• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest गलती (Completed)

Anuj

Member
441
2,004
139
5/6 दिन से राहुल का लन्ड पानी नहीं छोड़ा था.. कुछ देर के बाद राहुल राधिका दिदि को आपने ओर खींच कर आपने मोटे सुपडे को बच्चेदानी की अंदरूनी किनारे में घूसा कर लम्बे लम्बे पिचकारी छोड़ने लगा...

एक के बाद एक लंबे पिचकारी से राधिका दिदि की 25 साल की बच्चेदानी की मटकी.. राहुल के सफेद दही से भरने लगी..

आखिर बून्द तक बिज़्ज़ छोड़ने के बाद राहुल आहिस्ते आहिस्ते राधिका दिदि की दोनो पेर को आपने कंधे से उतार कर सोफे के उपर रख दिया..

राहुल का खतरनाक लन्ड अब सिकुड़ कर आहिस्ता आहिस्ता बाहर निकल गेया..

जैसे ही राहुल जाने को खड़ा हुआ.. वेसे ही राधिका ने राहुल को देवदूत समझ कर आपनीं हाथो से राहुल के हाथ को पकड़ कर रोक लिया..

राहुल हस्ते हस्ते रुक गेया.. उसी रात राहुल ने पूरे 3 बार राधिका दिदि की बच्चेदानी के अंदर आपना मर्दाना रस को छोड़ कर हल में आकर सो गेया..


अब आगे :-


गलती :- 2
********



सुबह सुबह निधि ने घर काम काज में जुट गेई.. राहुल की माँ रुक्मिणी देवी ने सबसे पहले राधिका को उठा कर चली गेई..

पर राधिका बिस्तर पर काल रात की घमासान चुदाई के बारे में सोच कर बिस्तर पर आंख बंद करके सोच रही थी..

राधिका को 100 यकीन हो चुकी थी कि काल रात को स्वर्ग लोक से देवदूत आकर उसे चोद चुका है..

राधिका की दिमाग पर वो खतरनाक लन्ड अभी भी घूम राहा था..

राधिका पिछले 7 साल से शादी कर के अशोक का लन्ड से मर्दाना रस को आपनीं बच्चेदानी के अंदर भर चुकी थी..

पर काल रात को जो गरम गरम मर्द का बिज़्ज़ राधिका की बच्चेदानी के अंदर गिरा था..वो बिज़्ज़ कुछ अलग था..

एहि सोच कर राधिका खुसी से झूम रही थी.. उसे क्या पता था कि उसका छोटा भाई राहुल ने आपनीं पत्नी निधि समझ कर उसे मर्द रस दिया था..

कुछ देर के बाद रुक्मिणी माँ ने राहुल को हल से उठा दिया.. राहुल उठ कर सीधा बिर्थरूम में घुस गेया..

निधि उसकी माँ रुक्मिणी के साथ किचन रूम में थी..कालरात की सुक्रिया देने केलिए जब राहुल निधि के पास गेया.. तब आपनीं माँ के पास में देख कर राहुल बाहर आकर फिर से हल में आ गेया..

इधर राधिका एक जोरदार अंगड़ाई लेकर बिर्थरूम के अंदर घुस गेई .

राधिका जैसे ही आपनीं चुत को देखी तब राधिका सरम से पानी पानी हो गेई..

राधिका की चुत की दोनो ढकन अभी भी खुले पड़े थे..राधिका की गोरी चूची टमाटर जैसी लाल दिख रही थी..

3 बार एक गबरु मर्द से चुदवाना कोई मामूली बात नहीं थी.. राधिका खुसी से आपनीं उंगली से कुछ गिनती करने लगी..

फिर राधिका आपने आपसे - अशोक जी 2 माहीने के बाद आने वाले है.. अगर मेरे निशाना सही राहा तो ..आशिक जी आने से पेहेले म 2 महीने पेट लेकर ससुराल चली जाउंगी.. फिर आशिक जी 6/7 रुक कर चले जायेंगे..

इस तरह राधिका आने वाले समय को सोच सोच कर बाहर निकली..

राधिका आपनीं कपड़े पेहेन कर हल में राहुल के बगल में बैठ गेई..

आज राधिका सजधज कर खुब मेकअप होकर तयार थी.. राधिका दिदि को खुस देकर राहुल भी हस कर आपनीं दिदि से बातचीत करने लगा..

फिर कुछ देर के बाद राहुल ने आपनीं माँ और दिदि को लेकर मंदिर के पास चला गेया..

राहुल नीचे से अगरबती लेने चला गेया.. ठीक उसी वक़्त राधिका ने काल की अदभूद हादसे के. आपनीं माँ के साथ बांटने लगी..

राधिका की चेहेरे पर चमक देख कर रुक्मिणी माँ की आसूं खुसी से छलकने लगी..

दोनो माँ बेटी बचपन से सहेली की तरह बातचीत करते थे..

कुछ देर के बाद राहुल मंदिर के अंदर घुस कर ..बाकी पूजा पाठ की तैयारी करने लगा...

फिर सब खुसी खुसी घर आये.. घर आते ही राधिका खुसी से छत के उपर आपने पति देव अशोक से बातचीत करने मोबाइल लेकर चली गेई..

रुक्मिणी देवी भी आपनीं बोहु की हाथ बटाने केलिए किचन रूम में घुस गेई..

राहुल आपनीं धरम पत्नी निधि से काल रात की घमासान चुदाई का चर्चा नहीं किया था..

निधि के पास आपनीं माँ को फिर से देख कर राहुल आंख के इशारे से निधि को छत के उपर बुलाई..

निधि भी 20 मिनट के बाद आती हूँ बोल कर राहुल को तसली दे दिया..

राहुल सिर्फ हॉप पेंट ओर t shairt पेहेन कर निधि की इंतज़ार करने लगा.

निर्धारित समय पर निधि राहुल को आंख के इसारे से छत के उपर जाने केलिए बोल दिया..

इधर राधिका आपने पति अशोक को बातचीत करके काल रात की चुदाई के बारे में सोच कर छत की एक कोने में पानी टंकी के पीछे बैठ कर सोच रही थी..

राहुल अनजाने में उस पानी टंकी के दूसरे तरफ खड़ा हो कर निधि की इंतज़ार करने लगा .

निधि फटाक से राहुल को पीछे से आपने बाहों में भर कर...

निधि दुखी मन से - सॉरी जानू.. काल रात को थकान के वाज़ा से में सो गेई थी.. मुझे माफ़ करदो..

इतना सुनकर राहुल हस कर - आछा मज़ाक करती है.. अगर काल रात को तू सो गेई थी तो क्या में तेरी बेहेन को 3 बार चोद कर आया था ?

इतना बोलकर राहुल ने जब हस कर निधि को आपने ओर पलट दिया तो निधि की आंखों में आसूं थी..

राहुल निधि की आसूं पोछ कर - आरे पगली रो क्यों रही है ?

निधि - में आपकी लायक नहीं हूँ.. में गर्भवती होने की डर से 6/7 दिन से आपको पत्नी की सुख नहीं दे पा रही हूँ..

राहुल हस कर निधि को हंसाने केलिए - ये राहुल मिश्रा असली मर्द है.. एक बार पिचकारी का बिज़्ज़ छोड़ देगा तो बचा100% ..

इतना सुनकर निधि भी हस कर - जानती हूँ.. आपके खतरनाक लन्ड ओर आपके गरम गरम बिज़्ज़ से में हर महीने गर्भवती हो जाती हूँ.. पर आज के बाद में गर्भनिरोधक गोलियां कभी नहीं खाऊँगी..

