- 105
- 889
- 94
अपडेट 14
सुरेश दुकान चला गया था निधि आज अकेले ही कॉलेज के लिए निकल गयी थी । राहुल और आरोही आज कॉलेज जाने में देर कर चुके थे ।वो जल्दी से नास्ता करके निकल जाते है ।
कॉलेज में क्लास शुरू हो चुकी थी की तभी राहुल जैसे तैसे पहुंच के अंदर आने की इज़ाज़त लेता है ।वो तुरंत ही निशा के बगल में जाकर बैठ जाता हैं इधर आरोही के मन में अनेक सवाल घूम रहे थे ।समय बीता और सब केंटीन में बैठे एक दूसरे को ही देखे जा रहे थे इधर विक्की और अजय की नज़र बस आरोही पे ही थी । तभी निशा कुछ बोली ।
निशा - आरोही कहा खोयी हुई हो ।
आरोही के दिमाग़ में तो गरिमा और उसके पापा ही छाये हुए थे साथ में रोहिणी आज कॉलेज नही आयी थी उसका भी एक अलग ही सवाल उसके मन को झंझौर रहा था ।
राहुल ने आरोही को हिलाते हुए बोला आरोही तुम ठीक तो हो ना ।इतना सुनते ही वो अपनी ख़्यालों की दुनिया से बहार आयी और बोली ।हाँ भैया मैं तो ठीक ही हूँ ।
निशा ने कुछ नास्त पानी ऑडर किया और खाते हुए बातें करने लगे।आज कुछ ज़्यादा खास नही हुआ जैसे तैसे समय गुज़ार गया और सब अपने घर के लिए निकल गये ।
आरोही अपने कमरे में बैठे बैठे सोच रही थी की दीदी और पापा कब से चुदाई के मज़े लूट रहे हैं। और किसी को अभी तक पता कैसे नही चला ।और रोहिणी आज कॉलेज क्यों नही आयी उसे कुछ हुआ तो नही तभी एक आवाज़ उसके कानो में सुनाई देती हैं । आरोही कहा खोयी है वो देखती हैं तो राहुल इसके बगल में बैठा हुआ था ।उसने उसको अपने बाहों में भरते हुआ कुछ कहना चाहा पर कह नही पायी और बस उससे लिपटी रही। तभी वहा निधि आती है और उनको देख के सीटी मरते हुए हँसने लगती हैं।जिस से दोनो अलग होकर मुस्कुरा देते हैं।
निधि - क्या बात है भाई बहन कुछ ज़्यादा ही प्यार कर रहे है ।
आरोही - क्या दीदी आप भी ना वो तो बस मेरा मन हुआ की भैया के गले लग जाऊं तो लग गयी थी ।
निधि - अच्छा जी मेरे गले तो कभी नही लगती हैं तु और हँसने लगती हैं जिस पे राहुल भी मुस्कुरा जाता हैं।
चलो दोनो निचे मम्मी चाय के लिए बुला रही हैं।
शाम हो चली थी सब बैठ के चाय की चुस्की लेकर बातें कर रहे थे आरोही तो अभी भी अपनी दीदी गरिमा को देख रही थी और मन में सोच रही थी की कैसे दीदी रात में पापा का मोटा लंड ले रही थी और अब सती सावित्री बनी बैठी हैं। तभी गरिमा बोली आरोही तु मुझे ऐसे क्यों देख रही हैं जैसे खा जाएगी ।
आरोही - कुछ नही दीदी मैं सोच रही थी की आप का वजन बढ़ गया गई आप भी निधि दीदी के साथ जिम शुरू कर दो ।ये इशारा गरिमा की चूचियों के देखते हुए बोली ।
गरिमा भी चालू माल थी उसे समझते देर नही लगी की शायद दाल में कुछ काला हैं।
राहुल और बरखा आज बाज़ार के लिए निकल गये ।निधि जिम जाने लगी और गरिमा और आरोही घर में अकेले रह गयी थी। गरिमा किचन में खड़े खड़े सोच रही थी की आरोही ने अचानक मेरी चूची को देख के क्यों बोला कही उसे पापा और मेरे बारे में पता तो नही चल गया ।हे भगवान कही कल रात उसने देख तो नही लिया ।यही सब उसके दिमाग़ में घूम रहा था । इधर निधि जिम में जाँघ की एक्सासाइज कर रही थी की उसकी नज़र विक्की और अजय पे गयी जो आज पहली बार उस जिम में दिखे थे निधि थोड़ा डर गयी थी और समझ गयी थी की ये दोनो उसका पीछा कर रहे है। वो जल्दी जल्दी अपनी एक्सासाइज को पुरा करके घर जाना चाहती थी ।
