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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

neeRaj@RR

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विकास और निकिता के बीच रोमांस ज्यादा डालो बाकी आपकी कहानी लाजवाब है जिसका बेसब्री से इंतजार रहता है।
भाई रोमांस के लिए इंसान की मनोस्थिति भी वैसी होनी चाहिए अभी जो प्रॉब्लम सामने आ गयी थी विकास और निकिता के जीवन मे उस स्थिति में कोई कैसे रोमांस कर सकता है बाकी परिस्थिति अनुकूल होते ही रोमांस भी होगा और उसके आगे भी बहोत कुछ होगा ........ 👍
 

Lib am

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मैंने बहोत देर तक सोचने के बाद सर को झटका दिया और खुद से कहा इसके सिवा कोई रास्ता नही .......

मैंने अपने फोन से प्रतीक का नंबर डायल किया ...... घंटी बजती रही पूरे 30 सेकेंड्स तक और फिर ऑपरेटर की आवाज़ कानो में गूंजने लगी ...... आप जिस नंबर से सम्पर्क करना चाहते हैं वो आपकी कॉल का जवाब नही दे रहे हैं कृपया थोड़ी देर बाद सम्पर्क करें .......

ये सुन कर वो आशा की किरण थोड़ी और धुंधली हो गयी ......

मैंने फोन बेड पर फेंक दिया और समय देखा साढ़े 11 हो रहे थे ..... और तभी फोन की घंटी बजी मैंने झपट कर उठाया तो प्रतीक का कॉल था ...... मैंने जल्दी से कॉल रिसीव की जैसे एक पल की देरी हुई तो कॉल कट जाएगी और बोला जीजा जी प्रणाम ........

प्रतीक हमेशा जैसे प्यार से बोले कहिए क्या हाल हैं साले साहब बड़ी देर रात याद किया मुझे ........ मैंने कहा हां वो बात ही कुछ ऐसी थी इतना बोल के मैं चुप हो गया और सोचने लगा कहाँ से बात शुरू करूँ......

कुछ पल की खामोशी के बाद वो बोले कुछ बताओगे जनाब या यूं ही कोई प्रैंक कर रहे हो मेरे साथ ......

मैंने एक गहरी सांस लेते हुए कहा आज आपके पास जो तस्वीरें आयी हैं दीदी की उनके बारे में बात करनी है .....

वो बोले पहले ये बताओ निकी कहा है मैंने कहा वो सो रही हैं अपने कमरे में वो बोले ठीक है फिर बताओ क्या बात है ........

मैंने कहा मैं आपको कुछ बताना और सुनाना चाहता हूं ..... वो बोले ठीक है आराम से बताओ मैं सुन रहा हूँ ...... मैंने पूरी बात बताई उन्हें विनय का और दीदी का सारा किस्सा और ये भी की कैसे मैंने दीदी को इस दलदल से निकाला पर विनय ने अपनी औकात दिखाई और उन pic की एक कॉपी अपने पास रखी ......

और अब उनकी शादी तुड़वाना चाहता है मैंने उन्हें पूरी बात बताते हुए ये यकीन दिलाने की कोशिश की , कि दीदी मामले में बेकसूर हैं वो सब उन्होंने उसके झांसे में आ कर किया........

लगातार 20-22 मिनट बोलने की वजह से मैं हांफने सा लगा था ......

प्रतीक बोले शांत हो जाओ विकास कह चुके तुम ....... अब मेरी सुनो मुझे तुम्हारी दीदी से कोई शिकायत सिवा इसके कि मुझे ये सब किसी और से मालूम हुआ इतनी बड़ी बात उसे मुझसे यानी अपने होने वाले पति से छुपानी नही चाहिए थी ........

पर मैं समझता हूं किसी लड़की के लिए ये सब बताना भी आसान काम नही पर चूंकि उसने ये बात छुपाने का फैसला किया है इसलिए उसके फैसले की इज्जत करना हम दोनों का फर्ज है और तुम हमारी इस बातचीत के बारे में निकी से कुछ नही बताओगे और मैं भी इस बारे में उससे कोई चर्चा नही करूंगा .......

इतना सुनते ही मेरी उँगलियों ने रिकार्डिंग पॉइंट को टच कर लिया और हमारी बात रिकार्ड होने लगी .......

प्रतीक बोले ........ मेरी भी एक बहन है और कल को उसके साथ ऐसा कुछ हो तो तुम्हारी तरह मैं भी श्वेता का साथ दूंगा ना कि उसे गलत समझने लगूंगा मुझे तुम्हारी ये खूबी बेहद पसन्द आयी और आज से हम जीजा साले के साथ ही अच्छे दोस्त भी हैं ......

अब सुनो इस साले विनय का तो ऐसा इलाज करना है कि ये दोबारा मेरी निकिता का नाम भी अपनी जुबा पर ना लाये ......

मैंने कहा उसकी आप फिक्र मत करो वो सब मेरी जिम्मेवारी पर आपकी बातों से मेरी नजर में भी आपकी इज्जत बहोत बढ़ गयी है जीजा जी .......

प्रतीक बोले तुम्हारी नही हमारी जिम्मेवारी है ये हर कदम पर मैं तुम्हारे साथ हूँ बस निकिता को दुखी मत होने देना ....... मैं उससे किन्ही तस्वीरों का कोई जिक्र ही नही करूंगा .......

मैंने मन ही मन मे ईश्वर को धन्यवाद दिया और कहा आपने तो मेरी चिंता दूर कर दी वो बोले अब वो मेरा भी परिवार है विकास ........ मैंने कहा सही है वो बोले आराम से सो कल दिन में बात करते हैं .......

मैंने कहा ठीक है जीजा जी गुड नाईट वो बोले वैसे तुम चाहो तो मुझे अकेले में प्रतीक भी बोल सकते हो और हंस दिए ...... मैंने भी हंसते हुए कहा और गर किसी दिन गलती से मम्मी या पापा के सामने निकल गया तो जूते पड़ेंगे मुझे .........

मेरी बात सुन कर वो हंस दिए और बोले मैं कोशिश करूंगा कि बचा लूं तुम्हे चलो गुड नाईट सो जाओ और अपनी दीदी का ख्याल रखना ........

उन्होंने फोन काट दिया अब मुझे कल का इंतजार था .....।

मैंने सबसे पहले अपने कमरे में जा कर विनय का फोन अपना पुराना और दीदी का पुराना फोन ऑफ कर के अलमारी में रखा फिर बेड पर आ गया .......

दीदी अभी भी सोई हुई थीं इस समय नींद में उनके चेहरे पर एक निश्चिंतता और सुकून था देख कर अच्छा लगा मैंने उन्हें अपनी बाहों में समेट लिया वो भी नींद में जरा सा कुनमुना कर मेरे सीने से लिपट गयीं और फिर मैं भी नींद में डूब गया ......।

सुबह 7 बजे दीदी ने मुझे हिला कर जगाया मैं उठ बैठा और दीदी की वही उदास रोई हुई शक्ल देख कर मुझे बड़ा गुस्सा आया मैंने कहा क्या दीदी कम से कम सुबह तो अपनी प्यारी सी स्माइल दे दिया करो दिन बन जाता है मेरा और तो वैसे भी कितने जरूरी काम करने हैं मुझे .........

दीदी ने परेशान और हैरान हो कर मुझे देखा और बोलीं ...... क्या हो गया है तुम्हें रात तो बड़े परेशान थे मैंने मुस्कुराते हुए कहा ...... कल ही बोला था आप रोना बंद करो तो मैं कुछ सोचू और आप ही कि रोये ही जा रहे थे आपके सोने के बाद मैंने 12 बजे तक जाग कर आपकी सारी समस्या का समाधान खोज निकाला है लेकिन आपको सबसे पहले मुझे एक प्यारी सी स्माइल देनी होगी वही वाली जिसे देख कर मेरे दिल मे कुछ होता है .......

ये सुन के दीदी के होंठो पर एक फीकी सी मुस्कान आयी और वो जल्दी ही गायब हो गयी ....... मैंने कहा क्या हुआ यार बोल तो रहा हूँ सब सही हो जाएगा........ लेकिन आप सुन ही नही रही हो वो बोली सब सही हो जाएगा फिर भी प्रतीक ........

मैंने कहा आपकी शादी प्रतीक से उसी दिन होगी जिस दिन होनी है ....... और प्रतीक तुम्हे उतना ही प्यार करते हैं जितना दो दिन पहले करते थे बल्कि उस से भी ज्यादा........

ये बात सुन के दीदी एकदम परेशान हो गयी और बोली पर कैसे . ....... मुझे पता है ये सब तुम मुझे बहलाने के लिए कह रहे हो .......

मैं उनकी बात सुन के जोर से हंस दिया और बोला ऐसे कितने दिन बहला के रखूंगा आपको आप ही बताओ ...... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर बिठाया और बोला मेरी बात सुनोगी शांति से.......

फिर मैंने उन्हें सारी बात बताई .......विनय से हुई बातें फिर प्रतीक से हुई बातें उन्हें तब भी मेरी बात पर यकीन नही हुआ तो मैंने अपनी और प्रतीक की बातें की रिकार्डिंग उन्हें सुनाई .......

अब जा कर उन्हें मेरी बात पर यकीन आया और वो थोड़ा सा मुस्कुरा कर बोली कैसे ठीक कर देता है तू मेरी सारी मुसीबतें .......

मैंने उनके चेहरे के सामने चुटकी बजा कर कहा ...... बस ऐसे ....... और आखिर दीदी के चेहरे पर वो कातिल मुस्कान आ ही गई ..........

वो उठने के बाद वैसे ही बैठे रोती रही थीं मैंने कहा अब जाओ फ्रेश हो लो और प्रतीक को मत बता देना की मैंने ये रिकार्डिंग तुम्हे सुनवाई है ........ दीदी मेरी बात समझ कर सर हिलाते हुए बाथरूम में घुस गयीं .......

और मैं भी नीचे उतर आया मेरा प्रेशर भी बन रहा था नहा कर तैयार हो कर मैं नाश्ते के मेज़ पर पहुंचा तो पापा ने कहा अपने फ़ोटो और आधार कार्ड को जेब मे रखना मैं कॉल करूंगा बैंक पहुंच कर तुम वहीं आ जाना दीदी को कॉलेज छोड़ कर ...........

फिर मैं नाश्ता कर के दीदी को ले कर कॉलेज निकल गया तभी पापा का फोन आया वो बोले मैं आधे घंटे में बैंक पहुंच रहा हूँ वहीं आ जा।

मैं दीदी को ड्राप कर के सीधा बैंक गया आधे घंटे में मेरा एकाउंट ओपन हो गया और पापा ने 5 लाख की चेक मेरे एकाउंट में लगा दी ........ फिर वो ऑफिस निकल गए और मैं बाइक ले कर ...... सीधा राजेश चाचा की चौकी पहुंचा पर पता चला वो किसी लूट के केस की जांच के सिलसिले में कहीं गए हैं .......

