब्बो ना जाने कब मेरे बगल मे खडी हो गई और मुझे उसके मा को हवस भरी नजरो से निहारते हुए देख रही थी और मुस्कुरा रही थी
सब्बो - अम्मी लगता है राज को मेरी नही अभी आपकी जरुरत है
रुबीना - क्यो सेठ जी कही मुड बदल तो नही दिया न
मै - हा काकी मूड तो बदल गया है लेकिन
रुबीना- लेकिन क्या सेठ जी
मै - मै तो आया तो सिर्फ सब्बो के लिए ही था लेकिन अब इसके साथ आपको नही छोड़ना है
रुबीना - सम्भाल लोगे एक साथ दो घोडीयो को
मै - क्यू आपको क्या लगता है
रुबीना- चलो देख लेते है कि तुम मे अपने बाप जितना दम है भी या नही
मै चौकते हुए - मतलब
रुबीना - आज आये थे दोपहर में बाऊ जी तेरे हम दोनो को .... और मुस्कुराने लगी रुबीना
मै सोचने लगा - अच्छा तो पापा को यहा आना था पैसे लेने ,,, साला मेरा बाप तो एक नम्बर का रन्डीबाज है
फिर मैने सब्बो को अपनी ओर खींचते हुए उसकी होटों को चुस्ते हुए उसकी चुत को स्कर्ट के ऊपर से ही उसकी मा के सामने रगड़ना शुरू कर दिया
करीब 2 मिनत के बाद को मै सब्बो को पकडे उसके मा तक गया और उनके सामने खड़ा हो गया
रुबीना नीचे बैठे बैठे मेरे लोवर को निचे किया और मेरा कडक लण्ड उछल कर बाहर आ कर हिलने लगा , जिसे रुबीना बडे प्यार से मुसकुराते हुए मेरी आँखो मे देखते हुए सहलाना शुरू किया
इधर मै वापस सबबो की मोटी गांड सहलाते हुए उसकी चुचियो को एक हाथ से मस्लना चालू कर दिया और फिर उसका टीशर्त निकाल दिया
और सब्बो की सावली रसभरी कोमल चुचियो को मुह मे लेके चुस्ते हुए एक कदम रुबीना की तरफ आगे हुआ
रुबीना ने लपक कर मेरा लण्ड मुह मे किया और चूसना शुरू कर दिया
अब नजारा कुछ यू था मेरा दाहिना हाथ सब्बो की नंगी कमर पर था जो उसको पकड के उसके रसिले चुचो को चुस रहा था और एक हाथ को रुबीना के सर पर रखा था जो मेरे लण्ड को गपागप चूसे जा रही थी ।
रुबीना के लण्ड चूसने से मेरी उत्तेजना और बढ गयी और मैने सब्बो को छोड रुबीना के बालो को पकड तेज़ी से उसके मुह मे पेलना शुरू कर दिया
थोडी ही देर में रुबीना ने खासना शुरू कर दिया और मैने एक हाथ से अपना गिला लौडा उसके मुह से निकाल के उसके बालो को खीचते हुए उसके चेहरे पर लण्ड को पटकने और रगड़ने लगा
फिर वापस रुबीना के मुह मे डाल के चोदने लगा और करीब 3 से 4 मिंट की सास फुला देने वाली जबरदस्त मुह पेलाई के बाद मै पुरा लण्ड रुबीना के मुह भर कर अन्दर ही झडने लगा और मेरा माल उसके मुह से होकर बाहर उसकी पसीने से भीगी थन जैसी चुचियो पर गिरने लगा ।
जब मैने पूरी तरह से अपना लण्ड खाली कर लिया तो मुह से बाहर निकाला
रुबीना- खो खो खो ह्य्य्य्य अल्लाह क्या कर रहा था मादर्चोद ,,,
मै - सालि रन्डी तू ही तो मेरा दम देखना चाहती थी ना अब क्या हुआ
रुबीना - अरे सेठ वो तो मै ,,,,खैर इस मामले मे तुम अपने पापा से आगे ही हो ,,,तो अब बाकी का काम भी करना है की नही
मै - हा करना है ना लेकिन सब्बो रानी के साथ तू आराम कर अभी रान्ड
इतना कह कर वापस से सब्बो की चुचियो को मस्ल्ते हुए चूसने लगा और उसे बिस्तर पर ले गया