इतना बोलकर निधि फाटक से छत की बाहार वाला दरवाज़ा को बाहर से बन्द करके राहुल के पास आ गेई..

निधि - 6/7 दिन मेरा जिगर का टुकड़ा को में प्यार नहीं किया.

इतना बोलकर निधि नर फाटक से राहुल का पेंट को अचानक निचे की तरफ खिंच लिया..

राहुल का गोरा चिकना विशाल लन्ड निधि की सामने आ गई.. दिन के उजाले में राहुल का लन्ड चमक राहा था..

राहुल थोड़ा मज़ाक में - तू कितनी भूकी है.. काल रात को इस मे सारा जूस निकल दिया फिर भी तेरी मन को सन्ति नहीं मिली ?

निधि थोड़ी उदासी चेहेरे से - माफ करदो .काल मे थकान की वाज़ा से राधिका दिदि की बगल में सो गेई थी..

इतना सुनकर राहुल का दिल ज़ोर ज़ोर से धड़कने लगा..

राहुल - तो फिर में ?

निधि राहुल का लाल सुपडे के उपर चमड़ी को निचे सरका कर - आप चुत के नशे में सपने देख रहे होंगे..

निधि अब राहुल का लन्ड को आपनीं मुँह के अंदर भर कर ताबड़तोड़ चुसाई सुरु करदी..

राहुल जनता था निधि मज़ाक कर रही है. राहुल भी आंख बंद करके आपना 9 इंच का लन्ड को निधि के मुँह के अंदर हवाले करके..

राहुल - निधि मेरी जान.. काल रात की चुदाई में भूल नहीं पा रही हूँ.. क्या खुसबू थी चुत की.. क्या मज़ा मिला था..पूरे 3 बार मेरा लन्ड का रस तेरी बच्चेदानी के अंदर छोड़ा था.. आज भी उसी तरह तेरी चुत को मेरे लन्ड की रस पिलाऊंगा..

इतना सुनकर निधि फटाक से लन्ड को मुँह से निकल कर रो रो कर - माफ करदो मुझे.. काल रात की थकान की वाज़ा से मुझे ओर तंग मत करो .

इतना बोलकर निधि फुट फुट कर रो रो कर दौड़ती हुई निचे चली गेई..

निधि की इस बरताप से राहुल हैरान ओर परेसान से निधि को पीछे से देखता राहा..


राहुल थोड़ा धीमा आवाज़ में - अगर काल रात निधि नहीं थी तो फिर मैं किस को 3 बार चोदा था ? क्या राधिका दिदि को में गलती से चोद दिया ?

इतना सुनकर टंकी के पीछे राधिका दिदि बुरी तरह से डर गेई.. राधिका जिसे देवदूत समझ कर पूरी रात चुदवाई थी ..वी उसका छोटा भाई राहुल था ?

राहुल का लन्ड अभी भी राधिका की आंखों के सामने थी..

काल रात की अंधेरे में जो लम्बा ओर मोटा लन्ड को राधिका ने महसूस किया था.. वही लन्ड अब राधिका के आँख के सामने थी..

राहुल अब आपने आप से केलिन ज़ुबान हिला कर - काल रात मुझे चुत की खुसबू भी अलग टाइप की लग रही थी.. एक बार चुदाई करने के बाद जब में उठ कर हल में जा राहा था.. तब मेरे हाथ को खींच कर क्यों रोक लिया ? क्या वास्तव में काल निधि के बदले राधिका दिदि थी ?

इतना सुनकर राधिका दिदि बुरी तरह से डर चुकी थी..राहुल ये सब बात आपने ज़ुबान से खूब को सवाल कर राहा था ?

राहुल फिर से खुद को आवाज़ करके पूछने लगा - सुबह से राधिका दिदि की चेहेरे से तो मुझे लगता नहीं कि राधिका दिदि परेसान है.. उलटा खुस है. क्या राधिका दिदि जान बूझ कर अनजान बन रही है ?

तब फिरसे निधि दौड़ती हुई राहुल के पास आकर - आज से में राधिका दिदि को दूसरे कमरे पर सोने केलिए बोल दूंगी. फिर आपको ऐसी सपना ना आये ..

राहुल अब 100% कंफर्म होना चाहता था.. राहुल फटाक से निधि के हाथ को आपने सर के उपर रख कर - अब तू मेरे सर के उपर हाथ रख कर कसम खा.. बोल तू सच बोल रही है...?

निधि राहुल के सर के उपर हाथ रख कर - आपकी कसम.. काल रात को हम दोनों के बीच एक बार भी सेक्स नहीं हुआ है ..

राहुल फाटक से बात को घुमा कर - आरे पगली में तो मज़ाक कर राहा था ..

इतना सुनकर निधि भी खिलखिलाकर हस के - में समझी आप गलती से राधिका दिदि को चोद लिए ..

राहुल थोड़ा गुसे और स्माइल से - निधि ..राधिका दिदि को लेकर इतनी गलत मज़ाक नहीं.. राधिका दिदि मेरी बेहेन है..

निधि हस कर - में भी तो आपकी बेहेन थी .. आछा वो सब छोड़िए.. काल रात को आपके सपनो में मेरी चुत केसी लगी ?

राहुल - एके अलग सी मेहेक...अलग सी नसा..

तब रुक्मिणी माँ छत के ऊपर आ कर थोड़ी ऊंची आवाज से - आ जाओ बचो.. खाना खा लो..

रुक्मिणी छत के दरवाजे से खड़ी होकर राधिका , राहुल और निधि को देख रही थी..

रुक्मिणी माँ के बात सुनकर निधि चली गेई..

रुक्मिणी - राहुल तेरी दिदि को बुलाकर ज़ल्दी चल..

दिदि की नाम सुनकर राहुल काल रात की बात याद करलिया..

राहुल - माँ में बाद में खाऊंगा.. तुम दिदि ओर निधि को बुलाकर खा ले..

रुक्मिणी गुसे में - जब तक तू नहीं खयेगा.. तब तक निधि नहीं खाएगी.. चल मेरे साथ.. राधिका तू भी चल..

राधिका का नाम सुनकर राहुल के साथ साथ निधि भी चौंक जाती..

फिर रुक्मिणी के साथ राहुल और राधिका नीचे जाने लगे..

डाइनिंग टेबल पर राहुल बैठ गेया.. राहुल के बगल में निधि .निधि की बगल में रुक्मिणी माँ बैठ गेई...

राधिका सबकेलिये खाना देकर खड़ी रही..

रुक्मिणी हस कर - राधिका आज तुझे भूक नहीं है ? चल तेरे खाना निकल कर उस तरफ राहुल के बगल में बैठ जा..

राधिका सर झुकाकर राहुल के बगल में बैठ गेई.. तब निधि राधिका को ..

निधि - दिदि.. अभी कुछ देर पेहेले आप तो खुस थी.. पर अचानक आपकी चेहेरे पर उदासी क्यों ? फोन पर आशिक जीजू से झगड़ा हुआ क्या ?

राधिका फाटक से हस देती.. राधिका नहीं चाहती थी कि काल रात की हादसे को निधि जानले..

राधिका हस कर - निधि तू हमेसा मेरी मज़ाक उड़ाती है.. एक दिन तुझे मार पड़ेगी..

निधि हस कर - दिदि आप रात को ठीक से सो नहीं पाती होंगी..आज से आप 1st फ्लोर पर अकेले सो लेना..

ठीक उसी वक़्त निधि की फोन बजने लगी..निधि हस कर आपनीं मा के साथ फ़ोन पर बात करते करते बाहर चली गेई..

तब रुक्मिणी माँ ने राधिका को - राधिका तू आज से अकेले अलग सोएगी..