मैंने उन्हें कॉल की तो पता चला वो आधे घंटे में लौट आएंगे मैं अंदर वाले कमरे में जा कर बैठ गया स्टाफ तो मुझे जानता ही था एक चाय भी आ गयी मैंने चाय पीते हुए रानी को काल किया ........

रानी ने कॉल रिसीव किया मैंने उस से सामान्य लहजे में पूछा कैसी हो उसने कहा ठीक हूँ पर उसकी आवाज़ में वो चहक नही थी ...... मैंने पूछा क्या हुआ कुछ परेशान लग रही हो तो वो बोली ऐसी कोई बात नही ......

मैंने कहा मिलना है तुमसे तो वो बोली अभी दो चार दिन नही मिल पाऊंगी टाइम नही है मैंने कहा मुझे आज ही मिलना है हर हाल में वो बोली समझा करो न अभी नही मिल सकती मैंने कहा ठीक है फिर मैं घर आ जाता हूँ तेरे वो थोड़ा घबरा कर बोली नही नही तुम घर मत आना मम्मी आ गयी हैं ..........

मैंने कहा फिर तुम ही आ जाओ मिलने कहीं वो थोड़ा सोच कर बोली ठीक है शाम को मिलती हूँ मैंने कहा ok मैं शाम को कॉल करूंगा तुम्हे .......

और फिर थोड़ी देर और इंतजार करने के बाद राजेश चाचा की गाड़ी सायरन बजाती हुई चौकी में दाखिल हुई ...... वो सीधा अंदर आये मैंने उनके पैर छुए तो मेरी पीठ पर हाथ रख कर बोले ...... फिर से कुछ हुआ क्या मैंने कहा कुछ नही बहुत कुछ हुआ है चाचा .......

उन्होंने बैठते हुए कहा बैठो और आराम से पूरी बात बताओ ....... मुझे खुद को और दीदी को भी बचाना था क्योंकि कुछ गलतियां मुझसे भी हुई थीं ....... मैंने सावधानी से चाचा को विनय की नई हरामीपन के बारे में बताना शुरू किया बस मैं रानी वाला कांड छुपा गया और ये भी की विनय के फोन से अभी मैंने दीदी की pic डिलीट नही की थीं ...... बाकी पूरी बात मैंने उसे बता दी वो गुस्से से भर कर बोले इसका मतलब वो हरामी झूठ बोल रहा था और उसके पास उन pic की और कॉपी थी मैंने कहा लगता तो ऐसा ही है .......

फिर वो बोले उठवाता हूँ उसे फिर से मैंने कहा चाचा इस बार मुझे दूसरी तरह की मदद चाहिए आपसे वो बोले कैसी दूसरी तरह की मदद मैंने कहा आप बस विनय की लोकेशन ढूंढने में मेरी मदद कर दो वो यहां नही है किसी और स्टेट में है शायद ......

उन्होंने पूछा वो तो शाम तक मिल जाएगी बस उसका मौजूदा नंबर दो मुझे लेकिन उसके बाद ........ मैंने गुस्से से दांत पीसते हुए कहा उसके बाद मैं खुद उससे मिलने जाऊंगा वो थोड़ा सोच कर बोले ठीक है लेकिन ऐसा कुछ मत कर देना जिससे तुम्हारी जिंदगी खराब हो मैंने कहा आप निश्चिंत रहो मैं जो भी करूंगा खुद को और आपको सेफ रखते हुए करूंगा ........

उन्होंने विनय का नया नंबर लिया मुझसे और किसी को कॉल कर के वो नंबर नोट करवाया और उस नंबर की लोकेशन और सी डी आर जल्दी से जल्दी भेजने को कहा ........ फिर वो बोले शाम तक मिल जाएगा और कोई काम हो तो बोलो मैंने उनके पैर छूते हुए कहा फिलहाल इतना काफी है चाचा और मैं वहां से निकल आया .......

अभी 12 बज रहे थे 3 घंटे का समय था मेरे पास मैंने फिर से रानी को कॉल की और पूछा कहाँ हो तुम अभी वो बोली हॉस्पिटल में हूँ मैंने पूछा वहां क्या कर रही हो तो वो रोने लगी उसने रोते रोते बताया कि उसकी मम्मी की तबियत खराब है काफी दिनों से ........ और कल रात तेज दर्द हुआ उनके पेट मे तो हॉस्पिटल ले आयी पर यहां डॉक्टर उनका ऑपरेशन करने को कह रहे हैं ...... और .......

मैंने कहा तुम किस हॉस्पिटल में हो नाम बताओ उसने बताया और मैं फोन काट कर हॉस्पिटल की ओर चल दिया वहां पहुंच कर मैंने उसे फिर कॉल की और बताया कि मैं नीचे हूँ आ जाओ 5 मिनट में वो हॉस्पिटल से बाहर आती दिखी मुझे खड़ा देख कर वो मेरे पास आ गयी .......

वो मुझसे नजरें चुरा रही थी मैंने उसका हाथ पकड़ा और हॉस्पिटल के सामने बने हुए पार्क की ओर ले गया वहां एक खाली जगह बैठ कर मैंने पूछा मम्मी को क्या हुआ है रानी ...... वो रोने लगी और रोते रोते उसने बताया कि उनके पेट मे पिछले एक साल से दर्द हो रहा था डॉक्टर जांच और इलाज को कह रहे थे पर उसके पास इतने पैसे नही थे जो थोड़ा बहोत वो कमाती थी उस से घर और भाई की पढ़ाई ही मुश्किल से चलती थी ....... इतना महंगी जांच और इलाज के लिए पैसे ही नही इकट्ठे हो रहे थे ......

फिर उस दिन जब उसकी मम्मी अपने भाई के यहां गयी थीं तो वो इलाज के लिए पैसे उधार मांगने गई थीं लेकिन मामा ने भी उन्हें बस 5000 दे कर टरका दिया और 5000 मैंने दिए उसे ...... लेकिन वापस आते ही अगली रात उसकी माँ के पेट मे बेतहाशा दर्द होने लगा और उसे रात में ही उन्हें हॉस्पिटल ले कर आना पड़ा .........

अस्पताल वालों ने उन्हें भर्ती कर लिया और 10000 रुपये फौरन जमा करने को बोला वो तो उसने जमा कर दिए पर अब उसके पास एक पैसा नही है और जांच में आया कि उसकी मम्मी की बच्चेदानी में ट्यूमर है जल्दी से जल्दी ऑपरेशन करना होगा उसमे 80 हजार से 1 लाख तक खर्च आ सकता है और उसके पास पैसे नही हैं ......


मैंने उसकी पूरी बात सुनी और उसके आंसू पोंछते हुए कहा तो तुम ये परेशानी मुझसे बता सकती थी मैं करता कुछ ना कुछ तुम्हारी मम्मी के इलाज के लिए ...... चलो मैं डॉक्टर से बात करता हूँ फिर वो मुझे ले कर डॉक्टर के पास आई मैंने डॉक्टर से बात की उसने भी वही सब बताया मुझे।

मैंने कहा पैसा आपके पास दो घंटे में पहुंच जाएगा आप इलाज शुरू करिये और किसी भी तरह की कोई लापरवाही मत करिए उनके इलाज में ........

डॉक्टर ने कहा ठीक है सारा मामला पैसों की वजह से ही अटका हुआ था ये (उसने रानी की ओर इशारा करते हुए कहा) बोल रही थी पैसे नही हैं इसके पास ...... मैंने कहा अब मैं बोल रहा हूँ ना 4 बजे तक पैसे जमा कर दूंगा मैं ....... बस मुझे घर जाने का वक़्त चाहिए इतने पैसे कोई जेब मे ले कर नही घूमता ...... आप ऑपरेशन की तैयारी शुरू करो ......

उसने कहा ठीक है और रानी से बोला आप मेरे साथ आओ कुछ फॉरमैलिटी पूरी करनी है ..... रानी उसके साथ चली गयी ....... कोई 20 मिनट बाद वो आयी उसने मुझसे कहा मेरे साथ चलो विकास मुझे कुछ बात करनी है तुमसे ..... मैं उसके साथ फिर से उसी पार्क में आ गया हम एक जगह बैठ गये और फिर वो एकदम से मेरे पैर पकड़ कर रोने लगी ...... और बोली मुझे माफ कर दो विकास हो सके तो मैं जानती हूं मैंने जो किया है तुम्हारे साथ उस कमीने के कहने पर वो माफी के काबिल नही लेकिन मैं मजबूर थी उसके पास मेरी भी कुछ ऐसी pic और video हैं जिनकी वजह से वो मुझे ब्लैकमेल करता है ........

उसने रोते रोते सब बताया कि कैसे उसके बाप के उसे दिल्ली भेजने के अगले ही दिन उसने रानी को कॉल किया और उसे धमकाते हुए उसे मेरे पीछे लगाया ..... मैंने पूछा यानी जब मैंने विनय के फोन से तुम्हे कॉल की थी विनय बन कर तब तुम जानती थी कि मैं विनय नही विकास हूँ ....... उसने लाचारी से हां में सर हिला दिया ......

तब मैंने भी तुम्हे विनय जैसा ही गलत इंसान समझा था विकास लेकिन मेरे इतना कुछ गलत करने पर भी जिस तरह तुम मेरी मदद कर रहे हो उस से साफ है कि तुम बहोत ही अच्छे दिल के हो ...... प्लीज मुझे माफ़ कर दो विकास वो रोये जा रही थी .........

मैंने उसके आंसू पोंछते हुए कहा रानी अगर मैं तुम्हे गलत समझता तो आज तुमसे मिलने नही आता ना ही तुम्हारी मदद करता और हां विनय के पास अब तुम्हारे कोई pics नही हैं तुम बेवजह उससे डर रही हो उसके पास दीदी के भी pic नही थे वो तो तुमने ही उसे भेज दिए वरना अब वो किसी का कुछ नही पाता ...... लेकिन कोई नही सब ठीक होगा ......

उसने आश्चर्य से पूछा सच मे उसके पास मेरे pic नही हैं पर उसने तो मुझे दिखाए थे ...... मैंने रानी को बताया कि उसका फोन और लैपटॉप मेरे कब्जे में है उसके पास अब कुछ नही है वो कोरी धमकी दे सकता है और कुछ नही कर सकता आज के बाद तुम उसकी कोई बात मानने के लिए मजबूर नही हो ......