बाज़ार की भीड़ से परेशान राहुल की नज़र अचानक ही बरखा की गांड पे जा टीकी जो झुक के आलू चुन रही थी ।आज पहली बार अपनी माँ की गांड को देख राहुल नज़र नहीं हटा पाया और देखता ही रहा ।साड़ी के ऊपर से भी गांड का वो उभार किसी भी मर्द को बेकाबू करने के लिए काफी थी ।तभी एक सब्जी वाले की नज़र राहुल पे गयी और उसने उसकी नज़रों का पीछा किया तो पाया की वो उस औरत की गांड को घूरे जा रहा था ये सब देख सब्जी वाला मुस्कुरा दिया ।सब्जी वाला पहले भी बरखा की मस्तानी गांड का आनंद ले चुका था पर आज एक आधे उम्र के लड़के को उसकी गांड देखते हुए वो भी मुस्कुरा दिया। राहुल की नज़र जब सब्जी वाले पे गयी तो वो झेंप गया ।तभी बरखा उठ कर राहुल से बोली की बेटा आलू उठा ले जैसे ही सब्जीवाले ने ये सुना वो चौंक गया की ये उसका बेटा है और अपनी ही माँ की गांड को देख रहा था ।राहुल भी शर्म से पानी पानी होकर जल्दी से निकलना सही समझा ।आरोही टीवी देख रही थी ,गरिमा कुछ उससे बोलना चाह रही थी पर कैसे बोले उसे समझ नही आ रहा था । वो कुछ बोलती उससे पहले ही दरवाजे की घंटी बजी तो आरोही ने दौड़ कर दरवाजा खोला तो सामने निधि खड़ी थी वो पसीने से भीगी हुई हांफती हुए जल्दी से घर के अंदर आकर बैठ गयी और अपनी साँसे क़ाबू करने लगी तभी गरिमा बोली तुझे क्या हुआ इतना क्यों हांफ रही हैं जिम से सीधा दरवाजे पे प्रकट हो गयी है क्या ।आरोही भी कुछ बोलने वाली थी की तभी दरवाजे पे एक और घंटी बजी वो फिर से खोलने गयी तो सामने राहुल और बरखा खड़े थे । सब बैठ के थोड़ी देर आराम किये और गरिमा और बरखा किचन में चली गयी निधि अपने कमरे में , आरोही और राहुल टीवी देखने लगे ।थोड़ी समय के बाद बरखा ने आरोही को आवाज़ दी की अपने पापा को कॉल करके पूछ कब तक आने वाले हैं ।उसने तुरंत कॉल किया और कुछ ही रिंग पे कॉल उठा की उधर से एक आवाज़ आयी हेल्लों आरोही इस आवाज़ में कुछ अलग लगा आरोही को ।उसने बोला पापा आप कब तक आओगे घर पे तो सुरेश बोला की 1 घंटे तक आ जाऊंगा ।आरोही कॉल कट करती उससे पहले ही उसको एक आवाज़ सुनाई देती हैं आह्ह्ह..सुमन धीरे से चूस साली देख नही रही फोन पे बात कर रहा हूँ कुतिया तभी एक और आवाज़ सुनाई देती हैं हम्म्म .. राजा जी आपका लंड बहुत मस्त है क्या मलाई हैं इसकी आपकी बेटी गरिमा तो खूब चुदवा रही हैं साली, ये आवाज़ सुन आरोही को जैसे साँप सूंघ गया हो ।वो कुछ और सुनती इससे पहले ही कॉल कट हो गया और वो एक दम सुन हो गयी थी उसको कुछ समझ ही नही आ रहा था की सुमन और पापा भी करते है ये सब और वो गरिमा के बारे में सब जानती हैं ।उसका दिमाग़ अब शांत नही हों रहा था की तभी राहुल उसको हिलाते हुए बोलता हैं क्या हुआ आरोही सब ठीक तो हैं ना कब तक आएंगे पापा ,मम्मी पूछ रही हैं। आरोही हाँ भैया सब ठीक हैं पापा 1 घंटे में आ जाएंगे ये उसने चिल्ला के बोला ताकि बरखा सुन ले । ये बोल के वो अपने कमरे में चली गयी इधर निधि डर से काँप रही थी उसे जिम की वो बातें याद आ रही थी जो विक्की और अजय ने उसको बोली थी और रोहिणी का एक वीडियो भी दिखाया था जिसको देख निधि घबरा गयी थी ।