इतना सुनकर राधिका अचानक राहुल को देखने लगी.. राहुल समझने लगा सायद राधिका दिदि आपनीं माँ और निधि की सुझाब से खुस नहीं है..

राहुल समझने लगा सायद राधिका दिदि राहुल के साथ सेक्स रेलेसन से इंटरेस्ट है..

लेकिन रुक्मिणी माँ ने राहुल की मौजूदगी में राधिका को घुमा फिरा कर सुझाब देने लगी..

रुक्मिणी हस कर - तू चिंता मत कर राधिका..मुझे पूरा उमीद है काल रात की तरह आज रात भी तुझे सकून की खुसी मिलेगी.. ये मेरा आश्रीबाद है तुझ पर..

राधिका फिर से राहुल को देखने लगी.. राहुल समझने लगा..सायद राधिका दिदि राहुल से जवाब मांग रही है..

अचानक राहुल की ज़ुबान से निकल गेया - माँ सही बोल रही है दिदि..

राहुल की ज़ुबान से इतना सुनते ही राधिका की आँखे बड़ी बड़ी हो गेई..

राहुल हाथ धोकर जाने ही वाला था कि रुक्मिणी माँ ने राहुल को बोल दिया.. आज साम को राहुल राधिका को मंदिर का दर्शन करवा कर लाये..

राधिक कुछ बोलने से पेहेले रुक्मिणी माँ ने - तुम दोनों भाई बेहेन के बचे को देखने केलिए मेरी आँखें तरस रही है..

रुक्मिणी माँ की बात सीधी थी.. पर राधिका ओर राहुल उल्टा समझने लगे..

राहुल हस कर - माँ तुझे नानी ओर दादी बनने को बड़ी बेचेनी है..

रुक्मिणी हस कर - तुम दोनों तो मेरी धड़कन हो.. में चाहती हुँ. तुम दोनों के बचे तुम्हरे सकल लेकर इस संसार पर आए..

राहुल को गतल फेमी हो चुका था .राहुल को यकीन हो चुका था कि राधिका दिदि राहुल से चुदवा कर गर्भवती होने चाहती है .नहीं तो काल रात को जब राहुल एक बार राधिका दिदि को चोद कर वापस आ राहा थ तब राधिका दिदि उसे पकड़ कर फिर से 2 बार क्यों चुदाई किया ?

राहुल हस कर आपनीं माँ को - अगर हम दोनों भाई बेहेन के बचे हमारे सकल लेकर पैदा होंगे तो अशोक जीजू ओर निधि के मन छोटा हो जाएगा ..

रुक्मिणी हस कर - निधि तो राधिका की सकल से मिलती जुलती है.. पर जमाई बाबू(आशिक ) के सकल मुझे पसंद नहीं है..

इतना सुनकर राधिका सरम ओर लाज से पानी पानी होकर दूसरे कमरे पर चली गेई..

इधर राधिका सोचने लगी कि राहुल को सब पता चल चुका है..जब माँ ने राधिका को घुमा फिरा कर काल रात जैसी दुबारा फिर से राधिका को चुदाई मिलेगी बोलिथि.. तब राहुल फटाक से हाँ क्यों बोल दिया ?

इसका मतलब राधिका को दुबारा चुदाई करने में राहुल को कोई एतराज नहीं था..

फिर राधिका सोचने लगी कि निधि की मासिक पीरियड हर महीने रुक जाती थी..जिसके वाज़ा से निधि गर्भनिरोधक गोलियां खा कर आपनीं पीरियड सुरु करती...

इधर राहुल निधि को दिन के उजाले में दिन के 12 बजे घमासान चुदाई का आनंद देकर ..सारा बिज़्ज़ को निधि की बच्चेदानी के अंदर छोड़ कर निधि को बाहों में भर कर काल रात की नींद को पूरा करने लगा..

साम को राहुल राधिका दिदि को लेकर मंदिर चला गेया.. साम के टाइम मंदिर के बाहर काफी भीड़ थी..

फिर भी पुजारी ने ऊंचे आवाज़ से राधिका ओर राहुल को उस बिड से बाहर निकाल कर मंदिर के अंदर ले आया..

आज सुबह राधिका ने पुजारी जी को बता चुकी थी कि .. काल रात को खूब भगवान ने राधिका के सपने में आये थे..ओर राधिका को माँ बनाने का आश्रीबाद भी दे कर चले गए. .ये बात राधिका ने पुजारी जी को सुबह बता चुकी थी..

राधिका ओर राहुल भगबान के दर्शन करने के बाद पुजारी जी ने राधिका को..

पुजारी हस कर - बेटी राधिका.. तेरी इच्छा बहोत जल्द पूरी हो जाएगी.. काल रात की तरह आज भी तुझे आश्रीबाद मिलेगी..

उतना सुनकर राधिका सरम से पानी पानी ही गेई.. राहुल भी समझ गेया की राधिका दिदि माँ बनने केलिए किसी भी हद तक गिर सकती है..अगर राहुल उसे गर्भवती नहीं बनाया तो राधिका किसी बाहर के आदमी से गर्भवती हो जाएगी..

तब राहुल ने पुजारी जी को सामने रख कर राधिका दिदि को - हाँ पुजारी जी..अगर भगबान के कृपा हुया तो आज भी मेरी दिदि को आश्रीबाद मिलेगी..

इतना सुनकर राधिका उस भीड़ में काफी कुछ सोचने में मजबूर हो गेई..

राधिका बार बार आपने रिस्ते की नाप तोल करने लगी.. राधिका की चुत पानी पानी हो चुकी थी.. राहुल भी काफी सोच समझ कर ये बोला था..

फिर दोनो उस भीड़ को आहिस्ता आहिस्ता संभाल कर आगे बढ़ने लगे.. राधिका आगे आगे और राहुल पिछे पिछे..

अचानक एक जगह पर काफी भीड़ के वाज़ा से राधिका ओर राहुल बुरी तरह फंस गए..

राधिका दिदि को प्रॉटेक्शन देते हुए राहुल अनजाने में राधिका दिदि की पिछवाड़े पर चिपक चुका था ..

गर्दी के भीड़ में राहुल राधिका दिदि को पीछे से पकड़ कर रखा था.. पब्लिक के बिड से राहुल का हाथ अनजाने में राधिका की दोनो चूची के उपर जा चुका था..

जब राधिका को एहसास हुई तब तक राधिका की सरीर में 440 वोल्टेज का करेंट दौड़ रही थी .

भीड कम नहीं हो रही थी..राधिका की गांड के दबाब से राहुल का 9 इंच का लन्ड खड़ा हो कर राधिका की गांड में सेट हो चुका था..

इतनी सब होने के बाबजूद भी जब राधिका कुछ नहीं बोली तो राहुल अब जान बूझ कर लन्ड को राधिका दिदि की गांड के उपर दबाब देने लगा..

फिर भी राधिका की कोई विरोध ना पा कर राहुल उस भीड़ के फायेदा से राधिका दिदि की बूब्स को आहिस्ता आहिस्ता दबाता गेया..

पूरे 30 मिनट तक एहि सिलसिला चलता राहा.. अब राहुल के साथ साथ राधिका भी काफी गरम हो चुकी थी..

राहुल फटाक से आपने दाहिने हात को राधिका की नाभि के नीचे से साढ़ी के अंदर घूसा कर राधिका की चुत तक पहोंच गेया..

सारे पब्लिक के होते हुए राहुल का उंगली सीधा राधिका की चुत के दाने पर पहोंच गेया..