मेरी बात सुन कर रानी ने फिर से मेरे पैर पकड़ते हुए कहा ओह विकास तुमने मुझे इस शैतान के चंगुल से पहले ही आज़ाद कर दिया था पर मैं ये बात जान ना सकी और उसके इशारों पर नाचती रही ....... काश मैंने ये सब करने से पहले तुम्हे सब सच सच बता दिया होता ......

मैंने कहा चलो जो हुआ सो हुआ इसमें तुम्हारी इतनी गलती नही है तुम अनजाने और मजबूरी में वो सब कर रही थी ...... पर क्या मैं अब तुम पर भरोसा कर सकता हूँ वो आंसू पोंछते हुए बोली विकास जितना तुमने मेरे लिए किया है मैं शायद इस जन्म में तुम्हारा ये अहसान नही उतार पाऊंगी पर मुझे बेहद खुशी होगी अगर मैं तुम्हारे किसी काम आ सकी .........

मैंने कहा चलो अब तुम मम्मी के पास जाओ उनका ख्याल रखो मैं जा कर पैसे ले आता हूँ ....... फिर मैं वहां से मैं दीदी के कॉलेज पहुंचा और उन्हें ले कर घर आ गया .....

घर आ कर हमने चेंज किया और फिर दीदी से एक चेक साइन करवा के खाना खा के मैं फिर से अस्पताल आ गया रानी को काउंटर पर बुला कर उसके सामने मैंने एक लाख का चेक जमा किया और डॉक्टर को इसकी सूचना दिलवा कर रानी की मम्मी के इलाज में तेजी लाने का अनुरोध किया उनसे और मैने डॉक्टर से कहा उन्हें जनरल वार्ड से प्राइवेट रूम में शिफ्ट के दें .......

ये सब जल्दी ही हो गया और फिर मैंने रानी से पूछा अब मैं जाऊं वो बोली थैंक्स विकास तुम सच मे बहोत अच्छे इंसान हो ...... उस वक़्त हम रानी की मम्मी के रूम के बाहर खड़े थे गैलेरी में कोई नही था रानी एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे होंठ चूसने लगी ...... मुझे उसका थैंक्स बोलने का ये अंदाज बहोत पसन्द आया और दो मिनट के इस लंबे किस को उसने तब तोड़ा जब एक कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी .......

मैंने कहा अब मैं जाऊं कोई जरूरत हो तो कॉल करना उसने कहा ठीक है पर हो सके तो आते रहना टाइम निकाल कर मैंने उसे 5000 रुपये कैश दिए और कहा अपना और मम्मी के खाने पीने का ख्याल रखना ........ वो झिझकने लगी और बोली इतने पैसे मैं कैसे चुकाउंगी विकास मैंने हंस कर कहा तुम्हे ये चुकाने की कोई जरूरत नही है ........

रानी बोली विकी बस मम्मी ठीक हो जाएं फिर तुम्हारा वो काम करती हूं जल्दी से मैंने कहा अभी बस तुम मम्मी के बारे में सोचो बाकी फिर देखेंगे ..... और वहां से निकल गया ......

मैं हॉस्पिटल के बाहर पार्किंग में आया ही था कि तभी मेरे फोन पर मैसेज टोन बजी देखा तो एक sms आया था इसमे एक एड्रेस था ...... तभी राजेश चाचा का काल आया उन्होंने बताया विनय की लोकेशन ट्रेस हो गयी है वो नोएडा में एक फ्लैट में है ....... और उन्होंने वो एड्रेस मुझे sms कर दिया है ...... मैंने कहा धन्यवाद चाचा ...... चाचा बोले अब आगे क्या करोगे ...... मैंने कहा नोएडा जाऊंगा उससे मिलने वो बोले अकेले सम्हाल लोगे सब अगर कहो तो मैं कुछ इंतजाम कर दूं .......

मैंने थोड़ा सोच कर कहा कैसा इंतजाम करोगे आप वो बोले नोएडा पुलिस में मेरी पहचान के एक दो लोग हैं अगर तुम चाहो तो उनसे बोल देता हूँ वो तुम्हारी हेल्प करेंगे ....... मैंने कहा आप उनके नंबर दे दो मुझे अगर मुझे वहाँ जरूरत हुई तो मैं उनसे बात कर लूंगा ...... वो बोले ठीक है मैं तुम्हे उनके नंबर दे देता हूँ और उन्हें तुम्हारा नंबर दे कर सब समझा देता हूं ........

मैंने कहा जी चाचा आपका बहोत बहोत शुक्रिया ...... उन्होंने बेटा अपना शुक्रिया अपने पास ही रख मैं तो सोच रहा था विनय के बाप से कुछ और वसूली कर लूं ...... मैंने कहा जैसी आपकी मर्जी वो बोले चलो ठीक है तुम अपना काम करो मैं अपना काम करता हूँ मैं बोला चाचा अगर वसूली करना तो कुछ मेरे लिए भी कर लेना वो हंसते हुए बोले वो तो मैं करता ही तेरे कहे बिना भी ......

और फिर मैं घर आ गया दीदी मम्मी के साथ किचन में बिजी थी तो मैं ऊपर आ गया और प्रतीक को कॉल की और उन्हें बताया कि विनय की लोकेशन मुझे मिल गयी है और मैं सोच रहा हूँ कि आज रात ही नोएडा निकल जाऊं ...... लेकिन प्रॉब्लम ये है कि घर मे क्या बोलूं .......

उन्होंने कुछ सोचते हुए कहा तुम अकेले नही जाओगे विकास मैं भी साथ चलूंगा और तुम्हारे निकलने का कोई इंतजाम करता हूँ मैं ....... वो बोला मैं थोड़ी देर में तुम्हे कॉल करता हूँ ...... और मैं आंखे बंद कर के लेट गया ...... मेरा दिल कर रहा था उड़ कर विनय के सामने पहुंच जाऊं और फिर मैं क्या करूंगा ये मैं भी नही जानता था .......

कोई आधे घंटे बाद दीदी ऊपर आयी और उन्होंने बताया कि प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था उन्होंने पापा को और तुम्हे एक दो दिन के लिए लखनऊ आने का अनुरोध किया है वो चाहती हैं कि शादी से पहले हम लोग भी एक बार उनका घर परिवार रहन सहन देख आएं ....... मैंने पूछा फिर पापा ने क्या कहा ...... दीदी बोली उन्होंने ये कहा कि मैं वहां क्या करूंगा आ कर विकास को भेज देता हूँ वो घूम आएगा .......

तभी प्रतीक का कॉल आने लगा वो बोले कि मैंने सब इंतजाम कर दिया है आज रात 10 बजे की ट्रेन से तुम लखनऊ आ जाओ सुबह साढ़े सात की फ्लाइट की टिकट बुक कर दी है मैंने हम 9 बजे तक दिल्ली में होंगे ......

मैंने कहा ठीक है मैं आ रहा हूँ ...... दीदी हैरानी से बोली आज ही जा रहे हो क्या ..... ? मैंने कहा हां वो सशंकित हो कर बोली एकदम से जाने की तैयारी कोई खास बात है या वो ही वजह से तो प्रतीक की मम्मी ने बताई ...... मैंने कहा फिलहाल तो वो ही वजह है अब आप मेरी पैकिंग कर दो ....... दीदी ने एक बैग में मेरे दो जोड़ी कपड़े अंडरवियर बनियान टूथ ब्रश वगैरह रख दिया ........ और फिर खाना खा कर और पापा से 20000 रुपये ले कर मम्मी पापा के पैर छू कर मैं निकल पड़ा स्टेशन की ओर .......।
लगता है विकास और प्रतीक कुछ बड़ा करने का प्लान कर रहे है विनय के लिए। क्या वो सब कुछ ठीक कर पाएंगे ? रोमांचक और मज़ेदार अपडेट।
 

A.A.G.

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मैंने बहोत देर तक सोचने के बाद सर को झटका दिया और खुद से कहा इसके सिवा कोई रास्ता नही .......

मैंने अपने फोन से प्रतीक का नंबर डायल किया ...... घंटी बजती रही पूरे 30 सेकेंड्स तक और फिर ऑपरेटर की आवाज़ कानो में गूंजने लगी ...... आप जिस नंबर से सम्पर्क करना चाहते हैं वो आपकी कॉल का जवाब नही दे रहे हैं कृपया थोड़ी देर बाद सम्पर्क करें .......

ये सुन कर वो आशा की किरण थोड़ी और धुंधली हो गयी ......

मैंने फोन बेड पर फेंक दिया और समय देखा साढ़े 11 हो रहे थे ..... और तभी फोन की घंटी बजी मैंने झपट कर उठाया तो प्रतीक का कॉल था ...... मैंने जल्दी से कॉल रिसीव की जैसे एक पल की देरी हुई तो कॉल कट जाएगी और बोला जीजा जी प्रणाम ........

प्रतीक हमेशा जैसे प्यार से बोले कहिए क्या हाल हैं साले साहब बड़ी देर रात याद किया मुझे ........ मैंने कहा हां वो बात ही कुछ ऐसी थी इतना बोल के मैं चुप हो गया और सोचने लगा कहाँ से बात शुरू करूँ......

कुछ पल की खामोशी के बाद वो बोले कुछ बताओगे जनाब या यूं ही कोई प्रैंक कर रहे हो मेरे साथ ......

मैंने एक गहरी सांस लेते हुए कहा आज आपके पास जो तस्वीरें आयी हैं दीदी की उनके बारे में बात करनी है .....

वो बोले पहले ये बताओ निकी कहा है मैंने कहा वो सो रही हैं अपने कमरे में वो बोले ठीक है फिर बताओ क्या बात है ........

मैंने कहा मैं आपको कुछ बताना और सुनाना चाहता हूं ..... वो बोले ठीक है आराम से बताओ मैं सुन रहा हूँ ...... मैंने पूरी बात बताई उन्हें विनय का और दीदी का सारा किस्सा और ये भी की कैसे मैंने दीदी को इस दलदल से निकाला पर विनय ने अपनी औकात दिखाई और उन pic की एक कॉपी अपने पास रखी ......

और अब उनकी शादी तुड़वाना चाहता है मैंने उन्हें पूरी बात बताते हुए ये यकीन दिलाने की कोशिश की , कि दीदी मामले में बेकसूर हैं वो सब उन्होंने उसके झांसे में आ कर किया........

लगातार 20-22 मिनट बोलने की वजह से मैं हांफने सा लगा था ......

प्रतीक बोले शांत हो जाओ विकास कह चुके तुम ....... अब मेरी सुनो मुझे तुम्हारी दीदी से कोई शिकायत सिवा इसके कि मुझे ये सब किसी और से मालूम हुआ इतनी बड़ी बात उसे मुझसे यानी अपने होने वाले पति से छुपानी नही चाहिए थी ........

