जोरू का गुलाम भाग २५१
तैयारी तीज की पार्टी की- तीज प्रिंसेज और निधि
३८,७७, ४८५
इनाम
और मेरे चेहरे पे मुस्कराहट नाच गयी।
कुछ इनाम का जुगाड़ इन्होने किया था .
अपनी साली और सास के लिए दो कच्ची चूते और एक रसीला भोंसड़ा जिससे दोनों चूते निकली हों फ्री में थोड़े मिलने वाला था, दो सबसे सिक्योर फोन सालियों के लिए और एक आई पेड इन्क्रिप्शन के साथ सास के लिए। लेकिन वो सीक्रेट था असली खेल कुछ और था।
मैंने थोड़ी देर सुजाता, सुनंदा, मिसेज साहनी और दोनों चमचियों को बोलने दिया। मिसेज साहनी एकदम मिसेज मोइत्रा की नक़ल उतारते हुए बोलीं,
" मेरी बेटियां तो दोनों अभी छोटी बच्चियां हैं। "
और सब लोग खिलखिला के हंस पड़े।
छोटी तो थीं दोनों,...
लेकिन इतनी छोटी भी नहीं और उस तीज प्रिंसेज फंक्शन के पहले तो उनका छोटा संकरा छेद मेरे मरद का मूसल फाड् फाड़ के बड़ा कर देने वाला था की,... कम से कम थूक वूक लगा के हम लोगों की उँगलियाँ जरूर उन दोनों के अंदर घुस जातीं।
" बच्चियां तो खिलौनों से खेलती हैं " सुंनदा भी हँसते हुए बोली। अब धीरे धीरे उस की भी झिझक दूर हो रही थी और हँसते हुए मैंने भी उस की बात में जोड़ते हुए कहा
" और बड़ी होती बच्चियों के लिए ये खिलौने कैसे रहेंगे "
मैंने अपना आई फोन खोल के एक स्ट्रैप ऑन लगाए मोटे डिलडो के साथ एक औरत की पिक दिखायी और सबके मुंह से एक चीख निकल गयी।
" हे असली दिखाओ न " चमची नंम्बर १ बोलीं और दूसरी ने जोड़ा
" हाँ ये सही खिलौना है और निधि रहेगी तो उन बच्चियों को खिलौने से खेलना भी सिखा देगी "
मिसेज साहनी ने भी कुछ जोड़ा लेकिन तब तक मैं चली गयी थी,
और काठमांडू से रीनू जो गुड्डी के लिए सेक्स ट्वायज लायी थी उसमे से कुछ ले के आयी, बट प्लग, डिलडो, वाइब्रेटर और भी बहुत कुछ।
सब की सब खुश,
लेकिन सबसे खुश दोनों चमचियाँ थीं क्योंकि सबसे ज्यादा वो दोनों मिसेज मोइत्रा की बेटियों की रगड़ाई करना चाहती थीं.
पर सुजाता ने एक सही सवाल खड़ा कर दिया
" ये सब तो इम्पोर्टेड लग रहे हैं और इस्तेमाल किये हुए। उन सबों को तो एकदम नए पैक्ड देने होंगे और इण्डिया में तो एक तरह से बैन ही हैं तो कैसे और अब बस दो तीन दिन ही बचे हैं "
सब का मुंह लटक गया।
लेकिन मैंने पहले ही ये सिचुएशन एन्टिसिपेट कर ली थी,.. इसलिए मैं धीरे से बोली
" पहले ये बताइये ये खिलौने सही हैं की नहीं, इनाम के लिए बाकी जुगाड़ मैं कर लूंगी"
मिसेज साहनी ने एक काम की बात बोली,
" मेरे ख़याल से ये तो हर लड़की की जरूरत हैं तो जितनी बालिकाएं हिस्सा ले रही हैं सबको एक एक तो कम से कम पार्टिसिपेंट प्राइज मिलनी चाहिए और निधि और उसकी सहेलियों को भी "
और इस बात पे सब लोग तैयार थे , बल्कि सुजाता ने कहा की निधि और उसकी सहेलियों को हम स्पेशल गेस्ट का दर्जा देके, भले ही वो नॉन कंटेस्टेंट होंगी, एक स्पेशल प्राइज भी साथ में दें। "
