• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest मासी का घर (सेक्सी मासी और मासी की बेटी)

sunoanuj

Well-Known Member
4,067
10,551
159
मासी का घर
अध्याय 7 - उपद्रवी कौन है? (Who's the Troublemaker)

पिछले Update में, मैं जब पेशाब करने जा रहा था तब मासी के कमरे में झांकने पर मुझे उनके नग्न अवतार के दर्शन हुए। उन्हें इस रूप में देख मेरा मन काफी ललचाया मगर जब मैंने देखा कि वह नाराज और परेशान है तो मेरी खुशी भी परेशानी में बदल गई।

अब आगे; मासी के उभारों को और उनके बड़े स्तन एवं मुलायम गांड देख कर मेरा लौड़ा उठ कर नाचने लगा। मगर मासी की आंखों में आंसू थे, वे परेशान थी।

उन्हें देख में भी मायूस होकर अपने कमरे में चला गया, यहां तक मैं मूतना ही भूल गया। मगर जैसे ही में अपने बिस्तर पर लेटा, उसका वह नग्न दृश्य मेरे आंखों के सामने झलकने लगा। उनकी उस दशा को याद करके मैंने मुठ मारी और सो गया।

male-masturbation_007-2.gif


सुबह, शायद 7 बजे के आस पास मुझे मेरी झांटो पर गर्म हवाएं महसूस हुई। मेरे निचले हिस्से में अचानक गर्मी बढ़ने लगी और वह कुछ गिला गिला महसूस हुआ।

मैंने जब उठ कर देखा तो विशाखा ने मेरी काला तलवार अपने मुंह में पकड़ रखी थी। वह मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे straw से कोई कोल्ड ड्रिंक चूस रही हो।

फिर धीरे से उसने उसके मुंह को हिलाना चालू किया और मेरे लौड़े को अंदर-बाहर अंदर-बाहर करने लगी। उसका वह Blowjob वाकई काफी संतुष्टि देने वाला था। वह मेरे लंड को पूरी तरह से उसकी थूंक से भीगा चुकी थी।

gif-rileyreid-sloppy-blowjob-strokingcock-smutty-com_001.gif


मैं कराह (moan) रहा था, तभी मेरे लंड में झनझनाहट हुई और मैंने मेरे पूरा माल उसके मुंह में छोड़ दिया।

मुझे मेरे लिंग पर काफी गिला गिला महसूह हो रहा था। फिर मेरी नींद एकदम से खुली। वह एक सपना था, हकीकत में मेरे कमरे में मेरे अलावा कोई नहीं था।

1758169605075

मैंने नींद में मेरे लंड का पानी अपनी बॉक्सर में ही निकल दिया था। मेरी चड्डी गीली हो गई थी।

m-ea-Saa-Tba-Aaaaa-mh-955-I0-Tv-RVDk-NZamd-12

अब मुझे जल्दी नहाना होगा ताकि इस चीज से मुझे छुटकारा मिले।

मैंने उठकर अपने कपड़े पहने और नीचे हॉल में चला गया। जैसे ही में नीचे पहुंचा वैसी मुझे एक सुंदर लड़की के दर्शन हुए, विशाखा के। उसने अपना योगा outfit पहना हुआ था, शायद वह अभी ही अपनी योगा क्लासेस से वापिस आई थी। वह green tea पी रही थी।

1758083237124

उसने मुझे देखा और मुस्कुराने लगी। मैं जाकर उसके आगे वाले सोफे पर बैठ गया। उसी समय, मेरी मासी एक सफेद साड़ी पहने हुए और हाथ में एक पूजा की प्लेट ले कर वहां आई।

1758083817973

उन्होंने अगरबत्ती का धुआं पूरे रूम में फैलाया, लगता है उन्होंने अभी अभी नहाया है और पूजा कर के आई है। उनके चेहरे पर आज खुशी थी। कुछ देर बाद मासी वापिस चली गई।

विशाखा ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा और हंस कर बोली,

1758084298284

विशाखा: “तो क्या सोचा तुमने?”

मुझे समझ नहीं आया वह किस बारे में बात कर रही थी। मैने उससे पूछा,

मैं: “किस बारे में?”

विशाखा (हंसते हुए): “अपने बच्चे के बारे में?”

मैं भी मुस्कराया और मजाक में कहा,

मैं: “अरे पहले शादी तो कर लो!”

विशाखा थोड़ी सीरियस होकर बोली,

विशाखा: “क्या ऐसा हो सकता है? क्या घर वाले मानेंगे?”

सच बताऊं तो ये अपने आप में ही एक तकलीफ थी, अपने ही परिवार में प्यार और शादी, समाज के हिसाब से यह गुनाह है। लेकिन आज के आधुनिक समय में कुछ भी मुमकिन है। फिर मैंने यू ही मजाक में उससे कहा,

मैं: “तो मैं तुम्हे भागकर ले जाऊंगा।”

विशाखा की आंखें बता रही थी कि वह इस मामले में थोड़ी सीरियस हो गई है। उसके आंखों में मेरे लिए जो प्यार था वह पूरी तरह सच्चा था। वह शर्माते हुए उठी और अपना green tea का खाली ग्लास रखने किचन में चली गई।

मैंने काफी देर तक मोबाइल देखा और घंटों बाद नहाने गया। नहाने के बाद जब में अपने कमरे में कपड़े पहन रहा था तभी मेरे पीछे विशाखा आ गई। मेरी नजरे दूसरी तरफ थी तो मुझे एहसास नहीं हुआ लेकिन वह मुझे कुछ कहे बगैर सिर्फ मुझे देखती रही। मैं अधनंगा था, मतलब मैने शर्ट या टीशर्ट कुछ भी नहीं पहना था।

3ce26503aa3b556d0435fd3fa01afee8

जब मैं पीछे मुड़ तब अचानक से उसे देखा। वह मुझे ही देखे जा रही थी, साइड वो मेरी बॉडी को देख रही थी।

1758169868883

मैने मेरी भौंह को उठाकर इशारे में उससे पूछा, 'क्या हुआ?'। उसने ना के उत्तर में सिर हिलते हुए इशारे में कहा, कुछ नहीं!'। बाद में जब मैंने टीशर्ट पहना तब उसने कहा,

विशाखा: “चलो, खाना तैयार है।”

फिर हम खाना खाने नीचे डायनिंग रूम में चले गए।

डायनिंग टेबल पर मासी पहले से ही बैठी हुई थी। लेकिन उन्हीं अपने कपड़े बदल लिए थे, मगर वे आज खुश और हमेशा जैसी नजर आ रही थी, मैंने उन्हें यूं ही पूछा,

1758168522575

मैं: “मासी अपने सारे क्यों उतर दी, आप पर अच्छी दिख रही थी।”

मासी (हंसकर): “सच में? लेकिन उसमें गर्मी हो रही थी।”

हमने खाना शुरू किया। खाने के बीच में ही मासी के फोन पर किसका मैसेज आया। उन्होंने उसे देखा और उनकी खुशी मायूसी में बदल गई। उस मैसेज को देख कर मासी का चेहरा फीका पड़ने लगा।

खाना खत्म होने के बाद उस बारे में कोई बात नहीं हुई। विशाखा अपने योगा क्लास की मीटिंग में चली गई और मैं TV देखने लगा। घर पर सिर्फ मासी और मैं था।

तभी मासी के फोन पर कोई कॉल करता है। वह उस कॉल को देख कर और भी परेशान हो जाती है और उसे कट कर देती हैं। 5 मिनट बाद फिर से कॉल आता है और मासी कट कर देती है, ऐसा और 2 बार हुआ। फिर मैंने जा कर पूछ ही लिया,

मैं: “क्या हुआ मासी किसका कॉल है? कबसे कॉल किए जा रहा है, आप उठा क्यों नहीं रही?”

