Iron Man
Try and fail. But never give up trying
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kaho to Binod ko bhi ek chota mota maja dilwa de Anu se...
Kismat se mila hai aisa ehsaas.. .थॅंक्स
गर्म लड़की किस्मत वालो को मिलती है, लाइफ की आधी खुशी तो ऐसे ही मिल जाती है
पता नही आप सभी को ऐसी लड़की मिली है या नही, पर कहानी के माध्यम से इस अनु को अपना ही समझो
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उसने हाथ नीचे करके उनके खड़े हुए लॅंड को सहलाया, जो इस वक़्त पेंट को फाड़कर बाहर आने के लिए आतुर था
मन तो उसका कर रहा था की उनके लॅंड के दर्शन कर ले
पर सर ने उसके हाथ को वहीं रोक दिया
शायद उन्हे पता था की एक बार वो साँप बाहर आ गया तो उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा
वो उसकी चूत मारे बिना अंदर नही जाएगा फिर
और चूत मारने के लिए ये स्थान बिल्कुल भी सही नही था
अनु उनके लॅंड को बाहर तो नही निकाल पाई पर उपर से हाथ लगाकर उसे उसकी लंबाई और मोटाई का अंदाज़ा ज़रूर मिल गया
ये मोटे खीरे जैसा लॅंड कैसे घुसेगा उसकी नन्ही सी चूत में
रोमांच के साथ डर भी लग रहा था उसे
पर इतना तो पता था उसे भी
बाद में मज़ा बहुत आता है
इसलिए उस बार-2 के मज़े के लिए इस एक बार के दर्द से तो निपटना ही पड़ेगा
पर अभी तो वो पल शायद काफ़ी दूर था
अभी के लिए तो इस मौके मे मिल रहे मज़े को ही एंजाय करना चाहती थी वो
पर उसकी एंजाय्मेंट पर ब्रेक लग गया जब उसे दूर कॉरिडर से पीयून चाय की ट्रे लेकर आता हुआ दिख गया
वो छिटककर सुधीर सर की गोद से उतर गयी और जल्दी से उसने अपनी शर्ट पहन ली और जाकर सामने वाली सीट पर पहले की तरह बैठ गयी
सर भी अपनी हालत दरुस्त करके चश्मा लगाकर लॅपटॉप स्क्रीन पर देखकर कुछ बोलने लगे जैसे अनु को कुछ समझा रहे हो
पर अनु का ध्यान तो अपनी शर्ट पर था
बटन लगाते हुए उसके हाथ काँप रहे थे
मुश्किल से 4 बटन लगा पाई थी की पीयून अंदर आ गया और दोनो के सामने चाय रख दी
अनु के चेहरे का रंग उड़ा हुआ था, उसके उपर के 4 बटन खुले थे अभी तक, वो तो आख़िरी मौके पर उसने अपने हाथों से सामने वाले हिस्से को कस कर पकड़ लिया ताकि वो पीयून उसका खुला गला ना देख पाए
पीयून ने जाते-2 उसके चेहरे को देखा भी ,शायद उसे कुछ शक सा हो रहा था
पर तभी सर ने उससे पूछा : “क्या हुआ बिनोद, खड़े क्यों हो अभी तक…जाओ अपना काम करो..”
वो बेचारा सर की हल्की डांट सुनकर उल्टे पैर चलता बना
उसके जाते ही दोनो के चेहरे पर गहरी मुस्कान आ गयी
इस रोमांच भरे पलों में उन्होने जिस बेबाकी से वो सब किया था शायद उसे सोचकर हंस रहे थे
सर कुछ और कर पाते इससे पहले ही उनके मोबाइल की घंटी बज उठी
ये शेफाली का कॉल था
अनु की मॉम का
और अनु के सामने तो वो उससे बात कर नहीं सकते थे
इसलिए उसे एक्सक्यूज़ मी बोलकर वो कमरे से बाहर निकल आए
सुधीर : “हेलो…हाय , कैसी हो…”
शेफाली : “मैं तो ठीक हूँ पर आप शायद मुझे भूल गए एक ही दिन में ..”
