गहरी नींद में जाते ही मेरे दिमाग मे इन दिनों चल रही घटनाओं का अक्स उभरने लगा और मैं सपनो की दुनिया मे डूब गया मैंने देखा उस घर मे जिसमे विनय रानी को चोद रहा था उसी घर मे विनय और निकिता दीदी गए हुए हैं और विनय रानी जैसे ही निकिता दीदी को कपड़े उतार कर नंगी कर देता है और सपने में ही निकिता दीदी को नंगी देख कर मेरा लंड बेकाबू हो कर खड़ा हो गया और मैं नींद में ही अपना लंड पकड़ कर दबाते हुए सहलाने लगा आगे मैंने देखा कि निकिता दीदी रानी की तरह ही विनय की पैंट खोल कर उसका लंड चूसने लगी और वो दीदी की कसी हुई चुचियाँ मसलते हुए उनके निप्पल रगड़ते हुए जोर से धक्के देते हुए अपना लंड दीदी के मुह में घुसाने लगा दीदी किसी पोर्न स्टार जैसे उसका लंड मुठियाते हुए अपने गुलाबी रसीले होंठो में भर कर चूस रही थी और फिर कुछ देर बाद दीदी उठी और सोफे पर झुकते हुए अपनी गांड़ पीछे की ओर उभार दी मैंने कभी निकिता दीदी को गलत नजर से नही देखा था ना ही उनके बारे में कुछ गलत सोचा था लेकिन सपनो पर किसी का बस कहाँ चलता है आज सपने में मेरी प्यारी दीदी एकदम नंगी उस विनय के आगे झुकी हुई थी और विनय ने पीछे आ कर दीदी की कमर पकड़ कर अपना लंड उनकी कसी हुई गुलाबी चूत पर रख कर के झटका दिया और लंड दीदी की बुरमे समाता चला गया और फिर वो तेज झटके मार मार कर दीदी को चोदने लगा और दीदी भी मस्ती में भरी कर सिसकते हुए उसके लंड के धक्कों का आनंद लेने लगी कोई 10 मिनट तक उन्हें चोदने के बाद विनय ने अपना लंड उनकी बुर से निकाला और वो विनय के सामने बैठ गयी और अपनी बुर से निकला विनय का लंड फिर से चूसने लगी दीदी जीभ निकाल निकाल कर विनय का लौड़ा चाट रही थी और फिर विनय के लौड़े से तेज धार के साथ वीर्य टपकने लगा दीदी का गोरा मासूम चेहरा विनय के गाढ़े वीर्य से लथपथ होने लगा उनके होंठो गालों माथे नाक हर जगह वीर्य की बूंदें चमक रही थी और इसी के साथ नींद में ही मेरे लंड ने भी पिचकारी मार दी पहली बार मुझे स्वप्नदोष का आंनद मिल गया ......
लेकिन मेरे झड़ते ही सपना टूट गया नींद खुल गयी और मुझे थोड़ा सा बुरा महसूस हुआ नींद में ही सही पर दीदी को ऐसी हालत में देख कर मुझे बड़ी बेचैनी होने लगी फिर सर को झटक कर उसे एक बुरा सपना समझ कर मैं बिस्तर से उतरा बाथरूम जा कर खुद को साफ किया और पानी पी कर वापस आ के लेट गया जल्दी ही फिर से मुझे नींद आ गयी और फिर सुबह कोई मुझे हिलाते हुए जगा रहा था आंखे मिचमिचाते हुए खोली तो देखा निकिता दीदी नहा कर अपनी कॉलेज की ड्रेस(गुलाबी कुर्ते और सफेद सलवार में) बिना दुपट्टे के मुझ पर झुकी मुझे जगा रही थी और आंखे खुलते ही मेरी नजर सबसे पहले कुर्ते के गले से झांक रही उनकी दूध सी गोरी मुलायम