मासी (बेचैन हो कर): “कुछ नहीं बेटा, वो credit card वाले है।”

मैं: “अगर कोई परेशानी हो तो मुझे दीजिए मैं बात करता हूं उनसे।”

मासी: “अरे नहीं नहीं, कोई दिक्कत नहीं है।”

फिर मैं जाकर TV देखने लगा। शायद मासी ने फोन अब साइलेंट कर दिया था लेकिन मुझे समझ आ रहा था कि वह जो कोई है वह बार बार मासी को मैसेज या कॉल करके डरने की कोशिश कर रहा है। वह कोई इंसान है जो मासी के परेशानी की वजह है।

देखते ही देखते दोपहर की शाम हो गई और मैं TV देखने के बहाने मासी पर नजर रख रहा था। अगर कोई दिक्कत हो तो झट से जा सकू। अब विशाखा भी लौट आई थी, बाहर दिन ढल रहा था और अंधेरा हो रहा था।

उस समय, विशाखा छत पर जाकर खुले असमान को देख रही थी। तभी छत से कुछ टूटने की आवाज आई और विशाखा भी चिल्लाई।

मासी और मैं भाग कर ऊपर गए और देखा तो वह किसी ने कांच की बोतल फेंकी हुई थी जो गिर कर टूट गई। विशाखा इस चीज से काफी डर चुकी थी, वह रो रही थी। मैंने उसे शांत करवा कर नीचे लाया और मासी ने उसे अपने पास बैठा कर दिलासा दिया।

1758168766638

मैं बाहर जाकर देखने लगा कि यह किसने किया और कहा से किया गया है, मगर मेरी हाथ सिर्फ निराशा लगी। फिर में घर के अंदर गया और मासी एवं विशाखा से कहने लगा,

मैं: “ऐसा कौन कर सकता है? जो भी था उसने यह अच्छा नहीं किया।”

मासी: “जाने दो बेटा, शायद ये कोई पिछले गली का शराबी होगा।”

मासी अब भी सच्चाई नहीं बता रही थी। मैं अपने कमरे में गया ताकि खिड़की से पिछली गली में देखा जा सके। लेकिन अब अंधेरा हो चुका था तो कुछ नहीं देखा जा सकता। तभी घर का दरवाजा बजता है, कुछ देर बाद फिर से कोई दरवाजा बजता है।

मैं देखने नीचे पहुंचा और मासी को पूछा कौन था। मासी ने रोने जैसी हालत में कहा,

1758168851179

मासी: “पता नहीं कौन था, बार बार दरवाजा थोक रहा है और जब खोला तो कोई नजर नहीं आ रहा।”

इस बात को सुन कर में काफी हैरान था, आखिर ऐसा कौन कर रहा था और क्यों।

मैं: “रुको मैं बाहर जाकर देख कर आता हूं।”

मासी (रोते रोते): “नहीं बेटा मत जाओ, मुझे डर लग रहा है।”

मासी की यह बात सुनकर मैं रुक तो गया लेकिन दरवाजा बजाने वाला नहीं रुका। पता नहीं वह हमारे साथ क्या खेल खेल रहा था। मैने मासी को सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद करने को कहा।

कुछ समय बाद, मासी ने विशाखा को अपने कमरे में सुला लिया और खुद भी वहां लेट गई। लेकिन मैं जाग रहा था, फिर कुछ घंटों बाद ये सब होना बंद हो गया था। मैने मासी को सोने के लिए कह दिया और खुद जागने की ठान ली।

करीब 12 बजे, मैं पानी पीने के लिए किचन में घुसा और गिलास में पानी भर ही रहा था तभी मेरे पीछे से कुछ गिरने की आवाज आई।

जैसे ही मैं पीछे मुड़, वहां एक आदमी खड़ा था। खिड़की से बाहर ही रोशनी अंदर आ रही थी इसलिए मैं उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था। लेकिन ये जो भी था यह सारी परेशानी की जड़ थी।

1758170702652

बहुत ही सस्पेंस वाला अपडेट है ! कोन है ये आदमी?
 
  • Like
Reactions: Napster and parkas

sunoanuj

Well-Known Member
4,067
10,551
159
अब तो अगले अपडेट की उत्सुकता ज़्यादा बढ़ गई है !
 
  • Like
Reactions: Napster and parkas

Ek number

Well-Known Member
9,279
20,186
188
मासी का घर
अध्याय 7 - उपद्रवी कौन है? (Who's the Troublemaker)

पिछले Update में, मैं जब पेशाब करने जा रहा था तब मासी के कमरे में झांकने पर मुझे उनके नग्न अवतार के दर्शन हुए। उन्हें इस रूप में देख मेरा मन काफी ललचाया मगर जब मैंने देखा कि वह नाराज और परेशान है तो मेरी खुशी भी परेशानी में बदल गई।

अब आगे; मासी के उभारों को और उनके बड़े स्तन एवं मुलायम गांड देख कर मेरा लौड़ा उठ कर नाचने लगा। मगर मासी की आंखों में आंसू थे, वे परेशान थी।

उन्हें देख में भी मायूस होकर अपने कमरे में चला गया, यहां तक मैं मूतना ही भूल गया। मगर जैसे ही में अपने बिस्तर पर लेटा, उसका वह नग्न दृश्य मेरे आंखों के सामने झलकने लगा। उनकी उस दशा को याद करके मैंने मुठ मारी और सो गया।

male-masturbation_007-2.gif


सुबह, शायद 7 बजे के आस पास मुझे मेरी झांटो पर गर्म हवाएं महसूस हुई। मेरे निचले हिस्से में अचानक गर्मी बढ़ने लगी और वह कुछ गिला गिला महसूस हुआ।

मैंने जब उठ कर देखा तो विशाखा ने मेरी काला तलवार अपने मुंह में पकड़ रखी थी। वह मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे straw से कोई कोल्ड ड्रिंक चूस रही हो।

फिर धीरे से उसने उसके मुंह को हिलाना चालू किया और मेरे लौड़े को अंदर-बाहर अंदर-बाहर करने लगी। उसका वह Blowjob वाकई काफी संतुष्टि देने वाला था। वह मेरे लंड को पूरी तरह से उसकी थूंक से भीगा चुकी थी।

gif-rileyreid-sloppy-blowjob-strokingcock-smutty-com_001.gif


मैं कराह (moan) रहा था, तभी मेरे लंड में झनझनाहट हुई और मैंने मेरे पूरा माल उसके मुंह में छोड़ दिया।

