• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest जीजा जी की चाहत (incest)

neeRaj@RR

Member
479
3,095
123
मैं इन दिनों की घटनाओं से काफी ठरक के भरा हुआ था और अपनी सारी ठरक इस चालू लौंडिया पर निकालना चाहता था मुझे ये भी मालूम था मुझे खुश करने के लिए ये किसी भी हद तक जाने को तैयार होगी तो मैंने कहा रानी मेरा लंड मुझे बहोत परेशान करता है वो लंड को जोर से दबा कर बोली अब मैं हूँ ना विकास इसकी हर ख्वाइश पूरी करूंगी मैं और फिर उसने मेरे लंड पर झुकते हुए सुपाड़े पर अपने होंठ रख दिये और जीभ को गोल गोल फिराने लगी मेरा सुपाड़ा उसके थूक से गिला हो गया पर मैंने बेड के किनारे ओर सरकते हुए कहा रानी तुम नीचे उतरो वो फौरन किसी आज्ञाकारी गुलाम की तरह नीचे उतर गई मैं खिसक कर बेड के एज पर पहुंचा और अपनी टूटी टांग को नीचे करने लगा रानी ने फौरन मेरा पैर पकड़ कर धीरे से नीचे जमीन पर रखा और फिर मैंने दूसरा पैर भी नीचे रखा और रानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी टांगो के बीच बिठा लिया उसने मेरा इशारा समझा और नीचे बैठ कर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी लंबी सी जीभ निकाली और किसी भूखी कुतिया जैसे लंड पर जीभ फिराते हुए उसे ऊपर से नीचे तक चाटने लगी मेरे मुह से आहें निकलने लगी मैं सिसकते हुए बोला आहहह रानी मस्त लौड़ा चूसती हो तुम उसने मेरी आँखों मे झांकते हुए बड़ा सा मुह खोला और दो तीन बार सुपाड़े को अच्छी तरह चाट कर उसे होंठो में दबा कर धीरे धीरे अपने होंठ उस पर कस दिए और लंड को अपने मुह में समाने लगी और जल्दी ही मेरा समूचा लंड उसके मुह के अंदर था ।
उसके मुह की गर्मी मुझे पागल का रही थी दिल कर रहा था कमर को झटके दे कर और अंदर पेल दूँ उसके मुह में अपना लोड़ा पर वो तो पहले ही पूरा अंदर था कुछ सेकेंड्स तक ऐसे लंड को मुह में रखने के बाद उसने सर ऊपर उठाते हुए लंड को बाहर निकाला और गहरी सांस ले कर झटके से फिर हचक के लंड को मुह में भर लिया फिर वो ऐसे ही एक रिदम के साथ लंड को मुह में ले कर चूसते हुए अपने मुह को किसी चूत जैसे चुदवाने लगी और मैं इस नए मज़े को पा कर आसमान में उड़ने लगा मुझे लगा मैं किसी भी पल झड़ जाऊंगा इसलिए मैंने एकदम से लोड़ा उसके मुह से खींच लिया रानी हैरानी से मेरा मुह देखने लगी पर मैं उसके चेहरे पर झुका और उसके होंठ मुह में भर कर चूसने लगा रानी भी अपनी जीभ मेरे होंठो पर रगड़ते हुए चुम्मे का मज़ा लेने लगी और उसने मेरा लंड फिर से अपनी मुट्ठी में भर लिया थूक से गीला लंड पकड़ कर वो उसे मुठियाते हुए अपनी जीभ मेरे मुह में घुसाने लगी और मैंने रानी की जीभ चूसते हुए दांतो से काट ली वो एकदम से सिसिया उठी और मेरा एक हाथ अपने निप्पल पर रख दिया मैंने उसकी निप्पल को चुटकी में पकड़ कर जोर से उमेठ दिया और वो चीख उठी मैं डर गया और बोला सॉरी रानी वो तुरन्त मुस्कुरा कर बोला कैरी ऑन डिअर मेरे चीखने चिल्लाने की परवाह मत करो तुम्हारा जंगलीपन मुझे बहोत सुख दे रहा है उसकी बात सुन कर मेरा हौसला बढ़ा और मैंने एकदम से उसके चेहरे पर थूक दिया वो इससे हड़बड़ा गयी लेकिन फिर मुस्कुराते हुए उसने अपने होठों के ऊपर बहता हुआ मेरा थूक जीभ फिरा कर चाट लिया और निगल गयी .....
