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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

neeRaj@RR

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Ek suggestion hai nikita ki shaadi after six months karana let them enjoy till then

भाई बहन और जीजा की छेड़छाड़ बड़ी मस्त है यार।

अभी तो आगे और धमाल होने वाला है भाई
 

neeRaj@RR

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Ek suggestion hai nikita ki shaadi after six months karana let them enjoy till then
छह महीने तक कौन स्टोरी लिखेगा भाई मैं इसे एक महीने में खत्म करने वाला हूँ
 

neeRaj@RR

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एक दम मस्त अपडेट। रानी अभी भी विनय के साथ मिल कर कोई चल तो नही चल रही है?
हो सकता है कोई तो प्रॉब्लम खड़ी करेगा विनय
 

saurabh

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छह महीने तक कौन स्टोरी लिखेगा भाई मैं इसे एक महीने में खत्म करने
छह महीने तक कौन स्टोरी लिखेगा भाई मैं इसे एक महीने में खत्म करने वाला हूँ
Haha ok
 

A.A.G.

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घर आ कर मैंने चाय पी थोड़ी थकान सी लग रही थी ऐसी जबरदस्त चुदाई के बाद तो मैं अपने कमरे में जा कर सो गया फिर रात का खाना खा कर रोज की तरह मैं कमरे में आ गया ...... कुछ देर बाद दीदी कमरे में दाखिल हुए और लाइट ऑफ कर के मेरे बगल में आ कर लेट गयीं ...... मैंने पूछा दीदी आपने प्रतीक को कॉल किया या नही एक भी बार ...... दीदी बोली अभी तो नही की ...... मैंने कहा आपको उन्हें कॉल करनी चाहिए ..... दीदी ने बोला हां सोच तो रही थी मैं फोन ले कर आई हूं ....... उन्होंने फोन दिखाया मुझे ...... मैंने कहा मुझे भी सुननी हैं तुम लोगों की बातें वो बोली पति पत्नी की पर्सनल बातें सुनना गंदी बात है मैंने कहा बस बातें सुनने को कहा है तुम्हारी सुहागरात देखने को नही कह रहा दीदी हंसते हुए बोली अगर तुम कहो तो वो भी दिखा दूंगी तुम्हे ........ और प्रतीक का नंबर डायल करते हुए स्पीकर ऑन कर दिया ........
बस दो बार ट्रिन ट्रिन की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी और फोन रिसीव हो गया मानो प्रतीक को पता था कॉल आने वाला है .......और प्रतीक की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी .......
प्रतीक- हेलो निकिता मेरी जान कैसी हो .....
दीदी- ठीक हूँ आप कैसे हैं ......
प्रतीक- ( शरारत से ) मेरी तो हालत खराब है जब से आपके घर से आया हूँ किसी काम मे दिल नही लग रहा बस आपकी ही तस्वीर दिख रही चारो ओर ....... मैं बस आपके फोन का ही इंतजार कर रहा था मुझे लग रहा था आप फोन करेंगी जरूर
दीदी- अच्छा जी ऐसा क्या कर दिया मैंने ...... और आप भी कर सकते थे कॉल मैंने मना तो नही किया था .....
प्रतीक- मेरा दिल चुरा लिया है यार तुमने बस लगता है तुम्हे भगा कर ले आऊं अपने घर और खूब ढेर सारा प्यार करूँ तुम्हे ......
दीदी- अच्छा ...... ऐसा कुछ किया तो मेरे पापा और भाई आपको डंडे मार मार के सीधा कर देंगे और दीदी हंसने लगी ......
प्रतीक- अरे नही यार ऐसा कर नही सकता पर मेरे बस में होता तो करता जरूर...... लेकिन तुम्हे मैं लीगल तरीके से ब्याह कर अपनी दुल्हन बना कर लाऊंगा अपने पास .......
दीदी- बोली बस यही एक रास्ता है आपके पास मुझे पाने का .......
अब दीदी की झिझक खत्म होने लगी थी और वो सामान्य तरीके से प्रतीक से बातें कर रही थी ......
उन दोनों ने कोई आधे घंटे तक ढेर सारी बातें की और आखिर में दीदी ने कहा ......
दीदी- अब सो जाइये आप कल आफिस नही जाना क्या फिर सारा दिन वहां ऊंघते रहेंगे .....
प्रतीक- ठीक है मैं सो जाता हूँ लेकिन पहले अपना वादा पूरा करो......
दीदी- कौन सा वादा मैंने कब वादा किया
प्रतीक- इतनी जल्दी भूल गयी सुबह ही तो किया था.....
दीदी- अच्छा वो ......
प्रतीक - हां हां वही .....
दीदी- आई लोव यू .....
प्रतीक - ये तो अधूरा है .....
दीदी- क्यों....
प्रतीक- मेरा नाम मिसिंग है.....
दीदी- ओह ..... कैसे लूं आपका नाम .....
प्रतीक- बड़े आराम से इतना भी मुश्किल नही है मेरा नाम एकदम आसान है बोलो प्रतीक......
दीदी- प्रतीक ....
प्रतीक- अब पूरा एक साथ बोलो.....
दीदी- आई लव यू प प प्र ..... प्रतीक .....
प्रतीक- उफ़्फ़फ़ नाम आई लव बोलने में इतनी शर्म नाम लेने में इतनी शर्म तो बाकी सब कैसे लोगी ......
दीदी- और क्या लेना पड़ेगा ....
प्रतीक - बहोत कुछ ..... जैसे कि मेरी किस्सी मेरा हग और उसके बाद भी काफी सारी चीजें ......
दीदी उसकी बातों का अर्थ समझ कर मुस्कुराते हुए बोली ....... मुझे नही पता ...... तब की तब देखी जाएगी ...... अब तो आप सो जाओ......
प्रतीक-ok जान गुड नाईट लव यू सो मच निकी .......
दीदी-लव यू प्रतीक गुड नाईट ......
प्रतीक- ऊऊम्म्म्म
दीदी- उम्म्म
और फोन कट गया ......
दीदी ने फोन तकिए के नीचे रखते हुए कहा पागल .....
मैंने कहा आप हो ही ऐसी सबको पागल कर देने वाली ......
फिर दीदी ने मेरी बांह का तकिया लगाया और मेरे सीने से लिपट कर सो गयीं जल्दी ही मुझे भी नींद आ गयी ......
अगली सुबह हम अपने अपने स्कूल कॉलेज गए मैं दीदी को छोड़ कर अपने स्कूल गया संजय मिला तो वो गांड़ फुलाये बैठा था मैंने कहा क्या हुआ लोड़ू वो बोला भोसड़ी के तू तो बात ही मत कर साले सिर्फ काम के समय तुझे मेरी याद आती बाकी अकेले अकेले मज़े मार तू ....... मैंने कहा ऐसा नही है मेरी जान ......