जैसे ही राहुल का मोटा उंगली राधिका की चुत के अंदर घूसा .वेसे ही अचानक पब्लिक खाली होने लगे..

राहुल फाटक से उंगली को राधिका कक चुत से निकाल दिया..राधिका हैरान भरी नज़रो से राहुल के उंगली को देख रही थी..

राहुल भी सेक्स के नसे में चूर ही चुका था. राहुल जनता था.. राधिका दिदि उसके हरकत से ज़रूर खुस होगी..

एहि सोच कर राहुल ने राधिका दिदि को दिखा कर .वही उंगली को आपने मुँह के अंदर घूसा कर चूमने लगा..

राहुल का ऐसा बरताप देख के राधिका की 25 साल की जवानी की ज्वालामुखी फुट चुकी थी..

फिर दोनो आपने बाइक से घर की ओर निकल गये...
 

Mr. Perfect

"Perfect Man"
1,434
3,733
143

Thank you bhai...

Wese kaun aapna sahi pehechan deta he ish site pr.. isiliye me bhi mera naam anuj likh diya...

Wese me aapka purana sathi sudhansu bhai hun...

Kafi dino ke baad mujhe ye site mila he.

..

Umid to tut chuka tha.. pr ab himmat pr se bekrar ho geya..Fir se aap sabhi ko chehekta chirag , bandhan or kabul he ke kahani mil jaayega..

Aap sabhi ka pyara "SUDHANSHU" ....
Ohh thats great bhai once again congratulations____

And yaha aane ke liye thanks bhai. Apni purani stories ko yaha par restart karo bhai__//
 

Anuj

Member
441
2,004
139
गलती :- 03
*********


दोनो भाई बेहेन के सरीर के अंदर आग भड़क चुकी थी.. पर दोनो किसी भी तरह आपने घर पर आ चुके थे..

जैसे ही राहुल बाइक को घर के आंगन के अंदर पार्क किया तब रुक्मिणी माँ आ कर - राहुल बेटा.. में बोहु को लेकर पास वाले पड़ोस के घर जा रही हूँ.. जब तक हम ना आये तब तक तू घर पर रहना.. निधि बेटी ज़ल्दी आ..

तब राधिका दिदि की सासूमाँ की फ़ोन रुक्मिणी माँ की मोबाइल पर आ जाती है..

रुक्मिणी थोड़ा दूर होकर राधिका की सासूमाँ से बातचीत करने लगी.. कुछ देर के बाद फ़ोन कट हो गेई..

रुक्मिणी माँ की चेहेरे उतरी हुई थी..

राधिका - क्या हुया माँ ?

रुक्मिणी गुसे में आपने पति को कोसने लगी - कितनी बार बोली अशोक तेरे लिए ठीक नहीं है ..

राहुल - माँ ..आखिर बात क्या है ?

रुक्मिणी माँ गुसे से - राधिका की सासु बोल रही है.. अगर इस बार राधिका माँ नहीं बनी तो अगले बार अशोक की दूसरी शादी करवा देगी..

तब निधि सजधज कर खुसी से बाहर आकर - क्या हुया माँ.. ?

रुक्मिणी - चल तुझे रास्ते मे बताती हूँ..

इतना बोलकर रुक्मिणी माँ ने निधि को लेकर गांव के अंदर चली गेई .

राधिका उदासी सकल बना कर कमरे के अंदर चली गेई..

कुछ देर के बाद राहुल कपड़ा चेंज करके सोचने लगा.. काफी सोचने के बाद राहुल जब राधिका दिदि के कमरे पर गेई तब राधिका उसकी कमरे में नहीं थी .

राधिका को ढूंढते ढूंढते राहुल ने छत के उपर पहोंच चुका था .

राहुल ने देखा राधिका दिदि आपनीं साढ़ी चेंज करके सिर्फ एक गाउन पेहेन कर बलकुनी के गैलेरी पर खड़ी हो कर निचे देख रही थी..

राधिका अंदर से टूट चुकी थी.. पर राधिका की दर्द राहुल को दिखाई नहीं देता था..

राहुल समझने लगा.. सायद इस अकेलेपन का फायदा उठाने केलिए ये गाउन पेहेन कर राहुल का इंतज़ार कर रही है..

राहुल सीधा जा कर राधिका दिदि के बगल में खड़ा होकर बाहर का नज़ारा देखने लगा.

राहुल देख कर राधिका ने एक फीकी स्माइल दे दी. पर राधिका अभी भी काफी सोच में डूबी हुई थी..

राधिका आपनीं मन मे - क्या करूँ कुछ समझ मे नहीं आ रही है.. मेरी सासूमाँ की धमकी से में 2/2 बार डॉक्टरी चेक कर चुकी हूं.. डॉक्टर के हिसाब से में 100% माँ बन सकती हूँ.. अशोक जी के अंदर कुछ कमी है ..

राधिका आपनी सोच में- निधि बोल रही थी कि राहुल निधि को हर महीने गर्भवती बना देता है.. मतलब राहुल का बिज़्ज़ परफेक्ट है.. इधर राहुल भी मेरे पीछे हाथ धो कर पड़ा है.. काल रात की गलती के वाज़ा से राहुल दुबारा मुझे चोदना चाहता है .


राधिका आपनीं दिमाग से - राहुल और मेरे बीच सेक्स होना नहीं चाहिए था.. एक नहीं 3 बार सेक्स हो चुका है.. अगर राहुल को कोई बुरा नहीं लग राहा है तो में क्यों इतनी सोच रही हूँ .. अशोक जी 2 महीने के बाद इंडिया आ रहे है.. गलती तो मुझसे हो चुकी है.. अगर वही गलती को में जान बूझ कर करूँ तो .. क्या पता अशोक जी आने से पहले में राहुल मर्दाना रस से 2 महीने की प्रेग्नेंट बन जाउंगी..

राहुल हस कर - दिदि .. जीजा जी कब तक आने वाले है ?

राहुल भी जनता था कि अशोक इंडिया कब वापस छूटी में आने वाला है.. लेकिन राहुल राधिका को मुँह से सुनकर बात को आगे बढ़ना चाहता है.

राधिका - तेरे जीजू 2 महीने के बाद आने वाले है.. वेसे निधि बारबार गर्भनिरोधक गोलियां खा कर आछी नहीं कर रही है..

राहुल - क्या बताऊँ दिदि.. निधि फिलहाल प्रेग्नेंट होना नहीं चाहती..

राधिका ओर राहुल ..दोनो मंदिर के भीड़ से काफी गरम हो चुके थे..अभी भी दोनो के गुप्तांग असली रूप में थे..

राधिका - पेहेले एक बचा होने दो.. फिर जो मन मे आये करो.. आज सुबह सुन लिया ना .मा पोता पोती केलिए तरस रही है..

राहुल हस कर - तू बड़ी है.. पेहेले तू एक बचे की माँ बन जा..

राधिका - हमारी माँ भी ना..अजीब डिमांड करती है.. अगर बेटा होगा तो तेरे सकल जैसा.. ओर बेटी हुई तो मेरी जैसी ..

राहुल को अब सम्भालना मुश्किल हो राहा था... राहुल आहिस्ता आहिस्ता राधिका दिदि की पीछे आकर खड़ा हो गेया..

इस वक़्त राधिका गैलरी के रेलिंग को पकड़ के झक कर खड़ी थी.. झुकने से राधिका की नंगी चुत की बाल पीछे से साफ दिखाई देती थी...

राहुल देर ना करते हुए आपना हाफ पैंट को फाटक से नीचे गिर कर राधिका दिदि की पीछे चिपक गेया..

अब छत के उपर बलकुनी के रेलिंग पर राधिका बाहर की नज़ारा देखती हुई..

