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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

Sirajali

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मैं गहरी नींद में सोया हुआ था कि तभी फोन की घण्टी से मेरी नींद खुली मेरा फोन तकिए के नीचे पड़ा था तो एकदम हल्की रिंग के साथ वाइब्रेशन हुआ और मैं जाग गया ...... देखा तो दीदी का कॉल था मैंने रिसीव किया .......

दीदी- एकदम धीमी आवाज़ में बोली ....... कितनी देर से मैसेज और कॉल कर रही हूं सो गए थे क्या ......

मैंने टाइम देखा ...... 2:40 हो रहे थे .......

मैं- इतनी रात और क्या करता यार सोने के अलावा .....

दीदी- ह्म्म्म ok सो जाओ फिर ......

मैं- बस यही पूछने के लिए कॉल की थी .....

दीदी- नही .....

मैं- बोलो भी अब .....

दीदी- मुझे लगा शाम से सीन देख देख कर मुझे और श्वेता को नंगी देख कर तुम्हारा बड़ा मन कर रहा होगा ......

मैं- हां मन तो कर रहा था लेकिन यहां कुछ नही हो सकता ना इसलिए सो गया था टांगों के बीच दबा के ......

दीदी- कहो तो आ जाऊं.....

एक बार तो मेरा मन हुआ की बुला ही लूं लेकिन फिर ये सोचा कि कहीं प्रतीक या श्वेता को पता लगा तो पता नही क्या सोचे वैसे प्रतीक की मुझे इतनी परवाह नही हो रही थी उसे दीदी ने हैंडल कर लेना था पर श्वेता उसे शायद बुरा लगता मुझे दीदी के साथ देख कर यही सब सोच कर मैंने कहा ..... रहने भी दो रिस्क लेने से क्या होगा ..... कल तो वापस चलना ही है फिर मज़े करेंगे ........

दीदी- ह्म्म्म ok चलो फिर सोते हैं .........

सुबह 8 बजे मेरी नींद खुली वो भी जब श्वेता ने मेरी बांह हिलाते हुए कहा ...... उठिए 8 बज गए हैं ...... मैं तो उठ गया पर साथ ही कोई और भी उठा हुआ था ...... जी हां मेरा लंड कल दिन भर की घटनाओं के प्रभाव से वो इस समय तन कर खड़ा था और मेरे लोअर में तंबू बना हुआ था ........

श्वेता हाथ मे चाय की ट्रे लिए हुए खड़ी थी और उसमे दो कप चाय थी ...... मैं जल्दी से उठ कर बैठ गया और एक तकिया उठा कर गोद में रखते हुए बोला गुड मॉर्निंग श्वेता ........

उसने मेरी हड़बड़ाहट देख कर मुस्कुराते हुए कहा गुड मॉर्निंग विकास ...... चाय ले लो मैंने चाय का कप उठा लिया और सिप करने लगा ...... उसने दूसरा कप खुद ले लिया और वहीं बेड पर बैठ कर मेरे साथ ही चाय पीने लगी ........

चाय पीते हुए उसने कहा रात नींद आयी थी या नही ...... मैंने कहा हां आ ही गयी थी ...... फिर मैंने कहा श्वेता i am sorry ...... मुझे वो हरकत नही करनी चाहिए थी ...... और उसने नजरें झुका कर कहा ...... its ok विकास किसी और ने वो हरकत की होती तो मैं उसका बुरा हाल करती पर तुमने की है तो कोई बात नही ...... मैं तुमसे नाराज़ नही हूँ .......

अब मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ गया था मैंने कहा एक और बात कहनी है मुझे तुमसे ...... इस बार उसने मेरी आंखों में देखते हुए कहा क्या ......?

मेरी चाय खत्म हो चुकी थी मैंने खाली कप ट्रे में रख कर उसका हाथ अपने हाथ मे थाम लिया ....... उफ़्फ़फ़ कितना नरम था उसका हाथ ...... वो बड़े गौर से मेरी ओर देखने लगी चश्मे में उसकी प्यारी सी स्माइल ...... मेरा दिल धड़क उठा ......

मैंने कहा ...... श्वेता ....... i love you ..... तुम मुझे बहोत अच्छी लगती हो ....... प्यार हो गया है तुमसे ........ वो शर्मा गयी और सर झुका के बोली वो तो मैं तभी समझ गयी थी जब मैंने अपनी पैंटी तुम्हारे तकिए के नीचे देखी थी ......... मैंने कहा मैं तुम्हारा जवाब चाहता हूं .......

उसने कहा वो मैं बाद में दे दूंगी ...... मैंने कहा अपना नंबर तो दे दो ना मैं घर जा कर तुमसे बात करूंगा ...... उसने कहा अपनी दीदी से ले लेना और उठ कर ट्रे ले कर भाग गई .......... पर मुझे उसका जवाब मिल चुका था ...... मैं बाथरूम गया और नहा धो के नीचे आ गया सभी नाश्ते के लिए बैठे मेरा इंतजार कर रहे थे ......

प्रतीक ने कहा आओ भाई बड़ी देर तक सोते हो ....... मां जी कल दिन भर भाग दौड़ में लगा था रात को भी देर हुई थी सोने में तो सो लिया बेचारा ...... मैं बैठ गया और दीदी और श्वेता ने नाश्ता लगा दिया ....... ब्रेकफास्ट कर के प्रतीक बोले मैं तो आफिस जा रहा हूँ विकास , दोपहर में आ जाऊंगा 2 बजे तक पर आज जाना जरूरी है कुछ अर्जेंट काम है ........

तुम दिन में अपनी दीदी और श्वेता के साथ लखनऊ घूम लेना ......... मैंने कहा जीजू अगली बार घूम लेंगे पर आज हम निकल जाएंगे घर पर बहोत काम फैला है मम्मी पापा परेशान हो रहे होंगे ....... वो बोले यार एक दिन तो रुको कल आये और आज भाग रहे हो वैसे परसों आना था तुम्हे पर एक दिन लेट आये तो तो एक दिन लेट जाओ ......

श्वेता भी दीदी का हाथ पकड़ कर जिद करती हुई बोली प्लीज भाभी रुक जाओ ना आज कल चली जाना ....... दीदी बोली देखो मैं तो विकास के साथ आईं हूँ और इसी के साथ जाऊंगी . ........ रोकना है तो इसे रोको ये रुका तो मैं तो रुकी ही हूँ ....... प्रतीक बोले मैं निकल रहा हूँ मुझे लेट हो रहा है देख लो विकास हो सके तो कल चले जाना ....... बाकी तुम्हारी मर्ज़ी ..... और वो निकल गए .......

उनके जाने के बाद मां जी भी उठ कर अपने कमरे में चली गईं ...... वहां हम 3 ही बचे मैं दीदी और श्वेता ....... और श्वेता ने मुझसे कहा तो तुम रुक रहे हो ना ....... मैंने कहा रुक तो जाऊं पर मैं बोर हो रहा हूँ यहां दीदी और जीजू तो आपस में व्यस्त हैं मुझे कोई कंपनी मिल ही नही रही मैं तो बस इधर उधर पड़ा हूँ ........


और मुझे मेरी बात का जवाब भी नही देता कोई ....... दीदी उठी और अंदर जाते हुए बोली भाई तुम्हे रुकना है उसे रोकना है अब तुम लोग आपस ने डिसाइड कर लो जो नतीजा निकले मुझे बता देना। ....... और वो कमरे में चली गईं ..........

श्वेता ने कहा विकास प्लीज रुक जाओ ना मैं दूंगी तुम्हे कंपनी मैंने कहा ok पर पहले मुझे जवाब चाहिए अभी के अभी ....... उसने कहा थोड़ा टाइम दो ना ....... मैंने कहा क्यों बाद में जवाब बदल दोगी क्या ...... वो बोली नही ना ...... मैंने कहा फिर अभी बोलो वो बोली ....... यहां पर मैंने कहा फिर कहाँ पर वो बोली धत्त तुम्हे तो प्रपोज करना भी नही आता ........

इसीलिए तो कह रही हूं रुक जाओ फिर अच्छे से जवाब दूंगी तुम्हे ...... मैंने कहा ऐसा है तो रुकना ही पड़ेगा ...... मेरी बात सुन कर वो खुश हो गयी और मुस्कुरा दी ...... मैंने कहा याद रखना सिर्फ तुम्हारी वजह से रुक रहा हूँ मैं ....... वो बोली thanks मेरी बात रखने के लिए .......


फिर वो भी अंदर चली गयी दीदी के पास और मैं अकेले बैठा सोचने लगा सही तो कह रही है श्वेता मुझे तो ठीक से प्रपोज करना भी नही आता और मैं घर से निकल गया ....... यूँ ही घूमता हुआ मेन रोड पर आ गया .......

तभी मेरी नजर एक फूलों की दुकान पर पड़ी और मैं बस अंदर घुस गया ...... 50 रुपये एक खूबसूरत लाल गुलाब खरीद कर उसे पेपर में पैक करवा एक शॉप से डेरी मिल्क सिल्क का बड़ा पैक ले के मैं वापस घर आ गया ........

घर मे शांति फैली हुई थी मैं चुपचाप ऊपर चला आया और दीदी को कॉल की लेकिन उन्होंने रिसीव नही की ...... उन्होंने दो मिनट बाद कॉल बैक की मैंने कहा दीदी अगर रुके ही हैं तो चलो फिर कहीं घूम के आते हैं .....

दीदी की सांसे बड़ी तेज चल रही थीं ...... उन्होंने कहा ठीक है बस थोड़ी देर रुको मैं और श्वेता तैयार हो लें फिर चलते हैं ........ मैंने कहा दीदी श्वेता को ऊपर भेजो ना मेरे पास किसी बहाने से ........ तभी उनकी हल्की सी सिसकी मुझे सुनाई दी मैंने पूछा क्या हुआ लगता है श्वेता के साथ प्रोग्राम चल रहा है ....... वो बोली ह्म्म्म मैंने कहा ok पहले आप निपटा लो अपना कार्यक्रम फिर उसे भेज दो ऊपर ....... वो बोली बस 5 मिनट में भेजती हूँ .......

मैंने कॉल काट दी ........ और कोई 15 मिनट बाद श्वेता चाय ले कर आई ऊपर ...... उसने बिस्तर पर बैठते हुए कहा चाय पीनी थी तो मुझसे कहते भाभी से क्यों कहा ...... मैंने कहा तुम कहीं दिख नही रही थी और तुम्हारा नंबर भी नही मेरे पास .......

श्वेता बोली तो भाभी से ले लेते मेरा नंबर मैंने कहा सब कुछ उनसे ही लूं तुम कुछ नही दोगी क्या .....? मेरी दोअर्थी बात सुन कर वो मुस्कुरा कर बोली ठीक है नंबर मैं ही दिए देती हूं ........ लो नोट करो 76925687XX और बाकी सब अपनी दीदी से ही लेना अब ........

मैंने जल्दी से नंबर अपने फोन में सेव किया और बोला ठीक है अब जो भी चाहिए होगा तुमसे ही मांग लूंगा ....... मैंने चाय का कप ले कर साइड की टेबल पर रखा और टेबल पर रखा हुआ गुलाब उठा कर उसकी पैकिंग खोल दी और श्वेता के सामने झुकते हुए कहा ........ a beautiful rose for a beautiful girl ....... please accept my love shweta ...... i love you ......

उसने मुस्कुरा कर गुलाब ले लिया और बोली ....... love you to dear ...... फिर मैंने उसे चॉकलेट निकाल कर दी और बोला for a sweet girl ..... उसने वो भी ले ली और मुस्कुराते हुए उठ कर भाग गई ....... बड़ी खुशी हुई मन में उसका जवाब सुन कर ....... हांलाकि मुझे पता था पहले ही पर सुनने का अलग ही मज़ा होता है ....... और चाय तो दीदी का बहाना था उसे ऊपर भेजने का ....... मैंने चाय पी ली तभी दीदी ऊपर आईं और बोली हुआ कुछ मैंने कहा क्या होना था ......?

वो बोली उसे बुलाया था न ऊपर मैंने कहा हां बुलाया तो था ....... तो कुछ हुआ या ऐसे ही दीदी ने पूछा...... मैंने कहा अरे यार उसे बस ऐसे ही बुलाया था rose देने के लिए ...... दीदी बोली वाह जी अपनी बीवी को तो कभी नही दिया rose ......

मैंने कहा दीदी प्लीज आप कभी इस तरह से कंपेयर मत करना इस सबको ....... आप अपनी जगह हो वो अपनी जगह है ....... आप से मेरा अलग जुड़ाव है ...... दिल से प्यार करता हूँ आपको ....... पर श्वेता के प्रति मैं सिर्फ आकर्षित हूँ ....... रही बात उस से शादी की तो वो सिर्फ आपकी नजदीकी का एक जरिया होगी ...... अब अगर उससे शादी करूंगा भविष्य में तो उसे निभाना भी पड़ेगा ....... इसलिये आप दोबारा कभी ऐसा कोई ताना मत मारना मुझे आपके लिए मैं जान भी दे सकता हूँ ....... और आप सिर्फ एक गुलाब की बात कर रही हो ......