फिर मैंने उसे दीदी की सगाई की बात बताई सुन कर वो खुश हो गया और मुझे बधाई दी मैंने कहा अब बोल ये काम जरूरी था या तेरे लौड़े का इंतजाम वो बोला हेहेहे कोई नही यार लेकिन अब और मत इंतजार करवा मुझे जल्दी से इंतजाम कर दे मेरा ........

मैंने कहा भाई अब फ्री हो गया हूँ तो करता हूँ तेरा जुगाड़ बस थोड़ा टाइम दे दे फिर शाम को छुट्टी के समय मैं दीदी को ले कर घर की ओर चल दिया रास्ते मे मैंने अपने लिए एक बढ़िया सा मोबाइल खरीदा क्यों कि विनय का फ़ोन ले कर मैं घूमना नही चाहता था क्यों कि उसमे दीदी के pic थे जिन्हें मैं डिलीट नही करना चाहता था ......

मेरे घर पहुंचते ही रानी का कॉल आया उसने कुछ देर तो ऐसे ही नार्मल बातें की फिर वो मुझसे जीजा के बारे में पूछने लगी ...... उनका नाम वो कहाँ रहते हैं क्या करते हैं ...... उसकी बातें सुन कर मुझे थोड़ा अजीब लगा की इसे उनमें इतना इंटरेस्ट क्यों है पर मैंने ज्यादा ध्यान नही दिया इस ओर .......

उससे बात करते हुए मैंने कहा रानी मुझे एक हेल्प चाहिए तुम्हारी वो बोली हां बोलो ना तुम्हारे लिए तो जान भी हाजिर है ..... मैंने नही नही जान नही चाहिए वो असल मे मेरा एक बहोत जिगरी दोस्त है ...... इतना कह कर मैं चुप हो गया मुझे समझ नही आ रहा था किसे उस से डायरेक्ट किसी से चुदवाने को कह दूं ........

रानी बोली तो क्या हुआ दोस्त को ...?
मैंने कहा वो बात ये है कि उसने आज तक सेक्स नही किया ...... रानी बोली तो तुम ये चाहते हो कि मैं उसके साथ सेक्स करूँ ...... मैंने झिझकते हुए कहा हां यही बात है ...... मुझे लगा वो गुस्सा ना हो जाये पर उसने कहा ठीक है मैं तो पहले ही कह चुकी हूं तुम्हारे लिए जान हाजिर फिर ये चूत क्या चीज है लेकिन सिर्फ एक बार ...... मैंने कहा ठीक है ।

उसने कहा कब और कहाँ मिलना है ये बता देना मुझे मैंने कहा ठीक है मैं बता दूंगा .....

फिर रोज की तरह रात में मैं अपने कमरे में आ गया और अपना नया फोन निकाल के उसमे सिम डाल कर उसे स्टार्ट किया विनय का फोन मैंने अपनी अलमारी में सहेज कर उसके लैपटॉप के साथ रख दिया .......

थोड़ी देर में दीदी भी आ गईं और आज उन्होंने ब्लैक कलर की नाइटी पहनी थी खुले बालों में वो बेहद खूबसूरत लग रही थीं .......

कमरे में आ कर उन्होंने बेड पर बैठ कर दो तीन सेल्फी ली ......

मैं गौर से उन्हें देखने लगा ...... वो मुझे देख कर मुस्कुराते हुए बोली क्या हुआ विकी मैंने कहा आज तो आप बड़ी प्यारी लग रही हूं वो हंस कर बोली अब मुझे प्यार करने वालो की गिनती बढ़ती जा रही है ना दिन ब दिन इसलिए ........

फिर उन्होंने बताया शाम को प्रतीक का कॉल आया था वो कह रहा था कि उसे रोज मेरी दो तीन तस्वीरें चाहिए ताकि उन्हें देख के उसके दिन कट सकें .......

फिर उन्होंने वो सेल्फी प्रतीक को व्हाट्सएप्प कर दीं .....

और एक मिनट बाद ही प्रतीक का कॉल आ गया दीदी ने बेड पर लेटते हुए कॉल रिसीव की और फ़ोन स्पीकर पर डाल दिया .......

प्रतीक- हेलो जान ऊफफ तुम तो कयामत लग रही हो यार आज इस ब्लैक नाइटी में बेहद खूबसूरत लग रही हो....

दीदी- आपको तो मैं हर ड्रेस में मैं खूबसूरत ही लगती हूँ......

