• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest लंगड़ा घोड़ा पापी लौड़ा ( रिस्टार्ट )

paarth

Member
378
1,186
123
Story boring nahin hai lekin yeh sare updates to aapke original thread mein pehle hi posted hain. Update 16 tak.
Koi baat nahi bhai revision samajh lo yaar. Ya fir soch lo ki new start Hui hai story fir se. Jin Jin ko ye story bahut pasand hai unki durdasha m samaj skta hu ki kitna wait Kiya hoga un sb logo ne ki story vapas start ho ya continue ho. Ab to bas writer p yakeen rkhna hoga ki iss bar Hume beech majhdhar mai na chor Jaye
 
  • Like
Reactions: Pitaji

unique kamina

New Member
51
173
34
I
Koi baat nahi bhai revision samajh lo yaar. Ya fir soch lo ki new start Hui hai story fir se. Jin Jin ko ye story bahut pasand hai unki durdasha m samaj skta hu ki kitna wait Kiya hoga un sb logo ne ki story vapas start ho ya continue ho. Ab to bas writer p yakeen rkhna hoga ki iss bar Hume beech majhdhar mai na chor Jaye
Is baar kahani ki naiya nahin doobegi.
Agar adhuri chhodni hoti to restart kyu karta.
Doston main to story likhna band kar diya tha,par xforum ka reguler reader hun.
Kuchh din pahle ek din apani ye story padhte padhte itna exited ho gaya ki shadi shuda hote hue bhi bathroom men jakar muth marni padi.phir socha saala khud ki likhi hui story khud padhakar itna maza aaya hai to mere xfriends ko meri kahani padhkr kitna maza aata hoga.isliye kahani ko restart kiya.
Doston sach kahun to mujhe update likhne ek samasya aati. Hai.

Samasya yah hai ki jab bhi update likhta hun saala lund khada rahata hai.khade lund se kahani ko hawas se bhari or kamuk likha ja sakta hai.par do char ghante lund khada rahane ki wajah se aand dard karne lagate hai.

Or dost aapke positive comment ke dil se shukriya.
 

paarth

Member
378
1,186
123
I

Is baar kahani ki naiya nahin doobegi.
Agar adhuri chhodni hoti to restart kyu karta.
Doston main to story likhna band kar diya tha,par xforum ka reguler reader hun.
Kuchh din pahle ek din apani ye story padhte padhte itna exited ho gaya ki shadi shuda hote hue bhi bathroom men jakar muth marni padi.phir socha saala khud ki likhi hui story khud padhakar itna maza aaya hai to mere xfriends ko meri kahani padhkr kitna maza aata hoga.isliye kahani ko restart kiya.
Doston sach kahun to mujhe update likhne ek samasya aati. Hai.

Samasya yah hai ki jab bhi update likhta hun saala lund khada rahata hai.khade lund se kahani ko hawas se bhari or kamuk likha ja sakta hai.par do char ghante lund khada rahane ki wajah se aand dard karne lagate hai.

Or dost aapke positive comment ke dil se shukriya.
Pehle to apna dhyan rkho dusra purane update ek baar Mai hi daal do ,kyonki ab new update k liye wait nahi hota.
 

unique kamina

New Member
51
173
34
अपडेट 14

अमजद=मेरी कुतिया,तूने मेरी पहली शर्त मानकर खुश कर दिया मुझे।अपनी मस्तानी गांड मेरे लौड़े पर रगड़ कर साबित कर दिया कि तुझे अबतक किसी ने नहीं चोदा है।अब मेरी दूसरी ये है कि मेरे सवालों के जवाब दूसरे तरीके से देने होंगे।और हां अगर तेरी गांड मेरे लौड़े से चिपकना चाहती है,तो अपनी गांड पीछे करके मुझे इशारा कर देना। तो मेरा मन हुआ तो मै खुद अपना लंड तेरी गांड पे रगडूंगा।

अमजद जानता था सारा अब बहुत चुदासी हो गई है।उसे चोदूंगा तो भी वो थोड़ा नखरा करेगी पर मान जाएगी।पर अमजद सारा को तड़पाना चाहता था,उसे चुदाई की आग में जलाना चाहता था,ताकि वो कुछ भी कहे सारा बिना नखरा किए उसकी बात मानें।

अमजद=तो रंडी अब बता,मेरी दूसरी शर्त मानेगी।

सारा तो बहुत गर्म थी,इसलिए उसने झट से हां में गर्दन हिलाई।

अमजद=रंडी मेरी दूसरी शर्त थोड़ी मुश्किल है,अगर तू मेरी शर्त नहीं मान सकती तो मना कर सकती है।क्या अब भी मेरी शर्त मानेगी।

सारा ने हां में गर्दन हिलाई।

अमजद=अपनी बात से पलटेगी नहीं ना।

सारा ना में गर्दन हिलाती है।

अमजद=मुझे तुझ पर विश्वास नहीं है।इसलिए तुझे कसम खाने होगी कि तू मेरी शर्त मानेगी।

सारा=(मन में) मैं कसम तो खा सकती हूं,मुझे कोई आपत्ति नहीं।अब्बू के लिए मैं कुछ भी करूंगी।पर कसम खाने के लिए मुझे बोलना पड़ेगा और अब्बू मेरी आवाज पहचान लेंगे। मैं तो बिना कसम खाए अब्बू के लिए कुछ भी करूंगी।अब्बू भी समझते ही नहीं।

अमजद=(शांत लहजे में) देख रंडी,तू भूल गई होगी,पर में तुझे याद दिलाता हूं कि मैंने अपनी गुड़िया की कसम खाई है तो आज रात तुझे चोदूंगा नहीं।इसलिए चुदाई का डर अपने जहन से निकाल दे। मेने तो कसम खाई है इसलिए मैं अपनी बात से नहीं पलटुंगा।पर तू मेरी शर्त मानेगी या नहीं,इसका मुझे यकीन नहीं है।इसलिए तुझे कसम तो खानी पड़ेगी।

सारा सोच में पड़ गई कि मैं कसम केसे खाऊं।मेने कसम खाने के लिए मुंह खोला तो गड़बड़ हो जाएगी।अब क्या करूं,अब्बू तो जिद पर अड़ गए हैं।

अमजद भी जानता था कि सारा कुछ बोलेगी नहीं।वो मुझसे अपनी पहचान छुपाना चाहती है।और मेरे लिए अच्छी बात है।पर अपनी बात को आगे बढ़ाने के लिए इसका बोलना जरूरी है।

अमजद=मेरी रंडी चल कसम खाकर कह कि तुझे मेरी कोई भी शर्त मंजूर है।जिस तरह मैंने अपनी प्यारी बेटी गुड़िया की कसम खाई है तुझे ना चोदने की। तू भी किसी ऐसे अपने प्यारे की कसम खा,जिसे तू सबसे ज्यादा प्यार करती है और वो भी तुझसे सबसे ज्यादा प्यार करता है। किसी ऐसे वैसे की कसम मत खाना।तुझे उसकी कसम खानी है जो तुम्हारे लिए अपनी जान भी दे सकता है,जिस तरह मैं अपनी गुड़िया से प्यार करता हूं।,तेरी ये जवानी,तेरा ये गदराया और बदन देखकर भी मै अपनी गुड़िया की कसम नहीं तोड़ रहा हूं।तुझे भी इस इंसान की कसम खानी होगी।और जिसके लिए तू कुछ भी कर सकती है,जिसके लिए तू हर हद पार कर सकती है, जिसके लिए तू कोई कीमत चुकाने को तैयार हो जाए।चल खा उसकी कसम।

अमजद सारा के जज्बात के साथ खेल रहा था,और सारा जज्बाती हो रही थी।
सारा को अमजद ने ये विश्वास दिला दिया था कि वो सारा से कितना प्यार करता है।सारा खुशी से पागल हो रही थी।

सारा=(मन में)अब्बू मुझसे कितना प्यार करते है।पहले में अब्बू का ये प्यार क्यों नहीं देख पाई।अब्बू मुझसे अपनी जान से ज्यादा प्यार करते है। अब्बू मुझसे कितना प्यार करते है,उससे ज्यादा प्यार अब मैं को दूंगी।उसके लिए चाहे मुझे कुछ भी करना पड़े मैं पीछे नहीं हटूंगी।जी कर रहा है अभी अब्बू के गले लग जाऊं और उनको बताऊं कि मैं भी आपसे बहुत प्यार करती हूं,पर क्या करूं अब मैं मजबूर हूं।ओह मेरे प्यारे अब्बू आप कितने अच्छे है।

अमजद=तो मेरी कुतिया बता किसकी कसम खाएगी।

सारा कुछ नहीं बोली।

अमजद=तो मेरी रांड अपना मुंह नहीं खोलेगी,तुझे लगता है तू बोलेगी तो मैं तेरी आवाज पहचान लूंगा।और मुझे पता चल जाएगा।ठीक है तो मैं तेरे अपनों का नाम लूंगा और तू सुनना। जिससे तू सबसे ज्यादा प्यार करती है,उसका नाम आते ही तू अपनी गांड मेरी लोड़े पर रगड़ना। समझ गई।

सारा ने हां में सर हिलाया।

अमजद=तेरी कोई खास सहेलीसे।

सारा ने को रिस्पॉन्स नहीं दिया।

अमजद=तेरा boyfriend से।

सारा का कोई रिएक्शन नहीं।

अमजद=तेरी बहन से,अगर हो तो।

सारा का.......

अमजद=तेरा भाई से,अगर हो तो।

सारा का........

अमजद= तेरी अम्मी से।

सारा का अभी तक कोई रिस्पॉन्स नहीं।

अमजद= ये क्या रांड,अपनी अम्मी से भी नहीं।लड़कियां अपनी अम्मी के बहुत करीब होती है। तो तू किससे ज्यादा प्यार करती है।या किसी से भी प्यार नहीं करती है।

सारा=(मन में)हां प्यार करती हूं,वो भी आपसे।आपने अपने आप का तो पूछा भी नहीं।अब्बू आप अपना तो पूछिए,फिर कैसे जवाब देती हूं अपना पिछवाड़ा आपके उसपे(लंड पे) रगड़ कर।

अमजद ने जानबूझ कर अपना नाम नहीं लिया।अमजद जानता था वो मेरी बातों में आ गई है।सारा अब मुझसे ही सबसे ज्यादा प्यार करती है।

(नोट:दोस्तों एक बात बताना चाहता हूं कि अमजद सारा से उतना ही प्यार करता है जितना प्यार हीना और जिया को करता है।अमजद अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता है।वो तो अमजद का पापी लंड है जो अमजद को इंसान से शैतान बनाता है।अमजद अपनी बेटियों को चोदेगा,अपनी रंडी,रखैल बनाएगा,पर उनका दिल कभी नहीं दिखाएगा।उनपे कभी आंच नहीं आने देगा।उसकी वासना में भी प्यार है।बस उसका प्यार जताने का,प्यार करने का तरीका अलग है।कुछ भी हो दोस्तो अमजद का ये तरीका आप लोगों को पसंद आएगा। और मुझे माफ करना भाइयों और बहनों,कहानी के बीच इतनी बकचोदी करने के लिए।)

अमजद=तो क्या तू अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती है।

अमजद ने जैसे ही अपना नाम लिया।सारा झट से अपनी गांड पीछे की और अपने अब्बू के लोड़े पर रगड़ने लगी।वो बड़े ही कामुक अंदाज में।

सारा=(मन में)हां अब्बू मैं आपसे ही सबसे ज्यादा प्यार करती हूं। जेसे आप मुझसे सबसे ज्यादा प्यार करते है वैसे मैं भी अब आपसे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं।और आपके लिए आपकी हर शर्त मानूंगी।

अमजद सारा का जवाब देखकर(सुनकर) खुश हो गया।
अमजद=(मन में) ये साली रण्डी तो बड़ी आसानी से मेरी काबू में आ गई।ये मेरी बातों से इमोसनल हो गई है।इसे और ज्यादा इमोशनल करता हूं ताकि ये और ज्यादा मेरी गिरफ्त में आ जाए। इसपे तो मेरे इमोशनल अत्याचार का बहुत ज्यादा असर हो रहा है।

अमजद=क्या बकवास कर रही है तू।

सारा अमजद की बात सुनकर चौंक गई।

सारा=मन में) ये अब्बू को अचानक क्या हो गया।

अमजद=मैं जानता हूं तू झूठ बोल रही है।जितना प्यार एक बाप अपनी बेटी से करता इतना प्यार कोई किसी से नहीं करता है।पर बेटी अपने अब्बू के प्यार को कभी समझ ही नही पाती है।और वो अपने अब्बू से कभी सबसे ज्यादा प्यार नहीं कर सकती है।मेरी भी तीन बेटियां है,और मैं भी अपनी बेटियों से बहुत प्यार करता हूं।और सबसे ज्यादा प्यार तो मैं अपनी गुड़िया सारा से करता हूं।पर वो मुझसे प्यार नहीं करती है।और ना ही मेरे प्यार को समझती है।अगर मेरी गुड़िया मुझसे थोड़ा सा भी प्यार करती तो दो साल तक मुझसे दूर नहीं रहती। मैं उसको देखने के लिए दो साल तक तड़पा हूं।आज दो साल बाद घर वापस आई है।जब दो साल बाद उससे मिला तो उसे अपनी बांहों में भर कर प्यार करने का मन किया,उसे चूमने का मन किया।मगर मैं ऐसा कर नहीं पाया।क्योंकि मेरी दूसरी बेटियों को ऐसा ना लगे कि मैं उन्हे कम प्यार करता हूं मेरी गुड़िया को ज्यादा।क्योंकि मैं नहीं चाहता कि मेरी बेटियों का प्यार एक दूसरे से कम हो। मैं अपनी गुड़िया को अकेले में अपनी बाहों में भर कर प्यार करना चाहता हूं,उसे चूमना चाहता हूं।मुझे लगा सब अपने रूम चली जाएगी,तब अपनी गुड़िया को प्यार करूंगा।मगर मेरी गुड़िया तो सबसे पहले सोने चली गई।क्योंकि वो तो मुझे प्यार ही नहीं करती।

अमजद की बात सुनकर सारा की आंखों में आसूं आ गए।उसने अमजद के लोड़े पर अपनी गांड रगड़ना बंद कर दिया था। उसका दिल अभी अपने अब्बू के गले लग जाए और उन्हें प्यार करे।और कहे कि अब्बू आपकी गुड़िया भी आपसे बहुत प्यार करती है।वो भी आपको बाहों में भरना चाहती है,आपको प्यार करना चाहती है,आपको चूमना चाहती है।पर इस वक्त नहीं कर सकती।

अमजद=अगर तू सचमुच अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती है, तो तेरा बाप दुनिया का सबसे खुशनसीब बाप है। काश मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार करती,जितना प्यार तू अपने अब्बू से करती है।

सारा=मन में) हां मैं अपने अब्बू से सबसे ज्यादा प्यार करती हूं,और मैं दुनिया की सबसे खुशनसीब बेटी हूं,जिसे आप जैसा प्यार करने वाला अब्बू मिला है। और मैं भी अपने प्यारे अब्बू से बहुत करती हूं।

अमजद=तो खा अपने प्यारे अब्बू की कसम और कह कि तुझे मेरी हर शर्त मंजूर है।

सारा=मन में) अब मैं क्या करूं।में बोल नहीं सकती।अगर मैं बोली तो अब्बू मेरी आवाज से मुझे पहचान लेंगे।और उसके बाद क्या होगा ये तो ***** जाने।पर जो भी होगा अच्छा नहीं होगा।

अमजद सारा की मनोदशा समझते हुए।

अमजद= देख रंडी,अगर तुझे ऐसा लगता है कि तू बोलेगी तो मैं तुझे तेरी आवाज से पहचान लूंगा कि तू कौन है,तो घबरा मत।क्योंकि एक जैसी शक्ल दुनिया में सात लोग हो सकते है तो एक जैसी आवाज के तो दुनिया में हजारों लोग होंगे।वैसे भी सब लड़कियां की आवाज तो एक जैसी होती है।तो तू घबरा मत और बोलकर कसम खा।तू बोलने में नखरा करेगी तो मेरी शर्त मानने में और ज्यादा नाटक करेगी।और नखरा करेगी तो मुझे बहुत गुस्सा आएगा।

सारा=(मन में)अब क्या करूं।अब्बू तो नाराज हो गए।अब्बू के लिए मैंने कुछ भी करने का खुद से वादा किया है।अब जो भी हो मुझे बोलना पड़ेगा,अब्बू को शक हुआ तो, मैं कैसे भी करके संभाल लूंगी।

