अगले दिन सुबह 6 बजे फोन की घंटी से मेरी नींद खुली दीदी अभी सो रही थी मेरी बगल में , उनकी नाइटी उनके घुटनो से ऊपर थी उनकी चिकनी नरम नंगी टांगे देख कर सवेरे सवेरे ही मेरे लंड में तनाव आ गया और मेरी कुछ ज्यादा देखने की इच्छा होने लगी .......
मैंने दीदी की नाइटी के एक सिरे पकड़ कर उठाया और अंदर झांका आआहहह अंदर का नजारा देख कर मेरे मुह से आह निकल गयी और मेरा लंड तेजी से उछलने लगा ...... दीदी पेट के बल सोई थी एक टांग मोड़ कर और पीछे से उनकी नाइटी उठा कर देखने पर मेरी नजर सीधा उनकी गुलाबी चुत और चिकनी गांड़ पर पड़ी .....
मैंने वो दिलकश नजारा कुछ सेकेंड ही देखा कि दीदी भी जाग गयीं और मैंने जल्दी से उनकी नाइटी छोड़ दी फोन की रिंग सुन कर उन्होंने आंख मसलते हुए तकिए के नीचे से फोन निकाला ......
प्रतीक का कॉल था दीदी ने रिसीव किया और अलसायी हुई आवाज़ में बोली गुड मोर्निंग प्रतीक .......
अभी उधर की आवाज़ मुझे नही सुनाई दे रही थी .......
दीदी- मैं तो सो रही थी बस अभी आंख खुली ......
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दीदी- छी गंदे टॉयलेट से कौन कॉल करता है ......
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दीदी-नही नही मुझे ऐसा शौक नही है मैं नही कर पाऊंगी .......
इधर मैं लंड मसलते हुए दीदी को देखे जा रहा था अचानक दीदी ने मुझे अपना लंड मसलते देखा तो थोड़ा सरक कर मेरी ओर आयी और लोअर के उपर से मेरा खड़ा लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी .......
आज मैं भी उन्हें मना नही कर पाया फिर कुछ सोचते हुए उन्होंने फोन का स्पीकर ऑन कर दिया .......
प्रतीक- जानू plz एक बार मुझे वीडियो कॉल करना ना बाथरूम से ......
दीदी- धत्त बाथरूम से क्यों मैं कमरे से कर लुंगी ठीक है......
प्रतीक - ठीक है कमरे से ही सही ...... उसकी आवाज़ में हल्की सी निराशा थी ......
दीदी- अभी करूँ .....
प्रतीक - खुश हो कर ok करो ना जान plz
और फिर दीदी ने कॉल काट दी और मेरा लंड दबाते हुए बोली ऊफफ एक तरफ तूने मेरी हालत खराब की हुई है और ये प्रतीक शायद मुझे नंगी देखना चाहता है ......
मैंने कहा मैंने क्या हालत खराब की है आपकी ....... दीदी बोली सवेरे सवेरे अपना लंड खड़ा कर के मसल रहा है और कह रहा मैंने क्या किया ..... अब खड़ा लंड देख कर तो मेरा भी मूड बनेगा ना .......
हमारी बात चीत चल ही रही थी कि तभी व्हाट्सएप्प पर प्रतीक की कॉल आने लगी .......
दीदी ने पूछा रिसीव कर लूं मैंने हां में सर हिला दिया ...... और उन्होंने मेरा लंड छोड़ कर दूर खिसकते हुए कॉल रिसीव कर ली ब्लैक नाइटी के ऊपर के दो बटन खुले हुए थे ..... और दीदी इस टाइम बेहद सेक्सी लग रही थी ...... मैं दीदी के हुस्न देख के सोचने लगा पता नही दीदी को देख के प्रतीक की क्या हालत होगी कही वो मुठ ना मारने लगे ...... मेरे ख्याल पर मुझे हंसी आयी ....... फिर दीदी ने कॉल रिसीव कर ली और डिस्प्ले पर प्रतीक को देख कर हाथ हिलाते हुए हेलो किया ......