प्रतीक - अब तुम हो ही खूबसूरत तो लगोगी ही मेरी जान ...... अच्छा ये बताओ तुम कब मुझे यूँ आप कहोगी ......

दीदी- फिर क्या कहूँ आपको.....

प्रतीक - कुछ भी कह लो चाहो तो गालियां दे लो लेकिन आप मत कहो ......

दीदी- धत्त मैं क्यों गाली दूँ आपको ......

प्रतीक - अरे मैं ये नही कह रहा हूँ गाली दो पर आप भी मत कहो ......

दीदी- वही तो पूछ रही हूं फिर क्या कहूँ.....

प्रतीक- मेरा नाम तो मालूम है तुम्हे जान बस वही कहो ना ......

दीदी- ठीक है प्रतीक ......

प्रतीक- पता है आज मम्मी ने पंडित जी को बुलवाया था और हमारी कुंडली दिखाई और पंडित जी ने बताया कि हमारे सारे गुण मिलते हैं ......

दीदी- अच्छा पर मुझमें तो कोई गुण हैं ही नही .....

प्रतीक- तो मैं कौन सा बड़ा गुणवान हूँ ...... इसीलिए तो पंडित जी ने कहा हमारे गुण मिलते हैं और फिर इस बात पर दोनो जोर से हसने लगे ......

दीदी- फिर भी अपने बारे में कुछ बताओ प्रतीक ......

प्रतीक- अरे क्या बताऊँ निकी अपने बारे में कुछ है ही नही अभी तो बस सुबह उठो तैयार हो के आफिस सारा दिन वहां ढेर सारा काम शाम को वापस घर और खा पी कर सो जाना बस यही मेरी लाइफ है ......

दीदी- ये तो बड़ी बोरिंग लाइफ है यार ..... आप की कुछ एंटरटेनमेंट नही करते आप ....

प्रतीक- संडे को करता हूँ ना थोड़ा बहोत.....

दीदी- क्या करते हैं बताइए ना ......

प्रतीक- तुम गुस्सा तो नही करोगी ना.....

दीदी- ऐसा करते हो .....?

प्रतीक- पहले वादा करो गुस्सा नही करोगी......

दीदी- ok मैं गुस्सा नही करूंगी बताओ तो सही .....

प्रतीक- संडे को मैं देर तक सोता हूँ फिर नहा कर नाश्ता कर के फिर से सो जाता हूँ फिर दोपहर का खाना नही खाता हूं घर के कुछ पेंडिंग काम निपटाता हूँ और शाम को अपने दोस्तों के पास जाता हूँ ......
हमारा एक अड्डा है हम चार- पांच दोस्त हर संडे को वहीं इकट्ठे होते हैं फिर बियर पार्टी होती है हमारी छोटी सी और फिर हम सब सात बजे तक घर निकल जाते हैं फिर उस दिन मैं खुद ही खाना बनाता हूँ घर पर और खा पी कर मैं एक मूवी देखता हूँ और सो जाता हूँ बस ।

दीदी- हंसते हुए पर इसमे गुस्सा होने वाली बात कौन सी थी ....?

प्रतीक- वो बियर वाली .....

दीदी- हंसते हुए अरे तो क्या हो गया हफ्ते में एक दिन अगर थोड़ी मौज मस्ती कर ली ...... इसमे कोई क्यों गुस्सा करेगा भला.....

प्रतीक- पता नही यार पर एक दो दोस्तों की शादी हो गयी है तो वो अपनी बीवी से छुपा कर पीते हैं ......

दीदी- देखो प्रतीक मैं वैसी लड़की नही हूँ मैं कभी आपको किसी चीज के लिए रोकने टोकने वाली नही हूँ बस आपको अपना भला बुरा समझना होगा और हां आपको कुछ भी मुझसे छुपा कर करने की जरूरत नही है जो भी करिये मेरे सामने करिये मेरे साथ करिये और खुल कर करिये ......

प्रतीक- ओहहह मेरी जान तुम जितनी खूबसूरत हो उस से कही ज्यादा समझदार हो ...... सच मे तुम्हारी इस बात से मेरा दिल खुश हो गया ..... मैं वादा करता हूँ जान कभी भी तुमसे छुपा कर कुछ नही करूंगा ...... और कभी भी लिमिट से ज्यादा कुछ नही करूंगा ......

दीदी- गुड बॉय मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली पर मेरे घर वाले तो मुझे बेवकूफ कहते हैं .....

प्रतीक- आयं तुम्हारे घर वाले कौन हैं .कौन मेरी बीवी को बेवकूफ कहता है .....?

दीदी- एक तो विकास है यही मुझे बेवकूफ समझता है .....

प्रतीक- पर वो तो तुम्हारा है भाई है भाई घरवाला कैसे हो गया तुम्हारा घरवाला तो मैं हूँ ......

प्रतीक की ये दोअर्थी बात सुन कर मैं हंस दिया आए दीदी भुनभुनाते होती बोली मैंने कब कहा वो मेरा घरवाला है ......

प्रतीक ने दीदी को छेड़ते हुए कहा मेरा साला मेरी बीवी का घरवाला और मैं बाहरवाला ......

दीदी भी उनकी छेड़खानी समझ रही थीं और उन्हें मज़ा आ रहा था तो वो उन्हें चिढ़ाती हुई बोली ...... तो अभी तो तुम बाहरवाले ही हो ना अभी कौन सा मेरी शादी हो गयी है तुमसे ...... अभी तो विकास ही मेरा घरवाला है ......

ऐसे ही हंसी मजाक भरी बातें चलती रही उनके बीच ...... और फिर दोनो एक दूसरे को goodnight बोल कर किस्सी विस्सी दे कर bye बोल कर फोन रख दिये ........