अमजद=बोल मेरी कुतिया।हां अगर तू मेरी गुड़िया की तरह अपने अब्बू से प्यार नहीं करती है,तो मत बोल।

अमजद=ठीक है तू नहीं बोलेगी। फिर तो मुझे गांववालों को बुलाना पड़ेगा।फिर तेरे अब्बू की इज्जत जाएगी।

अमजद की बात सुनकर सारा घबरा गई और ना में सर हिलाने लगी।

अमजद=तो खा अपने अब्बू की कसम की तुझे मेरी हर शर्त मंजूर है।

सारा के पास अब कोई रास्ता नहीं था।अमजद ने उसे बहुत इमोशनल कर दिया था और डरा भी दिया था।अब सारा का बोलना जरूरी था।
और अमजद तो पहले ही प्लान बना चुका था कि सारा की आवाज सुनकर,वो कैसे इस सिचुएशन को हेंडल करेगा।

सारा धड़कते दिल के साथ,घबराते हुए बोली

सारा(सारा हकलाते हुए) मैं अपने अब्बू की कसम खाकर कहती हूं कि मैं आपकी हर शर्त मानूंगी।

सारा इतना बोलकर चुप हो गई ,सारा बहुत घबराई हुई थी,उसे पूरा यकीन था कि अब्बू उसकी आवाज पहचान लेंगे।

सारा की बात सुनकर अमजद बहुत खुश हुआ।उसे यकीन था सारा जरूर बोलेगी।

अमजद=(मन में)अब सारा बहुत घबरा गई है।मुझे इसका ये डर खत्म करना पड़ेगा।
(अमजद तो पहले ही तैयार था इसके लिए)

अमजद=वाह क्या मीठी आवाज है तेरी मेरी रांड।इतनी प्यारी आवाज को तूने अब तक दबा रखी थी।

सारा तो अब भी डर से कांप रही थी।

अमजद एक हाथ से सारा की चूचियां दबा रहा था और दूसरे हाथ से उसकी गांड दबा रहा था।

अमजद=अरे हां तेरी आवाज तो बिलकुल मेरी गुड़िया जैसी है।अब तो मै तुझे गांववालों के हवाले नहीं करूंगा।क्योंकि तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।और जब गांववाले मिलकर तुझे चोदेंगे और तू चिलाएगी,तो मुझे बहुत दुख होगा।क्योंकि तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।

अमजद की बात सुनकर,सारा की सांस में सांस आई।

सारा=(मन में)थैंक गॉड अब्बू मुझे पहचाना नहीं।अब्बू को ये पता नहीं चला कि मैं उनकी गुड़िया हूं।अब्बू सोच रहे हैं कि मेरी आवाज गुड़िया जैसी।शुक्र है ***** ने बचा लिया।और में बोलूंगी तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मैं कितना डर गई थी।पता नहीं मेरी आवाज सुनकर अब्बू का क्या रिएक्शन होगा।पर अब्बू ने मुझे पहचाना नहीं।

अमजद=अब तो तूने तेरे अब्बू की कसम खाई है।अब तो मेरी हर बात मानेगी ना।

सारा ने हां में गर्दन हिलाई।

सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए अमजद बोला।
अमजद=ऐसे नहीं मेरी रांड,अपने मुंह से बोल।अपनी मीठी आवाज को मत दबा।मुझे तेरी आवाज सुननी है।आखिरकार तेरी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।तू अपनी मधुर आवाज से कुछ बोलेगी तो मुझे लगेगा जैसे मेरी गुड़िया बोल रही है।दो साल से मैंने अपनी प्यारी गुड़िया की मधुर आवाज नहीं सुनी।

सारा अपनी तारीफ सुनकर बहुत खुश हो गई।अपने लिए अपने अब्बू के दिल में इतना प्यार देखकर भावुक हो गईं।

अमजद=तो बोल मेरी कुतिया,तू मेरी हर बात मानेगी ना।

सारा=(भावुकता में)जी हां।

अमजद=(सारा की गांड पे थप्पड़ मारते हुए)इतना नहीं मेरी रांड,पूरा बोल।बोल कि अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।तेरी आवाज मुझे मेरी गुड़िया की याद दिलाती है।इसलिए मेरे सवाल का जवाब हां ना में नहीं।बल्कि पूरा बोलके देना।
समझी कुतिया।

सारा=जी समझ गई।अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।

अमजद =(सारा की चूचियां मसलते हुए) हां ये हुई ना बात।वाह मेरी रंडी ।

सारा =(मन में)अब्बू भी कमाल करते है।मेरी आवाज सुनकर कहते है तुम्हारी आवाज मेरी गुड़िया जैसी है।और मुझे गालियां भी देते है।बेचारे अब्बू को तो पता भी नहीं कि वो गालियां अपनी गुड़िया को दे रहे हैं।पता होता तो गालियां थोड़ी देते।पर कोई बात नहीं अब्बू गालियां भी मुझे अच्छी लगती है।

अमजद=अपने अब्बू के नाम से खाई हुई कसम तोड़ेगी तो नहीं।अपने अब्बू से तू सच्चा प्यार करती है,या मुझसे बचने के लिए अपने अब्बू की झूठी कसम खाई है।
बोल मेरी रंडी,मेरी हर बात मानेगी कि नहीं।

सारा=(आवेश में आकर)नहीं, मैं कभी कभी अपनी कसम नहीं तोडूंगी,चाहे मेरी जान चली जाए।और मैं अपने अब्बू से सच्चा प्यार करती हूं।उनकी कभी झूठी कसम नहीं खाऊंगी। और मैं आपकी हर बात मानूंगी।

अमजद=(मन में)चिड़िया फस गई जाल में।अब आएगा मजा।अब तो तुझे अपनी रंडी बनाकर चोदूंगा।


अमजद=तो मेरी शर्त ये है कि मैं तुझे गंदे गंदे शब्दों में सवाल पूछूंगा और तू भी बेशर्म होकर गंदे शब्दों में जवाब देना।

सारा=(मन में)ओह गॉड अब मैं क्या करूं।अब्बू मुझे कितनी भी गंदी गालियां दें,मुझसे कितनी भी गंदी भाषा में बात करें।,मुझे कोई दिक्कत नहीं है। पर मैं कैसे गंदी भाषा बोल सकती हूं।वो भी अब्बू के सामने। माना कि मेने लोगों को एक दूसरे को गालियां देते सुना है,जब वो आपस में लड़ते थे,और नाना के गांव में लोगों को गंदी बातें करते भी सुना है।इन गालियां का मतलब भी मुझे पता।पर मैने कभी किसी से गंदी भाषा में बात नहीं की।माना कि अब्बू को पता नहीं है कि मैं उनकी गुड़िया हूं,पर मुझे तो पता है कि ये मेरे अब्बू है। मैं कैसे अब्बू से गंदी भाषा में बात कर सकती हूं।

अमजद=बोल रंडी चुप क्यों है। बोल करेगी मुझसे गंदी बातें।

सारा=(हकलाते हुए)वो... मैंने... कभी.... गं..दी.. भा.....षा.. में बा...त.. नहीं..की है।

अमजद समझ गया कि सारा को शर्म आ रही है,इसलिए ये गंदी बातें नहीं करना चाहती है।इसकी शर्म मिटाने के लिए इसे उकसाना पड़ेगा।साली बड़ी मुश्किल से पटी है,इसे आसानी से हाथ से नहीं जाने दूंगा।मेरे इस पापी लंड की वजह से इसे गालियां देकर गुनाह तो कर ही दिया है तो अब इस चोदे बिना रह नहीं पाऊंगा।साली बहुत इमोशनल है,इसके जज्बातों के साथ खेलना पड़ेगा।

अमजद=(अपनी चाल चलते हुए)तुझे अगर मेरे साथ गंदी बातें नहीं करनी है, तो कोई बात नहीं।तुझे गंदी भाषा में बात करने की जरूरत नहीं है।

अमजद की बात सुनकर सारा खुश हो गई।सोचने लगी चलो अच्छा हुआ,अब अब्बू से गंदी भाषा में बात नहीं करनी पड़ेगी।

सारा ये सोच ही रही थी।तभी अमजद ने अपनी बात आगे बढ़ाई।

अमजद=साला।मैं ही बेवकूफ था जो तुझपे भरोसा किया।अब मै ना तुझसे ना गंदी बात करने को कहूंगा,और ना तुझे गांववालों के हवाले करूंगा।अब तू जा सकती है। मैं तुझे छोड़ता हूं,तू अपने घर चली जा।
(और अमजद ने सारा को छोड़ दिया,और उससे दूर होकर खड़ा हो गया)

सारा को समझ नहीं आ रहा था कि अब्बू को अचानक क्या हो गया।इतना सब होने के बाद,अब्बू कुछ ऐसा करेंगे ये सारा ने सोचा भी नहीं था।

(अब सारा को क्या पता कि ये अमजद की चाल है,फिल्म तो अभी बाकी है,ये तो सिर्फ ट्रेलर था।और ट्रेलर किसी को कहां समझ में आता है।)

दोस्तों अभी के लिए इतना ही।

जानता हूं अपडेट छोटा है ट्रेलर की तरह।इसके लिए माफी चाहता हूं।
थोड़ा समय का प्रोब्लम है।

पर वादा करते हूं,अगले अपडेट में सारा और अमजद को किचन से बाहर निकालने की पूरी कोशिश करूंगा।

अमजद तो हरामी है ही।पर सारा किचन से क्या बनकर निकलती है ये अगले अपडेट में पता चलेगा।

एक बात और दोस्तों कहानी का प्लॉट थोड़ा बड़ा है, तो आप लोगों को थोड़ा सब्र करना पड़ेगा।

ये अपडेट आप लोगों को कैसा लगा,comment करके जरूर बताएं।

तो फिर मिलते है अगले अपडेट में किसी का लंड खड़ा करने के लिए और किसी की चूत गीली करने के लिए।(वैसे क्या लड़कियां भी xforum में स्टोरी पढ़ती है?)
 

unique kamina

New Member
51
173
34
अपडेट 15

दोस्तों मेरी ये स्टोरी पढ़कर आपको ये तो पता चल गया होगा कि अमजद किस किस्म का इंसान है।अमजद की बीवी शबाना को चुदाई में रूची ना होने की वजह से अमजद हमेशा चुदाई के लिए तड़पता रहा।ऊपर से उसके हमेशा लंड के खड़े रहने की वजह से उसके अंदर चुदाई की आग बढ़ती गई।अमजद मूठ मारकर माल निकलता था और अपने लंड को शांत करता था।मगर उसकी हवस कम होने के बजाए बढ़ने लगी।फिर तो घंटो तक मूठ मारता पर उसका माल नहीं निकलता था।उसकी बीवी तो नींद की गोली लेकर चैन से सो जाती पर अमजद रात भर मूठ मारता पर वो झड़ता नहीं था।फिर जो लड़कियां या औरतें अमजद का मजाक उड़ाती थी,या उसपे हसती थी।अमजद उन औरतों की चुदाई को इमेजिन करके मूठ मारता तब उसका वीर्य निकलता था।फिर उन औरतों को इमेजिन करके उनको गंदी गालियां देता और मूठ मारता था।अमजद इमेजिन करता था साली को रण्डी बनाऊंगा,अपनी रखैल बनाऊंगा,अपनी कुत्तिया बनाकर चोदूंगा।धीरे धीरे अमजद की ये फैंटेसी बन गई।अमजद अपने लंड को शांत करने के लिए किसी को रण्डी बनाने की कल्पना करता था।पर दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के बाद कल्पना सच हो गई।दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के पर अमजद को इतना मजा आया कि वो अब हर लड़की को रण्डी बनाकर चोदना चाहता था।अमजद को लगता था कि उसका लंड सिर्फ उन लड़कियों को देखकर खड़ा होता है,जिन पर अमजद को गुस्सा आता है।कभी अपनी बेटियों पा बुरी नजर नहीं डाली ना कभी उनके बदन को देखकर उसका लंड खड़ा नहीं हुआ।पर दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने के बाद अमजद की सोच बदल गई। जब अमजद का लंड जिया और सारा यानी अपनी बेटियों को देखकर खड़ा हुआ तो अमजद के दिमाग में अपनी बेटियों को लेकर भी हवस जाग गई।और अपनी बेटियों को अपनी रण्डी बनाने का सोच लिया।पर उसने अपने आप से वादा किया कि वो किसी लड़की को जबरदस्ती किसी को नहीं चोदेगा।वो पहले उन लड़कियों को अपनी रण्डी बनने को कहेगा,अगर रण्डी बनी तो चोदेगा नहीं तो नहीं।
और अमजद जानता था कि कोई भी लड़की उसकी रण्डी नहीं बनेगी।पर वो हरामी अमजद था, उसे पता था कि किसी लड़की को अपनी रण्डी कैसे बनाना है।वो ना उन लड़कियों को ना सेड्यूस करेगा ना उन्हें पैसों का लालच देगा,बस अपनी गंदी बातों और तेज दिमाग के बल पर उन्हें रण्डी बनाएगा।वो सब अमजद के जाल में फसेगी पर अमजद को दोष नहीं देगी।अमजद हमेशा उनके लिए एक अच्छा इंसान बनके रहेगा।
वैसे किसी भी लड़की को गालियां या गंदी भाषा पसंद नहीं आती पर अमजद उनपे ऐसा माहौल तैयार करेगा कि अमजद की गालियां उन लड़कियों को अच्छी लगेगी।

(वैसे आमतौर पर कुछ लड़कियों को चुदाई के वक्त गालियां और गंदी बातों में ज्यादा मजा आता है।और वैसे भी चुदाई के वक्त कोई भी समाज सेवा या दुनियादारी की बातें करेगा नहीं)

बहुत हुई बकचोदी अब चलते है किचन में,देखते है क्या हो रहा है।
अमजद के ऐसा कहने से सारा का क्या रिएक्शन होता है,और अमजद आगे क्या बोलता है।

अमजद:साली रण्डी मुझे पता था कि कोई भी लड़की अपने बाप से उतना प्यार नहीं करती,जितना प्यार एक बाप अपनी बेटी से करता है।तू भी बाकी लड़कियों जैसी निकली।अरे तुझे अगर मेरी शर्त नहीं माननी थी तो मना कर देती।अपने बाप की झूठी कसम खाने की क्या जरूरत थी।तुझे पता है जिससे हम प्यार करते हैं या जो हमसे प्यार करते हैं,उनकी झूठी कसम खाने से उसके साथ बहुत बुरा होता है। तेरा जवान गदराया हुआ बदन मेरी आंखों के सामने है,तेरी ये मस्तानी गांड मेरे लंड पे थी तेरी ये बड़ी बड़ी चूचियां मेरे हाथों में थी। मैं तुझे चोद सकता था और तू कुछ भी नहीं कर पाती।फिर भी मैंने तुझे क्यों नहीं चोदा पता है क्योंकि मैं किसी लड़की को उसकी मर्जी के बिना नहीं चोदता,और तेरी ये जवानी देखकर मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा था,लंड भी खड़ा था।मुझे लगा मैं तेरे साथ कहीं जबरदस्ती चुदाई ना कर दूं।इसलिए मैंने अपनी गुड़िया की कसम खाई।और मैं मर भी जाऊं,पर आज रात तुझे नहीं चोदूंगा।क्योंकि मैं अपनी गुड़िया की कसम नहीं तोडूंगा।क्योंकि मुझे पता है,अगर हम किसी हमारे अपने की कसम खाए और तोड़ दें,तो उसके साथ बहुत बुरा होता है।शायद उसकी जान भी चली जाए।

सारा अमजद की बात सुनकर हिल गई।
सोचने लगी:नहीं नहीं,अब्बू को कुछ नहीं होगा। मैं अपनी कसम नहीं तोडूंगी। मैं अपनी कसम निभाऊंगी। चाहे उसके लिए मुझे अब्बू से गंदी बातें करनी पड़े या और भी कुछ गंदा करना पड़े।

अमजद:पर मुझे पता चल गया कि तुझे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा,अगर तेरे बाप को कुछ हो भी जाए।तू एक नंबर की खुदगर्ज लड़की है।तूने मुझे भी निराश कर दिया।तूने जब अपने अब्बू की कसम खाई तब मुझे लगा तू अपने अब्बू बहुत प्यार करती है,और मुझमें ये भी उम्मीद जागी कि मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार करेगी।पर अब मुझे पता चल गया है कि मेरी गुड़िया भी मुझे प्यार नहीं करती है। तू चली जा अपने घर इससे पहले मैं अपना इरादा बदलूं और गांववालो को बुलाऊं।

अमजद की बात सुनकर सारा की आंखों में आंसू आ गए और वो रोने लग गई।

सारा:मैने आपकी बात मानने से इंकार नहीं किया है।वो मैंने कभी गंदी बातें नहीं की है,इसलिए मुझे शर्म आ रही है।

