Sahi baat hai aapse... Tabhi story mein maja aayegaविकास और निकिता के बीच रोमांस ज्यादा डालो बाकी आपकी कहानी लाजवाब है जिसका बेसब्री से इंतजार रहता है।
Sahi baat hai aapse... Tabhi story mein maja aayegaविकास और निकिता के बीच रोमांस ज्यादा डालो बाकी आपकी कहानी लाजवाब है जिसका बेसब्री से इंतजार रहता है।
भाई रोमांस के लिए इंसान की मनोस्थिति भी वैसी होनी चाहिए अभी जो प्रॉब्लम सामने आ गयी थी विकास और निकिता के जीवन मे उस स्थिति में कोई कैसे रोमांस कर सकता है बाकी परिस्थिति अनुकूल होते ही रोमांस भी होगा और उसके आगे भी बहोत कुछ होगा ........विकास और निकिता के बीच रोमांस ज्यादा डालो बाकी आपकी कहानी लाजवाब है जिसका बेसब्री से इंतजार रहता है।
लगता है विकास और प्रतीक कुछ बड़ा करने का प्लान कर रहे है विनय के लिए। क्या वो सब कुछ ठीक कर पाएंगे ? रोमांचक और मज़ेदार अपडेट।मैंने बहोत देर तक सोचने के बाद सर को झटका दिया और खुद से कहा इसके सिवा कोई रास्ता नही .......
मैंने अपने फोन से प्रतीक का नंबर डायल किया ...... घंटी बजती रही पूरे 30 सेकेंड्स तक और फिर ऑपरेटर की आवाज़ कानो में गूंजने लगी ...... आप जिस नंबर से सम्पर्क करना चाहते हैं वो आपकी कॉल का जवाब नही दे रहे हैं कृपया थोड़ी देर बाद सम्पर्क करें .......
ये सुन कर वो आशा की किरण थोड़ी और धुंधली हो गयी ......
मैंने फोन बेड पर फेंक दिया और समय देखा साढ़े 11 हो रहे थे ..... और तभी फोन की घंटी बजी मैंने झपट कर उठाया तो प्रतीक का कॉल था ...... मैंने जल्दी से कॉल रिसीव की जैसे एक पल की देरी हुई तो कॉल कट जाएगी और बोला जीजा जी प्रणाम ........
प्रतीक हमेशा जैसे प्यार से बोले कहिए क्या हाल हैं साले साहब बड़ी देर रात याद किया मुझे ........ मैंने कहा हां वो बात ही कुछ ऐसी थी इतना बोल के मैं चुप हो गया और सोचने लगा कहाँ से बात शुरू करूँ......
कुछ पल की खामोशी के बाद वो बोले कुछ बताओगे जनाब या यूं ही कोई प्रैंक कर रहे हो मेरे साथ ......
मैंने एक गहरी सांस लेते हुए कहा आज आपके पास जो तस्वीरें आयी हैं दीदी की उनके बारे में बात करनी है .....
वो बोले पहले ये बताओ निकी कहा है मैंने कहा वो सो रही हैं अपने कमरे में वो बोले ठीक है फिर बताओ क्या बात है ........
मैंने कहा मैं आपको कुछ बताना और सुनाना चाहता हूं ..... वो बोले ठीक है आराम से बताओ मैं सुन रहा हूँ ...... मैंने पूरी बात बताई उन्हें विनय का और दीदी का सारा किस्सा और ये भी की कैसे मैंने दीदी को इस दलदल से निकाला पर विनय ने अपनी औकात दिखाई और उन pic की एक कॉपी अपने पास रखी ......
और अब उनकी शादी तुड़वाना चाहता है मैंने उन्हें पूरी बात बताते हुए ये यकीन दिलाने की कोशिश की , कि दीदी मामले में बेकसूर हैं वो सब उन्होंने उसके झांसे में आ कर किया........
लगातार 20-22 मिनट बोलने की वजह से मैं हांफने सा लगा था ......
प्रतीक बोले शांत हो जाओ विकास कह चुके तुम ....... अब मेरी सुनो मुझे तुम्हारी दीदी से कोई शिकायत सिवा इसके कि मुझे ये सब किसी और से मालूम हुआ इतनी बड़ी बात उसे मुझसे यानी अपने होने वाले पति से छुपानी नही चाहिए थी ........
पर मैं समझता हूं किसी लड़की के लिए ये सब बताना भी आसान काम नही पर चूंकि उसने ये बात छुपाने का फैसला किया है इसलिए उसके फैसले की इज्जत करना हम दोनों का फर्ज है और तुम हमारी इस बातचीत के बारे में निकी से कुछ नही बताओगे और मैं भी इस बारे में उससे कोई चर्चा नही करूंगा .......
इतना सुनते ही मेरी उँगलियों ने रिकार्डिंग पॉइंट को टच कर लिया और हमारी बात रिकार्ड होने लगी .......
प्रतीक बोले ........ मेरी भी एक बहन है और कल को उसके साथ ऐसा कुछ हो तो तुम्हारी तरह मैं भी श्वेता का साथ दूंगा ना कि उसे गलत समझने लगूंगा मुझे तुम्हारी ये खूबी बेहद पसन्द आयी और आज से हम जीजा साले के साथ ही अच्छे दोस्त भी हैं ......
अब सुनो इस साले विनय का तो ऐसा इलाज करना है कि ये दोबारा मेरी निकिता का नाम भी अपनी जुबा पर ना लाये ......
मैंने कहा उसकी आप फिक्र मत करो वो सब मेरी जिम्मेवारी पर आपकी बातों से मेरी नजर में भी आपकी इज्जत बहोत बढ़ गयी है जीजा जी .......
प्रतीक बोले तुम्हारी नही हमारी जिम्मेवारी है ये हर कदम पर मैं तुम्हारे साथ हूँ बस निकिता को दुखी मत होने देना ....... मैं उससे किन्ही तस्वीरों का कोई जिक्र ही नही करूंगा .......
मैंने मन ही मन मे ईश्वर को धन्यवाद दिया और कहा आपने तो मेरी चिंता दूर कर दी वो बोले अब वो मेरा भी परिवार है विकास ........ मैंने कहा सही है वो बोले आराम से सो कल दिन में बात करते हैं .......
मैंने कहा ठीक है जीजा जी गुड नाईट वो बोले वैसे तुम चाहो तो मुझे अकेले में प्रतीक भी बोल सकते हो और हंस दिए ...... मैंने भी हंसते हुए कहा और गर किसी दिन गलती से मम्मी या पापा के सामने निकल गया तो जूते पड़ेंगे मुझे .........
मेरी बात सुन कर वो हंस दिए और बोले मैं कोशिश करूंगा कि बचा लूं तुम्हे चलो गुड नाईट सो जाओ और अपनी दीदी का ख्याल रखना ........
उन्होंने फोन काट दिया अब मुझे कल का इंतजार था .....।
मैंने सबसे पहले अपने कमरे में जा कर विनय का फोन अपना पुराना और दीदी का पुराना फोन ऑफ कर के अलमारी में रखा फिर बेड पर आ गया .......