पर मैं समझता हूं किसी लड़की के लिए ये सब बताना भी आसान काम नही पर चूंकि उसने ये बात छुपाने का फैसला किया है इसलिए उसके फैसले की इज्जत करना हम दोनों का फर्ज है और तुम हमारी इस बातचीत के बारे में निकी से कुछ नही बताओगे और मैं भी इस बारे में उससे कोई चर्चा नही करूंगा .......

इतना सुनते ही मेरी उँगलियों ने रिकार्डिंग पॉइंट को टच कर लिया और हमारी बात रिकार्ड होने लगी .......

प्रतीक बोले ........ मेरी भी एक बहन है और कल को उसके साथ ऐसा कुछ हो तो तुम्हारी तरह मैं भी श्वेता का साथ दूंगा ना कि उसे गलत समझने लगूंगा मुझे तुम्हारी ये खूबी बेहद पसन्द आयी और आज से हम जीजा साले के साथ ही अच्छे दोस्त भी हैं ......

अब सुनो इस साले विनय का तो ऐसा इलाज करना है कि ये दोबारा मेरी निकिता का नाम भी अपनी जुबा पर ना लाये ......

मैंने कहा उसकी आप फिक्र मत करो वो सब मेरी जिम्मेवारी पर आपकी बातों से मेरी नजर में भी आपकी इज्जत बहोत बढ़ गयी है जीजा जी .......

प्रतीक बोले तुम्हारी नही हमारी जिम्मेवारी है ये हर कदम पर मैं तुम्हारे साथ हूँ बस निकिता को दुखी मत होने देना ....... मैं उससे किन्ही तस्वीरों का कोई जिक्र ही नही करूंगा .......

मैंने मन ही मन मे ईश्वर को धन्यवाद दिया और कहा आपने तो मेरी चिंता दूर कर दी वो बोले अब वो मेरा भी परिवार है विकास ........ मैंने कहा सही है वो बोले आराम से सो कल दिन में बात करते हैं .......

मैंने कहा ठीक है जीजा जी गुड नाईट वो बोले वैसे तुम चाहो तो मुझे अकेले में प्रतीक भी बोल सकते हो और हंस दिए ...... मैंने भी हंसते हुए कहा और गर किसी दिन गलती से मम्मी या पापा के सामने निकल गया तो जूते पड़ेंगे मुझे .........

मेरी बात सुन कर वो हंस दिए और बोले मैं कोशिश करूंगा कि बचा लूं तुम्हे चलो गुड नाईट सो जाओ और अपनी दीदी का ख्याल रखना ........

उन्होंने फोन काट दिया अब मुझे कल का इंतजार था .....।

मैंने सबसे पहले अपने कमरे में जा कर विनय का फोन अपना पुराना और दीदी का पुराना फोन ऑफ कर के अलमारी में रखा फिर बेड पर आ गया .......

दीदी अभी भी सोई हुई थीं इस समय नींद में उनके चेहरे पर एक निश्चिंतता और सुकून था देख कर अच्छा लगा मैंने उन्हें अपनी बाहों में समेट लिया वो भी नींद में जरा सा कुनमुना कर मेरे सीने से लिपट गयीं और फिर मैं भी नींद में डूब गया ......।

सुबह 7 बजे दीदी ने मुझे हिला कर जगाया मैं उठ बैठा और दीदी की वही उदास रोई हुई शक्ल देख कर मुझे बड़ा गुस्सा आया मैंने कहा क्या दीदी कम से कम सुबह तो अपनी प्यारी सी स्माइल दे दिया करो दिन बन जाता है मेरा और तो वैसे भी कितने जरूरी काम करने हैं मुझे .........

दीदी ने परेशान और हैरान हो कर मुझे देखा और बोलीं ...... क्या हो गया है तुम्हें रात तो बड़े परेशान थे मैंने मुस्कुराते हुए कहा ...... कल ही बोला था आप रोना बंद करो तो मैं कुछ सोचू और आप ही कि रोये ही जा रहे थे आपके सोने के बाद मैंने 12 बजे तक जाग कर आपकी सारी समस्या का समाधान खोज निकाला है लेकिन आपको सबसे पहले मुझे एक प्यारी सी स्माइल देनी होगी वही वाली जिसे देख कर मेरे दिल मे कुछ होता है .......

ये सुन के दीदी के होंठो पर एक फीकी सी मुस्कान आयी और वो जल्दी ही गायब हो गयी ....... मैंने कहा क्या हुआ यार बोल तो रहा हूँ सब सही हो जाएगा........ लेकिन आप सुन ही नही रही हो वो बोली सब सही हो जाएगा फिर भी प्रतीक ........

मैंने कहा आपकी शादी प्रतीक से उसी दिन होगी जिस दिन होनी है ....... और प्रतीक तुम्हे उतना ही प्यार करते हैं जितना दो दिन पहले करते थे बल्कि उस से भी ज्यादा........

ये बात सुन के दीदी एकदम परेशान हो गयी और बोली पर कैसे . ....... मुझे पता है ये सब तुम मुझे बहलाने के लिए कह रहे हो .......

मैं उनकी बात सुन के जोर से हंस दिया और बोला ऐसे कितने दिन बहला के रखूंगा आपको आप ही बताओ ...... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर बिठाया और बोला मेरी बात सुनोगी शांति से.......

फिर मैंने उन्हें सारी बात बताई .......विनय से हुई बातें फिर प्रतीक से हुई बातें उन्हें तब भी मेरी बात पर यकीन नही हुआ तो मैंने अपनी और प्रतीक की बातें की रिकार्डिंग उन्हें सुनाई .......

अब जा कर उन्हें मेरी बात पर यकीन आया और वो थोड़ा सा मुस्कुरा कर बोली कैसे ठीक कर देता है तू मेरी सारी मुसीबतें .......

मैंने उनके चेहरे के सामने चुटकी बजा कर कहा ...... बस ऐसे ....... और आखिर दीदी के चेहरे पर वो कातिल मुस्कान आ ही गई ..........

वो उठने के बाद वैसे ही बैठे रोती रही थीं मैंने कहा अब जाओ फ्रेश हो लो और प्रतीक को मत बता देना की मैंने ये रिकार्डिंग तुम्हे सुनवाई है ........ दीदी मेरी बात समझ कर सर हिलाते हुए बाथरूम में घुस गयीं .......

और मैं भी नीचे उतर आया मेरा प्रेशर भी बन रहा था नहा कर तैयार हो कर मैं नाश्ते के मेज़ पर पहुंचा तो पापा ने कहा अपने फ़ोटो और आधार कार्ड को जेब मे रखना मैं कॉल करूंगा बैंक पहुंच कर तुम वहीं आ जाना दीदी को कॉलेज छोड़ कर ...........

फिर मैं नाश्ता कर के दीदी को ले कर कॉलेज निकल गया तभी पापा का फोन आया वो बोले मैं आधे घंटे में बैंक पहुंच रहा हूँ वहीं आ जा।

मैं दीदी को ड्राप कर के सीधा बैंक गया आधे घंटे में मेरा एकाउंट ओपन हो गया और पापा ने 5 लाख की चेक मेरे एकाउंट में लगा दी ........ फिर वो ऑफिस निकल गए और मैं बाइक ले कर ...... सीधा राजेश चाचा की चौकी पहुंचा पर पता चला वो किसी लूट के केस की जांच के सिलसिले में कहीं गए हैं .......

मैंने उन्हें कॉल की तो पता चला वो आधे घंटे में लौट आएंगे मैं अंदर वाले कमरे में जा कर बैठ गया स्टाफ तो मुझे जानता ही था एक चाय भी आ गयी मैंने चाय पीते हुए रानी को काल किया ........

रानी ने कॉल रिसीव किया मैंने उस से सामान्य लहजे में पूछा कैसी हो उसने कहा ठीक हूँ पर उसकी आवाज़ में वो चहक नही थी ...... मैंने पूछा क्या हुआ कुछ परेशान लग रही हो तो वो बोली ऐसी कोई बात नही ......

मैंने कहा मिलना है तुमसे तो वो बोली अभी दो चार दिन नही मिल पाऊंगी टाइम नही है मैंने कहा मुझे आज ही मिलना है हर हाल में वो बोली समझा करो न अभी नही मिल सकती मैंने कहा ठीक है फिर मैं घर आ जाता हूँ तेरे वो थोड़ा घबरा कर बोली नही नही तुम घर मत आना मम्मी आ गयी हैं ..........

मैंने कहा फिर तुम ही आ जाओ मिलने कहीं वो थोड़ा सोच कर बोली ठीक है शाम को मिलती हूँ मैंने कहा ok मैं शाम को कॉल करूंगा तुम्हे .......

और फिर थोड़ी देर और इंतजार करने के बाद राजेश चाचा की गाड़ी सायरन बजाती हुई चौकी में दाखिल हुई ...... वो सीधा अंदर आये मैंने उनके पैर छुए तो मेरी पीठ पर हाथ रख कर बोले ...... फिर से कुछ हुआ क्या मैंने कहा कुछ नही बहुत कुछ हुआ है चाचा .......

उन्होंने बैठते हुए कहा बैठो और आराम से पूरी बात बताओ ....... मुझे खुद को और दीदी को भी बचाना था क्योंकि कुछ गलतियां मुझसे भी हुई थीं ....... मैंने सावधानी से चाचा को विनय की नई हरामीपन के बारे में बताना शुरू किया बस मैं रानी वाला कांड छुपा गया और ये भी की विनय के फोन से अभी मैंने दीदी की pic डिलीट नही की थीं ...... बाकी पूरी बात मैंने उसे बता दी वो गुस्से से भर कर बोले इसका मतलब वो हरामी झूठ बोल रहा था और उसके पास उन pic की और कॉपी थी मैंने कहा लगता तो ऐसा ही है .......

फिर वो बोले उठवाता हूँ उसे फिर से मैंने कहा चाचा इस बार मुझे दूसरी तरह की मदद चाहिए आपसे वो बोले कैसी दूसरी तरह की मदद मैंने कहा आप बस विनय की लोकेशन ढूंढने में मेरी मदद कर दो वो यहां नही है किसी और स्टेट में है शायद ......

उन्होंने पूछा वो तो शाम तक मिल जाएगी बस उसका मौजूदा नंबर दो मुझे लेकिन उसके बाद ........ मैंने गुस्से से दांत पीसते हुए कहा उसके बाद मैं खुद उससे मिलने जाऊंगा वो थोड़ा सोच कर बोले ठीक है लेकिन ऐसा कुछ मत कर देना जिससे तुम्हारी जिंदगी खराब हो मैंने कहा आप निश्चिंत रहो मैं जो भी करूंगा खुद को और आपको सेफ रखते हुए करूंगा ........