फिर दीदी ने लाइट ऑफ कर दी और मेरी बाहों में आ कर लिपट गयीं मुझसे और बोली ओ मेरे घरवाले ..... सो गए क्या ..... मैंने हंसते हुए कहा नही अब सोऊंगा ना अपनी घरवाली के साथ ......

और फिर मैं दीदी को बाहों में भर कर सो गया ......।
nice update..!!
muze lag raha hai yeh rani vinay ke sath mil kar kuchh kand jarur karegi..dekhte hai vikas kaise unko maja chakhayega..!!
aur aisa bhi lag raha hai ki ab vikas ko bhi apne didi aur pratik ki najdikiya badhti huyi dekh kar jalan hone laegi aur woh thoda dur hi rahega apni behen se..dekhe hai vikas ki behen ko iss baat ka pata chalta hai ya nahi ya aur pata chala toh woh kaise react karegi vikas se dur ho jayegi ya uske paas jayegi..!!
 

neeRaj@RR

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अगले दिन सुबह 6 बजे फोन की घंटी से मेरी नींद खुली दीदी अभी सो रही थी मेरी बगल में , उनकी नाइटी उनके घुटनो से ऊपर थी उनकी चिकनी नरम नंगी टांगे देख कर सवेरे सवेरे ही मेरे लंड में तनाव आ गया और मेरी कुछ ज्यादा देखने की इच्छा होने लगी .......

मैंने दीदी की नाइटी के एक सिरे पकड़ कर उठाया और अंदर झांका आआहहह अंदर का नजारा देख कर मेरे मुह से आह निकल गयी और मेरा लंड तेजी से उछलने लगा ...... दीदी पेट के बल सोई थी एक टांग मोड़ कर और पीछे से उनकी नाइटी उठा कर देखने पर मेरी नजर सीधा उनकी गुलाबी चुत और चिकनी गांड़ पर पड़ी .....

मैंने वो दिलकश नजारा कुछ सेकेंड ही देखा कि दीदी भी जाग गयीं और मैंने जल्दी से उनकी नाइटी छोड़ दी फोन की रिंग सुन कर उन्होंने आंख मसलते हुए तकिए के नीचे से फोन निकाला ......

प्रतीक का कॉल था दीदी ने रिसीव किया और अलसायी हुई आवाज़ में बोली गुड मोर्निंग प्रतीक .......

अभी उधर की आवाज़ मुझे नही सुनाई दे रही थी .......

दीदी- मैं तो सो रही थी बस अभी आंख खुली ......

....................................................

दीदी- छी गंदे टॉयलेट से कौन कॉल करता है ......

.....................................................


दीदी-नही नही मुझे ऐसा शौक नही है मैं नही कर पाऊंगी .......

इधर मैं लंड मसलते हुए दीदी को देखे जा रहा था अचानक दीदी ने मुझे अपना लंड मसलते देखा तो थोड़ा सरक कर मेरी ओर आयी और लोअर के उपर से मेरा खड़ा लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी .......

आज मैं भी उन्हें मना नही कर पाया फिर कुछ सोचते हुए उन्होंने फोन का स्पीकर ऑन कर दिया .......

प्रतीक- जानू plz एक बार मुझे वीडियो कॉल करना ना बाथरूम से ......

दीदी- धत्त बाथरूम से क्यों मैं कमरे से कर लुंगी ठीक है......

प्रतीक - ठीक है कमरे से ही सही ...... उसकी आवाज़ में हल्की सी निराशा थी ......

दीदी- अभी करूँ .....

प्रतीक - खुश हो कर ok करो ना जान plz

और फिर दीदी ने कॉल काट दी और मेरा लंड दबाते हुए बोली ऊफफ एक तरफ तूने मेरी हालत खराब की हुई है और ये प्रतीक शायद मुझे नंगी देखना चाहता है ......

मैंने कहा मैंने क्या हालत खराब की है आपकी ....... दीदी बोली सवेरे सवेरे अपना लंड खड़ा कर के मसल रहा है और कह रहा मैंने क्या किया ..... अब खड़ा लंड देख कर तो मेरा भी मूड बनेगा ना .......

हमारी बात चीत चल ही रही थी कि तभी व्हाट्सएप्प पर प्रतीक की कॉल आने लगी .......

दीदी ने पूछा रिसीव कर लूं मैंने हां में सर हिला दिया ...... और उन्होंने मेरा लंड छोड़ कर दूर खिसकते हुए कॉल रिसीव कर ली ब्लैक नाइटी के ऊपर के दो बटन खुले हुए थे ..... और दीदी इस टाइम बेहद सेक्सी लग रही थी ...... मैं दीदी के हुस्न देख के सोचने लगा पता नही दीदी को देख के प्रतीक की क्या हालत होगी कही वो मुठ ना मारने लगे ...... मेरे ख्याल पर मुझे हंसी आयी ....... फिर दीदी ने कॉल रिसीव कर ली और डिस्प्ले पर प्रतीक को देख कर हाथ हिलाते हुए हेलो किया ......