अमजद:बकवास मत कर और चली जा अपने घर। मैं सब समझ रहा हूं तेरा नाटक।अपने बाप की झूठी कसम खाने वाली पे मुझे भरोसा नहीं है।

सारारोते हुए) मैने अपनी अब्बू की झूठी कसम नहीं खाई।मुझे भरोसा कीजिए।

अमजद:भरोसा और तुझपे।तूने अभी अभी अपने बाप की कसम खाई कि तू मेरी बात मानेगी।और अभी के अभी मेरी बात नहीं मानी और कसम तोड़ भी दी।

सारा:नहीं मैने अपने अब्बू की कसम नहीं तोड़ी है। मैं आपकी हर बात मानूंगी। आप जो कहेंगे वो करूंगी।

अमजद:अभी तो तू कह रही है कि मेरी बात मानेगी,पर थोड़ी देर बाद तू फिर से नाटक करेगी।

सारा:नहीं मैं कोई नाटक करूंगी।मैने अपने अब्बू की कसम खाई है।

अमजद: नहीं तू नहीं कर पाएगी मुझसे गंदी बातें।

सारा: मैं करूंगी आपसे गंदी बातें।आप मेरा यकीन कीजिए।

अमजद:ठीक है मैं तुझे आखरी मौका देता हूं।अब अगर तूने थोड़ा सा भी ना नुकर किया तो, मैं तुझे धक्के मारकर अपने घर से निकाल दूंगा।और उसके बाद तेरे कसम तोड़ने से तेरे बाप के साथ कुछ भी गलत हुआ,उसकी जिम्मेदार तू होगी।

सारा:मेरे अब्बू के साथ कुछ नहीं होगा क्योंकि मैं अपनी कसम तोडूंगी नहीं।अब मैं आपकी हर बात मानूंगी।

अमजद: तो तू मेरे गंदे सवालों के गंदे जवाब देने के लिए तैयार है।

सारा:हां मैं तैयार हूं।

(सारा ने सोचा अब्बू के लिए मुझे गंदी भाषा बोलने ही पड़ेगी,बेटियां अपने बाप के लिए क्या क्या नहीं करती है,मुझे तो बस थोड़ी गंदी बातें करनी है।वो भी किसी गैर से नहीं अपने अब्बू से।और अंधेरे की वजह से अब्बू मुझे पहचान भी नहीं पा रहे है।तो किसी को पता भी नहीं चलेगा।मेरी इज्जत भी बची रहेगी। अगर मैने अब्बू की बात नहीं मानी तो मेरी कसम टूट जाएगी,मेरी कसम टूटने से अब्बू को कुछ हो गया तो हम सबका क्या होगा।और मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।)

अमजद : तो मेरी रण्डी तू तैयार है।

सारा:जी मैं तैयार हूं।

अमजद कुछ बोलता उससे पहले किसी के कदमों की आहट हुई।

अमजद और सारा दोनो घबरा गए। दोनों को गांड फट गई।

अमजद ने मन गाली दी:अब इस समय किसकी चूत में खुजली हुई है।कोन अपनी चूत मरवाने आ रही है।

सारा की तो ज्यादा गांड फट गई थी।वो तो ये सोचकर कांप उठी कि अब्बू अब मुझे देख लेंगे।और हम दोनों एक दूसरे से कभी नजर नहीं मिला पाएंगे।

फिर अमजद ने अपने आप को संभाला।

अमजद:सुन रण्डी,शायद मेरी बीवी या बेटी पानी पीने आ रही है, वो किचन में आते ही लाइट ऑन करेगी और तुझे देख लेंगी।मेरा तो कुछ नहीं पर तेरी खैर नहीं।तू एक काम कर फ्रिज के पीछे जगह है वहां छुप जा,आ तुझे जगह बताता हूं। बाकी मैं संभाल लूंगा।

सारा कोई कुछ समझ में नहीं आ रहा था,फिर भी अमजद के कहने पर वो फ्रिज के पीछे दीवार की तरफ मुंह करके खड़ी हो गई।

उन कदमों की आहट जब किचन के पास आने लगी तो अमजद ने लाइट ऑन कर दी और जल्दी से फ्रिज के पास खड़ा हो गया। ऐसे खड़ा हुआ को सारा किसी को दिखाई ना दें।और फ्रिज खोलकर पानी की बॉटल निकालने लगा।तभी किचन के अंदर हीना दाखिल हुई।

तो दोस्तों वो हीना थी और जब किचन की तरफ आ रही थी तो उसने किचन की लाइट ऑन होते हुए देखी।उसने सोचा जिया या सारा होगी।जब किचन में अपने अब्बू को देखा तो उसने पूछा।

हीना: अब्बू आप पानी पीने किचन में आए है,अम्मी पानी रखना भूल गई क्या।

अमजद (मन में):साली तू भी पानी रखना भूल गई थी क्या को यहां रंग में भंग डालने आ गई।अब तो तुझे भी चोदना पड़ेगा।पहले इस साली रण्डी सारा ने मेरा माल निकलने नहीं दिया और अब जब मैं इस कुतिया सारा को पटा रहा था तो तू अपनी बड़ी गांड मटकाती हुई आ गई।साली लगता है सारा से पहले तुझे चोदना पड़ेगा।

सारा:अब्बू क्या सोचने लग गए।

अमजद:हां बेटी वो तुम्हारी अम्मी मेरा पानी(वीर्य) निकालना भूल गई फ्रिज से।मुझे प्यास लगी तो मैं खुद आ किचन में पानी निकालने मेरा मतलब पीने।तुझे पता है तेरी अम्मी का नींद की गोलियां खाकर सोती है तो सुबह ही उठेगी।इसलिए मैं खुद आ गया। तूने भी आज पानी नहीं निकाला फ्रिज से अपने लिए।

हीना:वो अब्बू मैं भी भूल गई थी,अब जब प्यास लगी तो पीने आ गई।

अमजदपानी की बॉटल हीना की तरफ करके)ले बेटी तू पी ले तुझे ज्यादा प्यास लगी होगी।

हीना:अरे नहीं अब्बू आप पीजिए। मैं बाद में पी लूंगी।

अमजदहंसते हुए)अपने अब्बू से होशियारी,चुप चाप पानी पी ले। मैं अपनी प्यास बुझाऊं और मेरी बेटी प्यासी रहे ये मैं कभी नहीं होने दूंगा।(यहां अमजद डबल मीनिंग में बात कर रहा था पर हीना को बस अपने बाप का प्यार दिख रहा था,वो भी बाप बेटी वाला।)

हीना भी हंसते हुए:ठीक है अब्बू लाइए।पहले मैं पानी पी लेती हूं।

और अमजद ने हीना को बॉटल पकड़ाई और हीना पानी पीने लगी।

हीना और अमजद हस हंसकर बात कर रहे थे और सारा की मां चुदी पड़ी थी।सारा तो बस यहीं दुआ कर रही थी कि हीना जल्दी से पानी पीकर चली जाए और अब्बू लाइट बंद कर दें।

हीना ने पानी पिया और बॉटल अमजद को देते हुए बोली:ये लो अब्बू बॉटल,आपकी बेटी को प्यास तो बुझ गई और अब आप अपनी प्यास बुझाएं।

अगले ही पल उसे एहसास हुआ कि उसने क्या बोल दिया,हीना को ओकवार्ड फील होने लगा तो बोली:आप पानी पीजिए मुझे बहुत नींद आ रही है। मैं चलती हूं।

हीना के जाते ही अमजद मन में बोला:साली तेरी प्यास तो मैं बुझाऊंगा अपने लंड से।और मेरी प्यास भी तेरी चूत और गांड मारके ही बुझेगी।

हीना तो चली गई, पर सारा की अब भी फटी हुई थी।सारा चाह रही थी कि अब्बू जल्दी से लाइट बंद कर दें।ताकि उसका चेहरा ना देख पाए।

अमजद:फिक्र मत कर कुतिया मैं लाइट बंद कर रहा हूं।जब तुझे आज चोदना ही नहीं है तो लाइट ऑन रख के क्या करना है।बस थोड़ी देर बातें करनी है,फिर तू चली जाना अपने घर।

अमजद ने लाइट बंद कर दी।
लाइट बंद होते ही सारा की जान में जान आई।

अमजद:देख रण्डी,यहां बात नहीं कर सकते।यहां फिर कोई पानी पीने आ सकता है।एक काम करते है।घर के बाहर एक स्टोर रूम बना हुआ है,वहां चलके बात करते है। मैं अपने कमरे में जाता हूं तबतक तू स्टोर रूम में चली जा, मैं थोड़ी देर में आता हूं।और हां तुझे भागना है तो भाग जा अच्छा मौका है।

सारा अब फैसला कर चुकी थी कि अब जो भी हो वो कसम नहीं तोड़ेगी।

सारा: मैं नहीं भागूंगी।

अमजद:ठीक है।

अमजद किचन से बाहर निकला और अपने रूम में चला गया,अमजद के जाते ही सारा किचन से बाहर निकली और घर का मैन डोर खोलके बाहर स्टोर रूम की तरफ चली गई।अमजद अपने रूम में गया,स्टोर रूम की चाबी ली और रूम से बाहर निकलने लगा तभी उसे रूम में उसे हिजाब(मुस्लिम औरते अपने चेहरे पे पर्दा करती है,एक टाइप का कपड़ा।) दिखा।अमजद ने वो कपड़ा उठाया और बाहर स्टोर रूम की तरफ चल पड़ा।

पता नहीं अमजद के मन में क्या चल रहा था।

बाहर भी लाइट ऑन थी।सारा स्टोर रूम के पास अपना मुंह छुपा कर खड़ी थी।उजाले में सारा की गांड देखकर अमजद के लंड ने झटका खाया।

अमजद ने घर का मैन डोर बंद किया और अमजद सारा के पास गया और उसे वो कपड़ा देते हुए बोला: मैं स्टोर रूम खोलता हूं तब तक तू इससे अपना चेहरा ढक लो।

सारा ने पीछे देखे बिना वो कपड़ा लिया ओर जल्दी से पर्दा कर लिया।सारा खुश हो गई।

अमजद ने स्टोर रूम खोला और लाइट ऑन कर दी।
अमजद:अंदर आजा रांड।

सारा धीरे धीरे स्टोर रूम में दाखिल हो गई।और अमजद ने स्टोर रूम का दरवाजा बंद कर दिया,ताकि स्टोर रूम की लाइट बाहर ना पड़े।

अमजद के स्टोर रूम में लाने और दरवाजा बंद करने से सारा को डर तो लगा।पर फिर उसने सोचा अब्बू ने मेरी कसम खाई है,वो मेरे साथ सेक्स नहीं करेंगे।जब अब्बू अपनी कसम नहीं तोड़ रहें हैं तो मैं भी अपनी कसम नहीं तोडूंगी।और अब्बू की हर बात मानूंगी,फिर चाहे वो कितनी भी गंदी हो।

अमजद:वाह रांड क्या बदन है तेरा।अंधेरे में कुछ दिखाई नहीं दे रहा था,पर उजाले में तेरी चूचियां तो बहुत बड़ी दिख रही। जरा पलट कर अपनी गांड दिखा।

सारा के पास कोई चारा नहीं था अमजद की बात मानने के सिवा,तो सारा शर्माते हुए पलट गई।

इतने नजदीक से सारा की इतनी बड़ी गद्देदार गांड देखकर अमजद पागल सा हो गया।

अमजद:वाह कुतिया क्या मस्तानी गांड है।बड़ी गांड मेरी हमेशा फेवरेट रही है।तेरी गांड देखकर मेरा लंड झटके मार रहा है,मेरा लंड तेरी इस मस्तानी गांड में घुसना चाहता है।पर आज तेरी गांड नहीं मार सकता।

सारा अमजद की इतनी गंदी बातें सुनकर शर्म से पानी पानी हो गई थी।पर वो कुछ नहीं कर सकती थी।वो मजबूर थी।

अमजद:तुझे मेरी खुली बातें सुनकर शर्म आती होगी ना। और हां मेरे हर सवाल का जवाब अपने मुंह से बोलकर दें।गर्दन मत हिलाना।

सारा: जी।

अमजद:क्यों शर्म आती है।

सारा:मैने ऐसी बातें पहले कभी नहीं की है, ना किसी ने मुझसे ऐसे बात की।

अमजद:देखो आमतौर पर मैं भी किसी लड़की से ऐसे बात नहीं करता।पर जब मेरा लंड खड़ा होता या मुझे गुस्सा आता है तो मैं ऐसी बातें करता हूं।और तो मुझे डबल गुस्सा आया है।एक तो तू चोरी करने मेरे घर आई और दूसरी बात जब किचन में तूने बर्तन गिराया तब मैं मूठ मार रहा था,और जैसे ही मेरा पानी निकलने वाला था,तुमने डिस्टर्ब कर दिया।और जब कोई मेरा पानी निकलने नहीं देता तब मुझे बहुत गुस्सा आता है।मन तो किया तुझे जबरदस्ती चोद दूं,पर जबरदस्ती चोदना मेरा स्टाईल नहीं है।और अब तो मेने अपनी गुड़िया की कसम खाई है, तो तू अगर अपनी मर्जी से चुदवाएगी तो भी आज नहीं चोदूंगा।इसलिए मैं सिर्फ तुझे गंदी बातें करूंगा और तेरी गांड और चूचियों को याद करके मूठ मारकर अपना पानी निकाल दूंगा।तो अब तो तू मुझसे गंदी बातें करेगी ना।

सारा को शर्म तो बहुत आ रही थी।फिर भी शर्माते हुए बोली:जी मैं आपसे गंदी बातें करूंगी।

अमजद: मैं बहुत गंदा बोलूंगा,और तुझे भी गंदा बोलना होगा।अगर तूने मेरी बात नहीं मानी और गंदा ना बोला तो तेरी कसम टूट जाएगी।अब तुझे दो मिनट का वक्त देता हूं,तू फैसला कर ले।तुझे मेरे साथ चुदाई की बातें करनी है या फिर अपनी कसम तोड़कर घर जाना है,अगर तू घर जाना चाहती है तो मैं तुझे रोकूंगा नहीं।फैसला तेरा है।अगर तूने बाद में जरा सा भी नाटक किया तो तू जानती है तेरे साथ क्या होगा।

सारामन में)जानती हूं अब्बू मेरे साथ सेक्स नहीं करेंगे।पर गंदी बातें जरूर करेंगे।मुझे अपने आप को मजबूत बनाना होगा।मुझे अब बेशर्म बनना पड़ेगा।अगर में बेशर्म होकर अब्बू से गंदी बातें नहीं करूंगी तो,अब्बू मुझे भगा देंगे।अब्बू हर बात माननी पड़ेगी।अगर मैने इंकार किया तो मेरी कसम टूट जाएगी।मेरी कसम टूटने से अब्बू को कुछ हो गया तो।नहीं नहीं,अब्बू को कुछ नहीं होगा।क्योंकि मैं अपनी कसम नहीं तोडूंगी।ठीक है सारा अब तैयार हो जा।

सारा ने पक्का फैसला कर लिया था।

अमजद उसका चेहरा तो नहीं देख पा रहा था, पर उसकी आंखो से अमजद जान गया था कि सारा ने क्या फैसला किया है।वैसे अमजद तो पहले से जानता था कि सारा क्या फेसला करेगी।

अमजद:तो कुतिया क्या फैसला किया तूने।गंदी बातें या घर जाना है।

साराअपनी आवाज में कांफिडेंट लाते हुए)गंदी बाते करनी है।

अमजद:तेरी मर्जी।पर एक तो मुझे पता चली कि तू अपने अब्बू से सच में प्यार करती है।पर कितना करती है,ये तो तब पता चलेगा जब तू बेशर्म होकर मेरे सवालों के जवाब देगी। तो तू तैयार है ।

सारा:जी मैं तैयार हूं।

अमजद:तो बता तेरी पसंदीदा हीरोइन कोन है।

सारा:विद्या बालन मेरी फेवरेट हीरोइन है।
(सारा खुश हुई।सारा को लगा अमजद उससे इस नॉर्मल सवाल पूछेंगे।पर वो हरामी अमजद को ठीक से जानती नहीं थी।)

अमजद:विद्या बालन तो मुझे भी पसंद है।पर तुझे विद्या बालन क्यों पसंद है।

सारा: ऐसे ही पसंद है।वो बहुत अच्छी एक्टिंग करती है।

अमजद:ये सच नहीं है,तुझे विद्या बालन एक्टिंग की वजह से नहीं बल्कि इसलिए पसंद है क्योंकि उसकी गांड और चूचियां तेरी गांड और चूचियां जैसी बड़ी बड़ी है।वो भी तेरी तरह गदराई हुई है। मैने सही कहा ना। जवाब मजेदार होना चाहिए।तुझे भले ही अच्छा ना लगे पर तेरा जवाब सुनके मुझे मजा आना चाहिए।