उन्होंने विनय का नया नंबर लिया मुझसे और किसी को कॉल कर के वो नंबर नोट करवाया और उस नंबर की लोकेशन और सी डी आर जल्दी से जल्दी भेजने को कहा ........ फिर वो बोले शाम तक मिल जाएगा और कोई काम हो तो बोलो मैंने उनके पैर छूते हुए कहा फिलहाल इतना काफी है चाचा और मैं वहां से निकल आया .......

अभी 12 बज रहे थे 3 घंटे का समय था मेरे पास मैंने फिर से रानी को कॉल की और पूछा कहाँ हो तुम अभी वो बोली हॉस्पिटल में हूँ मैंने पूछा वहां क्या कर रही हो तो वो रोने लगी उसने रोते रोते बताया कि उसकी मम्मी की तबियत खराब है काफी दिनों से ........ और कल रात तेज दर्द हुआ उनके पेट मे तो हॉस्पिटल ले आयी पर यहां डॉक्टर उनका ऑपरेशन करने को कह रहे हैं ...... और .......

मैंने कहा तुम किस हॉस्पिटल में हो नाम बताओ उसने बताया और मैं फोन काट कर हॉस्पिटल की ओर चल दिया वहां पहुंच कर मैंने उसे फिर कॉल की और बताया कि मैं नीचे हूँ आ जाओ 5 मिनट में वो हॉस्पिटल से बाहर आती दिखी मुझे खड़ा देख कर वो मेरे पास आ गयी .......

वो मुझसे नजरें चुरा रही थी मैंने उसका हाथ पकड़ा और हॉस्पिटल के सामने बने हुए पार्क की ओर ले गया वहां एक खाली जगह बैठ कर मैंने पूछा मम्मी को क्या हुआ है रानी ...... वो रोने लगी और रोते रोते उसने बताया कि उनके पेट मे पिछले एक साल से दर्द हो रहा था डॉक्टर जांच और इलाज को कह रहे थे पर उसके पास इतने पैसे नही थे जो थोड़ा बहोत वो कमाती थी उस से घर और भाई की पढ़ाई ही मुश्किल से चलती थी ....... इतना महंगी जांच और इलाज के लिए पैसे ही नही इकट्ठे हो रहे थे ......

फिर उस दिन जब उसकी मम्मी अपने भाई के यहां गयी थीं तो वो इलाज के लिए पैसे उधार मांगने गई थीं लेकिन मामा ने भी उन्हें बस 5000 दे कर टरका दिया और 5000 मैंने दिए उसे ...... लेकिन वापस आते ही अगली रात उसकी माँ के पेट मे बेतहाशा दर्द होने लगा और उसे रात में ही उन्हें हॉस्पिटल ले कर आना पड़ा .........

अस्पताल वालों ने उन्हें भर्ती कर लिया और 10000 रुपये फौरन जमा करने को बोला वो तो उसने जमा कर दिए पर अब उसके पास एक पैसा नही है और जांच में आया कि उसकी मम्मी की बच्चेदानी में ट्यूमर है जल्दी से जल्दी ऑपरेशन करना होगा उसमे 80 हजार से 1 लाख तक खर्च आ सकता है और उसके पास पैसे नही हैं ......


मैंने उसकी पूरी बात सुनी और उसके आंसू पोंछते हुए कहा तो तुम ये परेशानी मुझसे बता सकती थी मैं करता कुछ ना कुछ तुम्हारी मम्मी के इलाज के लिए ...... चलो मैं डॉक्टर से बात करता हूँ फिर वो मुझे ले कर डॉक्टर के पास आई मैंने डॉक्टर से बात की उसने भी वही सब बताया मुझे।

मैंने कहा पैसा आपके पास दो घंटे में पहुंच जाएगा आप इलाज शुरू करिये और किसी भी तरह की कोई लापरवाही मत करिए उनके इलाज में ........

डॉक्टर ने कहा ठीक है सारा मामला पैसों की वजह से ही अटका हुआ था ये (उसने रानी की ओर इशारा करते हुए कहा) बोल रही थी पैसे नही हैं इसके पास ...... मैंने कहा अब मैं बोल रहा हूँ ना 4 बजे तक पैसे जमा कर दूंगा मैं ....... बस मुझे घर जाने का वक़्त चाहिए इतने पैसे कोई जेब मे ले कर नही घूमता ...... आप ऑपरेशन की तैयारी शुरू करो ......

उसने कहा ठीक है और रानी से बोला आप मेरे साथ आओ कुछ फॉरमैलिटी पूरी करनी है ..... रानी उसके साथ चली गयी ....... कोई 20 मिनट बाद वो आयी उसने मुझसे कहा मेरे साथ चलो विकास मुझे कुछ बात करनी है तुमसे ..... मैं उसके साथ फिर से उसी पार्क में आ गया हम एक जगह बैठ गये और फिर वो एकदम से मेरे पैर पकड़ कर रोने लगी ...... और बोली मुझे माफ कर दो विकास हो सके तो मैं जानती हूं मैंने जो किया है तुम्हारे साथ उस कमीने के कहने पर वो माफी के काबिल नही लेकिन मैं मजबूर थी उसके पास मेरी भी कुछ ऐसी pic और video हैं जिनकी वजह से वो मुझे ब्लैकमेल करता है ........

उसने रोते रोते सब बताया कि कैसे उसके बाप के उसे दिल्ली भेजने के अगले ही दिन उसने रानी को कॉल किया और उसे धमकाते हुए उसे मेरे पीछे लगाया ..... मैंने पूछा यानी जब मैंने विनय के फोन से तुम्हे कॉल की थी विनय बन कर तब तुम जानती थी कि मैं विनय नही विकास हूँ ....... उसने लाचारी से हां में सर हिला दिया ......

तब मैंने भी तुम्हे विनय जैसा ही गलत इंसान समझा था विकास लेकिन मेरे इतना कुछ गलत करने पर भी जिस तरह तुम मेरी मदद कर रहे हो उस से साफ है कि तुम बहोत ही अच्छे दिल के हो ...... प्लीज मुझे माफ़ कर दो विकास वो रोये जा रही थी .........

मैंने उसके आंसू पोंछते हुए कहा रानी अगर मैं तुम्हे गलत समझता तो आज तुमसे मिलने नही आता ना ही तुम्हारी मदद करता और हां विनय के पास अब तुम्हारे कोई pics नही हैं तुम बेवजह उससे डर रही हो उसके पास दीदी के भी pic नही थे वो तो तुमने ही उसे भेज दिए वरना अब वो किसी का कुछ नही पाता ...... लेकिन कोई नही सब ठीक होगा ......

उसने आश्चर्य से पूछा सच मे उसके पास मेरे pic नही हैं पर उसने तो मुझे दिखाए थे ...... मैंने रानी को बताया कि उसका फोन और लैपटॉप मेरे कब्जे में है उसके पास अब कुछ नही है वो कोरी धमकी दे सकता है और कुछ नही कर सकता आज के बाद तुम उसकी कोई बात मानने के लिए मजबूर नही हो ......

मेरी बात सुन कर रानी ने फिर से मेरे पैर पकड़ते हुए कहा ओह विकास तुमने मुझे इस शैतान के चंगुल से पहले ही आज़ाद कर दिया था पर मैं ये बात जान ना सकी और उसके इशारों पर नाचती रही ....... काश मैंने ये सब करने से पहले तुम्हे सब सच सच बता दिया होता ......

मैंने कहा चलो जो हुआ सो हुआ इसमें तुम्हारी इतनी गलती नही है तुम अनजाने और मजबूरी में वो सब कर रही थी ...... पर क्या मैं अब तुम पर भरोसा कर सकता हूँ वो आंसू पोंछते हुए बोली विकास जितना तुमने मेरे लिए किया है मैं शायद इस जन्म में तुम्हारा ये अहसान नही उतार पाऊंगी पर मुझे बेहद खुशी होगी अगर मैं तुम्हारे किसी काम आ सकी .........

मैंने कहा चलो अब तुम मम्मी के पास जाओ उनका ख्याल रखो मैं जा कर पैसे ले आता हूँ ....... फिर मैं वहां से मैं दीदी के कॉलेज पहुंचा और उन्हें ले कर घर आ गया .....

घर आ कर हमने चेंज किया और फिर दीदी से एक चेक साइन करवा के खाना खा के मैं फिर से अस्पताल आ गया रानी को काउंटर पर बुला कर उसके सामने मैंने एक लाख का चेक जमा किया और डॉक्टर को इसकी सूचना दिलवा कर रानी की मम्मी के इलाज में तेजी लाने का अनुरोध किया उनसे और मैने डॉक्टर से कहा उन्हें जनरल वार्ड से प्राइवेट रूम में शिफ्ट के दें .......

ये सब जल्दी ही हो गया और फिर मैंने रानी से पूछा अब मैं जाऊं वो बोली थैंक्स विकास तुम सच मे बहोत अच्छे इंसान हो ...... उस वक़्त हम रानी की मम्मी के रूम के बाहर खड़े थे गैलेरी में कोई नही था रानी एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे होंठ चूसने लगी ...... मुझे उसका थैंक्स बोलने का ये अंदाज बहोत पसन्द आया और दो मिनट के इस लंबे किस को उसने तब तोड़ा जब एक कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी .......

मैंने कहा अब मैं जाऊं कोई जरूरत हो तो कॉल करना उसने कहा ठीक है पर हो सके तो आते रहना टाइम निकाल कर मैंने उसे 5000 रुपये कैश दिए और कहा अपना और मम्मी के खाने पीने का ख्याल रखना ........ वो झिझकने लगी और बोली इतने पैसे मैं कैसे चुकाउंगी विकास मैंने हंस कर कहा तुम्हे ये चुकाने की कोई जरूरत नही है ........

रानी बोली विकी बस मम्मी ठीक हो जाएं फिर तुम्हारा वो काम करती हूं जल्दी से मैंने कहा अभी बस तुम मम्मी के बारे में सोचो बाकी फिर देखेंगे ..... और वहां से निकल गया ......

मैं हॉस्पिटल के बाहर पार्किंग में आया ही था कि तभी मेरे फोन पर मैसेज टोन बजी देखा तो एक sms आया था इसमे एक एड्रेस था ...... तभी राजेश चाचा का काल आया उन्होंने बताया विनय की लोकेशन ट्रेस हो गयी है वो नोएडा में एक फ्लैट में है ....... और उन्होंने वो एड्रेस मुझे sms कर दिया है ...... मैंने कहा धन्यवाद चाचा ...... चाचा बोले अब आगे क्या करोगे ...... मैंने कहा नोएडा जाऊंगा उससे मिलने वो बोले अकेले सम्हाल लोगे सब अगर कहो तो मैं कुछ इंतजाम कर दूं .......