मैंने फिर से उसकी दोनो निप्पल को पकड़ कर मसलना शुरू किया और रानी सिसकते हुए फिर से मेरे होंठो पर टूट पड़ी ...... फिर उसने खुद को अलग किया और अपनी जीभ निकाल कर मेरी जांघो को चाटने लगी और जीभ फिराते हुए मेरे लंड को मेरे पेट पर दबा कर नीचे मेरे आंड़ को चूमने लगी फिर उसने मुह खोल कर मेरे दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और उन्हें किसी रसगुल्ले जैसे चूसने लगी मेरे लंड की हालत खराब हो रही थी कुछ देर तक मेरे आंड़ चूसने के बाद उसने उन्हें मुह से निकाला और अपनी जीभ को और नीचे की ओर ले जाने लगी ....... पता नही कैसे पर खुद ब खुद मेरी टांगे थोड़ा सा फैल गयी और मैं अपने हाथों के सहारे थोड़ा पीछे को लेट से गया और अगले ही पल रानी में जो हरकत की उस से मेरी जान ही हलक में आ गयी रानी ने एकदम से अपनी जीभ मेरी गांड़ के छेद पर फिरानी शुरू कर दी और दोनो हाथों से वो मेरा लंड अच्छे से मसल रही थी उसके हाथों की हरकत से मेरा लौड़ा हद से ज्यादा सख्त हो गया था मुझे आज से पहले कभी अपना लंड इतना बड़ा नही लगा उधर उसकी नरम गीली जीभ मेरे गांड़ के छेद पर हरकत करती हुई मेरे जिस्म को हरपल एक नए आनंद का अहसास दे रही थी और फिर मैं एकदम सेक्स के नशे में चूर हो कर बहकने लगा ......, आआहहहह रानी चूस ऐसे ही चूस मेरा लौड़ा मेरे लंड की रानी चाट मेरी गांड़ साली ...... बहोत मज़े दे रही है तू पागल कर रही है तू मुझे उफ्फ्फ ....... रानी ने जीभ मेरी गांड़ से हटा कर लंड को तेजी से सहलाते हुए कहा आहह विकास कितना मस्त है लौड़ा तुम्हारा मैं तो बस दीवानी हूँ तुम्हारे लंड की अब तो बस तुमसे चुदने का मन कर रहा है मेरी जान मेरी चूत भी प्यासी है इस लंड की मैंने कहा रुक मत साली र..... और बोलते बोलते रुक गया ....., रानी ने कहा बोलो न विकास क्या बोलना चाहते हो जो भी मन मे है बोलो मैं बुरा नही मानूँगी अगर तुम्हे गालियां दी कर चोदना पसन्द है तो अपनी ख्वाइश पूरी कर लो राजा मुझे अपनी रण्डी समझ लो थोड़ी देर के लिए...... और इसी के साथ उसने मेरी गांड़ के छेद को अपने गुलाबी रसीले होंठो में दबा लिया और चूसते हुए लंड को कस के मुठ मारने लगी .......
उसकी बातें सुन कर मेरे दिमाग की नसों में चिंगारी सी उठने लगी और मैंने एक हाथ से उसके बाल मुट्ठी में पकड़ कर उसका मुह अपनी गांड़ पर दबाते हुए कहा आहह रण्डी ऐसे ही चूस साली छिनाल खा जा मेरी गांड़ को उफ्फ्फ साली बहोत मस्त है तू मेरी जान और मेरे लंड से झटके से वीर्य की एक तेज फुहार निकल कर सीधा रानी के माथे और बालो पर जा गिरी वीर्य की गर्मी महसूस करते ही रानी ने झट से गांड़ से मुह हटा कर मेरा सुपाड़ा मुह में भर लिया और अगली पिचकारी उसके मुह में निकली फिर मैं कुछ देर तक झटके ले ले कर झड़ता रहा और रानी मज़े से मेरा लोड़ा चूस चूस कर ताजा गरम वीर्य पीती रही ...... आखिरी बून्द तक चूसने के बाद उसने सुपाड़ा मुह से निकाल कर होंठो पर जीभ फिराई और एक चटकारा सा ले कर बोली उम्म्म बहोत टेस्टी हो तुम ........ मुझे ऐसा लग रहा था जैसे लंड के रास्ते मेरी जान निकल गयी हो और मैं निढाल हो कर बेड पर गिर गया और अपनी उखड़ी सांसों पर काबू करने लगा .........