राधिका - माँ और मंदिर के पुजारी के दाबा है..इस बार मेरी झोली खाली नहीं जाएगी.. आ.. ऊऊऊ मॉआआ..

इस बीच राहुल लन्ड को चुत के उपर दबाब दे राहा था.. राहुल का मोटा सुपाड़ा ओर राधिका की घनघोर जंगल बीच काफी रुकावट पैदा हो रही थी..

लन्ड आसानी से चुत के अंदर दाखिल हो नहीं पा राहा था.. राहुल ढेर सारे थूक निकाल कर लन्ड के ऊपर मालिस कर दिया. ओर फिर से थूक निकाल कर राधिका दिदि की गांड के उपर गिरा दिया...

इस बार राहुल देर ना करते हुए लन्ड को चुत के उपर 3/4 बार घिसने के बाद फाटक से सूपड़ा को चुत के अंदर घूसा दिया..

लन्ड फटाक से 2 इंच अंदर दाखिल हो गेया..

राहुल - दिदि.. तू माँ और पुजारी जी की आश्रीबाद पा चुकी है.. इस बार तेरी कोख खाली नहीं जाएगी..

राहुल का गरम सुपाड़ा चुत के अंदर घुसते ही राधिका की चुत के अंदर आग बरसने लगी..अब राधिका भी राहुल के बातों का जवाब देने लगी..

राधिका सरम ओर उतेजित भरी आवाज़ से - अगर काल रात स्वर्ग के देवदूत नहीं आते तो आज में उमीद नहीं लगापाती.. आ ऊऊई..आउच.. राहुल ..

राहुल इस पीजिसन से 25 /30 सेकंड तक लन्ड को आगे पीछे करने लगा..

राहुल -दिदि.. तेरे होने वाले बचे किसका सकल लेकर आएगा.. तेरी सकल या अशोक जीजू की ?

राधिका नसिल आवाज़ से राहुल का मोटा सुपाड़ा को चुत के अंदर महसूस करती हुई - मेरा राजा भाई राहुल जैसा ..

राहुल फिर से 2 इंच लन्ड को अंदर घूसा कर - क्या तुझे सच मे अशोक जीजू पसंद नहीं है ?

राधिका सिसकारी छोड़ती हुई - निधि ओर तेरी जोड़ी को एक तरफ कर.. अशोक जी और मुझे एक तरफ देख.. निधि ओर तू...तुम दोनों की जोड़ी सबसे मस्त है..

राहुल लन्ड को आगे पीछे करते हुए - निधि ओर तेरी सकल तो बराबर है.. कोई अनजान आदमी तुम दोनों को देख लेगा तो सोचेगा की तुम दोनी सगी बेहेन हो..

राधिका नसीलि आवाज़ से - भले ही हम दोनों सगी बेहेन नहीं है। पर है तो मेसी की बेटी ..तुझे निधि से शादी करना नहीं चाहिए था .

राहुल हस कर - फिर तुम सब खुसी खुसी हम दोनों की शादी क्यों करवाई ?

राधिका हस कर आपने हाथो से राहुल का लन्ड को चुत से निकाल कर - चल अंदर चलते है..

फिर राधिका राहुल का हाथ को पकड़ कर आपनीं बिस्तर पर ले गेई..

राधिका हस कर - हम सब नहीं चाहते थे कि तू मौसी की बेटी निधि को सादी करले..अभी भी निधि तुझे भाई बुला देती है..

राहुल हस कर राधिका को पीछे से पकड़ कर - पति बाद में .पेहेले में निधि का भाई हूँ .जितना निधि का मेरे उपर अधिकार है.. उतना मुझ पर भी तेरी हक है ..

राधिका अब पूरी तरह से सेक्स की नसें में खुल चुकी थी.. राधिका हस कर - जब तुझे बहेनो के जिस्म से इंटरेस्ट है.. तो हम सभी क्या कर सकते है..

राधिका फिर सेबहस कर धीरे से - बहनचोद.

इतना सुनते ही राहुल हस कर - क्या बोली ?

राधिका हस कर - निधि ओर में तेरी बेहेन तो है.. वेसे तू बेसम बनकर मेरे सामने नंगा खड़ा भी तो है..

राहुल फटाक से राधिका की गाउन को उतार कर - जब तुम जैसी अप्सरा मेरे घर और हो .तो में बहनचोद बनकर बार बार गलती करूँगा..

राधिका - राहुल जो करना है ज़ल्दी कर .माँ और निधि आने वाले है..

इतना सुनते ही राहुल फाटक से राधिका दिदि को बिस्तर के बीच सुला कर लन्ड को राधिका की चुत के अंदर घूसा कर चुदाई सुरु कर दिया..

दोनो अब खुलम खुला चुदाई का मज़ा लेने लगे..राधिका भी अब पूरी तरह से खुल कर बोलने लगी..

राधिका - राहुल ..अशोक जी आने से पेहेले तू मुझे निधि की तरह गर्भवती बना देगा ना ?

राहुल चुदाई का रफतार तेज़ करके - तू चिंता मत कर.. तू इधर से 2 महीने को पेट लेकर ससुराल जाएगी ..

राधिका नसीलि आवाज़ से - राहुल ..जब अशोक जी वापस चले जायेंगे ..में फिर से वापस आ जाउंगी..

इतना बोलकर राधिका आपनीं चुत की ओर नज़र घुमा लिया. राधिका उतेजित भरी आवाज़ से - तेरा खतरनाक लन्ड को बिचारि निधि कैसे झेल रही होगी..

राहुल हस कर तेज़ रफ़्तार से धके मार कर - जैसे तू इस वक़्त झेल रही है.. वैसा ही निधि झेल रही है..

इस तरह की मज़ेदार बात करते करते दोनो पूरे 30 मिनट तक अलग अलग स्टाइल से चुदाई करने लगे..

राहुल और राधिका दोनो एक साथ झड़ने लगे.. दोनी बुरी तरह से हाम्प ने लगे..

दोनो के चेहेरे पर जीत झलक रही थी..

राधिका हस कर - आधी रात को एक बार मेरे कमरे पर आ जाना..

राहुल हस कर - ठीक है..

राधिका हस कर - अब तू जा.. कहीं निधि को सक हुया तो सब गड़बड़ हो जाएगी..

राहुल आपना पकड़ा पेहेन कर बाहर निकल गेया.. जब तक निधि ओर माँ वापस आ जाते..तब तक राहुल घर के बाहर बैठ कर बाइक ठीक करने का बाहाना कर राहा था..

इधर राधिका चुदाई की थकान को पूरे एक घन्टे तक मिटा कर .. एक सादी सुदा सुहागन की तरह फ्रेश होकर हल मर tv देख रही थी..

सब रात का खाना खा कर आपने आपने कमरे पर चले गये..

निधि उस रात राहुल को किधर भी जाने नहीं दिया.. भले ही उस रात राहुल ने निधि को एक बार चुदाई किया था..

पर निधि की रोमांस काफी देर तक चलती रही.. आखिर समय पर राहुल आपनीं धरम पत्नी को चोद कर थोड़ा देर रेस्ट करते करते डायरेक्ट सुबह 8 बजे नींद से उठा..

फिर सुबह राहुल राधिका दिदि को मंदिर लेकर गेया.. मंदिर के दर्सन के बाद दोनों पास वाले जंगल मे घुस कर घमासान चुदाई किये....

फिर साम को मंदिर के बाहाने वही जंगल पर दुबारा चुदाई करने लगे..