दीदी अभी भी सोई हुई थीं इस समय नींद में उनके चेहरे पर एक निश्चिंतता और सुकून था देख कर अच्छा लगा मैंने उन्हें अपनी बाहों में समेट लिया वो भी नींद में जरा सा कुनमुना कर मेरे सीने से लिपट गयीं और फिर मैं भी नींद में डूब गया ......।
सुबह 7 बजे दीदी ने मुझे हिला कर जगाया मैं उठ बैठा और दीदी की वही उदास रोई हुई शक्ल देख कर मुझे बड़ा गुस्सा आया मैंने कहा क्या दीदी कम से कम सुबह तो अपनी प्यारी सी स्माइल दे दिया करो दिन बन जाता है मेरा और तो वैसे भी कितने जरूरी काम करने हैं मुझे .........
दीदी ने परेशान और हैरान हो कर मुझे देखा और बोलीं ...... क्या हो गया है तुम्हें रात तो बड़े परेशान थे मैंने मुस्कुराते हुए कहा ...... कल ही बोला था आप रोना बंद करो तो मैं कुछ सोचू और आप ही कि रोये ही जा रहे थे आपके सोने के बाद मैंने 12 बजे तक जाग कर आपकी सारी समस्या का समाधान खोज निकाला है लेकिन आपको सबसे पहले मुझे एक प्यारी सी स्माइल देनी होगी वही वाली जिसे देख कर मेरे दिल मे कुछ होता है .......
ये सुन के दीदी के होंठो पर एक फीकी सी मुस्कान आयी और वो जल्दी ही गायब हो गयी ....... मैंने कहा क्या हुआ यार बोल तो रहा हूँ सब सही हो जाएगा........ लेकिन आप सुन ही नही रही हो वो बोली सब सही हो जाएगा फिर भी प्रतीक ........
मैंने कहा आपकी शादी प्रतीक से उसी दिन होगी जिस दिन होनी है ....... और प्रतीक तुम्हे उतना ही प्यार करते हैं जितना दो दिन पहले करते थे बल्कि उस से भी ज्यादा........
ये बात सुन के दीदी एकदम परेशान हो गयी और बोली पर कैसे . ....... मुझे पता है ये सब तुम मुझे बहलाने के लिए कह रहे हो .......
मैं उनकी बात सुन के जोर से हंस दिया और बोला ऐसे कितने दिन बहला के रखूंगा आपको आप ही बताओ ...... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर बिठाया और बोला मेरी बात सुनोगी शांति से.......
फिर मैंने उन्हें सारी बात बताई .......विनय से हुई बातें फिर प्रतीक से हुई बातें उन्हें तब भी मेरी बात पर यकीन नही हुआ तो मैंने अपनी और प्रतीक की बातें की रिकार्डिंग उन्हें सुनाई .......
अब जा कर उन्हें मेरी बात पर यकीन आया और वो थोड़ा सा मुस्कुरा कर बोली कैसे ठीक कर देता है तू मेरी सारी मुसीबतें .......
मैंने उनके चेहरे के सामने चुटकी बजा कर कहा ...... बस ऐसे ....... और आखिर दीदी के चेहरे पर वो कातिल मुस्कान आ ही गई ..........
वो उठने के बाद वैसे ही बैठे रोती रही थीं मैंने कहा अब जाओ फ्रेश हो लो और प्रतीक को मत बता देना की मैंने ये रिकार्डिंग तुम्हे सुनवाई है ........ दीदी मेरी बात समझ कर सर हिलाते हुए बाथरूम में घुस गयीं .......
और मैं भी नीचे उतर आया मेरा प्रेशर भी बन रहा था नहा कर तैयार हो कर मैं नाश्ते के मेज़ पर पहुंचा तो पापा ने कहा अपने फ़ोटो और आधार कार्ड को जेब मे रखना मैं कॉल करूंगा बैंक पहुंच कर तुम वहीं आ जाना दीदी को कॉलेज छोड़ कर ...........
फिर मैं नाश्ता कर के दीदी को ले कर कॉलेज निकल गया तभी पापा का फोन आया वो बोले मैं आधे घंटे में बैंक पहुंच रहा हूँ वहीं आ जा।
मैं दीदी को ड्राप कर के सीधा बैंक गया आधे घंटे में मेरा एकाउंट ओपन हो गया और पापा ने 5 लाख की चेक मेरे एकाउंट में लगा दी ........ फिर वो ऑफिस निकल गए और मैं बाइक ले कर ...... सीधा राजेश चाचा की चौकी पहुंचा पर पता चला वो किसी लूट के केस की जांच के सिलसिले में कहीं गए हैं .......
मैंने उन्हें कॉल की तो पता चला वो आधे घंटे में लौट आएंगे मैं अंदर वाले कमरे में जा कर बैठ गया स्टाफ तो मुझे जानता ही था एक चाय भी आ गयी मैंने चाय पीते हुए रानी को काल किया ........
रानी ने कॉल रिसीव किया मैंने उस से सामान्य लहजे में पूछा कैसी हो उसने कहा ठीक हूँ पर उसकी आवाज़ में वो चहक नही थी ...... मैंने पूछा क्या हुआ कुछ परेशान लग रही हो तो वो बोली ऐसी कोई बात नही ......
मैंने कहा मिलना है तुमसे तो वो बोली अभी दो चार दिन नही मिल पाऊंगी टाइम नही है मैंने कहा मुझे आज ही मिलना है हर हाल में वो बोली समझा करो न अभी नही मिल सकती मैंने कहा ठीक है फिर मैं घर आ जाता हूँ तेरे वो थोड़ा घबरा कर बोली नही नही तुम घर मत आना मम्मी आ गयी हैं ..........
मैंने कहा फिर तुम ही आ जाओ मिलने कहीं वो थोड़ा सोच कर बोली ठीक है शाम को मिलती हूँ मैंने कहा ok मैं शाम को कॉल करूंगा तुम्हे .......
और फिर थोड़ी देर और इंतजार करने के बाद राजेश चाचा की गाड़ी सायरन बजाती हुई चौकी में दाखिल हुई ...... वो सीधा अंदर आये मैंने उनके पैर छुए तो मेरी पीठ पर हाथ रख कर बोले ...... फिर से कुछ हुआ क्या मैंने कहा कुछ नही बहुत कुछ हुआ है चाचा .......
उन्होंने बैठते हुए कहा बैठो और आराम से पूरी बात बताओ ....... मुझे खुद को और दीदी को भी बचाना था क्योंकि कुछ गलतियां मुझसे भी हुई थीं ....... मैंने सावधानी से चाचा को विनय की नई हरामीपन के बारे में बताना शुरू किया बस मैं रानी वाला कांड छुपा गया और ये भी की विनय के फोन से अभी मैंने दीदी की pic डिलीट नही की थीं ...... बाकी पूरी बात मैंने उसे बता दी वो गुस्से से भर कर बोले इसका मतलब वो हरामी झूठ बोल रहा था और उसके पास उन pic की और कॉपी थी मैंने कहा लगता तो ऐसा ही है .......
फिर वो बोले उठवाता हूँ उसे फिर से मैंने कहा चाचा इस बार मुझे दूसरी तरह की मदद चाहिए आपसे वो बोले कैसी दूसरी तरह की मदद मैंने कहा आप बस विनय की लोकेशन ढूंढने में मेरी मदद कर दो वो यहां नही है किसी और स्टेट में है शायद ......