प्रतीक की आवाज़ मेरे कानों में पड़ी गुड मॉर्निंग जान आज तो मेरा दिन बन गया ...... दीदी ने कहा वो कैसे ...... प्रतीक ने कहा मेरी इत्ती क्यूट और सेक्सी होने वाली बीवी के दीदार हो गए सुबह सुबह आज तो मेरा दिन अच्छा ही होना है देख लेना ....... दीदी बोली लेकिन तुम कब तक बाथरूम में घुसे रहोगे ..... प्रतीक बोला अभी 6 ही तो बजे हैं मुझे साढ़े बजे आफिस निकलना होता है बहोत टाइम है ...... दीदी बोली अच्छा जी टाइम है तो बस फोन पर ही लगे रहोगे क्या ...... लगता है मम्मी अभी नही उठी ..... प्रतीक बोला मम्मी और श्वेता तो उठ गई होंगी श्वेता साढ़े छह बजे कोचिंग जाती है ...... बाकी मेरा रूम तो ऊपर है यहीं अकेले रहता हूँ मम्मी और श्वेता कम ही आती हैं यहां मुझे कोई डिस्टर्ब नही करता ........
दीदी बोली बढ़िया है मेरी मम्मी तो मुझे ज्यादा देर ऊपर रुकने ही नही देती बस आवाज़ें लगाने लगती हैं ....... तुम अभी कमोड पर बैठे हो ना ......?

प्रतीक हां यार उसी पर बैठा हूँ पर लगता है अब एक चेयर रखनी पड़ेगी बाथरूम में ...... दीदी हेहेहे बाथरूम में चेयर कौन रखता है...... प्रतीक बोला रखता तो कोई नही पर खड़े खड़े बात करूंगा तो थक जाऊंगा ......

दीदी तो आराम से कमरे में बैठ कर क्यों नही बात करते ...... ये तुम्हारा दायां हाथ हिल क्यों रहा है ...... प्रतीक ..... नही बस खुजा रहा हूँ ...... दीदी बड़ी खुजली हो रही सवेरे सवेरे ...... प्रतीक हां लड़को को सवेरे खास जगह पर खुजली हो ही जाती है शायद तुम्हें भी होती होगी ..... दीदी नही जी मुझे ऐसी किसी जगह पर कोई खुजली नही होती और सुबह सुबह तो एकदम नही होती ...... प्रतीक बोले ..... रात में तो होती होगी ..... दीदी धत्त फालतू की बातें मत करो ok ...... अच्छा अब रखती हूं कॉलेज जाना है बहोत काम है ...... प्रतीक बोले ok bye my love ..... अपना खयाल रखना ..... दीदी बोली मेरा ख्याल मैं नही रखती मेरा भाई रखता है और मम्मी पापा भी ..... तुम अपना ख्याल रखना ..... bye जान ..... love you ...... प्रतीक uuummmhhhh जान ..... दीदी ...... uuuummmmm

और फिर दीदी ने कॉल काट दी ...... मुझे देख कर बोली विकी इस प्रतीक ने तो सुबह सुबह गरम कर दिया मुझे मैंने कहा आपने भी तो उसकी बुरी हालत कर दी बेचारा हिलाने लगा सवेरे सवेरे दीदी हंसते हुए बोली ....... हां शायद हिला ही रहा था ..... मैंने कहा दीदी प्रतीक से उसके लंड की pic लो न चेक कर लो कैसा है कहीं छोटी सी लुल्ली ना हो की बाद में आपको अफसोस हो उस से शादी कर के .......

दीदी बड़ी कुटिल मुस्कान से बोली ऐसा लगता तो नही है फिर भी ऐसा हुआ तो मुझे तेरे से ही काम चलाना पड़ेगा ...... मैंने भी हंस कर कहा ये सर्विस तो आपके लिए अवलेबल नही है ......

दीदी ने धीरे से कहा ...... देखती हूँ कब तक ..... मैंने हैरानी से दीदी का मुह देखा और वो मुस्कुराते हुए उठ कर बाथरूम में घुस गयीं .........

मैं उनकी बात सुन के सोच में पड़ गया तभी संजय की कॉल आयी और उसने पूछा कुछ जुगाड़ बना मेरा मैंने कहा हां वो रेडी है बस तू जगह का इंतजाम कर ले वो कुढ़ते हुए बोला साले अब मैं जगह कहाँ से लाउं कैसा झांटू दोस्त है तू ........

मैंने कहा यही झांटू दोस्त तेरे लिए चूत का जुगाड़ कर रहा है अब क्या मैं तुझे चोदने के लिए नया घर बनवा कर दूं ...... वो लगभग गिड़गिड़ाते हुए बोला मैं कहाँ जगह का इंतजाम कर पाऊंगा कुछ कर ना चूतिये ..... मैंने कहा अच्छा फिर थोड़ा टाइम और दे देखता हूँ कुछ वो खुश हो कर बोला तू कर लेगा पता है मुझे ..... भाई मेरा ये काम करवा दे जी भर के पिलाऊंगा तुझे मैंने उसकी बात सुन कर हंसते हुए कहा ...... जानता है ना तू की दो की लिमिट है मेरी ....... फिर मैंने फोन काट दिया और दीदी के बाथरूम से निकलने एक बाद फौरन बाथरूम में घुस गया और देखा कि बाथरूम में दीदी की ब्रा पैंटी हेंगर पर लटकी थी शायद कल रात चेंज करते समय उन्होंने उतार दी होगी क्यों कि सुबह तो वो नंगी थी बिना पैंटी ब्रा के सिर्फ नाइटी में ...... मैंने दीदी की ब्लू कलर की कॉटन पैंटी उठाई और उसे ले कर कमोड पर बैठ गया .......


मैंने दीदी की पैंटी गौर से देखी चूत के पास वाले कपड़े पर हल्का सा दाग लगा था ..... मैं उसे सूंघने लगा बड़ी मस्त खुशबू आ रही थी उस खुशबू को सूंघते ही लंड राकेट हो गया मैं लंड सहलाते हुए पैंटी सूंघते हुए हल्का हुआ और फिर नहा कर तैयार हो कर नीचे आ गया नाश्ता कर के मैं और दीदी कॉलेज के लिए निकल गए ..........


