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Incest दीवाना चुत का

जय100

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खुशबू की बात सुनकर सोनिया समझ जाती है वह किसके बारे में बात कर रही है लेकिन फिर भी वह खुशबू से बोलती है कि
सोनिया : तुम क्या बोल रही हो मुझे कुछ भी समझ मे नही आ रहा है ।जरा खुल कर बताओगी ।
खुशबू उसकी बात सुनकर आज तक उसके साथ जो कुछ भी हुआ वह सब बातें रोते हुए बता देती है और यह भी बताती है कि आज जब उसका पति उसे मार रहा था तो गांव का ही एक लड़का जब बीच बचाव करने की कोशिश करता है तो यह लोग उसके साथ भी मार पीट करते है और जब उसका पति उस लड़के को मारने की कोशिश की तो मेरी ननद जो कि उस लड़के से प्यार करती थी उसे बचाने के लिए अपनी जान दे दी । उसकी सारी कहानी सुनकर सोनिया की भी आंखे नम हो जाती है और उसे उसके पति और उसके परिवार पर बहुत गुस्सा आता है ।उसके साथ उसने ठाकुर को जो खुशबू के साथ दुष्कर्म करते हुए उसने खुद ही देखा तो वह बाहर आती है जंहा पर पुलिस ठाकुर और उसके साथ रामु और उसके परिवार को एक तरफ खड़ी की हुई थी और उस घर के बाहर पूरा गांव के लोग जुटे हुए थे ।उन सबके साथ उसकी माँ और बहन साथ मे जय की बहने और दोनों माँ खड़ी थी लेकिन सोनिया उन सभी लोगो अनदेखा करते हुए रामु के पास जाती है और उसे खिंच के 1 झापड़ मारती है और बोलती है कि
सोनिया : कैसा आदमी है तू अपनी ही बीवी को दूसरे के सामने डाल दे रहा है और तुम (हरिया की बीवी को ) तू भी तो एक औरत है ।बहु बेटी के समान होती है और तू अपनी ही बहु के साथ ऐसा कर रही है ।तुझसे और उम्मीद भी क्या की जा सकती है जो खुद की सगी बेटी के मरने के बाद उसकी अन्तिमक्रिया करने की जगह अपनी ही बहु को मारने की कोशिश कर रही है ।उसे इन्शान में तो गिना ही नही जा सकता तुम जैसे लोगो को तो जीने का कोई हक नही है ।
फिर कमिश्नर को बोलती है कि
सोनिया : सिंह साहब इससे पहले की मैं इन जालिमो के साथ कुछ ऐसा कर दु जो आपके नजर में गलत हो ले जाओ इन्हें और हां इस ठाकुर को अभी छोड़ दो ।
फिर ठाकुर के पास जाती है और बोलती है कि
अभी कुछ ही दिन पहले तेरा बेटा मेरे साथ गन्दी हरकते करने की कोशिश किया लेकिन मैंने उसकी गलती को माफ कर दिया और आज तू वही हरकत कर रहा है । तुझ जैसे लोगो को तो बीच चौराहे पर नंगा करके मार देना चाहिए ।भगवान का धन्यवाद दे कि मेरा पति पुलिस के गिरफ्त में है और उसके छूटने के लिये तेरा जिंदा रहना जरूरी है नही तो तुझे तो मैं यही जिंदा गाड़ देती और तू यह बात अच्छी तरह से जानता है कि कोई मेरा कुछ भी नही बिगाड़ पाएगा।
ठाकुर उसकी तरफ गुस्से से घूर कर देखता है और बोलता है कि
ठाकुर : आग से खेलने की कोशिश मत कर वरना जल जाएगी और जिस पैसे और ताकत पर तुझे घमण्ड है वह तेरे किसी भी काम नही आएगा।
सोनिया : बहुत देखे है तेरे जैसे तुझे जितना कोशिश करना है कर ले अगर मैं खुद पर आ गयी तो तेरी इट से ईंट बजा दूँगी।
अभी सोनिया कुछ और बोलती इससे पहले रूबी उसे आकर कुछ बोलती है तो सोनिया कमिश्नर से बोलती है कि
सोनिया : सर आप इन सब को थाने लेकर चलिये मैं बस अभी आती हु वंहा पर अधिकारी आ चुके है अब जो कुछ भी बाते होंगी वही पर होंगी।
इतना बोल कर सोनिया खुशबू के पास जाती है तो देखती है वह अभी भी नग्न अवस्था मे ही बिश्तर पर बैठी हुई है तो सोनिया बोलती है कि
सोनिया : खुशबू देखो इस तरह बैठे रहने से तो तुम्हे न्याय नही मिलेगा ।
खुशबू : मैम शाहब आप ठाकुर को नही जानती वह बहुत बड़ा गुंडा है पूरा गांव उससे डरता है कोई कुछ नही बोलेगा ।आप तो चली जाएंगी फिर वह मुझे और मेरे मायके वालों को मार देगा।
सोनिया : बहन तुम उसकी चिंता मत करो वह तुम्हारा कुछ भी नही बिगाड़ पायेगा ।तुम अगर आज हिम्मत करोगी तो मैं तुम्हे यकीन दिलवाती हु कि उस ठाकुर और तुम्हारे ससुराल वालों को मैं सजा दिलवउंगी।
खुशबू : लेकिन मैमसाहब मैं तो आपको जानती भी नही फिर आप क्यों मेरी मदद करना चाहती है ।क्यों आप मेरे लिए अपनी जान जोखिम में डाल रही है मुझ गरीब के लिए।