उन्होंने पूछा वो तो शाम तक मिल जाएगी बस उसका मौजूदा नंबर दो मुझे लेकिन उसके बाद ........ मैंने गुस्से से दांत पीसते हुए कहा उसके बाद मैं खुद उससे मिलने जाऊंगा वो थोड़ा सोच कर बोले ठीक है लेकिन ऐसा कुछ मत कर देना जिससे तुम्हारी जिंदगी खराब हो मैंने कहा आप निश्चिंत रहो मैं जो भी करूंगा खुद को और आपको सेफ रखते हुए करूंगा ........
उन्होंने विनय का नया नंबर लिया मुझसे और किसी को कॉल कर के वो नंबर नोट करवाया और उस नंबर की लोकेशन और सी डी आर जल्दी से जल्दी भेजने को कहा ........ फिर वो बोले शाम तक मिल जाएगा और कोई काम हो तो बोलो मैंने उनके पैर छूते हुए कहा फिलहाल इतना काफी है चाचा और मैं वहां से निकल आया .......
अभी 12 बज रहे थे 3 घंटे का समय था मेरे पास मैंने फिर से रानी को कॉल की और पूछा कहाँ हो तुम अभी वो बोली हॉस्पिटल में हूँ मैंने पूछा वहां क्या कर रही हो तो वो रोने लगी उसने रोते रोते बताया कि उसकी मम्मी की तबियत खराब है काफी दिनों से ........ और कल रात तेज दर्द हुआ उनके पेट मे तो हॉस्पिटल ले आयी पर यहां डॉक्टर उनका ऑपरेशन करने को कह रहे हैं ...... और .......
मैंने कहा तुम किस हॉस्पिटल में हो नाम बताओ उसने बताया और मैं फोन काट कर हॉस्पिटल की ओर चल दिया वहां पहुंच कर मैंने उसे फिर कॉल की और बताया कि मैं नीचे हूँ आ जाओ 5 मिनट में वो हॉस्पिटल से बाहर आती दिखी मुझे खड़ा देख कर वो मेरे पास आ गयी .......
वो मुझसे नजरें चुरा रही थी मैंने उसका हाथ पकड़ा और हॉस्पिटल के सामने बने हुए पार्क की ओर ले गया वहां एक खाली जगह बैठ कर मैंने पूछा मम्मी को क्या हुआ है रानी ...... वो रोने लगी और रोते रोते उसने बताया कि उनके पेट मे पिछले एक साल से दर्द हो रहा था डॉक्टर जांच और इलाज को कह रहे थे पर उसके पास इतने पैसे नही थे जो थोड़ा बहोत वो कमाती थी उस से घर और भाई की पढ़ाई ही मुश्किल से चलती थी ....... इतना महंगी जांच और इलाज के लिए पैसे ही नही इकट्ठे हो रहे थे ......
फिर उस दिन जब उसकी मम्मी अपने भाई के यहां गयी थीं तो वो इलाज के लिए पैसे उधार मांगने गई थीं लेकिन मामा ने भी उन्हें बस 5000 दे कर टरका दिया और 5000 मैंने दिए उसे ...... लेकिन वापस आते ही अगली रात उसकी माँ के पेट मे बेतहाशा दर्द होने लगा और उसे रात में ही उन्हें हॉस्पिटल ले कर आना पड़ा .........
अस्पताल वालों ने उन्हें भर्ती कर लिया और 10000 रुपये फौरन जमा करने को बोला वो तो उसने जमा कर दिए पर अब उसके पास एक पैसा नही है और जांच में आया कि उसकी मम्मी की बच्चेदानी में ट्यूमर है जल्दी से जल्दी ऑपरेशन करना होगा उसमे 80 हजार से 1 लाख तक खर्च आ सकता है और उसके पास पैसे नही हैं ......
मैंने उसकी पूरी बात सुनी और उसके आंसू पोंछते हुए कहा तो तुम ये परेशानी मुझसे बता सकती थी मैं करता कुछ ना कुछ तुम्हारी मम्मी के इलाज के लिए ...... चलो मैं डॉक्टर से बात करता हूँ फिर वो मुझे ले कर डॉक्टर के पास आई मैंने डॉक्टर से बात की उसने भी वही सब बताया मुझे।
मैंने कहा पैसा आपके पास दो घंटे में पहुंच जाएगा आप इलाज शुरू करिये और किसी भी तरह की कोई लापरवाही मत करिए उनके इलाज में ........
डॉक्टर ने कहा ठीक है सारा मामला पैसों की वजह से ही अटका हुआ था ये (उसने रानी की ओर इशारा करते हुए कहा) बोल रही थी पैसे नही हैं इसके पास ...... मैंने कहा अब मैं बोल रहा हूँ ना 4 बजे तक पैसे जमा कर दूंगा मैं ....... बस मुझे घर जाने का वक़्त चाहिए इतने पैसे कोई जेब मे ले कर नही घूमता ...... आप ऑपरेशन की तैयारी शुरू करो ......
उसने कहा ठीक है और रानी से बोला आप मेरे साथ आओ कुछ फॉरमैलिटी पूरी करनी है ..... रानी उसके साथ चली गयी ....... कोई 20 मिनट बाद वो आयी उसने मुझसे कहा मेरे साथ चलो विकास मुझे कुछ बात करनी है तुमसे ..... मैं उसके साथ फिर से उसी पार्क में आ गया हम एक जगह बैठ गये और फिर वो एकदम से मेरे पैर पकड़ कर रोने लगी ...... और बोली मुझे माफ कर दो विकास हो सके तो मैं जानती हूं मैंने जो किया है तुम्हारे साथ उस कमीने के कहने पर वो माफी के काबिल नही लेकिन मैं मजबूर थी उसके पास मेरी भी कुछ ऐसी pic और video हैं जिनकी वजह से वो मुझे ब्लैकमेल करता है ........
उसने रोते रोते सब बताया कि कैसे उसके बाप के उसे दिल्ली भेजने के अगले ही दिन उसने रानी को कॉल किया और उसे धमकाते हुए उसे मेरे पीछे लगाया ..... मैंने पूछा यानी जब मैंने विनय के फोन से तुम्हे कॉल की थी विनय बन कर तब तुम जानती थी कि मैं विनय नही विकास हूँ ....... उसने लाचारी से हां में सर हिला दिया ......
तब मैंने भी तुम्हे विनय जैसा ही गलत इंसान समझा था विकास लेकिन मेरे इतना कुछ गलत करने पर भी जिस तरह तुम मेरी मदद कर रहे हो उस से साफ है कि तुम बहोत ही अच्छे दिल के हो ...... प्लीज मुझे माफ़ कर दो विकास वो रोये जा रही थी .........
मैंने उसके आंसू पोंछते हुए कहा रानी अगर मैं तुम्हे गलत समझता तो आज तुमसे मिलने नही आता ना ही तुम्हारी मदद करता और हां विनय के पास अब तुम्हारे कोई pics नही हैं तुम बेवजह उससे डर रही हो उसके पास दीदी के भी pic नही थे वो तो तुमने ही उसे भेज दिए वरना अब वो किसी का कुछ नही पाता ...... लेकिन कोई नही सब ठीक होगा ......
उसने आश्चर्य से पूछा सच मे उसके पास मेरे pic नही हैं पर उसने तो मुझे दिखाए थे ...... मैंने रानी को बताया कि उसका फोन और लैपटॉप मेरे कब्जे में है उसके पास अब कुछ नही है वो कोरी धमकी दे सकता है और कुछ नही कर सकता आज के बाद तुम उसकी कोई बात मानने के लिए मजबूर नही हो ......