सुधीर ने अंदर बैठी अनु को देखा जो उन्हे ही देखकर उनके अंदर आने का वेट कर रही थी
सुधीर : “मैं भी बस आपके बारे में ही सोच रहा था अभी…”
शेफाली : “अच्छा …वो कैसे”
सुधीर : “वो मैं अभी स्कूल में ही था और सोच रहा था की काश तुम अभी यहाँ आ जाती, मेरी गोद में बैठ कर अपना टॉप उतारती और मैं तुम्हारे रसीले बूब्स को चूसता , तुम्हारे होंठों को चबा जाता”
वो ठीक वैसा ही बोल रहे थे जैसा उन्होने अभी कुछ देर पहले शेफाली की बेटी अनु के साथ किया था
सुधीर सर की गर्म बाते सुनकर शेफाली तड़प उठी : “उम्म्म्मम…..क्यों ऐसी बातें करके मुझे तडपा रहे हो…पता है कल शाम से मुझे हर पल वही सब याद आ रहा है जो पार्किंग लॉट में जो हुआ था….काश मैं इस वक़्त तुम्हारे सामने होती तो वही सब करती जो तुमने कहा, इन्फेक्ट वहीं टेबल के नीचे घुसकर तुम्हे एक बार फिर से सक्क करती…”
अपने लॅंड की सकिंग के नाम से ही सुधीर का लॅंड फिर से तन्ना उठा.
शेफाली : “अब मुझसे रहा नही जा रहा, तुम एक काम करो, किसी तरह भी मिलने का प्रोग्राम बनाओ, एंड फक्क मी प्लीज़…..फ़क्क मी….”
आग इतनी भड़क रही थी उसके अंदर की वो चुदाई की भीख माँगने लगी सुधीर से
वो बोले : “तुम फ़िक्र ना करो मेरी जान, इसका भी जल्दी ही इंतज़ाम करता हूँ …बस तुम मेरे हिसाब से वो सब करते जाओ…”
और फिर सिर उसे कुछ समझाने लगे
और फिर फोन रखने के बाद वो अंदर आ गये
अंदर अनु अलग से परेशान हो रही थी, की इस वक़्त कौनसी सौतन का फ़ोन आ गया जो उन्हें कमरे से बहार जाकर बात करनी पड़ रही है
उन्होंने ये बेशक़ीमती समय फोन पर नष्ट कर दिया था
स्कूल बंद करने का समय हो चला था अब
इसलिए पीयून एक बार फिर से आता हुआ दिखाई दिया
अभी के लिए कुछ और हो नही सकता था
पर पीयून की नज़रों में आए बिना , आज से ज़्यादा मज़ा कल कैसे मिल सकता है, ये जान चुके थे दोनों
पर अभी तो सर को शेफाली की चूत के उद्घाटन का प्लान बनाना था
उसे और देर तक तड़पाकर वो हाथ आई हुई इस हीरोइन को खोना नही चाहते थे
अगला दिन काफी मजेदार होने वाला था
उसने हाथ नीचे करके उनके खड़े हुए लॅंड को सहलाया, जो इस वक़्त पेंट को फाड़कर बाहर आने के लिए आतुर था
मन तो उसका कर रहा था की उनके लॅंड के दर्शन कर ले
पर सर ने उसके हाथ को वहीं रोक दिया
शायद उन्हे पता था की एक बार वो साँप बाहर आ गया तो उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा
वो उसकी चूत मारे बिना अंदर नही जाएगा फिर
और चूत मारने के लिए ये स्थान बिल्कुल भी सही नही था
अनु उनके लॅंड को बाहर तो नही निकाल पाई पर उपर से हाथ लगाकर उसे उसकी लंबाई और मोटाई का अंदाज़ा ज़रूर मिल गया
ये मोटे खीरे जैसा लॅंड कैसे घुसेगा उसकी नन्ही सी चूत में
रोमांच के साथ डर भी लग रहा था उसे
पर इतना तो पता था उसे भी
बाद में मज़ा बहुत आता है
इसलिए उस बार-2 के मज़े के लिए इस एक बार के दर्द से तो निपटना ही पड़ेगा
पर अभी तो वो पल शायद काफ़ी दूर था
अभी के लिए तो इस मौके मे मिल रहे मज़े को ही एंजाय करना चाहती थी वो
पर उसकी एंजाय्मेंट पर ब्रेक लग गया जब उसे दूर कॉरिडर से पीयून चाय की ट्रे लेकर आता हुआ दिख गया
वो छिटककर सुधीर सर की गोद से उतर गयी और जल्दी से उसने अपनी शर्ट पहन ली और जाकर सामने वाली सीट पर पहले की तरह बैठ गयी
सर भी अपनी हालत दरुस्त करके चश्मा लगाकर लॅपटॉप स्क्रीन पर देखकर कुछ बोलने लगे जैसे अनु को कुछ समझा रहे हो
पर अनु का ध्यान तो अपनी शर्ट पर था
बटन लगाते हुए उसके हाथ काँप रहे थे
मुश्किल से 4 बटन लगा पाई थी की पीयून अंदर आ गया और दोनो के सामने चाय रख दी
अनु के चेहरे का रंग उड़ा हुआ था, उसके उपर के 4 बटन खुले थे अभी तक, वो तो आख़िरी मौके पर उसने अपने हाथों से सामने वाले हिस्से को कस कर पकड़ लिया ताकि वो पीयून उसका खुला गला ना देख पाए
पीयून ने जाते-2 उसके चेहरे को देखा भी ,शायद उसे कुछ शक सा हो रहा था
पर तभी सर ने उससे पूछा : “क्या हुआ बिनोद, खड़े क्यों हो अभी तक…जाओ अपना काम करो..”