पर रानी कहाँ रुकने वाली थी वो अगले ही पल बेड पर चढ़ आयी और मेरे सामने पंजो पर बैठ कर अपनी चूत सहलाते हुए बोली राजा मेरे मुह की प्यास तो बुझा दी पर अभी मेरी बुर प्यासी है इसका भी तो कुछ सोचो मैंने पहली बार नंगी बुर अपने सामने देखी उसकी चूत एकदम चिकनी थी पर चूत के होंठ थोड़ा सा खुले हुए थे और अंदर का गुलाबी हिस्सा नजर आ रहा था नंगी चूत देख कर मेरा लंड पूरी तरह सिकुड़ने से पहले ही अकड़ने लगा और मेरे मुह में पानी आने लगा ......, मैंने रानी का हाथ पकड़ा और उसे अपने ऊपर खींचने लगा वो समझदार थी जल्दी से मेरे सर के दूसरी ओर एक पैर रख कर मेरे मुह पर आ बैठी उसकी रसीली भरपूर चुदी हुई चूत मेरी नजरो के सामने थी मैंने बस दोनो हाथों दे उसके नंगे चूतड़ थामे और उन्हें सहलाते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिये उसकी चूत से तीखी सी स्मेल आ रही थी जो मुझे ज्यादा पसन्द नही आई पर उत्तेजना की अधिकता से मैंने उस पर ध्यान न देते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया और वो आहें भरती हुई अपने हाथो से अपने चूचे दबाने लगी और बोली आहह विकास पागल कर रहे हो तुम मुझे चाटो मेरी बुर को ऐसे ही खाजाओ इसे रानी की ये बात सुन कर मेरे लंड में फिर से जान आ गयी और वो फनफना कर उछलने लगा रानी ने हाथ बढ़ा कर लंड को फिर से पकड़ लिया और सहलाते हुए बोली रुक जा सब्र कर अभी तुझे निगलती हूँ अपनी बुर में और एकदम से अपनी बुर मेरे मुह पर दबा दी मेरा चेहरा उसके मोटे चूतड़ों में दब कर रह गया मेरी सांस रुक गयी पर मैं बेताबी से उसकी बुर को होंठो में भर कर चूस रहा था और साथ ही गांड़ की दरार को सहला रहा था तभी मेरी उंगली को उसकी गांड़ का छेद मिल गया और मैंने उंगली को उसकी गांड़ के छेद पर फिराते हुए एकदम से उंगली गांड़ में पेल दी रानी कसमसा कर बोली आहह राजा उँगली नही अपना ये खूंटा डाल दो मेरी गांड़ में उफ्फ्फ मैंने दो तीन बार तेजी से उंगली को उसकी कसी हुई गांड़ में अंदर बाहर किया और फिर एकदम से उसकी चूत के दाने को दांतों से काट लिया वो सिसक कर उछल गयी और फिर मेरे मुह से उठ कर नीचे मेरी कमर पर बैठ गयी और लंड को पकड़ कर चूत पर लगा कर झटके से बैठ गई और मेरा लंड फिसलता उसकी गहरी गरम बुर में समा गया उसने एक आह भरी और फिर अपनी गांड़ तेजी से हिलाते हुए लंड को अपनी बुर में गपागप लेने लगी उसकी चुचियाँ उछल रही थी और मैंने उन्हें दबोच लिया मैं उसके निप्पल पकड़ कर खींच रहा था और उसकी गांड़ किसी इंजन जैसे तेजी से चल रही थी मेरे लंड पर वाकई रानी मस्त चुदक्कड़ लौंडिया थी मैं तो मज़े से मरा जा रहा था 8-10 मिनट तक ऐसे ही लंड पर चढ़ कर कूदने के बाद वो पूरा लंड चूत में ले कर बैठ गयी मेरे ऊपर उसकी बुर से काफी पानी निकल कर मेरे लंड के आसपास गीलापन कर रहा था रानी ने एक बार झुक कर मेरे होंठ चूसे और फिर अपनी गांड़ को आगे पीछे करते हुए लंड पर अपनी बुर घिसने लगी ..... इस तरह से मेरा सुपाड़ा रानी की बुर के आखिरी छोर तक जा कर टक्कर मार रहा था और मेरा दिल कर रहा था बस ऐसे ही चलता रहे बिना रुके हमेशा मैंने नीचे से अपने चूतड़ उठाते हुए लंड को अंदर घुसा कर कहा आहह रानी और चुद ले मादरचोद रण्डी ......... रानी भी आहह भर कर बोली जी भरके चोदो राजा अपनी रण्डी को जैसे चाहे जितना चाहे ओहहह राजा मैं गयी और इसी के साथ उसका बदन कांपने लगा उसके गले से अजीब सी आवाज़ें आने लगी और वो एकदम मेरे सीने से चिपक गयी दो मिनट तक ऐसे ही छिपकली जैसे मुझसे चिपक कर झड़ने के बाद उसने मेरी आँखो के देख कर मेरे होंठ चूम लिए और बोली लव यू मेरी जान ......