दूसरी तरफ आरोही सोच सोच के पागल हुए जा रही थी की उसके पापा कितने गंदे हैं सुमन के साथ भी उनका जिस्मानी सम्बन्ध हैं और वो सुमन के दवारा बोले हुए शब्दों को याद करने लगती हैं की क्या मस्त लंड हैं तुम्हारा ये सोच के आरोही भी अपने पापा के लंड को याद करने लगती हैं जो कल रात उसने देखा था सच में सुरेश का लंड एक दम विकराल रूप में गरिमा की चुदाई करके बहार आया था तब उसने लंड को देखा था ।एक दम से आरोही अपने मन को झटक के बोलती हैं ओहो मैं भी क्या क्या सोच रही हूँ ।और वो उठ कर निधि के कमरे में चली जाती हैं। निधि आरोही को देख के थोड़ा राहत महसूस करती हैं और उसके गले लग जाती हैं इस अचानक से गले लगने से आरोही कुछ समझ नही पाती पर वो भी कुछ ना बोल के निधि को अपने बाहों में भर लेती हैं। दोनो अलग होकर कुछ बोलने वाली होती हैं की तभी राहुल एक आवाज़ लगता हैं खाना खा लो बाद में बहन मिलन कर लेना । और वो चला जाता हैं थोड़ी देर में आरोही और निधि उठ कर निचे चल देती हैं जैसे ही आरोही अपने पापा को देखती हैं वो रात का दृश्य याद करने लगती हैं कैसे सुरेश का मोटा लंड गरिमा दीदी की चुत में अंदर बहार हो रहा था कैसे दीदी इतना बड़ा लंड ले लेती हैं ।ये सोचते हुए वो कुर्सी पे बैठ कर खाना खाने लगती हैं।
कुछ ही समय में सब खाना खा लेते हैं फिर सुरेश सब के लिए लाया हुआ तोहफ़ा देता हैं सब बहुत खुश थे एक दूसरे के चीज़ों को देख रहे थे ।
आरोही सब कुछ भूल के अपने आप को धन्यवाद बोलती हैं ऐसे ही सब सुरेश को धन्यवाद बोलते हैं
थोड़ी देर ऐसे ही बातों का जमघट चलता हैं फिर सोने के लिए चले जाते हैं।
निधि तो डर के मारे बिस्तर पे गिरते ही सो जाती हैं।आरोही को नींद नही आ रही थी तो वो राहुल के कमरे में चली जाती हैं दरवाजा खुला ही था राहुल आरोही की फोटो देख रहा था ।उसे होश ही नही था की आरोही उसको देख रही हैं।राहुल आरोही की गांड की फोटो देख के बोला आह्ह..आरोही क्या गांड हैं तेरी कैसे कहूं की तेरी गांड मुझे पागल करती हैं ।तभी एक आवाज़ उसको सुनाई देती हैं अच्छा जी ऐसा हैं क्या वो नज़र उठा के देखता है तो आरोही मुस्कुराते हुए खड़ी थी वो आरोही को देख के सपकपा जाता हैं। शर्म से सर झुका लेता हैं ।आरोही उसके पास आकर बोलती हैं।भैया कुछ शर्म कर लो कम से कम दरवाजा तो बंद कर लेते मेरी जगह कोई और होता तो क्या होता । राहुल सर झुकाये ही बोलता हैं मुझे माफ़ कर दे आरोही उसकी आवाज़ में शर्म छुपी हुई थी ।
आरोही मुस्कुराते हुए माफ़ कर दे बस यही बोलना आता हैं आपको और भी कुछ बोला करो ।आप मेरी वो चीज़ देख के मज़ा करते हो तो मुझे भी उसके बदले में कुछ चाहिए ।ये सुन राहुल बोलता हैं क्या चाहिए तुमको ,आरोही कुछ सोच के समय आने पे बताउंगी क्या चाहिए फिलहाल तो आप सो जाओ इतना बोल के वो अपने कमरे में चली गयी ।इधर बरखा जोर जोर से सिसकियाँ ले रही हैं।आअह्ह... उम्म...उफ्फ्फ...राजा ऐसे ही चाटो मेरी बूर को आह्ह...