मेरी बात सुन कर दीदी ने मुझे एकदम से गले लगा लिया और बोली ...... सॉरी जानू मेरा इरादा तुम्हे दुख देने का नही था मैं सिर्फ मज़ाक में बोली वो बात पर मैं वादा करती हूं दोबारा से कभी ऐसा मज़ाक नही करूंगी ....... मैंने कहा मुझे पता है आप मज़ाक ही कर रही हो ...... लेकिन कल को आपकी शादी के बाद आपको भी प्रतीक के साथ पत्नी के तौर पर रहना पड़ेगा उस रिश्ते को निभाना पड़ेगा उसकी बातें माननी पड़ेंगी ....... और हो सकता है कभी कुछ ऐसा भी हो जो मुझे तकलीफ दे परेशान करे लेकिन मुझे उसे बर्दाश्त करना सीखना पड़ेगा .......

दीदी बोली सॉरी ना जान अपनी बीवी की इस गलती को माफ कर दो प्लीज और कान पकड़ कर मुस्कुरा दी ....... मैं उनकी इस अदा पर हंस दिया और वो बोली बस ऐसे ही हंसते हुए अच्छे लगते हो मेरे स्वीट हबी ...... फिर वो बोली अच्छा चलो कहीं चलते हैं घूमने मैंने कहा चलो ना मैं तो कब से बोर हो रहा हूँ .........

हम नीचे आ गये दीदी ने आज नेवी ब्लू कलर का सूट पहना था जो उनके गोरे बदन पर खूब जँच रहा था और श्वेता ने जीन्स और टॉप पहना था ब्लैक जीन्स और पिंक टॉप ....... में खुले बालों और चश्मे में वो हमेशा की तरह क्यूट लग रही थी .......

मैंने कार निकाली और दीदी और श्वेता पीछे बैठ गईं मैंने कहा कोई आगे भी आ जाओ मैं ड्राइवर थोड़े हूँ जो दोनो पीछे बैठ गयी ....... दीदी ने कहा श्वेता तुम आगे जाओ तुम्हें यहां के रास्तों के आईडिया होगा ...... मैंने पूछा पर चलना कहाँ है ....... श्वेता आगे आ कर बैठते हुए बोली जू चलते हैं मैंने कहा ok

और मैंने उससे रास्ता पूछा वो कंधे उचका कर बोली मुझे क्या पता मैं तो बस अपने कॉलेज कोचिंग और मार्केट का रास्ता जानती हूं ...... मैंने गूगल मैप की हेल्प ली और आधे घंटे में हम जू पहुंच गये ...... 3 टिकट ले के हम अंदर दाखिल हुए और घूमते हुए जानवरों को देखने लगे .......

लेकिन जब साथ मे दो जनलेवा लड़कियां हों तो जानवर किसे अच्छे लगते हैं यार ....... दोपहर का टाइम था जू में इक्का दुक्का लोग ही थे ....... हम काफी आगे आ चुके थे ...... जेब्रा के बाड़े के सामने ...... तभी श्वेता ने कहा भाभी वो देखो ये हिरन कितने सुंदर हैं ...... हम उस ओर देखने लगे एक मैदान में ढेरों हिरन झुंड में घूम रहे थे हम उस ओर चल पड़े और नजदीक जा कर देखने लगे तभी एक नर हिरन ने मादा की चूत सूंघते हुए उसे चाटना शुरू कर दिया ......

मैं और दीदी उसकी हरकत देख कर मुस्कुराने लगे लेकिन श्वेता उस चीज को नोटिस नही कर पाई और अगले ही पल हिरन ने मादा पर चढ़ कर अपना सुर्ख लाल लंबा सा लंड पेल दिया उसकी चूत में और धक्के लगाने लगा वो बड़ी तेजी से धक्के लगा रहा था ...... ये देख कर श्वेता एकदम हकबका गयी और धीरे से बोली भाभी ये क्या है दीदी बोली चुदाई चालू है और उसके गाल लाल हो गए और वो बोली चलिए यहां से .......

मैं वो सीन देख कर थोड़ा आगे बढ़ गया था पर उनकी खुसुर फुसर पर मेरे कान लगे हुए थे ....... दीदी ने कहा क्यों देख कर चूत गीली हो रही क्या तुम्हारी ...... श्वेता बोली क्या भाभी आप को हर टाइम यही सूझता है क्या दीदी बोली एक बार चुद लो मेरी जान फिर तुम्हे भी हर टाइम यही सूझेगा .......

औए फिर श्वेता उनका हाथ पकड़ कर खींचती हुई आगे आ गयी ...... अगले बाड़े में तेंदुआ था हम उसे देखने लगे ..... तभी दीदी बोली विकी यहां टॉयलेट कहाँ है मैंने कहा अभी पीछे मिला तो था वो पूछने लगी कहाँ मैंने उन्हें बताया जिधर से आये हैं उसी ओर कोई 200 मीटर पीछे था टॉयलेट वो बोली ok तुम लोग यहीं रुको मैं हो के आती हूँ ....... और वो चली गईं ........

अब वहां सिर्फ मैं और श्वेता थे ....... मैंने कहा श्वेता वो बोली हां ...... मैंने कहा तुमने कहा था कुछ चहिए हो तो मांग लेना ..... वो बोली हां कहा तो था मैने कहा कुछ चाहिए मुझे मांग लूं ...... वो बोली यहां क्या चाहिए यहां क्या दूँ मैं ...... मैंने कहा यहीं चाहिए वो बोली क्या ......?

मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा एक किस ....... इन गुलाबी रसीले होंठो की ..... और ये सुनते ही वो एकदम से शर्मा गयी ...... उसमे कोई जवाब नही दिया बस नजरें झुका ली ....... मैंने कहा प्लीज दे दो ना श्वेता वो फिर भी ना कुछ बोली ना कोई रियेक्ट किया ........ मैंने उसका हाथ पकड़ लिया वो शर्मा के और सिमट सी गयी पर मैंने उसे अपनी ओर खींच कर बाहों में भरते हुए उसके होंठो पर होंठ रख दिये और चूसने लगा उसके नरम गुलाबी रसीले होंठो को ........ उसने भी आंखे बंद कर ली और खुद को ढीला छोड़ दिया मेरी बाहों में ........

मैं सब भूल कर चूसे जा रहा था उसके होंठो का रस और मेरे हाथ उसकी पीठ पर फिसल रहे थे ......... और पता नही कब मेरी जीभ उसके मुह में दाखिल हो गयी और उसने मुह खोल कर मेरी जीभ को अपने मुह में आने दिया और उसे अपनी जीभ से सहलाने लगी ....... मैंने अपने हाथ नीचे सरकाते हुए उसकी कमर पर और फिर चूतड़ों पर रख दिये और जीन्स में कसी हुई उसकी गांड़ को मसलने लगा ........ इसका असर ये हुआ कि श्वेता ने मेरी जीभ को चूसना शुरू कर दिया ....... पूरे 7-8 मिनट तक हमारा ये किस चलता रहा और श्वेता की सांसे भारी होने लगी वो हांफने सी लगी थी ........

तभी दीदी की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी बस बस सब कुछ यही करने का इरादा है क्या ....... कुछ घर चल कर भी कर लेना ...... हम एकदम से छिटक कर अलग हो गए वो श्वेता बोली कुछ नही भाभी वो मेरी आँख में तिनका पड़ गया था वही देख रहा था विकास ....... दीदी हंसते हुए बोली हाय मेरी बन्नो बहाना तो बड़ा मस्त बनाया लेकिन मैं भाभी हूँ तेरी मुझसे तेरी चालाकियां नही चलने वाली .......

अगर अभी और कुछ करने का मूड हो तो मैं आगे चलती हूँ तुम लोग निपट कर आ जाना कहते हुए दीदी ने श्वेता के चूतड़ सहला दिए ....... श्वेता एकदम से गनगना कर बोली उफ़्फ़फ़फ़ भाभी प्लीज विकास देख रहा है दीदी बोली मैं भी तो कब से देख रही थी तुम दोनों की चुम्मा चाटी ....... लगता है जल्दी ही शादी करवानी पड़ेगी तुम्हारी .......

मैंने हंसते हुए कहा मैं तो आज ही तैयार हूं दीदी और श्वेता बोली मैं जा रही हूं हाथी देखने ...... दीदी पीछे से बोली हाथी का मत देखना मेरी बन्नो बहोत मोटा होता है फाड़ देगी तेरी कसी कसी ...........

मैं भी हंस दिया दीदी की बात पर और बोला क्या दीदी तुम तो बेचारी की लेने पर तुली हो दीदी बोली है ही इतनी सेक्सी मैं लड़का होती तो इसकी चोद चोद के ढीली कर देती ....... मैंने कहा अच्छा हुआ तुम लड़का नही हो वरना मेरा क्या होता ....... फिर हम ऐसे बातें करते हुए आगे आ गए श्वेता मुह झुकाए खड़ी थी ......

दीदी ने कहा क्या यार श्वेता हंसी मजाक तो चलता रहता है तुम इतनी जल्दी शर्मा कर भागने क्यों लगती हो ....... वो बोली क्यों कि मैं आप जितनी बेशर्म नही हूँ दीदी बोली अच्छा मेरी जान रात को तो बड़ी मस्ती कर रही थी नंगी हो कर अब बड़ी शर्मीली बन रही पर मैं भी तेरी भाभी हूँ तुझे बेशर्म बना कर ही रहूंगी ........ वैसे भी आजकल के लड़कों को बेशर्म लड़कियां ही पसन्द आती हैं तेरे भैया तो 20 बार कह चुके हैं मुझसे ये बात की उन्हें बेशर्म बीवी चाहिए जो खुल के मज़े ले और दे ...........

मौका देख कर मैंने कहा दीदी मुझे भी आप जैसी बेशर्म बीवी चाहिए ....... दीदी बोली फिर तुम मुझसे ही शादी कर लो ...... अब श्वेता भी हंसने लगी और बोली आप लोगों की बातें भी गजब हैं ....... दीदी बोली सिर्फ बातें नही हम लोग भी गज़ब हैं ....... श्वेता बोली भाभी मैं समझी नही आप क्या बोल रही हो ....... दीदी बोली धीरे धीरे सब समझ जाओगी .........


तभी मुझे एक कैंटीन दिखी मैंने कहा मैं कुछ खाने पीने को ले के आता हूं ...... और मैं कैंटीन की ओर चल दिया ....... मैंने चिप्स और कोल्ड ड्रिंक लिया और वापस उन लोगों के पास आने लगा देखा तो दीदी और श्वेता एक पेड़ के नीचे आपस मे चिपक कर बैठी थीं ....... और कुछ खुसुर फुसुर कर रही थीं ....... मुझे लगा पता नही दीदी उसे क्या समझा रही हों ....... मैं थोड़ा घूम कर दबे पांव उस पेड़ के पीछे से जा कर उनकी बातें सुनने लगा .........

दीदी कह रही थीं इसमे इतना भी कुछ अजीब नही है श्वेता माना कि हम भाई बहन हैं पर एक दूसरे से बहोत प्यार करते हैं और एकदम फ्रेंडली रहते हैं हमारे बीच कुछ नही छुपा और हम एक दूसरे से हर तरह की बातें कर लेते हैं ....... और मुझे उम्मीद है कि ये सारी बातें तुम अभी सिर्फ अपने तक रखोगी ....... मैं जानती हूं कि तुम्हे ये सब अजीब लग रहा होगा लेकिन इसमें इतना अजीब कुछ भी नही है आजकल बहोत से भाई बहन आपस मे चुदाई भी करते हैं और जो नही करते वो करना चाहते हैं ....... हां ये और बात है कि हर कोई इस सब को जाहिर नही करता पर मन मे ये इच्छा तो सभी के आती है कभी ना कभी ......

श्वेता बोली भाभी इसका मतलब प्रतीक भैया भी मुझे ...... दीदी बोली क्यों नही तुम इतनी सेक्सी हो खूबसूरत हो एक ही घर मे रहते कभी ना कभी तो उन्होंने कभी तुम्हे ऐसे रूप में देखा होगा की वो उत्तेजित हुए हों ...... अब वो अलग बात है कि उस उत्तेजना को उन्होंने किसी और तरीके से शांत किया हो ...... और अपनी भावनाओ को जाहिर ना किया हो ...... श्वेता बोली भाभी एक बात बताऊं ...... दीदी ने कहा हां बता ना ...... उसने कहा एक दिन मैं नहा कर अपने गंदे कपड़े बाथरूम में छोड़ कर आ गयी भैया उस टाइम नीचे ही थे वो थोड़ी देर बाद बाथरूम में घुस गए थे ....... फिर एक घंटे बाद मैं बाथरूम में गयी अपने कपड़े धोने तो मेरी पैंटी में कुछ लगा था ........ चिपचिपा सा गीला गीला ......

दीदी बोली ओहहह इसका मतलब है तेरे भैया ने तेरी पैंटी पर मुठ मार कर लंड का पानी टपकाया होगा तेरी पैंटी पर ........ श्वेता ने कहा उफ़्फ़फ़ भाभी पर भैया ने ऐसा क्यों किया क्या वो भी मेरे साथ ....... दीदी उसकी बात काटते हुए बोली हां इसके बाद तो कोई डाउट ही नही है तेरे भैया भी तुझे चोदना चाहते हैं बस वो कभी अपनी ये ख्वाइश तुझ पर जाहिर नही कर पाए ........