सारा अमजद की बात से हैरान नहीं हुई।सारा को पता था अमजद उससे ऐसे ही गंदी बातें करेगा।सारा अब अमजद को नाराज नहीं करना चाहती थी। इसलिए उसने अमजद को जैसा जवाब सुनना था, वैसा ही जवाब देने का फैसला किया।

सारा:जी आपने सही कहा।उसकी वो मेरी जेसी है इसलिए मुझे विद्या बालन पसंद है।

अमजद:रण्डी साली,वो वो क्या कर रही है।खुल कर बोल।वो वो मत बोल गांड और चूचियां बोल।मुझे अच्छा लगेगा।

साराकांपते होठों से)जी विद्या बालन की गा...न..ड और चू....ची...या मेरी तरह बड़ी है इसलिए मुझे विद्या बालन पसंद है।

सारा बड़ी मुश्किल से गांड और चूचियां बोल पाई थी।

अमजद:ये तो तू सच बोल रही है। मैने भी कई बार उसकी वीडियो देख के मूठ मारी है।

अमजद:अच्छा मेरी कुतिया का फवरेट हीरो कौन है।

सारा:सलमान खान और नाना पाटेकर।

अमजद:क्या बात है,वैसे इन दोनो को क्यों पसंद करती है।

सारा:सलमान खान हैंडसम है और उनकी बॉडी भी सबसे अच्छी है और नाना पाटेकर के जेसी एक्टिंग कोई नहीं कर सकता है।इसलिए मुझे बहुत पसंद है दोनों।

अमजद:अच्छा तूने कभी उन दोनों को याद करके अपनी चूत में उंगली की है।

सारा:नहीं कभी नहीं की।

अमजद:साली रण्डी, बोला ना पूरा खुलकर जवाब दे।चूत और उंगली भी बोल।

साराहकलाते हुए)मैने कभी उनको याद करके अपनी चू....त में उं..ग.ली नहीं की है।

अमजद:हां इस खुलकर बोल।और ये हकलाना छोड़।बेशर्म होकर बोल।तू जितनी बेशर्मी दिखाएगी,उतना मुझे मजा आएगा,और में तेरी बेशर्मी को याद करके मूठ मारकर अपना पानी निकाल दूंगा। बोल बेशर्म होकर बोलेगी।

सारा:जी,अब मैं बेशर्म होकर जवाब दूंगी।

अमजद:तुझे मैं गालियां दे रहा हूं तुझे बुरा तो नहीं लग रहा है।

सारा:नहीं आपकी गालियां सुनकर मुझे बुरा नहीं लग रहा है।

अमजद: मेरी गालियां से तुझे मजा आ रहा है।अगर तुझे बुरा लग रहा है तो मैं तुझे गालियां नहीं दूंगा।पर मुझे तुझे गालियां देकर बहुत मजा आ रहा है।

सारा अब अमजद को नाराज नहीं करना चाहती थी।उसे अमजद की गालियां अच्छी तो नहीं लग रही थी,पर उसके पास कोई चारा नहीं था।वो तो आप सब जानते ही हैं।

सारा:मुझे आपकी गालियां सुनकर बुरा नहीं लग रहा है।मुझे गालियां सुनकर मजा आ रहा है।आप गालियां दीजिए मैं बुरा नहीं मानूंगी।

अमजद समझ गया था,अब सारा उसकी हर बात मानेगी।पर इसके मजे लेने के लिए, इसे गर्म करना पड़ेगा।

अमजद:एक बात बता,अगर तूने चुदाई नहीं करवाई है,तो तेरी गांड और चूचियां इतनी बड़ी कैसे हो गई।

सारा:मुझे पता मेरी गांड और चूचियां कैसे बड़ी हो गई।

इस बार सारा गांड और चूचियां बोलने में हकलाई नहीं थी।

अमजद:तेरी कितनी सहेलियां की चूचियां और गांड तेरे जितनी बड़ी है।

सारा:मेरी किसी भी सहेली की गांड और चूचियां मेरी जितनी बड़ी नहीं है।

अमजद:फिर तो तेरी सहेलियां तुझसे बहुत जलती होगी,तेरी बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां देखकर।

सारा:नहीं जलती नहीं है,पर मेरा मजाक उड़ाती है।कहती है कि मैं मोटी हूं।

अमजद:तेरी सहेलियां तुझसे झूठ बोलती है।तू मोटी नहीं गदराई हुई है।तेरे जेसी गांड और चूचियां पाने के लिए लड़कियां क्या क्या नहीं करती है।वो अपनी चूचियां दबवाती है,गांड मरवाती है।दवाई भी लेती है।कोई भी मर्द पतली लड़कियों को पसंद नहीं करते।मर्दों को तो तेरी जैसी बड़ी गांड और बड़ी बड़ी चूचियां वाली लड़कियां अच्छी लगती है।मुझे भी तेरे जेसी गदराई हुए लड़कियां पसंद है।

अमजद:अच्छा तूने किसी लड़की की नंगी गांड देखी है।

सारा :नहीं मैने किसी लड़की की नंगी गांड नहीं देखी है।

अमजद:किसी लड़की की नंगी चूत और चूचियां देखी है।

सारा:नहीं मैने किसी की चूत नहीं देखी है पर एक बार लड़की की चूचियां देखी थी।जब वो नहा रही थी।

अमजद: कैसी थी उसकी चूचियां। छोटी या तेरे जेसी बड़ी चूचियां।

सारा:मेरे जेसी बड़ी चूचियां नहीं थी उसकी।उसकी चूचियां बहुत छोटी थी।

अमजद:तू अपनी चूचियां को रोज देखती होगी ना।

सारा: हां मैं अपनी चूचियां रोज नहाते समय देखती हूं।

अमजद:और नहाते समय चूचियां रगड़ रगड़ कर धोती होगी और चूचियां को दबाती भी होगी।

सारा: जी, मैं अपनी चूचियां को रगड़ रगड़ कर धोती हूं,और चूचियां को दबाती भी हूं।

अमजद:तुझे मजा आता होगा।

सारा:हां मुझे बहुत मजा आता है।

अमजद:और अपनी इस मस्तानी गांड को।

सारा: मैं अपनी गांड को भी रगड़ कर धोती हूं और दबाती भी हूं।और मुझे बहुत मजा आता है।

अब सारा को गंदी बातें बोलने में और सुनने में ज्यादा शर्म नहीं आ रही थी।उसे लग रहा था जैसे वो नॉर्मल बातें कर रही है।

अमजद:अच्छा तूने कभी लंड देखा है।

सारा:नहीं मैने कभी लं...ड नहीं देखा।

अमजद: अरे मेरी रांड शर्मा मत।जैसे चूचियां,गांड और चूत का नाम लेती है वैसे ही लंड का नाम ले।

सारा: सॉरी गलती हो गई अब खुलकर लंड का नाम लूंगी।

लंड,चूत,गांड,चूचियां जैसे शब्द बोलकर और सुनकर सारा की चूत में भी हलचल होने लगी थी।कितनी भी शरीफ लड़की थी,पर थी तो एक लड़की ही ना।

अमजद:अच्छा क्या मैं तेरी को हाथ में ले लूं।थोड़ी तेरी चूचियां को दबाना चाहता हूं।हां तुझे अच्छा नहीं लग रहा है तो तू मना कर दे। मैं तुझे गंदा लगता हूं तो तू ना बोल दे।वैसे मैने तेरी चूचियां और गांड को किचन में भी दबाया था और तूने अपनी गांड मेरे लंड पर भी रगड़ी थी।पर उस वक्त मैं गुस्से में था तो फील नहीं कर पाया था। मैं जानता हूं तूने कसम खाई है इसलिए तू मना नही करेगी।पर फिर भी मैं तुजसे पूछ रहा हूं।क्योंकि मैं किसी भी लड़की की मर्जी के बिना उसे हाथ नहीं लगाता,चोदना तो दूर की बात। अब जवाब दे।

सारा (मन में):अब्बू बुरे नहीं है।वो चाहते तो मेरे साथ सेक्स भी कर सकते थे और मैं कुछ भी कर सकती थी।पर उन्होंने मेरे साथ सेक्स नहीं किया।वो बस मुझे छूना चाहते हैं,इसमें कोई बुराई नहीं है।वैसे भी वो पहले भी मेरी गांड और चूचियां को दबा चुके है।और मैं अपनी गांड उनके लंड पर रगड़ चुकी हूं। हाए मैं भी कितनी गंदी बातें बोल रही हूं अब्बू के चक्कर में।अब्बू मुझे पक्का बेशर्म बना देंगे।शुक्र है मन में बोला है।अब तो चाहते हैं मैं बेशर्म बनूं तो।बेशर्म बनना पड़ेगा,वैसे भी ये दिन हर लड़की के जिंदगी में एक बार जरूर आता है।।अब मुझे पक्का पता है अब्बू मुझे चोदेंगे नही, हाए मैं कितना गंदा बोल रही हूं।तो बेशर्म बन कर पूरा साथ दूं अब्बू का ताकि अब्बू नाराज ना हो।बेचारे अब्बू का भी काम हो जाए।हिहिहिही। और ये मेरी चूत में खुजली क्यों हो रही है।
 

unique kamina

New Member
51
173
34
अपडेट 16 (मेगा अपडेट)

सारा:जी आप मेरी चूचियां को हाथ लगा सकते हैं।

सारा ने बोल तो दिया था,पर उसे बहुत अजीब लग रहा था।क्योंकि एक बेटी अपने अब्बू से कर रही थी कि आप मेरी चूचियां दबा दो।

इतनी देर अमजद सारा से दूर खड़ा था।सारा के हां बोलने पर अमजद उसके पास गया और अपने हाथ सारा की चूचियां को तरफ बढ़ाने लगा।
जैसे जैसे अमजद के हाथ सारा की चूचियां की तरफ बढ़ रहे थे।सारा की धड़कने तेज हो रही थी।

और अमजद ने जैसे ही सारा की चूचियां पर अपने हाथ रखे,सारा ने आंखे बंद कर ली।सारा के लिए खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा था।उसके बदन में एक करंट सा दौड़ गया।उसकी चूत फुदकने लगी।
किसी भी जवान लड़की की चूचियां को कोई मर्द छुए,वो भी उसकी मर्जी से, तो गर्म तो होगी ही।

अमजद:वाह मेरी रांड,क्या चूचियां। है तेरी इतनी बड़ी और इतनी टाईट चूचियां मैने कभी नहीं देखी।बता मेरी कुतिया,क्या मैं तेरी चूचियां को दबा लूं।

सारा सिसकते हुए:जी दबा लीजिए।

अमजद सारा की चूचियां को हल्के हल्के दबाने लगा।

अमजद:ओह मेरी रण्डी, ऐसे ही मेरा साथ देती रह। कमाल की चूचियां है तेरी।तुझे मजा आ रहा है मेरी रण्डी।

सारा आह भरते हुए:हां मुझे बहुत मजा आ रहा है।

अमजद:बता मेरी रण्डी,तेरी चूचियां को जोर से दबाऊँ या धीरे धीरे।

सारा: जैसा आपका मन करे। वैसे दबाइए।

अमजद:मुझे तो तेरी चूचियां को नंगी करके दबाना है।

सारा:तो दबा लीजिए।

अमजद:तो टी शर्ट को उतार दे।

सारा:ओह मुझे शर्म आती है,आप ही उतार दो।

अमजद:(अपनी बेटी की चूचियां मसलते हुए) ऐसे शर्माएगी तो मुझे मजा नहीं आएगा।तू खुद उतार अपनी टी शर्ट ।बेशर्म बन।तू खुद उतरेगी तो मुझे लगेगा कि मैं तेरे साथ जबरदस्ती नहीं कर रहा हूं,तू अपनी मर्जी से नंगी होना चाहती है।

सारा:ओह आप तो मुझे पूरा बेशर्म बना कर छोड़ेंगे। मैं खुद कह रही हूं की आप मेरी टी शर्ट उतार दो।

अमजद:मेरी रण्डी,मजा तो बेशर्म होने में है।तू शरमाएगी तो तुझे मजा नहीं आएगा।अगर तुझे मजा नहीं आएगा तो मुझे भी मजा नहीं आएगा।मुझे लगेगा मैं तेरे साथ जबरदस्ती कर रहा हूं।इसलिए तू बेशर्मी दिखा।और उतार अपनी टी शर्ट।

सारा:ठीक है उतारती हूं।मुझे आपकी माननी है।और आपको मजा भी देना है।

और सारा कांपते हाथों से अपनी टी शर्ट उतारने लगती है।

सारा ने धीरे धीरे अपनी टी शर्ट उतारी।

अमजद सारा के पीछे खड़ा था।अमजद की हाइट सारा से ज्यादा थी।तो अमजद पीछे खड़ा होकर भी सारा की चूचियां को आराम से देख सकता था।
सारा ने ब्रा नही पहनी थी।सारा की नारियल जैसी बड़ी चूचियां देखकर अमजद का लंड फटने लगा।शबाना की भी चूचियां बड़ी थी पर सारा की चूचियां तो कयामत थी जो अमजद दिल और लंड में आग लगा रही थी।चूचियां इतनी बड़ी थी पर निप्पल बहुत छोटे थे।बिलकुल जैपनीज पोर्न स्टार के जैसे।

अमजद ने अपनी बेटी सारा की चूचियां पर हाथ रखा और सहलाने लगा।और धीरे धीरे चूचियों को दबाने भी लगा।

अमजद सारा की बड़ी बड़ी चूचियां को अपने हाथों में महसूस कर के बेकाबू होने लगा।

अमजद:आह मेरी रण्डी,क्या चूचियां है तेरी। ऐसी चूचियां मैने अपनी लाइफ में नहीं देखी है।तेरी चूचियां देखकर और इन्हे दबाकर मुझे बहुत मजा आ रहा है।इतना मजा तो किसी को चोदकर भी नहीं आता है।तेरे बदन में एक अजीब सा नशा है।तेरी जैसी कामुक लड़की मैने आज तक नहीं देखी।काश तुझे एकबार चोद पाता।तेरी ये बड़ी गांड मार पाता।

सारा अपनी तारीफ सुनकर बहुत खुश हुई।और अमजद के मुंह से चुदाई की बाते सुनकर सारा को बहुत मजा आ रहा था।और सारा अब बहुत गर्म हो गई थी।

अमजद:आह मेरी रांड,अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है।बोल मेरी कुतिया,क्या मैं तेरी गांड पर अपना लौड़ा रगड़ दूं।तेरी ये कातिल जवानी मुझे पागल कर रही है।तुझे आज चोद तो नहीं सकता।अपना लंड तो रगड़ सकता हूं तेरी गांड पे।

अमजद की बातों से सारा की चूत से पानी बहने लगा।वो बहुत गर्म हो गई थी।अमजद की गंदी बातें अब सारा को बहुत मजा दे रही थी।सारा अब अपना होश खोने लगी थी।

सारा:आह.. सी.. रगड़ दीजिए अपना लंड मेरी गांड पर।

अमजद:तुझे अच्छा लगेगा?जब मैं अपना लंड तेरी गांड पे रगडूंगा तो।तुझे बुरा तो नहीं लगेगा मेरी रण्डी।

सारा:आह,.. मुझे बुरा नहीं लगेगा।मुझे बहुत अच्छा लगेगा आपका लंड अपनी गांड पर।

अमजद बहुत खुश हुआ और सोचने लगा साली रण्डी अब लाइन पर आ रही है।लगता है इसकी भी चूत में अब आग लगी है।पर आज इसे चोदूंगा नहीं।आज इसे बहुत तड़पाऊंगा चुदाई की आग में।ताकि ये मुझसे चुदने के लिए खुद कहे।मेरी रण्डी बन कर रहे।

अमजद:ठीक है मेरी रण्डी,तो ये ले मेरा लौड़ा अपनी गांड पर।

और अमजद ने अपना लौड़ा सारा की गांड से सटा दिया।और सारा की चुचिया दबाते हुए उसकी गांड पर लोड़ा रगड़ने लगा।लोड़ा ऐसे रगड़ रहा था जैसे सारा की गांड मार रहा हो।

सारा की मखमली गांड पर अपना लौड़ा रगड़ कर अमजद को बहुत मजा आ रहा था।और सारा को भी अपनी गांड पर अपने अब्बू का लोड़ा रगड़वा कर बहुत मजा आ रहा था।सारा पहली बार जवानी के मजे ले रही।सारा सोच रही थी कि ये मजा कभी खत्म ना हो।