सुरेश- आअह्ह.. साली रंडी उफ्फ्फ...तेरी चूत क्या मज़ा देती हैं
बरखा - आअह्ह्ह ...राजा चोद दो मुझे आह्ह्ह...
सुरेश लंड को बूर पे रख के एक जोर से लंड बूर में पेल देता हैं लंड बूर को चिरता हुआ अंदर समा जाता हैं
जिससे बरखा की चीँख निकल जाती हैं आह्ह्ह्ह..माँ के लोड़े आराम से डाल ना मार देगा क्या हरामी साले
सुरेश जोर जोर से लंड बरखा की बूर में पेले जा रहा था
आआह्ह...बरखा रांड तेरी मस्त चूत हैं साली गांड कब मरने देगी रंडी बोल मादरचोद कुतिया
ऐसे ही चुदाई का ये खेल काफी लम्बा चला और दोनो ही चरमसुख लेने के करीब थे की सुरेश झटके मारता हुआ झड़ने लगा आह्ह्ह ...माँ की लोड़ी रंडी वैश्या मैं गया साली ।
बरखा भी कहाॅं पीछे रहने वाली थी वो भी सुरेश के माल के उगलने पे झड़ने लगी दोनो का माल मिल चुका था सुरेश भी बिस्तर पे गिर के साँसे लेता हुआ आराम करने लगा दोनो का माल बरखा की बूर से गिर के बिस्तर को भीगा रहा था ।बरखा ने अपनी कच्छी उठा के बूर को साफ किया तभी सुरेश बोला गांड कब मरने दोगी
बरखा बोली गांड नही बहुत दर्द होता हैं इतना बोल के सो गयी । रात का एक पहर बीत चुका था सुरेश इंतज़ार मैं था की अब आएगा गरिमा का कॉल
पर काफ़ी देर के इंतज़ार के बाद भी गरिमा कॉल नही आता देख थक हार के सुरेश सो जाता हैं क्यों की
उसका आज का कोटा पुरा हो चुका था ।गरिमा भी सोचते सोचते सो गयी थी ।
सुरेश दुकान चला गया था निधि आज अकेले ही कॉलेज के लिए निकल गयी थी । राहुल और आरोही आज कॉलेज जाने में देर कर चुके थे ।वो जल्दी से नास्ता करके निकल जाते है ।
कॉलेज में क्लास शुरू हो चुकी थी की तभी राहुल जैसे तैसे पहुंच के अंदर आने की इज़ाज़त लेता है ।वो तुरंत ही निशा के बगल में जाकर बैठ जाता हैं इधर आरोही के मन में अनेक सवाल घूम रहे थे ।समय बीता और सब केंटीन में बैठे एक दूसरे को ही देखे जा रहे थे इधर विक्की और अजय की नज़र बस आरोही पे ही थी । तभी निशा कुछ बोली ।
निशा - आरोही कहा खोयी हुई हो ।
आरोही के दिमाग़ में तो गरिमा और उसके पापा ही छाये हुए थे साथ में रोहिणी आज कॉलेज नही आयी थी उसका भी एक अलग ही सवाल उसके मन को झंझौर रहा था ।
राहुल ने आरोही को हिलाते हुए बोला आरोही तुम ठीक तो हो ना ।इतना सुनते ही वो अपनी ख़्यालों की दुनिया से बहार आयी और बोली ।हाँ भैया मैं तो ठीक ही हूँ ।
निशा ने कुछ नास्त पानी ऑडर किया और खाते हुए बातें करने लगे।आज कुछ ज़्यादा खास नही हुआ जैसे तैसे समय गुज़ार गया और सब अपने घर के लिए निकल गये ।
आरोही अपने कमरे में बैठे बैठे सोच रही थी की दीदी और पापा कब से चुदाई के मज़े लूट रहे हैं। और किसी को अभी तक पता कैसे नही चला ।और रोहिणी आज कॉलेज क्यों नही आयी उसे कुछ हुआ तो नही तभी एक आवाज़ उसके कानो में सुनाई देती हैं । आरोही कहा खोयी है वो देखती हैं तो राहुल इसके बगल में बैठा हुआ था ।उसने उसको अपने बाहों में भरते हुआ कुछ कहना चाहा पर कह नही पायी और बस उससे लिपटी रही। तभी वहा निधि आती है और उनको देख के सीटी मरते हुए हँसने लगती हैं।जिस से दोनो अलग होकर मुस्कुरा देते हैं।