श्वेता ने अगला सवाल दाग दिया भाभी क्या विकास भी आपको ....... मेरा मतलब आपके साथ सेक्स करना चाहता होगा .....? दीदी ने सम्हलते हुए उसके सवाल का जवाब दिया वो अक्सर मेरे चूचे और गांड़ घूरता रहता है और कई बार मुझे भी मेरी पैंटी गायब मिली है अपने बाथरूम से ....... लगता तो है मुझे भी की वो भी मुझे चोदने की इच्छा रखता है ........ श्वेता बोली भाभी तो आप चाहो तो चुदवा लो आप तो पहले भी सेक्स कर चुकी हो ....... दीदी बोली अच्छा तुम उस से प्यार करती हो और चुदवा मैं लूं ये क्या बात हुई मैं तो कल रात तुम्हारे भैया से चुदी थी हां अगर तुम चाहो तो मैं विकास से तुम्हारा जुगाड़ बनवा दूँ आज रात तुम चुद लो उससे ........

श्वेता बोली नही भाभी मैं अकेले नही मुझे डर लगता है मैंने पहले कभी नही करवाया ....... दीदी बोली क्या यार तुम भी हर लड़की को पहली बार मे डर लगता है और हर लड़की को पहली बार करवाना भी पड़ता है अगर एक बार करवा लोगी तो रोज रोज करवाने का मन होगा ....... मुझसे तो अब एक भी दिन नही रहा जाता बिना चुदवाए ....... उफ़्फ़फ़ भाभी आपकी बातों से पता नही मुझे क्या हो रहा है ........ ये विकास पता नही कितनी देर लगा रहा है ...... उसने झांक कर कैंटीन की ओर देखा पर मैं तो उनके पीछे खड़ा था वहां कैसे दिखता ........

दीदी बोली श्वेता देख लो एक बार फिर सोच लो मैं तुम्हारे लिए कर सकती हूं इतना ले लो मज़ा यही उम्र है चुदाई के मज़े लेने की ...... श्वेता कुछ सोच कर बोली भाभी मन तो करता है पर अकेले हिम्मत नही होती ...... दीदी बोली हाय अब मैं अपने सामने तुझे चुदवाऊं अपने भाई से और अगर मेरे भी मूड बन गया तो .......? .

और श्वेता का जवाब सुन कर मैं दंग रह गया ...... वो बोली तो आप भी चुदवा लेना अपने भाई से आप ही तो कह रही थीं वो भी आपको चोदना चाहते हैं ....... दीदी बोली क्या बोल रही हो श्वेता ...... प्रतीक भी तो तुम्हे चोदना चाहते हैं तो क्या तुम भी उससे चुदवा लोगी ...... श्वेता बोली उस बारे में तो मैने अभी कुछ सोचा नही भाभी पर अगर आप और विकास सेक्स कर सकते हैं तो मैं भी सोचूंगी उस बारे में .......

दीदी ने कहा लेकिन ये सब बातें तुम किसी से कहोगी तो नही अपनी फ्रेंड्स से या किसी और से ....... श्वेता बोली भाभी अब इतनी तो समझ है मुझे की कौन सी बात कही जा सकती है और कौन सी बात छुपानी चहिए ...... और फिलहाल तो आप ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हो जो कहना सुनना होगा आप से ही कहूंगी ....... दीदी बोली ह्म्म्म देख श्वेता सिर्फ तेरी खातिर मैं विकास के साथ सेक्स करने के बारे में सोच रही हूं लेकिन ध्यान रहे इस सब का पता किसी को नही चलना चाहिए और ....... यही मेरी दूसरी शर्त है अभी दो शर्तें बाकी थी पूरी करने को याद है या भूल गयी ......

श्वेता सर हिलाते हुए बोली सब याद है भाभी आपकी एक एक बात याद है आपकी बातें और आपको कोई कैसे भूल सकता है ...... आप हो ही इतनी अच्छी ...... thanks भाभी आपकी सारी बातें मानूँगी मैं आप मेरे लिए कितना कुछ कर रही हो ...... और आज श्वेता ने हिम्मत दिखाते हुए दीदी के होंठो को चूम लिया

ऊम्म्म्म कि आवाज़ कानो में पड़ते ही मेरा लंड झनझना उठा मेरी आँखों के आगे श्वेता और निकिता के नंगे जिस्म घूमने लगे और मैं खुद को सम्हालते हुए चिप्स और कोल्डड्रिंक ले कर उन दोनों के सामने आ गया और उनके पास बैठते हुए बोला क्या प्लानिंग बन रही है गर्ल्स ...... दीदी बोली बड़ी मज़ेदार है भाई तुम्हे बड़े मजे आने वाले हैं ....... और फिर हम तीनों चिप्स खाते हुए कोल्ड ड्रिंक पीने लगे ........

खाने पीने के बाद मैंने टाइम देखा 1 बज रहे थे मैंने कहा चलो अब चलते हैं किसी होटल में लंच किया जाए फिर घर चलें ...... दीदी बोली ठीक है और हम जू से बाहर आये और फिर एक बढ़िया से होटल में हमने लंच किया श्वेता ज्यादा ही खुश थी उसने बताया पूरे एक साल बाद वो घर से बाहर खाना खा रही है ....... दीदी ने कहा क्यों तेरे भैया तुझे कभी घुमाने नही ले जाते ...... श्वेता ने कहा नही उन्हें सिर्फ संडे को छुट्टी मिलती है उस दिन वो देर तक सोते हैं फिर दोपहर में लंच कर के अपने दोस्तों के पास चले जाते हैं और देर रात को वापस आते हैं ........

दीदी बोली मुझे आने दे फिर देखना कैसे सुधारती हूँ तेरे भैया की आदतें ...... हमने लंच खत्म ही किया था कि प्रतीक का कॉल आया दीदी के फोन पर वो पूछ रहे थे हम लोग कहाँ हैं दीदी ने बताया कि हम लंच कर के घर के लिए निकल रहे हैं वो बोले ठीक है मैं भी घर के लिए निकल रहा हूँ आ जाओ .......

फिर हम घर पहुंचे और 10 मिनट बाद ही प्रतीक भी आ गए ....... मां जी और प्रतीक के लिए हम खाना पैक करवा के लाये थे ...... श्वेता और दीदी ने किचन में जा कर उन दोनों के लिए खाना लगाया और फिर सब वहीं बैठ गए मां जी और प्रतीक खाना खाने लगे ......

खाने के बाद प्रतीक बोले विकास मैं सोच रहा हूँ तुम्हारी दीदी को अपने साथ घुमा दूँ लखनऊ ...... मैं समझ गया वो दीदी के साथ अकेले में टाइम बिताना चाहते हैं मैंने कहा जरूर जीजू आप ले जाइए दीदी को ....... वो बोले निकिता तैयार हो जाओ चलते हैं ...... दीदी बोली ठीक है 10 मिनट में आती हूँ ...... वो अंदर गयीं और श्वेता को आवाज़ दे कर अपने पास बुला लिया ......

कोई 10 मिनट बाद दीदी बाहर आईं और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली विकी मैं जा रही हूं मैंने तुम घर पर मम्मी और श्वेता का ख्याल रखना मैंने कहा ok दीदी और फिर प्रतीक और दीदी निकल गए ....... प्रतीक की कार में ...... घर पर बस हम 3 मां जी श्वेता और मैं बचे .......

श्वेता अपने कमरे में चली गयी मां जी भी अपने रूम में चली गईं और मैं ड्राइंग रूम में आ कर tv देखने लगा ..... थोड़ी देर में ही दीदी का मैसेज आया ..... मैंने चेक किया .......

मैंने श्वेता को समझा दिया है वो तैयार हो गयी पर अभी उसे चोदना मत सिर्फ मज़े ले लेना ....... मैसेज पढ़ के मैं मुस्कुरा दिया कितनी फिक्र है दीदी को मेरी ......

तभी मां जी बाहर आईं और बोली बेटा मुझे पास वाले मंदिर तक छोड़ देना वहां कथा शुरू हो रही है आज से ...... मैंने कहा चलिए माँ जी और उन्हें अपनी कार से मंदिर तक छोड़ आया ....... और जब मैं वापस लौट रहा था तो मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था .........

अब घर में सिर्फ हम दोनों ही थे श्वेता और मैं .......।

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श्वेता
Adbhut lekhan shaili..... nice update
 

neeRaj@RR

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Shandar updates
Your story is full of excitement
It’s running like a tv serial
After one installment we wait for next installment
You have given half update
Will wait for your rest of the update today night
धन्यवाद भाई पर मैं फोन पर टाइप करता हूँ उस हिसाब से अपडेट बड़ा ही होता है मेरा यहाँ तो लोग 30-40 लाइन्स का भी अपडेट दे देते हैं बाकी श्वेता के साथ विकास के पहले अंतरंग दृश्य आपको कल के अपडेट में देखने को मिलेंगे ....... 🙏
 
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धन्यवाद भाई पर मैं फोन पर टाइप करता हूँ उस हिसाब से अपडेट बड़ा ही होता है मेरा यहाँ तो लोग 30-40 लाइन्स का भी अपडेट दे देते हैं बाकी श्वेता के साथ विकास के पहले अंतरंग दृश्य आपको कल के अपडेट में देखने को मिलेंगे ....... 🙏
Ok.Write in two instalments about sex encounter between Shaweta and vikas.
Ask vikas to make a video recording of whole incident
 

Mickay-M

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Sir, kya kahe hum to speech lees hai
I Love Hearts GIF
 
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A.A.G.

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मैं गहरी नींद में सोया हुआ था कि तभी फोन की घण्टी से मेरी नींद खुली मेरा फोन तकिए के नीचे पड़ा था तो एकदम हल्की रिंग के साथ वाइब्रेशन हुआ और मैं जाग गया ...... देखा तो दीदी का कॉल था मैंने रिसीव किया .......

दीदी- एकदम धीमी आवाज़ में बोली ....... कितनी देर से मैसेज और कॉल कर रही हूं सो गए थे क्या ......

मैंने टाइम देखा ...... 2:40 हो रहे थे .......

मैं- इतनी रात और क्या करता यार सोने के अलावा .....

दीदी- ह्म्म्म ok सो जाओ फिर ......

मैं- बस यही पूछने के लिए कॉल की थी .....

दीदी- नही .....

मैं- बोलो भी अब .....

दीदी- मुझे लगा शाम से सीन देख देख कर मुझे और श्वेता को नंगी देख कर तुम्हारा बड़ा मन कर रहा होगा ......

मैं- हां मन तो कर रहा था लेकिन यहां कुछ नही हो सकता ना इसलिए सो गया था टांगों के बीच दबा के ......

दीदी- कहो तो आ जाऊं.....

एक बार तो मेरा मन हुआ की बुला ही लूं लेकिन फिर ये सोचा कि कहीं प्रतीक या श्वेता को पता लगा तो पता नही क्या सोचे वैसे प्रतीक की मुझे इतनी परवाह नही हो रही थी उसे दीदी ने हैंडल कर लेना था पर श्वेता उसे शायद बुरा लगता मुझे दीदी के साथ देख कर यही सब सोच कर मैंने कहा ..... रहने भी दो रिस्क लेने से क्या होगा ..... कल तो वापस चलना ही है फिर मज़े करेंगे ........

दीदी- ह्म्म्म ok चलो फिर सोते हैं .........

सुबह 8 बजे मेरी नींद खुली वो भी जब श्वेता ने मेरी बांह हिलाते हुए कहा ...... उठिए 8 बज गए हैं ...... मैं तो उठ गया पर साथ ही कोई और भी उठा हुआ था ...... जी हां मेरा लंड कल दिन भर की घटनाओं के प्रभाव से वो इस समय तन कर खड़ा था और मेरे लोअर में तंबू बना हुआ था ........

श्वेता हाथ मे चाय की ट्रे लिए हुए खड़ी थी और उसमे दो कप चाय थी ...... मैं जल्दी से उठ कर बैठ गया और एक तकिया उठा कर गोद में रखते हुए बोला गुड मॉर्निंग श्वेता ........

उसने मेरी हड़बड़ाहट देख कर मुस्कुराते हुए कहा गुड मॉर्निंग विकास ...... चाय ले लो मैंने चाय का कप उठा लिया और सिप करने लगा ...... उसने दूसरा कप खुद ले लिया और वहीं बेड पर बैठ कर मेरे साथ ही चाय पीने लगी ........

चाय पीते हुए उसने कहा रात नींद आयी थी या नही ...... मैंने कहा हां आ ही गयी थी ...... फिर मैंने कहा श्वेता i am sorry ...... मुझे वो हरकत नही करनी चाहिए थी ...... और उसने नजरें झुका कर कहा ...... its ok विकास किसी और ने वो हरकत की होती तो मैं उसका बुरा हाल करती पर तुमने की है तो कोई बात नही ...... मैं तुमसे नाराज़ नही हूँ .......

अब मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ गया था मैंने कहा एक और बात कहनी है मुझे तुमसे ...... इस बार उसने मेरी आंखों में देखते हुए कहा क्या ......?