मुझे मेरे लिंग पर काफी गिला गिला महसूह हो रहा था। फिर मेरी नींद एकदम से खुली। वह एक सपना था, हकीकत में मेरे कमरे में मेरे अलावा कोई नहीं था।

1758169605075

मैंने नींद में मेरे लंड का पानी अपनी बॉक्सर में ही निकल दिया था। मेरी चड्डी गीली हो गई थी।

m-ea-Saa-Tba-Aaaaa-mh-955-I0-Tv-RVDk-NZamd-12

अब मुझे जल्दी नहाना होगा ताकि इस चीज से मुझे छुटकारा मिले।

मैंने उठकर अपने कपड़े पहने और नीचे हॉल में चला गया। जैसे ही में नीचे पहुंचा वैसी मुझे एक सुंदर लड़की के दर्शन हुए, विशाखा के। उसने अपना योगा outfit पहना हुआ था, शायद वह अभी ही अपनी योगा क्लासेस से वापिस आई थी। वह green tea पी रही थी।

1758083237124

उसने मुझे देखा और मुस्कुराने लगी। मैं जाकर उसके आगे वाले सोफे पर बैठ गया। उसी समय, मेरी मासी एक सफेद साड़ी पहने हुए और हाथ में एक पूजा की प्लेट ले कर वहां आई।

1758083817973

उन्होंने अगरबत्ती का धुआं पूरे रूम में फैलाया, लगता है उन्होंने अभी अभी नहाया है और पूजा कर के आई है। उनके चेहरे पर आज खुशी थी। कुछ देर बाद मासी वापिस चली गई।

विशाखा ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा और हंस कर बोली,

1758084298284

विशाखा: “तो क्या सोचा तुमने?”

मुझे समझ नहीं आया वह किस बारे में बात कर रही थी। मैने उससे पूछा,

मैं: “किस बारे में?”

विशाखा (हंसते हुए): “अपने बच्चे के बारे में?”

मैं भी मुस्कराया और मजाक में कहा,

मैं: “अरे पहले शादी तो कर लो!”

विशाखा थोड़ी सीरियस होकर बोली,

विशाखा: “क्या ऐसा हो सकता है? क्या घर वाले मानेंगे?”

सच बताऊं तो ये अपने आप में ही एक तकलीफ थी, अपने ही परिवार में प्यार और शादी, समाज के हिसाब से यह गुनाह है। लेकिन आज के आधुनिक समय में कुछ भी मुमकिन है। फिर मैंने यू ही मजाक में उससे कहा,

मैं: “तो मैं तुम्हे भागकर ले जाऊंगा।”

विशाखा की आंखें बता रही थी कि वह इस मामले में थोड़ी सीरियस हो गई है। उसके आंखों में मेरे लिए जो प्यार था वह पूरी तरह सच्चा था। वह शर्माते हुए उठी और अपना green tea का खाली ग्लास रखने किचन में चली गई।

मैंने काफी देर तक मोबाइल देखा और घंटों बाद नहाने गया। नहाने के बाद जब में अपने कमरे में कपड़े पहन रहा था तभी मेरे पीछे विशाखा आ गई। मेरी नजरे दूसरी तरफ थी तो मुझे एहसास नहीं हुआ लेकिन वह मुझे कुछ कहे बगैर सिर्फ मुझे देखती रही। मैं अधनंगा था, मतलब मैने शर्ट या टीशर्ट कुछ भी नहीं पहना था।

3ce26503aa3b556d0435fd3fa01afee8

जब मैं पीछे मुड़ तब अचानक से उसे देखा। वह मुझे ही देखे जा रही थी, साइड वो मेरी बॉडी को देख रही थी।

1758169868883

मैने मेरी भौंह को उठाकर इशारे में उससे पूछा, 'क्या हुआ?'। उसने ना के उत्तर में सिर हिलते हुए इशारे में कहा, कुछ नहीं!'। बाद में जब मैंने टीशर्ट पहना तब उसने कहा,

विशाखा: “चलो, खाना तैयार है।”

फिर हम खाना खाने नीचे डायनिंग रूम में चले गए।

डायनिंग टेबल पर मासी पहले से ही बैठी हुई थी। लेकिन उन्हीं अपने कपड़े बदल लिए थे, मगर वे आज खुश और हमेशा जैसी नजर आ रही थी, मैंने उन्हें यूं ही पूछा,

1758168522575

मैं: “मासी अपने सारे क्यों उतर दी, आप पर अच्छी दिख रही थी।”

मासी (हंसकर): “सच में? लेकिन उसमें गर्मी हो रही थी।”

हमने खाना शुरू किया। खाने के बीच में ही मासी के फोन पर किसका मैसेज आया। उन्होंने उसे देखा और उनकी खुशी मायूसी में बदल गई। उस मैसेज को देख कर मासी का चेहरा फीका पड़ने लगा।

खाना खत्म होने के बाद उस बारे में कोई बात नहीं हुई। विशाखा अपने योगा क्लास की मीटिंग में चली गई और मैं TV देखने लगा। घर पर सिर्फ मासी और मैं था।

तभी मासी के फोन पर कोई कॉल करता है। वह उस कॉल को देख कर और भी परेशान हो जाती है और उसे कट कर देती हैं। 5 मिनट बाद फिर से कॉल आता है और मासी कट कर देती है, ऐसा और 2 बार हुआ। फिर मैंने जा कर पूछ ही लिया,

मैं: “क्या हुआ मासी किसका कॉल है? कबसे कॉल किए जा रहा है, आप उठा क्यों नहीं रही?”

मासी (बेचैन हो कर): “कुछ नहीं बेटा, वो credit card वाले है।”

मैं: “अगर कोई परेशानी हो तो मुझे दीजिए मैं बात करता हूं उनसे।”

मासी: “अरे नहीं नहीं, कोई दिक्कत नहीं है।”

फिर मैं जाकर TV देखने लगा। शायद मासी ने फोन अब साइलेंट कर दिया था लेकिन मुझे समझ आ रहा था कि वह जो कोई है वह बार बार मासी को मैसेज या कॉल करके डरने की कोशिश कर रहा है। वह कोई इंसान है जो मासी के परेशानी की वजह है।

देखते ही देखते दोपहर की शाम हो गई और मैं TV देखने के बहाने मासी पर नजर रख रहा था। अगर कोई दिक्कत हो तो झट से जा सकू। अब विशाखा भी लौट आई थी, बाहर दिन ढल रहा था और अंधेरा हो रहा था।

उस समय, विशाखा छत पर जाकर खुले असमान को देख रही थी। तभी छत से कुछ टूटने की आवाज आई और विशाखा भी चिल्लाई।

मासी और मैं भाग कर ऊपर गए और देखा तो वह किसी ने कांच की बोतल फेंकी हुई थी जो गिर कर टूट गई। विशाखा इस चीज से काफी डर चुकी थी, वह रो रही थी। मैंने उसे शांत करवा कर नीचे लाया और मासी ने उसे अपने पास बैठा कर दिलासा दिया।