मैंने कहा मेरा अभी हुआ नही है वो मुस्कुरा कर बोली अभी एक और छेद है ना डिअर तुम्हारे लंड की प्यास बुझाने के लिए उसने कमर ऊपर की और लंड उसकी बुर से बाहर फिसल गया लंड रानी की बुर के रस से भीग कर चमक रहा था उसने एक पल लंड को देखा और फिर उसे पकड़ कर अपनी गांड़ के छेद पर लगा लिया और फिर दांत भींच कर उसने अपनी कमर को नीचे दबाना शुरू किया सुपाड़े ने गांड़ के कसे हुए छेद को फैलाना शुरू किया और फिर एकदम से सुपाड़ा गांड़ के छल्ले में जा फंसा रानी ने रुक के दो तीन गहरी गहरी सांसे ली और फिर से कमर का दबाव डालते हुए आधे से ज्यादा लंड अपनी कसी हुई गांड़ में ले लिया फिर वो धीरे धीरे कमर को हिलाते हुए अपनी गांड़ चुदवाने लगी चूत की अपेक्षा उसकी गांड़ ज्यादा कसी हुई थी शायद गांड़ ज्यादा मरवाई नही थी उसने पर जल्दी ही उसने जड़ तक लंड गांड़ में ले लिया और अपनी गांड़ तेजी से लंड पर पटकती हु गांड़ मरवाने लगी मैंने भी दोनो हाथो से उसके चूतड़ मसलते हुए धक्के लगाने शुरू कर दिए और मेरे मुह से फिर सिसकारियां निकलने लगी ....... aaahhha रानी तेरी गांड़ और भी मस्त है बुरचोदी ले खा मेरा लंड अपनी गांड़ में भोसड़ी की आहह रानी ने भी झुक कर अपनी एक चूची मेरे होंठो पर रखते हुए कहा आहह विकास चोदो अपनी रानी की गांड़ फाड़ दो मेरी गांड़ अपने लौड़े से राजा भर तो मेरी गांड़ अपने लंड के रस से उफ्फ और मैंने रानी का निप्पल चूसते हुए तेजी से लंड ठोकना शुरू कर दिया उसकी गांड़ में और 20-30 तेज धक्कों के बाद ही मैं एक बार फिर से झड़ने लगा aaahhhhh मेरे लंड से खौलता हुआ वीर्य रानी की गांड़ में भरने लगा .... रानी अपनी गांड़ एकदम मेरे लंड पर दबा कर उसे निचोड़ने लगी और मुझ पर लेट कर कस के लिपट गयी मुझसे ......., काफी देर तक वो ऐसे ही नंगी लेती रही मुझ पर फिर उठ कर उसने एक बार मेरे होंठो को चूमा और नीचे उतर कर अपने कपड़े समेटने लगी तभी मैंने देखा उसकी टांग पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसकी गांड़ से टपक रहा है उसने भी वो महसूस किया और फिर उसने जो हरकत की वो मुझे अंदर तक हिला गयी रानी ने उंगली से वो सारा वीर्य समेटा और मुझे दिखाते हुए चाट कर बोली उम्मम्म टेस्टी और फिर वो कपड़े पहनने लगी कपड़े पहन कर उसने मुझे भी अंडरवियर और लोअर पहनाया और फिर बोतल उठा कर पानी पीने लगी फिर उसने बोतल रखा कर कहा कैसा लगा विकास मैंने हंस कर कहा लाजवाब बेमिसाल फिर कब मिलोगी उसने कहा कब चाहो बुला लेना ....... मैंने ठीक है लेकिन अब तुम जाओ मेरे घर वाले किसी भी वक़्त आ सकते हैं उसने मुस्कुरा कर सर हिलाया और चाभी उठा कर चली दी दरवाजे पर पहुंच कर उसने एक फ्लाइंग किस दी और निकल गयी ...... और मैं भी सो गया।
 

neeRaj@RR

Member
479
3,095
123
कुछ लोग सेक्स सीन पढ़ना चाहते थे उनकी डिमांड पर गरमागरम अपडेट दे दिया है पर अब कहानी स्लो ही चलेगी 😁😁 उम्मीद है इस अपडेट से पाठकों के लंड सख्त और पाठिकाओं की चूत अवश्य गीली होगी 😜
 

neeRaj@RR

Member
479
3,095
123
Hot update...