और मांसल चूचियों पर पड़ी और वो नजारा देख कर मेरे लंड में जरा सी हरकत भी हुई मैंने फौरन खुद को सम्हालते हुए दीदी के चेहरे पर नजर डाली तो दीदी मुस्कुराते हुए बोली आज कॉलेज नही जाना क्या विकी मैंने जल्दी से अपना फोन निकाल कर टाइम देखा 7:35 मैंने फोन बिस्तर पर फेंक कर कहा आज तो हर हालत में जाना है दीदी आज तो सारी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन करना है मुझे आज के बाद इस विनय नाम की समस्या को तुम्हारी जिंदगी से हमेशा के लिए दूर करना है ।
मेरी बात सुन कर दीदी के चेहरे पर थोड़ी चिंता की लकीरें उभर आईं उन्हें लगा होगा कि ये 19 साल का लड़का उस दबंग रईस बाप के बिगड़ैल लड़के से सामने भला क्या कर पायेगा , दीदी ने मेरी आँखों मे देखते हुए सवाल किया विकी वो पिक हैं उसके पास मैंने कहा आप एकदम चिंता ना करो दीदी वो अब आपके साथ कुछ भी बुरा नही कर पायेगा आपकी और अपने परिवार की इज्जत से बढ़ कर कुछ भी नही मेरे लिए उसकी रक्षा के लिए मैं अपनी जान लगा दूंगा एकदम बेफिक्र रहो आप ये सुन कर दीदी एकदम से मेरे सीने पर लेट सी गयी और मुझे बाहों में भर कर बोली ..... ओह मेरा भाई सच मे बड़ा हो गया है और एकदम जिम्मेवार और समझदार भी मैं तो तुझे बच्चा ही समझती थी ......
दीदी जिस तरह से मेरे सीने से चिपकी हुई थी उनकी नरम गोले मेरे छाती में मुझे महसूस हो रहे उनकी नरमी और गरमी मेरे दिल की धड़कने बढ़ा रही थी ।
मैंने कहा दीदी अब उठो भी मैं इतना भी बड़ा नही हुआ कि आपका सारा वजन बर्दाश्त कर लूं कितनी भारी हो आप मेरी तो सांस रुक रही है .......
ये सुन कर दीदी ने थोड़ा नखरे से मेरी ओर देखा और तुनक कर बोली अच्छा बच्चू मैं भारी हूँ और गुस्से से एक मुक्का मेरी बांह पर मार दिया मैं हाय हाय करने लगा और बोला क्या ज़माना आ गया है लोगों की मदद करो और बदले में मार खाओ दीदी ने इस बार गुस्सा नही किया और मेरे मज़ाक पर मुस्कुराती हुई बोली तू ना बहोत बदमाश होता जा रहा है दिन ब दिन मैंने कहा वाह बदमाशी आप करो और बदमाश मैं होता जा रहा हूँ अच्छी जबरदस्ती है ।
ये सुन कर दीदी उदास हो गईं और सर झुकाते हुए बोली तू भी ताने मार ले मम्मी पापा की तो सुनती ही रहती हूं आजकल मैंने जल्दी से दीदी का चेहरा अपनी हथेलियों में भरते हुए कहा दीदी मैंने बस मज़ाक में कही वो बात ताना नही मारा ना अच्छा सॉरी अब से नही करूंगा ऐसा मज़ाक ..... अब मुझ पर रहम करो मुझे उठने दो या मेरा दम निकलने के बाद ही छोडोगी मुझे दीदी हंसते हुए उठ गयीं और जाते जाते बोली आज के बाद कभी गले नही लगाउंगी तुझे मोटी हूँ ना और भारी भी कहीं किसी दिन तेरी हड्डी वड्डी टूट गयी तो और जीभ निकाल कर मुझे चिढ़ाते हुए बाहर चली गईं .......