1758168766638

मैं बाहर जाकर देखने लगा कि यह किसने किया और कहा से किया गया है, मगर मेरी हाथ सिर्फ निराशा लगी। फिर में घर के अंदर गया और मासी एवं विशाखा से कहने लगा,

मैं: “ऐसा कौन कर सकता है? जो भी था उसने यह अच्छा नहीं किया।”

मासी: “जाने दो बेटा, शायद ये कोई पिछले गली का शराबी होगा।”

मासी अब भी सच्चाई नहीं बता रही थी। मैं अपने कमरे में गया ताकि खिड़की से पिछली गली में देखा जा सके। लेकिन अब अंधेरा हो चुका था तो कुछ नहीं देखा जा सकता। तभी घर का दरवाजा बजता है, कुछ देर बाद फिर से कोई दरवाजा बजता है।

मैं देखने नीचे पहुंचा और मासी को पूछा कौन था। मासी ने रोने जैसी हालत में कहा,

1758168851179

मासी: “पता नहीं कौन था, बार बार दरवाजा थोक रहा है और जब खोला तो कोई नजर नहीं आ रहा।”

इस बात को सुन कर में काफी हैरान था, आखिर ऐसा कौन कर रहा था और क्यों।

मैं: “रुको मैं बाहर जाकर देख कर आता हूं।”

मासी (रोते रोते): “नहीं बेटा मत जाओ, मुझे डर लग रहा है।”

मासी की यह बात सुनकर मैं रुक तो गया लेकिन दरवाजा बजाने वाला नहीं रुका। पता नहीं वह हमारे साथ क्या खेल खेल रहा था। मैने मासी को सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद करने को कहा।

कुछ समय बाद, मासी ने विशाखा को अपने कमरे में सुला लिया और खुद भी वहां लेट गई। लेकिन मैं जाग रहा था, फिर कुछ घंटों बाद ये सब होना बंद हो गया था। मैने मासी को सोने के लिए कह दिया और खुद जागने की ठान ली।

करीब 12 बजे, मैं पानी पीने के लिए किचन में घुसा और गिलास में पानी भर ही रहा था तभी मेरे पीछे से कुछ गिरने की आवाज आई।

जैसे ही मैं पीछे मुड़, वहां एक आदमी खड़ा था। खिड़की से बाहर ही रोशनी अंदर आ रही थी इसलिए मैं उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था। लेकिन ये जो भी था यह सारी परेशानी की जड़ थी।

1758170702652
Nice update
 

1112

Well-Known Member
5,722
8,028
188
मासी का घर
अध्याय 5.5 - नज़ारा

पिछले update में, मासी अपनी पुरानी तस्वीरें देख रही थी। मैंने उनके पास जाकर उनसे काफी बातें की और उन्हें फ्लर्ट किया, उनके मन में प्यार एक बीज बो दिया। अब देखना था कि क्या वह पेड़ बनेगा या नहीं।

अब, देखते ही देखते श्याम हो गई। आसमान भी गुलाबी दिख रहा था। मैं सोफे पर बैठ कर अपना मोबाइल चला रहा था। तभी वहां विशाखा आ कर मेरे बाजू में खड़ी हो जाती है।

पहले तो मेरा ध्यान नहीं रहता, क्योंकि मैं मोबाइल पर कुछ जरूरी देख रहा था (how to seduce aunt 😉)। विशाखा ने मुझे बुलाने के लिए शू शू की आवाज निकली।

मैंने एकदम से उसकी ओर देखा, उसने एक लाल सलवार पहना हुआ था। खुले बाल और एक छोटी सी बिंदी। क्या लग रही थी वह।

1060398b24598d0de71361cd42515c6d

उसने अपनी आंखें और सिर हिला कर इशारे में बाहर चलने को कहां। मैं अपना मोबाइल बंद कर के उठ गया और एक मुसकूराहट के साथ उसके पीछे पीछे चला गया जैसे उसने मुझे सम्मोहित कर दिया हो।

बाहर निकल कर मैंने उससे पूछा,

मैं: “कहां चलना है?”

उसने मुस्कुराते हुए मुझे पीछे मुड़ कर देखा और बस आगे चलने लगी।

misha-narang-missing-movie-1

मैं उसके पीछे पीछे चलता गया। हम दोनों रोड पर पहुंचे ही थे कि मैंने फिर से पूंछ लिया,

मैं: “अरे अब साथ फेरे लेकर ही बताओगी क्या? बताओ ना कहा जाना है?”

विशाखा पीछे मुड़ी और गुस्से में बोली,

विशाखा: “बुद्धू!”

जब वो मुझे बुद्धू कहती है तो कितनी प्यारी लगती है, ऊपर से गुस्से में तो इतनी क्यूट की धरती पाताल एक हो जाए।

विशाखा: “तुम बस मेरे पीछे पीछे चलते रहो, जैसा मैं कहती हूं वैसा करो!”

गहरी साँस छोड़ते हुए मैंने कहा,

मैं: "अब जिंदगी भर यही करना है।”

विशाखा आगे देखती हुए खिलखिलाते हुए हंसी। मैं उसके बाजू में आकर मुस्कराने लगा।

चलते चलते मेरी नजर एक घर पर पड़ती है, वहां से एक महिला हमें अपनी बालकनी से देख रही थी।

1757864346294

वह वही सुबह वाली भाभी जी थी जो मासी से बातें कर रही थी। मैने विशाखा को पूछा,

मैं: “ये कौन है? सुबह अपने घर भी आई हुई थी।”

विशाखा ने उसे देखा और फिर आगे देखते हुए कहा,

विशाखा: “अरे ये तृषा भाभी है, मम्मी के गॉसिप क्लब में से एक।”

मैं: “गॉसिप क्लब?”

विशाखा: “अरे हा, ये आजू बाजू की सारी औरतों का एक ग्रुप है जो एक दूसरे से गॉसिप करते रहते है, मैंने इन्हें नाम दिया है गॉसिप क्लब।”

मैं (हस्ते हुए): “अच्छा, तो तुम भी इसका हिस्सा हो?”

विशाखा: “छी छी, ये गॉसिप वॉसीप मुझे नहीं आता।”

मैं इसी बात पर हंस दिया। कुछ देर और चलते ही हम घर से काफी दूर आ चुके थे। मैंने हमारे बीच की शांति तोड़ने के लिए यूं ही विशाखा से पूछा।

मैं: “तुम्हारा आगे क्या प्लान है?”

विशाखा: “आगे… सोचा है कि फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर लू। तुम्हारा क्या प्लान है?”

मैंने एकदम हल्की आवाज कहा कि उसे सुनाई न जाए,

मैं: “तुमसे शादी करने का।”

उसने मेरी और देखा, शायद उसे सुनाई नहीं गया, उसने पूछा,

विशाखा: “क्या?”

मैं (खिलखिलाते हुए): “अरे कुछ नहीं, इंजीनियरिंग कर रहा हु ना, घर पर बैठ कर सिर्फ मोबाइल देखूंगा, बेरोजगार बनूंगा सबकी तरह।”

अब उसने आगे देखा और हल्की आवाज में जिससे मुझे कुछ सुनाई ना दे, कहा,

विशाखा: “फिर हमारे बच्चों क्या खिलाओगे?”