शाम को कॉलेज से वापस आते हुए दीदी बोली विकी मुझे गोलगप्पे खाने हैं मैंने उन्हें एक अच्छी सी चाट की दुकान पर पेट भर गोलगप्पे और पपड़ी चाट खिलाई ...... दीदी खुश हो गईं गोलगप्पे उनकी फेवरेट चीज है ....... फिर हम घर आ गए और चेंज कर के मैं तो निकल गया संजय से मिलने और दीदी वही अपने कमरे में अपना फोन ले कर बैठ गईं ........

मैं संजय के पहुंचा वो फिर से मेरे तेल लगाने लगा ...... मैंने रानी को कॉल की और पूछा कोई जगह है क्या जहां वो और संजय मिल सकें रानी ने एक होटल का नाम बताया और बोली वहां 300 रुपये घंटे एक हिसाब से रूम मिल जाता है बिना id के मैंने कहा ठीक है फिर संडे को (जो दो दिन बाद था) वही प्रोग्राम फिक्स करते हैं वो बोली ठीक है .........

पर संजय की गांड़ फट रही थी कोई जान पहचान का देख ना ले कही पुलिस की रेड ना पड़ जाए ऐसे कई सवाल कर कर के वो मेरा दिमाग चाटने लगा ....... मैंने कहा फिर तू पोर्न देख कर मुठ मार ले गांडू........ चोदने का ख्याल दिल से निकाल दे आखिर में वो इतने पर राजी हुआ की मैं भी उसके साथ चलूंगा मैंने कहा ठीक है .......

वो खुश हो कर बोला भाई आज मैं बहोत खुश हूं परसों पहली बार मैं भी लड़की चोदूगा चल इसी खुशी में तुझे बियर पिलाता हूँ ....... उसकी खुशी देख कर मुझे भी खुशी हुई और फिर हम दोनों मार्केट आ गए ...... एक एक बियर पी और फिर मैं उसे उसके घर छोड़ कर घर आ गया ........

घर आया तो मम्मी बड़ी खुश दिख रही थीं ....... पापा भी बैठे मम्मी से बातें कर रहे थे माहौल अच्छा था मुझे लगा कोई खास बात है ...... मुझे देखते ही पापा बोले आजा बेटा यहाँ बैठ हमारे पास ...... मैं जा कर बैठ गया तो उन्होंने बताया प्रतीक की मम्मी का कॉल आया था ...... उन्होंने बताया है कि निकिता और प्रतीक की कुंडली मिल गयी है और पंडित जी ने नवंबर की 27 तारीख शादी के लिए निकाली है ....... आज 3 october है तो हमारे पास लगभग डेढ़ महीने से कुछ ज्यादा टाइम है सारी तैयारियों के लिए इसलिए मैं चाहता हूं कि अब दो चार दिन में ही शादी के इंतजाम शुरू कर दिए जाएं मैं अपनी बेटी की शादी धूमधाम से करना चाहता हूं .......

मैंने कहा जी पापा आप निश्चिंत रहिये मैं सब सम्हालूँगा और दीदी की शादी एकदम शानदार होगी पापा ने मेरे बात सुन कर मेरी पीठ पर हाथ फिराते हुए कहा ठीक है बेटा मैं कल ही तुम्हारा एकाउंट खुलवा देता हूँ और फिलहाल 5 लाख रुपये उसमे डलवा देता हूँ ....... किसी चीज की कोई कमी नही होनी चाहिए ..... मैंने कहा जी पापा वो बोले कल सुबह मेरे साथ बैंक चलना ..... मैंने कहा जी पापा फिर वो बोले अब जा के अपनी दीदी को भी ये गुड न्यूज दे दो .. . ...

मैं ऊपर अपने कमरे आ गया देखा तो दीदी यहां नही थी मैं उनके कमरे में गया तो दीदी बेड पर लेटी फोन पर बात कर रही थीं ...... प्रतीक से ........

दीदी- अब जैसे 25 साल इंतजार किया है डेढ़ महीने और करो ना फिर तो मैं आ ही जाऊंगी तुम्हारे पास ......

मुझे दरवाजे पर खड़े देख उन्होंने मुझे अपने पास आने का इशारा किया और मैं जा कर चुपचाप उनके बगल में बैठ गया ........

दीदी ने स्पीकर ऑन करते हुए कहा ....... हो या ना हो करना तो पड़ेगा ही जान ........

प्रतीक- हां यार यही तो मजबूरी है पर सब्र नही होता क्या करूँ ......

दीदी- वही करो जो अब तक करते थे अपने हाथ का इस्तेमाल ......

प्रतीक - वो तो करूंगा ही पर उस से तड़प कम नही होती और बढ़ जाती है.......

दीदी- हंसते हुए अच्छा सुनो रोज रोज मत करना पता लगा मेरे वहां आते आते सब खत्म कर दो कुछ बाकी ही ना रहे उसमे ......

प्रतीक- अरे नही जान रोज रोज नही पर हफ्ते में दो या तीन बार तो करना ही पड़ता है .......

मैं समझ गया ये बातें प्रतीक के मुठ मारने के बारे में हो रही हैं ......

प्रतीक- वैसे तुम कितनी बार करती हो महीने में .....?

दीदी- मेरा कोई फिक्स नही है जब बहोत मन होता है कर लेती हूं ...... हाय कितनी गंदी बातें पूछ रहे हो तुम मुझसे ........

प्रतीक-इसमे गंदा क्या है जान अब तो हम पति पत्नी बनने ही वाले हैं कुछ दिन में फिर तो हम सब करेंगे ही ........
.

दीदी- हां लेकिन अभी तो नही बने ना .......