मेरी बात सुन कर रानी ने फिर से मेरे पैर पकड़ते हुए कहा ओह विकास तुमने मुझे इस शैतान के चंगुल से पहले ही आज़ाद कर दिया था पर मैं ये बात जान ना सकी और उसके इशारों पर नाचती रही ....... काश मैंने ये सब करने से पहले तुम्हे सब सच सच बता दिया होता ......
मैंने कहा चलो जो हुआ सो हुआ इसमें तुम्हारी इतनी गलती नही है तुम अनजाने और मजबूरी में वो सब कर रही थी ...... पर क्या मैं अब तुम पर भरोसा कर सकता हूँ वो आंसू पोंछते हुए बोली विकास जितना तुमने मेरे लिए किया है मैं शायद इस जन्म में तुम्हारा ये अहसान नही उतार पाऊंगी पर मुझे बेहद खुशी होगी अगर मैं तुम्हारे किसी काम आ सकी .........
मैंने कहा चलो अब तुम मम्मी के पास जाओ उनका ख्याल रखो मैं जा कर पैसे ले आता हूँ ....... फिर मैं वहां से मैं दीदी के कॉलेज पहुंचा और उन्हें ले कर घर आ गया .....
घर आ कर हमने चेंज किया और फिर दीदी से एक चेक साइन करवा के खाना खा के मैं फिर से अस्पताल आ गया रानी को काउंटर पर बुला कर उसके सामने मैंने एक लाख का चेक जमा किया और डॉक्टर को इसकी सूचना दिलवा कर रानी की मम्मी के इलाज में तेजी लाने का अनुरोध किया उनसे और मैने डॉक्टर से कहा उन्हें जनरल वार्ड से प्राइवेट रूम में शिफ्ट के दें .......
ये सब जल्दी ही हो गया और फिर मैंने रानी से पूछा अब मैं जाऊं वो बोली थैंक्स विकास तुम सच मे बहोत अच्छे इंसान हो ...... उस वक़्त हम रानी की मम्मी के रूम के बाहर खड़े थे गैलेरी में कोई नही था रानी एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे होंठ चूसने लगी ...... मुझे उसका थैंक्स बोलने का ये अंदाज बहोत पसन्द आया और दो मिनट के इस लंबे किस को उसने तब तोड़ा जब एक कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी .......
मैंने कहा अब मैं जाऊं कोई जरूरत हो तो कॉल करना उसने कहा ठीक है पर हो सके तो आते रहना टाइम निकाल कर मैंने उसे 5000 रुपये कैश दिए और कहा अपना और मम्मी के खाने पीने का ख्याल रखना ........ वो झिझकने लगी और बोली इतने पैसे मैं कैसे चुकाउंगी विकास मैंने हंस कर कहा तुम्हे ये चुकाने की कोई जरूरत नही है ........
रानी बोली विकी बस मम्मी ठीक हो जाएं फिर तुम्हारा वो काम करती हूं जल्दी से मैंने कहा अभी बस तुम मम्मी के बारे में सोचो बाकी फिर देखेंगे ..... और वहां से निकल गया ......
मैं हॉस्पिटल के बाहर पार्किंग में आया ही था कि तभी मेरे फोन पर मैसेज टोन बजी देखा तो एक sms आया था इसमे एक एड्रेस था ...... तभी राजेश चाचा का काल आया उन्होंने बताया विनय की लोकेशन ट्रेस हो गयी है वो नोएडा में एक फ्लैट में है ....... और उन्होंने वो एड्रेस मुझे sms कर दिया है ...... मैंने कहा धन्यवाद चाचा ...... चाचा बोले अब आगे क्या करोगे ...... मैंने कहा नोएडा जाऊंगा उससे मिलने वो बोले अकेले सम्हाल लोगे सब अगर कहो तो मैं कुछ इंतजाम कर दूं .......
मैंने थोड़ा सोच कर कहा कैसा इंतजाम करोगे आप वो बोले नोएडा पुलिस में मेरी पहचान के एक दो लोग हैं अगर तुम चाहो तो उनसे बोल देता हूँ वो तुम्हारी हेल्प करेंगे ....... मैंने कहा आप उनके नंबर दे दो मुझे अगर मुझे वहाँ जरूरत हुई तो मैं उनसे बात कर लूंगा ...... वो बोले ठीक है मैं तुम्हे उनके नंबर दे देता हूँ और उन्हें तुम्हारा नंबर दे कर सब समझा देता हूं ........
मैंने कहा जी चाचा आपका बहोत बहोत शुक्रिया ...... उन्होंने बेटा अपना शुक्रिया अपने पास ही रख मैं तो सोच रहा था विनय के बाप से कुछ और वसूली कर लूं ...... मैंने कहा जैसी आपकी मर्जी वो बोले चलो ठीक है तुम अपना काम करो मैं अपना काम करता हूँ मैं बोला चाचा अगर वसूली करना तो कुछ मेरे लिए भी कर लेना वो हंसते हुए बोले वो तो मैं करता ही तेरे कहे बिना भी ......
और फिर मैं घर आ गया दीदी मम्मी के साथ किचन में बिजी थी तो मैं ऊपर आ गया और प्रतीक को कॉल की और उन्हें बताया कि विनय की लोकेशन मुझे मिल गयी है और मैं सोच रहा हूँ कि आज रात ही नोएडा निकल जाऊं ...... लेकिन प्रॉब्लम ये है कि घर मे क्या बोलूं .......
उन्होंने कुछ सोचते हुए कहा तुम अकेले नही जाओगे विकास मैं भी साथ चलूंगा और तुम्हारे निकलने का कोई इंतजाम करता हूँ मैं ....... वो बोला मैं थोड़ी देर में तुम्हे कॉल करता हूँ ...... और मैं आंखे बंद कर के लेट गया ...... मेरा दिल कर रहा था उड़ कर विनय के सामने पहुंच जाऊं और फिर मैं क्या करूंगा ये मैं भी नही जानता था .......
कोई आधे घंटे बाद दीदी ऊपर आयी और उन्होंने बताया कि प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था उन्होंने पापा को और तुम्हे एक दो दिन के लिए लखनऊ आने का अनुरोध किया है वो चाहती हैं कि शादी से पहले हम लोग भी एक बार उनका घर परिवार रहन सहन देख आएं ....... मैंने पूछा फिर पापा ने क्या कहा ...... दीदी बोली उन्होंने ये कहा कि मैं वहां क्या करूंगा आ कर विकास को भेज देता हूँ वो घूम आएगा .......
तभी प्रतीक का कॉल आने लगा वो बोले कि मैंने सब इंतजाम कर दिया है आज रात 10 बजे की ट्रेन से तुम लखनऊ आ जाओ सुबह साढ़े सात की फ्लाइट की टिकट बुक कर दी है मैंने हम 9 बजे तक दिल्ली में होंगे ......