अमजद:बोल मेरी रण्डी तुझे मजा आ रहा है।

सारा:आह...ओह.. हां मुझे बहुत मजा आ रहा है।ऐसा मजा मुझे कभी नहीं आया।

अमजद:अगर तू मेरा साथ देती रही और बेशर्म होकर मेरे सवालों के जवाब देती रही तो तुझे और ज्यादा मजा आयेगा।बोल लेना चाहती न मजा।

सारा:ओह... हां मैं मजा लेना चाहती हूं।और मैं आपका पूरा साथ दूंगी।और बेशर्म होकर जवाब भी दूंगी,आपके सवालों के।

अमजद सारा की मनोदशा समझते हुए।

अमजद:बोल मेरी कुतिया,और मजा लेना चाहती है।

सारा:(मदहोशी में)हां मैं और मजा लेना चाहती हूं।

अमजद सारा को अपनी रण्डी बनाने के लिए पूरी तैयार करना चाहता था।

अमजद:तो ऐसे पेंट के ऊपर से तेरी गांड पर लोड़ा रगड़ने से मजा नहीं आएगा।अपनी पेंट उतार।फिर मैं अपना लौड़ा तेरी नंगी गांड पर रगड़ता हूं।तब तुझे ज्यादा मजा आयेगा।बोल नंगी गांड पे लोड़ा रगड़वाएगी।

सारा:आह.. फिर तो मैं पूरी नंगी हो जाऊंगी।

अमजद:क्यों नंगी होने में तुझे शर्म आ रही है क्या।फिर तो तू दिव्या की तरह जिंदगी और चुदाई के मजे नहीं ले पाएगी। और वैसे भी तूने नकाब पहना हुआ है।तो तू पूरी नंगी कहां से होगी।

यहां अमजद ने एक दांव खेला था।या तो सारा हाथ से निकल जाएगी या एक लड़की होकर दूसरी लड़की से जल कर अमजद की रण्डी बन जाएगी।

सारा:कोन दिव्या।

अमजद: अरे वोही गांव के सरपंच गोविंद की बेटी।

सारा: वो कैसे मजे ले रही है।और आपको कैसे पता।

अमजद:वो तुम्हे तब बताऊंगा जब तू अपनी पेंट उतारेगी और अपनी नहीं गांड मेरे लोड़े पर रगड़ेगी।और साबित करेगी कि तू दिव्या जितनी हिम्मतवाली है या उससे कम।या दिव्या ज्यादा हिम्मत है तुझमें।

सारा: मैं दिव्या से ज्यादा हिम्मतवाली हूं। मैं अभी अपनी पेंट उतारती हूं। और अपनी नंगी गांड आपके लंड पर रगड़ती हूं।

अमजद:तो फिर मैं भी अपना कच्छा उतार देता हूं।ताकि मेरा लौड़ा भी नंगा हो जाए।और तेरी गांड पर अच्छे से फील कर सकूं। अब जल्दी से अपनी पेंट उतार और अपनी हसीन गांड का दीदार करवा मुझे।

सारा: मेरा गांड का दीदार तो तब करेंगे,जब मैं अपनी पेंट उतारूंगी।और पेंट तब उतारूंगी जब आप मुझे छोड़ोगे। ऐसे ही मेरी चूचियां पकड़कर खड़े रहेंगे तो मैं अपनी पेंट कैसे उतारूंगी।

अब सारा भी खुल चुकी थी।और वो बेशर्म होकर बोल रही थी।उसे अब ऐसी बातें करने में कोई शर्म नहीं आ रही थी।

अमजद:क्या करूं मेरी रांड तेरी चूचियां है ऐसी,छोड़ने का मन ही नहीं कर रहा है।और तेरे बदन की मादक खुशबू मुझे तुझसे दूर जाने नहीं दे रही है।

सारा:फिर तो दबाते रहिए मेरी चूचियों को और भूल जाइए मेरी गांड को।

अमजद: अरे नहीं नहीं,ऐसा जुल्म मत कर मेरी कुतिया।मुझे तेरी गांड देखनी है।और तेरी गांड पे अपना लंड भी रगड़ना है। चल तुझे छोड़ता हूं।अपनी पेंट उतार रण्डी।

सारा हस्ते हुए:अब आए ना लाइन पे।आप तो मुझे पूरी नंगी करके,बेशर्म बना देंगे।

और सारा ने अपनी इलास्टिक वाली पेंट नीचे की और झुककर उतारने लगी। सारा ने पेंट के नीचे पेंटी भी नहीं पहनी थी।

सारा की इतनी बड़ी गांड को नंगी देखकर अमजद पागल हो गया।उसका मन किया अभी अपना लौड़ा सारा की गांड में घुसा कर उसकी गांड मार दें।पर फिर अमजद ने अपने आप पे कंट्रोल किया और सोचा जल्दबाजी नहीं।इसे तो हर रोज चोदना है अपनी रण्डी बनाकर।तो थोड़ा सब्र करना पड़ेगा।

सारा अपनी पेंट उतार कर खड़ी हो गई।और अमजद ने भी अपना कच्छा और धोती उतार दी।अब सारा के बदन पर सिर्फ नकाब था जिससे सारा का सब चेहरा ढका हुआ था और अमजद के जिस्म पर सिर बनियान थी।

अमजद:वाह मेरी रण्डी ये क्या दिखा दिया तूने।ओह ऐसी गांड मैने अपनी लाइफ में नहीं देखी कभी।तू तो पूरी की पूरी सेक्स बॉम्ब है।लंड तो बाद में रगडूंगा,पहले मुझे तेरी गांड को देखने दे।

अमजद नीचे बैठकर सारा की गांड को देखने लगा।
सारा इतनी कामुक हो गई थी।उसे इस बात का भी एहसास नहीं था कि वो अपने सगे अब्बू के सामने पूरी नंगी खड़ी होकर अपने अब्बू को अपनी गांड दिखा रही है।उसे अब शर्म नही मजा आ रहा था।

अमजद:मेरी रांड क्या गांड है तेरी।तुझे बुरा ना लगे तो,तेरी गांड को हाथ से छू लूं।

सारा:छू लीजिए मेरी गांड को।मुझे बुरा नहीं लगेगा।

अमजद सारा की गांड को अपने हाथों से सहलाने लगा।बार दबाने लगा।

अमजद:आह मेरी रण्डी क्या मखमली गांड है तेरी। मेरी रांड तेरे गांड देखकर मुझे तेरी गांड को चूमने का मन कर रहा है।

सारा:आह तो चूमिए ना मेरी गांड को आपको किसने रोका है।

अमजद सारा की बात सुनकर,उसकी गांड को चूमने लगा और चाटने लगा।

अमजद की इस हरकत से सारा मस्ती में सिसकारियां लेने लगी।

अमजद:कैसा लग रहा मेरी रण्डी को।

सारा:बहु...त म...ज़ा.. आ रहा है।चूमते रहिए मेरी गां...ड को।आह...

काफी देर तक सारा की चूमकर चाटकर अमजद खड़ा हो गया।उसका दिल तो भरा था,पर वो खेल को आगे बढ़ाना चाहता था।

अमजद:बोल मेरी रण्डी अब क्या करना है।

सारा मस्ती में:आपको जो करना है वो कीजिए।

अमजद:मुझे तो तेरी गांड पर अपना लंड रगड़ना है।तुझे क्या करवाना है बोल कुतिया।

सारा:मुझे भी अपनी नंगी गांड पे आपका लंड रगवाना है।और अपनी चूचियां मसलवानी है।

अमजद:ये हुई ना चुद्दकड़ रण्डी वाली बात।आज अगर ऐसे ही मेरा साथ देती रही तो तू भी थोड़ी सी दिव्या जेसी हिम्मतवाली हो जाएगी।

सारा:थोड़ी सी क्यों। मैं उस दिव्या से ज्यादा हिम्मत दिखाऊंगी।और हां मैं उससे ज्यादा हिम्मत वाली हूं।

अमजद:दिव्या जैसी दिलेर लड़की तो इस गांव में कोई नहीं है।वो जानती है जिंदगी के असली मजे कैसे लिए जाते है।

सारा को दिव्या पर अब गुस्सा आ रहा था।अपनी अब्बू से दिव्या की तारीफ सुनकर सारा को दिव्या से जलन हो रही थी।

सारा:ऐसा दिव्या क्या करती है जो मैं नहीं कर सकती।मैं भी जिंदगी असली मजे ले सकती हूं।

अमजद:देख मेरी रांड, माना कि तेरा बदन दिव्या से ज्यादा कामुक है।तेरे अंदर दिव्या से ज्यादा चुदाई की आग है, ये में महसूस कर सकता हूं।पर तू एक शर्मीली और डरपोक लड़की है।दिव्या दुनिया के सामने भले ही एक शरीफ और पाकीजा लड़के है।मगर बंद कमरे में दिव्या जैसा मजा दुनिया की कोई लड़की नहीं दे सकती।वो अपने मजे के लिए कुछ भी कर सकती है।और तुझ जेसी डरपोक और शर्मीली लड़की कभी नहीं कर सकती।

सारा:मैं डरपोक और शर्मीली नहीं हूं।मैं भी दिलेर हूं।उस पिद्दी सी दिव्या से ज्यादा दिलेर हूं।मैं भी तो बेशर्म होकर आपके सामने खड़ी हूं।और आपके गंदे सवालों के जवाब दे रही हूं खुलकर।

अमजद:ये ही तो फर्क है तुझमें और दिव्या में।तुझे चूत,लंड,लोड़ा,चुदाई,गांड,चूचियां।जैसे शब्द तुझे गंदे लगते है।और दिव्या को ऐसे शब्दों को सुनने और बोलने में मजा आता है।एक असली औरत वो ही होती है।

सारा के एगो को ठेस पहुंची थी।जब अमजद ने दिव्या को सारा से बेहतर कहा।

सारा:मुझे भी लंड,चूत,लोड़ा,गांड,और चूचियां बोलने और सुनने मजा आता है। हां पहली बार आपके मुंह से सुने तब बुरा लगा था।पर अब अच्छा लग रहा है ऐसी बातें सुनकर।

अमजद:शायद तुझे मजा आ रहा होगा।पर मुझे फील नहीं आ रही है।जो दिव्या के साथ आती है।क्योंकि दिव्या अपने आप खुलकर बोलती है ।और जब मैं कहता हूं तब बोलती है।

सारा:अब मैं भी खुलकर बोलूंगी देखना आप।आपको बता दिव्या से ज्यादा मेरी बातों से मजा आएगा। आप दूर क्यों खड़े है मेरे पास आइए,मेरी चूचियां दबाइए और अपना लंड मेरी गांड पर रगड़िए।

सारा की बात सुनकर अमजद के होठों पर कमीनी मुस्कान आ गई। और सोचने लगा:साली ये तो मेरी बातों में फस रही है। अब मुझे ये तो पता चल गया कि ये मेरे लिए यानी अपने अब्बू के लिए क्या कर सकती है।अब इसे ये बताना पड़ेगा कि मैं उसके यानी अपनी बेटी गुड़िया सारा के बारे में क्या सोचता हूं।अब ये गर्म है,मदहोश है तो बुरा भी नहीं मानेगी कि मैं एक बाप होकर,अपनी बेटी के बारे में ऐसा सोचता हूं।अब साली क्या गलत है और क्या सही है।ये सोचने की हालत में नहीं है।ये सही मौका है ।

और अमजद सारा के पीछे खड़ा हो गया और अपना लंड सारा की गांड की दरार में घुसा कर।दोनो हाथों से उसकी चूचियां दबाने लगा।
सारा की गद्देदार मखमली गांड में अपना खड़ा हलावी लंड रखने से मजा आ रहा था वो मजा तो अपनी बीवी शबाना को चोदने में कभी नहीं आया।हां दिव्या के साथ अमजद को मजा आया था क्योंकि एक तो वो कच्ची कली थी और उसे रण्डी बनाकर भी चोदा था।

अमजद:आह मेरी रांड तेरी इस मस्तानी और मखमली गांड पे अपना लौड़ा रगड़ कर बहुत मजा आ रहा है।ऐसा लग रहा है जैसे मैं तेरी गांड मार रहा हूं।और तेरी इन तरबूज जैसी चूचियां को दबाकर भी मुझे मजा आ रहा है।

सारा:(चुदाई की आग में जलती हुई)आह मुझे भी बहुत मजा आ रहा है।इस लग रहा है जैसे आपका लंड मेरी गांड में घुस रहा है।और आपसे चूचियां मसलवा कर इतना मजा आ रहा है कि जिंदगी भर आपसे ऐसे ही नंगी होकर चिपकी रहूं और अपनी चूचियां मसलवाती रहूं।आह... ओह...

अमजद:(अपनी चाल चलते हुए)आह.. रण्डी मैं भी ऐसी चूचियों को जिंदगी भर मसलना चाहूंगा।मुझे तेरे साथ इतना मजा आ रहा कि तेरी वजह से कल से मैं गुनेहगार बन जाऊंगा।

सारा:आपको इतना मजा आ रहा है और आप मुझे भी मजा दे रहे हैं।तो मेरी वजह से कल गुनेहगार क्यों बनेंगे।

अमजद:वो इसलिए।मैने तुझे पहले बताया था की तेरी आवाज किसके जेसी है।

सारा:आह..आपकी गुड़िया जैसी।

अमजद:(सारा की चुचियों को मसलते हुए)मुझे अंधेरे में तेरा बदन दिखा नहीं पर अब लाइट भी ऑन है और तू मेरे सामने नंगी भी है।तुझे पता तेरा बदन और फिगर किसके जैसा है।

सारा:आह.. धीरे.. किसके जैसा है मेरा बदन और फिगर।ओह...लगता है आपका लंड मेरी गांड में घुस कर ही दम लेगा।

अमजद:तेरा बदन और फिगर बिलकुल मेरी गुड़िया जैसा है।

सारा:ओह... स..,आपको कैसे पता आपकी गुड़िया का फिगर और बदन मेरे जैसा है।आपने गुड़िया को नंगा देखा कभी।

अमजद:नहीं नंगा नहीं देखा।पर उसके बदन का अंदाजा लगा दिया। मेरी दोनों बड़ी बेटियां ढीले कपड़े पहनती है।पर मेरी गुड़िया जींस और टीशर्ट पहनती हैं। मैं देखना नहीं चाहता था पर टाईट कपड़ों में उसकी चूचियां और गांड देखकर मुझे अंदाजा हो गया था कि उसकी चूचियां और गांड बहुत बड़ी है।मेरा लंड पहले से खड़ा था तो बार बार मेरी नज़र गुड़िया की चूचियां और गांड पर चली गई।

सारा:आह... तो इसमें आप मेरी वजह से गुनेहगार कैसे हुए और होंगे।

सारा:वो इसलिए,क्योंकि तू तो आज चली जाएगी अपने घर।पर कल जब मैं अपनी गुड़िया को देखूंगा तो मुझे तेरी याद आएगी।तुझे छूने की,तुझे नंगा देखने की,तेरी चूचियां दबाने की,तेरी गांड पर अपना लंड रगड़ने की बहुत इच्छा होगी। तू तो नहीं होगी पर गुड़िया होगी।गुड़िया देखकर मेरा लंड खड़ा होगा।उसे नंगा करके ये सब करने का मन करेगा जो हम दोनों कर रहे हैं।वो जब मुझसे गले लगेगी तो मुझे लगेगा तू गले लग रह है और मैं उसकी गांड को मसल दूंगा।अपना खड़ा लंड उसकी चूत पर रगड़ूंगा।तू तो बस थोड़ी देर के लिए मेरे पास है फिर भी मैं अपने आप को रोक नहीं पा रहा हूं।तो सोच गुड़िया तो हरदम मेरे साथ रहेगी,तो मैं अपने आप को कैसे रोक पाऊंगा उसके कामुक बदन को मसले बिना।और मेरे ऐसा करने से मेरी गुड़िया बुरा मान गई तो।अगर मेरी गुड़िया मुझसे रूठकर मुझसे बात नहीं करेगी तो मैं बर्दास्त नहीं कर पाऊंगा।

सारा एक तो पहले से बहुत गर्म थी और अमजद का प्यार देखकर बावली हो गई और अपनी गांड अमजद के लोड़े पर खुद रगड़ने लगी।

सारा:आह... आपकी गुड़िया बुरा नहीं मानेगी।वो आपसे कभी नहीं रूठेगी।

अमजद:मेरी रण्डी तुझे कैसे पता।

सारा:(मस्ती में आहें भरते हुए)आप अपनी गुड़िया से इतना प्यार करते है।इतना प्यार कोई किसी से नहीं करता।इतना प्यार करने वाले अब्बू से कौन रूठता है।

