Ab to bad chutiya kaata ja rha hum logo ka bhai...i know writers ki apni b life h.. But jb aapne story likhne ka jimma utha rkha h toh fir time to nikalna hi pdega na.. Or late hona alga baat h but excuse dena shi ni h... Baaki dekho kb milega update.. Writers starting me to bhot jldi update denge fir baad me reply ka time b ni rhta update to door ki baat h... Arre atleast aake bta do bhai k abi kyu ni de paa rhe update...lekin ni inhe to jaise koi Matlab hi ni h...readers chutiye baithe h jo puch re h k bhai kuch to batao kya chal ra kyu ni Aa ra update to isse wo b baar baar yha ni ayenge... Baki waiting for the update

यहाँ हालात बहुत खराब है मेरे दोस्त, आप सभी मेरे परिवार जैसे है, कृपया मेरी मजबूरियों को भी समझें । मै भी चाहता हूँ कि आप सभी को कहानी का अगला हिस्सा हमेशा मिलता रहे, किन्तु अभी के हालातो मे एक तो सोने तक का समय नही मिल पा रहा, और अगर कुछ समय मिलता भी है तो वो बीबी बच्चो को देना पड़ता है । ऐसा मत समझियेगा बंधु की आप सब से मतलब नही है । एक आप सब का ही तो परिवार है जो निःस्वार्थ हमेशा हमारी भले के लिए कामना किया है, कभी अकेलापन मेहसूस होने नही दिया है । ....
बाकी अपराधी किस्म का इंशान हूँ यार, कारागार से तो ऐसा रिश्ता बन चुका है जैसे वो मेरा ससुराल हो । और उसी के वजह से ससुरा थानेदार जब जी चाहता है हमे बुला कर ले जाता है, बेल पर हूँ न अभी... उपर से मेरे पिछले सारे केस की फाइल खुल गए है । और उनमे तो कुछ संगीन अपराध बाले भी हैं...
फिल्हाल कुछ काम से बनारस आया था, भोले बाबा से मिलने... और वक़्त मिलते ही इधर आगया आपसभी से भेंट करने । कसम से बंधुओ... बहुत मन करता है... इस कहानी को आगे बढ़ाने को.... आपसभी की वही खट्टी मीठी प्रतिक्रियाओं को पढ़ने की, पर वक़्त और हालातो का मारा हूँ.... कभी कभी खुद को बड़ा मज़बूर महसूस करता हूँ....
बाकी.... भोले बाबा पर मुझे भरपूर भरोसा है...
रही बात कहानी के अगले भाग की तो... विश्वाश कीजिये कहानी का अगला 3 भाग जो की छः - छः हजार के होंगे... वो लिखे जा चुके हैं । और मेरे फोन मे ही संचित है । बस फिल्हाल न मै अपने फोन के पास जा सकता और न ही मेरा फोन मेरे पास आसकता है । घर से फरार हूँ न । वो तो काशी मे यादव जी कर के एक बंधु ने मुझे ये एक पुराना रेडमी का फोन मुहैया कराया ।
बस, यही था... जो भी था.... और हाँ...
Pandey ji जेल के ही वजह से तो मै आपके बनारस मे साधना कर रहा बंधु, आइये कभी तुलसी घाट... और यहीं पे msg भी कीजियेगा । भेंट भी कर लेंगे ।
बाकी... सभी को भोले भोले....