मैंने कहा ठीक है मैं आ रहा हूँ ...... दीदी हैरानी से बोली आज ही जा रहे हो क्या ..... ? मैंने कहा हां वो सशंकित हो कर बोली एकदम से जाने की तैयारी कोई खास बात है या वो ही वजह से तो प्रतीक की मम्मी ने बताई ...... मैंने कहा फिलहाल तो वो ही वजह है अब आप मेरी पैकिंग कर दो ....... दीदी ने एक बैग में मेरे दो जोड़ी कपड़े अंडरवियर बनियान टूथ ब्रश वगैरह रख दिया ........ और फिर खाना खा कर और पापा से 20000 रुपये ले कर मम्मी पापा के पैर छू कर मैं निकल पड़ा स्टेशन की ओर .......।
nice update..!!मैंने बहोत देर तक सोचने के बाद सर को झटका दिया और खुद से कहा इसके सिवा कोई रास्ता नही .......
मैंने अपने फोन से प्रतीक का नंबर डायल किया ...... घंटी बजती रही पूरे 30 सेकेंड्स तक और फिर ऑपरेटर की आवाज़ कानो में गूंजने लगी ...... आप जिस नंबर से सम्पर्क करना चाहते हैं वो आपकी कॉल का जवाब नही दे रहे हैं कृपया थोड़ी देर बाद सम्पर्क करें .......
ये सुन कर वो आशा की किरण थोड़ी और धुंधली हो गयी ......
मैंने फोन बेड पर फेंक दिया और समय देखा साढ़े 11 हो रहे थे ..... और तभी फोन की घंटी बजी मैंने झपट कर उठाया तो प्रतीक का कॉल था ...... मैंने जल्दी से कॉल रिसीव की जैसे एक पल की देरी हुई तो कॉल कट जाएगी और बोला जीजा जी प्रणाम ........
प्रतीक हमेशा जैसे प्यार से बोले कहिए क्या हाल हैं साले साहब बड़ी देर रात याद किया मुझे ........ मैंने कहा हां वो बात ही कुछ ऐसी थी इतना बोल के मैं चुप हो गया और सोचने लगा कहाँ से बात शुरू करूँ......
कुछ पल की खामोशी के बाद वो बोले कुछ बताओगे जनाब या यूं ही कोई प्रैंक कर रहे हो मेरे साथ ......
मैंने एक गहरी सांस लेते हुए कहा आज आपके पास जो तस्वीरें आयी हैं दीदी की उनके बारे में बात करनी है .....
वो बोले पहले ये बताओ निकी कहा है मैंने कहा वो सो रही हैं अपने कमरे में वो बोले ठीक है फिर बताओ क्या बात है ........
मैंने कहा मैं आपको कुछ बताना और सुनाना चाहता हूं ..... वो बोले ठीक है आराम से बताओ मैं सुन रहा हूँ ...... मैंने पूरी बात बताई उन्हें विनय का और दीदी का सारा किस्सा और ये भी की कैसे मैंने दीदी को इस दलदल से निकाला पर विनय ने अपनी औकात दिखाई और उन pic की एक कॉपी अपने पास रखी ......
और अब उनकी शादी तुड़वाना चाहता है मैंने उन्हें पूरी बात बताते हुए ये यकीन दिलाने की कोशिश की , कि दीदी मामले में बेकसूर हैं वो सब उन्होंने उसके झांसे में आ कर किया........
लगातार 20-22 मिनट बोलने की वजह से मैं हांफने सा लगा था ......
प्रतीक बोले शांत हो जाओ विकास कह चुके तुम ....... अब मेरी सुनो मुझे तुम्हारी दीदी से कोई शिकायत सिवा इसके कि मुझे ये सब किसी और से मालूम हुआ इतनी बड़ी बात उसे मुझसे यानी अपने होने वाले पति से छुपानी नही चाहिए थी ........
पर मैं समझता हूं किसी लड़की के लिए ये सब बताना भी आसान काम नही पर चूंकि उसने ये बात छुपाने का फैसला किया है इसलिए उसके फैसले की इज्जत करना हम दोनों का फर्ज है और तुम हमारी इस बातचीत के बारे में निकी से कुछ नही बताओगे और मैं भी इस बारे में उससे कोई चर्चा नही करूंगा .......
इतना सुनते ही मेरी उँगलियों ने रिकार्डिंग पॉइंट को टच कर लिया और हमारी बात रिकार्ड होने लगी .......
प्रतीक बोले ........ मेरी भी एक बहन है और कल को उसके साथ ऐसा कुछ हो तो तुम्हारी तरह मैं भी श्वेता का साथ दूंगा ना कि उसे गलत समझने लगूंगा मुझे तुम्हारी ये खूबी बेहद पसन्द आयी और आज से हम जीजा साले के साथ ही अच्छे दोस्त भी हैं ......
अब सुनो इस साले विनय का तो ऐसा इलाज करना है कि ये दोबारा मेरी निकिता का नाम भी अपनी जुबा पर ना लाये ......
मैंने कहा उसकी आप फिक्र मत करो वो सब मेरी जिम्मेवारी पर आपकी बातों से मेरी नजर में भी आपकी इज्जत बहोत बढ़ गयी है जीजा जी .......
प्रतीक बोले तुम्हारी नही हमारी जिम्मेवारी है ये हर कदम पर मैं तुम्हारे साथ हूँ बस निकिता को दुखी मत होने देना ....... मैं उससे किन्ही तस्वीरों का कोई जिक्र ही नही करूंगा .......
मैंने मन ही मन मे ईश्वर को धन्यवाद दिया और कहा आपने तो मेरी चिंता दूर कर दी वो बोले अब वो मेरा भी परिवार है विकास ........ मैंने कहा सही है वो बोले आराम से सो कल दिन में बात करते हैं .......
मैंने कहा ठीक है जीजा जी गुड नाईट वो बोले वैसे तुम चाहो तो मुझे अकेले में प्रतीक भी बोल सकते हो और हंस दिए ...... मैंने भी हंसते हुए कहा और गर किसी दिन गलती से मम्मी या पापा के सामने निकल गया तो जूते पड़ेंगे मुझे .........
मेरी बात सुन कर वो हंस दिए और बोले मैं कोशिश करूंगा कि बचा लूं तुम्हे चलो गुड नाईट सो जाओ और अपनी दीदी का ख्याल रखना ........
उन्होंने फोन काट दिया अब मुझे कल का इंतजार था .....।
मैंने सबसे पहले अपने कमरे में जा कर विनय का फोन अपना पुराना और दीदी का पुराना फोन ऑफ कर के अलमारी में रखा फिर बेड पर आ गया .......
दीदी अभी भी सोई हुई थीं इस समय नींद में उनके चेहरे पर एक निश्चिंतता और सुकून था देख कर अच्छा लगा मैंने उन्हें अपनी बाहों में समेट लिया वो भी नींद में जरा सा कुनमुना कर मेरे सीने से लिपट गयीं और फिर मैं भी नींद में डूब गया ......।
सुबह 7 बजे दीदी ने मुझे हिला कर जगाया मैं उठ बैठा और दीदी की वही उदास रोई हुई शक्ल देख कर मुझे बड़ा गुस्सा आया मैंने कहा क्या दीदी कम से कम सुबह तो अपनी प्यारी सी स्माइल दे दिया करो दिन बन जाता है मेरा और तो वैसे भी कितने जरूरी काम करने हैं मुझे .........