मैं फटाफट बिस्तर से उठ कर बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होते हुए मेरे मन मे ख्याल आया कि अब से पहले मेरा और दीदी का रिश्ता बहुत औपचारिक था पर इस विनय वाली घटना के बाद हम थोड़ा सा तो नजदीक आये ही हैं और दीदी के साथ ये नजदीकी मुझे अच्छी भी लग रही थी।
जल्दी जल्दी नहा धो कर ड्रेस पहन कर मैं रेडी हुआ और नाश्ते की टेबल पर पहुंचा पापा बैठे अखबार पढ़ रहे थे वो नाश्ता कर चुके थे दीदी नाश्ता कर रही थीं और मेरे बैठते ही वो मुझे देख कर मुस्कुरा दी तभी मम्मी मेरा भी नाश्ता ले आयी और मैं भी जल्दी जल्दी नाश्ता निपटाने लगा ।
पापा ने अखबार रखते हुए रोज की तरह मुझे कुछ हिदायतें दी और फिर 200 रुपये मुझे देते हुए बोले बाइक में पेट्रोल डलवा लियो और वो आफिस निकल गए ।
हमने भी नाश्ता खत्म किया और अपने अपने बैग ले कर बाहर आ गए बाइक उठाई और कॉलेज की ओर चल पड़े ...... घर से थोड़ी दूर आ कर मैंने बाइक रोकी और संजय को कॉल की उसने फौरन ही कॉल रिसीव की मैंने कहा बोल बे आज का क्या प्लान है वो बोला तू स्कूल आ जा मैं वही इंतजार कर रहा हूँ तेरा फिर चाचा के पास चलते हैं ..... मैंने कहा ठीक है पर यार मैं ये चाहता हूं दीदी को कहीं थाने वगैरह ना जाना पड़े एक तो लड़की को ले कर थाने जाना ही सही नही लग रहा मुझे दूसरा अगर किसी ने हम तीनों को वहां आते जाते देखा तो फालतू में चार तरह की बातें होंगी और अगर पापा को ये सब पता चला तो वो मेरी खाल उधेड़ देंगे कि मैंने उनसे ये सब क्यों छुपाया मेरी बात सुन कर वो बोला ठीक है मैं एक बार चाचा से बात कर के तुझे बताता हूँ कि आगे क्या करना है उसने कॉल काट दी।
मैंने बाइक स्टार्ट की और दीदी के कॉलेज की ओर चल पड़ा तभी अगले चौराहे पर बुलेट लगा कर खड़ा हुआ विनय हमे दिखाई दिया उसे देखते ही मेरी झांट सुलग उठी वो बड़ी तीखी नजरो से मुझे घूर रहा था हांलाकि मैंने हेलमेट लगा रखा था उसे देख कर दीदी घबरा सी गयी उसकी कल वाली धमकी की वजह से उन्होंने मेरी शर्ट को कस के मुट्ठी में पकड़ लिया वो थोड़ा घबरा रही थीं मैंने उन्हें हिम्मत देते हुए कहा दीदी आप टेंशन ना लो कल से ये आपको अपने आसपास नजर नही आएगा दीदी ने अपना सर पीछे से मेरे कंधे पर रख दिया मानो कह रही हों अब तो बस तेरा ही सहारा है ।
उधर विनय ने बाइक स्टार्ट की और मेरी बाइक के पीछे पीछे आने लगा मैंने कहा दीदी तुम आराम से बैठी उसकी ओर देखो भी नही और यूँ रियेक्ट करो मानो तुम्हे उसकी कोई परवाह ही नही है।
दीदी अब थोड़ा रिलैक्स हो कर बैठ गईं और फिर मैंने बाइक एकदम उनके कॉलेज गेट के सामने रोकी तभी संजय का कॉल आ गया उसने कहा चाचा कह रहे हैं कि मैं बस दीदी से एक लिखित शिकायत ले लूं जिसमे वो लिख दें कि विनय सिंह ने उन्हें बहला फुसला कर उनसे दोस्ती की और फिर एक दोस्त के घर ले जा कर वहां उन्हें कोल्ड ड्रिंक में कोई नशीली चीज पिला कर उनकी गंदी तस्वीरें लेली और बाद में उन्हीं तस्वीरों के दम पर उसने उन्हें ब्लैकमेल कर के उनके साथ गलत काम किया और अब उन्हें बार बार वहीं बुलाता है और मना करने पर उन्हें जान से मारने की और बदनाम करने की धमकी देता है नीचे दीदी के साइन करवा लेना बस फिर तू आजा और हम चाचा के पास चलते हैं। मैंने कहा ठीक है ।