धन्यवाद आपकी ही डिमांड पर कहानी को धकेल कर आगे बढ़ा दिया है
 

Lib am

Well-Known Member
3,257
11,287
158
मैं इन दिनों की घटनाओं से काफी ठरक के भरा हुआ था और अपनी सारी ठरक इस चालू लौंडिया पर निकालना चाहता था मुझे ये भी मालूम था मुझे खुश करने के लिए ये किसी भी हद तक जाने को तैयार होगी तो मैंने कहा रानी मेरा लंड मुझे बहोत परेशान करता है वो लंड को जोर से दबा कर बोली अब मैं हूँ ना विकास इसकी हर ख्वाइश पूरी करूंगी मैं और फिर उसने मेरे लंड पर झुकते हुए सुपाड़े पर अपने होंठ रख दिये और जीभ को गोल गोल फिराने लगी मेरा सुपाड़ा उसके थूक से गिला हो गया पर मैंने बेड के किनारे ओर सरकते हुए कहा रानी तुम नीचे उतरो वो फौरन किसी आज्ञाकारी गुलाम की तरह नीचे उतर गई मैं खिसक कर बेड के एज पर पहुंचा और अपनी टूटी टांग को नीचे करने लगा रानी ने फौरन मेरा पैर पकड़ कर धीरे से नीचे जमीन पर रखा और फिर मैंने दूसरा पैर भी नीचे रखा और रानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी टांगो के बीच बिठा लिया उसने मेरा इशारा समझा और नीचे बैठ कर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी लंबी सी जीभ निकाली और किसी भूखी कुतिया जैसे लंड पर जीभ फिराते हुए उसे ऊपर से नीचे तक चाटने लगी मेरे मुह से आहें निकलने लगी मैं सिसकते हुए बोला आहहह रानी मस्त लौड़ा चूसती हो तुम उसने मेरी आँखों मे झांकते हुए बड़ा सा मुह खोला और दो तीन बार सुपाड़े को अच्छी तरह चाट कर उसे होंठो में दबा कर धीरे धीरे अपने होंठ उस पर कस दिए और लंड को अपने मुह में समाने लगी और जल्दी ही मेरा समूचा लंड उसके मुह के अंदर था ।
उसके मुह की गर्मी मुझे पागल का रही थी दिल कर रहा था कमर को झटके दे कर और अंदर पेल दूँ उसके मुह में अपना लोड़ा पर वो तो पहले ही पूरा अंदर था कुछ सेकेंड्स तक ऐसे लंड को मुह में रखने के बाद उसने सर ऊपर उठाते हुए लंड को बाहर निकाला और गहरी सांस ले कर झटके से फिर हचक के लंड को मुह में भर लिया फिर वो ऐसे ही एक रिदम के साथ लंड को मुह में ले कर चूसते हुए अपने मुह को किसी चूत जैसे चुदवाने लगी और मैं इस नए मज़े को पा कर आसमान में उड़ने लगा मुझे लगा मैं किसी भी पल झड़ जाऊंगा इसलिए मैंने एकदम से लोड़ा उसके मुह से खींच लिया रानी हैरानी से मेरा मुह देखने लगी पर मैं उसके चेहरे पर झुका और उसके होंठ मुह में भर कर चूसने लगा रानी भी अपनी जीभ मेरे होंठो पर रगड़ते हुए चुम्मे का मज़ा लेने लगी और उसने मेरा लंड फिर से अपनी मुट्ठी में भर लिया थूक से गीला लंड पकड़ कर वो उसे मुठियाते हुए अपनी जीभ मेरे मुह में घुसाने लगी और मैंने रानी की जीभ चूसते हुए दांतो से काट ली वो एकदम से सिसिया उठी और मेरा एक हाथ अपने निप्पल पर रख दिया मैंने उसकी निप्पल को चुटकी में पकड़ कर जोर से उमेठ दिया और वो चीख उठी मैं डर गया और बोला सॉरी रानी वो तुरन्त मुस्कुरा कर बोला कैरी ऑन डिअर मेरे चीखने चिल्लाने की परवाह मत करो तुम्हारा जंगलीपन मुझे बहोत सुख दे रहा है उसकी बात सुन कर मेरा हौसला बढ़ा और मैंने एकदम से उसके चेहरे पर थूक दिया वो इससे हड़बड़ा गयी लेकिन फिर मुस्कुराते हुए उसने अपने होठों के ऊपर बहता हुआ मेरा थूक जीभ फिरा कर चाट लिया और निगल गयी .....