मेरी चाय खत्म हो चुकी थी मैंने खाली कप ट्रे में रख कर उसका हाथ अपने हाथ मे थाम लिया ....... उफ़्फ़फ़ कितना नरम था उसका हाथ ...... वो बड़े गौर से मेरी ओर देखने लगी चश्मे में उसकी प्यारी सी स्माइल ...... मेरा दिल धड़क उठा ......

मैंने कहा ...... श्वेता ....... i love you ..... तुम मुझे बहोत अच्छी लगती हो ....... प्यार हो गया है तुमसे ........ वो शर्मा गयी और सर झुका के बोली वो तो मैं तभी समझ गयी थी जब मैंने अपनी पैंटी तुम्हारे तकिए के नीचे देखी थी ......... मैंने कहा मैं तुम्हारा जवाब चाहता हूं .......

उसने कहा वो मैं बाद में दे दूंगी ...... मैंने कहा अपना नंबर तो दे दो ना मैं घर जा कर तुमसे बात करूंगा ...... उसने कहा अपनी दीदी से ले लेना और उठ कर ट्रे ले कर भाग गई .......... पर मुझे उसका जवाब मिल चुका था ...... मैं बाथरूम गया और नहा धो के नीचे आ गया सभी नाश्ते के लिए बैठे मेरा इंतजार कर रहे थे ......

प्रतीक ने कहा आओ भाई बड़ी देर तक सोते हो ....... मां जी कल दिन भर भाग दौड़ में लगा था रात को भी देर हुई थी सोने में तो सो लिया बेचारा ...... मैं बैठ गया और दीदी और श्वेता ने नाश्ता लगा दिया ....... ब्रेकफास्ट कर के प्रतीक बोले मैं तो आफिस जा रहा हूँ विकास , दोपहर में आ जाऊंगा 2 बजे तक पर आज जाना जरूरी है कुछ अर्जेंट काम है ........

तुम दिन में अपनी दीदी और श्वेता के साथ लखनऊ घूम लेना ......... मैंने कहा जीजू अगली बार घूम लेंगे पर आज हम निकल जाएंगे घर पर बहोत काम फैला है मम्मी पापा परेशान हो रहे होंगे ....... वो बोले यार एक दिन तो रुको कल आये और आज भाग रहे हो वैसे परसों आना था तुम्हे पर एक दिन लेट आये तो तो एक दिन लेट जाओ ......

श्वेता भी दीदी का हाथ पकड़ कर जिद करती हुई बोली प्लीज भाभी रुक जाओ ना आज कल चली जाना ....... दीदी बोली देखो मैं तो विकास के साथ आईं हूँ और इसी के साथ जाऊंगी . ........ रोकना है तो इसे रोको ये रुका तो मैं तो रुकी ही हूँ ....... प्रतीक बोले मैं निकल रहा हूँ मुझे लेट हो रहा है देख लो विकास हो सके तो कल चले जाना ....... बाकी तुम्हारी मर्ज़ी ..... और वो निकल गए .......

उनके जाने के बाद मां जी भी उठ कर अपने कमरे में चली गईं ...... वहां हम 3 ही बचे मैं दीदी और श्वेता ....... और श्वेता ने मुझसे कहा तो तुम रुक रहे हो ना ....... मैंने कहा रुक तो जाऊं पर मैं बोर हो रहा हूँ यहां दीदी और जीजू तो आपस में व्यस्त हैं मुझे कोई कंपनी मिल ही नही रही मैं तो बस इधर उधर पड़ा हूँ ........


और मुझे मेरी बात का जवाब भी नही देता कोई ....... दीदी उठी और अंदर जाते हुए बोली भाई तुम्हे रुकना है उसे रोकना है अब तुम लोग आपस ने डिसाइड कर लो जो नतीजा निकले मुझे बता देना। ....... और वो कमरे में चली गईं ..........

श्वेता ने कहा विकास प्लीज रुक जाओ ना मैं दूंगी तुम्हे कंपनी मैंने कहा ok पर पहले मुझे जवाब चाहिए अभी के अभी ....... उसने कहा थोड़ा टाइम दो ना ....... मैंने कहा क्यों बाद में जवाब बदल दोगी क्या ...... वो बोली नही ना ...... मैंने कहा फिर अभी बोलो वो बोली ....... यहां पर मैंने कहा फिर कहाँ पर वो बोली धत्त तुम्हे तो प्रपोज करना भी नही आता ........

इसीलिए तो कह रही हूं रुक जाओ फिर अच्छे से जवाब दूंगी तुम्हे ...... मैंने कहा ऐसा है तो रुकना ही पड़ेगा ...... मेरी बात सुन कर वो खुश हो गयी और मुस्कुरा दी ...... मैंने कहा याद रखना सिर्फ तुम्हारी वजह से रुक रहा हूँ मैं ....... वो बोली thanks मेरी बात रखने के लिए .......


फिर वो भी अंदर चली गयी दीदी के पास और मैं अकेले बैठा सोचने लगा सही तो कह रही है श्वेता मुझे तो ठीक से प्रपोज करना भी नही आता और मैं घर से निकल गया ....... यूँ ही घूमता हुआ मेन रोड पर आ गया .......

तभी मेरी नजर एक फूलों की दुकान पर पड़ी और मैं बस अंदर घुस गया ...... 50 रुपये एक खूबसूरत लाल गुलाब खरीद कर उसे पेपर में पैक करवा एक शॉप से डेरी मिल्क सिल्क का बड़ा पैक ले के मैं वापस घर आ गया ........

घर मे शांति फैली हुई थी मैं चुपचाप ऊपर चला आया और दीदी को कॉल की लेकिन उन्होंने रिसीव नही की ...... उन्होंने दो मिनट बाद कॉल बैक की मैंने कहा दीदी अगर रुके ही हैं तो चलो फिर कहीं घूम के आते हैं .....

दीदी की सांसे बड़ी तेज चल रही थीं ...... उन्होंने कहा ठीक है बस थोड़ी देर रुको मैं और श्वेता तैयार हो लें फिर चलते हैं ........ मैंने कहा दीदी श्वेता को ऊपर भेजो ना मेरे पास किसी बहाने से ........ तभी उनकी हल्की सी सिसकी मुझे सुनाई दी मैंने पूछा क्या हुआ लगता है श्वेता के साथ प्रोग्राम चल रहा है ....... वो बोली ह्म्म्म मैंने कहा ok पहले आप निपटा लो अपना कार्यक्रम फिर उसे भेज दो ऊपर ....... वो बोली बस 5 मिनट में भेजती हूँ .......

मैंने कॉल काट दी ........ और कोई 15 मिनट बाद श्वेता चाय ले कर आई ऊपर ...... उसने बिस्तर पर बैठते हुए कहा चाय पीनी थी तो मुझसे कहते भाभी से क्यों कहा ...... मैंने कहा तुम कहीं दिख नही रही थी और तुम्हारा नंबर भी नही मेरे पास .......

श्वेता बोली तो भाभी से ले लेते मेरा नंबर मैंने कहा सब कुछ उनसे ही लूं तुम कुछ नही दोगी क्या .....? मेरी दोअर्थी बात सुन कर वो मुस्कुरा कर बोली ठीक है नंबर मैं ही दिए देती हूं ........ लो नोट करो 76925687XX और बाकी सब अपनी दीदी से ही लेना अब ........

मैंने जल्दी से नंबर अपने फोन में सेव किया और बोला ठीक है अब जो भी चाहिए होगा तुमसे ही मांग लूंगा ....... मैंने चाय का कप ले कर साइड की टेबल पर रखा और टेबल पर रखा हुआ गुलाब उठा कर उसकी पैकिंग खोल दी और श्वेता के सामने झुकते हुए कहा ........ a beautiful rose for a beautiful girl ....... please accept my love shweta ...... i love you ......

उसने मुस्कुरा कर गुलाब ले लिया और बोली ....... love you to dear ...... फिर मैंने उसे चॉकलेट निकाल कर दी और बोला for a sweet girl ..... उसने वो भी ले ली और मुस्कुराते हुए उठ कर भाग गई ....... बड़ी खुशी हुई मन में उसका जवाब सुन कर ....... हांलाकि मुझे पता था पहले ही पर सुनने का अलग ही मज़ा होता है ....... और चाय तो दीदी का बहाना था उसे ऊपर भेजने का ....... मैंने चाय पी ली तभी दीदी ऊपर आईं और बोली हुआ कुछ मैंने कहा क्या होना था ......?

वो बोली उसे बुलाया था न ऊपर मैंने कहा हां बुलाया तो था ....... तो कुछ हुआ या ऐसे ही दीदी ने पूछा...... मैंने कहा अरे यार उसे बस ऐसे ही बुलाया था rose देने के लिए ...... दीदी बोली वाह जी अपनी बीवी को तो कभी नही दिया rose ......

मैंने कहा दीदी प्लीज आप कभी इस तरह से कंपेयर मत करना इस सबको ....... आप अपनी जगह हो वो अपनी जगह है ....... आप से मेरा अलग जुड़ाव है ...... दिल से प्यार करता हूँ आपको ....... पर श्वेता के प्रति मैं सिर्फ आकर्षित हूँ ....... रही बात उस से शादी की तो वो सिर्फ आपकी नजदीकी का एक जरिया होगी ...... अब अगर उससे शादी करूंगा भविष्य में तो उसे निभाना भी पड़ेगा ....... इसलिये आप दोबारा कभी ऐसा कोई ताना मत मारना मुझे आपके लिए मैं जान भी दे सकता हूँ ....... और आप सिर्फ एक गुलाब की बात कर रही हो ......

मेरी बात सुन कर दीदी ने मुझे एकदम से गले लगा लिया और बोली ...... सॉरी जानू मेरा इरादा तुम्हे दुख देने का नही था मैं सिर्फ मज़ाक में बोली वो बात पर मैं वादा करती हूं दोबारा से कभी ऐसा मज़ाक नही करूंगी ....... मैंने कहा मुझे पता है आप मज़ाक ही कर रही हो ...... लेकिन कल को आपकी शादी के बाद आपको भी प्रतीक के साथ पत्नी के तौर पर रहना पड़ेगा उस रिश्ते को निभाना पड़ेगा उसकी बातें माननी पड़ेंगी ....... और हो सकता है कभी कुछ ऐसा भी हो जो मुझे तकलीफ दे परेशान करे लेकिन मुझे उसे बर्दाश्त करना सीखना पड़ेगा .......

दीदी बोली सॉरी ना जान अपनी बीवी की इस गलती को माफ कर दो प्लीज और कान पकड़ कर मुस्कुरा दी ....... मैं उनकी इस अदा पर हंस दिया और वो बोली बस ऐसे ही हंसते हुए अच्छे लगते हो मेरे स्वीट हबी ...... फिर वो बोली अच्छा चलो कहीं चलते हैं घूमने मैंने कहा चलो ना मैं तो कब से बोर हो रहा हूँ .........

हम नीचे आ गये दीदी ने आज नेवी ब्लू कलर का सूट पहना था जो उनके गोरे बदन पर खूब जँच रहा था और श्वेता ने जीन्स और टॉप पहना था ब्लैक जीन्स और पिंक टॉप ....... में खुले बालों और चश्मे में वो हमेशा की तरह क्यूट लग रही थी .......

मैंने कार निकाली और दीदी और श्वेता पीछे बैठ गईं मैंने कहा कोई आगे भी आ जाओ मैं ड्राइवर थोड़े हूँ जो दोनो पीछे बैठ गयी ....... दीदी ने कहा श्वेता तुम आगे जाओ तुम्हें यहां के रास्तों के आईडिया होगा ...... मैंने पूछा पर चलना कहाँ है ....... श्वेता आगे आ कर बैठते हुए बोली जू चलते हैं मैंने कहा ok

और मैंने उससे रास्ता पूछा वो कंधे उचका कर बोली मुझे क्या पता मैं तो बस अपने कॉलेज कोचिंग और मार्केट का रास्ता जानती हूं ...... मैंने गूगल मैप की हेल्प ली और आधे घंटे में हम जू पहुंच गये ...... 3 टिकट ले के हम अंदर दाखिल हुए और घूमते हुए जानवरों को देखने लगे .......

लेकिन जब साथ मे दो जनलेवा लड़कियां हों तो जानवर किसे अच्छे लगते हैं यार ....... दोपहर का टाइम था जू में इक्का दुक्का लोग ही थे ....... हम काफी आगे आ चुके थे ...... जेब्रा के बाड़े के सामने ...... तभी श्वेता ने कहा भाभी वो देखो ये हिरन कितने सुंदर हैं ...... हम उस ओर देखने लगे एक मैदान में ढेरों हिरन झुंड में घूम रहे थे हम उस ओर चल पड़े और नजदीक जा कर देखने लगे तभी एक नर हिरन ने मादा की चूत सूंघते हुए उसे चाटना शुरू कर दिया ......

मैं और दीदी उसकी हरकत देख कर मुस्कुराने लगे लेकिन श्वेता उस चीज को नोटिस नही कर पाई और अगले ही पल हिरन ने मादा पर चढ़ कर अपना सुर्ख लाल लंबा सा लंड पेल दिया उसकी चूत में और धक्के लगाने लगा वो बड़ी तेजी से धक्के लगा रहा था ...... ये देख कर श्वेता एकदम हकबका गयी और धीरे से बोली भाभी ये क्या है दीदी बोली चुदाई चालू है और उसके गाल लाल हो गए और वो बोली चलिए यहां से .......