फिर मैंने दीदी को सब समझाया और उन्होंने कॉपी निकाल कर एक पन्ने पर पूरी कंप्लेन लिखी और नीचे साइन कर के मुझे देते हुए बोली विकी उन pic का ध्यान रखना प्लीज वो परेशान थीं मैंने कहा दीदी तुम सीधा अंदर जाओ एकदम परेशान ना हो मैं शाम को तुम्हे यहीं मिलूंगा दीदी बोली अपना ख्याल रखना विकी और फिर सर झुकाए हुए कॉलेज के गेट के अंदर चली गयी गेट पर दो सिक्योरिटी गार्ड होते हैं इसलिए विनय ने अपनी बुलेट थोड़ा आगे ले जा कर रोकी थी वो वही खड़े खड़े हमे घूरने लगा था अचानक मुझे शरारत सूझी और मैंने उसे वापस घूरते हुए उसे आंख मार दी अपनी मिडल फिंगर उसे दिखा दी
ये देख कर वो अपनी बाइक स्टैंड पर लगा कर मेरी ओर बढ़ने लगा पर मैने जल्दी बाइक स्टार्ट की और यू टर्न मार कर एक्सीलेटर खींचते हुए दौड़ा दी और सीधा अपने स्कूल पहुंच कर रुका वहां संजय मेरा इंतजार कर रहा था।
उसने बाइक पर बैठते हुए पूछा कंप्लेन ले ली मैंने कहा हां जेब मे है फिर हम सीधा दारागंज पुलिस चौकी पहुंचे अंदर जा कर हम संजय के चाचा (राजेश सिंह) से मिले संजय ने उनके पैर छुए और मैंने भी लपक कर उनके पैर छू लिए उन्होंने एक बार मुझे ऊपर से नीचे तक देखा फिर बोले आओ मेरे साथ हमे ले कर वो एक केबिन में आये हमे बिठा कर एक हवलदार को चाय लाने का आर्डर दिया और फिर मुझसे पूछा कि क्या प्रॉब्लम है मैंने कम शब्दों में अपनी और दीदी की सारी समस्या उन्हें बताई वो सर हिलाते हुए सब सुनते रहे फिर उन्होंने वो कंप्लेन मांगी और उसे ले कर पढ़ने लगे पढ़ने के बाद वो बोले कि चिंता ना करो तुम उस लौंडे के खिलाफ काफी सामान है अपने पास इतने में तो वो उसे ऐसा पेलेंगे की वो दोबारा हमारे परिवार का नाम भी लेने से डरेगा उनकी बात से मेरे मन को काफी तसल्ली मिली पर मैंने कहा चाचा वो मेरी दीदी की कुछ गलत तस्वीरें भी हैं उसके पास उन्होंने कहा परेशान मत हो यार मैं उसका फोन जब्त कर के तुम्हे दे दूंगा जो चाहो करना उसका चाहो तो तालाब में फेंक देना या आग लगा देना अब खुश मैंने कहा पर अगर उसने वो pic कहीं और भी सेव किये हों तो ...... दीदी की और मेरे परिवार की इज्जत का सवाल है .....
ये सुन कर वो थोड़ी गंभीरता से बोले लगता है अभी तुमने पुलिस का असली चेहरा नही देखा है मैं सब दिखाऊंगा आज तुम्हे तुम बस अब सब मुझ पर छोड़ दो फिर वो बोले एक बात बताओ सिर्फ अपना काम बनाना है उस से पीछा छुड़ाना है या उस पर चार्ज लगा कर क़ानूनी कार्यवाई भी करना चाहते हो.....?.
मैंने कहा चाचा मैं बस चाहता हूं कि वो मेरी दीदी के जीवन से हमेशा के लिए दूर हो जाये हमारे आसपास भी ना फटके हमे नजर भी ना आये हमारा नाम भी ना ले और वो pic उसके पास ना रहें बाकी कुछ नही चाहते हम हां आप चाहो तो अपना कुछ जुगाड़ देख लो आखिर आप इतनी मदद कर रहे मेरी ......
मेरी बात सुन कर वो हंसते हुए बोले संजू तेरा दोस्त बहोत होशियार है सही है उसका दिमाग ठिकाने करने के बाद कुछ वसूलता हूँ उसके बाप से सुना है बहोत दो नंबर का पैसा है उसके पास संजय खींसे निपोरते हुए बोला चाचू उसमे से 10% मेरा कमीशन हेहेहे .....