मैं (शर्माते हुए): “क्या?”

विशाखा: “कुछ नहीं!... बुद्धू!”

उसे लगा मुझे कुछ सुनाई नहीं दिया, मगर मैंने सुन लिया था, और शायद उसने भी मेरी बात सुन ली थी। हम दोनों शर्माते हुए, मुस्कुराते हुए चल रहे थे।

IMG-20250914-201018

चलते चलते उसने मेरे हाथों को कनिष्ठा (छोटी उंगली) से छुआ और फिर मेरा हाथ थाम लिया।

25e924b7020725c2ae4ad932b2cb3803

ऐसे हाथों में हाथ रखे हुए हम चुपचाप चलते रहे, काफी romantic moment था।

कुछ ही देर में हम एक जगह पहुंच कर रुक गए। वहां से जो नजारा हम देख पा रहे थे, बेहद शानदार। आसमान में गुलाबी और बैंगनी रंग का मिक्सचर जिस पर बादल लटक रहे थे, चांद की पहली धुंधली झलक, पक्षियों का समूह जो शायद अपने घर लौट रहा था। आजू बाजू से पेड़ और बीच में सुना रास्ता जिस पर इस समय एक स्ट्रीट लैंप और हम दोनों ही मौजूद थे।

1757856791291

विशाखा की love language ही यही थी, ऐसे प्यारे प्राकृतिक दृश्य दिखाना। उस समय का वह सन्नाटा, झाड़ियों से टकरा कर आ रही ठंडी हवा और पेड़ के पत्तों का आवाज, विशाखा का मेरे नजदीक होना, उसकी गर्माहट, ये सब काफी अनमोल था।

विशाखा मेरे हाथों से लिपट गई, उसने उस दृश्य को छोड़ मुझे देख कर कहा,

076d80e192ed4fc3e40719522666886e

विशाखा: “चलें?”

मैं: “अब कहां?”

विशाखा: “अब सीधा घर चलो, अंधेरा हो रहा है, बुद्धू!”

उफ्फ, क्या क्यूट लगती है वह जब मुझे बुद्धू कहती है। फिर हम घर की ओर निकल पड़े। इस बार हम कोई नए रस्ते से घर की ओर जा रहे थे।

विशाखा ऐसे ही मेरे हाथों से लिपट कर चल रहे थी, शायद उसने यह रास्ता इसलिए ही चुना कि कोई हमें देखे भी तो कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि यहां हमें कोई नहीं पहचानता।

उसके साथ चलते चलते कब हम घर पहुंचे पता ही नहीं लगा। हमारी कॉलोनी में घुसते ही हम एक दूसरे से थोड़ी दूरी पर हो गए।

विशाखा के पास spare key (घर की दूसरी चाबी) थी जिससे हमने दरवाजा खोला और अंदर दाखिल हुए। हॉल में तो कोई दिख नहीं रहा था, फिर मैंने TV चालू करके सोफे पर बैठ गया और विशाखा अपने कमरे में चली गई।

TV की आवाज सुन कर मेरी मासी अपने कमरे से निकल कर मेरे पास आई, वह चिंतित नजर आ रही थी।

1757863194359

----
Writter's Note: Thankyou for supporting guys. Story ki pace slow ya fast ho toh please batana aur kuch idea Dena chaho to bata skte ho.
Awesome Romantic update❤❤❤
 
  • Like
Reactions: Napster and parkas

1112

Well-Known Member
5,722
8,028
188
Boss kahani aap ki hai jessa cahe likhe magar yeh update mein mujhe majja nahi aaya. Romance mein filmi twist accha nahi hai laga
मासी का घर
अध्याय 7 - उपद्रवी कौन है? (Who's the Troublemaker)

पिछले Update में, मैं जब पेशाब करने जा रहा था तब मासी के कमरे में झांकने पर मुझे उनके नग्न अवतार के दर्शन हुए। उन्हें इस रूप में देख मेरा मन काफी ललचाया मगर जब मैंने देखा कि वह नाराज और परेशान है तो मेरी खुशी भी परेशानी में बदल गई।

अब आगे; मासी के उभारों को और उनके बड़े स्तन एवं मुलायम गांड देख कर मेरा लौड़ा उठ कर नाचने लगा। मगर मासी की आंखों में आंसू थे, वे परेशान थी।

उन्हें देख में भी मायूस होकर अपने कमरे में चला गया, यहां तक मैं मूतना ही भूल गया। मगर जैसे ही में अपने बिस्तर पर लेटा, उसका वह नग्न दृश्य मेरे आंखों के सामने झलकने लगा। उनकी उस दशा को याद करके मैंने मुठ मारी और सो गया।

male-masturbation_007-2.gif


सुबह, शायद 7 बजे के आस पास मुझे मेरी झांटो पर गर्म हवाएं महसूस हुई। मेरे निचले हिस्से में अचानक गर्मी बढ़ने लगी और वह कुछ गिला गिला महसूस हुआ।

मैंने जब उठ कर देखा तो विशाखा ने मेरी काला तलवार अपने मुंह में पकड़ रखी थी। वह मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे straw से कोई कोल्ड ड्रिंक चूस रही हो।

फिर धीरे से उसने उसके मुंह को हिलाना चालू किया और मेरे लौड़े को अंदर-बाहर अंदर-बाहर करने लगी। उसका वह Blowjob वाकई काफी संतुष्टि देने वाला था। वह मेरे लंड को पूरी तरह से उसकी थूंक से भीगा चुकी थी।

gif-rileyreid-sloppy-blowjob-strokingcock-smutty-com_001.gif


मैं कराह (moan) रहा था, तभी मेरे लंड में झनझनाहट हुई और मैंने मेरे पूरा माल उसके मुंह में छोड़ दिया।

मुझे मेरे लिंग पर काफी गिला गिला महसूह हो रहा था। फिर मेरी नींद एकदम से खुली। वह एक सपना था, हकीकत में मेरे कमरे में मेरे अलावा कोई नहीं था।

1758169605075

मैंने नींद में मेरे लंड का पानी अपनी बॉक्सर में ही निकल दिया था। मेरी चड्डी गीली हो गई थी।

m-ea-Saa-Tba-Aaaaa-mh-955-I0-Tv-RVDk-NZamd-12

अब मुझे जल्दी नहाना होगा ताकि इस चीज से मुझे छुटकारा मिले।

मैंने उठकर अपने कपड़े पहने और नीचे हॉल में चला गया। जैसे ही में नीचे पहुंचा वैसी मुझे एक सुंदर लड़की के दर्शन हुए, विशाखा के। उसने अपना योगा outfit पहना हुआ था, शायद वह अभी ही अपनी योगा क्लासेस से वापिस आई थी। वह green tea पी रही थी।

1758083237124

उसने मुझे देखा और मुस्कुराने लगी। मैं जाकर उसके आगे वाले सोफे पर बैठ गया। उसी समय, मेरी मासी एक सफेद साड़ी पहने हुए और हाथ में एक पूजा की प्लेट ले कर वहां आई।

1758083817973

उन्होंने अगरबत्ती का धुआं पूरे रूम में फैलाया, लगता है उन्होंने अभी अभी नहाया है और पूजा कर के आई है। उनके चेहरे पर आज खुशी थी। कुछ देर बाद मासी वापिस चली गई।

विशाखा ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा और हंस कर बोली,

1758084298284

विशाखा: “तो क्या सोचा तुमने?”