दीदी ने परेशान और हैरान हो कर मुझे देखा और बोलीं ...... क्या हो गया है तुम्हें रात तो बड़े परेशान थे मैंने मुस्कुराते हुए कहा ...... कल ही बोला था आप रोना बंद करो तो मैं कुछ सोचू और आप ही कि रोये ही जा रहे थे आपके सोने के बाद मैंने 12 बजे तक जाग कर आपकी सारी समस्या का समाधान खोज निकाला है लेकिन आपको सबसे पहले मुझे एक प्यारी सी स्माइल देनी होगी वही वाली जिसे देख कर मेरे दिल मे कुछ होता है .......
ये सुन के दीदी के होंठो पर एक फीकी सी मुस्कान आयी और वो जल्दी ही गायब हो गयी ....... मैंने कहा क्या हुआ यार बोल तो रहा हूँ सब सही हो जाएगा........ लेकिन आप सुन ही नही रही हो वो बोली सब सही हो जाएगा फिर भी प्रतीक ........
मैंने कहा आपकी शादी प्रतीक से उसी दिन होगी जिस दिन होनी है ....... और प्रतीक तुम्हे उतना ही प्यार करते हैं जितना दो दिन पहले करते थे बल्कि उस से भी ज्यादा........
ये बात सुन के दीदी एकदम परेशान हो गयी और बोली पर कैसे . ....... मुझे पता है ये सब तुम मुझे बहलाने के लिए कह रहे हो .......
मैं उनकी बात सुन के जोर से हंस दिया और बोला ऐसे कितने दिन बहला के रखूंगा आपको आप ही बताओ ...... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर बिठाया और बोला मेरी बात सुनोगी शांति से.......
फिर मैंने उन्हें सारी बात बताई .......विनय से हुई बातें फिर प्रतीक से हुई बातें उन्हें तब भी मेरी बात पर यकीन नही हुआ तो मैंने अपनी और प्रतीक की बातें की रिकार्डिंग उन्हें सुनाई .......
अब जा कर उन्हें मेरी बात पर यकीन आया और वो थोड़ा सा मुस्कुरा कर बोली कैसे ठीक कर देता है तू मेरी सारी मुसीबतें .......
मैंने उनके चेहरे के सामने चुटकी बजा कर कहा ...... बस ऐसे ....... और आखिर दीदी के चेहरे पर वो कातिल मुस्कान आ ही गई ..........
वो उठने के बाद वैसे ही बैठे रोती रही थीं मैंने कहा अब जाओ फ्रेश हो लो और प्रतीक को मत बता देना की मैंने ये रिकार्डिंग तुम्हे सुनवाई है ........ दीदी मेरी बात समझ कर सर हिलाते हुए बाथरूम में घुस गयीं .......
और मैं भी नीचे उतर आया मेरा प्रेशर भी बन रहा था नहा कर तैयार हो कर मैं नाश्ते के मेज़ पर पहुंचा तो पापा ने कहा अपने फ़ोटो और आधार कार्ड को जेब मे रखना मैं कॉल करूंगा बैंक पहुंच कर तुम वहीं आ जाना दीदी को कॉलेज छोड़ कर ...........
फिर मैं नाश्ता कर के दीदी को ले कर कॉलेज निकल गया तभी पापा का फोन आया वो बोले मैं आधे घंटे में बैंक पहुंच रहा हूँ वहीं आ जा।
मैं दीदी को ड्राप कर के सीधा बैंक गया आधे घंटे में मेरा एकाउंट ओपन हो गया और पापा ने 5 लाख की चेक मेरे एकाउंट में लगा दी ........ फिर वो ऑफिस निकल गए और मैं बाइक ले कर ...... सीधा राजेश चाचा की चौकी पहुंचा पर पता चला वो किसी लूट के केस की जांच के सिलसिले में कहीं गए हैं .......
मैंने उन्हें कॉल की तो पता चला वो आधे घंटे में लौट आएंगे मैं अंदर वाले कमरे में जा कर बैठ गया स्टाफ तो मुझे जानता ही था एक चाय भी आ गयी मैंने चाय पीते हुए रानी को काल किया ........
रानी ने कॉल रिसीव किया मैंने उस से सामान्य लहजे में पूछा कैसी हो उसने कहा ठीक हूँ पर उसकी आवाज़ में वो चहक नही थी ...... मैंने पूछा क्या हुआ कुछ परेशान लग रही हो तो वो बोली ऐसी कोई बात नही ......
मैंने कहा मिलना है तुमसे तो वो बोली अभी दो चार दिन नही मिल पाऊंगी टाइम नही है मैंने कहा मुझे आज ही मिलना है हर हाल में वो बोली समझा करो न अभी नही मिल सकती मैंने कहा ठीक है फिर मैं घर आ जाता हूँ तेरे वो थोड़ा घबरा कर बोली नही नही तुम घर मत आना मम्मी आ गयी हैं ..........
मैंने कहा फिर तुम ही आ जाओ मिलने कहीं वो थोड़ा सोच कर बोली ठीक है शाम को मिलती हूँ मैंने कहा ok मैं शाम को कॉल करूंगा तुम्हे .......
और फिर थोड़ी देर और इंतजार करने के बाद राजेश चाचा की गाड़ी सायरन बजाती हुई चौकी में दाखिल हुई ...... वो सीधा अंदर आये मैंने उनके पैर छुए तो मेरी पीठ पर हाथ रख कर बोले ...... फिर से कुछ हुआ क्या मैंने कहा कुछ नही बहुत कुछ हुआ है चाचा .......
उन्होंने बैठते हुए कहा बैठो और आराम से पूरी बात बताओ ....... मुझे खुद को और दीदी को भी बचाना था क्योंकि कुछ गलतियां मुझसे भी हुई थीं ....... मैंने सावधानी से चाचा को विनय की नई हरामीपन के बारे में बताना शुरू किया बस मैं रानी वाला कांड छुपा गया और ये भी की विनय के फोन से अभी मैंने दीदी की pic डिलीट नही की थीं ...... बाकी पूरी बात मैंने उसे बता दी वो गुस्से से भर कर बोले इसका मतलब वो हरामी झूठ बोल रहा था और उसके पास उन pic की और कॉपी थी मैंने कहा लगता तो ऐसा ही है .......
फिर वो बोले उठवाता हूँ उसे फिर से मैंने कहा चाचा इस बार मुझे दूसरी तरह की मदद चाहिए आपसे वो बोले कैसी दूसरी तरह की मदद मैंने कहा आप बस विनय की लोकेशन ढूंढने में मेरी मदद कर दो वो यहां नही है किसी और स्टेट में है शायद ......
उन्होंने पूछा वो तो शाम तक मिल जाएगी बस उसका मौजूदा नंबर दो मुझे लेकिन उसके बाद ........ मैंने गुस्से से दांत पीसते हुए कहा उसके बाद मैं खुद उससे मिलने जाऊंगा वो थोड़ा सोच कर बोले ठीक है लेकिन ऐसा कुछ मत कर देना जिससे तुम्हारी जिंदगी खराब हो मैंने कहा आप निश्चिंत रहो मैं जो भी करूंगा खुद को और आपको सेफ रखते हुए करूंगा ........
उन्होंने विनय का नया नंबर लिया मुझसे और किसी को कॉल कर के वो नंबर नोट करवाया और उस नंबर की लोकेशन और सी डी आर जल्दी से जल्दी भेजने को कहा ........ फिर वो बोले शाम तक मिल जाएगा और कोई काम हो तो बोलो मैंने उनके पैर छूते हुए कहा फिलहाल इतना काफी है चाचा और मैं वहां से निकल आया .......