निधि - क्या बात है भाई बहन कुछ ज़्यादा ही प्यार कर रहे है ।
आरोही - क्या दीदी आप भी ना वो तो बस मेरा मन हुआ की भैया के गले लग जाऊं तो लग गयी थी ।
निधि - अच्छा जी मेरे गले तो कभी नही लगती हैं तु और हँसने लगती हैं जिस पे राहुल भी मुस्कुरा जाता हैं।
चलो दोनो निचे मम्मी चाय के लिए बुला रही हैं।
शाम हो चली थी सब बैठ के चाय की चुस्की लेकर बातें कर रहे थे आरोही तो अभी भी अपनी दीदी गरिमा को देख रही थी और मन में सोच रही थी की कैसे दीदी रात में पापा का मोटा लंड ले रही थी और अब सती सावित्री बनी बैठी हैं। तभी गरिमा बोली आरोही तु मुझे ऐसे क्यों देख रही हैं जैसे खा जाएगी ।
आरोही - कुछ नही दीदी मैं सोच रही थी की आप का वजन बढ़ गया गई आप भी निधि दीदी के साथ जिम शुरू कर दो ।ये इशारा गरिमा की चूचियों के देखते हुए बोली ।
गरिमा भी चालू माल थी उसे समझते देर नही लगी की शायद दाल में कुछ काला हैं।
राहुल और बरखा आज बाज़ार के लिए निकल गये ।निधि जिम जाने लगी और गरिमा और आरोही घर में अकेले रह गयी थी। गरिमा किचन में खड़े खड़े सोच रही थी की आरोही ने अचानक मेरी चूची को देख के क्यों बोला कही उसे पापा और मेरे बारे में पता तो नही चल गया ।हे भगवान कही कल रात उसने देख तो नही लिया ।यही सब उसके दिमाग़ में घूम रहा था । इधर निधि जिम में जाँघ की एक्सासाइज कर रही थी की उसकी नज़र विक्की और अजय पे गयी जो आज पहली बार उस जिम में दिखे थे निधि थोड़ा डर गयी थी और समझ गयी थी की ये दोनो उसका पीछा कर रहे है। वो जल्दी जल्दी अपनी एक्सासाइज को पुरा करके घर जाना चाहती थी ।
बाज़ार की भीड़ से परेशान राहुल की नज़र अचानक ही बरखा की गांड पे जा टीकी जो झुक के आलू चुन रही थी ।आज पहली बार अपनी माँ की गांड को देख राहुल नज़र नहीं हटा पाया और देखता ही रहा ।साड़ी के ऊपर से भी गांड का वो उभार किसी भी मर्द को बेकाबू करने के लिए काफी थी ।तभी एक सब्जी वाले की नज़र राहुल पे गयी और उसने उसकी नज़रों का पीछा किया तो पाया की वो उस औरत की गांड को घूरे जा रहा था ये सब देख सब्जी वाला मुस्कुरा दिया ।सब्जी वाला पहले भी बरखा की मस्तानी गांड का आनंद ले चुका था पर आज एक आधे उम्र के लड़के को उसकी गांड देखते हुए वो भी मुस्कुरा दिया। राहुल की नज़र जब सब्जी वाले पे गयी तो वो झेंप गया ।तभी बरखा उठ कर राहुल से बोली की बेटा आलू उठा ले जैसे ही सब्जीवाले ने ये सुना वो चौंक गया की ये उसका बेटा है और अपनी ही माँ की गांड को देख रहा था ।राहुल भी शर्म से पानी पानी होकर जल्दी से निकलना सही समझा ।आरोही टीवी देख रही थी ,गरिमा कुछ उससे बोलना चाह रही थी पर कैसे बोले उसे समझ नही आ रहा था । वो कुछ बोलती उससे पहले ही दरवाजे की घंटी बजी तो आरोही ने दौड़ कर दरवाजा खोला तो सामने निधि खड़ी थी वो पसीने से भीगी हुई हांफती हुए जल्दी से घर के अंदर आकर बैठ गयी और अपनी साँसे क़ाबू करने लगी तभी गरिमा बोली तुझे क्या हुआ इतना क्यों हांफ रही हैं जिम से सीधा दरवाजे पे प्रकट हो गयी है क्या ।