मैं वो सीन देख कर थोड़ा आगे बढ़ गया था पर उनकी खुसुर फुसर पर मेरे कान लगे हुए थे ....... दीदी ने कहा क्यों देख कर चूत गीली हो रही क्या तुम्हारी ...... श्वेता बोली क्या भाभी आप को हर टाइम यही सूझता है क्या दीदी बोली एक बार चुद लो मेरी जान फिर तुम्हे भी हर टाइम यही सूझेगा .......

औए फिर श्वेता उनका हाथ पकड़ कर खींचती हुई आगे आ गयी ...... अगले बाड़े में तेंदुआ था हम उसे देखने लगे ..... तभी दीदी बोली विकी यहां टॉयलेट कहाँ है मैंने कहा अभी पीछे मिला तो था वो पूछने लगी कहाँ मैंने उन्हें बताया जिधर से आये हैं उसी ओर कोई 200 मीटर पीछे था टॉयलेट वो बोली ok तुम लोग यहीं रुको मैं हो के आती हूँ ....... और वो चली गईं ........

अब वहां सिर्फ मैं और श्वेता थे ....... मैंने कहा श्वेता वो बोली हां ...... मैंने कहा तुमने कहा था कुछ चहिए हो तो मांग लेना ..... वो बोली हां कहा तो था मैने कहा कुछ चाहिए मुझे मांग लूं ...... वो बोली यहां क्या चाहिए यहां क्या दूँ मैं ...... मैंने कहा यहीं चाहिए वो बोली क्या ......?

मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा एक किस ....... इन गुलाबी रसीले होंठो की ..... और ये सुनते ही वो एकदम से शर्मा गयी ...... उसमे कोई जवाब नही दिया बस नजरें झुका ली ....... मैंने कहा प्लीज दे दो ना श्वेता वो फिर भी ना कुछ बोली ना कोई रियेक्ट किया ........ मैंने उसका हाथ पकड़ लिया वो शर्मा के और सिमट सी गयी पर मैंने उसे अपनी ओर खींच कर बाहों में भरते हुए उसके होंठो पर होंठ रख दिये और चूसने लगा उसके नरम गुलाबी रसीले होंठो को ........ उसने भी आंखे बंद कर ली और खुद को ढीला छोड़ दिया मेरी बाहों में ........

मैं सब भूल कर चूसे जा रहा था उसके होंठो का रस और मेरे हाथ उसकी पीठ पर फिसल रहे थे ......... और पता नही कब मेरी जीभ उसके मुह में दाखिल हो गयी और उसने मुह खोल कर मेरी जीभ को अपने मुह में आने दिया और उसे अपनी जीभ से सहलाने लगी ....... मैंने अपने हाथ नीचे सरकाते हुए उसकी कमर पर और फिर चूतड़ों पर रख दिये और जीन्स में कसी हुई उसकी गांड़ को मसलने लगा ........ इसका असर ये हुआ कि श्वेता ने मेरी जीभ को चूसना शुरू कर दिया ....... पूरे 7-8 मिनट तक हमारा ये किस चलता रहा और श्वेता की सांसे भारी होने लगी वो हांफने सी लगी थी ........

तभी दीदी की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी बस बस सब कुछ यही करने का इरादा है क्या ....... कुछ घर चल कर भी कर लेना ...... हम एकदम से छिटक कर अलग हो गए वो श्वेता बोली कुछ नही भाभी वो मेरी आँख में तिनका पड़ गया था वही देख रहा था विकास ....... दीदी हंसते हुए बोली हाय मेरी बन्नो बहाना तो बड़ा मस्त बनाया लेकिन मैं भाभी हूँ तेरी मुझसे तेरी चालाकियां नही चलने वाली .......

अगर अभी और कुछ करने का मूड हो तो मैं आगे चलती हूँ तुम लोग निपट कर आ जाना कहते हुए दीदी ने श्वेता के चूतड़ सहला दिए ....... श्वेता एकदम से गनगना कर बोली उफ़्फ़फ़फ़ भाभी प्लीज विकास देख रहा है दीदी बोली मैं भी तो कब से देख रही थी तुम दोनों की चुम्मा चाटी ....... लगता है जल्दी ही शादी करवानी पड़ेगी तुम्हारी .......

मैंने हंसते हुए कहा मैं तो आज ही तैयार हूं दीदी और श्वेता बोली मैं जा रही हूं हाथी देखने ...... दीदी पीछे से बोली हाथी का मत देखना मेरी बन्नो बहोत मोटा होता है फाड़ देगी तेरी कसी कसी ...........

मैं भी हंस दिया दीदी की बात पर और बोला क्या दीदी तुम तो बेचारी की लेने पर तुली हो दीदी बोली है ही इतनी सेक्सी मैं लड़का होती तो इसकी चोद चोद के ढीली कर देती ....... मैंने कहा अच्छा हुआ तुम लड़का नही हो वरना मेरा क्या होता ....... फिर हम ऐसे बातें करते हुए आगे आ गए श्वेता मुह झुकाए खड़ी थी ......

दीदी ने कहा क्या यार श्वेता हंसी मजाक तो चलता रहता है तुम इतनी जल्दी शर्मा कर भागने क्यों लगती हो ....... वो बोली क्यों कि मैं आप जितनी बेशर्म नही हूँ दीदी बोली अच्छा मेरी जान रात को तो बड़ी मस्ती कर रही थी नंगी हो कर अब बड़ी शर्मीली बन रही पर मैं भी तेरी भाभी हूँ तुझे बेशर्म बना कर ही रहूंगी ........ वैसे भी आजकल के लड़कों को बेशर्म लड़कियां ही पसन्द आती हैं तेरे भैया तो 20 बार कह चुके हैं मुझसे ये बात की उन्हें बेशर्म बीवी चाहिए जो खुल के मज़े ले और दे ...........

मौका देख कर मैंने कहा दीदी मुझे भी आप जैसी बेशर्म बीवी चाहिए ....... दीदी बोली फिर तुम मुझसे ही शादी कर लो ...... अब श्वेता भी हंसने लगी और बोली आप लोगों की बातें भी गजब हैं ....... दीदी बोली सिर्फ बातें नही हम लोग भी गज़ब हैं ....... श्वेता बोली भाभी मैं समझी नही आप क्या बोल रही हो ....... दीदी बोली धीरे धीरे सब समझ जाओगी .........


तभी मुझे एक कैंटीन दिखी मैंने कहा मैं कुछ खाने पीने को ले के आता हूं ...... और मैं कैंटीन की ओर चल दिया ....... मैंने चिप्स और कोल्ड ड्रिंक लिया और वापस उन लोगों के पास आने लगा देखा तो दीदी और श्वेता एक पेड़ के नीचे आपस मे चिपक कर बैठी थीं ....... और कुछ खुसुर फुसुर कर रही थीं ....... मुझे लगा पता नही दीदी उसे क्या समझा रही हों ....... मैं थोड़ा घूम कर दबे पांव उस पेड़ के पीछे से जा कर उनकी बातें सुनने लगा .........

दीदी कह रही थीं इसमे इतना भी कुछ अजीब नही है श्वेता माना कि हम भाई बहन हैं पर एक दूसरे से बहोत प्यार करते हैं और एकदम फ्रेंडली रहते हैं हमारे बीच कुछ नही छुपा और हम एक दूसरे से हर तरह की बातें कर लेते हैं ....... और मुझे उम्मीद है कि ये सारी बातें तुम अभी सिर्फ अपने तक रखोगी ....... मैं जानती हूं कि तुम्हे ये सब अजीब लग रहा होगा लेकिन इसमें इतना अजीब कुछ भी नही है आजकल बहोत से भाई बहन आपस मे चुदाई भी करते हैं और जो नही करते वो करना चाहते हैं ....... हां ये और बात है कि हर कोई इस सब को जाहिर नही करता पर मन मे ये इच्छा तो सभी के आती है कभी ना कभी ......

श्वेता बोली भाभी इसका मतलब प्रतीक भैया भी मुझे ...... दीदी बोली क्यों नही तुम इतनी सेक्सी हो खूबसूरत हो एक ही घर मे रहते कभी ना कभी तो उन्होंने कभी तुम्हे ऐसे रूप में देखा होगा की वो उत्तेजित हुए हों ...... अब वो अलग बात है कि उस उत्तेजना को उन्होंने किसी और तरीके से शांत किया हो ...... और अपनी भावनाओ को जाहिर ना किया हो ...... श्वेता बोली भाभी एक बात बताऊं ...... दीदी ने कहा हां बता ना ...... उसने कहा एक दिन मैं नहा कर अपने गंदे कपड़े बाथरूम में छोड़ कर आ गयी भैया उस टाइम नीचे ही थे वो थोड़ी देर बाद बाथरूम में घुस गए थे ....... फिर एक घंटे बाद मैं बाथरूम में गयी अपने कपड़े धोने तो मेरी पैंटी में कुछ लगा था ........ चिपचिपा सा गीला गीला ......

दीदी बोली ओहहह इसका मतलब है तेरे भैया ने तेरी पैंटी पर मुठ मार कर लंड का पानी टपकाया होगा तेरी पैंटी पर ........ श्वेता ने कहा उफ़्फ़फ़ भाभी पर भैया ने ऐसा क्यों किया क्या वो भी मेरे साथ ....... दीदी उसकी बात काटते हुए बोली हां इसके बाद तो कोई डाउट ही नही है तेरे भैया भी तुझे चोदना चाहते हैं बस वो कभी अपनी ये ख्वाइश तुझ पर जाहिर नही कर पाए ........

श्वेता ने अगला सवाल दाग दिया भाभी क्या विकास भी आपको ....... मेरा मतलब आपके साथ सेक्स करना चाहता होगा .....? दीदी ने सम्हलते हुए उसके सवाल का जवाब दिया वो अक्सर मेरे चूचे और गांड़ घूरता रहता है और कई बार मुझे भी मेरी पैंटी गायब मिली है अपने बाथरूम से ....... लगता तो है मुझे भी की वो भी मुझे चोदने की इच्छा रखता है ........ श्वेता बोली भाभी तो आप चाहो तो चुदवा लो आप तो पहले भी सेक्स कर चुकी हो ....... दीदी बोली अच्छा तुम उस से प्यार करती हो और चुदवा मैं लूं ये क्या बात हुई मैं तो कल रात तुम्हारे भैया से चुदी थी हां अगर तुम चाहो तो मैं विकास से तुम्हारा जुगाड़ बनवा दूँ आज रात तुम चुद लो उससे ........

श्वेता बोली नही भाभी मैं अकेले नही मुझे डर लगता है मैंने पहले कभी नही करवाया ....... दीदी बोली क्या यार तुम भी हर लड़की को पहली बार मे डर लगता है और हर लड़की को पहली बार करवाना भी पड़ता है अगर एक बार करवा लोगी तो रोज रोज करवाने का मन होगा ....... मुझसे तो अब एक भी दिन नही रहा जाता बिना चुदवाए ....... उफ़्फ़फ़ भाभी आपकी बातों से पता नही मुझे क्या हो रहा है ........ ये विकास पता नही कितनी देर लगा रहा है ...... उसने झांक कर कैंटीन की ओर देखा पर मैं तो उनके पीछे खड़ा था वहां कैसे दिखता ........

दीदी बोली श्वेता देख लो एक बार फिर सोच लो मैं तुम्हारे लिए कर सकती हूं इतना ले लो मज़ा यही उम्र है चुदाई के मज़े लेने की ...... श्वेता कुछ सोच कर बोली भाभी मन तो करता है पर अकेले हिम्मत नही होती ...... दीदी बोली हाय अब मैं अपने सामने तुझे चुदवाऊं अपने भाई से और अगर मेरे भी मूड बन गया तो .......? .

और श्वेता का जवाब सुन कर मैं दंग रह गया ...... वो बोली तो आप भी चुदवा लेना अपने भाई से आप ही तो कह रही थीं वो भी आपको चोदना चाहते हैं ....... दीदी बोली क्या बोल रही हो श्वेता ...... प्रतीक भी तो तुम्हे चोदना चाहते हैं तो क्या तुम भी उससे चुदवा लोगी ...... श्वेता बोली उस बारे में तो मैने अभी कुछ सोचा नही भाभी पर अगर आप और विकास सेक्स कर सकते हैं तो मैं भी सोचूंगी उस बारे में .......

दीदी ने कहा लेकिन ये सब बातें तुम किसी से कहोगी तो नही अपनी फ्रेंड्स से या किसी और से ....... श्वेता बोली भाभी अब इतनी तो समझ है मुझे की कौन सी बात कही जा सकती है और कौन सी बात छुपानी चहिए ...... और फिलहाल तो आप ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हो जो कहना सुनना होगा आप से ही कहूंगी ....... दीदी बोली ह्म्म्म देख श्वेता सिर्फ तेरी खातिर मैं विकास के साथ सेक्स करने के बारे में सोच रही हूं लेकिन ध्यान रहे इस सब का पता किसी को नही चलना चाहिए और ....... यही मेरी दूसरी शर्त है अभी दो शर्तें बाकी थी पूरी करने को याद है या भूल गयी ......