प्रतीक की आवाज़ मेरे कानों में पड़ी गुड मॉर्निंग जान आज तो मेरा दिन बन गया ...... दीदी ने कहा वो कैसे ...... प्रतीक ने कहा मेरी इत्ती क्यूट और सेक्सी होने वाली बीवी के दीदार हो गए सुबह सुबह आज तो मेरा दिन अच्छा ही होना है देख लेना ....... दीदी बोली लेकिन तुम कब तक बाथरूम में घुसे रहोगे ..... प्रतीक बोला अभी 6 ही तो बजे हैं मुझे साढ़े बजे आफिस निकलना होता है बहोत टाइम है ...... दीदी बोली अच्छा जी टाइम है तो बस फोन पर ही लगे रहोगे क्या ...... लगता है मम्मी अभी नही उठी ..... प्रतीक बोला मम्मी और श्वेता तो उठ गई होंगी श्वेता साढ़े छह बजे कोचिंग जाती है ...... बाकी मेरा रूम तो ऊपर है यहीं अकेले रहता हूँ मम्मी और श्वेता कम ही आती हैं यहां मुझे कोई डिस्टर्ब नही करता ........
दीदी बोली बढ़िया है मेरी मम्मी तो मुझे ज्यादा देर ऊपर रुकने ही नही देती बस आवाज़ें लगाने लगती हैं ....... तुम अभी कमोड पर बैठे हो ना ......?
प्रतीक हां यार उसी पर बैठा हूँ पर लगता है अब एक चेयर रखनी पड़ेगी बाथरूम में ...... दीदी हेहेहे बाथरूम में चेयर कौन रखता है...... प्रतीक बोला रखता तो कोई नही पर खड़े खड़े बात करूंगा तो थक जाऊंगा ......
दीदी तो आराम से कमरे में बैठ कर क्यों नही बात करते ...... ये तुम्हारा दायां हाथ हिल क्यों रहा है ...... प्रतीक ..... नही बस खुजा रहा हूँ ...... दीदी बड़ी खुजली हो रही सवेरे सवेरे ...... प्रतीक हां लड़को को सवेरे खास जगह पर खुजली हो ही जाती है शायद तुम्हें भी होती होगी ..... दीदी नही जी मुझे ऐसी किसी जगह पर कोई खुजली नही होती और सुबह सुबह तो एकदम नही होती ...... प्रतीक बोले ..... रात में तो होती होगी ..... दीदी धत्त फालतू की बातें मत करो ok ...... अच्छा अब रखती हूं कॉलेज जाना है बहोत काम है ...... प्रतीक बोले ok bye my love ..... अपना खयाल रखना ..... दीदी बोली मेरा ख्याल मैं नही रखती मेरा भाई रखता है और मम्मी पापा भी ..... तुम अपना ख्याल रखना ..... bye जान ..... love you ...... प्रतीक uuummmhhhh जान ..... दीदी ...... uuuummmmm
और फिर दीदी ने कॉल काट दी ...... मुझे देख कर बोली विकी इस प्रतीक ने तो सुबह सुबह गरम कर दिया मुझे मैंने कहा आपने भी तो उसकी बुरी हालत कर दी बेचारा हिलाने लगा सवेरे सवेरे दीदी हंसते हुए बोली ....... हां शायद हिला ही रहा था ..... मैंने कहा दीदी प्रतीक से उसके लंड की pic लो न चेक कर लो कैसा है कहीं छोटी सी लुल्ली ना हो की बाद में आपको अफसोस हो उस से शादी कर के .......
दीदी बड़ी कुटिल मुस्कान से बोली ऐसा लगता तो नही है फिर भी ऐसा हुआ तो मुझे तेरे से ही काम चलाना पड़ेगा ...... मैंने भी हंस कर कहा ये सर्विस तो आपके लिए अवलेबल नही है ......
दीदी ने धीरे से कहा ...... देखती हूँ कब तक ..... मैंने हैरानी से दीदी का मुह देखा और वो मुस्कुराते हुए उठ कर बाथरूम में घुस गयीं .........
मैं उनकी बात सुन के सोच में पड़ गया तभी संजय की कॉल आयी और उसने पूछा कुछ जुगाड़ बना मेरा मैंने कहा हां वो रेडी है बस तू जगह का इंतजाम कर ले वो कुढ़ते हुए बोला साले अब मैं जगह कहाँ से लाउं कैसा झांटू दोस्त है तू ........