आहिस्ता आहिस्ता राहुल का चुदाई के टाइम टेबल बदल गेया.. निधि को ज़ोर एक बार चुदाई के साथ साथ राधिका दिदि को 3 बार चोदने लगा..

एक महीने गुज़र जाने के बाद राधिका की पीरियड रुक गेई.. फिर भी राधिका ये खबर राहुल को नहीं बताई..

फिर 10 दिन के बाद निधि की पीरियड रुक गेई.. पर निधि ये बात सबको बता दिया..

निधि की पीरियड रुक जाने से सब लोग खुसी से झूम उठे.. तब अचानक राहुल को राधिका दिदि की याद आने लगा..

राहुल डरते डरते राधिका दिदि को देख राहा था.. क्यों कि राहुल राधिका दिदि को पिछले 45 दिन से रोज़ 3 बार चोद राहा था..

अशोक जीजा जी 15 दिन के बाद दुबाई से वापस आने वाले है..अगर राधिका दिदि गर्भवती नहीं हुई तो राधिका दिदि की सासूमाँ..अशोक जीजू केलिए दूसरी लड़की देख लेगी..

राहुल दुखी मन से छत के उपर चला गेया..

कुछ देर के बाद राधिका ने राहुल को ढूंढते ढूंढते छत के उपर आ गेई..

राहुल दुखी मन से राधिका दिदि की गर्भवती ना होने की वज़ा पूछने लगा.. पर राधिका ने हस कर सब सच सच बता दिया..

राधिका की प्रेग्नेंट की खबर सुनकर राहुल के अंदर जान आ गेया..

कुछ दिन के बाद अशोक त्रिबेदि सीधा आपने ससुराल पर आया . ओर सिर्फ 7 दिन रुक कर चला गेया..

अशोक जाने के बाद अब राधिका ओर राहुल पूरा फ्री हो कर चुदाई करने लगे..

जब राधिका ओर निधि की पेट फूल कर आगे निकलने लगी..तब निधि की माँ पदमिनि मौसी ने निधि को आपने घर ले गेई..

इधर राधिका की सासूमाँ खुसी से राधिका को आपने साथ लेने आयी थी.. पर राधिका ने बड़ी चालाकी से सासूमाँ के साथ जाने को इनकार कर दिया...

राधिका - माँ जी.. जिस मंदिर को रोज़ दर्सन करके आज में माँ बनने वाली हूँ.. में उस मंदिर की दर्सन कैसे छोड़ दूं..

राधिका की चालाकी से राहुल खुस था.. आखिर वही हुया.. राधिका एक बेटी और निधि एक बेटे को जन्म दिए..

बचा पैदा करने के बाद राधिका आपनीं ससुराल चली गेई... पर जब दुबारा बचा केलिए राधिका की सासु जिद करने लगी..

राधिका फिर से मंदिर के बाहाना बना कर राहुल के साथ चुदाई की खेल में शामिल हो गेई..

इस तरह राधिका 4 बेटी और 1 बेटे का माँ बन गेई..

निधि भी 5 बेटी और एक बेटे का माँ बन गेई..

पर आज तक राधिका की असली राज़ कोई नहीं जान पाया..

एक गलती के बदले आदमी बार बार गलती करता है.


आज उसी गलती की खुसी राधिका की ज़िंदगी सबर गेई..

(SUDHANSU BHAI)

*****THE END*****
 

komaalrani

Well-Known Member
23,222
62,376
259
Very nice beginning, beautiful confusion ,...now Nidhi can always tease her nanad
 

Jitu kumar

Active Member
1,946
6,497
143
  1. गलत - 1
    *******


    मेरा नाम राहुल मिश्रा है ...इस वक़्त मेरा उमर 23 साल का है .. मेरा अभि अभी 6 महीने पेहेले सादी हो चुका है..

    में प्रेम बिबाह किया.. निधि त्रिपाठी अब मेरी धरम पत्नी निधि मिश्रा बन चुकी.. इस वक़्त निधि की उमर 19 साल चल रही है..

    निधि मेरी सगी मौसी पदमिनि त्रिपाठी की एक लौटी बेटी.. सिर्फ एक छोटी सी गलती से हम दोनों की प्रेम लीला हमारे बुजुर्ग के सामने आ गेया..

    निधि की बिस्तर के नीचे कुछ प्रेम पत्र (निधि ओर मेरा) मेरी माँ रुक्मिणी ओर मौशी पदमिनि के हाथ लग चुका था..

    हम दोनों के माँ ने जब हम दोनों के प्यार का love लेटर पढ़े तब दोनो खुस होकर हम दोनों का सादी कर दिए..

    पदमिनि मौशी की सिर्फ एक बेटी थी.. ओर मेरी माँ की हम दोनों भाई बेहेन थे..

    मेरी बड़ी बेहेन राधिका पिछले 7 साल से शादी करके आपनी ससुराल पर रहती है..

    राधिका दिदि के पति अशोक जीजा जी दुबई में एक अच्छे जब के अधिकारों थे..

    अशोक जीजू हर साल 2 बार छूटी बिताने केलिए इंडिया आते थे..

    अशोक जीजू के आछे नौकरी के वज़ा से पापा ने अशोक जीजू के साथ राधिका दिदि की शादी करवा दिए..

    राधिका दिदि से अशोक जीजू उमर में पूरे 10 साल बड़े थे .

    इस वक़्त राधिका दिदि 25 साल की थी.. पिछले 7 साल से राधिका दिदि सादी करके भी राधिका दिदि अभी तक माँ नहीं बन पा रही थी..

    पता नहीं क्यों ? पर मुझे लगता है इस 10 साल की लम्बे उमर का फैसला.. उपर से अशोक जीजू जब घर आते है तब सिर्फ 7/8 दिन के छूटी के वाज़ा से राधिका दिदि माँ नहीं बन पा रही थी..

    ये मेरा पर्सनल सोच था.. पर हक़ीक़त मुझे नहीं पता.. राधिका दिदि की इस हालत का ज़िमेदारी माँ हमेसा पापा को बोलती थी..

    पर जब मेरा सादी हो गेया तब घर पर फिर से खुसी आने लगी..अब राधिका दिदि को लेकर माँ और पापा के बीच घर पर झगड़ा बन्द हो चुकी थी..

    पर जब राधिका दिदि आपनी ससुराल से कभी कभार हमारे पास आती थी .तब पापा ओर माँ के बीच फिर से झगड़ा सुरु हो जाती थी..

    निधि ओर मेरे सेक्स लाइफ काफी ज़ोरदार से होने लगी.. पर पिछले 6 महीने से निधि एक बार भी गर्भवती नहीं हुई थी .

    अब आहिस्ता आहिस्ता घर पर सभी के मन मे डर पैदा होने लगा था..कहीं हम दोनों भाई बेहेन के वाज़ा से अशोक जीजू ओर निधि की ज़िंदगी बर्बाद तो नहीं ही गेई ?

    पर सचाई कुछ और था.. फिलहाल निधि गर्भवती होने नहीं चाहती थी.. इशिलिये निधि आपनीं सुरख्या खुद करती थी..

    मतलब निधि गर्भनिरोधक गोली खा रही थी.. एक दिन राधिका दिदि ने निधि को गर्भनिरोधक गोली खाते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया..

    राधिका दिदि को निधि ने खड़े खड़े चूतिया बना दिया.

    निधि - दिदि ..अचुअली राहुल भैया..

    तब राधिका ने हस कर निधि की गाल पर हल्की सी थापड़ मार कर - बेसरम लड़की.. राहुल अब तेरा पति है ..

    निधि हस कर - सॉरी दिदि.. बचपन से आदत जो पड़ चुकी है..

    राधिका हस कर - हाँ बोल..तू कुछ बोलने वाली थी ?