श्वेता सर हिलाते हुए बोली सब याद है भाभी आपकी एक एक बात याद है आपकी बातें और आपको कोई कैसे भूल सकता है ...... आप हो ही इतनी अच्छी ...... thanks भाभी आपकी सारी बातें मानूँगी मैं आप मेरे लिए कितना कुछ कर रही हो ...... और आज श्वेता ने हिम्मत दिखाते हुए दीदी के होंठो को चूम लिया

ऊम्म्म्म कि आवाज़ कानो में पड़ते ही मेरा लंड झनझना उठा मेरी आँखों के आगे श्वेता और निकिता के नंगे जिस्म घूमने लगे और मैं खुद को सम्हालते हुए चिप्स और कोल्डड्रिंक ले कर उन दोनों के सामने आ गया और उनके पास बैठते हुए बोला क्या प्लानिंग बन रही है गर्ल्स ...... दीदी बोली बड़ी मज़ेदार है भाई तुम्हे बड़े मजे आने वाले हैं ....... और फिर हम तीनों चिप्स खाते हुए कोल्ड ड्रिंक पीने लगे ........

खाने पीने के बाद मैंने टाइम देखा 1 बज रहे थे मैंने कहा चलो अब चलते हैं किसी होटल में लंच किया जाए फिर घर चलें ...... दीदी बोली ठीक है और हम जू से बाहर आये और फिर एक बढ़िया से होटल में हमने लंच किया श्वेता ज्यादा ही खुश थी उसने बताया पूरे एक साल बाद वो घर से बाहर खाना खा रही है ....... दीदी ने कहा क्यों तेरे भैया तुझे कभी घुमाने नही ले जाते ...... श्वेता ने कहा नही उन्हें सिर्फ संडे को छुट्टी मिलती है उस दिन वो देर तक सोते हैं फिर दोपहर में लंच कर के अपने दोस्तों के पास चले जाते हैं और देर रात को वापस आते हैं ........

दीदी बोली मुझे आने दे फिर देखना कैसे सुधारती हूँ तेरे भैया की आदतें ...... हमने लंच खत्म ही किया था कि प्रतीक का कॉल आया दीदी के फोन पर वो पूछ रहे थे हम लोग कहाँ हैं दीदी ने बताया कि हम लंच कर के घर के लिए निकल रहे हैं वो बोले ठीक है मैं भी घर के लिए निकल रहा हूँ आ जाओ .......

फिर हम घर पहुंचे और 10 मिनट बाद ही प्रतीक भी आ गए ....... मां जी और प्रतीक के लिए हम खाना पैक करवा के लाये थे ...... श्वेता और दीदी ने किचन में जा कर उन दोनों के लिए खाना लगाया और फिर सब वहीं बैठ गए मां जी और प्रतीक खाना खाने लगे ......

खाने के बाद प्रतीक बोले विकास मैं सोच रहा हूँ तुम्हारी दीदी को अपने साथ घुमा दूँ लखनऊ ...... मैं समझ गया वो दीदी के साथ अकेले में टाइम बिताना चाहते हैं मैंने कहा जरूर जीजू आप ले जाइए दीदी को ....... वो बोले निकिता तैयार हो जाओ चलते हैं ...... दीदी बोली ठीक है 10 मिनट में आती हूँ ...... वो अंदर गयीं और श्वेता को आवाज़ दे कर अपने पास बुला लिया ......

कोई 10 मिनट बाद दीदी बाहर आईं और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली विकी मैं जा रही हूं मैंने तुम घर पर मम्मी और श्वेता का ख्याल रखना मैंने कहा ok दीदी और फिर प्रतीक और दीदी निकल गए ....... प्रतीक की कार में ...... घर पर बस हम 3 मां जी श्वेता और मैं बचे .......

श्वेता अपने कमरे में चली गयी मां जी भी अपने रूम में चली गईं और मैं ड्राइंग रूम में आ कर tv देखने लगा ..... थोड़ी देर में ही दीदी का मैसेज आया ..... मैंने चेक किया .......

मैंने श्वेता को समझा दिया है वो तैयार हो गयी पर अभी उसे चोदना मत सिर्फ मज़े ले लेना ....... मैसेज पढ़ के मैं मुस्कुरा दिया कितनी फिक्र है दीदी को मेरी ......

तभी मां जी बाहर आईं और बोली बेटा मुझे पास वाले मंदिर तक छोड़ देना वहां कथा शुरू हो रही है आज से ...... मैंने कहा चलिए माँ जी और उन्हें अपनी कार से मंदिर तक छोड़ आया ....... और जब मैं वापस लौट रहा था तो मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था .........

अब घर में सिर्फ हम दोनों ही थे श्वेता और मैं .......।

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श्वेता
nice update..!!
vikas aur nikita ka pyaar toh zabardast hai lekin unhe ek dusre ko share karna pad raha hai..iski wajah se jalan toh jarur hone wali hai..!! aur ab shweta bhi set ho gayi hai vikas se..toh maja aayega..!! lekin yeh pratik kuchh thik nahi lag raha hai jaise uske dost hai or der raat bahar rehta hai..woh bahar kuchh na kuchh toh tharak panti kar raha hai aisa lagta hai..vikas ko jara uspar dhyaan dena chahiye..!!
 

Ek number

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मैं गहरी नींद में सोया हुआ था कि तभी फोन की घण्टी से मेरी नींद खुली मेरा फोन तकिए के नीचे पड़ा था तो एकदम हल्की रिंग के साथ वाइब्रेशन हुआ और मैं जाग गया ...... देखा तो दीदी का कॉल था मैंने रिसीव किया .......

दीदी- एकदम धीमी आवाज़ में बोली ....... कितनी देर से मैसेज और कॉल कर रही हूं सो गए थे क्या ......

मैंने टाइम देखा ...... 2:40 हो रहे थे .......

मैं- इतनी रात और क्या करता यार सोने के अलावा .....

दीदी- ह्म्म्म ok सो जाओ फिर ......

मैं- बस यही पूछने के लिए कॉल की थी .....

दीदी- नही .....

मैं- बोलो भी अब .....

दीदी- मुझे लगा शाम से सीन देख देख कर मुझे और श्वेता को नंगी देख कर तुम्हारा बड़ा मन कर रहा होगा ......

मैं- हां मन तो कर रहा था लेकिन यहां कुछ नही हो सकता ना इसलिए सो गया था टांगों के बीच दबा के ......

दीदी- कहो तो आ जाऊं.....

एक बार तो मेरा मन हुआ की बुला ही लूं लेकिन फिर ये सोचा कि कहीं प्रतीक या श्वेता को पता लगा तो पता नही क्या सोचे वैसे प्रतीक की मुझे इतनी परवाह नही हो रही थी उसे दीदी ने हैंडल कर लेना था पर श्वेता उसे शायद बुरा लगता मुझे दीदी के साथ देख कर यही सब सोच कर मैंने कहा ..... रहने भी दो रिस्क लेने से क्या होगा ..... कल तो वापस चलना ही है फिर मज़े करेंगे ........

दीदी- ह्म्म्म ok चलो फिर सोते हैं .........

सुबह 8 बजे मेरी नींद खुली वो भी जब श्वेता ने मेरी बांह हिलाते हुए कहा ...... उठिए 8 बज गए हैं ...... मैं तो उठ गया पर साथ ही कोई और भी उठा हुआ था ...... जी हां मेरा लंड कल दिन भर की घटनाओं के प्रभाव से वो इस समय तन कर खड़ा था और मेरे लोअर में तंबू बना हुआ था ........

श्वेता हाथ मे चाय की ट्रे लिए हुए खड़ी थी और उसमे दो कप चाय थी ...... मैं जल्दी से उठ कर बैठ गया और एक तकिया उठा कर गोद में रखते हुए बोला गुड मॉर्निंग श्वेता ........

उसने मेरी हड़बड़ाहट देख कर मुस्कुराते हुए कहा गुड मॉर्निंग विकास ...... चाय ले लो मैंने चाय का कप उठा लिया और सिप करने लगा ...... उसने दूसरा कप खुद ले लिया और वहीं बेड पर बैठ कर मेरे साथ ही चाय पीने लगी ........

चाय पीते हुए उसने कहा रात नींद आयी थी या नही ...... मैंने कहा हां आ ही गयी थी ...... फिर मैंने कहा श्वेता i am sorry ...... मुझे वो हरकत नही करनी चाहिए थी ...... और उसने नजरें झुका कर कहा ...... its ok विकास किसी और ने वो हरकत की होती तो मैं उसका बुरा हाल करती पर तुमने की है तो कोई बात नही ...... मैं तुमसे नाराज़ नही हूँ .......

अब मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ गया था मैंने कहा एक और बात कहनी है मुझे तुमसे ...... इस बार उसने मेरी आंखों में देखते हुए कहा क्या ......?

मेरी चाय खत्म हो चुकी थी मैंने खाली कप ट्रे में रख कर उसका हाथ अपने हाथ मे थाम लिया ....... उफ़्फ़फ़ कितना नरम था उसका हाथ ...... वो बड़े गौर से मेरी ओर देखने लगी चश्मे में उसकी प्यारी सी स्माइल ...... मेरा दिल धड़क उठा ......

मैंने कहा ...... श्वेता ....... i love you ..... तुम मुझे बहोत अच्छी लगती हो ....... प्यार हो गया है तुमसे ........ वो शर्मा गयी और सर झुका के बोली वो तो मैं तभी समझ गयी थी जब मैंने अपनी पैंटी तुम्हारे तकिए के नीचे देखी थी ......... मैंने कहा मैं तुम्हारा जवाब चाहता हूं .......

उसने कहा वो मैं बाद में दे दूंगी ...... मैंने कहा अपना नंबर तो दे दो ना मैं घर जा कर तुमसे बात करूंगा ...... उसने कहा अपनी दीदी से ले लेना और उठ कर ट्रे ले कर भाग गई .......... पर मुझे उसका जवाब मिल चुका था ...... मैं बाथरूम गया और नहा धो के नीचे आ गया सभी नाश्ते के लिए बैठे मेरा इंतजार कर रहे थे ......

प्रतीक ने कहा आओ भाई बड़ी देर तक सोते हो ....... मां जी कल दिन भर भाग दौड़ में लगा था रात को भी देर हुई थी सोने में तो सो लिया बेचारा ...... मैं बैठ गया और दीदी और श्वेता ने नाश्ता लगा दिया ....... ब्रेकफास्ट कर के प्रतीक बोले मैं तो आफिस जा रहा हूँ विकास , दोपहर में आ जाऊंगा 2 बजे तक पर आज जाना जरूरी है कुछ अर्जेंट काम है ........

तुम दिन में अपनी दीदी और श्वेता के साथ लखनऊ घूम लेना ......... मैंने कहा जीजू अगली बार घूम लेंगे पर आज हम निकल जाएंगे घर पर बहोत काम फैला है मम्मी पापा परेशान हो रहे होंगे ....... वो बोले यार एक दिन तो रुको कल आये और आज भाग रहे हो वैसे परसों आना था तुम्हे पर एक दिन लेट आये तो तो एक दिन लेट जाओ ......

श्वेता भी दीदी का हाथ पकड़ कर जिद करती हुई बोली प्लीज भाभी रुक जाओ ना आज कल चली जाना ....... दीदी बोली देखो मैं तो विकास के साथ आईं हूँ और इसी के साथ जाऊंगी . ........ रोकना है तो इसे रोको ये रुका तो मैं तो रुकी ही हूँ ....... प्रतीक बोले मैं निकल रहा हूँ मुझे लेट हो रहा है देख लो विकास हो सके तो कल चले जाना ....... बाकी तुम्हारी मर्ज़ी ..... और वो निकल गए .......

उनके जाने के बाद मां जी भी उठ कर अपने कमरे में चली गईं ...... वहां हम 3 ही बचे मैं दीदी और श्वेता ....... और श्वेता ने मुझसे कहा तो तुम रुक रहे हो ना ....... मैंने कहा रुक तो जाऊं पर मैं बोर हो रहा हूँ यहां दीदी और जीजू तो आपस में व्यस्त हैं मुझे कोई कंपनी मिल ही नही रही मैं तो बस इधर उधर पड़ा हूँ ........


और मुझे मेरी बात का जवाब भी नही देता कोई ....... दीदी उठी और अंदर जाते हुए बोली भाई तुम्हे रुकना है उसे रोकना है अब तुम लोग आपस ने डिसाइड कर लो जो नतीजा निकले मुझे बता देना। ....... और वो कमरे में चली गईं ..........

श्वेता ने कहा विकास प्लीज रुक जाओ ना मैं दूंगी तुम्हे कंपनी मैंने कहा ok पर पहले मुझे जवाब चाहिए अभी के अभी ....... उसने कहा थोड़ा टाइम दो ना ....... मैंने कहा क्यों बाद में जवाब बदल दोगी क्या ...... वो बोली नही ना ...... मैंने कहा फिर अभी बोलो वो बोली ....... यहां पर मैंने कहा फिर कहाँ पर वो बोली धत्त तुम्हे तो प्रपोज करना भी नही आता ........

इसीलिए तो कह रही हूं रुक जाओ फिर अच्छे से जवाब दूंगी तुम्हे ...... मैंने कहा ऐसा है तो रुकना ही पड़ेगा ...... मेरी बात सुन कर वो खुश हो गयी और मुस्कुरा दी ...... मैंने कहा याद रखना सिर्फ तुम्हारी वजह से रुक रहा हूँ मैं ....... वो बोली thanks मेरी बात रखने के लिए .......