बिस्तर पर ले जाकर सब्बो को चुचियो को मिजते हुए चूसना शुरू किया साथ मे अपना लण्ड स्कर्ट के ऊपर से ही उसकी चुत पर रगडने लगा
थोडी देर बाद मैने उसको घोड़ी बनाया और स्कर्ट को कमर तक चढा दिया
उफ्फ्फ क्या गद्देदार गांड थी सब्बो की ,,, हल्की गोरी गुदाज चुतड के दो पाटो के बीच एक चाकलेटी दर्रार और निचे गोल गोल भूरे रंग की सिकुडी हुए चमडी मे उसके गांड का छेद
ये देख मेरे मुह मे पानी आ गया और मेरा लण्ड फिर से फन्फ्ना गया ।
फिर मैने उसके चुतडो को फैलाया और एक अंगूठे को उस छेद पर थोड़ा सा रब किया फिर मैने झुक कर अपनी जीभ को नुकीला करते हुए उसके भूरे गांड की छेद को टच करने लगा और अपनी लार से गिला करने लगा
सब्बो तडप उठी क्योकि ये उसके लिये पहला अनुभव था
मै लगातार उसके चुतडो को फैलाये उसकी गांड की छेद को चाटे जा रहा था और एक हाथ निचे से उसकी चुत को भी सहलाना सुरु किया
मेरे दोहरे attack से सब्बो सीस्कियो मे बह गयी और उसकी तडप मे वह बिस्तर पर गिर गयी और हाफने लगी ,, सब्बो का कामरस उसकी जांघो पर रिस रहा था, करीब एक मिनट बाद सब्बो सीधा लेट कर तेज़ी से अपना चुत सहलाने लगी
सब्बो - आह्हह राज आजा डाल दे ,,उम्म्ंम उफ्फ्फ और तेज़ी से अपना गांड पटक कर चुत रगड़े जा रही थी ,,
मैने भी देखा की लोहा गरम हो चूका है ब्स हथौड़ा मारने की देर है
और मैने भी देर ना करते हुए ऊपर आकर उसकी चुत पर अपना लण्ड पटकने लगा और उसकी चुचिया नोचने ल्गा ,,,,, फिर मैने अपने लण्ड का सुपारा निकाला और गीली चुत के फलको पर रगड़ने लगा
सब्बो तडप उठी ,,,
हालाकि सब्बो को मेरे से मोटे बडे लण्ड ने चौदा था मगर चरम सुख का आनन्द आज तक नहीं मिला ,,, वो कमर उठा कर चुत को मेरे लण्ड पर रगड़ती रही और उसके चुत का वो छोटे छोटे बालो से घिरा दाना मेरे लाल सुपारे के पेसाब वाले छेद मे चुब्ने से मेरा लण्ड फौलादी हो गया
और मै भी सबर को ताख पर रख उसकी चुत मे लंड डाला और चोद्ना शुरू कर दिया ।
सब्बो - आह्हह राज कितना मस्त चोदू है रे तू कहा था उफ्फ़फ्फ अह्ह्ह्ह ह्ह्य्य्य्य
सब्बो - और तेज़ चोद मेरे राजा अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह आह्हह उफ्फ्फ उम्म्ंम हा ऐसे ही और तेज़ ..... अह्ह्ह्ह
मै - हहहह क्या हुआ सब्बो जान,,,, अभी तो मैने डाला ही है ,,,,, तुने तो इससे भी बडे लण्ड खाये है
सब्बो - आह्हह उफ्फ़फ्फ बात लण्ड की नही तेरा चोदने का तरीका सबसे अलग है मेरे राजा ,,,उह्ह्ह्ह्ज औरतेज़ चोद , उह्ह्ह्ह हाआ हा और तेज़ और अह्ह्ज ऐसे ही
मै लगातार धक्के मारते हुए उसकी चुत में चोदे जा रहा था
करीब 20 मिनत तक भरपूर आनंद से सब्बो को चोदने के बाद मैने अपना लण्ड बाहर निकाला और उसके सामने खड़े होकर उसके बदन और चेहरे पर सारा माल गिरा दिया ।
सब्बो वही थक कर पडी रही
मै उठा और अपने कपडे सही किये और बाहर आया तो रुबीना खाना बना रही थी
मै उसको फिर आने का बोल के घर की तरफ निकल गया
अब देखते है क्या होता है