मैंने कहा यही झांटू दोस्त तेरे लिए चूत का जुगाड़ कर रहा है अब क्या मैं तुझे चोदने के लिए नया घर बनवा कर दूं ...... वो लगभग गिड़गिड़ाते हुए बोला मैं कहाँ जगह का इंतजाम कर पाऊंगा कुछ कर ना चूतिये ..... मैंने कहा अच्छा फिर थोड़ा टाइम और दे देखता हूँ कुछ वो खुश हो कर बोला तू कर लेगा पता है मुझे ..... भाई मेरा ये काम करवा दे जी भर के पिलाऊंगा तुझे मैंने उसकी बात सुन कर हंसते हुए कहा ...... जानता है ना तू की दो की लिमिट है मेरी ....... फिर मैंने फोन काट दिया और दीदी के बाथरूम से निकलने एक बाद फौरन बाथरूम में घुस गया और देखा कि बाथरूम में दीदी की ब्रा पैंटी हेंगर पर लटकी थी शायद कल रात चेंज करते समय उन्होंने उतार दी होगी क्यों कि सुबह तो वो नंगी थी बिना पैंटी ब्रा के सिर्फ नाइटी में ...... मैंने दीदी की ब्लू कलर की कॉटन पैंटी उठाई और उसे ले कर कमोड पर बैठ गया .......
मैंने दीदी की पैंटी गौर से देखी चूत के पास वाले कपड़े पर हल्का सा दाग लगा था ..... मैं उसे सूंघने लगा बड़ी मस्त खुशबू आ रही थी उस खुशबू को सूंघते ही लंड राकेट हो गया मैं लंड सहलाते हुए पैंटी सूंघते हुए हल्का हुआ और फिर नहा कर तैयार हो कर नीचे आ गया नाश्ता कर के मैं और दीदी कॉलेज के लिए निकल गए ..........
शाम को कॉलेज से वापस आते हुए दीदी बोली विकी मुझे गोलगप्पे खाने हैं मैंने उन्हें एक अच्छी सी चाट की दुकान पर पेट भर गोलगप्पे और पपड़ी चाट खिलाई ...... दीदी खुश हो गईं गोलगप्पे उनकी फेवरेट चीज है ....... फिर हम घर आ गए और चेंज कर के मैं तो निकल गया संजय से मिलने और दीदी वही अपने कमरे में अपना फोन ले कर बैठ गईं ........
मैं संजय के पहुंचा वो फिर से मेरे तेल लगाने लगा ...... मैंने रानी को कॉल की और पूछा कोई जगह है क्या जहां वो और संजय मिल सकें रानी ने एक होटल का नाम बताया और बोली वहां 300 रुपये घंटे एक हिसाब से रूम मिल जाता है बिना id के मैंने कहा ठीक है फिर संडे को (जो दो दिन बाद था) वही प्रोग्राम फिक्स करते हैं वो बोली ठीक है .........
पर संजय की गांड़ फट रही थी कोई जान पहचान का देख ना ले कही पुलिस की रेड ना पड़ जाए ऐसे कई सवाल कर कर के वो मेरा दिमाग चाटने लगा ....... मैंने कहा फिर तू पोर्न देख कर मुठ मार ले गांडू........ चोदने का ख्याल दिल से निकाल दे आखिर में वो इतने पर राजी हुआ की मैं भी उसके साथ चलूंगा मैंने कहा ठीक है .......
वो खुश हो कर बोला भाई आज मैं बहोत खुश हूं परसों पहली बार मैं भी लड़की चोदूगा चल इसी खुशी में तुझे बियर पिलाता हूँ ....... उसकी खुशी देख कर मुझे भी खुशी हुई और फिर हम दोनों मार्केट आ गए ...... एक एक बियर पी और फिर मैं उसे उसके घर छोड़ कर घर आ गया ........
घर आया तो मम्मी बड़ी खुश दिख रही थीं ....... पापा भी बैठे मम्मी से बातें कर रहे थे माहौल अच्छा था मुझे लगा कोई खास बात है ...... मुझे देखते ही पापा बोले आजा बेटा यहाँ बैठ हमारे पास ...... मैं जा कर बैठ गया तो उन्होंने बताया प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था ...... उन्होंने बताया है कि निकिता और प्रतीक की कुंडली मिल गयी है और पंडित जी ने नवंबर की 27 तारीख शादी के लिए निकाली है ....... आज 3 october है तो हमारे पास लगभग डेढ़ महीने से कुछ ज्यादा टाइम है सारी तैयारियों के लिए इसलिए मैं चाहता हूं कि अब दो चार दिन में ही शादी के इंतजाम शुरू कर दिए जाएं मैं अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करना चाहता हूं .......