फिर वो भी अंदर चली गयी दीदी के पास और मैं अकेले बैठा सोचने लगा सही तो कह रही है श्वेता मुझे तो ठीक से प्रपोज करना भी नही आता और मैं घर से निकल गया ....... यूँ ही घूमता हुआ मेन रोड पर आ गया .......

तभी मेरी नजर एक फूलों की दुकान पर पड़ी और मैं बस अंदर घुस गया ...... 50 रुपये एक खूबसूरत लाल गुलाब खरीद कर उसे पेपर में पैक करवा एक शॉप से डेरी मिल्क सिल्क का बड़ा पैक ले के मैं वापस घर आ गया ........

घर मे शांति फैली हुई थी मैं चुपचाप ऊपर चला आया और दीदी को कॉल की लेकिन उन्होंने रिसीव नही की ...... उन्होंने दो मिनट बाद कॉल बैक की मैंने कहा दीदी अगर रुके ही हैं तो चलो फिर कहीं घूम के आते हैं .....

दीदी की सांसे बड़ी तेज चल रही थीं ...... उन्होंने कहा ठीक है बस थोड़ी देर रुको मैं और श्वेता तैयार हो लें फिर चलते हैं ........ मैंने कहा दीदी श्वेता को ऊपर भेजो ना मेरे पास किसी बहाने से ........ तभी उनकी हल्की सी सिसकी मुझे सुनाई दी मैंने पूछा क्या हुआ लगता है श्वेता के साथ प्रोग्राम चल रहा है ....... वो बोली ह्म्म्म मैंने कहा ok पहले आप निपटा लो अपना कार्यक्रम फिर उसे भेज दो ऊपर ....... वो बोली बस 5 मिनट में भेजती हूँ .......

मैंने कॉल काट दी ........ और कोई 15 मिनट बाद श्वेता चाय ले कर आई ऊपर ...... उसने बिस्तर पर बैठते हुए कहा चाय पीनी थी तो मुझसे कहते भाभी से क्यों कहा ...... मैंने कहा तुम कहीं दिख नही रही थी और तुम्हारा नंबर भी नही मेरे पास .......

श्वेता बोली तो भाभी से ले लेते मेरा नंबर मैंने कहा सब कुछ उनसे ही लूं तुम कुछ नही दोगी क्या .....? मेरी दोअर्थी बात सुन कर वो मुस्कुरा कर बोली ठीक है नंबर मैं ही दिए देती हूं ........ लो नोट करो 76925687XX और बाकी सब अपनी दीदी से ही लेना अब ........

मैंने जल्दी से नंबर अपने फोन में सेव किया और बोला ठीक है अब जो भी चाहिए होगा तुमसे ही मांग लूंगा ....... मैंने चाय का कप ले कर साइड की टेबल पर रखा और टेबल पर रखा हुआ गुलाब उठा कर उसकी पैकिंग खोल दी और श्वेता के सामने झुकते हुए कहा ........ a beautiful rose for a beautiful girl ....... please accept my love shweta ...... i love you ......

उसने मुस्कुरा कर गुलाब ले लिया और बोली ....... love you to dear ...... फिर मैंने उसे चॉकलेट निकाल कर दी और बोला for a sweet girl ..... उसने वो भी ले ली और मुस्कुराते हुए उठ कर भाग गई ....... बड़ी खुशी हुई मन में उसका जवाब सुन कर ....... हांलाकि मुझे पता था पहले ही पर सुनने का अलग ही मज़ा होता है ....... और चाय तो दीदी का बहाना था उसे ऊपर भेजने का ....... मैंने चाय पी ली तभी दीदी ऊपर आईं और बोली हुआ कुछ मैंने कहा क्या होना था ......?

वो बोली उसे बुलाया था न ऊपर मैंने कहा हां बुलाया तो था ....... तो कुछ हुआ या ऐसे ही दीदी ने पूछा...... मैंने कहा अरे यार उसे बस ऐसे ही बुलाया था rose देने के लिए ...... दीदी बोली वाह जी अपनी बीवी को तो कभी नही दिया rose ......

मैंने कहा दीदी प्लीज आप कभी इस तरह से कंपेयर मत करना इस सबको ....... आप अपनी जगह हो वो अपनी जगह है ....... आप से मेरा अलग जुड़ाव है ...... दिल से प्यार करता हूँ आपको ....... पर श्वेता के प्रति मैं सिर्फ आकर्षित हूँ ....... रही बात उस से शादी की तो वो सिर्फ आपकी नजदीकी का एक जरिया होगी ...... अब अगर उससे शादी करूंगा भविष्य में तो उसे निभाना भी पड़ेगा ....... इसलिये आप दोबारा कभी ऐसा कोई ताना मत मारना मुझे आपके लिए मैं जान भी दे सकता हूँ ....... और आप सिर्फ एक गुलाब की बात कर रही हो ......

मेरी बात सुन कर दीदी ने मुझे एकदम से गले लगा लिया और बोली ...... सॉरी जानू मेरा इरादा तुम्हे दुख देने का नही था मैं सिर्फ मज़ाक में बोली वो बात पर मैं वादा करती हूं दोबारा से कभी ऐसा मज़ाक नही करूंगी ....... मैंने कहा मुझे पता है आप मज़ाक ही कर रही हो ...... लेकिन कल को आपकी शादी के बाद आपको भी प्रतीक के साथ पत्नी के तौर पर रहना पड़ेगा उस रिश्ते को निभाना पड़ेगा उसकी बातें माननी पड़ेंगी ....... और हो सकता है कभी कुछ ऐसा भी हो जो मुझे तकलीफ दे परेशान करे लेकिन मुझे उसे बर्दाश्त करना सीखना पड़ेगा .......

दीदी बोली सॉरी ना जान अपनी बीवी की इस गलती को माफ कर दो प्लीज और कान पकड़ कर मुस्कुरा दी ....... मैं उनकी इस अदा पर हंस दिया और वो बोली बस ऐसे ही हंसते हुए अच्छे लगते हो मेरे स्वीट हबी ...... फिर वो बोली अच्छा चलो कहीं चलते हैं घूमने मैंने कहा चलो ना मैं तो कब से बोर हो रहा हूँ .........

हम नीचे आ गये दीदी ने आज नेवी ब्लू कलर का सूट पहना था जो उनके गोरे बदन पर खूब जँच रहा था और श्वेता ने जीन्स और टॉप पहना था ब्लैक जीन्स और पिंक टॉप ....... में खुले बालों और चश्मे में वो हमेशा की तरह क्यूट लग रही थी .......

मैंने कार निकाली और दीदी और श्वेता पीछे बैठ गईं मैंने कहा कोई आगे भी आ जाओ मैं ड्राइवर थोड़े हूँ जो दोनो पीछे बैठ गयी ....... दीदी ने कहा श्वेता तुम आगे जाओ तुम्हें यहां के रास्तों के आईडिया होगा ...... मैंने पूछा पर चलना कहाँ है ....... श्वेता आगे आ कर बैठते हुए बोली जू चलते हैं मैंने कहा ok

और मैंने उससे रास्ता पूछा वो कंधे उचका कर बोली मुझे क्या पता मैं तो बस अपने कॉलेज कोचिंग और मार्केट का रास्ता जानती हूं ...... मैंने गूगल मैप की हेल्प ली और आधे घंटे में हम जू पहुंच गये ...... 3 टिकट ले के हम अंदर दाखिल हुए और घूमते हुए जानवरों को देखने लगे .......

लेकिन जब साथ मे दो जनलेवा लड़कियां हों तो जानवर किसे अच्छे लगते हैं यार ....... दोपहर का टाइम था जू में इक्का दुक्का लोग ही थे ....... हम काफी आगे आ चुके थे ...... जेब्रा के बाड़े के सामने ...... तभी श्वेता ने कहा भाभी वो देखो ये हिरन कितने सुंदर हैं ...... हम उस ओर देखने लगे एक मैदान में ढेरों हिरन झुंड में घूम रहे थे हम उस ओर चल पड़े और नजदीक जा कर देखने लगे तभी एक नर हिरन ने मादा की चूत सूंघते हुए उसे चाटना शुरू कर दिया ......

मैं और दीदी उसकी हरकत देख कर मुस्कुराने लगे लेकिन श्वेता उस चीज को नोटिस नही कर पाई और अगले ही पल हिरन ने मादा पर चढ़ कर अपना सुर्ख लाल लंबा सा लंड पेल दिया उसकी चूत में और धक्के लगाने लगा वो बड़ी तेजी से धक्के लगा रहा था ...... ये देख कर श्वेता एकदम हकबका गयी और धीरे से बोली भाभी ये क्या है दीदी बोली चुदाई चालू है और उसके गाल लाल हो गए और वो बोली चलिए यहां से .......

मैं वो सीन देख कर थोड़ा आगे बढ़ गया था पर उनकी खुसुर फुसर पर मेरे कान लगे हुए थे ....... दीदी ने कहा क्यों देख कर चूत गीली हो रही क्या तुम्हारी ...... श्वेता बोली क्या भाभी आप को हर टाइम यही सूझता है क्या दीदी बोली एक बार चुद लो मेरी जान फिर तुम्हे भी हर टाइम यही सूझेगा .......

औए फिर श्वेता उनका हाथ पकड़ कर खींचती हुई आगे आ गयी ...... अगले बाड़े में तेंदुआ था हम उसे देखने लगे ..... तभी दीदी बोली विकी यहां टॉयलेट कहाँ है मैंने कहा अभी पीछे मिला तो था वो पूछने लगी कहाँ मैंने उन्हें बताया जिधर से आये हैं उसी ओर कोई 200 मीटर पीछे था टॉयलेट वो बोली ok तुम लोग यहीं रुको मैं हो के आती हूँ ....... और वो चली गईं ........

अब वहां सिर्फ मैं और श्वेता थे ....... मैंने कहा श्वेता वो बोली हां ...... मैंने कहा तुमने कहा था कुछ चहिए हो तो मांग लेना ..... वो बोली हां कहा तो था मैने कहा कुछ चाहिए मुझे मांग लूं ...... वो बोली यहां क्या चाहिए यहां क्या दूँ मैं ...... मैंने कहा यहीं चाहिए वो बोली क्या ......?

मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा एक किस ....... इन गुलाबी रसीले होंठो की ..... और ये सुनते ही वो एकदम से शर्मा गयी ...... उसमे कोई जवाब नही दिया बस नजरें झुका ली ....... मैंने कहा प्लीज दे दो ना श्वेता वो फिर भी ना कुछ बोली ना कोई रियेक्ट किया ........ मैंने उसका हाथ पकड़ लिया वो शर्मा के और सिमट सी गयी पर मैंने उसे अपनी ओर खींच कर बाहों में भरते हुए उसके होंठो पर होंठ रख दिये और चूसने लगा उसके नरम गुलाबी रसीले होंठो को ........ उसने भी आंखे बंद कर ली और खुद को ढीला छोड़ दिया मेरी बाहों में ........

मैं सब भूल कर चूसे जा रहा था उसके होंठो का रस और मेरे हाथ उसकी पीठ पर फिसल रहे थे ......... और पता नही कब मेरी जीभ उसके मुह में दाखिल हो गयी और उसने मुह खोल कर मेरी जीभ को अपने मुह में आने दिया और उसे अपनी जीभ से सहलाने लगी ....... मैंने अपने हाथ नीचे सरकाते हुए उसकी कमर पर और फिर चूतड़ों पर रख दिये और जीन्स में कसी हुई उसकी गांड़ को मसलने लगा ........ इसका असर ये हुआ कि श्वेता ने मेरी जीभ को चूसना शुरू कर दिया ....... पूरे 7-8 मिनट तक हमारा ये किस चलता रहा और श्वेता की सांसे भारी होने लगी वो हांफने सी लगी थी ........

तभी दीदी की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी बस बस सब कुछ यही करने का इरादा है क्या ....... कुछ घर चल कर भी कर लेना ...... हम एकदम से छिटक कर अलग हो गए वो श्वेता बोली कुछ नही भाभी वो मेरी आँख में तिनका पड़ गया था वही देख रहा था विकास ....... दीदी हंसते हुए बोली हाय मेरी बन्नो बहाना तो बड़ा मस्त बनाया लेकिन मैं भाभी हूँ तेरी मुझसे तेरी चालाकियां नही चलने वाली .......

अगर अभी और कुछ करने का मूड हो तो मैं आगे चलती हूँ तुम लोग निपट कर आ जाना कहते हुए दीदी ने श्वेता के चूतड़ सहला दिए ....... श्वेता एकदम से गनगना कर बोली उफ़्फ़फ़फ़ भाभी प्लीज विकास देख रहा है दीदी बोली मैं भी तो कब से देख रही थी तुम दोनों की चुम्मा चाटी ....... लगता है जल्दी ही शादी करवानी पड़ेगी तुम्हारी .......

मैंने हंसते हुए कहा मैं तो आज ही तैयार हूं दीदी और श्वेता बोली मैं जा रही हूं हाथी देखने ...... दीदी पीछे से बोली हाथी का मत देखना मेरी बन्नो बहोत मोटा होता है फाड़ देगी तेरी कसी कसी ...........