अमजद:तो क्या को तू मेरी साथ कर रही हैं,ये सब गुड़िया मेरे साथ करेगी।

सारा:हां ये सब करेगी आपकी गुड़िया आपके साथ।

अमजद:मतलब,मेरी गुड़िया मेरे सामने नंगी होगी।

सारा: हां आपकी गुड़िया आपके सामने नंगी होगी।

अमजद: मुझसे चूचियां दबवाएगी।और अपनी गांड मेरे लोड़े पर रगड़ेगी।

सारा:उफ्फ.. हां आपकी गुड़िया आपके लोड़े पर अपनी गांड भी रगड़ेगी और चूचियां भी दबवाएगी।वो भी नंगी होकर।

अमजद:और ऐसे बेशर्म होकर मुझसे खुलकर चुदाई की बात भी करेगी।

सारा:हां आपकी गुड़िया आपके साथ ऐसे खुकर चुदाई की बातें भी करेगी।

अमजद:ओह... मेरी रण्डी तुमने मेरा दिल खुश कर दिया।अब तो तुझपे मुझे प्यार आ रहा है।ऐसा लग रहा है जैसे मैं अपनी गुड़िया को नंगा अपनी बाहों में लेकर चोद रहा हूं।

सारा:(मन में) ओह अब्बू आप भी बुधु है। मैं आपकी गुड़िया ही हूं।आप जिस तरह बोलकर अपना प्यार जता रहे काश मैं भी आपसे कह पाती कि अब्बू और प्यार कीजिए अपनी गुड़िया को। और जोर से मसलिए अपनी गुड़िया की चूचियां को,अपना लौड़ा अपनी गुड़िया की गांड पर जोर जोर से रगड़िए।

सारा:ओह.... आह... उफ्फ तो आप मुझे अपनी गुड़िया ही समझिए।

अमजद:आह... मेरी रण्डी क्या मजा है तेरी गांड में।तू मेरी एक बात मानेगी।

सारा:आह.. एक क्या, मैं आपकी है बात मानूंगी।

अमजद:देख कुतिया,मेरी गुड़िया मुझे ऐसे प्यार करने देगी या नहीं, ऐसे मुझसे खुलकर चुदाई की बातें करेगी या नहीं।ये मुझे पता नहीं।क्या तू अभी के लिए मुझसे गुड़िया बनकर बात करेगी,वैसे भी तेरी आवाज और तेरा बदन मेरी गुड़िया जैसा है।मेरा हौसला बढ़ेगा गुड़िया से कल के बाद ऐसी बातें करने को।

सारा मन में:गुड़िया बनकर क्या,अब मैं आपकी गुड़िया ही हूं।

सारा:हां मैं करूंगी आपसे,गुड़िया बनकर बातें।अब मैं आपकी गुड़िया ही हूं।

अमजद:ओह... मेरी गुड़िया।तुम्हे अपने अब्बू का लंड अपनी गांड पर रगड़वा कर कैसा लग रहा है। तू भी मुझे अब्बू बोल।

सारा:ओह... अब्बू आपका लंड आपकी गुड़िया को बहुत मजा दे रहा है। ऐसे ही रगड़िए मेरा गांड पर अपना लंड।

अमजद:ओह... मेरी कुतिया,तू गुड़िया बनकर बहुत मजा दे रही है।

सारा:अब्बू मैं कुतिया नहीं,आपकी गुड़िया हूं।आप भूल जाओ कि मैं कोई और हुं।अब मैं बस आपकी गुड़िया हूं।

अमजद:बता मेरी गुड़िया,तुझे बुरा तो नहीं लग रहा है कि मैं तुझे नंगी करके तेरी चूचियां मसल रहा हूं।और तेरी गांड में अपना लंड रगड़ रहा हूं।

सारा:नहीं अब्बू मुझे बुरा नहीं लग रहा है, बल्कि मुझे तो बहुत मजा आ रहा कि मेरे अब्बू मुझे नंगा करके प्यार कर रहे हैं।

अमजद:और तेरे अब्बू तुझे जिंदगी भर ऐसे नंगी करके प्यार करेंगे।

सारा: मैं भी हमेशा नंगी होकर रहना चाहती हूं आपकी बाहों में।

अमजद:अच्छा, गुड़िया ये बता।जब मैं तुझे रण्डी,रांड और कुतिया कहता हूं तब तुझे कैसा लगता है।

सारा:ओह... अब्बू बता नहीं सकती मुझे कितना मजा आता आपसे गालियां सुनकर।हां पहली बार गुस्सा आया था आप पर, मगर बाद में मजा आने लगा आपकी गालियां से।

अमजद:तो मैं तुझे क्या कहकर बुलाऊं।रण्डी या गुड़िया।

सारा:अब्बू आप मुझे रांड–गुड़िया,रण्डी बेटी और सारा कुतिया कहकर बुलाओ।आप मुझे मेरा नाम लेकर गालियां दोगे तो मुझे अच्छा लगेगा।

अमजद:ओह मेरी रण्डी बेटी,तू सच में बहुत अच्छी है। अब तू इधर घूम जा मुझे तेरी चूचियां को ठीक से देखना।

सारा अमजद की बात सुनकर पलट गई।अमजद का लंड सारा की गांड की दरार से निकल गया।
अब सारा की बड़ी बड़ी चूचियां अमजद की आंखों के सामने थी।अमजद ने सारा की चूचियां को पहले प्यार से सहलाया और फिर मसलने लगा।

अमजद:आह... मेरी रांड गुड़िया,आज मैं बहुत खुश हूं।आज मेरी सारा कुतिया,मुझे अपनी जवानी के मजे दे रही है। मैं तो ऐसी चूचियों को देखने के लिए तड़प रहा था।पर मुझे क्या पता ऐसी इतनी बड़ी चूचियां मुझे मेरे घर में मिल जाएगी।वो मेरी सगी बेटी की।

सारा:ओह... अबू अब नहीं तड़पेंगे बड़ी चूचियां के लिए।अब आपकी रण्डी बेटी की चूचियां आपके लिए ही है।

अमजद:मेरी रांड गुड़िया,तेरा अब्बू तेरी इन दोनों चुचियों को चूसना चाहता है।तू चूसने देगी ना अपने अब्बू को। बोल मेरी रण्डी बेटी।

सारा:उफ्फ... आप पूछ क्यों रहे हैं।आप जो करना है कीजिए अपनी रांड गुड़िया की चूचियां के साथ।मेरी चूचियां को चुसिए,दबाइए, काटिए जो आपका मन करे वो कीजिए।

सारा की बात सुनकर अमजद टूट पड़ा सारा की चूचियां पर।और चूसने लगा।अमजद को तो जैसे खजाना मिल गया था।

सारा:ओह... अब्बू आह....अब्बू उफ्फ..। चूसिए अपनी गुड़िया की चूचियां को।ओह... अब्बू बहुत मजा आ रहा है आपकी रण्डी बेटी को।

अमजद अपना मुंह चुचियों से हटाकर:आह... मेरी रण्डी बेटी क्या चूचियां है तेरी।कितना रस भरा है तेरी चूचियां में।रोज चूसने देगी ना अपने अब्बू को अपनी चूचियां।
अमजद फिर लग गया सारा की चूचियां चूसने में।बारी बारी दोनों बड़ी बड़ी चूचियां को चूस रहा था और मसल रहा था।

सारा:ओह...आह...। हां मैं अपने प्यारे अब्बू को रोज अपनी चूचियां चूसने दूंगी।आखिर आप मेरे अब्बू है।आपका जब मन करे अपनी सारा कुतिया की चूचियां को चूस लेना।आपकी रण्डी बेटी खुशी खुशी अपनी चूचियां चूसने देगी।

अमजद:मेरी रण्डी गुड़िया,तेरी चूचियां छोड़ने का मन तो नहीं कर रहा है,पर मुझे तेरी रसबरी और नाजुक चूत देखनी है। दिखाएगी ना रण्डी,अपने अब्बू को अपनी कमसिन चूत।

सारा:ओह... अब्बू जो देखना है देखिए अपनी रण्डी बेटी का।सबका आपका ही तो है।मेरी चूत,मेरी गांड,मेरी चूचियां मेरा पूरा बदन आपका है।आप मेरे अब्बू है,आपका पूरा हक है मुझपर, मेरे बदन पर।आप जो करना है कीजिए अपनी कुतिया बेटी के साथ।

अमजद:हां मुझे पता है।मेरी रांड गुड़िया मुझे कभी मना नहीं करेगी।जितना प्यार मैं तुझे करता हूं,उतना ही प्यार तू भी मुझे करती है।पर आज तुझे पूछकर सब करूंगा।कल से पूछूंगा नहीं।जब मेरा दिल करेगा अपनी रण्डी बेटी को नंगी करके प्यार करूंगा।

सारा:और आपको ये रांड गुड़िया भी बेशर्म होकर अपने अब्बू से नंगी होकर प्यार करेगी।आपका जब मन करे,जहां मन करे अपनी सारा कुतिया को नंगी कर देना।आपकी रांड हमेशा नंगी होने तैयार रहेगी।

अमजद:मुझे पूरा विश्वास है अपनी रण्डी बेटी पर वो कभी अपने अब्बू को निराश नहीं करेगी।अब तू उस स्टूल पर टांगे चौड़ी करके बैठ जा और अपनी चूत दिखा अपने अब्बू को।

सारा स्टोर रूम में पड़े एक स्टूल की तरफ जाने लगी।अमजद ने झट से अपनी धोती पहन ली।सारा ने अभी तक अमजद का लंड नहीं देखा था।अमजद नहीं चाहता था कि साली रण्डी इतना बड़ा लंड देखकर डर जाए। माना की सारा बहुत चुदासी हो गई है,पर इतना बड़ा लंड देखकर किसी भी लड़की की गांड फट सकती है।और सारा तो अभी नाजुक कली थी।उसने आज तक लंड देखा भी नहीं था।
हां पर सारा इस नए जमाने की लड़की थी,तो उसे चुदाई और लंड चूत के बारे में सब पता था।सारा शरीफ थी पर नादान नहीं थी।उसे चुदाई का ज्यादा ज्ञान नहीं था।पर उसे पता था कि चुदाई क्या होती है।लंड क्या होता है।और चूत सिर्फ पेशाब करने के लिए नहीं है।उसे पता था कि चूत में लंड डालकर चोदा भी जाता है।और मजा भी आता है।ये बात आज के दौर की हर लड़की जानती है।फिर चाहे वो शहर की पढ़ी लिखी मॉडर्न लड़की हो या फिर गांव की भोली भाली दिखने वाली ,खेतों में काम करने वाली अनपढ़ लड़की हो।

सारा बेशर्म होकर अपनी टांगे चौड़ी करके छोटे से स्टूल पर बैठ गई।

सारा:अब्बू देखिए अपनी रण्डी बेटी की कमसिन चूत को।

सारा इतना बोलकर अपने आप से शर्मा गई(मन में) हाए मैं कितनी बेशर्म हूं जो अपने अब्बू को कह रही हूं कि अब्बू अपनी बेटी की चूत देखो । पर मुझे एसी बातें करके मजा बहुत आ रहा है । और ये क्या मेरा ध्यान अबू के लं पर तो गया ही नही । धोती के अन्दर कैसे तम्बू बना हुआ है। लगता है बहुत बड़ा है अबू का लंड। मेरी चूत तो फाड़ देगा। हाय मैंने पहले देखा क्यू नही जब अब्बू का लंड नंगा था। कोई बात नहीं अब्बू बाद में दिखा देगे।

अमजद सारा की हालत समझ गया था। वो जानता था, सारा उसका लौड़ा देखना चाहती है | पर अमजद पहले सारा के दिल में बड़ा लंड लेने की आग लगाना चाहता था।

अमजद चलकर सारा के पास गया और उसकी टांगों के बीच बैठ गया। और अपने दोनो हाथ सारा की दोनों जांघों पर रखे और सारा की चूत को देखने लगा।

अमजद र्‍ वाह मेरी रंडी बीटिया क्या चूत है तेरी। कितनी फूली हुई है तेरी चूतl दिल कर रहा है अभी तेरी चूत में अपना लौड़ा डालकर तुझे चोद दू | पर आज रात तुझे ना चोदने की कसम खाई है। क्या मैं तेरी चूत को अपनों हाथों से छू लूं। बोल मेरी रंडी गुड़ीया।

सारा = अब्बू ये चूत आपकी अपनी रंडी बेटी की है, जो चाहे वो करो | आपकी रांड बीटिया मना नही करेगी।

अमजद = मेरी रांड गुड़िया आज पहली बार है इसलिए पूछ रहा हूँ। कल से तुझे कुतिया बनाकर चोदूंगा। और पूछूंगा भी नहीं।

सारा : ठीक है अब्बू, आपको इजाजत है अपनी राण्ड बेटी की चूत को छूने की।

सारा की बात सुनकर अमजद ने सारा की चूत पर हाथ रखा और चूत को प्यार से सहलाने लगा।

सारा की चूत पहले से गीली थी और अमजद के हाथ लगते ही रस बहाने लगी।

सारा : आह ... अब्बू क्या जादू है आपके हाथों में । मैं रोज अपनी चूत को हाथ लगाती हूँ पर आपके हाथ लगाने से मुझे इतना मजा आ रहा कि में बता नहीं सकती। आपके हाथ लगाते ही जैसे में हवा में उड़ रही हूँ।

अमजद : मेरी रंडी बीटिया असली मजा तो तुझे तब आएगा, जब में तेरी चूत में अपना लौड़ा डालकर तुझे चोदूगा। आज तो बस उपर उपर से मजा दूँगा l फिलहाल मैं तेरी चूत को ठीक से देख लूं। तेरी ये चूत मेरे लंड के लिए बनी है या नहीं।

सारा : ओह ... अब्बू ऐसा मत बोलो । ये चुत आपकी रंडी गुड़िया की है, और ये चूत अपने अब्बू के लंड के लिए ही बनी है। अभी आपके हाथ लगाने से इतना मजा आ रहा है, जब आपका लंड अपनी रण्डी बेटी की चूत मैं जाएगा तो कितना मजा आयेगा।

अमजद : वो तो मैं तेरी चूत को देखकर ही बता सकता हूँ | तेरी चूत मेरा लंड लेने के लायक है या नहीं | तेरी चूत दिव्या की चूत जैसी बड़ा लंड लेने वाली है या छोटी सी लूली के लिए बनी है।
दिव्या की चूत तो लाखों मे एक है । दिव्या को चोदकर जो मजा आया ऐसा मजा तो मुझ जिंदगी में कभी नहीं आया। मैंने चुदाई से जुड़ी बहुत सारी किताबें पढीं हैं। मुझे चूतो और चुदाई का बहुत ज्ञान है जिसे आज के जमाने मे sex Education कहते है I मैं चुत देखकर कह सकता हूँ कि ये चूत कैसी है।

सारा : अब्बू मेरी भी चूत को ठीक सै चेक करके बताईए, मेरी चूत कैसी है। और आपको दिव्या से ज्यादा मजा मेरे साथ आएगा। मुझे बड़े या छोटे लंड का पता नहीं, मैं बस इतना जानती हूँ कि मेरी चूत आपके लंड के लिए बनी है।

अमजद : अभी पता चल जाएगा मेरी रण्डी गुड़िया | वैसे तुझे बता दूं कि मेरा लंड लेने वाली चूत सबसे अनोखी होनी चाहिए। दिव्या को भी चोदने से पहले मैंने उसकी चूत को चेक किया था।

अमजद ने सारा की चूत के होठों को अपनी ऊंगलिया से सहलाया। सारा की कुवारी चूत पानी की नदीयाँ बहा रही थी।

फिर अमजद ने सारा की छोटी सी चूत को अपनी ऊंगलियो से फैलाया। सारा की चूत देखकर अमजद के मुह में पानी आ गया। सारा की चुत दिव्या की चूत के मुकाबले ज्यादा रस भरी और खूबसुरत थी | सारा की चूत देखकर अमजद ज्यादा उतेजित हो रहा था । उतेजित होने की सबसे बड़ी वजह ये भी कि ये चूत उसकी सगी बेटी की थी।
अमजद सोचने लगा : इस चूत को मैं अपने हाथ से नहीं जाने दूंगा। इसका मजा तो मैं जिंदगीभर लूंगा। इसे तो मैं अपनी रखेल बनाकर रखूँगा ।

सारा : क्या हुआ अब्बू, ऐसे क्यूं देख रहे मेरी चून को । बताईए ना कैसी है मेरी चूत । आपको पसंद आई अपनी रंडी बेटी की चूत।

अमजद : मेरी रांड गुड़िया तू यकीन नहीं करेगी मेरी बातों पर। मुझे भी यकीन नहीं हो रहा है । ऐसी चूत तो ...