मैंने थोड़ा सोच कर कहा कैसा इंतजाम करोगे आप वो बोले नोएडा पुलिस में मेरी पहचान के एक दो लोग हैं अगर तुम चाहो तो उनसे बोल देता हूँ वो तुम्हारी हेल्प करेंगे ....... मैंने कहा आप उनके नंबर दे दो मुझे अगर मुझे वहाँ जरूरत हुई तो मैं उनसे बात कर लूंगा ...... वो बोले ठीक है मैं तुम्हे उनके नंबर दे देता हूँ और उन्हें तुम्हारा नंबर दे कर सब समझा देता हूं ........

मैंने कहा जी चाचा आपका बहोत बहोत शुक्रिया ...... उन्होंने बेटा अपना शुक्रिया अपने पास ही रख मैं तो सोच रहा था विनय के बाप से कुछ और वसूली कर लूं ...... मैंने कहा जैसी आपकी मर्जी वो बोले चलो ठीक है तुम अपना काम करो मैं अपना काम करता हूँ मैं बोला चाचा अगर वसूली करना तो कुछ मेरे लिए भी कर लेना वो हंसते हुए बोले वो तो मैं करता ही तेरे कहे बिना भी ......

और फिर मैं घर आ गया दीदी मम्मी के साथ किचन में बिजी थी तो मैं ऊपर आ गया और प्रतीक को कॉल की और उन्हें बताया कि विनय की लोकेशन मुझे मिल गयी है और मैं सोच रहा हूँ कि आज रात ही नोएडा निकल जाऊं ...... लेकिन प्रॉब्लम ये है कि घर मे क्या बोलूं .......

उन्होंने कुछ सोचते हुए कहा तुम अकेले नही जाओगे विकास मैं भी साथ चलूंगा और तुम्हारे निकलने का कोई इंतजाम करता हूँ मैं ....... वो बोला मैं थोड़ी देर में तुम्हे कॉल करता हूँ ...... और मैं आंखे बंद कर के लेट गया ...... मेरा दिल कर रहा था उड़ कर विनय के सामने पहुंच जाऊं और फिर मैं क्या करूंगा ये मैं भी नही जानता था .......

कोई आधे घंटे बाद दीदी ऊपर आयी और उन्होंने बताया कि प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था उन्होंने पापा को और तुम्हे एक दो दिन के लिए लखनऊ आने का अनुरोध किया है वो चाहती हैं कि शादी से पहले हम लोग भी एक बार उनका घर परिवार रहन सहन देख आएं ....... मैंने पूछा फिर पापा ने क्या कहा ...... दीदी बोली उन्होंने ये कहा कि मैं वहां क्या करूंगा आ कर विकास को भेज देता हूँ वो घूम आएगा .......

तभी प्रतीक का कॉल आने लगा वो बोले कि मैंने सब इंतजाम कर दिया है आज रात 10 बजे की ट्रेन से तुम लखनऊ आ जाओ सुबह साढ़े सात की फ्लाइट की टिकट बुक कर दी है मैंने हम 9 बजे तक दिल्ली में होंगे ......

मैंने कहा ठीक है मैं आ रहा हूँ ...... दीदी हैरानी से बोली आज ही जा रहे हो क्या ..... ? मैंने कहा हां वो सशंकित हो कर बोली एकदम से जाने की तैयारी कोई खास बात है या वो ही वजह से तो प्रतीक की मम्मी ने बताई ...... मैंने कहा फिलहाल तो वो ही वजह है अब आप मेरी पैकिंग कर दो ....... दीदी ने एक बैग में मेरे दो जोड़ी कपड़े अंडरवियर बनियान टूथ ब्रश वगैरह रख दिया ........ और फिर खाना खा कर और पापा से 20000 रुपये ले कर मम्मी पापा के पैर छू कर मैं निकल पड़ा स्टेशन की ओर .......।
nice update..!!
yaar pata nahi muze iss pratik pe kyun shak ho raha hai..!!
 

neeRaj@RR

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मैं ऑटो वाले को पैसे दे कर स्टेशन के बाहर उतरा और सीधा थोड़ी दूर पर स्थित बियर शॉप पर जा पहुंचा दो किंगफिशर स्ट्रांग के कैन दो पैकेट चिप्स एक सिगरेट और माचिस ले कर बैग में डाली और स्टेशन के अंदर आ गया ....... टिकट लिया लेकिन मुझे स्लीपर का कन्फर्म टिकट मिल गया और मैं प्लेटफार्म पर ट्रेन की प्रतीक्षा करने लगा .......

ये इंतजार भी बड़ी बोरिंग चीज है ट्रेन आने में अभी 40 मिनट का समय था और ये वक़्त कट नही रह था लेकिन तभी रानी का काल आ गया ...... उसने बताया कि मम्मी का ऑपरेशन सफ़लतापूर्वक हो गया है और अभी वो ठीक है ....... मैंने उसे बधाई दी ...... और बताया की मैं दिल्ली जा रहा हूँ और वापस आ कर उस से मिलूंगा उसने फिर से बार बार मेरा धन्यवाद किया और मेरी तारीफ करने लगी ........ मैंने पूछा रानी ये बताओ तुमने विनय को वो तस्वीर कब और कैसे भेजी थीं ........ रानी थोड़ा झिझकते हुए बोली ....... जब उस दिन तुम्हारे हाथ और आंखों पर पट्टी बांध कर तुमसे चुद रही थी उसी टाइम पहले फोन चेक किया और फिर वो तस्वीरे विनय के नए नंबर पर फॉरवर्ड कर दी थी जब उसने वो pic डाउनलोड कर ली तो मैंने इस फोन से उन्हें डिलीट कर दिया था और प्रतीक का नंबर भी उसने विनय को सेंड कर के वो मैसेज भी डिलीट कर दिया था .......


उसने कहा वाकई उसने बड़ी गलती की ऐसा कर के , उसे ऐसा नही करना चाहिए खुद की इज्जत बचाने की खातिर उसे मेरी बहन की इज्जत से खिलवाड़ नही करना चाहिए था ........

मैंने कहा मेरा दोबारा वैसे ही हाथ बंधवा कर मज़े लेने का मन था लेकिन अब हिम्मत नही होगी ....... वो उदास स्वर में बोली प्लीज विकास ऐसे मत बोलो सॉरी ना अब फिर कभी ऐसा नही होगा और अब तो मुझे उस कमीने विनय से डरने की कोई जरूरत ही नही है ....... वो थोड़ा हिचकते हुए बोली अब तो मेरे pic और वीडियो तुम्हारे पास हैं ना ......

मैंने कहा हां थे तो मेरे पास लेकिन चिंता ना करो अब ऐसे कोई pic और वीडियो किसी के पास भी नही हैं मैंने उस लैपटॉप और फोन को फॉर्मेट कर दिया है सब खत्म तुम अब एकदम आज़ाद हो मैं विनय या कोई और तुमसे तुम्हारी मर्ज़ी के खिलाफ कुछ नही करवा सकते .......

वो बोली ठीक है पर तुम जल्दी से लौट आओ दिल्ली से फिर मैं तुम्हे पिछली बार से भी ज्यादा मज़ा दूंगी जान ...... उस बार मैं वो सब मजबूरी से दबाव में कर रही थी इस बार खुशी से अपनी मर्ज़ी से करूंगी .......

मैंने कहा अभी भी तुम्हारा मन है मेरे साथ वो सब फिर से करने के लिए ...... या तुम ऐसा कर के सिर्फ मेरे द्वारा की गई तुम्हारी मदद का एहसान उतारना चाहती हो वो बोली ऐसा कुछ नही है विकास ...... तुम्हारा साथ मुझे भी अच्छा लगने लगा है तुम जैसे समझदार और केयरिंग इंसान को हर लड़की अपना दोस्त और जीवनसाथी बनाना चाहेगी ...... मैं जानती हूं कि मैं इस लायक नही हूँ कि तुम मुझसे शादी कर लो मुझे अपना बना लो पर मैं इस लायक तो हूँ ही कि तुम मुझे अपनी दोस्त बना लो और तुम्हे खुशी दे कर मुझे भी बेहद खुशी होगी विकी ........

मैंने कहा ठीक है रानी ....... आज से हमारी दोस्ती पक्की वो खुश हो गयी और फिर से मुझे थैंक्स बोलने लगी ......

तभी मेरी ट्रेन आ गयी और मैंने कहा रानी ट्रेन आ गयी रखता हूँ वो बोली ok अगर रात में नींद ना आये तो कॉल कर लेना क्यों कि मुझे तो रात भर जाग कर मम्मी की ड्रिप देखनी होगी .......

मैंने कहा ठीक है देखूंगा ..... और मैंने फोन जेब मे डाला और अपना टिकट निकाल कर चेक किया S7 कोच था ..... मैं उस ओर चल पड़ा और S7 में घुस गया अपनी सीट पर पहुंचा तो देखा उस पर कोई चादर ओढ़े सोया हुआ था ....... मैंने उसे हिला कर जगाया और बोला भाई उठ जा ये मेरी बर्थ है ......

वो शख्स उठ बैठा पर वो कोई आदमी नही एक लड़की थी ..... 20 साल की खूबसूरत लड़की ....... उसने एक कॉटन का सिंपल सा सूट पहन रखा था कंधों तक कटे हुए बाल आंखों में चश्मा एकदम गोरी और अच्छे शेप में ढली हुई बॉडी पहली नजर में ही वो मुझे बेहद दिलकश लगी ........

उसने गौर से मुझे देखा और बोली क्या हुआ मैंने जिस सीट पर आप सोई पड़ी हैं ये मेरी सीट है आप इसे खाली करने का कष्ट करिये वो चुपचाप उठी चप्पल पहनी और और अपना छोटा सा बैग ले कर कोच में आगे की ओर चली गयी ........ मैंने अपना बैग रखा और जूते उतार कर आराम से बैठ गया ......

5 मिनट में ट्रेन चल दी और तभी वो लड़की वापस आ कर मेरे सामने खड़ी हो गयी और बोली प्लीज मैं यहां एक कोने में बैठ जाऊं अगर आपको कोई तकलीफ ना हो तो .......