मैंने फिर से उसकी दोनो निप्पल को पकड़ कर मसलना शुरू किया और रानी सिसकते हुए फिर से मेरे होंठो पर टूट पड़ी ...... फिर उसने खुद को अलग किया और अपनी जीभ निकाल कर मेरी जांघो को चाटने लगी और जीभ फिराते हुए मेरे लंड को मेरे पेट पर दबा कर नीचे मेरे आंड़ को चूमने लगी फिर उसने मुह खोल कर मेरे दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और उन्हें किसी रसगुल्ले जैसे चूसने लगी मेरे लंड की हालत खराब हो रही थी कुछ देर तक मेरे आंड़ चूसने के बाद उसने उन्हें मुह से निकाला और अपनी जीभ को और नीचे की ओर ले जाने लगी ....... पता नही कैसे पर खुद ब खुद मेरी टांगे थोड़ा सा फैल गयी और मैं अपने हाथों के सहारे थोड़ा पीछे को लेट से गया और अगले ही पल रानी में जो हरकत की उस से मेरी जान ही हलक में आ गयी रानी ने एकदम से अपनी जीभ मेरी गांड़ के छेद पर फिरानी शुरू कर दी और दोनो हाथों से वो मेरा लंड अच्छे से मसल रही थी उसके हाथों की हरकत से मेरा लौड़ा हद से ज्यादा सख्त हो गया था मुझे आज से पहले कभी अपना लंड इतना बड़ा नही लगा उधर उसकी नरम गीली जीभ मेरे गांड़ के छेद पर हरकत करती हुई मेरे जिस्म को हरपल एक नए आनंद का अहसास दे रही थी और फिर मैं एकदम सेक्स के नशे में चूर हो कर बहकने लगा ......, आआहहहह रानी चूस ऐसे ही चूस मेरा लौड़ा मेरे लंड की रानी चाट मेरी गांड़ साली ...... बहोत मज़े दे रही है तू पागल कर रही है तू मुझे उफ्फ्फ ....... रानी ने जीभ मेरी गांड़ से हटा कर लंड को तेजी से सहलाते हुए कहा आहह विकास कितना मस्त है लौड़ा तुम्हारा मैं तो बस दीवानी हूँ तुम्हारे लंड की अब तो बस तुमसे चुदने का मन कर रहा है मेरी जान मेरी चूत भी प्यासी है इस लंड की मैंने कहा रुक मत साली र..... और बोलते बोलते रुक गया ....., रानी ने कहा बोलो न विकास क्या बोलना चाहते हो जो भी मन मे है बोलो मैं बुरा नही मानूँगी अगर तुम्हे गालियां दी कर चोदना पसन्द है तो अपनी ख्वाइश पूरी कर लो राजा मुझे अपनी रण्डी समझ लो थोड़ी देर के लिए...... और इसी के साथ उसने मेरी गांड़ के छेद को अपने गुलाबी रसीले होंठो में दबा लिया और चूसते हुए लंड को कस के मुठ मारने लगी .......
उसकी बातें सुन कर मेरे दिमाग की नसों में चिंगारी सी उठने लगी और मैंने एक हाथ से उसके बाल मुट्ठी में पकड़ कर उसका मुह अपनी गांड़ पर दबाते हुए कहा आहह रण्डी ऐसे ही चूस साली छिनाल खा जा मेरी गांड़ को उफ्फ्फ साली बहोत मस्त है तू मेरी जान और मेरे लंड से झटके से वीर्य की एक तेज फुहार निकल कर सीधा रानी के माथे और बालो पर जा गिरी वीर्य की गर्मी महसूस करते ही रानी ने झट से गांड़ से मुह हटा कर मेरा सुपाड़ा मुह में भर लिया और अगली पिचकारी उसके मुह में निकली फिर मैं कुछ देर तक झटके ले ले कर झड़ता रहा और रानी मज़े से मेरा लोड़ा चूस चूस कर ताजा गरम वीर्य पीती रही ...... आखिरी बून्द तक चूसने के बाद उसने सुपाड़ा मुह से निकाल कर होंठो पर जीभ फिराई और एक चटकारा सा ले कर बोली उम्म्म बहोत टेस्टी हो तुम ........ मुझे ऐसा लग रहा था जैसे लंड के रास्ते मेरी जान निकल गयी हो और मैं निढाल हो कर बेड पर गिर गया और अपनी उखड़ी सांसों पर काबू करने लगा .........