राजेश चाचा बोले तू भी कम होशियार नही है बेटा अब अपने चाचा से कमीशन लेगा संजय ने कहा तो क्या हुआ आप वसूली भी तो लम्बी करोगे तभी हवलदार चाय ले आया और हम सब चाय पीने लगे ।
चाचा हवलदार से बोले ऐसा करो सज्जन सिंह को भेज दो मेरे पास वो जी साहब बोल कर बाहर चला गया फिर वो चाय पीते हुए बोले ऐसा करो उस लौंडे का पता और फ़ोन नंबर दो मुझे मैं उसे उठवाता हूँ मैंने एक कागज पर उसका एड्रेस और नंबर लिख दिया तभी सज्जन सिंह अंदर आया और सलाम ठोंक कर खड़ा हो गया मैंने देखा ये एक छह फुट से भी लंबा मजबूत बदन का पुलिसिया था चेहरे पर कठोरता और बड़ी बड़ी मुछे उसे काफी खतरनाक बना रही थीं चाचा ने वो कागज उसे थमाते हुए कहा ये लौंडा एक घण्टे में यहां चाहिए मुझे साले को घसीट कर लाओ और हां इस से कुछ कड़ी पूछ्ताछ होगी सारी तैयारी करो वो जी सर बोल कर चला गया चाचा बोले तुम लोग यहीं बैठो मैं कुछ काम निपटा लेता हूँ और वो भी निकल गए मैं और संजय बातचीत करने लगे।
कोई 50 मिनट बाद बाहर से कुछ आवाज़ें आयी तो हमने केबिन की जाली से झांक कर देखा सज्जन सिंह और उसके साथ एक और हवलदार विनय को गर्दन से पकड़ा कर खींचते हुए ले कर आ रहे थे और वो काफी उछलकूद कर रहा था तभी सज्जन सिंह ने उसके चूतड़ों पर एक जोर की लात मारी वो जमीन पर लुढ़क गया उसके घुटने छील गए और खून रिसने लगा उसने जलती हुई आंखों से सज्जन सिंह को देखते हुए कहा जानता है मैं कौन हूँ तेरी वर्दी ना उतरवा दी तो कहना ये सुन कर सज्जन सिंह ने उसे दो लातें और जमा दी और बोला मादरचोद वो बाद कि बात है अभी तो तू यहां थाने में है अकेला और मेरे रहमोकरम पर मैं जितनी चाहे तेरी दुर्गति कर सकता हूँ कौन रोकेगा मुझे ये बात उसकी बुद्धि में घुसी और वो चुपचाप एक कोने में बैठ कर अपनी चोट सहलाने लगा उसने फोन निकाल कर किसी को कॉल लगानी चाही पर सज्जन सिंह ने फुर्ती से उसका फोन छीन कर अपनी जेब मे डाल लिया और बोला जब तक साहब नही आ जाते चुप कर के बैठ जा वरना इस बार ये डंडा तेरी गांड़ में घुसा दूंगा ......
ये सुन कसर विनय की सारी अकड़ ढीली हो गयी और वो चुपचाप बैठ गया उसकी ये हालात और बेज्जती देख कर मेरा मन खुश हो गया और मुझे लगा काश दीदी भी ये सब देख पाती तो मुझ पर कितना गर्व करती।
थोड़ी देर में चाचा की जीप थाने में दाखिल हुए वो नीचे उतरे तो सज्जन सिंह ने विनय की ओर इशारा करते हुए कहा सर ये रहा आपका कबूतर ।
चाचा विनय के पास पहुंचे और उसे बालों से पकड़ कर खड़ा किया और दांत पीसते हुए बोले क्यों बे मादरचोद सुना है तू बड़े रईस बाप की औलाद है और तुझे लड़कियों की नंगी तस्वीरें लेने का बड़ा शौक है और तू ब्लैकमेलिंग का धंधा भी करता है ये सुन कर विनय के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी पर उसने हिम्मत करते हुए किसने कहा ऐसा ये सब झूठ है आपके पास कोई सबूत है या यूं ही मुझे थाने बुला कर वर्दी का रौब झाड़ रहे हो और इस तरह मुझे यहां बुलाने का क्या मतलब है मुझे अभी अपने पापा और वकील से बात करनी है मैं केस करूंगा तुम पर मानहानि का ......