मैंने मन ही मन कुढ़ते हुए उसे बैठने की इजाजत दे दी .......( असल मे रानी की बात सुन कर मेरे मन मे इच्छा हुई थी रात में आराम से बियर पी कर चादर ओढ़ कर रानी से फोन सेक्स करते हुए मुठ मारूंगा क्यों कि कई दिन हो रहे थे मुझे भाग दौड़ करते हुए और मेरे लंड को कुछ मज़े नही मिल पा रहे कई बार उसे खड़ा होने के बाद बैठना पड़ा था )

लेकिन आज रात भी लग रहा था कि कुछ नही होने वाला ..... पर मेरी आदत है किसी की मदद के लिए इनकार नही कर पाता है एक खूबसूरत लड़की को रात के वक़्त मदद चाहिए मैं कैसे इनकार कर सकता था ....... वो हमारे बीच अपना बैग रख कर बैठ गयी और धीरे से बोली आपका शुक्रिया ......

मैं पूछ बैठा कहाँ जा रही हैं आप वो बोली लखनऊ फिर उसने खुद ही बताना शुरू कर दिया कि वो लखनऊ की रहने वाली है बनारस में पढ़ती है और वहां हॉस्टल में रहती है .......

और उसके पापा की तबियत अचानक खराब हुई है और शाम को मम्मी का फ़ोन आया उन्होंने उसे पापा के बारे में बताया और ये कहा ही वो कल सुबह लखनऊ के लिए निकल पड़े लेकिन पापा के बारे में सुन कर वो घबरा गई और जल्दी में बस बैग में कुछ कपड़े डाल कर रात में ही निकल पड़ी और स्टेशन पहुंच कर उसे पता चला कि ये लखनऊ की लास्ट ट्रेन है फिर अगली ट्रेन कल सुबह 10 बजे ही मिलेगी और ट्रेन दो मिनट में छूटने ही वाली थी तो वो बिना टिकट लिये ही ट्रेन में चढ़ गई और ये बर्थ खाली देख कर चुपचाप लेट गयी ........

मैंने हंसते हुए कहा लेकिन तुम्हे ऐसे जल्दबाजी नही करनी थी पापा का इलाज तो हो ही रहा होगा अगर कहीं रास्ते मे तुम्हारे में साथ कुछ गलत हो जाता तो तुम्हारे मम्मी पापा की परेशानी कितनी बढ़ जाती ये क्यों नही सोचा तुमने ....... और ऐसे बिना टिकट अभी tt आता तो क्या करती ......

उसने कहा tt को तो मैं जितने मांगता पैसे दे देती हां आपकी ये बात सही है कि मुझे रात में इस तरह सफर नही करना चाहिए मम्मी ने मना भी किया था पर मैं पापा से बहोत प्यार करती हूं उनकी तबियत के बारे में सुन कर मैं बस ज्यादा नही सोच पाई और चल दी .........

मैंने कहा चलो कोई नही अब चल ही दी हो तो तुम्हे लखनऊ तक सुरक्षित पहुंचा दूंगा ....... मेरी बात सुन कर उसने पूछा आप भी लखनऊ जा रहे हैं क्या मैंने हां में सर में हिलाया तो उसने अगला सवाल किया किसलिए ......

मैंने कहा मैं भी किसी से बहोत प्यार करता हूँ और उसकी किसी समस्या को दूर करने के लिए किसी खास काम से लखनऊ जा रहा हूँ ..... वो मुस्कुरा कर बोली gf????

मैंने कहा यही समझ लो गर्ल भी है फ्रेंड भी है पर वो मेरी gf नही है मेरी दीदी हैं ...... जो मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हैं

वो बोली ओ ....... बढ़िया है ...... बेहद बातूनी लड़की थी वो उसकी बातें खत्म ही नही हो रही थीं ...... तभी tt आया वो कोई पचास की उम्र का गंजा इंसान था उसने हमारा टिकट मांगा और वो लड़की जो अभी तक बड़ी बकबक किये जा रही थी घबरा गई ......

मैंने तो अपना टिकट दिखा दिया tt ने वो मुझे वापस करते हुए उस लड़की से कहा टिकट उसने ना में सर हिला दिया ...... और कातर दृष्टि से मेरी ओर देखा ...... मैंने tt को उसकी पूरी प्रॉब्लम बताई और कहा वो चाहे तो उसका टिकट बना दे मैं पैसे दे देता हूँ tt ने कहा टिकट के अलावा 200 रुपये और देने पड़ेंगे जुर्माने के बिना टिकट पकड़े जाने के ..... मैंने tt पर चढ़ते हुए कहा कैसे इंसान हो यार वो तुम्हारी बेटी जैसी है अपने पापा की तबियत के बारे में सुन कर आनन फानन में रात को निकल पड़ी उसकी मजबूरी समझ नही आ रही तुम्हे और फिर वो मेरी सीट पर बैठी है मैं उसकी मदद कर रहा हूँ और तुम बस अपना फायदा देख रहे हो ......


मेरी फटकार सुन कर वो अपनी खोपड़ी खुजाते हुए बोला ठीक है भाई तुम कहो तो मैं टिकट भी ना बनाऊ इसकी फिर अपनी ही सीट पर लिए जाओ इसे भी लखनऊ मैंने कहा ठीक है रहने दो टिकट भी और वॉलेट से 100 का नोट निकाल कर tt को पकड़ा दिया वो दांत निकालते हुए बोला अरे इसकी क्या जरूरत है और जल्दी से नोट ले कर अपनी जेब के हवाले कर के आगे बढ़ गया ..........

उसके जाते ही उसने गहरी सांस ली और बोली बचा लिया आज तो आपने ......

मैंने मुस्कुराते हुए कहा नाम क्या है तुम्हारा वो अपने सर पर हाथ मारते हुए बोली मैं भी ना पागल हूँ एकदम इतनी बकबक कर डाली पर ना अपना नाम बताया और ना आपका नाम पूछा ....... वैसे मेरा नाम प्रीति है और आपका नाम ......

मेरा नाम विकास है प्रीति ....... इतनी ही देर में वो लड़की मुझे अच्छी लगने लगी थी खूबसूरत तो थी ही ...... साथ ही थोड़ी सी झल्ली भी ........ फिर उसने अपने बैग से पानी की बोतल निकाली और देखा तो उसमें एकदम जरा सा पानी था उसने वो पानी की बोतल खोल कर बचा हुआ पानी अपने मुह में उड़ेला और फिर बोतल बैग में डाल ली ....... ..

मैंने अपने बैग से पानी की भरी हुई बोतल निकाल के उसे देते हुए पूछा कि तुमने कुछ खाया है या नही वो बोली कॉलेज से होस्टल पर आ कर लंच किया था फिर शाम को मम्मी का कॉल आ गया और मैं फौरन निकल ली ......

मैंने बैग से चिप्स का पैकेट निकाल कर उसकी ओर बढ़ा दिया वो ना में सर हिलाते हुए बोली आपकी सीट ले ली पानी ले लिया अब ये भी ले लिया तो आपका सफर कैसे कटेगा विकास जी ...... और उसने थोड़ा सा पानी पी कर बोतल मुझे वापस दे दी मैंने कहा मेरे पास और है तुम मेरी फिक्र ना करो और चिप्स उसकी टांगो पर रख दिया ........

फिर मैंने कहा प्रीति अगर तुम्हें कोई प्रॉब्लम ना हो तो मैं (मैंने बैग से बियर की कैन निकाल कर उसे दिखाई) ये ले लूं उसने कैन मेरे हाथ से ले कर घुमा फिरा कर देखी और धीरे से बोली शराब है ????

मैंने हंसते हुए कहा नही बियर है वो बोली अच्छा पर ये भी तो शराब ही होती है मैंने कहा नही शराब की छोटी बहन है ये ..... और वो हंस दी ...... फिर बोली लेकिन इसे पीने के बाद तुम कोई शरारत तो नही करोगे ना .......

मैंने गहरी सांस लेते हुए कैन वापस बैग में रख लिया और सोचा उसकी बात सही है जवान लड़की साथ मे है कही पीने के बाद मैं कोई ऐसी वैसी हरकत ना करने लगूं ......

उसने मुझे वो वापस रखते देखा तो बोली अरे क्या हुआ क्यों रख दी पी लो ना मैं तो बस यूं ही कह रही थी ...... मैंने कहा नही तुम्हारी बात ठीक है अगर पीने के बाद मैंने कोई गलत हरकत कर दी तो ......

वो मुस्कुरा कर बोली ऐसा लगता तो नही है मुझे ....... पर फिर भी अगर तुमने कोई हरकत की तो मैं यहां से भाग जाऊंगी दूसरे डिब्बे में ...... फिर वो धीरे से बोली एक बात बताऊँ ये कहते हुए वो मेरी ओर झुक आयी थी उसका कंधा मेरे कंधे से टच होने लगा था मैंने कहा बोलो वो बोली बड़े रहस्यपूर्ण स्वर में बोली ........ मैंने भी कई बार बियर पी है हॉस्टल में किसी फ्रेंड का बर्थडे होता है तो हम छुपा के ले आते हैं फिर रात में पी कर धमाल करते हैं .......

इसलिये कह रही हूं तुम पी लो....... तभी उसके फोन की घंटी बजी और उसने अपने बैग से फोन निकाल कर रिसीव किया वो बात करने लगी और मैंने खिड़की से बाहर देखते हुए बियर खोल ली और घूंट भरने लगा ...... वो धीरे धीरे बात कर रही थी .....

कुछ देर बाद उसने फोन वापस बैग में रखा और चहकते हुए बोली मम्मी का फोन था वो बता रही कि अब पापा एकदम ठीक हैं और उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है वो उन्हें ले कर घर जा रही हैं ...... उसकी बात सुन कर मैं भी मुस्कुरा दिया और बोला देखा तुम्हारा यूँ रात में घर जाने का फैसला हर तरह से गलत ही साबित हो रहा है .......

वो कुछ सोचती हुई हां में सर हिलाने लगी और फिर बोली ऐसा नही है अगर मैं रात में जाने का फैसला ना करती तो तुम जैसे अच्छा इंसान कैसे मिलता मुझे .........

उसकी बात सुन कर मैं मुस्कुरा दिया और बियर के घूंट भरते हुए खिड़की से बाहर देखने लगा ट्रेन रात के सन्नाटे को चीरते हुए दौड़ी चली जा रही थी ....... तभी पता नही मुझे क्या सुझा मैंने बैग से दूसरी बियर निकाल कर प्रीति की ओर बढ़ा दी वो बड़े गौर से मेरा मुह देखने लगी .......

मैंने कहा तुम्हारे पापा के ठीक होने की खुशी में ....... उसने मुस्कुरा कर कैन ले ली और खोल कर एक घूंट भर कर चिप्स का पैकेट मेरी ओर बढ़ा दिया ...... हम चिप्स खाते हुए बियर का मज़ा लेने लगे .......