अभी 12 बज रहे थे 3 घंटे का समय था मेरे पास मैंने फिर से रानी को कॉल की और पूछा कहाँ हो तुम अभी वो बोली हॉस्पिटल में हूँ मैंने पूछा वहां क्या कर रही हो तो वो रोने लगी उसने रोते रोते बताया कि उसकी मम्मी की तबियत खराब है काफी दिनों से ........ और कल रात तेज दर्द हुआ उनके पेट मे तो हॉस्पिटल ले आयी पर यहां डॉक्टर उनका ऑपरेशन करने को कह रहे हैं ...... और .......
मैंने कहा तुम किस हॉस्पिटल में हो नाम बताओ उसने बताया और मैं फोन काट कर हॉस्पिटल की ओर चल दिया वहां पहुंच कर मैंने उसे फिर कॉल की और बताया कि मैं नीचे हूँ आ जाओ 5 मिनट में वो हॉस्पिटल से बाहर आती दिखी मुझे खड़ा देख कर वो मेरे पास आ गयी .......
वो मुझसे नजरें चुरा रही थी मैंने उसका हाथ पकड़ा और हॉस्पिटल के सामने बने हुए पार्क की ओर ले गया वहां एक खाली जगह बैठ कर मैंने पूछा मम्मी को क्या हुआ है रानी ...... वो रोने लगी और रोते रोते उसने बताया कि उनके पेट मे पिछले एक साल से दर्द हो रहा था डॉक्टर जांच और इलाज को कह रहे थे पर उसके पास इतने पैसे नही थे जो थोड़ा बहोत वो कमाती थी उस से घर और भाई की पढ़ाई ही मुश्किल से चलती थी ....... इतना महंगी जांच और इलाज के लिए पैसे ही नही इकट्ठे हो रहे थे ......
फिर उस दिन जब उसकी मम्मी अपने भाई के यहां गयी थीं तो वो इलाज के लिए पैसे उधार मांगने गई थीं लेकिन मामा ने भी उन्हें बस 5000 दे कर टरका दिया और 5000 मैंने दिए उसे ...... लेकिन वापस आते ही अगली रात उसकी माँ के पेट मे बेतहाशा दर्द होने लगा और उसे रात में ही उन्हें हॉस्पिटल ले कर आना पड़ा .........
अस्पताल वालों ने उन्हें भर्ती कर लिया और 10000 रुपये फौरन जमा करने को बोला वो तो उसने जमा कर दिए पर अब उसके पास एक पैसा नही है और जांच में आया कि उसकी मम्मी की बच्चेदानी में ट्यूमर है जल्दी से जल्दी ऑपरेशन करना होगा उसमे 80 हजार से 1 लाख तक खर्च आ सकता है और उसके पास पैसे नही हैं ......
मैंने उसकी पूरी बात सुनी और उसके आंसू पोंछते हुए कहा तो तुम ये परेशानी मुझसे बता सकती थी मैं करता कुछ ना कुछ तुम्हारी मम्मी के इलाज के लिए ...... चलो मैं डॉक्टर से बात करता हूँ फिर वो मुझे ले कर डॉक्टर के पास आई मैंने डॉक्टर से बात की उसने भी वही सब बताया मुझे।
मैंने कहा पैसा आपके पास दो घंटे में पहुंच जाएगा आप इलाज शुरू करिये और किसी भी तरह की कोई लापरवाही मत करिए उनके इलाज में ........
डॉक्टर ने कहा ठीक है सारा मामला पैसों की वजह से ही अटका हुआ था ये (उसने रानी की ओर इशारा करते हुए कहा) बोल रही थी पैसे नही हैं इसके पास ...... मैंने कहा अब मैं बोल रहा हूँ ना 4 बजे तक पैसे जमा कर दूंगा मैं ....... बस मुझे घर जाने का वक़्त चाहिए इतने पैसे कोई जेब मे ले कर नही घूमता ...... आप ऑपरेशन की तैयारी शुरू करो ......
उसने कहा ठीक है और रानी से बोला आप मेरे साथ आओ कुछ फॉरमैलिटी पूरी करनी है ..... रानी उसके साथ चली गयी ....... कोई 20 मिनट बाद वो आयी उसने मुझसे कहा मेरे साथ चलो विकास मुझे कुछ बात करनी है तुमसे ..... मैं उसके साथ फिर से उसी पार्क में आ गया हम एक जगह बैठ गये और फिर वो एकदम से मेरे पैर पकड़ कर रोने लगी ...... और बोली मुझे माफ कर दो विकास हो सके तो मैं जानती हूं मैंने जो किया है तुम्हारे साथ उस कमीने के कहने पर वो माफी के काबिल नही लेकिन मैं मजबूर थी उसके पास मेरी भी कुछ ऐसी pic और video हैं जिनकी वजह से वो मुझे ब्लैकमेल करता है ........
उसने रोते रोते सब बताया कि कैसे उसके बाप के उसे दिल्ली भेजने के अगले ही दिन उसने रानी को कॉल किया और उसे धमकाते हुए उसे मेरे पीछे लगाया ..... मैंने पूछा यानी जब मैंने विनय के फोन से तुम्हे कॉल की थी विनय बन कर तब तुम जानती थी कि मैं विनय नही विकास हूँ ....... उसने लाचारी से हां में सर हिला दिया ......
तब मैंने भी तुम्हे विनय जैसा ही गलत इंसान समझा था विकास लेकिन मेरे इतना कुछ गलत करने पर भी जिस तरह तुम मेरी मदद कर रहे हो उस से साफ है कि तुम बहोत ही अच्छे दिल के हो ...... प्लीज मुझे माफ़ कर दो विकास वो रोये जा रही थी .........
मैंने उसके आंसू पोंछते हुए कहा रानी अगर मैं तुम्हे गलत समझता तो आज तुमसे मिलने नही आता ना ही तुम्हारी मदद करता और हां विनय के पास अब तुम्हारे कोई pics नही हैं तुम बेवजह उससे डर रही हो उसके पास दीदी के भी pic नही थे वो तो तुमने ही उसे भेज दिए वरना अब वो किसी का कुछ नही पाता ...... लेकिन कोई नही सब ठीक होगा ......
उसने आश्चर्य से पूछा सच मे उसके पास मेरे pic नही हैं पर उसने तो मुझे दिखाए थे ...... मैंने रानी को बताया कि उसका फोन और लैपटॉप मेरे कब्जे में है उसके पास अब कुछ नही है वो कोरी धमकी दे सकता है और कुछ नही कर सकता आज के बाद तुम उसकी कोई बात मानने के लिए मजबूर नही हो ......
मेरी बात सुन कर रानी ने फिर से मेरे पैर पकड़ते हुए कहा ओह विकास तुमने मुझे इस शैतान के चंगुल से पहले ही आज़ाद कर दिया था पर मैं ये बात जान ना सकी और उसके इशारों पर नाचती रही ....... काश मैंने ये सब करने से पहले तुम्हे सब सच सच बता दिया होता ......
मैंने कहा चलो जो हुआ सो हुआ इसमें तुम्हारी इतनी गलती नही है तुम अनजाने और मजबूरी में वो सब कर रही थी ...... पर क्या मैं अब तुम पर भरोसा कर सकता हूँ वो आंसू पोंछते हुए बोली विकास जितना तुमने मेरे लिए किया है मैं शायद इस जन्म में तुम्हारा ये अहसान नही उतार पाऊंगी पर मुझे बेहद खुशी होगी अगर मैं तुम्हारे किसी काम आ सकी .........