    निधि - राहुल भैया.. ओ सॉरी.. राहुल जी हर महीने मेरी मासिक पीरियड रुकवा देते है.. पर मुझे अभी कोई बचा नहीं चाइए.. इशिलिये में किसी को बिना बताए ये दबाई खा रही थी..

    फिर राधिका आपने ससुराल चली गेई.. राधिका दिदि की ससुराल लगभग 15 किलोमीटर दूरी पर थी ..

    कुछ महीने बाद अचानक राधिका दिदि ओर उसकी सासु माँ घर पर आ गेई.. तब पता चला कि अशोक जीजू 2 महीने के बाद इंडिया आने वाले है..

    कुछ पुरानी बुजुर्ग महिला के बात पर राधिका दिदि को उसकी सासूमाँ हमारे घर पर छोड़ कर चली गेई थी..

    बुजुर्ग महिलाओ के मानना है ..*** मंदिर पर एक पूजा करने से राधिका दिदि की बांझ का साया हट जाएगी..

    ओर संजोग से वही मंदिर हमारे गांव में था.. रोज़ एक महीने तक सुबह सुबह मंदिर जा कर पूजा करने से राधिका दिदि माँ बन जाएगी..

    ये बात कुछ बूढ़ी पुराने औरत का दाबा थी.. राधिका दिदि की सासूमाँ के आगे मेरी माँ भीगी बिल्ली थी.. आखिरकार जमाई बाबू की माँ जो थी ..

    राधिका दिदि ओर निधि के बीच काफी जमती थी.. ओर तो ओर निधि ओर राधिका दिदि की सकल 19/20 मिलती है ..

    जब से राधिका दिदि घर पर आई है तब से निधि मेरे हाथ नहीं आती थी..

    क्यों कि राधिका दिदि ने आते ही निधि की गर्भनिरोधक गोली को फेंक कर निधि को बुरा भला बोल चुकी थी..

    निधि के पास गर्भनिरोधक गोली नहीं थी.. इशिलिये निधि मुझसे चुदाई ना करने केलिए दूर भाग रही थी..

    निधि जान बूझकर सारा दिन माँ और दिदि के साथ रहती थी.. ओर रात को राधिका दिदि को बुला कर मेरे बेडरूम पर सुला देती थी..

    राधिका दिदि मेरे बिस्तर पर मेरे जगह सोने से.. मुझे मजबूरन हल में सोना पड़ा..

    इस तरह 4/5 दिन गुज़र गेया.. भला में कैसे मेरे लन्ड को सांत करूँ ? मुठ मार कर आपने सेहद की खराब करना मेरे मन मे नहीं था .

    अब में आप सभी को मेरे लन्ड के बारे में बतादूँ.. मेरा लन्ड 9 इंच का लम्बा है.. ओर मोटाई तो पूछो मत..

    मेरा भयंकर लन्ड का ताकत सिर्फ निधि की चुत बता सकती है..पेहेले 15 दिन तक निधि ठीक से चल नहीं पाई.. पर निधि की चुत को दिन रात चोद चोद कर में निधि को पूरा औरत बनाने के बाद निधि ठीक ठाक से चलने फिरने लगी..

    अचानक चुदाई बन्द होने से में निधि को उपर गुसा हो कर निधि से बात चीत करना बंद करदीआ..

    मेरा इस बरताप से निधि की अंदर आत्मा को ठेस पहोंची.. निधि उसकी गलती मान लो..

    दूसरे दिन हम सब हमारे गांव के मंदिर में गए थे.. दिदि की नाम से पूजा पाठ होने लगा.

    दिदि की पेर भारी होने केलिए माँ और दिदि.. दोनो मंदिर के आगे गिड़गिड़ाने लगे..

    माँ और दिदि की दर्द भरी आवाज़ से निधि की अंदर आत्मा हिल चुकी थी..

    निधि मेरे पास खड़ी हो कर मंदिर में बैठे भगवान को - मुझे माफ़ करदो भगवान.. में नादान हूँ.. जवानी की सुख को बरकरार रखने केलिए में गर्भनिरोधक गोली खा रही थी..अब मेरी आँख खुल चुकी है प्रभु.. आज के बाद में कभी पाप नहीं करूंगी..

    में - आपने पति से दूर रह कर पुण्य करना कोई तुमसे सीखे..

    तब निधि हस कर मेरे कमर पर चिमटी काटकर - आज से आपको बराबर प्यार मिलेगा..

    तब पुजारी जी ने राधिका दिदि को प्रसाद दिया..

    पुजारी - चिंता मत कर पुत्री..इस मंदिर से कोई खाली हात नहीं लौटी.. मुझे पूरा बिस्वास है.. तेरी कोख अबस्य पूरी होगी..

    गांव वालों को दिदि की गौद भरने केलिए मंदिर में बड़ा सा भोजन देकर फिर हम सब घर वापस आ गए..

    दिन के थकावट से हम सब थक चुके थे.. पर साला मेरा लन्ड सक्तिमान की तरह नाधि की चुत को फाड़ने केलिए तयार था..

    मेरा भूका चेहेरे को देख कर निधि खुद ब खुद मुझसे चुदवाने केलिए मेरे पास आई..

    जब हम हमारे कमरे पर गए तब राधिका दिदि मेरे जगह मेरे बिस्तर पर सो चुकी थी..

    राधिका दिदि को देख कर मेरा दिमाग फटने लगा.. में गुसे से कमरे से बाहर निकल गेया..

    निधि मुज़रिम की तरह मेरे पीछे पीछे भगति हुई मुझसे माफी मांगने लगी.. पर बिचारि निधि की क्या गलती है....

    में गुसे से - निधि तू जा..

    निधि मेरे चेहेरे को चूमते हुए - नाराज़ हो ?

    में दुखी मन से - निधि पूरे 7 दिन से मेरा लन्ड का नस फट जा राहा है..

    निधि - कुछ देर के बाद में आपके पास आती हूँ.. हम इस हल में प्यार करेंगे..

    में - पागल है क्या ? इस खुले हल में ? माँ और पापा आ जाएंगे तो इज़्ज़त का कचरा हो जाएगा..

    निधि भी गुसे से - आप हमारे कमरे पर चलिए ..

    में दर्द भरे आवाज़ में - अंदर दिदि सोई है .

    निधि थोड़ा सोच कर - में पास वाली सोफे के उपर सो जाती हूँ.. आज हम सोफे के उपर सेक्स करेंगे ..

    में - अगर दिदि उठ गेई तो ?

    निधि - कमरे में अंधेरा है.. हम बिना आवाज़ किये सेक्स करेंगे.. वेसे में आपकी पत्नी हूँ.. अगर दिदि उठ भी जाएगी तो सरम से भाग जाएगी ..ओर काल से हमारे कमरे पर पैर नहीं रखेगी..

    में भी कुछ सोच कर- ठीक है ...में एक घंटे के बाद आता हूँ..

    फिर निधि चली गेई.. निधि जाकर सीधा राधिका दिदि के बगल में बिस्तर पर सो कर गुसे से राधिका दिदि की हरकत को सोच कर दुखी मन से थोड़ा लेट गेई..

    कुछ ही देर में निधि को नींद आ गेई.. दिन भर की अचानक कामकाज से निधि वही राधिका दिदि की बगल में सो गेई..

    राधिका अचानक उठ कर टॉयलेट के अंदर जा कर पिसाब करके नींद में वही सोफे के उपर सो गेई..

    कुछ देर के बाद में यानी राहुल दबे पेर कमरे के अंदर घुस गेया..