सोनिया : तुम्हारी बात सही है कि तूम मुझे नही जानती हो और ना ही आज से पहले मैं तुम्हे जानती हूं लेकिन मेरे होने वाले पति आपको बहुत अच्छी तरह से जानते है और आज आपको बचाने के लिए वह खुद मुशीबत में है और अगर आज आपने हिम्मत नही दिखाई तो उन्हें सजा हो सकती है उस गुनाह के लिए जो उन्होंने किया ही नही है।
खुसबू : आप किसकी बात कर रही है मैं कुछ समझी नही।
सोनिया : मैं उसी की बात कर रही हु जो आपको बचाने के लिए खुद को मुशीबत में डाल लिया और आपकी ननद की हत्या का इल्जाम है उस पर।
खुशबू : आप जय की बात कर रही है तो आपसे ही उसकी शादी होने वाली है ।
सोनिया : हा बहन और अब आप ही है जो कि मेरे सुहाग को बचा सकती है ।इसलिए अब आपको चल कर थाने में अपना बयान देना होगा।
खुसबू : ठीक है बहन अगर मेरे कारण उनकी जान बच सकती है तो मैं जरूर चलूंगी ।
इसके बाद सोनिया उसे कपड़े पहनने को बोलकर बाहर आती है और सीधे जय की माँ के पास जाकर उनके पैर छूती है और बोलती है कि
सोनिया : माँ जी आप बिलकुल भी चिंता ना करे बस कुछ ही घंटों में सभी लोग घर पर होंगे आप लोग बिल्कुल भी चिंता न करे और आप लोग आराम से घर पर जाए मैं कुछ ही देर में सभी लोगो को लेकर आती हु।
इतना बोलकर सोनिया खुशबू को लेकर चली जाती है थाने की तरफ फिर रूबी को कुछ बोलती है तो वह किसी को फोन करती है फिर सभी लोग थाने पहुचते है जंहा पर जिला अधिकारी और न्यायधीश मौजूद थे ।उनकी मौजूदगी में खुशबू बयान देती है और ठाकुर और खुशबू के ससुराल वालों पर हत्या और बलात्कार के इल्जाम में गिरफ्तार किया जाता। है। जय और उसके साथ सभी लोगो को छोड़ दिया जाता है लेकिन सोनिया का इतना करने से भी मन नही मानता है क्यूंकि अभी एक को सजा नही मिली थी तो वह बोली कि
सोनिया : सर अभी एक के खिलाफ कारवाई बाकी है ।
कमिश्नर : मैं कुछ समझा नही आप क्या बोल रही है अभी कौन बचा है।
सोनिया : आपका इंस्पेक्टर क्यूंकि इसने बिना कारवाई किये सिर्फ ठाकुर के कहने पर हमारे लोगो को गिरफ्तार कर लिया जबकि दूसरे तरफ के लोगो को कुछ नही बोला ।यंहा तक कि जिस लड़की की हत्या के इल्जाम में जय को गिरफ्तार किया उसकी लाश को पोस्टमार्टम के लिए नही भेजा ।सर आप ही बोलो ऐसे रिश्वतखोर को खुला छोडा जा सकता है।
सोनिया के इल्जाम लगाने के बाद कमिश्नर ने उसे सस्पेंड कर के उसपर करवाई करने का आदेश देता है ।इसके बाद सोनिया सभी को लेकर घर की तरफ चल देती है लेकिन इस सबके बीच अभी उसका ध्यान जय की तरफ नही गया था कि वह किस हालत में है क्यूंकि फुलवा के मरने के बाद से वह एक शब्द भी नही बोला था एक दम शांत था जैसे उसे आस पास क्या हो रहा है उसे कुछ मालूम ही नही चल रहा हो ।सोनिया जब सबको घर पर लेकर पहुचती है तो सभी लोगो के खुसी का कोई ठिकाना ही नही था लेकिन जब सरिता दी जय की तरफ आती है और उसके पास आकर उसे छूने की कोशिश करती है तो जय उनसे दूर हो जाता है और बोलता है कि
जय : मुझसे दूर रहो मेरे आस पास भी आओगी तो आप भी मर जाओगी ।मेरे पास आने से सभी मर जा रहे है मुझे अब नही जीना है ।
सरिता : भाई यह तू क्या बोल रहा है मैं तरी बहन हु मैं तुहसे कैसे दूर रह सकती हूं देख ऐसे मत बोल।
उसकी बात सुनकर जय कुछ नही बोलता है सिर्फ उसकी तरफ देखता रहता है फिर जब सरिता आगे बढ़ती है तो वह पीछे हो जाता है तो इस पर कविता उसे रोक कर खुद आगे आती है लेकिन उसके साथ भी वही करता है और जाकर अपने पापा के पीछे छुप जाता है ।इस तरह उसके पास कोई भी लड़की या औरत चाहे उसकी माँ हो या बहन या खुद सोनिया भी उसके पास आने की कोशिस की लेकिन सब बेकार वह किसी को भी अपने आस पास तक नही आने दे रहा था तो सोनिया रूबी से बोलती है कि वह एक डॉक्टर को फोन करके यंहा आने को बोले कुछ ही देर में जब डॉक्टरआता है और चेक करने के बाद बोलता है
डॉक्टर : सोनिया जी इनको मानसिक आघात लगा है जिसकी वजह से इनकी ऐसी हालत है ।मैं कुछ दवा दे रहा हु लेकिन कल इनको किसी मानशिक डॉक्टर को दिखाए वही कुछ कर सकते है
 
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