जल्दी ही हमारे कैन खाली हो गए मैंने उन्हें खिड़की से बाहर उछाला और फिर प्रीति बोली आपको लेटना है तो लेट जाओ मैंने कहा फिर तुमहे बैठने में दिक्कत होगी मेरी लंबाई 5 फुट 7 इंच है वो बोली कोई दिक्कत नही होगी मुझे ....... आप अपने पैर मेरी गोद मे रख लेना उसकी बात सुन कर मेरे बदन में एक गुदगुदी सी हुई .......

उसने उठ कर अपना बैग खिड़की के पास टांग दिया और मेरा बैग सीट के नीचे सरका दिया और खुद खिड़की की ओर आ कर बैठ गयी और बोली अब बाकी बची जगह पर मैं आराम से लेट सकता हूँ ........

मैं गौर से उसे ये सब करते देख रहा था और जब वो अपना बैग खिड़की पर टांग रही थी उस टाइम उसकी उभरी हुई गांड़ मेरे चेहरे के एकदम नजदीक थी ........

मुझे उसकी गांड़ बड़ी मस्त लगी एकदम सुडौल और उभरी हुई ...... मैंने खुद के मन को समझाते हुए कहा कंट्रोल बेटा कंट्रोल वरना सारी इमेज की माँ चुद जायेगी दो मिनट में ...... मुझे खयालों में गुम देख कर प्रीति ने मेरी बांह पकड़ कर खींचते हुए कहा लेट जाओ ना आप प्लीज ....... और मैं चुपचाप लेट गया मेरा सर उसकी जांघ से स्पर्श हो रहा था और मेरे पैर बर्थ से बाहर निकले हुए थे मैंने पैर मोड़ लिए मुझे ऐसा करते देख कर उसने अपने दोनो पैर सीधे करते हुए सामने की बर्थ पर टिकाए और मेरे सर के नीचे हाथ डाल कर मुझे ऊपर खींचने लगी .........

मैंने उसकी ओर देखा तो बोली और ऊपर आ जाओ मैं थोडा सा ऊपर सरक गया तो प्रीति ने मेरा सर अपनी नरम मोटी जांघ पर रख लिया और बोली आराम से लेट जाओ पैर फैला कर .........

मैं थोड़ा झिझक रहा था तो वो कुछ डांटने वाले लहजे में बोली लेटते हो या नही और मैंने सर रख दिया उसकी जांघ पर और आंखे बंद कर ली ....... अच्छा लग रहा था मुझे लगा कि प्यार से अच्छे व्यवहार से किसी का दिल जीता जा सकता है विनय जैसे लोग जो हर काम अपनी ताकत और पैसे के दम करने की सोचते हैं उन्हें नही पता कि इस तरह से भी किसी को अपना बनाया जा सकता है ........

नींद तो आ नही रही थी तो मैंने आंख खोल कर देखा प्रीति बड़े गौर से मुझे देख रही थी उसकी आंखों में मुझे थोड़ा सा प्यार और शर्म नजर आ रही थी जो मैं कई बार दीदी की आंखों में और आज रानी की आंखों में भी देख चुका था .......

मुझे अपनी ओर देखता देख कर वो मुस्कुराई और नजरें फिरा ली पर अब मेरे दिमाग पर हल्का सा नशा हो रहा था और उसका पर प्रभाव मुझे अपने जिस्म और लंड पर महसूस हो रहा था वो धीरे धीरे सर उठा रहा था .......

मुझे लगा मैं सो जाऊँ तो शायद सब ठीक हो जाएगा और मैं फिर से आंख बंद कर के सोने की कोशिश करने लगा और हल्की सी नींद आने भी लगी पर मैं ज्यादातर करवट ले कर सोता हूँ ...... तो हल्की नींद में ही मैंने करवट ली और मेरा चेहरा प्रीति के पेट की ओर हो गया और बस यही गड़बड़ हो गयी .......

मैं तो नींद में था तो मैंने खुद को एडजस्ट करते हुए सर को थोड़ा और ऊपर सरकाया और मेरा चेहरा एकदम प्रीति के पेट से चिपक गया और मेरी गर्म सांसे उसे अपने पेट पर महसूस होने लगी ....... वो असहज महसूस कर रही होगी पर उसने मुझे जगाना ठीक नही समझा और मेरी गरम सांसो से खुद को गरम होने से रोकने की कोशिश करने लगी ........

पर एक जवान लड़की का एक जवान लड़के से यूँ शारीरिक सम्पर्क होना ........ ये स्थिति विस्फोटक थी धीरे धीरे वो भी उत्तेजित होने लगी ....... उसने अपना एक हाथ मेरी बांह पर रख दिया और दूसरा हाथ मेरे सर पर और खुद का सर पीछे टिका कर आंखे बंद कर के बैठ गयी ...... और तभी पूरी गति से दौड़ती ट्रेन को एक झटका लगा ....... हम अपनी सीट पर उछल पड़े हमारी आंखे खुल गयी और सबसे पहले प्रीति के पेट से यूँ खुद को चिपका पा कर मेरे जिस्म में एक झुरझुरी सी हुई ...... उधर ट्रेन की गति धीमी होने लगी ....... मैं उठ कर बैठ गया तो प्रीति भी आंख खोल कर मेरी ओर देखने लगी......

और लोग भी इस झटके से जाग गए थे और उठ कर एक दूसरे से पूछने लगे क्या हुआ .......?

मैंने फोन निकाल कर टाइम देखा 12:10 हुए थे फिर मैं उठ कर कोच के दरवाजे पर आया और झांक कर देखा ट्रेन घुप्प अंधेरे में जंगल के बीच खड़ी थी और इंजन की ओर कुछ हलचल हो रही थी ........

मैं ट्रेन से उतर कर उस ओर चल पड़ा वहां पहुंच कर देखा तो ट्रेन के ड्राइवर और गॉर्ड आपस मे उलझे हुए हैं मैंने पूछा क्या हुआ तो उन्होंने बताया कि ट्रेन से कोई बड़ा जानवर टकरा गया है इस वजह से इंजन में कुछ खराबी हो गयी कंट्रोल रूम को सूचना दे दी है नया इंजन आने पर ट्रेन चलेगी .......

फिर ड्राइवर ने मुझसे कहा रात का समय है आप सभी को सूचित कर दें कि लोग ट्रेन के अंदर ही रहें और दरवाजे अच्छी तरह से बंद कर लें ....... यहां कोई डेढ़ दो घंटे रुकना पड़ सकता है ........ मैं वापस अपने डिब्बे में आ गया और उस डिब्बे में ये बात जोर से बोल कर सब से कहा कि अपने आगे पीछे के डिब्बे में भी ये मैसेज पहुंचा दें और उनसे कह दें की वो लोग भी अगले डिब्बे तक ये बात पहुंचा दें फिर मैंने सारे दरवाजे अच्छी तरह बंद किये और वापस अपनी सीट पर आ गया प्रीति कुछ घबराई सी लग रही थी मेरे बैठते ही बोली अब क्या होगा मैंने कहा कुछ नही दूसरा इंजन आएगा तब ये ट्रेन आगे जाएगी .........

वो बोली मुझे अब अपनी गलती समझ मे आ रही है अगर आज आप ना होते तो पता नही क्या होता ....... मैंने कहा वो तो मुझे भी नही मालूम ...... तभी सामने की बर्थ वाला बन्दा उठा वो एक अधेड़ सा मोटा थुलथुला आदमी था वो चप्पल पहन कर बाथरूम चला गया जाते हुए उसने बड़ा घूर कर प्रीति को देखा ........

उसके जाते ही प्रीति मेरी ओर खिसक कर बोली ये अंकल बनारस से ही मुझे कुत्ते की तरह घूर रहा था इसी के घूरने से तंग आ कर मैं चादर ओढ़ कर लेट गयी थी और फिर सो गई ........

मैंने कहा तुम चाहो तो फिर से चादर ओढ़ कर लेट जाओ वरना वापस आ कर फिर से ठुमहे घूरेगा ...... प्रीति मुस्कुराई और खड़ी हो कर अपने बैग से चादर निकालने लगी और फिर खिड़की की ओर इशारा कर के मुझसे बोली आप उस कोने में चले जाइये प्लीज .......

मैं एकदम खिड़की के पास बैठ गया और नीचे हाथ डाल कर अपने बैग से सिगरेट और माचिस निकाल कर बैग में डाल ली ........ और बैग वापस अंदर खिसका दिया ........

प्रीति मुझे ये सब करते हुए गौर से देख रही थी ....... जब मैं वापस बैठ गया तो उसने बर्थ पर लेटते हुए अपना सर मेरी गोद मे रख लिया और चादर ओढ़ ली उसने एक हाथ मेरी जांघ पर रखा हुआ था और वो भी करवट ले कर अपना मुह मेरे पेट की ओर किये हुए लेटी थी ..........


तभी वो आदमी वापस आ गया और घूर कर प्रीति को मेरी ओर गोद मे लेटा देखने लगा फिर वो अपनी सीट पर बैठ गया पर उसकी नजरे प्रीति के चादर में ढके जिस्म को ऊपर से नीचे तक देख रही थीं ........

मेरी खोपड़ी एकदम से सरक गयी और मैं बोला चचा सो जाओ काहे बुढ़ापे में अपनी कमजोर आंखों पर दबाव डाल रहे हो ......

या बुढ़ापे में जेल जाना चाहते हो ..... मेरी बात सुन कर वो हड़बड़ा गया और वापस लेट कर चादर ओढ़ ली उसने अपना मुह दीवार की ओर कर लिया था प्रीति ने सर घुमा कर उसकी ओर देखा और एकदम दबी हुई आवाज़ में हंसने लगी .......

मैंने उसकी आँखों मे देखा तो हंसते हुए धीरे दे बोली चचा की तो फट गई ...... मैं भी हंस दिया उसकी इस बात पर और धीरे से बोला ये चचा भी भोसड़ी वाले चचा हैं ....... शायद उसने भी मिर्जापुर देख रखी थी .....

मेरी बात सुन कर वो और जोर जोर से हंसने लगी और उसका गाल पैंट में बंद मेरे लंड पर रगड़ने से लगा ....... और उसमे जरा सी हरकत हुई गाल पर वो स्पंदन उसने महसूस किया और फिर अच्छे से गाल को मेरे लंड पर रख कर आंखे बंद कर लीं .....।
 

neeRaj@RR

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nice update..!!
yaar pata nahi muze iss pratik pe kyun shak ho raha hai..!!
करते रहिए शक करने में क्या जाता है
 

neeRaj@RR

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लगता है विकास और प्रतीक कुछ बड़ा करने का प्लान कर रहे है विनय के लिए। क्या वो सब कुछ ठीक कर पाएंगे ? रोमांचक और मज़ेदार अपडेट।
कुछ तो करना ही होगा दोनो के प्यार का मामला है ......
 
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