मुझे समझ नहीं आया वह किस बारे में बात कर रही थी। मैने उससे पूछा,

मैं: “किस बारे में?”

विशाखा (हंसते हुए): “अपने बच्चे के बारे में?”

मैं भी मुस्कराया और मजाक में कहा,

मैं: “अरे पहले शादी तो कर लो!”

विशाखा थोड़ी सीरियस होकर बोली,

विशाखा: “क्या ऐसा हो सकता है? क्या घर वाले मानेंगे?”

सच बताऊं तो ये अपने आप में ही एक तकलीफ थी, अपने ही परिवार में प्यार और शादी, समाज के हिसाब से यह गुनाह है। लेकिन आज के आधुनिक समय में कुछ भी मुमकिन है। फिर मैंने यू ही मजाक में उससे कहा,

मैं: “तो मैं तुम्हे भागकर ले जाऊंगा।”

विशाखा की आंखें बता रही थी कि वह इस मामले में थोड़ी सीरियस हो गई है। उसके आंखों में मेरे लिए जो प्यार था वह पूरी तरह सच्चा था। वह शर्माते हुए उठी और अपना green tea का खाली ग्लास रखने किचन में चली गई।

मैंने काफी देर तक मोबाइल देखा और घंटों बाद नहाने गया। नहाने के बाद जब में अपने कमरे में कपड़े पहन रहा था तभी मेरे पीछे विशाखा आ गई। मेरी नजरे दूसरी तरफ थी तो मुझे एहसास नहीं हुआ लेकिन वह मुझे कुछ कहे बगैर सिर्फ मुझे देखती रही। मैं अधनंगा था, मतलब मैने शर्ट या टीशर्ट कुछ भी नहीं पहना था।

3ce26503aa3b556d0435fd3fa01afee8

जब मैं पीछे मुड़ तब अचानक से उसे देखा। वह मुझे ही देखे जा रही थी, साइड वो मेरी बॉडी को देख रही थी।

1758169868883

मैने मेरी भौंह को उठाकर इशारे में उससे पूछा, 'क्या हुआ?'। उसने ना के उत्तर में सिर हिलते हुए इशारे में कहा, कुछ नहीं!'। बाद में जब मैंने टीशर्ट पहना तब उसने कहा,

विशाखा: “चलो, खाना तैयार है।”

फिर हम खाना खाने नीचे डायनिंग रूम में चले गए।

डायनिंग टेबल पर मासी पहले से ही बैठी हुई थी। लेकिन उन्हीं अपने कपड़े बदल लिए थे, मगर वे आज खुश और हमेशा जैसी नजर आ रही थी, मैंने उन्हें यूं ही पूछा,

1758168522575

मैं: “मासी अपने सारे क्यों उतर दी, आप पर अच्छी दिख रही थी।”

मासी (हंसकर): “सच में? लेकिन उसमें गर्मी हो रही थी।”

हमने खाना शुरू किया। खाने के बीच में ही मासी के फोन पर किसका मैसेज आया। उन्होंने उसे देखा और उनकी खुशी मायूसी में बदल गई। उस मैसेज को देख कर मासी का चेहरा फीका पड़ने लगा।

खाना खत्म होने के बाद उस बारे में कोई बात नहीं हुई। विशाखा अपने योगा क्लास की मीटिंग में चली गई और मैं TV देखने लगा। घर पर सिर्फ मासी और मैं था।

तभी मासी के फोन पर कोई कॉल करता है। वह उस कॉल को देख कर और भी परेशान हो जाती है और उसे कट कर देती हैं। 5 मिनट बाद फिर से कॉल आता है और मासी कट कर देती है, ऐसा और 2 बार हुआ। फिर मैंने जा कर पूछ ही लिया,

मैं: “क्या हुआ मासी किसका कॉल है? कबसे कॉल किए जा रहा है, आप उठा क्यों नहीं रही?”

मासी (बेचैन हो कर): “कुछ नहीं बेटा, वो credit card वाले है।”

मैं: “अगर कोई परेशानी हो तो मुझे दीजिए मैं बात करता हूं उनसे।”

मासी: “अरे नहीं नहीं, कोई दिक्कत नहीं है।”

फिर मैं जाकर TV देखने लगा। शायद मासी ने फोन अब साइलेंट कर दिया था लेकिन मुझे समझ आ रहा था कि वह जो कोई है वह बार बार मासी को मैसेज या कॉल करके डरने की कोशिश कर रहा है। वह कोई इंसान है जो मासी के परेशानी की वजह है।

देखते ही देखते दोपहर की शाम हो गई और मैं TV देखने के बहाने मासी पर नजर रख रहा था। अगर कोई दिक्कत हो तो झट से जा सकू। अब विशाखा भी लौट आई थी, बाहर दिन ढल रहा था और अंधेरा हो रहा था।

उस समय, विशाखा छत पर जाकर खुले असमान को देख रही थी। तभी छत से कुछ टूटने की आवाज आई और विशाखा भी चिल्लाई।

मासी और मैं भाग कर ऊपर गए और देखा तो वह किसी ने कांच की बोतल फेंकी हुई थी जो गिर कर टूट गई। विशाखा इस चीज से काफी डर चुकी थी, वह रो रही थी। मैंने उसे शांत करवा कर नीचे लाया और मासी ने उसे अपने पास बैठा कर दिलासा दिया।

1758168766638

मैं बाहर जाकर देखने लगा कि यह किसने किया और कहा से किया गया है, मगर मेरी हाथ सिर्फ निराशा लगी। फिर में घर के अंदर गया और मासी एवं विशाखा से कहने लगा,

मैं: “ऐसा कौन कर सकता है? जो भी था उसने यह अच्छा नहीं किया।”

मासी: “जाने दो बेटा, शायद ये कोई पिछले गली का शराबी होगा।”

मासी अब भी सच्चाई नहीं बता रही थी। मैं अपने कमरे में गया ताकि खिड़की से पिछली गली में देखा जा सके। लेकिन अब अंधेरा हो चुका था तो कुछ नहीं देखा जा सकता। तभी घर का दरवाजा बजता है, कुछ देर बाद फिर से कोई दरवाजा बजता है।

मैं देखने नीचे पहुंचा और मासी को पूछा कौन था। मासी ने रोने जैसी हालत में कहा,

1758168851179

मासी: “पता नहीं कौन था, बार बार दरवाजा थोक रहा है और जब खोला तो कोई नजर नहीं आ रहा।”

इस बात को सुन कर में काफी हैरान था, आखिर ऐसा कौन कर रहा था और क्यों।

मैं: “रुको मैं बाहर जाकर देख कर आता हूं।”

मासी (रोते रोते): “नहीं बेटा मत जाओ, मुझे डर लग रहा है।”