आरोही भी कुछ बोलने वाली थी की तभी दरवाजे पे एक और घंटी बजी वो फिर से खोलने गयी तो सामने राहुल और बरखा खड़े थे । सब बैठ के थोड़ी देर आराम किये और गरिमा और बरखा किचन में चली गयी निधि अपने कमरे में , आरोही और राहुल टीवी देखने लगे ।थोड़ी समय के बाद बरखा ने आरोही को आवाज़ दी की अपने पापा को कॉल करके पूछ कब तक आने वाले हैं ।उसने तुरंत कॉल किया और कुछ ही रिंग पे कॉल उठा की उधर से एक आवाज़ आयी हेल्लों आरोही इस आवाज़ में कुछ अलग लगा आरोही को ।उसने बोला पापा आप कब तक आओगे घर पे तो सुरेश बोला की 1 घंटे तक आ जाऊंगा ।आरोही कॉल कट करती उससे पहले ही उसको एक आवाज़ सुनाई देती हैं आह्ह्ह..सुमन धीरे से चूस साली देख नही रही फोन पे बात कर रहा हूँ कुतिया तभी एक और आवाज़ सुनाई देती हैं हम्म्म .. राजा जी आपका लंड बहुत मस्त है क्या मलाई हैं इसकी आपकी बेटी गरिमा तो खूब चुदवा रही हैं साली, ये आवाज़ सुन आरोही को जैसे साँप सूंघ गया हो ।वो कुछ और सुनती इससे पहले ही कॉल कट हो गया और वो एक दम सुन हो गयी थी उसको कुछ समझ ही नही आ रहा था की सुमन और पापा भी करते है ये सब और वो गरिमा के बारे में सब जानती हैं ।उसका दिमाग़ अब शांत नही हों रहा था की तभी राहुल उसको हिलाते हुए बोलता हैं क्या हुआ आरोही सब ठीक तो हैं ना कब तक आएंगे पापा ,मम्मी पूछ रही हैं। आरोही हाँ भैया सब ठीक हैं पापा 1 घंटे में आ जाएंगे ये उसने चिल्ला के बोला ताकि बरखा सुन ले । ये बोल के वो अपने कमरे में चली गयी इधर निधि डर से काँप रही थी उसे जिम की वो बातें याद आ रही थी जो विक्की और अजय ने उसको बोली थी और रोहिणी का एक वीडियो भी दिखाया था जिसको देख निधि घबरा गयी थी ।दूसरी तरफ आरोही सोच सोच के पागल हुए जा रही थी की उसके पापा कितने गंदे हैं सुमन के साथ भी उनका जिस्मानी सम्बन्ध हैं और वो सुमन के दवारा बोले हुए शब्दों को याद करने लगती हैं की क्या मस्त लंड हैं तुम्हारा ये सोच के आरोही भी अपने पापा के लंड को याद करने लगती हैं जो कल रात उसने देखा था सच में सुरेश का लंड एक दम विकराल रूप में गरिमा की चुदाई करके बहार आया था तब उसने लंड को देखा था ।एक दम से आरोही अपने मन को झटक के बोलती हैं ओहो मैं भी क्या क्या सोच रही हूँ ।और वो उठ कर निधि के कमरे में चली जाती हैं। निधि आरोही को देख के थोड़ा राहत महसूस करती हैं और उसके गले लग जाती हैं इस अचानक से गले लगने से आरोही कुछ समझ नही पाती पर वो भी कुछ ना बोल के निधि को अपने बाहों में भर लेती हैं। दोनो अलग होकर कुछ बोलने वाली होती हैं की तभी राहुल एक आवाज़ लगता हैं खाना खा लो बाद में बहन मिलन कर लेना । और वो चला जाता हैं थोड़ी देर में आरोही और निधि उठ कर निचे चल देती हैं जैसे ही आरोही अपने पापा को देखती हैं वो रात का दृश्य याद करने लगती हैं कैसे सुरेश का मोटा लंड गरिमा दीदी की चुत में अंदर बहार हो रहा था कैसे दीदी इतना बड़ा लंड ले लेती हैं ।ये सोचते हुए वो कुर्सी पे बैठ कर खाना खाने लगती हैं।