मैंने कहा जी पापा आप निश्चिंत रहिये मैं सब सम्हालूँगा और दीदी की शादी एकदम शानदार होगी पापा ने मेरे बात सुन कर मेरी पीठ पर हाथ फिराते हुए कहा ठीक है बेटा मैं कल ही तुम्हारा एकाउंट खुलवा देता हूँ और फिलहाल 5 लाख रुपये उसमे डलवा देता हूँ ....... किसी चीज की कोई कमी नही होनी चाहिए ..... मैंने कहा जी पापा वो बोले कल सुबह मेरे साथ बैंक चलना ..... मैंने कहा जी पापा फिर वो बोले अब जा के अपनी दीदी को भी ये गुड न्यूज दे दो .. . ...
मैं ऊपर अपने कमरे आ गया देखा तो दीदी यहां नही थी मैं उनके कमरे में गया तो दीदी बेड पर लेटी फोन पर बात कर रही थीं ...... प्रतीक से ........
दीदी- अब जैसे 25 साल इंतजार किया है डेढ़ महीने और करो ना फिर तो मैं आ ही जाऊंगी तुम्हारे पास ......
मुझे दरवाजे पर खड़े देख उन्होंने मुझे अपने पास आने का इशारा किया और मैं जा कर चुपचाप उनके बगल में बैठ गया ........
दीदी ने स्पीकर ऑन करते हुए कहा ....... हो या ना हो करना तो पड़ेगा ही जान ........
प्रतीक- हां यार यही तो मजबूरी है पर सब्र नही होता क्या करूँ ......
दीदी- वही करो जो अब तक करते थे अपने हाथ का इस्तेमाल ......
प्रतीक - वो तो करूंगा ही पर उस से तड़प कम नही होती और बढ़ जाती है.......
दीदी- हंसते हुए अच्छा सुनो रोज रोज मत करना पता लगा मेरे वहां आते आते सब खत्म कर दो कुछ बाकी ही ना रहे उसमे ......
प्रतीक- अरे नही जान रोज रोज नही पर हफ्ते में दो या तीन बार तो करना ही पड़ता है .......
मैं समझ गया ये बातें प्रतीक के मुठ मारने के बारे में हो रही हैं ......
प्रतीक- वैसे तुम कितनी बार करती हो महीने में .....?
दीदी- मेरा कोई फिक्स नही है जब बहोत मन होता है कर लेती हूं ...... हाय कितनी गंदी बातें पूछ रहे हो तुम मुझसे ........
प्रतीक-इसमे गंदा क्या है जान अब तो हम पति पत्नी बनने ही वाले हैं कुछ दिन में फिर तो हम सब करेंगे ही ........
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दीदी- हां लेकिन अभी तो नही बने ना .......
प्रतीक- इसीलिए तो अभी सिर्फ बातों से काम चलाना पड़ रहा है .......अच्छा जानू एक चीज मांगू मना तो नही करोगी ......
दीदी- क्या ..... कोई ऐसी वैसी चीज मत मांगना जो मैं ना दे सकूं ........
मुझे लगा प्रतीक दीदी की nude pic मांगेगा मुठ मारने के लिए पर वो मेरी सोच से ज्यादा ही ठरकी निकल गया ........
प्रतीक-अगली बार जब भी मन हो तुम्हारा फिंगरिंग करने का मुझे बता देना हम साथ मे करेंगे जान बहोत मज़ा आएगा .......
दीदी- धत्त ..... मुझे तो शर्म आएगी ना .......
प्रतीक- प्लीज जानू मान जाओ ना मैं हाथ जोड़ के रिक्वेस्ट कर रहा हूँ मेरी इतनी छोटी सी ख्वाइश नही पूरी कर सकती ........
दीदी- ऊफफ ये छोटी सी ख्वाइश है तो बड़ी ख्वाइश कैसी होगी ......
प्रतीक- हंस कर बोला पहले छोटी तो पूरी कर दो मेरी जान फिर बड़ी वाली भी बता दूंगा ......
दीदी- लेकिन मैंने कभी इस तरह नही किया ना ......
प्रतीक- निकी मेरी जान तुमने पहले कभी सेक्स भी तो नही किया ना ......?