मैंने कहा चलो अब तुम मम्मी के पास जाओ उनका ख्याल रखो मैं जा कर पैसे ले आता हूँ ....... फिर मैं वहां से मैं दीदी के कॉलेज पहुंचा और उन्हें ले कर घर आ गया .....
घर आ कर हमने चेंज किया और फिर दीदी से एक चेक साइन करवा के खाना खा के मैं फिर से अस्पताल आ गया रानी को काउंटर पर बुला कर उसके सामने मैंने एक लाख का चेक जमा किया और डॉक्टर को इसकी सूचना दिलवा कर रानी की मम्मी के इलाज में तेजी लाने का अनुरोध किया उनसे और मैने डॉक्टर से कहा उन्हें जनरल वार्ड से प्राइवेट रूम में शिफ्ट के दें .......
ये सब जल्दी ही हो गया और फिर मैंने रानी से पूछा अब मैं जाऊं वो बोली थैंक्स विकास तुम सच मे बहोत अच्छे इंसान हो ...... उस वक़्त हम रानी की मम्मी के रूम के बाहर खड़े थे गैलेरी में कोई नही था रानी एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे होंठ चूसने लगी ...... मुझे उसका थैंक्स बोलने का ये अंदाज बहोत पसन्द आया और दो मिनट के इस लंबे किस को उसने तब तोड़ा जब एक कमरे का दरवाजा खुलने की आवाज़ आयी .......
मैंने कहा अब मैं जाऊं कोई जरूरत हो तो कॉल करना उसने कहा ठीक है पर हो सके तो आते रहना टाइम निकाल कर मैंने उसे 5000 रुपये कैश दिए और कहा अपना और मम्मी के खाने पीने का ख्याल रखना ........ वो झिझकने लगी और बोली इतने पैसे मैं कैसे चुकाउंगी विकास मैंने हंस कर कहा तुम्हे ये चुकाने की कोई जरूरत नही है ........
रानी बोली विकी बस मम्मी ठीक हो जाएं फिर तुम्हारा वो काम करती हूं जल्दी से मैंने कहा अभी बस तुम मम्मी के बारे में सोचो बाकी फिर देखेंगे ..... और वहां से निकल गया ......
मैं हॉस्पिटल के बाहर पार्किंग में आया ही था कि तभी मेरे फोन पर मैसेज टोन बजी देखा तो एक sms आया था इसमे एक एड्रेस था ...... तभी राजेश चाचा का काल आया उन्होंने बताया विनय की लोकेशन ट्रेस हो गयी है वो नोएडा में एक फ्लैट में है ....... और उन्होंने वो एड्रेस मुझे sms कर दिया है ...... मैंने कहा धन्यवाद चाचा ...... चाचा बोले अब आगे क्या करोगे ...... मैंने कहा नोएडा जाऊंगा उससे मिलने वो बोले अकेले सम्हाल लोगे सब अगर कहो तो मैं कुछ इंतजाम कर दूं .......
मैंने थोड़ा सोच कर कहा कैसा इंतजाम करोगे आप वो बोले नोएडा पुलिस में मेरी पहचान के एक दो लोग हैं अगर तुम चाहो तो उनसे बोल देता हूँ वो तुम्हारी हेल्प करेंगे ....... मैंने कहा आप उनके नंबर दे दो मुझे अगर मुझे वहाँ जरूरत हुई तो मैं उनसे बात कर लूंगा ...... वो बोले ठीक है मैं तुम्हे उनके नंबर दे देता हूँ और उन्हें तुम्हारा नंबर दे कर सब समझा देता हूं ........
मैंने कहा जी चाचा आपका बहोत बहोत शुक्रिया ...... उन्होंने बेटा अपना शुक्रिया अपने पास ही रख मैं तो सोच रहा था विनय के बाप से कुछ और वसूली कर लूं ...... मैंने कहा जैसी आपकी मर्जी वो बोले चलो ठीक है तुम अपना काम करो मैं अपना काम करता हूँ मैं बोला चाचा अगर वसूली करना तो कुछ मेरे लिए भी कर लेना वो हंसते हुए बोले वो तो मैं करता ही तेरे कहे बिना भी ......
और फिर मैं घर आ गया दीदी मम्मी के साथ किचन में बिजी थी तो मैं ऊपर आ गया और प्रतीक को कॉल की और उन्हें बताया कि विनय की लोकेशन मुझे मिल गयी है और मैं सोच रहा हूँ कि आज रात ही नोएडा निकल जाऊं ...... लेकिन प्रॉब्लम ये है कि घर मे क्या बोलूं .......
उन्होंने कुछ सोचते हुए कहा तुम अकेले नही जाओगे विकास मैं भी साथ चलूंगा और तुम्हारे निकलने का कोई इंतजाम करता हूँ मैं ....... वो बोला मैं थोड़ी देर में तुम्हे कॉल करता हूँ ...... और मैं आंखे बंद कर के लेट गया ...... मेरा दिल कर रहा था उड़ कर विनय के सामने पहुंच जाऊं और फिर मैं क्या करूंगा ये मैं भी नही जानता था .......
कोई आधे घंटे बाद दीदी ऊपर आयी और उन्होंने बताया कि प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था उन्होंने पापा को और तुम्हे एक दो दिन के लिए लखनऊ आने का अनुरोध किया है वो चाहती हैं कि शादी से पहले हम लोग भी एक बार उनका घर परिवार रहन सहन देख आएं ....... मैंने पूछा फिर पापा ने क्या कहा ...... दीदी बोली उन्होंने ये कहा कि मैं वहां क्या करूंगा आ कर विकास को भेज देता हूँ वो घूम आएगा .......
तभी प्रतीक का कॉल आने लगा वो बोले कि मैंने सब इंतजाम कर दिया है आज रात 10 बजे की ट्रेन से तुम लखनऊ आ जाओ सुबह साढ़े सात की फ्लाइट की टिकट बुक कर दी है मैंने हम 9 बजे तक दिल्ली में होंगे ......
मैंने कहा ठीक है मैं आ रहा हूँ ...... दीदी हैरानी से बोली आज ही जा रहे हो क्या ..... ? मैंने कहा हां वो सशंकित हो कर बोली एकदम से जाने की तैयारी कोई खास बात है या वो ही वजह से तो प्रतीक की मम्मी ने बताई ...... मैंने कहा फिलहाल तो वो ही वजह है अब आप मेरी पैकिंग कर दो ....... दीदी ने एक बैग में मेरे दो जोड़ी कपड़े अंडरवियर बनियान टूथ ब्रश वगैरह रख दिया ........ और फिर खाना खा कर और पापा से 20000 रुपये ले कर मम्मी पापा के पैर छू कर मैं निकल पड़ा स्टेशन की ओर .......।
करते रहिए शक करने में क्या जाता हैnice update..!!
yaar pata nahi muze iss pratik pe kyun shak ho raha hai..!!
कुछ तो करना ही होगा दोनो के प्यार का मामला है ......लगता है विकास और प्रतीक कुछ बड़ा करने का प्लान कर रहे है विनय के लिए। क्या वो सब कुछ ठीक कर पाएंगे ? रोमांचक और मज़ेदार अपडेट।