मासी की यह बात सुनकर मैं रुक तो गया लेकिन दरवाजा बजाने वाला नहीं रुका। पता नहीं वह हमारे साथ क्या खेल खेल रहा था। मैने मासी को सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद करने को कहा।

कुछ समय बाद, मासी ने विशाखा को अपने कमरे में सुला लिया और खुद भी वहां लेट गई। लेकिन मैं जाग रहा था, फिर कुछ घंटों बाद ये सब होना बंद हो गया था। मैने मासी को सोने के लिए कह दिया और खुद जागने की ठान ली।

करीब 12 बजे, मैं पानी पीने के लिए किचन में घुसा और गिलास में पानी भर ही रहा था तभी मेरे पीछे से कुछ गिरने की आवाज आई।

जैसे ही मैं पीछे मुड़, वहां एक आदमी खड़ा था। खिड़की से बाहर ही रोशनी अंदर आ रही थी इसलिए मैं उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था। लेकिन ये जो भी था यह सारी परेशानी की जड़ थी।

1758170702652
 
  • Like
Reactions: Napster

Toto Monkie

Loves_Padosan
45
352
54
Boss kahani aap ki hai jessa cahe likhe magar yeh update mein mujhe majja nahi aaya. Romance mein filmi twist accha nahi hai laga
Bhai sach kahu toh main bhi kisi aur character ko introduce nhi Krna chahta tha. Story main pahle ek physcological conflict tha lekin kisine comment Kiya tha ki villain chahiye, so thats why I done this.

Ab kahani is aor jaa hi Rahi hai toh ise aise complete karna hoga...

Sare log Mujhe abhi hi bata do ki Aage story main villain chahiye ya nahi... To main story continue kar saku
 
Last edited:
  • Like
Reactions: Napster

park

Well-Known Member
13,203
15,604
228
मासी का घर
अध्याय 7 - उपद्रवी कौन है? (Who's the Troublemaker)

पिछले Update में, मैं जब पेशाब करने जा रहा था तब मासी के कमरे में झांकने पर मुझे उनके नग्न अवतार के दर्शन हुए। उन्हें इस रूप में देख मेरा मन काफी ललचाया मगर जब मैंने देखा कि वह नाराज और परेशान है तो मेरी खुशी भी परेशानी में बदल गई।

अब आगे; मासी के उभारों को और उनके बड़े स्तन एवं मुलायम गांड देख कर मेरा लौड़ा उठ कर नाचने लगा। मगर मासी की आंखों में आंसू थे, वे परेशान थी।

उन्हें देख में भी मायूस होकर अपने कमरे में चला गया, यहां तक मैं मूतना ही भूल गया। मगर जैसे ही में अपने बिस्तर पर लेटा, उसका वह नग्न दृश्य मेरे आंखों के सामने झलकने लगा। उनकी उस दशा को याद करके मैंने मुठ मारी और सो गया।

male-masturbation_007-2.gif


सुबह, शायद 7 बजे के आस पास मुझे मेरी झांटो पर गर्म हवाएं महसूस हुई। मेरे निचले हिस्से में अचानक गर्मी बढ़ने लगी और वह कुछ गिला गिला महसूस हुआ।

मैंने जब उठ कर देखा तो विशाखा ने मेरी काला तलवार अपने मुंह में पकड़ रखी थी। वह मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जैसे straw से कोई कोल्ड ड्रिंक चूस रही हो।

फिर धीरे से उसने उसके मुंह को हिलाना चालू किया और मेरे लौड़े को अंदर-बाहर अंदर-बाहर करने लगी। उसका वह Blowjob वाकई काफी संतुष्टि देने वाला था। वह मेरे लंड को पूरी तरह से उसकी थूंक से भीगा चुकी थी।

gif-rileyreid-sloppy-blowjob-strokingcock-smutty-com_001.gif


मैं कराह (moan) रहा था, तभी मेरे लंड में झनझनाहट हुई और मैंने मेरे पूरा माल उसके मुंह में छोड़ दिया।

मुझे मेरे लिंग पर काफी गिला गिला महसूह हो रहा था। फिर मेरी नींद एकदम से खुली। वह एक सपना था, हकीकत में मेरे कमरे में मेरे अलावा कोई नहीं था।

1758169605075

मैंने नींद में मेरे लंड का पानी अपनी बॉक्सर में ही निकल दिया था। मेरी चड्डी गीली हो गई थी।

m-ea-Saa-Tba-Aaaaa-mh-955-I0-Tv-RVDk-NZamd-12

अब मुझे जल्दी नहाना होगा ताकि इस चीज से मुझे छुटकारा मिले।

मैंने उठकर अपने कपड़े पहने और नीचे हॉल में चला गया। जैसे ही में नीचे पहुंचा वैसी मुझे एक सुंदर लड़की के दर्शन हुए, विशाखा के। उसने अपना योगा outfit पहना हुआ था, शायद वह अभी ही अपनी योगा क्लासेस से वापिस आई थी। वह green tea पी रही थी।

1758083237124

उसने मुझे देखा और मुस्कुराने लगी। मैं जाकर उसके आगे वाले सोफे पर बैठ गया। उसी समय, मेरी मासी एक सफेद साड़ी पहने हुए और हाथ में एक पूजा की प्लेट ले कर वहां आई।

1758083817973

उन्होंने अगरबत्ती का धुआं पूरे रूम में फैलाया, लगता है उन्होंने अभी अभी नहाया है और पूजा कर के आई है। उनके चेहरे पर आज खुशी थी। कुछ देर बाद मासी वापिस चली गई।

विशाखा ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा और हंस कर बोली,

1758084298284

विशाखा: “तो क्या सोचा तुमने?”

मुझे समझ नहीं आया वह किस बारे में बात कर रही थी। मैने उससे पूछा,

मैं: “किस बारे में?”

विशाखा (हंसते हुए): “अपने बच्चे के बारे में?”

मैं भी मुस्कराया और मजाक में कहा,

मैं: “अरे पहले शादी तो कर लो!”

विशाखा थोड़ी सीरियस होकर बोली,

विशाखा: “क्या ऐसा हो सकता है? क्या घर वाले मानेंगे?”