पर रानी कहाँ रुकने वाली थी वो अगले ही पल बेड पर चढ़ आयी और मेरे सामने पंजो पर बैठ कर अपनी चूत सहलाते हुए बोली राजा मेरे मुह की प्यास तो बुझा दी पर अभी मेरी बुर प्यासी है इसका भी तो कुछ सोचो मैंने पहली बार नंगी बुर अपने सामने देखी उसकी चूत एकदम चिकनी थी पर चूत के होंठ थोड़ा सा खुले हुए थे और अंदर का गुलाबी हिस्सा नजर आ रहा था नंगी चूत देख कर मेरा लंड पूरी तरह सिकुड़ने से पहले ही अकड़ने लगा और मेरे मुह में पानी आने लगा ......, मैंने रानी का हाथ पकड़ा और उसे अपने ऊपर खींचने लगा वो समझदार थी जल्दी से मेरे सर के दूसरी ओर एक पैर रख कर मेरे मुह पर आ बैठी उसकी रसीली भरपूर चुदी हुई चूत मेरी नजरो के सामने थी मैंने बस दोनो हाथों दे उसके नंगे चूतड़ थामे और उन्हें सहलाते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रख दिये उसकी चूत से तीखी सी स्मेल आ रही थी जो मुझे ज्यादा पसन्द नही आई पर उत्तेजना की अधिकता से मैंने उस पर ध्यान न देते हुए अपने होंठ उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया और वो आहें भरती हुई अपने हाथो से अपने चूचे दबाने लगी और बोली आहह विकास पागल कर रहे हो तुम मुझे चाटो मेरी बुर को ऐसे ही खाजाओ इसे रानी की ये बात सुन कर मेरे लंड में फिर से जान आ गयी और वो फनफना कर उछलने लगा रानी ने हाथ बढ़ा कर लंड को फिर से पकड़ लिया और सहलाते हुए बोली रुक जा सब्र कर अभी तुझे निगलती हूँ अपनी बुर में और एकदम से अपनी बुर मेरे मुह पर दबा दी मेरा चेहरा उसके मोटे चूतड़ों में दब कर रह गया मेरी सांस रुक गयी पर मैं बेताबी से उसकी बुर को होंठो में भर कर चूस रहा था और साथ ही गांड़ की दरार को सहला रहा था तभी मेरी उंगली को उसकी गांड़ का छेद मिल गया और मैंने उंगली को उसकी गांड़ के छेद पर फिराते हुए एकदम से उंगली गांड़ में पेल दी रानी कसमसा कर बोली आहह राजा उँगली नही अपना ये खूंटा डाल दो मेरी गांड़ में उफ्फ्फ मैंने दो तीन बार तेजी से उंगली को उसकी कसी हुई गांड़ में अंदर बाहर किया और फिर एकदम से उसकी चूत के दाने को दांतों से काट लिया वो सिसक कर उछल गयी और फिर मेरे मुह से उठ कर नीचे मेरी कमर पर बैठ गयी और लंड को पकड़ कर चूत पर लगा कर झटके से बैठ गई और मेरा लंड फिसलता उसकी गहरी गरम बुर में समा गया उसने एक आह भरी और फिर अपनी गांड़ तेजी से हिलाते हुए लंड को अपनी बुर में गपागप लेने लगी उसकी चुचियाँ उछल रही थी और मैंने उन्हें दबोच लिया मैं उसके निप्पल पकड़ कर खींच रहा था और उसकी गांड़ किसी इंजन जैसे तेजी से चल रही थी मेरे लंड पर वाकई रानी मस्त चुदक्कड़ लौंडिया थी मैं तो मज़े से मरा जा रहा था 8-10 मिनट तक ऐसे ही लंड पर चढ़ कर कूदने के बाद वो पूरा लंड चूत में ले कर बैठ गयी मेरे ऊपर उसकी बुर से काफी पानी निकल कर मेरे लंड के आसपास गीलापन कर रहा था रानी ने एक बार झुक कर मेरे होंठ चूसे और फिर अपनी गांड़ को आगे पीछे करते हुए लंड पर अपनी बुर घिसने लगी ..... इस तरह से मेरा सुपाड़ा रानी की बुर के आखिरी छोर तक जा कर टक्कर मार रहा था और मेरा दिल कर रहा था बस ऐसे ही चलता रहे बिना रुके हमेशा मैंने नीचे से अपने चूतड़ उठाते हुए लंड को अंदर घुसा कर कहा आहह रानी और चुद ले मादरचोद रण्डी ......... रानी भी आहह भर कर बोली जी भरके चोदो राजा अपनी रण्डी को जैसे चाहे जितना चाहे ओहहह राजा मैं गयी और इसी के साथ उसका बदन कांपने लगा उसके गले से अजीब सी आवाज़ें आने लगी और वो एकदम मेरे सीने से चिपक गयी दो मिनट तक ऐसे ही छिपकली जैसे मुझसे चिपक कर झड़ने के बाद उसने मेरी आँखो के देख कर मेरे होंठ चूम लिए और बोली लव यू मेरी जान ......