प्रतीक- इसीलिए तो अभी सिर्फ बातों से काम चलाना पड़ रहा है .......अच्छा जानू एक चीज मांगू मना तो नही करोगी ......


दीदी- क्या ..... कोई ऐसी वैसी चीज मत मांगना जो मैं ना दे सकूं ........

मुझे लगा प्रतीक दीदी की nude pic मांगेगा मुठ मारने के लिए पर वो मेरी सोच से ज्यादा ही ठरकी निकल गया ........

प्रतीक-अगली बार जब भी मन हो तुम्हारा फिंगरिंग करने का मुझे बता देना हम साथ मे करेंगे जान बहोत मज़ा आएगा .......

दीदी- धत्त ..... मुझे तो शर्म आएगी ना .......

प्रतीक- प्लीज जानू मान जाओ ना मैं हाथ जोड़ के रिक्वेस्ट कर रहा हूँ मेरी इतनी छोटी सी ख्वाइश नही पूरी कर सकती ........

दीदी- ऊफफ ये छोटी सी ख्वाइश है तो बड़ी ख्वाइश कैसी होगी ......

प्रतीक- हंस कर बोला पहले छोटी तो पूरी कर दो मेरी जान फिर बड़ी वाली भी बता दूंगा ......

दीदी- लेकिन मैंने कभी इस तरह नही किया ना ......

प्रतीक- निकी मेरी जान तुमने पहले कभी सेक्स भी तो नही किया ना ......?

दीदी- नही किया .....

प्रतीक- तो फिर तुम शादी के बाद मुझे सेक्स नही करने दोगी ?

दीदी- नही मेरा वो मतलब नही था .....


प्रतीक- क्यों तब भी यही कहने लगी की मैंने कभी सेक्स नही किया इसलिए अभी भी नही करूंगी ...... तो मेरा क्या होगा...... मुझे शादी के बाद भी हाथ से हिलाना पड़ेगा (ये कहते हुए प्रतीक ने अपनी आवाज़ में दुख के भाव उतपन्न कर लिए)

उसकी नौटंकी देख कर मुझे हंसी आने लगी और दीदी भी मुस्कुरा दी ........

दीदी- अरे अरे मेरा बच्चा दुखी हो गया .......


प्रतीक- तो क्या खुश होऊं मुझे ऐसी शर्मीली बीवी मिलने वाली है जिसे कुछ करना पसंद ही नही .......

दीदी- हंसते हुए बोली एक काम करो फिर ये रिश्ता कैंसल कर दो ...... कोई और ढूंढ लो जिसे सब पसन्द हो ......

प्रतीक-किसी और की तो कोई गुंजाइश है ही नही अब निकी , प्यार हो गया है तुमसे जीऊंगा तो तुम्हारे साथ वरना अकेला ये जिंदगी बिता कर तनहा मर जाऊंगा एक दिन ........


दीदी- गुस्से से....... ऐसी बात दोबारा बोली तो मैं बात नही करूंगी कभी तुमसे फिर ........

प्रतीक- सॉरी सॉरी पर तुमने पहले गलत बात बोली थी ...... दूसरी लड़की ढूंढने की ........

दीदी- वो तो मैं मज़ाक में बोली थी तुम्हे सताने के लिए ......

प्रतीक- सता लो अभी जितना सताना है तुम्हारा टाइम चल रहा है पर सोच लो डेढ़ महीने बाद मेरा वक़्त आएगा तब मैं एक एक चीज का बदला लूंगा और इतना सताउंगा तुम्हे .......

दीदी- अच्छा तो तुम मुझे सताओगे ......

प्रतीक- एकदम नही अगर तुम मेरी बातें मानोगी तो एकदम नही सताउंगा ......

दीदी- मैं तुम्हारी हर बात मानूँगी अब खुश .....


प्रतीक- फिर वादा करो अगली बार हम साथ मे करेंगे .......

दीदी- ( उसे चिढ़ाते हुए) लेकिन उसके लिए या तो तुम्हें प्रयागराज आन होगा या मुझे लखनऊ आना होगा ...... हेहेहे

प्रतीक- मैंने इसीलिए फोन खरीद कर दिया था तुम्हे .......

दीदी- ओह अब मैं समझी इतना पैसा खर्च कर के मेरे लिए फोन क्यों लिया ...... ये सब अपने फायदे के लिए किया तुमने ......

प्रतीक- अब मेरा या तुम्हारा कहाँ है जान अब तो सब हमारा है ...... हां मैंने ये फ़ोन हमारे फायदे के लिए लिया था ताकि जब चाहूं तुम्हारी आवाज़ सुन सकूं तुम्हे देख सकूं ........ इतना कह कर वो चुप हो गए ......

दीदी- (उनकी बात आगे बढ़ाते हुए ) और जब चाहो मुझसे गंदी बातें कर के हिला सको......

प्रतीक- यार अब तुमसे नही करूंगा तो किसी और से करूंगा क्या .......

दीदी- कर लो किसी और से कर लो मैं रोक थोड़े रही हूं ...... और करते ही होगे ........

प्रतीक- हां करता था लेकिन जिस दिन से तुम्हारी तस्वीर देखी है कभी मन नही हुआ उस से बात करने का मुझे अब जो करना है तुम्हारे साथ करना है ........

दीदी- हैरानी से बोली ...... ओह तो सच मे है क्या कोई .....?