मैं भी हंस दिया दीदी की बात पर और बोला क्या दीदी तुम तो बेचारी की लेने पर तुली हो दीदी बोली है ही इतनी सेक्सी मैं लड़का होती तो इसकी चोद चोद के ढीली कर देती ....... मैंने कहा अच्छा हुआ तुम लड़का नही हो वरना मेरा क्या होता ....... फिर हम ऐसे बातें करते हुए आगे आ गए श्वेता मुह झुकाए खड़ी थी ......

दीदी ने कहा क्या यार श्वेता हंसी मजाक तो चलता रहता है तुम इतनी जल्दी शर्मा कर भागने क्यों लगती हो ....... वो बोली क्यों कि मैं आप जितनी बेशर्म नही हूँ दीदी बोली अच्छा मेरी जान रात को तो बड़ी मस्ती कर रही थी नंगी हो कर अब बड़ी शर्मीली बन रही पर मैं भी तेरी भाभी हूँ तुझे बेशर्म बना कर ही रहूंगी ........ वैसे भी आजकल के लड़कों को बेशर्म लड़कियां ही पसन्द आती हैं तेरे भैया तो 20 बार कह चुके हैं मुझसे ये बात की उन्हें बेशर्म बीवी चाहिए जो खुल के मज़े ले और दे ...........

मौका देख कर मैंने कहा दीदी मुझे भी आप जैसी बेशर्म बीवी चाहिए ....... दीदी बोली फिर तुम मुझसे ही शादी कर लो ...... अब श्वेता भी हंसने लगी और बोली आप लोगों की बातें भी गजब हैं ....... दीदी बोली सिर्फ बातें नही हम लोग भी गज़ब हैं ....... श्वेता बोली भाभी मैं समझी नही आप क्या बोल रही हो ....... दीदी बोली धीरे धीरे सब समझ जाओगी .........


तभी मुझे एक कैंटीन दिखी मैंने कहा मैं कुछ खाने पीने को ले के आता हूं ...... और मैं कैंटीन की ओर चल दिया ....... मैंने चिप्स और कोल्ड ड्रिंक लिया और वापस उन लोगों के पास आने लगा देखा तो दीदी और श्वेता एक पेड़ के नीचे आपस मे चिपक कर बैठी थीं ....... और कुछ खुसुर फुसुर कर रही थीं ....... मुझे लगा पता नही दीदी उसे क्या समझा रही हों ....... मैं थोड़ा घूम कर दबे पांव उस पेड़ के पीछे से जा कर उनकी बातें सुनने लगा .........

दीदी कह रही थीं इसमे इतना भी कुछ अजीब नही है श्वेता माना कि हम भाई बहन हैं पर एक दूसरे से बहोत प्यार करते हैं और एकदम फ्रेंडली रहते हैं हमारे बीच कुछ नही छुपा और हम एक दूसरे से हर तरह की बातें कर लेते हैं ....... और मुझे उम्मीद है कि ये सारी बातें तुम अभी सिर्फ अपने तक रखोगी ....... मैं जानती हूं कि तुम्हे ये सब अजीब लग रहा होगा लेकिन इसमें इतना अजीब कुछ भी नही है आजकल बहोत से भाई बहन आपस मे चुदाई भी करते हैं और जो नही करते वो करना चाहते हैं ....... हां ये और बात है कि हर कोई इस सब को जाहिर नही करता पर मन मे ये इच्छा तो सभी के आती है कभी ना कभी ......

श्वेता बोली भाभी इसका मतलब प्रतीक भैया भी मुझे ...... दीदी बोली क्यों नही तुम इतनी सेक्सी हो खूबसूरत हो एक ही घर मे रहते कभी ना कभी तो उन्होंने कभी तुम्हे ऐसे रूप में देखा होगा की वो उत्तेजित हुए हों ...... अब वो अलग बात है कि उस उत्तेजना को उन्होंने किसी और तरीके से शांत किया हो ...... और अपनी भावनाओ को जाहिर ना किया हो ...... श्वेता बोली भाभी एक बात बताऊं ...... दीदी ने कहा हां बता ना ...... उसने कहा एक दिन मैं नहा कर अपने गंदे कपड़े बाथरूम में छोड़ कर आ गयी भैया उस टाइम नीचे ही थे वो थोड़ी देर बाद बाथरूम में घुस गए थे ....... फिर एक घंटे बाद मैं बाथरूम में गयी अपने कपड़े धोने तो मेरी पैंटी में कुछ लगा था ........ चिपचिपा सा गीला गीला ......

दीदी बोली ओहहह इसका मतलब है तेरे भैया ने तेरी पैंटी पर मुठ मार कर लंड का पानी टपकाया होगा तेरी पैंटी पर ........ श्वेता ने कहा उफ़्फ़फ़ भाभी पर भैया ने ऐसा क्यों किया क्या वो भी मेरे साथ ....... दीदी उसकी बात काटते हुए बोली हां इसके बाद तो कोई डाउट ही नही है तेरे भैया भी तुझे चोदना चाहते हैं बस वो कभी अपनी ये ख्वाइश तुझ पर जाहिर नही कर पाए ........

श्वेता ने अगला सवाल दाग दिया भाभी क्या विकास भी आपको ....... मेरा मतलब आपके साथ सेक्स करना चाहता होगा .....? दीदी ने सम्हलते हुए उसके सवाल का जवाब दिया वो अक्सर मेरे चूचे और गांड़ घूरता रहता है और कई बार मुझे भी मेरी पैंटी गायब मिली है अपने बाथरूम से ....... लगता तो है मुझे भी की वो भी मुझे चोदने की इच्छा रखता है ........ श्वेता बोली भाभी तो आप चाहो तो चुदवा लो आप तो पहले भी सेक्स कर चुकी हो ....... दीदी बोली अच्छा तुम उस से प्यार करती हो और चुदवा मैं लूं ये क्या बात हुई मैं तो कल रात तुम्हारे भैया से चुदी थी हां अगर तुम चाहो तो मैं विकास से तुम्हारा जुगाड़ बनवा दूँ आज रात तुम चुद लो उससे ........

श्वेता बोली नही भाभी मैं अकेले नही मुझे डर लगता है मैंने पहले कभी नही करवाया ....... दीदी बोली क्या यार तुम भी हर लड़की को पहली बार मे डर लगता है और हर लड़की को पहली बार करवाना भी पड़ता है अगर एक बार करवा लोगी तो रोज रोज करवाने का मन होगा ....... मुझसे तो अब एक भी दिन नही रहा जाता बिना चुदवाए ....... उफ़्फ़फ़ भाभी आपकी बातों से पता नही मुझे क्या हो रहा है ........ ये विकास पता नही कितनी देर लगा रहा है ...... उसने झांक कर कैंटीन की ओर देखा पर मैं तो उनके पीछे खड़ा था वहां कैसे दिखता ........

दीदी बोली श्वेता देख लो एक बार फिर सोच लो मैं तुम्हारे लिए कर सकती हूं इतना ले लो मज़ा यही उम्र है चुदाई के मज़े लेने की ...... श्वेता कुछ सोच कर बोली भाभी मन तो करता है पर अकेले हिम्मत नही होती ...... दीदी बोली हाय अब मैं अपने सामने तुझे चुदवाऊं अपने भाई से और अगर मेरे भी मूड बन गया तो .......? .

और श्वेता का जवाब सुन कर मैं दंग रह गया ...... वो बोली तो आप भी चुदवा लेना अपने भाई से आप ही तो कह रही थीं वो भी आपको चोदना चाहते हैं ....... दीदी बोली क्या बोल रही हो श्वेता ...... प्रतीक भी तो तुम्हे चोदना चाहते हैं तो क्या तुम भी उससे चुदवा लोगी ...... श्वेता बोली उस बारे में तो मैने अभी कुछ सोचा नही भाभी पर अगर आप और विकास सेक्स कर सकते हैं तो मैं भी सोचूंगी उस बारे में .......

दीदी ने कहा लेकिन ये सब बातें तुम किसी से कहोगी तो नही अपनी फ्रेंड्स से या किसी और से ....... श्वेता बोली भाभी अब इतनी तो समझ है मुझे की कौन सी बात कही जा सकती है और कौन सी बात छुपानी चहिए ...... और फिलहाल तो आप ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हो जो कहना सुनना होगा आप से ही कहूंगी ....... दीदी बोली ह्म्म्म देख श्वेता सिर्फ तेरी खातिर मैं विकास के साथ सेक्स करने के बारे में सोच रही हूं लेकिन ध्यान रहे इस सब का पता किसी को नही चलना चाहिए और ....... यही मेरी दूसरी शर्त है अभी दो शर्तें बाकी थी पूरी करने को याद है या भूल गयी ......

श्वेता सर हिलाते हुए बोली सब याद है भाभी आपकी एक एक बात याद है आपकी बातें और आपको कोई कैसे भूल सकता है ...... आप हो ही इतनी अच्छी ...... thanks भाभी आपकी सारी बातें मानूँगी मैं आप मेरे लिए कितना कुछ कर रही हो ...... और आज श्वेता ने हिम्मत दिखाते हुए दीदी के होंठो को चूम लिया

ऊम्म्म्म कि आवाज़ कानो में पड़ते ही मेरा लंड झनझना उठा मेरी आँखों के आगे श्वेता और निकिता के नंगे जिस्म घूमने लगे और मैं खुद को सम्हालते हुए चिप्स और कोल्डड्रिंक ले कर उन दोनों के सामने आ गया और उनके पास बैठते हुए बोला क्या प्लानिंग बन रही है गर्ल्स ...... दीदी बोली बड़ी मज़ेदार है भाई तुम्हे बड़े मजे आने वाले हैं ....... और फिर हम तीनों चिप्स खाते हुए कोल्ड ड्रिंक पीने लगे ........

खाने पीने के बाद मैंने टाइम देखा 1 बज रहे थे मैंने कहा चलो अब चलते हैं किसी होटल में लंच किया जाए फिर घर चलें ...... दीदी बोली ठीक है और हम जू से बाहर आये और फिर एक बढ़िया से होटल में हमने लंच किया श्वेता ज्यादा ही खुश थी उसने बताया पूरे एक साल बाद वो घर से बाहर खाना खा रही है ....... दीदी ने कहा क्यों तेरे भैया तुझे कभी घुमाने नही ले जाते ...... श्वेता ने कहा नही उन्हें सिर्फ संडे को छुट्टी मिलती है उस दिन वो देर तक सोते हैं फिर दोपहर में लंच कर के अपने दोस्तों के पास चले जाते हैं और देर रात को वापस आते हैं ........

दीदी बोली मुझे आने दे फिर देखना कैसे सुधारती हूँ तेरे भैया की आदतें ...... हमने लंच खत्म ही किया था कि प्रतीक का कॉल आया दीदी के फोन पर वो पूछ रहे थे हम लोग कहाँ हैं दीदी ने बताया कि हम लंच कर के घर के लिए निकल रहे हैं वो बोले ठीक है मैं भी घर के लिए निकल रहा हूँ आ जाओ .......

फिर हम घर पहुंचे और 10 मिनट बाद ही प्रतीक भी आ गए ....... मां जी और प्रतीक के लिए हम खाना पैक करवा के लाये थे ...... श्वेता और दीदी ने किचन में जा कर उन दोनों के लिए खाना लगाया और फिर सब वहीं बैठ गए मां जी और प्रतीक खाना खाने लगे ......

खाने के बाद प्रतीक बोले विकास मैं सोच रहा हूँ तुम्हारी दीदी को अपने साथ घुमा दूँ लखनऊ ...... मैं समझ गया वो दीदी के साथ अकेले में टाइम बिताना चाहते हैं मैंने कहा जरूर जीजू आप ले जाइए दीदी को ....... वो बोले निकिता तैयार हो जाओ चलते हैं ...... दीदी बोली ठीक है 10 मिनट में आती हूँ ...... वो अंदर गयीं और श्वेता को आवाज़ दे कर अपने पास बुला लिया ......

कोई 10 मिनट बाद दीदी बाहर आईं और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली विकी मैं जा रही हूं मैंने तुम घर पर मम्मी और श्वेता का ख्याल रखना मैंने कहा ok दीदी और फिर प्रतीक और दीदी निकल गए ....... प्रतीक की कार में ...... घर पर बस हम 3 मां जी श्वेता और मैं बचे .......

श्वेता अपने कमरे में चली गयी मां जी भी अपने रूम में चली गईं और मैं ड्राइंग रूम में आ कर tv देखने लगा ..... थोड़ी देर में ही दीदी का मैसेज आया ..... मैंने चेक किया .......

मैंने श्वेता को समझा दिया है वो तैयार हो गयी पर अभी उसे चोदना मत सिर्फ मज़े ले लेना ....... मैसेज पढ़ के मैं मुस्कुरा दिया कितनी फिक्र है दीदी को मेरी ......

तभी मां जी बाहर आईं और बोली बेटा मुझे पास वाले मंदिर तक छोड़ देना वहां कथा शुरू हो रही है आज से ...... मैंने कहा चलिए माँ जी और उन्हें अपनी कार से मंदिर तक छोड़ आया ....... और जब मैं वापस लौट रहा था तो मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था .........

अब घर में सिर्फ हम दोनों ही थे श्वेता और मैं .......।

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श्वेता
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