दीदी- नही किया .....
प्रतीक- तो फिर तुम शादी के बाद मुझे सेक्स नही करने दोगी ?
दीदी- नही मेरा वो मतलब नही था .....
प्रतीक- क्यों तब भी यही कहने लगी की मैंने कभी सेक्स नही किया इसलिए अभी भी नही करूंगी ...... तो मेरा क्या होगा...... मुझे शादी के बाद भी हाथ से हिलाना पड़ेगा (ये कहते हुए प्रतीक ने अपनी आवाज़ में दुख के भाव उतपन्न कर लिए)
उसकी नौटंकी देख कर मुझे हंसी आने लगी और दीदी भी मुस्कुरा दी ........
दीदी- अरे अरे मेरा बच्चा दुखी हो गया .......
प्रतीक- तो क्या खुश होऊं मुझे ऐसी शर्मीली बीवी मिलने वाली है जिसे कुछ करना पसंद ही नही .......
दीदी- हंसते हुए बोली एक काम करो फिर ये रिश्ता कैंसल कर दो ...... कोई और ढूंढ लो जिसे सब पसन्द हो ......
प्रतीक-किसी और की तो कोई गुंजाइश है ही नही अब निकी , प्यार हो गया है तुमसे जीऊंगा तो तुम्हारे साथ वरना अकेला ये जिंदगी बिता कर तनहा मर जाऊंगा एक दिन ........
दीदी- गुस्से से....... ऐसी बात दोबारा बोली तो मैं बात नही करूंगी कभी तुमसे फिर ........
प्रतीक- सॉरी सॉरी पर तुमने पहले गलत बात बोली थी ...... दूसरी लड़की ढूंढने की ........
दीदी- वो तो मैं मज़ाक में बोली थी तुम्हे सताने के लिए ......
प्रतीक- सता लो अभी जितना सताना है तुम्हारा टाइम चल रहा है पर सोच लो डेढ़ महीने बाद मेरा वक़्त आएगा तब मैं एक एक चीज का बदला लूंगा और इतना सताउंगा तुम्हे .......
दीदी- अच्छा तो तुम मुझे सताओगे ......
प्रतीक- एकदम नही अगर तुम मेरी बातें मानोगी तो एकदम नही सताउंगा ......
दीदी- मैं तुम्हारी हर बात मानूँगी अब खुश .....
प्रतीक- फिर वादा करो अगली बार हम साथ मे करेंगे .......
दीदी- ( उसे चिढ़ाते हुए) लेकिन उसके लिए या तो तुम्हें प्रयागराज आन होगा या मुझे लखनऊ आना होगा ...... हेहेहे
प्रतीक- मैंने इसीलिए फोन खरीद कर दिया था तुम्हे .......
दीदी- ओह अब मैं समझी इतना पैसा खर्च कर के मेरे लिए फोन क्यों लिया ...... ये सब अपने फायदे के लिए किया तुमने ......
प्रतीक- अब मेरा या तुम्हारा कहाँ है जान अब तो सब हमारा है ...... हां मैंने ये फ़ोन हमारे फायदे के लिए लिया था ताकि जब चाहूं तुम्हारी आवाज़ सुन सकूं तुम्हे देख सकूं ........ इतना कह कर वो चुप हो गए ......
दीदी- (उनकी बात आगे बढ़ाते हुए ) और जब चाहो मुझसे गंदी बातें कर के हिला सको......
प्रतीक- यार अब तुमसे नही करूंगा तो किसी और से करूंगा क्या .......
दीदी- कर लो किसी और से कर लो मैं रोक थोड़े रही हूं ...... और करते ही होगे ........
प्रतीक- हां करता था लेकिन जिस दिन से तुम्हारी तस्वीर देखी है कभी मन नही हुआ उस से बात करने का मुझे अब जो करना है तुम्हारे साथ करना है ........
दीदी- हैरानी से बोली ...... ओह तो सच मे है क्या कोई .....?