वो बेचारा सर की हल्की डांट सुनकर उल्टे पैर चलता बना
उसके जाते ही दोनो के चेहरे पर गहरी मुस्कान आ गयी
इस रोमांच भरे पलों में उन्होने जिस बेबाकी से वो सब किया था शायद उसे सोचकर हंस रहे थे
सर कुछ और कर पाते इससे पहले ही उनके मोबाइल की घंटी बज उठी
ये शेफाली का कॉल था
अनु की मॉम का
और अनु के सामने तो वो उससे बात कर नहीं सकते थे
इसलिए उसे एक्सक्यूज़ मी बोलकर वो कमरे से बाहर निकल आए
सुधीर : “हेलो…हाय , कैसी हो…”
शेफाली : “मैं तो ठीक हूँ पर आप शायद मुझे भूल गए एक ही दिन में ..”
सुधीर ने अंदर बैठी अनु को देखा जो उन्हे ही देखकर उनके अंदर आने का वेट कर रही थी
सुधीर : “मैं भी बस आपके बारे में ही सोच रहा था अभी…”
शेफाली : “अच्छा …वो कैसे”
सुधीर : “वो मैं अभी स्कूल में ही था और सोच रहा था की काश तुम अभी यहाँ आ जाती, मेरी गोद में बैठ कर अपना टॉप उतारती और मैं तुम्हारे रसीले बूब्स को चूसता , तुम्हारे होंठों को चबा जाता”
वो ठीक वैसा ही बोल रहे थे जैसा उन्होने अभी कुछ देर पहले शेफाली की बेटी अनु के साथ किया था
सुधीर सर की गर्म बाते सुनकर शेफाली तड़प उठी : “उम्म्म्मम…..क्यों ऐसी बातें करके मुझे तडपा रहे हो…पता है कल शाम से मुझे हर पल वही सब याद आ रहा है जो पार्किंग लॉट में जो हुआ था….काश मैं इस वक़्त तुम्हारे सामने होती तो वही सब करती जो तुमने कहा, इन्फेक्ट वहीं टेबल के नीचे घुसकर तुम्हे एक बार फिर से सक्क करती…”
अपने लॅंड की सकिंग के नाम से ही सुधीर का लॅंड फिर से तन्ना उठा.
शेफाली : “अब मुझसे रहा नही जा रहा, तुम एक काम करो, किसी तरह भी मिलने का प्रोग्राम बनाओ, एंड फक्क मी प्लीज़…..फ़क्क मी….”
आग इतनी भड़क रही थी उसके अंदर की वो चुदाई की भीख माँगने लगी सुधीर से
वो बोले : “तुम फ़िक्र ना करो मेरी जान, इसका भी जल्दी ही इंतज़ाम करता हूँ …बस तुम मेरे हिसाब से वो सब करते जाओ…”
और फिर सिर उसे कुछ समझाने लगे
और फिर फोन रखने के बाद वो अंदर आ गये
अंदर अनु अलग से परेशान हो रही थी, की इस वक़्त कौनसी सौतन का फ़ोन आ गया जो उन्हें कमरे से बहार जाकर बात करनी पड़ रही है
उन्होंने ये बेशक़ीमती समय फोन पर नष्ट कर दिया था
स्कूल बंद करने का समय हो चला था अब
इसलिए पीयून एक बार फिर से आता हुआ दिखाई दिया
अभी के लिए कुछ और हो नही सकता था
पर पीयून की नज़रों में आए बिना , आज से ज़्यादा मज़ा कल कैसे मिल सकता है, ये जान चुके थे दोनों
पर अभी तो सर को शेफाली की चूत के उद्घाटन का प्लान बनाना था
उसे और देर तक तड़पाकर वो हाथ आई हुई इस हीरोइन को खोना नही चाहते थे
अगला दिन काफी मजेदार होने वाला था
thanksWow Ashok Bhai
Aag hi laga di in updates ne.................Ab Maa aur Beti dono hi ek dusre ke sautan ban gayi he............
Gazab ki updates he Bhai
Keep Posting
bade harami ho betaKismat se mila hai aisa ehsaas.. .
Bahanchod pahle mana karti rahti h....
Par jaise hi hath lagao.....
1 min m chudne ke liye bechain ho jati hai.... sweet sixt**n se bhog rha hu usko
....
Abhi to only 3 year hi huye hai......
Bhut hot h yaaar