मैंने कहा मेरा अभी हुआ नही है वो मुस्कुरा कर बोली अभी एक और छेद है ना डिअर तुम्हारे लंड की प्यास बुझाने के लिए उसने कमर ऊपर की और लंड उसकी बुर से बाहर फिसल गया लंड रानी की बुर के रस से भीग कर चमक रहा था उसने एक पल लंड को देखा और फिर उसे पकड़ कर अपनी गांड़ के छेद पर लगा लिया और फिर दांत भींच कर उसने अपनी कमर को नीचे दबाना शुरू किया सुपाड़े ने गांड़ के कसे हुए छेद को फैलाना शुरू किया और फिर एकदम से सुपाड़ा गांड़ के छल्ले में जा फंसा रानी ने रुक के दो तीन गहरी गहरी सांसे ली और फिर से कमर का दबाव डालते हुए आधे से ज्यादा लंड अपनी कसी हुई गांड़ में ले लिया फिर वो धीरे धीरे कमर को हिलाते हुए अपनी गांड़ चुदवाने लगी चूत की अपेक्षा उसकी गांड़ ज्यादा कसी हुई थी शायद गांड़ ज्यादा मरवाई नही थी उसने पर जल्दी ही उसने जड़ तक लंड गांड़ में ले लिया और अपनी गांड़ तेजी से लंड पर पटकती हु गांड़ मरवाने लगी मैंने भी दोनो हाथो से उसके चूतड़ मसलते हुए धक्के लगाने शुरू कर दिए और मेरे मुह से फिर सिसकारियां निकलने लगी ....... aaahhha रानी तेरी गांड़ और भी मस्त है बुरचोदी ले खा मेरा लंड अपनी गांड़ में भोसड़ी की आहह रानी ने भी झुक कर अपनी एक चूची मेरे होंठो पर रखते हुए कहा आहह विकास चोदो अपनी रानी की गांड़ फाड़ दो मेरी गांड़ अपने लौड़े से राजा भर तो मेरी गांड़ अपने लंड के रस से उफ्फ और मैंने रानी का निप्पल चूसते हुए तेजी से लंड ठोकना शुरू कर दिया उसकी गांड़ में और 20-30 तेज धक्कों के बाद ही मैं एक बार फिर से झड़ने लगा aaahhhhh मेरे लंड से खौलता हुआ वीर्य रानी की गांड़ में भरने लगा .... रानी अपनी गांड़ एकदम मेरे लंड पर दबा कर उसे निचोड़ने लगी और मुझ पर लेट कर कस के लिपट गयी मुझसे ......., काफी देर तक वो ऐसे ही नंगी लेती रही मुझ पर फिर उठ कर उसने एक बार मेरे होंठो को चूमा और नीचे उतर कर अपने कपड़े समेटने लगी तभी मैंने देखा उसकी टांग पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसकी गांड़ से टपक रहा है उसने भी वो महसूस किया और फिर उसने जो हरकत की वो मुझे अंदर तक हिला गयी रानी ने उंगली से वो सारा वीर्य समेटा और मुझे दिखाते हुए चाट कर बोली उम्मम्म टेस्टी और फिर वो कपड़े पहनने लगी कपड़े पहन कर उसने मुझे भी अंडरवियर और लोअर पहनाया और फिर बोतल उठा कर पानी पीने लगी फिर उसने बोतल रखा कर कहा कैसा लगा विकास मैंने हंस कर कहा लाजवाब बेमिसाल फिर कब मिलोगी उसने कहा कब चाहो बुला लेना ....... मैंने ठीक है लेकिन अब तुम जाओ मेरे घर वाले किसी भी वक़्त आ सकते हैं उसने मुस्कुरा कर सर हिलाया और चाभी उठा कर चली दी दरवाजे पर पहुंच कर उसने एक फ्लाइंग किस दी और निकल गयी ...... और मैं भी सो गया।
इस अपडेट में तो neeRaj@RR ने कमाल ही कर दिया है। कामुकता की हद्द कर दी है लेखक ने। जबरदस्त अपडेट
 
Top