प्रतीक- मैं तुमसे कभी झूठ नही बोलूंगा निकी और ना ही कुछ छुपाउंगा ...... तुम चाहोगी मैं उनसे तुम्हारी बात भी करवा दूंगा हमारे बीच वैसा कुछ भी नही सिर्फ मेरी फेसबुक फ़्रेंड्स हैं वो हां कभी कभी हम फोन कॉल पर थोड़ी मस्ती कर लेते हैं पर हम कभी मिले नही और ज्यादा मतलब भी नही रखते एक दूसरे से ....... और मुझे कोई प्रॉब्लम नही है अगर तुम्हारी भी किसी से ऐसी कोई दोस्ती हो तो मुझे उस से भी कोई प्रॉब्लम नही होगी कभी ....... मैं उन पुराने जमाने के सड़ियल पतियों जैसा नही हूँ जिसे अपनी पत्नी के किसी से बात कर लेने से भी प्रॉब्लम हो .......
दीदी- ह्म्म्म तुम सच मे एक अच्छे और सच्चे इंसान हो प्रतीक चाहते तो मुझसे झूठ बोल सकते थे बड़े आराम से......... पर तुमने सब सच कह डाला मुझे ये बहोत अच्छा लगा प्रतीक ....... लव यू सो मच......
प्रतीक- अब तो मान जाओ ना जान या अभी और परेशान करने का इरादा है .......
दीदी- हंसते हुए लड़कियां इतनी आसनी से मानने लगे तो फिर मज़ा ही क्या आये ...... लेकिन तुम्हारी सच्चाई से खुश हो कर मैं तुम्हारी ये ख्वाइश पूरी करने के लिए तैयार हूं .......
प्रतीक- ओहहह जान लव यू सो मच ...... तुम कितनी स्वीट हो ........ प्रतीक यूँ खुश था जैसे उसे कोई खिलौना मिल गया हो ......
दीदी- ठीक है अब रखूं एक घंटे से ज्यादा हो गया हमे बात करते ......
प्रतीक- जानेमन मेरा दिल तो नही भरता तुमसे बात कर के लेकिन हर टाइम बात नही करते रह सकते ईसलिये ठीक है अब खत्म करते हैं अभी की बात ......
दीदी- अच्छा सुनो आज रात में शायद बात नही कर पाऊंगी क्यों कि मम्मी आज मुझे अपने पास सोने को कह रही थीं शायद कुछ बातें करनी हों उन्हें .......
प्रतीक- ह्म्म्म चलो ठीक है जान जैसे तैसे एक दिन काट लूंगा तुम्हारी याद में पर अभी अपनी कुछ pic सेंड कर दो ताकि रात में उन्हें देख के .......
दीदी- हिला सको ...... लेकिन रोज रोज हिलाना अच्छी बात नही मिस्टर इसलिए थोड़ा सब्र करो अब हम साथ मे ही ......
प्रतीक- साथ मे क्या ..... बोलो न जान प्लीज......
दीदी- हम साथ मे ही करेंगे ......
प्रतीक- क्या करेंगे एक बार बताओ ना जान ......
दीदी- तुम हिलाओगे और मैं उंगली करूंगी ......
प्रतीक- जानू बस इतना और बता दो मैं क्या हिलाऊंगा ....... और तुम कहाँ उंगली करोगी .......
दीदी- धत्त ...... ok bye जान मम्मी बुला रही हैं ........
और दीदी ने फोन काट दिया .......
दीदी की सांस तेज हो रही थीं प्रतीक की बातों से निश्चित ही उनकी चूत गीली हो रही थी ...... उनकी भारी चुंचिया कुर्ती में फंसी ऊपर नीचे हो रही थीं .........
मैंने कहा दीदी प्रतीक को तो क्लीन बोल्ड कर दिया आपने बेचारा शादी के बाद आपकी चूत चाटता फिरेगा ...... मेरी बात सुन कर दीदी मुस्कुराते हुए बोली ....... लगता तो यही है लेकिन तब तक किसे चटाऊं अपनी चूत ...... इतना कहते हुए वो अपनी सलवार के ऊपर से अपनी चूत सहलाने लगी ........
मैंने कहा उनको तो बड़ा सब्र रखने को बोल रही थी खुद पर भी काबू करो दीदी चूत को मुट्ठी में भर कर दबाते हुए बोली काबू ही तो नही होता अब विकी ....... और मुझे देखते हुए सेक्सी तरीके से आंख मारे कर पास आने का इशारा किया .......
मैंने भी उन्हें चिढ़ाते हुए कहा ....... मम्मी बुला रही हैं मुझे और ...... उठ कर भाग गया कमरे से बाहर ........ ।