    कमरे में फूल अंधेरा था.. राहुल बिना सोचे समझे सीधा सोफे के उपर जाकर राधिका दिदि के बगल में बैठ गेया..

    राधिका ओर निधि की एक खराब आदत थी ..दोनो रात को बिना चडी में सोते थे..

    राहुल सीधा हाथ को लेकर राधिका दिदि की झांटो भरी चुत के उपर रख दिया..

    राधिका नींद में सोई थी.. लेकिन राहुल निधि समझ कर राधिका दिदि की चुत को सहला राहा था...

    कुछ देर के बाद राहुल आपने चेहेरे को राधिका दिदि की चुत के पास ले गेया..

    निधि की चुत की खुशबू ओर राधिका की चुत की खुसबू के बीच अलग टाइप की मेहेक थी..

    पर राहुल समझने लगा..सायद बिना चुदाई से निधि की चुत की खुशबू बदल गेई होगी..

    बार बार राधिका दिदि की चुत की खुशबू से राहुल का लन्ड बिकराल रूप लेने लगा..

    राहुल बिना सोचे समझे एक उंगली राधिका दिदि की चुत के अंदर घूसा दिया..

    जैसे ही उंगली राधिका दिदि की चुत के अंदर दाखिल हुआ.. वेसे ही राधिका दिदि की नींद खुल गेई.. पर राधिका कुछ समझ नहीं पाई..

    राधिका दिदि अभी अभी सुबह वालो मंदिर के घटना को सपनो में देख रही थी..

    मंदिर का वो पुजारी राधिका को गर्भवती होना का आश्रीबाद दे रहे थे.. तभी अचानक राधिका की नींद खुल गेई .

    राधिका आधी नींद ओर आधी होस में सोचने लगी.. सायद ये मंदिर के आश्रीबाद से हो राहा है.. सायद भगवान मुझे माँ बनाने केलिए आधी रात में मेरे पास देवदूत को भेजे है..

    इधर राहुल राधिका दिदि की कसि हुई चुत को महसूस करके आपने मन मे - 5/6 दिन चुदाई क्या बन्द करदी.. चुत तो कुवारों लड़की की तरह टाइट हो गेई..

    इतना सोच कर राहुल फाटक से राधिका दिदि की चुत को भूके बचे की तरह चूमने लगा..

    राधिका कभी भी आपनीं चुत को अशोक त्रिबेदि से नहीं चुसवाई थी ..

    लन्ड चूसना या चुत चाटना अशोक त्रिबेदि को पसंद नहीं था . राधिका को भी ये सब गंदा लग रही थी..

    पर आज रात के अंधेरे में राहुल ने जो चुत चुसाई कर राहा था.. इस चुत चुसाई से राधिका की दिमाग के अंदर सारे नस फटने को तयार हो चुके थे..

    राधिका स्वर्ग में उड़ रही थी.. राधिका आपने मन मे राहुल को भगबान के भेजे हुए देव दूत समझ रही थी..

    राधिका सेक्स के नशे में अंधी हो कर फाटक से राहुल का 9 इंच का लन्ड को मुठी में भर कर.. हैरान ओर परेसान से सोच रही थी..

    राधिका आपनीं मन मे - इतना बड़ा लन्ड इस दुनिया मे किसी इंसान का नहीं हो सकता..इस लन्ड के सामने मेरे पति अशोक त्रिबेदि के लन्ड तो छोटा चूहा है.. ये ज़रूर देव लोक का सिद्ध पुरुष है..

    एहि सोच कर राधिका भी राहुल के लन्ड को आपने मुँह के अंदर भर कर चूसने लगी..

    निधि की लन्ड चुसाई सबसे अच्छी थी.. पर आज निधि ऐसे लन्ड क्यों चूस रही है.. एहि सोच कर राहुल राधिका दिदि के मुँह से लन्ड निकल कर..लन्ड को सीधा राधिका दिदि की चुत के दोनो ढकन के बीच रख दिया..

    राधिका कुछ समझ पति.. उस से पेहेले लन्ड राधिका दिदि की चुत को फाड़ कर 4 इंच तक घुस चुका था....

    राधिका को थोड़ा दर्द हुई.. सायद राधिका की चुत की गहराई इतनी थी..

    राधिका देवदूत समझ कर आपनीं दर्द को झेलने की कोसिस करने लगी..

    राहुल भी समझने लगा..5/6 दिन चुदाई बन्द होने से निधि की चुत आपने आप टाइट हो गेई..

    राहुल बिना समय गबाये दूसरा झटका फिर तीसरा प्रहार ओर अंत मे सोफे के ऊपरी हिसा को पकड़ कर करारा धके से लन्ड को पूरा जड़ तक घूसा दिया..

    जैसे ही राहुल का मोटा सुपाड़ा राधिका दिदि की बच्चेदानी के अंदर घूसा.. वेसे ही राधिका की आंख ज़रूरत से ज्यादा चौड़ी हो गेई..

    राधिका की सांस कुछ सेकंड केलिए रुक चुकी थी.. राहुल भी निधि समझ कर राधिका दिदि की दोनो चूची को आपने मुँह के अंदर घूसा कर.. राधिका दिदि की 25 साल की चिकनी मुलायम चूची के रस को निचोड़ने लगा..

    राहुल बिना रुके निधि समझ कर राधिका दिदि को ज़मीन के उपर सुला कर चुदाई सुरु कर दिया..

    कुछ 5 मिनट तक राहुल का खतरनाक लन्ड को राधिका दिदि बड़ी मुश्किल से झेलने लगी .

    पर कुछ ही समय के बाद राधिका को भी ज़रूरत से ज्यादा मज़ा आने लगी..

    उस रात के अंधेरे में राहुल ने राधिका दिदि को निधि समझ कर चुदाई करता राहा.. इस बीच राधिका 2 बार झड़ चुकी थी .

    फिर राहुल निधि समझ कर राधिका की दोनो पेर को आपने कंधे के ऊपर चढ़ा कर फिर से सोफे के उपर सुला कर खतरनाक प्रहार देने लगा..

    5/6 दिन से राहुल का लन्ड पानी नहीं छोड़ा था.. कुछ देर के बाद राहुल राधिका दिदि को आपने ओर खींच कर आपने मोटे सुपडे को बच्चेदानी की अंदरूनी किनारे में घूसा कर लम्बे लम्बे पिचकारी छोड़ने लगा...

    एक के बाद एक लंबे पिचकारी से राधिका दिदि की 25 साल की बच्चेदानी की मटकी.. राहुल के सफेद दही से भरने लगी..

    आखिर बून्द तक बिज़्ज़ छोड़ने के बाद राहुल आहिस्ते आहिस्ते राधिका दिदि की दोनो पेर को आपने कंधे से उतार कर सोफे के उपर रख दिया..

    राहुल का खतरनाक लन्ड अब सिकुड़ कर आहिस्ता आहिस्ता बाहर निकल गेया..

    जैसे ही राहुल जाने को खड़ा हुआ.. वेसे ही राधिका ने राहुल को देवदूत समझ कर आपनीं हाथो से राहुल के हाथ को पकड़ कर रोक लिया..

    राहुल हस्ते हस्ते रुक गेया.. उसी रात राहुल ने पूरे 3 बार राधिका दिदि की बच्चेदानी के अंदर आपना मर्दाना रस को छोड़ कर हल में आकर सो गेया..
Awesome story bhai,
bhai aapka yaha tahe dil se swagat hai,
maine aapki story xp par padhi thi,
mujhe bahot khushi hui ki aapne yaha new story start ki hai,
ab dekhte hai ki aage kya hota hai
 
  • Like
Reactions: kamdev99008
Top