और मिसेज साहिनी ने तुरंत हाँ कर दी और फिर दोनों चमचियों ने भी।
इनाम का मामला तय हो गया और फिर मिस तीज प्रिंसेज को अवार्ड कैसे दिया जाएगा ये सब भी, लेकिन सब अभी बता दूंगी तो कांटेस्ट के लिए क्या बचेगा।
हाँ चलिए ये बता देती हूँ की उन खेल खिलौनों का जुगाड़ कैसे हो गया था।
हुआ यह की कल इनकी एक सप्लायर से मीटिंग थीं, उसी में सुजैन भी आयी थी।
सुजैन हम लोगो के ही उम्र की आस पास, और उसकी कम्पनी तीज और लेडीज क्लब के फंक्शन की तीन चार मेजर स्पांसर में से एक थी, उसे हम लोगों ने टीनेजर लड़कियों के इम्पवारमेंट के लिए जो एन जी ओ बनाया था उसमें भी जोड़ लिया था।
मिलना तो उसे मिसेज मोइत्रा से था लेकिन वो अभी आयी नहीं तो मेरे पास आयी , मिसेज मोइत्रा और उनकी दोनों छोरियों की बात चली और फिर तीज प्रिंसेज की तो उसी ने आइडिया दिया की इन कच्ची कलियों को अब मोमबत्ती और गाजर से आगे बढ़ा के अडल्ट ट्वायज का मजा देना चाहिए,
और मैंने वही परेशानी रखी, एक तो बुक्स में दिखा नहीं सकते, दूसरे इण्डिया में मिलते नहीं और फिर टाइम भी बहुत कम है।
सुजैन के पास हर चीज का इलाज था, बोली,
बुक्स में हेल्थ और फिटनेस के नाम से दिखा देंगे आखिर सब जानते हैं औरतें मसाजर का कैसे इस्तेमाल करती हैं लेकिन बिकते कैसे हैं। दूसरी बात काठमांडू में आराम से मिल जाते हैं और सुजैन की इस बात से मुझे याद आया की आखिर रीनू भी तो गुड्डी के लिए सब खेल खिलौने वहीँ से लायी थी।
लेकिन अभी भी सवाल था टाइम का और उस का इलाज भी सुजैन के पास था। काठमांडू से बनारस के लिए ढेर सारी फ्लाइट्स आती हैं बस किसी फ्लाइट की एयरहोस्टेस के साथ, और वो बनारस जा रही थी एक दो दिन के लिए वहीँ कलेक्ट कर लेगी और उसे फिर एक दो दिन में वापस आना था यहाँ।
खेल था मिसेज मोइत्रा का।
हम लेडीज क्लब के आफिस बियर्स ने एक रूल बना रखा था की किसी कम्पनी से क्लब के लिए, फंक्शन्स के लिए भले जो ले लें , पर अपने लिए कुछ भी नहीं लेंगे लेकिन हम लोगों ने मिसेज मोइत्रा को एक्सेप्शन में रखा था। इसलिए कोई कम्पनी से आता था तो हम उसे मिसेज मोइत्रा से मिलने को जरूर कहते थे, जिससे उन्हें अपनी इम्पोर्टेंस का अंदाज होता रहे और वो क्लब के प्रोग्राम में भाग लें।
तो बस सुजैन को एक दो दिन में मिसेज मोइत्रा से मिलने और उन्हें कुछ गिफ्ट देने आना था तो वो सेक्स ट्वायज वो ले आती।
कल ही हम दोनों ने ढेर सारे वाइब्रेटर, डिलडो,बेन व बॉल्स,
ऐनल बिड्स, बट्ट प्लग सब काठमांडू में आर्डर कर दिए थे।
इसलिए अब तीज प्रिंसेज के अवार्ड्स का भी मामला सुलट गया था।
तीज प्रिंसेज की पार्टी के बारे में अब करीब करीब सब तय हो गया था तो सुजाता ने हम लोगो की पार्टी की बात छेड़ी। बात सुजाता ने ही शुरू की, कुछ मुस्कराते कुछ छेड़ते