और अमजद ने बात अधूरी छोड़ दी।

सारा : कैसी चूत है आपकी रांड गुडिया की । बताईये ना अब्बू। मैं आपकी हर बात पे यकीन करती हूँ। क्या मेरी चूत में कुछ कमी है। प्लीज बताईए अब्बू ।

अमजद : मेरी रंडी बेटी, तेरी चूत में कोई कमी नहीं है। बल्कि तेरी चूत तो लाखों में नही करोड़ों में एक है | मुझे तो यकीन नही हो रहा है कि मेरी बेटी की चूत इतनी अनोखी है।

सारा खुश होते हुए : क्या सच मे मेरी चूत अनोखी है, क्या मेरी चूत करोड़ौ मे एक है । क्या मेरी चूत दिव्या की चूत से भी ज्यादा आपको पसंद आई।

अमजद : हाँ मेरी कुतिया तेरी चूत सच मे अनोखी है। और तेरी चूत तेरे अब्बू को बहुत पसंद आई। पर चूत मे एक समस्या है।

सारा : अब्बू कैसी समस्या है अब्बू मेरी चूत मे। अब्बू इस समस्या का कोई हल तो होगा ना। मुझे बहुत घबराहट हो रही है , बताईए ना अब्बू।

अमजद : अरे मेरी राण्ड एसे कोई घबराने वाली समस्या नहीं है। चल मै तुझे विस्तार मे बताता हूँ। पर तुझे मेरी बात पर यकीन करना होगा।

सारा : तो बताईए ना अब्बू। मुझे आप पर पूरा यकीन है।

अमजद : दरअसल बात ये है कि तेरी चूत आम लड़कियाँ जैसी नहीं हैं । तेरी चूत उन लड़कियाँ जेसी है , जो चुदाई वाली फिल्मो में काम करती है। तो एसी चुत वाली लड़कियों को छोटे लंड से मजा नहीं आता हैं , उन्हे सिर्फ बड़ा लंड ही मजा दे सकता है। और उससे बड़ी बात ये है कि ऐसी लड़कियाँ की रोज बड़े लंड से चुदाई होना जरूरी है। ऐसे लड़कियों को प्यार से चुदने में मजा नहीं आता है। एसी लड़कियो को गालिया सुनकर बेरहमी से रंडी बनकर चुदने में मजा आता है । और अगर ऐसी लड़कियाँ की जवान होते ही बड़े लंड से चुदाई नहीं हुई तो उनमे चुदाई की आग हमेशा के लिए खत्म हो जाती है। फिर वो लड़की सिर्फ बचा पैदा करने के लिए अपनी पति से चुदती है, और उसे चुदाई में मजा नहीं आता है , उसे चुदाते वक्त बहुत दर्द होता है। तु मेरी बेटी है इसलिए मुझे तेरी बहुत फिक्र है, कहीं तेरा हाल भ तेरी अम्मी शबाना जैसा ना हो ।

साराः क्यूँ अम्मी को क्या हुआ है।

अमजद : तेरी अम्मी के जवान होते ही, तेरी नानी ने तेरी अम्मी दिल मे ये बात बिठा ली कि चुदाई बहुत गंदी चीज है और इसमें बहुत दर्द भी होता है। ये बात शबाना के दिल में घर कर गई। शादी के बाद जब मैंने उसे चोदा तो उसे बिलकुल मजा नहीं आया। जब मै उसकी चुदाई करता तो उसे बहुत दर्द होता था। पर फिर भी शबाना मुझसे चुदवाती थी। इसलिए नहीं चुदती थी कि उसे मजा आता था। बल्की सिर्फ बच्चे पैदा करने के लिए चुदवाती थी। और तुम्हारे जन्म के बाद उसने चुदवाना भी बंद कर दिया। पर मै चुदाई के लिए हमेशा तड़पता रहा।

( फिर अमजद ने अपने लंड के बारे मे पूरा सच बता दिया। दिव्या अब उसकी रंडी है ये भी बता दिया| अमजद ने ये नही बताया कि दिव्या को उसने ब्लेकमेल करके पटाया बल्कि ये बताया कि दिव्या ने एक दिन उसका लंड देख लिया था और उसके लंड के लिए पागल हो गई ' और फिर वो अमजद की रंडी बन गई।)

सारा: नहीं अब्बू , मुझे अम्मी के जैसे नहीं बनना है। मुझे चुदाई के मजे लेने है। मुझे रोज चुदना है बड़े लंड से।

अमजद: हाँ चुदना बड़े लंड से, और रोज चुदना | और अपनी जिंदगी के मजे लेना। फिलहाल क्या तेरी चूत चाटकर और चूसकर तुझे मजा दे सकता हूँ। तरी चूत देखकर मुझसे भी रहा नहीं जा रहा है l

सारा: तो चुसीये ना अपनी बेटी की चूत को।

अमजद अपना मुँह सारा की चुत के पास ले गया और सारा की चूत को सूंघने लगा।

अमजद: आहहहह क्या मादक और नशीली महक है तेरी चुत की मेरी रांड । मजा आ गया ।

सारा: आहहह अबबू आप तो मुझे बातो से पागल कर दोगे।

अमजद: मैंने तुझे कहा था ना मेरी कुतिया, ऐसी चुत वाली लड़कियो को गालियाँ और गन्दी बातें सुनने मे बहुत मजा आता है।

सारा: हाँ अब्बू मुझे गालियाँ सुनकर इतना मजा आता है कि मैं बता नहीं सकती। मेरा दिल करता है आपके मुँह से गालियाँ सुनती रहूँ |

फिर अमजद ने सारा की चूत पर एक किस्स किया। अपनी चूत पर किस्स होने पर सारा मचल उठी ।

सारा: ओहहह अब्बू |

फिर अमजद सारा की चूत पर टूट पड़ा। और अपनी बेटी की चूत को बेइन्तेहा चुमने लगा।

साराः ओहहह अब्बू ये क्या कर दिया आपने' मैं पागल हो जाऊँगी। आपने मेरी चूत मे आग लगा दी है। और चूमिचे अपनी गुड़िया की चूत को | आहह अहहह

कुछ देर अपनी बेटी सारा की चुत को चूमने के बाद, अमजद सारा की कमसीन चूत को चूसने लगा।
चूत चुसाई से सारा पागल हो गई ' और मजे से चिल्लाने लगी।

सारा: आहह अब्बू क्या चूत चुसते हो। मैं तो मजे में पागल हो जाऊँगी। चूसीये और जोर से चूसीय अपनी रंडी बेटी की चूत को। ओहहह अब्बू बहुत मजा आ रहा है आपकी कुतिया सारा को।

अमजद अपनी मस्ती में बस चूत को चूसे जा रहा था। और सारा की कामुक आहें और मस्ती भरी बातें सुनकर तो कुत्ते की तरह सारा की चूत चुसने और चाटने लगा।
और सारा मस्ती में अपनी चूत को अपने अब्बू के मुँह पर मारने लगी।

अमजद अपनी जबान से सारा की रसभरी चूत चाटकर चूत का सारा रस पी रहा था।

फिर अमजद सारा कीचूत में अपनी जीभ घुसाकर. जीभ से उसकी चूत को चोदने लगा।

सारा: ओहह आहह अब्बू ।

अमजद: मेरी रांड कैसा लग रहा है, मेरी जीभ से अपनी चूत चुदवाकर ।

सारा: ओहह अब्बू बहोत मजा आ आपकी जीभ से अपनी चूत चुदवाकर । आप रुक क्यूं गये, चोदते रहो मेरी चूत को अपनी जीभ से।

और सारा ने अमजद का सर पकड़ कर अपनी चूत पर लगाया। और अमजद सारा की चूत को चूसने लगा। और अपनी जबान से चोदने लगा।

सारा अब बहुत चुदासी हो गई थी।

अमजद की जबरदस्त चूत चुसाई से सारा का शरीर अकड़ने लगा, वो जोर जोर अपनी गांड उठाकर चूत को अमजद के मुँह पर मारने लगी।

अमजद को लगा सारा अब झड़ जाएगी।
अमजद नही चाहता था कि सारा इतनी जल्दी झड़ जाए । सारा को और तड़पाना चाहता था, ताकि सारा अपनी चूत की आग बर्दास्त ना कर पाए। और अपनी आग बुझाने के लिए रंडी बन जाए। इसलिए सारा जैसे ही झड़ने के करीब आई अमजद ने अपना मुँह सारा की चूत से हटा दिया।

अपने चूत से अमजद के यूँ अचानक मुँह हटाने से सारा तड़प उठी। वो आसमान से सीधा जमीन पे आ गिरी थी। सारा को अपनी चूत की आग बर्दास्त नहीं हो रही थी।

साराः अब्बू आपने मेरी चूत चुसना बंद क्यूं किया, चूसीये ना मेरी चूत को अब मुझसे बरदास्त नहीं हो रही ये चुत की आग । मुझे कितना मजा आ रहा था और आपने चूत चूसना छोड़ दिया। प्लीज अब्बू चुसो अपनी रांड गुड़िया की चूत को ।

अमजदः इतनी भी क्या जल्दी है मेरी कुतिया सारा | अभी तो पार्टी शुरू हुई है। जितना मजा तुझे अपनी चूत चुसवाने आ रहा था उतना ही मजा मुझे तेरी चूत चुसने में आ रहा था। पर अब तुझे उसको खुश करना पड़ेगा। जो तुझे असली मजा दे सकता है। अब तेरा असल इमतिहान हैं। अगर इस परीक्षा में तू दिव्या की तरह पास हो गई तो तू जिंदगी के असली मजे ले पाएगी।

साराः अब्बू मुझे किसको खुश करना है , मैं उसे खुश करूँगी और दिव्या से भी कहीं बढ कर आपके इम्तिहान मे पास होके दिखाऊँगी।

अमजद खड़ा हुआ और अपनी धोती निकालकर फैंक दी। और अपने गधे जैसे लौड़े को दिव्या की आँखो के सामने लहराने लगा।

इतना बड़ा लंड अपने मुंह के पास, अपनी आँखों के सामने देखकर सारा का मुंह खुला रह गया और उसके दिल ने धड़कना बंद कर दिया। सारा को अंदाजा कि अमजद का लंड बडा है पर इतना बडा होगा ये सारा ने सपने में भी नहीं सोचा होगा।

सारा का ऐसे स्टेच्यू बना देखकर अमजद का पता चल गया कि इसकी हालत मेरे इस काले नाग की वजह से हुइ है।

अमजद को एक आईडिया आया।

उसने अपने लंड को हाथ में पकड़ा और सारा के होठों पे दे मारा।
अमजद के लंड मारने से सारा को होश आया। पर सारा अब लंड को हैरानी से देख रही थी।

अमजद = क्या हुआ मेरी रांड, एसे क्या देख रही है । ये तेरे अब्बू का लंड है कोई भूत नहीं I

सारा र्‍ वो... अब्बू आपका लंड कितना बड़ा है।

अमजद : तो तुने क्या साचा था तेरे अब्बू की छोटी सी लूली होगी।

सारा = मुझे पता था आपका लंड बड़ा है। पर इतना बड़ा है ये सोचा नहीं था।

अमजद : तो तुझे अपने अब्बू का लंड पसद नहीं आया। ठीक है अगर तुझे मेरा लंड पसद नहीं आया तो मैं धोती पहन लेता हूँ। बड़ा लंड तो दिव्या जैसी चुद्दकड और दिलेर लड़की को ही पसंद आता है।

साराः वो बात नहीं है अब्बु, वो मैंने पहलीबार लंड देखा है, वो भी इतना बड़ा|
पर मुझे आपका बड़ा लंड बहुत पसंद आया। मैं दिव्या से भी ज्यादा चुदकड़ और दिलेर हूँ। आपका लंड देखकर मेरी चूत और ज्यादा पानी बहा रही है। ये देखिए।

सारा अपनी टांगे फैलाकर अपनी चूत अमजद को दिखाने लगी।

अमजद भी अपना लंड सारा के होठों पे, गालों पे फेरते हुए बोला
अमजदः तो फिर देख क्या रही है मेरी राण्ड बेटी। अपने अब्बु के लंड को हाथ में पकड़ और प्यार कर जैसे मैं तेरी चूत को कर रहा था।

अमजद के लंड से आनेवाली भीनी भीनी गंध से सारा को नशा होने लगा।
सारा ने अपने दोनों हाथ आगे बढाए और अमजद के लंड का पकड़ा।

अमजद: आहह मेरी कुतिया क्या मुलायम हाथ है तेरे, मजा आ गया।

सारा: अब्बू आपका लंड कितना बड़ा है मेरे दोनों हाथों में भी नहीं आ रहा है। पता नहीं मेरी छोटी सी चूत में कैसे जायेगा|

अमजद: जाएगा मेरी रंडी गुडिया जाएगा। तेरी चूत ऐसे बड़े लंड के लिए ही तो बनी है। तु कोई छोटा लंड लेकर अपनी चूत की तोहीन मत करनाI

साराः नहीं अब्बू, मैं कभी छोटा लंड नही लूंगी अपनी चूत में। इस चूत में सिर्फ आपका बड़ा लंड ही जाएगाI ओहह कितना प्यारा है आपका लंड।

सारा नकाब को जरा सा उठाकर अमजद के लंड को चुमने लगी।

साराने नकाब को इतना ही हटाया जिससे उसका चेहरा ना दिखे, बस अमजद का लंड को चूम सके,मुँह में ले सके।

कुछ देर लंड को चूमने के बाद सारा अमजद के लंड को अपनी जबान से चाटने लगी।

अमजद: आहह .. मेरी रंडी सारा क्या लंड चाट रही है। ऐसे ही चाटती रह अपने अब्बू के मोटे लंड को । तेरे अब्बू को बहुत मजा आ रहा है मेरी कुतिया। तु सचमुच एक कुतिया और रंडी की तरह लंड चाट रही है। उफ्फ मेरी रांड गुड़िया।

साराः अब्बू आपकी गुड़िया रंडी को भी अपने अब्बू का लंड चाटकर बहुत मजा आ रहा है। मैं तो इसे हमेशा गंदा समझती थी, मुझे नहीं पता था कि इसे चाटने में इतना मजा आता है। अब्बू क्या में आपके लंड को अपने मुँह में लेकर चूस सकती हू।

अमजद: हाँ मेरी गुड़िया रंडी, तू चूस अपने अब्बू के लौड़े को अपने मुह में लेकर I

सारा ने अमजद के लंड के सुपाड़े को अपने होठों पे लगाया और मुँह खोलकर अंदर लेने लगी।
अमजद के लंड का सुपाड़ा बड़ा था पर सारा का मुॅह दिव्या के मुंह से बड़ा था।
सारा को अमजद का सुपाड़ा मुॅह में लेने ज्यादा मुश्किल तो नहीं हुई पर आसानी भी नहीं हुई | वो तो सारा बहुत चुदासी हो गई थी तो उसे दर्द का एहसास नहीं हो रहा था |

सारा अमजद के लंड के सुपाड़े को मजे से चूसने लगी।

अमजदः आहह मेरी कुतिया क्या गरम मुँह है तेरा। ऐसा लग रहा है जैसे मैंने अपना लंड किसी की चूत में डाल दिया हो। ओहह चूसती रह मेरी नन्ही गुड़िया।

सारा लंड मुँह से बाहर निकाल कर : अब्बू किसी और की क्यों, अपनी बेटी की चूत का बोलो । आपकी गुड़िया नन्ही रही अब। आपकी गुड़िया अब आपका लंड अपनी चूत में लेने लायक हो गई है।

फिर अमजद का लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।इस बार सारा ने अमजद का आधा लंड अपने मुंह में ले लिया था।

सारा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे कोई रण्डी चूस रही हो। अमजद सोच भी नहीं सकता था कि सारा इतना अच्छा लंड चूस सकती है।

अमजद: आह मेरी रांड गुड़िया क्या लंड चूसती है तू।ऐसा लंड तो दिव्या भी नहीं चूस सकती।लंड चूसने में तो तू दिव्या को टक्कर दे रही।अब देखना है कि तू चुदवाने में,बेशर्मी में,और दिलेरी में तू टक्कर दे पाती है या नहीं।

अमजद सारा को उकसाना चाहता था।और दिव्या की तारीफ करके उसे जलाना चाहता था।और उसका असर भी हो रहा था।

सारा:लंड मुंह से निकालकर:अगर मैं दिव्या को लंड चूसने टक्कर दे सकती हूं तो चुदाई में,बेशर्मी में और दिलेरी में उस पिद्दी सी दिव्या से बहुत आगे जाऊंगी।और आपको चुदाई का वो मजा दूंगी कि आप दिव्या को भूल जाओगे।