कुछ ही समय में सब खाना खा लेते हैं फिर सुरेश सब के लिए लाया हुआ तोहफ़ा देता हैं सब बहुत खुश थे एक दूसरे के चीज़ों को देख रहे थे ।
आरोही सब कुछ भूल के अपने आप को धन्यवाद बोलती हैं ऐसे ही सब सुरेश को धन्यवाद बोलते हैं
थोड़ी देर ऐसे ही बातों का जमघट चलता हैं फिर सोने के लिए चले जाते हैं।
निधि तो डर के मारे बिस्तर पे गिरते ही सो जाती हैं।आरोही को नींद नही आ रही थी तो वो राहुल के कमरे में चली जाती हैं दरवाजा खुला ही था राहुल आरोही की फोटो देख रहा था ।उसे होश ही नही था की आरोही उसको देख रही हैं।राहुल आरोही की गांड की फोटो देख के बोला आह्ह..आरोही क्या गांड हैं तेरी कैसे कहूं की तेरी गांड मुझे पागल करती हैं ।तभी एक आवाज़ उसको सुनाई देती हैं अच्छा जी ऐसा हैं क्या वो नज़र उठा के देखता है तो आरोही मुस्कुराते हुए खड़ी थी वो आरोही को देख के सपकपा जाता हैं। शर्म से सर झुका लेता हैं ।आरोही उसके पास आकर बोलती हैं।भैया कुछ शर्म कर लो कम से कम दरवाजा तो बंद कर लेते मेरी जगह कोई और होता तो क्या होता । राहुल सर झुकाये ही बोलता हैं मुझे माफ़ कर दे आरोही उसकी आवाज़ में शर्म छुपी हुई थी ।
आरोही मुस्कुराते हुए माफ़ कर दे बस यही बोलना आता हैं आपको और भी कुछ बोला करो ।आप मेरी वो चीज़ देख के मज़ा करते हो तो मुझे भी उसके बदले में कुछ चाहिए ।ये सुन राहुल बोलता हैं क्या चाहिए तुमको ,आरोही कुछ सोच के समय आने पे बताउंगी क्या चाहिए फिलहाल तो आप सो जाओ इतना बोल के वो अपने कमरे में चली गयी ।इधर बरखा जोर जोर से सिसकियाँ ले रही हैं।आअह्ह... उम्म...उफ्फ्फ...राजा ऐसे ही चाटो मेरी बूर को आह्ह...
सुरेश- आअह्ह.. साली रंडी उफ्फ्फ...तेरी चूत क्या मज़ा देती हैं
बरखा - आअह्ह्ह ...राजा चोद दो मुझे आह्ह्ह...
सुरेश लंड को बूर पे रख के एक जोर से लंड बूर में पेल देता हैं लंड बूर को चिरता हुआ अंदर समा जाता हैं
जिससे बरखा की चीँख निकल जाती हैं आह्ह्ह्ह..माँ के लोड़े आराम से डाल ना मार देगा क्या हरामी साले
सुरेश जोर जोर से लंड बरखा की बूर में पेले जा रहा था
आआह्ह...बरखा रांड तेरी मस्त चूत हैं साली गांड कब मरने देगी रंडी बोल मादरचोद कुतिया
ऐसे ही चुदाई का ये खेल काफी लम्बा चला और दोनो ही चरमसुख लेने के करीब थे की सुरेश झटके मारता हुआ झड़ने लगा आह्ह्ह ...माँ की लोड़ी रंडी वैश्या मैं गया साली ।
बरखा भी कहाॅं पीछे रहने वाली थी वो भी सुरेश के माल के उगलने पे झड़ने लगी दोनो का माल मिल चुका था सुरेश भी बिस्तर पे गिर के साँसे लेता हुआ आराम करने लगा दोनो का माल बरखा की बूर से गिर के बिस्तर को भीगा रहा था ।बरखा ने अपनी कच्छी उठा के बूर को साफ किया तभी सुरेश बोला गांड कब मरने दोगी
बरखा बोली गांड नही बहुत दर्द होता हैं इतना बोल के सो गयी । रात का एक पहर बीत चुका था सुरेश इंतज़ार मैं था की अब आएगा गरिमा का कॉल
पर काफ़ी देर के इंतज़ार के बाद भी गरिमा कॉल नही आता देख थक हार के सुरेश सो जाता हैं क्यों की
उसका आज का कोटा पुरा हो चुका था ।गरिमा भी सोचते सोचते सो गयी थी ।