उसकी बात सुन कर राजेश चाचा उसे घूरने लगे और बोले सुन लौंडे मैं सिफारिश से पुलिस में भर्ती नही हुआ हूँ पढ़ लिख कर एग्जाम दे कर ट्रेनिंग ले कर सेलेक्ट हुआ हूँ कानून कायदा सब जानता हूँ और तुझे सबूत चाहिए ना उन्होंने जेब से दीदी की कंप्लेन निकाली और उसे विनय के आंखों के आगे लहराते हुए बोले सबसे पहले ये शिकायत पढ़ जो एक लड़की ने की है ...... विनय ने वो पेपर लिया और पढ़ने लगा पढ़ते पढ़ते उसका चेहरा लटक गया चाचा ने उसके हाथ से वो पेपर लिया और बोले सज्जन सिंह एफ आई आर दर्ज करो इसके खिलाफ ..... सज्जन सिंह वो पेपर ले कर आफिस की ओर चल दिया विनय ने खुद को बहोत हिम्मती दिखाते हुए हंस कर कहा मेरा वकील दो मिनट में मेरी बेल करा देगा मेरे पापा मेरे लिए अच्छे से अच्छा वकील करेंगे और उनकी पहुंच बहुत ऊपर तक है इंस्पेक्टर तुम्हे जल्दी ही अपनी गलती का पछतावा होगा ......
चाचा ने उसकी बात सुन कर ठहाका लगाया और फिर उसके पास जा कर अपना मोबाइल फोन निकाल कर उस पर वो वीडियो प्ले की जिसमे वो बीयर शॉप के सामने दीदी के बारे में कबूल कर रहा था कि उसके पास उनके न्यूड पिक हैं जिनके दम पर वो दीदी को ब्लैकमेल करेगा वो देखते ही उसके चेहरे पर चिंता का भाव छा गए वो समझ चुका था कि वो फंस चुका है इसके बाद तो वकील भी उसे शायद ही बचा सके वो वीडियो खत्म होते ही चाचा ने अगले वीडियो प्ले कर दिया जिसमे वो रानी के साथ नंगा हो कर ग्रुप सेक्स करता दिख रहा था चाचा ने कहा सिर्फ तुझे ही नंगी pic लेने का शौक नही है इस बार तेरा दांव तुझी पर पड़ गया है बहनचोद इतने सबूत काफी हैं या और दिखाऊँ बाकी रही सही कसर लड़की का बयान पूरी कर देगा जो मैं मजिस्ट्रेट के सामने दिलवा दूंगा अब बोल ???
विनय के पास अब बोलने के लिए कुछ नही था वो सर झुका कर खड़ा हो गया तभी चाचा ने कहा अपना फोन दे विनय ने बताया उसका फोन सिपाही के पास है तो चाचा ने सज्जन सिंह को बुला कर उससे विनय का फोन लिया और उससे पूछा कि लड़कियों के न्यूड पिक इसी में हैं ना ..... उसने कोई जवाब नही दिया तो चाचा ने कहा सज्जन सिंह इसे टॉर्चर रूम में ले चलो ये ऐसे नही बताने वाला कुछ सज्जन सिंह ने विनय के बाल पकडे और उसे खींचते हुए अंदर एक कमरे में ले गया ।
मैं और संजय भी धीरे से बाहर आ गए और उस कमरे के दरवाजे से चुपके से अंदर झांकने लगे अंदर एक दीवार पर दो हुक लगे हुए थे दो फीट की दूरी पर उनमें मजबूत रस्सियां बंधी हुई थीं सज्जन सिंह के साथ एक और तगड़ा सिपाही था उन दोनों ने विनय के हाथ उन रस्सियो में कस कर बांध दिए और सज्जन सिंह एक बांस का बढ़िया डंडा ले कर खड़ा हो गया।
कमरे में एक कुर्सी भी थी चाचा उस पर बैठ गया टांग पर टांग रख कर और बोले सुन बे लौंडे इस कमरे में अच्छे अच्छों का मूत निकल जाता है अब मैं जो भी सवाल पूछुं उसका एक बार मे एकदम सही जवाब दे देना वरना तेरे कपड़े खराब होंगे और यहां सफाई करनी पड़ेगी .......