और फिर से दिव्या अमजद का लंड चूसने लगी।
दिव्या इतने अच्छे तरीके से लंड चूस रही थी कि अमजद को लगा वो झड़ जाएगा।और एक वजह ये भी थी कि रण्डी को तरह लंड चूसने वाली उसकी सगी बेटी थी।
पर अमजद अभी झड़ना नहीं चाहता था।अगर अमजद अब झड़ गया तो शायद उसके अंदर का बाप जाग जाएगा।और वो सारा को अपनी रण्डी नहीं बना पाएगा।

सारा तो मस्ती में लंड चूस रही थी।पर अमजद ने लंड उसके मुंह से निकाल दिया।

सारा:अब्बू क्या हुआ।आपने लंड मेरे मुंह से बाहर क्यों निकाला।मुझे कितना मजा आ रहा था आपका लंड चूसने में।

अमजद:मेरी रण्डी बेटी तू फिक्र मत कर।तुझे मैं और ज्यादा मजा देने वाला हूं।तू एक काम कर स्टूल से उतर और नीचे लेट जा।

सारा नीचे फर्श पर लेट गई।अमजद सारा की टांगों के बीच में आकर बैठ गया।सारा को लगा अब उसकी चुदाई होने वाली है।

सारा:(बेशर्मी से)अब्बू आप अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मुझे चोदने वाले हो।तो जल्दी से चोदो अपनी रण्डी बेटी को।

अमजद:अपनी कसम की वजह से आज तुझे चोदूंगा नहीं, पर चुदाई का मजा जरूर दूंगा।

सारा:अब्बू आपने कसम क्यों खाई। आपसे चुदने का मेरा बहुत मन कर रहा है।अब मुझसे ये चूत की आग बर्दास्त नहीं हो रही है।

अमजद:मेरी रण्डी गुड़िया,मैने तुझे आज रात ना चोदने की कसम खाई है।कल से तुझे बहुत चोदूंगा।आज चोद नहीं सकता पर तुझे चुदाई का मजा तो से सकता हूं।

सारा:तो दीजिए ना चुदाई का मजा।देखो कैसे तड़प रही है आपकी गुड़िया रण्डी।

अमजद के बल बैठ गया और अपना लंड सारा की चूत के पास लेजाकर उसकी रस बहती चूत पे अपना लंड मारने लगा।

लंड की चोट से सारा सिसक उठी।

सारा:आह... अब्बू ओह...

अमजद:कैसा लग रहा मेरी रण्डी बेटी को।

सारा:ओह.... अब्बू बहुत मजा आ रहा है। ऐसे चोट मारते रहिए मेरी चूत पर अपने बड़े लंड से।

फिर अमजद अपनी बेटी सारा की चूत के होठों पर अपने लंड को रगड़ने लगा।

अमजद सारा को बहुत तड़पाना चाहता था।इतना तड़पाना चाहता था कि सारा चुदने के लिए पागल हो जाए।और फिर अमजद अपना असली दांव खेलेगा।

अमजद:अब कैसा लग रहा है।मेरी कुतिया सारा को।

सारा:(तड़पते हुए)आह...ओह... अब्बू अब मुझसे बर्दास्त नहीं हो रहा है।कुछ करिए,नहीं तो मैं मर जाऊंगी इस चूत की आग में जल कर। प्लीज अब्बू मुझे चोद दीजिए। मैं कल तक रह नहीं पाऊंगी,आपसे चुदे बिना।

अमजद को लगा अब सही मौका है।इसे अपने असली जाल में फसाने का।

अमजद:मेरी रण्डी बेटी। कसम की वजह से तुझे आज रात चोद नहीं सकता।पर मैंने एक कसम खाई थी,और उस कसम की वजह से तुझे कल ही चोद सकता।कल क्या तुझे कभी नहीं चोद सकता हूं।उस कसम की वजह से तेरा अब्बू तुझे चोदने के लिए हमेशा तड़पता रहेगा।

सारा:प्लीज अब्बू ऐसा मत कहिए। मैं आपसे चुदे बिना नहीं रह सकती।

अमजद अपना लंड सारा की चूत पर अब भी रगड़ रहा था।

अमजद:पर बेटी मैंने कसम ही ऐसी खाई है। कि मैं किसी को चोद नहीं सकता।

सारा:(चुदाई के लिए तड़पते हुए)पर अब्बू आपने दिव्या को तो चोदा है।तब आपकी कसम कहां गई थी।

अमजद:(अपना लंड सारा की चूत पर रगड़ते हुए।)मेरी रण्डी बेटी, मैं दिव्या को हमेशा चोदूंगा।क्यांकि दिव्या को चोदने पर मुझे इतना मजा आया कि मैंने कसम खा ली।वो भी तेरी कसम खाई है।(सफेद झूठ)

सारा:आह...अब्बू ऐसी कौनसी कसम खाई है आपने,जिस कसम की वजह से आप दिव्या को चोद सकते हैं और मुझे नहीं चोद सकते।प्लीज अब्बू बताइए मुझे।

अमजद:वो इसलिए क्योंकि दिव्या ने मेरी कसम पूरी कर दी है।और तू मेरी कसम कभी पूरी नहीं कर पाएगी।दिव्या को चोदने से मेरी कसम टूटेगी नहीं,पर तुझे चोदने से मेरी कसम टूट जाएगी।

सारा:ओह... अब्बू आप मेरी चूत पर अपना लंड रहे तो थोड़ा अंदर डाल कर मेरी आग को ठंडा कर दीजिए।और आपकी कैसी कसम है जो उस दिव्या को चोदने से नहीं टूटेगी,और मुझे चोदने से टूट जाएगी।अगर दिव्या आपकी कसम पूरी कर सकती है,तो मैं भी पूरी कर सकती हूं। मैं तो आपकी बेटी हूं। बताइए क्या कसम खाई है आपने।

अमजद:ठीक है बताता हूं।मुझे पता है तू मेरी कसम को पूरी नहीं कर पाएगी।पर फिर तुझे बताता हूं।दरअसल दिव्या को अपनी रण्डी बनाकर चोदने में मुझे इतना मजा आया कि मैंने कसम खा ली।मैने कसम खाई कि अब से मैं किसी भी लड़की को चोदूंगा,उसी अपने रण्डी बनाके चोदूंगा।उसे जिंदगी भर अपनी रखैल बनाकर रखूंगा।उसे अपनी गुलाम,अपनी कुतिया बनाकर रखूंगा।और जिंदगी भर चोदूंगा।इसलिए मैं तुझे रण्डी,रांड,कुतिया बोल रहा था।मुझे इसमें बहुत मजा आता है।अब तू बता क्या तू मेरी रण्डी बन कर मुझसे चुदेगी।क्या तू जिंदगी भर मेरी रखैल,मेरी गुलाम और मेरी कुत्तिया बनकर रहेगी।मुझे पता है तू ये सब नहीं कर पाएगी।तू दिव्या जितनी दिलेर नहीं है।तू कभी मेरी गुलामी नहीं करेगी।तू कभी मेरी रण्डी बन कर नहीं चुदेगी।क्योंकि तेरा इगो तुझे जिंदगी भर मेरे इस बड़े लौड़े से चुदकर मजा लेने नहीं देगा।

सारा तो जल रही थी चुदाई की आग में।सारा हवस में अंधी हो चुकी थी।उसकी सोचने समझने की ताकत खत्म हो चुकी थी।उसके दिल में,दिमाग में और बदन में एक बात चल रही थी,और वो थी चुदाई चुदाई और अपने अब्बू का लंड। जो इस वक्त उसकी चूत पर अपना जलवा दिखा रहा था।

सारा: आह... अब्बू। हां मैं आपकी रण्डी बनूंगी।जिंदगी भर आपकी रखैल,कुतिया,गुलाम और रण्डी बनकर चुदूंगी आपसे।और उस दिव्या से ज्यादा मजा दूंगी आपको।आप जब कहोगे,जहां कहोगे ,आपसे चुदूंगी।आप कहेंगे तो सबके सामने अपनी चूत मरवाऊंगी।

अमजद:सोचले बेटी, मैं बड़ी बेरहमी से चोदूंगा,बहुत बुरा हाल करूंगा तेरा।तेरी ये गांड भी मारूंगा।तू अगर मेरी रण्डी बन गई तो मैं तुझे प्यार से नहीं चोदूंगा,बल्कि बहुत ही बुरी तरीके से चोदूंगा।

सारा:अब्बू आपको जैसे मुझे चोदना है वैसे चोदिए।मुझे भी आपसे बेरहमी से चुदवाना है।मुझे प्यार से चुदवाने में मजा नहीं आएगा।

अमजद:तो आज से तू मेरी रण्डी है।

सारा:जी अब्बू। आज से क्या,अभी से मैं आपकी रण्डी हूं,रखैल हूं,कुतिया हूं और आपकी गुलाम हूं।

अमजद: ऐसे नहीं,जिस तरह मैने किसी भी लड़की को रण्डी बनाकर चोदने की कसम खाई है।ऐसे ही तू अपने अब्बू की कसम खाकर कह कि तू आज के बाद मेरी रखैल है,गुलाम है,और मेरी रण्डी है।और मैं तेरा मालिक हूं।

सारा को चुदाई के सिवा कुछ सूझ ही नहीं रहा था।

सारा: मैं अपने अब्बू की कसम खाकर कहती हूं कि आज से,अभी से मैं आपकी रण्डी हूं ,आपकी रखैल हूं,आपकी गुलाम हूं और आपकी कुत्तिया हूं।आप मेरे मालिक है।अब्बू अब तो मैंने कसम भी खा ली है और आपकी रण्डी भी बन गई हूं,अब तो कुछ कीजिए इस चूत का।

अमजद ने सारा के गाल पर एक थप्पड़ जड़ दिया।

सारा को कुछ समझ नहीं आया कि अब्बू ने उसे मारा क्यों।अब वो उनकी रखैल भी बन गई है।

सारा:अब्बू क्या हुआ,मुझे थप्पड़ क्यों मारा।

अमजद ने एक थप्पड़ मारा।

अमजद:मैं कौन हूं तेरा।

सारा:आप अब्बू है मेरे।

अमजद ने एक और थप्पड़ रसीद कर दिया।

अमजद:अब बता कौन हूं मैं तेरा।और तू कौन है मेरी।

अमजद के तीसरे थप्पड़ पर सारा को अपनी गलती का एहसास हुआ।और उसे पता चल गया कि अब्बू उसे थप्पड़ क्यों मार रहे हैं।

सारा:ओह... मालिक गलती हो गई मुझसे ,मुझे माफ कर दीजिए।आज के बाद ऐसी गलती फिर नहीं करूंगी।अपनी रण्डी की पहली गलती माफ कर दीजिए।या फिर मालिक आप जो सजा देंगे आपकी रण्डी को मंजूर है।

अमजद:हां अब पता चला तुझे, कि मैं तुझे थपड़ क्यों मार रहा था।आज के बाद तू सबके सामने मुझे अब्बू कह सकती है, पर अकेले में मुझे मालिक कहेगी।और गलती से भी तूने अकेले में मुझे अब्बू कह दिया तो मैं तुझे कभी नहीं चोदूंगा।समझी।

सारा:जी मालिक मैं समझ गई।मुझे आपसे जिंदगी भर आपकी रण्डी बनकर चुदना है तो ऐसी गलती मैं कभी नहीं करूंगी।

अमजद:तेरे लिए ये ही अच्छा होगा।अब तू मेरी रण्डी है तो तुझे दर्द और मजा देना मेरा फर्ज है।दर्द तो तुझे कल दूंगा तेरी चूत फाड़कर।पर आज तुझे बिना चोदे चुदाई का मजा देता हूं।ठीक है अब तू खड़ी हो जा।

सारा खड़ी हो गई।अमजद ने सारा को थोड़ा झुककर खड़ी होने को कहा।सारा झुककर खड़ी हो गई।अमजद सारा के पीछे खड़ा हो गया और उसने एक थप्पड़ सारा की गांड पर मारा।सारा उछल पड़ी।
फिर अमजद ने अपना लंड सारा की गांड की दरार में घुसा दिया।

सारा इस तरह झुककर खड़ी थी कि अमजद का लंबा लंड सारा की गांड की दरार से होते हुए उसकी चूत तक जा रहा था।
फिर अमजद सारा की चूचियां को मसलने लगा। और अपने लंड को आगे पीछे करने लगा।सीन ऐसा था कि कोई भी देखता तो ऐसा लगता जैसे अमजद सारा को घोड़ी बनाकर चोद रहा हो।

सारा और अमजद को ऐसा ही फील हो रहा था।

अमजद:कैसा लग रहा है मेरी रांड को।

सारा: आह... मालिक ऐसा लग रहा है जैसे आपका मुझे चोद रहे हो।बहुत मजा आ रहा है। ऐसे चोदते रहिए अपनी रखैल को।

और अमजद ने अपनी स्पीड बढ़ा दी।अमजद फुल स्पीड से अपने लंड को सारा की गांड और चूत पर रगड़ने लगा।साथ सारा की चुचियों को बेरहमी से मसल रहा था।

सारा दर्द और मजे से पागल हो रही थी।

अमजद:आह.... मेरी रण्डी बहुत मजा आ रहा है तुझे चोदकर।आज ऐसे तेरी चूत और गांड पर अपना लंड रगड़ने से इतना मजा आ रहा है,तो तेरी चूत और गांड में लंड डालकर चोदूंगा तो कल कितना मजा आएगा।

सारा:आह.. ओह... मालिक आपकी रण्डी को भी बहुत मजा आ रहा है। मैं तो कल का सोचकर भी मजे में पागल हो रही हूं।और जोर से चोदो मालिक अपनी रण्डी को।

सारा और अमजद दोनों बहुत ज्यादा गर्म हो गए थे।एक बाप बेटी थे,और एक बाप अपनी बेटी को अपनी रण्डी बना चुका था और एक बेटी अपने बाप की रंडी बन गई थी।यही काफी था उन दोनों की उत्तेजना को बढ़ाने के लिए।

लगभग आधे घंटे अमजद सारा को चोदे बिना चुदाई का मजा ले रहा था और सारा को भी चुदाई का मजा दे रहा था।
दोनों की उत्तेजना इतनी बढ़ गई थी की अब दोनों इस अनोखी चुदाई से अपने चरमसुख की तरफ बढ़ने लगे।

सारा:ओह... मालिक मेरी चूत में कुछ हो रहा है।मेरे पूरे बदन में करंट जैसा फेल रहा है।ये क्या हो रहा मुझे मालिक मुझे संभालो।

अमजद:मेरी रण्डी ये वही सुख की प्राप्ति है जिसके लिए तू मेरी रण्डी बनी है।अब तेरी चूत अपने अंदर की आग उगलने वाली है।मेरा लौड़ा तेरी चूत की आग को ठंडा करने वाला है।और मेरा लंड भी तेरी चूत की गर्मी बर्दास्त नहीं कर पा रहा हैं।मेरा लंड भी अब आग उगलने वाला।आह...मेरी कुत्तिया,मेरी रण्डी,मेरी रखैल।

सारा:आह... येस... ओह... माआआ लीईईईक मैं गईईई....

और चिल्लाते हुए झड़ने लगी।और अमजद के लंड को अपने अमृत से नहलाने लगी।
और इधर अमजद फुल स्पीड में अपना लंड रगड़ रहा था और उसका भी होने वाला था।
सारा के झड़ते ही,अमजद ने सारा को बालों से पकड़ कर पलटाया और नीचे बिठा दिया। और सारा की चूत के रस से भरा अपना सारा के मुंह के पास लेजाकर।
अमजद:मेरी रांड मेरा माल भी निकलने वाला है।मेरा लंड पकड़ और मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूस।
सारा ने जल्दी से अमजद के लंड को पकड़ा और अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।
सारा भले ही झड़ गई थी पर अब भी वो खुमारी में थी।

सारा की जबरदस्त लंड चुसाई अमजद बर्दास्त नहीं कर पाया और सारा के मुंह में झड़ने लगा।
और सारा किसी पोर्न स्टार की तरह अमजद का पूरा माल(वीर्य)निगल गई।
और फिर अमजद के लोड़े पर लगे अपनी चूत के रस और अमजद लंड के वीर्य को चाट कर लंड को साफ़ किया।और फिर वहीं फर्श पर थककर लेट गई और आंखे बंद करके अपने पहले चरमसुख का आनंद लेने लगी।अमजद भी सारा के बगल में लेट गया।उसका भी आज सबसे अनोखा ऑर्गेज्म था।
 
Top