सच बताऊं तो ये अपने आप में ही एक तकलीफ थी, अपने ही परिवार में प्यार और शादी, समाज के हिसाब से यह गुनाह है। लेकिन आज के आधुनिक समय में कुछ भी मुमकिन है। फिर मैंने यू ही मजाक में उससे कहा,

मैं: “तो मैं तुम्हे भागकर ले जाऊंगा।”

विशाखा की आंखें बता रही थी कि वह इस मामले में थोड़ी सीरियस हो गई है। उसके आंखों में मेरे लिए जो प्यार था वह पूरी तरह सच्चा था। वह शर्माते हुए उठी और अपना green tea का खाली ग्लास रखने किचन में चली गई।

मैंने काफी देर तक मोबाइल देखा और घंटों बाद नहाने गया। नहाने के बाद जब में अपने कमरे में कपड़े पहन रहा था तभी मेरे पीछे विशाखा आ गई। मेरी नजरे दूसरी तरफ थी तो मुझे एहसास नहीं हुआ लेकिन वह मुझे कुछ कहे बगैर सिर्फ मुझे देखती रही। मैं अधनंगा था, मतलब मैने शर्ट या टीशर्ट कुछ भी नहीं पहना था।

3ce26503aa3b556d0435fd3fa01afee8

जब मैं पीछे मुड़ तब अचानक से उसे देखा। वह मुझे ही देखे जा रही थी, साइड वो मेरी बॉडी को देख रही थी।

1758169868883

मैने मेरी भौंह को उठाकर इशारे में उससे पूछा, 'क्या हुआ?'। उसने ना के उत्तर में सिर हिलते हुए इशारे में कहा, कुछ नहीं!'। बाद में जब मैंने टीशर्ट पहना तब उसने कहा,

विशाखा: “चलो, खाना तैयार है।”

फिर हम खाना खाने नीचे डायनिंग रूम में चले गए।

डायनिंग टेबल पर मासी पहले से ही बैठी हुई थी। लेकिन उन्हीं अपने कपड़े बदल लिए थे, मगर वे आज खुश और हमेशा जैसी नजर आ रही थी, मैंने उन्हें यूं ही पूछा,

1758168522575

मैं: “मासी अपने सारे क्यों उतर दी, आप पर अच्छी दिख रही थी।”

मासी (हंसकर): “सच में? लेकिन उसमें गर्मी हो रही थी।”

हमने खाना शुरू किया। खाने के बीच में ही मासी के फोन पर किसका मैसेज आया। उन्होंने उसे देखा और उनकी खुशी मायूसी में बदल गई। उस मैसेज को देख कर मासी का चेहरा फीका पड़ने लगा।

खाना खत्म होने के बाद उस बारे में कोई बात नहीं हुई। विशाखा अपने योगा क्लास की मीटिंग में चली गई और मैं TV देखने लगा। घर पर सिर्फ मासी और मैं था।

तभी मासी के फोन पर कोई कॉल करता है। वह उस कॉल को देख कर और भी परेशान हो जाती है और उसे कट कर देती हैं। 5 मिनट बाद फिर से कॉल आता है और मासी कट कर देती है, ऐसा और 2 बार हुआ। फिर मैंने जा कर पूछ ही लिया,

मैं: “क्या हुआ मासी किसका कॉल है? कबसे कॉल किए जा रहा है, आप उठा क्यों नहीं रही?”

मासी (बेचैन हो कर): “कुछ नहीं बेटा, वो credit card वाले है।”

मैं: “अगर कोई परेशानी हो तो मुझे दीजिए मैं बात करता हूं उनसे।”

मासी: “अरे नहीं नहीं, कोई दिक्कत नहीं है।”

फिर मैं जाकर TV देखने लगा। शायद मासी ने फोन अब साइलेंट कर दिया था लेकिन मुझे समझ आ रहा था कि वह जो कोई है वह बार बार मासी को मैसेज या कॉल करके डरने की कोशिश कर रहा है। वह कोई इंसान है जो मासी के परेशानी की वजह है।

देखते ही देखते दोपहर की शाम हो गई और मैं TV देखने के बहाने मासी पर नजर रख रहा था। अगर कोई दिक्कत हो तो झट से जा सकू। अब विशाखा भी लौट आई थी, बाहर दिन ढल रहा था और अंधेरा हो रहा था।

उस समय, विशाखा छत पर जाकर खुले असमान को देख रही थी। तभी छत से कुछ टूटने की आवाज आई और विशाखा भी चिल्लाई।

मासी और मैं भाग कर ऊपर गए और देखा तो वह किसी ने कांच की बोतल फेंकी हुई थी जो गिर कर टूट गई। विशाखा इस चीज से काफी डर चुकी थी, वह रो रही थी। मैंने उसे शांत करवा कर नीचे लाया और मासी ने उसे अपने पास बैठा कर दिलासा दिया।

1758168766638

मैं बाहर जाकर देखने लगा कि यह किसने किया और कहा से किया गया है, मगर मेरी हाथ सिर्फ निराशा लगी। फिर में घर के अंदर गया और मासी एवं विशाखा से कहने लगा,

मैं: “ऐसा कौन कर सकता है? जो भी था उसने यह अच्छा नहीं किया।”

मासी: “जाने दो बेटा, शायद ये कोई पिछले गली का शराबी होगा।”

मासी अब भी सच्चाई नहीं बता रही थी। मैं अपने कमरे में गया ताकि खिड़की से पिछली गली में देखा जा सके। लेकिन अब अंधेरा हो चुका था तो कुछ नहीं देखा जा सकता। तभी घर का दरवाजा बजता है, कुछ देर बाद फिर से कोई दरवाजा बजता है।

मैं देखने नीचे पहुंचा और मासी को पूछा कौन था। मासी ने रोने जैसी हालत में कहा,

1758168851179

मासी: “पता नहीं कौन था, बार बार दरवाजा थोक रहा है और जब खोला तो कोई नजर नहीं आ रहा।”

इस बात को सुन कर में काफी हैरान था, आखिर ऐसा कौन कर रहा था और क्यों।

मैं: “रुको मैं बाहर जाकर देख कर आता हूं।”

मासी (रोते रोते): “नहीं बेटा मत जाओ, मुझे डर लग रहा है।”

मासी की यह बात सुनकर मैं रुक तो गया लेकिन दरवाजा बजाने वाला नहीं रुका। पता नहीं वह हमारे साथ क्या खेल खेल रहा था। मैने मासी को सारे दरवाजे और खिड़कियां बंद करने को कहा।

कुछ समय बाद, मासी ने विशाखा को अपने कमरे में सुला लिया और खुद भी वहां लेट गई। लेकिन मैं जाग रहा था, फिर कुछ घंटों बाद ये सब होना बंद हो गया था। मैने मासी को सोने के लिए कह दिया और खुद जागने की ठान ली।

करीब 12 बजे, मैं पानी पीने के लिए किचन में घुसा और गिलास में पानी भर ही रहा था तभी मेरे पीछे से कुछ गिरने की आवाज आई।

जैसे ही मैं पीछे मुड़, वहां एक आदमी खड़ा था। खिड़की से बाहर ही रोशनी अंदर आ रही थी इसलिए मैं उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था। लेकिन ये जो भी था यह सारी परेशानी की जड़ थी।

1758170702652
Nice and superb update....
 
  • Like
Reactions: Napster

Toto Monkie

Loves_Padosan
45
352
54
Story mein aage Villain Chaiye ya nahi.
Like now I have two great ways to continue the story and it's totally depends on your feedback.
1) Without Villain --> Total Romance.
2) With Villain --> Thoda unrealistic.
 
Last edited:
  • Like
Reactions: Napster and parkas

Mast_Ram

New Member
31
38
18
Story mein aage Villain Chaiye ya nahi.
Like now I have two great ways to continue the story and it's totally depends on your feedback.
1) Without Villain --> Total Romance.
2) With Villain --> Thoda unrealistic.
1) Without Villain----> Total romance and sex....
 
  • Like
Reactions: Napster
Top