प्रतीक- मैं तुमसे कभी झूठ नही बोलूंगा निकी और ना ही कुछ छुपाउंगा ...... तुम चाहोगी मैं उनसे तुम्हारी बात भी करवा दूंगा हमारे बीच वैसा कुछ भी नही सिर्फ मेरी फेसबुक फ़्रेंड्स हैं वो हां कभी कभी हम फोन कॉल पर थोड़ी मस्ती कर लेते हैं पर हम कभी मिले नही और ज्यादा मतलब भी नही रखते एक दूसरे से ....... और मुझे कोई प्रॉब्लम नही है अगर तुम्हारी भी किसी से ऐसी कोई दोस्ती हो तो मुझे उस से भी कोई प्रॉब्लम नही होगी कभी ....... मैं उन पुराने जमाने के सड़ियल पतियों जैसा नही हूँ जिसे अपनी पत्नी के किसी से बात कर लेने से भी प्रॉब्लम हो .......

दीदी- ह्म्म्म तुम सच मे एक अच्छे और सच्चे इंसान हो प्रतीक चाहते तो मुझसे झूठ बोल सकते थे बड़े आराम से......... पर तुमने सब सच कह डाला मुझे ये बहोत अच्छा लगा प्रतीक ....... लव यू सो मच......

प्रतीक- अब तो मान जाओ ना जान या अभी और परेशान करने का इरादा है .......

दीदी- हंसते हुए लड़कियां इतनी आसनी से मानने लगे तो फिर मज़ा ही क्या आये ...... लेकिन तुम्हारी सच्चाई से खुश हो कर मैं तुम्हारी ये ख्वाइश पूरी करने के लिए तैयार हूं .......

प्रतीक- ओहहह जान लव यू सो मच ...... तुम कितनी स्वीट हो ........ प्रतीक यूँ खुश था जैसे उसे कोई खिलौना मिल गया हो ......

दीदी- ठीक है अब रखूं एक घंटे से ज्यादा हो गया हमे बात करते ......

प्रतीक- जानेमन मेरा दिल तो नही भरता तुमसे बात कर के लेकिन हर टाइम बात नही करते रह सकते ईसलिये ठीक है अब खत्म करते हैं अभी की बात ......

दीदी- अच्छा सुनो आज रात में शायद बात नही कर पाऊंगी क्यों कि मम्मी आज मुझे अपने पास सोने को कह रही थीं शायद कुछ बातें करनी हों उन्हें .......


प्रतीक- ह्म्म्म चलो ठीक है जान जैसे तैसे एक दिन काट लूंगा तुम्हारी याद में पर अभी अपनी कुछ pic सेंड कर दो ताकि रात में उन्हें देख के .......


दीदी- हिला सको ...... लेकिन रोज रोज हिलाना अच्छी बात नही मिस्टर इसलिए थोड़ा सब्र करो अब हम साथ मे ही ......

प्रतीक- साथ मे क्या ..... बोलो न जान प्लीज......

दीदी- हम साथ मे ही करेंगे ......


प्रतीक- क्या करेंगे एक बार बताओ ना जान ......

दीदी- तुम हिलाओगे और मैं उंगली करूंगी ......

प्रतीक- जानू बस इतना और बता दो मैं क्या हिलाऊंगा ....... और तुम कहाँ उंगली करोगी .......

दीदी- धत्त ...... ok bye जान मम्मी बुला रही हैं ........

और दीदी ने फोन काट दिया .......


दीदी की सांस तेज हो रही थीं प्रतीक की बातों से निश्चित ही उनकी चूत गीली हो रही थी ...... उनकी भारी चुंचिया कुर्ती में फंसी ऊपर नीचे हो रही थीं .........

मैंने कहा दीदी प्रतीक को तो क्लीन बोल्ड कर दिया आपने बेचारा शादी के बाद आपकी चूत चाटता फिरेगा ...... मेरी बात सुन कर दीदी मुस्कुराते हुए बोली ....... लगता तो यही है लेकिन तब तक किसे चटाऊं अपनी चूत ...... इतना कहते हुए वो अपनी सलवार के ऊपर से अपनी चूत सहलाने लगी ........

मैंने कहा उनको तो बड़ा सब्र रखने को बोल रही थी खुद पर भी काबू करो दीदी चूत को मुट्ठी में भर कर दबाते हुए बोली काबू ही तो नही होता अब विकी ....... और मुझे देखते हुए सेक्सी तरीके से आंख मारे कर पास आने का इशारा किया .......

मैंने भी उन्हें चिढ़ाते हुए कहा ....... मम्मी बुला रही हैं मुझे और ...... उठ कर भाग गया कमरे से बाहर ........ ।
 
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neeRaj@RR

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nice update..!!
muze lag raha hai yeh rani vinay ke sath mil kar kuchh kand jarur karegi..dekhte hai vikas kaise unko maja chakhayega..!!
aur aisa bhi lag raha hai ki ab vikas ko bhi apne didi aur pratik ki najdikiya badhti huyi dekh kar jalan hone laegi aur woh thoda dur hi rahega apni behen se..dekhe hai vikas ki behen ko iss baat ka pata chalta hai ya nahi ya aur pata chala toh woh kaise react karegi vikas se dur ho jayegi ya uske paas jayegi..!!

nice update..!!
muze lag raha hai yeh rani vinay ke sath mil kar kuchh kand jarur karegi..dekhte hai vikas kaise unko maja chakhayega..!!
aur aisa bhi lag raha hai ki ab vikas ko bhi apne didi aur pratik ki najdikiya badhti huyi dekh kar jalan hone laegi aur woh thoda dur hi rahega apni behen se..dekhe hai vikas ki behen ko iss baat ka pata chalta hai ya nahi ya aur pata chala toh woh kaise react karegi vikas se dur ho jayegi ya uske paas jayegi..!!
देखते हैं आगे क्या होता है इन भाई बहन के जीवन में......
 
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