बोल तेरे इसी फोन में हैं ना लड़कियों के नंगे pic उसने कोई जवाब नही दिया और सज्जन सिंह के पूरी ताकत से डंडा उसकी टांगो पर जमा दिया मैंने जल्दी से अपना मोबाइल निकाला और ये सीन रिकार्ड करने लगा संजय ने मेरे कान में कहा ये मत कर चाचा गुस्सा करेंगे मैंने कहा यार उन्हें बताना ही मत संजय मुझे घूरने लगा मैंने उसके सामने हाथ जोड़ दिए और धीरे से कहा की ये देख के दीदी को थोड़ी खुशी होगी उसने फिर कुछ नही कहा।
उधर टांग डंडे की भरपूर चोट पड़ते ही विनय चीखने लगा और बिलबिलाते हुए बोला मैं बताता हूँ सब बताता हूँ पर मारो मत..... चाचा ने हंसते हुए बस एक डंडे में सारी अकड़ ठंडी हो गयी तेरी मुझे तो लगा था 10-20 डंडे आराम से झेल लेगा तो रईस बाप की बिगड़ी औलाद अब बोल जल्दी से विनय बोला हां इसी फोन में है चाचा ने कहा पासवर्ड बोल ये सुन कर मुझे फिक्र हो गयी कि कहीं वो फोन खोल कर देखने ना लगें मेरी दीदी की नंगी तस्वीरें पर उन्होंने ऐस कुछ नही किया ........ और दूसरा सवाल पूछा किस किस को भेजी ये pic विनय ने कराहते हुए कहा किसी को नही भेजी सर कसम से किसी को नही दिखाया कभी सिर्फ अपने लिए रखी थी ।
चाचा ने पूछा कहीं और किसी फोन या लैपटॉप में इनकी कॉपी है?
उसने सर हां में हिलाते हुए कहा हां मेरे लैपटॉप में है इनकी कॉपी ये सुन कर चाचा ने विनय का फोन निकाला और बोले अपने बाप का नंबर बता उसने नंबर बताया और चाचा ने उसी के फोन से उसके बाप को कॉल की ।
कॉल रिसीव होते ही विनय के बाप ने पूछा क्या बात है ......
चाचा ने बताया कि वो दारागंज चौकी से इंस्पेक्टर राजेश सिंह बोल रहे हैं उनका लड़का विनय इस समय पुलिस हिरासत में है उस पर गंभीर चार्ज लगे हैं अगर वो उसकी सलामती चाहते हैं तो जल्दी से उसका लैपटॉप ले कर चौकी आ जाएं वरना उसकी जिंदगी झंड हो जाएगी ये सुन कर विनय के बाप ने सबसे पहले चाचा को आने पैसे और रुतबे की धौंस दी जवाब में चाचा बोले सुन तू ज्यादा से ज्यादा मेरा ट्रांसफर करवा सकता बाकी इसके अलावा मेरी झांट नही उखाड़ सकता तू पर उसके पहले मैं मीडिया बुला कर वो सारे सबूत जो तेरे बेटे के खिलाफ हैं मेरे पास उन्हें पब्लिक कर दूंगा फिर तेरे बेटे को दुनिया की कोई ताकत नही बचा सकती और तेरे बेटे की जिंदगी के साथ तेरी इज्जत और रुतबा सब मिट्टी में मिल जाएगा खत्म हो जाएगा तेरा सारा एम्पायर ....... समझा ............... इसलिए ये गर्मी दिखाना बंद कर और जितनी जल्दी हो सके इस लौंडे का लैपटॉप ले कर आजा अभी कुछ गुंजाइश है इसके बचने की ....... इतना कह कर उन्होंने फोन काट दिया ।
दोपहर के 12 बज रहे थे चाचा ने घड़ी देखी और बाहर आने के लिए उठे मैंने झट से अपना फोन जेब मे डाल लिया विनय की ठुकाई का वीडियो था अब मेरे पास और हम वापस उसी केबिन में आ कर बैठ गए दो मिनट में चाचा भी आ गये और बोले चलो बच्चो लंच कर लो तब तक इसका बाप भी आ जायेगा और फिर सब मामला सुलझ जाएगा .......।